मंडी: अभिलाषी एजुकेशनल ग्रुप, मंडी को एक और बड़ी सफलता मिली है। समूह के कुल 11 होनहार छात्रों का चयन देश की प्रतिष्ठित फार्मास्युटिकल कंपनी टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड में हुआ है। यह चयन हाल ही में आयोजित कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव के माध्यम से किया गया, जिससे छात्रों को अपने करियर को नई दिशा देने का बेहतरीन अवसर प्राप्त हुआ है। इस चयन प्रक्रिया में अभिलाषी विश्वविद्यालय, अभिलाषी कॉलेज ऑफ फार्मेसी (नेरचौक) और अभिलाषी पी.जी. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज के अंतिम वर्ष के छात्रों ने भाग लिया। प्रतिभागियों का चयन तकनीकी मूल्यांकन और साक्षात्कार जैसे कई चरणों के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने अपनी विशेषज्ञता, योग्यता और उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। टोरेंट फार्मा में चयनित छात्रों की सूची: अभिलाषी विश्वविद्यालय (बी.फार्मा): तनिषा, ज्योति ठाकुर, कोमल शर्मा, गौरव कुमार, रोहित कुमार, तूपेंद्र ठाकुर, आशीष कुमार अभिलाषी कॉलेज ऑफ फार्मेसी, नेरचौक (बी.फार्मा): पायल, देवांशी सलवानी अभिलाषी पी.जी. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेज (एम.एससी. केमिस्ट्री): राकेश कुमार, अजय कुमार इन सभी छात्रों को क्वालिटी कंट्रोल विभाग में नियुक्त किया गया है और उन्हें वार्षिक 2 से 3 लाख रुपये तक का पैकेज प्रदान किया गया है। इस शानदार उपलब्धि पर अभिलाषी ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आर.के. अभिलाषी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि टोरेंट जैसी प्रतिष्ठित फार्मा कंपनी में हमारे छात्रों का चयन अत्यंत गर्व का विषय है। यह न केवल छात्रों की मेहनत और समर्पण का फल है, बल्कि हमारे संस्थान की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का भी साक्ष्य है। मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. एल.के. अभिलाषी ने चयनित छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह अवसर उनके पेशेवर जीवन की मजबूत शुरुआत साबित होगा। कुलपति प्रो. एच.के. चौधरी ने कहा कि विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट की श्रृंखला लगातार जारी है और प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा छात्रों को रोजगार के उत्कृष्ट अवसर दिए जा रहे हैं। डॉ. शैम्पी दुग्गल (डायरेक्टर – एडमिशन, ट्रेनिंग व प्लेसमेंट) ने विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह सफलता अभिलाषी ग्रुप की इंडस्ट्री-फोकस्ड ट्रेनिंग, छात्रों की मेहनत और संकाय के मार्गदर्शन का परिणाम है। उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में ग्रुप के 150 से अधिक अंतिम वर्ष के छात्रों को विभिन्न नामी कंपनियों में नौकरी मिली है। इस अवसर पर डॉ. आर.के. अभिलाषी (चेयरमैन), डॉ. एल.के. अभिलाषी (मैनेजिंग डायरेक्टर), प्रो. एच.के. चौधरी (वाइस चांसलर), डॉ. कपिल कपूर (रजिस्ट्रार), डॉ. नर्वदा अभिलाषी (चेयरपर्सन, जीनीयस एजुकेशन सोसाइटी), डॉ. प्रोमिला अभिलाषी (वाइस चेयरपर्सन), नरेंद्र कुमार (सचिव), प्रो. डी.पी. दहिया (डीन, फार्मेसी), प्रो. राजेंद्र गुलेरिया (प्रिंसिपल, कॉलेज ऑफ फार्मेसी) और डॉ. कंचन ने सभी चयनित छात्रों, उनके अभिभावकों, संबंधित विभागों व प्लेसमेंट सेल को हार्दिक बधाई दी।
मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर उरला के पास हिमाचल पथ परिवहन निगम की एक बस दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बची। गनीमत रही कि बस पेड़ से टकरा कर रुक गई, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। इस बस में 15 यात्री सवार थे। बस चालक संदीप कुमार के अनुसार, तीखे मोड़ में अचानक बस का मेन फ्रंट पट्टा टूट गया, जिससे बस अनियंत्रित हो गई और सड़क किनारे पलट गई। यह हादसा प्रातः 6 बजे हुआ। घटना की सूचना मिलते ही पधर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। निगम के निरीक्षक और पधर खेपन कार्यलय प्रभारी हेम राज भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। बस को निकालने के लिए राहत कार्य शुरू कर दिया गया है, और दो रिकवरी वाहन मौके पर राहत कार्य में जुटे हैं।
धर्मपुर उपमंडल की भरौरी पंचायत के करोला छपाणु गांव में रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे आग लगने से दो भाइयों, मनोज कुमार और पंकज कुमार की गौशाला जलकर राख हो गई। प्रकाश चंद के पुत्रों की इस गौशाला में आग लगने से दो कमरे पूरी तरह से जल गए, जिससे लगभग दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है। गौशाला के अंदर बंधी भैंस को ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला, लेकिन आग की लपटों से उसका कुछ हिस्सा झुलस गया। परिवार वालों को आग लगने का पता तब चला जब गौशाला से धुआं निकलने लगा। सूचना मिलते ही परिवार और गांव के लोग आग बुझाने में जुट गए, लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि गौशाला में रखी इमारती लकड़ी और घास पूरी तरह जल गई। पीड़ित परिवार ने घटना की सूचना पटवारी हल्का को दे दी है। भरौरी पंचायत की प्रधान नीता देवी और उपप्रधान कश्मीर सिंह ने प्रशासन से प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। तहसीलदार धर्मपुर रमेश चंद ने बताया कि पटवारी को मौके पर जाकर नुकसान का आकलन कर तुरंत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलते ही प्रभावित परिवार को राहत मैनुअल के अनुसार सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
धर्मपुर-मंडी: राष्ट्रीय उच्च मार्ग निर्माण में बरती जा रही लापरवाही और अवैध डंपिंग की शिकायतों पर एसडीएम स्वाति डोगरा ने कड़ी कार्रवाई की है। किसान सभा द्वारा उठाए गए इस मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम ने गत माह जांच करवाई थी। इसके बाद आज उन्होंने कंपनी और केंद्र सरकार के मोर्थ विभाग, वन, खनिज, राजस्व तथा पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की। दो घंटे तक चली इस बैठक में सभी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह और किसान सभा के रणताज़ राणा, देश राज पलसरा, नानक चंद, एडवोकेट अनिल कटवाल सहित तीन दर्जन से अधिक सदस्यों ने भाग लिया। जांच कमेटी द्वारा मौके पर जाकर देखे गए हालातों की रिपोर्ट तहसीलदार रमेश भारद्वाज ने पेश की, जिसमें निर्माण कार्य में कई कमियां पाई गईं, जिनकी जानकारी किसान सभा ने एसडीएम को पहले ही दी थी। एसडीएम स्वाति डोगरा ने बीआरएन निर्माण कंपनी को पाड़छु पुल से आगे कुम्हरड़ा तक की गई अवैध कटिंग का मलबा खड्डों, नालों, वन भूमि और निजी भूमि से हटाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि जहां से मलबा नहीं हटाया जा सकता है, वहां का उचित मुआवजा दिया जाए। एसडीएम ने कंपनी को चेतावनी दी कि कटिंग से फैलाए गए मलबे से यदि बरसात में कोई नुकसान होता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी कंपनी की होगी। रियूर ओबीसी और अनुसूचित जाति की बस्ती और अन्य खतरे वाले स्थानों के पास सुरक्षा दीवारें 15 मई तक लगाने के लिए कंपनी को निर्देशित किया गया है। पाड़छु से आगे हुक्कल तक की गई अनियंत्रित ब्लास्टिंग से 16 घरों को हुए नुकसान का मुआवजा भी कंपनी को देने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही, एसडीएम ने क्षेत्र में अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए हैं, जिसके लिए खनन विभाग को कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। वन विभाग को वन भूमि पर की गई अवैध डंपिंग के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है। पूर्व जिला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने बताया कि वन विभाग ने कंपनी को दस स्थानों पर अवैध डंपिंग के लिए और खनन विभाग ने अवैध खनन के लिए नोटिस जारी किए हैं। इससे किसान सभा द्वारा उठाए गए मुद्दे सही साबित हुए हैं। एसडीएम ने कंपनी को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि इन कमियों को नहीं सुधारा गया तो प्रशासन कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएगा। बैठक में पाड़छु पुल के दोनों तरफ अप्रोच रोड को अगले 15 दिनों में ठीक करने और खड्ड में डाली गई मिट्टी को बरसात से पहले हटाने के भी निर्देश दिए गए। यह भी पाया गया कि कंपनी ने बिना अनुमति के मिट्टी डंप की थी और पाड़छु पुल से आगे मार्च महीने तक अनियंत्रित तरीके से ब्लास्टिंग की गई, जिससे कई गाड़ियों के शीशे भी टूट गए थे। एसडीएम ने पीने के पानी के स्रोतों, रास्तों और खतरे वाले घरों के आसपास 31 मई तक सुरक्षा दीवारें लगाने के भी निर्देश जारी किए हैं। भूपेंद्र सिंह ने एसडीएम स्वाति डोगरा की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने हर काम को पूरा करने के लिए समय सीमा निर्धारित की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कंपनी ने अगले 15 दिनों में इन कमियों को दूर नहीं किया, तो किसान सभा प्रभावितों के साथ मिलकर 20 मई को सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी।
अमेरिका के ह्यूस्टन में बसे समाजसेवी सतीश अग्रवाल ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी को 11,000 डॉलर से ज्यादा की आर्थिक सहायता दी है। यह मदद 'सतीश और कमलेश अग्रवाल स्कॉलरशिप' के रूप में बीटेक के होनहार छात्रों को दी जाएगी। संस्थान और दानदाता के बीच एक एमओयू (समझौता ज्ञापन) साइन किया गया है, जिसके तहत यह स्कॉलरशिप शुरू की जाएगी। इसका मकसद ऐसे मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन देना है, जो आर्थिक रूप से पिछड़े हैं लेकिन पढ़ाई में आगे हैं। आईआईटी मंडी के डायरेक्टर प्रो. लक्ष्मीधर बेहेरा और डीन प्रो. वरुण दत्त ने इस सहयोग के लिए सतीश और कमलेश अग्रवाल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से प्रतिभावान छात्रों को आगे बढ़ने का मौका मिलता है और संस्थान का शैक्षणिक माहौल और समृद्ध होता है।
सराज के कांडा में वन विभाग की टीम ने नाके के दौरान देवदार लकड़ी के 50 अवैध स्लीपार बरामद किए है। वहीं टिप्पर चालक समेत एक अन्य सवार मौके से फरार बताए जा रहे हैं। वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए लकड़ी और टिप्पर को जब्त कर लिया है तथा पुलिस थाना जंजैहली ने वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम कांडा के समीप नाके पर तैनात थी। इस दाैरान एक टिप्पर (एचपी 11सी-2239) बगस्याड़ से कांडा की ओर आ रहा था। नाके पर तैनात टीम ने टिप्पर को जांच के लिए रोका। जांच के दौरान टिप्पर में देवदार की लकड़ी के 50 स्लीपर लदे पाए गए, जिन्हें अवैध रूप से ले जाया जा रहा था। मौके की नजाकत को भांपते हुए टिप्पर में सवार चालक सहित 2 लोग मौके से फरार हो गए। पकड़ी गई लकड़ी में किसी प्रकार का कोई हैमर नहीं लगा था। पैमाइश करने पर टिप्पर से 3.3936 घन मीटर लकड़ी बरामद की गई, जिसका बाजार में मूल्य 3,38,708 रुपए बनता है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और फरार चालक और अन्य दूसरे व्यक्ति की तलाश की जा रही है। वही डीएफओ नाचन सुरेंद्र कश्यप ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि जंगलों से लकड़ी की तस्करी पर रोक लगाने के लिए विभाग ने विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत वन विभाग की टीम लगातार नाके और छापेमारी कर रही है। अवैध लकड़ी के कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आगे की जांच और कार्रवाई जारी है।
मंगलवार को मंडी जिला के अंतर्गत जाहू-मंडी रोड पर भोलूघाट के समीप एक निजी बस (HP 40C-9937) अनियंत्रित होकर बीच सड़क पर पलट गई। हादसे में बस में सवार 15 यात्रियों को चोटें आई है। इनमें से 5 घायलों को नागरिक अस्पताल बल्द्वाड़ा ले जाया गया है, जबकि अन्य घायलों को मौके पर ही 108 एंबुलेंस के माध्यम से प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया। स्थानीय लोगों की मदद से यात्रियों को निकाला बाहर स्थानीय लोगों ने बताया कि कुल्लू से कांगड़ा की ओर जा रही यह बस भोलूघाट मोड़ के पास अचानक अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई। बस के पलटते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस थाना हटली से थाना प्रभारी बृजलाल शर्मा अपनी टीम सहित मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू करवाया। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला और घायलों को इलाज के लिए तुरंत एंबुलैंस के जरिए अस्पताल भेजा। फिलहाल पुलिस हादसे के कारणों का पता लगाने में जुट गई। वहीं मार्ग को बहाल करने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है, ताकि यातायात प्रभावित न हो।
रविवार को विकास खंड द्रंग की ग्राम पंचायत कस के गांव कटवाली में बाबा लखदाता को समर्पित वार्षिक कुश्ती दंगल का भव्य आयोजन किया गया। दंगल में तीन सौ से अधिक पहलवानों ने अखाड़े में दमखम दिखाया। शानदार प्रदर्शन करते हुए होशियारपुर के बिल्लू पहलवान ने फाइनल मुकाबले में चंडीगढ़ के आशीष पहलवान को पटखनी देकर प्रतिष्ठित गुर्ज अपने नाम किया। आधे घंटे तक चले इस बेहद रोमांचक फाइनल मुकाबले में दोनों पहलवानों ने दमदार प्रदर्शन किया, लेकिन आखिर में बिल्लू ने बाजी मार ली। मेला समिति द्वारा विजेता बिल्लू को 18,000 रुपये नकद पुरस्कार और गुर्ज प्रदान कर सम्मानित किया गया, जबकि उपविजेता आशीष को 15,000 रुपये की नकद राशि भेंट की गई। आयोजन समिति ने बताया कि बाबा लखदाता पीर को समर्पित यह कुश्ती दंगल बीते चार-पांच वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है और हर वर्ष इसमें अधिक उत्साह व भागीदारी देखने को मिल रही है। भविष्य में इसे और भव्य रूप देने की योजना है। इस अवसर पर दंगल कमेटी सदस्य सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक मौजी राम राव, कश्मीर सिंह राव, बबलू राम, मेघ सिंह, सेवानिवृत्त खंड शिक्षा अधिकारी सुंदर लाल यादव, संतोष कुमार, ज्ञान चंद, उमेश यादव, मान सिंह, चरण सिंह, हुक्म सिंह और नंद लाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
करसोग, 26 अप्रैल (राज सोनी): उपमंडल करसोग की ग्राम पंचायत खड़कन के तहत दृष्टि गांव में शुक्रवार को उस समय सनसनी फैल गई जब गांव के पास बहने वाली बिमला खड्ड में दो युवकों के शव संदिग्ध हालात में पाए गए। दोनों युवकों की मौत किस कारण से हुई, इसका फिलहाल कोई स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।स्थानीय लोगों के अनुसार, शुक्रवार दोपहर दोनों युवक खाना खाने के बाद किसी कार्य से घर से निकले थे। कुछ ही दूरी पर बिमला खड्ड में दोनों को अचेत अवस्था में देखा गया। तुरंत स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें नागरिक चिकित्सालय करसोग पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों की पहचान भगत राम (43) पुत्र बंगालु राम और संजय (26) पुत्र गुलाब सिंह, दोनों निवासी गांव दृष्टि, डाकघर भंथल, तहसील करसोग के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि भगत राम ड्राइवरी का काम करता था जबकि संजय मजदूरी करता था। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दोनों शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मौत के असली कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। डीएसपी करसोग गौरवजीत सिंह ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की गहनता से जांच कर रही है
धर्मपुर, 26 अप्रैल (डिंपल शर्मा): धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत लौंगनी के हुक्कल गांव निवासी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) में तैनात 34 वर्षीय जवान बंटी कुमार, पुत्र पवन कुमार, का शुक्रवार सुबह दिल्ली में हृदय गति रुकने से आकस्मिक निधन हो गया। वह बीते सोमवार को ही घर से छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर दिल्ली लौटे थे। बंटी कुमार 13 वर्ष पहले सीआईएसएफ में भर्ती हुए थे। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार रात को उनके पैतृक गांव हुक्कल पहुंचा, जहां शनिवार सुबह शिवद्वाला स्थित श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल तथा हिमाचल प्रदेश पुलिस की टुकड़ियों ने उन्हें सलामी दी। इस दौरान उनके 7 वर्षीय बेटे अर्पण ने उन्हें मुखाग्नि दी। बंटी कुमार अपने पीछे पत्नी, 7 वर्षीय पुत्र, डेढ़ वर्षीय मासूम बेटी, माता तथा पिता को छोड़ गए हैं। उनके पिता पवन कुमार वर्तमान में असम राइफल्स में सेवारत हैं। जवान की अंतिम विदाई में गांववासियों सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। इस दुखद अवसर पर भाजपा के युवा नेता एवं पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रजत ठाकुर, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जोगिंदर धलारिया, लौंगनी पंचायत के पूर्व प्रधान देशराज पालसरा, उप प्रधान पृथ्वी सिंह और राजकुमार चौहान ने भी शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। उनके असमय निधन से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और माहौल गमगीन बना हुआ है।
डिंपल शर्मा/धर्मपुर (मंडी), 26 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 28 हिंदुओं की निर्मम हत्या के विरोध में आज धर्मपुर बाजार में क्षेत्र के जागरूक नागरिकों और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने तहसीलदार धर्मपुर रमेश कुमार के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को एक ज्ञापन प्रेषित किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर में हिंदू समुदाय पर हो रहे लगातार अत्याचारों और लक्षित हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। ज्ञापन में कहा गया है कि कश्मीरी हिंदू समुदाय दशकों से कट्टरपंथी ताकतों का निशाना बना हुआ है। उन्हें न केवल धमकियां दी जा रही हैं, बल्कि उनकी जान और संपत्ति भी खतरे में है। 1990 के दशक में हुए नरसंहार और पलायन की त्रासदी आज भी हिंदू समाज के मन में ताजा है। नागरिकों ने हाल के वर्षों में हुई लक्षित हत्याओं और सांप्रदायिक हमलों का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन से अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा और पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। प्रतिनिधियों ने जोर देकर कहा कि हिंदू समुदाय को अपने ही देश में डर के साए में जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो लोकतंत्र और मानवाधिकारों के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध है। उन्होंने राष्ट्रपति से तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया और यह सुनिश्चित करने की मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ितों को न्याय मिले। इस अवसर पर क्षेत्र के कई सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी और नागरिक समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और उन्होंने पीड़ित समुदाय के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।
मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के गोहर में शनिवार का दिन खुशियों की जगह गहरे शोक में बदल गया। उपमंडल तरौर गांव से सराज क्षेत्र के भाटकीधार गई एक बारात लौटते समय पंडोह डैम के पास दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई। इस दुर्घटना में दूल्हे शेर सिंह के बड़े भाई, भाभी, मासूम भतीजी और नेपाल मूल की एक महिला की जान चली गई। यह दुखद घटना शनिवार दोपहर बाद हुई। दूल्हे शेर सिंह की बारात दुल्हन को लेकर वापस आ रही थी। दूल्हे के बड़े भाई दूनी चंद (40), उनकी पत्नी कांता देवी (35), उनकी 11 महीने की बेटी किंजल और नेपाल निवासी मीना देवी (32) एक कार में सवार होकर पहले ही घर के लिए रवाना हो गए थे। बताया जा रहा है कि दूनी चंद बारात के स्वागत की तैयारियों में मदद करने के लिए जल्दी निकल गए थे। लेकिन पंडोह-बाखली सड़क पर उनकी कार अनियंत्रित होकर लगभग 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय लोग तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस और प्रशासन की टीमें भी मौके पर पहुंचीं। कार डैम के पास खुले क्षेत्र में गिरी थी, जिससे वह पानी में नहीं गई, लेकिन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी। शवों को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी और उन्हें किश्ती की मदद से सड़क तक लाया गया। इसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए जोनल अस्पताल मंडी भेजा गया। इस हादसे में मरने वालों की पहचान दूनी चंद (40), उनकी पत्नी कांता देवी (35), उनकी बेटी किंजल (11 माह), नेपाल निवासी मीना देवी (32) और दाहलु राम (निवासी गांव नौण) के रूप में हुई है। थाना सदर के प्रभारी देश राम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। रविवार को तरौर के नगालनी नाला श्मशान घाट पर दूनी चंद, कांता देवी, किंजल और मीना देवी का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस भावुक पल में दूल्हे शेर सिंह ने स्वयं अपने परिजनों को मुखाग्नि दी, जिससे वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। जिस घर में कुछ घंटे पहले शादी की खुशियां मनाई जा रही थीं, वहां मातम पसर गया और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
हिमाचल प्रदेश में नशे का जाल लगातार फैलता जा रहा है और इसके ताजा उदाहरण के तौर पर मंडी जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक अपने सैलून की आड़ में चिट्टे का कारोबार करता पाया गया। मामला केवल अवैध नशे तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें परिवारिक भरोसे के टूटने की एक मार्मिक कहानी भी छुपी है। मंडी शहर के दरम्याना मोहल्ला निवासी जतिन को पुलिस ने 17 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, जतिन अपने सैलून से नशे का सौदा करता था। उसका पिता गंभीर रूप से बीमार है और डायलिसिस पर है, बावजूद इसके उसने बेटे के लिए सैलून खुलवाया था। यह सोचकर कि बेटा कुछ अच्छा करेगा, लेकिन जतिन ने उस भरोसे को चिट्टे के धंधे से तोड़ दिया। इसी तरह बलोह गांव निवासी हेमंत उर्फ अन्नू को भी पुलिस ने उसके घर से 27 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों मामलों में पुलिस को पहले से ही इन युवकों की गतिविधियों पर शक था और सूचना के आधार पर छापेमारी की गई। इसके अलावा औट थाना क्षेत्र में एक अन्य युवक को चरस के साथ गिरफ्तार किया गया है। तीनों मामलों की पुष्टि एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने की है और बताया कि नशे के खिलाफ लगातार अभियान जारी है
धर्मपुर/ डिंपल शर्मा, 20 अप्रैल 2025: बीते 10 अप्रैल 2025 को सिद्धपुर स्थित जालपा माता मंदिर में हुई चोरी की घटना के संबंध में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। मंदिर के मुख्य द्वार और अन्य दरवाजों के ताले तोड़कर माता की मूर्ति से दो चांदी के मुकुट, एक चांदी का छत्र और मंदिर के अन्य कमरों से तोड़फोड़ कर कुछ सिक्के व लगभग ₹500-600 की नकदी चोरी कर ली गई थी। इस संबंध में थाना धर्मपुर में FIR संख्या 49/2025, भारतीय न्याय संहिता की धारा 331(4) व 305 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस उप अधीक्षक धर्मपुर श्री संजीव सूद के दिशा-निर्देशन में गठित विशेष जांच टीमों ने गहन जांच शुरू की। ASI विकास शर्मा, अन्वेषणाधिकारी थाना धर्मपुर जिला मण्ड़ी ने घटनास्थल की बारीकी से निरीक्षण किया और CCTV फुटेज, तकनीकी डंप डेटा तथा अन्य स्रोतों से महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई।पुलिस की तत्परता और गहन जांच के परिणामस्वरूप, आज दिनांक 19 अप्रैल 2025 को आरोपी राज कुमार पुत्र किशन कुमार, उम्र 40 वर्ष, मूल निवासी लुधियाना (पंजाब) और हाल निवासी मतकेहड़, डा0 द्राहल, तहसील जोगिंद्रनगर, जिला मंडी (हि.प्र.) को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और चोरी गए सामान की बरामदगी के लिए कार्यवाही जारी है।
अवैध कटान के मामले में जांच करने धर्मपुर पहुंची केंद्रीय टीम, वन विभाग के अधिकारियों से भी की पूछताछ
धर्मपुर में कथित अवैध कटान के मामले की जांच के लिए बुधवार को पहुंची तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम धर्मपुर पहुंची । टीम ने मौके पर गहन पड़ताल की। टीम ने न केवल वन विभाग के अधिकारियों से विस्तृत पूछताछ की, बल्कि वहां डंप की गई लकड़ी की नाप-जोख भी की। केंद्रीय टीम, जिसमें डीडीजी चेन्नई जार्ज, डीसीएफ देहरादून सुशांत और एक अन्य अधिकारी शामिल थे, को सीएफ मृत्युंजय और डीएफओ कमल भारती ने पूरे मामले की जानकारी दी। जांच के दौरान टीम के सदस्यों ने वन विभाग के अधिकारियों से यह स्पष्ट रूप से पूछा कि यहां एकत्रित की गई लकड़ी के संबंध में क्या विभागीय अनुमति प्राप्त की गई थी। इस पर वन विभाग के अधिकारियों ने टीम को बताया कि यह लकड़ी स्थानीय लोगों की निजी भूमि से काटी गई है और इसके लिए विधिवत परमिट जारी किए गए थे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्रतिबंधित प्रजातियों की लकड़ी को पहचान कर अलग कर दिया गया है। जांच टीम ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे मौके पर एकत्रित किए गए सभी तथ्यों के आधार पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगे। इस मामले के शिकायतकर्ता सुरेंद्र ठाकुर ने टीम के समक्ष कई महत्वपूर्ण तथ्य रखे और यह भी कहा कि उनके पास कुछ और महत्वपूर्ण सुराग हैं, जिन्हें वे जल्द ही टीम को सौंप देंगे। टीम ने उनसे अनुरोध किया कि वे सभी संबंधित दस्तावेज यथाशीघ्र उपलब्ध कराएं। मीडिया ने जब इस संबंध में केंद्रीय टीम से प्रतिक्रिया जानने का प्रयास किया, तो टीम के सदस्यों ने किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने केवल इतना कहा कि जांच रिपोर्ट तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी। इस मामले में पहले स्थानीय स्तर पर भी जांच हुई थी, जिसके बाद कुछ अनियमितताएं सामने आई थीं। शिकायतकर्ता सुरेंद्र ठाकुर ने वन विभाग के कुछ अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया था और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। इसी मांग के चलते केंद्रीय टीम को जांच के लिए भेजा गया है। अब सभी की निगाहें केंद्रीय टीम की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे इस मामले में आगे की कार्रवाई तय होगी।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में उस समय दहशत फैल गई जब डीसी कार्यालय और कोर्ट परिसर को बम से उड़ाने की धमकी मिली। प्रशासन को एक ईमेल प्राप्त हुई जिसमें बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। धमकी मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं और एहतियात के तौर पर डीसी कार्यालय और कोर्ट परिसर को तुरंत खाली करा लिया गया। पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे क्षेत्र की गहन तलाशी ली। हालांकि, अभी तक किसी भी संदिग्ध वस्तु की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जांच अभी भी जारी है। पुलिस प्रशासन ने एक मामला दर्ज कर लिया है और ईमेल भेजने वाले की पहचान और ठिकाने का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। जिले में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और सभी संवेदनशील स्थानों पर निगरानी बढ़ा दी गई है।
रिवालसर में वार्ड -3 में हुए एक सड़क हादसे में एक स्कूटी सवार की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान धर्म दास उम्र 58 गांव डोह, तहसील बल्ह जिला मंडी के रूप हुई है। हादसा शनिवार सायं 6बजे के करीब हुआ है। जानकारी के अनुसार धर्मदास स्कूटी पर सवार होकर रिवालसर बाजार से देहरी गल्लू की तरफ जा रहा था कि रिवालसर बाजार स्थित वार्ड -3 के पास उसकी स्कूटी अचानक स्किड हो गई और घायल व्यक्ति घसीटता हुआ धर्मपुर से मंडी जा रही एचआरटीसी बस के पिछले टायर की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की वजह दिन भर बारिश से सड़क पर हुई फिसलन बताया जा रहा। वंही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएसपी हैडक्वाटर मंडी दिनेश कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस हादसे के कारणों को लेकर जांच में जुट गई है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में रविवार को सुबह 9:18 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र सुंदरनगर के जैदेवी क्षेत्र में स्थित था। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई। भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से लगभग 7 किलोमीटर नीचे था। भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और स्थिति को लेकर आशंकित रहे। भूकंप के झटकों के कारण किसी भी प्रकार के जनहानि या संपत्ति का नुक्सान होने की कोई सूचना नहीं है। स्थानीय प्रशासन ने इलाके में स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों को सुनिश्चित किया।
करसोग: करसोग उपमंडल के बखरौट में सोमवार दोपहर करीब 12 बजे एक हृदयविदारक सड़क दुर्घटना हुई। इस हादसे में एक मोटरसाइकिल और पशुपालन विभाग की एंबुलेंस की टक्कर हो गई, जिसमें मोटरसाइकिल सवार एक युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। जानकारी के अनुसार, मोटरसाइकिल (HP30-6760) जब करसोग की ओर आ रही थी, तो बखरौट के पास पशुपालन विभाग की एक एंबुलेंस से उसकी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मोटरसाइकिल घिसटती हुई दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों, गुलशन कुमार (पुत्र सुरजीत सिंह, निवासी गांव माहोग, डाकघर बखरोट, आयु लगभग 17 वर्ष) और रोहन (पुत्र केवल, निवासी गांव छनोग, डाकघर ठंड़ापानी, आयु लगभग 21 वर्ष) को स्थानीय लोगों ने तुरंत उपचार के लिए नागरिक चिकित्सालय करसोग पहुंचाया। नागरिक चिकित्सालय में उपचार के दौरान मोटरसाइकिल चला रहे युवक गुलशन कुमार ने दम तोड़ दिया, जिससे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं, दूसरे युवक रोहन की गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसे आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया है। डीएसपी करसोग गौरव जीत सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस दुर्घटना के कारणों की गहनता से छानबीन कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन की ओर से मृतक के परिवार को तत्काल राहत के रूप में 25 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई है। इस दुखद घटना से मृतक के परिवार और पूरे क्षेत्र में मातम छाया हुआ है।
सरकाघाट/ डिंपल शर्मा: नशे के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत सरकाघाट पुलिस ने एक युवक को 3 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी युवक की पहचान अमनदीप ठाकुर (पुत्र प्रकाश चंद), निवासी गांव थाती, डाकघर कोट, तहसील धर्मपुर, जिला मंडी, हिमाचल प्रदेश, उम्र 20 वर्ष के रूप में की है। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने नशे की तस्करी के खिलाफ विशेष जांच अभियान के तहत यह कार्रवाई की। आरोपी युवक को नशे की सामग्री के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया है और उसके खिलाफ संबंधित धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है।पुलिस ने बताया कि नशे की तस्करी के खिलाफ यह अभियान लगातार चलाया जाएगा ताकि नशे के इस घातक खतरे से समाज को बचाया जा सके।
जोगिन्दर नगर/क्रांति सूद: मंगलवार को राज्य स्तरीय ऐतिहासिक छिंज मेला की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में मुख्यातिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शिरकत की। हिमाचल प्रदेश योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) भवानी सिंह पठानिया, पालमपुर के विधायक, आशीष बुटेल, हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष, अजय वर्मा विशिष्ट अतिथि के रुप में शामिल हुए। आयुष युवा सेवायें एवं खेल मंत्री श्री यादविंदर गोमा भी विशेष रूप में उपस्थित रहे। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने उत्सवों और मेलों में आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्याओं में एक संध्या पूर्ण रूप में हिमाचल के लोक कलाकारों और कुल ख़र्च का 33 प्रतिशत प्रदेश के कलाकारों और स्थानीय प्रतिभाओं पर खर्च किया जायेगा। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य स्तरीय ऐतिहासिक छिंज मेले सल्याणा के शानदार 200 वर्ष पूर्ण होने और आयोजकों द्वारा सफलतापूर्वक आयोजन के लिये बधाई दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सैंकड़ों वर्षों से मेलों और उत्सवों का आयोजन बड़ी धूमधाम से होता है। उन्होंने कहा कि ऐसे उत्सवों के महत्व को देखते हुए सरकार भी पूर्ण सहयोग दे रही है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ऐतिहासिक छिंज मेले के अखाड़े के लिये 50 लाख रुपये दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि जयसिंहपुर विधान सभा क्षेत्र में जल शक्ति विभाग पेयजल पर 258 करोड़ रुपये व्यय कर रहा है। उन्होंने कहा कि 12 पंचायतों को पेयजल उपलब्ध करवाने के 32 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं और एक वर्ष में यह योजना पूर्ण हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जयसिंहपुर विधान सभा क्षेत्र में दो विश्राम गृह निर्माण निर्माण पर 5 करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे। उन्होंने जयसिंहपुर के चंगर क्षेत्र के लिये 23 करोड़ से ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की बात कही। उन्होंने विभाग को लाहट कोटलु पेयजल योजना के सुधार के लिए डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिये। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में चिट्टा का नशा चुनोती है और सरकार इसे जड़ से उखाड़ फेंकने के गम्भीर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस धंधे में लिप्त लोगों के लिये फांसी और उम्रकैद तक का प्रबंधन किया गया है। उन्होंने कहा कि इसमे दो दर्जन सरकारी कर्मचारियों की संलिप्तता पाई गई है और ऐसे लोगों को नौकरी से बर्खास्त किया जायेगा। उन्होंने कहा कि चिट्टे के व्यापारियों की प्रॉपर्टी जब्त कर आशियानों पर बुलडोज़र चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि 3 हजार लोग जेलों में बंद हैं और 12 करोड़ की समाप्ति जब्त की गई है। इस अवसर पर जसवंत डढवाल, स्थानीय ग्राम पंचायत राजेश्वरी व्यास, प्रधान नवज्योति, सुरेश ठाकुर एडीसी विनय कुमार, मेला समिति के सरकारी तथा गैर सरकारी सदस्य से उपस्थित है।
दयाराम ठाकुर को एक बार फिर शिक्षकों के अपार समर्थन के साथ राजकीय सी एंड वी अध्यापक संघ, जिला मंडी का अध्यक्ष चुना गया है। यह चुनाव राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या मंडी में संपन्न हुआ, जिसमें जिले के 21 शिक्षा खंडों से 180 से अधिक अध्यापकों ने भाग लिया। चुनाव की अध्यक्षता चमन लाल शर्मा ने की, जबकि सुरेंद्र कुमार, ओम प्रकाश ठाकुर और रवि शर्मा को चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया। संघ की नई टीम में दयाराम ठाकुर अध्यक्ष, नंदलाल चौधरी महासचिव, पूर्ण चंद चौधरी वित्त सचिव, भूप सिंह और हेमराज वरिष्ठ उप प्रधान, और दीक्षा महिला विंग अध्यक्ष के रूप में चुनी गईं। दयाराम ठाकुर ने अपने संकल्प में कहा कि शिक्षकों की समस्याओं को हल करना और उनके अधिकारों की रक्षा करना मेरी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि संघ जल्द ही उप शिक्षा निदेशक (प्रारंभिक) से मुलाकात करेगा, ताकि शिक्षकों की लंबित समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की जा सके। ठाकुर ने शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि उनकी सभी लंबित समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा। इसके अलावा, संघ ने माध्यमिक स्कूलों में कला एवं शिल्प शिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों के पदों को यथावत रखने की मांग की है, जिसे मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के समक्ष प्रमुखता से उठाया जाएगा। ठाकुर ने कहा कि किसी भी विद्यालय से इन पदों को समाप्त नहीं किया जाना चाहिए, ताकि शिक्षकों के हितों की रक्षा की जा सके। संघ की प्राथमिकताओं में शिक्षकों के वेतन और भत्तों का शीघ्र निपटारा, शिक्षकों की नियमितीकरण प्रक्रिया को बढ़ावा देना, और उनके अधिकारों की रक्षा करना शामिल है। शिक्षक समुदाय को अब उम्मीद है कि दयाराम ठाकुर के नेतृत्व में उनकी मांगों को प्राथमिकता मिलेगी और उनके हितों की पूरी तरह से रक्षा होगी। ठाकुर ने यह भी कहा कि संघ शिक्षकों की हर समस्या के समाधान के लिए हमेशा तत्पर रहेगा, जिससे शिक्षकों के बीच एक नई आशा और विश्वास का संचार हुआ है।
अभिलाषी विश्वविद्यालय में नशा उन्मूलन को लेकर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मंडी की पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने मुख्यातिथि के तौर उपस्थित रही। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के बढ़ते प्रभाव और उससे होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना था। एसपी साक्षी वर्मा ने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे नशे से दूर रहकर एक सकारात्मक और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। एसपी ने कहा की आज की युवा पीढ़ी को नशे से बचाने के लिए हमें मिलकर प्रयास करने होंगे। नशे की लत से बचने के लिए आत्म-संयम और जागरूकता सबसे जरूरी है।" इस कार्यक्रम के दौरान अभिलाषी विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. एच. के. चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि अब तक विश्वविद्यालय परिसर में नशे से जुड़ी कोई भी घटना नहीं हुई है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में भी संस्थान की स्वच्छ और अनुशासित वातावरण की परंपरा बनी रहेगी। वही एसपी ने नशे से जुड़ी कानूनी धाराओं और पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नशा विरोधी अभियानों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि यदि वे अपने आसपास किसी भी प्रकार की नशे की गतिविधि देखें, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। वहीं कुलपति प्रो. एच के चौधरी ने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा कि छात्रों को एक सकारात्मक और स्वस्थ वातावरण मिले, जिससे वे अपने जीवन में सफल हो सकें। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को नशा मुक्त समाज के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया।
मंडी जिले के नेरचौक में बस में सफर कर रही एक महिला के पर्स से 35 हजार रुपए चोरी करने की कोशिश की गई। घटना में शामिल प्रवासी महिलाओं का गिरोह नंगल का बताया जा रहा है। चोरी की यह वारदात बस में लगे भीड़ का फायदा उठाकर अंजाम दी गई, लेकिन महिला की सतर्कता के चलते चोरों का खेल ज्यादा देर नहीं चला। जानकारी के अनुसार, पीपली की महिला वनिता देवी नेरचौक जाने के लिए बस में सवार हुई थी। महिला की गोद में बच्चा भी था और कुछ प्रवासी महिलाएं भी उसी बस में चढ़ी थीं। भीड़ का फायदा उठाकर इन महिलाओं ने वनिता के पर्स से पैसे चुराने की कोशिश की, लेकिन वनिता को इसका एहसास होते ही उसने एक महिला का हाथ पकड़ लिया और उसे बस से नीचे उतार दिया। चोर महिला ने पैसे वापस कर दिए और कहा कि लो, अपने पैसे ले लो, शोर मत मचाओ। वनिता देवी ने बताया कि वह अपनी बीमार बहू के इलाज के लिए 35 हजार रुपए लेकर जा रही थी। हालांकि, यह महिलाएं बस में कब चढ़ीं, उन्हें नहीं पता। फिर भी, इस पूरी घटना के बावजूद पुलिस ने आरोपी महिलाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि वायरल वीडियो में महिलाएं खुद चोरी की बात मान रही हैं!
करसोेग में अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में मनाये जाने वाले सात दिवसीय जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के आयोजन को लेकर एसडीएम करसोग गौरव महाजन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया। इस मौके पर एसडीएम ने कहा कि देवों के देव ममलेश्वर महादेव के आर्शीवाद व उनके निर्देशानुसार ही मेले का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर एसडीएम गौरव महाजन ने कहा कि नलवाड़ मेला एक पौराणिक व प्राचीन मेला है। इस वर्ष मेले को वर्तमान परिस्थितियों और युवा पीढ़ी की आवश्यकताओं को मध्यनजर रखते हुए आधुनिक समयानुसार आयोजित किया जाएगा। उन्होंने नलवाड़ मेले के सफल आयोजन को लेकर विभिन्न विभागों को दिशा निर्देश जारी कर मेले से संबंधित सभी तैयारियां समय रहते पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी के आपसी सहयोग से ही मेले को एक भव्य व आकर्षक रूप प्रदान किया जा सकता है। जिसके लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे। एसडीएम ने कहा कि मेले के दौरान विभिन्न खेल गतिविधियां, विभिन्न विभागों की प्रदर्शनियां भी लगाई जाएगी, जिनमें युवाओं व आमजन को विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की जानकारी प्रदान की जाएगी। मेले में स्वास्थ विभाग की ओर से हेल्थ कैंप का भी आयोजन किया जाएगा। कैंप में स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ विभिन्न बीमारियों से संबंधित बचाव, नशे से बचाव की जानकारी प्रदान करने के अतिरिक्त आपातकालीन स्थिति में किसी की जान बचाने के लिए सीपीआर देने से संबंधति लाइव डेमोस्ट्रेशन भी दिया जाएगा ताकि आमजन व युवाओं को आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार किया जा सके। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान लोगों के मनोरंजन के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएगे, ताकि मेले के माध्यम से लोगों का स्वस्थ मनोरंजन भी हो सके। उन्होंने कहा कि मेले को आकर्षक बनाने के लिए मेले के दौरान अनेक गतिविधियां आयोजित की जाएगी। जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के सफल आयोजन के लिए तहसीलदार डाॅ. वरूण गुलाटी को मेला अधिकारी लगाया गया है। बैठक में तहसीलदार डाॅ. वरूण गुलाटी, ममेल पंचायत प्रधान नारायण सिंह, भडारणू पंचायत के प्रधान दलीप सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
मंडी में गत दिनों ढाबा मालिक पर देसी कट्टे से गोली चलाने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों का नाम आजम और अजमल है, दोनों भाई हैं और मुजफ्फरनगर के निवासी हैं। आजम की उम्र करीब 20 साल और अजमल की उम्र लगभग 24 साल है। पुलिस ने हमले में इस्तेमाल किया गया कट्टा पिस्टल और उनके कमरे से कारतूस भी बरामद किए हैं। यह दोनों आरोपी नेरचौक के ढांगू में एक किराए के कमरे में अपने छोटे भाई के साथ रहते थे। सभी तीनों भाई मिस्त्री हैं और एल्यूमिनियम के दरवाजे-खिड़कियां लगाने का काम करते हैं। हमले के दौरान जिन मोटरसाइकिल पर वे आए थे, वह भी पुलिस को मिल गई है। पुलिस अधीक्षक मंडी साक्षी वर्मा ने इस मामले की पुष्टि की है। गौरतलब है कि यह हमला गत शुक्रवार रात पुलघराट में हुआ था, जब दो बाइक सवारों ने ढाबे पर आकर ढाबा संचालक पर गोली चला दी थी। इसके बाद आरोपी शातिर तरीके से अपनी बाइक पर सवार होकर सुंदरनगर की दिशा में भाग गए थे। पुलिस ने बाइक और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। मामले की जांच के लिए एएसपी एलआर सचिन हीरेमठ की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है और आरोपियों के खिलाफ सदर पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया है।
मंडी,(21 मार्च 2025): हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के पुलघराट में बीती शुक्रवार रात एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। अज्ञात बाइक सवार युवकों ने एक ढाबा संचालक पर गोली चला दी और लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया। इस हमले में ढाबा संचालक बाल-बाल बच गया, जब गोली उसके गाल को छूती हुई निकल गई। बताया जा रहा है कि घायल संचालक को इलाज के लिए नेरचौक मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात को पुलघराट स्थित ढाबे पर कुछ बाइक सवार युवक खाना पैक करवाने के बहाने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ढाबा संचालक से नकदी छीन ली और वहां रखी एलईडी भी अपने साथ ले गए। जब संचालक ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने उस पर फायरिंग कर दी। गनीमत रही कि गोली जानलेवा साबित नहीं हुई और संचालक की जान बच गई। मंडी की पुलिस अधीक्षक (एसपी) साक्षी वर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस बाइक का नंबर ट्रेस करने में जुटी है और आरोपियों की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है। जयराम ठाकुर ने की ढाबा संचालक से फ़ोन पर बात नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घायल ढाबा संचालक से फोन पर बात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए सरकार से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक हृदयविदारक घटना पेश आई है। जहाँ एक नाबालिगलड़की ने विक्टोरिया ब्रिज से ब्यास नदी में छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। यह दुखद घटना रात लगभग दो बजे हुई। जानकारी के अनुसार, पिता द्वारा मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग पर डांटे जाने से लड़की ने यह कदम उठाया। जानकारी के अनुसार लड़की गोहर उपमंडल की रहने वाली थी व नॉन मेडिकल स्ट्रीम की विद्यार्थी थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जांच शुरू की और एनडीआरएफ की टीम ने अ घटनास्थल से लगभग ढाई किलोमीटर दूर छात्रा के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
धर्मपुर(मंडी)/ डिंपल: धर्मपुर में नलवाड़ व देवता मेला का आयोजन 04 अप्रैल से 09 अप्रैल तक किया जाएगा। मेला के सफल आयोजन हेतू में शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय धर्मपुर में विधायक चन्द्रशेखर की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में इस मेले के सफल आयोजन हेतु विभिन्न उप समितियां गठित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मेले के दौरान मैराथन दौड़, वाॅलीबाल, कबड्डी, कुश्ती, बेबी-शो, डॉग-शो, रक्तदान शिविर, रस्सा-कसी, रंगोली व मेहन्दी जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस मेले के दौरान पांच सांस्कृतिक संध्याएं भी आयोजित की जाएंगी। जिसमें स्थानीय कलाकारों के अतिरिक्त इंडियन आईडल फेम आदि कलाकारों को आमंत्रित किया जाएगा। मेले के दौरान प्रत्येक दिन महिला मण्डलों के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। 24 व 25 को सांस्कृतिक संध्याओं के ऑडीशन इस बैठक में सांस्कृतिक संध्याओं में भाग लेने के लिए कलाकारों के ऑडिशन हेतू दिन व समय भी निर्धारित किया गया। कलाकारों के ऑडिशन 24 व 25 मार्च, 2025 को होंगे। इस मेले के दौरान विभिन्न विभागों की विभागीय प्रर्दशनियां व स्वयं सहायता समूहों द्वारा अपने उत्पादों के स्टाल भी लगाए जाएंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सांस्कृतिक संध्याओं के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के आने जाने के लिए परिवहन सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इस मेले में क्षेत्र के विभिन्न देवी-देवताओं को आमंत्रित किए जाने का भी निर्णय लिया गया। इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय मंडी शिवरात्री मेले में इस बार भी प्राकृतिक एवं पारंपरिक उत्पादों का स्वाद बरकरार रहा। जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए रसायन मुक्त उत्पादों की बिक्री और प्रदर्शनी के लिए पड्डल मैदान में स्टॉल लगाए जो आकर्षण का मुख्य केंद्र बना। स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार पाइन नीडल प्रोडक्ट्स, पत्तल की प्लेटें, सीरा, बडी, आचार, चटनी, शहद, केचुआ खाद और गर्म वस्त्रों की खूब बिक्री हुई। प्रदेश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से मेले का लुत्फ उठाने पहुंचे लोगों ने जाइका वानिकी परियोजना के स्टॉल पर उपलब्ध उत्पादों की जमकर खरीददारी की। मेले के दौरान वन बल प्रमुख एवं परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी पहुंचे और स्वयं सहायता समूहों की मेहनतकश महिलाओं की खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वानिकी परियोजना से जुड़ी महिलाएं सशक्त और आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। जिससे उनकी आर्थिकी भी मजबूत हो रही हैं। इस अवसर पर परियोजना निदेशक श्रेष्ठा नन्द शर्मा, मुख्य अरण्य पाल वन वृत्त मंडी मृत्युंजय माधव, मुख्य अरण्य पाल कुल्लू संदीप शर्मा, वन मंडलाधिकारी सुकेत राकेश कटोच, वन मंडलाधिकारी मुख्यालय मंडी अमरीश शर्मा, वन मंडलाधिकारी जोगिंद्रनगर कमल भारती, वन मंडलाधिकारी मंडी वासु डोगर, एसीएफ सुकेत मुनीष रांगड़ा, सेवानिवृत हिमाचल प्रदेश वन सेवा अधिकारी वेद प्रकाश पठानिया समेत वन विभाग और वानिकी परियोजना के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। गुरुवार सुबह, एक युवक को पेट में तेज दर्द की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब चिकित्सकों ने उसका उपचार शुरू किया, तो उन्हें तुरंत सर्जरी की आवश्यकता महसूस हुई। तीन घंटे तक चली इस सर्जरी के दौरान, चिकित्सकों ने युवक के पेट से एक-एक कर फोर्क, चाकू, सूई, पेंसिल और अन्य 12 वस्तुएं निकालीं, जिससे सभी हैरान रह गए। यह घटना न केवल चिकित्सा जगत के लिए एक रहस्य बन गई, बल्कि इस युवक की जिंदगी के जज्बे को भी सामने लाई। पारिवारिक जानकारी के अनुसार, यह युवक मानसिक रोग से ग्रस्त है और पिछले कुछ वर्षों से अपने घर में ही रह रहा है। 27 वर्षीय युवक ने अपनी पढ़ाई के दौरान चंडीगढ़ में कोचिंग की थी, लेकिन मानसिक स्थिति बिगड़ने पर वह घर वापस आ गया था। गत बुधवार रात, अचानक उसे पेट में तेज दर्द हुआ, जिसके बाद उसे नेरचौक मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां, चिकित्सकों ने सर्जरी के दौरान उसके पेट से सामान निकाला। यह घटना सिजोफ्रेनिया जैसी मानसिक बीमारी से ग्रस्त लोगों की हालत को भी उजागर करती है, क्योंकि इस प्रकार के रोगी अक्सर बिना किसी नियंत्रण के कुछ भी निगल लेते हैं, और उनकी स्थिति का पता लगाने में महीनों या सालों का समय लग सकता है।
पिछले 24 घंटों से हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश और बर्फबारी ने हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मचाई है। बारिश के कारण कई नदियाँ उफान पर आ गईं हैं, वहीं भूस्खलन और बर्फबारी से प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं। शिमला, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और मंडी जैसे इलाकों में यातायात प्रभावित हुआ है, और प्रशासन ने इन क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है। भारी बारिश और बर्फबारी के चलते चंबा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में शैक्षिक संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है। वही मौसम विभाग ने आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है खासतौर पर, कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, और यहां आंधी-तूफान की भी चेतावनी दी गई है। सड़कें बंद और लैंडस्लाइड्स: नेशनल हाईवे 5, जो शिमला को किन्नौर से जोड़ता है, निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। इसके अलावा, होली-चंबा सड़क भी गरोला के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गई है। इस भूस्खलन में एक बस भी पलट गई, लेकिन गनीमत रही कि वह खाई में नहीं गिरी। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे और मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर भी जगह-जगह भूस्खलन हुआ है, जिससे यातायात बाधित हो गया है। कुल्लू में जलस्तर बढ़ा और लैंडस्लाइड: कुल्लू के गांधीनगर में नाले का जलस्तर बढ़ने से यातायात प्रभावित हुआ है। वहीं, सोलंग नाला में तीन फीट तक ताजा बर्फबारी हुई, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई है और यातायात बाधित हुआ है। कुल्लू जिले के बंजार तहसील में हॉस्पिटल के पास भी भूस्खलन हुआ, जिससे एक गाड़ी इसकी चपेट में आ गई। ऊहल नदी का उफान और शानन परियोजना: ऊहल नदी के जलस्तर के बढ़ने के कारण शानन परियोजना के बैराज गेट खोलने पड़े हैं। निचले इलाकों में रहने वालों को नदी किनारे सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पांवटा साहिब में लैंडस्लाइड के कारण NH-707 तीन घंटे से बंद है, जिससे यात्री परेशान हैं। प्रदेश सरकार ने भारी बारिश के मद्देनजर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। विशेष रूप से, भूस्खलन और बाढ़ जैसी परिस्थितियों से बचने के लिए प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और यात्रा में सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत मंडी जिले के पांच छात्रों को अभिलाषी विश्वविद्यालय, चैलचौक में निःशुल्क शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला है। यह योजना अनाथ और जरूरतमंद बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस योजना के तहत पांच छात्रों का संपूर्ण खर्चा जैसे कि ट्यूशन फीस, खाना, रहना व किताबें इत्यादि भी निःशुल्क रहेगा। वहीं इस संदर्भ में उपायुक्त मंडी द्वारा अभिलाषी शिक्षण समूह के चेयरमैन को आबंटन पत्र जारी किया गया है जिसके अंतर्गत निशांत ठाकुर बी.टेक (कंप्यूटर इंजीनियरिंग), पियूष बीबीए, युवराज बीसीए, कुंवर सिंह बीसीए, सुदेश कुमार बीए-बीएड विषय में निःशुल्क शिक्षा ग्रहण करेंगे। इसके अलावा, एक और छात्र करण पहले से ही इस योजना के तहत बी.टेक (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) में नामांकित है। अभिलाषी ग्रुप के चेयरमैन डॉ आर. के. अभिलाषी व सेक्रेटरी नरेंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलकर इस योजना को अपने ग्रुप में लागू करने हेतु पत्र सौंपा था। जिसके तहत उपायुक्त मंडी ने अभिलाषी विश्वविद्यालय प्रशासन से इन पांच छात्रों के प्रवेश की पुष्टि करने का अनुरोध किया है। इस योजना का उद्देश्य अनाथ एवं जरूरतमंद बच्चों को सशक्त बनाना और उनके उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करना है।मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना समाज के वंचित वर्गों को शिक्षा और उत्कृष्ट अवसर प्रदान करने की दिशा में एक सशक्त कदम साबित हो रही है। इस मौके पर अभिलाषी विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ आर. के. अभिलाषी, प्रो चांसलर डॉ एल.के.अभिलाषी, वाइस चांसलर प्रोफेसर एच. के. चौधरी, रजिस्ट्रार डॉ कपिल कपूर, जीनीयस एजुकेशन सोसाइटी की चेयरपर्सन डॉ नर्वदा अभिलाषी, अभिलाषी एजुकेशन सोसाइटी की वाइस चेयरपर्सन डॉ प्रोमिला अभिलाषी, सचिव नरेंद्र कुमार ने छात्रों को नामांकित करने हेतु मुख्यमंत्री व उपायुक्त मंडी का आभार व्यक्त किया है।
हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है, जिसके कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी तीन दिनों तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव रहेगा, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी रहेगी। खासतौर पर, कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, और यहां आंधी-तूफान की भी चेतावनी दी गई है। लाहौल स्पीति में पिछले दो दिनों से हो रही बर्फबारी ने इलाके की स्थिति को गंभीर बना दिया है। कई इलाकों में तीन फीट से भी अधिक बर्फबारी हो चुकी है, जिससे पूरा जिला बाकी दुनिया से कट चुका है। अटल टनल रोहतांग भी वाहनों के लिए बंद कर दी गई है। मौसम विभाग ने आज और कल के लिए भारी स्नोफॉल का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे और भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लाहौल स्पीति प्रशासन ने हिमस्खलन का अलर्ट जारी किया है। अधिक ढलान वाले इलाकों में बर्फ के पहाड़ गिरने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और बर्फबारी से संबंधित गतिविधियों से दूर रहें। सड़कें और बिजली आपूर्ति पर असर किन्नौर और लाहौल स्पीति में ताजा बर्फबारी के कारण 220 से अधिक सड़कों और 250 बिजली ट्रांसफार्मरों का संचालन ठप हो गया है। इससे क्षेत्र के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई है और यातायात प्रभावित हो रहा है। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है और लोगों को जरूरी सहायता पहुंचाने के लिए प्रयास कर रहा है। मौसम विभाग ने आम नागरिकों को घरों में सुरक्षित रहने और बर्फबारी से संबंधित गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी है। मौसम की स्थिति और बिगड़ सकती है, इसलिए लोगों से अपील की जाती है कि वे प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी सतर्कता बरतें।
करसोग/राज सोनी: लीना शर्मा का प्राकृतिक खेती के लिए मशहूर पांगना क्षेत्र का गांव पज्यानु जिला मंडी हिमाचल प्रदेश हर दिन एक नया इतिहास रच रहा है। लीना शर्मा ने अभी तक पिछले कई सालों से लगभग हजारों लोगों को प्राकृतिक विधि से खेती सिखाई वहीं महिला शक्ति करण के लिए लीना शर्मा का प्रयास रंग ला रहा है। इस फसल के लिए लीना शर्मा के संसाधन भंडार से विभिन्न स्थानों के लिए अभी तक एक सौ क्विंटल घन जीवमृत व दस हजार लीटर जीवामृत की डिमांड को पूरा करने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अभी तक चालीस क्विंटल घन जीवमृत व चार हजार लीटर जीवामृत सप्लाई कर चुकी है। फॉर्म लेडी आफ इंडिया तथा भारत की टॉप टेन फार्मर से मशहूर लीना शर्मा ने महिलाओं की आर्थिकी को मजबूत करने का प्रयास सफल हो रहा है। जहां महिलाएं सुबह उठकर गाय से दूध निकाल कर बेच रही हैं वहीं गाय के गोबर, गोमूत्र व खट्टी लस्सी भी लीना शर्मा के संसाधन भंडार में बेचने के लिए पज्यानु गांव ही नहीं आसपास के अन्य गांव जैसे थाच, पनयाडु, घाडी, कत्याना, फ़ेगल इत्यादि स्थानों से लाती हैं। जिसे लीना शर्मा उचित दामों पर खरीद रही हैं लाभार्थी महिला किसानों में मीरा देवी, पिंकी देवी, गोमती देवी, रूकमणि देवी, मीना देवी, शांता देवी, किरण,ममता देवी, तेजी देवी इत्यादि महिलाएं बहुत प्रसन्न है। इसके अलावा लीना शर्मा के संसाधन भंडार में प्राकृतिक घटकों को तैयार करने में महिलाएं प्रतिदिन के हिसाब से रोजगार प्राप्त कर रही हैं। यह घटक किसानों और बागवानों के लिए मंडी जिला के अनेक स्थानों को व शिमला जिला के बागवानों के लिए सप्लाई किया जा रहा है। लीना शर्मा का कहना है कि अब मुझे दिल्ली जैसे शहरों से बड़ी बड़ी कंपनियों से भी प्राकृतिक खेती से उगाए गए उत्पादों को खरीदने के लिए भी ऑफर आ रहे हैं और इस को लेकर खुद भी प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें कि प्राकृतिक खेती विधि से उगाए गए सेब व अन्य उत्पादों को अच्छा दाम मिल सके। लीना शर्मा का कहना है कि मैने यह कार्य बिना किसी सरकारी सहायता, न ही किसी एनजीओ की सहायता से अपने दम पर इतनी महिलाओं की आर्थिकी में सुधार ला रही हूं और मुझे ख़ुशी होती है कि जब ये महिलाएं प्रतिदिन दूध के साथ साथ गोबर, गोमूत्र, लस्सी को भी मेरे संसाधन भंडार में बेचकर अपनी आय को और ज्यादा बेहतर बना रही हैं नहीं तो उनके दूध के अलावा किसी भी चीज से आय नहीं होती थी और अब अपने उपयोग से अतिरिक्त के भी दाम मिल रहे है तथा समय समय पर ब्लॉक के आत्मा परियोजना के ए टी एम, बी टी एम व कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर से वैज्ञानिक लीना शर्मा के संसाधन भंडार में आते रहते है।
हिमाचल प्रदेश में राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सुक्खू सरकार द्वारा नायब तहसीलदारों, पटवारियों और कानूनगो को स्टेट कैडर में डालने की अधिसूचना जारी करने के बाद से संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी और कानूनगो महासंघ में नाराजगी है। इस निर्णय को लेकर महासंघ ने आगामी 25 और 27 फरवरी को सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला किया है, जिसका असर प्रदेशभर में लोगों के प्रमाण पत्र, रजिस्ट्रियां, लोन, और ई-केवाईसी प्रक्रियाओं पर पड़ेगा। इससे आम जनता को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। महासंघ ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने दो दिन के भीतर उचित निर्णय नहीं लिया, तो 28 फरवरी से वे अनिश्चितकालीन पेन डाउन स्ट्राइक शुरू कर देंगे। सुक्खू सरकार ने राज्य कैडर की अधिसूचना जारी कर नायब तहसीलदार, पटवारी और कानूनगो के प्रमोशन चैनल को प्रभावित कर दिया है, जिससे महासंघ के सदस्य परेशान हैं। राज्य में इन पदों पर कुल 3,342 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 488 पद खाली हैं। 2,828 पटवारी और कानूनगो 25 और 27 फरवरी को अवकाश पर जाएंगे, जिससे प्रशासनिक कार्यों में रुकावट आ सकती है। यह पहली बार नहीं है कि इन कर्मचारियों ने विरोध किया है। पिछले साल जुलाई में भी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था और 15 अगस्त को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ हुई बैठक के बाद ही उन्होंने काम पर लौटने का निर्णय लिया था। इसके बाद, महासंघ ने अपनी आठ मुख्य मांगों को बलवान कमेटी के सामने रखा था, जो अब सरकार के पास सिफारिश भेज चुकी है।
हिमाचल प्रदेश में आगामी 4 दिन मौसम खराब रहने का अनुमान, प्रदेश भर में अच्छी बारिश-बर्फबारी की उम्मीद
हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र 25 फरवरी की देर शाम से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान जताया है. प्रदेश भर में इसका असर 28 फरवरी तक देखने को मिलेगा. मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि 26 और 27 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश बर्फबारी होने के आसार हैं. वहीं अब तक प्रदेश में सर्दियां शुष्क रही हैं. पूरे सीजन के दौरान प्रदेश में सामान्य से लगभग 69 फ़ीसदी कब बारिश दर्ज की गई है. शिमला मौसम विज्ञान केंद्र में मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि. 25 फरवरी की देर शाम से हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसका असर 28 फरवरी तक प्रदेश भर में देखने को मिलेगा. वहीं पहली और दो मार्च को भी प्रदेश भर में मौसम खराब बना रहेगा. इस दौरान 26 और 27 फरवरी को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में अच्छी बारिश बर्फबारी होने की संभावना है. इसको लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है. साथ ही कुछ इलाकों में भारी बारिश की भी संभावना है. इसको देखते हुए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में इस बार सर्दियां शुष्क रही हैं. प्रदेश भर में पूरे सीजन के दौरान सामान्य से कम बारिश बर्फबारी दर्ज की गई. मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर में पूरे सीजन के दौरान सामान्य से 69 फ़ीसदी कम बारिश दर्ज की गई. जनवरी महीने में सामान्य 85 फ़ीसदी कम बारिश हुई. वहीं फरवरी महीने में अब तक सामान्य से 52 फ़ीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसके चलते पूरे सीजन के दौरान दिन के तापमान औसतन चार से पांच डिग्री ऊपर देखने को मिले. फिलहाल प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य चल रहे हैं मगर दिन के तापमान में उछाल देखा जा रहा है. हालांकि प्रदेश में मौसम बिगड़ने के बाद दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी. इसके चलते मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से 26 और 27 फरवरी को प्रदेश में कोल्ड डे का अलर्ट भी जारी किया गया है
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन्न राजकीय महाविद्यालय धर्मपुर में 18वाँ वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित
डिंपल /धर्मपुर(मंडी)21 फरवरी-डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन्न राजकीय महाविद्यालय धर्मपुर में शुक्रवार को 18वाँ वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। विधायक धर्मपुर चन्द्रशेखर ने बतौर मुख्यातिथि समारोह में शिरकत की तथा द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विधायक चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को अच्छे भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विद्यार्थियों की सफलता व शिक्षा के लिए माता-पिता व अध्यापकों के अथक प्रयास हैं। उन्होंने कहा की वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में आए विद्यार्थियों के माता-पिता के लिए अपने बच्चों को इनाम प्राप्त करते देखना अत्यन्त हर्ष का विषय है। विधायक चंद्रशेखर ने मेधावियों को सम्मानित किया तथा छात्रों को मानवीय मूल्यों को समझने, लक्ष्य निर्धारण, भविष्य में पर्यावरण की चुनौतियों से लड़ने, नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। विधायक ने सत्र 2024-25 में महाविद्यालय में अकादमिक एवं सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। इसके अलावा राजभाषा हिंदी पखवाड़ा गेयटी थियेटर शिमला में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को भी पुरस्कृत किया गया। उन्होंने एड्स दिवस के कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों, एनसीसी, एनएसएस, इको क्लब, रोड सेफ्टी क्लब, यूथ रेड क्रॉस, रेड रिबन क्लब में शामिल विद्यार्थियों तथा खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को भी पुरस्कृत किया। उन्होंने अंतर महाविद्यालय वॉलीबॉल प्रतियोगिता में भाग लेने वाली छात्राओं को भी पुरस्कृत किया। विधायक ने महाविद्यालय के स्टाफ द्वारा क्षेत्रीय स्कूलों को गोद लेने पर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में जल्द ही हिन्दी व इतिहास स्नातकोतर शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के मैदान के सौंदर्यीकरण का बाकी बचा हुआ कार्य भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर प्रकाश डाला तथा पर्यावरण में हो रहे बदलाव को लेकर भी चिंता जताई एवं पर्यावरण के सरंक्षण हेतू सभी को अपना योगदान देने का आग्रह किया। इससे पूर्व महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ रमेश चंद धलारिया ने विधायक का कार्यक्रम में उपस्थित होने पर आभार व्यक्त किया तथा वार्षिक पारितोषिक प्रतिवेदन मुख्य अतिथि के सामने प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
** चम्बा कांगड़ा कुल्लू मंडी में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका हिमाचल में आज देर रात से मौसम करवट बदलने वाला है। मौसम विभाग ने आज देर रात से कई हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।इस दौरान खास कर चम्बा कांगड़ा कुल्लू मंडी में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका जताई है। इसके साथ ही शिमला में बारिश जबकि कुफरी नारकंडा ओर ऊपरी क्षेत्रो में बर्फबारी हो सकती है। 20 फरवरी को किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में आंधी व तूफान चलने का भी अलर्ट जारी किया गया है। 21 से 23 फरवरी तक अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही मौसम खराब रहेगा। इससे लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा जिला की अधिक ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ हो जाएगा। मौसम विभाग के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान मौसम साफ बना रहा है लेकिन आज डेरा से प्रदेश में पश्चिमी विकशॉप सक्रिय हो रहा है जिसके चलते देर रात से प्रदेश के चार जिलों में कांगड़ा मंडी कुल्लू चंबा में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी मौसम खराब बना रहेगा। उन्होंने कहा कि पश्चिमी विकशॉप का असर 21 फरवरी की सुबह तक रहेगा इसके बाद मौसम साफ रहेगा। बीते दिनों मौसम साफ रहने से तापमान में उछाल आया है लेकिन बारिश और बराबरी होने से तापमान में भारी गिरावट आने की भी आशंका है। प्रदेश में इस बार सर्दियों में भी सूखे जैसे हालात बने हुए है। शिमला सहित कई हिस्सों में बर्फबारी बारिश काफी कम हुई हुई है। इस विंटर सीजन एक जनवरी से 17 फरवरी के बीच में नॉर्मल से 79 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 142.1 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 29.6 मिलीमीटर ही बादल बरसे है।इसकी मार गेहूं की फसल के अलावा सेब के बगीचों पर पड़ रही है। हालांकि आगामी दो दिन बारिश बर्फबारी को।लेकर अलर्ट जारी किया गया है ऐसे में किसान बागवानों को राहत मिल सकती है।
हिमाचल प्रदेश के राशन कार्ड धारकों के लिए एक अच्छी खबर आई है। खाद्य आपूर्ति निगम ने लंबे समय से प्रतीक्षित रिफाइंड तेल की आपूर्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगले महीने से राशन डिपो में रिफाइंड तेल उपलब्ध होने लगेगा। कंपनियों को 28 फरवरी तक तेल के सैंपल जमा करने का समय दिया गया है, जिनकी गुणवत्ता की जांच के बाद 11 मार्च को तकनीकी बिड खोली जाएगी। खाद्य आपूर्ति निगम का दावा है कि 20 मार्च के बाद उपभोक्ताओं को डिपो में तेल मिलने लगेगा। इस नई व्यवस्था के तहत, राशन कार्ड धारकों को एक लीटर सरसों तेल और एक लीटर रिफाइंड तेल मिलेगा। साथ ही, डिपो होल्डरों को तीन महीने का सरसों तेल का कोटा एक साथ देने के निर्देश भी दिए गए हैं, जो पहले एक महीने का दिया जाता था। तेल की सप्लाई अब शुरू कर दी गई है, और दूरदराज क्षेत्रों में सरसों तेल की खेप भेजी जा रही है। हिमाचल प्रदेश में लगभग 19.5 लाख राशन कार्ड उपभोक्ता हैं, और सरकार द्वारा उन्हें दो लीटर तेल, तीन किलो दालें (मलका माश और दाल चना), चीनी और नमक सब्सिडी पर दिया जा रहा है। आटा और चावल केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराया जाता है। खाद्य आपूर्ति निगम के महाप्रबंधक, अरविंद शर्मा ने बताया कि रिफाइंड तेल की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, और अब अगले चरण की तैयारी की जा रही है।
डिंपल /धर्मपुर-मंडी: धर्मपुर मंडल के लोक निर्माण विभाग के उपमंडल स्थित रिकॉर्ड रूम में आग लगने की घटना सामने आई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार रात अचानक आग लगने से रिकार्ड रूम में रखे दस्तावेजों को नुकसान हुआ। गनीमत रही कि रात के समय ड्यूटी पर तैनात चौकीदार को समय रहते आग का पता चल गया, जिससे कुछ महत्वपूर्ण रिकार्ड को बचा लिया गया। इस घटना की रिपोर्ट पुलिस थाना धर्मपुर में दर्ज कराई गई है। पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 11 बजे पुलिस को आग लगने की सूचना मिली। आग के कारण रिकार्ड रूम में रखे रिकार्ड को नुकसान हुआ है। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग धर्मपुर द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके आधार पर धर्मपुर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। लोनिवि धर्मपुर मंडल के अधिशासी अभियंता श्री अनिल शर्मा से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि रविवार रात को उपमंडल धर्मपुर के रिकॉर्ड रूम में आग लगी थी, जिसे रात्रि स्टाफ ने तुरंत काबू पा लिया। हालांकि, आग के कारण कुछ रिकार्ड को आंशिक नुकसान हुआ है। इस घटना की प्राथमिकी धर्मपुर पुलिस थाना में दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि आग लगने के कारण का अब तक पता नहीं चल पाया है। धर्मपुर के डीएसपी संजीव सूद ने बताया कि पुलिस को आग लगने की सूचना सुबह मिली थी। इसके बाद धर्मपुर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है। यह घटना जांच के दायरे में है और पुलिस आग लगने के कारणों का पता लगाने के प्रयास में जुटी है।
अभिलाषी विश्वविद्यालय, चैलचौक, मंडी, हिमाचल प्रदेश के अंतर्गत एम.बी.ए., एम.एससी जूलॉजी और एम.एससी एग्रीकल्चर के कोर्स के अंतिम सेमेस्टर के 6 छात्रों का चयन जस्ट डायल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में नौकरी के लिए हुआ है। इस चयन के बाद, इन छात्रों को कंपनी द्वारा ऑफर लेटर दिए गए हैं, जिसमें उन्हें सालाना 3 लाख रुपये तक का पैकेज ऑफर किया गया है। डायरेक्टर ट्रेनिंग व प्लेसमेंट डॉ. शैम्पी दुग्गल ने बताया कि छात्रों का चयन टेक्निकल और एच.आर. राउंड के बाद किया गया। चयनित छात्र जस्ट डायल में बिजनेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव, सर्टिफाइड इंटरनेट कंसलटेंट और टेलीमार्केटिंग एग्जीक्यूटिव के पद पर अपनी सेवाएं देंगे। इस प्लेसमेंट ड्राइव में एम.बी.ए. के छात्र पोशाली, करण, धीरज, अमन ठाकुर, एम.एससी जूलॉजी की इंदु बाला और एम.एससी एग्रीकल्चर के ललित कुमार का चयन हुआ है। अभिलाषी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर एच.के. चौधरी ने इस सफलता पर खुशी व्यक्त की और बताया कि इस महीने कई प्रतिष्ठित कंपनियां विश्वविद्यालय में कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव का हिस्सा बन रही हैं, जिससे विवि के छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर मिल रहे हैं। हाल ही में, विवि के मैनेजमेंट, जूलॉजी और मैथमेटिक्स विभाग के 18 छात्रों को भी कैंपस प्लेसमेंट से जॉब मिल चुकी है। इस मौके पर विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ. आर.के. अभिलाषी, प्रो चांसलर डॉ. एल.के. अभिलाषी, वाइस चांसलर प्रोफेसर एच.के. चौधरी, रजिस्ट्रार डॉ. कपिल कपूर, जीनीयस एजुकेशन सोसाइटी की चेयरपर्सन डॉ. नर्वदा अभिलाषी, और अन्य अधिकारियों ने चयनित छात्रों, उनके अभिभावकों, प्रोफेसरों और प्लेसमेंट सेल को बधाई दी।
प्रदेश में बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से राज्य के किसान और बागवान परेशान नजर आ रहे हैं. जनवरी महीने में 84 फ़ीसदी और फरवरी महीने के 11 दिनों में 51 फ़ीसदी तक कम बारिश हुई है. बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से नकदी फसल के साथ सेब की पैदावार पर खतरा मंडरा रहा है. किसान-बागवान अपने साल भर की मेहनत को लेकर खासे चिंतित हैं. राज्य में कई ऐसे किसान और बागवान हैं, जिनकी रोज़ी-रोटी इसी के साथ जुड़ी हुई है. ऐसे में अगर मौसम का साथ नहीं मिलेगा, तो आने वाले समय में परेशानियां बढ़ सकती हैं. यह राज्य सरकार के लिए भी चिंता का विषय है। हिमाचल प्रदेश संयुक्त किसान मंच के संयोजक हरीश चौहान का कहना है कि बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से सेब की पैदावार पर सीधा असर पड़ रहा है. बागवान अपने साल भर की मेहनत को लेकर बेहद चिंतित हैं. सर्दियों के मौसम में अब तक नाममात्र की बर्फबारी हुई है. बर्फबारी न होने की वजह से पौधे की जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं. यही नहीं, बर्फबारी होने से कई ऐसे कीड़े-मकौड़े भी मर जाते हैं, जो पौधे को नुकसान पहुंचा सकते हैं.वहीं, युवा बागवान मोहित शर्मा ने भी बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से चिंता ज़ाहिर की है. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से सेब की पैदावार पर सीधा असर पड़ेगा. बेहतर पैदावार के लिए पौधे को नमी की जरूरत होती है. बर्फ न होने की वजह से नमी नहीं मिल पा रही है. यह सभी बागवानों के लिए चिंता का विषय है.
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में अवैध खनन पर कार्रवाई के दौरान खनन माफिया ने एसडीएम सदर और आईएएस अधिकारी ओम कांत ठाकुर पर हमला कर दिया। यह घटना सोमवार को विन्दरावनी इलाके में हुई, जहां अधिकारी कार्रवाई के लिए पहुंचे थे। हमले में एसडीएम का एक दांत टूट गया और उन्हें अन्य चोटें भी आई हैं। घायल अधिकारी को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया। हमले की जानकारी मिलते ही डीसी मंडी अपूर्व देवगन, एडीएम रोहित राठौर एएसपी मंडी, और अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे और घायल अधिकारी का हालचाल जाना। पुलिस ने बताया कि हमले में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, दो अन्य फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही बाकी आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा। डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर दो दिनों तक मौसम खराब रहने वाला है. हिमाचल प्रदेश की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 2 दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा. इस दौरान जिला चंबा, कुल्लू, लाहौल स्पीति और किन्नौर में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. साथ ही जिला शिमला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. हालांकि अन्य स्थानों पर केवल बादल छाए रहेंगे और बारिश या बर्फबारी जैसे कोई भी असर देखने को नहीं मिलेंगे.मौसम वैज्ञानिक शोभित कटियार ने बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है, जिसका असर हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले जिले चंबा, कुल्लू लाहौल स्पीति और किन्नौर में देखने को मिलेगा. इससे शिमला जिला के ऊंचाई वाले इलाकों में भी हल्की बर्फबारी देखने को मिल सकती है. हालांकि शहर पर बादल छाए रहेंगे. लेकिन, बारिश और बराबरी की कोई भी संभावना नहीं है. शोभित कटियार ने बताया कि इसके बाद अगले तीन दिनों तक मौसम पूरी तरह शुष्क बना रहेगा. इसके बाद 14 और 15 फरवरी को लाहौल स्पीति, कांगड़ा और चंबा के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दूसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. साथ ही 17, 18 और 19 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों पर तीसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसका प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश देखने को मिलेगी. कटियार ने बताया कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहे है, जो आने वाले दिनों में सामान्य हो जाएंगे.
बदंर को मारने के लिए चली थी गोली लेकिन गोली जाकर एक युवती को लग गई। जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गई। हिमाचल प्रदेश के सरकाघाट उपमंडल के कठोगण गांव में 28 जनवरी को हुई गोलीबारी के मामले में अब पुलिस हेड कांस्टेबल मनोज ठाकुर पर आरोप लगे हैं। यह आरोप उनके ही रिश्तेदारों ने लगाए हैं। युवती प्रमिला के माता-पिता, रामदीत्ता और मंशा देवी ने लिखित शिकायत में दावा किया है कि मनोज ठाकुर ने उनकी बेटी पर गोली चलाई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। घटना के अनुसार, 28 जनवरी को प्रमिला अपने घर के आंगन में काम कर रही थी, तभी किसी ने बंदरों को भगाने के लिए गोली चलाई। गोली का एक छर्रा युवती को लग गया, जिससे वह घायल हो गई। शुरुआत में पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया था, लेकिन अब युवती के माता-पिता ने मनोज ठाकुर पर गोली चलाने का आरोप लगाते हुए पुनः शिकायत दी है। प्रमिला की मां मंशा देवी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह आरोप लगा रही हैं कि मनोज ठाकुर ने गोली चलाई थी और घटना के बाद वह चंडीगढ़ जाकर अपनी गलती मानते हुए मदद करने की पेशकश भी कर रहे थे। मंशा देवी ने पुलिस से मनोज ठाकुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और इस संबंध में आगामी कार्रवाई की जा रही है।
हिमाचल: बिजली बोर्ड में 706 पद खत्म करने पर इंजीनियर-कर्मचारी नाराज, आज काले बिल्ले लगाकर देंगे सेवा
हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड में 706 पदों को समाप्त करने का आदेश जारी किया है, जिससे कर्मचारियों में गहरी नाराजगी फैल गई है। इस निर्णय के विरोध में बिजली बोर्ड के कर्मचारी आज से काले बिल्ले पहनकर काम करने का निर्णय लिया है। शिमला स्थित मुख्य कार्यालय सहित राज्य के अन्य विद्युत मंडल और उप मंडल में कार्यरत इंजीनियर, तकनीकी कर्मचारी और अन्य कर्मचारी भी इस विरोध में शामिल होंगे।यह निर्णय कर्मचारियों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो रहा है, क्योंकि बोर्ड पहले ही कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा था। अब, 706 पदों की समाप्ति के कारण कार्यभार बढ़ने से कर्मचारियों पर दबाव और अधिक बढ़ गया है। इसी कारण, कर्मचारियों ने वर्क-टू-रूल आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है, जिसमें वे केवल निर्धारित समय तक ही काम करेंगे।अगर सरकार ने अपने फैसले को वापस नहीं लिया, तो कर्मचारियों ने राज्यभर में बड़े पैमाने पर विरोध और हड़ताल की चेतावनी दी है। इस मुद्दे पर 11 फरवरी को हमीरपुर में पंचायत आयोजित की जाएगी, और इसके बाद अन्य जिलों में भी विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश में आउटसोर्स के माध्यम से होने वाली भर्तियों पर एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है, जिससे राज्य सरकार को फिलहाल राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों पर अंतरिम रोक लगा दी है और सरकार को इस मामले में जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय दिया है। इस आदेश का सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजय करोल और न्यायाधीश केवी विश्वनाथन की खंडपीठ ने की। हिमाचल सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने इस मामले में अदालत में अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि हिमाचल हाईकोर्ट ने 7 नवंबर 2024 को प्रदेश में आउटसोर्स पॉलिसी के तहत होने वाली भर्तियों पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने सरकार से यह भी कहा था कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए उचित नियम बनाए जाएं। इसके बाद, राज्य सरकार ने इस रोक को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की और अदालत के आदेशों के पालन के लिए एक हलफनामा प्रस्तुत किया। हालांकि, 8 जनवरी 2025 को उच्च न्यायालय ने सरकार की अर्जी को खारिज कर दिया, जिसमें रोक हटाने की मांग की गई थी। कोर्ट ने बताया कि वेकेशन के कारण केवल अति महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई हो रही है। इसके बाद, सरकार ने इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। यह मामला वर्ष 2022 में दायर एक याचिका से जुड़ा हुआ है, जिसमें आउटसोर्स भर्तियों की प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए गए थे। याचिका में यह आरोप लगाया गया था कि राज्य के विभिन्न विभागों में आउटसोर्स के तहत भर्तियां बिना पारदर्शिता के की जा रही हैं और कारपोरेशन के तहत रजिस्टर्ड कंपनियां भी कटघरे में हैं। उच्च न्यायालय ने यह भी आदेश दिया कि स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स के तहत नियुक्तियां स्वीकार नहीं की जाएं और विभाग को स्थायी नियुक्तियों के लिए प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ (WD) के सक्रिय होने से होने वाला है । मौसम विभाग ने आगामी पांच दिनों तक अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, कांगड़ा और मंडी के ऊंचे इलाकों में 8 और 10 फरवरी को बारिश-बर्फबारी का अधिक प्रभाव रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि इस दौरान इन क्षेत्रों की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो सकती है, जिससे तापमान में और गिरावट आएगी। हालांकि, प्रदेश के मैदानी इलाकों में मौसम सामान्य रहेगा। हिमाचल के कई इलाकों में ठंड बढ़ी प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी सर्दी बढ़ी है। शिमला में न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जबकि प्रदेश का सबसे गर्म शहर ऊना का तापमान गिरकर 2.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। अन्य क्षेत्रों में भी तापमान में गिरावट आई है, जैसे कि भुंतर (2.0 डिग्री), धर्मशाला (4.8 डिग्री), पालमपुर (3.5 डिग्री), सोलन (2.6 डिग्री) और बिलासपुर (3.9 डिग्री)। इस सर्द मौसम के बीच, हिमाचल प्रदेश के उच्च क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण ठंड और बढ़ सकती है। विंटर सीजन में कम बारिश-बर्फबारी विंटर सीजन के दौरान हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 72 प्रतिशत कम बारिश-बर्फबारी हुई है। 1 जनवरी से 7 फरवरी तक 29.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य रूप से 104.7 मिलीमीटर बारिश होती है। इस वर्ष बर्फबारी और बारिश का स्तर काफी कम रहने से प्रदेश में सूखा और ठंड बढ़ने का असर देखा गया है।
**राज्यपाल ने कर्मचारी भर्ती विधेयक 2024 को दी मंजूरी हिमाचल प्रदेश सरकार ने 2003 के बाद अनुबंध पर नियुक्त कर्मचारियों को बैकडेट से सिनियरिटी और वित्तीय लाभ देने पर रोक लगा दी है। राज्यपाल शिव प्रताप की मंजूरी के बाद, राज्य सरकार ने हिमाचल सरकारी कर्मचारी भर्ती और सेवा शर्तें विधेयक 2024 को ई-गजट में प्रकाशित कर दिया है। यह विधेयक विधानसभा में विपक्ष के विरोध के बावजूद सुक्खू सरकार द्वारा पारित किया गया था। अब राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद, इस संशोधित विधेयक के तहत कर्मचारियों को उनके नियमित नियुक्ति की तिथि से ही सिनियरिटी और वित्तीय लाभ मिलेंगे। इससे पहले, उच्च न्यायालय के आदेशों के कारण अनुबंध कर्मचारियों को बैकडेट से सिनियरिटी और वित्तीय लाभ दिए जा रहे थे, जिससे राज्य सरकार पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा था। क्यों किया गया यह बदलाव? सालों तक अनुबंध कर्मचारियों को बैकडेट से वित्तीय लाभ और सिनियरिटी देने के आदेशों के चलते राज्य सरकार को भारी वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ रहा था। उच्च न्यायालय ने कुछ कर्मचारियों को बैकडेट से वित्तीय लाभ देने का आदेश दिया था, और इसके कारण सरकार पर करोड़ों रुपये का वित्तीय बोझ पड़ रहा था। इसके साथ ही, कर्मचारियों की सिनियरिटी लिस्ट में पिछले 21 वर्षों के आंकड़ों को भी संशोधित करना पड़ रहा था। यह स्थिति विशेष रूप से कांग्रेस सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण हो गई थी, क्योंकि राज्य की आर्थिक स्थिति पहले ही गंभीर संकट का सामना कर रही थी। इन कारणों से, राज्य सरकार ने इस बदलाव की जरूरत महसूस की और हिमाचल सरकारी कर्मचारी भर्ती और सेवा शर्तें विधेयक 2024 में संशोधन किया। अब इस विधेयक के तहत कर्मचारियों को केवल उनकी नियमित सेवा की तिथि से ही सिनियरिटी और वित्तीय लाभ मिलेंगे, अनुबंध सेवाकाल को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। विधेयक में संशोधन के बाद क्या बदलेगा? इस संशोधन से, कर्मचारियों को बैकडेट से लाभ और सिनियरिटी नहीं मिलेगी, जो पहले उच्च न्यायालय के आदेशों के कारण मिल रही थी। सरकार के लिए यह बदलाव एक बड़ी राहत मानी जा रही है, क्योंकि इससे सरकार को आने वाले वर्षों में वित्तीय बोझ से बचने में मदद मिलेगी। अब कर्मचारियों को नियमित होने की तिथि से लाभ मिलेगा, और इस नए बदलाव के बाद यह भी सुनिश्चित किया गया है कि अनुबंध सेवाकाल को सिनियरिटी और वित्तीय लाभ के लिए नहीं जोड़ा जाएगा। राज्यपाल से मिली मंजूरी बीते गुरुवार को शाम मुख्यमंत्री सुक्खू अचानक राजभवन पहुंचे और विधेयक को मंजूरी दिलाने का आग्रह किया। गुरुवार को, मुख्यमंत्री सुक्खू अचानक राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से इस विधेयक की मंजूरी के लिए आग्रह किया, जिसके बाद राज्यपाल ने 24 घंटे के भीतर विधेयक को मंजूरी दे दी। इसके बाद राज्य सरकार ने देर शाम इसे राजपत्र में प्रकाशित किया।