हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने दिव्यांग महिला के लिए सड़क सुविधा मुहैया करवाने के सिरमौर जिला प्रशासन को आदेश दिए हैं। न्यायाधीश संदीप शर्मा ने उपायुक्त सिरमौर को आदेश दिए कि दिव्यांग याचिकाकर्ता को दो माह के भीतर सुलभ सड़क मुहैया करवाएं। अदालत ने आदेशों की अनुपालना रिपोर्ट भी तलब की है। अदालत ने कहा कि सड़क तक पहुंच प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार है। इसके अलावा विकलांगता अधिनियम, 2016 के तहत दिव्यांग व्यक्ति को सुलभ सड़क प्रदान करना राज्य की जिम्मेवारी है। इस अधिनियम में दिव्यांग व्यक्ति को सड़क सुविधा देने के लिए विशेष प्रावधान है। शिलाई क्षेत्र की आरूशी की याचिका का निपटारा करते हुए अदालत ने यह निर्णय सुनाया। अदालत को बताया गया कि याचिकाकर्ता नाबालिग है और शारीरिक रूप से 75 फीसदी दिव्यांग होने के कारण चलने-फिरने में असमर्थ है। वह अपने पिता की पीठ पर स्कूल जाने को मजबूर है। इस कारण वह अपने घर से 80 किलोमीटर दूर नाहन में पढ़ाई कर रही है। याचिकाकर्ता और ग्राम पंचायत ने कई बार प्रशासन से सड़क बनाने की मांग की। दो वर्ष के बाद उपायुक्त सिरमौर ने शिलाई क्षेत्र के जामली से डुंगड कितेश वाया समदी मोहाल धारवा सड़क के निर्माण के लिए एक लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है। 31 मई 2023 को स्वीकृत राशि के बावजूद सड़क निर्माण के लिए कोई कदम नहीं उठाए। अदालत ने तथ्यों का अवलोकन करने के बाद सड़क बनाने के आदेश दिए।
-सौरभ वैद और दरशोक ठाकुर को चुना वरिष्ठ उपाध्यक्ष - प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के सभागार में संपन्न हुए चुनाव प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के चुनाव आज प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के सभागार में संपन्न हुए। चुनाव प्रक्रिया में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एसएस जोगटा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। चुनाव प्रभारी लाल सिंह चावला तथा सह प्रभारी हेम सिंह ठाकुर की देखरेख में संपन्न हुए। चुनाव में सभी 12 जिलों के अध्यक्षों तथा उनके प्रतिनिधि और 90 विभिन्न कर्मचारी संगठनों केअध्यक्ष-महासचिव व अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया। सभागार में लगभग 1100 कर्मचारी उपस्थित रहे। चुनाव में प्रदीप ठाकुर को सर्वसम्मति से प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का अध्यक्ष चुना गया। चुनाव में सौरभ वैद जिला कांगड़ा तथा दरशोक ठाकुर जिला हमीरपुर को वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुना गया। महासचिव भरत शर्मा जिला शिमला तथा कोषाध्यक्ष इंद्रजत शर्मा जिला सिरमौर से चुने गए। शमशेर ठाकुर मुख्य सलाहकार, कुशल शर्मा मुख्य प्रवक्ता, एम आर वर्मा मुख्य संरक्षक, पंकज शर्मा मीडिया प्रभारी, सुनील तोमर उपाध्यक्ष, नसीब सिंह, सोनम, मोहनलाल कश्यप, हंसराज उपाध्यक्ष रजनीश प्रवक्ता, अंकुर सचिव, ईश्वर उपाध्यक्ष, प्रवेश, हितेश शर्मा सचिव, कश्मीर सचिव, विनोद सलाहकार, नवीन रविकांत सोलन उपाध्यक्ष, मराठा सलाहकार, देव नेगी कार्यालय सचिव, नित्यानंद, रामेश्वर, कंवर सिंह ठाकुर, सुनीता मेहता उपाध्यक्ष, संजय कुमार, रजनीश, कमल शर्मा, सुरेश कुमार, जीवन गौतम, सरवन, पूजा सेन, भावना ठाकुर इत्यादि को राज्य कार्यकारिणी में चुना गया। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने उन्हें अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का अध्यक्ष चुनने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि नवनियुक्त कार्यकारिणी कर्मचारियों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान हेतु प्रयास करेगी, जिसके लिए आज शाम को ही कार्यकारिणी की बैठक कर रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने प्रदेश भर से पहुंचे सभी कर्मचारियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जल्द प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलकर सभी समस्याओं को उनके समक्ष रखा जाएगा। उनसे जल्द संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक हेतु भी आग्रह किया जाएगा, ताकि संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक में कर्मचारियों के सभी समस्याओं का निपटारा हो सके।
-अपने निकतम प्रतिद्वंद्वी को 42 वोट से हराकर महासचिव का पद जीता -एबीवीपी और एसओआई गठबंधन को दिया जीत का श्रेय जिला सिरमौर की विधानसभा क्षेत्र श्री रेणुका जी के विकास खंड सगड़ाह की तहसील नौहराधार के गांव देवामानल निवासी गौरव रापटा ने डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ में छात्र संघ चुनाव में महासचिव के पद पर जीत हासिल की है। बता दें कि गत 6 सितंबर को पंजाब विवि चंडीगढ़ और उससे संबद्ध महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव संपन्न हुए थे, जिसमें चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में स्थित डीएवी कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवं एसओआई गठबंधन की ओर से गौरव रापटा महासचिव पद के उम्मीदवार थे। गौरव रापटा ने महासचिव पद के लिए कांटे की टक्कर में एचएसए, एचपीएसयू और एचआईएमएसयू के गठबंधन के उम्मीदवार लक्ष्य सधैक को 42 वोटों के अंतर से हराया। गौरव रापटा के पक्ष में कुल 1758 वोट पड़े, जबकि लक्ष्य को कुल 1716 वोट मिले। इस गठबंधन में प्रधान पद के उम्मीदवार जसनप्रीत सिंह और ज्वाइंट सेक्रेटरी उम्मीदवार प्रथम राणा ने भी जीत का परचम लहराया। गौरव रापटा ने इस जीत का श्रेय एबीवीपी और एसओआई परिवार (गठबंधन) को दिया है। सुधीर वर्मा, शमशेर वर्मा,कपिल शर्मा पत्रकार सिरमौर एसोसिएशन चंडीगढ़ के यूथ विंग इंचार्ज जतिन ठाकुर, केशव ठाकुर, अभिनेय चौहान तथा अन्य सदस्यों ने गौरव को जीत की बधाई दी है।
बिलासपुर जिले के लुहणु मैदान में चल रही अग्निवीर सेना भर्ती रैली में हजारों की संख्या में युवा भारतीय सेना में शामिल होने के लिए भाग ले रहे हैं। जिला ऊना के गांव नलवाड़ी तहसील बंगाना के जुड़वा भाई सौरव कुमार और गौरव कुमार जो हमीरपुर में हुई रैली में सफल नहीं हो पाए थे, लुहणु मैदान में आयोजित रैली में उन्होंने अपनी सफलता का परचम लहराया। आश्चर्यजनक बात यह है कि दोनों जुड़वा भाई एक साथ सभी पायदानों को पार करते हुए सेना के लिए चुने गए हैं। विगत रैली की असफलता से सबक लेकर दोनों भाइयों ने कठोर परिश्रम के साथ सभी बाधाओं को पार करने की मन में ठानी। माता-पिता के आशीर्वाद तथा विभिन्न लोगों से प्रेरणा प्राप्त कर इस रैली में सफल हुए इन दोनों भाइयों का कहना है कि सेना भर्ती रैली में परिश्रम के माध्यम से ही स्थान पाया जा सकता है। सौरव और गौरव का कहना है कि रैली से पूर्व सी टेस्ट की सुविधा होने से छंटनी हो कर अभ्यर्थी शारीरिक क्षमता के विभिन्न आयोजनों में भाग लेता है। इससे दौड़ने में अधिक भीड़ न होने से अभ्यर्थी द्वाराअपनी क्षमता को बेहतर रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। उन्होंने इस प्रक्रिया को प्रारंभ करने के लिए सेना का आभार व्यक्त किया। दोनों भाईयों ने शैक्षणिक क्षेत्र में भी उत्कृष्ट मुकाम प्राप्त किया है बावजूद इसके अन्य विकल्पों के होते हुए भी उन्होंने सेना में भर्ती होकर देश सेवा को सबसे बेहतर विकल्प के रूप में चुना। इनके पिता बलवंत सिंह का कहना है कि उन्होंने इन दोनों बेटों को सेना के लिए समर्पित किया है यद्यपि एक और बेटा है जो मानसिक दिव्यांग है। उन्होंने अग्नि वीर सैन्य भर्ती के प्रति अपनी पूरी आस्था जताते हुए बच्चों द्वारा किए गए प्रदर्शन पर प्रसन्नता जाहिर की। ऐसे ही जिला हमीरपुर के काकडियार के जुड़वा भाई अखिल राठौर और निखिल राठोर भी इस रैली में अपने बचपन के सपने को साकार करने में सक्षम हुए हैं। बड़े भाई व बहुत से परिवार जन भारतीय सेना में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं यही जज्बा अखिल और निखिल के मन में भी भरा हुआ था यह दोनों भाई बताते हैं कि अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्हें जहां परिवारजनों से प्रेरणा मिली वही गांव के कुछ लोग भी मार्गदर्शक बने। यह फौज में अपने सुनहरे भविष्य को संवारने के लिए आतुर है। अखिल और निखिल कहते हैं कि आज बहुत से युवा भारतीय सेवा का अंग प्रत्यंग बन देश की सेवा के लिए तत्पर है युवाओं में इसके लिए होड़ लगी है। जिला ऊना के हरोली क्षेत्र से संबंध रखने वाले मनीष कुमार ने जमा दो की परीक्षा 92 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की परिवार तथा स्वयं के समक्ष जीवन यापन के लिए अनेक विकल्पों में से इन्होंने सेना में जाकर देश के प्रति अपने कर्तव्य के निर्वहन को ही सबसे उचित समझा। मनीष कुमार का कहना है कि अग्नि वीर सैनिक में यदि योग्यता और समर्थ है तो वह सेना में लंबे समय के लिए अपनी सेवाएं प्रदान कर सकता है। गौरतलब है कि लुहणु मैदान में आयोजित अग्नि वीर भर्ती रैली में बहुत से ऐसे युवाओं ने भाग लिया जो न केवल शैक्षणिक योग्यता में उत्कृष्ट मुकाम हासिल किए हुए थे, अपितु अन्य वोकेशनल ट्रेनिंग या किसी और विषय में भी महारत रखते थे, किंतु इन्होंने उन सब को दरकिनार कर भारतीय सेना का सिपाही बन देश के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा करने का लक्ष्य ही चुना।
हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में निजी शिक्षण संस्थान फर्जी दावे करते रहे और शिक्षा विभाग के अधिकारी इन दावों को सत्यापित करते रहे। सीबीआई की जांच में इसका खुलासा हुआ है। ईडी की ओर से गिरफ्तार चार आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ है। मामले में हर स्तर पर अनियमितताएं बरती गई हैं। आरोप हैं कि निजी शिक्षण संस्थान और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से छात्रवृत्ति का बजट जारी हुआ है। इन आरोपियों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम-2002 के प्रावधानों के कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। आरोपियों की संपत्ति, बैंक खाते से लेनदेन, कैसे छात्रवृत्ति को इधर से उधर किया गया, इसे लेकर प्रवर्तन निदेशालय बारीकी से जांच कर रहा है। उल्लेखनीय है कि ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले में एएसएएमएस एजुकेशन ग्रुप के पार्टनर राजदीप जोसन और कृष्ण कुमार, केसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट पंडोगा के उपाध्यक्ष हितेश गांधी और प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशालय की छात्रवृत्ति शाखा के तत्कालीन अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोप हैं कि निजी शिक्षण संस्थान ने फर्जी दस्तावेज पेश करके अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित विद्यार्थियों के लिए पोस्ट-मैट्रिक योजना में छात्रवृत्ति घोटाला किया। यह है मामला छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी ने सीबीआई शिमला की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की है। आरोप लगाया गया था कि राज्य शिक्षा विभाग, निजी संस्थान और बैंक अधिकारी 250 करोड़ रुपये से अधिक की छात्रवृत्ति निधि के वितरण में बड़े पैमाने पर गलत विनियोजन में शामिल थे। इस मामले में सीबीआई और ईडी कई अधिकारियों और निजी शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
-पर्व पर खुद को लोहे की जंजीरों से पीटते हैं गोगा भक्त -क्षेत्र की 150 पंचायतों में कल मनाया जाएगा यह धार्मिक उत्सव सिरमौर जिला के क्षेत्र गिरिपार में हिंदुओं के कई त्योहार अलग-अलग अंदाज में मनाए जाते हैं, इन्हीं में से एक है धार्मिक उत्सव गुगावल। इस पर्व पर भक्तों द्वारा खुद को लोहे की जंजीरों से पीटे जाने की धार्मिक परंपरा काफी खतरनाक व रोमांचक समझी जाती है। गोगा नवमी की पूर्व संध्या पर माड़ी कहलाने वाले गूगा मंदिरों में भक्ति गीतों के साथ शुरू होने वाला गुगावल पर्व नवमी की शाम सूरज ढलने तक मनाया जाता है। सिरमौर जिला के उपमंडल संगड़ाह, शिलाई व राजगढ़ की करीब 150 पंचायतों में गुगावल अथवा गोगा नवमी धार्मिक उत्सव कल मनाया जाएगा। हालांकि उपमंडल संगड़ाह के घाटों गांव में यह त्योहार 1 दिन पहले ही मनाया गया, जिसका कारण कल ग्रामीणों अथवा गोगा भक्तों का साथ लगते टिक्कर गांव में आयोजित होने वाले शांत धार्मिक अनुष्ठान के लिए जाना बताया जा रहा है।
केंद्र सरकार को भेजी 10 करोड़ रुपये की डीपीआर हिमाचल सरकार प्रदेश में तीन नए नर्सिंग कॉलेज खोलेगी। यह कॉलेज चंबा, हमीरपुर और जिला सिरमौर के नाहन में खोले जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने डीपीआर तैयार कर केंद्र को भेज दी है। तीनों नर्सिंग कॉलेज में आधारभूत ढांचा विकसित करने पर 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रति नर्सिंग संस्थान को 3 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि दी जानी है। वर्तमान में हिमाचल में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) और मंडी में दो ही सरकारी नर्सिंग कॉलेज हैं। जबकि नर्सिंग स्कूलों की संख्या 15 से ज्यादा है। प्रदेश सरकार ने नए खोले जाने वाले नर्सिंग कॉलेजों में 40-40 सीटें निर्धारित करने का फैसला लिया है। जैसे-जैसे आधारभूत ढांचा विकसित होगा। केंद्र सरकार से सीटें बढ़ाने की सिफारिश की जाएगी। हिमाचल में 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद बड़ी संख्या में छात्राएं नर्सिंग और मिडवाइफ के कोर्स कर रही हैं। निजी संस्थानों में नर्सिंग का कोर्स करने के लिए चार लाख रुपये से ज्यादा खर्च आता है। इसमें हॉस्टल, वर्दी व अन्य खर्चे भी शामिल हैं। हजारों की संख्या में छात्राएं यह कोर्स कर रही हैं। हालांकि सरकारी कॉलेजों फीस कम है। इसमें एक साल का खर्च करीब 70 हजार के पास रहता है। हिमाचल में नए नर्सिंग कॉलेज खुलने से कई और छात्राएं सरकारी संस्थानों में प्रशिक्षण हासिल कर सकेंगी। चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. सीता ठाकुर ने बताया कि हिमाचल में नए नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिए 10 करोड़ रुपये की डीपीआर केंद्र को भेज दी गई है।
चंबा, कांगड़ा, शिमला और अन्य जिलों के भ्रमण कर सकते हैं सैलानी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला हमीरपुर के नादौन में कहा कि हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण प्रदेश में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं और निजी एवं सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के दृढ़ एवं त्वरित प्रयासों के फलस्वरूप राज्य में सड़कों को काफी हद तक बहाल कर दिया गया है तथा प्रदेश में आगंतुकों के लिए सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य की अब तक की सबसे भीषण त्रासदी थी, लेकिन अब राज्य में हालात सामान्य हो रहे हैं। नादौन में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटकों के लिए सुरक्षित है और पर्यटक अब चंबा, कांगड़ा, शिमला और अन्य जिलों के भ्रमण पर आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा से प्रभावी ढंग से निपटने और सभी प्रभावितों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विपदा के समय में भी नेता प्रतिपक्ष प्रभावित परिवारों की पीड़ा के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के बजाय राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने नेतापक्ष से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संपर्क कर हिमाचल प्रदेश के लिए केदारनाथ और भुज त्रासदी की तर्ज पर विशेष पैकेज प्रदान करने के लिए आग्रह करने का आहवान किया। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और उत्तराखंड और गुजरात में प्रदान की गई सहायता के समान वित्तीय सहायता प्रदान करने की बार-बार अपील की है, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार द्वारा इस संबंध में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने प्रदेशवासियों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के हरसंभव प्रयास कर रही है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपये के ऋण का बोझ डाला तथा केवल राजनीतिक लाभ के लिए कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार कर्मचारियों के बकाया और भत्ते देने में विफल रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालने के पश्चात वित्तीय बाधाओं के बावजूद कर्मचारियों के हितों में अभूतपूर्व निर्णय लेकर पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है।
कहा-संबंधित विभाग जागरूकता अभियान चलाएं उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने कहा है कि शिशुओं और गर्भधात्री माताओं को समुचित मात्रा में पोषाहार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि पात्र लोगों को पोषाहार देने के लिए बाल विकास एवं महिला विकास के माध्यम से कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, जिन्हें सही परिप्रेक्ष्य में कार्यान्वित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से शिशुओं और गर्भधात्री माताओं को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से समुचित मात्रा में पौष्टिक आहार प्रदान किया जा रहा है। हमें कुपोषण का शिकार बच्चों और माताओं पर विशेष ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। उपायुक्त सुमित खिमटा बुधवार को बचत भवन नाहन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय पोषाहार शिविर की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। इस पोषाहार शिविर में लगभग 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्वेश्य 1 सितंबरसे 30 सितंबर तक पूरे जिला मे मनाए जाने वाले पोषण माह के दौरान जिला सिरमौर में माह भर करवाए जाने वाले कार्यक्रमों एवं गतिविधियों बारे जानकारी प्रदान करना तथा कार्यक्रमों का विधिवत आयोजन करना है। सुमित खिमटा ने कहा कि कुपोषण और एनिमिया के विरुद्ध सभी संबंधित विभागों द्वारा जागरूकता अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों, आंगनबाड़ी केंद्रों और पंचायत स्तर पर सघन जागरूकता अभियान चलाए जाएं, जिससे अधिक से अधिक लोगों को पोषाहार योजना की सही जानकारी हासिल हो सके। उन्होंने कहा कि कुपोषण और रक्त की कमी बच्चों और गर्भधात्री माताओं के लिए जानलेवा हो सकते हैं, इसलिए हम सभी को मिलकर पोषाहार कार्यक्रम को सफल बनाना चाहिए। कुपोषण और रक्त की कमी को दूर करने के लिए ग्रास रूट लेवल तक रोडमैप बनाये जाने की आवश्यकता है। उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के लाभ से कोई भी पात्र छूटना नहीं चाहिए। यह सुनिश्चित बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाज के अनाथ और परित्यक्त बच्चों और युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए सभी विभागों को मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना पर गंभीरता से कार्य करना चाहिए ताकि पात्र व्यक्ति को लाभान्वित किया जा सके। सुमित खिमटा ने इस अवसर उपस्थित प्रतिभागियों को पोषाहार संबंधी प्रतिज्ञा भी दिलवाई। जिला कार्यक्रम अधिकारी सिरमौर सुनील शर्मा ने महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न पोषाहार कार्यक्रमों के बावजूद भी कुपोषण और एनिमिया के मामले लगातार संज्ञान में आ रहे हैं जो कि चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि बाल एवं महिला विकास विभाग इस दिशा में गंभीरता से कार्य कर रहा है और अन्य संबंधित विभागों को भी अपने स्तर पर प्रयास करने चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। पोषण अभियान के जिला समन्वयक राजेश शर्मा ने पोषण अभियान के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रदान की और पोषण अभियान के अंतर्गत हर वर्ष मनाए जाने वाले पोषण माह के दौरान जिला सिरमौर में आयोजित होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। इस शिविर में आयुर्वेद विभाग की ओर से डॉ. मंजू और स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉ. विनोद सांगल ने बतौर रिसोर्स पर्सन कुपोषण और एनिमिया आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कन्याल, नगर परिषद की अध्यक्ष श्यामा पुंडीर, उप निदेशक उच्च शिक्षा कर्मचंद, जिला पांचायत अधिकारी विक्रम ठाकुर, समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक और खंड समन्वयक भी शिविर में उपस्थित थे।
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने पंचायत सचिवों को दिव्यांगजनों के पैंशन प्रपत्र पर अविलंब रिपोर्ट देना सुनिश्चित बनाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को अपने पैंशन प्रपत्र पर रिपोर्ट के लिए बार-बार पंचायतों के चक्कर न काटना पड़े इसके लिए जिला पंचायत अधिकारी और परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण ठोस कार्रवाई करें। उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा गत सोमवार नाहन में जिला स्तरीय दिव्यांगता समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम के तहत दिव्यांगजनों के अधिकारों के संरक्षण हेतु जिला स्तरीय समिति का गठन किया और समिति दिव्यांगजनों के कल्याण के लिये किये जा रहे सभी कार्यों की निरंतर समीक्षा कर रही है। उपायुक्त ने डा. यशवंत सिह परमार मैडिकल कॉलेज नाहन में दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए अमृत फार्मेसी एवं एसआर लैब को उचित स्थान पर खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह मामला काफी समय से लंबित है और दिव्यांगजनों के हितों को देखते हुए इस पर तुरंत उचित कार्रवाई की जाये। सुमित खिमटा ने दिव्यांगजनों के लिए विशेष मैडिकल शिविरों के आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग और मैडिकल कॉलेज को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए जिला के विभिन्न स्थानों पर विशेष शिविर लगाये जाने चाहिए जिसमें पंचायतों का सहयोग भी लिया जा सकता है।
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने कहा कि सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत परिवहन, पुलिस और सम्बन्धित विभागों को यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ दुर्घटनाओं की संख्या में भी लगातार इजाफा होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत हमें गंभीरता से तीन बिंदुओं पर कार्य करने की आवश्यकता है जिसमें वाहन चालकों में जागरूकता, वाहनों के लिए पार्किंग इत्यादि की सुविधा और यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर दंडात्मक कार्रवाई शामिल है। उपायुक्त सुमित खिमटा आज मंगलवार को नाहन में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सुमित खिमटा ने जिला का रोड़ सेफटी प्लाने बनाने के साथ ही नाहन शहर के लिए भी रोड सेफटी प्लान बनाने के लिए नगर परिषद को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर परिषद, लोक निर्माण विभाग और पुलिस के साथ मिलकर नाहन शहर के लिए रोड सेफटी प्लाान तैयार करे। उन्होंने कहा कि शहर के प्रमुख स्थलों सहित कैंट स्कूल नाहन के समीप चौक पर वाहनों के अनावश्यक पार्किंग पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये। उपायुक्त ने कहा कि जिला की प्रमुख सड़कों विशेषकर राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर ओपरस्पीड रोकने के लिए आवश्यक पग उठाये जायें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए मुख्य मार्ग पर साईन बोर्ड लगाकर स्पीड लिमिट तथा आपातकालीन चिकित्सा सेवा के दूरभाष नम्बरों की जानकारी दी जाये। उन्होंने कहा कि कालाअंब से पांवटा साहिब का क्षेत्र सड़क सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत गंभीर है क्योंकि यहां पर औद्योगिक क्षेत्र होने के साथ ही स्कूलों की काफी संख्या है, इस लिए यहां पर सड़क सुरक्षा उपाय बहुत जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि ओवर स्पीड को रोकने तथा दुर्घटना से बचाव के लिए मुख्य मार्ग पर जहां भी जरूरी हो सीसीटीवी कैमरे लगाये जायें। सुमित खिमटा ने अंडर ऐज ड्राईविंग पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह बहुत ही खतरनाक और जानलेवा है। उन्होंने कहा कि पुलिस को जागरूकता के साथ साथ दोषियों के खिलाफ नियुमानुसार कार्रवाई करवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मानवीय जीवन की सुरक्षा को देखते हुए यातायात नियमों को कठोरता से पालना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदूषण सम्बन्धी नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करें और नियमानुसार चालान किये जायें। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा जिला में विभिन्न सड़कों में 566 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किये गए हैं। इसी प्रकार राष्ट्रीय उच्च मार्ग द्वारा जिला में 17 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किये गऐ हैं।
प्राथमिक पाठशाला देवामानल में आज अध्यापक दिवस के उपलक्ष्य पर रंगारंग कार्यक्रम के साथ गुरु शिष्य परंपरा को निभाते हुए विद्यालय में अध्यापक दिवस मनाया गया। सुबह से ही बच्चों में अध्यापक दिवस की एक उमंग थी। सुबह स्कूल पहुंचते ही बच्चों ने अध्यापकों का तिलक लगा कर स्वागत किया फिर स्कूल के मुख्य अध्यापक शमशेर वर्मा ने सभी अध्यपकों को अध्यापक दिवस की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा गुरु की महिमा का बखान अपनी कविता के माध्यम से किया गया इसके लिए बच्चों को पुरस्कार भी दिए गए। इसके बाद स्कूल के बच्चों के द्वारा अध्यापको से विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता करवाई गई सभी अध्यापको ने इन गतिविधि मे बहुत उत्साह के साथ भाग लिया। सभी अध्यापकों को उपहार भी दिए गए और एक बार फिर स्कूल के मुख्य अध्यापक के द्वारा सभी अध्यापकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएंं दी गइंर्।
हिमोत्कर्ष, साहित्य संस्कृति एवं जन कल्याण परिषद जिला सिरमौर शाखा पांवटा साहिब ने शिक्षक दिवस के अवसर पर पांवटा साहिब में कार्यक्रम का आयोजन किया। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी सिरमौर एलआर वर्मा ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व निदेशक पीजीआई चंडीगढ़ पद्मश्री डॉ. जगत राम ने की। एलआर वर्मा ने इस असर पर कहा कि समाज के निर्माण में शिक्षकों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। शिक्षक अपने शिष्य को कोई भी आकार देने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा की ही देन है कि आज हमारा देश चंद्रयान-3 का सफल प्रक्षेपण करके विश्व के चार देशों में शुमार हुआ है। उन्होंने कहा कि समय के साथ शिक्षा में अनेक नए आयाम जुड़े हैं। उन्होंने इस बात पर चिंता जाहिर की की गुरु शिष्य परंपरा जो प्राचीन समय में थी वह आज कहीं ना कहीं विलुप्त हो गई है। गुरुओं के प्रति सम्मान और बुजुर्गों के प्रति सम्मान की भावना कम होने से निश्चित तौर पर कहीं ना कहीं नैतिकता का पतन हो रहा है। उन्होंने कहा कि विद्या हासिल करने अथवा कुछ सीखने के लिए व्यक्ति में झुकने की प्रवृत्ति होनी जरूरी है। एडीएम ने हिमोत्कर्ष संस्था के प्रयासों की सराहना की जो पिछले 20 सालों से शिक्षक दिवस के मौके पर पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन कर रही है। इससे न केवल समाज में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को प्रोत्साहन मिलता है बल्कि दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिलती है। पदमश्री डॉ. जगत राम ने कहा कि जीवन में सफलता हासिल करने के लिए संघर्ष बहुत जरूरी है। सफलता की ऊंचाई को बिना मेहनत लगन और समर्पण के हासिल नहीं किया जा सकता। वहीं, हिमोत्कर्ष संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने कहा कि संस्था का प्रयास समाज के प्रत्येक उस व्यक्ति को सम्मान प्रदान करना है जिसने उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की हों। उन्होंने कहा कि समाज में सेवा के अनेक क्षेत्र हैं, जहां व्यक्ति अपना योगदान कर सकता है। हिमोत्कर्ष साहित्य संस्कृति एवं जन कल्याण परिषद् जिला सिरमौर शाखा पांवटा साहिब द्वारा हिमाचलश्री, सिरमौर श्री और विद्या विशारद जिसके लिए लोक सेवक, समाजसेवी व शिक्षकगणों को परिषद द्वारा चयनित किया गया तथा हिमाचलश्री प्रदेश स्तर पर और सिरमौर श्री और विद्या विशारद पुरस्कार जिला स्तर पर प्रदान किए गए। हिमाचल पुरस्कार से पूर्व निदेशक पीजीआई चंडीगढ़ पद्मश्री डॉ. जगत राम तथा प्रो. अमर सिंह चौहान समाज सेवा, शिक्षा, लोक संस्कृति साईं कुटीर नाहन को सम्मानित किया गया। सिरमौर श्री पुरस्कार से हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अवकाश कुमार, जनसेवक राम स्वरूप चौहान नाहन, जनसेवक नसीम दिदान नाहन, समाज सेवक बहादुर सिंह ठाकुर ददाहू, पत्रकारिता व समाजसेवा संजय कंवर संवाददाता पंजाब केसरी पांवटा साहिब, पत्रकारिता धीरज चोपड़ा संवाददाता दिव्य हिमाचल पांवटा साहिब, समाजसेवा स्वास्थ्य सेवा नीरज गोयल माजरा, इंचार्ज नर्सिंग दीपिका शर्मा जेसी जुनेजा हॉस्पिटल पांवटा साहिब तथा कमला देवी पर्यावरण संरक्षण अध्यक्षा महिला वन एवं पर्यावरण (सुरक्षा) समिति गांव टापी अम्बोया जिला सिरमौर को सम्मानित किया गया। विद्या विशारद पुरस्कार से शबनम शर्मा शिक्षा एवं साहित्य माजरा, प्रो. नंदिनी कंवर सहायक प्रो. गुरु गोविंद सिंह राजकीय महाविद्यालय पांवटा, बीआर ठाकुर सहायक प्रोफेसर रा. स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाहन, रमेश चौहान प्रवक्ता कॉमर्स पांवटा साहिब, दिनेश कुमार शर्मा टी.जी.टी. नॉन-मेडिकल रावमापापबियाना राजगढ़, सुरेश कुमार र्शमा टीजीटी आर्ट्स हाई स्कूल खारा, सुमन लता पीजीटी बायोलॉजी जीएमएसएसएस राजगढ़ सिरमौर, अजय शर्मा डी.पी.ई. रा.व.मा.पाठशाला कोडगा, बलबीर सिंह चौहान जेबीटी राजकीय प्राथमिक विद्यालय भटाड कफोटा सिरमौर, अर्चना गुप्ता शिक्षा जेबीटी राप्रास्कूल हैवना को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डीपीआरओ प्रेम ठाकुर, तहसीलदार ऋषभ शर्मा,अमर सिंह चौहान, हीरा सिंह ठाकुर, जयप्रकाश चौहान सहित संस्था के पदाधिकारी तथा स्कूली बच्चे व अभिभावक उपस्थित रहे।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले हिमाचल प्रदेश के 16 शिक्षकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजा गया है। मंगलवार सुबह शिक्षक दिवस पर राजभवन शिमला में राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर इन शिक्षकों को सम्मानित किया। कांगड़ा, बिलासपुर, लाहौल-स्पीति और किन्नौर से एक भी शिक्षक का पुरस्कार के लिए चयन नहीं हुआ है। जिला शिमला से चार, कुल्लू-ऊना और हमीरपुर से दो-दो शिक्षकों को चुना गया है। मंडी-सोलन-सिरमौर और चंबा जिला से पुरस्कार के लिए एक-एक शिक्षक का चयन हुआ है। 10 शिक्षकों का चयन प्रदेशभर से प्राप्त हुए 39 आवेदनों के आधार हुआ था। तीन शिक्षकों किशोरी लाल, दलीप सिंह और हरीराम शर्मा को सरकार की ओर से गठित राज्य स्तरीय कमेटी ने चयनित किया। कार्यक्रम में इन शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और शॉल व टोपी देकर सम्मानित किया गया। वहीं, पुरस्कार के लिए एक शिक्षक का नाम समारोह के दौरान ही घोषित किया गया। इसके अलावा बीते वर्ष राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिमला के वीरेंद्र कुमार व चंबा के युद्धवीर सिंह को भी राज्य पुरस्कार दिया गया पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों की सूची शिक्षक का नाम स्कूल का नाम पद अमर चंद चौहान वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल आनी, कुल्लू प्रिंसिपल दीपक कुमार वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल चंबा प्रवक्ता बायोलॉजी अशोक कुमार वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल मंडी प्रवक्ता वाणिज्य कृष्ण लाल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बजौरा, कुल्लू डीपीई हेम राज वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल हिमरी, शिमला टीजीटी नॉन मेडिकल कमल किशोर वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल त्यूरी, ऊना कला शिक्षक नरेश शर्मा प्राथमिक स्कूल गिरथरी, हमीरपुर मुख्य शिक्षक प्रदीप कुमार प्राथमिक स्कूल सलोह, सोलन जेबीटी शिव कुमार प्राथमिक स्कूल ककराना, ऊना जेबीटी कैलाश सिंह शर्मा केंद्रीय प्राथमिक स्कूल लालपानी, शिमला जेबीटी किशोरी लाल उपशिक्षा निदेशक कार्यालय हमीरपुर सीएचटी दलीप सिंह वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल वासनी, सिरमौर प्रवक्ता अंग्रेजी हरि राम शर्मा मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल नेरवा, शिमला प्रिसिंपल सुरजीत सिंह राठौर छोटा शिमला स्कूल प्रवक्ता
विधानसभा के तीसरे सत्र (मानसून सत्र) के चलते शिक्षा विभाग में 11 से 25 सितंबर तक छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। 18 सितंबर से शुरू होने वाले मानसून सत्र के चलते उच्च और प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी कर दिए हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसून सत्र के चलते रविवार सहित अन्य छुट्टियों के दौरान भी बुलाया जा सकता है। सुबह आठ से रात आठ बजे तक अफसरों को दफ्तर में मौजूद रहना होगा। विभाग ने विधानसभा में शिक्षा विभाग से संबंधित लगे सभी प्रश्नों के जवाब जल्द देने के लिए भी कहा है। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विभाग से संबंधित सभी प्रश्नों के जवाब तैयार होने चाहिए। अधिकारियों के पास हर तरह की जानकारी होनी चाहिए। हर शाखा में कम से कम एक अधिकारी इस दौरान रोजाना सुबह साढ़े आठ बजे ऑफिस में होना चाहिए। इनकी छुट्टियां हुई हैं रद्द अतिरिक्त निदेशक प्रशासन, कॉलेज, स्कूल उच्च शिक्षा, संयुक्त निदेशक कॉलेज, संयुक्त निदेशक फाइनेंस एंड अकाउंट, सह निदेशक, उच्च शिक्षा के सभी उपनिदेशक, सभी सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल, कमांडर एनसीसी और चीफ लाइब्रेरियन सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी सोलन, प्रारंभिक शिक्षा के सभी उपनिदेशक, प्रिंसिपल डाइट की छुट्टियां रद्द करने के आदेश दिए गए हैं। इन अधिकारियों के तहत काम करने वाले स्टाफ को भी छुट्टियां नहीं मिलेंगी। विभाग में विभिन्न श्रेणी के कर्मचारियों के कितने पद सृजित हैं, कितने पद रिक्त हैं। कितने पद भरे गए हैं। निदेशालय के अधिकारियों ने कितने स्कूलों, कॉलेजों का निरीक्षण किया। कितने नए स्कूल, कॉलेज खोले गए। सरकार की विभिन्न योजनाओं का क्या स्टेटस है।
सरकार और प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी, डेढ़ घंटे तक मुख्य बाजार में लगाया किया चक्का जाम एसडीएम के आश्वासन पर समाप्त किया प्रदर्शन संगड़ाह महाविद्यालय की एबीवीपी छात्र संगठन इकाई और आदर्श विद्यालय संगड़ाह की लगभग दो दर्जन छात्राओं ने संगड़ाह के मुख्य बाजार काली मिट्टी में बस की मांग को लेकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और करीब डेढ़ घंटे तक मुख्य बाजार में जाम लगाकर रखा। बाद में छात्र-छात्राओं ने एसडीएम संगड़ाह सुनील कायथ के आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त किया। यह है विद्यार्थियों की मांग छात्रों की मांग थी कि महाविद्यालय के लिए जो बस सेवा है उसके रूट में परिवर्तन किया जाए। अभी यह बस सुबह 9 बजे दो सड़का पहुंचती है। कॉलेज के विद्यार्थी दूर दराज क्षेत्रों रजाना, माईना, बडग, बौऊनल आदि से आते हैं। इनको सुबह इस बस के लिए घर से दो सड़का तक 8-10 किलोमीटर का पैदल सफ़र करना पड़ता है और अगर बस के लिए 5-10 मिनट लेट हो जाते हैं तो यह बस वहां से निकल जाती है। शाम के वक्त इस बस की सुविधा महाविद्यालय के छात्रों के लिए नहीं है। शाम को लंबे रूट की बस (नाहन-कुहुट-नाहन) रूट वाली बस में जाना पड़ता है। इस बस में पहले से ही सवारियां खचाखच भरी होती हैं। महाविद्यालय के लगभग 120 छात्र हैं, जिन्हें हर रोज परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गंभीरता से हो मांग पर विचार नहीं तो फिर होगा प्रदर्शन छात्रों ने कॉलेज प्रशासन, सरकार, स्थानीय प्रशासन और परिवहन निगम से उनकी मांग पर गंभीरता से विचार करने की मांग की है। छात्रों ने कहा कि तीन दिन के भीतर उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे फिर से प्रदर्शन करेंगे। छात्रों का कहना है कि पिछले 3 वर्ष के से महाविद्यालय में भी ज्ञापन दे चुके हैं। स्थानीय विधायक विनय कुमार को भी ज्ञापन दिया गया था है और एसडीएम और आरएम को भी ज्ञापन के माध्यम से अपनी मांग से अवगत करवा चुके हैं। बोरली में तो बस रोकते ही नहीं चालक इस प्रदर्शन में शामिल हुई आदर्श विद्यालय संगड़ाह की लगभग दो दर्जन छात्राओं ने भी संगडाह महाविद्यालय एबीवीपी छात्र संगठन का साथ दिया और उनका कहना था कि बोरली नामक स्थान पर सुबह के समय बस चालकों द्वारा बस को नहीं रोका जाता, जिस कारण वे स्कूल नहीं पहुंच पाती हैं। क्या कहना हैं विधायक विनय का... वहीं, स्थानीय विधायक विनय कुमार द्वारा अपने फेसबुक पेज सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि यह बस सेवा आज से ही आरंभ कर दी गई है और अब बच्चों को कोई परेशानी नहीं होगी।
हिमाचल प्रदेश प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षक दिवस से एक दिन पूर्व राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस बार 13 शिक्षकों को इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा। चयनित शिक्षकों को मंगलवार को राजभवन शिमला में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल सम्मानित करेंगे। शिक्षकों के यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य और विद्यार्थियों को पढ़ाने में विशेष रुचि लेने के लिए दिया जा रहा है। इनमें से तीन शिक्षकों को सरकार की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य के लिए शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों की सूची शिक्षक का नाम स्कूल का नाम पद अमर चंद चौहान जीएसएसएस आनी प्रिंसिपल दीपक कुमार जीबीएसएसएस चंबा प्रवक्ता बायोलॉजी अशोक कुमार जीबीएसएसएस मंडी प्रवक्ता वाणिज्य कृष्ण लाल जीएसएसएस बजौरा डीपीई हेम राज जीएसएसएस हिमरी शिमला टीजीटी नॉन मेडिकल कमल किशोर जीएसएसएस त्यूरी ऊना कला शिक्षक नरेश शर्मा जीपीएस गिरथरी मुख्य शिक्षक प्रदीप कुमार जीपीएस सलोह जेबीटी शिव कुमार जीपीएस ककराना जेबीटी कैलाश सिंह शर्मा जीसीपीएस लालपानी जेबीटी किशोरी लाल उप शिक्षा निदेशक कार्यालय हमीरपुर सीएचटी दलीप सिंह जीएसएसएस वसवानी प्रवक्ता अंग्रेजी हरि राम शर्मा जीएमएसएसएस नेरवा प्रिंसिपल
विकास कार्यों में तेजी लाने और सभी परियोजनाओं को समयबद्ध पूरा करने के दिए निर्देश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए आज यहां आयोजित प्रशासनिक सचिवों की मंडे मीटिंग की अध्यक्षता की। उन्होंने विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी परियोजनाओं को समयबद्ध पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में सभी फाइलें ई-फाइल प्रणाली के माध्यम से भेजी जाए। इससे समय की बचत होगी और कार्यों को शीघ्र निपटाने में मदद भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी जन सेवाओं के लिए ऑनलाइन प्रणाली समयबद्ध कार्यान्वित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गवर्नेंस में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को विशेष अधिमान दे रही है। इससे प्रशासन में पारदर्शिता के साथ-साथ दक्षता भी सुनिश्चित होती है। उन्होंने सभी नगर निगमों और शहरी स्थानीय निकायों का पूर्णतया डिजिटाइजेशन सुनिश्चित करने को भी कहा। इससे लोगों को अधिकांश सेवाएं ऑनलाइन माध्यम से उनके घर में ही प्राप्त हो सकेंगी। मुख्यमंत्री ने नींबू प्रजाति फल उत्पादन बहुल क्षेत्र में अतिरिक्त जूस से साइडर बनाने के लिए आधुनिक संयंत्र स्थापित करने की संभावनाएं तलाश करने के निर्देश दिए। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए उन्होंने शिमला, रिज स्थित पुस्तकालय के खुलने का समय बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, राजीव गांधी रोजगार योजना सहित अन्य योजनाओं की विस्तृत समीक्षा भी की। बैठक में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, विभिन्न प्रधान सचिव और अन्य सचिव उपस्थित थे।
सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन के 12 और औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब के एक एटीएम से 24.65 लाख रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आया है। हैरानी इस बात की है कि पैसे गायब करने वाला और कोई नहीं, बल्कि एटीएम में पैसे डालने वाला यानी बैंकों की ओर से अधिकृत कंपनी का एक एग्जीक्यूटिव अफसर निकला। फिलहाल, बैंक प्रबंधकों की ओर से शिकायत के बाद सदर पुलिस थाना नाहन में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी से पुलिस सात लाख रुपये की रिकवरी भी कर चुकी है। इस मामले में पुलिस आगामी कार्रवाई में जुटी है। बता दें कि नाहन में एसबीआई, एचडीएफसी समेत अन्य बैंकों के एटीएम हैं। एसबीआई के जिला मुख्यालय नाहन में जगह-जगह एटीएम हैं। वहीं, कालाअंब में भी कई एटीएम चल रहे हैं, जहां से कंपनी का अधिकारी बैंकों की ओर से दिए गए कोड से एटीएम में बची राशि की निकासी करता रहा। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब बैंकों की ओर से आडिट किया गया। खुलासा हुआ कि एटीएम में पड़े कैश और उपभोक्ताओं की ओर से निकाली गई राशि में काफी अंतर है। बताया जा रहा है कि एटीएम में कैश डालने वाला अधिकारी दूसरी बार कैश डालने से पहले ही कुछ राशि को बाहर निकाल लेता था। यह सिलसिला कई दिनों तक चलता रहा। यह राशि एसबीआई और एचडीएफसी बैंकों के एटीएम से निकाली गई। जब बैंक प्रबंधन ने आरोपी के खिलाफ नाहन पुलिस सदर थाना में शिकायत दर्ज करवाई तो आरोपी दीपचंद निवासी रामाधौन, जिला सिरमौर ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली। मामला दर्ज होते ही आरोपी ने सात लाख रुपये जमा करवा दिए हैं। पुलिस अधीक्षक सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि बैंक प्रबंधकों की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ है। पुलिस आगामी कार्रवाई में जुटी है।
शिक्षा का उद्देश्य पूर्ण रूप से विकसित और शांतिप्रिय व्यक्तित्व रखने वाले व्यक्तियों का निर्माण करना है, जिनका पोषण विश्व और उनके आसपास के समाज के लिए कुछ बड़ी सोच रखने के लिए किया गया हो। एक बालक को केवल सूचनाएं प्रदान करने की प्रक्रिया के द्वारा नहीं बल्कि समग्र रूप से शिक्षित किया जाना चाहिए। गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर का मानना है, 'कक्षा में बैठने से ही कोई शिक्षित हो रहा है, हम ऐसा नहीं मान सकते। हमें बच्चे के मन और शरीर के संपूर्ण विकास पर ध्यान देने के साथ-साथ उसमें अपनापन, साझा करने और दूसरों की देखभाल करने की भावना, प्रेम, अहिंसा और शांति जैसे मानवीय मूल्यों को विकसित करने पर भी ध्यान देना होगा।Ó एक सुंदर विचार है, जो प्राचीन गुरु-शिष्य परंपरा का हिस्सा था, जिसे आज पुनर्जीवित किया जाना चाहिए। एक अच्छा शिक्षक सदा यही चाहेगा कि उसका छात्र विजयी हो और एक अच्छा छात्र उस शिक्षक की जीत की कामना करेगा, जिसका ह्रदय विशाल है। छात्र जानता था कि उसके अल्प ज्ञान की विजय केवल दुख लाएगी, जबकि गुरु के महान ज्ञान की जीत केवल अच्छाई लाएगी। इस सोच ने छात्र और शिक्षक के मध्य एक स्वस्थ संबंध बनाया, जहां छात्र और शिक्षक अपनी वृद्धि और विकास की यात्रा पर एक-दूसरे पर पूरा भरोसा करते थे। अच्छे शिक्षक का धैर्यवान होना जरूरी एक अच्छे शिक्षक को बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है। एक शिक्षक का धैर्य छात्रों के जीवन में चमत्कार पैदा कर सकता है, भले ही वे सीखने में थोड़े धीमे हों। माता-पिता को घर पर केवल एक या दो बच्चों को संभालना होता है, जबकि शिक्षकों को छात्रों से भरे कक्ष को संभालना होता है। यह स्पष्ट रूप से शिक्षकों के लिए अधिक तनावपूर्ण और कठिन है। इसलिए शिक्षकों को अधिक केंद्रित होने की जरूरत है। ध्यान और श्वास अभ्यास जैसी विधियाँ शिक्षकों को शांत और केंद्रित रहने के लिए तैयार करने में काफी मदद कर सकती हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि बच्चे हर समय शिक्षकों को देख रहे होते हैं और उनसे सीख रहे होते हैं। शिष्य को प्रत्येक कदम पर मार्गदर्शन की आवश्यकता आज शिक्षकों के लिए यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि छात्र कहां खड़े हैं और उन्हें वहां से अंतिम लक्ष्य तक जाने में प्रत्येक कदम पर मार्गदर्शन की आवश्यकता है। यहां हम भगवान कृष्ण से सीख सकते हैं कि किस तरह वे कदम दर कदम धैर्य और प्रेम के साथ अर्जुन को अंतिम मंजिल तक ले जाते हैं। आरंभ में अर्जुन भ्रमित थे और उनके मन में बहुत सारे सवाल थे। जैसे-जैसे एक छात्र बड़ा होता है, उसे बहुत अधिक भ्रम होना स्वाभाविक है क्योंकि उसकी अवधारणाएं टूटती रहती हैं। उदाहरण के लिए, हम सीखते हैं कि सूर्य पूर्व में उगता है, बाद में हमें पता चलता कि वास्तव में ग्रह कैसे गति करते हैं। इसलिए एक अच्छा शिक्षक छात्र के मन में उठने वाले इन सवालों के दौरान मार्गदर्शन करने के लिए उपलब्ध होता है। एक अच्छा शिक्षक जानकार होता है और छात्र को इन भ्रमों को दूर करने के लिए मार्गदर्शन करता है। साथ ही कई बार जरूरत पड़ने पर शिक्षक भ्रम पैदा भी कर सकते हैं। विद्रोही लोगों को प्रोत्साहन और पीठ थपथपाने की जरूरत शिक्षकों को एक नाजुक संयोजन के लिए प्रयास करना चाहिए जो है प्रेम के साथ दृढ़ता। ऐसे शिक्षक हैं, जो बहुत प्रेम करते हैं और कुछ अन्य केवल कठोर हैं। ऐसे बच्चे हैं जो विद्रोही हैं और ऐसे बच्चे हैं जो भीरु और शर्मीले हैं। विद्रोही लोगों को प्रोत्साहन और पीठ थपथपाने की जरूरत है। आपको उन्हें प्यार और उनकी देखभाल का एहसास कराना चाहिए और यह एहसास दिलाना चाहिए कि वे आपके अपने हैं। लेकिन जो बच्चे शर्मीले और डरपोक हैं, उन्हें खुलकर आगे आने और बोलने में सक्षम बनाने के लिए आप थोड़ा दृढ़ हो सकते हैं। उनके साथ सख्ती से पेश आएं और प्रेम भी करें। अक्सर हम इसका विपरीत करते हैं। शिक्षक विद्रोही बच्चों के साथ सख्ती से पेश आते हैं और शर्मीले बच्चों के साथ उदार बन जाते हैं। तब उनका व्यवहार का क्रम बेहतरी के लिए नहीं बदलेगा। आपको कठोर और कोमल दोनों होने की आवश्यकता है, अन्यथा आप छात्र का मार्गदर्शन उस दिशा की ओर नहीं कर पाएंगे जहां आप उन्हें ले जाना चाहते हैं।
जिला सिरमौर के संगड़ाह ब्लॉक की ग्राम पंचायत संैज में आजकल नशे और जुए की गतिविधियां बहुत जोरों पर हंै। नारी शक्ति ग्राम संगठन ग्राम पंचायत सैज की महिलाओं ने रविवार को डालयानु से सैंज घाट और संैज घाट से सैज गांव तक नशे और जुए के खिलाफ एक रैली निकाल कर लोगों को इन बुराइयों के खिलाफ जागरूक किया। रैली दो सड़का से सैंज गाव तक निकाली गई, जिसमें काफी महिलाओं ने भाग लिया। महिलाओं का कहना है कि इस पंचायत में शराब, जुआ, चरस आदि नशा बढ़ता जा रहा है। नशे के आदी लोग जंगलों, ढाबों, दुकानों व होटलों में बैठे रहते हैं, जिससे गांव के बच्चों पर गलत असर पड़ रहा है। इस रैली की संचालक व प्रधान, नारी शक्ति ग्राम संगठन, ग्राम पंचायत सैज सुरेंद्रा ठाकुर का कहना है कि हमारी मुहिम हर घर नशा मुक्त की है और यह मुहिम लगातार जारी रहेगी। इस रैली में आशा कार्यकर्ताओं व ग्राम पंचायत सैंज के 13 स्वयं सहायता समूह तथा महिला मंडलों की महिलाओं ने भी भाग लिया। रैली में शामिल किरण (आशा कार्यकर्ता), सुमित्रा देवी, दया देवी, चद्रेश, किरण, प्रोमिला, सोमो देवी, विनीता, बबली शर्मा, नीतू बाला, उषा, निकिता, बबली शर्मा, ग्राम पंचायत प्रधान सैज करतार सिंह व उप प्रधान मेला राम व सभी वार्ड मेंबर का भी पूरा सहयोग रहा। इस रैली में संगड़ाह एसडीएम व पुलिस प्रशासन का काफी सहयोग रहा।
त्योहारी सीजन से पहले ही हिमाचल प्रदेश मिल्क फेडरेशन ने दुग्ध उत्पादों के दाम बढ़ाकर उपभोक्ताओं को झटका दे दिया है। फेडरेशन ने अलग-अलग उत्पादों के 2.50 से 50 रुपये तक दाम बढ़ा दिए हैं। फेडरेशन का हिम देसी घी 50 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 650 रुपये प्रतिकिलो मिलेगा। हालांकि दूध के दामों में बढ़ोतरी नहीं हुई। फेडरेशन ने देसी घी के अलावा पनीर के 200 ग्राम पैकेट के दाम में छह रुपये बढ़ोतरी की है। हिम खोया में प्रतिकिलो के हिसाब से 20 रुपये बढ़ोतरी की गई है। हिम बटर में 25 रुपये आधा किलो के हिसाब से बढ़ाए गए हैं। मिल्क फेडरेशन के चक्कर स्थित प्लांट के यूनिट प्रभारी शुभम ने बताया कि दुग्ध उत्पादों के बढ़े हुए दाम 1 सितंबर से लागू हो गए हैं।
मुख्य सचिव एवं राज्य कार्यकारी समिति के अध्यक्ष प्रबोध सक्सेना ने आज यहां राज्य आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धारा 24 (1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य में निर्माण गतिविधियों के संबंध में आदेश जारी किए हैं। इन आदशों के अनुसार आपदा प्रभावित इमारतों और सड़कों के पुनर्निर्माण कार्यों को छोड़कर किसी भी प्रकार के निजी विकास और निर्माण गतिविधि के लिए पहाड़ियों के कटान पर पूरे राज्य में 16 सितंबर तक प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अतिरिक्त शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सोलन और चंबा जिलों में वाणिज्यिक, पर्यटन इकाइयों के निर्माण के संबंध में 16 सितंबर तक नई योजना अनुमति एवं भवन अनुमति पर प्रतिबंध रहेगा।यह निर्णय प्रदेश में भारी बरसात के कारण आई प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत मानवीय जीवन, आधारभूत संरचना, पारिस्थितिकी की सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है।
हिमाचल प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एलआर वर्मा ने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (एडीएम) सिरमौर का पदभार संभाल किया है। वर्ष 2012 बैच के हिमाचल प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एल.आर. वर्मा इससे पूर्व जोगिंंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक सोलन के प्रबंध निदेशक के पद पर तैनात थे।अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल.आर. वर्मा ने कहा कि उनकी प्राथमिकता प्रदेश सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों और निर्देशों को सही परिप्रेक्ष्य में लागू करना है। एलआर वर्मा ने इससे पूर्व विभिन्न प्रशासनिक पदों पर अपनी सेवाएं प्रदान की है। उन्होंने एसडीएम पांवटा साहिब, एसडीएम अर्की, एसडीएम कंडाघाट के अलावा उप निदेशक पर्यटन, आयुक्त नगर निगम, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीबीएनडीए जैसे विभिन्न पदों पर भी अपनी सेवाएं प्रदान की हैं।
बोले- पहले निभाऊंगा फर्ज, फिर करूंगा पिता का अंतिम संंस्कार शिलाई के रोनहाट कस्बे के एचआरटीसी चालक कमल ठाकुर वीरवार सुबह 6 बजे नाहन-कूहंट रूट पर बस लेकर निकले थे। सब कुछ सामान्य था। नाहन से ददाहू तक के 35 किलोमीटर रास्ते पर सफर करते हुए उनको घर से कई बार फोन आए, लेकिन फोन नहीं उठा सके। ददाहू बस अड्डे पहुंचने पर उन्हें पिता टेकचंद ठाकुर के देहांत की जानकारी मिली। परिचालक सचिन को जैसे ही ये बात पता चली तो उन्होंने तुरंत टैक्सी वाले को बुलाया और कमल को बस छोड़कर टैक्सी से घर जाने की बात कही। कहा कि घर में आपका सभी इंतजार कर रहे होंगे। टैक्सी लेने से ठीक पहले अचानक कमल ने पीछे मुड़कर बस की तरफ देखा जो बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं और अन्य सवारियों से पूरी भरी थी और परिचालक से पूछा, अब इस बस को गंतव्य तक कौन पहुंचाएगा। इस बस के लिए चालक की व्यवस्था नहीं हो सकेगी। कमल ने आंसू पोंछे और बोला कि बस में बैठे लोग भी किसी न किसी मजबूरी और जरूरी काम से जा रहे होंगे। सवारियों को गंतव्य तक पहुंचाकर ही पिता का अंतिम संस्कार करूंगा। इस बात को सुनने के बाद परिचालक की आंखें भी नम हो गईं। सवारियों को भी जब यह बात पता चली तो उनका दिल पसीज गया।
उपमंडल संगडाह के तहत आने गांव ठोठा के आर्यन ने मात्र 10 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। ठोठा निवासी हरदेव के छोटे बेटे आर्यन की दो महीने पहले अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। परिजनों ने उसे पीजीआई चंडीगढ़ दिखाई डॉक्टरी जांच के बाद पता चला कि बच्चे को ब्रेन ट्यूमर से ग्रस्त है। परिजनों ने हिम्मत नहीं हारी परिजनों ने नियमित तौर पर उपचार जारी रखा, लेकिन बीते वीरवार को प्राथमिक पाठशाला और नोहराधार में चौथी कक्षा में पढ़ने वाले आर्यन कि अचानक फिर तबीयत बिगड़ी तो किराये के कमरे में ही दम तोड़ दिया। माता-पिता हरदेव और जानकी देवी ने गांव से दूर इसीलिए कमरा लिया था, ताकि स्कूल जाने के लिए दूर न पड़े। बेटे के निधन पर परिवार पर दुखों का पहाड़ टुट गया है। ग्राम पंचायत चोकर प्रधान ने इस बच्चे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार देर सायं सभी उपायुक्तों के साथ एक वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की और उन्हें अपने जिलों में भारी बारिश से हुए नुकसान का तीन दिन के भीतर आकलन करने के निर्देश दिए। उन्होंने आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए अधिकारियों को राहत व पुनर्वास कार्यों मेें तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों से क्षति की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपायुक्त जिलों में क्षति का मूल्यांकन कर सम्बंधित क्षेत्रों को आपदा प्रभावित क्षेत्र का दर्जा प्रदान करें। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को राहत राशि के उचित वितरण के लिए एसडीएम और उपायुक्तों सहित राजस्व अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण हुई तबाही के दृष्टिगत राज्य सरकार ने एक विशेष राहत पैकेज की घोषणा की है। इसमें प्रभावितों की सहायता के लिए दस गुणा तक बढ़ा मुआवजा प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में पक्के मकान को आंशिक क्षति पर 12,500 रुपये और कच्चे घर को आंशिक क्षति होने पर 10,000 रुपये की राहत राशि दी जाती थी। लेकिन प्राकृतिक त्रासदी के कारण हुए नुकसान को देखते हुए सरकार ने इसे बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है। उन्होंने कहा कि पहले दुकानों और ढाबों को हुए नुकसान के मुआवजे के रूप में सामान के बदले केवल 10 हजार रुपये की आंशिक आर्थिक सहायता मिलती थी जिसे अब राज्य सरकार ने दस गुना बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है। इसके अलावा, नए प्रावधानों के अनुसार दुधारू और भारवाहक मवेशियों की मृत्यु पर प्रति पशु 55,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी और भेड़, बकरी और सुअर की मृत्यु की स्थिति में वित्तीय सहायता को 4000 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये कर दिया गया है। प्रदेश में धंसते क्षेत्रों के संबंध में चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह की प्राकृतिक आपदा के कारण उत्पन्न स्थितियों का गहन अध्ययन करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिन प्रभावितों की सम्पत्ति पूर्ण रूप से नष्ट हो गई है, उन्हें पर्याप्त सहायता सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि ईमारती लकड़ी और ईंधन की लकड़ी की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश से बाहर इनके निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इस आदेश की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने आपदा के दौरान उपायुक्तों द्वारा किए गए त्वरित प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रतिबद्धता के फलस्वरूप 48 घंटों के भीतर विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति बहाल की गई। उन्होंने कहा कि अब विभाग सड़कों की मरम्मत पर विशेष ध्यान दे ताकि किसान अपनी उपज समयबद्ध बाजार तक पहुंचा सकें। उन्होंने कहा कि सड़कों को बहाल करने के लिए मशीनें किराये पर लेने में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। बैठक में प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा, प्रधान सचिव लोक निर्माण भरत खेड़ा, प्रधान सचिव वित्त मनीष गर्ग, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक डीसी राणा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के प्रावधानों के तहत हुई गिरफ्तारियां हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियां धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के प्रावधानों के तहत की गई हैं। इनमें एएसएएमएस एजुकेशन ग्रुप के पार्टनर राजदीप जोसन और कृष्ण कुमार, केसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट पंडोगा के उपाध्यक्ष हितेश गांधी और प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशालय की छात्रवृत्ति शाखा के तत्कालीन अधिकारी अरविंद राजटा शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों को विशेष न्यायालय पीएमएलए शिमला में पेश किया गया। न्यायालय ने चारों को पांच दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। ईडी ने सीबीआई शिमला की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की है। आरोप है कि राज्य शिक्षा विभाग, निजी संस्थान और बैंक अधिकारी करीब 250 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति निधि के वितरण में बड़े पैमाने पर गलत विनियोजन में शामिल थे। ईडी की जांच से पता चला कि राजदीप जोसन और कृष्ण कुमार ने मैसर्स एएसएएमएस एजुकेशन ग्रुप एंड स्किल डेवलपमेंट सोसायटी के माध्यम से फर्जी दस्तावेज पेश करके अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित विद्यार्थियों के लिए पोस्ट-मैट्रिक योजना के तहत छात्रवृत्ति घोटाला किया। इसी तरह हितेश गांधी की अध्यक्षता वाले केसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट पंडोगा ने छात्रवृत्ति के लिए फर्जी दावे किए, जिन्हें अरविंद राजटा ने सत्यापित किया। हितेश गांधी ने विद्यार्थियों के बैंक खाते में वितरित छात्रवृत्ति को केसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के बैंक खातों में स्थानांतरित कर दिया। इससे पहले 31 अगस्त को चार राज्यों में 24 स्थानों पर तलाशी ली गई थी। इसमें 4.42 करोड़ रुपये की अंतिम कुर्की आदेश दिया गया था। हिमाचल, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली के 24 स्थानों पर पड़े थे छापे प्रवर्तन निदेशालय ने छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में 29 अगस्त को हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली के 24 स्थानों पर इस मामले में छापे मारे थे। ईडी ने इन छापों के दौरान बैंक खातों में 2.55 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी जब्त की थी। छात्रवृत्ति घोटाले में संलिप्त आरोपियों ने खोल दिए होटल और शराब के ठेके हिमाचल में सामने आए 250 करोड़ रुपये से अधिक के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में संलिप्त कुछ निजी शिक्षण संस्थानों के मालिकों ने होटल और शराब के ठेके भी खोल दिए हैं। इन्होंने इसी बीच जमीन की भी खरीद-फरोख्त की है। सीबीआई की जांच में इसका खुलासा हुआ है। इनके पास आय से अधिक संपत्ति है, जिसे प्रवर्तन निदेशालय जब्त कर रहा है। सीबीआई ने अब तक की जांच के तहत करीब 28 निजी संस्थानों को छात्रवृत्ति घोटाले में संलिप्त पाया है। इनमें से 15 संस्थानों की जांच पूरी हो चुकी है। इनके खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल किए जा चुके हैं। 13 निजी शिक्षण संस्थानों की जांच चल रही है। यह घोटाला 2013 से 2019 के बीच हुआ है। पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर छात्रवृत्ति हुई जारी सीबीआई जांच में खुलासा हुआ है कि छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर हर स्तर पर अनियमितताएं बरती गईं। आपसी मिलीभगत से निजी संस्थानों को पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर छात्रवृत्ति के लिए बजट जारी हुआ। यही कारण रहा है कि छात्रवृत्ति का 80 प्रतिशत बजट निजी और 20 प्रतिशत बजट सरकारी संस्थानों को जारी हुआ।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचक नामावली को शुद्ध एवं त्रुटिरहित व अद्यतन बनाए रखने के उदेश्य से बी.एल.ओ. द्वारा 21-07-2023 से अपने मतदान क्षेत्र के अन्तर्गत घर-घर जाकर फोटोयुक्त मतदाता सूचियों में विद्यमान प्रविष्टियों के सत्यापन का कार्यक्रम आरम्भ किया गया था जो कि दिनांक 21-08-2023 तक चला। इस दौरान 01-10-2023 की अहर्ता तिथि के आधार पर 18 वर्ष से अधिक आयु प्राप्त कर चुके 32,403 मतदाताओं की पहचान कर प्रारूप 6 पर आवेदन प्राप्त कर लिये गये है। सत्यापन के दौरान 18,445 मतदाता अनुपस्थित व 41,488 स्थानान्तरित मतदाता चिन्हित किये गये। इसके अतिरिक्त मतदाता सूची में 3,335 दोहरे रूप से पंजीकृत, व 40,939 मृत मतदाताओं की पहचान की गई तथा फोटो मतदाता सूची में 21,723 मतदाताओं की खराब व धुन्धली फोटो को रंगीन फोटो से परिवर्तित करने हेतु पहचान की गई। इसके अतिरिक्त उन्होने यह भी बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार हिमाचल प्रदेश के समस्त 68 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों के भौतिक सत्यापन का कार्यक्रम भी समस्त जिला निर्वाचन अधिकारियों, समस्त निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों एवं उप-मण्डलाधिकारी की देख रेख में दिनांक 22-08-2023 से 31-08-2023 तक चलाया गया था। उन्होंने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 25 के प्रावधानुसार 2 से 8 सितम्बर, 2023 तक मतदान केंद्रों की सूचियां प्रारूप में प्रकाशित की जायेंगी। यह सूचियां समस्त जिला निर्वाचन कार्यालयों, समस्त निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी एवं उप-मण्डलाधिकारी (नागरिक), समस्त तहसीलों व उप-तहसीलों के कार्यालयों में जनसाधारण के निःशुल्क निरीक्षण के लिए उपलब्ध रहेेंगी। इस दौरान यह सूचियां https://ceohimachal.gov.in पर भी देखी जा सकती हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेशवासी मतदान केंद्रों के युक्तिकरण के सम्बंध में अपनी कोई आपत्ति अथवा परामर्श 2 से 8 सितम्बर, 2023 तक अपने जिले से सम्बंधित जिला निर्वाचन अधिकारी (जिलाधीश), निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (एडीएम/एसडीएम) के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं।
ग्रामीणों ने जेसीबी मशीन से शटर तोड़कर बुझाई आग सिरमौर जिला के उपमंडल संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले गांव बड़ग में दुकानों में लगी आग की चपेट में आने से इंद्र सिंह नामक दुकानदार का परिवार बाल-बाल बचा। इंद्र सिंह ने बताया कि गत रात्रि करीब साढ़े 10 बजे 3 मंजिला भवन की पहली मंजिल में दुकानों में आग लगने के बाद धुएं की दुर्गंध से उन्हें घटना का पता चला। वह खुद तो जैसे तैसे धुएं के बीच नीचे उतर गए, मगर परिवार के बाकी सदस्यों को जान बचाने के लिए छत पर चढ़ना पड़ा और दूसरी तरफ से जैसे-तैसे उन्हें सुरक्षित निकाला गया। क्षेत्र में आज तक करीब 60 किमी दूर जिला मुख्यालय नाहन से 1 बार भी दमकल विभाग का वाहन अथवा कर्मचारी आग बुझाने नहीं पहुंचे और केवल सीएम जैसे वीआईपी के प्रवास के दौरान उक्त लाल गाड़ी हेलीपैड पर पानी छिड़कती दिखती है। अन्य इलाकों की तरह यहां भी दमकल विभाग अथवा पुलिस प्रशासन से कोई मदद नहीं मिली। स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत जेसीबी मशीन से दोनों दुकानों के शटर तोड़ डाले। इसके बाद पीने के पानी की पाइप जोड़कर जान जोखिम में डालकर गांव वालों ने खुद ही आग बुझाई। सिविल उपमंडल संगडाह में कहीं भी दमकल स्टेशन न होने से हर साल अग्निकांड से लाखों और कई बार करोड़ों का नुकसान होता है। दमकल विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में हालांकि संगड़ाह में अग्नि चौकी के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, मगर प्रदेश सरकार ने आज तक इसे मंजूरी नहीं दी। एसडीएम संगड़ाह सुनील कायथ ने बताया कि नायब तहसीलदार व पटवारी को भेजकर पीड़ित परिवार को 10,000 की फौरी राहत जारी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि औपचारिकताएं पूरी होने पर प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित राशि जारी की जाएगी।
सिरमौर जिला प्रशासन से सांसद सुरेश कश्यप ने आग्रह किया कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री और राहत राशि पहुंचने का कार्य शीघ्र करें। सांसद सुरेश कश्यप आज सिरमौर जिला के रेणुका चुनाव क्षेत्र में खादरी, दुबुड़ी टिककर, खैर नाबड़ा, आलिया जरग और ककनौला जामूकोटी आदि गांवों में बाढ़ से प्रभावित परिवारों से बोल रहे थे। सुरेश कश्यप ने बताया कि इस संकट की घड़ी में वह व्यक्तिगत तौर पर समर्पित भाव से प्रभावित परिवारों के साथ उनका दुख दर्द बांटने आए हैं और उन्हें सरकार की ओर से हर संभव सहायता दिलाने के लिए पूरे प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश को इस दुख की घड़ी में हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर है और अभी तक प्रदेश को 1200 करोड़ से अधिक की राहत राशि उपलब्ध कराई जा चुकी है, जिसमें 822 करोड़ एचडीआरएफ के अंतर्गत और 400 करोड़ सीआरएफ के अंतर्गत उपलब्ध करवाई जा चुकी है। इसके अतिरिक्त हाल ही में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना तीन के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार द्वारा 2643 करोड़ रुपए भेजे जा चुके हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को केंद्र द्वारा उपलब्ध कराई जा रही राहत राशि का सदुपयोग कर तुरंत प्रभावित लोगों को राहत पहुंचने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रदेश के अंदर सभी राष्ट्रीय उच्च मार्गों और राज्य उच्च मार्गों की मरम्मत करने का निर्णय लिया है और इन मार्गों कि शीघ्र मरम्मत के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू किये जाएंगे। इस दौरान जिला परिषद अध्यक्ष सीमा कन्याल, पंचायत समिति नाहन की अध्यक्ष अनीता शर्मा, रेणुका से भाजपा के प्रत्याशी रहे नारायण सिंह, पंचायत समिति संगड़ाह के निवर्तमान अध्यक्ष मेलाराम शर्मा, रेणुका भाजपा मंडल के प्रधान राजेंद्र ठाकुर, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष राजेन्द्र खूड़ी सहित अनेक भाजपा नेता मौजूद रहे।
हरिपुरधार-रोनहाट मार्ग पर जुनेली के समीप अल्टो कार के खाई में गिरने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं 2 घायल बताए जा रहे हैं। मृतक व घायल शिमला जिला के कुपवी के पुजारली के रहने वाले थे। मिली जानकारी के अनुसार एक ही परिवार के पांच लोग किसी के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। तीन मृतकों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। जबकि एक घायल को प्राथमिक उपचार के बाद आईजीएमसी शिमला रैफर कर दिया गया है, जबकि एक घायल का सीएचसी हरिपुरधार में ही उपचार चल रहा है। दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर सीएचसी हरिपुरधार में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
कहा-पात्र विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए 20 लाख रुपये का ऋण प्रदान करने की सुविधा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि राज्य सरकार ने पात्र हिमाचली विद्यार्थियों को एक प्रतिशत ब्याज की दर पर ऋण प्रदान करने के लिए वित्त वर्ष 2023-24 से डॉ. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना लागू की है। उन्होंने कहा कि इस योजना से यह सुनिश्चित होगा कि राज्य का कोई भी युवा वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण उच्च या व्यावसायिक शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जिस परिवार की वार्षिक आय 4 लाख रुपये से कम है, उस परिवार का छात्र इस योजना के तहत ऋण प्राप्त करने के लिए पात्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे मामलों में जहां बैंक को शुल्क राशि की पहली किस्त जारी करने में समय लग रहा है, संबंधित संस्थान को शुल्क राशि की पहली किस्त जारी करने के लिए सभी जिलों के उपायुक्त कार्यालय के स्तर पर एक कोष बनाया जाएगा ताकि छात्र को संस्थान में प्रवेश लेने में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से उच्च शिक्षा विभाग से पात्र छात्रों द्वारा लिए गए शिक्षा ऋण के बदले ब्याज सब्सिडी का दावा करने के लिए नोडल बैंक नामित करेगी। उन्होंने कहा कि नोडल बैंक उच्च शिक्षा विभाग के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करेगा। उन्होंने कहा कि ऋण लेने वाले विद्यार्थियों को अपनी पसंद के संस्थान में प्रवेश पाने से पहले पोर्टल पर अपना पंजीकरण करना होगा और योजना के तहत अपने आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे। इसके पश्चात विद्यार्थी को प्रवेश में चयनित होने का प्रमाणन करने से संबंधित दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे। विद्यार्थी के पात्र पाए जाने पर उच्च शिक्षा निदेशक ऋण की पहली किस्त जारी करने के लिए संबंधित बैंक को मामले की सिफारिश करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के तहत पात्र विद्यार्थी हिमाचल प्रदेश में स्थित किसी भी अनुसूचित बैंक से शिक्षा ऋण प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि योजना के तहत विद्यार्थी बोर्डिंग, आवास, ट्यूशन फीस, किताबें और उनकी शिक्षा से जुड़े अन्य संबद्ध खर्चों को पूरा करने के लिए अधिकतम 20 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण ले सकते हैं। सीएम सुक्खू ने कहा कि पिछली कक्षा में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले छात्र व्यावसायिक व तकनीकी शिक्षा जैसे इंजीनियरिंग, चिकित्सा, प्रबंधन, पैरा मेडिकल फार्मेसी, नर्सिंग, विधि इत्यादि में डिप्लोमा व डिग्री कोर्स तथा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों, बहुतकनीकी संस्थानों से तकनीकी कोर्स तथा मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों और विश्वविद्यालयों से पी.एच.डी. करने के लिए एक प्रतिशत ब्याज की दर से ऋण लेने के लिए पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक ऋण की सुविधा का लाभ प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों के पंजीकरण एवं प्रवेश तिथि को आयु सीमा 28 वर्ष निर्धारित की गई है। सुक्खू ने कहा कि योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने और छात्रों की प्रगति की निगरानी के लिए नियमित अवधि में योजना के परिणामों का मूल्यांकन करने के लिए एक तंत्र विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग शिकायत निवारण अधिकारी नामित करेगा, जिसके पास छात्र ईमेल, डाक या किसी डिजिटल माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह योजना गरीब छात्रों को उनकी क्षमता के अनुरूप जीवन में उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करेगी।
उद्योग मंत्री ने रोनहाट में सुनी लोगों की समस्याएं उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चैहान ने अपने शिलाई विधानसभा प्रवास के तीसरे दिन रविवार को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह रोनहाट में इस क्षेत्र के लोगों की समस्यायें सुनी। इस मौके पर भारी बारिश व भूस्खलन और बाढ़ से प्रभावित लोगों ने उद्योग मंत्री से मिल कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करवाया। उद्योग मंत्री ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में अधिकतर मामलों का मौके पर ही निराकरण किया और शेष समस्याओं को तुरंत निपटारे के लिए संबंधित विभागों को सौंप दिया। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चैहान ने भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और बाढ़ प्रभावित लोगों से मिल कर प्रभावित परिवारों को सरकार और प्रशासन द्वारा प्रदान किये जा रहे मुआवजे एवं राहत सम्बन्धी जानकारी भी हासिल की। उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पीड़ित एवं प्रभावित लोगों को प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित राहत मैन्युअल के अनुसार मुआवजा देना सुनिश्चित बनायें। उन्होंने कहा कि मुआवजा प्रदान करने के कार्य में किसी भी प्रकार की देरी न करें और नुकसान होने की सूचना मिलते ही तुरंत प्रभावित को मुआवजा प्रदान करने की प्रक्रिया आरम्भ की जाये। उद्योग मंत्री ने इस दौरान रोनहाट क्षेत्र के ढाहर, जरबा जुनाली, पनोग, अजरोली, लानी बोराड़, कोटी बौंच, नया पंजोड़, हलाह, लोजा मानल, नैनीधार, जखांडो, धारवा, रास्त, शखोली और द्रबिल पंचायतों से आये लोगों की जन समस्यायें सुनी और अधिकारियों को इनके शीघ्र निपटारे के निर्देश दिए। इस मौके पर गुरु कृपा नव युवक मंडल लोजा ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए उद्योग मंत्री को 11 हजार रुपए का चेक भेंट किया।इससे पूर्व उद्योग मंत्री ने हाल ही में लानी बोराड़ के पास हुई एक सड़क दुघर्टना में लानी बोराड़ के डां रमेश भारद्वाज व जय राम और किणु गांव की साक्षी तथा कुछ दिन पहले बोराड गांव के ही रामलाल के बेटे क्यांश भारद्वाज के निधन पर उनके घर जाकर परिवारजनों से मिल कर शोक व्यक्त किया तथा शोक संतप्त परिवारजनों को सांत्वना दी और परिवारजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर एसडीएम शिलाई सुरेश सिंघा, कांग्रेस ब्लॉक समिति अध्यक्ष सीता राम, अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग राजेश कुमार, बीडियो अजय सूद सहित विभिन्न पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
जब आंखों के सामने ही सपनों का आशियाना धराशायी हो जाए तो दर्द कितना होता होगा, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। ऐसा ही दर्द मंडी जिले के उप मंडल सरकाघाट के कई परिवारों का है। इनमें से एक अति निर्धन परिवार उप मंडल की ग्राम पंचायत रिस्सा के गांव रिस्सा का है। रिन्टू पुत्र टेक चंद के परिवार पर आपदा एक कहर बनकर आ बरसी है। इस बरसात ने इनका नया और पुराना घर दोनों छीन लिये हैं। यही नहीं गांव की सारी जमीन भूस्खलन की चपेट में आ गई है तथा मौजूदा समय में रिन्टू अपने पूरे परिवार के साथ रिस्सा के सरकारी स्कूल में अपना कष्ट भरा समय गुजार रहे हैं। आप सभी दानी सज्जनों से एक सादर अपील है कि आपकी छोटी से छोटी मदद भी इन सबको एक कुटिया बनाने में सहायक सिद्ध हो सकती है। ये लोग सरकार से भी अपील कर रहे हैं मदद की। दानी सज्जन निम्नलिखित अकाउंट नंबर में आप स्वेच्छा अनुसार सहयोग कर सकते हैं। Rintu S/O Tek Chand VPO Rissa, Sarkaghat, Mandi HP 175024 Himachal Pradesh Framing Bank Account Details 87491700075321 IFSC Code PUNBOHPGB04 इनके फोन नंबर हैं 78078 73145, 7807177180
सिरमौर जिला में पंचायत समिति संगड़ाह के निवर्तमान अध्यक्ष मेलाराम शर्मा ने हिमाचल प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेतृत्व विशेष कर राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, सिरमौर जिला भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता का उन्हें भारतीय जनता पार्टी का जिला प्रवक्ता बनाए जाने के लिए आभार व्यक्त किया है। मेलाराम शर्मा ने कहा कि जिले में किसी संगठन के प्रवक्ता का पद बहुत जिम्मेदारीका होता है और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें यदि इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के काबिल समझा है। वह विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल में जिला सिरमौर के प्रवक्ता बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को विश्वास दिलाया कि वह भाजपा जिला प्रवक्ता के नाते शीर्ष नेतृत्व की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की चेष्टा करेंगे और पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य निष्पादन करेंगे।
उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत सिरमौर जिला में 9.5 करोड़ रुपये केे पंूजी निवेश के करीब 64 आवेदनों को जिला समिति द्वारा सैद्धांतिक अनुमति प्रदान कर दी गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश के पात्र बेरोजगार युवक एवं युवतियों को अपना कारोबार आरम्भ करने के लिए बैंको द्वारा ऋण प्रदान किया जाता है। उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा गत शुक्रवार को नाहन में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की 2023-24 की पहली जिला स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय समिति के समक्ष कुल 94 आवेदन अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किये गए जिन पर विस्तृत चर्चा के उपरांत 64 आवेदनों को सैद्धांतिक अनुमति प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि जिन आवेदनों को जिला स्तरीय समिति ने अनुमोदित किया है वे मामले ऋण हेतु विभिन्न बैंकों को प्रेषित किये जायेंगे। महा प्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र, सिरमौर साक्षी सत्ती ने बैठक में अवगत करवाया कि मुख्यमंत्री स्वालंबन योजना को अगस्त 2023 से पुन: क्रियान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ उठाने के लिए जिला के पात्र लोगों को आगे आना चाहिए। बैठक में उप निदेशक पशुपालन डा. नीरू शबनम, उप निदेशक उद्यान डा. सतीश शर्मा, प्रधानाचार्य आईटीआई नाहन अशरफ अली, खादी बोर्ड के प्रतिनिधि नीरज चौहान, एलडीएम यूकोबैंक राजीव अरोड़ा के अतिरिक्त विभिन्न बैंकों और विभागों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने शनिवार को अपने शिलाई विधानसभा प्रवास के दौरान कफोटा और शिलाई में जन समस्याएं सुनीं। इस मौके पर भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों ने उद्योग मंत्री से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करवाया। उद्योग मंत्री ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में अधिकतर मामलों का मौके पर ही निराकरण किया। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने बाढ़ प्रभावित लोगों से भेंट कर प्रभावित परिवारों को सरकार और प्रशासन द्वारा प्रदान किये गये मुआवजे एवं राहत सम्बन्धी जानकारी भी हासिल की। उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पीड़ित एवं प्रभावित लोगों को प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित राहत मैन्युअल के अनुसार मुआवजा देना सुनिश्चित बनायें। उन्होंने कहा कि मुआवजा प्रदान करने के कार्य में किसी भी प्रकार का विलंब न किया जाये और नुकसान होने की सूचना मिलते ही तुरंत प्रभावित को मुआवजा प्रदान करने की प्रक्रिया आरम्भ की जाये। उद्योग मंत्री के समक्ष कफोटा में बोखाला-पाब, दुगाना, शिल्ला, टटियाणा, कोटा-पाब, ठोठा-जाखल, समां-पंपता, जामना, जाखना, कांडो चियोग, शरली, महशु चीयोग पंचायतों के लोगों ने अपनी समस्यायें रखी। इसके उपरांत उद्योग मंत्री शिलाई लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में लोगों की समस्याओं का निराकरण करने पहुंचे। इस दौरान शिलाई क्षेत्र की विभिन्न ग्राम पंचायतों शिलाई, नाया, पाबमानल, कुंहट, बालीकोटी, गवाली, कोटामानल, बान्दली, भैला, डैहर, नैनी धार व लोजा मानल के चुने हुए प्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों ने मंत्री से मुलाकात करके अपने क्षेत्रों की समस्याएं उनके समक्ष रखीं। मंत्री ने कफोटा और शिलाई में लोगों की अधिकांश समस्याओं का निपटारा मौके पर किया जबकि कुछ समस्याओं को उन्होंने संबंधित विभागों को तुरंत निराकरण के लिये सौंपा। उद्योग मंत्री से टिंबी के प्रतिनिधिमंडल ने भी भेंट कर अपनी टिंबी-जिमदवाड़ सड़क समन्धी समस्या से उन्हें अवगत करवाया। उद्योग मंत्री ने टिंबी से जिमदवाड़ सड़क के जीर्णोद्धार का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया। इस अवसर पर एसडीएम शिलाई सुरेश सिंघा,एसडीएम कफोटा राजेश वर्मा, कांग्रेस ब्लॉक समिति अध्यक्ष सीता राम शर्मा, पूर्व जिला परिषद सदस्य जगत सिंह पुंडीर,कांग्रेस जिला महासचिव रघुबीर सिंह चौहान कांडो च्योग के प्रधान श्याम दत्त शर्मा, प्रधान टटियाना पंचायत पार्वती देवी, प्रधान शारली पंचायत वनिता चौहान, प्रधान ग्राम पंचायत गुददी मानपुर गुडडी शर्मा, गुलाब सिंह भंडारी, पूर्व जिला परिषद सदस्य प्रताप जेलदार, पूर्व जिला परिषद सदस्य रंणजीत नेगी, पंचायत समिति सदस्य प्रकाश व रमेश नेगी, उप प्रधान ग्राम पंचायत पाब मानल भगवान सिंह, बोकाला पाब पंचायत के पूर्व प्रधान रतीराम सहित विभिन्न पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधि व विभिन्न विभागों के अधिकारी इस दौरान मौजूद रहे।
केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं युवा व खेल मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया है कि हिमाचल प्रदेश में आपदा पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार 6,000 घर बनाएगी। पीएम ग्रामीण आवास योजना के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है। शुक्रवार को अनुराग ठाकुर ने नई दिल्ली में केंद्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात कर मंजूरी देने के लिए आभार जताया। अनुराग ने बताया कि हाल ही में 5,000 घरों को मंजूरी मिली थी। इस आपदा में केंद्र से अब तक कुल 11,000 घर मंजूर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार केंद्र हिमाचल की हरसंभव सहायता कर रहा है। बीते दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल के साथ उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था।
उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान 25 अगस्त से 28 अगस्त तक जिला सिरमौर के प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान उद्योग मंत्री विभिन्न स्थानों पर जन समस्यायें सुनेंगे तथा कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान 25 अगस्त को सायं नाहन पहुंचेंगे। उद्योग मंत्री 26 अगस्त को प्रात: 11.00 बजे कफोटा विश्राम गृह तथा सांय 4.00 बजे शिलाई विश्राम गृह में जन समस्याएं सुनेंगे। हर्षवर्धन चौहान 27 अगस्त को प्रात: 10:30 बजे रोनाहट में जन समस्याएं सुनेंगे। उद्योग मंत्री 28 अगस्त को प्रात: 11 बजे सतीवाला में ब्रांड न्यू फार्मा प्लांट के ग्रैंड ओपनिंग इवेंट में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी प्रदान की है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने दो बच्चों की संख्या वाले 143 स्कूल डि नोटिफाई किए हैं। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने 117 प्राथमिक विद्यायल और 26 माध्यमिक विद्यालय बंद किए जाने को लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। बिलासपुर जिले में 6, चंबा में 8, हमीरपुर में 4, कांगड़ा में 17, किन्नौर में 5, कुल्लू में 4, लाहौल-स्पीति में 19, मंडी में 18, शिमला में 25, सिरमौर में 3, सोलन में 7 और ऊना में 1 प्राथमिक विद्यालय डि नोटिफाई किया गया है। चंबा जिले में 2, कांगड़ा में 3, किन्नौर में 2, लाहौल-स्पीति में 7, मडी में 5, शिमला में 6 और सिरमौर में 1 माध्यमिक विद्यालय डि नोटिफाई किया गया है। वहीं विद्यार्थियों की संख्या बढऩे पर हिमाचल सरकार ने बंद किए 20 स्कूलों को दोबारा खोलने की अधिसूचना जारी की है। चंबा, कांगड़ा, शिमला, सिरमौर, सोलन और मंडी जिले में ये स्कूल दोबारा खोले गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के 6,000 से अधिक पद भरने के लिए अक्तूबर से भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि नया भर्ती आयोग गठित होते ही शिक्षा विभाग भर्तियां शुरू करेगा। प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 5,300 और उच्च शिक्षा विभाग में 1,000 पद भरे जाएंगे। प्रदेश कैबिनेट ने इन पदों को भरने के लिए पहले ही मंजूरी दे दी है। शिक्षा मंत्री ने कहा है विभाग अपने स्तर पर भी प्रयास कर रहा है कि रिक्त पद जल्द भरे जाएं। पदोन्नति और बैचवाइज आधार पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। पांच वर्ष बाद नियमित प्रिंसिपल कॉलेजों में पदोन्नत कर दिए गए हैं। अन्य श्रेणियों के शिक्षकों के पद पदोन्नति से भरे जा रहे हैं। बैचवाइज आधार पर भी जिला शिक्षा अधिकारी भर्तियां कर रहे हैं। बीते दिनों ही मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश में भर्तियां करने के लिए नया आयोग गठित करने की बात कही है। इसके लिए सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी दीपक सानन की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। कमेटी अक्तूबर में अपनी रिपोर्ट देगी। इस रिपोर्ट के मिलते ही नया भर्ती आयोग गठित किया जाएगा। पेपर लीक मामले में भंग किए गए हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग की जगह नया भर्ती आयोग बनाया जाना है।
चार साल की समायरा का वो मुस्कुराता चेहरा अब कभी नहीं दिखेगा। घर के उस आंगन में हंसती खेलती समायरा अब कभी नजर नहीं आएगी। कुदरत के इस कहर ने न जाने कितने परिवारों को उजाड़ दिया है। तबाही की ये तस्वीरें जब भी जहन में आती है रूह कांप उठती है। ये त्रासदी इतने गहरे जख्म देगी इस बात का अंदेशा भी नहीं था। शिव बावड़ी का वो हादसा भुलाए नई भूलता। पल भर में मंदिर मलबे में तब्दील हो चुका था। सोमवार का वो दिन उन लोगो के लिए काल का दिन बनकर आया था जो उस दिन शिव बावड़ी मंदिर में मौजूद थे। समायरा का पूरा परिवार इस हादसे में खत्म हो चुका है। 7 लोगों का एक साथ चले जाना बेहद दुखद है और उससे भी ज़्यादा दुखद अपनों की आखिरी झलक को तरस जाना। 11 दिन बीत चुके जाने के बाद समायरा का शव आज बरामद किया गया है। 11 दिन तक वो परिवार उस नन्ही सी बेटी की आखरी झलक देखने के लिए तरस गया था। वो परिवार पूरी तरह से बिखर चुका है। इस हादसे ने वो नासूर दर्द दिया है जो शायद ही किसी के जहन से कभी जाए।
मां की नजरे अपने दुलारे बेटे का इंतजार करती रही, एक पत्नी अपने सुहाग की सलामती के लिए दिन-रात प्रार्थना करती रही और वो नन्ही बच्ची रोज पूछती थी पापा कब आएंगे। नीरज के परिवार की नजरें घटनास्थल पर चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर थी और आस थी कि कुछ ऐसा चमत्कार हो जाए की नीरज सकुशल लौटे। दिन बीतता गया और परिवार की हिम्मत और आस्था अब जवाब दे रही थी। नीरज के सकुशल लौटने की उम्मीद दिन-व-दिन कम होते जा रही थी। 24 अगस्त को शिमला के शिव बावड़ी हादसे के घटनास्थल से नीरज का शव 11 दिन बाद मिला। हादसे वाले दिन नीरज शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए गया था, लेकिन चंद लम्हों में शिव बावड़ी मंदिर का नामोनिशान तक नहीं रहा। तबाही के उस मलबे में 20 लोगों ने अपनी जान गवां दी। जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों पर दुखो का पहाड़ टूट चूका है, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। नीरज के परिवार वालो का दु:ख शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। 11 दिन तक वो परिवार इस आस में बैठा रहा की शायद नीरज वापस लौट आएंगे। हर रोज इसी उम्मीद में वो नम आंखें इंतजार में रहीं, लेकिन आज लापता नीरज ठाकुर का शव बरामद कर लिया गया है। नीरज समरहिल के रहने वाले थे। नीरज का कुल्लू में होटल का कारोबार था। इस दुखद हादसे में नीरज ठाकुर अपनी मां शांति देवी, पत्नी समा ठाकुर और बेटी सान्या को पीछे छोड़ गए हैं। पल भर में नीरज के परिवार की खुशियां खत्म हो गई है। इस आपदा ने लोगो को जो जख्म दिए हैं, वो कभी नहीं भूल सकते।
मकान नहीं, जीवन भर की पूंजी थी। वो सपनों का आशियाना था जो पल भर में तबाह हो गया। कितना दर्दनाक रहा होगा वो मंजर जब लोगों ने अपने घरों को अपनी आँखों के सामने ताश के पत्तों की तरह बिखरते हुए देखा होगा। ये सोचना भी बेहद मुश्किल है। हिमाचल में आसमान से बरस रही आफत से सैकड़ों लोग बेघर हो चुके हैं। दरकते पहाड़, धंसती जमीन और टूटते मकान इस ओर इशारा कर रहे है कि हिमाचल पर ये संकट बड़ा है और ये संकट अभी टला नहीं है। आफत की बरसात ने ऐसा कोहराम मचाया है कि लोग रात को अपने घरों में चैन की नींद भी नहीं सो पा रहे हैं। 24 जून वो तारीख थी जब हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की एंट्री हुई थी। तबसे अब तक भारी बारिश का दौर जारी है। हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन की तरफ से जारी रिपोर्ट में अब तक 2220 घर पूरी तरह से जमींदोज हो चुके हैं। जबकि 11 हजार के करीब घरों में दरारें आई हैं। इसी तरह 9819 घर ऐसे है जिन्हे थोड़ा बहुत नुक्सान पहुंचा है। इस रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में बारिश और फ्लैश फ्लड में 4695 से अधिक गौशालाएं बह गई हैं। 300 से अधिक दुकानें बारिश में ढह गई हैं। भारी बारिश के कारण हिमाचल में अब तक 8 हजार 99 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। कुदरत के इस कहर के कारण अब तक 350 से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है। इस आपदा से जो हिमाचल को नुक्सान पहुंचा है शायद वो कुछ वक्त के बाद सामान्य भी हो जाए, कुछ समय बाद सब वापिस पटरी पर लौट आए, लेकिन जिन लोगों ने इस त्रासदी में अपनों को खोया है वो अब कभी लौट कर नहीं आएंगे। जब भी तबाही की ये तस्वीरें जहन में आएंगी उन लोगो की आंखें फिर नम हो जाएंगी। आपदा के दिए ये जख्म सदा हरे रहेंगे।
14 अगस्त को नितिका का जन्मदिन था। हमेशा की तरह वो अपने पापा के विश करने का इंतज़ार कर रही थी। नितिका अपने पापा की फोन कॉल का इंतज़ार करते-करते थक गयी। जब उसके पापा का कॉल नहीं आया तो उसने खुद कॉल की लेकिन नंबर नहीं लगा। इसके बाद जो खबर शिमला के समरहिल से आई वो दिल दहला देने वाली थी ।यहाँ सावन की शिवरात्रि की पूजा के लिए जिस शिव बावड़ी मंदिर में सात लोगों का पूरा परिवार पूजा करने गया था, वहां लैंडस्लाइड हुआ और सभी मलबे में दब गए हैं। वो लुधियाना से तुरंत शिमला के लिए निकली। शाम को यहां पहुंचीं तो देखा कि सात में से चार परिजन उनकी मां संतोष शर्मा, भाई अमन और भाई की बेटियों नायरा और साशा के शव मलबे से निकाले जा चुके थे। सावन का छठा सोमवार और 14 अगस्त का वो दिन, नितिका अब शायद कभी नहीं भूल पाएगी। इन चार शवों को मुखाग्नि भी नितिका ने ही दी। तीसरे दिन उनके भाई अमन की पत्नी अर्चना का शव मिला, जिसका संस्कार अर्चना के भाई ने किया। परिवार में इकलौती बची नितिका का कहना है कि उसे 14 अगस्त का दिन कभी नहीं भूल सकता। पापा पवन शर्मा और भतीजी समायरा अभी भी लापता हैं। नितिका का रो रो कर बुरा हाल है। नितिका कहती है, 'वक्त बीत जायेगा, लेकिन यह जख़्म कभी नहीं भर पायेगा।Ó
हिमाचल प्रदेश में आई त्रासदी ने जो दर्द दिया है वो नासूर है। त्रासदी ने जो गहरे जख्म दिए हैं, इन जख्मों का न मरहम है और न कोई दवा और न ही आने वाला वक्त ये जख्म भर सकता है। मंडी के पड़ोह के रहने वाले नितीश भी इसी दर्द से गुजर रहे हैं। 14 अगस्त की वो सुबह नितीश के परिवार के लिए नया सवेरा नहीं, बल्कि काल का ग्रास ले आया। 14 अगस्त की सुबह लगभग 5 बजे नितीश के घर के पीछे अचानक ढेर सारा मलबा आ गया। अफरातफरी में सभी घर से बाहर निकल आए, लेकिन 6 महीने की सानिया घर के अंदर ही रह गई थी। नितेश की 18 वर्षीय पत्नी मोनिका और 17 वर्षीय बहन रविता उस दुधमुंही को बचाने के लिए घर के अंदर गई। ये दोनों यही सोचकर घर में गई कि बच्ची को उठाकर तुरंत बाहर आ जाएंगी, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। अचानक मलबा घर पर आ गया और तीनों घर सहित उस मलबे में दब गईं। 45 वर्षीय माता रचना देवी और 11 वर्षीय एक अन्य बहन गोपी मलबे की चपेट में आ गई और उसके साथ बहती चली गई। इतने में गांव वालों को पता चल गया और उन्होंने दोनों मां-बेटी को बाहर निकाल दिया। नितीश और उसकी एक अन्य 15 वर्षीय बहन जाह्नवी भागकर खुद को बचाने में कामयाब हो सके। मां के पांव में गंभीर चोट लग चुकी थी। पांव का इन्फेक्शन इतना बढ़ गया कि डॉक्टरों को घुटने से नीचे पांव ही काटना पड़ गया। माता हॉस्पिटल में उपचारधीन है, लेकिन अभी पत्नी, बेटी और बहन का कोई सुराग नहीं लग पाया है। परिवार के इकलौते सहारे नितीश के सिर पर दुखों का पहाड़ टूटने के साथ-साथ जिम्मेदारियों का बोझ भी है। अब नितीश को समझ नहीं आ रहा कि वो अस्पताल में उपचाराधीन मां को संभाले या फिर सांबल में आकर दिन भर अपनी पत्नी, बेटी और बहन के लिए चल रहे तलाशी कार्य को देखे। नितीश पर जो दुखो का पहाड़ टूटा है उस दर्द को शब्दों में बयां करना नामुमकिन है और नामुमकिन है इस हानि की भरपाई कर पाना।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने नौ एचपीएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए हैं। एएसपी आईआरबी बस्सी नरेंद्र कुमार को एएसपी सिरमौर, एएसपी सिरमौर सोम दत्त को एएसपी आईआरबी बस्सी, डीएसपी पीटीसी डरोह अमित ठाकुर को डीएसपी लीव रिजर्व शिमला, डीएसपी सिटी शिमला तजिंदर कुमार को डीएसपी सेकंड आईआरबी सकोह, एसडीपीओ कांगड़ा मदन लाल धीमान को डीएसपी फर्स्ट आईआरबी बनगढ़, डीएसपी फर्स्ट आईआरबी बनगढ़ अंकित शर्मा को एसडीपीओ कांगड़ा, डीएसपी विजिलेंस एसआईयू शिमला, वरुण पटियाल को डीएसपी सिटी शिमला, एसडीपीओ आनी चंद्र शेखर को डीएसपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स शिमला और एसडीपीओ सुंदरनगर दिनेश कुमार को डीएसपी सेकंड आईआरबी सकोह लगाया गया है। इसके साथ ही नियुक्ति का इंतजार कर रहे भरत भूषण को एसडीपीओ सुंदरनगर और निशा सिंह को डीएसपी लीव रिजर्व धर्मशाला लगाया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में आज भी भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। इसे देखते हुए आज ऑरेंज अलर्ट और कल के लिए यलो अलर्ट दिया गया है। परसों से मानसून के कमजोर पड़ने के आसार हैं।रहा है। वहीं किसानों को मार्केट तक अपने उत्पाद पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
44 मरीजों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि, 59 मरीजों में टाइफाइड के लक्षण हिमाचल प्रदेश में जलजनित रोग पांव पसारते जा रहे हैं। दिन प्रतिदिन बढ़ रहे जलजनित रोग को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। लोगों को आसपास साफ-सफाई और उबालकर पानी पीने की सलाह दी है। जानकारी के अनुसार स्क्रब टाइफस बीमारी की आशंका के चलते प्रदेश के अस्पतालों में 129 मरीजों के सैंपल लिए गए। इसमें 44 लोगों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि हुई। इसके अलावा 217 लोगों की टाइफाइड को लेकर जांच की गई। इनमें 59 मरीजों में बीमारी के लक्षण पाए गए। स्वास्थ्य विभाग ने बीमारियों को लेकर मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अलर्ट किया है। ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के टेस्ट कराने को कहा गया है। अस्पताल प्रशासन को पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में मूसलाधार बारिश के चलते लोगों के घरों में मटमैला पानी की सप्लाई हो रही है। इससे जलजनित के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है। एनएचएम के निदेशक सुदेश मोक्टा ने कहा कि प्रदेश में जलजनित रोग के मामले बढ़ने से स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट किया गया है। प्रतिदिन जिलों से बीमारी से ग्रसित मरीजों की रिपोर्ट ली जा रही है। बीमारी के लक्षण तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक आ सकता है जोड़ों में दर्द और कंपकंपी के साथ बुखार आना शरीर में अकड़न या शरीर टूटा लगना अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू के नीचे कूल्हों के ऊपर गिल्टियां आना