ढाका: बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के पद से इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद आर्मी चीफ ने लोगों से शांति की अपील की है। बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकार-उज-जमान ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि शेख हसीना ने पीएम पद छोड़ दिया है और देश छोड़कर चली गई हैं। ऐसे में राजनीतिक उथलपुथल को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों से बात की गई है और अब राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलकर अंतरिम सरकार बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। हालांकि उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ उनकी बैठक में हसीना की पार्टी अवामी लीग से कोई शामिल नहीं हुआ। बैठक में जमात और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी से देश के मौजूदा हालात पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार सभी दलों की भागीदारी से बनेगी। बांग्लादेश सेना प्रमुख ने लोगों से शांकि अपील करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जल्दी ही स्थिति में सुधार होगा। सेना प्रमुख वकार ने कहा कि उन्होंने सैनिकों को गोली ना चलाने का करने का निर्देश दिया है। ऐसे में लोग खुद घरों को लौटें और हिंसा बंद करें। ऐसे में स्थिति में सुधार होने पर कर्फ्यू और दूसरे प्रतिबंधों की आवश्यकता नहीं होगी। सेना प्रमुख ने विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई सभी मौतों की जांच कराए जाने का ऐलान किया है। हिंसा को रोका जाए: आर्मी चीफ जनरल वकार ने कहा कि देश में सभी तरह की हिंसा को तुरंत रोका जाए। उन्होंने छात्रों से वादा किया कि नई सरकार भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के दौरान हुई सभी मौतों के लिए न्याय सुनिश्चित करेगी। ढाका विश्वविद्यालय के कानून विभाग के प्रोफेसर आसिफ नजरूल ने एक बयान जारी कर छात्रों से विरोध प्रदर्शन बंद करने का अनुरोध करने के लिए कहा गया है।
नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन के ‘दरबार हॉल', ‘अशोक हॉल' का नाम आज बदल दिया गया है. अशोक हॉल का नाम बदलकर अशोक मंडप किया गया है। वहीं अब राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल को गणतंत्र मंडप के नाम से जाना जाएगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल और अशोक हॉल का नाम बदलने का आदेश जारी किया है। इस आदेश में लिखा गया है कि राष्ट्रपति भवन भारत के लोगों की अमूल्य विरासत है। राष्ट्रपति भवन तक लोगों को पहुंच आसान बनाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। साथ ही राष्ट्रपति भवन के माहौल को भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक बनाने का भी प्रयास जारी है। आपको बता दे कि ‘दरबार हॉल' में कई बड़े आयोजन होते रहे है। राष्ट्रीय पुरस्कारों की प्रस्तुति जैसे महत्वपूर्ण समारोहों का यह स्थान रहा है। राष्ट्रपित भवन के दरबार हॉल और अशोक हॉल का बदला गया नाम, प्रियंका गांधी ने कहा- ये शहंशाह की अवधारणा राष्ट्रपति भवन के दोनों हॉल के नाम बदले जाने पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने केंद्र की NDA सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि दरबार की कोई अवधारणा (कॉन्सेप्ट) नहीं है, लेकिन 'शहंशाह' की अवधारणा है।
हाथरस जिले में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। दरअसल, आज उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में साकार हरि बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। खबर लिखे जाने तक भगदड़ में अब तक 100 लोगों की मौत की खबर सामने आयी है। जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। हादसे के बाद घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की एक टीम गठित की गई है।
सपा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए ईवीएम पर बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें अब भी ईवीएम पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझे ईवीएम पर ना कल भरोसा था, ना आज है और अगर मैं यूपी की 80 की 80 सीटें भी जीत जाऊं तो भी हमें ईवीएम पर भरोसा नहीं होगा।" अखिलेश यादव ने कहा है कि उन्होंने अपने चुनावी भाषण के दौरान भी कहा था वे ईवीएम को हटाएंगे। उन्होंने कहा, "ईवीएम का मुद्दा मरा नहीं है और जब तक ईवीएम नहीं हटेगा हम समाजवादी लोग उस बात पर अड़े रहेंगे।अपने संबोधन के दौरान भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए और कहा कि अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और नीट परीक्षा के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। अखिलेश यादव ने अपने संबोधन की शुरुआत लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को धन्यवाद देकर की और उन मतदाताओं का आभार व्यक्त किया जिन्होंने लोकतंत्र को बचाया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव जनता की समझदारी की जीत है और सांप्रदायिक राजनीति की हार हुई है। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह अर्थव्यवस्था के आंकड़े छुपा रही है और अगर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाना है तो 35 प्रतिशत की ग्रोथ चाहिए, जो संभव नहीं है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि धन, छल, बल की नकारात्मक राजनीति की हार हुई है और जोड़ने वाली राजनीति की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर सिर्फ विनाश हो रहा है और जनता को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। उन्होंने अनाथ पशुओं की समस्याओं और गन्ने के भुगतान का मुद्दा भी उठाया |नीट पेपर लीक पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि शिक्षा परीक्षा माफिया का जन्म हुआ है और सरकार नौकरी नहीं देना चाहती है इसलिए पेपर लीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अग्निवीर जैसी व्यवस्थाओं से देश की सीमाओं की सुरक्षा संभव नहीं है और सत्ता में आने पर इसे खत्म कर देंगे। अखिलेश यादव ने अपने भाषण में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि अब देश किसी की निजी महत्वाकांक्षा से नहीं, बल्कि जन आकांक्षा से चलेगा। उन्होंने कहा कि अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी। उनका भाषण सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार था और उन्होंने जनता की समस्याओं को खुलकर सामने
2024 लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा आज होगी। दिल्ली के विज्ञान भवन में दोपहर 3 बजे मुख्य चुनाव आयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।तारीखों की घोषणा के साथ देश में आचार संहिता भी लागू हो जाएगी, जो चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक रहती है। लोकसभा के साथ 4 राज्यों- आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के विधानसभा चुनाव की तारीखें भी आज तय होंगी। लोकसभा की 543 सीटों पर 7 फेज में वोटिंग हो सकती है। 15 से 18 अप्रैल के बीच पहले फेज के लिए, और आखिरी फेज में 19 मई को वोटिंग हो सकती है। 23 मई को रिजल्ट संभव है।चुनाव आयोग ने लोकसभा और चार विधानसभा चुनावों के लिए 3.4 लाख केंद्रीय बलों की मांग की है। आयोग 97 करोड़ मतदाताओं के लिए देशभर में करीब 12.5 लाख मतदान केंद्र बना सकता है। 2024 में 97 करोड़ वोटर्स, 2 करोड़ नए मतदाता जुड़े 2024 लोकसभा में 97 करोड़ लोग वोटिंग कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने 8 फरवरी को सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के वोटर्स से जुड़ी समरी रिवीजन 2024 रिपोर्ट जारी की थी। आयोग ने बताया कि वोटिंग लिस्ट में 18 से 29 साल की उम्र वाले 2 करोड़ नए वोटर्स को जोड़ा गया है। 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या में 6% की बढ़ोतरी हुई है। चुनाव आयोग ने कहा- दुनिया में सबसे ज्यादा 96.88 करोड़ वोटर्स लोकसभा चुनावों में वोटिंग के लिए रजिस्टर्ड हैं। साथ ही जेंडर रेशो भी 2023 में 940 से बढ़कर 2024 में 948 हो गया है।आयोग ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान बच्चों से पोस्टर और पर्चे बांटने और नारेबाजी करने जैसे काम भी ना करवाने का निर्देश दिया है।
देश की पेट्रोलियम कंपनियों ने लोकसभा चुनाव से पहले लोगों को बड़ी राहत दी है। कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये की कटौती की है। पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने 14 मार्च को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, 'पेट्रोल और डीजल के दाम 2 रुपए कम करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के परिवार का हित और सुविधा उनका लक्ष्य है।' राजस्थान सरकार ने वैट भी कम किया केंद्र सरकार की घोषणा से कुछ घंटे पहले ही राजस्थान सरकार ने अपने राज्य में पेट्रोल-डीजल पर 2 प्रतिशत वैट कम किया था। इससे राजस्थान को डबल फायदा होगा और राज्य के हर जिले में पेट्रोल-डीजल कम से कम साढ़े 3 रुपए सस्ते होंगे। राजस्थान में अब 31.04 प्रतिशत की जगह 29.04 प्रतिशत वैट लगेगा।
** खट्टर के इस्तीफे के बाद विधायक दल की बैठक में नेता चुने गए ** भाजपा-जेजेपी के बीच गठबंधन भी टूटा सियासी तपिश से तप रहे हिमाचल के पड़ोसी राज्य हरियाणा की राजनीति में भी बड़ा उलटफेर हो गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे दे दिया है। उनके त्याग पत्र देने के बाद विधायक दल की बैठक में नायब सिंह सैनी को हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में विधायक दल का नेता चुना गया है। नायब सिंह सैनी को बीते दिनों ही हरियाणा बीजेपी का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था, वे कुरुक्षेत्र से सांसद हैं। बता दें कि हरियाणा में भाजपा-जेजेपी के बीच गठबंधन भी टूट गया है। इससे पहले सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बीच मुलाकात हुई थी। दरअसल यहां लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग पर गठबंधन में आम सहमति नहीं बन पाना इसकी वजह है। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री एवं जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से 2 लोकसभा सीटों की मांग की थी, जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर अकेले जीत हासिल हुई थी।
** ओकओवर में मंख्यमंत्री से मिलीं शिमला शहर की महिलाएं ** सीएम बोले, भ्रष्टाचार पर लगाम लगाकर सरकार ने बढ़ाई आय हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने आगामी एक अप्रैल से 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को मासिक 1500 पेंशन रुपये देने का एलान किया है, जिसको लेकर आज शिमला शहर की महिलाओं ने नगर निगम महापौर सुरेंद्र चौहान की अगुवाई में ओकओवर पहुंचकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार जताया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने एक साल में भष्ट्राचार पर लगाम लगाई है, जिसके चलते प्रदेश की आय में कुछ इजाफा हुआ है। इस इजाफे को सरकार ने महिलाओं को देने का निर्णय लिया है, ताकि महिलाओं को इसका फायदा मिल सके।
** कोलकाता में 15,400 करोड़ की कनेक्टिविटी परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोलकाता में 15,400 करोड़ रुपये की कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। प्रधानमंत्री ने देश की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो का भी उद्घाटन किया। इस मेट्रो की खासियत यह है कि यह जमीन से 33 मीटर नीचे बने ट्रैक पड़ दौड़ेगी। गौरतलब है कि वर्ष 1984 में देश की पहली मेट्रो ट्रेन कोलकाता उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (ब्लू लाइन) में दौड़ी थी। आज 40 साल बाद एक बार फिर यहीं से देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो रेल की शुरुआत हुई है। हावड़ा से महाकरण तक 520 मीटर लंबी टनल इसके लिए हावड़ा स्टेशन से महाकरण स्टेशन तक 520 मीटर लंबी टनल बनाई गई है, जिसमें दो ट्रैक बिछाए गए हैं। मेट्रो ट्रेन इस टनल को 80 किमी/घंटे की रफ्तार से सिर्फ 45 सेकेंड में पार कर लेगी। इससे हावड़ा और कोलकाता की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। रोज 7 से 10 लाख लोगों का सफर आसान होगा। 4 अंडरग्राउंड स्टेशन, हावड़ा दुनिया का सबसे गहराई में बना मेट्रो स्टेशन इस मेट्रो में 4 अंडरग्राउंड स्टेशन हैं- हावड़ा मैदान, हावड़ा स्टेशन, महाकरण और एस्प्लनेड। हावड़ा स्टेशन जमीन से 30 मीटर नीचे बना है। यह दुनिया में सबसे गहराई में बना मेट्रो स्टेशन है। अभी पानी के नीचे मेट्रो रूट लंदन और पेरिस में ही बना है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज हिमाचल दौरे पर आ रहे हैं। वे हिमाचल वासियों को करोड़ों रुपये की सौगातें देंगे। जानकारी के मुताबिक सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री हमीरपुर जिले के दोसड़का में कई सड़क परियोजनाओं की आधाशिला रखेेंंगे। गडकरी 110 किलोमीटर लंबी हमीरपुर-मंडी सड़क का शिलान्यास भी करेंगे। इसके बनने से हमीरपुर से मनाली की दूरी 124 किलोमीटर से कम होकर 110 किमी रह जाएगी। इस प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाने का काम पिछले एक साल से चल रहा था। लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंइ्र सरकार ने अस परियोजना पा काम करना शुरू कर दिया है। अब देखना होगा कि ये प्रोजेक्ट कितने समय में बनकर तैयार होता है।
हिमाचल प्रदेश में सियासत का पारा काफी चढ़ा हुआ है। अपने ही सीएम से नाराज चल रहे प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह बीते तीन दिन से दिल्ली में डेरा जमाए बैठे हैं। उन्होंने रविवार देर शाम को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की है। सूत्रों की मानें तो उन्होंने प्रियंका गांधी और वेणुगोपाल को अपनी नाराजगी की वजह बताई है साथ ही हिमाचल प्रदेश में चल रहे वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम से अवगत कराया है। वहीं, उनके भाजपा में जाने या नई पार्टी का गठन करने की अटकलों पर भी अब विराम लग गया है। विक्रमादित्य सिंह ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में हुई क्रॉस वोटिंग के बारे में भी प्रियंका गांधी को बताया साथ ही किन हालात के चलते कांग्रेस के छह विधायक नाराज हुए, इसकी जानकारी भी दी है। आज वे वापस शिमला लौट सकते हैं।
पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने साल 2021 में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत की थी। मोदी के नेतृत्व में ही 2021-2022 से 2025-2026 तक 5 वर्षों के लिए 1,600 करोड़ रुपये की डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम बनाने के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू किया गया था। इसकी वजह से पीएम मोदी के गारंटी का भी असर देखने को साफ मिला और इस योजना के तहत 29 फरवरी, 2024 तक 56.67 करोड़ लोगों के आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते बनाए जा चुके हैं। इसके अलावा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन ने लैंगिक समानता हासिल करने की दिशा में भी प्रगति की है। 29 फरवरी, 2024 तक, 27.73 करोड़ महिलाएं और 29.11 करोड़ पुरुषों को आभा कार्ड से लाभ हुआ है। वहीं 34.89 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य दस्तावेजों को इससे जोड़ा गया है। क्या है आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य देश में यूनिफाइड डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की मदद करने के लिए जरूरी आधार तैयार करना है। इससे सीमित इंटरनेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता खोलने के लिए ऑफलाइन मोड को मदद पहुंचती है। इसके अलावा भारत सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा के लिए आभा ऐप और आरोग्य सेतु जैसे विभिन्न एप्लिकेशन भी लॉन्च किए गए हैं, जो आम लोगों को मदद पहुंचाती है। आभा ऐप एक प्रकार का डिजिटल स्टोरेज है, जो किसी भी व्यक्ति के मेडिकल दस्तावेजों का रखने का काम आता है। इस ऐप के जरिए मरीज रजिस्टर्ड स्वास्थ्य पेशेवरों से संपर्क भी कर सकते हैं। भारत में बीजेपी की मोदी सरकार ने बीते 10 सालों के अपनी सरकार में कई सारे मील के पत्थर हासिल किया है। इन 10 सालों में पीएम मोदी के विजन ने भारत को अगले 23 साल बाद यानी साल 2047 तक विकसित भारत बनाने के ओर मजबूती से कदम भी बढ़ा लिया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने देश के हित में जो भी फैसले लिए है, उनमें से हेल्थ सेक्टर को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का प्रयास किया गया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की कि लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है। हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई। लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है। इस मक़सद के लिए जिस तरह भाजपा सरकारी सुरक्षा और मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है, वह देश के इतिहास में अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि यदि 25 विधायकों वाली पार्टी 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है तो मतलब साफ है कि वह पार्टी प्रतिनिधियों के खरीद-फरोख्त पर निर्भर है। इनका यह रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है। हिमाचल और देश की जनता सब देख रही है। भाजपा प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेशवासियों के साथ खड़ी नहीं हुई, लेकिन अब प्रदेश को राजनीतिक आपदा में धकेलना चाहती है।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने बताया कि कंपनी के कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत सभी को गुणवत्तापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के दिशा में आगे बढ़ते हुए विवेकानंद नेत्रालय आई हॉस्पिटल देहरादून के नए ऑपरेशन थिएटर के लिए जीस माइक्रोस्कोप मॉडल ओपीएमआई लुमेरा 700 मशीन प्रदान की है। जे. बेहेरा, निदेशक (वित्त) ने 24 फरवरी को मशीन का उद्घाटन किया, जो टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की सामाजिक जिम्मेदारी और विजन को सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा तक पहुंचाने की दृढ़ संकल्पना को दर्शाता है। विश्नोई ने जीवन में अच्छे स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार संगठन के रूप में, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड निरंतर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा की चुनौतियों का सामना करने के लिए विभिन्न सीएसआर पहलुओं के माध्यम से प्रयासरत है। इसमें टिहरी जिले के दीन गांव में हंस फाउंडेशन के माध्यम से एक एलोपैथिक डिस्पेंसरी कासंचालन, सीमा डेंटल कॉलेज ऋषिकेश; एम्स, ऋषिकेश; और निर्मल आश्रम नेत्रालय, ऋषिकेश के साथ स्वास्थ्य शिविर आयोजित करना आदि शामिल है। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड जिला स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा अनुरोध किये जाने पर समय-समय पर विभिन्न चिकित्सा वस्तुएं और उपकरण प्रदान करके राज्य सरकार के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का समर्थन भी करता है। उद्घाटन समारोह के दौरान जे. बेहेरा ने बताया कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने अपनी सीएसआर योजना के अंतर्गत विवेकानंद अस्पताल, देहरादून के लिए ज़ीस माइक्रोस्कोप मॉडल ओपीएमआई लुमेरा 700 की खरीदारी के लिए 1.25 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की । इसका उद्देश्य उत्तराखंड के दूरदराज क्षेत्रों में बसे समुदायों और उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित व्यक्तियों को सर्वोत्तम श्रेणी की नेत्र देखभाल सुविधाएं प्रदान करना है 7 उत्तराखंड के साथ-साथ इसमें उत्तर प्रदेश के कई जिले जैसे बिजनौर, शामली, मुजफ्फरनगर, और सहारनपुर आदि भी शामिल हैं। यह नई मशीन नेत्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए एक वरदान के रूप में कार्य करेगी, जिससे मोतियाबिंद सर्जरी, ग्लूकोमा उपचार, रेटिना सर्जरी, और कॉर्निया प्रत्यारोपण जैसे उच्च गुणवत्ता के उपचार और प्रक्रियाएंभी संभव हैं। टीएचडीसी अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को पूर्ण करते हुए उत्तराखंड के पहाड़ी समुदायों के लिए आंखों की बीमारियों का समाधान करने, स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं कम लागत में उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आया है। उद्घाटन समारोह के दौरान अमरदीप, महाप्रबंधक तथा टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड व विवेकानंद नेत्रालय अस्पताल, देहरादून के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
** पुलिस ने किसानों पर ड्रोन से आंसू के गोले दागे ** दिल्ली में एक महीने के लिए धारा 144 लागू फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने एवं अन्य मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे किसानों को पुलिस द्वारा शंभू बॉर्डर पर रोकने से यहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। शंभू बॉर्डर से कुछ किमी पहले पुलिस ने उन पर ड्रोन से आंसू के गोले दागे हैं। चारों ओर धुआं ही धुआं है। पुलिस किसानों को दिल्ली जाने से रोक रहे हैं तो वहीं किसान दिल्ली जाने की मांग पर अड़े हैं। किसानों को रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने कई जगह तगड़ी नाकेबंदी की है। पुलिस व प्रशासन द्वारा जगह-जगह बैरिकेड लगाए गए हैं और कांटेदार तारों से फेंसिंग की गई है, ताकि किसान दिल्ली न पहुंच सकें। अंबाला का शंभू बॉर्डर किसानों को रोकने के लिए पहली दीवार है। अगर किसान इसे पार कर भी जाते हैं तो आगे भी कई ऐसी जगह हैं जहां उन्हें रोकने की तैयारी की गई है। वहीं, दिल्ली में उक महीने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले किसानों का यह आंदोलन केंद्र सरकार के लिए बड़ा सिर दर्द साबित हो सकता है। शंभू बॉर्डर से दिल्ली 215 किमी दूर शंभू बॉर्डर से दिल्ली 215 किमी दूर है। किसानों को रोकने के लिए सरकार ने शंभू बॉर्डर पर सड़क पर नुकीली कीले बिछाई हैं। इसके अलावा बड़ी-बड़ी कंक्रीट और सीमेंट की दीवारें उन्हें रोकने के लिए लगाई गई हंै। इसके अलावा भारी पुलिस बल बॉर्डर पर तैनात किया गया है।
केंद्र सरकार ने वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न (मरणोपरांत) देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर ट्वीट कर यह जानकारी दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी में लिखा, 'स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदला, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि भी सुनिश्चित की है। हम मार्गदर्शक के रूप में उनके अमूल्य कार्य को भी पहचानते हैं जो हमेशा छात्रों को सीखने और शोध करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।' एमएस स्वामीनाथन का पिछले साल 98 वर्ष की आयु में 28 सितंबर को चेन्नई में निधन हो गया था। कृषि क्षेत्र में सराहनीय भूमिका के लिए उन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। हरित क्रांति के जनक 7 अगस्त, 1925 को तमिलनाडु के कुंभकोणम में जन्मे डॉ. स्वामीनाथन को भारत में हरित क्रांति का जनक कहा जाता है। उनका पूरा नाम डॉ मनकोंबू संबासिवन स्वामीनाथन था। स्वामीनाथन को 1943 के बंगाल में आए भीषण अकाल ने झकझोर कर रख दिया था। इसके बाद ही उन्होंने जीव विज्ञान की पढ़ाई छोड़कर कृषि विज्ञान की पढ़ाई शुरू कर दी। स्वामीनाथन ने 1949 में आलू, गेहूं, चावल और जूट के जेनेटिक शोध कर अपना करियर शुरू किया था।उन्होंने धान की अधिक उपज देने वाली किस्मों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे भारत के कम आय वाले किसानों को अधिक उपज करना आसान हो सका। भारत को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया स्वामीनाथन ने भारत में हरित क्रांति की सफलता के लिए 1960 और 70 के दशक के दौरान सी सुब्रमण्यम और जगजीवन राम सहित कृषि मंत्रियों के साथ काम किया। इस कारण 1967-68 और 2003-04 के मध्य गेहूं के उत्पादन में 3 गुना से अधिक की वृद्धि हुई थी। इसी तरह अनाज के कुल उत्पादन में 2 गुना वृद्धि हुई थी। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने कृषि क्षेत्र में उनके योगदान के कारण ही इकॉनॉमिक इकॉलोजी का जनक कहा था। मैग्सेसे सहित मिले कई बड़े पुरस्कारों दिवंगत वैज्ञानिक स्वामीनाथन को 1971 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार और 1986 में अल्बर्ट आइंस्टीन विश्व विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें 1987 में पहले विश्व खाद्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके बाद 1988 में चेन्नई में स्वामीनाथन रिसर्च फांउडेशन की स्थापना की थी।इसके अलावा उन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण और एच के फिरोदिया पुरस्कार, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय पुरस्कार और इंदिरा गांधी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
अयोध्या में भगवान रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आज विश्व हिंदू परिषद चंडीगढ़ के कार्यकर्ताओं ने किया रामलला के भव्य दर्शन किए। इनमें मुख्य रूप से विश्व हिंदू परिषद मंत्री अंकुश गुप्ता, प्रचार प्रमुख पंकज शर्मा, बजरंग दल संयोजक राकेश उप्पल, बजरंग दल प्रखंड संयोजक शिवांश, पंजाब प्रांत गौ रक्षा संवर्धन परिषद सह मंत्री अनुज सहगल, भारतीय जनता पार्टी एससी मोर्चा के सचिव सुनील बागड़ी एवं परवाणू टकसाल से नरेश शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव और मशहूर वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा। 'एक्स' पर पोस्ट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जानकारी देते हुए लिखा, 'हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की।' वहीं, एक अन्य पोस्ट में पूर्व पीएम स्व. नरसिम्हा राव के बारे में मोदी ने लिखा, 'एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में नरसिम्हा राव ने विभिन्न पदों पर रहते हुए भारत की व्यापक सेवा की। उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री के रूप में नरसिम्हा राव का कार्यकाल महत्वपूर्ण कदमों से भरा था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोला और इससे आर्थिक विकास के एक नए युग की शुरूआत हुई।' प्रधानमंत्री मोदी ने एक अन्य पोस्ट में एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न से देने की घोषणा की। पीएम ने लिखा, 'डॉ. स्वामीनाथन ने चुनौतीपूर्ण समय में भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय कृषि के आधुनिकीकरण की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास किए। डॉ. स्वामीनाथन के दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल भारतीय कृषि को बदल दिया बल्कि राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि को भी सुनिश्चित किया है। वह ऐसे व्यक्ति थे, जिन्हें मैं करीब से जानता था और मैं हमेशा उनकी अंतर्दृष्टि को महत्व देता था।'
** नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भेंट कर उठाई मांग तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री, राजेश धर्माणी ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भेंट की। उन्होंने हिमाचल में भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान स्थापित करने का आग्रह किया। साथ ही तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास से संबंधित अन्य नए प्रस्तावों सहित लंबित मामलों पर भी चर्चा की। राजेश धर्माणी ने कहा कि भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान स्थापित होने से न केवल प्रदेश, अपितु देश के वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र को विस्तार मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश उच्चतर शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बन कर उभरा है और यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी, अखिल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ऊना, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर और केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र में कई प्रतिष्ठित संस्थान स्थापित हैं। यह संस्थान उच्चतर शिक्षा को मजबूत आधार प्रदान करते हुए देशभर की बेहतरीन प्रतिभाओं को अनुसंधान के लिए एक उत्कृष्ट तंत्र भी प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस संस्थान के लिए भूमि प्रदान करने सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए दृढ़संकल्प है। उन्होंने कहा कि हिमालयी पारिस्थितिकी को ध्यान में रखते हुए यह संस्थान जटिल पर्यावरणीय उपायों में योगदान सुनिश्चित करेगा तथा प्रदेश के सतत विकास का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस योजना को मूर्तरूप प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार और सभी हितधारकों के साथ मिलकर कार्य करने के लिए उत्सुक है।
**100 से ज्यादा लोग घायल, गंभीर घायल भोपाल-इंदौर रेफर मध्य प्रदेश के हरदा में आज एक पटाखा फैक्ट्री में बड़ा बिस्फोट हुआ, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 100 लोग घायल हो गए। इस ब्लास्ट से पूरा शहर हिल गया है। धमाके के बाद भीषण आग ने पटाखा फैक्ट्री को घेर लिया है। जानकारी के अनुसार, आसपास के करीब 50 घर आग की चपेट में आ गए हैं, वहीं जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं। गंभीर रूप ये घायल लोगों को भोपाल और इंदौर रेफर किया गया है। जानकारी के अनुसार मगरधा रोड स्थित एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में सुबह विस्फोट होने के बाद भीषण आग लग गई। फैक्ट्री से उठतीं आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से ही देखा जा रहा है। सूचना मिलने के बाद मौके पर प्रशासनिक अमला सहित फायर बिग्रेड की गाड़ियां पहुंच गई हैं।
** सरकार सभी क्षेत्रों एवं वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए दृढ़संकल्प ** पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उठाए जा रहे प्रभावी कदम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में एक निजी चैनल के कार्यक्रम में भाग लेते हुए कहा कि राज्य सरकार हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन की भावना से कार्य करते हुए प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार तथा तीव्र विकास पर विशेष ध्यान कंेद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का आगामी बजट भी इन्हीं बिंदुओं पर कंेद्रित होगा और इसमें राज्य सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर एवं देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों की भी झलक देखने को मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सभी क्षेत्रों एवं सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए दृढ़संकल्प है। उन्होंने कहा कि अपनी चुनावी गारंटी को पूरा करते हुए सरकारी कर्मचारियों के लिए ओपीएस बहाल किया गया है। इससे लगभग 1.36 लाख कर्मचारियों का सेवानिवृत्ति के उपरान्त सम्मानजनक जीवन-यापन सुनिश्चित हुआ है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान सरकार हिमाचल में सभी मौसमों के अनुकूल पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में बर्फीली पहाडियां, हरे-भरे मैदान, यहां के जलाशय तथा सघन वन क्षेत्र पर्यटन क्षेत्र को विविधता प्रदान करते हैं। यह प्रत्येक आयु वर्ग के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में ढांचागत विकास को प्राथमिकता प्रदान की जा रही है तथा कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार करने के साथ ही प्रत्येक जिला मुख्यालय को हैलीपोर्ट से जोड़ कर हवाई सेवाओं को और सुदृढ़ किया जा रहा है। इससे पर्यटकों को आवागमन की तीव्र एवं सुगम सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष आपदा के दौरान चंद्रताल की बर्फीली चोटियों सहित अन्य क्षेत्रों में फंसे हजारों पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया, जोकि पर्यटन एवं पर्यटकों की सुरक्षा के प्रति प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस आपदा के उपरांत रिकॉर्ड समय में सामान्य व्यवस्था बहाल करते हुए प्रदेश सरकार ने सुशासन का बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान तथा मुख्यमंत्री के ओएसडी कर्नल केएस बांश्टू भी उपस्थित थे।
** केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने संसद में पेश किया बजट ** विशेष रूप से चार जातियों पर रहा फोकस केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में अंतरिम बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि आयकर सिस्टम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। इनकम टैक्स स्लैब में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। इसके तहत डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स रेट में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि इस साल इनकम टैक्स रिटर्न का प्रोसेसिंग टाइम 2013-14 के 93 दिन से घटकर सिर्फ 10 दिन रह गया है। 2009-10 तक 25000 रुपये तक की टैक्स डिमांड वापस लेने का प्रस्ताव किया है। बता दें कि टैक्सपैयर्स सरकार से अंतरिम बजट में इनकम टैक्स छूट सीमा में वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे। हालांकि इनकम टैक्स के मोर्चे पर कोई राहत नहीं दी गई है। वित्त मंत्री का बजटीय भाषण विशेष रूप से चार जातियों पर फोकस रहा। इनमें युवा, गरीब, महिला और किसान शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्हें ही सरकार के लिए चार जातियां बताते रहे हैं।
देश के 75वें गणतंत्र दिवस के महत्वपूर्ण अवसर पर टीएचडीसीआईएल प्रबंधन ने कॉरपोरेट कार्यालय, ऋषिकेश में निगम के संशोधित विजन, मिशन और मूल्यों के साथ-साथ अत्याधुनिक शिक्षण प्रबंधन प्रणाली ई-ज्ञान संचय जैसी अभूतपूर्व पहल का अनावरण करके एक नए युग की शुरुआत की। अनावरण समारोह के दौरान आरके विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसीआईएल ने कहा कि निगम के नए विजन, मिशन और मूल्य समसामयिक आदर्शों के साथ जुड़े रहने और हमारे भावी प्रयासों के लिए एक मजबूत आधार सुनिश्चित करने की टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। अध्यक्ष विश्नोई ने कंपनी की प्रगति और समृद्धि में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। इन सिद्धांतों को मजबूत करने की दिशा में विश्नोई ने कॉर्पोरेट कार्यालय में कर्म मूल्य पार्क की नींव भी रखी। यह प्रतीकात्मक कार्य टीएचडीसीआईएल के विजन, मिशन और मूल मूल्यों के सार को उजागर करता है, जो इसके मार्गदर्शक सिद्धांतों के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता की एक ठोस अभिव्यक्ति के रूप में कार्य करता है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर विश्नोई ने अत्याधुनिक शिक्षण प्रबंधन प्रणाली ई-ज्ञान संचय का भी उद्घाटन किया। इस ई-पोर्टल को लॉन्च करना विद्युत उत्पादन और उससे आगे के गतिशील क्षेत्र में नेतृत्व करने के लिए आवश्यक व्यापक ज्ञान और कौशल के साथ अपने कार्यबल को सशक्त बनाने की टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। ई-ज्ञान संचय के माध्यम से, टीएचडीसीआईएल अपने मानव संसाधन को नवीनतम अंतर्दृष्टि और शक्तियों के साथ सशक्त बनाने, निरंतर सीखने और उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए तैयार है। यह पहल सभी संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए कंपनी के समर्पण को रेखांकित करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि इसका कार्यबल ऊर्जा परिदृश्य की लगातार बदलती व्यावसायिक गतिशीलता के लिए कुशलता के साथ तैयार रहे। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता के साथ देश में प्रमुख विद्युत उत्पादक है, इसमें उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन में 50 मेगावाट और द्वारका में 63 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाएं, उत्तर प्रदेश के झांसी में 24 मेगावाट के ढुकुवां लघु जल विद्युत परियोजना, केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना की सफलतापूर्वक कमीशनिंग को इसका श्रेय जाता है
कुमाऊं रेजीमेंट की देवी है मां 'हाट कालिका' देवभूमि उत्तराखंड को देवी-देवताओं का वास माना जाता है। इसी उत्तराखंड में एक ऐसा मंदिर भी है, जहां कहा जाता है कि हर रात महाकाली विश्राम करने के लिए पहुंचती हैं। मंदिर से जाने के बाद हर सुबह उनके रात्रि विश्राम के प्रमाण मिलते हैं। ये स्थान है उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद की गंगोलीहाट तहसील महाकाली का हाट कालिका मंदिर है। बताते हैं कि इसी मंदिर के स्थान पर माता ने काली रूप धारण कर जब शत्रुओं का नाश किया था तो यहां मां का गुस्सा शांत करने के लिए भगवान शिव उनके पांव के नीचे लेट गए थे। कहा जाता है इस स्थान पर कई वर्षों तक माता की तेज ज्वाला निकलती देखी गई है। कई वर्षों बाद आदि गुरु शंकराचार्य ने माता की ज्वाला को शांत किया और यहां माता के शांत स्वरूप की स्थापना की। हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। हाट कालिका मंदिर में हर रोज शाम आरती के बाद माता को भोग लगाया जाता है, जिसके उपरांत माता की शयन आरती गाई जाती है और माता का बिस्तर लगाया जाता है। फिर माता के मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। कहा जाता है कि माता रात्रि विश्राम के लिए मंदिर में पहुंचती हैं और सुबह जब मंदिर के कपाट खोले जाते हैं तो बिस्तर में कुछ इस तरह का आभास होता है कि जैसे किसी ने इसमें रात्रि विश्राम किया हो। एक पुकार पर मां ने सेना के सैकड़ों जवानों की बचाई थी जान मां हाट कालिका देश की सबसे पुरानी सेना कुमाऊं रेजीमेंट की देवी भी हैं। कहते हंै कि देवी ने सैनिक की एक पुकार पर सेना के सैकड़ों जवानों की जान बचाई थी, जिसके बाद अब हर जंग में जाने से पहले कुमाऊं रेजिमेंट के जवान इस देवी की पूजा करते हैं। लोग बताते हैं कि एक बार सेना की कुमाऊं रेजिमेंट के जवान पानी के जहाज से कहीं कूच कर रहे थे। जहाज में अचानक तकनीकी खराबी आ गई और जहाज डूबने लगा। तब उन जवानों में से एक पिथौरागढ़ निवासी जवान ने मां कालिका की स्तुति की। कुछ ही देर बार डूबता जहाज ऊपर आने लगा और खुद धीर-धीरे किनारे लग गया। इस घटना के बाद कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों ने मंदिर में दो बड़ी घंटियां चढ़ाईं और मंदिर का गेट बनवाया। इस चमत्कार के बाद कुमाऊं रेजिमेंट युद्ध में जाने से पहले और ट्रेनिंग में जाने से पहले काली माता का नाम लिए बिना आगे नहीं बढ़ते। कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों की आस्था मंदिर के साथ ऐसी है कि कहा जाता है कि बस महाकाली का नाम लेते ही लड़ाई के मैदान में जवानों की शक्ति दोगुनी हो जाती है। जवानों का कहना है कि उन्हें ऐसा लगता है जैसे उनकी ओर से कोई और लड़ाई कर रहा है और दुश्मनों का खात्मा कर रहा है। हर मुराद होती है पूरी उत्तराखंड के लोगों की आस्था का केंंद्र महाकाली मंदिर अनेक रहस्यमयी कथाओं को अपने आप में समेटे हुए है। कहा जाता है कि जो भी भक्तजन श्रद्धापूर्वक महाकाली के चरणों में आराधना के श्रद्धा पुष्प अर्पित करता है उसके रोग, शोक, दरिद्रता एवं महान विपदाओं का हरण हो जाता है व अतुल ऐश्वर्य एवं संपत्ति की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि मां हाल कालिका मंदिर में आने वाले भक्त की हर मुराद पूरी होती है। कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों ने स्थापित की थी महाकाली की मूर्ति कुमाऊं रेजीमेंट ने पाकिस्तान के साथ छिड़ी 1971 की लड़ाई के बाद गंगोलीहाट के कनारागांव निवासी सूबेदार शेर सिंह के नेतृत्व में सैन्य टुकड़ी ने इस मंदिर में महाकाली की मूर्ति की स्थापना की थी। कालिका के मंदिर में शक्ति पूजा का विधान है। सेना की ओर से स्थापित यह मूर्ति मंदिर की पहली मूर्ति थी। इसके बाद साल 1994 में कुमाऊं रेजीमेंट ने ही मंदिर में महाकाली की बड़ी मूर्ति चढ़ाई है। गण, आंण व बांण की सेना भी चलती है साथ कहा जाता है कि जो भी भक्तजन श्रद्धापूर्वक महाकाली के चरणों में आराधना के पुष्प अर्पित करता है उसके रोग, शोक, दरिद्रता एवं महान विपदाएं दूर हो जाती हैं। वर्ष भर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। महाकाली के संदर्भ में एक प्रसिद्ध किवदंती है कि कालिका का जब रात में डोला चलता है तो इस डोले के साथ कालिका के गण, आंण व बांण की सेना भी चलती है। स्कंदपुराण के मानस खंड में यहां स्थिति देवी का विस्तार से वर्णन मिलता है। आदि गुरु शंकराचार्य हुए थे जड़वत आदि शक्ति महाकाली का यह मंदिर ऐतिहासिक, पौराणिक मान्यताओं सहित अद्भुत चमत्कारी किवदंतियों व गाथाओं को अपने आप में समेटे हुए है। कहा जाता है कि महिषासुर व चंड-मुंड सहित भयंकर शुंभ-निशुंभ आदि राक्षसों का वध करने के बाद भी महाकाली का यह रौद्र रूप शांत नहीं हुआ और इस रूप ने महा विकराल धधकती महाभयानक ज्वाला का रूप धारण कर तांडव मचा दिया था। महाकाली ने महाकाल का भयंकर रूप धारण कर देवदार के वृक्ष में चढ़कर जगन्नाथ व भुवनेश्वर नाथ को आवाज लगानी शुरू कर दी। कहते हैं यह आवाज जिस किसी के कान में पड़ती थी, वह व्यक्ति सुबह तक यमलोक पहुंच चुका होता था। छठी शताब्दी में आदि जगद्गुरु शंकराचार्य जब अपने भारत भ्रमण के दौरान जागेश्वर आये तो शिव प्रेरणा से उनके मन में यहां आने की इच्छा जागृत हुई, लेकिन जब वे यहां पहुंचे तो नरबलि की बात सुनकर उद्वेलित शंकराचार्य ने इस दैवीय स्थल की सत्ता को स्वीकार करने से इंकार कर दिया और शक्ति के दर्शन करने से भी वे विमुख हो गए। शंकराचार्य के मन में विचार आया कि देवी इस तरह का तांडव नहीं मचा सकती, यह किसी आसुरी शक्ति का काम है। लोगों को राहत दिलाने के उद्देश्य से वो गंगोलीहाट के लिए रवाना हो गए। जगद्गुरु जब मंदिर के 20 मीटर पास में पहुंचे तो वह जड़वत हो गए और लाख चाहने के बाद भी उनके कदम आगे नहीं बढ़ पाए। शंकराचार्य को देवी शक्ति का आभास हो गया और वो देवी से क्षमा याचना करते हुए पुरातन मंदिर तक पहुंचे। पूजा अर्चना के बाद मंत्र शक्ति के बल पर महाकाली के रौद्र रूप को शांत कर शक्ति के रूप में स्थापित कर दिया और गंगोली क्षेत्र में सुख शांति व्याप्त हो गई। आराध्य स्थल ही है माता का साक्षात यंत्र सरयू एवं रामगंगा के मध्य गंगावली की सुनहरी घाटी में स्थित भगवती के इस आराध्य स्थल की बनावट त्रिभुजाकार बताई जाती है और यही त्रिभुज तंत्र शास्त्र के अनुसार माता का साक्षात यंत्र है। यहां धनहीन धन की इच्छा से, पुत्रहीन पुत्र की इच्छा से, संपत्ति हीन संपत्ति की इच्छा से सांसारिक मायाजाल से विरक्त लोग मुक्ति की इच्छा से आते हैं व अपनी मनोकामना पूर्ण पाते हैं। चमत्कारिक है मंदिर निर्माण की कथा इस मंदिर के निर्माण की कथा भी बड़ी चमत्कारिक रही है। माना जाता है कि महामाया की प्रेरणा से प्रयाग में होने वाले कुंभ मेले में से नागा पंथ के महात्मा जंगम बाबा को स्वप्न में कई बार इस शक्ति पीठ के दर्शन होते थे। उन्होंने रूद्र दंत पंत के साथ यहां आकर भगवती के लिए मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया। परंतु उनके आगे मंदिर निर्माण के लिये पत्थरों की समस्या आन पड़ी। इसी चिंता में एक रात्रि वे अपने शिष्यों के साथ अपनी धूनी के पास बैठकर विचार कर रहे थे। कोई रास्ता नजर न आने पर थके व निढाल बाबा सोचते-सोचते शिष्यों सहित गहरी निद्रा में सो गये तथा स्वप्न में उन्हें महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती रूपी तीन कन्याओं के दर्शन हुए वे दिव्य मुस्कान के साथ बाबा को स्वप्न में ही अपने साथ उस स्थान पर ले गयीं, जहां पत्थरों का खजाना था। यह स्थान महाकाली मंदिर के निकट देवदार वृक्षों के बीच घना वन था। इस स्वप्न को देखते ही बाबा की नींद भंग हुई उन्होंने सभी शिष्यों को जगाया स्वप्न का वर्णन कर रातों-रात चीड़ की लकड़ी की मशालें तैयार कीं तथा पूरा शिष्य समुदाय उस स्थान की ओर चल पड़ा, जिसे बाबा ने स्वप्न में देखा था। वहां पहुंचकर रात्रि में ही खुदाई का कार्य आरंभ किया गया। थोड़ी ही खुदान के बाद यहां संगमरमर से भी बेहतर पत्थरों की खान निकल आयी। कहते हैं कि पूरा मंदिर, भोग भवन, शिव मंदिर, धर्मशाला वं मंदिर परिसर का व प्रवेश द्वारों का निर्माण होने के बाद पत्थर की खान स्वत: ही समाप्त हो गई। आश्चर्य की बात तो यह है इस खान में नौ फिट से भी लंबे तराशे हुए पत्थर मिले।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में विश्व हिंदू परिषद-बजरंग दल ने चंडीगढ़ में पांच जगह लंगर लगाए। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने लंगर का प्रसाद ग्रहण किया। इन लंगरों में मुख्य रूप से विश्व हिंदू परिषद मंत्री अंकुश गुप्ता, प्रचार प्रचार प्रमुख पंकज शर्मा, उपाध्यक्ष देवेंद्र सिद्धू, बजरंग दल संयोजक और राकेश उप्पल प्रखंड संयोजक शिवांश एवं अन्य कार्यकर्ताओं ने अपनी सेवाएं एवं सहयोग दिया।
** प्रधानमंत्री मोदी ने की प्राण प्रतिष्ठा, रामलला की आंख से पट्टी खोली राम जन्म भूमि अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में श्रीराम के प्रथम दर्शन हो गए हैं। प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरे विधि-विधान से की गई। मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण-प्रतिष्ठा पूजा के लिए संकल्प लिया, उसके बाद पूजा शुरू की और रामलला की आंख से पट्टी खोली। इस दौरान उनके साथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत मंदिर के पुजारी मौजूद रहे । बहुप्रतिक्षित इस समारोह में देश एवं विदेश से कई अतिथि पहुंचे हैं। इससे पहले पीएम मोदी सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर अयोध्या पहुंचे। पूजन के दौरान सेना के हेलिकॉप्टर से अयोध्या में पुष्प वर्षा की गई। प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुबेर टीला जाकर भगवान शिव का पूजन करेंगे।
आम आदमी पार्टी के सांसद और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी हरभजन सिंह ने कहा, 'किसी को जो करना है करे... मैं तो 22 को अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने जा रहा हूं।' पूर्व क्रिकेटर ने कहा, 'यह हम सब लोगों का सौभाग्य है कि हमारे दौर में यह मंदिर बन रहा है। हम सभी को समारोह में शामिल होकर भगवान श्री राम का आशीर्वाद लेना चाहिए। कोई पार्टी जाए या न जाए मैं तो समारोह में जरूर जाऊंगा।' उन्होंने आगे कहा, 'किसी को अगर मेरे जाने से दिक्कत है, तो उनको जो करना है करे, क्योंकि मैं एक ऐसा इंसान हूं जो भगवान को मानता है। मैं धर्म और भगवान राम का अनुयायी हूं। जब भी मौका मिलेगा, मैं मंदिर जरूर जाऊंगा।'
गत दिवस शाम 3 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 29बी हाउसिंग बोर्ड के बाहर से संध्या यात्रा शुरू की गई, जो कॉलोनी से होते हुए तलवार निवास के समीप शिव मंदिर में संपन्न हुई। इस दौरान अयोध्या से आए निमंत्रण पत्र और पूजित अक्षत वितरित किए गए। यात्रा में सभी राम भक्त ढोल और प्रभु राम के भजनों पर नाचते-गाते हुए शामिल हुए। वहीं, बाबा बालक नाथ मंदिर से पालकी को भव्य रूप से कैलाश द्वारा सजाया गया, जो बहुत ही सुंदर लग रही थी। इस यात्रा का राम भक्त दीपक शर्मा के घर स्वागत हुआ। उसके बाद भक्त आशीष वर्मा ने कुलचे-छोले के प्रसाद का लंगर लगाया , वहीं अंकुश गुप्ता निवास में यात्रा का स्वागत हुआ और योगेश तलवार के घर ब्रेड-पकोड़े व चाय के लंगर के पश्चात यात्रा का समापन हुआ। इस यात्रा में मुख्य रूप से ईश्वर, आरएस नेगी, सुशील पांडे, एमएस राणा, बृजेश, शिव राणा, सुनील बागड़ी, सूरज, नरेश, प्रदीप, मीना, राकेश उप्पल, दीप चंद, शिवालिक, राकेश शर्मा, मनदीप, रविंद्र, अलका, पुष्पा बजाज, अनिकेत, छाबरा, सुनीता एवं सभी राम भक्त उपस्थित रहे।
Vice President of India Jagdeep Dhankhar honored THDC India Limited with the prestigious SCOPE Meritorious Award for their outstanding Best Practices in Human_Resource Management in a distinguished ceremony at Vigyan Bhawan, New Delhi. The accolade was received by R. K. Vishnoi, Chairman and Managing Director along with Shallinder Singh, Director (Personnel) of THDCIL.Hon’ble Vice President of India, Jagdeep Dhankhar while addressing the representatives of various CPSEs and Govt. of India officials said that Public Sector is the Spine of Indian Economy. The nation is greatly benefited by the #Public Sector Enterprises. Underscoring the pivotal role of HR practices Vishnoi attributed the prestigious SCOPE Meritorious Award to THDC India Limited's unwavering dedication and unparalleled excellence in world-class HR practices.
कहा, प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर के लोगों के आंसू पोछने नहीं आए राहुल गांधी ने मणिपुर के थौबल से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की। यात्रा से पहले राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा- मणिपुर में भाई-बहन, माता-पिता आंखों के सामने मरे और आज तक प्रधानमंत्री मणिपुर में आपके आंसू पोछने, गले मिलने नहीं आए। ये शर्म की बात है।राहुल ने आगे कहा कि हम आपकी सुनने आए हैं, मन की बात सुनाने नहीं। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी समंदर में सैर करने जाते हैं, राम-राम जपते हैं, लेकिन मणिपुर नहीं आते। उनके मुंह में राम और बगल में छुरी है। राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों को कवर करेगी। इसमें राहुल 6700 किमी का सफर तय करेंगे। यात्रा 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी।
** टीएचडीसीआईएल के निदेशक शैलेेंद्र सिंह और एम्स ऋषिकेश की निदेशक प्रो. मीनू ने दिखाई हरी झंडी सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने की दिशा में जारी प्रयासों के अंतर्गत टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) ने एम्स, ऋषिकेश को समर्पित एक एंबुलेंस वैन को कॉर्पोरेट कार्यालय, ऋषिकेश से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। टीएचडीसीआईएल के निदेशक (कार्मिक) शैलेेंद्र सिंह और एम्स, ऋषिकेश के निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने संयुक्त रूप से एंबुलेंस वैन का उद्घाटन किया। यह दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा पहुंच बढ़ाने के लिए टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने टीएचडीसीआईएल की सीएसआर गतिविधियों पर जोर देते हुए कहा कि एंबुलेंस वैन ग्रामीण समुदायों को सहायता उपलब्ध कराएगी। यह कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति टीएचडीसीआईएल के सतत समर्पण को रेखांकित करता है। विश्नोई ने कहा कि टीएचडीसीआईएल हाइड्रो, विंड, थर्मल, सोलर और पीएसपी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में ऊर्जा के दोहन में हमारी मुख्य योग्यता के अतिरिक्त, सीएसआर में भी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और पहलों के माध्यम से लगातार नए मानक स्थापित कर रहा है। टीएचडीसीआईएल समाज की व्यापक भलाई के प्रति प्रतिबद्ध है तथा इसका उत्तराखंड राज्य पर विशेष ध्यान केंद्रित है। इसी प्रकार की पहल टिहरी जिले में भी की गई है। एंबुलेंस वैन जैसी पहल टीएचडीसी की सीएसआर गतिविधियों का एक हिस्सा है, जो कि उत्कृष्टता, सततता और सामुदायिक विकास की कंपनी के प्रमुख मूल्यों के साथ संरेखित होता है। इस अवसर पर निदेशक (कार्मिक) शैलेंद्र सिंह ने कहा कि टीएचडीसीआईएल उत्तराखंड पर विशेष ध्यान देने के साथ समाज के समग्र कल्याण के प्रति अपने समर्पण को दृढ़ता से कायम रखे हुए है। आज हरी झंडी दिखाकर रवाना की गई एंबुलेंस वैन, टीएचडीसीआईएल के समर्पण का एक प्रमाण है, जो यह सुनिश्चित करता है कि उत्तराखंड के ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों के जरूरतमंद लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हों। इस प्रकार की सीएसआर पहल टीएचडीसीआईएल के उत्कृष्टता, सततता और सामुदायिक विकास के मूल मूल्यों के साथ संरेखित होकर समाज के स्वास्थ्य और कल्याण में सार्थक योगदान देने के हमारे दृढ़ संकल्प का प्रतिनिधित्व करती है।
** नवी मुंबई को मुंबई से जोड़ेगा 21.8 किमी लंबा पुल ** सिर्फ 20 मिनट में पूरा होगा दो घंटे का सफर ** पीएम ने दिसंबर, 2016 में रखी थी पुल की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के सबसे लंबे सी-ब्रिज अटल सेतु का उद्घाटन करेंगे। यह ब्रिज मुंबई से नवी मुंबई को जोड़ेगा। इससे दो घंटे की दूरी सफर 20 मिनट में पूरा होगा। दिसंबर 2016 में मोदी ने इस पुल की आधारशिला रखी थी। पुल की कुल लागत 17 हजार 843 करोड़ रुपए है। 21.8 किलोमीटर लंबे सिक्स लेने वाले ब्रिज को मुंबई ट्रांस हार्बर सीलिंक भी कहा जाता है। पुल का 16.5 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र पर है, जबकि 5.5 किलोमीटर का हिस्सा जमीन पर है। इस पुल की क्षमता रोजाना 70 हजार वाहनों की है। फिलहाल ब्रिज से रोज करीब 50 हजार वाहनों के गुजरने का अनुमान है। पुल को बनाने में 1.78 लाख मीट्रिक टन स्टील और 5.04 लाख मीट्रिक टन सीमेंट का उपयोग किया गया है। ब्रिज पर 400 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पक्षियों और समुद्री जीवों की सुरक्षा के लिए ब्रिज पर साउंड बैरियर और एडवांस लाइटिंग की गई है। ब्रिज की लाइफ 100 साल होगी।
** हिंदुकुश में जमीन से 220 किमी नीचे था केंद्र ** फिलहाल किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं अफगानिस्तान के हिंदुकुश में आज दोपहर बाद 2:20 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसकी वजह से पाकिस्तान के इस्लामाबाद, रावलपिंडी और भारत में जम्मू-कश्मीर से दिल्ली तक धरती हिल गई। नेशनल सेंटर फॉर सीसमोलॉजी के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई। इसका केंद्र हिंदुकुश में जमीन से करीब 220 किलोमीटर नीचे था। फिलहाल किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में था। इसके झटके दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई शहरों में महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में था। इसके झटके दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई शहरों में महसूस किए गए। दो माह पूर्व नेपाल में आया था 6.4 तीव्रता का भूकंप गत वर्ष 4 नवंबर को रात 11:32 बजे नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 157 लोगों की मौत हुई थी। तब दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में भी झटके महसूस किए गए थे। हालांकि भारत में किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।
** हाई कोर्ट ने डीजीपी पद से हटाने का निर्देश वापस लेने से कर दिया है इनकार ** उच्च न्यायालय ने खारिज कर दी है कुंडू की रिकॉल अपील हिमाचल के पूर्व डीजीपी संजय कुंडू ने हिमाचल हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ उक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट में कुंडू के वकील गौरव गुप्ता द्वारा अपील दायर की गई है और इसे सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाना बाकी है। हाई कोर्ट ने नौ जनवरी को सुनाए अपने फैसले में कुंडू को हिमाचल प्रदेश के डीजीपी पद से हटाने का निर्देश वापस लेने से इनकार कर दिया है। हाई कोर्ट ने पद से हटाने के खिलाफ संजय कुंडू और कांगड़ा की पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री की रिकॉल अपील खारिज कर दी थी। मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने सरकार से उस मामले की जांच के लिए एक सप्ताह के भीतर महानिरीक्षक स्तर से नीचे के अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने को कहा, जिसमें पालमपुर के व्यवसायी निशांत शर्मा ने अपने व्यापारिक साझेदारों से जान को खतरा होने की आशंका जताई थी। उन्होंने कुंडू के आचरण पर भी सवाल उठाया था और आरोप लगाया था कि अधिकारी ने उन्हें फोन किया था और शिमला आने के लिए कहा था।
** राज्यों में महाराष्ट्र नंबर वन, मध्य प्रदेश सेकंड, छत्तीसगढ़ थर्ड ** गंगा किनारे बसे क्लीनेस्ट सिटी में वाराणसी प्रथम ** चंडीगढ़ को बेस्ट सफाई मित्र सुरक्षित शहर का अवॉर्ड ** नई दिल्ली में राष्ट्रपति मुर्मू ने राज्यों के प्रतिनिधियों को किया सम्मानित मध्य प्रदेश का इंदौर लगातार सातवीं बार देश का नंबर वन स्वच्छ शहर बना है। केंद्र सरकार ने आज स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 का रिजल्ट जारी किया। एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में इंदौर और सूरत को संयुक्त रूप से पहला स्थान मिला। तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र का नवी मुंबई रहा। भोपाल छठवें से पांचवें नंबर आ गया है। वहीं, एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में महाराष्ट्र का सासवड पहले, छत्तीसगढ़ का पाटन दूसरे और महाराष्ट्र का लोनावाला तीसरे स्थान पर रहा। देश के स्वच्छ राज्यों की कैटेगरी में इस बार महाराष्ट्र को पहला, मध्य प्रदेश को दूसरा और छत्तीसगढ़ को तीसरा स्थान मिला। पिछली बार मध्य प्रदेश पहले स्थान पर था। गंगा किनारे बसे सबसे साफ शहरों में वाराणसी पहले और प्रयागराज दूसरे स्थान पर रहा। दिल्ली के भारत मंडपम कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी ने इन राज्यों के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। इस बार कुल 9500 अंक का सर्वेक्षण हुआ है। मध्य प्रदेश के महू को सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट बोर्ड का अवॉर्ड मिला है। बेस्ट सफाई मित्र सुरक्षित शहर का अवॉर्ड चंडीगढ़ को दिया गया।
-केंद्रीय उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त सचिव की जिम्मेदारी सौंपी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान सचिव भरत खेड़ा को केंद्र सरकार ने दिल्ली बुला लिया है। केंद्र की मोदी सरकार ने खेड़ा को उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त सचिव की जिम्मेदारी सौंपी है। इस संबंध में केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति के सचिवालय की ओर से नियुक्ति आदेश जारी किए गए हैं। भरत खेड़ा के प्रतिनियुक्ति पर जाने से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव पद के लिए योग्य अधिकारी को तलाश करना सरकार के लिए चुनौती रहेगा। वर्तमान में प्रदेश के प्रशासनिक सचिवों के पास औसतन पांच से छह विभाग हैं। खेड़ा वर्तमान में अकेले करीब दस महकमों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। सामान्य प्रशासन विभाग, सचिवालय प्रशासन विभाग, ऊर्जा विभाग, बिजली बोर्ड, लोक निर्माण विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, कर एवं आबकारी विभाग, संसदीय कार्य के अलावा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव का पदभार इनके पास है। खेड़ा के दिल्ली जाने से इन महकमों का आवंटन करना सरकार के लिए आसान नहीं रहने वाला है।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) ने 5 जनवरी को नई दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में व्यवसाय में पारदर्शिता और सहयोग के प्रति कंपनी के समर्पण को रेखाकिंत करते हुए व्यवस्थापकों की बैठक आयोजित की। इस कार्यक्रम में कंपनी के प्रतिष्ठित व्यवस्थापक और निवेशक उपस्थित हुए। बैठक में टीएचडीसीआईएल के द्वारा प्रतिबद्धता जाहिर की गई कि कंपनी 12 जनवरी को कॉरपोरेट बॉन्ड सीरीज-IX जारी करने जा रही है। निदेशक (वित्त) जे. बेहेरा की अगुवाई में उनकी टीम ने कंपनी के भावी विकास पथ पर सक्रिय रूप से चर्चा की। टीएचडीसीआईएल ने एक व्यापक प्रस्तुतिकरण दिया, जिसमें कंपनी के विकास की संभावनाओं, इसकी वित्तीय स्थिति और चल रही परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। यह बैठक सार्थक संवाद को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगी। यह इस बात को सुनिश्चित करने में मदद करेगी कि व्यवस्थापकों और निवेशकों को कंपनी की रणनीतिक दिशा के बारे में अच्छी प्रकार से जानकारी है। बैठक का मुख्य आकर्षण जे. बेहेरा के नेतृत्व में की गई व्यापक चर्चा थी, जिसमें उन्होंने विस्तार से रणनीतियों और क्रेडिट रेटिंग पर की गई पूछताछ का उत्तर दिया। बैठक में विचारों के आपसी आदान-प्रदान से कंपनी के व्यवसाय और वित्तीय रणनीतियों के बारे में हितधारकों को संसूचित और आश्वस्त करना था जो कि टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता दर्शाता है। परियोजनाओं की सन्निकट कमीशनिंग एक प्रमुख कारक के रूप में उभरी है, जिससे कंपनी की क्रेडिट रेटिंग में काफी वृद्धि होने की उम्मीद है। यह टीएचडीसीआईएल की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और निवेशकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने के लिए टीएचडीसीआईएल के समर्पण पर जोर देती है। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हितधारकों को रणनीतियों के विस्तार, क्रेडिट रेटिंग और परियोजनाओं की सन्निकट कमीशनिंग आदि के बारे में संसुचित करना, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। विकास की संभावनाओं और वित्तीय मामलों के अतिरिक्त, उपस्थित लोगों को सूचित किया गया कि टीएचडीसीआईएल के द्वारा कॉरपोरेट बॉन्ड सीरीज-9 के लिए 12 जनवरी को बिडिंग निर्धारित की गई है। यह बैठक इस बात का प्रतीक है कि टीएचडीसीआईएल उत्पादन में आपसी विचार-विमर्श को बढ़ावा देने, वित्तीय दृष्टिकोण पर स्पष्टता प्रदान करने और हितधारकों के साथ खुला संचार एवं संपर्क बनाए रखने के प्रति समर्पित है। टीएचडीसीआईएल 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता के साथ देश के प्रमुख बिजली उत्पादकों में से एक है, जिसका श्रेय इसकी प्रचालनाधीन परियोजनाओं को जाता है जिनमें उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन और द्वारका में क्रमश: 50 मेगावाट और 63 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाएं और उत्तर प्रदेश के झांसी में 24 मेगावाट की ढुकवां लघु जल विद्युत परियोजना तथा केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि टीएचडीसीआईएल की अमेलिया कोयला खदान का वाणिज्यिक संचालन निर्धारित समय से छह महीने पहले शुरू हो गया है जो एक विशेष उपलब्धि है। यह उपलब्धि देश की अग्रणी बिजली कंपनियों में से एक के साथ बने विश्वास और साझेदारी को रेखांकित करती है। निकट भविष्य में 1320 मेगावाट खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट (केएसटीपीपी) की प्रथम यूनिट (660 मेगावाट) और 1000 मेगावाट टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) की प्रथम यूनिट (250 मेगावाट) के चालू होने के साथ, टीएचडीसीआईएल उपलब्धियों को बढ़ाने, ऊर्जा क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे को लेकर हिंद महासागर में बसे मालदीव के नेताओं द्वारा दिए विवादित बयान अब खुद मालदीव के लिए भारी पड़ते दिख रहे हैं। सबसे बड़ी मार उसके पर्यटन कारोबार पर पड़ी है, क्योंकि मालदीव की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का खासा महत्व है। भारतीयों ने मालदीव के नेताओं के जरिए भारत को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मालदीव का बायकॉट करना शुरू कर दिया है। पता चला है कि हजारों की संख्या में होटल बुकिंग और फ्लाइट टिकट कैंसिल हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार साढ़े 10 हजार से ज्यादा होटल बुकिंग्स कैंसिल हो गई हैं, जबकि 5 हजार से ज्यादा फ्लाइट टिकट को भी कैंसिल कर दिया गया है। उधर, मालदीव ने उन तीन मंत्रियों को भी सस्पेंड कर दिया है, जिनकी वजह से ये विवाद शुरू हुआ था। इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूअर ऑपरेटर्स ने अनुमान लगाया है कि बायकॉट का असर अगले 20 से 25 दिनों में दिखने लगेगा।
** सुप्रीम कोर्ट ने रद्द किया गुजरात सरकार का फैसला ** कहा, मामले में सुनवाई महाराष्ट्र में हुई ** रिहाई पर फैसला भी वहीं की सरकार करेगी गुजरात में 2002 दंगों के दौरान बिलकिस बानो गैंगरेप के 11 दोषियों को समय से पहले जेल से रिहा करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया है। जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने सोमवार को फैसला सुनाते हुए कहा- सजा अपराध रोकने के लिए दी जाती है। पीड़ित की तकलीफ की भी चिंता करनी होगी। बेंच ने कहा कि गुजरात सरकार को रिहाई का फैसला लेने का कोई अधिकार नहीं है। वह दोषियों को कैसे माफ कर सकती है। सुनवाई महाराष्ट्र में हुई है तो रिहाई पर फैसला भी वहीं की सरकार करेगी। जिस राज्य में अपराधी पर मुकदमा चलाया जाता है और सजा सुनाई जाती है, उसी को दोषियों की माफी याचिका पर फैसला लेने का अधिकार है। दरअसल, बिलकिस बानो ने गैंगरेप के 11 दोषियों की रिहाई के खिलाफ 30 नवंबर 2022 में सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं दाखिल की गई थीं। पहली याचिका में 11 दोषियों की रिहाई को चुनौती देते हुए उन्हें तुरंत वापस जेल भेजने की मांग की गई थी। दूसरी याचिका में सुप्रीम कोर्ट के मई में दिए आदेश पर विचार करने की मांग की गई थी। कोर्ट ने कहा था कि दोषियों की रिहाई पर फैसला गुजरात सरकार करेगी। बिलकिस ने कहा कि जब केस का ट्रायल महाराष्ट्र में चला था, फिर गुजरात सरकार फैसला कैसे ले सकती है? केस के सभी 11 दोषी 15 अगस्त 2022 को आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रिहा कर दिए गए थे।
-राजस्व मंत्री कृष्ण बायरे गोडा ने जनहित में सराहनीय पहल दिया करार -कहा, बेहतरीन कार्य कर रही हिमाचल की कांग्रेस सरकार कर्नाटक के राजस्व मंत्री कृष्ण बायरे गोडा ने हिमाचल सरकार के इंतकाल अदालतें के आयोजन को जनहित में एक सराहनीय पहल करार दिया है। रविवार क बेंगलुरु में हिमाचल के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक केवल सिंह पठानिया और इंदौर के विधायक मलिंदर राजन के साथ कर्नाटक के राजस्व मंत्री ने औपचारिक भेंट में यह कहा कि हिमाचल की सुखविंदर सिंह की सरकार बेहतरीन कार्य कर रही है। बता दें कि आपदा के दौरान भी प्रदेश सरकार के प्रयासों को नीति योग से लेकर वर्ल्ड बैंक तक की जैसी एजेंसियों ने भी ने खूब सराहा है। उन्होंने कहा की हिमाचल की सरकार ने कर्मचारियों के हितों में ओल्ड पेंशन का निर्णय लेकर बढ़िया कदम उठाया है। इस अवसर पर विधायक केवल सिंह पठानिया ने कर्नाटक के राजस्व मंत्री को अवगत करवाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित राजस्व लोक अदालतें राज्य के लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रही हैं। इनके माध्यम से इंतकाल और तकसीम के हजारों मामलों का निपटारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 4 व 5 जनवरी, 2024 को आयोजित राजस्व लोक अदालतों में 24,091 मामलों का निपटारा किया गया, जिनमें इंतकाल के 20,547 मामले थे। दिसम्बर, 2023 में प्रदेश की राजस्व अदालतों में तकसीम के कुल 1,823 मामले दर्ज किए गए। 3 दिसम्बर, 2023 से 5 जनवरी, 2024 तक तकसीम के रिकॉर्ड 3,544 मामलों का निपटारा किया गया, जोकि इस दौरान दर्ज मामलों का लगभग 200 प्रतिशत है। उन्होंने बताया प्रदेश सरकार भविष्य में भी राजस्व लोक अदालतों का आयोजन करेगी ताकि प्रदेशवासियों के राजस्व से जुड़े मामलों का शीघ्र निपटारा किया जा सके।
-सेना के कमांडो ने की टेरेन मास्किंग एक्सरसाइज -सोशल मीडिया पर वीडियो किया जारी वायुसेना ने लद्दाख के कारगिल में पहली बार C-130J सुपर हरक्यूलिस विमान की नाइट लैंडिंग करवाई है। वायुसेना ने आज सोशल मीडिया पर इसका वीडियो जारी किया। इस वीडियो में सेना के कमांडोज टेरेन मास्किंग एक्सरसाइज करते हुए दिखाई दे रहे हैं। ये एक खास तरह का सैन्य अभियान होता है, जो दुश्मन से छिपकर अपने मिशन को अंजाम तक पहुंचाने के लिए किया जाता है। हालांकि एयरफोर्स ने इस एक्सरसाइज को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी है। लद्दाख में बेहद खतरनाक है रात को लैंडिंग करना लद्दाख के कारगिल में मौजूद हवाई पट्टी समुद्र तल से 8,800 फीट से ज्यादा ऊंचाई पर है। यह इलाका ऊंची पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा हुआ है। ऐसे में यहां लैंडिंग काफी मुश्किल मानी जाती है। रात के अंधेरे में लैंडिंग करना और भी चुनौतीपूर्ण होता है। इस दौरान न सिर्फ पहाड़ों से बचना होता है, बल्कि सिर्फ नेविगेशन के जरिए ही विमान उतारना पड़ता है। 69 साल से लगातार सर्विस में सी-130 सी-130 विमान ने 1954 में पहली बार उड़ान भरी थी। इस चार इंजन वाले ट्रांसपोर्ट विमान को अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया था। बाद में नए इंजन, फ्लाइट डेक और एडवांस सिस्टम के साथ अपग्रेड हुए प्लेन को सी-130जे नाम दिया गया। भारत समेत 20 से ज्यादा देश इस विमान का इस्तेमाल करते हैं।
-126 दिन चला सफर, अब पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर -पीएम बोले, विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे इसरो का आदित्य-एल1 स्पेसक्राफ्ट 126 दिनों में 15 लाख किमी की दूरी तय करने के बाद आज सन-अर्थ लैग्रेंज पॉइंट 1 (एल1) पर पहुंच गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने आदित्य-एल1 के हेलो ऑर्बिट में एंट्री करने की देशवासियों को बधाई देते हुए एक्स पर पोस्ट शेयर की है। ये मिशन 5 साल का होगा। स्पेसक्राफ्ट में 440एन लिक्विड अपोजी मोटर लगी है, जिसकी मदद से आदित्य-एल1 को हेलो ऑर्बिट में पहुंचाया गया। यह मोटर इसरो के मार्स ऑर्बिटर मिशन में इस्तेमाल की गई मोटर के समान है। इसके अलावा आदित्य-रु1 में आठ 22एन थ्रस्टर और चार 10एन थ्रस्टर हैं, जो इसके ओरिएंटेशन और ऑर्बिट को कंट्रोल करने के लिए जरूरी हैं। एल1 अंतरिक्ष में ऐसा स्थान है, जहां पृथ्वी और सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्तियां संतुलित होती हैं। हालांकि एल1 तक पहुंचना और स्पेसक्राफ्ट को इस ऑर्बिट में बनाए रखना कठिन टास्क है। एल1 का ऑर्बिटल पीरियड करीब 177.86 दिन है। भारत ने एक और लैंडमार्क कायम किया : प्रधानमंत्री पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा, 'भारत ने एक और लैंडमार्क कायम किया है।Ó सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का स्पेसक्राफ्ट आदित्य एल1 अपने डेस्टिनेशन पर पहुंच गया है। यह सबसे जटिल और पेचीदा अंतरिक्ष अभियानों को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम का प्रमाण है। मैं इस असाधारण उपलब्धि की सराहना करने में राष्ट्र के साथ शामिल हूं। हम मानवता को फायदा पहुंचाने के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।
-शिप में 15 भारतीय क्रू मेंबर्स हैं सवार -जहाज पर हथियार लेकर उतरे 5-6 लोग सोमालिया तट पर एक और मालवाहक जहाज 'एमवी लीला नॉरफॉकÓ हाईजैक हो गया है। जहाज बीते दिन हाईजैक हो गया था, जिसके बाद उसपर भारतीय सेना कड़ी निगरानी रख रही है। सोमालिया के तट के पास अगवा किए गए लाइबेरिया के झंडे वाले जहाज पर चालक दल में 15 भारतीय सदस्य भी शामिल हैं। भारतीय नौसेना के विमान जहाज पर नजर रख रहे हैं और चालक दल के साथ संचार स्थापित किया गया है। सैन्य अधिकारी ने बताया कि भारतीय नौसेना अपहृत जहाज एमवी लीला नॉरफॉक पर कड़ी निगरानी रख रही है, जिसके बारे में कल शाम जानकारी मिली थी। सोमालिया के तट के पास अगवा किए गए लाइबेरिया के झंडे वाले जहाज पर चालक दल के 15 भारतीय सदस्य हैं। भारतीय नौसेना के विमान जहाज पर नजर रख रहे हैं और चालक दल के साथ भी कम्यूनिकेशन स्थापित किया गया है। भारतीय नौसेना ने कहा कि जहाज ने ब्रिटेन के मैरिटाइम ट्रेड ऑपरेशन्स पोर्टल पर एक संदेश भेजा था। इसमें कहा गया था कि 4 जनवरी की शाम को 5-6 लोग हथियारों के साथ जहाज पर उतरे। नौसेना ने कहा कि हाईजैक की सूचना मिलते ही एक मैरिटाइम पैट्रोलिंग एयरक्राफ्ट को जहाज की तरफ रवाना किया गया। एयरक्राफ्ट ने तड़के सुबह शिप की लोकेशन पर पहुंचकर क्रू से संपर्क किया है। सभी सुरक्षित हैं। नेवी का एयरक्राफ्ट लगातार आईएनएस चेन्नई की लोकेशन ट्रैक कर रहे हैं।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने 2400 मेगावाट टेहरी पावर कॉम्प्लेक्स को चालू करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। 1000 मेगावाट के टेहरी पीएसपी की 250 मेगावाट की पहली इकाई के बटरफ्लाई वाल्व (बीएफवी) को सफलतापूर्वक 4 जनवरी को लॉन्च किया गया था। यह उपलब्धि भारत के सबसे बड़े 2400 मेगावाट हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स के लिए पूर्ण परिचालन क्षमता प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है, जिसमें 1000 मेगावाट टेहरी एचपीपी और 400 मेगावाट कोटेश्वर एचईपी पहले से ही सफल संचालन में हैं। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर. विश्नोई ने टिहरी पीएसपी टीम के समर्पित प्रयासों की सराहना की है। यह उपलब्धि टीएचडीसी को टिहरी पीएसपी को चालू करने के करीब ले गई है, जो 2030 तक 500 गीगावॉट से अधिक गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता को एकीकृत करने के भारत सरकार के दृष्टिकोण और शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने की देश की प्रतिबद्धता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस पीएसपी के चालू होने के बाद, 2400 मेगावाट की कुल क्षमता के साथ भारत में सबसे बड़ा, टिहरी पावर कॉम्प्लेक्स पूरे सप्ताह 24 घंटे किफायती बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के देश के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को साकार करने में आधारशिला के रूप में उभरने के लिए तैयार है, जिससे इसमें महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। राष्ट्र के विकास इंजन को ईंधन देना ेहरी पंप स्टोरेज परियोजना कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के अनुरूप, टिकाऊ और पर्यावरण के प्रति जागरूक ऊर्जा समाधानों के प्रति कंपनी के समर्पण का एक प्रमाण है। यह उपलब्धि ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी प्रगति के लिए टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जो देश को एक ऐतिहासिक वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट के करीब लाती है। जैसे-जैसे परियोजना आगे बढ़ रही है, टीएचडीसीआईएल उत्कृष्टता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए समर्पित है।
-मुख्यमंत्री ने केंद्रीय नागर विमानन मंत्री से भेंट कर किया आग्रह -प्रस्तावित 9 हेलीपोर्ट के निर्माण में तेजी लाने का भी आग्रह किया मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने ए 320 विमानों के संचालन के लिए कांगड़ा हवाई अड्डे के 1376 मीटर से 3010 मीटर तक प्रस्तावित विस्तारीकरण पर चर्चा की। उन्होंने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा हवाई अड्डे के निर्माण के लिए शीघ्र कार्रवाई का आग्रह किया, जिसके लिए राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जिला मुख्यालयों के साथ-साथ जनजातीय क्षेत्रों में हेलीपोर्ट निर्मित करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने पहले चरण में राज्य में प्रस्तावित 9 हेलीपोर्ट के निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ये हेलीपोर्ट जनजातीय और दूरदराज के क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा प्रदान करने, आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं और बर्फीले क्षेत्रों में स्थानीय लोगों और पर्यटकों के फंसने की स्थिति में उन्हें सुरक्षित निकालने में मील पत्थर साबित होंगे। मुख्यमंत्री ने संजौली हेलीपोर्ट के संचालन के बारे में भी चर्चा की और पर्यटकों की सुविधा के लिए चंडीगढ़ से कुल्लू के लिए अतिरिक्त उड़ानें शुरू करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शिमला के लिए तीन, धर्मशाला के लिए चार और कुल्लू के लिए केवल एक उड़ान संचालित की जा रही है, जो क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों की बड़ी संख्या को देखते हुए अपर्याप्त है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उड़ान योजना के तहत रक्कड़, पालमपुर, चंबा और रिकांगपिओ के लिए हेलीपोर्ट पर विचार किया जा रहा है और अगले चरण में अन्य हेलीपोर्ट पर विचार किया जाएगा। उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों को संजौली हेलीपोर्ट के संचालन की प्रक्रिया में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने राज्य को हरसंभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, आवासीय आयुक्त मीरा मोहंती और मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया भी उपस्थित थे।
-साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से हराकर सीरीज की बराबर -पहली पारी में सिराज, दूसरी में बुमराह ने झटके 6-6 विकेट साउथ अफ्रीका के केपटाउन में भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया है। टीम इंडिया ने वह कर दिखाया जो आज तक कोई भी एशियाई टीम नहीं कर सकी थी। भारतीय टीम ने मैच के दूसरे ही दिन साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से हराकर सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया है। केपटाउन में टेस्ट मैच जीतने वाली पहली टीम बनने के साथ ही रोहित शर्मा पहले कप्तान भी बने हंै। टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को पहली पारी में 55 रनों पर ढेर किया था, जबकि दूसरी पारी में 176 रनों पर ऑलआउट किया। पहली पारी में मोहम्मद सिराज और दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने 6-6 विकेट झटके, जबकि भारत को 79 रनों का लक्ष्य मिला। इसे उसने आसानी से हासिल करते हुए इतिहास रच दिया। इससे पहले भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 6 टेस्ट इस मैदान पर खेले गए थे, जबकि भारत को 4 में हार मिली थी। छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को युवा यशस्वी जायसवाल ने तेज शुरुआत दी। उन्होंने पहली ही गेंद पर कागिसो रबाडा को चौका लगाकर टीम का खाता खोला तो रोहित शर्मा सिंगल लेकर स्ट्राइक रोटेट करते नजर आए। भारत को छठे ओवर में पहला झटका लगा, यशस्वी 28 रन बनाकर बर्गर के शिकार बने। इसके बाद शुभमन गिल भी सिर्फ 10 रन बनाकर चलते बने। कोहली भी 12 रन पर वापस लौट आए, हालांकि यहां से रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर ने मोर्चा संभाला और भारत को जीत दिला दी। इसके साथ ही रोहित शर्मा एमएस धोनी के बाद साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज ड्रॉ करवाने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बने।
-केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने में मांगा सहयोग मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से कैंसर, मधुमेह, सीबीडी और स्ट्रोक रोकथाम एवं नियंत्रण के राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत डॉ. राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर में प्राथमिकता के आधार पर राज्य कैंसर संस्थान स्थापित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य में कैंसर मामलों की बढ़ती दर के दृष्टिगत यह संस्थान स्थापित करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत डॉ. राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक निर्मित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि राज्य में लोगों को सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं और प्रदेश सरकार ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य बुनियादी अधोसंरचना को सुदृढ़ कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सुपर स्पेशियलिटी बुनियादी अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण की दिशा में भी कार्य कर रही है। उन्होंने डॉ. राधा कृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर में मातृ एवं शिशु अस्पताल विंग की क्षमता 100 से बढ़ाकर 200 बिस्तर करने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति में यात्रियों व पर्यटकों को समय पर त्वरित आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नागरिक अस्पताल घुमारवीं तथा श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय नेरचौक, परवाणू-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नागरिक अस्पताल धर्मपुर और पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नागरिक अस्पताल पालमपुर के लिए चार ट्रामा सेंटर स्वीकृत करने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने चंबा, हमीरपुर और नाहन में तीन नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना के लिए आवश्यक स्वीकृति और धन उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया में तेजी लाने का भी आग्रह किया। केंद्रीय मंत्री ने राज्य को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
-एलजी विनय कुमार सक्सेना ने आदेश दिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। एलजी विनय कुमार सक्सेना ने एक और मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। उप राज्यपाल ने मोहल्ला क्लिनिक में फर्जी टेस्ट मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। इससे पहले एलजी ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में कुछ जीवन रक्षक दवाओं सहित गैर-मानक दवाओं की खरीद और आपूर्ति की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। दिल्ली विभाग के स्वास्थ्य विभाग के तहत केंद्रीय खरीद एजेंसी से सरकारी अस्पतालों में इस तरह की नकली दवाईओं की आपूर्ति की गई थी। राजनिवास के अनुसार कई रोगियों और बड़े पैमाने पर लोगों की शिकायतों के बाद इहबास, लोक नायक और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल से नमूने एकत्र किए गए। इन तीनों अस्पतालों में लाखों रोगियों का उपचार चलता है।
- जांच के लिए सेबी को 3 महीने का और समय दिया - गौतम अडाणी बोले, सत्यमेव जयते सुप्रीम कोर्ट ने अडाणी-हिंडनबर्ग मामले की जांच एसआईटी से करवाने से इनकार कर दिया है। हालांकि आज सेबी को बचे हुए 2 मामलों की जांच के लिए 3 महीने का और समय दे दिया है। चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस जे बी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि सेबी के रेगुलेटरी फ्रेमवर्क में दखल देने की इस अदालत की शक्ति सीमित है। सेबी ने 24 में से 22 मामलों की जांच पूरी कर ली है। सॉलिसिटर जनरल के आश्वासन को ध्यान में रखते हुए, हम सेबी को अन्य दो मामलों में 3 महीने के भीतर जांच पूरी करने का निर्देश देते हैं। सुप्रीम कोर्ट का मानना है कि जांच को सेबी से एसआईटी को ट्रांसफर करने का कोई आधार नहीं है। कोर्ट के इस फैसले के बाद अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने कहा- कोर्ट के फैसले से पता चलता है कि सत्य की जीत हुई है। सत्यमेव जयते।
भारत सरकार ने नए साल की शुरुआत में कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ पर बड़ा एक्शन लिया है. गृह मंत्रालय ने गोल्डी को आतंकी घोषित कर दिया है. इस संबंध में नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है. गृह मंत्रालय की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि गोल्डी बराड़ प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है. NIA ने गोल्डी बराड़ सहित कई कुख्यात गैंगस्टर्स के खिलाफ भारत में टारगेट किलिंग के मामले में चार्जशीट दाखिल की थी. गोल्डी बराड़ को गैंगस्टर्स लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता है. केन्द्रीय जांच एजेंस ने कुछ समय पहले कई गैंगस्टर से जुड़े मामलों की तफ्तीश की थी. जिसके बाद वो ऐसे 28 बड़े और खूंखार गैंगस्टर तक पहुंचे, जिन्होंने देश में जमकर दहशतगर्दी फैलाई है. एनआईए ने ऐसे अपराधियों की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी थी. इन गैंगस्टरों में पंजाब, दिल्ली, हरियाणा ,राजस्थान सहित अन्य राज्यों में कई बड़े कुख्यात अपराधी शामिल हैं. आतंकवाद विरोधी गतिविधि अधिनियम (UAPA) के तहत गोल्डी को आतंकवादी घोषित किया गया है.