अगर पुरानी पेमेंट का भुगतान ना हुआ तो नहीं करने देंगे फोरलेन का काम

बिलासपुर में फोरलेन निर्माण कार्य में लगे ठेकेदारों ने उनकी बकाया राशि का भुगतान न किए जाने को लेकर संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। इस मामले में पत्रकारों से बात करते हुए जितेंद्र चंदेल, दिनेश नड्डा, गुरुदेव ठाकुर, नीति राज तथा अरुण गौतम ने बताया कि उनके अलावा अन्य कई ठेकेदारों की लगभग कि लगभग 50 करोड रुपए की राशि बकाया लेने को पड़ी है और जबकि पिछले 2 वर्षों से फोरलेन का काम बंद हो गया है। जितेंद्र चंदेल ने कहा कि इस समय ठेकेदारों के भूखे मरने की नौबत आ गई है और उनके कई वाहनों को बैंक तथा फाइनेंस कंपनियां उठाकर ले गई हैं क्योंकि किस्तों का सही तरीके से भुगतान नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि आई एल एफ एस कंपनी ने यह कार्य आई टी एन एल को सबलेट किया था और आईटीएनएल ठेकेदारों की बकाया राशि का भुगतान नहीं कर पाई है। उन्होंने बताया कि 20 जून 2017 से कार्य बंद है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में वह जिला उपायुक्त से लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद मंत्री अनुराग ठाकुर व भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से भी मिलकर अपना दुखड़ा रो चुके हैं लेकिन ने कहीं से भी राहत नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि अब किसी भी सीगल नामक कंपनी को किरतपुर से कैंची मोड तथा टनल 5 से नेरचौक तक कार्य एनएचएआई ने अवार्ड कर दिया है। उन्होंने बताया कि यह निर्णय 13 अगस्त की बैठक में लिया गया है। चंदेल ने कहा कि जब तक एनएचएआई उनके बकाया भुगतान का प्रबंध नहीं करती तब तक किसी भी नई कंपनी को कार्य नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में सभी प्रभावित तथा विस्थापित 21 नवंबर को बिलासपुर में एकत्र हो रहे है तथा उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर बकाया राशि के भुगतान की मांग करेंगे। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि आई टी एन एल ने एनएचएआई को यह ऑफर दी है कि जब तक इन दोनों का आपसी फैसला नहीं हो जाता तब तक एनएचएआई ठेकेदारों की राशि का भुगतान कर दे और बाद में जब आई टी एन एल को राशि देनी हो तो उसमें से काट लें लेकिन इस सुझाव पर भी गौर नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अगर ठेकेदारों की पेमेंट नहीं हुई तो संघर्ष को तेज करते हुए सरकार के खिलाफ बिगुल बजा दिया जाएगा।