अंतराष्ट्रीय कूल्लू दशहरा में तहसीलदार हरि सिंह यादव के साथ ड्यूटी के दौरान हुए दुर्व्यवहार और हाथापाई मामले में हिमाचल प्रदेश राजस्व अधिकारी संघ ने कड़ा रूख अपना लिया है। तहसीलदार हरि सिंह यादव के साथ हाथापाई करने वाले देवता के हरियानों को गिरफ्तार न करने पर संघ ने प्रदेश सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर दो दिन के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो प्रदेश में सभी राजस्व अधिकारी 13 और 14 अक्तूबर को पेन डाउन स्ट्राइक पर रहेंगे। संघ ने चेतावनी दी है कि इसके बाद भी सरकार ने कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की तो उस स्थिति में सभी राजस्व अधिकारी 15 अक्टूबर से सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। हिप्र राजस्व अधिकारी संघ के अध्यक्ष एवं तहसीलदार जुन्गा नारायण सिंह वर्मा ने जारी बयान में कहा कि इस गंभीर मामले को लेकर संघ के पदाधिकारियों ने मुख्य सचिव संजय गुप्ता से भेंट की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि दशहरा मेला संपन्न होने के बाद अभी तक पुलिस ने दुर्व्यवहार एवं हाथापाई करने वाले हरियानों को गिरफ्तार नहीं किया है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे पहले संघ ने अतिरिक्त मुख्य सचिव से मुलाकात करके इस मुद्दे पर शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की थी, लेकिन आज तक इस बारे कोई कार्रवाई नहीं की गई है। संघ के अध्यक्ष नारायण वर्मा ने कहा कि मुख्य सचिव ने संघ को आश्वासन दिया है कि इस गंभीर मुद्दे पर गहनता से जांच की जाएगी। जांच के दौरान इस मामले में संलिप्त पाए जाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। ड्यूटी पर तैनात कार्यकारी मजिस्ट्रेट के साथ इस तरह की घटना होना दुर्भाग्यपूर्ण है, जिससे प्रदेश में कार्यरत राजस्व अधिकारियों का मनोबल गिरा है। माफी मांगने के बावजूद जिस प्रकार तहसीलदार के साथ हाथापाई की गई, उससे समूचे राजस्व अधिकारियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। उन्होने सरकार से राजस्व अधिकारियों को सरकारी ड्यूटी के दौरान सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा जिसे विजय दशमी भी कहा जाता है, 2 से 8 अक्टूबर तक धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। कुल्लू दशहरे की यह विशेषता है कि पूरे देश में दशहरे का समापन और कुल्लू में आगाज होता है। यहां पर सात दिनों तक मोहल्ला, लंका आदि उत्सवों को मनाते हुए परंपरा का निर्वन होगा। कुल्लू भारत का एकमात्र ऐसा दशहरा मनाया जाता है, जहां विजयदशमी के दिन रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले नहीं जलाए जाते। दशहरा उत्सव के सातवें दिन अर्थात लंका बेकर में अष्टांग बलि के साथ ही तीन झाड़ियों को जलाया जाता है। प्रतीक के रूप में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के मुखौटे जलाए जाते हैं। कुल्लू में श्री राम द्वारा स्वयं अश्वमेध यज्ञ के लिए बनवाई गई अपनी व अर्धांगिनी की मूर्ति हैं, जबकि अयोध्या में राम लला (बाल रूप) की मूर्ति है। कुल्लू में श्री राम की जो मूर्ति है, वह इसरो के मुताबिक साढ़े 17 लाख वर्ष पुरानी मानी गई है। जब भगवान रघुनाथ जी की मूर्ति अयोध्या से पौणीहारी बाबा तथा दामोदर दास ने कुल्लू पहुंचाई थी और राजा जगत सिंह का कुष्ट रोग मूर्ति के चरणामृत को पीने से ठीक हो गया था तब राजा जगत सिंह ने कुल्लू में प्रचलित शैव मत के स्थान पर वैष्णव मत की स्थापना की तब से निरंतर कुल्लू दशहरा का आयोजन होता रहा। आरंभ में रघुनाथ जी की मूर्ति मणिकर्ण लाई गई वहां पर दशहरा होता रहा जो आज भी निरंतर है। मणिकर्ण के बाद मूर्ति नग्गर ले जाई गई, वहां भी दशहरा होता है। उसके बाद जब कुल्लू के सुल्तानपुर में मूर्ति स्थापित की गई तब से दशहरा ढालपुर में मनाया जा रहा है। जिसे आज अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त है। कुल्लू दशहरा में रघुनाथ जी की रथ यात्रा होती है, जिसमें रघुनाथ जी की मूर्ति के साथ रथ में अयोध्या से लाए पुरोहित भी बैठते हैं। रथ को एक निश्चित स्थान पर स्थापित करके दशहरा उत्सव का शुभारंभ किया जाता है। इसमें गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड में शामिल अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कुल्लवी नाटी के साथ लालड़ी जैसे स्थानीय लोक नृत्य भी किए जाते हैं। कुल्लू दशहरा में प्रारंभ में 365 मुआफीदार देवी देवता आते थे, परंतु वर्तमान में 250 के लगभग देवी देवता अपने कारकूनों, बजंतरियों के साथ नाटी डालते हुए आते हैं।
अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान कुल्लू रघुराई में रम गया है। ढालपुर मैदान में पहुंचे देवी-देवताओं की सुबह छह बजे से पूजा का क्रम शुरू होता है। पूजा में सबसे अहम भगवान रघुनाथ की आरती होती है। दिन में चार बार पूजा और सात बार भगवान रघुनाथ जी की आरती की जाती है। दिनभर रघुनाथ जी के अस्थायी शिविर में भजन-कीर्तन और बीच में देवता भी आराध्य के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचते हैं। हालांकि सुल्तानपुर स्थित मंदिर में भी रघुनाथ जी की पूजा और आरती का यही क्रम है। वहां देवी-देवता कभी कभार आते हैं और श्रद्धालु भी कुछ खास नहीं पहुंचते जितने दशहरा के दौरान होते हैं। सुबह सबसे पहले रघुनाथ जी को उठाने के लिए आरती की जाती है। फिर पूजा होती है। इसके बाद स्नान आरती होती है और फिर मध्यन पूजा की जाती है। इसके बाद शयन आरती और सेजा आरती होती है। भगवान रघुनाथ की चौथे पहर की पूजा की जाती है। इसके बाद सायं काल की आरती होती है।इसके बाद अंतिम चुघडी आरती होती है। हर दिन भगवान रघुनाथ जी का आभूषणों और सुंदर वस्त्रों से शृंगार किया जाता है। दशहरा के लिए हर वर्ष रघुनाथ जी के नए वस्त्र तैयार किए जाते हैं। राज परिवार की महिलाएं वस्त्र तैयार करती हैं। हर दिन वस्त्र बदले जाते हैं। शाम को आरती के बाद रघुनाथ जी, माता सीता और हनुमान जी के दर्शन सभी श्रद्धालुओं को करवाए जाते हैं। छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने रघुनाथ जी की पूजा की। बड़ी पूजा यानी स्नान व इसके बाद शृंगार का विशेष महत्व होता है। बड़ी पूजा के बाद भोजन होता है। दशहरा उत्सव में रघुनाथ जी का अस्थायी शिविर आकर्षण का केंद्र रहता है। भगवान रघुनाथ जी प्रतिदिन माता सीता के साथ अस्थायी शिविर में अपने सिंहासन पर विराजमान होते हैं। रघुनाथ जी के दर्शन के लिए श्रद्धालु तो पहुंचते ही हैं, देवी-देवता भी अस्थायी शिविर में आते हैं। पूजा के बाद यहां दिनभर श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते हैं।
कुल्लू दशहरा में तहसीलदार हरि सिंह को देवताओं के अस्थायी शिविर तक देवलुओं द्वारा घसीटने व मारपीट मामले में परिजनों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों के मुताबिक षड्यंत्र के तहत उन्हें तीन साल से निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस और सेक्टर ऑफिसर डयूटी पर थे, इसके बावजूद यह घटना कैसे हुई। तहसीलदार हरि सिंह यादव ने कहा कि, जूते पहनकर देवता के शिविर में जानबूझ कर नहीं गया था। फिर भी देवता से माफी मांगी लेकिन हारियानों ने उनकी बात नहीं सुनी। उन्हें कॉलर और बाजुओं से पकड़कर धक्के मारते, लात-घूंसों से मारपीट की और घसीटकर ले गए। दशहरा को लेकर जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात है लेकिन दो अक्तूबर को प्रदर्शनी मैदान में तहसीलदार के साथ हुई मारपीट की घटना के दौरान कोई भी पुलिस जवान नजर नहीं आया। इस बात को लेकर प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर मौके पर पुलिस होती तो शायद इतना विवाद नहीं होता। तहसीलदार हरि सिंह यादव ने पुलिस थाना कुल्लू में एक नामजद व्यक्ति सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दो अक्तूबर को करीब 12:30 बजे वह छह अन्य कर्मचारियों के उपायुक्त एवं उपाध्यक्ष दशहरा मेला समिति के आदेश पर देवता भृगु ऋषि के अस्थायी शिविर की ओर गए थे। भृगु ऋषि प्रदर्शनी ग्राउंड में जमलू ऋषि के नजदीक बैठते हैं। इस दौरान कुछ हारियान देवता का रथ उठाकर आए और उन्हें घेर दिया। कहने लगे कि आप देवता के शिविर में जूते समेत आ गए थे। तहसीलदार ने कहा कि वह जूते पहनकर शिविर में जानबूझ कर नहीं गए थे। उन्होंने कहा कि उनके साथ गए कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की गई। यह घटनाक्रम रघुनाथ शिविर से जमलू ऋषि तक लगे सीसीटीवी में भी कैद हुई है। सार्वजनिक तौर पर प्रताड़ित कर जान से मारने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि इस बार प्रदर्शनी मैदान के सभी देवताओं को कैनोपी टेंट दिए जा रहे है। इसके लिए 16-16 फीट जगह दी जा रही है। ऐसे में अभी इसी जगह के आधार पर बैठें लेकिन कुछ लोग सुनने को तैयार नहीं हुए। यह देवता पिछले वर्ष दशहरा में नहीं आए थे। आरोप लगाया कि एएसपी और जिला राजस्व अधिकारी सहित ब्यूआरटी के सात से आठ जवान आए लेकिन उनके साथ दुर्व्यवहार जारी रहा। उन्हें देवता और गूर के सामने खड़ा कर गूर के कदमों में झुककर माफी मांगने को मजबूर किया। बीच सड़क पर नाक रगड़ने पर मजबूर किया। उन्होंने मामले की जांच जिला मुख्यालय के बाहर के डीएसपी रैंक के अधिकारी से करवाने की मांग की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुल्लू संजीव चौहान ने कहा कि पुलिस ने बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। देवता भृगु ऋषि के अस्थायी शिविर में तहसीलदार के जूते पहनकर जाने और इसके बाद उनके साथ मारपीट का यह मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है।
चम्बा जिले के एक व्यक्ति की मलाणा में पांव फिसल कर गिरने से मौत हो गई। पुलिस के अनुसार नायब तहसीलदार हेमराज ने सूचना दी कि मलाणा के पास एक व्यक्ति पांव फिसलने के कारण गिर गया है, जिससे उसकी मौत हो गई है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने 8 नेपाली मजदूरों और चम्बा के कुछ लोगों की मदद से शव को कुल्लू पहुंचाया। मृतक की पहचान भारत सिंह (48) पुत्र राम सेन निवासी भिंगा तहसील सलूणी जिला चम्बा के रूप में हुई है। ए.एस.पी. कुल्लू संजीव चौहान ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
कुल्लू जिले में देव महाकुंभ अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का आज भगवान रघुनाथ जी की भव्य रथ यात्रा के साथ आगाज होगा। यह उत्सव दो से आठ अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इस भव्य देव-मानस मिलन के लिए जिले भर से देवी-देवताओं के पहुंचने का क्रम जारी हैं। देवी-देवताओं के इस दशहरा उत्सव महाकुंभ का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल शाम को लाल चंद प्रार्थी कला केंद्र में करेंगे। जबकि समापन अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्य अतिथि रहेंगे। दो से आठ अक्टूबर तक सात दिनों से कुल्लू में देवधुन से घाटी सरावोर होगी। सात अक्टूबर को लालड़ी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री भी भाग लेंगे। इस दौरान 7 अक्टूबर तक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा, जिसमें प्रतिदिन प्रदेश के लोक गायक कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इस बार बॉलीवुड और विदेशी कलाकार को आमंत्रित नहीं किया गया है। कुल्लू के ढालपुर में दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए देवी देवताओं के पहुंचने का क्रम दोपहर बाद से जारी हो जाएगा। बुधवार को 150 से अधिक देवी-देवता वाद्य यंत्रों की स्वर लहरियों के साथ कुल्लू के ढालपुर मैदान में पहुंचे। वीरवार सुबह देवी-देवता देव परंपरा का निर्वहन करने के लिए भगवान रघुनाथ जी से मिलने सुल्तानपुर स्थित रघुनाथ के मंदिर में जाकर शीश नवाएंगे। लगभग दो बजे के बाद भगवान रघुनाथ जी को ढोल-नगाड़ों की थाप पर मंदिर से कड़ी सुरक्षा के बीच ढालपुर स्थित रथ मैदान तक लाया जाएगा। इसके बाद रथ यात्रा में भाग लेने के लिए रथ मैदान में आते हैं। रथ मैदान से भगवान रघुनाथ जी को रथ में बिठाकर सैकड़ों लोग इसकी डोर को स्पर्श कर ढालपुर के अस्थाई मंदिर तक लाया जाएगा। यहां सजाए गए अस्थाई भव्य दरबार में भगवान रघुनाथ विराजमान होंगे। दो से आठ अक्टूबर तक सुबह-शाम यहीं पर भगवान रघुनाथ की उनके छड़ीबरदार महेश्वर सिंह विधिवत पूजा अर्चना करेंगे। हर दिन देव और मानव यहीं पर भगवान के आगे शीश नवाएंगे। कुल्लू में अभी तक 150 से अधिक देवी देवता पहुंच चुके हैं अभी आने का क्रम लगातार जारी है। दशहरा उत्सव में 365 साल के बाद आनी के तांदी से देवता कुईकांडा नाग पहुंचे हैं। इससे पहले यह देवता दशहरा उत्सव में पहली बार 1660 में कुल्लू दशहरा उत्सव में आए थे। इसके अलावा आनी से देवों के देव गढ़पति शमशरी महादेव, जोगेश्वर महादेव सहित खुडीजल देवता दशहरा उत्सव में भाग लेने को पहुंचे हैं।
कुल्लू दशहरा उत्सव की सदियों पुरानी देव परंपराओं का निर्वहन करने के लिए देवी हिडिंबा बुधवार को कुल्लू के लिए रवाना हो गई हैं। मान्यता है कि देवी के बिना दशहरा उत्सव का आगाज नहीं होता। देवी हिडिंबा का इस उत्सव में विशेष महत्व है।आज सुबह विधिवत पूजा अर्चना के बाद ढुंगरी हिडिंबा मंदिर से देवी की ऐतिहासिक शोभायात्रा शुरू हुई। सैकड़ों हारियान और कारकून रथयात्रा के साथ निकले। दशहरा देवी हिडिंबा के आगमन के बाद ही शुरू होता है। सात दिन तक चलने वाले उत्सव के दौरान देवी कुल्लू स्थित अस्थायी शिविर में रहेंगी। शाम को माता हिडिंबा रामशीला स्थित हनुमान मंदिर पहुंचेंगी। हनुमान मंदिर मे रात्रि ठहराव के बाद माता वीरवार सुबह रघुनाथ मंदिर को जाएगी। सदियों पुरानी देव परंपरा का निर्वहन करने के बाद दोपहर बाद भगवान रघुनाथ जी की रथयात्रा में भाग लेंगी। पहले दिन देवी हिडिंबा का रथ कुल्लू के अधिष्ठाता भगवान श्री रघुनाथ मंदिर और कुल्लू राजमहल पहुंचेगा। राज परिवार की ओर से यहां अश्व पूजा होगी। सात दिन तक अस्थायी शिविर में रहने के बाद अंतिम दिन लंका दहन के पश्चात ही देवी वापस आएंगी। हिडिंबा माता के गुर देवी चंद ने बताया कि माता आज रात कुल्लू पहुंचेंगी और सुबह देवी का स्वागत होगा। रामशिला में देवी हिडिंबा को निमंत्रण देने के लिए भगवान रघुनाथ की ओर से छड़ी आएगी। यहां से देवी भगवान रघुनाथ के मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगी। देवी हिडिंबा के अलावा ऊझी घाटी से दर्जनों देवी-देवता दशहरा में भाग लेने के लिए आज ही रवाना हुए।
प्राकृतिक आपदा की मार झेल चुके कुल्लू में दो दिन बाद सबसे बड़ा देव महाकुंभ दशहरा उत्सव शुरू होने वाला है। यह दशहरा उत्सव 2 अक्तूबर से 8 अक्तूबर तक धूमधाम से मनाया जाएगा। वहीं आपदा को भूलकर देव समाज भी महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस बार 300 से ज्यादा देवी-देवताओं को कुल्लू दशहरा उत्सव के लिए न्योता दिया गया है। दो अक्तूबर से शुरू हो रहे उत्सव के लिए सोमवार को दूरदराज के इलाकों के देवी देवता अपने देवालयों से निकल चुके हैं। हालांकि, इस बार उत्सव में न तो बॉलीवुड गायकों की महफिल सजेगी और न ही विदेशी कलाकार अपनी संस्कृति की छटा बिखेरते नजर आएंगे। सात संध्याओं में हिमाचल के कलाकार ही रंग जमाएंगे। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू को भी न्योता दिया गया है। दशहरा उत्सव के लिए आउटर सिराज के देवता खुडीजल महाराज, कोट पझ़ारी, जोगेश्वर महोदव, कुईकंडा नाग और टकरासी नाग पूरे लाव लश्कर के साथ उत्सव में शिरकत करेंगे। खुडीजल इस बार रघुपुर घाटी के गांव फनौटी व जलोड़ी दर्रा होकर आए हैं। इससे पहले देवता वाया गाड़ागुशैणी होकर आते थे। वहीं, खनाग से अधिष्ठाता कोट पझ़ारी सैकड़ों साल बाद आ रहे देवता कुईकंडा नाग भी दशकों बाद कुल्लू आ रहे हैं। ये सभी देवता 150 से 200 किमी दूर से आ रहे हैं। सोमवार को आउटर सराज आनी के साथ बंजार और सैंज इलाके से करीब 20 देवी देवता कुल्लू दशहरा के लिए निकल पड़े हैं। सभी देवताओं की सुरक्षा का जिम्मा स्थानीय पुलिस थाना व चौकी का होगा। कारदार शेर सिंह ठाकुर, भागे राम राणा, अमर सिंह ने कहा कि सभी देवता कुल्लू दशहरा में भाग लेने के लिए अपने अपने देवालयों से निकल गए हैं। भगवान रघुनाथ के सम्मान में मनाए जाने वाले कुल्लू दशहरा में इस बार आउटर सिराज यानी आनी-निरमंड से 16 देवता भाग लेंगे। इनमें खुडीजल महाराज, शमशरी महादेव, व्यास ऋषि, कोट पझारी, जोगेश्वर महादेव, कुईकंडा नाग, टकरासी नाग, चोतरु नाग और बिशलू नाग शामिल है। वहीं, निरमंड से देवता चंभू उर्टू, देवता चंभू रंदल, देवता चंभू कशोली, देवता शरशाई नाग, कुई कंडा नाग घाटू, भुवनेश्वरी माता दुराह, सप्तऋषि थंथल भी कई वर्षों से भाग ले रहे हैं।
जिला कुल्लू के उपायुक्त कार्यालय को 2 मई 2025 को ईमेल के माध्यम से बम की धमकी मिली थी। जाँच के दौरान, मैंगलोर और बैंगलोर से दो मोबाइल फोन ज़ब्त किए गए। इस अपराध में इस्तेमाल किया गया फोन कर्नाटक के मेडिकेरी से चुराया गया पाया गया। इसके अलावा, एक संदिग्ध, नितिन शर्मा निवासी बलजीत नगर, नई दिल्ली की पहचान हुई, जिसका तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और हैदराबाद में इसी तरह की धमकियाँ भेजने का आपराधिक रिकॉर्ड था। आरोपी नितिन शर्मा को मैसूर पुलिस ने अगस्त 2025 में गिरफ्तार किया था और अब उसे जाँच के लिए कुल्लू लाया गया है। आरोपी का पांच दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड हासिल किया गया है। एसपी कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन ने कहा कि आरोपी के अंतरराज्यीय संबंधों की भी जांच की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थल मनाली में 34 दिन बाद वॉल्वो बसें टूरिस्ट लेकर पहुंची हैं। नॉर्दर्न कंपनी की एक बस सोमवार सुबह 10 बजे मनाली के वॉल्वो बस स्टैंड पहुंची। इसमें पंजाब, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ के लगभग 35 टूरिस्ट सवार थे। यह बस रविवार शाम 9 बजे अमृतसर से रवाना हुई और आज सुबह 10:30 बजे मनाली वॉल्वो बस स्टैंड पहुंची। इस बस के अलावा और भी 4-5 वॉल्वो बसें मनाली पहुंची हैं। इससे पर्यटन कारोबारियों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। 25 अगस्त को ब्यास नदी में आई भारी बाढ़ के चलते कुल्लू से मनाली सड़क मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ था। ऐसे में एनएचएआई के द्वारा लगातार सड़क को ठीक करने की कवायद की जा रही थी। हालांकि अभी भी सड़क की मरम्मत का कार्य शेष बचा हुआ है। मनाली का टूरिज्म वॉल्वो बसों पर बहुत ज्यादा निर्भर रहता है। कुछ दिनों पहले ही चंडीगढ़-मनाली फोरलेन को बड़े वाहनों के लए बहाल किया गया। इसके बाद, राज्य सरकार ने भी अपनी बसें विभिन्न राज्यों को भेजनी शुरू की। अब जाकर बाहरी राज्यों की वॉल्वो बसों की आवाजाही मनाली के लिए शुरू हो गई है। विंटर टूरिज्म से पहले सड़कों की बहाली और टूरिस्ट का मनाली पहुंचना अच्छा संकेत है। पर्यटन कारोबारियों को आने वाले दिनों में इससे अच्छे पर्यटन कारोबार की आस है। हालांकि अभी मुश्किल से 20 फीसदी ऑक्यूपेंसी हो गई है। मनाली में वॉल्वो बसों के पहुंचने के लिए इस वीकेंड तक यह 30 से 35 फीसदी पहुंचने की उम्मीद है।
देश भर में दशहरा शुरू होने से पहले रामलीला का आयोजन किया जाता हैं। विजयदशमी यानि दशहरे के दिन पूरे देश में रामलीला समाप्त होती है। दशहरा उत्सव पर रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले जलाए जाते हैं। इसी के साथ दशहरे का भी समापन हो जाता है, लेकिन हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में विजयदशमी से ही दशहरा उत्सव की शुरुआत होती है। हर साल मनाया जाने वाला कुल्लू दशहरा अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि से शुरू होकर एक हफ्ते तक चलता है। इस बार कुल्लू दशहरे का आगाज 2 अक्टूबर को और समापन 8 अक्टूबर को होगा। दशहरा उत्सव जिला कुल्लू के मुख्य देवता भगवान रघुनाथ जी को समर्पित है। यहां हर साल अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। कुल्लू में विजयदशमी के बाद दशहरा मनाने के पीछे एक तर्क यह भी है कि विजयदशमी के दिन श्री राम की सेना ने रावण की सेना पर विजय पाई थी और आश्विन मास की पूर्णिमा की रात्रि रावण ने अपने प्राण त्यागे थे। पहले यहां दशहरा उत्सव विजयदशमी से लेकर पूर्णिमा तक मनाया जाता था, लेकिन बाद में इसका स्वरूप बदल गया और अब इसे 7 दिनों तक मनाया जा रहा है। कुल्लू के रघुनाथ मंदिर के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने बताया कि दशहरा या विजयदशमी के दिन भगवान राम ने रावण को तीर मारा, लेकिन रावण की मृत्यु इस दिन नहीं हुई थी। रामायण के युद्ध के दौरान विजयदशमी के दिन भगवान राम ने रावण की नाभि पर तीर मारा था और रावण की सेना पर जीत हासिल की थी। तब से लेकर पूरे भारत में विजयदशमी का त्योहार मनाया जाता है, लेकिन रावण की मृत्यु विजयदशमी के पूर्णिमा के दिन हुई थी। हालांकि दशहरा उत्सव पहले विजयदशमी से लेकर पूर्णिमा तक मनाया जाता था, लेकिन बाद में सभी की सहमति से अब कुल्लू का विश्व प्रसिद्ध दशहरा 7 दिन तक मनाया जाता है। आचार्य विजय कुमार ने बताया कि रामायण के अनुसार लंकापति रावण महान शिव भक्त होने के साथ-साथ महाज्ञानी और पंडित था। रावण को शास्त्रों से लेकर वेदों और राजनीति से लेकर संगीत तक का ज्ञान था। युद्ध में हारने के बाद रावण जब मृत्यु शय्या पर था तो भगवान राम ने लक्ष्मण को शिक्षा लेने के लिए भेजा था। आचार्य विजय कुमार ने बताया कि बाण लगने के बाद पूर्णिमा तक लक्ष्मण ने रावण से शिक्षा ली थी।
हिमाचल प्रदेश में कुल्लू जिले की खराहल घाटी में बनने वाले बिजली महादेव रोपवे का लगातार विरोध किया जा रहा है। अब इस मामले में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भी संज्ञान लिया है। एनजीटी ने अपनी अगली सुनवाई में विभिन्न विभागों से भी जवाब मांगा है। बिजली महादेव रोपवे मामले में एनजीटी ने हिमाचल सरकार, केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड, केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड, वन विभाग, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और उपायुक्त कुल्लू को भी नोटिस जारी किया है। एनजीटी ने सभी को 25 नवंबर को होने वाली सुनवाई से पहले जवाब दाखिल करने को कहा गया है। एनजीटी ने स्थानीय निवासी नचिकेता शर्मा की ओर से दायर याचिका पर यह कार्रवाई की है। बिजली महादेव रोपवे प्रोजेक्ट के लिए अभी तक देवदार के 77 पेड़ काटे जा चुके हैं। याचिकाकर्ता नचिकेता शर्मा ने एनजीटी को हाल ही में मानसून में परियोजना स्थल पर हुए भूस्खलन के बारे में भी बताया है और परियोजना को जल्द रोकने की मांग की है। याचिकाकर्ता का आरोप है कि परियोजना को आवश्यक अध्ययन किए बिना ही मंजूरी दी गई है। लगभग 2.4 किलोमीटर लंबे रोपवे का स्थानीय लोग तीन साल से विरोध कर रहे हैं और इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं। बिजली महादेव रोपवे विरोध समिति के सदस्यों ने ढालपुर में एडीएम से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन भी सौंपा। जिला कुल्लू के देवी-देवताओं ने भी अब धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल बनाने से इनकार किया है। इन्हीं सभी मुद्दों को लेकर समिति ने एडीएम से चर्चा की है और मांग रखी है कि बिजली महादेव रोपवे विरोध समिति ने भी प्रशासन से मांग की है कि एनजीटी ने जब इस मामले में संज्ञान लिया है तो तब तक रोपवे का निर्माण कार्य बंद किया जाना चाहिए। ग्रामीणों ने कहना है कि इसके निर्माण से न केवल पर्यावरण को नुकसान होगा, बल्कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी। बिजली महादेव रोपवे विरोध समिति के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने बताया कि रोपवे के विरोध में पहले भी कई धरने प्रदर्शन किए गए हैं। ऐसे में सरकार को भी चाहिए कि वह जनता की भावनाओं को समझें और रोपवे निर्माण कार्य को रद्द करें। अगर उसके बाद भी जनता के पक्ष में फैसला नहीं आता है तो जिला कुल्लू के लोग दिल्ली में जंतर मंतर में जाकर प्रदर्शन करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव 2 अक्टूबर से मनाया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव में कुल्लू जिले के सैकड़ों देवी-देवता भी भाग लेंगे। देवी-देवता के हरियानों द्वारा भी दशहरा उत्सव की तैयारी की जा रही है। ऐसे में एक देवता ऐसे भी हैं जो कि 200 किलोमीटर का पैदल सफर तय कर ढालपुर मैदान पहुंचेंगे। जिला कुल्लू के उपमंडल आनी के नित्थर के आराध्य देवता कुईकंडा नाग 365 सालों बाद इस बार दशहरा उत्सव में शामिल होगें हैं। बीते दिन कुईकंडा नाग तांदी मंदिर में बैठक का आयोजन किया गया। मंदिर कमेटी के कारदार कमलेश रावत और गुर विनोद ठाकुर की अगुवाई में तांदी मंदिर के प्रांगण में बैठक हुई। झाड़े में गुर के माध्यम से देवता के आदेशानुसार इस बार यह फैसला लिया गया कि देवता दशहरा उत्सव में जाएंगे। देवता करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। दरअसल नित्थर से कुल्लू बाई रोड ये दूरी 200 किलोमीटर हैं। जबकि देवता जंगलों और गांव से पैदल होते हुए कुल्लू दशहरा उत्सव में पहुंचेगे। कारदार कमलेश रावत ने बताया कि दशहरा पर्व राजा जगत सिंह ने 1660 में शुरू किया था। उसी समय से 365 देवी-देवताओं को निमंत्रण दिया जाने लगा और देवताओं की परंपरा का पालन किया जाने लगा। उस समय देवता साहिब कुईकंडा नाग तांदी ने दशहरा उत्सव में शिरकत की थी, लेकिन राजा द्वारा देवता को राजदरबार के प्रौढ़ (प्रवेशद्वार) के नीचे से गुजारने की कोशिश की गई। जबकि देवता किसी की भी चौखट पार नहीं करते हैं। जिसके बाद देवता गुस्सा हो गए और फिर कभी कुल्लू के दशहरा उत्सव में नहीं गए। 365 साल बाद अब देवता के आदेश पर मंदिर कमेटी ने दशहरा उत्सव में जाने का फैसला लिया हैं। देवता के कारदार कमलेश ने कहा कि सभी की सहमति से यह फैसला लिया गया कि 29 सितंबर को देवता साहिब कुल्लू के लिए रवाना होंगे। देवता की इस यात्रा में क्षेत्र के हर घर से एक सदस्य का आना भी जरूरी तय किया गया है। देवता इस साल कुल्लू दशहरा में सबसे दूर से पहुंचने वाले देवता भी होंगे। तांदी में आयोजित झाड़े के दौरान देवता ने इसको लेकर आदेश दिए हैं।
कुल्लू जिले के भूस्खलन प्रभावित 89 गांवों का अध्ययन विशेषज्ञों की टीम करेगी। भूस्खलन के कारणों का पता लगाया जाएगा। इसके लिए उपायुक्त कुल्लू ने एक कमेटी का गठन किया है। एसडीएम की अध्यक्षता वाली इस कमेटी में छह सदस्यों को शामिल किया गया है। इसमें जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान मौहल के आपदा विशेषज्ञ भी शामिल हैं। अगले साल मानसून से पहले इसकी रिपोर्ट तैयार होगी। भारी भूस्खलन के कारणों को तलाशने के अलावा गांवों को कैसे संरक्षित करना है, इसके भी उपाय तलाशे जाएंगे। कुल्लू में इस बार बरसात में शहरों से लेकर ग्रामीण इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। कई गांवों का वजूद पूरी तरह से खतरे में है। करीब ढाई माह तक लगातार बारिश के कारण भारी तबाही हुई है। 2023 की बाढ़ और आपदा की घटनाओं के दौरान जिले के कई इलाके भू-धंसाव से प्रभावित हुए थे। जिला प्रशासन ने ऐसे संवेदनशील गांवों की पहले ही पहचान कर ली थी। इस बार 2023 के साथ-साथ नए क्षेत्र और गांव भूस्खलन को लेकर संवेदनशील बनकर उभरे हैं। एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है। इसमें एसडीएम, वन विभाग से एसीएफ या डीएफओ, खंड विकास अधिकारी, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग और जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान मौहल के विशेषज्ञ को शामिल किया गया है। भूस्खलन से प्रभावित जिले के 71 पटवार सर्कलों में 89 भूस्खलन प्रभावित गांवों में सबसे अधिक निरमंड खंड के 29 गांव शामिल हैं। इसके अलावा बंजार के 24, आनी के 19, कुल्लू के 12 और मनाली खंड में पांच गांव शामिल हैं। कुल्लू में भारी बरसात के कारण 71 पटवार सर्कलों के भूस्खलन से प्रभावित हुए 89 गांवों का अध्ययन किया जाएगा। इसके लिए एसडीएम स्तर पर छह सदस्य कमेटी बनाई है। अतिरिक्त उपायुक्त कुल्लू अश्वनी कुमार ने कहा कि कमेटी इसका अध्ययन करेगी और कारणों के साथ इसके संरक्षण को लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगी। यह रिपोर्ट 2026 के मानसून से पहले देनी होगी। मनाली खंड के पारशा, क्लाथ, सोलंग, समाहण और चचोगा। कुल्लू खंड में बागान, डाली, कटराईं, दवाड़ा, छरूडू, रामशिला, लंका केबर, धरमोट, पीणी, तलपीणी, पनोगी व पधर। निरमंड खंड के डुगुवी, कुटली, नौनी, थारधार, बारीलांच, कटमोरी लांज, परांतला, पांकवा, बाड़ी, जूनी, बाड़ीधार, पठाना, हाटल, जैधार, बजराह, भालसी, रालूधार, कुशवा, गुंधी, बिशलाई, बशाला, बंदल, धवांश, झांगरी, पाली, पिछवानया, बाडीगंचा, तराला और सेउबाग। बंजार खंड के शराई, बंदल, कोटलाधार, बराधा, छेत, होरनगाड़, बकशाहड़, न्यूली, धारा, कोशुनाली, रूपांजनी, शरची, पेखड़ी, गुरशाला, मातला, टिचना, मशीना नाला, सारी, खमीनी, जूही, शदोन, कठियार, न्यूल, आनी खंड के शामदी, गुहांडा, शाई, झेड़, बनशीरा, खादवी, जोह, काथला, जटेढ़, डगसारी, धारली, राणाजानी बालू, कूट, बनीगाड़, मरेछ, बगोली, टिपरी, छेहवा और थबोली गांव शामिल हैं।
कुल्लू के मणिकर्ण घाटी के जल्लुग्रा गांव में एक घर में आग लगने से एक ही परिवार के पांच लोग बुरी तरह झुलस गए। घायलों में दो महीने का मासूम भी शामिल है। सभी घायलों को कुल्लू के क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना सोमवार सुबह करीब 5 बजे हुई। जल्लुग्रा में एक किराए के एक कमरे में नेपाली मूल का एक परिवार रहता था। इस परिवार में विकास वोहरा बहादुर, उनकी पत्नी कमला वोहरा और उनके तीन बच्चे, 10 वर्षीय मनीषा, 6 वर्षीय जानिशा और दो महीने का नवजात शिशु महेश शामिल हैं। बताया जा रहा है कि घर में रखा रसोई गैस सिलेंडर लीक हो गया था, जिसके कारण कमरे में गैस भर गई। जैसे ही किसी ने आग जलाने की कोशिश की, पूरे कमरे में आग फैल गई और देखते ही देखते यह परिवार आग की चपेट में आ गया। अचानक हुए इस हादसे से घर में अफरा-तफरी मच गई। परिवार के लोग खुद को बचाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थीं कि वे बुरी तरह झुलस गए। आसपास के लोग आग की घटना का पता चलते ही तुरंत मौके पर जमा हो गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी और खुद भी राहत कार्य में जुट गए। स्थानीय लोगों ने जान जोखिम में डालकर परिवार के सभी पांच सदस्यों को जलते हुए कमरे से बाहर निकाला। जब तक पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, उन्हें अस्पताल भेजने की तैयारी चल रही थी। पुलिस ने तुरंत सभी घायलों को कुल्लू के क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों की टीम उनके इलाज में जुट गई। घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन सभी बुरी तरह झुलसे हुए हैं। पुलिस अधीक्षक कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने बताया कि जरी पुलिस चौकी में इस घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि सिलेंडर में कोई तकनीकी खराबी थी या यह कोई और कारण था। इस घटना ने एक बार फिर गैस सिलेंडर के इस्तेमाल में सावधानी बरतने की जरूरत पर जोर दिया है।
हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं का कहर जारी है। कुल्लू जिले में आधी रात को एक घर भूस्खलन की चपेट में आ गया। भूस्खलन की चपेट में आने से मकान मलबे में तब्दील हो गया। मकान के अंदर सो रहे एक परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई 3 लोग सुरक्षित है जबकि एक व्यक्ति लापता है आज भी हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश के आसार हैं, हालांकि 14 सितंबर तक कोई भी अलर्ट नहीं है। जानकारी के अनुसार, कुल्लू के निरमण्ड खंड की घाटू पंचायत के शमानी गांव में देर रात भूस्खलन से बड़ा हादसा हुआ। मकान मलबे की चपेट में आ गया। मकान में एक ही परिवार के आठ लोग सो रहे थे। इनमें से तीन को सुरक्षित निकाल लिया गया, 4 लोगों की मौत हो गई और 1 व्यक्ति के मलबे में दबे होने की आशंका है। साथ ही कुल्लू जिले में रविवार रात को करीब दो घंटे और सोमवार शाम को बारिश हुई। इससे जिले की सड़कों को सुचारु करने के कार्य में खलल पड़ा। एनएचएआई ने हाईवे-305 को लारजी से बंजार तक छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया है। इसके अलावा यहां एयरटेल की मोबाइल सेवा को भी रिस्टोर कर दिया है। चंबा जिले में भरमौर-पठानकोट हाईवे दो सप्ताह के बाद छोटी गाड़ियों के लिए बहाल हो गया। वहीं हमीरपुर में दिनभर रुक-रुक कर बारिश हुई। कांगड़ा जिले में सोमवार सुबह मौसम साफ रहा और दोपहर बाद धर्मशाला सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश हुई। सुबह के समय मौसम साफ रहने के चलते गगल एयरपोर्ट पर सभी उड़ानें समय पर पहुंचीं। राजधानी शिमला में दोपहर को बूंदाबांदी हुई। तापमान में कमी दर्ज होने से सुबह और शाम के समय मौसम में ठंडक बढ़ गई है।
बुधवार को पुलिस थाना मनाली की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर वोल्वो बस स्टैण्ड, मनाली में एक गाड़ी नं. PB 18U 8718 I 20 की नियमानुसार तलाशी ली। तलाशी के दौरान गाड़ी में सवार व्यक्तियों के कब्जे से कुल 258.750 ग्राम चिट्टा तथा एक पीस्टल मार्का KGF MADE IN USA PISTAL व दो जिन्दा रौन्द व मैगजीन बरामद किए गए हैं इस मामले में आरोपी संजय कुमार (40 वर्ष) पुत्र धनी राम निवासी गांव व डाकघऱ सिद्धपुर तहसील धर्मपुर जिला मण्डी, हरमोहित दीपसिह (22 वर्ष) पुत्र सरवजीत सिंह निवासी गांव जहादपुर डाकघऱ जतोसरजा तहसील वटाला जिला गुरदासपुर पंजाब, कृष्णा सिंह (29 वर्ष) पुत्र भोला सिंह निवासी गांव खगोल डाकघऱ दानापुर तहसील व जिला पटना बिहार हाल हजारा जालन्धर पंजाब, मंदीप सिंह (30 वर्ष) पुत्र सुखविन्द्र सिंह निवासी गांव जहादपुर डाकघर जतोसरजा तहसील बटाला जिला गुरदासपुर पंजाब को गिरफ्तार किया। इस संदर्भ में पुलिस थाना मनाली में धारा 21, 25, 29 मादक पदार्थ अधिनियम व धारा 25 शस्त्र अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत करके नियमानुसार कार्यवाही करने के उपरांत बरामद नशे की खरीद फ़रोखत का पता लगाया जा रहा है। अभियोग मे आगामी अन्वेशन जारी है ।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण संदेश मन की बात कार्यक्रम प्रदेश के सभी बूथों पर कार्यकर्ताओं और जनता ने एक साथ सुना। इसी कड़ी में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अखिलेश कपूर ने रविवार को मनाली विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या -81 पर बूथ कमेटी व कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुना। इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वदेशी अपनाने और आत्मनिर्भर भारत के संदेश को एक ऐतिहासिक और दूरदर्शी कदम बताया। अखिलेश कपूर ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा है कि आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी पूरा होगा जब हर नागरिक स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देगा। उन्होंने पीएम मोदी के शब्दों को दोहराते हुए कहा, “जब हम स्वदेशी वस्तुओं को अपनाते हैं, तो हम सिर्फ सामान नहीं खरीदते, बल्कि देश के कारीगरों, किसानों और उद्यमियों की मेहनत को सम्मान देते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित करते हुए बताया कि आधुनिकता और प्रगति का रास्ता स्वदेशी उत्पादों के उपयोग से होकर ही गुजरता है। कपूर ने प्रधानमंत्री के इस संदेश के समय पर जोर देते हुए कहा कि यह ऐसे समय में आया है जब दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच 'ट्रेड वॉर' की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते विवाद और 'ट्रंप टैरिफ' के कारण वैश्विक बाजार और आपूर्ति श्रृंखला में आई अस्थिरता का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में प्रधानमंत्री मोदी का 'मेक इन इंडिया' और ' स्टार्ट अप इंडिया' अभियान को आगे बढ़ाना एक बहुत ही दूरदर्शी कदम है। अखिलेश कपूर ने स्वदेशी अपनाने के कई लाभ गिनाए, जिनमें रोजगार सृजन, आर्थिक आत्मनिर्भरता, भारतीय संस्कृति और पहचान की सुरक्षा और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मोदी सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान 2020, मेक इन इंडिया 2014, स्टार्टअप इंडिया 2016 और वन डिस्टिक्ट वन प्रोडक्ट 2018 जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं, जो स्वदेशी और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के लिए बनाई गई हैं। कपूर ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह संदेश न केवल आम जनता के लिए प्रेरणादायी है, बल्कि उद्योग जगत और स्टार्टअप्स के लिए भी एक स्पष्ट दिशा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने सही समय पर स्वदेशी को प्राथमिकता दी है, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था नई ऊंचाइयों को छू रही है और वैश्विक स्तर पर देश एक मजबूत स्थिति में खड़ा हो रहा है।
प्रदेश के कुल्लू जिला में भारी बारिश से हो रही तबाही के लिए स्थानीय देवता ने लोगों के कर्मों को जिम्मेदार ठहराया। दरअसल, बीती शाम को हलाण के ग्रामीण अपने आराध्य देवता नाग धुंबल की शरण में पहुंचे और प्राकृतिक आपदा को रोकने व उन्हें सुरक्षित रखने की प्रार्थना की। ग्रामीणों ने देवता से प्राकृतिक आपदा रोकने और उन्हें सुरक्षित करने का आग्रह किया। इस पर देवता ने साफ कहा कि इस आपदा के लिए लोग जिम्मेदार है। देव आदेशों का पालन नहीं हो रहा। देव-नीति में राजनीति की जा रही है। जंगलों का विनाश हो रहा है। नाग धुंबल देवता ने कहा, देवताओं के फैसलों की अवहेलना की गई है। विकास के नाम पर पेड़ों और पर्वतों का अंधाधुंध दोहन किया गया है। धार्मिक स्थलों की शुचिता का ध्यान नहीं रखा जा रहा। नाग धुंबल ने कहा, '18 करडू' यानी 18 करोड़ देवी-देवता नाराज हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर देवी-देवताओं ने नजर फेर ली तो स्थिति और खराब हो सकती है। नाग धुंबल ने कहा कि वे '18 करडू' के आदेश पर ही इस स्थिति की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। देवता ने कहा कि वह अगला आदेश आज (मंगलवार) को देंगे। देवता नाग धुंबल के प्रमुख जवाहर लाल ने बताया, देवता के आदेशानुसार आज फिर पूछ (प्रश्न) डाली जाएगी, देवता जैसा आदेश करेंगे उसकी पालना होगी
अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव के लिए दशहरा समिति द्वारा 332 देवी-देवताओं को निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। 2 से 8 अक्तूबर तक चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। उत्सव में बिना निमंत्रण के भी कई देवी-देवता आते हैं, उनका भी प्रशासन स्वागत करेगा। डीसी एवं अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव समिति की उपाध्यक्ष तोरूल एस. रवीश ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव देवी-देवताओं के समागम के लिए विश्व में प्रसिद्ध है। यह उत्सव लोगों की आस्था एवं परम्पराओं से जुड़ा है। दशहरा उत्सव के लिए निमंत्रण समिति ने आनी व निरमंड जैसे दूरस्थ क्षेत्रों के देवी-देवताओं सहित कुल्लू, मनाली, सैंज और बंजार क्षेत्र के देवताओं को भी निमंत्रण पत्र भेज दिए हैं। डीसी ने कहा कि जिला कुल्लू की विभिन्न घाटियों के देवी-देवता दशहरा उत्सव में शामिल होते हैं। कुल्लू जिले के रेवेन्यू रिकॉर्ड में दर्ज मंदिरों के देवी-देवता को दशहरा समिति द्वारा निमंत्रण पत्र भेजा जाता है। यह निमंत्रण पत्र तहसीलदार के माध्यम से भेजे जाते हैं। आमंत्रित देवी-देवताओं के ठहरने का स्थान, बिजली, पानी और सुरक्षा की व्यवस्था दशहरा कमेटी द्वारा की जाती है, साथ ही सरकार द्वारा तय नियमानुसार नजराना भेंट किया जाता है। ठहरने के लिए टैंट उन्हें पहले ही उपलब्ध करवा दिए गए हैं। साथ ही डीसी ने कहा कि पिछले वर्ष 315 देवी-देवता दशहरा उत्सव में शामिल हुए थे। इस बार गत वर्ष की अपेक्षा अधिक देवी-देवता के शामिल होने की आशा है। दशहरा में आने वाले देवी-देवता ढालपुर मैदान और आसपास के चिन्हित स्थानों पर अस्थायी शिविरों में ठहरेंगे। 7 दिनों तक दशहरा उत्सव के दौरान भगवान रघुनाथ भी ढालपुर में अस्थायी शिविर में रहकर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देंगे। वहीं, मंगलेश्वर महादेव के कारदार नानक चंद नेगी व पूर्व बीडीसी सदस्य ओम प्रकाश ने कहा कि मंगलेश्वर महादेव का हारियान क्षेत्र बहुत बड़ा है। देवता के हारियान क्षेत्र में छेंऊर, चौहकी, कन्हा, कोट, जछणी, सेऊंड, फागू, पैनीसेरी, शरण व चकरींगा सहित अन्य कई गांव आते हैं। देवता को करीब 25 हजार रुपए नजराना मिलता है। उन्होंने कहा कि कई देवी-देवता महज एक गांव या एक परिवार के ही हैं और उन्हें इससे भी काफी ज्यादा नजराना मिलता है। इस प्रकार की विसंगति को दूर किया जाना चाहिए और बड़े हारियान क्षेत्र वाले देवता को उचित नजराना राशि मिलनी चाहिए।
कुल्लू टकोली टोल प्लाजा को बंद करने की आवाज चारों तरफ से उठ रही हैं। अब भुंतर सुधार समिति ने नितिन गडकरी सहित मुख्यमंत्री प्रशासन को पत्र प्रेषित कर टकोली टोल को अस्थाई तौर पर बंद करने की मांग उठाई हैं। भुंतर सुधार समिति के अध्यक्ष मेघ सिंह कश्यप, उपाध्यक्ष मनीष कौडल, रोशन लाल, सोनू चौहान, सहसचिव झावे राम, महिला विंग की अध्यक्षा नीना घई, सचिव मीना जसवाल, प्रवक्ता नीलम घई आदि सदस्यों का कहना हैं कि मंडी कुल्लू रोड़ के हालात ठीक नहीं हैं। वहीं लोग भी फोरलेन की खस्ता हालत के बावजूद टकोली टोल बेरियर में उगाही पर ऐतराज जता रहें है। भुंतर सुधार समिति ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, सीएम सुखविंदर सिंह सुखू और डीसी मंडी को चिठ्ठी लिखकर टकोली टोल प्लाजा को बंद करने की जोरदार मांग उठाई है। उन्होंने साफ तौर पर चिठ्ठी में लिखा है कि जब तक फोरलेन की हालत में सुधार नहीं होता और सफर आरामदायक नहीं होता तब तक टकोली टोल प्लाजा बंद किया जाए ।
जिला कुल्लू के शमशी की अक्षिता सूद ने एलएलएम की परीक्षा में द्वितीय स्थान हासिल कर जिला सहित परिजनों का नाम रोशन किया। बेटी की इस कामयाबी से परिजनों व शमाशी भुंतर शहर में खुशी की लहर दौड़ गई हैं। बेटी की इस कामयाबी पर अक्षिता के साथ परिजनों को चारों ओर से बधाइयां मिल रही हैं। अक्षिता सूद वर्तमान में नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, शिमला में एलएलएम की छात्रा हैं। उन्होंने एलएलएम की परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा इसी वर्ष यूजीसी-नेट क़ानून की परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की है। अक्षिता सूद ने एलएलएम की परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त करके शानदार सफलता हासिल अपने सपनों को नई उड़ान दी। इस उपलब्धि ने न केवल छात्र का बल्कि उनके परिवार और संस्थान सहित जिला कुल्लू का भी नाम रोशन किया है। एलएलएम कानून में मास्टर की परीक्षा में द्वितीय स्थान हासिल करना एक बड़ी बात है, क्योंकि इसमें उच्च स्तर की कानूनी ज्ञान और समझ की आवश्यकता होती है। अक्षिता सूद के पिता वरिंदर सूद बताते हैं कि यह सफलता बेटी की कड़ी मेहनत की है।
विश्व शांति, आपदाओं की टालना और शक्तियों की अर्जन की कामना के साथ कोठी वंनोगी क्षेत्र में मां जगतजननी आदि शक्ति महामाई देवी भगवती नवदुर्गा की पारंपरिक फेरा यात्रा पर्व का आयोजन 12-13 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद धूमधाम से शुरू हुआ है। यह देव यात्रा क्षेत्र की आस्था, परंपरा और लोक संस्कृति की जीवंत मिसाल है। फेरा यात्रा का शुभारंभ श्रावण मास की द्वादशी तिथि को हुआ, जब पटाहरा गांव से माता दुर्गा व देवता पुंडरीक की पूजा-अर्चना के पश्चात सुहागिन महिलाओं द्वारा पारंपरिक रीति से यात्रा को देहुरी की ओर रवाना किया गया। देहुरी पहुंचने पर देव मिलन और विशाल देव कचहरी का आयोजन हुआ, जिसमें मां दुर्गा के गूर डोला सिंह द्वारा भविष्यवाणी की गई। इस देव यात्रा का आयोजन कारदार लोतम राम, किशन चंद, अनंत राम, डोला सिंह, गूर सेस राम तथा समस्त हारियांनों द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह पर्व न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि समुदाय की एकता, संस्कृति और परंपरा को भी मजबूत करता है।
पतलीकुहल की टीम द्वारा गश्त के दौरान शिव बावड़ी एनएच-03, 15 मील पुल के पास दो संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली। तलाशी के दौरान दोनों के कब्जे से 24 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) बरामद किया गया है । आरोपियों की पहचान दिलवाग सिहं 35 वर्ष पुत्र मन्जीत सिंह निवासी हाउस न० 387/ए अप्पर बेली छराना सतवारी अलोरा जम्मू केंट (जम्मू-कश्मीर) तथा गुरमीत सिंह 43 वर्ष पुत्र चन्दा सिंह निवासी हाउस न० 21, KC कॉलोनी एक्सटैन्शन त्रिकुटा नगर जम्मू सिटी (जम्मू-कश्मीर) के रूप में हुई है। उपरोक्त दोनों व्यक्तियों के विरुद्ध पुलिस थाना पतलीकुहल में मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 21,29 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर नियमानुसार कार्यवाही करने के उपरांत बरामदा नशा की खरीद फरोख़्त का पता लगाया जा रहा है इस मामले की पुष्टि कुल्लू एसपी ने की है
कुल्लू में नशे के खिलाफ एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ए.एन.टी.एफ.) की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। गश्त के दौरान लेफ्ट बैंक सेऊबाग क्षेत्र में टीम ने दो युवकों को हेरोइन के साथ रंगे हाथों पकड़ा। पकड़े गए आरोपियों की पहचान अमन शर्मा पुत्र स्व. ओम प्रकाश शर्मा, निवासी फतहपुर छबाला रोड, सतनाम नगर कॉलोनी, थाना हकीमा गेट, अमृतसर (पंजाब) और कुलदीप सिंह पुत्र संतोष सिंह, निवासी माला बली, पोस्ट ऑफिस जुज़र सिंह, थाना कैंट, अमृतसर (पंजाब) के रूप में हुई है। टीम ने इनके कब्जे से 11 ग्राम हेरोइन और 31,000 रुपये नकद बरामद किए हैं। मामले को लेकर पुलिस थाना कुल्लू में एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। इस पूरी कार्रवाई को अंजाम देने वाली ANTF टीम में मुख्य हेड कांस्टेबल राजेश रोपा, हेड कांस्टेबल समीर कुमार, एचएचसी नितेश कुमार और कांस्टेबल अशोक कुमार शामिल थे। कार्रवाई की पुष्टि एएनटीएफ डीएसपी हेमराज शर्मा ने की है।
श्रीखंड महादेव यात्रा से लाैटते समय चंडीगढ़ के एक श्रद्धालु की रास्ते मे मौत हो गई है। मृतक की पहचान अभय(33) पुत्र कमल किशोर निवासी सेक्टर-15 डी चंडीगड़ के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार अभय अपने चचेरे भाई के साथ श्रीखंड यात्रा पर निकला था और दोनों श्रीखंड से दर्शन कर वापस आ रहे थे। पार्वती बाग के समीप अभय की तबीयत बिगड़ गई। जहां से रेस्क्यू टीम की ओर से उसे भीम डवारी तक लाया गया। जहां प्राथमिक चिकित्सा के बाद अभय की तबीयत में सुधार हो गया था। इसके बाद बचाव टीम की ओर से अभय को भीम डवारी से बेस कैंप सिंहगाड होते हुए जाओं और फिर निरमंड के सिविल अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन अभय ने सिंहगाड और जाओं के बीच ही दम तोड़ दिया। डीएसपी आनी चंद्रशेखर कायथ ने इसकी पुष्टि की है। बता दें, 10 जुलाई को आधिकारिक तौर पर शुरू हुई श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान इस वर्ष यह पहली मौत हुई है। गौरतलब है कि हर साल इस कठिन यात्रा में खतरनाक रास्तों, ऑक्सीजन की कमी और अत्यधिक ठंड के कारण कई यात्री अपनी जान गंवा देते हैं।
कुल्लू जिले के जिया गांव के पास रविवार को एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर दिया। ब्यास नदी को पार करते समय एक मां की गोद से उसकी पांच वर्षीय मासूम बेटी छिटक कर बह गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना घरूरू के अस्थायी झूला पुल पर उस समय हुई जब मां अपनी दोनों बेटियों के साथ नदी पार कर रही थी। जानकारी के अनुसार, रजनी नामक महिला अपनी दो बेटियों, पांच साल की परी और चौदह वर्षीय वंशिका के साथ जिया से शमशी वर्कशॉप स्थित अपने घर लौट रही थी। दोपहर करीब दो बजे जब वे ब्यास नदी पार कर रही थीं, तो अचानक घरूरू में तेज झटका लगा। इससे परी मां की गोद से छिटककर नदी में जा गिरी और तेज बहाव में बह गई। वंशिका भी गिरते-गिरते बची, लेकिन किसी तरह झूले की रस्सी पकड़ ली और लगभग दस मिनट तक उसी से लटकती रही। रजनी खुद भी झूले पर बुरी तरह फंस गई थीं और चाहकर भी अपनी बेटी की मदद नहीं कर पा रही थीं। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद मां और बेटी को सुरक्षित नीचे उतारा। परी का शव घटनास्थल से करीब एक किलोमीटर दूर नदी किनारे बरामद किया गया। बच्ची की मौत से पूरे इलाके में शोक की लहर फैल गई है। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। कुल्लू के एसपी डॉ. कार्तिकेयन गोकुल चंद्रन ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि घरूरू की स्थिति असुरक्षित पाई गई, तो भविष्य में इस पुल का उपयोग प्रतिबंधित किया जाएगा। जिया पंचायत के प्रधान संजू पंडित ने इसे एक बेहद दुखद और भावुक कर देने वाली घटना बताया और प्रशासन से ऐसे अस्थायी पुलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने की मांग की।
थाना केलांग की पुलिस टीम ने सहायक उपनिरीक्षक रणबीर सिंह (इंचार्ज TTR विंग) के नेतृत्व में बिलिंग पुल के पास नियमित नाका एवं ट्रैफिक चेकिंग के दौरान एक वाहन को जांच के लिए रोका, जो तांदी से केलांग की ओर जा रहा था। तलाशी के दौरान वाहन की डिक्की से एक कार्टन बरामद हुआ, जिसमें कुल 13 कांच की बोतलें मिलीं। इसमें 6 बोतलें अंग्रेजी शराब तथा 7 बोतलें देसी शराब की पाई गईं। वाहन चालक उक्त शराब के परिवहन हेतु कोई वैध लाइसेंस या परमिट प्रस्तुत नहीं कर सका। इस पर संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध पुलिस थाना केलांग में मामला दर्ज कर आगामी कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
हाल ही में करसोग क्षेत्र में आई आपदा के पीड़ितों की सहायता हेतु पांगणा उपमंडल के कर्मचारियों ने एक सराहनीय पहल की है। सहायक अभियंता अंकुश धीमान के नेतृत्व में कर्मचारियों ने ₹11,000 की राहत राशि एकत्र की, जिसे तहसीलदार पांगणा के माध्यम से उपमंडल अधिकारी (एसडीएम) करसोग को सौंपा गया। इस अवसर पर वरिष्ठ सहायक प्रताप सिंह, जूनियर इंजीनियर यंकुश कुमार, रंजीत, और जेओए सुनील कुमार सहित उपमंडल के अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे। यह योगदान कर्मचारियों की संवेदनशीलता, सामाजिक जिम्मेदारी और एकजुटता का प्रतीक है। सभी कर्मचारियों ने यह संकल्प भी लिया कि भविष्य में यदि किसी भी प्रकार की आपदा आती है, तो वे एकजुट होकर हरसंभव सहायता के लिए तत्पर रहेंगे।
पुलिस थाना भून्तर की टीम ने सोमवार को गश्त के दौरान एयरपोर्ट गेट भून्तर के समीप एक संदिग्ध युवक से 24 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) बरामद करने में सफलता हासिल की है। आरोपी की पहचान प्रथम गुप्ता (25 वर्ष) निवासी फ्लैट नंबर 1-डी, टॉवर नंबर 2, एपी वॉनडर्स, रिठाला, डाकघर रोहिणी, सेक्टर-7, जिला उत्तर पश्चिमी दिल्ली के रूप में हुई है। पुलिस ने उक्त व्यक्ति के विरुद्ध मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 21 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और नियमानुसार आगामी कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि बरामद नशे की खेप कहां से लाई गई थी और इसकी आपूर्ति किन-किन लोगों तक की जानी थी। पुलिस के अनुसार, इस मामले में नशा तस्करी से जुड़े संभावित नेटवर्क की जांच की जा रही है और आगामी अन्वेषण जारी है
हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत अब विश्व पटल पर अपनी छाप छोड़ रही है। ऑस्ट्रेलिया के फ्रेमेंटल शहर, पर्थ में इन दिनों एक कार्यशाला और प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के नग्गर गांव की महिलाएं अपनी पारंपरिक हस्तकला की बारीकियों को सिखा रही हैं। ऑस्ट्रेलिया पहुंची हिमाचल के छोटे से गांव की महिलाओं ने अपनी पारंपरिक हस्तकला से सबका दिल जीत लिया है। 8 जून से शुरू हुई यह कार्यशाला 22 जून तक चलेगी , जिसमें कुलवी वाइंस संस्था जो हिमाचल के नग्गर गांव की पारंपरिक ऊन कताई, हथकरघा बुनाई और प्राकृतिक रंगाई की विलुप्त होती शैलियों को पुनर्जीवित कर सबके साथ सांझा कर रही है। इस कार्यशाला में विशेष आकर्षण का केंद्र हैं कुल्लू के नग्गर गांव की दो हुनरमंद महिलाएं लता और सपना जो पहली बार विदेश यात्रा कर ऑस्ट्रेलियाई लोगों को अपनी समृद्ध लोककला और जीवनशैली से रूबरू करवा रही हैं। यह आयोजन न केवल शिल्प कौशल का प्रदर्शन है, बल्कि दो संस्कृतियों के बीच एक भावनात्मक और रचनात्मक सेतु भी बन गया है। इन महिलाओं ने न केवल अपनी कला सिखाई, बल्कि हिमाचली जीवनशैली, लोककथाएं, और पारंपरिक ज्ञान को भी गहराई से साझा किया और सपना बताती हैं कि आज वे क्राफ्ट की वजह से ही आज ऑस्ट्रेलिया पहुंची है। यहाँ के लोगों को पारंपरिक ऊन कताई, हथकरघा बुनाई और प्राकृतिक रंगाई सिखाया जा रहा है । यहाँ बनाए और लाये गये हिमाचली उत्पाद करे 90 प्रतिशत तक बुक हो चुके है। आने वाले समय में हिमाचली उत्पादों को विश्व भर में ले जाया जायेगा। गौरतलब है कि यह कार्यशाला कला का आदान-प्रदान नहीं है, यह एक सांस्कृतिक संगम है। जब ऑस्ट्रेलियाई प्रतिभागी भारतीय चाय की चुस्कियों के साथ पहाड़ी संगीत की धुनों में बुनाई सीखते हैं, तब यह एहसास होता है कि भाषा, भौगोलिक दूरी या परंपराएं, कला के सामने कोई दीवार नहीं खड़ी कर सकतीं। कार्यशाला में स्थानीय ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों ने हिमाचली संस्कृति के प्रति जिस उत्साह और सम्मान को दर्शाया है, वह इस आयोजन की सफलता का सबसे बड़ा प्रमाण है कार्यशाल में हिस्सा ले रही पश्चिम ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली मैल ने संस्था ने अपनी पारंपरिक उन कताई, बुनाई और प्राकृतिक रंगाई की समृद्ध तकनीकों को हमारी समुदाय के साथ साझा किया। यहाँ इन शिल्पकलाओं पर केंद्रित अनेक कार्यशालाएं आयोजित की जा रही है , जिनमें स्थानीय लोग भाग लेकर इन पारंपरिक विधाओं की गहराई से जानकारी प्राप्त कर रहे है। इसके साथ ही एक प्रदर्शनी-सह-बिक्री केंद्र की स्थापना भी की गई है, जहां सभी उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे और बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे। इन हस्तशिल्प उत्पादों का जितना महत्व हिमाचल में है, उतना ही उन्हें पश्चिम ऑस्ट्रेलिया में भी सराहा जा रहा है। यह सांस्कृतिक आदान-प्रदान न केवल एक समृद्ध अनुभव रहा, बल्कि दोनों समुदायों को एक-दूसरे की परंपराओं को समझने और सम्मान देने का अवसर भी मिला जाहिर है।
कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में नशीले पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत, कुल्लू की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने एक व्यक्ति को 3.556 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया है। डीएसपी एएनटीएफ हेमराज वर्मा ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि एएनटीएफ कुल्लू टीम के इंस्पेक्टर गगन सिंह, हेड कांस्टेबल राजेश रौपा, हेड कांस्टेबल समीर कुमार और एचएचसी नितेश कुमार ने गुप्त सूचना के आधार पर एक संदिग्ध व्यक्ति की तलाशी ली। इस तलाशी के दौरान उसके कब्जे से भारी मात्रा में चरस बरामद की गई।गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान मंडी जिले की बालीचौकी तहसील के धाबेहर स्थित शिववाड़ी निवासी गोपाल सिंह (31 वर्ष) के रूप में हुई है। गोपाल सिंह के खिलाफ थाना बालीचौकी में मादक द्रव्य अधिनियम की धारा 20 के तहत मामला (अभियोग) पंजीकृत कर लिया गया है। पुलिस अब नियमानुसार आगे की कार्यवाही कर रही है, जिसमें इस नशीले पदार्थ की बिक्री के स्रोत और नेटवर्क का पता लगाना शामिल है। इस गिरफ्तारी को नशीले पदार्थों के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, जिला भाजपा कुल्लू ने देव सदन में एक जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जम्वाल, और प्रदेश उपाध्यक्ष पायल वैद्य विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यशाला को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने इन 11 वर्षों में देश का नाम विश्व मानचित्र पर ऊंचा किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गौरवान्वित महसूस कर रहा है। गोविंद सिंह ठाकुर ने यह भी बताया कि इन 11 वर्षों में किए गए "सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण" के कार्यों को इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में अंकित किया जाएगा। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का विशेष उल्लेख किया, जिसके तहत पाकिस्तान के आतंकी अड्डों को नष्ट कर आतंकवाद पर हमला किया गया, जिससे देश की छवि विश्व स्तर पर और मजबूत हुई। उन्होंने यह भी घोषणा की कि आने वाले दिनों में जिला के हर मंडल स्तर पर इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रदेश उपाध्यक्ष पायल वैद्य ने बताया कि आगामी दिनों में विश्व पर्यावरण दिवस, योग दिवस, आपातकाल दिवस और बलिदान दिवस जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने इन आगामी कार्यक्रमों की विस्तृत रूपरेखा भी साझा की। बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जम्वाल ने "सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण" के 11 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे जन कल्याणकारी कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। जिला अध्यक्ष अमित सूद ने भी जिले में आने वाले दिनों में पार्टी द्वारा किए जाने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा की और संगठन के सभी कार्यकर्ताओं से इन कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आग्रह किया। इस अवसर पर बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी, आनी के विधायक लोकेंद्र कुमार, कुल्लू विधानसभा क्षेत्र से 2022 के प्रत्याशी नरोत्तम ठाकुर, प्रदेश महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर, किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री अखिलेश कपूर, जिला के महामंत्री अमर ठाकुर, बलदेव महंत, पूर्व जिला अध्यक्ष भीमसेन शर्मा, अरविंद चंदेल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अर्चना ठाकुर, मीना ठाकुर, राहुल सोलंकी, प्रदेश महिला मोर्चा सचिव बर्षा ठाकुर, जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष कमलेश शर्मा, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी दानवेंद्र सिंह सहित प्रदेश, जिला और मंडल स्तर के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कसोल :मणिकर्ण पुलिस ने कसोल की एक जर्मन बेकरी के नेपाली संचालक संछलाल मोकतान को मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। मोकतान को मंगलवार को हिरासत में लिया गया था, जब क्षेत्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (RFSL) की रिपोर्ट ने पुष्टि की कि उसकी बेकरी से जब्त की गई हैश ब्राउनीज़ वास्तव में चरस से बनी थीं। उसे अब 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह मामला तब शुरू हुआ जब 24 फरवरी, 2025 को मणिकरण पुलिस स्टेशन में NDPS एक्ट की धारा 20 के तहत FIR संख्या 17/25 दर्ज की गई। पुलिस ने संछलाल मोकतान की बेकरी पर छापा मारा था और उसके कब्जे से 45.71 ग्राम चरस, 05 हैश ब्राउनीज़,840 नकद, और एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन बरामद की थी। शुरुआती जांच के बाद, मोकतान को नोटिस पर रिहा कर दिया गया था, जबकि जब्त की गई सामग्री को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया था। पुलिस के लिए गेम-चेंजर मंगलवार को आई RFSL की रिपोर्ट थी, जिसने स्पष्ट रूप से बताया कि जब्त की गई ब्राउनीज़ में चरस मौजूद थी। इस निर्णायक सबूत के मिलते ही, मणिकरण पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और उसी दिन संछलाल मोकतान को कसोल क्षेत्र से दोबारा गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी हिमाचल प्रदेश में मादक पदार्थों के खिलाफ चल रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम है। पुलिस ने पुष्टि की है कि मामले में आगे की जांच जारी है।
पुलिस थाना भून्तर की टीम द्वारा सिऊंड में गश्त के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति की तलाशी के दौरान 10 ग्राम चिट्टा बरामद की गई है । आरोपी की पहचान साहिल परमार (36 वर्ष) पुत्र सुरेश परमार निवासी गांव कहुधार डाकघर व तहसील भून्तर जिला कुल्लू के रूप में हुई है । उक्त व्यक्ति के विरुद्ध पुलिस थाना भून्तर में मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 21 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर नियमानुसार कार्यवाही करने के उपरांत बरामदा नशा की खरीद फरोख़्त का पता लगाया जा रहा है ।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में शादी के नाम पर एक युवक से लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। बंजार उपमंडल के ज्ञान चंद ने आरोप लगाया है कि एक युवती ने पहले उन्हें प्रेमजाल में फंसाया, फिर शादी की और बाद में उनकी पुश्तैनी जमीन बिकवाकर लाखों रुपये अपने खाते में डलवा लिए। इसके बाद वह नकदी और गहने लेकर फरार हो गई। पीड़ित युवक अब न्याय के लिए पुलिस के चक्कर काट रहा है। ज्ञान चंद ने मंडी में मीडिया को बताया कि 2024 में उनकी शादी मंडी जिले के बालीचौकी क्षेत्र की एक युवती से हुई थी, जिसकी शादी उनके भाई ने तय की थी। शादी के बाद, युवती ने कथित तौर पर ज्ञान चंद की 18 बिस्वा पुश्तैनी जमीन बिकवा दी और पूरी रकम अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करवा ली। अप्रैल 2025 में, वह घर में रखे 20 हजार रुपये नकद और जेवर लेकर भी गायब हो गई। ज्ञान चंद ने बताया कि जब भी वह युवती से अपनी शादी को पंचायत में दर्ज करवाने की बात करते थे, तो वह टालमटोल करती थी। उसने पतलीकूहल पुलिस थाने में भी शिकायत दी थी। पीड़ित ने आरोप लगाया कि युवती की पहले दो शादियां कर चुकी थी और इस बात की जानकारी उसे बाद में मिली। युवक ने बताया कि अब हाल ही में ठगी करने वाली युवती ने सुंदरनगर में चौथी शादी कर ली है। कुल्लू पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, युवती को ट्रेस कर लिया गया है और जल्द ही दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाकर बयान लिए जाएंगे। कुल्लू पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, युवती का पता लगा लिया गया है और जल्द ही दोनों पक्षों को आमने-सामने बिठाकर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
कुल्लू पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक युवक को 450 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी भुंतर की टीम द्वारा हाथीथान में आर के शॉल इंडस्ट्री के समीप गश्त के दौरान की गई। पुलिस के अनुसार, गश्त के दौरान एक संदिग्ध युवक को रोककर उसकी तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान उसके कब्जे से 450 ग्राम चरस बरामद हुई। आरोपी की पहचान राजेश कुमार (21) पुत्र राम कुमार, निवासी गांव व डाकघर जिया, तहसील भुंतर, जिला कुल्लू के रूप में हुई है। इस संबंध में भुंतर पुलिस थाना में मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 20 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब बरामद नशे की खरीद-फरोख्त के नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है। कुल्लू के पुलिस अधीक्षक ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि नशे के कारोबार में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कुल्लू जिला के मणिकर्ण घाटी में बीते साल 1 जुलाई को मलाणा डैम फटने से भरी नुकसान हुआ था। डैम फटने के चलते सड़कें और नदी किनारे कई गांव भी इसकी चपेट में आए। वहीं डैम फटने के दौरान मणिकर्ण घाटी के बलाधी गांव को जोड़ने वाला पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया। लेकिन हैरानी की बात यह कि इस घटना को एक साल बीत जाने के बाद भी इस पुल को दुरुस्त नहीं किया गया, और पुल न होने के कारण 40 छात्रों ने भी स्कूल जाना बंद कर दिया। एक साल तक पुल का निर्माण न होने के कारण ग्रामीणों ने अपने स्तर पर नदी के ऊपर एक पुलिया बना दी,लेकिन अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने से उस पुलिया के बहने का भी खतरा बन गया है। जिसके बाद बलाधी गांव के ग्रामीणों ने शुक्रवार को डीसी कुल्लू और प्रदेश सरकार से मांग रखी है कि जल्द यहां पर पुल की व्यवस्था की जाए। डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश से मिलने के बाद प्रतिनिधिमंडल में शामिल जिला परिषद सदस्य रेखा गुलेरिया ने बताया कि 1 साल बीत जाने के बाद भी पुल का निर्माण न होने के कारण स्थानीय लोगों को कई दिक्कते पेश आ रही है, साथ ही बच्चों कि पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों नदी का बहाव बढ़ने के चलते यहां स्कूल से घर वापस आ रहे स्कूली छात्र फंस गए. जिन्हें ग्रामीणों के द्वारा कड़ी मशक्कत से पुलिया के आर पार करवाया गया ,और ऐसी स्थिति देख ग्रामीणों ने फैसला लिया है कि जब तक पुल का निर्माण नहीं होता तब तक वह अपने बच्चों को स्कूल ना भेज कर घर पर ही रखेंगे। जिला परिषद सदस्य रेखा गुलेरिया ने कहा कि पुल के निर्माण को ले कर ग्रामीणों ने कई बार स्थानीय विधायक के साथ भी मुलाकात की, लेकिन विधायक भी उनकी समस्या का समाधान नहीं कर रहे है। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश में मानसून दस्तक देगा उससे नदी पर बनी पुलिया के बहने का भी खतरा बना हुआ है। ऐसे में नदी को पार करने के लिए पहले पुल की व्यवस्था की जानी चाहिए. ताकि बलाधी गांव के ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
मनाली पुलिस ने नशे के खिलाफ अपनी मुहिम में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए, मनाली पुलिस ने आज कोर्ट परिसर के पीछे गोंपा रोड स्थित एक मकान में दबिश दी और एक युवक को 44.920 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी की पहचान संदीप सिंह (26 वर्ष) पुत्र स्वरूप सिंह, निवासी जबोवाल, डाकघर भेगोनाल, तहसील पुलाथ, जिला कपूरथला (पंजाब) के रूप में हुई है। संदीप मनाली में किराये के कमरे में रह रहा था। पुलिस थाना मनाली में आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 21 के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। संदीप सिंह को हिरासत में ले लिया गया है और नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मनाली पुलिस अब इस बरामद नशे की खरीद-फरोख्त से जुड़े आपराधिक नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करने के लिए गहन जांच कर रही है।
कुल्लू: कुल्लू पुलिस की विशेष टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग-03 पर 16 मील के पास नाकाबंदी के दौरान एक होंडा अमेज़ वाहन से 58 ग्राम हेरोइन (चिट्टा) बरामद की है। इस कार्रवाई में वाहन में सवार दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 28 वर्षीय गुरदीप कुमार पुत्र श्री राम पाल, निवासी गांव व डाकघर लाहा, तहसील नारायणगढ़, जिला अंबाला (हरियाणा) और 35 वर्षीय हैप्पी पुत्र श्री राम कुमार, निवासी गांव व डाकघर लखनौरा, तहसील नारायणगढ़, जिला अंबाला (हरियाणा) के रूप में हुई है। पुलिस थाना पतलीकुहल में दोनों व्यक्तियों के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 21, 25 और 29 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस फिलहाल इस नशे की खरीद-फरोख्त से जुड़े नेटवर्क और अन्य संलिप्त व्यक्तियों का पता लगाने के लिए आगे की जांच कर रही है।
हिमाचल के कुल्लू जिले के सैंज घाटी में बीती शाम (सोमवार) को एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। सड़क से लगभग 100 फीट नीचे गिरने के बाद कार एक मकान की छत पर रुकी। इस हादसे में तीन परिवारों के 8 सदस्य घायल हो गए। यह हादसा सैंज के सुंडी कैंची पर हुआ। बताया जा रहा है कि कार में सवार सभी लोग कनौन गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद सूचेहन लौट रहे थे। इस दौरान उनकी कार हादसे का शिकार हो गई। हादसे में राकेश कुमार व उनकी पत्नी रीमा देवी निवासी मांशला, धमेंद्र कुमार व उनकी बहन रीता निवासी शियारगी, मुस्कान कुमारी निवासी सुचेहन, कुमारी प्रांजल नेगी, निशांत नेगी और रीना निवासी मांशला घायल हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने घायलों को सैंज अस्पताल पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को जोनल अस्पताल कुल्लू रेफर कर दिया गया।
कुल्लू: जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भूंतर पुलिस ने बुधवार को बडा भुईन फोरलेन सड़क पर एक वर्षाशालिका के पास से 259 ग्राम चरस बरामद की है। पुलिस ने चरस के साथ गुरजीत सिंह (23 वर्ष), निवासी जालंधर (पंजाब) को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है, जिसमें बरामद चरस की खरीद-फरोख्त के स्रोत का पता लगाया जाएगा। वहीं, बंजार पुलिस ने 14 मई को मशियार क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से उगाए गए लगभग 43,372 अफीम के पौधों को नष्ट कर दिया है। इस संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 18 के तहत तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं, जिनकी जांच जारी है।
कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया। नेशनल हाईवे पर एक तेज रफ्तार टैक्सी ने भेड़पालक को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में 12 भेड़-बकरियों की भी जान चली गई, जबकि दो बकरियां घायल हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी टैक्सी चालक को गिरफ्तार कर लिया है। मनाली के डीएसपी केडी शर्मा ने बताया कि यह घटना बुधवार सुबह करीब साढ़े चार बजे हुई। भेड़ और बकरी पालक नरोतम राम ने पुलिस को बताया कि वह अपने साथियों जगत राम, हिरदू राम और मृतक महेन्द्र सिंह के साथ तीन दिन पहले काण्डी से कनयाल आए थे और पिछली रात पतलीकुहल के पास रुके थे। बुधवार सुबह करीब 2 बजे वे सभी अपनी बकरियों को लेकर पतलीकुहल से मनाली की ओर जा रहे थे। सुबह करीब 4:30 बजे जब वे बिन्दु ढांक के पास व्राण में पहुंचे, तभी कुल्लू की तरफ से मनाली की ओर आ रही एक तेज रफ्तार टैक्सी (HP 01B 5001) ने पीछे से बकरियों को टक्कर मार दी और आगे चल रहे महेन्द्र सिंह को भी रौंद दिया। हादसे के बाद टैक्सी सड़क के बीच में रुक गई। इस दुर्घटना में मंडी जिले के टिहरी के काल्डी गांव के रहने वाले 37 वर्षीय महेन्द्र सिंह की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि 12 भेड़-बकरियों ने भी दम तोड़ दिया। दो बकरियां घायल हैं। पुलिस ने आरोपी टैक्सी चालक ललित कुमार, जो कि मंडी जिले के व्लोह के गलू गांव का रहने वाला है, के खिलाफ तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर लिया है और हादसे की विस्तृत जांच कर रही है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद सोमवार को प्रदेश का भुंतर व गगल हवाई अड्डा सीजफायर के बाद नागरिक उड़ानों के लिए खुल गया है। वहीं शिमला हवाई अड्डे पर मंगलवार से उड़ानें शुरू होंगी। सोमवार को दिल्ली-भुंतर सहित अन्य उड़ानें नहीं हो पाईं। लेकिन मंगलवार से यहां के लिए हवाई सेवा सुचारू रूप से होने की उम्मीद है। इसे कुल्लू घाटी के पर्यटन सीजन को भी बढ़ावा मिलेगा। वहीं गगल हवाई अड्डा भी नागरिक उड़ानों के लिए खुल गया है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण सिविल हवाई अड्डा गगल के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने हवाई उड़ानें शुरू होने की पुष्टि की है। तनावपूर्ण स्थिति और सीमा पर गोलाबारी के कारण गगल एयरपोर्ट को नागरिक उड़ानों के लिए बंद किया गया था।
कुल्लू: कुल्लू पुलिस ने मादक पदार्थ अधिनियम के तहत दो अलग-अलग मामलों में बड़ी सफलता हासिल करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से चरस और चिट्टा (हेरोइन) बरामद की है। यह कार्रवाई पुलिस थाना मनीकर्ण और मनाली की टीमों द्वारा की गई। पुलिस थाना मनीकर्ण की टीम ने रस्कट क्षेत्र के पास नाकाबंदी के दौरान एक मोटरसाइकिल (नं. PB65BG-3505) को चेकिंग के लिए रोका। मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्तियों, जशनप्रीत सिंह (20 वर्ष) निवासी पंजाब और फायस फारूक (22 वर्ष) निवासी केरल, के कब्जे से 309 ग्राम चरस बरामद की गई। पुलिस थाना मनीकर्ण में धारा 20 व 29 मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और बरामद चरस की खरीद-फरोख्त के स्रोत का पता लगाया जा रहा है। मामले की जांच जारी है। चिट्टे के साथ एक गिरफ्तार वहीं, पुलिस थाना मनाली की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर अलेउ गोम्पा के पास स्थित प्रियम होम स्टे में छापा मारा। तलाशी के दौरान होम स्टे के ग्राउंड फ्लोर पर किराए पर रह रहे शुभम कुमार (26 वर्ष) निवासी हरियाणा के कमरे से 3.400 ग्राम चिट्टा/हेरोइन बरामद हुई। आरोपी के खिलाफ पुलिस थाना मनाली में धारा 21 मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस बरामद चिट्टे की खरीद-फरोख्त के बारे में भी छानबीन कर रही है।
बीते दिनों मलाणा नाले में दो युवकों के बह जाने की सूचना पुलिस चौकी जरी को प्राप्त हुई थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस एवं रेस्क्यू टीम तत्काल मौके पर पहुंची थी। प्रारंभिक तलाशी के दौरान एक युवक इंद्रजीत (उम्र 19 वर्ष) का शव घटनास्थल से उसी दिन बरामद कर लिया गया था। वहीं, दूसरा युवक रामचंद्र पुत्र अमरचंद, निवासी ग्राम व डाकघर मलाणा, उप-तहसील जरी, जिला कुल्लू, उम्र 21 वर्ष का शव बरामद नहीं हो सका था। वही शनिवार को पुलिस रेस्क्यू टीम जिसमें गोताखोर भी सम्मिलित थे, द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान के अंतर्गत रामचंद्र का शव घटनास्थल से लगभग एक किलोमीटर नीचे की ओर नाले से बरामद किया गया है। शव को आवश्यक कानूनी कार्रवाई हेतु पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
कुल्लू में एक निजी बस का कंडक्टर साइबर ठगी का शिकार होने से बाल-बाल बच गया। ताजा मामले में एक निजी बस के परिचालक को शुक्रवार सुबह करीब एक घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया। दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन सेल के नाम से परिचालक को फर्जी एफआईआर की कॉपी और साथ में पुलिस कस्टडी का एक वीडियो भी भेजा गया। करीब एक घंटे तक परेशान रहे परिचालक ने कुल्लू पुलिस की मदद लेने के बाद राहत की सांस ली। घटना शुक्रवार सुबह करीब 8:55 बजे की है। परिचालक महेंद्र निवासी गड़सा को पहले मैसेज आते हैं और बाद में शातिर ने फोन किया। शातिरों ने परिचालक के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा केस दर्ज करने की बात कही। शातिरों ने बाकायदा इसकी फर्जी एफआईआर की काॅपी भी भेजी। इसे देखकर परिचालक घबरा गया और शातिरों ने उसे केस को रफा-दफा करने की बात कही। इसके एवज में 8200 रुपये मांगे। इसके लिए व्हाट्एप पर दो अकाउंट नंबर दिए गए। परिचालक ने सर्वर डाउन होने का बहाना बताया तो शातिरों ने क्यूआर कोड भी जारी किया। राशि न डालने पर घबराए परिचालक को फोन कर धमकाने की कोशिश की। कहा कि अभी 8,200 रुपये नहीं दिए तो उनको दो से ढाई लाख रुपये खर्च करने होंगे। जमीन तक बेचनी पड़ सकती है। लगभग एक घंटे तक शातिरों द्वारा परेशान करने पर महेंद्र कुल्लू पुलिस के साइबर सेल के कार्यालय पहुंचा। उन्होंने साइबर सेल के अधिकारियों को अवगत करवाया और बाद में उन नंबरों को ब्लॉक किया गया। इसके बाद परिचालक ने राहत की सांस ली। पुलिस अधीक्षक कुल्लू संजीव चौहान ने कहा कि शातिर लोगों को ठगने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग किसी तरह के लिंक को न ओपन करें और न ही किसी को भेजें। उन्होंने कहा कि अगर कोई शातिर उनको कॉल कर परेशान कर रहा है तो वह इसकी सूचना पुलिस काे दें।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बुधवार शाम को एक दुखद घटना सामने आई, जब मलाणा नदी पार करते समय दो युवक पानी के तेज बहाव में बह गए। इस हादसे में 19 वर्षीय इंद्रजीत का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि 21 वर्षीय रामचंद्र अभी भी लापता हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों युवक कुल्लू के भुंतर से बुधवार शाम को मलाणा गांव लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि वे ब्रिज-4 के पास नदी पर बने एक अस्थाई पुल को पार कर रहे थे, तभी अचानक पानी का बहाव तेज हो गया और दोनों युवक उसमें बह गए। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन, पुलिस, होमगार्ड, फायर ब्रिगेड, नेगी ब्रदर्ज और स्थानीय लोगों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया। लापता युवक रामचंद्र की तलाश के लिए व्यापक स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अधिकारियों ने मलाणा डैम का पानी भी रोक दिया है, ताकि यदि युवक पानी के बहाव में आगे बह गया हो तो उसे खोजा जा सके। बचाव कार्य में जुटे छप्पू नेगी ने बताया कि लापता युवक का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है और तलाशी अभियान जारी है। वहीं, पुलिस ने बरामद हुए युवक इंद्रजीत के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, जिसे बाद में परिजनों को सौंप दिया जाएगा। इंद्रजीत का अंतिम संस्कार मलाणा में किया जाएगा। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
मनाली के बाहंग में मंगलवार की शाम एक खुशगवार पर्यटन गतिविधि उस वक्त मातम में बदल गई, जब एक हॉट एयर बैलून से नीचे गिरने के कारण उत्तर प्रदेश के एक पर्यटक की जान चली गई। मृतक की पहचान मुरादाबाद के कुशल पुर निवासी 24 वर्षीय अनिकेत के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, अनिकेत, जो मनाली घूमने आया था, शाम लगभग 5 बजे हॉट एयर बैलून की सवारी कर रहा था। दुर्भाग्यवश, उड़ान के दौरान वह करीब 80 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गया। बैलून कर्मचारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायल अनिकेत को मनाली के मिशन अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने अनिकेत के परिवार वालों को इस दुखद घटना की जानकारी दे दी है। आज मृतक के शरीर का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा, जिसके बाद शव को उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस अब इस हादसे की तहकीकात में जुट गई है। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह दुर्घटना किन परिस्थितियों में हुई, क्या इसमें किसी की लापरवाही थी और क्या सुरक्षा नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया था। गौरतलब है कि मनाली और पतलीकूहल के बीच लगभग 15 हॉट एयर बैलून प्रतिदिन उड़ान भरते हैं, जिनमें रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक रोमांच का अनुभव करते हैं। इन बैलून में एक बार में चार से पांच लोग सवार हो सकते हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने निश्चित रूप से इस लोकप्रिय गतिविधि की सुरक्षा पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
कुल्लू जिले के आनी विधानसभा क्षेत्र के निरमंड में पिछले साल आई विनाशकारी बाढ़ के नौ महीने बीत जाने के बाद भी, स्थानीय निवासियों का जीवन अभी भी संकट में है। क्षेत्र के विधायक लोकेंद्र कुमार ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सरकार पर उदासीनता और भेदभाव का आरोप लगाया है। निरमंड के चायल और जवागी पंचायतों के कई गांवों के लोग, जिनमें स्कूली बच्चे भी शामिल हैं, अभी भी खतरनाक लकड़ी के अस्थायी पुलों का उपयोग करने के लिए मजबूर हैं। यह पुल न केवल असुरक्षित हैं, बल्कि हर दिन सैकड़ों ग्रामीणों के लिए एक बड़ा खतरा भी हैं। विधायक लोकेंद्र कुमार ने बताया कि यह क्षेत्र श्रीखंड महादेव यात्रा के बेस कैंप के रूप में भी जाना जाता है, जो केवल दो महीने दूर है। उन्होंने सरकार की निष्क्रियता पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि अभी तक सड़कों की मरम्मत नहीं हुई है, जिससे आगामी तीर्थयात्रा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि समेज और बागीपुल में प्रभावित लोगों को 7 लाख रुपये के मुआवजे के बजाय केवल 20,000 और 50,000 रुपये दिए गए, जबकि पड़ोसी शिमला जिले में पूरा मुआवजा दिया गया।