सुधीर वाणी : जयराम सरकार मतलब विक्रम के कंधाें पर कई बेताल
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में सेक्रेटरी, पूर्व में वीरभद्र की टीम में मिनिस्टर और हमेशा हंसते-हंसते राजनीति करने वाले कांग्रेस नेता ने अगले साल हाेने वाले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए चाराें तरफ सियासी फील्ड सजा दी है। प्रदेश की जयराम सरकार के कार्यकाल काे माेदी की कठपुतली बताते हुए अपने दम पर निर्णय लेने में नाकाम सीएम करार देने वाले सुधीर नगर निगम चुनाव में हार काे हार नहीं मान रहे। जनता के बीच, जनता के लिए और जनता द्वारा उठाई गई आवाज काे बुलंद करने में सुधीर काेई कमी नहीं छोड़ रहे। पूर्व की वीरभद्र सरकार में शहरी विकास मंत्री के पद पर रहते धर्मशाला काे नगर निगम और स्मार्ट सिटी का दर्जा दिलवाने में सुधीर शर्मा का ही हाथ रहा। कई मुद्दों पर अपने विचार पूर्व मंत्री ने फर्स्ट वर्डिक्ट मीडिया से सांझा किये। पेश है बातचीत के मुख्य अंश ...
जयराम सरकार के अब तक के कार्यकाल काे सुधीर शर्मा ने विक्रम के कंधाे पर कई बेताल करार दिया है। वे कहते है जयराम सरकार अपनों की मारी है और सरकार की मति भ्रमित हो चुकी है। उनका दावा है कि अगले साल हाेने वाले चुनाव में भाजपा काे जनता बाहर का रास्ता दिखा देगी और कांग्रेस सत्ता में आएगी। सुधीर शर्मा कहते हैं कि हिमाचल में जाे विकास कांग्रेस ने किया उसमें भाजपा रंगराेगन कर रही है। जयराम सरकार साढ़े तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है, लेकिन आज तक एक भी निर्णय अपने दम पर नहीं लिया। मिशन -2022 यानी अगले साल हाेने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पूर्व मंत्री कहते है, कांग्रेस भी तैयार है, वे भी तैयार है और जनता भी जयराम सरकार को विदा करने को तैयार है। सुधीर का कहना है कि जयराम सरकार निर्णय लेने में नाकाम सरकार है, प्रदेश को कर्ज में डुबोने वाली सरकार है और जन विरोधी सरकार है। प्रदेश का हर वर्ग सरकार से खफा है, चाहे व्यापारी हो या कर्मचारी। कर्मचारी वर्ग पर बात आगे बढ़ाते हुए सुधीर कहते है कि "कर्मचारियों को याद है कि भाजपा ने विपक्ष में क्या -क्या वादे किए थे, झूठे प्रलोभन दिए थे और आज वही भाजपाई सरकार कर्मचारियों के विरुद्ध तुगलकी फरमान ज़ारी कर रही है। इस सरकार का काउंट डाउन शुरू हो चुका है। "सुधीर का कहना है कि काेविड काल में भी सीएम जयराम ठाकुर पिछले साल से लेकर अब तक पीएम माेदी के निर्णय काे ही फाॅलाे कर रहे हैं। उनका कहना है कि " सरकार को चाहिए कि वे समझे हिमाचल की क्या स्थिति है और उसके अनुरूप फैसले ले। देखा देखी में निर्णय लेकर जनता को परेशान करने से कुछ नहीं होगा। " कोरोना की बिगड़ती स्थिति पर उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए आम जनता से अपील की है कि " खुद ही बच सकते हो तो बचो, हालात है डराने वाले, तमाशबीन बन गए है सभी हुकूमत चलाने वाले ..."
2017 के बाद क्याें उलटी बह रही विकास की गंगा ?
सुधीर शर्मा ने कहा कि ठीक चुनाव से पहले ऐसा क्या हो गया जो धर्मशाला पर भाजपा सरकार इतनी मेहरबान हो रही है? धर्मशाला स्मार्ट सिटी और धर्मशाला नगर निगम कांग्रेस सरकार की देन हैं। 2017 के बाद धर्मशाला में विकास की गंगा क्यों उलटी बहने लगी? भाजपा के एक कैबिनेट मंत्री भी यहीं से थे तब ये सौग़ात और घोषणाओं का पिटारा कहां गुम हो गया था, भाजपा सरकार का तो हाल ‘थोथा चना बाजे घना’ जैसा है, नगर निगम चुनावों से पहले धर्मशाला पर इस तरह प्यार बरसाने का कारण जनता समझती है। सुधीर शर्मा की माने ताे धर्मशाला विधानसभा और नगर निगम में जो भी विकास कार्य हुए हैं या चल रहे हैं वो कांग्रेस सरकार की देन हैं। धर्मशाला विधानसभा के लिए भाजपा सरकार का रवैया शुरू से ही उदासीन रहा है। सरकार बनने के तीन बरस पूरे हो जाने पर भी हिमाचल सरकार ने कभी धर्मशाला के विकास की तरफ ध्यान नहीं दिया। उल्टे जो विकास कार्य चल रहे थे वो भी अधर में झूल रहें हैं, जो विकास की लहर कांग्रेस ने 2012 से 2017 के बीच में क्षेत्र के लिए लाई उसका ही परिणाम है की आज सबके सामने है। पक्की सड़कें, स्मार्ट सीटी, नगर निगम, ओपन जिम, फुटपाथ, पार्क, सुचारू बिजली व्यवस्था (स्ट्रीट लाईट), पार्किंग, कई उठाउ पेय जल योजनाओं को अमली जामा पहनाया गया, ये कांग्रेस सरकार की ही देन है। भाजपा सरकार आते ही क्षेत्र के विकास कार्यों को ठण्डे बस्ते में बंद कर दिया गया, और धर्मशाला मात्र भाजपा के बड़े नेताओं को खुश करने के लिए कार्यक्रम आयोजन स्थल बन कर ही रह गया। पूर्व मंत्री ने कहा कि जहाँ एक तरफ़ सरकार का कर्तव्य क्षेत्र का विकास और जनता की समस्याओं का निदान करना होना चाहिए था वहीं सरकार ने धर्मशाला को संगठनात्मक आयोजनों की कर्म भूमि बना कर झूठे विकास की उपलब्धियों का चोला पहनाना आरंभ कर दिया। चुनाव आते ही घोषणाओं का पिटारा खोलना जयराम सरकार के लिए नई बात नहीं हैं, यह तो भाजपा की प्रथा को आगे बढ़ा रहे हैं, जैसे इनकी केंद्र सरकार भी करती है। चाहे वो विधानसभा के हो, पंचायत या निकाय चुनाव हो, घोषणाओं का ढोल वहां बजाना इस सरकार की पुरानी आदत है। कांग्रेस के करवाये कार्यों का श्रेय लेना भाजपा की पुरानी आदत है। जयराम सरकार को दूसरी राजधानी, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, आइटी पार्क व प्रदेश फ़ुटबाल अकादमी और धर्मशाला बस टर्मिनल बारे अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में..
- सुधीर बोले, अगले साल चुकता करेंगे हिसाब
नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की हार पर सुधीर शर्मा का कहना है कि वहां कोई नहीं जीता। नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के पास 5, भाजपा के पास 8 और अन्य के पास 4 सीटें थी। इन चुनाव में कांग्रेस मात्र 88 वाेटाें से भाजपा से पीछे रही। इसका हिसाब अब अगले साल चुकता करेंगे। पूर्व मंत्री ने अपने ही अंदाज में कहा कि " गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले। "
भ्रष्टाचार नहीं है तो काेविड फंड का हिसाब क्यों नहीं देती सरकार
एआईसीसी के सचिव एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने काेविड फंड काे सबसे बड़ा भ्रष्टाचार बताया। उन्हाेंने कहा कि भाजपा सरकार कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रेस्पॉन्स फण्ड में आम जनता सामाजिक संस्थाओं और मंदिरों से मिले लगभग 81 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं देती कि उस पैसे को कोरोना महामारी से लड़ने और मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने इक्विपमेंट्स लेने के लिए सरकार ने कहां-कहां खर्च किया? सुधीर शर्मा ने कहा कि पिछले साल कोविड-19 फंड का हिसाब दिए बिना आज फिर से कर्मचारियाें से दाे दिन की सैलरी मांग रही है। यही नहीं, बल्कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने 5.10 लाख रूपये प्रति घण्टे की दर से नया हेलीकाॅप्टर में सफर करने जा रही है, जाे काेराेना काल में सबसे बड़ी गलती साबित हाेगी। आज प्रदेश हजाराें कराेड़ के कर्ज तले डूब चुका है इसकी प्रदेश सरकार को कोई चिंता नहीं हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश हर दिन कर्जे के बोझ तले डूबा जा रहा है।
सरकार में हुआ घोटाला और संगठन पर गिरी थी गाज
सुधीर कहते है कि पिछले साल काेविड-19 के दाैरान सेनेटाइजर घाेटाला, हेल्थ डिपार्टमेंट में पीपीई किट घाेटाला और काेविड केयर फंड में भी भ्रष्टाचार काे देखते हुए भाजपा संगठन में फेरबदल हुआ था। ऐसा पहली बार हुआ कि सरकार में हुए घोटाले की गाज किसी राजनैतिक दल के संगठन पर गिरी हो। सुधीर का कहना है की हिमाचल की जनता सब जानती है, जिन्होंने कोविड काल में भी भ्रष्टाचार करने से गुरेज नहीं किया उन्हें 2022 में जनता मुकम्मल जवाब देगी।