सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि जे अंगमो ने अपने पति की तुरंत रिहाई की मांग को लेकर 2 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है। गीतांजलि ने दावा किया है कि उनके पति पर लगे सारे आरोप गलत हैं और उनकी गिरफ्तारी भी अवैध है। सोनम वांगचुक 24 सितंबर को लेह में हिंसा भड़काने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत 26 सितंबर को गिरफ्तार किये गए थे। गीतांजलि ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि उन्हें एक हफ्ता से सोनम की सेहत, उनकी हालत और साथ ही नजरबंदी के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। अंगमो ने अपने पति वांगचुक की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ NSA लगाने को कोर्ट में चुनौती दी है। अंगमो ने कहा कि उन्हें अभी तक सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी आर्डर की कॉपी भी नहीं मिली है। अंगमो PM मोदी, राष्ट्रपति मुर्मू और गृह मंत्री अमित शाह समेत लद्दाख के उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता तक को पत्र लिख चुकी हैं। बंदी प्रत्यक्षीकरण बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करने का अधिकार हर नागरिक को होता है। अगर किसी व्यक्ति को गैर-कानूनी ढंग से हिरासत में लिया गया है, तो बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के तहत अदालत उस व्यक्ति को तुरंत कोर्ट में पेश करने का आदेश दे सकती है। आदेश जारी होते ही पुलिस को पूरी जानकारी कोर्ट के सामने पेश करनी होती है। अंगमो ने लगाया आरोप अंगमो का आरोप लगाया है कि उनके पति वांगचुक को चुप कराने के लिए कई महीने से विच हंट किया जा रहा है। वांगचुक हमेशा से गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन करते आए हैं। उन्होंने कहा कि उनके पति सोनम वांगचुक पाकिस्तान गए थे तो इसमें गलत क्या है। वांगचुक जलवायु परिवर्तन से सम्बंधित मीटिंग में गए थे।
सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक व पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र ने आज गुरुवार को करीब 90 साल की उम्र में मिर्जापुर में अंतिम सांस ली। शाम 7 बजे के करीब बनारस में उनका अंतिम संस्कार होगा। उनकी तबीयत लंबे समय से ठीक नहीं थी। उन्हें फेफड़ों में संक्रमण, डायबिटीज व ब्लड प्रेशर की समस्या थी। वे संगीत के किराना व बनारस घराने से ताल्लुक रखते थे। काशी की धरती पर ही वे शास्त्रीय संगीत को नए मुकाम पर ले गए और यहीं से वे विश्वभर में बनारस घराने का नाम रोशन किया। PM मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वे भारतीय कला-संस्कृति के समर्पित सेवक थे। बचपन बहुत ही कठिनायों में बीता छन्नूलाल मिश्र का जन्म 1936 को अगस्त में उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के हरिहरपुर में हुआ था। उनका बचपन बहुत ही कठिनायों में बीता था। आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता था। हालांकि संगीत उनके परिवार में सात पीढ़ियों से रचा-बसा था। उनके दादा एक प्रसिद्ध तबला वादक थे। संगीत के प्रति बहुत लगाव होने के चलते ही छन्नूलाल जब छह वर्ष के थे तभी से ही वे अपने पिता बद्री प्रसाद मिश्र से संगीत सीखना शुरू कर दिया था। नौ साल की उम्र में वे किराना घराने के उस्ताद अब्दुल गनी खान से खयाल सीखा। उसके बाद वे ठाकुर जयदेव सिंह से संगीत सीखा। कर्मभूमि रही बनारस छन्नूलाल की कर्मभूमि बनारस था और वे किराना व बनारस घराना के गायक थे। वे खयाल, ठुमरी, भजन, दादरा, कजरी तथा चैती के लिए जाने जाते थे। गायकी की अद्भुत काम के लिए छन्नूलाल को वर्ष 2000 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, वर्ष 2010 में पद्मभूषण वर्ष, वर्ष 2020 में पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पंडित मिश्र की गायिकी के कायल PM नरेंद्र मोदी भी रहे हैं। 2014 में जब मोदी काशी से चुनाव लड़े, तब वे छन्नूलाल मिश्र को अपना प्रस्तावक बनाया था।
केंद्रीय कर्मचारियों को दशहरा-दिवाली पर बोनस का तोहफा देने का ऐलान हुआ है। वित्त मंत्रालय ने 2024-25 के लिए केंद्रीय कर्मचारियों के लिए नॉन-प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (एडहॉक बोनस) का ऐलान किया है। इसके अंतर्गत पात्र कर्मचारियों को 30 दिन के वेतन के बराबर का अमाउंट बोनस के रूप में दिया जाएगा। आपको बता दें कि इसके लिए ग्रुप सी के सभी केंद्रीय कर्मचारी और साथ ही ग्रुप बी में आने वाले केंद्र के उन नॉन गजटेड कर्मचारियों को भी यह बोनस मिलेगा जो किसी प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस योजना के तहत नहीं आते हैं। केंद्र ने इस निर्णय से केंद्रीय कर्मचारियों व सुरक्षा बलों के जवानों को त्यौहार के समय में आर्थिक रूप से बहुत राहत दी है। इन कर्मचारियों को मिलेगा इस बोनस का फायदा उन्हीं कर्मचारियों को मिलेगा जो 31 मार्च 2025 तक सेवा में रहे या फिर जिन्होंने लगातार 6 महीने तक काम किया हो। साथ ही जिन्होंने पिछले 3 सालों में निर्धारित दिनों तक काम किया है, उन्हें भी बोनस मिलेगा। जिसने पूरे साल काम नहीं किया है, तो वह जितने महीने काम किया है, उसके अनुसार उन्हें बोनस मिलेगा। ऐसे एड-हॉक कर्मचारी, जिनकी सर्विस में कोई बाधा दिक्कत नहीं है, वे भी इस बोनस के पात्र होंगे। एडहॉक बोनस का फायदा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और सशस्त्र बलों के सभी पात्र कर्मियों को भी मिलेगा। पूरे वर्ष सर्विस में रहने वाले कर्मचारियों को 6,908 रूपए का बोनस तथा कैजुअल कर्मचारियों के लिए बोनस 1,184 रूपए तय हुई है।
तमिलनाडु के करूर में एक्टर जोशेफ विजय की रैली में बीते कल 27 सितंबर की शाम को भगदड़ मच गई। भगदड़ में करीब 39 लोगों की जानें गई हैं, जबकि 95 लोग घायल हैं। हादसे के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से मामले की रिपोर्ट मांगी है। एक्टर जोशेफ विजय ने 2 फरवरी 2024 को तमिलगा वेत्री काजहाम (TVK) पार्टी बना कर 2026 में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की। इसी वजह से वे प्रदेशभर में रैलियां कर रहे हैं। हाल में करूर में रैली की गई। जोशेफ विजय सत्तारूढ़ DMK के सबसे बड़े विरोधी के रूप में राजनीति में आना चाहते हैं। TVK के सोशल मीडिया X पर पोस्ट कर बताया गया कि जोशेफ विजय दोपहर 12 बजे तक सभा स्थल पहुंचेंगे। इस वजह से लोग सुबह 11 बजे से ही जुटने लगे, पर विजय तय किये गए समय पर नहीं आए, बल्कि वे करीब शाम 7.30 बजे आए। भगदड़ मचने की वजह रैली में केवल 10 हजार लोगों की अनुमति मिली थी, पर 50 हजार लोगों की भीड़ इकठ्ठी हो गई। विजय की प्रचार बस इसी भीड़ के बीच से आई, इससे लोगो की भीड़ में दबाव बढ़ा, लोग एक दूसरे पर गिरने लगे। इसी दौरान वहां भगदड़ मची। विजय ने अपना भाषण बीच में ही रोक दिया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। लेकिन तब तक स्थिति बेकाबू हो चुकी थी। भीड़ इतनी थी कि एम्बुलेंस व वॉलंटियर्स का गिरे हुए लोगों तक तुरंत पहुंच पाना भी मुश्किल हो गया था। घायलों से नहीं मिले जोशेफ विजय बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद विजय घायलों से नहीं मिले और न उनके प्रति कोई संवेदना उन्होंने जताई। वे चार्टर्ड फ्लाइट से सीधे चेन्नई चले गए। केवल उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा- वे बहुत दर्द व दुःख महसूस कर रहे हैं। वह करूर में जान गंवाने वालों के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं तथा घायलों के जल्दी ठीक होने की प्रार्थना करते हैं। पुलिस द्वारा TVK के जिला सचिव पर मामला दर्ज करूर पुलिस ने TVK के करूर वेस्ट डिस्ट्रिक्ट सेक्रेटरी वीपी मथियाझागन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कहा कि प्रचार कार्यक्रम के दौरान मानदंडों के उल्लंघन के लिए बीएनएस की धारा 109, 110, 125B, 223 के तहत मामला दर्ज हुआ है। PMO ने 2 लाख रुपए देने की घोषणा PM नरेंद्र मोदी ने करूर हादसे में मारे गए मृतक के परिवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए और वहीं घायलों को 50,000 रुपए की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है। CM स्टालिन ने किया अस्पताल का दौरा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि पहले कभी भी एक राजनीतिक पार्टी के कार्यक्रम में हादसे में इतने लोग नहीं मारे गए। स्टालिन ने शनिवार देर रात को सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का दौरा किया। करूर में शनिवार के भगदड़ में घायल लोगों से मिलकर उनके बेहतर इलाज करने का उन्होंने आदेश दिया। मुख्यमंत्री स्टालिन ने भी इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रूपए व घायलों को 1 लाख रूपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
भारतीय चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव से पहले ही e-Sign सुविधा लॉन्च कर दी है। इससे वोटर लिस्ट से नाम हटाना मुश्किल होगा। ऑनलाइन वोटर डिलीशन और करेक्शन में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए यह फैसला लिया गया है। इसके लिए चुनाव आयोग ने ECINet पोर्टल तथा ऐप पर e-sign फीचर शुरू किया है। अब से सभी आवेदन के लिए आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर से OTP द्वारा वेरिफिकेशन जरूरी होगा। आपको बता दें कि हाल के दिनों में चुनाव आयोग पर कर्नाटक में हजारों वोटर डिलीट करने के आरोप लगे थे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया था। इसके बाद ही चुनाव आयोग द्वारा वेरिफिकेशन प्रक्रिया को सख्त करने का निर्णय लिया गया। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से मतदाता आसानी से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगें और साथ ही अधिकारी भी उन पर कार्रवाई कर सकेंगें। इसका उद्देश्य पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। e-Sign सुविधा ई-साइन भारत सरकार द्वारा भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के जरिए दी गई एक ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक साइन सेवा है। यह यूजर्स को आधार नंबर का इस्तेमाल करके किसी डॉक्यूमेंट पर डिजिटल रूप से हस्ताक्षर करने की इजाजत देती है। अब इसके जरिए ही वोटर आईडी को डिलीट या सुधार करने के लिए वेरिफिकेशन प्रोसेस के रूप में शुरू किया गया है। वोटर लिस्ट का मिसयूज तथा फर्जी आवेदन रोकने में मदद पहले केवल वोटर ID नंबर से मोबाइल नंबर लिंक करके फॉर्म को सबमिट जाता था। इससे कई बार गलत नंबर का भी उपयोग कर दिया जाता था। अब e-sign फीचर के अंतर्गत आधार नंबर डालना जरुरी होगा। इसके बाद आधार से लिंक मोबाइल पर OTP आएगा और फिर इस OTP को बताने के बाद ही फॉर्म सबमिट हो सकेगा। e-sign प्रोसेस हो जाने के बाद ही आवेदन करने वालों को फॉर्म जमा करने के लिए ECINet पोर्टल पर रि-डायरेक्ट कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि यह यह नियम Form 6 (न्यू रजिस्ट्रेशन), Form 7 (डिलीशन/ऑब्जेक्शन) तथा Form 8 (करेक्शन) पर लागू होगा। फिजिकल वेरिफिकेशन जरूरी होगा चुनाव आयोग का कहना है कि किसी भी मतदाता का नाम ऑनलाइन सीधे डिलीट नहीं किया जा सकता। इसके लिए पहले संबंधित बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) तथा निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ERO) द्वारा फिजिकल वेरिफिकेशन किया जाना जरूरी है। मतदाता का नाम डिलीट किये जाने से पहले मतदाता को अपनी बात कहने का पूरा मौका दिया जाएगा।
शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन कल बुधवार 24 सितंबर को है। नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां देवी के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित होता है और इसी वजह से मां देवी को चंद्रघंटा कहा जाता है। मां चंद्रघंटा का वाहन बाघ है। इसीलिए ये बाघ पर सवार होती हैं। देवी का यह जो रूप है वो शांति, साहस तथा कल्याण का प्रतीक है। माना जाता है कि ये हमेशा अपने भक्तों की रक्षा के लिये समर्पित रहती हैं। भक्तों कि रक्षा के लिए वे हाथों में त्रिशूल, गदा और तलवार धारण की होती हैं। मां चंद्रघंटा भक्तों को शांति और समृद्धि प्रदान करती हैं। परिवार में खुशियां आती हैं। इस दिन हरा, आसमानी तथा नारंगी रंग के कपड़े पहनना बहुत ही शुभ होता है। शुभ मुहूर्त 24 सितंबर सुबह 4:35-5:23 बजे तक पूजा के लिए ब्रह्म मुहूर्त, सुबह 9:11-10:57 बजे तक अमृत काल और इसके बाद दोपहर 2:14-3:02 बजे तक विजय मुहूर्त रहेगा। मां चंद्रघंटा का भोग माता चंद्रघंटा को गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाने से लोगों के सभी कष्टों दूर हो जाते हैं। पूजा विधि मां चंद्रघंटा को फूल, अक्षत, चंदन, सिंदूर अर्पण कर खीर का भोग लगाएं और कथा का पाठ करें। अंतिम में दीप जलाकर मंत्र का जप और आरती करें। कथा ऐसी मान्यता है कि मां दुर्गा ने चंद्रघंटा का रूप धारण कर दैत्यों के आंतक को समाप्त किया था। कहा जाता है जिस वक्त महिषासुर के आंतक से देवता परेशान हो रहे थे तो उस वक्त वे ब्रह्मा, विष्णु व महेश की शरण में चले गए। तब त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु व महेश के क्रोध से निकलने वाली ऊर्जा से मां चंद्रघंटा का रूप प्रकट हुआ था।
फ्रांस, मोनाको, माल्टा, लक्जमबर्ग तथा बेल्जियम ने फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र देश की मान्यता दे दी है। कल सोमवार रात को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र (UN) के सदस्य देशों ने इजराइल-फिलिस्तीन विवाद के समाधान के लिए बैठक की और इसकी आधिकारिक घोषणा की। आपको बता दें कि इस बैठक की अध्यक्षता फ्रांस व सऊदी अरब कर रहे थे। UN महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि फिलिस्तीनियों को राष्ट्र के तौर पर दर्जा देना, उनका अधिकार है, कोई उपहार नहीं। इसके बिना अशांति बनी रहेगी। वहीं इजराइल ने इस पर आपत्ति जताई है। UN में इजराइल के राजदूत डैनी डैनन ने कहा कि इजराइल इसका जवाब देगा। बेल्जियम ने शर्त के साथ मान्यता दी बेल्जियम ने फिलिस्तीन को देश के तौर पर मान्यता तो दी है पर इसके लिए उसने एक शर्त रखी है। बेल्जियम ने शर्त में यह कहा कि गाजा में हमास को सत्ता से हटा देने के बाद ही यह कानूनी रूप से लागू होगी। इससे पहले रविवार को ये 4 देशों- ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया तथा पुर्तगाल ने भी फिलिस्तीन को मान्यता दी थी। अभी तक लगभग 150 देश फिलिस्तीन को मान्यता दे चुके हैं। चीन व रूस ने 1988 में फिलिस्तीन को मान्यता दी थी। अमेरिका ऐसा देश है जिसने फिलिस्तीन को मान्यता नहीं दी है। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा है कि अब गाजा के शासन में हमास की कोई दखल अंदाज़ी नहीं होगी। अब्बास ने गाजा में जंग खत्म होते ही चुनाव कराने और 3 महीने के अंदर एक अंतरिम संविधान तैयार करने का वादा किया है। पश्चिमी देश फिलिस्तीन को मान्यता क्यों दे रहे जानकारी के अनुसार कई सालों से पश्चिमी देश ये कहता आया है कि जब हालात ठीक होंगे तब फिलिस्तीन को देश के रूप में मान्यता दे दी जाएगी। गाजा में करीब 2 साल से जारी जंग में भुखमरी व बर्बादी देखने को मिल रही है। इजराइल की सैन्य कार्रवाई को लेकर इजराइल के बारे में दुनिया की राय बदल रही है। इसी के चलते कई देशों ने फिलिस्तीन को राष्ट्र के तौर पर मान्यता देने का फैसला किया।
इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत आज सोमवार 22 सितंबर से हो गई है। नवरात्रि के 9 दिनों में देवी दुर्गा की 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। देवी के अलग अलग स्वरूप के लिए अलग-अलग भोग चढ़ाने की परंपरा है। नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों के साथ उनके प्रिय भोग के बारे में जान लेते हैं। माता शैलपुत्री (पहला दिन) पहले दिन गाय के घी से बना भोग मां शैलपुत्री को चढ़ाएं। इससे परिवार में सुख की प्राप्ति होती है। साथ ही इससे रोग से मुक्ति मिलती है और सभी तरह के कष्टों से भी निजात मिलता है। माता ब्रह्मचारिणी (दूसरा दिन) दूसरा दिन मिश्री और शक्कर से बना भोग माता ब्रह्मचारिणी को बहुत प्रिय होता है। खीर का भोग चढ़ा सकते हैं। इससे परिवार में प्रेम बना रहता है। साथ ही इससे मानसिक शांति प्राप्त होती है। माता चंद्रघंटा (तीसरा दिन) दूध से बना भोग चढ़ाएं इस तीसरे दिन। मां चंद्रघंटा को यह बहुत पसंद है। इससे घर में सुख-शांति आती है और खुशहाली बनी रहती है। माता कूष्माण्डा (चौथा दिन) चौथे दिन माता कूष्माण्डा को मालपुआ का भोग बनाकर चढ़ाएं। इससे बुद्धि- ज्ञान बढ़ता है। धन की प्राप्ति होती है और समृद्धि बनी रहती है। माता स्कंदमाता (पांचवां दिन) केला का भोग लगाएं इस दिन। इससे स्कंदमाता प्रसन्न होती हैं। इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रही है। मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। माता कात्यायनी (छठा दिन) छठे दिन माता कात्यायनी को शहद से बना पकवान चढ़ाएं। इससे त्वचा में निखार आता है और स्वास्थ्य में लाभ होता है। परिवार में प्रेम व मिठास बनी रहती है। माता कालरात्रि (सातवां दिन) मां कालरात्रि को गुड़ से बना भोग लगाएं इस दिन। इससे जीवन में कष्ट दूर होते हैं और मन को शांति मिलती है। माता महागौरी (आठवां दिन) माता महागौरी को नारियल या इससे बना भोग चढ़ा सकते हैं इस दिन। उन्हें ये बहुत प्रिय है। इससे घर परिवार में खुशहाली और सुख-शांति बनी रहती है। माता सिद्धिदात्री (नौवां दिन) माता सिद्धिदात्री को नौवें दिन खीर, चना और हलवा-पूरी का भोग चढ़ाएं। इससे माना जाता है कि मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही इससे जीवन में ज्ञान की वृद्धि होती है और आंतरिक शक्ति मिलती है। परिवार में खुशियां आती है। नवरात्रि का महत्व नवरात्रि का जो पर्व है वह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस का वध करने के लिए 9 दिनों तक युद्ध किया था। महिषासुर का वध करके देवी ने धर्म की रक्षा की थी। इसीलिए नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। नवरात्रि में व्रत और पूजा करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, यदि नवरात्र की प्रतिपदा सोमवार या रविवार को हो तो देवी दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं। देवी दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आना बहुत ही शुभ माना जाता है।
PM नरेंद्र मोदी ने आज शाम रविवार को देश के लोगों को संबोधित करते हुए कहा की कि कल नवरात्रि के पहले दिन 22 सितंबर से पूरे देश में “GST उत्सव” शुरू हो जायेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रत्येक भारतीय के लिए बचत का त्योहार होगा। उन्होंने कहा कि इस नए GST ढांचे से वस्तुएं सस्ती होंगी और कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। इससे भारत की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। रोज़मर्रा की जरुरी चीजें सस्ती देश के नाम संबोधन में PM ने कहा कि इस नई GST दरों के लागू होने से लोग अपने पसंदीदा चीजें अब सस्ते दामों पर खरीद पाएंगें। देश की वर्तमान जरूरतों तथा भविष्य के सपनों को देखते हुए GST रिफॉर्म्स किए गए हैं। अब रोज़मर्रा की जरुरी चीजें जैसे कि दवाइयां, साबुन, स्वास्थ्य सेवाएं सब सस्ती हो जायेगीं। इससे लोगो की बचत बढ़ेगी। गरीबों को टैक्स के बोझ से राहत मिलेगी। आत्मनिर्भरता के मार्ग पर चलना होगा PM नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को पाने के लिए आत्मनिर्भरता के मार्ग पर चलना होगा। हर दुकान स्वदेशी सामानों से सजे। उनका कहना है कि देश के लोग देश की बनी चीजें ही खरीदें और बेंचें। इससे देश का पैसा देश में ही रहेगा। इससे देश मजबूत होगा और साथ ही देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगें। इससे भारतीय कारोबार को भी बढ़ावा मिलेगा। PM मोदी ने देश के लोगों को नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि GST सुधारों से अब आम आदमी, किसानों, एमएसएमई, मध्यम वर्गीय परिवारों और महिलाओं को लाभ मिलेगा। यह सुधार 2017 में GST लागू होने के बाद सबसे बड़ी अप्रत्यक्ष कर सुधार बताई जा रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों H1-B वीजा से जुड़े नए नियम जारी किए थे। ट्रंप ने अचानक H1-B वीजा की फीस बढ़ाकर 1,00,000 अमेरिकी डॉलर कर दी है। उनके इस निर्णय से अमेरिका में रह रहे H1-B वीजा धारकों सहित नए वीजा आवेदकों में हड़कंप मच गया। हालांकि इस बीच अब अमेरिका ने इस पर सफाई पेश की है। स्पष्ट किया गया है कि फीस बढ़ाई गई है पर यह फीस सालाना नहीं बल्कि वन टाइम होगी। साथ ही यह फीस केवल नए वीजा आवेदनों पर लागू होगी, न कि नवीनीकरण या मौजूदा वीजा पर। आपको बता दें कि ट्रंप के इस फैसले के बाद कई बड़ी टेक कंपनियों ने तो अपने एम्प्लॉय को तुरंत अमेरिका रिटर्न होने के आदेश दे दिया था। लेकिन अमेरिकी अधिकारी द्वारा अब यह स्पष्ट कर दिया गया है कि जो भारतीये पहले से ही H1-B Visa धारण किए हुए हैं, या जो लोग अपने वीजा का रिन्यूवल करवा रहे हैं, उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। उन पर यह नई फीस लागू नहीं की जा रही है। उन्हें दोबारा आने के लिए भी एक लाख डॉलर चुकाने नहीं होंगे। यह फीस सिर्फ नए वीजा आवेदको को देनी होगी। सबसे अधिक असर भारतीयों पर H-1B वीजा धारकों में करीब 70% भारतीय हैं। इस वजह से अमेरिका के इस फैसले से सबसे ज्यादा असर भारतीय पेशेवरों हो सकता है। इसी को देखते हुए टेक कंपनियों ने अपने एम्प्लॉईज़ को तुरंत अलर्ट कर दिया था। मोदी सरकार ने सभी केंद्रों को सलाह दी है कि वे अगले 24 घंटों में अमेरिका वापस लौटने वाले सभी भारतीय नागरिकों को हर संभव मदद प्रदान करें। H1-B वीजा पर नए नियम यह फीस सालाना नहीं, बल्कि वन टाइम है और यह सिर्फ नए आवेदनों पर लागू होगी। यह फीस पुराने H1-B वीजा होल्डर्स पर लागू नहीं होगी और नाहीं H1-B वीजा को रिन्यू कराने पर यह फीस लागू होगी। मीडिया के अनुसार, H-1B वीजा पर नया नियम 21 सितंबर से लागू किया जायेगा। H-1B वीजा अमेरिकी कंपनियों को विदेशी पेशेवरों को काम पर रखने की अनुमति देता है।
कल 22 सितंबर से GST की नई दरें लागू हो जाएगीं। इससे अब बहुत से सामान सस्ते हो जाएगें। GST की नई दरों की वजह से अब देश की बड़ी डेयरी कंपनी अमूल ने भी अपने करीब 700 प्रोडक्ट्स को सस्ता करने की घोषणा कर दी है। यह फैसला हाल के दिनों में केंद्र द्वारा GST दरों में सुधार किए जाने के बाद लिया गया है। इसकी जानकारी बीते शनिवार को गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) ने दी और कहा कि नई कीमतें कल सोमबार 22 सितम्बर से लागू हों जाएगीं। इन प्रोडक्ट्स पर हुई कटौती दूध, घी, मक्खन, आइसक्रीम, पनीर, चीज़, चॉकलेट, बेकरी रेंज, फ्रोज़न स्नैक्स, कंडेंस्ड मिल्क, पीनट स्प्रेड तथा माल्ट-आधारित ड्रिंक्स जैसी सभी चीजें सस्ती होंगी। कंपनी का मानना है कि इससे ग्राहकों को सीधे तौर पर राहत मिलेगा। आपको बता दें कि नई दरों के अनुसार, एक लीटर का अमूल ताज़ा टोन्ड यूएचटी मिल्क टेट्रा पैक अब 2.6% सस्ता हो गया है, वहीं अमूल गोल्ड स्टैंडर्डाइज्ड यूएचटी मिल्क अब 3.6% तक सस्ता हुआ है। 100 ग्राम मक्खन की कीमत 62 रुपये से घटाकर 58 रुपये की गई है। घी की कीमत 40 रुपये प्रति लीटर घटा दी गई है। आम लोगों को फायदा के साथ ही खपत बढ़ने की उम्मीद केंद्र के GST दरों में सुधार का सीधा फायदा अब ग्राहकों को मिलगा है। इससे आम लोगों को तो फायदा होगा ही साथ ही डेयरी सेक्टर की खपत भी बढ़ेगी। अमूल का कहना है कि दाम में कटौती की वजह से खपत बढ़ेगी। खासकर आइसक्रीम, मक्खन तथा चीज़ की मांग बढ़ेगी। मांग बढ़ने से कंपनी का व्यापार भी तेज़ी से बढ़ेगा और साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
प्रधान मंत्री मोदी आज शाम 5 बजे देश को संबोधित करेंगे। हालांकि प्रधानमंत्री किन मुद्दों को लेकर संबोधन करेंगें, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है। क्यों कि इसके बारे में कोई आधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं हुआ है। ऐसी सम्भावना जताई जा रही है कि मोदी कल से लागू हो रहीं GST की नई दरों के बारे में चर्चा कर सकते हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री ने 12 मई को ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश को संबोधित किया था। आपको बता दें कि PM मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से अपने संबोधन में GST रिफॉर्म की बात की थी। उन्होंने कहा था कि दिवाली लोगों के लिए डबल गिफ्ट वाली होगी। उसके बाद जीएसटी काउंसिल की बैठक की गई, जिसमें GST की दो दरें 12 % और 28 % को हटाने का फैसला लिया गया था। मोदी ने कहा था कि सरकार का लक्ष्य GST में सुधार लाकर आम लोगों की जिंदगी को आसान करना है। उन्होंने कहा था कि इन सुधारों से किसान, एमएसएमई सेक्टर और मध्यम वर्ग के साथ महिलाएं भी लाभान्वित होंगे। इससे छोटे व्यापारियों को भी व्यापार करने में आसानी आएगी। आपको बता दें की GST की नई दरें आगामी कल सोमवार से लागू हो जाएंगी। इससे घरेलू सामानों और रोज मर्रा की जरुरी चीजें सस्ती हो जाएगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लगातार वोट चोरी के आरोपों के बीच दिग्विजय सिंह ने भी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर सवाल खड़े किए हैं। दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर आज शुक्रवार को बैलट पेपर वापस लाने की मांग करते हुए पोस्ट किया है। दिग्विजय सिंह का कहना है कि इजरायली सॉफ्टवेयर का उपयोग कर चुनावों में हेरफेर किया जा रहा है। साथ ही भारत में मतदान की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने लिखा कि- 'आज के हाई-टेक जमाने में क्या हम देश के चुनाव हैकर्स के भरोसे छोड़ सकते हैं? जरा सोचिए। क्या भारत के चुनाव बैलट पेपर, यानी वोटिंग कागज से नहीं होने चाहिए?' दिग्विजय सिंह ने लिखा, 'EVM की वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) पर्ची हमारे हाथ में क्यों नहीं दी जाती? क्या ये मांग जायज नहीं है? सोचिए। जय सिया राम। जय बापू, जय भीम, जय संविधान।' दिग्विजय सिंह का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब राहुल गांधी ने कर्नाटक में करीब 6000 वोट डिलीट करने की कोशिश का आरोप लगाया है। विपक्षी दलों द्वारा इस मुद्दे को पुरे जोरशोर से उठाते हुए चुनाव आयोग से सवाल कर रहे हैं। राहुल गांधी ने वोट चोरी को लेकर आज फिर चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा और चोरों को बचाता रहा। उन्होंने वोटर लिस्ट से नाम हटाए जाने से संबंधित अपने प्रेस कांफ्रेंस का वीडियो सोशल मीडिया एक्स पर साझा किया। इसमें उन्होंने कहा कि जिन लोगों के नाम इस्तेमाल कर वोट हटाए गए, उनको इसकी जानकारी ही नहीं थी। सुबह 4 बजे भी नाम हटाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किए गए। इस पर कांग्रेस नेता ने कहा, 'सुबह चार बजे उठो, 36 सेकंड में दो वोटर मिटाओ, फिर सो जाओ। ऐसे भी हुई वोट चोरी।' उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा और चोरों को बचाता रहा।
बिहार में राजनीती अभी बहुत गरमाई हुई है। बिहार में होने वाले आगामी चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जनता को अपने पक्ष में करने की कोशिश में लगी हैं। इन दिनों विपक्षी पार्टी राजद के नेता तेजस्वी यादव भी अपनी ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के जरिए बिहार की जनता को लुभाने में जुटे हैं। इस बार चुनावी अभियान में तेजस्वी यादव का जो फोकस है वो बिहार के युवा वोटर्स हैं। इसीलिए बीते गुरुवार को वे बिहार अधिकार यात्रा में मोकामा पहुंचे और युवाओं को कलम बांटते हुए संदेश देते नज़र आए कि यदि उनकी सरकार आती है तो अपराध-भ्रष्टाचार समाप्त कर युवाओं को रोजगार देंगे। इस पर पलटवार करते जेडीयू नेता ने कहा कि तेजस्वी कलम बांटने में नहीं बल्कि इसे फेंकने में विश्वास करते हैं। इसी वजह से अवसर मिलने के बाद भी तेजस्वी ने अपनी पढ़ाई पूरी नहीं की। आपको बता दें कि इससे पहले जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर भी अपने जनसभाओं के दौरान युवाओं को कलम बांट चुके हैं। जेडीयू का पलटवार जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि आजकल तेजस्वी कलम भी बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी को पहले यह जानकारी साझा करना चाहिए कि भूतकाल में शिक्षा व्यवस्था को किसने खराब किया था, किनके शासन में बिहार की बड़ी आबादी को अशिक्षित रखने की साजिश की गई थी। अब ऐसे कृत्य का कोई औचित्य नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी कलम बांटने में नहीं बल्कि इसे फेंकने में विश्वास करते हैं। इसी वजह से अवसर मिलने के बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी नहीं की।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीते कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बार फिर चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया है। वोट चोरी के आरोप पर चुनाव आयोग ने भी जवाब दिया कि राहुल गांधी का जो आरोप है वोट चोरी का, वो गलत है। चुनाव आयोग का कहना है कि किसी भी वोट को ऑनलाइन किसी भी व्यक्ति द्वारा हटाया नहीं जा सकता। पर कल शाम होते ही राहुल गांधी ने एक ऐसा पोस्ट भी कर दिया जिससे राजनीति में बवाल मच गया। दरअसल, राहुल गांधी ने इस पोस्ट के जरिए युवाओं, छात्रों और GenZ से कहा कि वे लोकतंत्र की रक्षा करेगें और वोट चोरी को रोकेंगे और इस मामले पर राहुल गांधी उनके साथ खड़े हैं। अब राहुल गांधी पर लगातार युवाओं को भड़काने का आरोप लग रहा है। नेपाल में हाल ही में Gen-Z आंदोलन हुए। इस आंदोलन के जरिए नेपाल में तख्तापलट हुआ और केपी शर्मा ओली की सरकार गिर गई। राहुल गांधी ने अपने पोस्ट के जरिए भारत में भी नेपाल के Gen-Z जैसी मांग की है। जिसके चलते सोशल मीडिया पर राजनीतिक बवाल मच हुआ है। इस मामले पर भाजपा ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। आपको बता दें कि BJP सांसद निशिकांत दुबे ने इस पर तीखा पलटवार किया है। BJP सांसद निशिकांत दुबे ने किया पलटवार राहुल गांधी अपने पोस्ट में Gen-Z को लोकतंत्र का रक्षक बता रहे हैं। वे अब देश बचाने के लिए Gen-Z से आह्वान करते दिख रहे हैं। जबकि BJP का मानना है कि Gen-Z कांग्रेस को बर्दाश्त नहीं करेगा। राहुल गांधी के पोस्ट के जवाब में निशिकांत दुबे ने कहा कि Gen-Z परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं और वह नेहरू, इंदिरा, राजीव, सोनिया के बाद राहुल को क्यों बर्दाश्त करेगा? उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि वे देश छोड़ने की तैयारी करें, Gen-Z आ रहा है।
इस साल का दूसरा व अंतिम सूर्य ग्रहण रविवार, 21 सितंबर को आश्विन अमावस्या के दिन लगने जा रहा है। इसे शुभ नहीं माना जाता है। सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है और यह हर वर्ष लगता है। आपको बता दें कि इस दिन सर्वपितृ अमावस्या भी है। अमावस्या के दिन लोग स्नान-दान करते हैं और साथ ही अपने पितरों के लिए श्राद्ध व तर्पण करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इससे पितृ दोष मिटता है और साथ ही जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। लेकिन इस बार अमावस्या पर सूर्य ग्रहण लगने के कारण पितरों के लिए तर्पण और श्राद्ध किस तरह से किया जाएगा, इसके बारे में लोगों के मन में बहुत सी दुविधा है। सूर्य ग्रहण का समय भारत में 21 सितंबर को रात 11 बजे शुरू होकर 22 सितंबर सुबह 3:23 बजे समाप्त होगा। यह ग्रहण 4 घंटे 24 मिनट तक चलेगा। भारत में नहीं दिखेगा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण इस बार भारत में नहीं दिखने वाला है। चूकि भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखेगा, इस वजह से इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा। शास्त्रों के अनुसार, सूर्य ग्रहण का जो सूतक काल है वो 12 घंटे पहले से लग जाता है। नवरात्रि व श्राद्ध कार्य नहीं होंगे बाधित ज्योतिष के मुताबिक, जिस जगह पर सूर्य ग्रहण दिखाई देता है, वहीं पर सूतक की मान्यताएं जो है लागू होती हैं। देश के किसी भी हिस्से में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इस कारण से सूर्य ग्रहण का असर भारत में नहीं होगा। इस वजह से नवरात्रि और श्राद्ध कार्य बिना किसी बाधा के ही बेझिझक किए जा सकते हैं।
इस साल का दहशरा पर्व 2 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। यह नवरात्रि के अंत में मनाया जाता है। यह भारत का बहुत बड़ा हिंदू त्योहार है और इसे अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध कर विजय हुए थे। चूकी इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी इस वजह से विजयादशमी या दशहरा कहा जाता है। इस दिन लोग रावण पर भगवान राम की जीत का उत्सव मनाते हैं और साथ ही रावण के पुतले जलाकर रावण दहन के आयोजन बहुत ही धूम-धाम से मनाते हैं। इस दिन मेले व रामलीला का आयोजन भी किया जाता है। हालांकि इस त्योहार को मां दुर्गा द्वारा महिषासुर पर विजय का भी प्रतीक मना जाता है। शुभ मुहूर्त दशमी - 1 अक्टूबर शाम 7:01 बजे से 2 अक्टूबर शाम 7:10 बजे पर ख़त्म होगी। इस वजह से इस साल दहशरा पर्व 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। रावण दहन का समय रावण दहन प्रदोष काल में होता है। सूर्यास्त शाम 6:06 बजे के बाद प्रदोष काल में रावण दहन होगा। इस दिन रवि योग और सुकर्मा योग के साथ धृति योग भी बन रहे हैं। ये योग बहुत ही शुभ और मंगलकारी होते हैं।
जापान के टोक्यो में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भाला फेंक प्रतियोगिता की शुरुआत हो गई है। अभी क्वालिफिकेशन राउंड चल रहा है। ऑटोमैटिक क्वालिफिकेशन मार्क 84.50 मीटर ही है। जबकि भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने आज प्रथम प्रयास में ही 84.85 मीटर का शानदार थ्रो फेंककर गुरुवार को होने वाले फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है। इस राउंड के शीर्ष 12 एथलीट्स ही फाइनल के लिए क्वालिफाई कर सकेंगें। इसमें भारत के नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम आमने-सामने होंगे। पिछले संस्करण में नीरज ने 88.17 मीटर के थ्रो फेंककर गोल्ड जीता था, वहीं नदीम 87.82 मीटर के साथ सिल्वर तथा वादलेच 86.67 मीटर के साथ ब्रॉन्ज जीते थे। पाकिस्तान के नदीम भी शामिल पाकिस्तान के ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम भी इस प्रतियोगिता में भाग लिया है। वह ग्रुप बी में पूर्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स के साथ उतरेंगे। अनुमान है कि नीरज और अरशद की भिड़ंत गुरुवार को फाइनल में होगी। आपको बता दें कि 2024 पेरिस ओलंपिक के बाद यह पहला अवसर होगा जब ये दोनों आमने-सामने होंगें। उस मुकाबले में नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो कर गोल्ड जीता था, जबकि नीरज ने 89.45 मीटर का थ्रो फेंककर सिल्वर जीता था। नीरज क्वालिफिकेशन के दौर में ग्रुप ए में और अरशद नदीम ग्रुप बी में हैं। इस बार नीरज लगातार 2 बार वर्ल्ड चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचना चाहते हैं। अगर नीरज इस बार भी गोल्ड जितने में सफल होते हैं, तो वह चेक लीजेंड तथा अपने कोच यान जेलेज्नी व ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स के बाद लगातार दो वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब जीतने वाले तीसरे पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी बनेंगें।
आज 75वें जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश पहुंचे हैं। मोदी ने मध्य प्रदेश की जनता को आज बहुत बड़ी सौगात दी है। मोदी ने देश के पहले पीएम मित्र पार्क का शुभारंभ किया। इसके अलावा कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। उन्होंने स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान की भी शुरुआत की और इसके अंतर्गत आयोजित शिविर का निरीक्षण भी किया। उन्होंने महिलाओं से अपील किया कि वे कैंपों में जाकर अपनी जांच जरूर करवाएं। इस दौरान जन सभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है और इस विकसित यात्रा के 4 स्तंभ हैं। ये 4 स्तंभ हैं -भारत की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब व किसान। इस कार्यक्रम के जरिए चारों स्तंभों को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। उनका प्रण है माता बहनों के जीवन को सुरक्षित रखना। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम हालांकि मध्य प्रदेश के धार में हो रहा है लेकिन ये पूरे देश के लिए हो रहा है। धार में पीएम मित्र पार्क की स्थापना मोदी ने कहा कि धार में पीएम मित्र पार्क की स्थापना करके वे आहिल्या बाई होल्कर के कार्य को आगे ले जा रहे हैं। यहां पर कपड़ों के सारे काम जैसे कि यहां के खेत से कपास की कटाई, बुनाई, डिजाइन और एक्सपोर्ट का काम किया जाएगा। वे 5-F कि चेन पर काम कर रहे हैं। 5-F यानि कि फार्म, फाइबर, फैक्टरी, फैशन और फॉरेन की चैन बनाई जा रही है। इससे अब धार के बने वस्त्र दुनिया के बाजार में पहुंचेगें। इससे देश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को विश्व के स्तर पर नई पहचान मिलेगी। साथ ही इससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। स्वस्थ्य नारी और सशक्त परिवार महा अभियान की शुरूआत मोदी ने कहा कि देश की प्रगति में नारी शक्ति ही मुख्य आधार होती है। इस अभियान का उद्देश्य यह है कि जानकारी के आभाव में एक भी महिला किसी भी बीमारी से ग्रस्त न हो। PM मोदी ने सभा में आई महिलाओं से अपील किया है कि वे कैंम्पों में जाकर अपनी जांच जरूर करवाएं। जांच करवाने में महिलाओं को एक रूपया भी खर्चने नहीं पड़ेंगें। ये जांच अभियान 2 हफ्ते तक चलेगा। मोदी ने कहा कि मातृ वंदन योजना के तहत करीब 19 हजार करोड़ की राशि माताओं को दी जा चुकी है। लोगों से अपील- स्वदेशी ही खरीदें और बेचें मोदी ने कहा कि उन्हें 2047 तक विकसित भारत बनाना है। उन्होंने लोगों से कहा कि देशवासी जो भी खरीदें, वो देश में ही बनी चीजों को खरीदें। साथ ही सभी व्यापारी लोगों से भी कहा कि, वे जो भी बेचें वो अपने देश का बना हुआ हो। स्वदेशी को विकसित भारत की नींव बनाना मोदी ने कहा कि स्वदेशी को ही विकसित भारत की नींव बनाना है। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है जब हम देश में बनी हुई चीजों को गर्व से बेचेंगे और खरीदेंगे। इससे देश का पैसा देश में ही रहेगा, जिससे देश का विकास तीव्र गति से होगा। इस पैसे से सड़कें बनेंगीं और विकास हेतु योजनाएं चलाई जाएगीं। इससे नए रोजगार भी पैदा होंगें। उन्होंने कहा कि स्वदेशी को लेकर अभियान जो शोर से चलाना होगा। इसके लिए वे राज्य सरकार से कहेंगें कि हर दुकान पर बोर्ड लगाएं जाएं और उन पर स्वदेशी सामानों की जानकारी हो।
पटना हाई कोर्ट ने कांग्रेस को आदेश दिया है कि वह PM नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय मां हीराबेन मोदी की छवि दिखाने वाले AI वीडियो को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटा दें। कोर्ट ने कांग्रेस द्वारा PM की मां का AI वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने के मामले पर नाराजगी जाहिर की है। इस मामले पर काफी विवाद हुआ था और BJP ने काफी आपत्ति जताया था। इस पर मोदी ने कहा था कि मेरी मां का तो राजनीति से कोई लेना देना ही नहीं था, फिर उन पर क्यों कभी काल्पनिक वीडियो बनाया जा रहा, तो कभी मां को अपशब्द कहे जा रहे हैं। कांग्रेस द्वारा बना PM की मां का AI वीडियो आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही बिहार कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल से एक AI वीडियो शेयर किया गया था। इस वीडियो में दिखाया गया था कि PM मोदी के सपने में उनकी मां आती है और उनसे काल्पनिक बातचीत करती है। काल्पनिक बात यानि कि जो बातें हकीकत में कभी उनकी मां ने उनसे कभी की ही नहीं। कांग्रेस पर PM की स्वर्गीय मां का अनादर करने का आरोप इस मामले पर BJP ने विपक्षी दल पर PM की स्वर्गीय मां का अनादर करने का आरोप लगाया था। बीजेपी ने इस वीडियो को शर्मनाक बताया था और कहा था कि कांग्रेस पार्टी महिलाओं का सम्मान नहीं करती है। BJP ने इस पर कांग्रेस को माफी मांगने को कहा था। कांग्रेस का इस पर जवाब कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए कहा था कि उसने वीडियो में कहीं भी उनकी मां का नाम नहीं लिया गया है और उनकी स्वर्गीय मां हीराबेन मोदी का अनादर नहीं किया है। कांग्रेस पर पहले भी लगा था PM की स्वर्गीय मां का अपमान करने का आरोप कुछ दिनों पहले भी ऐसी एक और घटना सामने आई थी जब बिहार के दरभंगा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की "वोटर अधिकार यात्रा" के दौरान मंच से PM मोदी और उनकी मां को गाली दी गई था।
PM नरेंद्र मोदी का आज 75वां जन्म दिवस है। इस उपलक्ष में भाजपा द्वारा 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशव्यापी ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान की शुरूआत की जा रही है। ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान की शुरुआत आज 1,000 जिलों में रक्तदान शिविरों के साथ की जाएगी। इसके बाद अगले दिन 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक प्रत्येक मंडल में रक्तदान, स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य जांच शिविर, पर्यावरण संरक्षण, दिव्यांगजनों को सहायता, और ‘मोदी विकास मैराथन’ जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगें। साथ ही स्कूलों, मंदिरों, अस्पतालों व रेलवे स्टेशनों पर स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे। गृहमंत्री शाह द्वारा दिल्ली में 15 परियोजनाओं का शुभारंभ PM मोदी आज अपने जन्म दिवस पर मध्य प्रदेश के धार में एक विशाल PM मित्र पार्क का उद्घाटन करेंगे। वहीं गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली में 101 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का शुभारंभ करेंगे। साथ ही शाह द्वारा दिल्ली में आज त्यागराज स्टेडियम से 15 परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया जाएगा। इनमें अस्पताल ब्लॉक, 101 आरोग्य मंदिर और 150 डायलिसिस केंद्र सम्मिलिति हैं। इसके साथ ही ग्रेटर कैलाश और पंजाबी बाग में बहुस्तरीय पार्किंग, नंद नगरी में फ्लाईओवर तथा राजपूताना राइफल्स के लिए फुट ओवरब्रिज की शुरुआत की जाएगी। दिल्ली की CM रेखा गुप्ता भी 'सेवा पखवाड़ा' मनाएंगीं दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने आज PM नरेंद्र मोदी का जन्मदिन के मौके पर आज से 2 अक्टूबर तक 'सेवा पखवाड़ा' मनाने का निर्णय किया है। इस दौरान CM रेखा गुप्ता करोड़ों रुपये की 75 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगीं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राजधानी दिल्ली को 'विकसित दिल्ली' बनाने का है। CM रेखा गुप्ता ने सेवा पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत रक्तदान किया। वहीं संस्कृति मंत्रालय ‘विकसित भारत 2047’ थीम पर स्टूडेंट्स के लिए चित्रकला कम्पटीशन आयोजित करेगा। ओडिशा के CM मोहन माझी ने ऐलान किया है कि ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत 17 सितंबर को करीब 75 लाख पौधे लगाए जाएंगे। 25 सितंबर को बीजेपी दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर ‘आत्मनिर्भर भारत तथा विकसित भारत’ अभियान की शुरुआत करेगी। यह 25 दिसंबर तक चलने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपने जन्मदिवस के मौके पर मध्यप्रदेश के धार जिले के भैसोला ग्राम की यात्रा करेंगे। यहां मोदी राज्य के पहले पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क का शुभारंभ करेंगे। साथ ही मोदी यहां 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार एवं पोषण' अभियान तथा 'आदि सेवा पर्व' का भी शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा मातृ वंदना योजना के तहत पात्र लोगों के खातों में राशि का ट्रांसफर भी किया जाएगा। इस मौके पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत कई और नेता भी उपस्थित रहेंगे। पीएम मित्र पार्क से होगा किसानों को फायदा इस मेगा प्रोजेक्ट से राज्य के कपास उत्पादक किसानों को बहुत फायदा मिलेगा। कपास की खेती करने वाले किसानों को उपज की अच्छी कीमत और स्थायी बाजार मिल पाएगा। साथ ही निर्यात भी बढ़ेगा। PM मोदी के '5-F' विजन के अनुसार यह जो पार्क है वह 'फार्म से फाइबर, फाइबर से फैक्ट्री, फैक्ट्री से फैशन और फैशन से फॉरेन तक की संपूर्ण वैल्यू चैन बना पाएगा। किसानों के कच्चे कपास से उद्योगों में धागा और वस्त्र तैयार होंगे और फिर यही उत्पाद विदेशों तक जाएंगे। इस प्रकार पूरी वैल्यू चैन एक ही जगह पर पूरी हो पाएगी। 'पीएम मित्र पार्क' से करीब 3 लाख रोजगार सृजित हो पाएंगें। इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी और उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा। इससे मध्यप्रदेश की पहचान अब टेक्सटाइल हब के रूप में होगी। इस पार्क से राज्य में बड़े स्तर पर निवेश आएगा। इससे प्रदेश में अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। गांव-गांव में आर्थिक विकास को गति मिलेगा। 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार एवं पोषण' अभियान के जरिए महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार तथा सशक्त राष्ट्र की आधारशिला होती है। इसीलिए महिलाओं, किशोरियों और बच्चों की स्वास्थ्य व पोषण सेवाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से इस अभियान को शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के जरिए महिलाओं और बच्चों में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता लाया जाएगा। इसके जरिए महिलाओं और बच्चों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित किया जाना है ताकि वे निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले सकें। इस अभियान में महिलाओं की स्वास्थ्य जांच भी होगी। साथ ही एनीमिया की रोकथाम, संतुलित आहार और मासिक धर्म स्वच्छता पर भी जागरूक किया जाएगा।
इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत सोमवार 22 सितंबर से होने वाली है। 2 अक्टूबर को विजयदशमी के दिन समाप्त होगी। आपको बता दें कि हर वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है। सनातन में नवरात्रि पर्व का बहुत ज्यादा महत्व होता है। यह त्यौहार पुरे 9 दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान लोग मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखकर उपवास रखते हैं और साथ ही कलश की स्थापना भी करते हैं। नवरात्रि के 9 दिनों में देवी दुर्गा की 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। साथ ही अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन की भी परंपरा है। दशमी के दिन रावण दहन होता है। ऐसी मान्यता है कि इन 9 दिनों में यानि नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। कलश स्थापना की शुभ मुहूर्त नवरात्रि के पहले दिन ही कलश स्थापना की जाती है, जिसे घटस्थापना भी कहते हैं। कलश स्थापना शुभ समय में ही करना चाहिए। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त- 22 सितंबर 2025 को सुबह 6:09 बजे से 8:06 बजे तक है। कलश स्थापना की पूजा विधि सुबह स्नान कर घर को साफ़ सुथरा कर लें। साथ ही हो सके तो गंगाजल से पूजन स्थल को साफ़ करें। इसके बाद पूजा के कलश को ठीक से साफ करके उसमें जल भर लें। इसके बाद इस कलश में सुपारी, सिक्का, अक्षत, और फूल डाल दीजिए। मिट्टी के एक बर्तन में जौ रखें और अब इसके ऊपर जल भरा हुआ कलश स्थापित कर दें। कलश पर रोली व अक्षत लगाएं और अब इसके चारो ओर मौली बांध दें। अब कलश पर सुपारी, सिक्का व आम के भी पत्ते रखें। अंत में कलश के ऊपर एक नारियल रखकर लाल कपड़े से लपेट दें और फिर इसे मौली से बांध दीजिए। अब कलश के पास में देवी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें। अब जल, पुष्प चढ़ाकर और दीप जलाकर पूजा शुरू कर दें। सबसे अंत में दुर्गा सप्तशती या देवी कवच का पाठ करें। नवरात्रि का महत्व नवरात्रि का जो पर्व है वह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस का वध करने के लिए 9 दिनों तक युद्ध किया था। महिषासुर का वध करके देवी ने धर्म की रक्षा की थी। इसीलिए नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। नवरात्रि में व्रत और पूजा करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, यदि नवरात्र की प्रतिपदा सोमवार या रविवार को हो तो देवी दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं। देवी दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आना बहुत ही शुभ माना जाता है।
बीते कल सोमवार को ITR फाइल करने की अंतिम तारीख थी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने ITR भरने की अंतिम तारीख एक दिन बढ़ा दी है। अब ITR फाइल करने की अंतिम तिथि 16 सितंबर 2025 है। इससे टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत मिली है। CBDT ने कल सोमवार देर रात को एक बयान जारी किया और कहा कि ITR भरने की डेडलाइन 15 सितंबर से बढ़ाकर 16 सितंबर 2025 की जा रही है। सरकार ने टैक्सपेयर्स को अंतिम मौका दिया है कि वे आज ही अपना ITR भर दें। डेडलाइन के बाद ITR फाइल करने पर लेट फीस भरनी पड़ सकती है। क्यों बढ़ाई गई ITR फाइलिंग डेडलाइन आपको बता दें जब सोशल मीडिया पर टैक्सपेयर्स और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने आयकर पोर्टल की खराबी को लेकर शिकायतें करनी शुरू की, उसके बाद ITR फाइलिंग की डेडलाइन बढ़ाने का फैसला लिया गया। बता दें कि 14 सितंबर शनिवार से ही लोग शिकायत करने लगे थे कि आयकर पोर्टल बहुत धीमा है और बार-बार डाउन भी हो रहा है। इसके चलते ITR फाइल करने में दिक्कत हो रही थी।
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद अब चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में इसको कराने की तैयारी करने जा रहा है। पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग आज मंगलवार से पोल अधिकारियों की ट्रेनिंग शुरू करेगा। यह जो ट्रेनिंग हैं वह विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया का हिस्सा है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां अभी से तेज होती दिख रही हैं। हालांकि CM ममता बनर्जी इस SIR कार्यक्रम का शुरू से ही विरोध करती आई हैं। आपको बता दें कि बंगाल में अगले साल चुनाव होने हैं। इस चुनाव से पहले ही वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा यह कदम उठाया जा रहा है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बूथ स्तर के अधिकारी वोटर लिस्ट SIR प्रक्रिया को ठीक तरीके से करने के लिए मार्गदर्शन देने में पूर्ण रूप से सक्षम हों। खास बात यह है कि इसके तहत 2002 की वोटर लिस्ट की तुलना जनवरी 2025 में प्रकाशित नई वोटर लिस्ट से की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, 2002 में सूचीबद्ध मतदाताओं का क्रॉस-सत्यापन किया जायेगा ताकि उन लोगों को, जिन्हें अपनी पात्रता साबित करने में दिक्कत पड़ सकती है, उन्हें कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। इससे विशेषकर बुज़ुर्ग मतदाताओं को फायदा मिलेगा। बूथ-स्तर अधिकारी मतदाताओं के पते और डाक्यूमेंट्स की जांच करेंगे ताकि मतदाता लिस्ट में कोई गड़बड़ी न रह जाए। यह प्रक्रिया SIR की तैयारी का जरुरी हिस्सा है। उप चुनाव आयुक्त ग्यानेश भारती इस हफ्ते कोलकाता कि यात्रा करेंगे तथा ट्रेनिंग व रिवीजन एक्सरसाइज का जायजा लेंगे।
अमेरिका के मुख्य व्यापार वार्ताकार ब्रेंडन लिंच द्विपक्षीय व्यापार पर बातचीत के लिए भारत पहुचें हैं। आज मंगलवार को भारतीय मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के साथ ब्रेंडन लिंच की बातचीत शुरू हो गई है। लिंच के साथ अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल बीते कल सोमवार रात को भारत पहुंची थी। अमेरिका के भारत पर 50 % टैरिफ के चलते यहां के कई उद्योगों पर असर पड़ा है। सामानों की मैन्युफैक्चरिंग के साथ साथ रोजगार पर भी इसका असर हुआ है। इस बातचीत से राहत मिलने की उम्मीद की जा सकती है। भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर पांचवे दौर की बातचीत इससे पहले ही हो चुकी है। छठे दौर की वार्ता 25-29 अगस्त के बीच होनी थी, पर अमेरिका की तरफ से भारत पर 50% टैरिफ लगाने के बाद छठे दौर की वार्ता को टाल दिया गया था। जानकारी के मुताबिक, आज की बातचीत से आने वाले दिनों में भारत-अमेरिका वार्ता के छठे दौर के लिए बेस तैयार हो सकता है ऐसा अनुमान है। इस बातचीत में माल और सेवा क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने, बाजार पहुंच बढ़ाने, टैरिफ व गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने के साथ सप्लाई चेन एकीकरण को विस्तृत करने के लिए जरुरी नए कदमों पर चर्चा हो सकती है। 2030 तक व्यापार को 500 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य भारत-अमेरिका के बीच कुल व्यापार करीब 190 बिलियन डॉलर है। 2030 तक भारत तथा अमेरिका का लक्ष्य द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करना है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जुलाई 2025 में भारत का अमेरिका को निर्यात 21.64% बढ़कर 33.53 अरब डॉलर हो गया, वहीं आयात 12.33% बढ़कर 17.41 अरब डॉलर रहा। भारत अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते अभी तक नहीं होने की वजह अमेरिका यह चाहता है कि उसके जो डेयरी उत्पाद हैं जैसे दूध, पनीर, घी आदि को भारत में आयात करने की अनुमति मिल जाए। आपको बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है और इस क्षेत्र में करोड़ों छोटे किसान लगे हैं। अगर अमेरिका को इन चीजों को आयात करने की अनुमति दे दी जाएगी तो इससे भारत के लाखों छोटे किसान बेरोजगार हो सकते हैं और उनकी रोजी रोटी भी जा सकती है। साथ ही देश की अर्थ व्यवस्था पर भी इसका असर पड़ सकता है। इसीलिए भारत सरकार को शंका है कि यदि अमेरिकी डेयरी उत्पाद भारत में आते हैं, तो वे यहां के किसानों को भारी क्षति पहुंचा सकते हैं। इससे धार्मिक भावना भी जुड़ी हुई हैं। आपको बता दें कि अमेरिका में गायों को पोषण देने के लिए जानवरों की हड्डियों से तैयार एंजाइम को उनके खाने में दिया जाता है। इसीलिए भारत अमेरिका की ऐसी गायों के दूध को शाकाहारी दूध नहीं मानता है।
सुप्रीम कोर्ट (SC) ने सोमवार को कहा कि भारतीय चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था के रूप में कानून का पालन करते हुए वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की पूरी प्रक्रिया करवा रहा है। चुनाव आयोग तरफ से अपनाई गई प्रक्रिया में किसी भी तरह की गड़बड़ी मिलेगी तो वह SIR की पूरी प्रक्रिया को ही रद्द कर देगा। 7 अक्टूबर को अंतिम दलील SC द्वारा बिहार में SIR प्रक्रिया की वैधता पर अंतिम दलीलें 7 अक्तूबर को सुनी जाएगी। न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह चुनाव आयोग को पुरे देश भर में SIR के लिए इस तरह की प्रक्रिया अपनाने से रोक नहीं सकती। भारत निर्वाचन आयोग का अधिकार है SIR कराना और वो इसमें कानून का पालन भी कर रहा है। पीठ ने इस मुद्दे पर “टुकड़ों में राय” देने से इनकार किया है और कहा है कि जो कोर्ट का निर्णय होगा वह पूरे भारत में SIR की प्रक्रिया पर लागू किया जायेगा। एक याचिका पर नोटिस आपको बता दें कि 8 सितंबर को SC ने एक आदेश जारी किया था जिसमें निर्वाचन आयोग को बिहार SIR में 12वें निर्धारित दस्तावेज के रूप में आधार कार्ड को सम्मिलित करने का निर्देश दिया था। SC के इस आदेश को वापस लेने का आग्रह करने वाली याचिका दायर की गई थी। SC इस पर नोटिस जारी किया है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही यह स्पष्ट किया था कि आधार कार्ड नागरिकता का प्रमाण नहीं है, केवल वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए आयोग द्वारा प्रस्तुत आधार कार्ड की वैधता की जांच की जा सकती है।
लोकसभा विपक्ष के नेता राहुल गांधी पंजाब के दौरे पर हैं। उन्होंने आज पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और वहां के हालात का जायज़ा लिया। सबसे पहले उन्होंने गुरुद्वारा श्री समाध बाबा बुड्ढा जी साहिब में जाकर माथा टेका और राज्य की खुशहाली के लिए अरदास भी की। इसके बाद वे अमृतसर और गुरदासपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर वहां के प्रवाभित लोगो से मिले। इस दौरान उनके साथ पूर्व CM चरणजीत सिंह चन्नी समेत कई नेता मौजूद रहे। बाढ़ के बाद देश के कई बड़े नेताओं ने पंजाब का दौरा किया है। आपको बता दें कि इससे पहले PM नरेंद्र मोदी ने भी 9 सितंबर को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था और बाढ़ की स्थिति और नुकसान का जायज़ा लिया था। उन्होंने पंजाब के लिए 1,600 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा भी की थी। पंजाब में हाल में आई बाढ़ की वजह से करीब 3 लाख लोगों को प्रभावित किया है। मीडिया के मुताबिक, पंजाब के 23 जिलों के 2384 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। पंजाब में सबसे ज़्यादा नुकसान फाजिल्का, मानसा, कपूरथला, होशियारपुर, गुरदासपुर, जालंधर, संगरूर, पटियाला, पठानकोट तथा तरनतारन जिले में हुआ है। लुधियाना के पूर्व सांसद और राज्य मंत्री बिट्टू का तंज, बोले-बाढ़ के समय मना रहे थे छुट्टियां राहुल गांधी के पंजाब दौरे पर लुधियाना के पूर्व सांसद और राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने तंज कस्ते हुए कहा है कि जब उपराष्ट्रपति चुनाव हो रहे थे, तब राहुल गांधी छुट्टियों मना रहे थे। जब पंजाब बाढ़ से डूब रहा था और लोग परेशान थे, तब भी वे मलेशिया में घूम रहे थे। उन्होंने ये भी कहा कि राहुल गांधी का यह दौरा पंजाब के लोगों का दर्द खत्म करने के लिए नहीं है बल्कि सियासी स्टेज पर ड्रामेबाजी है।
वक्फ (संशोधन) कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट (SC) ने फैसला दे दिया है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बीआर गवई तथा जस्टिस ऑगस्टाइन जॉर्ज मसीह की बेंच ने आज अंतरिम आदेश जारी किया है। SC ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 की कुछ धाराओं पर तो रोक लगाई है, पर पूरे कानून पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। कोर्ट का कहना है कि पूरे संशोधन पर रोक नहीं लगाई जा सकती, कुछ ही प्रावधानों पर रोक लगाई जा सकती है। इस फैसले से कई मुस्लिम नेताओं ने अपनी खुशी जाहिर की है। आपको बता दें कि कई लोगों ने वक्फ कानून पर पूरी तरीके से रोक लगाने की मांग की थी। इस पर पूरी तरीके से रोक लगाने के लिए लोग सुप्रीम कोर्ट गए। हालांकि इस कानून पर रोक लगाने की मांग पर मुस्लिम लोगों में काफी गुस्सा था। देश में इसको लेकर मुस्लिम लोगों द्वारा कई जगहों पर विरोध किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के बाद आज फैसला दिया है। इन प्रावधानों पर लगा है रोक 1) वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के इस प्रावधान पर रोक लगी है, जिसमें वक्फ बनाने के लिए किसी व्यक्ति को 5 वर्षों तक इस्लाम का अनुयायी होना जरूरी था। 2) वक्फ संपत्तियों के रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता पर रोक लगाने से इनकार किया। 3) कलेक्टर या कार्यपालिका को संपत्ति के अधिकार तय करने की अनुमति नहीं, जब तक अंतिम फैसला वक्फ ट्रिब्यूनल तथा हाई कोर्ट से नहीं हो जाता, तब तक वक्फ को संपत्ति से बेदखल नहीं किया जाएगा। 4 गैर मुस्लिम या हिंदू के वक्फ बोर्ड के चेयरमैन होने पर अभी स्थिति साफ नहीं है, SC ने सुझाव दिया है कि जहां तक संभव हो, वक्फ बोर्ड का मुख्य कार्यकारी अधिकारी एक मुस्लिम होना चाहिए। 5) कुल 11 सदस्यों में से 4 से अधिक गैर-मुस्लिम सदस्य नहीं होंगे।
PM मोदी आज 15 सितंबर को बिहार के पूर्णिया पहुंचेंगे और प्रदेश को 36 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगें। यहां आज पूर्णिया एयरपोर्ट और वहां बनाई गई नई टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ कई और परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। पूर्णिया रैली में पीएम मोदी के साथ जेडीयू, लोजपा (आर), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (जीतन राम मांझी) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (उपेंद्र कुशवाहा) के बड़े नेता भी उपस्थित रहेंगे। CM नीतीश कुमार भी इसमें शामिल हो सकते हैं। आपको बता दें कि बिहार में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। PM नरेंद्र मोदी सातवीं बार बिहार के दौरे पर आएगें । बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बोला कि मोदी बिहार को बहुत प्राथमिकता दे रहे हैं और अपने 11 साल के कार्यकाल के दौरान, मोदी ने बिहार को करीब 1.50 लाख करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दे चुके हैं। वंदे भारत और अमृत भारत एक्सप्रेस को भी मिलेगी हरी झंडी PM मोदी तीन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। जोगबनी-दानापुर वंदे भारत एक्सप्रेस, सहरसा-छेहरटा अमृत भारत एक्सप्रेस तथा जोगबनी-ईरोड अमृत भारत एक्सप्रेस। इसके अलावा विक्रमशिला-कटरिया रेललाइन का भी शुभारंभ करेंगे। होगी बेहतर कनेक्टिविटी पूर्णिया एयरपोर्ट के शुभारंभ से पूर्णिया के साथ साथ कटिहार, अररिया, किशनगंज सहित आसपास के कई जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल पाएगी। पूर्णिया एयरपोर्ट पर जो नए आधुनिक टर्मिनल बनाये गए हैं वो करीब 40 वर्षों तक यात्री वृद्धि को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इससे हवाई सफर करने वाले लोगों को फायदा होगा। जानकारी के मुताबिक, माना जा रहा है कि यह एयरपोर्ट कोलकाता के बाद पूर्वी भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। पूर्णिया एयरपोर्ट से सीमांचल तथा कोसी के करीब 7 जिलों को इसका फायदा होगा। पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया व कोसी रेंज के मधेपुरा, सुपौल और सहरसा के लोगों को अब बागडोगरा एयरपोर्ट या दरभंगा एयरपोर्ट जाने की जरुरत नहीं होगी। अब लोग इस पूर्णिया एयरपोर्ट का उपयोग कर देश के दूसरे शहरों की यात्रा कर सकेंगें। इससे पहले की तुलना में अब लोगों का समय और पैसा दोनों बचेगा ।
एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच दुबई में आज मैच होने वाला है। भारत-पाकिस्तान के बीच मैच का मुकाबला हमेशा से रोमांचक रहा है। इसे देखने के लिए लोगों में बहुत उत्साह देखा जाता था। लेकिन इस बार इस मैच को लेकर देशभर में विरोध हो रहा है। विपक्षी राजनीतिक दलों के साथ-साथ आम लोग भी भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर गुस्से में है। सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस मैच का जोरो से बहिष्कार किया जा रहा है। साथ ही पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों ने भी इस मैच पर कड़ा विरोध जताया है। अब तो भाजपा के कई सहयोगी भी इस मैच के विरोध में हैं। हालांकि क्रिकेट फैंस इसे लेकर अलग बंटे हुए हैं। इस मैच का कहीं विरोध किया जा रहा है, तो कहीं टीम इंडिया की जीत के लिए पूजा भी हो रही है। नई खेल नीति के मुताबिक सरकार की नई खेल नीति के मुताबिक भारत ने फैसला किया है भारत पाकिस्तान के साथ कोई भी द्विपक्षीय मैच नहीं खेलेगा पर बहुपक्षीय टूर्नामेंट जैसे कि एशिया कप या ICC प्रतियोगिता में पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा। विरोध की वजह ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच यह पहला इंटरनेशनल मैच है। आपको बता दें कि 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा पहलगाम हमला हुआ था जिसमें कई भारतीय मरे थे और कहा जा रहा था कि इस हमले के पीछे पकिस्तान का हाथ है। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर किया। इसी वजह से भारत के लोगों में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर नाराजगी और गुस्सा है। ओवैसी की पार्टी AIMIM ने किया प्रदर्शन हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार से पूछा है कि क्या मैच से कमाया जाने वाला मुनाफ़ा पहलगाम हमले में मारे गए 26 लोगों की जान से ज्यादा कीमती है। अहमदाबाद में AIMIM ने भारत-पाकिस्तान मैच के खिलाफ प्रदर्शन किया। AAP कार्यकर्ताओं ने किया बहिष्कार चंडीगढ़ में AAP कार्यकर्ताओं ने भी 'BCCI शर्म करो' के नारे लगाए शिंदे शिवसेना नेता ने किया विरोध शिंदे शिवसेना के नेता संजय निरूपम ने इस मैच के विरोध में कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा भारत को क्षति पहुंचाने वाली नीति अपनाई है, पाकिस्तान ने आतंकियों को पाला पोषा है और इन आतंकियों ने भारत के निर्दोष लोगों पर हमले किए हैं। ऐसे में पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का रिश्ता नहीं रखना चाहिए। शिवसेना उद्धव गुट ने मैच के विरोध में तोड़ डाले टीवी पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने किया बहिष्कार पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री और पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने कहा कि वे भारत-पाकिस्तान मैच के साथ पूरे एशिया कप का बहिष्कार कर रहे हैं हूं। उन्होंने कहा कि पुलवामा, पहलगाम, पठानकोट जैसे आतंकी हमलों को भुलाया नहीं जा सकता। पीड़ित परिवारों ने जाहिर किया गुस्सा पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए पुणे के संतोष जगदाले की बेटी असावरी जगदाले ने कहा कि यह मैच नहीं होना चाहिए था। यह बहुत ही शर्मनाक है। अभी हाल में पहलगाम हमला हुआ और फिर ऑपरेशन सिंदूर हुआ। तो इसके बाद यह मैच नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा यह भी कहा कि इन्हें परवाह नहीं कि कोई मर गया।
मोदी ने आज रविवार को असम के दरांग के मंगलदोई में 6,300 करोड़ रुपये की स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने दरांग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, जीएनएम स्कूल तथा बीएससी नर्सिंग कॉलेज का आज उद्घाटन किया। इस बीच PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश के विकास में उत्तर पूर्वी राज्यों की भूमिका अहम है। देश के विकास में उत्तर-पूर्व की अहम भूमिका दरांग में आयोजित कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि 'पूरा देश आज विकसित भारत के निर्माण के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ रहा है। खासतौर पर हमारे जो नौजवान साथी हैं। उनके लिए विकसित भारत सपना भी है और संकल्प भी है। इस संकल्प की सिद्धि में हमारे नॉर्थ ईस्ट की बहुत बड़ी भूमिका है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि '21वीं सदी पूर्व की है, उत्तर पूर्व की है। उत्तर पूर्वी राज्यों के चमकने का समय आ गया है। किसी भी क्षेत्र के विकास में कनेक्टिविटी की अहम भूमिका होती है। हमारी सरकार उत्तर पूर्व में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए समर्पित है। सड़कें, रेलवे और हवाई मार्गों का विकास किया जा रहा है। इससे लोगों की जिंदगी बदल रही है और उज्जवल भविष्य की राह बन रही है।' सरकार का फोकस नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी पर मोदी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए तेज कनेक्टिविटी का होना बहुत जरूरी होता है। इसलिए BJP सरकार का जो फोकस रहा है है वो नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी बढ़ाने पर रहा है। सड़कें, रेलवे और हवाई मार्गों का विकास किया जा रहा है जिससे लोगों की जिंदगी बदल रही है। लोगों की आवाजाही में आसानी हुई है, टूरिज्म का विकास हुआ और इससे रोजगार का भी अवसर बढ़ा है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस आजादी के 60 साल तक केंद्र में और असम में दशकों तक रही, लेकिन कांग्रेस ने इतने सालों में ब्रह्मपुत्र पर सिर्फ 3 पुल बनाए। जब बीजेपी सरकार को काम करने का मौका मिला तब, बीजेपी सरकार ने 10 साल में 6 बड़े ब्रिज बना दिए। अवैध घुसपैठ को लेकर मोदी ने कांग्रेस पर लगाया आरोप मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह राष्ट्रविरोधी ताकतों को संरक्षण देने का काम करती है। कांग्रेस भारत के सेना का साथ देने के बजाय पाकिस्तान के आतंकवादियों का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब वह घुसपैठ को बढ़ावा देती थी और आज कांग्रेस चाहती है कि घुसपैठिए हमेशा के लिए भारत में बस जाए और भारत का भविष्य घुसपैठिए तय करें। मोदी ने कहा- "भाजपा का उद्देश्य देश को घुसपैठियों से बचाना और उसकी अखंडता को बहाल करना है। मैं उन राजनेताओं को चुनौती देता हूं जो घुसपैठियों का बचाव करते हैं कि वे आगे आएं और इस मुद्दे का सामना करें। वे दिखाएं कि हमने घुसपैठियों को हटाने के लिए जो प्रयास किए हैं, उनकी तुलना में उन्होंने क्या प्रयास किए हैं। घुसपैठियों को पनाह देने वालों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी, देश उन्हें माफ़ नहीं करेगा।" मोदी ने कहा कि वह भगवान शिव का भक्त हैं, सारा जहर निगल लेते हैं मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जिस दिन भारत सरकार ने देश के असम गौरव भूपेन दा हजारिका जो को भारत रत्न दिया, उस दिन कांग्रेस अध्यक्ष ने बोला था- मोदी, नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहा है। इसके बाद उन्होंने कहा कि वे भगवान शिव का भक्त हैं, सारा जहर निगल लेते हैं, उन्हें कितनी भी गालियां दें। लेकिन जब किसी और का अपमान होता है, तो मोदी से रहा नहीं जाता है। मोदी ने कार्यक्रम में आए लोगों से पूछा कि आप मुझे बताएं, भूपेन दा को भारत रत्न देने का मोदी का फैसला सही है या नहीं।
पाकिस्तान के साथ मैच का बहिष्कार करने की मांग के बीच आज रविवार को भारत-पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 का मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। मैच रात के 8 बजे शुरू होगा। आपको बता दें की यह ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला मौका होगा जब भारत और पाकिस्तान की टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलेंगीं। हालांकि इस मैच को लेकर भारतीय लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही। जबसे कश्मीर के पहलगाम में हुए भारतीय पर्यटकों पर आतंकी हमले हुए हैं, उसके बाद से पाकिस्तान के साथ कोई भी खेल नहीं खेले जाने की लोगों द्वारा मांग की जा रही है। यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि जीत का ताज किसे मिलता है। नई खेल नियम के मुताबिक हालांकि सरकार की नई खेल नियम के मुताबिक भारत पाकिस्तान के साथ कोई भी द्विपक्षीय मैच नहीं खेलेगा पर बहुपक्षीय टूर्नामेंट जैसे कि एशिया कप या ICC प्रतियोगिता में पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा। मैच को लेकर उत्साह में दिख रही कमी भारत-पाकिस्तान का मैच हमेशा से रोमांचक रहा है। भारत-पाकिस्तान मैच पर केवल भारत-पाक का ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस की नजर रहती है। लेकिन इस बार कश्मीर के पहलगाम में हुए भारतीय पर्यटकों पर आतंकी हमले के कारण फैंस के बीच इस मैच को लेकर बहुत कम उत्साह दिख रहा है। आपको बता दें कि आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के जरिए सैन्य कार्रवाई की गई थी। इसके बाद भारत-पाकिस्तान में काफी विवाद हुआ था। इसी के चलते सोशल मीडिया पर भी मैच का बहिष्कार करने की मांग हो रही है। भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुबमन गिल, अभिषेक शर्मा, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जसप्रित बुमरा, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव तथा संजू सैमसन पाकिस्तान की संभावित प्लेइंग इलेवन सलमान अली आगा (कप्तान), अबरार अहमद, फहीम अशरफ, फखर जमान, हसन नवाज, मोहम्मद हारिस, मोहम्मद नवाज, साहिबजादा फरहान, सईम अयूब, शाहीन अफरीदी तथा सुफयान मोकिम
नेपाल: पशुपतिनाथ से लौटे वक्त भारतीय श्रद्धालु पर भीड़ का हमला, भारत के सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट
नेपाल में हाल के दिनों में सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर बैन तथा भ्रस्टाचार के खिलाफ तनाव का माहौल बना हुआ है। इसीलिए आए दिन वहां कोई न कोई अप्रिय घटनाएं घट रही हैं। इसी बीच एक और घटना सामने आई है। नेपाल के काठमांडू में भारतीय श्रद्धालुओं की बस पर हमला हुआ है। घटना बताया जा रहा है कि 9 सितम्बर को हुआ है। इसके बारे में बस ड्राइवर ने अब जानकारी दी है। बस ड्राइवर ने बताया कि आंध्र प्रदेश से आए तीर्थयात्रियों की बस पर काठमांडू के नज़दीक कुछ असामाजिक तत्वों ने हमला किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन कर लौटते वक्त तीर्थयात्रियों की बस पर बस पर पत्थर फेंके गए। हमला करने वालों ने खिड़कियां तोड़ दीं और यात्रियों से सामान, कैश व मोबाइल फोन छीन लिए। जानकारी के अनुसार, इसमें करीब 7-8 यात्री घायल हुए हैं। हालांकि घटना के बाद मौके पर नेपाल की सेना पहुंच गई और पर्यटकों को बचा लिया है। काठमांडू पुलिस के अनुसार तीर्थयात्री काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करके लौट रहे थे,उस दौरान उनकी बस पर हमला किया गया। आपको बता दें कि नेपाल में तनाव की वजह से भारतीय अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश, बिहार तथा पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है। साथ ही कोई भी अप्रिय घटना न हो इसके लिए इन तीनों राज्यों के सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट जारी है। आपको बता दें कि नेपाल में हाल के दिनों में सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर बैन तथा भ्रस्टाचार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए। इसमें युवा प्रदर्शनकारियों द्वारा तोड़ फोड़ और आगजनी की गई। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में भी घुसने की कोशिश की और कई मंत्रियों को दौड़ा दौड़ा पीटा। इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान कई लोग मारे गए, जिनमें कुछ नेता,मंत्री और साथ ही कुछ प्रदर्शनकारी शामिल हैं। इसके बाद शांति और सुरक्षा स्थापित करने के लिए सेना ने देश का कमान संभाला। कई जगह पर कर्फ्यू लगाए गए। इससे वहां की स्थिति नियंत्रण में आई। इन सब के बावजूद नेपाल अभी पूरी तरह से शांत नहीं हुआ है।
8500 करोड़ की परियोजनाओं का देंगें सौगात मिजोरम को पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन का भी उद्घाटन मणिपुर में जातीय संघर्ष के 2 साल बाद पहली बार कल शनिवार को PM नरेंद्र मोदी मणिपुर की यात्रा पर जाने वाले हैं। कल शनिवार को वह पहले चुराचांदपुर जाएंगे और फिर इंफाल पहुंचेंगे। मोदी कुकी बहुल क्षेत्र चुराचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये का विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारम्भ करेंगें। इसके बाद मोदी मैइती बहुल क्षेत्र इंफाल में 1200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगें। मोदी मिजोरम को पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन का भी उद्घाटन करेंगे। आपको बता दें कि साल 2023 में कुकी तथा मैइती समुदाय के बीच बड़े स्तर पर जातीय हिंसा भड़की थी। इस हिंसा में करीब 260 लोग मारे गए थे और हजारों लोग बेघर हुए थे। पीएम मोदी के इस यात्रा से मैतेई और कुकी समुदायों में कई उम्मीदें बढ़ी हैं, क्यों कि मणिपुर के विकास के लिए कई परियोजनाओं का उद्घाटन होने जा रहा है। साथ ही मणिपुर को पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन का भी शुभारम्भ होने जा रहा है। इस दौरान, मोदी सैरांग से तीन नई रेल सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाएंगें जिनमें सैरांग-आनंद विहार टर्मिनल राजधानी एक्सप्रेस, सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस और सैरांग-गुवाहाटी एक्सप्रेस शामिल हैं। यह भी पढ़ें 78 साल बाद रेलवे लाइन पहुंची मिजोरम, 13 सितंबर को पीएम द्वारा मिलेगी हरी झंडी
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सुप्रीम कोर्ट (SC) ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश को चुनौती की याचिका पर सुनवाई के वक्त चीफ जस्टिस ने बोला कि जो भी प्रदूषण नियंत्रण नीति बननी चाहिए, वह केवल दिल्ली-एनसीआर के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए बननी चाहिए। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वे पिछले साल सर्दियों में अमृतसर गए थे और वहां प्रदूषण दिल्ली से भी ज्यादा था। इसीलिए यदि पटाखों पर प्रतिबंध लगाना ही है तो पूरे देश में इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट 3 अप्रैल 2025 के आदेश को चुनौती दी गई याचिका पर सुनवाई कर रहा था और सुनवाई के दौरान ही SC ने यह टिप्पणी की थी। याचिका में दिल्ली-NCR में पटाखों की बिक्री, स्टोरेज, परिवहन व निर्माण पर पूर्ण बैन के आदेश को बदलने की मांग की गई है। SC ने दिल्ली-NCR में पटाखों पर पूरी तरह बैन के खिलाफ याचिका पर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को नोटिस भेजा और दो हफ्ते में जवाब देने को कहा है।
सीपी राधाकृष्णन ने आज शुक्रवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज सुबह राष्ट्रपति भवन में राधाकृष्णन को शपथ दिलाई। राधाकृष्णन ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 वोट से हराकर उपराष्ट्रपति का चुनाव जीता था। इस शपथ समारोह के अवसर पर PM मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी तथा दूसरे कई केंद्रीय मंत्री भी इस समारोह में शामिल हुए। साथ ही एमपी से CM मोहन यादव, हरियाणा के नायब सिंह सैनी और उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी सहित कई सीनियर नेता भी इस समारोह का हिस्सा बने। इस अवसर पर पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी पहुंचे। शपथ समारोह में वह मेहमान की तरह आए और सीपी राधाकृष्णन के समीप गेस्ट वाली पहली पंक्ति में बैठे दिखे। इस दौरान वे हंसते मुस्कुराते दिख रहे थे। आपको बता दें कि इन्होनें 22 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक इस्तीफा दिया था। इसके बाद 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति चुनाव हुआ। इस्तीफे के बाद धनखड़ पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए। इस्तीफे के बाद से धनखड़ कहीं भी दिख नहीं रहे थे। इस पर विपक्ष लगातार सवाल करते नज़र आ रहे थे कि आखिर धनखड़ हैं कहां और कैसे हैं।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप लगाया है। CRPF ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लेटर लिखकर सूचना दी है कि राहुल गांधी पिछले 9 महीने में सूचना दिए बगैर 6 बार विदेश जा चुके हैं। CRPF ने राहुल गांधी को भी पत्र लिखा है, जिसमें कहा है कि इस तरह की चूक से उनकी Z+ कैटेगरी सुरक्षा कमजोर हो सकती है। इससे वे किसी खतरे में पड़ सकते हैं। येलो बुक प्रोटोकॉल' का उल्लंघन करते हैं आपको बता दें कि राहुल गांधी को एडवांस सिक्योरिटी लाइजन कवर के साथ सबसे हाई लेवल की Z+ सिक्योरिटी मिली हुई है। जिन लोगों को इस तरह की सुरक्षा मिली होती है, उन्हें ‘येलो बुक प्रोटोकॉल’ के तहत विदेश यात्रा पर जाने से पहले ही इसकी सूचना सुरक्षा एजेंसियों को देनी होती है, ताकि उनकी सुरक्षा में उपयुक्त इंतजाम किया जा सके। देखा गया है कि राहुल गांधी इन नियमों का पालन नहीं करते। अक्सर सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर ध्यान नहीं देते। CRPF के अनुसार पिछले 9 महीनों में राहुल गांधी 6 बार विदेश जा चुके हैं। इन यात्रा की जानकारी सुरक्षा एजेंसी को पहले से नहीं दी गई। इस वजह से सुरक्षा व्यवस्था को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। राहुल गांधी लगातार सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते आए हैं। CRPF ने खड़गे से अपील की है कि वे राहुल गांधी को सुरक्षा नियमों को मानने के लिए कहें। क्योंकि नियमों का उल्लंघन करने से उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है। प्रोटोकॉल तोड़ने की शिकायत पहले भी हुई CRPF ने कहा कि राहुल गांधी 2020 से अभी तक करीब 113 मौकों पर सुरक्षा दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर चुके है। इसमें इनकी भारत जोड़ो यात्रा का दिल्ली फेज भी शामिल है। केंद्र ने 2019 में SPG सिक्योरिटी वापस ली थी केंद्र द्वारा 2019 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को दी गई SPG सिक्योरिटी वापस ले ली थी। अब इनकी सुरक्षा में SPG सिक्योरिटी की जगह CRPF ने ले ली है।
नेपाल में हुए हिंसक आंदोलन के बाद आज गुरुवार को हालात कंट्रोल में है। लेकिन फिर भी सेना ने एहतियातन राजधानी समेत कई इलाकों में कर्फ्यू लगा रखा है। इस बीच, नेपाल में अंतरिम PM बनाने के लिए सेना-प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार,आर्मी हेडक्वार्टर में सुबह 10:30 बजे बातचीत शुरू हो गई थी। आपको बता दें कि सेना ने सभी पार्टी और नेताओं को भी इसके लिए अपनी अपनी राय देने को कहा है। मीडिया के कई रिपोर्ट्स के अनुसार, इस पद के लिए नेपाल के लाइट मैन कहे जाने वाले कुलमान घिसिंग और सुशीला कार्की का नाम आगे आ रहा है। हालांकि PM की रेस में कुलमान घिसिंग का नाम सुशीला कार्की से भी आगे चल रहा है। अंतिम फैसला देखना काफी दिलचस्प होगा कि किसे PM के नेतृत्व के लिए आगे किया जाता है। सुशीला कार्की सुशीला कार्की भ्रष्टाचार विरोधी शख्सियत के तौर पर जानी जाती हैं। इन्होनें भ्रष्टाचार के विरुद्ध कई बार सख्त बयान दिया है। आपको बता दें कि इन्होनें पॉलिटिकल साइंस में BHU से MA किया है। 2016 में वह नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनी। कुलमान घिसिंग कुलमान घिसिंग को नेपाल के 'लाइट मैन' भी कहा जाता है। उन्होंने जमशेदपुर, झारखण्ड से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की है। 1994 में नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (NEA) से जुड़े और इसके बाद घाटे में चल रहे NEA को मुनाफे में बदल दिया। नेपाल की बिजली व्यवस्था, जो कि बहुत खराब थी, उसे भी सुधारने का श्रेय इन्हें ही जाता है। नेपाल में इस तरह हुई हिंसक आंदोलन की शुरुआत सरकार ने 4 सितंबर को 26 सोशल मीडिया प्लेटफार्म को बैन किया था। ये कहकर कि इन प्लेटफॉर्म्स ने रजिस्ट्रशन नहीं करवाए हैं। इसके बाद 8 सितंबर को सरकार के भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ नेपाल के युवाओं ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन शुरू कर दिए। यह प्रदर्शन धीरे धीरे हिंसा में प्रवर्तित हो गए और कई लोग इसमें मारे गए व कई ज़ख़्मी हुए। इसी बीच PM समेत कई मंत्रियों को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। साथ ही इस दौरान प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने सेना के सामने सामाजिक और राजनितिक सुधार को लेकर कई मांगे भी रखीं। आगे क्या होगा बहुमत वाली पार्टी को सरकार बनाने के लिए कहा जायेगा। विशेषज्ञ का मानना है कि 6 महीने में चुनाव कराने के लिए अंतरिम सरकार बन सकती है।
नेपाल में सरकार के खिलाफ हिंसक आंदोलन के बीच मंगलवार को सरकार का तख्तापलट हो चुका है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली समेत कई मंत्रियों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रदर्शनकारियों ने ओली सरकार को सत्ता से बेदखल करने में सफलता हासिल कर ली है। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने कई सामाजिक और राजनितिक सुधार किये जाने के लिए अब एक लंबी मांगें रखी है। प्रदर्शनकारियों ने यह मांग की है कि संविधान में संशोधन, शासन व्यवस्था में सुधार तथा पिछले 3 दशकों में नेताओं द्वारा लूटी गई सम्पत्तियों की जांच हो। इंडिया टुडे कि रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने एक बयान में कहा है कि, यह जो आंदोलन है, वह किसी भी पार्टी या व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि देश के लोगों के भविष्य के लिए है। प्रदर्शनकारियों ने यह उम्मीद जताई है कि राष्ट्रपति और नेपाली सेना उनकी मांगों को पूरा करेंगे। अभी तक घटीं ये घटनाएं नेपाल में सरकारी के भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समेत कई मंत्रियों और नेताओं के सरकारी-निजी आवासों पर हमला व तोड़फोड़ किया और साथ ही आगजनी भी की। संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट में भी आग लगा दी गई। आंदोलनकारियों द्वारा, प्रदर्शन करने वाले युवाओं पर गोली चलाने का आदेश देने वाले DSP की भी पीट कर हत्या कर दी गई। पूर्व प्रधानमंत्री, उनकी पत्नी व विदेश मंत्री को भी उनके घर में घुसकर पीटा गया। आंदोलनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनल की पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार को तो घर के अंदर घुसकर जिंदा जला दिया। वित्त मंत्री को भी सड़कों पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया है। इन हालातों को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को बंद कर दिया गया है। हालांकि कल रात मंगलवार से नेपाल की सेना ने सुरक्षा की कमान संभाल ली है। वहीं राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और सेना प्रमुख अशोक राज सिगदेल ने आंदोलन कर रहे युवाओं से शांति बनाये रखने और चर्चा के लिए आगे आने की अपील की है। यह भी पढ़ें नेपाल: काठमांडू में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद होने से सैकड़ों भारतीय यात्री फंसे, सीमा पर लगा लंबा जाम
NDA गठबंधन के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णम देश के उपराष्ट्रपति चुने जा चुकें हैं। जानकारी के अनुसार NDA गठबंधन के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णम को 452 वोट मिले हैं। जो NDA के कुल सांसद से 25 अधिक है। वहीं, इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले, जो इंडिया गठबंधन के कुल क्षमता 315 वोट से भी कम है। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग भी हुई है। उपराष्ट्रपति चुनाव के गणित उपराष्ट्रपति चुनाव में दोनों सदनों के सांसद भाग लेते हैं। लोकसभा और राज्य सभा के सांसदों को मिलाकर कुल 788 मतदाता हैं, जिसमें से अभी राज्यसभा में 6 और लोक सभा में 1 सीट ख़ाली है। इस तरह कुल अभी 781 मतदाता हैं। इनमें से 767 सांसदों ने वोट डाला, जिसमें से 752 वोट वैध और 15 निरस्त पाए गए। NDA के उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन को 452 वोट और इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। न्यूट्रल वोट अभी के हिसाब से NDA के 427 और इंडिया ब्लॉक के 315 वोट हैं, जबकि 39 वोट न्यूट्रल हैं क्यों कि इन्होनें दोनों गठबंधन में से किसी का साथ नहीं दिया। इनमें से वायएसआरसीपी के 11 सांसदों ने NDA का साथ दिया है। इस तरह एनडीए की संख्या बढ़कर 438 हो गई और न्यूट्रल की संख्या घटकर 28 रह गई। इन 28 में से 14 वोट एब्सेंट रहे। इस तरह न्यूट्र्ल की संख्या घटकर 14 रह गई। क्रॉस वोटिंग NDA (427) को वायएसआरसीपी के 11 सांसदों को मिलाकर 438 वोट ही मिलने थे, पर NDA को मिला 452 वोट। यानी NDA को 14 एक्स्ट्रा वोट मिले हैं। NDA को उसकी क्षमता से अधिक वोट मिले हैं, जबकि इंडिया ब्लॉक को उसकी क्षमता 315 से 15 वोट कम मिले यानी 300 वोट ही मिले। 15 वोट निरस्त हो गए। NDA के 10 वोट और इंडिया ब्ल़ॉक के 5 वोट निरस्त हो गए। इसका मतलब यह है कि विपक्ष के कई सांसदों ने NDA के पक्ष में वोट डाला और साथ ही क्रॉस वोटिंग भी हुई। क्रॉस वोटिंग करने वाले सांसदों पर एक्शन क्यों नहीं गुप्त मतदान और व्हिप जारी न होने कि वजह से क्रॉस वोटिंग करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं की जा सकती हैं।
नेपाल की राजधानी काठमांडू में सरकार के विरूद्ध हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है और जगह जगह पर सेना को तैनात किये गए हैं। वहां के हालात गंभीर होने के चलते त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सभी घरेलू-अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए बंद किया गया था। एयर ट्रैफिक कंट्रोल के मुताबिक एयरपोर्ट को 10 सितंबर 2025 की दोपहर 12 बजे तक के लिए बंद किया गया था। एयरपोर्ट बंद होने से यहां कई भारतीय यात्री और पर्यटक फंस गए हैं। बताया जा रहा है कि करीब 800 पर्यटक पोखरा में फंसे हैं, जबकि काठमांडू में करीब 2000 यात्री फंसें हैं। एयरपोर्ट के बंद होने से नेपाल में फंसे भारतीयों को वापस आने के लिए वहां काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापार और यातायात पूरी तरह बाधित है। हिंसक आंदोलन हुआ क्यों नेपाल में यह हिंसक आंदोलन सरकार के भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन लगाए जाने के बाद हुआ। वहां के युवाओं में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन को लेकर काफी रोष था। इसी रोष के चलते वे सडकों पर उतर आए और हिंसक प्रदर्शन करने लगे। इस बीच वहां के युवाओं द्वारा काफी आगजनी और तोड़-फोड़ की गई और साथ ही संसद में घुसने की भी कोशिश की गई। इस बीच कई युवाओं की जान भी गई और कई मंत्रियों ने इस्तीफा भी दिया। भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी सरकार ने भारतीय नागरिकों को स्थिति स्थिर होने तक नेपाल की यात्रा नहीं करने को कहा है। सरकार ने नेपाल में फंसें भारतीय नागरिकों को अपने वर्तमान सुरक्षित जगहों पर ही रहने को कहा है। साथ ही नेपाल के अधिकारियों और काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास द्वारा जारी स्थानीय सुरक्षा निर्देश का पालन करने को भी कहा है। सरकार ने भारतीय नागरिकों की मदद के लिए काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए हैं। नंबर हैं +977 980 860 2881 और +977-981 032 6134
PM नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को पंजाब का दौरा करेंगे और वहां बाढ़ प्रभावित लोगों और किसानों से मिलेंगे। इसके साथ ही मोदी राहत कार्यों और पुनर्वास प्रयासों का भी समीक्षा करेंगें। आपको बता दें कि पंजाब में बाढ़ की वजह से काफी नुकसान हुआ है। बाढ़ से पंजाब 23 जिलों में भारी तबाही मची है। बाढ़ ने इन जिलों के गांव को जलमग्न कर दिया है और फसलों को नुकसान कर दिया है। इस यात्रा की घोषणा BJP पंजाब ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर किया है। सबसे ज्यादा प्रभावित पंजाब पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला राज्य है। यहां 23 जिलों के करीब 1900 गांव पानी में डूब गए हैं और करीब 1.75 लाख एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। इससे धान की फसलें खराब हो गई हैं। बाढ़ से अभी तक लगभग 40 लोगों की जानें भी जा चुकी है। साथ ही व्यास, सतलुज, रावी और घग्गर नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर आ चुकी हैं। मीडिया के अनुसार, पंजाब सरकार ने बारिश से करीब तेरह हजार करोड़ रुपये के जान-माल की क्षति का अनुमान लगाया है। यहां सेना, NDRF और BSF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। अभी तक करीब 20,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। शिवराज चौहान ने भी किया दौरा आपको बता दें कि गुरुवार को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पंजाब के अमृतसर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण किया था। उन्होंने यहां जानकारी दी थी कि बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायज़ा लेने के लिए दो केंद्रीय दल भी पंजाब का दौरा कर रहे हैं और वे केंद्र को इसकी एक रिपोर्ट बनाकर सौंपेंगे।
चंद्र ग्रहण आज 7 सितंबर रात 9.58 बजे शुरू होने वाला है और रात 1.26 बजे समाप्त हो जायेगा। आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले ही अभी दोपहर 12.57 बजे शुरू हो जाएगा। आज पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा, जो कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में लगेगा। इस साल 2025 का यह दूसरा आखिरी चंद्र ग्रहण है, जो आज 7 सितंबर को लगने वाला है। सबसे ख़ास बात यह है इस चंद्र ग्रहण की कि ये पितृपक्ष के दिन ही शुरू हो रहा है,जो कि एक बहुत ही दुर्लभ संयोग है। ग्रहण काल में भूल से भी न करें यह काम सनातन में ग्रहण काल के समय सोना, खाना और पीना नहीं करना चाहिए। खाने की चीजों में तुलसी डाल कर रखना चाहिए। इससे खाना अशुद्ध या विषाक्त नहीं होता है, ऐसा माना जाता है। 122 साल बाद चंद्र ग्रहण पर पितृ पक्ष का संयोग आज इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने वाला है और आज से ही पितृ पक्ष भी शुरू है। ज्योतिषियों के अनुसार, चंद्र ग्रहण पर पितृ पक्ष का यह संयोग पूरे 122 साल बाद बना है। वहीं, चंद्र ग्रहण का सूतक काल शुरू होने से पहले श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान और पवित्र नदियों में स्नान करने जैसे सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरा कर लें। आज रात लगने वाले चंद्र ग्रहण का सूतक काल अभी दोपहर 12.57 बजे शुरू होने जा रहा है। आपको बता दें कि सूतक में मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। ग्रहण समाप्त होने तक कोई धार्मिक कार्य नहीं होगा। इसलिए जो भी पूजा अर्चना है और पूर्णिमा तिथि का श्राद्ध, पिंडदान वो पहले ही कर लेनी चाहिए। ये भी पढ़ें लगेगा सदी का सबसे दुर्लभ चंद्र ग्रहण, 100 साल बाद ऐसा संयोग, भूलकर भी ये न करें 7 या 8 सितम्बर, जानें कब से शुरू होगा पितृपक्ष
आज शिक्षक दिवस है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली में विज्ञान भवन में देश के 45 शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान व केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी भी उपस्थित रहे। आज के दिन ये वार्षिक अवार्ड उन शिक्षकों को दिया जाता है जिन्होंने विद्यार्थियों की पढ़ाई और समाज के लिए कुछ खास योगदान दिया हो। ये पुरस्कार केवल एक मेडल ही नहीं, बल्कि पूरे देश की ओर से इन शिक्षकों को दिया गया सम्मान है। ये शिक्षकों की मेहनत और समर्पण का प्रतिक है जो बच्चों का भविष्य बनाने के लिए अभूतपूर्व कार्य करते हैं। पुरस्कारों दिए जाने से पहले, PM नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों से बातचीत की। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का अहम भूमिका होती है। PM ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान केवल एक परम्परा नहीं है, बल्कि उनके आजीवन समर्पण का सम्मान है।PM ने कहा कि शिक्षक सामान्यतः छात्रों को होमवर्क देते हैं। लेकिन मोदी उन्हें एक टास्क देना चाहते थे- स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने वाले अभियानों का नेतृत्व करने और "मेक इन इंडिया" और "वोकल फॉर लोकल" आंदोलनों को मजबूत करने के लिए। आज शिक्षक दिवस है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली में विज्ञान भवन में देश के 45 शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान व केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी भी उपस्थित रहे। आज के दिन ये वार्षिक अवार्ड उन शिक्षकों को दिया जाता है जिन्होंने विद्यार्थियों की पढ़ाई और समाज के लिए कुछ खास योगदान दिया हो। ये पुरस्कार केवल एक मेडल ही नहीं, बल्कि पूरे देश की ओर से इन शिक्षकों को दिया गया सम्मान है। ये शिक्षकों की मेहनत और समर्पण का प्रतिक है जो बच्चों का भविष्य बनाने के लिए अभूतपूर्व कार्य करते हैं। पुरस्कारों दिए जाने से पहले, PM नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों से बातचीत की। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का अहम भूमिका होती है। PM ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान केवल एक परम्परा नहीं है, बल्कि उनके आजीवन समर्पण का सम्मान है।PM ने कहा कि शिक्षक सामान्यतः छात्रों को होमवर्क देते हैं। लेकिन मोदी उन्हें एक टास्क देना चाहते थे- स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने वाले अभियानों का नेतृत्व करने और "मेक इन इंडिया" और "वोकल फॉर लोकल" आंदोलनों को मजबूत करने के लिए।
हर साल 5 सितंबर को राष्ट्रपति द्वारा देशभर के शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड दिया जाता है। इस बार हिमाचल प्रदेश से शशि पॉल अकेले ऐसे शिक्षक हैं, जिनको राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड के लिए चुना गया है। सोलन जिले के टीचर शशि पॉल को आज शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। शशि पॉल की इस उपलब्धि ने सोलन जिले के साथ साथ समूचे हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित कर दिया है। आपको बता दें कि वे सोलन जिला की रामशहर तहसील के गांव भिनी जोरी के रहने वाले है। उन्होंने शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत 2011 को प्राथमिक विद्यालय नियारी से की थी। आपको बता दें कि शिक्षक के तौर पर शशि पॉल का 14 वर्ष का अनुभव रहा है। उन्होंने इस दौरान स्टूडेंट्स के लिए अभूतपूर्व काम किए हैं। सीमित संसाधनों के बीच बच्चों को अच्छी और उच्च कोटि की शिक्षा मिले, इसके लिए बहुत सारे काम किए हैं। कोविड 19 के समय उन्होंने ऑनलाइन शिक्षा की शुरुआत की, इसमें व्हाट्सएप व गूगल मीट के जरिये क्लासेज़ शुरू की। स्कूल में हाईटेक कंप्यूटर लैब की स्थापना में भी उनका योगदान जो है वो अहम रहा है। व्यक्तिगत तौर पर भी उन्होंने बहुस्तरीय शिक्षण रणनीतियों को लागू करने में अपना अहम योगदान दिया है। शशि पॉल की इस उपलब्धि, उनके योगदान और कार्यशैली पर विद्यालय के साथ साथ पुरे हिमाचल वासी को गर्व है।
हिमाचल प्रदेश के 32 शिक्षकों को शिक्षक दिवस के अवसर पर आज शुक्रवार को स्टेट टीचर अवॉर्ड दिया गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इन्हें शिमला पीटरहॉफ में सम्मानित किया। 26 स्कूल शिक्षकों और 6 कॉलेज शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। जबकि सोलन जिले के शमरोर स्कूल के JBT टीचर शशि पॉल को आज दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से करेंगीं सम्मानित। शशि पॉल की इस उपलब्धि ने सोलन जिले के साथ साथ समूचे हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित किया है। आपको बता दें कि वे सोलन जिला की रामशहर तहसील के गांव भिनी जोरी की रहने वाली है। उन्होंने शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत 2011 को प्राथमिक विद्यालय नियारी से की थी। सीमित संसाधनों में बच्चों को अच्छी और उच्च कोटि की शिक्षा मिल पाए, इसके लिए उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर भी बहुस्तरीय शिक्षण रणनीतियों को लागू किया। स्टेट टीचर अवॉर्ड पाने वाले को मिला मेडल और प्रशस्तिपत्र आपको बता दें कि स्टेट टीचर अवॉर्ड पाने वाले इन शिक्षकों को 1 साल का सेवा विस्तार, मेडल और प्रशस्तिपत्र दिया गया। साथ ही शिमला में आज साल 2024 के नेशनल टीचर अवॉर्डी सुनील कुमार को भी स्टेट टीचर अवॉर्ड दिया गया। राज्यपाल ने सम्मान लेने से किया इनकार राज्य बाढ़ आपदा को देखते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने स्वयं सम्मान ग्रहण करने से मना कर दिया। उनका कहना था कि ऐसे आपदा के समय वे सिर्फ इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर शिक्षकों का मनोबल बढ़ाना चाहते हैं।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित भारत के कई राज्य बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। जम्मू-कश्मीर और पंजाब भी इसमें शामिल हो गए हैं। आपको बता दें की इन राज्यों में बादल फटने, भारी बारिश और लैंडस्लाइड जैसी आपदाओं में सैकड़ों जानें गई हैं। इन राज्यों के जो अभी के हालात हैं वे बहुत ही दयनीय हैं। इन हालातों की वजह से राज्य सरकारों को नोटिस जारी किया गया है और इसका जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट (SC) ने कहा SC ने हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पंजाब में बारिश से बाढ़ जैसी त्रासदी पर चिंता जताते हुए कल गुरुवार को कहा कि यह केवल प्राकृतिक आपदा नहीं है बल्कि प्रकृति के साथ इसमें इंसानों का भी हस्तक्षेप है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और उनकी पीठ का कहना है कि पहली नजर में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पेड़ों की अवैध कटाई की गई है और अब प्रकृति इसका बदला ले रही है। कोर्ट ने राज्यों से जवाब मांगा इन हालातों की वजह से कोर्ट द्वारा केंद्र, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पंजाब से तीन हफ्ते में जवाब मांगा गया है। कोर्ट ने केंद्र और इन चारों राज्यों के अलावा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), पर्यावरण मंत्रालय, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को भी नोटिस भेजा है और तीन हफ्तों में इसका जवाब मांगा है। साथ ही केंद्र सरकार को इसके लिए ठोस कदम उठाने के लिए निर्देश दिया गया है। पर्यावरण और वन मंत्रालय से भी संपर्क किया जायेगा और उनसे पूरी जानकारी ली जाएगी।
देश में हाल में हुई GST (वस्तु एवं सेवा कर) काउंसिल की बैठक में TAX स्ट्रक्चर में बड़े बदलाव किये गए हैं। आपको बता दें कि सरकार ने फैसला लिया है कि फ्रेंचाइजी बेस्ड खेल इवेंट्स जैसे IPL पर अब 40 % GST लिया जाएगा। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के टिकट्स अब पहले से ज्यादा महंगें हो जायेगें। पहले IPL के टिकट पर 28 % GST था। इस फैसले से IPL और दूसरे खेल इवेंट्स के दर्शकों पर भी असर पड़ेगा। IPL जैसे इवेंट्स पर लगेगा 40% GST बता दें कि सरकार द्वारा फ्रेंचाइजी बेस्ड खेल इवेंट्स जैसे IPL पर अब 40 % GST लगाने का निर्णय जो है वो अब तक की यह सबसे ऊंची टैक्स दर है। इसके चलते टिकट के दाम में भारी इजाफा हो सकता है। अब क्रिकेट के सबसे बड़े इवेंट्स IPL पर टिकट खरीदने के लिए खेल प्रेमियों को पहले से ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगें। 500 रुपये तक के टिकटों को राहत वैसे यह टैक्स दर सभी तरह के खेल इवेंट्स पर लागू नहीं की जाएगीं। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल इवेंट्स को थोड़ा राहत दिया गया है। 500 रुपये के टिकट पर पहले की तरह ही कोई GST नहीं लगेगा। वहीं 500 रुपये से ज्यादा के टिकटों पर 18% GST लागू रहेगा। खास बात यह है कि इंटरनेशनल और अन्य क्रिकेट मैचों के टिकट पर पहले जैसा 18 % GST ही लागू रहेगा। यानि कि ओलंपिक क्वालिफायर्स, अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच या सरकारी स्तर पर आयोजित खेल टूर्नामेंट के दर्शकों को पहले से ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगें।
GST परिषद ने बुधवार को टैक्स स्ट्रक्चर में बदलाव करते हुए इसे सरल कर दिया है। इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत 5% और 18% के दो स्लैब को मंजूरी दे दी गई है और 12% और 28% के स्लैब को खत्म कर दिया गया है। इसके साथ ही अब रोजमर्रा की जरूरी चीजें, स्वास्थ्य सेवाएं तथा खाने-पीने की चीजें अब टैक्स फ्री कर दिन गई हैं। ये बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू हो जाएंगे। इसे केंद्र द्वारा आम लोगों के लिए दिवाली गिफ्ट बताया जा रहा है। खाने-पीने की यें चीजें हुई सस्ती पैकेट का पनीर और छेना, UHT दूध, पिज्जा ब्रेड, खाखरा, चपाती, रोटी व पराठा पर अब कोई भी टैक्स नहीं लगेगा, इस पर 0 GST है। अब बीमा कराना भी सस्ता पहले बीमा के लिए 18% टैक्स देना होता था। लेकिन अब हेल्थ व लाइफ इंश्योरेंस पर किसी भी तरह का GST नहीं लगेगा। जीवनरक्षक दवाइयां व मेडिकल सामान लगभग 33 तरह की दवाइयां व मेडिकल सामान टैक्स फ्री हो गई हैं। साथ ही मेडिकल ऑक्सीजन पर भी अब GST शून्य है । बच्चों की पढ़ाई की चीजें भी टैक्स फ्री पेंसिल, शार्पनर, क्रेयॉन और पेस्टल अब बिल्कुल टैक्स फ्री कर दीं गई हैं। साथ ही एक्सरसाइज बुक, ग्राफ बुक, लेबोरेटरी नोटबुक और इरेज़र पर भी अब कोई भी टैक्स नहीं लगेगें। ये सब अब सस्ते हो जायेंगें ।