*कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward * कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुनैना कश्यप। फर्स्ट वर्डिक्ट सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward
वो लोग जो बेहतर की उम्मीद में साथ छोड़ कर गए थे, शायद आज वापस हाथ पकड़ने की सोचते होंगे। हम बात कर रहे है कांग्रेस के उन तमाम नेताओं की, जिनका पूर्वानुमान एक दम गलत साबित हुआ। वो नेता जो चुनाव से पहले सत्ता में आती हुई कांग्रेस का साथ छोड़ सत्ता से बाहर होती हुई भाजपा के खेमे में जा मिले थे। इस फेहरिस्त में काँगड़ा से विधायक पवन काजल, नालागढ़ से पूर्व विधायक लखविंदर राणा और हर्ष महाजन मुख्य तौर पर शामिल है। ये वो नेता है जिनका कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था, मगर परिणाम सामने आए तो झटका इन्हें ही लग गया। सर्विदित है कि अगर ऐसा न हुआ होता तो निजी तौर पर आज इनके लिए सियासी परिस्थितियां बेहतर हो सकती थी। हिमाचल प्रदेश में सत्ता की चाबी रखने वाले कांगड़ा जिले के ओबीसी नेता पवन काजल किसी समय कांग्रेस पार्टी की आंखों का 'काजल' माने जाते थे। मगर विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले भाजपा ने कांग्रेस के इस 'काजल' को अपनी आंखों का 'नूर' बना लिया था। यूँ तो काजल भाजपा से ही कांग्रेस में आए थे, मगर काजल की ऐसे भाजपा में वापसी होगी ये किसी ने नहीं सोचा था। दरअसल पवन काजल ने वर्ष 2012 में भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बगावत करते हुए बतौर निर्दलीय कैंडिडेट चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। विधानसभा चुनाव में तब पवन काजल पहली बार जीते थे। पवन काजल के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उन्हें कांग्रेस में ले आए। वीरभद्र सिंह ने ही वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पवन काजल को कांगड़ा से कांग्रेस का टिकट दिया। पवन काजल भी वीरभद्र सिंह के भरोसे पर खरा उतरे और लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए। काजल अक्सर ये कहा भी करते थे कि वे कांग्रेस के साथ नहीं वीरभद्र सिंह के साथ है। कांग्रेस ने उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया, मगर काजल ने कांग्रेस को छोड़ जाना सही समझा। काजल तो चुनाव जीत गए, मगर भाजपा चुनाव हार गई। माना जाता है कि अगर काजल पार्टी न छोड़ते तो उनका मंत्री पद तय था। बात लखविंदर राणा की करें तो राणा तीन बार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ विधानसभा पहुंचे थे । वर्ष 2010-11 में नालागढ़ के तत्कालीन विधायक हरिनारायण सैणी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में लखविंद्र राणा कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे और पहली बार विधायक चुने गए। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में राणा हार गए। वर्ष 2017 में उन्होंने एक बार फिर नालागढ़ सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। मगर 2022 के विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए। भाजपा ने उन्हें टिकट दिया मगर भाजपा में बगावत के चलते राणा चुनाव हार गए। इन दो विधायकों के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कहे जाने वाले हर्ष महाजन भी चुनाव से पहले भाजपा के हो गए थे। शायद ही किसी ने सोचा हो कि वीरभद्र सिंह के हनुमान कहे जाने वाले हर्ष महाजन और कांग्रेस की राह अलग भी हो सकती है। हर्ष महाजन होलीलॉज के करीबी थे और वे कई बार वीरभद्र सिंह के चुनाव प्रभारी भी रह चुके थे। कहते है कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री बनाने में हर्ष महाजन का सबसे बड़ा योगदान रहा था। इस चुनाव से पहले भी कांग्रेस द्वारा इन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, मगर कांग्रेस पर नज़रअंदाज़गी का आरोप लगाते हुए महाजन भाजपा में शामिल हो गए थे। हालंकि अब भाजपा में हर्ष महाजन को कितनी तवज्जो मिल रही है, ये वे ही जानते होंगे। अगर महाजन कांग्रेस में रहते तो शायद बात कुछ और होती।
प्रदर्शन और आभार कार्यक्रम तो बहुत हुए मगर इस तरह पहले कभी सरकार का आभार व्यक्त करने को कर्मचारियों का हुजूम नहीं उमड़ा। लाखों की संख्या में कर्मचारी सीएम सुक्खू का दिल की गहराईयों से आभार करने को पहुंचे और धर्मशाला का पुलिस ग्राउंड जय सुक्खू के नारो से गूँज उठा। ऐसा स्वागत या स्नेह, सरकार को कर्मचारियों से शायद ही पहले कभी मिला हो, और हो भी क्यों न सीएम सुक्खू के नेतृत्व की इस कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों की उस मांग को पूरा किया है जिसके लिए प्रदेश के लाखों कर्मचारी सालों तक नेताओं की दरों पर दस्तक देते रहे। सीएम सुक्खू ने कर्मचारियों के इस अनंत संघर्ष पर पूर्ण विराम लगाया है, जिसके लिए कर्मचारियों ने सीएम सुक्खू को सर माथे लगा लिया। कभी उन्हें नायक बताया तो कभी पेंशन पुरुष। आभार के जवाब में सीएम सुक्खू भी कह गए कि मैं आपका सेनापति हूँ और आप मेरी सेना हो। 11 दिसंबर को कर्मचारियों के आशीर्वाद से कांग्रेस सरकार बनी और आगे भी ऐसे ही हमारा साथ देते रहना। कर्मचारियों की ये मांग कोई आम मांग नहीं थी। ये वो मसला था जिससे प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का भविष्य जुड़ा था, वो कर्मचारी जो एनपीएस के अंतर्गत आते थे और जिन्हें शायद सेवानिवृत होने के बाद अपने बुढ़ापे में किसी और का सहारा लेना पड़ता। एनपीएस के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के ऐसे कई मामले सामने आए है, जब इन कर्मचारियों को सेवानिवृत होने के बाद नाम मात्र पेंशन मिली। पूरे जीवन सरकार की सेवा करने के बाद ये कर्मचारी बुढ़ापे में इतने लाचार हो गए की जीवन व्यापन कठिन हो गया। इसी के बाद से पुरानी पेंशन बहाली के लिए महासंघर्ष का आरम्भ हुआ। न जाने कितनी ही हड़तालें, प्रदर्शन, अनशन इन कर्मचारियों ने किये मगर एक लम्बे समय तक इनकी नहीं सुनी गई। अपने बुढ़ापे की सुरक्षा के लिए संघर्षरत इन कर्मचारियों पर एफआईआर भी हुई, इन पर वाटर कैनन्स भी दागी गई और इनकी आवाज़ दबाने की कोशीश भी की गई, मगर संघर्ष थमने के बजाए और उग्र होता गया। आखिर जिस सरकार ने कर्मचारियों की नहीं सुनी वो सरकार सत्ता से बाहर हुई और सीएम सुक्खू के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार कर्मचारियों के लिए मसीहा बन गई। वादे अनुसार पहली कैबिनेट की बैठक में ही पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया गया। सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों में केसा उत्साह है ये एक बार फिर धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में देखने को मिल गया।
जिला सिरमौर के राजगढ़ खंड के दूरदराज क्षेत्र का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छोग टाली दिन-प्रतिदिन सफलता के नए आयाम छू रहा है। दसवीं व बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में सराहनीय प्रदर्शन के बाद आज राजगढ़ में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित खंड स्तरीय वित्तीय साक्षरता प्रतियोगिता में इस विद्यालय की छात्राओं कनिका व आरुषि ने प्रथम स्थान प्राप्त कर 5000 रुपये का नकद पुरस्कार जीता। अब यह जोड़ी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेगी। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा सभी खंडों में खंड स्तरीय प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय राजगढ़ में खंड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें 8 वरिष्ठ व उच्च विद्यालय की टीमों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में छोग टाली। विद्यालय ने प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सनियो दीदग ने द्वितीय व राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय राजगढ़ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर जिला प्रबंधक राजीव आरोडा ने अध्यक्षीय भूमिका अदा की। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छोग टाली के कार्यकारी प्रधानाचार्य सुरेंद्र पुंडीर ने दोनो प्रतिभागी छात्राओ तथा इस टीम के प्रशिक्षक व विद्यालय के प्रशिक्षित गणित शिक्षक सुरेश ठाकुर को हार्दिक बधाई दी। ग्राम पंचायत प्रधान अंजना ठाकुर व विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष देशराज ठाकुर ने विद्यालय के समस्त स्टाफ की प्रशंसा की।
हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड धर्मशाला द्वारा मार्च 2023 में आयोजित दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में जिला सिरमौर के दूरदराज में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घंडोरी की छात्रा श्रेया कंवर ने हिमाचल की मेरिट सूची में 10वां स्थान प्राप्त कर अपने विद्यालय, अभिभावकों एवं शिक्षको क नाम रोशन किया है। श्रेया का कहना है कि वह प्रतिदिन 5 से 6 घंटे पढ़ाई करती थी और उसने सरकारी विद्यालय में होते हुए भी अंग्रेजी माध्यम से अपनी दसवीं की परीक्षा दी। श्रेया प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती है तथा अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने अभिभावकों व शिक्षकों को देती है जिनके मार्गदर्शन में वह यह स्थान प्राप्त कर पाई। विद्यालय की कार्यकारी प्रधानाचार्य सुनफा चौहान ने कहां की श्रेया प्रारंभ से ही शिक्षा में बहुत गंभीर रही है तथा यह उसके कठिन परिश्रम एवं लगन का फल है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लाना पालर के छात्रों ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी किए गए दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। आज जारी हुए परीक्षा परिणाम में विद्यालय का परीक्षा परिणाम 96.15% रहा, जिसमें आभा ठाकुर 96.28 प्रतिशत नंबर लेकर विद्यालय में प्रथम स्थान पर रही तथा सिमरन ठाकुर 93.42 प्रतिशत नंबर लेकर द्वितीय स्थान पर तथा निकिता कुमारी 91.86 प्रतिशत नंबर लेकर तृतीय स्थान पर रही। विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य सुरेश शर्मा ने विद्यालय के उत्कृष्ट परिणामों पर खुशी जाहिर करते हुए विद्यालय के शिक्षकों को इसका श्रेय दिया साथसाथ सभी छात्रों की कड़ी मेहनत एवं अभिभावकों के मार्गदर्शन को भी श्रये दिया । विद्यालय के शिक्षक देशराज प्रवीण शर्मा ,प्रेम दत्त शर्मा, हिमानी ठाकुर, अजय शर्मा, अंजना शर्मा ,दीप राम शर्मा निवास शर्मा विजेंद्र शर्मा एवं कुलदीप ठाकुर छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर गदगद हैं।
राजगढ़। जिला सिरमौर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छोग टाली का 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। सभी 16 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है। परीक्षा प्रभारी एकता धीमान प्रवक्ता ने कहा कि इस विद्यालय के 16 विद्यार्थियों 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी, जिसमें से सभी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। दीक्षा कुमारी 672 अंक लेकर प्रथम स्थान, सिमरन 585 अंक के साथ द्वितीय तथा हिमानी 578 अंक लेकर तृतीय स्थान पर रही है। विद्यालय के कार्य कार्यकारी प्रधानाचार्य सुरेंद्र पुंडीर ने कहा कि यह परीक्षा परिणाम सभी विद्यार्थियों व शिक्षकों की कड़ी मेहनत का प्रतिफल है। गौरतलब है कि छोग टाली विद्यालय का 10+2 कक्षा का परिणाम भी शत-प्रतिशत रहा। कार्यकारी प्रधानाचार्य ने आशा व्यक्त की कि आगामी वर्षों में परीक्षा परिणाम को और बेहतर किया जाएगा। विद्यालय की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए ग्राम पंचायत प्रधान अंजना ठाकुर तथा विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष देशराज ठाकुर ने संपूर्ण विद्यालय परिवार को हार्दिक बधाई दी तथा विद्यालय के समस्त शिक्षकों की प्रशंसा की है।
***कुल्लू जिले के स्नॉवर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा की छात्रा मानवी ने 99.14 प्रतिशत (694) अंक लेकर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। हमीरपुर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल चूबतरा की छात्रा दीक्षा कथयाल ने (693) 99 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं हमीरपुर जिले के ही दो छात्रों ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है। न्यू इरा सीनियर सेकेंडरी स्कूल परोल के छात्र अक्षित शर्मा और सीनियर सेकेंडरी स्कूल बदारान के छात्र आकर्षक ठाकुर ने 98.86 प्रतिशत (692) अंक लेकर प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमें से 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं और 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। उन्होंने ने बताया कि इस बार का परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी। 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं। 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
संगडाह उपमंडल की ग्राम पंचायत शामरा गांव नाईचना निवासी वांशिका पुत्री रमेश ने साइंस स्ट्रीम में 484 नंबर लेकर मेरिट में 9वां स्थान प्राप्त किया। वांशिका एसवीएन पब्लिक स्कूल नाहन में पढ़ती है। वंशिका ने बताया कि उसका सपना डाक्टर बनना है। इसके लिए वह अभी से ही मेहनत कर रही है। उसने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने शिक्षकों और माता-पिता को दिया है। उसने कहा कि स्कूल की छुट्टी होने के बाद उसने लगातार 5/6 घंटे तक पढ़ाई की है। वहीं स्कूल प्रबंधक के अनुसार उनके स्कूल में पिछले चार-पांच साल में सीनियर सेकेंडरी स्कूल की पढ़ाई कराई जा रही है और अभी तक उनके पास साइंस स्ट्रीम ही है। हर बार मेरिट लिस्ट में आने से एक या दो पॉइंट से बच्चे रह जाता थे, लेकिन इस बार उनको विश्वास था जो इस बच्ची ने पूरा किया है।
जिला सिरमौर के शिलाई उप मुख्यालय की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जरवा जुनेली के छात्र जयेश शर्मा ने 12वीं कला संकाय में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। पहला स्थान पाने पर जयेश ने विद्यालय, क्षेत्र व जिला का रोशन किया है। विद्यालय के प्रधानाचार्य केदार सूर्यवंशी ने जानकारी देते हुए बताया कि 10+2 कक्षा में सत्र 2023 की परीक्षा में कला संकाय में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में 500 में से 487 (97.4%) अंक प्राप्त कर प्रदेश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, जिससे पाठशाला का मान प्रदेशभर में ऊंचा हुआ है। उन्होंने बताया कि पाठशाला के 22.92% छात्रों ने 80% से अधिक अंक प्राप्त कर पाठशाला को अच्छा परिणाम दिया है। यह लगातार दूसरा 10+2 कक्षा का परिणाम है, जिसमें पाठशाला में छात्रों ने बोर्ड में प्रथम दस रैंक में स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा की जयेश पाठशाला का नियमित छात्र रहा जो कक्षा से कभी अनुपस्थिति नहीं रहता था।
राजस्व, उद्यान एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में आज शनिवार को औषधीय, वैज्ञानिक एंव औद्योगिक उददेश्य के लिए भांग के पौधे की खेती को वैध करने के लिए सिफारिश हेतु गठित कमेटी अपने उत्तराखंड के स्टडी टूर के दौरान नाहन पहुंची। समिति के सदस्यों में मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, विधायक हंसराज, विधायक जनकराज, विधायक पूर्ण चंद ठाकुर, विधायक सुरेन्द्र शौरी, विधायक केवल सिंह पठानिया, सदस्य सचिव अतिरिक्त आयुक्त आबकारी एवं कराधान डा. राजीव डोगरा एवं विशेष आमंत्रित सदस्य एडवोकेट देवेन कृष्ण खन्ना शामिल रहे। राजस्व मंत्री एवं समिति के अध्यक्ष जगत सिंह नेगी ने सर्किट हाउस नाहन में एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान बताया कि समिति उत्तराखंड के मुख्य स्थलों का भ्रमण कर यह पता लगाएगी कि भांग की खेती को किस प्रकार से औषधीय, वैज्ञानिक और औद्योगिक उदेदश्य के लिए प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रवास के दौरान भांग की खेती से प्राप्त होने वाले राजस्व तथा लोगों को मिलने वाले रोजगार की जानकारी भी समिति प्राप्त करेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल में भांग की खेती की अपार संभावनाएं हैं और औषधीय, वैज्ञानिक एंव औद्योगिक उददेश्य के लिए भांग के पौधे की खेती को वैध करने के लिए समिति व्यापक स्तर पर स्टडी करने के साथ लोगों से फीड बैक भी प्राप्त कर रही है। विधायक रेणुका जी विनय कुमार, विधायक नाहन अजय सोलंकी, उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा, काग्रेस प्रदेश प्रवक्ता रूपेन्द्र सिंह ठाकुर व अन्य गणमान्य लोग भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
सिरमौर जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छोग टाली के 10+2 कक्षा का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। 85% विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी में तथा 15% विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी में यह परीक्षा उत्तीर्ण की। परीक्षा प्रभारी रामानंद सागर व वरिष्ठ प्रवक्ता भूपेंद्र चौहान ने कहा कि इस विद्यालय के 20 विद्यार्थियों ने कला संकाय में परीक्षा दी थी, जिसमें से 17 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में तथा मात्र 3 विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। विजय कुमार 432 अंक लेकर प्रथम स्थान, तुषार ठाकुर 429 अंक लेकर द्वितीय तथा आस्था ठाकुर 404 अंक लेकर तृतीय स्थान पर रही। विद्यालय के कार्य कार्यकारी प्रधानाचार्य सुरेंद्र पुंडीर ने कहा कि यह परीक्षा परिणाम सभी विद्यार्थियो व शिक्षकों की कड़ी मेहनत का प्रतिफल है तथा आशा व्यक्त की कि आगामी वर्षों में परीक्षा परिणाम को और बेहतर किया जाएगा। विद्यालय की इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए ग्राम पंचायत प्रधान अंजना ठाकुर तथा विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष देशराज ठाकुर ने संपूर्ण विद्यालय परिवार को हार्दिक बधाई दी तथा विद्यालय के समस्त शिक्षकों की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि शैक्षिक गतिविधियों के साथ-साथ इस विद्यालय के विद्यार्थी खेलकूद प्रतियोगिताओं एवं विज्ञान कांग्रेस प्रतियोगिताओं में भी अपना लोहा मनवा चुके हैं।
साइंस स्ट्रीम में ओजस्विनी उपमन्यु ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। 500 में से 493 अंक (98.6 प्रतिशत) हासिल किए हैं। ओजस्विनी उपमन्यु जिला ऊना के घनारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हैं। कॉमर्स स्ट्रीम में सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन की छात्रा वृंदा ठाकुर ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। वृंदा ने 500 में से 492 अंक (98.4 प्रतिशत) हासिल किए हैं। आर्ट्स स्ट्रीम में प्रदेशभर में पहले स्थान पर चार विद्यार्थी रहे हैं। चारों ने 500 में से 487 अंक (97.4 प्रतिशत) हासिल किए हैं। डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊना की छात्रा तरनिजा शर्मा, रूट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसोग की छात्रा दिव्य ज्योति, सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर शिमला की छात्रा नूपुर कैथ और सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल जरवा जुनेली के छात्र ज्येश प्रदेश भर में पहले स्थान पर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HPBOSE) 12वीं कक्षा का वार्षिक (12th Class Result) परिणाम इस बार 79.4 फीसदी रहा है। ऊना की सीसे स्कूल घनारी की ओजस्वनी उपमन्यु पुत्री राम कुमार ऑलओवर परीक्षा में 98.6 अंक हासिल कर पहले स्थान पर रही। सिरमौर की वृंदा ठाकुर पुत्री अरुण कुमार ने 98.6 फीसदी अंक हासिल कर दूसरे नंबर पर रही वहीं सीसे स्कूल चूरड़ू की कनूप्रिया पुत्री संजय कुमार ने 98.2 फीसदी अंक लेकर तीसरा स्थान हासिल किया।
**ओजस्विनी उपमन्यु ने साइंस संकाय में 500 में से 493 अंक (98.6 प्रतिशत) हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। जिला ऊना के घनारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हैं। **कॉमर्स संकाय में सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन की छात्रा वृंदा ठाकुर ने 500 में से 492 अंक (98.4 प्रतिशत) हासिल प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। **आर्ट्स संकाय में प्रदेशभर में चार विद्यार्थी ने 500 में से 487 अंक (97.4 प्रतिशत) हासिल कर पहला स्थान हासिल किया है। जिसमे डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊना की छात्रा तरनिजा शर्मा, रूट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसोग की छात्रा दिव्य ज्योति, सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर शिमला की छात्रा नूपुर कैथ और सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल जरवा जुनेली के छात्र ज्येश प्रदेश भर में पहले स्थान पर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा की परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। परिणाम 79.4 प्रतिशत रहा है। 105369 विद्यार्थियों ने 12वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमे से 83418 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं।13335 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। 8139 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 93.90 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने जानकारी दी की विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर अपना परिणाम देख सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम शनिवार सुबह 11 बजे घोषित करेगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. विशाल शर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि तकनीकी कारणों के चलते आज परिणाम घोषित नहीं किया जा सका। शनिवार सुबह 11 बजे परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। रिजल्ट घोषित करने के लिए लगभग सारी औपचारिक्ताएं पूरी की जा चुकी हैं।
उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान 18 मई से 20 मई तक सिरमौर जिला के प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान उद्योग मंत्री जहां जनसमस्यायें सुनेंगे, वहीं कालाअंब में चैंबर ऑफ कॉमर्स की बैठक में भाग लेने के अलावा पांवटा साहिब में आयोजित होने वाले बास्केटबॉल प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान 19 मई को प्रातः 9.30 बजे सतौन में, 11 बजे कफोटा में और दोपहर 12.45 बजे जाखना में जनसमस्यायें सुनेंगे। 20 मई को प्रातः 11 बजे गुरु नानक मिशन स्कूल पांवटा सािहब में हिमाचल प्रदेश बास्केटबॉल फेडेरेशन द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेंगे।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पबीयाना व आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय राजगढ़ में आयोजित खंड स्तरीय गणित ओलंपियाड एवं विज्ञान में विभिन्न प्रतियोगिताओं में छोग टाली स्कूल का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। विद्यालय की कुमारी कनिका ने जहां गणित ओलंपियाड में प्रथम स्थान पाया, वहीं कनिका व आरुशी की जोड़ी ने विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। गर्जन व लवीश ने गणित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में तृतीय पुरस्कार पर कब्जा किया। इसके अतिरिक्त कनिष्ठ वर्ग मे अश्वनी ठाकुर ने गणित प्रतियोगिता में विद्यालय के लिए द्वितीय पुरस्कार अर्जित किया। विद्यार्थियों की इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए विद्यालय प्रशासन विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष देश राज ठाकुर तथा ग्राम पंचायत प्रधान अंजना ठाकुर ने गणित शिक्षक सुरेश चौहान व विज्ञान स्नातक शिक्षिका अलका भलेईक की भरपूर प्रशंसा की तथा आशा व्यक्त क़ी कि इस परिणाम से अन्य विद्यार्थियों को आगामी प्रतियोगिताओं में और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरणा मिलेगी। कार्यकारी प्रधानाचार्य ने बताया कि दूर दराज के इस विद्यालय में विद्यालय शैक्षणिक गतिविधियों के अतिरिक्त खेलकूद प्रतियोगिताओं में भी उम्दा प्रदर्शन करते हैं।
सालवाला पंचायत में पूर्व विधायक किरनेश जंग का पहुंचने पर ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया पूर्व विधायक ने गांव के लोगों की समस्याएं सुनीं और मौके पर निपटारा भी किया। इस दौरान पूर्व विधायक ने उन स्थान का भी दौरा किया जहां पर सड़कें और पानी की समस्या उत्पन्न हो रही थी। पूर्व विधायक ने मीडिया के कैमरे उन्होंने बताया कि पांवटा साहिब में अनेकों समस्याएं थीं, जिनका निराकरण करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में सड़कें बिजली पानी की समस्या से लोगों को बहुत ही परेशानियां 5 साल झेलनी पड़ी। लोगों की इन सभी समस्याओं को देखते हुए गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और समाधान करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में भी शुक्रवार और सोमवार को सैकड़ों लोगों की समस्याएं सुनी जा रही हैं और मौके पर निपटारा किया जा रहा है। इसके अलावा स्थानीय युवाओं को उद्योगों में रोजगार देने का प्रयास भी किया जा रहा है, ताकि युवा रोजगार पा सकें।
सिरमौर जिला के संगडाह उपमंडल में मंगलवार सुबह एक बड़ा सड़क हादसा पेश आया है। हादसे में 4 की मौत हो गई है, जिनमें दो महिलाएं व दो पुरुष शामिल हैं। बताया जा रहा है कि हादसा सुबह करीब 5:00 बजे पेश आया है। मृतकों में एक दंपती भी शामिल है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक लानाचेता- राजगढ़ मार्ग पर पबौर के समीप मारुती कार 800 (HP 16 A 1721), जो कि राजगढ़ की तरफ जा रही थी, अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान कमल राज (40), जीवन सिंह (63) व उसकी पत्नी सुमा देवी (54) निवासी गांव फागू दाहन (राजगढ़) व रेखा (25) गांव थनोगा राजगढ़ के रूप में हुई है। मृतकों में से 3 लोग एक ही गांव के रहने वाले हैं। उधर, संगडाह के डीएसपी मुकेश कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि सुबह करीब 5:30 बजे हादसा होने की सूचना मिली थी। इसके बाद नौहराधार चौकी व संगडाह थाने से पुलिस मौके के लिए रवाना हुई। पुलिस द्वारा मृतकों के शवों को रेस्क्यू करने का कार्य शुरू कर दिया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की गतिविधि विकासार्थ विद्यार्थी शिमला ने आज से पूरे शिमला में "पंछी हमारे मित्र" नाम का एक अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत विकासार्थ विद्यार्थी शिमला, सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के साथ मिलकर शिमला के 15 से ज्यादा स्थानों में पक्षियों के लिए जल-पात्र रखकर छात्र समुदाय में प्रकृति व उसके जीव-जंतुओं के प्रति अपने कर्तव्यों आह्वान का शुरुआत की। विकासार्थ विद्यार्थी शिमला के जिला सयोंजक ने कहा कि गर्मियां आ रही है। इस दौरान पक्षियों को किसी भी प्रकार अन्न और जल की कमी न हो इसलिए एक सकोरा एक प्राण, सेल्फी विद सकोरा नाम से अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत शिमला में जगह 15 मिट्टी से निर्मित सकोरे लगाए हैं और इन सकोरों में अन्न और जल रखा है। उन्होंने कहा कि विकासार्थ विद्यार्थी ने यह अभियान पूरे देश भर में चलाया है। इस अभियान के माध्यम से पक्षी मित्र, सकोरा इंचार्ज जैसे प्रयोगों के नाम से SFD केवल सकोरा लगाने का नहीं उन्हें गर्मियों तक नियमित भरने और उनकी साफ सफाई के लिए भी विद्यार्थियों को नियुक्त कर रही है। एसएफडी के कार्यकर्ताओं ने देशभर में छात्रों के साथ मिलकर इस मुहिम की इन गर्मियों के आने के साथ ही शुरुआत की है। बढ़ते हुए तापमान और प्राकृतिक जल स्रोतों के सुख जाने के कारण पक्षियों और पशुओं को पीने के पानी की समस्या होती है जिससे इनकी मृत्यु तक हो जाती है एसएफडी ने इस पहल के माध्यम से परिसरों में छात्र समुदाय को पुनः जागृत करने का बीड़ा उठाया है, और कार्यकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि विभिन्न माध्यमों से हम समुदाय के बीच पहुंचकर इस कार्य को प्रभावी बनाने की दिशा में कार्य करते रहेंगे। ज्ञात हो कि स्टूडेंट फॉर डेवलपमेंट या विकासार्थ विद्यार्थी (एसएफडी), प्रतिवर्ष शैक्षणिक परिसरों में गर्मियां आते ही पक्षियों के लिए पानी के सिकोरे रखने की मुहीम वर्षों से चलता आ रहा हैं, जिसमें अनेकों की संख्या में प्रतिवर्ष छात्र उनके साथ जुड़ते हैं। इसके अलावा पर्यावरण से अन्य महत्वपूर्ण कार्य कारण की भी जिम्मेदारी वर्षों से एसएफडी लेता आया है। भारत देश में सभी प्राणियों के प्रति अपनत्व का भाव यहाँ की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा। इसका जीता-जागता उदाहरण हमारे साहित्य लेखन में स्पष्टरुप से दिखाई पड़ता है। खासतौर से पक्षियों में चातक (पपीहा) नामक जीव का मनोहक वर्णन पक्षियों के प्रति हमारे प्रेम देखभाल की परंपरा को दर्शाता है। अब ये भाव जनमानस में कहीं धुंधला होता जा रहा है जिसका परिणाम आज इन जीवों की कम होती संख्या के रूप में देखा जा सकता है। एक सकोरा एक प्राण और सेल्फी विद सकोरा के नाम से यह अभियान देश के अलग अलग प्रांतों में जनमानस के बीच लोकप्रिय हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, राष्ट्रीय कांग्रेस राज्य अध्यक्ष प्रतिभा सिंह एवं अन्य मंत्रियों की उपस्थिति में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा गांधी से मिला तथा पुरानी पेंशन योजना बहाली के लिए उनके सक्रिय सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया। एनपीसी कर्मचारी संघ पुरानी पेंशन बहाली के बाद अत्यंत हर्षित है। संघ पुराणी पेंशन योजना बहाली हेतु मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री एवं उनके मंत्रिमंडल के सम्मान में 28 मई को धर्मशाला में ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व आभार समारोह का आयोजन कर रहा है। गौरतलब है कि जब नई पेंशन योजना कर्मचारी संघ वर्ष 2022 में निरंतर संघर्ष कर रहा था तो प्रियंका गांधी स्वयं सोलन मे क्रमिक अनशन पर बैठे कर्मचारियों के मंच पर गई और वहीं उन्होंने अपनी 10 गारंटियों में सबसे पहले पुरानी पेंशन योजना की गारंटी दी थी तथा कर्मचारियों को आश्वस्त किया था कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है तो पहली ही कैबिनेट में पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाएगी और हुआ भी वही। प्रदीप ठाकुर के साथ महासचिव भरत शर्मा राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष सर्वज्ञ जिला सिरमौर अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर शिमला जिला अध्यक्ष कुशाल शर्मा, कांगड़ा जिला अध्यक्ष राजेंद्र मन्हास,चंबा जिला अध्यक्ष सुनील जरयाल, महिला राज्य महासचिव पूजा सबरवाल, राजूराम शर्मा, रामलाल सूर्याआदि मिले। सिरमौर जिलाध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने सभी कर्मचारियों से निवेदन किया है कि वे सपरिवार हजारों की संख्या में 28 मई को धर्मशाला में आयोजित होने वाले समारोह में भाग लें।
कर्नाटक में कांग्रेस को बंपर जीत मिलने पर कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं द्वारा ढोल की थाप पर नाच कर और लोगों में लड्डू बांटकर जीत की खुशी मनाई जा रही है। वही पांवटा के पूर्व विधायक किरनेश जंग ने जस्ट ज्ञान जारी करते हुए कहा कि मोदी सरकार के मास्टर प्लान कर्नाटक की जनता के आगे फीका पड़ गया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता ने अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य को देखते हुए कांग्रेस को चुना है। यहां के लोगों ने धर्म की राजनीति को नकारा है और सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलने वाली कांग्रेस को सेवा का मौका दिया है। उन्होंने कहा आने वाले समय में पूरे देश के लोग इसी तरह से कांग्रेस में अपना भरोसा दिखाएंगे और 2024 में केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई और लोकतंत्र की रक्षा जैसे मद्दे को ध्यान में रखकर कर्नाटक की जनता ने अपना वोट किया और कांग्रेस को सेवा का मौका दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार जोगेंद्र हाब्बी ने भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा जिला सिरमौर में प्रतिवर्ष आयोजित की जा रही लोकनृत्य प्रतियोगिता में लगातार दस बार प्रथम स्थान प्राप्त कर "इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स " तथा "एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स " में नाम दर्ज करवाकर लोक नृत्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है। इंडिया बुक आफ रिकॉर्ड्स व एशिया बुक आफ रिकॉर्ड्स की विशेषज्ञ समिति ने हाब्बी को बधाई देते कहा कि लगातार दस-ग्यारह वर्षों की मेहनत और लगन से प्रथम स्थान बरकरार रखते हुए हम आपके धैर्य की सराहना करते हैं। कुछ समय पूर्व ही हाब्बी का इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज हुआ था और अब एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी नाम दर्ज कर चुके हैं, जिससे जिला सिरमौर की लोक संस्कृति का विश्व स्तर पर पहचान व मान और अधिक बढ़ा है। जोगेंद्र हाब्बी ने इन दोनों रिकॉर्ड्स का श्रेय अपने गुरु पद्मश्री विद्यानंद सरैक व सहयोगी कलाकारों को दिया और आसरा तथा चूड़ेश्वर मंडल के सभी कलाकारों का विशेष आभार व्यक्त किया जिन्होंने अनुकरण कर लगातार मेहनत के परिणाम स्वरूप प्रथम पुरस्कार को अब तक लगातार बरकरार रखा है। दस-बारह वर्षों से आयोजित की जा रही इन प्रतियोगिताओं में लगभग साठ से अधिक लोक कलाकारों ने हाब्बी के नेतृत्व में लोक नृत्य प्रतिस्पर्धा में भाग लिया जिसमें उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित सुप्रसिद्ध लोक कलाकार गोपाल हाब्बी, प्रदेश के जाने-माने लोक गायक धर्मपाल चौहान व रामलाल वर्मा और सरोज ने दस बार भाग लेकर लगातार प्रथम स्थान बरकरार रखने में भरपूर सहयोग दिया। इसके अलावा बलदेव, अमीचंद, चमन, संदीप, अनुजा, सीमा, रीना, सुनपति, लक्ष्मी, प्रिया, सरस्वती, जितेंद्र, हंसराज, चिरंजीलाल, सोहनलाल, चेतराम, कृष्ण लाल, मुकेश, देवीराम, अनिल, रमेश, सुनील, बिमला, पायल, आदि कलाकारों ने भी कई बार इन प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेकर दल को प्रथम स्थान प्राप्त करने में पूर्ण सहयोग दिया है। हाब्बी ने कहा कि हमारा दल सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में जिला सिरमौर का आदिकालीन ठोडा नृत्य, ढीली नाटी, रिहाल्टी गी, दीपक नृत्य, परात नृत्य, सिरमौरी मुंजरा, रासा व हुड़ग नृत्य, झुरी, सिंहटू तथा भड़ाल्टू नृत्य आदि लोक विधाओं को कोरियोग्राफ कर तथा समय सीमा में बांधकर एक गुलदस्ते के रूप में सिरमौरी हाटी जनजातीय संस्कृति के वास्तविक स्वरूप को प्रस्तुत करता आया है। हाब्बी दल का नेतृत्व एवं निर्देशन करते हुए स्वयं भी मुख्य लोक नर्तक के रूप में सांस्कृतिक दल की अगुवाई करते आए हैं। उन्होंने बताया कि निसंदेह जिला सिरमौर की संस्कृति में एक कशिश व आकर्षण है तथा पद्मश्री विद्यानंद सरैक द्वारा गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत सिखाई गई लोकनृत्य विधाओं को प्रदर्शित कलाकारों ने अपने हुनर व फन से लगातार दस बार जिला स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। इसके अलावा इन्हीं लोक कलाकारों के दल ने विभिन्न विभागों व संस्थानों द्वारा आयोजित लोकनृत्य प्रतिस्पर्धाओं में आठ बार राज्य स्तर पर एक बार राष्ट्रीय स्तर पर तथा एक बार अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भी जीत हासिल कर सिरमौरी संस्कृति का लोहा मनवाया है। जोगेंद्र हाब्बी ने सभी कलाकारों की ओर से निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग और जिला भाषा अधिकारी का इस प्रकार की लोक नृत्य प्रतियोगिताएं आयोजित कर कलाकारों को अपना हुनर दिखाने का अवसर प्रदान करने के लिए तथा प्रतिस्पर्धाओं के निर्णायक मंडल के सभी सदस्यों का निष्पक्ष एवं निर्विवाद निर्णय के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते कहा कि हम सदैव इसी प्रकार हिमाचल व सिरमौर जनपद की समृद्ध संस्कृति को विश्व स्तर पर और अधिक पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत रहेंगे।
मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था द्वारा संचालित खुशियों के बैंक में जमा हुए कपड़ों को लेबर कॉलोनी में जरूरतमंद लोगों को वितरित किया गया। इस मौके पर मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के संचालक अनुराग गुप्ता, पुष्पा खंडूजा व नीरज बंसल मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि खुशियों के बैंक लगभग पिछले 1 वर्ष से चलाया जा रहा है, जिसमें लोगों के द्वारा अपने घर में पड़े ग़ैर जरुरतन सामान जैसे कपड़े, खिलौने, बर्तन, कापी, किताबें इत्यादि जमा करवाए जाते हैं तथा संस्था के द्वारा इन सामान को सलम एरिया व लेबर कॉलोनी में जाकर जरूरतमंद लोगों को वितरित किया जाता है। वहीं संचालक पुष्पा खंडूजा व नीरज बंसल ने लोगों से भी अपील की अगर आपके घर में कोई भी गैर जरूरी सामान है तो वे खुशियों के बैंक माजरा में जमा करवा सकते हैं। जमा हुए सामान को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने के लिए मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के सदस्य कार्य कर रहे हैं। अभी तक संस्था के द्वारा लगभग 3 लाख पुराने व नए कपड़े वितरित किए जा चुके हैं।
आज सुबह तेज आंधी के चलते एनएच चंडीगढ़-देहरादून पर माजरा के पास सड़क किनारे खड़ा पेड़ हाईवे पर गिर पड़ा। गनीमत यह रही कि कोई वाहन या व्यक्ति सड़क पर नहीं था, अन्यथा कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। हालांकि बिजली की तारों और खंभों पर पेड़ गिरने से बिजली विभाग को काफी नुकसान हुआ है। मौके पर बिजली विभाग के कर्मचारी तारों और खंभों की मरम्मत करने में जुट गए हैं।
उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने आज अपने सिरमौर प्रवास के दौरान पौंटा साहिब, कफोटा व शिलाई में जनसमस्याएं सुनीं। उन्होंने अधिकांश मामलों का मौके पर ही निपटारा किया और अन्य मामलों को निपटाने के लिए सम्बंधित विभागो के अधिकारियों को निर्देश दिए। उद्योग मंत्री ने अधिकारियों को समय पर जनता के कार्यों को निपटाने के निर्देश दिए ताकि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ जनता को मिल सके। इस दौरान कमरऊ के देवला गांव में कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता 85 वर्षीय जालम सिंह फौजी का कुशलक्षेम जाना। इस मौके पर सीता राम शर्मा कांग्रेस अध्यक्ष शिलाई, भारत भूषण मोहिल निदेशक राज्य को-ऑपरेटिव बैंक, जगत सिंह पुंडीर पूर्व जिला परिषद सदस्य, मस्तराम पराशर पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष, प्रताप जेलदार जिला परिषद सदस्य, रणजीत सिंह नेगी जिला परिषद सदस्य, रमेश नेगी बीडीसी सदस्य, अत्तर राणा महासचिव कांग्रेस मंडल, कांग्रेस मीडिया प्रभारी टिंकू जिंटा, एसडीएम शिलाई सुरेश सिंघा, एसडीएम कफोटा राजेश वर्मा, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि व गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सिरमौर जिला के हरिपुरधार में आयोजित 3 दिवसीय मां भंगायनी मेला हरिपुरधार का समापन शुक्रवार को हो गया। मेले का समापन डीसी सुमित खिमटा ने बतौर मुख्य अतिथि किया। पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव बृजराज ठाकुर ने मेले के समापन समारोह में CM के यहां न आने का कारण उनका कर्नाटक चुनाव प्रचार में जाना बताया और जल्द उनका क्षेत्र का दौरा करवाने का भरोसा दिया। 3 दिवसीय इस मेले का शुभारंभ SDM संगड़ाह का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे उपमंडलाधिकारी सराहं संजीव धीमान द्वारा 3 मई को किया गया था। इससे पूर्व मेला कमेटी हरिपुरधार के अध्यक्ष आरएस राणा के नेतृत्व में जिलाधीश का ढोल-नगाड़ों व फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया गया। मेला कमेटी ने मुख्य अतिथि को टोपी-शॉल व डांगरे से किया सम्मानित मेला कमेटी ने मुख्य अतिथि को टोपी-शॉल व डांगरे से सम्मानित किया। इस अवसर पर स्थानीय वरिष्ठ मेला कमेटी सदस्य सहीराम चौहान, बृजराज ठाकुर, मेला राम शर्मा, दिलीप सिंह चौहान,ओपी ठाकुर सचिव युवा कांग्रेस हिमाचल प्रदेश व उपमंडल स्तर के प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने वेसे तो पुरानी पेंशन की मंजूरी सैद्धांतिक रूप से अपने पहली ही कैबिनेट में दे दी थी, परंतु फिर भी उसे कैसे लागू किया जाएगा इस सारे कार्य प्रणाली पर अभी तक संशय बना हुआ था परंतु आज सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के तहत सारी स्थिति स्पष्ट हो गई है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने सैद्धांतिक रूप से एवं विभागीय तौर पर वही पुरानी पेंशन लागू की है जो पुरानी पेंशन 2003 से पहले नियुक्त कर्मचारियों को मिलती थी अर्थात 1972 के पेंशन नियमों को यथावत लागू किया गया है। इस अधिसूचना पर हर्ष व्यक्त करते हुए नई पेंशन योजना कर्मचारी संगठन के जिला सिरमौर अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर, राज्य उपाध्यक्ष सुनील तोमर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश परमार, महिला विंग अध्यक्ष प्रितीका परमार, महासचिव ऐम के कोशल, कोषाध्यक्ष हरदेव ठाकुर, राज्य सलाहकार जोगी राम कनयाल खंड अध्यक्ष संदीप कश्यप, प्रवीण शर्मा, वेद पराशर, कपिल ठाकुर, बीआर सींगटा, जितेंद्र चौहान आदि ने हिमाचल प्रदेश सरकार का हार्दिक आभार व्यक्त किया है तथा आशा की है कि कर्मचारी इस सौगात को जीवन भर नहीं भूल पाएंगे।
शिक्षा खंड नौहराधार के अंतर्गत आने वाले राजकीय प्राथमिक पाठशाला कायरा में अभिवावकों को अपने बच्चे की चिंता सता रही है। यहां पिछले साल जुलाई से अध्यापक का पद खाली है। इस स्कूल में हफ्ते में अलग-अलग स्कूलों से अध्यापक बच्चों को पढ़ाने के लिए दो-दो दिन के लिए आते हैं। यह स्कूल वर्ष 2017 में पर्व मुख्य संसदीय सचिव और रेणुका जी विधानसभा से विधायक विनय कुमार के आग्रह पर तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने खोला था। उस समय अध्यापक का इंतजाम भी किया है पिछली जयराम सरकार ने स्कूल के कमरे का इंतजाम भी किया लेकिन वर्ष 2022मे उक्त अध्यापक ने भी तबादला करा दिया और स्कूल खाली हो गया। इस स्कूल में वर्तमान समय में 10 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। अभिवावकों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते नियमित अध्यापक तैनात नहीं किया तो मजबूरन अपने बच्चों को यहां से निकालकर दूसरे स्कूल में डाल देंगे। एसएमसी अध्यक्ष बेद प्रकाश ने सरकार से जल्दी ही यहां नियमित अध्यापक तैनात करने का आग्रह किया है। वहीं, शिक्षा खंड अधिकारी राम किशन नौहराधार ने बताया कि प्राथमिक पाठशाला कायरा में पिछले 9 महीने से अध्यापक नहीं है। इस बारे में उच्च अधिकारियों को बताया गया है शिक्षा खंड नौहराधार में यह एकमात्र ऐसा स्कूल है जहां पर एक भी अध्यापक नहीं है।
सिरमौर जिला के हरिपुरधार में बुधवार को मां भंगायनी मेला छड़ी यात्रा के साथ शुरू हो गया। SDM संगड़ाह का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे उपमंडलाधिकारी सराहं संजीव धीमान ने मेले का विधिवत शुभारंभ किया। पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर प्रातः मां भंगायनी मंदिर से माता की छड़ी मेला ग्राउंड के लिए रवाना हुई और 3 किलोमीटर लंबी इस यात्रा में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। मेला मैदान में छड़ी स्थापित होने के बाद औपचारिक रूप से मेले का शुभारंभ हो गया। राज्यपाल के सिरमौर प्रवास के चलते DC Sirmaur सुमित खिमटा भी मेला कमेटी पदाधिकारियों के अनुसार उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हो सके। मेला कमेटी अध्यक्ष एसआर राणा ने बताया कि, मेले के दौरान तीन मई से पांच मई तक खेल कूद प्रतियोगिताओं के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। इस दौरान हिमाचली Folk Singer किशन वर्मा, दिनेश शर्मा व रविंद्र ठाकुर आदि बतौर Star कलाकार मेलार्थियों का मनोरंजन करेंगे। जोगिंद्र हाबी का लोक नृत्य दल, धर्मपाल ठाकुर, पूनम सरमाइक, रीना ठाकुर, सुलेखा विरसांटा व विमला चौहान जैसी मशहूर लोक कलाकार भी मेलें की सांस्कृतिक संध्याओं में प्रस्तुति देंगे।
हरिपुर धार मां भगायणी बिशू मेले का आज विधिवत रूप से आगाज हो गया। 3 मई से 5 मई तक चलने वाले इस तीन दिवसीय मेले में खेल प्रतियोगिताओं के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जा रहा है। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रसिद्ध लोक गायक किशन वर्मा, रविंद्र ठाकुर और दिनेश शर्मा अपनी आवाज का जादू बिखेरेंगे। बुधवार को मेले का शुभारंभ डीसी सिरमौर द्वारा किया जाना था, मगर राज्यपाल के दौरे पर होने की वजह से डीसी की जगह एसडीएम सगड़ाह ने मेले का शुभारंभ किया। मेला कमेटी अध्यक्ष एस राणा ने बताया कि 5 मई को मेले में सीएम के आने का प्रोग्राम रद्द हो गया है। उन्होंने बताया कि मेले के समापन पर मुख्य अतिथि कौन होगा, इस पर मेला कमेटी विचार कर रही है।
कलगीधर ट्रस्ट बड़ू साहिब द्वारा संचालित अकाल अकादमी के संस्थापक शिरोमणि पंथ रत्न, विद्या मार्तंड, पद्मश्री संत बाबा इकबाल सिंह की 97वीं जयंती 30 अप्रैल और 1 मई को हिमाचल प्रदेश के 'तपोभूमि' गुरुद्वारा बडू साहिब में श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस संत समागम में श्री दरबार साहिब से हज़ूरी रागी ज्ञानी गुरदेव सिंह व भाई गुरप्रीत सिंह चंडीगढ़, अकाल गुरमति संगीत विद्यालय चीमा साहिब व बड़ू साहिब, अनाहद बाणी तंती साज़ छात्राओं का जत्था बड़ू साहिब, अकाल अकादमी बड़ू साहिब के बच्चों, कथावाचक, ढाडी जथे और संत-महापुरुषों ने हाजिरी लगाई। इस अवसर पर अमृत अभिलाषियों को अमृत संचार के द्वारा गुरु चरणों से जोड़ा गया। संत बाबा अतर सिंह मस्तुआने वाले और संत तेजा सिंह के सेवक संत बाबा इकबाल सिंह ने अपने जीवनकाल में अनेकों श्रद्धालुओं को गुरमति मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में बाबा ने 129 अकाल अकादमियों, 2 विश्वविद्यालयों, अस्पतालों, नशामुक्ति केंद्रों और महिला-सशक्तिकरण के माध्यम से उत्तर भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन में खुशहाली लाने में मदद की। कलगीधर ट्रस्ट बड़ू साहिब के मुख्य सेवक डॉ. दविंदर सिंह और उपाध्यक्ष भाई जगजीत सिंह ने इस गुरमति समागम में शामिल होने वाली संगत, कथावाचकों और ढाडी जथों को धन्यवाद किया।
कलगीधर ट्रस्ट बड़ू साहिब द्वारा संचालित अकाल अकादमी के संस्थापक शिरोमणि पंथ रत्न, विद्या मार्तंड, पद्मश्री संत बाबा इकबाल सिंह की 97वीं जयंती 30 अप्रैल और 1 मई 2023 को हिमाचल प्रदेश के 'तपोभूमि' गुरुद्वारा बडू साहिब में श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है। इस संत समागम में श्री दरबार साहिब अमृतसर से प्रसिद्ध कीर्तनी जथे, सिंह साहिब, कथावाचक, ढाडी जथे और संत-महांपुरष पहुंच रहे हैं। इस अवसर पर अमृत-अभिलाषिओं को अमृत संचार के द्वारा गुरु-चरणों से जोड़ा जाएगा। संत बाबा अतर सिंह जी मस्तुआने वाले और संत तेजा सिंह जी के सेवक संत बाबा इकबाल सिंह जी ने अपने जीवनकाल में अनेकों श्रद्धालुओं को गुरमति मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। शिक्षा और समाज-सेवा के क्षेत्र में बाबा जी ने 129 अकाल अकादमियों, 2 विश्वविद्यालयों, अस्पतालों, नशामुक्ति केंद्रों और महिला-सशक्तिकरण के माध्यम से उत्तर भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन में खुशहाली लाने में मदद की।
आयुक्त, राज्य कर एवं आबकारी, यूनुस ने आज यहां बताया कि विभाग द्वारा आज सिरमौर जिले के काला अंब क्षेत्र में तीन फर्मों का निरीक्षण किया जा रहा है। ये तीनों कंपनियां पांच राज्यों में फैली लगभग 300 फर्मों के नेटवर्क का हिस्सा हैं। इन 300 फर्मों ने 8300 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन कर 1500 करोड़ रुपये से अधिक के इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाया। इस नेटवर्क की फर्माें की नकद भुगतान के माध्यम से कर देनदारी लगभग नगण्य है और फर्मों ने बताया है कि उनके द्वारा की गई अधिकांश देनदारी इनपुट टैक्स क्रेडिट के माध्यम से अदा कर दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य कर एवं आबकारी विभाग की आर्थिक खुफिया इकाई (ईआईयू) ने विभिन्न डेटा स्रोतों के माध्यम से डेटा की जांच की और इस निष्कर्ष पर पहुंची कि इन 300 संस्थाओं के बीच लेन-देन में काफी जटिलताएं हैं और इन्होंने नकली/अपात्र इनपुट टैक्स क्रेडिट के लिए ही यह जाल बुना था। यूनुस ने बताया कि इस पैटर्न से यह भी सामने आया कि ये नई पंजीकृत इकाइयां बहुत कम समय में बड़ी मात्रा में लेन-देन की घोषण कर रही थीं और खुद ही रद्द करवा रही थीं। आपूर्ति शृंखला की शुरुआत में संस्थाओं ने कभी भी सरकार को कर का भुगतान नहीं किया। इसके अतिरिक्त, आपूर्ति शृंखला की शुरुआत में बड़ी संख्या में संस्थाओं को कर अधिकारियों द्वारा पूर्वप्रभावी रूप से रद्द कर दिया गया है जिससे पता लगता है कि इन फर्मों ने कागजों में जाली लेन-देन घोषित किया है। उन्होंने बताया कि इन फर्मों के कुछ भागीदार पहले भी कर चोरी की गतिविधियों में संलिप्त पाए गए थे। उन्होंने बताया कि काला अंब में तीन अलग-अलग स्थानों पर तीन जिलों के 24 अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया। प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि तीसरी इकाई के सहयोग से दो संस्थाओं ने अन्य करदाताओं को 250 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट का अनुचित लाभ पहुंचाया। उन्होंने बताया कि इस नेटवर्क के विरुद्ध जीएसटी कानून के प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
सुमित खिमटा ने शुक्रवार को उपायुक्त सिरमौर का पदभार संभाल लिया है। वर्ष 2015 बैच के आईएएस अधिकारी श्री खिमटा इससे पूर्व उपायुक्त लाहौल-स्पिति के पद पर तैनात थे। उपायुक्त ने कहा कि उनकी प्राथमिकता प्रदेश सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों योजनाओं और निर्देशों को सही परिप्रेक्ष्य के साथ तीव्रता के जिला में लागू करना है। उन्होंने कहा कि क्षमता, जवाबदेही, पारदर्शिता के तीन मूल सिद्धांतों अनुरूप वह कार्य करेंगे। कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध स्वास्थ्य और शिक्षण सेवाओं का लाभ सभी लोगों को मिले यह सुनिश्चित बनाया जाएगा साथ ही इन संस्थानों में ढांचागत सुविधायें विकसित की जाएंगी।
हिमाचल प्रदेश यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट की परवाणू इकाई व प्रदेश कार्यकारिणी द्वारा हाल ही में नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट इंडिया के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुने जाने पर रणैश राणा का प्रदेश के प्रवेश द्वार परमाणु के सर्किट हाउस में भव्य स्वागत किया गया। उसके बाद हिमाचल प्रदेश यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट प्रदेश कार्य समिति की बैठक का भी आयोजन किया गया, जिसमें संगठन हित में कई अहम निर्णय लिए गए। इसमें नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट हिमाचल प्रदेश के महामंत्री किशोर ठाकुर, संगठन मंत्री गोपाल दत्त शर्मा, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व नवनियुक्त प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुमित शर्मा, अध्यक्ष अमित ठाकुर, राजेंद्र मेहरा, विमल ग्रोवर, बंसी बाबा, कृष्ण डोडा, टेकराज, नितिन साहू, सुंदर लाल सहित बद्दी प्रेस क्लब के सदस्य, ऊनाप्रेस क्लब के सदस्य व प्रदेश से लगभग 35 पत्रकारों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर नवनियुक्त राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रणैश राणा ने कहा कि जैसे संगठन प्रदेश भर के पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन ,पत्रकार कल्याण बोर्ड का गठन, सरकारी मान्यता के नियमों सरलीकरण व पत्रकारों की आय व अन्य कई मुद्दों को प्रदेश सरकार के सामने उठाते आए हैं वैसे ही अब हिमाचल के पत्रकारों की आवाज़ हम राष्ट्रीय स्तर पर उठाएंगे और पत्रकारों को जो हक़ मिलना चाहिए, उसे हर हाल में दिलवाने का प्रयास करते रहेंगे। रणैश राणा ने कहा की पत्रकारिता संविधान का चौथा स्तम्भ है। पत्रकार जब खबरें लिखते हैं तो उसका समाज में बहुत असर होता है, इसलिए जब भी खबरें लिखें तो हर तथ्य और हर पहलू को ध्यान में रख कर लिखें।
उपमंडल राजगढ़ में नए एसडीएम राजकुमार ठाकुर ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। पदभार संभालने के उपरांत राजकुमार ठाकुर ने कहा कि वे पहले भी राजगढ़ में बतौर तहसीलदार सेवा कर चुके हैं और यहां के क्षेत्र और समस्याओं से परिचित हैं। उनकी प्राथमिकता रहेगी कि उनके और पूरे उपमंडल के अन्य कार्यालयों में आने वाले लोगों के कार्य उसी दिन में हो जाएं। राजगढ़ उपमंडल एक हरभरा और सुंदर क्षेत्र है और यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए पर्यटन की दृष्टी से संभावित स्थानों का चयन कर विकास किया जाएग। इसके अतिरिक्त सरकार की विभिन्न नीतियों और योजनाओं का कार्यान्वन करने का भरसक प्रयास किया जाएगा, ताकि सभी नीतियों और योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंच सके। उनका यह प्रयास भी रहेगा कि आपदा के समय में वह स्वयं व अधीनस्थ अधिकारी पीड़ितों को तत्काल सहायता दे सके।
जिला दंडाधिकारी सिरमौर आरके गौतम ने 30 अप्रैल को प्रातः 9 बजे से रात 10 बजे तक नाहन शहर के दिल्ली गेट से उपायुक्त कार्यालय सड़क पर लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह की ओर जाने और आने वाले वाहनों को दूसरे रूट पर डाईवर्ट किया है। जिला दंडाधिकारी द्वारा यहां जारी आदेशों के अनुसार श्री गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के आगमन दिवस आयोजनों के दृष्टिगत 30 अप्रैल को प्रातः 9 बजे से रात 10 बजे तक नाहन शहर के दिल्ली गेट से उपायुक्त कार्यालय सड़क पर लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह तक चलने वाले वाहन अब वाया एचआरटीसी वर्कशाप रोड होकर चलेंगे। इसी प्रकार उपायुक्त कार्यालय रोड एवं हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से दिल्ली गेट की ओर चलने वाले वाहन अब वाया कालिस्तान तालाब, होटल सिटी हर्ट होकर चलेंगे।
'मेरा गांव मेरा देश एक सहारा' संस्था के द्वारा संचालित 'खुशियों का बैंक' एक वर्ष का हो गया है। पिछले वर्ष 24 अप्रैल को महंत स्वरूप नाथ के हाथों से 'खुशियों का बैंक' का शुभारंभ करवाया गया था। मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के द्वारा खुशियों का बैंक के 1 वर्ष पूर्ण होने पर माजरा शिव मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया, इसमें सभी ने खुशियां मनाईं। सभी सदस्यों ने संकल्प लिया कि पिछले 1 वर्ष में जिस तरह से खुशियों का बैंक के द्वारा खुशियां बांटी गई हैं, इस वर्ष भी जरूरतमंद लोगों तक खुशियां बांटी जाएंगी। मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के संचालक अनुराग गुप्ता ने बताया कि खुशियों का बैंक पिछले 1 वर्ष में लगभग 3 लाख कपड़े वितरित कर चुका है। बैंक में लगभग 170 बच्चे रजिस्टर्ड हैं, जिनको खुशियों का बैंक द्वारा नि:शुल्क ट्यूशन उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि लोग अपने घर में पड़ा गैरजरूरी सामान जैसे कपड़े, बिस्तर, खिलौने, बर्तन, कॉपी व पेंसिल इत्यादि खुशियों का बैंक में जमा करवा सकते हैं। वहीं, जिन लोगों को इस सामान की जरूरत है, वे यहां से ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि संस्था के द्वारा एक नई मुहिम चलाई जाएगी, जिसमें आसपास के क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चे, जिन्हें किसी भी तरह की जरूरत है, वे मेरा गांव मेरा देश एक सहारा संस्था के सदस्यों से संपर्क कर अपनी जरूरत का सामान ले सकते हैं।
उद्योग, संसदीय मामले एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान आगामी 22 व 23 अप्रैल को शिलाई विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर रहेंगे। सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि प्रवास कार्यक्रम के दौरान उद्योग मंत्री, शिलाई विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर जन समस्यायें सुनेंगे। उन्होंने बताया कि उद्योग मंत्री 22 अप्रैल को सांय 3:00 बजे रोहनाट में जन समस्यायें सुनेंगे और 23 अप्रैल को प्रातः 10:00 बजे शिलाई में तथा दोपहर 12:30 बजे टिंबी में जन समस्यायें सुनेंगे। इस के पश्चात उद्योग मंत्री दोपहर 1:30 बजे काफोटा व सांय 3:30 बजे कमरऊ में जन समस्यायें सुनेंगे।
हिमाचल प्रदेश स्कूल डीपीई संघ के उपाध्यक्ष बलदेब ठाकुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सनोरा से सेवानिवृत्त होने के बाद से यह पद खाली हो गया था। अब उनके स्थान पर कपिल मोहन डीपीई वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रजाना को हिमाचल प्रदेश डीपीई संघ का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। दिनेश शर्मा जिला सिरमौर डीपीई संघ अध्यक्ष, मधु पुंडीर इंचार्ज अंडर-19 संगड़ाह जोन, कुलदीप सिंह एसएमसी एसएमसी प्रधान जिला सिरमौर भाग सिंह, मीन सिंह डीपीई आदि ने कपिल मोहन को उपाध्यक्ष बनने पर बधाई दी है। इस नियुक्ति के लिए कपिल मोहन ने डीपीई संघ हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष मोहन नागटा, जिला प्रधान दिनेश शर्मा तथा उनकी समस्त कार्यकारिणी का धन्यवाद किया है।
श्री रेणुका जी कांग्रेस कमेटी ने दो दिन पहले जिला सिरमौर कांग्रेस प्रचार प्रसार कमेटी के अध्यक्ष व पूर्व कांग्रेस प्रदेश सचिव बृजराज ठाकुर, मनोज ठाकुर,विजय ठाकुर, और अरूण ठाकुर के निष्कासन का प्रस्ताव प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्षा प्रतिभा सिंह को भेजा था जिस पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति अध्यक्ष व पुर्व सांसद विप्लव ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में विभिन्न समाचार पत्रों पर छपी खबरों पर संज्ञान लेते कहा कि इन सभी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का निष्कासन रद्द किया जाता है। उन्होंने कहा कि श्री रेणुका जी कांग्रेस ने पार्टी के संविधान के अनुसार शिकायतों निष्कासन उचित प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि ऐसी किसी भी पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायत राज्य अनुशासन समिति के समक्ष पेश किया जाना चाहिए था उन्होंने श्री रेणुका जी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को यह भी सलाह दी कि आगे की कार्रवाई तथ्य के अनुसार शिकायत को अनुशासन समिति को भेजें हिमाचल प्रदेश कांग्रेस महासचिव रजनीश खिमटा ने कहा कि इन सभी 4 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का निष्कासन रद्द किया जाता है।
मां भंगायणी मेला समिति हरिपुरधार ने शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाक़ात की। इस दौरान उन्हें मां भंगायणी मेले के समापन समारोह में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया, जिसे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्वीकार कर लिया है। सीएम कार्यालय से डीसी सिरमौर को भी इस बारे में सूचित कर दिया गया है। मेले का समापन 5 मई को होगा। मेला समिति का प्रतिनिधिमंडल रेणुका के विधायक विनय कुमार के नेतृत्व में सीएम से मिला, जिसमें मेला समिति के सदस्य व कांग्रेस नेता दलीप चौहान, महल जोन अध्यक्ष अनिल शर्मा, युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव ओपी ठाकुर, मंदिर समिति के सचिव व महल जोन महासचिव अनिल ठाकुर, रेणुका यूथ के महासचिव दिनेश ठाकुर, उपाध्यक्ष व ग्राम पंचायत गेहल के उप प्रधान विनय ठाकुर, रामलाल ठाकुर, कपिल छिंटा शामिल रहे।
उपायुक्त आरके गौतम ने बताया कि सिरमौर जिला में 20 अप्रैल से 4 जून तक पशुओं में बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में पशुओं को मुंह और खुर की बीमारियों के टीके लगाए जाएंगे। उन्होंने जिला के सभी पशुपालकों से आग्रह किया कि सभी पशुपालक, संबंधित क्षेत्र में कार्यरत पशुपालन संस्थान में जाकर अपने पशुओं का निशुल्क टीकाकरण करवाएं। उन्होंने बताया कि पशुओं के टीकाकरण के लिए सिरमौर जिला में वर्तमान में 1.15 लाख खुराक (डोज) उपलब्ध हैं। उपायुक्त बुधवार को नाहन में पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। आरके गौतम ने शहर में निराश्रित पशुओं की समस्या से निपटने के लिए पशुपालन विभाग नगर परिषद तथा पुलिस विभाग को सांझा रूप से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि टैग लगे हुए पशु यदि निराश्रित घुमते हुए शहर में पाये जाते हैं तो उनका चालान किया जाये। इसी प्रकार बिना टैग वाले निराश्रित पशुओं को अगले कुछ दिनों के भीतर काऊ सेंचुरी कोटला बड़ोग में शिफ्ट किया जाए। उन्होंने बताया कि जिला में वर्तमान में टैग लगे हुए पशुओं की संख्या करीब 2.50 लाख है। टैग के यूनिक नंबर को पोर्टल पर डालते ही पशु और उसके मालिक का संपूर्ण डाटा एक क्लिक पर देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि टैग लगे हुए पशु यदि निराश्रित घुमते हुए पाये जाते हैं इसकी सूचना पशुपालन विभाग अथवा सम्बन्धित एसडीएम एवं पंचायत को दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि पशु पालकों की आर्थिक दशा को सुदृढ़ करने तथा दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय कृत्रिम बीजारोपण कार्यक्रम के माध्यम से गौ-वंश में कृत्रिम बीजारोपण का टीकारण अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कृत्रिम बीजारोपण टीकाकरण से गौ-वंश में बछिया पैदा होती है और इस टीकाकरण की सफलता दर 80 से 90 प्रतिशत है। यह टीका अनुदान दरों पर केवल 125 रुपये में विभाग के पास उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि पशु पालकों को इस योजना का लाभ उठाना चाहिए और समय पर अपने गौवंश में कृत्रिम बीजारोपण का टीकाकरण करवाना चाहिए। उपायुक्त ने जिला की 259 पंचायतों में पशुओं की टैगिंग और राष्ट्रीय कृत्रिम बीजारोपण कार्यक्रम (एनएआईपी) की जानकारी के लिए सूचना बोर्ड लगाने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर एसडीएम नाहन रजनेश कुमार, परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण अभिषेक मित्तल, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद संजय तोमर, पुलिस उप अधीक्षक मीनाक्षी शाह, अधिशासी अभियंता जलशक्ति आशीष राणा के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी व गत विधानसभा चुनाव में प्रचार-प्रसार कमेटी के अध्यक्ष रहे बृजराज ठाकुर उर्फ छोटा भाई को श्री रेणुका जी कांग्रेस कमेटी द्वारा 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित किया गया है। मंगलवार को विश्राम गृह परिसर संगड़ाह में हुई बैठक में श्री रेणुका जी कांग्रेस मंडल अध्यक्ष तपेंद्र चौहान की अध्यक्षता में पारित किए गए प्रस्ताव से संबंधित प्रेस नोट सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रस्ताव में प्रधान परिषद संगड़ाह के अध्यक्ष रह चुके बृजराज के अलावा कांग्रेस विधायक नाहन अजय सोलंकी के रिश्तेदार अरूण ठाकुर तथा दो और लोगों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने का आग्रह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से किया गया है। हालांकि इस बैठक में मीडिया को नहीं बुलाया गया था। पार्टी की तरफ से युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष अजय भारद्वाज ने प्रेस को जारी बयान में बताया कि यह फैसला श्री रेणुका जी कांग्रेस कमेटी का है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पिति घाटी के अपने पहले प्रवास के दौरान घाटी के रंग में रंगे नजर आए। अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने ‘जूले’ कहकर की, जिसका हिंदी में अर्थ है नमस्ते। जूले कहते ही स्थानीय लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक परिधान "छूबा" पहनाकर उनका स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को भी स्पिति वासियों ने पारंपरिक परिधान पहनाया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों में गहरी रुचि दिखाई और कलाकारों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया और सभी स्पितिवासियों को अपनी प्राचीन एवं अनूठी संस्कृति के संरक्षण के लिए बधाई भी दी।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान 16 और 17 अप्रैल को सिरमौर प्रवास पर रहेंगे। सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुई बताया कि प्रवास कार्यक्रम के दौरान उद्योग मंत्री विभिन्न स्थानों पर जनसमस्याएं सुनेंगे तथा कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। उद्योग मंत्री 16 अप्रैल को दोपहर 12.30 बजे कफोटा में जन समस्याएं सुनेंगे। इस के उपरांत सांय 4.30 बजे शिलाई में जन समस्यायें सुनेंगे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि उद्योग मंत्री 17 अप्रैल को प्रातः 10 बजे शिलाई में जन समस्यायें सुनेंगे। इसके उपरांत उद्योग मंत्री दोपहर एक बजे रोनाहाट पहुंचेगे और इसके उपरांत दोपहर 2.00 बजे कोटी बोंच पंचायत के बालधार में बैसाखी खेल कूद प्रतियोगिता के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे।
सिरमौर जिला के नाहन में 15 अप्रैल को आयोजित होने वाले जिला स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह की अध्यक्षता उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री करेंगे। विधायकों व जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति भी इस समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगेे। नाहन के ऐतिहासिक चौगान में आयोजित किए जाने वाले इस जिला स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह में जहां भव्य मार्च पास्ट देखने को मिलेगा वहीं शिक्षण संस्थानों की छात्र-छात्रायें रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों भी देंगे। हिमाचल दिवस पर आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विभिन्न सरकारी, निजी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों की रिहर्सल जिला लोक सम्पर्क अधिकारी सिरमौर की देखरेख में नाहन में चल रही है। जिला लोक सम्पर्क अधिकारी प्रेम ठाकुर ने बताया कि हिमाचल दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के संबोधन के उपरांत लगभग 50 मिनट का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा। लोगों के स्वस्थ मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को बेहतर व आकर्षक बनाने के प्रयास किये गए हैं। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में डाईट संस्थान, जवाहर नवोदय विद्यालय, ए.वी.एन स्कूल, एस.वी.एन स्कूल, राजकीय नर्सिंग कॉलेज नाहन की छात्र छात्राएं भाग लेंगी। सभी संस्थान रिहर्सल में जुट गए हैं और सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के ड्रामा इंस्पेक्टर मनोज भारद्वाज की देखरेख में प्रस्तुति को अंतिम रूप दिया जा रहा है।