हरिपुर में स्थित आनी महाविद्यालय का वित्त वर्ष 2023-24 के लिए स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट महाविद्यालय योजना में चयन हुआ है। इसके तहत निदेशालय की ओर से एक करोड़ रुपये की धनराशि भी कॉलेज को जारी हो चुकी है। यह धनराशि कॉलेज के विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च की जाएगी। आनी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. नरेंद्र पॉल ने बताया कि स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट महाविद्यालय योजना के तहत मिली एक करोड़ की राशि विकास के लिए बहुत मायने रखती है। कहा कि 25 लाख रुपये से कॉलेज के ड्रेनेज सिस्टम, कॉलेज के मुख्य द्वार के पास से डंगे को दुरुस्त किया जाएगा। दिव्यांगों के लिए रैंप बनाया जाएगा और अलग-अलग शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। 30 लाख की धनराशि से कॉलेज डिजिटलीकरण किया जाएगा। इसके तहत कॉलेज में 32 आधुनिक तकनीक से लैस कंप्यूटर स्थापित किए जा रहे हैं। पांच लाख स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट महाविद्यालय योजना में मिली एक करोड़ की धनराशि की धनराशि से कॉलेज में एक रिसर्च सेंटर बनेगा। पांच लाख की धनराशि से एक भाषा प्रयोगशाला और ई-लाइब्रेरी बनेगी। दस लाख रुपये से कॅरियर और गाइडेंस सेल बनाया जाएगा। खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 10-10 लाख की धनराशि से आधारभूत ढांचा तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आनी कॉलेज के छात्र शैक्षणिक, सांस्कृतिक और खेलकूद आदि तमाम गतिविधियों में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं।
वो स्व. लाल चंद प्रार्थी ही थे जिन्होंने प्रदेश में भाषा विभाग और अकादमी की नींव रखी थी और आज भी प्रार्थी का नाम पूरी शिद्दत के साथ लिया जाता है। लोगों के जेहन में आज भी लाल चंद प्रार्थी द्वारा हर क्षेत्र में किए हुए काम को याद किया जाता है। कुल्लू जिला की प्राचीन राजधानी नग्गर गांव में 3 अप्रैल, 1916 को जन्मे लाल चंद प्रार्थी ने कुल्लू जिला के लिए ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए ऐसे कई कार्य किए हैं जिन्हें भूलना प्रदेश वासियों के लिए मुश्किल है। यही कारण है कि प्रार्थी का नाम आज भी कुल्लू जिला के सिर पर मुकुट की तरह चमक रहा है। स्वर्गीय लाल चंद प्रार्थी न केवल राजनीति के क्षेत्र में कुशल थे बल्कि उनके अंदर साहित्यकार, कवि और गीत-संगीत का हुनर भी खूब भरा हुआ था। स्व. लाल चंद प्रार्थी पांच भाषाओं के विद्वान थे। उन्हें हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, फारसी और उर्दू भाषा का बारीकी से ज्ञान था। प्रार्थी आमतौर पर उर्दू भाषा का इस्तेमाल अपने राजनीतिक और अन्य सभाओं के भाषणों में भी किया करते थे। जिससे वे श्रोताओं को कई घंटों तक बांधे रखते थे। उन्होंने उर्दू भाषाओं में कई गजलें और कविताओं की भी रचनाएं की, जिसमें " बजूद-ओ-आदम " रचना खास है। इसमें उर्दू भाषा में कविताएं और गजलें शामिल है जो काफी प्रसिद्ध हुई और गजल के शौकीन उन्हें आज भी शान से पढ़ते और गुनगुनाते हैं। इसके अलावा वे एक अच्छे संगीतज्ञ भी थे। परम्परागत संगीत को संजाए रखने में भी उन्होंने काफी महत्वपूर्ण भमिका निभाई है। - कभी वकील बनना चाहते थे प्रार्थी बताया जाता है कि लालचंद प्रार्थी ने आरंभिक शिक्षा कुल्लू में प्राप्त कर जम्मू में अपने भाई राम चंद्र शास्त्री के पास जाकर संस्कृत भाषा का अध्ययन किया था। तब वकील बनने की इच्छा ने उन्हें लाहौर की ओर आकर्षित किया। उस समय प्रार्थी वकील तो नहीं बन पाए, परंतु आयुर्वेदाचार्य की उपाधि 18 वर्ष की आयु में जरूर प्राप्त कर ली। लाहौर में आयुर्वेदाचार्य की पढ़ाई के दौरान उन्होने अपने विद्यालय के छात्रों का नेतृत्व किया और स्वतन्त्रता संग्राम में कूद गये। 1933 में लाहौर में ही कुल्लू के छात्रों ने मिलकर ‘पीपल्ज लीग’ की स्थापना की, जिसका उद्देश्य समाज सुधार के साथ राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेना था। इसी दौरान वह लाहौर में क्रांतिकारी दल के संपर्क में आए। कुल्लू आने पर नग्गर में एक ग्राम सुधार सभा का गठन किया, इसी के माध्यम से उन्होंने लोगों में राष्ट्रीय प्रेम और एकता की भावना का संचार किया। यहां तक कि सरकारी नौकरी छोड़कर कुल्लू के नौजवानों में देशप्रेम की लौ जगा दी। राष्ट्रीय चेतना के प्रसार में उनका महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। -तीन बार विधायक और एक बार रहे मंत्री हिमाचल के पुनर्गठन के बाद लाल चंद प्रार्थी तीन बार विधानसभा सदस्य रहे हैं। सबसे पहले 1952 में उन्हें विधानसभा सदस्य नियुक्त किया गया। इसके बाद 1962 और 1967 में भी उन्हें विधानसभा सदस्य चुना गया। 1967 में मंत्री बनने के बाद उन्होंने हिमाचल प्रदेश में भाषा-संस्कृति विभाग और अकादमी की स्थापना की थी। उसके बाद प्रदेश में भाषाओं के संरक्षण पर अभूतपूर्व कार्य हुआ। इतना ही नहीं उस दौरान उन्हें भाषा एवं संस्कृति मंत्रालय के साथ साथ आयुर्वेद मंत्री का कार्यभार भी सौंपा गया था। प्रार्थी को भारत सरकार की ओर से आयुर्वेदा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। उसके बाद प्रदेश में आयुर्वेद के क्षेत्र में काफी तरक्की हुई। कुल्लू के इतिहास का अपनी कई पुस्तकों में किया है जिक्र लाल चंद प्रार्थी ने कुल्लू जिला के इतिहास को कुल्लू देश की कहानी नामक पुस्तक में लिखकर संजोए रखने का प्रयास किया है। इस पुस्तक में कुल्लू की राजनीति, राजाओं के शासन, संस्कृति और वेषभूषा के साथ साथ भौगोलिक परिस्थितियों का भी उल्लेख किया गया है। इसके अलावा उन्होंने और भी कई पुस्तकों का लेखन किया है जो कुल्लू के इतिहास को लेकर काफी महत्व रखते हैं। - पृथ्वी राज कपूर भी कायल थे प्रार्थी के हुनर के लेखन के साथ ही प्रार्थी की प्रतिभा नृत्य और संगीत में भी थी। उन्हें शास्त्रीय गीत, संगीत और नृत्य की बारीकियों का अच्छा ज्ञान था। उनका यही हुनर उनको मुंबई की ओर भी ले गया था और ‘न्यू थियेटर्स कलकत्ता और न्यू इंडिया कंपनी लाहौर’ की दो फिल्मों में उन्होंने अहम् भूमिका निभाई थी, उनमें से एक ‘कारवाँ’ फिल्म भी थी जो उस दौर में जबरदस्त हिट रही। पृथ्वी राज कपूर के समक्ष उन्होंने जब कुल्लू लोकनृत्य को दर्शाया, तो पृथ्वी राज कपूर उनकी प्रशंसा करने से स्वयं को रोक नहीं पाए। अपने फिल्मी कलाकारों को पृथ्वी राज कपूर ने कहा था, ‘देखिए इस जवान में सृजन और दिल में चलन है। नाचते वक्त इसका अंग-अंग नाचता है, मस्ती से झूमता है। यह पैदायशी कलाकार है और आप सब नकली ….. ’। लाल चंद प्रार्थी के लिए एक बड़े कलाकार द्वारा कही यह बात मायने रखती है। -1982 में अलविदा कह गए थे प्रार्थी काव्य रचनाओं और साहित्यिक रचनाओं के लिए लाल चंद्र प्रार्थी को चांद कुल्लवी की पहचान दी गई थी। कुल्लू घाटी के इस शेरदिल इंसान के हुनर और जज्बे को देखकर लोग इन्हें शेर-ए-कुल्लू कहते थे।11 दिसंबर, 1982 को कुल्लू का यह चमकता सितारा सदा के लिए खो गया। 11 दिसंबर, 1982 को कुल्लू का यह चमकता सितारा सदा के लिए खो गया। लाल चंद प्रार्थी ने कुल्लू जिला के लिए ही नहीं बल्कि पूरे हिमाचल प्रदेश के लिए ऐसे कार्य किए हैं जिन्हें भूलना प्रदेश वासियों के लिए मुश्किल है। - एक कुशल पत्रकार के रूप में भी किया था काम लाहौर में आयुर्वेदाचार्य की पढ़ाई के दौरान उन्होने ‘डोगरा सन्देश’ और ‘कांगड़ा समाचार’ के लिए नियमित रूप से लिखना शुरू किया था। 1940 के दशक में उनका गीत ‘हे भगवान, दो वरदान, काम देश के आऊँ मैं’ बहुत लोकप्रिय था। इसे गाते हुए बच्चे और बड़े गली-कूचों में घूमते थे। उस समय उन्होंने ग्राम्य सुधार पर एक पुस्तक भी लिखी। यह गीत उस पुस्तक में ही छपा था। उन्होंने कुल्लू जिला के इतिहास को ‘कुल्लूत देश की कहानी’ नामक पुस्तक में लिखकर संजोए रखने का प्रयास किया है। इस पुस्तक में कुल्लू की राजनीति, राजाओं के शासन, संस्कृति और वेषभूषा के साथ साथ भौगोलिक परिस्थितियों का भी उल्लेख किया गया है। इसके अलावा उन्होंने और भी कई पुस्तकों का लेखन किया है जो कुल्लू के इतिहास को लेकर काफी महत्व रखते हैं। -कुल्लुवी नाटी को दिलाई अंतर्राष्ट्रीय पहचान लालचन्द प्रार्थी ने हिमाचल प्रदेश की संस्कृति के उत्थान में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। एक समय ऐसा भी था, जब हिमाचल के लोगों में अपनी भाषा, बोली और संस्कृति के प्रति हीनता की भावना पैदा हो गयी थी। वे विदेशी और विधर्मी संस्कृति को श्रेष्ठ मानने लगे थे। ऐसे समय में प्रार्थी जी ने सांस्कृतिक रूप से प्रदेश का नेतृत्व किया। इससे युवाओं का पलायन रुका और लोगों में अपनी संस्कृति के प्रति गर्व की भावना जागृत हुई। बताया जाता है कि कुल्लू जब पंजाब का एक हिस्सा था और पंजाब में अपने लोकनृत्य भांगड़ा को ही महत्त्व मिलता था, उस समय प्रार्थी ने अपने लोकनृत्य के मोह में कुल्लवी नाटी को भांगड़े के समानांतर मंच दिया। उन्होंने लोकनृत्य दल गठित करके स्वयं कलाकारों को प्रशिक्षित करके 1952 के गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर प्रदर्शित किया और पुरस्कृत होने तथा पूर्ण राष्ट्र में इसे पहचान दिलाने का भागीरथी कार्य किया। कुल्लू दशहरे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाने का उनका प्रयास सफल हुआ। इसी दशहरे के मंच से कुल्वी नाटी में 12000 नर्तकों और नृत्यांगनाओं के एक साथ नृत्य को गिनीज बुक ऑफ वर्ड रिकार्ड का रिकार्ड स्थापित करना उन्हीं की प्रेरणाओं का परिणाम रहा है। कुल्लू के प्रसिद्ध दशहरा मेले को अन्तरराष्ट्रीय पटल पर स्थापित करना तथा कुल्लू में ओपन एअर थियेटर यानि कला केन्द्र की स्थापना उनके द्वारा ही हुई। कुल्लू-मनाली के पर्यटन को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर विकसित करने उनकी बड़ी भूमिका रही है। उनका यह योगदान अविस्मरणीय रहेगा। -चांद कुल्लवी के नाम से थे प्रसिद्ध चांद कुल्लवी’ या ‘शेर-ए-कुल्लू’ कहें या लाल चंद प्रार्थी कहे, वे हमेशा अपने नाम के साथ अपने जन्म स्थान कुल्लू के साथ ही जुड़े रहना चाहते थे। अपनी मातृ भाषा के साथ उनका अपार स्नेह था। वे स्वयं को राजनीतिज्ञ की अपेक्षा पहले साहित्यकार मानते थे। वह कहा करते थे कि मुझे लोग मंत्री के नाम से तो भूल जाएंगे, परंतु साहित्य के क्षेत्र में मुझे अवश्य याद किया जाएगा।
किन्नौर, लाहुल-स्पीति, कुल्लू और आस-पास के ट्राइबल क्षेत्र के लोग हिमाचली टोपी पर सफ़ेद फूल लगाते है। क्या आप जानते है यह कौन सा फूल है? दरअसल ये फूल जैसा दिखने वाला एक बीज है। हालांकि इस का पौधा उन क्षेत्रों में नहीं मिलता है जहाँ ये फूल स्थानीय लोगों की पोशाक का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। इस पेड़ का नाम है ओरोक्सिलम सिग्नम जिसे अरलू या टाट पटनगा भी कहा जाता है। यह बीज बड़ी तलवार के आकार की फली में मौजूद होते हैं। इसका प्रयोग ट्राइबल क्षेत्र के हिंदू और बौद्ध धर्म से जुड़े लोग भी करते है। सफेद फूल के बिना किन्नौरी टोपी की शान अधूरी मानी जाती है। इसे किन्नौर में ख्वार और सिरमौर में टाट पटनगा के नाम से जाना जाता है। देश-विदेश में पहचान पाने वाली किन्नौरी टोपी पर सफेद फूल किन्नौर में न होकर जिला सिरमौर के मैदानी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इस फूल को किन्नौर में ख्वार और चाम्खा, सोलन में टाट मरंगा जबकि सिरमौर में टाट पटनगा के नाम से जाना जाता है। अरलू एक छोटा से मध्यम आकार का पर्णपाती पेड़ है जो 12 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है। हैरानी की बात है कि यह समशीतोष्ण क्षेत्र का पौधा नहीं है। यह लगभग सभी उपोष्णकटिबंधीय भारत में 1,200 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है। इसमें बड़े यौगिक पत्ते होते हैं, जो कभी-कभी एक मीटर लंबा भी हो सकता है। पेड़ बड़े बैंगनी फूल धारण करता है। फली बड़ी, 60-90 सेमी लंबी और तलवार के आकार की होती है। ये फली के अंदर पंखों की तरह होते है। इसे निकालने के लिए चाकू से खोल दिया जाता है। इसके बाद इसे पिरोने के लिए पेटल्स को बीच में रखकर गेहूं के तनों से घुमाकर गुथ की तरह बनाया जाता है, जिसे स्थानीय भाषा में "तेकेमा" कहा जाता है। इसके बाद इसमें पसंद अनुसार बखरी कान को सम्मिलित किया जाता है जिसे वैज्ञानिक रूप से "चोरिज़िया स्पीसीओसा" के नाम से जाना जाता है। बखरी कान कपास की गेंदों का प्रतिबिंब देती हैं। इन्हें गेंद के रूप में टैग करके बनाया जाता है और विभिन्न रंगों में रंगा जाता है। इस सफेद फूल और बकरी कान से बने फूल के बिना हिमाचली टोपी की शान अधूरी मानी जाती है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पिति घाटी के अपने पहले प्रवास के दौरान घाटी के रंग में रंगे नजर आए। अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने ‘जूले’ कहकर की, जिसका हिंदी में अर्थ है नमस्ते। जूले कहते ही स्थानीय लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक परिधान "छूबा" पहनाकर उनका स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को भी स्पिति वासियों ने पारंपरिक परिधान पहनाया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों में गहरी रुचि दिखाई और कलाकारों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया और सभी स्पितिवासियों को अपनी प्राचीन एवं अनूठी संस्कृति के संरक्षण के लिए बधाई भी दी।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना की रफ़्तार लगातार बढ़ती जा रही है। संक्रमण के आंकड़ों में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, कोरोना की संक्रमण दर भी अब आठ प्रतिशत को पार कर चुकी है। बीते कल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश भर में कुल 5226 लोगों के सैंपल लिए थे। इनमें से 422 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि दो लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इनमें एक मौत ऊना और एक मौत कुल्लू जिला में हुई है। कोरोना के नए मामले कोरोना वायरस के नए मामलों में बिलासपुर जिला में 30, चंबा में 10, हमीरपुर में 71, कांगड़ा में 126, किन्नौर में सात, कुल्लू में आठ, लाहुल-स्पीति में आठ, मंडी में 85, शिमला में 23, सिरमौर में 21, सोलन में 20 और ऊना जिला में 14 नए मामले आए हैं। इन मामलों के साथ ही प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 1762 हो चुके हैं, जबकि संक्रमण दर प्रदेश में 8.7 प्रतिशत हो चुकी है। कोरोना का संक्रमण मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा है। एक्टिव केस की बात करें तो कांगड़ा जिला में 394, बिलासपुर में 143, चंबा में 171, हमीरपुर में 314, कांगड़ा में 392, किन्नौर में 26, कुल्लू में 60, लाहुल-स्पीति में 20, मंडी में 315, शिमला में 136, सिरमौर में 112, सोलन में 117 और ऊना में 56 एक्टिव केस है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करे।
आनी स्कूलों में बिना शिक्षकोंके बच्चों के बेहतर भविष्य की कल्पना नामुमकिन है। आनी खंड के बहुत से विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के चलते बच्चे व अभिभावक परेशान हैं। ऐसा ही हाल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठी का है, जहां शिक्षकों की कमी पढ़ाई में बाधा बनती जा रही है। शिक्षकों की कमी से करीब 300 विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, जिससे कई बच्चें पलायन करने को मजबूर हैं। विद्यालय में हमेशा से ही शिक्षकों की कमी रही है। पूरे टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ़ की तैनाती यहां कभी नहीं हो पाई। यहां प्रधानाचार्य, प्रवक्ता अंग्रेज़ी, हिंदी, इतिहास समेत भाषा अध्यापक, शारीरिक शिक्षक समेत लिपिक, लैब अटेंडेंट के पद खाली चल रहे हैं । एसएमसी अध्यक्ष खेम चंद ने बताया कि विद्यालय जब 2011 में अपग्रेड हुआ, तब से लैब अटेंडेंट का पद नहीं भरा गया, जबकि प्रवक्ता अंग्रेज़ी पिछले 5, इतिहास 6 सालों से खाली है। हिंदी के प्रवक्ता की तैनाती तो हुई लेकिन उनका भी तबादला हो गया। ऐसे में अभिभावकों ने सरकार से मांग की है कि जल्द इन पदों को भरा जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके।
आनी उपमंडल में राणा बाग के पास एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। हादसे के बाद क्षेत्र के लोगों ने इसकी जानकारी 108 को दी और घायल को आनी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन व्यक्ति ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया था। ऐसे में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान 32 वर्षीय राकेश कुमार के रूप में हुई है। वह कार में अकेला ही मौजूद था। कार अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे दूसरी सड़क के किनारे पर जाकर रुक गई थी। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम ने अस्पताल पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया है। पोस्टमार्टम प्रक्रिया के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर हदासे के कारणों का पता लगाना शुरू कर दिया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना निथर के अंतर्गत बांदल वृत्त केंद्र में पोषण पखवाड़े का आयोजन किया गया। इसमें जिला मनरेगा लोकपाल सतपाल वर्मा विशेष तौर पर मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान बांदल वृत्त की परिवेक्षिका सुलोचना गौतम ने गर्भवती और धात्री महिलाओं को मोटे अनाज को अपने भोजन में शामिल करने के लिए जागरूक किया गया। पोषण पखवाड़े में घर में तैयार किए व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इसमें कोदा, मक्की, जौ, ज्वार, बाजरा आदि के व्यंजन सजाए गए और मोटे अनाज से मिलने वाले विटामिन, प्रोटीन व बसा इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। यह पोषण पखवाड़ा सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में 3 अप्रैल तक मनाया जाएगा। इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शशि बाला, तमन्ना, उर्मिला, तारा, टीकमा, आशा कार्यकर्ता, लता कुमारी, सुमना देवी, कमला देवी सहित कई अन्य महिलाएं मौजूद रहीं।
बीती रात को निरमंड उपमंडल के ऊंचाई वाले इलाकों सगोफा, बसवारी, जरोट, कटेर, बागा सराहन, ठारवी पांकवा में बर्फबारी होने से बागवानों के बगीचे की एंटी हेलनेट में बर्फ जमा होने से सेब के पेड़ों को भारी क्षति पहुंची है। बागवानों के बांस के डंडे टूटने से सेब के पेड़ों की टहनियों, सेंट्रल लीडर और बीमों को भारी क्षति पहुंची है। बागवान विकास ठाकुर, गोविंद, सचिन सहित कई बागवानों का कहना है कि बीती रात को करीब 2 इंच बर्फबारी होने से सेब के पेड़ों को भारी क्षति पहुंची है। कई पेड़ तो जड़ से उखड़ गए हैं। बागवानों का कहना है कि सरकार और विभाग नुकसान का जायजा ले और बागवानी को उचित मुआवजा दे।
जिला कुल्लू के निरमंड में जब से आईटीआई खुली है, तब से आज तक इलेक्ट्रीशन ट्रेड के अनुदेशक पद का सृजन नहीं हुआ है। सन 2007 में निरमंड में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की थी। 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने इलेक्ट्रिशियन का ट्रेड तो शुरू कर दिया, परंतु इस ट्रेड के अनुदेशक का पद सृजन करना भूल गई। 2011 से लेकर आज तक इस ट्रेड के 200 प्रशिक्षु उत्तीर्ण हो चुके हैं, जबकि 40 प्रशिक्षुओं के वर्ष 2022-23 व वर्ष 2022-24 के दो सत्र अभी चालू हैं। इस ट्रेड के अनुदेशक का पद सृजित नहीं होने से लोगों में भारी रोष है। निरमंडवासी ने बताया कि इतने महत्त्वपूर्ण ट्रेड की पोस्ट सृजित न करना छात्रों के साथ खिलवाड़ है। क्षेत्रवासियों ने सरकार से यहां पर इलेक्ट्रिशियन ट्रेड का पद शीघ्र सृजन करने की मांग की है।
निथर उपतहसील की ग्राम पंचायत देहरा के सेन्थवा कैंची के पास आज ऑल्टो 800 कार नंबर HP 92-2853 दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें चालक समेत तीन लोग सवार थे। इस दुर्घटना में वाहन मालिक नार दास पुत्र झेरलु राम उम्र 62 साल निवासी सेन्थवा की मौके पर मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी मीरा देवी उम्र 53 साल को गहरी चोटें आई हैं। उनकी स्थिति भी नाजुक बताई जा रही है। गाड़ी में सवार तीसरे व्यक्ति पवन कुमार उम्र 38 साल पूरी तरह से सुरक्षित हैं, उन्हें किसी भी तरह की कोई चोट नहीँ लगी है। ये लोग रामपुर की तरफ जा रहे थे। बताया जा रहा है कि भारी बारिश व सड़क पर मिट्टी होने की वजह से गाड़ी की ब्रेक नहीँ लग पाई और गाड़ी स्किड होकर 200 मीटर गहरे नाले में जा गिरी। नायब तहसीलदार निथर विकास कुमार ने मृतक के परिवार को 30 हजार रुपये की फौरी राहत दी है। वहीँ, डीएसपी आनी रविंदर नेगी ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि दुर्घटना के सही कारणों का अभी पता नहीँ चल पाया है। पुलिस छानबीन कर रही है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की मणिकर्ण घाटी के कसोल में एक कंपनी के कर्मचारी को करंट लगने से उसकी मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, क्षेत्र में साड़ा के तहत स्ट्रीट लाइटें लगाने का कार्य चल रहा है और इस कार्य को SS सोलार प्राइवेट कंपनी कर रही है। इसी दौरान स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए कंपनी के कर्मचारी काम कर रहे थे और अचानक से मजदूरों और कर्मचारियों के हाथ से यह पोल फिसलकर साथ से गुजर रही बिजली की तारों पर जा गिरा, जिससे कंपनी के एक कर्मचारी को करंट लग गया और उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपना पहला बजट पेश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपना पहला बजट पेश करने के लिए इलेक्ट्रिक कार में पहुंचे। हिमाचल प्रदेश में बजट पेश होने से पहले ही विपक्ष ने विरोध शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में विपक्ष के विधायक काली पट्टी लगाकर सदन में पहुंचे। सीएम सुक्खू ने कई ऐलान किये है, जानिए प्रदेशवासियों की झोली में इस वर्ष प्रदेश सरकार ने क्या दिया ** प्रदेश के युवाओं को उनकी अपनी भूमि पर या लीज पर ली गई भूमि पर 200 किलो वाट से 2 मेगा वाट की परियोजना स्थापित करने के लिए 40 फीसदी सब्सिडी अनुदान सहित दी जाएगी **प्राइवेट बस ऑपरेटर्स को E -BUS खरीद के लिए 50 प्रतिशत की दर से 50 लाख तक की सब्सिडी दी जाएगी ** नादौन और शिमला में ई बस डिपो बनेंगे, HRTC चलाएगी 1500 ई बस ** एनपीएस कर्मचारियों के 8 हजार करोड़ रुपये केंद्र से वापस लाने के लिए भी सदन में विपक्ष से सहयोग मांगा ** हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन की 1500 डीजल बसों को ई-बसों में बदलने की घोषणा, एक हजार करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान की कही बात **नादौन और शिमला में ई-बस डिपो बनाया जाएगा **प्राइवेट ऑपरेटर्स को चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए 50 प्रतिशत की दर से सब्सिडी दी जाएगी **हिमाचल प्रदेश में हर उपमंडल की दो पंचायतें ग्रीन पंचायतें बनेगी, प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन नीति लाई जाएगी: सुक्खू ** वरिष्ठ नागरिकों के लिए ओल्ढ एज होम विकसित किए जाएंगे: CM सुक्खू ** सभी जिले हेलीपोर्ट से जोड़े जाएंगे: CM सुक्खू **मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंडी एयरपोर्ट के लिए 1000 करोड़ रुपये जारी करवाने के लिए विपक्ष का सहयोग मांगा ** हिमाचल के सभी मेडिकल कालेजों में इस साल रोबोटिक्स सर्जरी शुरू होगी, इस पर 100 करोड़ खर्च होंगे: CM सुक्खू ** प्रदेश के सभी विधानसभा में खुलेंगे राजीव गांधी डे बोर्डिग स्कूल ** सभी मेडिकल कालेजों में पेट स्केन स्थापित होंगे **हमीरपुर मेडिकल में कैंसर केयर के लिए एक सेण्टर ऑफ़ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा **नाहन, चम्बा, एवं हमीरपुर स्थित मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज स्थापित किये जाएगे : सीएम सुक्खू **इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के लिए 150 करोड़ का बजट प्रावधान **सुक्खू सरकार ने बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कुल 3,139 करोड़ का बजट किया प्रस्तावित **हर विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा ,134 तरह के टेस्ट की होगी सुविधा ** प्रत्येक सीनियर सैकेंडरी स्कूल में स्थापित होगी लाइब्रेरी **हर विधानसभा क्षेत्र में एक अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा **प्रदेश के युवाओं को विभिन्न कॉम्पिटिटिव एक्साम्स की तैयारी के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की एक्सेस ओर आवश्यक पुस्तकों से लैस लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा **1311 करोड़ की लागत से पर्यटन विकास योजना शुरू होगी ** परवाणू -नालागढ़-ऊना, हमीरपुर-अंब-नूरपूर, पांवटा-नाहन-शिमला, शिमला-बिलासपुर हमीरपुर-चंबा, मंडी-पठानकोट, मनाली-केलोंग नेशनल हाईवे को ग्रीन कौरिडेर के तौर पर विकसित किया जाएगा **हर अनाज के अलग अलग क्लस्टर बनाएं जायेंगे ** विद्यार्थिओं को खेल में भाग लेने के लिए प्रेरित करने को स्पोर्ट्स हॉस्टल में रह रहे खिलाडियों की डाइट मनी को 120 रूपए से बढाकर 240 रूपए प्रतिदिन करने की घोषणा ** शिक्षा क्षेत्र के लिए कुल 8 ,828 करोड़ प्रस्तावित किया गया **40 हजार नए लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने की घोषणा ** पहले चरण में 2 लाख 31 महिलाओं को मिलेंगे 1500 रुपये मासिक दिए जाएंगे **हिम गंगा योजना होगी शुरू, दूध उत्पादकों की True Cost मिलेगी *विधवा और एकल नारी आवास योजना शुरू होगी, इसके तहत 7 हजार महिलाओं को डेढ़ लाख की राशि आवास के लिए दी जाएगी **20 हजार मेधावी छात्राओं को इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए 25 हजार सब्सिडी दी जाएगी **40 हजार नए लोगों को सोशल सिक्योरिटी पेंशन **नशाखोरी रोकने के लिए नशा एवं मादक पदार्थ मुक्त अभियान शुरू करने की घोषणा ** नशाखोरी का कारोबार करने वालों के विरुद्ध इसी विधानसभा के बजट सत्र में कानून लाएगी सरकार **मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए जालीदार फेंसिंग को सब्सिडी देंगे **युवाओं को अंग्रेजी भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा ** अब से अनाथ बच्चे 'चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट' कहलाएंगे ** साल में एक बार अनाथ बच्चों को हवाई यात्रा और तीन सितारा होटल में ठहरने की सुविधा दी जाएगी : सीएम सुक्खू ** निराश्रितों को हर महीने चार हजार रुपए की आर्थिक मदद **दूध उत्पादन, सब्जी, फलों-फूलों के उत्पादन को कृषि कल्स्टर बनाए जाएंगे ** सुरक्षित बचपन अभियान की शुरुआत **हिम उन्नति योजना शुरू करने का ऐलान **किसानों, पशुपालकों के लिए हिम गंगा योजना शुरू होगी, इस योजना के लिए 500 करोड़ की घोषणा ** नए मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किए जाएंगे और मौजूदा प्लांट्स को अपग्रेड किया जाएगा ** प्रदेश के गरीब परिवारों के बच्चों को तकनीकी कोर्स करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, इसके लिए 200 करोड़ रूपए की विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना शुरू करने का ऐलान ** 1292 करोड़ की लागत से हिमाचल में शिवा प्रोजेक्ट के तहत सात जिलों में 28 विकास खंडों में 6000 हेक्टेयर क्षेत्रों में बागवानी का विकास करेगी, 15 हजार बागवान लाभान्वित होंगे ** मुख्यमंत्री सुरक्षित बचपन अभियान शुरू करने की घोषणा, इस अभियान के अंतर्गत POSCO के प्रावधानों के बारे में प्रदेश वासियो को जागरूक किया जाएगा **मुख्यमंत्री सुरक्षित बचपन अभियान शुरू करने की घोषणा, इस अभियान के अंतर्गत POSCO के प्रावधानों के बारे में प्रदेश वासियो को जागरूक किया जाएगा **मुख्यमंत्री लघु दुकानदार योजना शुरू करने की घोषणा ** पंचायत जनप्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी ** मनरेगा के तहत ट्राइबल एरिया में मिलने वाली दिहाड़ी 266 रुपए से बढ़ाकर 294 रुपए किया, दिहाड़ी बढ़ने से 100 करोड़ अतिरिक्त खर्च होगा। इससे 9 लाख लोग लाभान्वित होंगे ** मनरेगा योजना के तहत मनरेगा दिहाड़ी को 212 से बढ़ाकर 240 रुपए करने की घोषणा ** मछली पालन के लिए तालाब निर्माण के लिए 80 फीसदी की सब्सिडी की घोषणा किसानों को ट्रेक्टर पर 50 फीसदी उपदान दिया जाएगा ** पंचायती राज प्रतिनिधयों का मानदेय बढ़ा **जिला परिषद् अध्यक्ष को 15 के बजाए 20 हज़ार मिलेगा, उपाध्यक्ष को 15 हज़ार ** नई पंचायतों में पंचायत घर बनाने के लिए 10 करोड़ के बजट का प्रावधान, 164 पंचायत सचिव के पद भरेगी सरकार ** ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग के लिए 1916 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है ** शिमला के पास जाटिया देवी में नया शहर बसाने का ऐलान **हिमाचल में नया वाटर मैनेजमेंट एंड रेगुलेशन बिल लाएगी सरकार **जलशक्ति विभाग में 5 हजार पद भरने की घोषणा **मुख्यमंत्री लघु दुकानदार योजना शुरू करने की घोषणा
विश्व में जहां हर क्षेत्र में महिलाएं अपने हुनर एवं मेधा के दम पर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं, वहीं पर हमारे देश में भी महिलाएं किसी क्षेत्र में पुरुषों से कहीं कम नहीं। इसी प्रकार से पारंपरिक कार्यों की सीमाओं से हटकर महिलाएं उन कार्यों को भी सफलतापूर्वक एवं पूर्ण दक्षतापूर्वक निभा रही हैं जिनमें कभी पुरुषों का वर्चस्व समझा जाता था। कुल्लू जिला के स्वयं सहायता समूहों से संबंधित महिलाएं प्रशिक्षण पाने के पश्चात पेंट और ब्रश के साथ खेलकर न केवल अपने हुनर के दम पर स्वरोजगार पा रही हैं बल्कि उस से स्वरोजगार द्वारा अपने व अपने परिवार को आर्थिक रूप से संपन्नता की ओर ले जाने तथा आत्म निर्भर बनने का एक जीवंत उदाहरण बन कर समाज के लिए एक मिसाल प्रस्तुत कर रही हैं। उनके इन सपनों की उड़ान को पूरा करने में सहायक बनी है सरकार की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जिसके अंतर्गत उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त किया तथा पेंट एवं ब्रश रूपी औज़ारों के साथ अपनी दक्षता को संवार कर अपने सुनहरे भविष्य की तस्वीर उकेरने का साहसिक कार्य किया है। आज यह महिलाएं ग्रामीण विकास अभिकरण के अंतर्गत होने वाले विभिन्न विकास कार्यों के विवरण से सम्बंधित बोर्ड तैयार कर रही हैं वाल पेंटिंग में भी अपना लोहा मनवा रही है।जिसने इनकी बहुत ही बढ़िया कमाई हो रही है। जितनी अधिक मेहनत उतनी अधिक आर्थिक आमद। कमाई के साथ-साथ समाज के परंपरागत ढांचे से बाहर निकल कर ये महिलाएं अपनी पहचान अपने दम पर बना रही हैं। ऐसी ही एक महिला हैं 'आशा' जो कुल्लू ब्लॉक के गांव बजौरा के नैना स्वयं सहायता समूह की से संबंध रखती हैं। उनका कहना है कि पहले वे केवल चूल्हा चौका एवं खेती-बाड़ी के कार्यों तक ही सीमित थी, घर की देखभाल करना तथा छोटे-मोटे खेती-बाड़ी के कार्य करना यही उनकी दिनचर्या थी। इससे आर्थिक रूप से परिवार का गुजारा सही से नहीं हो पाता था परंतु जब इन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत दिए जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में सुना तो शुरू में उन्हें कुछ संकोच हुआ परंतु जब प्रशिक्षण शुरू हुआ तो प्रशिक्षकों द्वारा उन्हें न केवल पेंट ब्रश के साथ कार्य करने की बारीकियों के बारे में समझाया बल्कि इस कार्य के महत्व के बारे में बताते हुए उन्हें प्रेरित भी किया। परियोजना अधिकारी डॉ0 जयवंती ठाकुर भी इस दौरान सभी के लिए प्रेरणा एवं मार्गदर्शक के रूप में सहयोगी रही। और जब प्रशिक्षण के उपरांत उन्होंने पेंट करने का कार्य आरंभ किया तो न केवल लोगों ने उनके कार्य को सराहा बल्कि इससे उन की आमदनी भी बहुत अच्छी होने लगी जिससे घर-परिवार को भी आर्थिक रूप से संबल मिला। वही बाराहर पंचायत की दुर्गा स्वयं सहायता समूह की युवती रीता का कहना है कि पहले वह केवल घर का काम करती थी, पूरा आर्थिक बोझ उसके पति को वहन करना पड़ता था जिससे घर में आर्थिक तंगी भी रहती थी, परंतु प्रशिक्षण पाने के उपरांत वह पंचायत में होने वाले कार्यों के बोर्ड समय-समय पर बनाती रहती है। जिससे उसे मासिक 25 से 30हजार की आमदनी हो रही है। इसी आमदनी से अब उसने एक स्कूटी भी खरीदी है जिससे उसे कहीं भी कार्य करने के लिए जाने आने में सुविधा रहती है और आर्थिक रूप से स्वाबलंबी होकर अपने व्यक्तित्व में बड़ा सकारात्मक बदलाव महसूस करती हैं। वहीं एक अन्य युवती लीला देवी का कहना है कि वह 'दीया' स्वयं सहायता समूह मोहल की सदस्यता है। अपनी पंचायतों के अलावा अन्य पंचायतों की मांग के अनुसार बोर्ड लिखने का कार्य करती है इसके अतिरिक्त स्कूलों व अन्य कार्यों तथा निजी बोर्डों को बनाने का कार्य भी उसे मिलता रहता है। जिसे वह पूरी लगन व मेहनत के साथ कर रही है प्रत्येक बोर्ड से ₹800 रुपए से 1 हज़ार तक की कमाई हो जाती है। इस प्रकार से उसके महीने की कमाई और औसतन 20 से 25 हज़ार बैठती है जो कि उसके लिए आर्थिक स्वावलंबन का एक बहुत बड़ा जरिया है। परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण कुल्लू डॉ0 जयबन्ति ठाकुर ने जानकारी दी कि ग्रामीण विकास विभाग की सभी स्कीमों से संबंधित विवरण को बोर्ड पर लिखकर प्रदर्शित करना अनिवार्य रहता है परंतु इसके लिए प्रशिक्षित पेंटरों की कमी के कारण यह कार्य बाधित होता रहता था तथा वोर्ड लेखन व दीवार लेखन में बहुत विलंब होता रहता था। इसी से उनके मन में विचार आया कि क्यों न राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत कुछ महिलाओं को बोर्ड एवं दीवार पर पेंटिंग के कार्य का प्रशिक्षण दिलवाया जाए ताकि महिलाएं इस कार्य को कर स्वरोजगार तथा अपने पंचायत के भीतर ही कार्य कर आर्थिक आमदनी का जरिया बना सके। इसी विचार के साथ विभिन्न सहायता समूहों से 7 इच्छुक महिलाओं को इस प्रशिक्षण कार्य के लिए बुलाया गया। महिलाओं ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया तथा 15 दिन के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पेंट बनाने, ब्रश, पकड़ने तथा अक्षरों को उकेरने की बारीकियां मास्टर ट्रेनर द्वारा सिखाई गई।प्रशिक्षण कार्यक्रम के पश्चात सभी प्रशिक्षित महिलाएं अपने-अपने पंचायतों के साथ-साथ अन्य पंचायतों के काम की मांग के अनुसार बोर्ड व दीवार पेंटिंग करके अच्छी खासी आमदनी अर्जित कर रही हैं। पहले जहां उनके परिवार जन भी उनके इस कार्य से नाराज़ रहते थे, आज उनके परिवार के लोग उनके इस कार्य की भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे हैं, तथा उन्हें सहयोग दे रहे हैं।
अभी हाल ही में बुशहर कार्निवल के दौरान फिटनेस यू- टूबर राणा द वाइपर भारतीय अभिनेता रवीज ठाकुर से मिले। राणा ने कुल्लू जिला में प्रदेश का पहला घरेलू जिम स्थापित किया है। जहां हिंदुस्तान की मार्शल आर्ट कलरीपायट्टु का अभ्यास भी किया जाता है। वहीँ, रवीज ठाकुर एक भारतीय टेलीविज़न अभिनेता हैं। उन्होंने 2015 में मिस्टर हिमाचल का टाइटल जीता था। इसके बाद वह मिस्टर इंडिया मैनहंट 2015 के भी विजेता बने। उन्होंने बताया कि राणा हिमाचल प्रदेश में फिटनेस पर काफी अच्छा कार्य कर रहे हैं। साथ ही नशे के दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। राणा ने रवीज ठाकुर से काफी सारे सवाल भी किए। रवीज ने युवाओं से नशे से दूर रहने और सकारात्मक चीजों को अपनाने का आह्वान किया। हिमाचल के युवाओं को दिए सन्देश में उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और अपने परिवार को सपोर्ट करने की बात कही।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के मणिकर्ण में रात को हुए हुड़दंग के बाद अब स्थिति शांतिपूर्ण है और कानून व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में मणिकर्ण झड़प पर पर कही। ख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा ये मामला धार्मिक व राजनीतिक नही है। बल्कि कुछ युवा साथी आपस में भिड़े उसके बाद सोशल मीडिया में कुछ चीजें वायरल हुई और माहौल तनावपूर्ण बन गया। उन्होंने कहा कि बीती रात को, स्थानीय लोगों एवं श्रद्धालुओं के बीच कहासुनी के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है। सीएम ने कहा कि पंजाब एवं हिमाचल का आपसी भाईचारा है इसलिए सरकार पंजाब के श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह गंभीर है और हुडदंगियो पर भी सरकार नजर बनाएं हुए हैं। गौरतलब है कि पर्यटन नगरी मनाली के ग्राीन टैक्स बैरियर के बाद रविवार रात करीब 12:00 बजे मणिकर्ण में पंजाब से आए पर्यटकों ने खूब हुड़दंग मचाया है। इन लोगों ने स्थानीय लोगों से मारपीट की और पथराव व डंडों से 10 से अधिक वाहनों को नुकसान पहुंचाया है। गाड़ियों के शीशे और लाइटें तोड़ दी हैं। इसमें कई पर्यटकों के वाहन भी शामिल है। घटना में पांच से छह लोगों को हल्की चोटें आई है। घटना की सूचना के बाद रात को ही अतिरिक्त पुलिस बल मणिकर्ण रवाना हो गया था। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्जकर छानबीन शुरू कर दी है।
हिमाचल की राजधानी शिमला आए हर व्यक्ति ने ये नाम तो सुना ही होगा, इस पॉइंट से गुज़रे भी होंगे लेकिन इस जगह पर ऐसा क्या स्कैंडल हुआ, जिससे इसका नाम स्कैंडल पॉइंट रख दिया गया, ये सवाल भी बहुचर्चित है। बात बहुत पुरानी है तो कहानियां भी बहुत सी बन गईं है। कुछ कहते कि इस जगह पर हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हुआ था तो कुछ इस तथ्य को मानने से इंकार करते है। स्कैंडल पॉइंट से जुड़ी कहानियों में से एक कहानी है पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह की। बात 1892 की है, ब्रिटिश शासन में शिमला के वाईस रॉय और पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह अच्छे दोस्त हुआ करते थे और अक्सर वाईसरॉय के घर पर आया जाया करते थे। उसी समय पटियाला के राजा को वाईसरॉय की बेटी से महब्बत हो गई और दोनों ने शादी करने का फैसला किया लेकिन वाईसरॉय को ये रिश्ता मंज़ूर नहीं था और उन्होंने इसका विरोध भी किया। लेकिन दोनों प्रेमी अपना मन मना चुके थे। ब्रिटिश काल में शिमला के मालरोड पर शाम के समय ब्रिटिश अधिकारी अपने परिवार के साथ टहलने आया करते थे मगर यहां हिन्दुस्तानियों को आने की अनुमति नहीं थी। एक दिन शाम जब सब मॉलरोड पर टहल रही थे तो पटियाला के महाराजा ने अंग्रेज वाइसराय की बेटी को उठा लिया था। इसे पहला लव स्कैंडल कहा जाता है और जिस जगह पर यह कथित वारदात हुई उसे आज स्कैंडल प्वाइंट के नाम से जाना जाता है। महाराजा भूपिंद्र सिंह ने वाइसराय लार्ड कर्जन की बेटी को उठाया था। कहा जाता है कि महाराजा भूपिंद्र सिंह घोड़े पर सवार होकर आए और मालरोड पर टहल रही लार्ड कर्जन की बेटी को उठा ले गए। गुस्से में वायसराय ने उनका शिमला आने पर प्रतिबंध लगा दिया। महाराजा ने भी अपनी आन-बान और शान के लिए शिमला से भी ऊंचा नगर बसाने की ठान ली और चायल का निर्माण कर डाला। पटियाला के महाराजा भूपिंद्र सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1891 में हुआ। वर्ष 1900 में उन्होंने राजगद्दी संभाली और 38 साल तक राजपाट किया। उन्होंने ऑनरेरी लेफ्टीनेंट कर्नल के तौर पर प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था। लीग ऑफ नेशंज में 1925 में भूपिंद्र सिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। महाराजा क्रिकेट के शौकीन थे। वर्ष 1911 में इंग्लैंड दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी वही थे। यहां हुआ था हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हालांकि कुछ इतिहासकार इस बात से इत्तफाक नहीं रखते। उनका दावा है कि लार्ड कर्जन साल 1905 तक वाइसराय रहे। उनकी तीन बेटियां थीं। देखा जाए तो 1905 में महाराजा की आयु 14 साल की थी। लार्ड कर्जन की बड़ी बेटी आइरिन की उम्र उस समय महज 9 साल थी। पंजाब यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर रह चुकी मंजू जैदका अपनी किताब स्कैंडल पॉइंट में लिखती है कि इस जगह से उनकी बहुत सी यादें जुडी है, उन्होंने इस पर काफी शोध भी किया है लेकिन महाराजा भूपेंदर सिंह की उम्र का तकाज़ा रखते हुए ये कहानी सच नहीं हो सकती। लेखिका का मानना है कि इस कहानी में भूपेंदर सिंह के पिता राजेंदर सिंह को होना चाहिए क्यूंकि उनकी एक अँगरेज़ बीवी और बेटा था। हालाँकि सच क्या है ये तो एक रहस्य ही रहेगा, जो इतिहास में दफ़न हो चुका है।
नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एक अच्छी खबर आई है। हिमाचल प्रदेश बेरोजगार चयन सेवाएं संगठन आउटसोर्सिंग एजेंसी (एचपीयूएसएसए) मुख्य कार्यालय शिमला ने विभिन्न श्रेणियों के (687) पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की है। इन पदो के लिए आवेदन एजेंसी के व्हाट्सएप पर नंबर पर ऑनलाइन ही लिए जाएंगे। प्रदेश के इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने के लिए अपना बायोडाटा फोन नंबर सहित, पदनाम सहित, साधारण एप्लीकेशन लिखकर ,अपनी शैक्षणिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्रों की छाया प्रति, आधार कार्ड, हिमाचली बोनाफाइड , पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र, रोजगार कार्यालय कार्ड, पीडीएफ फाइल/ स्कैनड बनाकर एजेंसी के व्हाट्सएप नंबर 89881-14000 पर अपना आवेदन निर्धारित तिथि तक भेज सकते है। आवेदन की अंतिम तारीख 12 फरवरी 2023 निर्धारित की गई है। संघ के निदेशक विनीत शर्मा ने बताया कि विभिन्न श्रेणियों में क्लर्क ऑफिस एग्जीक्यूटिव, एचआर कोऑर्डिनेटर, बैंक सेल्स ऑफिसर , बैंक डिलीवरी एसोसिएट्स , फोन बैंकिंग ऑफीसर, सिक्योरिटी गार्ड, आईटीआई ऑल ट्रेड पासआउट, कंपनी भर्ती अधिकारी , एक्स सर्विसमैन सिक्योरिटी सुपरवाइजर , बस कंडक्टर, कार्यालय सहायक, अकाउंट्स एग्जीक्यूटिव , ऑफिस कोऑर्डिनेटर, बैंक कैश हैंडलिंग एग्जीक्यूटिव, ब्रांच सेल्स ऑफिसर, स्टोरकीपर, कंप्यूटर ऑपरेटर ,बिजनेस प्रमोशन एग्जीक्यूटिव , एक्स सर्विसमैन जेसीओ, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, जनरल वर्कर हेल्पर, ड्राइवर, लैब असिस्टेंट , आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट , स्टाफ नर्स एएनएम, स्टाफ नर्स जीएनएम , एमआई रिकवरी मैनेजर, फ्लाइंग ऑफिसर, इलेक्ट्रीशियन, फिटर, मैकेनिकल, वेल्डर, पंप ऑपरेटर, एक्स सर्विसमैन गनमैन पीएसओ, जेसीबी ऑपरेटर, बैंक रिलेशनशिप मैनेजर , पेपर सैटर , फॉर्म सेल्स एग्जीक्यूटिव, पीएन कम चौकीदार के पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की गई है। इन पदों के लिए उम्मीदवार की आयु सीमा 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट का प्रावधान है. उम्मीदवार शैक्षणिक योग्यता वांछनीय योग्यता संबंधी जानकारी के लिए एजेंसी की आधिकारिक/ ऑफिशल वेबसाइट www.hpussa.in से जानकारी ले सकते हैं। एजेंसी द्वारा उम्मीदवारों का चयन छटनी/ लिखित परीक्षा एवं इंटरव्यू द्वारा ही चयन किया जाएगा. लिखित परीक्षा (150) क्रमांक एवं इंटरव्यू (30) क्रमांक का होगा. लिखित परीक्षा में हिमाचल सामान्य ज्ञान, एवरीडे साइंस ,भूगोल, गणित, इतिहास, जनरल हिंदी, इंग्लिश, कंप्यूटर न्यूमेरिकल एटीट्यूट से बहुविकल्पीय ऑब्जेक्टिव टाइप एमसीक्यू प्रश्न पूछे जाएंगे. एजेंसी द्वारा लिखित परीक्षा 19 फरवरी 2023 को ऑनलाइन ही आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को इनरोलमेंट नंबर ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। लिखित परीक्षा का परिणाम 17 मार्च 2023 को संघ की आधिकारिक ऑफिशियल वेबसाइट www.hpussa.in पर देख सकते है। इन पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता आठवीं, दसवीं, 12वीं , ग्रेजुएट, बीएससी बीएड, एमकॉम, बीकॉम, डीसीए, पीजीडीसीए, डिप्लोमा/ डिग्री होल्डर होनी चाहिए. संघ द्वारा नियुक्त किए गए उम्मीदवारों का मासिक वेतनमान 10750/- ग्रेड पे- से लेकर 40870/- सीटीसी ग्रेड पे- तक दिया जाएगा। इसके अलावा जनरल प्रोविडेंट फंड, पीएफ, ईएसआई, मेडिकल इंश्योरेंस , प्रमोशन , बोनस ओवरटाइम की सुविधा भी मिलेगी. यह सभी पद 2 वर्ष के अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे, जिन्हें बाद में पॉलिसी एक्ट के तहत रेगुलर किया जाएगा। नियुक्त किए गए उम्मीदवार प्रदेश की एमएनसी कंपनियों, सिपला, गोदरेज, कैडबरी , चेकमेट , डाबर, मारुति ,हीरो होंडा, विभिन्न बैंकिंग, मेडिकल कॉलेज , हिमाचल स्टेट रूरल कॉरपोरेशन, स्टेट पावर कॉरपोरेशन, पीएचसी हॉस्पिटल, हिमाचल स्टेट पावर प्रोजेक्ट, फाइनेंस सेक्टर, एलआईसी, स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी, मॉल, एनजीओ, सरकार के पंजीकृत औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देंगे। नियुक्त किए गए उम्मीदवारों को हिमाचल प्रदेश में कुल्लू, मंडी, सोलन, कांगड़ा, हमीरपुर, सिरमौर ,उना ,मोहाली ,चंडीगढ़, जीरकपुर , दिल्ली, नोएडा, जालंधर क्षेत्रों में कहीं भी तैनाती दी जा सकती है। यह तमाम भर्ती प्रक्रिया मार्च माह के अंत में पूरी कर ली जाएगी। चुने गए उम्मीदवारों की सूची अधिकारिक वेबसाइट में भी प्रेषित कर दी जाएगी। उम्मीदवार अधिकतर जानकारी के लिए कार्यालय के हेल्पलाइन नंबर 94181-39918 94184-17434 62305-90985 पर संपर्क कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में फिर मौसम खराब होनेकि संभावना है। हालांकि, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सहित अन्य भागों में आज मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार से लेकर शनिवार तक प्रदेश के कई भागों में बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग ने निचले व मैदानी भागों के लिए 8 व 9 फरवरी को अंधड़ चलने का अलर्ट जारी किया है। गौरतलब है कि ताजा बर्फबारी के बाद बंद हुई अटल टनल रोहतांग मंगलवार को फोर बाई वाई वाहनों के लिए मनाली से जिस्पा तक खुल गई है। वहीं पांगी-किलाड़ को जोड़ने वाला मार्ग भी उदयपुर से तिंदी तक खुल गया है। मौसम खुलने के बाद बीआरओ, एनएच और लोक निर्माण विभाग ने बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं बीते दिनों हुई बर्फबारी से राज्य में 138 सड़कों पर अभी भी आवाजाही ठप है। प्रदेश में 46 बिजली ट्रांसफार्मर व सात पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं। लाहौल-स्पीति में सबसे अधिक 121 और चंबा में नौ सड़कें बाधित हैं। उपमंडल पांगी में 36 बिजली टांसफार्मर बंद पड़े हैं।
हिमाचल प्रदेश की बागवानों के बगीचों में अब यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे उग सकेंगे। हिमाचल उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम आडू, खुमानी व बादाम के 56,000 पौधे आयात करने जा रहा है। इन पौधों की खेप इसी माह हिमाचल पहुंच जाएगी। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ू सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा जैसे अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है। वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए बागवानी मंत्री जगत नेगी ने बताया कि पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी तो नहीं है। अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि इसमें कोई समस्या न आए। अभी हार के गम में है जयराम-जगत सिंह नेगी जगत नेगी ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अभी गम में हैं। इसलिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार कर्ज लेते रही और संसाधन जुटाने में नाकामयाब रही। नेगी ने कहा कि कांग्रेस का काम करने का तरीका अलग है हम संसाधन जुटाएंगे, कर्ज भी लेंगे, लेकिन सभी काम एक दायरे में करेंगे। विपक्ष द्वारा विधायक निधि न दिए जाने के आरोप पर जगत नेगी ने कहा' "विधायक निधि दें कहाँ से, पिछली सरकार ने कुछ नहीं छोड़ा, कर्ज तले दबा दिया है। प्रदेश की आर्थिकी डगमगा गई है।"
मदन सांवरिया । निरमंड लोहड़ी के पावन पर्व पर प्रदेश के ऊपरी क्षेत्राें में बर्फबारी हुई काफी लंबे समय के अंतराल के बाद सीजन की पहली बर्फबारी किसानों और बागवानों के लिए संजीवनी साबित हुई है, जहां बागवान इन दिनों सेब के बगीचों में सूखे की वजह से मायूस का माहौल था। अब बर्फबारी होने से बागवानों के चेहरे खिल गए हैं। उपमंडल निरमंड, आनी के ऊपरी चोटियों श्रीखंड महादेव कैलाश पर्वत, पजाया जोत, मगैंहणी जोत, तराड़ा जोगणी, बशलेउ जोत, जलोड़ी जोत व चूड़ पर्वत (चूहु कांडा) काली घाटी आदि पर्वतमाला बर्फ की सफेद चादर से ढक गई है, जिसका मनमोहक दृश्य हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। बर्फबारी के चलते जिला मुख्यालय कुल्लू से आउटर सिराज को जोड़ने वाली सड़क जलोड़ी जोत यातायात के लिए बंद हो गई है। वहीं, दूसरी ओर उपमंडल बंजार के लिए पैदल मार्ग बशलेऊ जोत और पजाया जोत भी अब आने-जाने के लिए बंद हो गया है।
प्रदेश की सुक्खू सरकार ने छः मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति की है। कुल्लू सदर से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, रोहड़ू से विधायक मोहन लाल ब्राक्टा, दून से विधायक राम कुमार चौधरी, पालमपुर से विधायक आशीष बुटेल, बैजनाथ से विधायक किशोरी लाल और अर्की से विधायक संजय अवस्थी को सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। इनमें से सूंदर सिंह ठाकुर, आशीष बुटेल और राम कुमार चौधरी को मंत्री पद की दौड़ में भी माना जा रहा था, लेकिन इन्हें सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी 6 विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सुंदर सिंह ठाकुर : दूसरी बार बने है विधायक 57 वर्षीय सुंदर सिंह ठाकुर लगातार दूसरी बार कुल्लू सदर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे है। सुंदर सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से बीएससी (मेडिकल) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि प्राप्त की। ठाकुर बागवानी एवं होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। सूंदर सिंह ठाकुर ने वर्ष 1985-86 में हिमसा चंडीगढ़ के संगठन सचिव के रूप में कार्य किया। इसके उपरांत वर्ष 1989-91 तक हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्यक्ष, 1991 में पंचायत समिति सदस्य, वर्ष 1991-94 तक पंचायत समिति कुल्लू के अध्यक्ष, वर्ष 1994-99 तक जिला परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष रहे। वर्ष 2009-2012 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के राज्य प्रतिनिधि तथा वर्ष 2012 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव पद पर रहे। ठाकुर ने 2003-08 तक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा वर्ष 2013 से 2017 तक हिमाचल प्रदेश खेल परिषद के सदस्य के रूप में कार्य किया। सुंदर सिंह दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए और जनरल डेवलपमेंट एंड सबोर्डिनेट लेजिस्लेशन कमेटी के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में यह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक के रूप में चुने गए। मोहन लाल ब्राक्टा : लगातार तीसरी बार बने विधायक 57 वर्षीय मोहन लाल ब्राक्टा ने विधि स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है और एक अधिवक्ता के तौर पर सक्रिय रहे हैं। ब्राक्टा वर्ष 2012 में पहली बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। वर्ष 2013 से 2017 तक इन्होंने प्राक्कलन, ग्राम नियोजन, सार्वजनिक उपक्रम, कल्याण, विशेषाधिकार एवं नीति समितियों के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए यह पुनः निर्वाचित हुए और कल्याण, नियम एवं ई-गवर्नेंस व सामान्य मामले समितियों के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए यह पुनः बतौर विधायक चुने गए है। मोहन लाल ब्राक्टा को होली लॉज खेमे का माना जाता है। राम कुमार चौधरी : मंत्री पद की दौड़ में थे शामिल राम कुमार चौधरी को सियासत विरासत में मिली है। उनके पिता लज्जा राम कई बार विधायक और मुख्य संसदीय सचिव रहे है। राम कुमार चौधरी ने लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है और रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़े हैं। राम कुमार चौधरी हरिपुर संदोली ग्राम सुधार सभा के अध्यक्ष रहे हैं। इसके अतिरिक्त चौधरी वर्ष 1993-95 में प्रदेश एनएसयूआई के महासचिव, वर्ष 2003 में राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव तथा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के वर्तमान में महासचिव हैं। वर्ष 2006 से 2011 तक यह जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रहे। यह दिसंबर 2012 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए है। आशीष बुटेल : शांता कुमार के गृह क्षेत्र में कांग्रेस को मजबूत किया पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री बृज बिहारी लाल बुटेल के सुुपुत्र आशीष बुटेल दूसरी बार पालमपुर से विधायक बने है। पालमपुर भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार का गृह क्षेत्र है और यहाँ से बुटेल ने दोनों मर्तबा भाजपा के दिग्गज नेताओं को हराया है। 2017 में उन्होंने इंदु गोस्वामी को हराया था और इस बार भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर को हराया है। बुटेल ने सिम्बोयसिस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय पुणे से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। आशीष बुटेल को वर्ष 2011 से 2013 तक लोकसभा युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। वह वर्ष 2014 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं। वह वर्ष 2017 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा प्राक्कलन एवं ग्रामीण योजना समितियों के सदस्य रहे। वह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। आशीष बुटेल जिला कांगड़ा बॉस्केटबाल संघ के भी अध्यक्ष हैं। उनकी सामाजिक कार्यों तथा अध्ययन में विशेष रूचि है। किशोरी लाल : बैजनाथ से दूसरी बार बने है विधायक किशोरी लाल जिला कांगड़ा के बैजनाथ से दूसरी बार विधायक बने है। वह पांच बार पंचायत प्रधान तथा उप-प्रधान रहे हैं। वह ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। किशोरी लाल दिसम्बर, 2012 में प्रथम बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में पुनः विधायक के रूप में चुने गए हैं। बैजनाथ पंडित संत राम की कर्मभूमि रही है और इसी सीट से उनके पुत्र सुधीर शर्मा भी दो बार विधायक बने है। ये सीट आरक्षित होने बाद यहाँ से कांग्रेस ने किशोरी लाल को चेहरा बनाया और वे तीन में से दो चुनाव जीतने में सफल रहे। संजय अवस्थी : क्रिकेट के मैदान से सियासी मैदान तक पहुंचे अवस्थी 57 वर्षीय संजय अवस्थी अर्की से दूसरी बार विधायक बने है। अवस्थी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का करीबी माना जाता है। संजय अवस्थी वर्ष 1996 से 2006 तक जिला क्रिकेट संघ सोलन के अध्यक्ष तथा वर्ष 2000 से 2005 तक नगर परिषद सोलन के पार्षद रहे। वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य है। संजय अवस्थी 30 अक्टूबर, 2021 को विधानसभा उप-चुनाव में प्रथम बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। संजय अवस्थी ने रणजी ट्रॉफी राष्ट्रीय क्रिकेट चैम्पियनशिप में हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया है।
चमन शर्मा । आनी आनी राजकीय महाविद्यालय आनी में चल रहे एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठे दिन अकादमिक सत्र में डीएसपी आनी रविन्द्र नेगी बतौर रिसोर्स पर्सन के रूप में शिरकत की। उनके साथ कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरएल नेगी, कार्यक्रम अधिकारी प्रो. निर्मल सिंह शिवांश, ओएसए अध्यक्ष दिवान राजा, अनूप भी मौजूद रहे। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. निर्मल सिंह शिवांश ने डीएसपी रविन्द्र नेगी को एनएसएस कैप व बैज पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी प्र. निर्मल सिंह शिवांश ने सात दिसवीय शिविर में की जाने वाली गतिविधियों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। रिसोर्स पर्सन डीएसपी आनी रविंद्र नेगी ने स्वयंसेवियों को संबोधित करते हुए कहा कि एनएसएस हमेशा से देश व समाज हित में काम करता रहा है और शिक्षा के क्षेत्र में जरूरत है कि विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा, कौशल शिक्षा व सामाजिक कौशल भी विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका है। उन्होंने स्वयंसेवियों को अपनी रुचि अनुसार लक्ष्य निर्धारित करके उस पर आत्मविश्वास से आगे बढ़ने की अपील की। इसके अलावा उन्होंने भारतीय संविधान में वर्णित अधिकारों व कर्तव्यों पर भी अपने विचार रखें।डीएसपी ने जहां अनेकों प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। वहीं,उन्होंने पुलिस द्वारा जनता को दी जाने वाली सेवाओं, ट्रैफिक नियमों, नशाखोरी व नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कारवाई से भी अवगत करवाया। डीएसपी रविंद्र नेगी ने स्वयंसेवियों से समाजसेवा के साथ साथ खेलकूद गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। इस दौरान उन्होंने स्वयंसेवियों से विभिन्न विषयों पर चर्चा भी की और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरएल नेगी ने डीएसपी रविंद्र नेगी का बतौर रिसोर्स पर्सन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आभार जताया।
फर्स्ट वर्डिक्ट। कुल्लू रायसन निवासी आरती देवी ने पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी कि जब वह और उसका पति चंडीगढ़ गए थे, तो उनकी गैर हाजरी में उसकी 11वीं कक्षा में पढ़ रही बेटी ने किसी तांत्रिक व उसकी सहयोगी को घर पर बुलाकर पूजा-पाठ करवाई थी, तो तांत्रिक व उसकी सहयोगी ने शिकायतकर्ता के घर में पूजा-पाठ के बहाने से बेटी को ठग कर घर में रखे सारे गहने व नकदी को लेकर भाग गए थे। शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस थाना कुल्लू में अभियोग दर्ज किया गया और जिला कुल्लू के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशिष शर्मा ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष पुलिस दल का गठन किया, जिसका नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशिष शर्मा ने स्वयं किया। शिकायतकर्ता और उसके परिवार को तांत्रिक व उसकी सहयोगी के मोबाईल नंबर के अलावा कुछ भी मालूम न था और वे दोनों फोन भी आरोपियाें ने बंद कर रखे थे, जिस कारण पुलिस को आरोपियों तक पहुंच पाना बहुत ही मुश्किल हो गया था। अभियोग के अन्वेषण को आगे बढ़ाने व आरोपियों का पता लगाने के लिए साईबर सैल कुल्लू के आरक्षी विकास ने तकनीकि सहायता प्रदान की, जिसकी मदद से तांत्रिक व उसके सहयोगी के असली नाम व पता मालूम हुए और उप निरीक्षक चमन लाल, मुख्य आरक्षी हेमंत, आरक्षी गौरव, आरक्षी विकास व महिला आरक्षी नवीना ठाकर आदि विशेष पुलिस दल सदस्यों को आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए बाहरी राज्य दिल्ली व उतर प्रदेश आदि का रवाना किया और आखिरकार 22 दिसंबर,2022 काे विशेष पुलिस दल दोनों आरोपियों को गाजियाबाद, उतर प्रदेश में काबू किया और फिर उन्हें कुल्लू लाया गया है। दोनों आरोपियों के कब्जे से 5,96,000 रुपए बरामद हुए हैं। तांत्रिक व उसकी सहयोगी को नियमानुसार गिरफ्तार किया गया है और दोनों आरोपियों से चोरी किए गए जेबरात के बारे में पुछताछ की जा रही है और अभियोग में अन्वेषण जारी है।
कुल्लू के पुलिस मैदान में 5 दिवसीय फुटबॉल कैम्प के पश्चात हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय की 16 सदस्यीय टीम इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता के लिए रवाना हुई। टीम अपना पहला नाकआउट मैच डी.ए. वी यूनिवर्सिटी जलन्धर के साथ खेलेगी। यह प्रतियोगिता 17 से 25 दिसम्बर तक जेएनए यूनिवर्सिटी फगवाड़ा में चलेगी। टीम में प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों से खिलाड़ी चयनित किए गए है। टीम कोच डॉ गौरव भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने एक सन्तुलित टीम का चयन किया है। उन्हें पूरी आशा है कि टीम प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेगी।
जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार में अचानक गोली लगने से एक महिला घायल हो गई है। फायरिंग से निकले छर्रे के चलते महिला घायल हुई है। महिला का इलाज बंजार अस्पताल में किया जा रहा है। घटना की सुचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 45 वर्षीय अंजना नेगी पत्नी दीप नेगी गांव खाइण जिला कुल्लू छर्रे लगने से घायल हुई है। महिला ने पुलिस को बयान दिया कि यह धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने के लिए अपने मायके गांव तरगाली आई हुई थी। इस दौरान सुबह वह अपने मायके में छत पर बैठी धूप सेंक रही थी। उसके साथ भाई सुरेन्द्र संधू व भतीजा नवीन संधू भी थे। अंजना ने बताया कि उसी समय अचानक एक धमाके की आवाज सुनाई दी और उसे एकदम ऐसा लगा कि उसकी दाहिनी बाजू व टांगें सुन्न हो रही हैं। उसने भाई व भतीजा को इस बारे में बताया और अचानक इस दौरान कूल्हे, थाई व बाजू से अचानक खून बहने लगा। पूछताछ में पता चला कि किसी व्यक्ति ने फायरिंग की है, जिसके छर्रे आकर अंजना के शरीर में लगे हैं। वही, पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि फायरिंग पास वाले घर से हुई। जो घायल महिला के रिश्तेदार का ही घर है, लेकिन यह फायरिंग गलती से हुई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया कि फायरिंग एक्सीडेंटल है। अब तक की पुलिस जांच में इस बात का पता चला है कि जिस मकान से यह फायरिंग हुई है, वह छर्रे लगने से घायल हुई महिला के रिश्तेदारों का ही घर है। बंजार पुलिस की टीम मामले की जांच में जुट गई हैं।
आलाेक। कुल्लू कुल्लू पुलिस ने एक बार फिर से जिला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा के नेतृत्व में भुंतर हत्याकांड को सुलझा लिया। हत्या का आरोपी जोबनप्रित सिंह को हरिद्वार से गिरफ्तार कर कुल्लू लाया गया है। आपको बता दें कि दिनांक 5/12/2022 को शिकायतकर्ता कुसमा देवी निवासी परगाणु (भुंतर) ने पुलिस थाना भुंतर में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उन्होंने अपना एक कमरा पंजाब के एक दंपति को किराये पर दिया हुआ था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से दंपति कमरे में नहीं आ रहे थे और कमरे से कुछ दुर्गंंध भी आ रही थी, जिस पर उन्होंने ग्रांम पंचायत प्रधान व वार्ड मेंम्बर के सामने कमरे का दरवाजा खोला, तो अंदर कमरे का सामान बिखरा हुआ था । पुलिस को सुचना मिलते ही घटना स्थल पर जिला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक मोहन लाल रावत, उप पुलिस अधिक्षक राजेश ठाकुर, प्रभारी थाना भुंतर अन्य कर्मचारियाें के साथ पहुंचे तथा घटनास्थल का निरिक्षण किया। इस दौरान एक महिला की लाश कमरे से बरामद हुई। पुलिस थाना भुंतर में हत्या का मामला पंजीकृत किया गया। मामले के प्रारंभिक अन्वेषण में पाया गया कि मकान मालिक को अपने किरायेदार के नाम के अलावा कोई भी अन्य जानकारी नहीं थी, जिससे पुलिस का आरोपी तक पहुंचना बहुत मुश्किल हो गया। हत्या के आरोपी को पकड़ने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने एक विशेष अन्वेषण टीम का गठन किया, जिसका नेतृत्व उप पुलिस अधीक्षक मोहन लाल रावत ने किया। अभियोग में तकनिकी अन्वेषण साईबर सैल कुल्लू से प्रवीण कुमार, प्रेम नाथ तथा अमर सिंह द्वारा किया गया। तकनीकी अन्वेषण में पाया गया कि आरोपी का नाम जोबनप्रित सिंह पुत्र मखन सिंह निवासी अलीवल रोड़, बटाला पंजाब है और वर्तमान में हरिद्वार में होने की पुर्ण संभावना है। उप पुलिस अधीक्षक मोहन लाल रावत ने आरोपी जोबनप्रित सिंह की तलाश के लिए PO सैल प्रभारी ASI संजय कुमार, HHC नरेश कुमार, आरक्षी आशुपाल व पुलिस थाना भुंतर से मुख्य आरक्षी हरी सिंह व आ. रोहित वर्मा को बाहरी राज्य पंजाब, हरिद्वार व देहरादुन आदि जगहों पर रवाना किए। उपरोक्त टीम को हरिद्वार में ही आरोपी का सर्च करने के दिशा-निर्देश दिए गए। दिनांक 12/12/2022 को उपरोक्त टीम द्वारा आरोपी जोबनप्रित सिंह को हरिद्वार से गिरफ्तार करके कुल्लू लाया है। पुछताछ पर पाया गया कि आरोपी जोबनप्रित सिंह पता उपरोक्त भुंतर से हत्या को अंजाम देकर बस द्वारा हरिद्वार चला गया और हरिदवार में नाम व पता बदलकर रिक्शा चलाने का काम कर रहा था। आरोपी जोबनप्रित सिंह ने अपने आप को पुलिस से बचाने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए, लेकिन कुल्लू पुलिस की पैनी नजरों से नहीं बच पाया और आखिरकार दिनांक 12 दिसंबर 2022 को कुल्लू पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने में सफल रही। आरोपी जोबनप्रित को जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक गुरदेव शर्मा ने सभी नागरिकों से अपील की है कि अपने घर में किराएदारों को रखने से पहले पुरी तरह जांच कर लें, ताकि इस तरह के अपराधों को होने से पहले ही रोका जा सके।
हिमाचल के क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में पहली बार यूरोलॉजी मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप का आयोजन डिपार्टमेंट ऑफ यूरोलॉजी AIIMS बिलासपुर की तरफ से किया गया है। कुल्लू जिला में यूरोलॉजी का कैंप 2 दिनों तक चलेगा। डिपार्टमेंट ऑफ यूरोलॉजी बिलासपुर के डॉक्टर उमाकांत ने यहां यूरोलॉजी से संबंधित बीमारी से ग्रसित मरीजों की जांच की। कैंप के पहले दिन सोमवार को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू की OPD में मरीजों का चेकअप किया गया। जबकि मंगलवार को मनाली में यह कैंप आयोजित किया जाएगा।
जिला किन्नौर में इस बार भी विधानसभा चुनाव में भरपूर रोमांच देखने को मिला। पहले दिन से ही कांग्रेस और भाजपा दोनों तरफ जमकर खींचतान दिखी। कांग्रेस में जहाँ सीटिंग विधायक और वरिष्ठ नेता जगत सिंह नेगी का टिकट अंतिम समय तक लटका रहा, तो भाजपा ने पूर्व विधायक तेजवंत नेगी का टिकट काटकर युवा सूरत नेगी को मैदान में उतारा। खफा होकर तेजवंत भी चुनावी समर में कूद गए और इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया। नतीजन, भाजपा के बगावत का फायदा कांग्रेस प्रत्याशी जगत सिंह नेगी को मिला और जगत नेगी हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। जगत सिंह नेगी को 20696 मत मिले और भाजपा प्रत्याशी सूरत नेगी को 13732 वोट प्राप्त हुए जबकि भाजपा के बागी तेजवंत नेगी ने 8574 मत लेकर भाजपा को डैमेज किया। किन्नौर के चुनावी इतिहास पर नज़र डाले तो अब तक सिर्फ ठाकुर सेन नेगी (तेते जी) ही जीत की हैट्रिक लगा सके है। ठाकुर सेन नेगी 1967 से 1982 तक लगातार चार चुनाव जीते। दिलचस्प बात ये है कि वे तीन बार निर्दलीय और एक बार लोकराज पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते। फिर वे भाजपा में शामिल हो गए और एक बार 1990 में भाजपा टिकट से भी जीतने में कामयाब हुए। ठाकुर सेन नेगी के अलावा जगत सिंह नेगी ही इकलौते ऐसे नेता है जो हैट्रिक लगाने में सफल हुए है।
*कल प्रातः 8:00 बजे से आरंभ होगा मतगणना का कार्य - उपायुक्त कल 8 दिसंबर को होने वाली हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कल प्रातः 8:00 बजे से चारों विधानसभा के मतगणना का कार्य आरम्भ होगा। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त कुल्लू एवं ज़िला निर्वाचन अधिकारी, आशुतोष गर्ग ने दी। उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में आज यहां अंतिम रिहर्सल की गई। चारों विधानसभा क्षेत्रों मनाली, कुल्लू, बंजार व आनी में कल प्रातः 8:00 बजे से मतगणना का कार्य आरम्भ होगा। मतगणना के लिए राजकीय उच्च वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मनाली, राजकीय डिग्री कॉलेज कुल्लू, राजकीय उच्च माध्यमिक पाठशाला बंजार और राजकीय महाविद्यालय हरिपुर, आनी में मतगणना केंद्रों पर गणना का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए 74 मतगणना पर्यवेक्षक, 75 मतगणना सहायक तथा 77 मतगणना माइक्रो ऑब्जर्वर सहित कुल 220 मतगणना कर्मी इस कार्य को संपन्न करेंगे। इस संबंध में सभी विधानसभा की मतगणना के लिए अंतिम रिहर्सल भी सम्पन्न कर ली गई हैं जिनमें मतगणना के कार्य को सुचारू से संपन्न करने के लिए दिशानिर्देश दिए गए। सभी केंद्रों पर मतगणना के परिणामों का मीडिया के साथ संवाद करने के लिए मीडिया केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। ताकि सभी को मीडिया के माध्यम से सही समय पर चुनाव परिणामों की जानकारी मिलती रहे।
हिमाचल प्रदेश कयाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी डॉ पदम गुलेरिया ने बताया कि दसवीं नेशनल केनो स्लालोम जूनियर एंड सब जूनियर के लिए हिमाचल टीम का ट्रायल रखा गया है। इच्छुक खिलाड़ी 10 दिसंबर 2022 प्रात 9:00 बजे पिरड़ी राफ्टिंग सेंटर में हिमाचल प्रदेश के कयाकिंग एंड कैनोएंजी के सह सचिव नवीन कुमार से संपर्क कर सकते है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए स्विमिंग अनिवार्य होगी। प्रतियोगिता मध्यप्रदेश के महेश्वर में नर्मदा नदी में 17 से 19 दिसंबर को होगी। इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट खिलाड़ियों को खेलो इंडिया व एशियन चैंपियनशिप में भारत की मेजबानी करने का मौका मिलेगा।
मरीजों को मिलेगी अस्पताल में हर प्रकार की निशुल्क सेवा आलाेक। कुल्लू क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में सहयोग कार्यक्रम प्रकल्प के तहत मरीजों को हर प्रकार की निःशुल्क सेवा प्रदान होगी। रोगी कल्याण समिति द्वारा अस्पताल में इन सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिए बाकायदा एक काउंटर खोला गया है। उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने आज रिवन काटकर इस सेवा का शुभारंभ किया। इस सेवा के रखरखाव व संचालन का जिम्मा अनपूरणा संस्था को दिया गया है।अनपूरणा संस्था इससे पहले अस्पताल में ही तामिरदारों को निशुल्क भोजन की सेवा भी कई वर्षों से उपलब्ध करवा रही है। इस सेवा के तहत मरीजों को अस्पताल में ही विस्तर उपलब्ध होंगे। इसके अलावा कंबल, रजाई, व्हील चेयर, स्टेचर, वैसाखी, रूम हीटर, भाप देने की मशीन, वाकर व यूरिन पॉट गर्म पानी की बोतल सहित अन्य कई समान निःशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। वहीं, अब मरीजों को फोटो स्टेट के लिए अस्पताल से बाहर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि इसी काउंटर पर निःशुल्क फोटोस्टेट होंगे। इस अवसर पर डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि यह बड़े हर्ष का विषय है कि ब्लड बैंक सोसाइटी व अनपूरणा संस्था के सहयोग से आरकेएस ने यहां पर इस तरह की सुविधा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि यहां पर इसी काउंटर पर खिचड़ी व दलिया भी मरीजों को उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि जो भी दानी सजन रोगी कल्याण समिति को दान देना चाहते हैं वे भी इसी काउंटर पर दे सकते हैं। इस अवसर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चन्द्र शर्मा व अनपूरणा संस्था के अध्यक्ष विनीत सूद भी उपस्थित रहे।
परिणामों की उद्घोषणा के लिए एसडीएम कार्यालय में भी कर्मचारी तैनात चमन शर्मा। आनी विधानसभा के चुनाव परिणामों को लाइव जानने के लिए आनी मुख्यालय और इसके आसपास के लोगों को राजकीय डिग्री कॉलेज आनी स्थित हरिपुर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। चुनाव परिणामों की उद्घोषणा एसडीएम कार्यालय आनी से भी की जाएगी। इस कार्य के लिए कार्यालय में कर्मचारी की तैनाती कर दी गई है। मतगणना के दौरान प्रत्येक राउंड की जानकारी एसडीएम कार्यालय आनी से भी लोगों को ध्वनि प्रसार यंत्र (माइक) द्वारा दी जाएगी। 8 दिसंबर को सुबह 8 बजे हरिपुर कॉलेज में मतगणना की जानी है। इस दौरान मतगणना के प्रत्येक राउंड की उद्घोषणा आम लोगों के लिए की जानी है। इस तर्ज पर इसके तुरंत बाद एसडीएम कार्यालय आनी से भी प्रत्येक राउंड की उद्घोषणा की जाएगी। इसके चलते लोग हर बार की तरह इस बार भी चुनाव परिणामों की जानकारी एसडीएम कार्यालय के साथ लगते मेला ग्राउंड में एकत्रित होकर जुटा सकेंगे। विदित है कि इस बार विधानसभा चुनावों में ईवीएम स्ट्रांग रूम और मंतगणना कक्ष राजकीय डिग्री कॉलेज हरिपुर में स्थापित किया गया है। एसडीएम आनी नरेश वर्मा ने कहा है कि आनी और इसके आसपास के लोग एसडीएम कार्यालय से भी आनी विधानसभा क्षेत्र के चुनाव परिणामों को जान सकते हैं। एसडीएम कार्यालय से चुनाव परिणामों की उद्घोषणा की तैयारी पूरी कर ली गई है।
फतेहपुर भाजपा के टिकट आवंटन के बाद सबसे चर्चित सीटों में से एक है। दरअसल ये वो सीट है जहाँ भाजपा ने नजदीकी निर्वाचन क्षेत्र से प्रत्याशी इम्पोर्ट किया है। नूरपुर से विधायक और कैबिनेट मंत्री राकेश पठानिया को भाजपा ने इस मर्तबा फतेहपुर फ़तेह करने का जिम्मा सौपा है। वैसे भी डॉ राजन सुशांत के पार्टी छोड़ने के बाद से इस क्षेत्र में भाजपा कभी कांग्रेस को जोरदार टक्कर नहीं दे पाई है। बगावत मानो यहाँ भाजपा की नियति बन चुकी है। यहाँ पार्टी दो उपचुनाव सहित लगातार चार चुनाव हार चुकी है। ऐसे में पार्टी ने इस बार राकेश पठानिया को उतार कर बड़ा गैम्बल खेला है। दरअसल इस क्षेत्र में पार्टी टिकट के दो मुख्य दावेदार थे, बलदेव ठाकुर और कृपाल परमार। पिछले चुनावों को देखे तो पार्टी अगर एक को टिकट देती है, तो दूसरा नाराज हो जाता है। संभवतः पार्टी को लगा हो किसी तीसरे को लेकर पार्टी को एकजुट किया जा सकता है। पर दाव उलटा पड़ गया। कृपाल ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा है। दिलचस्प बात तो ये है कि कृपाल को मनाने के लिए खुद पीएम मोदी का फोन आया था, जो काफी वायरल भी हुआ। पर पीएम के मनाने पर भी कृपाल माने नहीं। अब कृपाल पर मतदाताओं की कितनी कृपा रही, ये देखना रोचक होगा। तो वहीं कभी भाजपा के नेता रहे पूर्व सांसद राजन सुशांत इस बार आम आदमी पार्टी से मैदान में है। पर डॉ राजन सुशांत का प्रचार प्रसार इस बार ज्यादा आक्रामक नहीं दिखा है। पर इस क्षेत्र से वो चार बार विधायक रहे है और उनका एक सेट वोट बैंक है जिसके चलते उन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। उधर कांग्रेस ने एक बार फिर भवानी सिंह पठानिया को मैदान में उतारा है। कांग्रेस में भवानी के नाम को लेकर कोई विरोध नहीं दिखा। भवानी सिंह पठानिया कॉर्पोरेट जगत की नौकरी छोड़कर अपने पिता स्व सुजान सिंह पठानिया की राजनैतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए फतेहपुर लौटे है। पर पिछले चुनाव को जीत कर भवानी ने ये साबित कर दिया था की वे राजनीति के लिए नए नहीं है। बहरहाल कांग्रेस में 'जय भवानी' का नारा बुलंद है और समर्थक तो उन्हें भावी मंत्री भी बताने लगे है। जानकारों का मानना है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है और भवानी भी ये चुनाव जीतते है तो उन्हें मंत्री पद या कोई अहम ज़िम्मेदारी मिल सकती है। बहरहाल, भवानी और विधानसभा के बीच भाजपा के बड़े नेता और मंत्री राकेश पठानिया, कृपाल परमार और राजन सुशांत जैसे दिग्गज है। अब फतेहपुर में युवा जोश की जीत होती है या अनुभव की, ये तो नतीजे ही तय करेंगे।
आलाेक। कुल्लू कुल्लू मनाली घूमना अब गाड़ियों में हो जाएगा महंगा फास्ट टैग न होने पर डोलू नाला में देना होगा 4 गुना ज्यादा टोल प्लाजा टैक्स महज एक वर्ष के भीतर टोल प्लाजा नहीं बढ़ाए 100 फ़ीसदी से अधिक दाम। हिमाचल कुल्लू मनाली के बीच स्थित टोल प्लाजा यहां पर ज्यादा भुगतान अब करना पड़ेगा। लोगों को जो यहां से जाते हैं, टोल प्लाजा प्रबंध ने एक वर्ष के भीतर को दोगुना कर दिया है, जबकि बिना आजतक वालों के लिए यह राशि 4 गुना देनी पड़ेगी, तो लोगों में भारी रोष अब इस मामले में फोरलेन संघर्ष समिति भी सामने आई है। फोरलेन संघर्ष समिति ने कहा कि इस मामले को लेकर आयुक्त के सामने मामला उठाया जाएगा और लोगों को राहत देने की पूरी कोशिश करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह से रेट बढ़ाए जाना घाटी के लोगों के लिए काफी दुखद है। क्योंकि कुल्लू मनाली लोगों को निजी काम और सब्जी मंडी के लिए जाना पड़ता है, जिसके लिए अब बड़े हो दाम सभी के लिए मुसीबत साबित होंगे। इसके साथ आपको बता दें कि एक तरफा जो छोटे बहाने उनके लिए 75 पर आज तक के साथ होगा और इससे पहले यह 35 रुपए था और दोनों तरफ फास्टेक के साथ आना जाना 150 रुपए और बिना फास्ट है कि अब 300 रुपए देने होंगे। इसके साथ जो मिनीबस छोटे वाहन 125 रुपए पहले एकतरफा हो गया है और अब बस ट्रक वालों को भी काफी ज्यादा होगा। लोगों में काफी रोष है लोगों ने राहत प्रदान की जाए, ताकि जो बड़े हुए फास्ट है, उनमें कटौती की जा सके।
आलाेक। कुल्लू राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नग्गर में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य पर एड्स पर जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। विद्यालय के छात्र व छात्राओं ने एक लघु नाटिका के माध्यम से एड्स जैसी गंभीर वैश्विक समस्या को उजागर किया। इस अवसर पर क्लास 12वीं के छात्र व छात्राओं अंजना, सृजन व शबनम ने एड्स और उसके बचाव व रोकथाम के संबंध में अपने विचार रखे। स्कूल के NSS और स्काउट एंड गाइड के मेंबर्स ने चार्ट्स व पोस्टर बना कर विद्यालय में प्रदर्शित किए। प्रधानाचार्य मनोज कुमार ने कहा कि दिसंबर के माह में एड्स जागरूकता पर अन्य कार्यक्रम भी किए जाएंगे।
आलाेक। कुल्लू अग्निकांड प्रभावितों की मदद के लिए नव ज्योति महिला मंडल चेष्टा आगे आया है। महिलाओं ने मंगलवार को तिचि गांव पहुंचकर प्रभावितों को राहत सामग्री और राशि प्रदान की है। महिला मंडल की ओर प्रभावित परिवारों को दो माह का राशन और 11,500 रूपए राहत राशि दी गई। महिला मंडल की प्रधान नारकली ने कहा कि आपदा की चपेट में कोई भी आ सकता है। ऐसे में प्रभावितों की मदद करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है। इस दौरान सचिव मीरा ठाकुर, उपप्रधान हिरामणि, रैना, डोलमा, रामदेई, पुष्पा, टीचा, निलामणि, निर्मला ठाकुर, कली, पूजा, अर्मिला, शारदा, गुड्डी देवी व दुर्गा आदि उपस्थित रही।
आलाेक। कुल्लू जिला कुल्लू के खोखण गांव के राष्ट्रीय खिलाड़ी द्वारिका ठाकुर जल्द ही मलेशिया में होने वाली अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलेंगे। इस चैंपियनशिप के लिए उनका चयन हो गया है। चैंपियनशिप में चयन होने पर उन्होंने अपनी प्रैक्टिस के लिए समय बढ़ा दिया है और कड़ी मशक्कत में जुट गए हैं। अंतरारष्ट्रीय चैंपियनशिप में द्वारिका ठाकुर 3 और 4 दिसंबर को 200, 400, 3000 मीटर वाक तथा 3000 मीटर वर्ग दौड़ में भाग लेंगे। बता दें कि द्वारिका ठाकुर इससे पहले जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर कई मैडल जीतकर अपने जिला व प्रदेश का नाम पूरे देश और दुनिया में रोशन किया है।
हवाएं मुंह मोड़ लेती हैं जब हौंसले बुलंद हों, तूफान में भी जलते हैं दिए जो खुदा रजामंद हो फर्स्ट वर्डिक्ट। मनाली हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला की मनाली की बेटी रवीना ठाकुर आज प्रदेश की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी है। इन्होंने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसकी चर्चा आज पूरे हिमाचल में हो रही है। रवीना ठाकुर को प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष-2021 में शिमला में आयोजित कार्यक्रम में नारी शक्ति सम्मान पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। रवीना ठाकुर की उम्र अभी पच्चीस साल है, लेकिन उसके सपने ऊंचे हैं। रवीना बताती हैं कि उन्होंने टैक्सी चलाने का फैसला परिवार की देखरेख करने के लिए लिया था। रवीना के पिता भी पहले ड्राइविंग ट्रेनर थे, जिनका आठ साल पहले निधन हो गया था। पिता के देहांत के बाद रवीना के घर में टैक्सी बिना इस्तेमाल किए हुए ही रखी थी। पिता का दिया हुनर आया कामः रवीना ने कहा कि जब मेरे पिता मुझे ड्राइविंग सिखा रहे थे, तब मुझे लगा नहीं था कि ये कभी हमारे जीवन यापन का जरिया बनेगा। रवीना बताती है कि मेरी मां मेरे टैक्सी चलाने के फैसले के साथ हैं। रवीना ठाकुर ने बताया कि आज तक वह हिमाचल के अलावा पंजाब, हरियाणा और वृंदावन, दिल्ली जा चुकी हैं। आर्थिक स्थिति ने नहीं किया कमजोर-रवीना दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब वृंदावन और मनाली के आसपास सवारियां ले जा चुकी हैं। रवीना का पैतृक गांव जोगिंद्रनगर है, रवीना कहती हैं कि हमारे घर की आर्थिक स्थिति ने मुझे कभी कमजोर नहीं किया और टैक्सी ड्राइविंग ने मुझे और बोल्ड और बहादुर बनाया है। उन्होंने बताया कि महिला सुरक्षा को लेकर हमेशा एक डर उनके मन में रहता है, लेकिन लोगों से उन्हें काफी सपोर्ट मिलता है। अपने सपनों को दें उड़ान रवीना कहती हैं कि उनकी इच्छाशक्ति इतनी मजबूत है कि घर-परिवार और समाज के विरोध के बावजूद उन्होंने इस काम को करने का फैसला लिया है। रवीना कहती है कि इस काम को शुरू करने से पहले आस-पास के लोगों और रिश्तेदारों ने काफी विरोध किया था। उन्होंने महिलाओं को संदेश देते हुए कहा कि कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता। मजबूरी इंसान से क्या कुछ करा दे ये किसी को भी नहीं पता है। ऐसे में अपने काम को करने के लिए और अपने सपनों को पूरा करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
** मुश्किल हो सकती है भाजपा और आप की राह 'प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसा हो, सुक्खू भाई जैसा हो' ,चुनाव प्रचार के दौरान नादौन विधानसभा क्षेत्र में ये नारा खूब बुलंद रहा। इस बार सुखविंद्र सिंह सुक्खू के समर्थक उन्हें भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे है। नादौन में जहाँ भी सुक्खू प्रचार के लिए पहुंचे, समर्थक ये ही नारा दोहराते दिखे। इस बार कांग्रेस ने बेशक सामूहिक नेतृत्व में और बगैर सीएम फेस के चुनाव लड़ा है ,लेकिन इसमें कोई संशय नहीं है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है और नादौन विधानसभा सीट से सुखविंद्र सिंह सुक्खू चुनाव जीत कर आते है तो मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सुक्खू का दावा बेहद मजबूत है। नादौन की सियासी फ़िज़ाओं में सुगबुगाहट तेज़ है कि मुमकिन है इस बार नादौन विधानसभा क्षेत्र को मुख्यमंत्री मिल जाएँ। ऐसे में जाहिर है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भावी सीएम फैक्टर का लाभ इस चुनाव में सुक्खू को मिला हो। नादौन के इतिहास की बात करें तो नादौन विधाभसभा सीट यूँ तो कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां से नारायण चंद पराशर तीन बार विधायक रहे। नारायण चंद पराशर के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस सीट पर राज किया है। 2003 से अब तक सुखविंद्र सिंह सुक्खू नादौन सीट पर तीन बार जीत चुके है, हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव में सुक्खू को 6750 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। पर फिर 2017 में सुक्खू ने जीत हासिल की। कांग्रेस में सुक्खू के अलावा कभी कोई अन्य चेहरा विकल्प के तौर पर नहीं उभरा। इस बीच भाजपा की बात करे तो एक बार फिर विजय अग्निहोत्री मैदान में है। अग्निहोत्री एक दफा सुक्खू को पटकनी भी दे चुके है और इस बार फिर मैदान में डटे हुए है। नादौन में भाजपा के लिए ऐसा भी कहा जाता है कि अगर यहां भाजपा एकजुट हो जाए तो शायद कांग्रेस की राह इतनी आसान न हो। अब भाजपा एकजुट है या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा। वहीँ इस बार आम आदमी पार्टी ने नादौन के सियासी समीकरण ज़रूर बदले है। दरअसल इस बार आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी शैंकी ठुकराल ने पुरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा है। अब देखना ये होगा कि शैंकी किसके वोट बैंक में कितनी सेंध लगाते है। नादौन में फिलवक्त सुक्खू जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। सुक्खू ने भावी सीएम के टैग के साथ चुनाव लड़ा है। ऐसे में जाहिर है इसका लाभ भी उन्हें मिलता दिख रहा है। बहरहाल, जनादेश ईवीएम में कैद है और सभी अपनी -अपनी जीत का दावा कर रहे है।
** गोविन्द सिंह ठाकुर के लिए मुश्किल हो सकती है विधानसभा पहुंचने की डगर चुनाव को लेकर सबकी अपनी राय और अपने -अपने विश्लेषण है, लेकिन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर के निर्वाचन क्षेत्र मनाली में इस बार भाजपा की स्थिति ज्यादा सहज नहीं होने वाली, इसके संकेत काफी वक्त पहले ही मिल गए थे। दरअसल, पिछले वर्ष हुए मंडी संसदीय उपचुनाव में इस क्षेत्र से मंत्री भाजपा को लीड नहीं दिला पाए थे। क्षेत्र में मंत्री को लेकर एंटी इंकम्बेंसी की झलक भी दिखती रही। ऐसे में माना जा रहा था कि भाजपा इस सीट पर कोई प्रयोग कर सकती है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। भाजपा ने फिर एक बार मनाली से ट्राइड एंड टेस्टेड गोविंद ठाकुर को ही मैदान में उतारा है। अब सीट पर भाजपा के साथ -साथ गोविन्द सिंह ठाकुर की भी साख दांव पर लगी हुई है। बहरहाल, लगातार दो चुनाव जीत चुके गोविन्द सिंह ठाकुर जीत की हैट्रिक लगा पाते है या इस बार मनाली में परिवर्तन होता है, ये तो आठ दिसम्बर को ही तय होगा। मनाली विधानसभा सीट के अतीत पर निगाहें डाले तो, 2008 में परिसीमन बदलने के बाद कुल्लू से अलग होकर मनाली विधानसभा सीट अस्तित्व में आई। मनाली में अब तक कुल दो बार विधानसभा चुनाव हुए है और दोनों दफा यहाँ भाजपा का राज रहा। 2012 में कुल्लू के पूर्व विधायक रहे गोविंद सिंह ठाकुर ने मनाली विधानसभा सीट पर भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और तब कांग्रेस के भुवनेशवर गौड़ को हरा कर विधानसभा पहुंचे। फिर 2017 में गोविन्द सिंह ठाकुर ने कांग्रेस के हरिचंद शर्मा को हरा कर जीत दर्ज की। माना जाता है कि बीते दोनों चुनावों में यहाँ कांग्रेस की आपसी कलह के चलते भाजपा को लाभ पहुंचा। 2017 में जीतने के बाद ठाकुर को मंत्री पद भी मिल गया। जयराम कैबिनेट में पहले उन्हें वन, खेल व परिवहन जैसे महत्वपूर्ण विभाग सौंपे गए और फिर शिक्षा मंत्रालय उन्हें सौंपा गया। वे मंत्री बने तो जाहिर है उनसे लोगों की अपेक्षाएं भी बढ़ी। अब इन अपेक्षाओं पर वे खरा उतरे या नहीं, ये इस चुनाव के नतीजे तय करेंगे। उधर कांग्रेस से इस बार भुवनेश्वर गौड़ मैदान में है और कांग्रेस काफी हद तक एकजुटता से चुनाव लड़ती दिखी है। इस पर ओपीएस और एंटी इंकम्बेंसी का लाभ भी कांग्रेस को हो सकता है। जाहिर है ऐसे में इस मर्तबा गोविन्द सिंह ठाकुर के लिए विधानसभा की डगर कठिन है।
आलाेक। कुल्लू आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुल्लू इकाई द्वारा प्रथम वर्ष के परिणामों मे आई गड़बड़ी के विरोध मे विश्वविद्यालय (hpu) प्रशासन के खिलाफ कुल्लू महाविद्यालय में एक विशाल धरना प्रदर्शन किया गया। इसके अंतर्गत कार्यकर्ताओ द्वारा विश्वविद्यालय (hpu) प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए गए। जिसमें इकाई अध्यक्ष सौरव नेगी व प्रान्त सह मंत्री कुंगा देचेन द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा भाषण आदि से शिक्षा परिणामों में हुई गड़बड़ी को समोधित किया गया। इसमे साथ ही कुंगा देचेन ने hpu में हुए 85% फैल हुए छात्रों के फ़ैल हुए आंकड़ों के बारे बताते हुए हुई गड़बड़ी का समाधान निकालने के लिए कहा। इसमें कुल्लू इकाई अध्यक्ष सौरव नेगी, कुल्लू इकाई सचिब ऋषव ठाकुर, प्रदेश सह मंत्री कुंगा देचेन, चांदनी, कनिश्का, समीक्षा, निशित, रमेश, मुकेश व अजय आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
'प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसा हो, सुक्खू भाई जैसा हो' ,चुनाव प्रचार के दौरान नादौन विधानसभा क्षेत्र में ये नारा खूब बुलंद रहा। इस बार सुखविंद्र सिंह सुक्खू के समर्थक उन्हें भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे है। नादौन में जहाँ भी सुक्खू प्रचार के लिए पहुंचे, समर्थक ये ही नारा दोहराते दिखे। इस बार कांग्रेस ने बेशक सामूहिक नेतृत्व में और बगैर सीएम फेस के चुनाव लड़ा है ,लेकिन इसमें कोई संशय नहीं है कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है और नादौन विधानसभा सीट से सुखविंद्र सिंह सुक्खू चुनाव जीत कर आते है तो मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सुक्खू का दावा बेहद मजबूत है। नादौन की सियासी फ़िज़ाओं में सुगबुगाहट तेज़ है कि मुमकिन है इस बार नादौन विधानसभा क्षेत्र को मुख्यमंत्री मिल जाएँ। ऐसे में जाहिर है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भावी सीएम फैक्टर का लाभ इस चुनाव में सुक्खू को मिला हो। नादौन के इतिहास की बात करें तो नादौन विधाभसभा सीट यूँ तो कांग्रेस का गढ़ रही है। यहां से नारायण चंद पराशर तीन बार विधायक रहे। नारायण चंद पराशर के बाद सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस सीट पर राज किया है। 2003 से अब तक सुखविंद्र सिंह सुक्खू नादौन सीट पर तीन बार जीत चुके है, हालांकि 2012 के विधानसभा चुनाव में सुक्खू को 6750 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। पर फिर 2017 में सुक्खू ने जीत हासिल की। कांग्रेस में सुक्खू के अलावा कभी कोई अन्य चेहरा विकल्प के तौर पर नहीं उभरा। इस बीच भाजपा की बात करे तो एक बार फिर विजय अग्निहोत्री मैदान में है। अग्निहोत्री एक दफा सुक्खू को पटकनी भी दे चुके है और इस बार फिर मैदान में डटे हुए है। नादौन में भाजपा के लिए ऐसा भी कहा जाता है कि अगर यहां भाजपा एकजुट हो जाए तो शायद कांग्रेस की राह इतनी आसान न हो। अब भाजपा एकजुट है या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा। वहीँ इस बार आम आदमी पार्टी ने नादौन के सियासी समीकरण ज़रूर बदले है। दरअसल इस बार आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी शैंकी ठुकराल ने पुरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा है। अब देखना ये होगा कि शैंकी किसके वोट बैंक में कितनी सेंध लगाते है। नादौन में फिलवक्त सुक्खू जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। सुक्खू ने भावी सीएम के टैग के साथ चुनाव लड़ा है। ऐसे में जाहिर है इसका लाभ भी उन्हें मिलता दिख रहा है। बहरहाल, जनादेश ईवीएम में कैद है और सभी अपनी -अपनी जीत का दावा कर रहे है।
19 नवंबर को शिमला की चौपाल तहसील के अढशाला गांव के आशुतोष फ्रेंडशिप पीक की चढ़ाई करते समय हिमस्खलन की चपेट में आने से लापता हुए आशुतोष का सुराग लगने की उम्मीद जगी है। हिमस्खलन वाले स्थान पर छह दिन बाद आशुतोष का हेलमेट, आईएस एक्स और हैडलैंप मिला है। सर्च अभियान में तीन रेस्क्यू टीमें लगी है। एसडीएम मनाली डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने लापता आशुतोष का हेलमेट और अन्य सामान मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हेलमेट उसी जगह मिला है, जहां लापता पर्वतारोही के साथियों ने हिमस्खलन होने की बात कही थी। उनकी तलाश में छह दिन से अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं खेल संस्थान और एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन की रेस्क्यू टीमें सर्च अभियान चला रही है। वीरवार को मनाली से तीन टीमें सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना हुई थी।
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक द्वारा संस्था हि.प्र. महिला कल्याण मंडल कुल्लू को स्वीकृत कार्यक्रम काईस कराडसू वाटर शैड के अंर्तगत बुधवार को गांव चांजला में सेब व पलम के पौधे वितरित किए गए। नाबार्ड द्वारा स्वीकृत काईस कराडसू वाटर शैड योजना के अंर्तगत चांजला गांव में जी.एम. डॉक्टर विवेक पठानिया व जिला विकास प्रबंध ऋषभ सिंह ठाकुर ने वाटर शैड के लाभार्थी ग्रामीणों को सेब व पलम के उच्च गुणवता वाले 600 पौधे वितरित किए। इस अवसर पर डा. विवेक पठानिया ने कहा कि वाटर शैड के अंतगर्त ग्रामीणों को कृषि व बागवानी में नई तकनीकों का प्रयोग कर व नई किस्म के पौधे लगाकर अपनी आय वृद्धि करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। नाबार्ड ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत रहती है। इस अवसर पर प्रधान पुष्पा देवी व उपप्रधान हीरा लाल उपस्थित रहे। संस्था हि.प्र. महिला कल्याण मंडल की टीम भी इस मौके पर उपस्थित रही और संस्था की ओर से सुनील आर्य ने जी.एम. नाबार्ड डा. विवेक पठानिया व जिला विकास प्रबंधक ऋषभ सिंह ठाकुर का उनके द्वारा दिए गए मार्गदर्शन के लिए उनका धन्यवाद किया।
प्रदेश भर से आए दिन बस हादसों की खबरे सामने आ रही है। जिला कुल्लू के बंजर से भी एक ऐसे ही घटना सामने आयी है। लेकिन चालक की सूझबुझ से एक बड़ा हादसा होने से टल गया। कुल्लू जिला के बंजार में पास देते समय बस का टायर सड़क से बाहर उतर गया। बंजार से जौरी जा रही हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस का सुबह दनधार के पास दूसरी बस को पास देते हुए गला टायर सड़क से बाहर निकल गया। गनीमत यह रही कि बस सड़क किनारे रूक गई और बड़ा हादसा होने से टल गया। अगर बस चालक समय पर ब्रेक नहीं लगाता तो बड़ा हादसा पेश आ सकता था। चालक की सूझबूझ से 40 यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई।
आलाेक। कुल्लू कुल्लू से केलंग जा रही बस लाहौल-स्पीति के गोंदला व दालंग के बीच केंची मोड़ में अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को एचआरटीसी की एक बस कुल्लू से केलंग जा रही थी। केंची मोड़ पहुंचने पर अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से बाहर निकल गई और किनारे मिट्टी के ढेर पर अटक गई, लेकिन चालक की सूझबूझ के चलते एक बड़ा हादसा होने से टल गया। अगर चालक समय रहते बस को ब्रेक नहीं लगता, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। उस समय बस में करीब 35 सवारियां मौजूद थी। बस अड्डा प्रभारी जयकुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि हादसे में किसी को चोट नहीं आई है। सभी यात्रियों सहित चालक व परिचालक सुरक्षित हैं। माना जा रहा है कि बस में तकनीकी खामी आने के कारण बस अनियंत्रित हो गई थी। आरएम केलंग ने बताया कि तकनीकी खराबी की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही हादसे का कारण बताया जा सकता है।
आनी क्षेत्र का प्राचीन एवं ऐतिहासिक बूढ़ी दिवाली मेला शमशरी महादेव व टोना नाग के सानिध्य में 23 व 24 नवंबर को मनाया जाएगा। मेला कमेटी के अध्यक्ष आत्मा राम ठाकुर ने बताया कि बूढ़ी दिवाली सैकड़ों वर्ष पुराने देव इतिहास का गवाह है। बूढ़ी दिवाली मेला गांव धोगी में मनाया जाता है। यह गांव ग्राम पंचायत च्वाई के अंतर्गत आता है। सुंदर एवं घने जंगलों के मध्य गांव व देवता शमशरी महादेव का मंदिर प्राचीन देवता की कोठी है। देवता शमशरी महादेव धोगी से 12 किलोमीटर दूर धार्मिक गांव शमशर में विराजमान रहते हैं। जहां पर पूरे साल होने वाले देव कार्य पूरे किए जाते हैं, परंतु देवता का प्राचीन एवं ऐतिहासिक मेला चवाई के साथ लगते गांव धोगी में मनाया जाता है। मंदिर कमेटी के सचिव मस्त राम ठाकुर ने जानकारी दी कि मेले के लिए देवता के रथ को सोने व चांदी के सुंदर जेवरातों से सजाया जाता है । 23 नवंबर को शमशरी महादेव अपने मन्दिर शमशर से मेले के लिए शिरकत करेंगे । देवता थड़ी पर ढोल-नगाड़ों के साथ जाएंगे। इसी रात्रि मेले में 10 बजे देरची उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें गांव धोगी व धार के लोग जलती आग की मशालों को लेकर नृत्य एवं दिवाली गीत गाएंगे। इस देरची उत्सव में 18 भागी लोग शामिल होंगे । रात्रि मेले को देखने सैकड़ों लोग शामिल होंगे और दिन के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश होंगे।
आलाेक। कुल्लू मलाणा पावर कंपनी जरी और ह्यूमन वेलफेयर सोसायटी ने संयुक्त रूप से पाठशाला में नशा निवारण जागरूकता कार्यक्रम करवाया। कार्यक्रम में राजकीय माध्यमिक और प्राथमिक पाठशाला कसोल के विद्यार्थी शामिल रहे। नशा में छात्रा तनूजा विजेता रही। इसके अलावा चित्रकला में हिमानी द्वितीय और पारस ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। भाषण प्रतियोगिता में समीता द्वितीय और रूचिका तृतीय स्थान पर रही। वहीं, इससे पहले मुख्य शिक्षक डीणे राम प्रवक्ता भुवनेश्वर राणा, रमेश और प्रेमी सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में नशे से होने वाले नुकसान के बारे में हर कोई जानता है, लेकिन फिर भी लोग खासकर युवा बड़े शौक से इसका सेवन करते हैं। नशा उन्हें शारीरिक और मानसिक तौर पर कमजोर बना देता है। उधर, मलाणा पावर कंपनी के एजेएम अशोक कुमार शर्मा ने प्रतियोगिता में अव्वल रहे विद्यार्थियों को सम्मानित किया।
आलाेक। कुल्लू जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय हरिपुर मनाली में आज 15वीं वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।प्रतियोगिता का आरम्भ मुख्यातिथि कॉलेज प्राचार्य डा मनदीप शर्मा के संबोधन के साथ हुआ। उन्होंने विद्यार्थियों को खेलो के प्रति जागरूक किया व खेलों को जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने सभी विद्यार्थियों को प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं दी। शारीरिक शिक्षा विभाग प्रमुख प्रो. ज्योति बाला ने विद्यार्थियों से खेल को खेल भावना से खेलने, खेलों के स्तर को आगे ले जाने व खेल को जीवन का अभिन्न अंग बनाने की शपथ के साथ कार्यक्रम का आगाज किया। शारीरिक शिक्षा विभाग प्रमुख प्रो. ज्योति बाला ने बताया की महाविद्यालय में विभिन्न एथलेटिक्स प्रतियोगितायो का आयोजन किया, जिसमें महिला वर्ग में 100मीटर में पूजा शर्मा प्रथम, प्रियदर्शनी द्वितीय व नीलाक्षी तृतीय रही, 200मीटर में पूजा शर्मा प्रथम, प्रियदर्शनी द्वितीय व नीलाक्षी तृतीय रही। 400 मीटर में प्रियदर्शनी प्रथम, पूजा द्वितीय व अंजलि तृतीय स्थान पर रही। 800 मीटर में नीलाक्षी प्रथम, परवीन द्वितीय व संजना तृतीय स्थान पर रही। पुरुष वर्ग में 100 मीटर में सुनील प्रथम, राजेंद्र द्वितीय व भानु प्रकाश तृतीय स्थान पर रहा, 200 मीटर में कैलाश प्रथम, हितेश द्वितीय व विशांत तृतीय रहा, 400 मीटर में कैलाश प्रथम, भानु प्रकाश द्वितीय व राजेंद्र तृतीय स्थान पर रहा। 800 मीटर में हितेश प्रथम, राहुल द्वितीय व सुनील तृतीय स्थान पर रहा। ऊंची कूद में महिला वर्ग में नीलाक्षी प्रथम, पूजा द्वितीय व प्रियदर्शनी तृतीय स्थान पर रही। वहीं, पुरुष वर्ग में ऋषि प्रथम, अर्जुन द्वितीय व राजेश तृतीय स्थान पर रहा। लंबी कूद में महिला वर्ग में पूजा प्रथम, प्रियदर्शनी द्वितीय व नीलाक्षी, मोनिका तृतीय स्थान पर रही। वहीं, पुरुष वर्ग में ऋषि प्रथम,विशान्त द्वितीय व अर्जुन तृतीय स्थान पर रहा। शॉट पुट प्रतियोगिता में महिला वर्ग में आरती प्रथम, दीक्षा द्वितीय व शिवालिका तृतीय स्थान पर रही। पुरुष वर्ग में शाश्वत प्रथम, विवेक द्वितीय व विशाल तृतीय स्थान पर रहे। चक्का फेंक प्रतियोगिता में महिला वर्ग में आरती प्रथम, समीक्षा द्वितीय व शिवालिका तृतीय स्थान पर रही। इन सभी विद्यार्थियो को बधाई। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए प्राचार्य डॉ. मनदीप शर्मा ने शारीरिक शिक्षा विभाग के सभी छात्र-छात्राओ को बधाई दी। कार्यक्रम के आयोजन में प्रो. कर्म, प्रो. ऊर्सेम, प्रो. रोमेश, प्रो. नरेश कमल, प्रो. मान सिंह, प्रो. राम सिंह, प्रो. कृष्णा, प्रो. मोनिका, प्रो. प्रीति, प्रो. लाल चंद, प्रो. पूजा व प्रो. राम कुमार सहित सभी अध्यापकों का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम की समाप्ति में सभी विद्यार्थियो को रिफ्रेशमेंट दी गई।