ऊना पहुंचने पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का गर्मजोशी से स्वागत फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला जिला ऊना के अपने पहले प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का स्थानीय जनता ने उत्साह के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने बजट का समुचित प्रावधान करने के बाद ही पुरानी पेंशन योजना लागू की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने ओपीएस प्रदान करने की अपनी पहली गारंटी मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ही पूरी कर साबित कर दिया कि हमने जो कहा वो किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रतिज्ञा पत्र की अन्य सभी गारंटियों को भी चरणबद्ध ढंग से पूरा किया जाएगा। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार अपने वायदों पर खरा उतरने में नाकाम रही है। पिछली सरकार ने वेतन आयोग की सिफारिशें तो लागू कर दी, लेकिन कर्मचारियों व पेंशनरों को इसका देय बकाया भी नहीं दिया। इसके साथ ही महंगाई भत्ते की भी केवल मात्र घोषणा ही की और उनके कार्यकाल में कर्मचारियों को इसकी अदायगी भी नहीं हो सकी। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में ट्रक ऑपरेटरों तथा सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधन के बीच जारी विवाद को हल करने के लिए प्रदेश सरकार हर संभव कदम उठा रही है और सरकार के प्रयासों से ही अब ट्रक ऑपरेटरों व कंपनी के बीच वार्ता चल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ट्रक ऑपरेटर्ज तथा फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए कृतसंकल्प है और यह मामला सर्वसम्मति से शीघ्र ही सुलझा लिया जाएगा।
राधा-कृष्ण मंदिर में आयोजित धार्मिक समागम में शामिल हुए मुख्यमंत्री फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कोटला कलां राधा-कृष्ण मंदिर में आयोजित धार्मिक समागम में भाग लिया और बाबा बाल का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर पहुंचने पर ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 3.35 करोड़ की लागत से लालसिंगी (बाबा बेली राम) से लेकर झलेड़ा तक बनने वाली सड़क का भूमि पूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना संतों की धरती है और यहां आकर उन्हें हार्दिक प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार श्रीमद्भगवद्गीता की शिक्षाओं पर अपनी कर्मनीति बनाकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि राधा-कृष्ण मंदिर आकर उन्हें आध्यात्मिक अनुभूति हो रही है और वह यहां से सेवा का आशीर्वाद लेकर जाना चाहते हैं। इससे पहले, उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना पहुंचने पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मंदिर में धार्मिक समागम की इस उत्तम घड़ी में उन्हें संतों से आशीर्वाद लेने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधायक चैतन्य शर्मा, सुदर्शन बबलू, देवेंद्र भुट्टो, पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार, पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, उपायुक्त राघव शर्मा, पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में फिर मौसम खराब होनेकि संभावना है। हालांकि, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सहित अन्य भागों में आज मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार से लेकर शनिवार तक प्रदेश के कई भागों में बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग ने निचले व मैदानी भागों के लिए 8 व 9 फरवरी को अंधड़ चलने का अलर्ट जारी किया है। गौरतलब है कि ताजा बर्फबारी के बाद बंद हुई अटल टनल रोहतांग मंगलवार को फोर बाई वाई वाहनों के लिए मनाली से जिस्पा तक खुल गई है। वहीं पांगी-किलाड़ को जोड़ने वाला मार्ग भी उदयपुर से तिंदी तक खुल गया है। मौसम खुलने के बाद बीआरओ, एनएच और लोक निर्माण विभाग ने बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं बीते दिनों हुई बर्फबारी से राज्य में 138 सड़कों पर अभी भी आवाजाही ठप है। प्रदेश में 46 बिजली ट्रांसफार्मर व सात पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं। लाहौल-स्पीति में सबसे अधिक 121 और चंबा में नौ सड़कें बाधित हैं। उपमंडल पांगी में 36 बिजली टांसफार्मर बंद पड़े हैं।
हिमाचल प्रदेश की बागवानों के बगीचों में अब यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे उग सकेंगे। हिमाचल उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम आडू, खुमानी व बादाम के 56,000 पौधे आयात करने जा रहा है। इन पौधों की खेप इसी माह हिमाचल पहुंच जाएगी। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ू सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा जैसे अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है। वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए बागवानी मंत्री जगत नेगी ने बताया कि पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी तो नहीं है। अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि इसमें कोई समस्या न आए। अभी हार के गम में है जयराम-जगत सिंह नेगी जगत नेगी ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अभी गम में हैं। इसलिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार कर्ज लेते रही और संसाधन जुटाने में नाकामयाब रही। नेगी ने कहा कि कांग्रेस का काम करने का तरीका अलग है हम संसाधन जुटाएंगे, कर्ज भी लेंगे, लेकिन सभी काम एक दायरे में करेंगे। विपक्ष द्वारा विधायक निधि न दिए जाने के आरोप पर जगत नेगी ने कहा' "विधायक निधि दें कहाँ से, पिछली सरकार ने कुछ नहीं छोड़ा, कर्ज तले दबा दिया है। प्रदेश की आर्थिकी डगमगा गई है।"
हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से सरकारी नौकरियों के लिए इंटरव्यू शुरू किए जा रहे हैं। 20 फरवरी से कॉलेज कैडर के असिस्टेंट प्रोफेसर समेत अन्य डिपार्टमेंट में पदों को भरने के लिए इंटरव्यू होंगे। आयोग के सचिव डीके रत्तन का कहना है कि लिखित परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को कॉल लेटर जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि हायर एजुकेशन के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर कॉलेज कैडर के इंटरव्यू 20 और 21 फरवरी को होंगे। एचपी मिल्कफेड में प्लांट इंजीनियर के पद के लिए 20 फरवरी, असिस्टेंट डायरेक्टर होम डिपार्टमेंट 20 फरवरी, असिस्टेंट डायरेक्टर डिजिटल फॉरेंसिक होम डिपार्टमेंट 20 फरवरी, GIS स्पेशलिस्ट रेवेन्यू और डिजास्टर डिपार्टमेंट 20 और 21 फरवरी को होंगे। साइंटिफिक ऑफिसर डिजिटल फॉरेंसिक होम डिपार्टमेंट के लिए 20 और 21 फरवरी को इंटरव्यू होंगे। इसी तरह साइंटिफिक ऑफिसर वॉयस एनालिसिस के लिए 21 फरवरी और असिस्टेंट प्रोफेसर कॉलेज कैडर होम साइंस के लिए 21 फरवरी को इंटरव्यू होंगे। आयोग के सचिव डीके रत्तन का कहना है कि पात्र उम्मीदवारों के लिए कॉल लेटर जारी कर दिए गए हैं। अधिक जानकारी के लिए फोन नंबर 0177-2624313 पर संपर्क किया जा सकता है। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक किसी भी तरह की जानकारी ली जा सकती है।
वर्ष 2024 तक 500 मेगवाट सौर ऊर्जा दोहन का लक्ष्य-मुख्यमंत्री फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां दक्षिण एशिया क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक (सतत विकास) जॉन रूमे के नेतृत्व में विश्व बैंक की टीम के साथ बैठक के दौरान प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने की अवधारणा पर चर्चा की। इस दौरान विश्व बैंक की सहायता से वर्ष 2025 तक प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों पर भी चर्चा की गई। विश्व बैंक की टीम ने प्रदेश के लिए ग्रीन रेजीलिएंट इंटेग्रेटिड प्रोग्राम पर विशेष रूचि दिखाई, जिस पर लगभग 2500 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। यह राशि तकनीकी समीक्षा के आधार पर बढ़ाई भी जा सकती है। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक की टीम के इस दौरे के सफल परिणाम सामने आएंगे जिससे प्रदेश सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश को वर्ष 2025 तक हरित ऊर्जा राज्य बनाने के लक्ष्य को पाने में सहायता मिलेगी। प्रदेश सरकार ने आगामी नौ महीनों में 200 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। राज्य सरकार वर्ष 2024 के अंत तक 500 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए भूमि अधिग्रहण पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में इलैक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित कर रही है जिससे प्रदेश का वातावरण भी संरक्षित रहेगा। प्रथम चरण में आगामी वर्ष तक अधिकतम विभागों में इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विश्व बैंक इस संबंध में विभिन्न कार्यक्रमों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेगा। प्रदेश सरकार राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन की तर्ज पर प्रदेश में वृहद् स्तर पर उत्पादन से लेकर उपयोग तक कार्यप्रणाली पर कार्य करने के लिए प्रयासरत है। हालांकि ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन की तकनीक महंगी है लेकिन सरकार इस संबंध में इंडियन ऑयल कार्पाेरेशन से परामर्श लेगी जो भारत में ग्रीन हाईड्रोजन आर्थिकी के लिए अग्रणी कदम उठा रही है। इसके तहत देश के उत्तर-पूर्व क्षेत्र में प्रथम ग्रीन हाईड्रोजन संयंत्र आरंभ किया गया है। प्रदेश सरकार राज्य में कार्बन डाईऑक्साईड को घटा कर प्रदेश को प्रथम प्रदूषण रहित राज्य बनाने के लिए प्रयासरत है। जोन रूमे ने मुख्यमंत्री द्वारा हरित ऊर्जा एवं स्वच्छ राज्य के लक्ष्य को प्राप्त करने की दूरदर्शिता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास एक अच्छी शुरूआत प्रदान करते है। उन्होंने मुख्यमंत्री को इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि इलैक्ट्रिक वाहन नीति को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाएगा तथा शीघ्र ही विश्व बैंक की एक टीम तकनीकी समीक्षा के लिए प्रदेश का दौरा करेगी। बैठक के दौरान प्रदेश में विश्व बैंक द्वारा भविष्य में विभिन्न कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की गतिविधियों पर भी चर्चा की गई जिसमें सतत् वन प्रबन्धन, सामुदायिक वानिकी, पारिस्थितिक सेवाएं, आपदा प्रबन्धन के अलावा तटों, जल स्त्रोत प्रबन्धन, प्रकृति आधारित पर्यटन तथा पारिस्थितिक सेवाओं का भुगतान शामिल है। विश्व बैंक ने इन प्रस्तावित परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए सहायता प्रदान करने की सहमति प्रदान की। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला हिमाचल प्रदेश पुलिस के पर्यटक, यातायात एवं रेलवे विभाग द्वारा पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार पांच दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में टूरिस्ट पॉलिसी विषय पर हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों से आए 35 पुलिस प्रतिभागियों द्वारा भाग लिया जा रहा है। आज इस ट्रेनिंग का शुभारंभ गुरदेव चंद शर्मा, भा.पू.से. उप पुलिस महानिरीक्षक, यातायात, पर्यटक एवं रेलवे द्वारा किया गया। इस अवसर पर संदीप धवल, भा.पू.से., सहायक पुलिस महानिरीक्षक, यातायात, पर्यटक एवं रेलवे एवं श्री नरवीर सिंह राठौर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, यातायात, पर्यटक एवं रेलवे भी मौजूद रहे। इस प्रशिक्षण के दौरान मुख्य वक्ता डॉ. प्रीति कंवर नागपाल, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, मुकुल डिमरी, एचआईएचएम कुफरी, मोहिंदर सेठ, प्रेसिडेंट होटल एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश, अनूप डोगरा बीआईएचएम संजौली एवं संजय भगवती उपनिदेशक टूरिज्म विभाग हिमाचल प्रदेश रहेंगे होंगे। क्या है प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य पर्यटक पुलिस की प्राथमिक भूमिका विदेशी और घरेलू पर्यटकों को सुविधा, मार्गदर्शन, सुरक्षा और संरक्षा प्रदान करना होगा। यह पर्यटकों को धोखेबाज़ों, जेबकतरों, छेड़खानी, नशीले पदार्थों आदि से बचाने के लिए काम करते हुए परिवहन और आवास प्रदान करने में भी मदद करेगा। पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, वर्ष, 2022 के 31 अक्टूबर तक कुल 1.27 करोड़ पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया था। हालाँकि, केवल 23,283 विदेशियों ने राज्य का दौरा किया। किस वर्ष कितने पर्यटक आए जानकारी ने अनुसार वर्ष 2017 में 191,30,541 घरेलू पर्यटक और 470,992 विदेशी पर्यटक, वर्ष 2018 में घरेलू पर्यटक 160,93,935 और 356,568 विदेश पर्यटक, वर्ष 2019 में 168,29,231 घरेलू पर्यटक और 382,876 विदेशी पर्यटक, वर्ष 2020 में घरेलू पर्यटक 31,70,714 और 42,665 पर्यटक, वर्ष 2021 में 56,32,270 घरेलू पर्यटक और 4,832 विदेशी पर्यटक और इसके साथ ही वर्ष 2022 में 127,55,373 घरेलू पर्यटक और 23,283 विदेशी पर्यटकाें का प्रदेश में आगमन हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है। प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों लाहौल-स्पीति, कुल्लू, चंबा, किन्नौर, शिमला जिले में हिमपात हुआ है। वहीं प्रदेश की राजधानी शिमला में भी बारिश का सिलसिला जारी है। ताजा बर्फबारी से ऊंचाई वाले भागों में दुश्वारियां बढ़ गई हैं। बर्फबारी से 148 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। लाहौल-स्पीति जिले में सबसे अधिक 130 सड़कें बंद हैं।वहीं चंबा में नौ सड़कों पर आवाजाही ठप है। इसी तरह चंबा जिले में 137 बिजली ट्रांसफार्मर ठप पड़ गए हैं। कुल्लू में 53व शिमला में नौ ट्रांसफार्मर बाधित हैं। प्रदेश में 200 बिजली ट्रांसफार्मर बाधित हैं। शिमला का न्यूनतम तापमान 4.4, सुंदरनगर 7.1, भुंतर 7.6, कल्पा माइनस 1.0, धर्मशाला 8.4, ऊना 9.2, नाहन 9.0, केलांग माइनस 6.5, पालमपुर 7.5, सोलन 5.0, मनाली 5.0, कांगड़ा 10.5, मंडी 8.3, बिलासपुर 7.5, हमीरपुर 8.1, चंबा 9.5, डलहौजी 2.9, जुब्बड़हट्टी 8.0, कुफरी 3.1, कुकुमसेरी माइनस 3.9, नारकंडा 0.3, रिकांगपिओ 1.6, सेऊबाग 5.5, धौलाकुआं 7.7, बरठीं 12.2 और पांवटा साहिब में 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने के उपरांत ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के आज पहली बार नादौन पधारने पर क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल रहा। हजारों लोग फूल-मालाएं लेकर जगह-जगह अपने चहेते नेता का स्वागत करने के लिए सड़क किनारे कतारबद्ध थे। युवाओं, महिलाओं के साथ-साथ बुजुर्गों में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जबरदस्त उत्साह था। महिलाओं ने पारंपरिक गीतों के साथ उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस अवसर पर विनम्रतापूर्वक सभी का अभिवादन स्वीकार किया। पक्का भरो में लोगों ने आतिशबाजी और ढोल नगाड़ों के बीच पारंपरिक नृत्य के साथ खुशी का इज़हार किया। नादौन विधानसभा क्षेत्र के प्रवेश द्वार अमरोह में स्थानीय निवासियों ने हवन का आयोजन किया और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के उत्तम स्वास्थ्य व दीर्घायु की कामना की। समर्थकों ने हमीरपुर से लेकर नादौन तक जगह-जगह तोरणद्वार लगाए थे। जोलसप्पड़, रंगस, नौहंगी, दंगड़ी, भूंपल, जलाड़ी सहित अनेक स्थानों पर स्थानीय निवासियों, कर्मचारी संगठनों, पंचायत प्रतिनिधियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री को हमीरपुर से नादौन की दूरी तय करने में चार घंटे से अधिक का समय लगा। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के स्वागत में नादौन विधानसभा क्षेत्र के युवाओं ने बाइक रैली भी निकाली, जो अमरोह से शुरू होकर नादौन में समाप्त हुई। मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी लेने के लिए भी युवाओं में काफी उत्साह नज़र आया।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को जारी किए निर्देश फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला हमीरपुर जिला के बिझड़ी क्षेत्र से संबंध रखने वाली 18 वर्षीय मीनाक्षी ठाकुर के इलाज का पूरा खर्च प्रदेश सरकार वहन करेगी। मीनाक्षी ठाकुर एक गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज हमीरपुर में इस संबंध में प्रशासन को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। मीनाक्षी ठाकुर ने आज अपनी मां के साथ मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से सर्किट हाउस हमीरपुर में भेंट की और उन्हें अवगत करवाया कि वह गंभीर बीमारी से ग्रसित है और उसका उपचार पीजीआई चंडीगढ़ से चल रहा है। मीनाक्षी ने बताया कि उसका परिवार इलाज का खर्च दहन करने की स्थिति में नहीं है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला प्रशासन को मीनाक्षी की मदद के लिए हरसंभव कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मीनाक्षी के इलाज के लिए जो भी व्यय होगा, वह प्रदेश सरकार वहन करेगी। मानवीय संवेदनाओं के साथ सामाजिक सरोकार को मुख्यमंत्री सर्वोच्च अधिमान देते हैं। मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होने के उपरांत ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने समाज के वंचित वर्ग के लिए अनेक महत्वाकांक्षी निर्णय लिए हैं। वह निरंतर ऐसी योजनाएं और कार्यक्रम तैयार कर रहे हैं, जो समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को संबल प्रदान कर सकें।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राजभवन से संत बाबा नाहर सिंहजी की स्मृति में राज्य रेडक्रॉस समिति को ऑल इंडिया एक्यूपंक्चर फाउंडेशन, नई दिल्ली द्वारा दान की गई एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने पीड़ित मानवता की सेवा में ट्रस्ट के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य रेडक्रॉस समिति इसका भरपूर उपयोग करेगा। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा भी उपस्थित थे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज ऊना जिला के सुप्रसिद्ध श्रीराधा कृष्ण मंदिर कोटला कलां में राष्ट्रीय संत बाबा बालजी के सानिध्य में 1 से 13 फरवरी तक चल रहे श्रीमद्भागवत गीता प्रवचन में पहुंचकर संत बाबा बाल जी का आशीर्वाद लिया तथा भव्य शोभा यात्रा में शामिल हुए। इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि वह संत बाबा बाल जी के आभारी हैं, जिन्होंने इस विशाल आध्यात्मिक समारोह में आने का अवसर प्रदान किया। उन्होंने कहा कि संत बाबा बाल उत्तर भारत के बड़े संतों में शुमार हैं और लोगों की भी इस पवित्र स्थल से गहरी आस्था है। हर वर्ष हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचकर प्रवचन सुनते हैं और उनका आशीर्वाद ग्रहण करते हैं। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि संत बाबा बाल जी से ऊना जिला के अलावा पड़ोसी राज्यों से भी हजारों की संख्या में लोग जुड़े हैं। यह आश्रम उत्तर भारत के श्रद्धालुओं की गहन आस्था का केंद्र है तथा ऊना जिला के लिए यह हर्ष व गौरव का विषय है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी मंदिरों के विकास एवं सुधार के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध हो सकंे। उन्होंने कहा कि प्रमुख धार्मिक स्थल छिन्नमस्तिका धाम माता श्री चिंतपूर्णी जी में श्रद्धालुओं को अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए कार्य शुरू किए गए हैं। चिंतपूर्णी आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हवन, प्रसाद, लंगर व जागरण इत्यादि की ऑनलाइन सुविधा प्रदान की जा रही है ताकि मंदिर स्थल पर पहुंचने के पश्चात उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि राज्य के इस सुप्रसिद्ध मंदिर में डिजिटल स्क्रीन, सोलर लाईट, कैमरे, रोप-वे, लिफ्ट तथा एस्केलेटर निर्माण के लिए विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त चिंतपूर्णी मंदिर में म्यूजियम और माता का बाग का भी निर्माण किया जाएगा। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी मंदिरों में लोगों के दर्शनार्थ बस सुविधा प्रदान करने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की जाएगी, ताकि राज्य एवं बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन करने में सुगमता हो सके। उन्होंने कहा कि हरिद्वार के लिए बसों की सुचारू सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त वृंदावन व खाटूश्याम धार्मिक स्थलों के लिए भी बस सेवा शुरू की जाएगी। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर, तहसीलदार हुसन चंद, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह राणा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
पंकज सिंगटा । शिमला हिमाचल सरकार ने कांग्रेस विधायक आरएस बाली को कैबिनेट मंत्री रैंक के साथ राज्य पर्यटन विकास बोर्ड का उपाध्यक्ष व निगम के चेयरमैन नियुक्त किया है। नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनकर आए बाली ने आज सचिवालय में अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। पूजा-पाठ के बाद आरएस बाली ने पदभार ग्रहण किया। आरएस बाली को मुख्यमंत्री सुक्खू के समर्थकों में गिना जाता है और कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान करने के साथ कांगड़ा जिला संतुलन बिठाने का प्रयास किया गया है। इसी के साथ आरएस बाली ने विकास पुरूष जीएस बाली को याद करते हुए कहा कि आज मैं विकास पुरूष जीएस बाली के बताएं हुए रास्ते व उनके द्वारा बताएं गए हर एक काम की तरफ बढ़ रहा हूं। पदभार ग्रहण करने के बाद आरएस बाली ने अलाकमान के साथ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का भी धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जो कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में भी शामिल है। हिमाचल में पर्यटन को आगे ले जाने के लिए सभी विधायकों, विशेषयज्ञों व मीडिया की राय ली जाएगी। जहां भी पर्यटन की संभावनाएं होंगी, वहां विकसित किया जाएगा। कांगड़ा जिला में पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से कहा है। हिमाचल में आधुनिक पर्यटन की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी। वहीं, उन्होंने कहा जो इतनी बड़ी जिम्मेदारी मुझे दी गई है, वो सिर्फ मेरे ही नहीं, बल्कि नगरोटा बगवां की जनती की भी जिम्मेदारी है, जिसे हम मिलकर निभाएंगे और जिम्मेदारी को रात-दिन मिलकर पूरा किया जाएगा। इसी दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की जो सोच हैं। पर्यटन को आगे ले जाने की और पर्यटन एजेंडा उनकी नजर में नंबर वन है। मंत्री आरएस ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा को प्रदेश की राजधानी बनाना चाहते है, जो कांगड़ा जिला है और लॉअर हिमाचल है। उसके अंदर भी शिमला प्रदेश की राजधानी है, तो कांगड़ा को टूरिज्म राजधानी बनाने की जो सोच है यशस्वी मुख्यमंत्री की रही है, उसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं। मंत्री आरएस बाली ने विकास पुरूष जीएस बाली को याद करते हुए कहा कि जीएस बाली ने बहुत सी इतिहास चीजें की हैं और उनके पहले और उनके बाद भी बहुत से लोग रहे उन्होंने बहुत सारा योगदान दिया की।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला बाल विकास परियोजना अधिकारी मशोबरा स्थित टूटू के अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र कनवन, ग्राम पंचायत शाेघी, आंगनबाड़ी केंद्र जलेल, ग्राम पंचायत जलेल, आंगनबाड़ी केंद्र कंडा ग्राम पंचायत मूल कोटि आंगनबाड़ी केंद्र टूड ग्राम पंचायत भोंट, आंगनबाड़ी केंद्र रामपुर क्योंथल ग्राम पंचायत रामपुर क्योंथल आंगनबाड़ी केंद्र मझत, ग्राम पंचायत मयाली जेजाद, आंगनबाड़ी केंद्र मेडच ग्राम पंचायत गणहट्टी, आंगनबाड़ी केंद्र हलोग ग्राम पंचायत हलोग धामी में आंगनबाड़ी सहायिकाओं के रिक्त पद भरने के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। यह जानकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी मशोबरा रूपा रानी ने दी। उन्होंने बताया कि इच्छुक उम्मीदवार अपने प्रमाण पत्र सहित आवेदन सादे कागज पर 24 फरवरी 2023 तक बाल विकास परियोजना अधिकारी मशोबरा के कार्यालय में जमा करवाएं। उन्होंने बताया कि आवेदक आंगनबाड़ी केंद्र के फीडिंग एरिया का स्थाई निवासी होना चाहिए और शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास होनी चाहिए और आयु सीमा 21 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। बाल विकास परियोजना अधिकारी मशोबरा ने बताया कि अधिक जानकारी के लिए अपने निकटतम आंगनबाड़ी केंद्र, वृत्त पर्यवेक्षक या बाल विकास परियोजना अधिकारी मशोबरा कार्यालय स्थित टुटू में संपर्क कर सकते हैं।
सुक्खू सरकार के मानवीय दृष्टिकोण की घाटी के लोगों ने की सराहना फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को लाहौल स्पीति के विधायक रवि ठाकुर के माध्यम से आज सूचना प्राप्त हुई कि जिला लाहौल-स्पिति के उदयपुर उपमंडल के गांव छालिंग निवासी पदमा देचिन गंभीर रूप से बीमार हैं और उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सा की आवश्यकता है। यह जानकारी प्राप्त होते ही मुख्यमंत्री ने पदमा देचिन को हेलिकॉप्टर के माध्यम से कुल्लू स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। प्रशासन ने बिना समय गंवाए मुख्यमंत्री के आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित की। अब पदमा देचिन का कुल्लू अस्पताल उपचार किया जा रहा है। भारी बर्फबारी से सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण पदमा देचिन का उपचार घाटी में संभव नहीं हो पा रहा था और उन्हें इसके लिए कुल्लू स्थानांतरित करना अत्यंत आवश्यक था। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मानवीय संवेदनाओं को सर्वोच्च अधिमान देते हुए पदमा देचिन का उपचार करवाने के लिए प्रशासन को तुरंत हेलिकॉप्टर का प्रबंध कर उन्हें कुल्लू स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। यह सुख की सरकार के मानवीय दृष्टिकोण को प्रदर्शित करता है। मुख्यमंत्री जरूरतमंदों और विपरीत परिस्थितियों से घिरे प्रदेशवासियों के लिए चिंतित रहते हैं। विपरीत परिस्थितियों में फंसे किसी भी प्रदेशवासी के बारे में सूचना प्राप्त होने पर मुख्यमंत्री त्वरित निर्णय लेकर उसका समाधान सुनिश्चित करते हैं।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने आज यहां अधिकारियों को कहा कि किसानों से संबंधित समस्याओं का समाधान करने के लिए अधिकारी और कर्मचारी फील्ड में अधिक कार्य करें तथा कृषि की नवीन तकनीकों से किसानों को अवगत करवाएं। हिमाचल प्रदेश कृषि सेवाएं संघ के प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष रविंद्र शर्मा के नेतृत्व में कृषि मंत्री से भेंट कर उन्हें अपनी मांगों से अवगत करवाया। कृषि मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के लिए शीघ्र ही कृषि प्रसार और कृषि विकास अधिकारियों के पदों को भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि और खेती की विभिन्न तकनीकों की जानकारी प्रदान करने वाली पत्रिका का भी प्रकाशन किया जाएगा। विभाग की कृषि भूमि की बाड़बंदी कर उसमें कृषि गतिविधियों को और बढ़ावा दिया जाएगा तथा किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे। इस अवसर पर शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, संघ के महासचिव नरेश नायक और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
बैठक में बिलासपुर के विधायकों से भी भाग लेने का आग्रह फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला माल ढुलाई भाड़े को लेकर सीमेंट कंपनी और ट्रक ऑपरेटरों के बीच विवाद को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में दाड़लाघाट ट्रक ऑपरेटर यूनियन तथा एसीसी बरमाणा ट्रक ऑपरेटर यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ देर शाम एक बैठक हुई। बैठक में सीमेंट कंपनी तथा ट्रक ऑपरेटर के बीच मालभाड़े को लेकर चल रहे विवाद को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। ट्रक ऑपरेटर यूनियनों ने सीमेंट कंपनी के साथ विवाद को समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया। उन्होंने सभी हितधारकों के साथ चर्चा कर अपना प्रस्ताव प्रदेश सरकार के समक्ष रखने के लिए दो दिन का समय मांगा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 फरवरी को सायं 4 बजे पुनः इस मामले पर चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बिलासपुर जिले के सभी विधायकों से भी इस बैठक में भाग लेने का आग्रह किया। बैठक में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक राजेश धर्माणी, इंद्र दत्त लखनपाल, प्रधान सचिव आरडी नज़ीम, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, निदेशक खाद्य एवं आपूर्ति केसी चमन, निदेशक उद्योग विभाग राकेश प्रजापति, निदेशक परिवहन अनुपम कश्यप और ट्रक ऑपरेटर यूनियन के प्रतिनिधि शामिल हुए।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला प्रदेश विधानसभा में प्रथम बार निर्वाचित विधायकों की कार्यकारिणी ने अध्यक्ष केवल सिंह पठानिया के नेतृत्व में आज मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न मामलों पर अनौपचारिक चर्चा भी की। गत दिनों शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया को प्रदेश विधानसभा में प्रथम बार निर्वाचित विधायकों की कार्यकारिणी का अध्यक्ष चुना गया है। उनका अध्यक्ष बनने के लिए प्रस्ताव धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर की ओर से प्रस्तुत किया गया था। भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज और शिमला (शहरी) के विधायक हरीश जनारथा ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। कार्यकारिणी में महासचिव पद की जिम्मेदारी बिलासपुर से विधायक त्रिलोक जम्वाल को सौंपी गई है। उनके नाम का प्रस्ताव चंबा के विधायक नीरज नय्यर व इंदौरा के विधायक मलिंद्र राजन ने किया। गगरेट के विधायक चैतन्य शर्मा को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ आईटी और सोशल मीडिया की जिम्मेदारी करसोग के विधायक दीप राज को सौंपी गई है। इस दौरान सभी विधायकों ने उनके समक्ष पेश आने वाली समस्याओं और चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया। विधायक किस प्रकार अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें, इस पर भी चर्चा की गई।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला शिमला के आईजीएमसी में स्टेट ऑर्गन एंड टिशु ट्रांस प्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) हिमाचल प्रदेश व आई बैंक आईजीएमसी वीरवार को अंगदान व नेत्रदान के प्रति जागरूकता अभियान छेड़ा गया। इसमें सुपर स्पेशलिटी वर्ल्ड और कार्डियोलॉजी वार्ड के बाहर मरीजों के साथ आए तीमारदारों और स्टाफ को अंगदान के बारे में जानकारी दी गई। अस्पताल की मेट्रन हरिप्रिया ने जानकारी देते हुए कहा कि नेत्रदान कोई भी व्यक्ति कर सकता है, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, समुदाय या लिंग का हो। नेत्रदान करने और उसके बाद प्रत्यारोपण करने की प्रक्रिया में किसी प्रकार की फीस नहीं ली जाती। आईजीएमसी का नेत्र बैंक 25 किलोमीटर के दायरे में घर पर हुई मृत्यु के बाद 6 घंटे के भीतर नेत्र एकत्रित करता है। मरने के बाद नेत्रदान करना दूसरों की जिंदगी में उजाला लेकर आता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अंगदान के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सरकार की ओर से सोटो संस्था की स्थापना की गई है। यह संस्था प्रदेश में जगह-जगह जाकर लोगों में अंगदान के प्रति भ्रांतियों को दूर करने में जुटी हुई है। देश में प्रतिदिन प्रत्येक 17 मिनट में एक मरीज ट्रांसप्लांट का इंतजार करते हुए जिंदगी से हाथ धो बैठता है। एक व्यक्ति जिसकी उम्र कम से कम 18 वर्ष को स्वैच्छिक रूप से अपने करीबी रिश्तेदारों को देश के कानून व नियमों के दायरे में रहकर अंगदान कर सकता है। अंगदान एक महान कार्य है जो हमें मृत्यु के बाद कई जिंदगियां बचाने का अवसर देता है। अंगदान के संबंधित सही जानकारी व भ्रम होने की वजह से अधिकतर लोग अंगदान करने से पीछे हट जाते हैं। इसीलिए अगर लोगों में पहले से अंगदान को लेकर पर्याप्त जानकारी होगी, तभी ऐसे मौके जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित हो सकते हैं। कार्यक्रम में सोटो की आईईसी मीडिया कंसलटेंट रामेश्वरी, ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर नरेश कुमार और प्रोग्राम असिस्टेंट भारती कश्यप सहित अन्य स्टाफ नर्सें मौजूद रही।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला विधायक प्राथमकिता बैठक के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में जिला कांगड़ा और किन्नौर के विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र की विकास योजनाओं के प्रस्ताव प्रस्तुत किए। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि गुड गवर्नेंस के लिए गुड गवर्नमेंट का होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी विधायकों की प्राथमिकताएं बजट की दिशा तय करती हैं, ऐसे में सभी विधायक अपनी योजनाएं भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप प्रस्तावित करें और सरकार का सुशासन प्रदान करने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं और योजनाओं के साथ-साथ अन्य सुझाव भी दें, सरकार उन पर विचार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की शिकायतों को प्रभावी ढंग से सुलझाने और कुशल प्रशासन प्रदान करने के लिए वर्तमान सरकार तत्परता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए सभी पक्षों के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में राज्य सरकार इस दिशा में कड़े निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि सभी विकासात्मक परियोजनाओं की समय सीमा तय कर उन्हें पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत बनाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बड़े अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी शुरू की जाएगी, जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने में और मद्द मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन से पानी की योजनाऐं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं, अधिकारी इस समस्या के समाधान के लिए ब्लूप्रिंट तैयार करें और अगर पानी की योजना व स्रोत को नुकसान पहुंचता है, तो इस पर एफआईआर दर्ज करने का भी प्रावधान किया जाए। कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र नूरपुर के विधायक रणबीर सिंह निक्का ने पंजाब की सीमा से लगे क्षेत्र में युवाओं को नशे से बचाने के लिए दृढ़ प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने नूरपुर में मेडिकल कॉलेज खोलने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे इंदौरा, फतेहपुर और ज्वाली क्षेत्र के लोग भी लाभान्वित होंगे। उन्होंने नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए पेयजल की तीन योजनाओं के निर्माण का प्रस्ताव किया। विधानसभा क्षेत्र इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन ने अपने क्षेत्र में ड्रग्स और अवैध खनन माफिया पर शिकंजा कसने का आग्रह किया। उन्होंने अपने क्षेत्र में 10 नए ट्यूबवैल लगाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने शाहनहर से छूटे क्षेत्र में किसानों को सिंचाई का पानी उपलब्ध करवाने के लिए वितरण प्रणाली का शेष कार्य शीघ्र पूरा करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण पर भी जोर दिया। जसवां-प्रागपुर के विधायक बिक्रम सिंह ने एफसीए और एफआरए स्वीकृतियों के मामलों में तेजी लाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार इस पर दृढ़ता से कार्य कर रही है और प्रक्रिया को समयबद्ध किया जा रहा है, जिसके लिए यूजर एजेंसी, डीएफओ और संबंधित जिलों के उपायुक्तों को उत्तरदायी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। फतेहपुर के विधायक भवानी सिह पठानिया ने ड्रग व खनन माफिया पर नियंत्रण के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और अधिक रोजगार सृजित करने तथा नशा निवारण के लिए आवश्यक कदम उठाने पर बल दिया। उन्होंने रैहन के पुलिस स्टेशन को स्तरोन्नत करने का आग्रह किया। विधानसभा क्षेत्र ज्वालाजी के विधायक संजय रत्न ने निर्माणाधीन योजनाओं को पूरा करने के लिए धन का प्रावधान करने का आग्रह किया, ताकि इन योजनाओं का लाभ आम लोगों को मिल सके। उन्होंने जल शक्ति विभाग और लोक निर्माण विभाग के मण्डल खोलने का प्रस्ताव किया। उन्होंने 51 पंचायतों के लिए सुराली में खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय खोलने का प्रस्ताव किया। विधायक ने मझीण, लगडु और खुंडिया में बस स्टैंड और टीहरी में बहुतकनीकी महाविद्यालय की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने एडीबी की सहायता से ज्वालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने के लिए कार्य योजना बनाने का आग्रह किया। जयसिंहपुर के विधायक यादवेंद्र गोमा ने अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पंचरुखी को स्तरोन्नत कर सीएचसी बनाया जाए। उन्होंने क्षेत्र में बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जयसिंहपुर में एचआरटीसी डिपो की आवश्यकता है और उसके लिए पर्याप्त आधारभूत ढांचा भी तैयार किया जाना चाहिए। विधानसभा क्षेत्र सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार ने संसाधन बढ़ाने व शानन परियोजना के लिए रोडमैप तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने मिनी और माइक्रो हाइडल प्रोजेक्ट पर वाटर टैक्स के लिए नीति बनाने की बात कही। इस पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान सरकार इस दिशा में कार्य कर रही है। कांगड़ा के विधायक पवन काजल ने नगरोटा बगवां और कांगड़ा के बीच बन रहे रेलवे ओवर ब्रिज को शीघ्र शुरू करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने विधानसभा क्षेत्रवार हाईटैक अस्पताल के निर्माण की बात कही। उन्होंने बेसहारा पशुओं को आश्रय प्रदान करने के लिए ठोस नीति बनाने, कूहलों और हैंडपंपों की मरम्मत करवाने का सुझाव दिया। शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया ने कर्मचारी चयन आयोग के कार्य में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आयोग के कामकाज को निलंबित करने और पुरानी पेंशन को बहाल करने के प्रदेश सरकार के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने शाहपुर आईटीआई में रोजगारोन्मुखी कोर्स शुरू करने और बीडीओ कार्यालय के लिए नया भवन बनाने का प्रस्ताव किया। उन्होंने शाहपुर में जल शक्ति विभाग की योजनाओं का निर्माण शुरू करने और चंबी मैदान को विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में ईसीएचएस और सीएसडी कैंटीन खोलने के लिए भूमि हस्तांरित करने का भी सुझाव दिया। धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने अमृत योजना के तहत धर्मशाला के कुछ वार्डों के लिए पानी की स्कीमें बनाने, मांझी और ट्यूलिप गार्डन से दो रोप-वे निर्माण का प्रस्ताव किया। उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने के सरकार के निर्णय का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 तक हिमाचल प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। बैठक में उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आरएस बाली, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, वित्त सचिव अक्षय सूद, योजना सलाहकार डॉ. बासु सूद, प्रशासनिक सचिव, विभागाध्यक्ष, उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्रीय बजट को निराशाजनक व आम जनता की आशाओं के विपरीत करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह बजट मात्र आंकड़ों का मायाजाल है। इस बजट में समाज के सभी वर्गों विशेषकर मध्यम वर्ग, गरीब, युवा और किसानों के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि बजट में बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी को नियंत्रित करने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है और यह पूर्णतया निराशाजनक है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि देश और प्रदेश की जनता को आज भी केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2024 में होने वाले आम चुनावों से पूर्व ‘अच्छे दिनों’ के वायदे के पूर्ण होने का इंतजार है। उन्होंने कहा कि बजट में रोजगार सृजन की दिशा में कोई भी प्रावधान नहीं है और शहरी रोजगार का कहीं भी जिक्र नहीं है। किसानों के लिए ऋण सीमा में वृद्धि के अलावा कुछ नहीं है। इससे केवल किसानों पर ऋण की देनदारी का बोझ बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों के लिए खेती के उपकरणों और खाद में उपदान की कोई घोषणा नहीं है। इसके अलावा, मनरेगा में भी कोई अतिरिक्त प्रावधान नहीं किया गया है, जिससे साबित होता है कि इस बजट में ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार को पूर्णतयः नजर अंदाज किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्ज के बोझ से जूझ रहे राज्यों के लिए बजट में कोई भी विशेष छूट नहीं है। हिमाचल ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्य भी कर्ज के बोझ से जूझ रहे हैं। वर्तमान प्रदेश सरकार को पूर्व सरकार से 75 हजार करोड़ का कर्ज विरासत में मिला है। इसके अलावा, कर्मचारियों और पैंशनरों की 11 हजार करोड़ रुपये की देनदारी भी बकाया है। उन्होंने कहा कि बजट में छोटे पहाड़ी राज्यों के लिए जून, 2022 से समाप्त जी.एस.टी. प्रतिपूर्ति को फिर से शुरू करने के लिए भी कुछ नहीं कहा गया है, जिसकी प्रदेश के लोगों को काफी उम्मीदें थी और न ही बजट में किसी अन्य माध्यम से वित्त पोषण की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि यह बजट हिमाचल के लिए निराशाजनक रहा है।
ट्रक ऑपरेटर यूनियन के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने उनसे ट्रक भाड़े की अन्तिम दरें राज्य सरकार को प्रदान करने का आग्रह किया ताकि इस मामले को संबंधित कम्पनी के साथ उठाया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ट्रक ऑपरेटरों के साथ है और उनका शोषण बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के हजारों लोगों की आजीविका सीमेंट फैक्ट्रियों और अन्य गतिविधियों से जुड़ी हुई है, इसलिए प्रदेश सरकार इस मामले का समाधान सौहार्दपूर्ण तरीके से करने के लिए प्रतिबद्ध है। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक राजेश धर्माणी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, सचिव परिवहन आरडी नज़ीम, निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति, निदेशक परिवहन अनुपम कश्यप और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर मौजूद रहे।
शिमला के मालरोड पर सार्वजनिक रैलियों, जुलूस, नारेबाजी, बैंड बाजा और शस्त्रों के लेन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस बात की जानकारी उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने दी। उन्होंने कहा कि यह आदेश छोटा शिमला से कैनेडी हाउस और रिज मैदान, रिवोली सिनेमा के 150 मीटर के दायरे में, स्कैंडल प्वाइंट से कालीबाड़ी मंदिर तक, छोटा शिमला गुरुद्वारा की संपर्क मार्ग से छोटा शिमला कसुम्पटी सड़क, छोटा शिमला चौक से राजभवन ओक ओवर तक, कार्ट रोड से मजीठा हाउस, एजी ऑफिस से कार्ट रोड, CPWD ऑफिस से चौड़ा मैदान , पुलिस गुमटी जिलाधीश कार्यालय से लोअर बाजार के 50 मीटर के दायरे में यह आदेश तत्काल प्रभाव से 2 महीने के लिए लागू रहेंगे। उपायुक्त ने बताया कि इन चिन्हित स्थानों पर आम सभा आयोजित करने के लिए पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य है ताकि कानून व्यवस्था सुचारू रूप से बनी रहे। उन्होंने बताया कि इन आदेशों की अवहेलना करने वालों पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
असहायों का सहारा बनी प्रदेश सरकार फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला हिमाचल प्रदेश की लोकप्रिय सुख की सरकार असहायों को सहारा प्रदान करने के ध्येय के साथ विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रही है। वर्तमान राज्य सरकार समाज के कमजोर वर्गों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ बेसहारा पशुओं को आश्रय प्रदान करने में विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है। इस दिशा में प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 का समुचित उपयोग कर बेसहारा पशुओं को आश्रय प्रदान करना सुनिश्चित कर रही है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्पष्ट किया है कि बेसहारा पशुओं को आश्रय प्रदान करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। मुख्यमंत्री ने पशु पालन विभाग को विशेष निर्देश देते हुए कहा कि बेसहारा पशुओं से जुड़े खतरों को रोकने के लिए 1100-हेल्पलाइन में विशेष प्रणाली विकसित की जाए। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में खेती के प्रति किसानों का रुझान कम होने और सड़क दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण बेसहारा पशु भी हैं। बेसहारा पशुओं को आश्रय की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने से इन दोनों समस्याओं का समाधान सुनिश्चित होगा और किसान खेतों की ओर रुख करेंगे जिससे उनकी आर्थिकी में बढ़ोतरी होगी। 1100-हेल्पलाइन की नई पहल के अंतर्गत शिकायत दर्ज करने पर यह जानकारी विभाग के संबंधित खंड के पशु अधिकारियों के साथ साझा की जाएगी, जो बेसहारा पशुओं को आश्रय और चारे का प्रबंधन करने के लिए जिम्मेदार होंगे। पशु पालन विभाग, वन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर वर्तमान गोशाला और गो-अभयारण्यों के लिए चरागाह चिन्हित करेंगे, जिससे इन पशुओं के लिए चारे और पानी की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध होगी। ठाकुर सुख्विंदर सिंह सुक्खू सरकार ने सर्वप्रथम विभिन्न आश्रय स्थलों में रहने वाले निराश्रित और बच्चों के कल्याण के लिए रोडमैप तैयार किया है और अब बेसहारा पशुओं को आश्रय प्रदान करने के लिए भी सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जा रही है।
GNA University has always been known for maintaining a robust Industry-Academia interface to impart learning about the latest and emerging technologies being used by the Industry as a part of the academic curriculum taught to its students. Keeping this in mind, GNA University has inked a Memorandum-of-Understanding (MOU) with one of the leading Tractor manufacturing Companies of India, International Tractors Limited (ITL), Sonalika for the advanced training and placements of students. With the signing of the MOU, GNA University has become the first university in North India to partner with ITL Group under its Academic Collaboration for Excellence to bridge the Academia-Industry Skill Gap. Mr. C. R. Tripathy, Dean FEDA-D showcased the advanced design and manufacturing facilities of product design labs of Creo from PTC, USA, Catia from Dassault Systems, France, NX CAD/CAM Lab from Siemens, Germany, Rapid Prototyping (3D printing) facility from Stratasys USA, CMM lab, Robotics, and Automation lab of the University to the delegates of the ITL and he further added that “GNA University is very grateful to S. Gurdeep Singh Sihra, the Pro-Chancellor, GNA University whose encouragement always leads to bringing the advanced design and manufacturing facilities to the University.” He further thanked ITL for joining hands with GNA University for the betterment of the students. The MoU was signed by Mr. B. K. Singh, Assistant Vice-President, of ITL, and Mr. Kunal Bains, Deputy Registrar of GNA University. While giving details about the MOU with ITL, Dr. VK Rattan, the Vice-Chancellor said, Under this MOU, the students of Mechanical and Automation Engineering, Robotics and Automation Engineering, and Bachelor of Design would undergo hands-on training which will focus on their problem-solving skills so that they can be made industry-ready before the completion of their academic tenure.” The purpose of this MOU is to define the areas for academic and industrial research as well as skill-based training in the field of Research and Development, Designing in which both ITL and GU desire to work together in the future for the betterment of the students of the region and developing a skill-based workforce. Mr. B. K. Singh, Assistant Vice-President, ITL further added that The students of GNA University will be engaged from the 6th semester onwards and will work on live projects of ITL under the regular mentorship of the ITL professionals. In the 8th semester, these students will be offered stipend-based internships and further, these students will be given priority in the campus placements conducted by ITL as the company has been a regular recruiter of engineering students for the past many years." ITL will also give inputs on the skill development of budding engineers by helping them to understand emerging technologies and can have an edge over students from other universities so that they become industry ready at the completion of their degree. In addition, the students will be given an opportunity to work on real-time projects under the guidance of industry experts so that their employability skills can be enhanced. It is a win-win situation for the students as they will be trained by Industry Experts on the emerging technology platforms which will improve their chances of placements in top-notch companies and also be given a unique chance by ITL to work on real-time projects from the industry during the completion of the degree itself, said S. Gurdeep Singh Sihra, the Pro-Chancellor, GNA University. The MOU signing ceremony was also graced by Dr. Monika Hanspal, Dean Academics, Dr. Hemant Sharma Pro Vice-Chancellor and Deans of the other GNA University, Mr. Sunny Kaushal AM-HR, ITL, and Ms. Pretiksha Karpe, HR ITL.
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज श्रीनगर में भारी बर्फबारी के बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू की गई भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में भाग लिया। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को कन्याकुमारी से कश्मीर तक लोगों का अपार स्नेह और समर्थन मिला हैं। यह यात्रा शांति और सौहार्द के संदेश के साथ-साथ भारत जोड़ने के लक्ष्य को साधने में सफल हुई है। राहुल गांधी ने यह यात्रा डर की राजनीति के खिलाफ और अन्याय के विरोध के उद्देश्य से भी शुरू की थी। भारत जोड़ो यात्रा ने पिछले पांच महीनों में 14 राज्यों में 3500 किलोमीटर से अधिक दूरी तय की, जिसे देश के सभी वर्गों का अपार सहयोग और स्नेह प्राप्त हुआ। यह यात्रा 7 सितंबर, 2022 को कन्याकुमारी से आरंभ होकर आज श्रीनगर में संपन्न हुई।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने आज यहां कृषि विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी दूरदर्शिता व नई सोच के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के दृष्टिगत विभाग द्वारा क्लस्टर सिस्टम की शुरुआत की जाएगी। इस सिस्टम के अंतर्गत विशेष फसल को केंद्र में रखकर किसानों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से सूक्ष्म योजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की मिट्टी की विशेषताओं का आकलन करने के लिए मृदा परीक्षण किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ उत्पादों की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार फसल विविधीकरण को विशेष प्रोत्साहन प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में लैंड यूज प्लान तैयार किया जाएगा। विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्य क्षमता में बढ़ोतरी के लिए नई तकनीकों का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। जाइका परियोजना की समीक्षा करते हुए उन्हाेंने कहा कि सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से राज्य के हर गांव के खेत में पानी पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की भौगोलिक विशेषताओं और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए जाइका के अंतर्गत परियोजनाओं को तैयार कर उन्हें आजीविका के सतत् अवसर प्रदान किए जाएंगे। किसानों के उत्पादों को अच्छा बाजार उपलब्ध करवाकर उनके उत्पादों को बेहतर दाम उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्राकृतिक उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए किसानों को नकदी फसलों के उत्पादन के साथ-साथ प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए भी विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाए। इस अवसर पर सचिव कृषि राकेश कंवर, निदेशक कृषि विभाग डॉ. बीआर तकी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
346 लीटर अवैध कच्ची शराब के साथ 70 बोतलें की बरामद फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त यूनुस ने आज यहां बताया कि विभाग द्वारा शराब की तस्करी एवं अवैध कारोबार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने विशेष अभियान में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 45 स्थानों में दबिश देकर 346 लीटर अवैध कच्ची शराब पकड़ी है। विभाग के नूरपुर प्रभारी की टीम ने इंदौरा के इंदपुर एवं धमोटा क्षेत्रों में अवैध शराब की भट्टी और 200 लीटर कच्ची शराब कब्जे में लेकर मौके पर नष्ट की। इसके अतिरिक्त 6 लीटर लाहन भी कब्जे में लेकर आबकारी अधिनियम की धारा 39 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। कुल्लू के जिला प्रभारी द्वारा भी जिला के अलग-अलग क्षेत्रों में कार्रवाई के दौरान 140 लीटर लाहन कब्जे में लेकर आबकारी अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। विभाग की टीमों ने निरंतर कार्रवाई कर चार दिनों में ही 346 लीटर कच्ची शराब एवं लाहन पकड़ी है। देसी एवं अंग्रेजी शराब की 70 बोतलें भी कब्जे में लेकर अवैध कारोबारियों पर शिकंजा कसा गया है। आयुक्त ने कहा कि विभाग ने 25 जनवरी से 28 जनवरी 2023 तक 45 जगहों पर दबिश देकर 17 मामलों में अवैध शराब पकड़ी है। सभी जिला प्रभारियों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में सभी खुदरा एवं थोक विक्रेताओं के गोदामों का निरीक्षण करने के निर्देश जारी किए गए हैं। शराब की गुणवत्ता को जांचने के लिए सैंपल लेने एवं आबकारी नियमानुसार सख्त करवाई करने के भी आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी लाईसेंस धारक की अवैध शराब की तस्करी या अनुचित गतिविधियों में संलिप्तता पाई जाती है, तो उसके विरुद्ध आबकारी अधिनियम के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी क्षेत्र समाहर्ता व जिला प्रभारियों को अवैध शराब की गतिविधियों में सलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला व्यवस्था परिवर्तन का वादा कर प्रदेश की बागडोर संभाल रहे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू अपनी सादगी और आकर्षक व्यक्तित्व से हिमाचल प्रदेश की जनता के दिल में सीधे उतर रहे हैं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू सड़क के रास्ते जहां से भी गुजरते हैं, उन्हें देखने और उनका अभिभावदन करने के लिए लोग घंटों इंतजार करते हैं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी किसी को निराश नहीं करते, जगह-जगह अपना काफिला रुकवाकर लोगों का अभिभावदन स्वीकार करते हैं और उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनते हैं। बिलासपुर जिला के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का स्वागत करने के लिए सुन्हानी हेलीपैड पर लोगों की भीड़ इक्ट्ठा हो गई। ज़बरदस्त नारेबाजी के बीच उनका स्वागत हुआ और जब मुख्यमंत्री का काफिला आगे बढ़ा, तो जगह-जगह लोग उनके स्वागत में कतारबद्ध हो गए। ग्राम पंचायत कोठी की पूर्व प्रधान सुनीता धीमान ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के रूप में हिमाचल प्रदेश की आवाम को एक आशा की किरण दिख रही है। वह भले व्यक्ति हैं, जमीन से जुड़े हैं और राजनीतिक जीवन में लंबा संघर्ष कर आज इस महत्वपूर्ण पद पर पहुंचे हैं। इसीलिए लोगों की उनसे बहुत सी उम्मीदें हैं। सुन्हानी हैलीपैड और विजयपुर के बीच सुकड़ी स्थान पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का स्वागत पारंपरिक गीतों के साथ हुआ। विशेष रूप से क्षेत्र की महिलाएं मुख्यमंत्री के आगमन पर उत्साहित दिखीं। सुकड़ी में मौजूद स्थानीय निवासी विजय सांख्यान ने कहा कि हाल ही में घाघस के निकट सड़क किनारे ढाबे पर मुख्यमंत्री ने एक साधारण व्यक्ति की तरह खाना खाया, जिससे लोगों को यह विश्वास हो रहा है कि उनकी समस्याओं का हल केवल अपनी माटी से जुड़े ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ही कर सकते हैं। एक आम परिवार से निकलकर मुख्यमंत्री के पद पर पहुंचने के बावजूद वह जमीन से जुड़े हुए हैं और लोग उनकी इसी बात को पसंद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बनने के बावजूद उनका सहज व्यक्तित्व ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को लोगों से जोड़ रहा है। समय के अभाव के बावजूद मुख्यमंत्री ने लोगों को पूरा समय दिया और जाते-जाते यह वादा करते हुए भी गए, वह जल्द ही उनके बीच दोबारा आएंगे।
बेसहारा पशुओं के लिए रात्रि आश्रय बनाने के दिए निर्देश फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला वर्तमान प्रदेश सरकार ने राज्य में वंचित वर्गों के कल्याण को सर्वोच्च अधिमान दिया है। इसके साथ-साथ सरकार बेसहारा पशुओं के कल्याण के लिए भी बहुआयामी कदम उठा रही है। शुक्रवार सायं शिमला में गौसेवा आयोग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पशुपालन विभाग को बेसहारा पशुओं आश्रय प्रदान करने के लिए समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्प लाइन-1100 के माध्यम से लोग बेसहारा पशुओं से संबंधित जानकारी व शिकायत कर सकेंगे। उन्होंने अधिकारियों को इस संबंध में एक मोबाइल एप्लीकेशन भी विकसित करने के निर्देश दिए, जिसमें कि बेसहारा पशुओं के छायाचित्र अपलोड किए जा सकें। उन्होंने कहा कि लोगों से शिकायत प्राप्त होने के उपरांत यह सूचना संबंधित खंड के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी एवं फार्मासिस्ट से साझा की जाएगी और यह उनकी जिम्मेदारी होगी कि बेसहारा पशु को गौसदन या अन्य उपयुक्त स्थल में पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए इस हेल्पलाइन के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि 20वीं पशु गणना के अनुसार राज्य में 36,311 बेसहारा पशु हैं, जिनमें से 20,203 बेसहारा पशुओं को विभिन्न गौसदनों में आश्रय प्रदान किया गया है और अभी भी 9,117 बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन पशुओं को बेहतर आश्रय सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से मौजूदा गौशालाओं के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है, जिसके लिए पशुपालन विभाग के अधिकारी वन विभाग की सहायता से चरागाह और जल स्त्रोतों के लिए उपयुक्त भूमि चिन्हित करें। उन्होंने अधिकारियों को पशुओं की देखभाल के लिए रात्रि आश्रय निर्मित करने और पर्याप्त संख्या में कर्मचारी तैनात करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को इस दिशा में 10 दिन के भीतर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की सुविधा के लिए बेसहारा पशुओं से उत्पन्न समस्या तथा इनके कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के निवारण के लिए पूर्ण गंभीरता के साथ कार्य कर रही है और इसके लिए धन की कमी को आड़े नहीं आने दिया जाएगा। कृषि एवं पशुपालन मंत्री चन्द्र कुमार ने कहा कि विभागीय अधिकारी बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए फील्ड में गंभीरता से कार्य करें और इस समस्या के निवारण के लिए गैर सरकारी संगठनों का भी सहयोग लें। उन्होंने इस दिशा में व्यावहारिक कदम उठाने तथा निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार गोकुल बुटेल मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, पशुपालन सचिव अजय शर्मा, सचिव सूचना प्रौद्योगिकी अभिषेक जैन, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कैम्पा निधि को ऊर्जा बचत क्षेत्र में करें व्यय लोक निर्माण और अन्य निष्पादन एजेंसियां करेंगी वन विभाग से संबंधित सभी निर्माण कार्य फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वन संरक्षण अधिनियम (एफसीए) के तहत प्रदान की जाने वाली स्वीकृतियों के विलंब पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एफसीए मामलों में तेजी लाने के लिए एक प्रभावी प्रणाली विकसित करने पर विशेष बल दिया जाना चाहिए, ताकि राज्य में विकासात्मक परियोजनाओं पर काम शीघ्र शुरू हो और वह निर्धारित समयावधि में पूर्ण की जा सकें। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार सायं यहां वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालयों, पर्यटन परियोजनाओं, शैक्षणिक संस्थानों, सड़कों और इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों के निर्माण सहित अन्य मामलों में एफसीए मंजूरी के लिए समय सीमा का पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को एफसीए की समयबद्ध मंजूरी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि विकासात्मक परियोजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा किया जा सके, जिससे प्रदेश के अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास और पर्यावरण संरक्षण में संतुलित दृष्टिकोण अपना कर राज्य में विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का कार्यान्वयन सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि एफसीए मंजूरी में अनावश्यक विलंब नहीं होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां एफसीए आवश्यक है, वहां संबंधित विभाग एक नोडल अधिकारी नियुक्त करेगा, जबकि संबंधित मंडल के डीएफओ परियोजनाओं के विलंब से बचने के लिए समयबद्ध तरीके से सहयोग करना सुनिश्चित करेंगे। प्रतिपूरक वनीकरण कोष प्रबन्धन और योजना प्राधिकरण कैम्पा की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री को अवगत करवाया गया कि 22 फरवरी, 2019 तक की हिमाचल प्रदेश की 1,660 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी राष्ट्रीय प्राधिकरण के पब्लिक अकाउंट से प्रदेश प्राधिकरण के पब्लिक अकाउंट में हस्तातंरित की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कैम्पा के तहत ऊर्जा बचत क्षेत्र पर धनराशि व्यय की जानी चाहिए। उन्होंने राज्य प्राधिकरण को शासी निकाय की बैठक शीघ्र बुलाने के निर्देश दिए। उन्होंने भविष्य में वन विभाग के सभी निर्माण कार्यों को लोक निर्माण विभाग तथा अन्य निष्पादन एजेंसियों के माध्यम से करवाने के निर्देश दिए। पर्यावरण संरक्षण पर विशेष बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन चिंता का विषय है। इसलिए वन विभाग को पौधारोपण पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बैठक में अवगत करवाया गया कि वन विभाग ने प्रथम चरण में राज्य में 15 स्थान चिन्ह्ति किए हैं, जहां 256.50 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण स्थल की ऊंचाई के अनुसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक पौधों की जीवित्ता दर बढ़े और उन्होंने भविष्य में पौधरोपण के लिए अधिक स्थान चिन्ह्ति करने के निर्देश देते हुए कहा कि वन विभाग पौधरोपण स्थलों की निरंतर निगरानी भी सुनिश्चित करें। इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह, प्रधान सचिव ओंकार शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, प्रधान सचिव देवेश कुमार, प्रधान सचिव विधि राजीव भारद्वाज, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, विशेष सचिव सीपी वर्मा, पीसीसी (हॉफ) अजय श्रीवास्तव, पीसीसीएफ (वन्य जीव) राजीव कुमार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैम्पा नागेश कुमार व एपीसीसीएफ (वित्त) एसके कापटा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज यहां राजभवन में एशिया नेट न्यूज चैनल के ‘प्राउड टू बी एन इंडियन’ कार्यक्रम 2023 के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश की तीन दिवसीय यात्रा पर आए मध्यपूर्वी देशों के भारतीय मूल के विद्यार्थियों से संवाद किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि विदेश में रहे भारतीय मूल के विद्यार्थी भारत के दूत की भूमिका हुए विश्व में हमारी समृद्ध संस्कृति और परम्पराओं का प्रचार-प्रसार का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे अपनी संस्कृति और मिट्टी से सदैव जुड़े रहे। उन्होंने कहा कि आज भारत पुनः महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण, भारत के बदलते स्वरूप और भारत के विशाल लोकतंत्र जैसे विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। राज्यपाल ने देवभूमि में पहुंचने पर सभी विद्यार्थियों का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि हिमाचल की प्राकृतिक सुंदरता और यहां का स्वच्छ वातावरण उन्हें अवश्य ही आकर्षित करेगा। उन्होंने एशिया नेट न्यूज चैनल द्वारा टूअर आयोजित करने के प्रयासों की सराहना की। इससे पूर्व एशिया न्यूज के मुख्य समन्वयक सम्पादक प्रशांत रघुवम्सम ने राज्यपाल का स्वागत किया और विद्यार्थियों के साथ संवाद के लिए उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने राज्यपाल से विभिन्न विषयों पर प्रश्न पूछे और गणतंत्र दिवस परेड के अनुभव भी साझा किए।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राजभवन में शिमला शहर के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों की उपस्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरक पुस्तक एग्जाम वॉरियर्स का विमोचन किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने नई दिल्ली से प्रसारित परीक्षा पर चर्चा के छठे संस्करण का प्रसारण भी देखा। राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाली विभूतियों के बारे में भी पढ़ना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से पाठ्य पुस्तकों के अलावा अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तकों का अध्ययन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र, मार्गदर्शक और दार्शनिक होती हैं और किताबें हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। बच्चों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वह प्रदेश के विभिन्न स्कूलों का दौरा कर विद्यार्थियों के साथ संवाद कर चुके हैं और इसमें उन्होंने पाया कि पाठ्य पुस्तकों के अलावा अन्य पुस्तकें पढ़ने में विद्यार्थियों की रूचि कम होती है। अभिभावकों और शिक्षकों को भी बच्चों को ज्ञानवर्धक किताबें उपलब्ध करवानी चाहिए, ताकि उनमें पढ़ने की आदत विकसित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मूल रूप से यह पुस्तक बच्चों में परीक्षाओं के दौरान होने वाले तनाव को कम करने के संदर्भ में लिखी है। इसमें जीवन प्रबंधन के सम्बन्ध में विशेष जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक विद्यार्थियों को परीक्षा से पहले तनाव मुक्त रहने के लिए प्रेरित करेगी और इससे विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच संवाद बढ़ेगा। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर, छोटा शिमला और बयोलिया स्कूल के विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों से बातचीत में उन्होंने अपने अनुभव साझा किए। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जालंधर में दिवंगत सांसद चौधरी संतोख सिंह की अंतिम अरदास में भाग लिया। चौधरी संतोख सिंह का निधन 14 जनवरी, 2023 को हुआ था। मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि चौधरी संतोख सिंह के निधन से उत्पन्न हुई रिक्तिता को भरा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान चौधरी संतोख सिंह पूरे पंजाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ रहे। उन्होंने विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि पंजाब में चुनावों के दौरान हमने दिन-रात एक साथ प्रचार किया था। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक विनोद सुल्तानपुरी, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष राजा वारिंग तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला हिमाचल प्रदेश आशा वर्करज़ यूनियन के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां अध्यक्ष सत्या रांटा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की। प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि आशा कार्यकर्त्ता प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने न्यूनतम मानदेय निर्धारित करने तथा उनके लिए नीति बनाने की मांग रखी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड महामारी के दौरान उनकी बहुमूल्य सेवाओं को ध्यान में रखते उनकी मांगें पूर्ण करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने आशा कार्यकर्त्ताओं द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों और स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं को जमीनी स्तर पर सफलतापूर्वक कार्यान्वित करने के प्रयासों की सराहना की और उनकी उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी और विधायक विनोद सुल्तानपुरी उपस्थित रहे।
हिमाचल के लिए गर्व की बात, विधानसभा क्षेत्र करसोग से रखते हैं नाता फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, भाजपा महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, राकेश जम्वाल, त्रिलोक कपूर और भाजपा के सभी पदाधिकारियों ने पद्मश्री विजेता, विधानसभा करसोग से नाता रखने वाले नेकराम शर्मा को 74वें गणतंत्र दिवस पर पद्मश्री से सम्मानित होने पर शुभकामनाएं दी। जगत प्रकाश नड्डा ने नेकराम शर्मा को पद्मश्री मिलने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह हिमाचल के लिए गौरव की बात है। हिमाचल प्रदेश भले ही एक छोटा राज्य है पर हर क्षेत्र में हिमाचल ने एक अग्रिम भूमिका निभाई है। जयराम ठाकुर ने कहा की भारत सरकार द्वारा देशभर के 91 व्यक्तियों को उनके बेहतरीन कार्य के लिए यह पुरस्कार दिया गया और नेकराम शर्मा हिमाचल से एक मात्र व्यक्ति है जिनको पद्मश्री प्राप्त हुआ। पूरे हिमाचल को एवं हर हिमाचल वासी को आप पर गर्व है। यह बड़े गर्व की बात है कि नेक राम शर्मा को भारत सरकार द्वारा पदम्श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया, इनको यह सम्मान हिमाचल की पारम्परिक फसलों को प्राकृतिक तरीके से उगाने के लिए गया है। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने नेकराम शर्मा को शुभकामनाएं देते हुए का कि जिस प्रकार से हिमाचल में नौ अनाज पारंपारिक फसल प्रणाली को उन्होंने पुनर्जीवित किया है वह प्रेरणादायक है। नेकराम शर्मा प्राकृतिक खेती के अंतर्गत गेहूं, मक्खी, बाजरा, जौ, सब्जियों और आम की पैदावार करते हैं। पूरे देश में 91 व्यक्तियों को पद्मश्री प्राप्त हुआ और हिमाचल से एक पद्मश्री प्राप्त होना हिमाचल के लिए गौरव का विषय है। प्राकृतिक खेती के माध्यम से पानी के उपयोग में 50% की कटौती होती है और वही भूमि की ऊर्जा बढ़ती है। नेकराम शर्मा स्थानीय स्वदेशी बीजों का उत्पादन कर 6 राज्यों में 10000 से अधिक किसानों को बिना किसी शुल्क के वितरित कर इस खेती को अन्य प्रदेशों में भी बढ़ावा दे रहे हैं। सभी भाजपा नेताओं ने नेकराम शर्मा जी को पद्मश्री पुरस्कार मिलने पर शुभकामनाएं एवं बधाई दी। आने वाले समय में प्रदेश और देश के लाखों किसान प्राकृतिक खेती से जुड़ेंगे और देश में इस खेती में नई दिशा मिले। प्राकृतिक खेती से देश, प्रदेश और जनता को अनेकों लाभ प्राप्त होते हैं, नेकराम शर्मा ने भी अपने अद्भुत परिश्रम से इस खेती को हिमाचल प्रदेश में नई दिशा दी है और पूरे देश के लिए प्रेरणास्त्रोत बनकर उभरे।
ऐतिहासिक ठोडो मैदान में गणतंत्र दिवस समारोह की मंत्री डाॅ. कर्नल धनी राम शांडिल ने की अध्यक्षता फर्स्ट वर्डिक्ट। साेलन हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डाॅ. कर्नल धनी राम शांडिल ने आज सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह की अध्यक्षता की। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा पुलिस एवं गृहरक्षा द्वारा आयोजित भव्य मार्चपास्ट की सलामी ली जिसका नेतृत्व एएसआई पंकज संधू ने किया। इससे पूर्व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कारगिल शहीद स्मारक पर कृतज्ञ प्रदेशवासियों एवं जिलावासियों की ओर से शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की। डाॅ. कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में जनता को श्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी, ताकि लोगों को अपने गंभीर रोगों के उपचार के लिए बाहरी राज्यों या प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेने की आवश्यकता नहीं रहे। आईजीएमसी, टांडा और हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ की भर्ती भी की जाएगी। श्रम एवं रोजगार मंत्री ने कहा कि पर्यटन हमारी आर्थिकी का मुख्य ज़रिया है। प्राकृतिक, ग्रामीण, बागवानी, साहसिक तथा धार्मिक पर्यटन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इससे स्थानीय लोगों को बड़े पैमाने पर रोज़गार के अवसर मिलेंगे तथा ग्रामीण स्तर तक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए पर्यटन परियोजनाओं को स्टार्ट-अप योजना से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र में भी हिमाचल प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिए वर्तमान सरकार निवेश को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। सरकार नई निवेश नीति लाएगी, जिसमें निवेशकों की सुविधा के लिए सरकारी बंधनों को कम किया जाएगा। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि बाल संरक्षण संस्थानों, वृद्ध आश्रमों, नारी सेवा सदन, शक्ति सदन और विशेष गृहों में रहने वालों को लोहड़ी, मकर सक्रांति, होली और अन्य त्यौहार मनाने के लिए प्रति व्यक्ति 500 रुपये का त्यौहार भत्ता भी प्रदान किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सोलन ज़िला में वर्तमान में कुल 235 स्वास्थ्य संस्थान कार्यरत हैं, जिसमें से एक क्षेत्रीय अस्पताल, पांच नागरिक अस्पताल, आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 39 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा 182 उप स्वास्थ्य केंद्र रोगियों को गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए सोलन अस्पताल में वर्टीकल आईएलआर स्थापित किया गया है।उन्होंने कहा कि ज़िला सोलन में वर्ष 2022-23 की अवधि के दौरान 02 करोड़ 06 लाख 43 हजार 294 रुपये की दवाइयां लोगों को निःशुल्क प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि ज़िला सोलन में कोविड से लड़ने के लिए कोविडशील्ड की 5 हजार डोज की खेप पहंुची थी जिसमें से क्षेत्रीय अस्पताल को 900 डोज, अर्की को 600 डोज, धर्मपुर को एक हजार डोज, चंडी को 200 डोज तथा नालागढ़ को दो हजार डोज वितरित की जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर अनुकरणीय कार्य करने वाली संयुक्त आयुक्त नगर निगम डाॅ. प्रियंका चंद्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी (स्वास्थ्य विभाग) डाॅ. अजय कुमार सिंह, खंड चिकित्सा कार्यालय धर्मपुर में कार्यरत खण्ड कार्यक्रम प्रबंधक मधु, खुशी डे केयर सेंटर, गोपी सिंह, अमर दास, अल्पना ठाकुर, कोमल ठाकुर, विजय कुमार, ठाकुर सिंह, पायल चौधरी, दिनेश कुमार को सम्मानित किया। उन्होंने योग में विश्व रिकॉर्ड बनाने बनी आरती शर्मा तथा सिनेमा जगत में सराहनीय प्रदर्शन देने वाली ट्विंकल शर्मा को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चैधरी, उपायुक्त सोलन कृतिका कुलहरी, पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त ज़फ़र इकबाल, राज्य कांग्रेस के महासचिव सुरेंद्र सेठी, ज़िला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष शिव कुमार, पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधि, नगर निगम के पार्षद सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुराने रावमापा (बाल) के प्रागंण में उपमंडलीय गणतंत्र दिवस का आयोजन भी किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ दिव्यांशु सिंघल ने की। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा मार्चपास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
Chief Minister Thakur Sukhvinder Singh Sukhu conveyed his greetings to the people of the State on the occasion of the 53rd Statehood Day celebration held at Hamirpur, today. He unfurled the National Flag and took a salute from the contingents of Police, Home guards, Jawans of IRB Skoh, NCC cadets, Scouts & Guides led by DSP Ankit Sharma during an impressive march past. The Chief Minister while addressing the gathering said that the people of Himachal Pradesh had contributed immensely to the development journey of the state. He also mentioned the enormous contribution of the first Chief Minister, Dr. YS Parmar in the progress of the hill state. "It was on 11th December 2022 when the new government took over the reign of this hill state and from the very first day started to work for revamping the derailed system," said the Chief Minister. As per the Government's pledge for zero tolerance against corruption, stringent measures were being adopted to eliminate this social evil. The suspension of the Himachal Pradesh Staff Selection Commission, which was the hub of corruption and was selling jobs, was the first in this direction against corruption. "Now the selection will be ensured purely on the basis of merit, in a fair and transparent manner" reiterated the Chief Minister. Even the economic health of the state was in utter disarray because of the extravagant spending by the previous government that has led to a legacy debt of around 75000 crores, said he. Apart from this, the liability of paying the arrears of Rs. 4,430 crores to the employees, Rs. 5,226 crores of pensioners, and Rs. 1,000 crore DA of both is on the present State Government. As many as 900 institutions were opened by BJP in the last 9 months of its tenure, without any budgetary provision, due to which the state has to bear an additional burden of Rs.5,000 crore.Moreover, approximately Rs. 8,000 crores of NPS is held up with the Central Government. Despite all these challenges, the State Government has fulfilled its commitment to restore the old pension scheme, thereby benefitting 1.36 lakh employees, said the Chief Minister. He said, restoring the OPS was not a political decision, but the State Government intends to protect the self-esteem of the Government employees besides providing them the social security as they play a pivotal role in the development of the State. The Government was forced to take some tough decisions for generating the resources to fulfill its promises, but tough decisions are inevitable, said the Chief Minister. The Government has set up Chief Minister's Sukh-Ashray Sahayata Kosh with an outlay of Rs. 101 crores for providing higher education to beneficiaries of the Kosh for Vocational training in engineering colleges, IIIT, NIT, IIM, IIT, polytechnic institutes, nursing and degree colleges, etc. The state government will play the role of a guardian for the children living in old age homes and shelter homes, destitute women and children said the Chief Minister, adding that an apparel allowance of Rs. 10 thousand per person per year would be given to these inmates, besides Rs. 500 as festival allowance so that they could also celebrate the festivals, like others, he said. The Government has decided to open Rajiv Gandhi Model Day-Boarding Schools in each assembly constituency in a phased manner for providing education to poor children. Stressing the employment generation, the Chief Minister said that job-oriented education was the need of the hour so the Government has decided to introduce Technical courses, such as Robotics, Block Chain Technology, Cyber Security, Cloud Computing, Data Science, Artificial Intelligence, and Machine Learning in the curriculum of ITI, Polytechnic, and Engineering Colleges. Besides, the Government intends to boost the tourism sector in order to provide employment opportunities to the local people on a large scale and the tourism projects will be linked with the start-up scheme for the youth. We are also trying to promote investment in the private sector and the government will bring a new investment policy to ease business. The Chief Minister said that the government has set a target to harness hydropower, hydrogen, and solar energy in order to preserve the state's environment and to make Himachal Pradesh the country's first green energy state by the year 2025. Apart from this, the impetus would be given to Agriculture and allied sectors. He said that robotic surgery will be available in IGMC, Tanda, and Hamirpur Medical College, soon. He also honored the wards of freedom fighters and army personnel, especially the abled during the function. Specially abled and other children also presented a colorful cultural program. The Chief Minister also distributed prizes to the participants of the cultural program and lauded their efforts. Later, the Chief Minister also launched the calendar of JICA. Deputy Chief Minister, Mukesh Agnihotri, Agriculture Minister, Chander Kumar, Industries Minister, Harshwardhan Chauhan, Education Minister, Rohit Thakur, Rural Development and Panchayati Raj Minister, Anirudh Singh, Chairman, Tourism Development Corporation, Raghubir Singh Bali, Chief Parliamentary Secretary, Sunder Singh Thakur, Mohan Lal Brakta, Choudhary Ram Kumar, Kishori Lal, MLAs, Political Advisor to CM Sunil Sharma, Principal Advisor (Media) to the CMNaresh Chauhan, Principal Advisor (IT & Innovation) to the Chief Minister, Gokul Butail, former MLAs, Chief Secretary, Prabodh Saxena, DGP, Sanjay Kundu and Senior Civil and Police officers were also present amongst others.
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने हिमाचल प्रदेश के 53वें पूर्ण राज्यत्व दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व का उत्सव मनाते हुए हम अपने वीर नायकों, हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार और प्रदेश के विकास का मार्ग प्रशस्त करने वाली महान विभूतियों को याद करते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा प्रदान करने में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का अविस्मरणीय योगदान रहा है और बर्फबारी के बीच 25 जनवरी, 1971 को प्रदेश की जनता को यह सौगात देने वे स्वयं शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर पहुंची थीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व्यवस्था परिवर्तन के साथ प्रदेश का चहंुमुखी विकास सुनिश्चित करने के लिए दृढ़-संकल्प है। उप-मुख्यमंत्री ने पूर्ण राज्यत्व दिवस पर बधाई देते हुए राज्य के गठन एवं इसे वर्तमान स्वरूप में एकीकृत करने के लिए प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस परमार एवं इस संर्घष से जुड़े सभी नेताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर वर्ग के कल्याण और हर क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और प्रदेश आने वाले समय में विकास की नई गाथा लिखेगा तथा लोगों के जीवन में सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होगी।
Chief Minister of Himachal Pradesh Thakur Sukhvinder Singh Sukhu called on Prime Minister Narendra Modi in New Delhi today. It was a courtesy call after becoming the Chief Minister. Besides discussing issues of various development projects under implementation in the State, the Chief Minister also requested liberal assistance from the center for giving a fillip to the ongoing development works. Chief Minister ensured the Prime Minister that the State government will effectively implement the centrally launched schemes, viz: 'Pradhanmantri Gati Shakti Yojna which is aimed to revolutionize infrastructure, and 'Parvatmala Yojna for construction of ropeways. He said that both these schemes would immensely benefit the people of the State, adding further that connectivity and infrastructure development were one of the main focus areas of the present government besides generating employment avenues for the people. The Chief Minister also honored the Prime Minister with a traditional memento, Himachali Shawl, and cap. Prime Minister congratulated Thakur Sukhvinder Singh Sukhu on becoming the Chief Minister of Himachal Pradesh and assured them of all possible support to the state.
मंत्री आपके द्वार कार्यक्रम के माध्यम से होगा जन समस्याओं का निवारण फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला लोक निर्माण तथा युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह का आज (मंगलवार काे) यहां राजीव भवन में शिमला ग्रामीण की जनता एवं संगठन की ओर सेे अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि शिमला ग्रामीण की जनता का उन्हें सदैव समर्थन एवं स्नेह प्राप्त होता रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वर्ष 2012 से इस क्षेत्र का नेतृत्व किया और तीव्र विकास की बुनियाद रखी। उन्होंने कहा कि विकास की इस गति को बनाए रखते हुए इस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए वे प्रयासरत रहेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू एवं पार्टी आलाकमान की ओर से उन्हें नई जिम्मेवारी सौंपी गई है और लोक निर्माण तथा युवा सेवाएं एवं खेल विभाग आम जनता से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। ऐसे में इन विभागों के माध्यम से क्षेत्र तथा प्रदेश के लोगों की सेवा करते हुए उच्च मानक स्थापित करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सड़कों व पुलों के निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के साथ ही प्रदेश में आधारभूत संरचना विकसित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि युवाओं को बेहतर अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उनका विभाग कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि युवाओं की आवाज को प्राथमिकता प्रदान करने के साथ ही युवा ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग किया जाएगा। सरकारी एवं निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ ही उन्हें स्वावलंबी बनाने पर भी विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में खेलों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाना उनकी प्राथमिकता रहेगी और ब्लॉक, जिला तथा प्रदेश स्तर पर खेल आयोजनों के माध्यम से प्रतिभाओं को उभारने पर बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए राजस्थान के ग्रामीण खेल मॉडल के बारे में भी अध्ययन किया जाएगा। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि राज्य के संसाधनों एवं वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। प्रदेश सरकार कांग्रेस प्रतिज्ञा पत्र में प्रदत्त 10 गारंटियां पूरी करने के लिए भी दृढ़-संकल्प है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंत्रिमंडल की पहली ही बैठक में ओपीएस बहाली का निर्णय लेकर इस दिशा में सार्थक एवं ठोस पहल की है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बतौर विधायक उन्होंने शिमला ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए सदैव प्रयास किए हैं और विधायक आपके द्वार कार्यक्रम के माध्यम से जन समस्याओं के निदान में वे सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी तर्ज पर अब मंत्री आपके द्वार कार्यक्रम शुरू किया जाएगा और इसमें लोगों की सार्वजनिक एवं व्यक्तिगत समस्याओं का समाधान करने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ ही संगठन को मजबूत करने के लिए भी विशेष प्रयास किए जाएंगे। इस अवसर पर पूर्व विधायक सोहन लाल व चिरंजी लाल कश्यप, ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल शर्मा, जिला परिषद् व पंचायत समिति के चुने हुए प्रतिनिधि, नगर पंचायत एवं नगर निगम के सदस्य, विभिन्न पार्टी संगठनों के पदाधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को हर संभव सहयोग का दिया आश्वासन केंद्रीय प्रायोजित योजनाओं का राज्य में होगा सफल क्रियान्वयन फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरंेद्र मोदी से भेंट की। प्रदेश के मुख्यमंत्री का कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की प्रधानमंत्री से यह पहली भेंट थी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कार्यान्वित की जा रही विभिन्न विकास परियोजनाओं से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करते हुए सभी परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए केंद्र से उदारतापूर्वक सहायता प्रदान करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को केंद्र सरकार द्वारा आधारभूत संरचना को गति प्रदान करने के उद्देश्य से आरंभ की गई प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना तथा रज्जू मार्ग के निर्माण के लिए पर्वतमाला योजना को प्रदेश में सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इन दोनों योजनाओं से प्रदेश के लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने के अलावा संपर्क और अधोसंरचना विकास वर्तमान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को हिमाचली शॉल, टोपी तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। प्रधानमंत्री ने ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने पर शुभकामनाएं दी और प्रदेश को हर सम्भव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।
हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सोमवार को शिमला के शोघी-मैहली बाईपास पर एक गाड़ी खाई में जा गिरी। इस सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की जान चली गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि तेज रफ्तार की वजह से गाड़ी महिंद्रा मैक्स 900 मीटर गहरी खाई में गिर गई। सड़क दुर्घटना शोघी-मैहली बाईपास पर बनोग गांव के पास हुई है। शिमला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील नेगी ने बताया कि थाना बालूगंज में सोमवार देर रात एक गाड़ी गिरने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया। इस दर्दनाक सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि अन्य दो लोगों ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। फिलहाल चार लोगों में से एक व्यक्ति इस सड़क हादसे में बच सका है। घायल का इलाज अस्पताल में चल रहा है, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में मृतकों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक सड़क हादसे में जान गवाने वाले लोग पंजाब के नंगल के रहने वाले थे। यह सभी आपस में रिश्तेदार थे। मृतकों की पहचान कृष्ण पुत्र चंदिया नंगल पंजाब, अमर पुत्र जैल सिंह नंगल पंजाब और राजवीर पुत्र एतवारी, लुधियाना पंजाब के रूप में हुई है। घायल की पहचान लखन पुत्र बालक राम के रूप में हुई है, जो नंगल का रहने वाला है। घायल लखन ने बताया कि गाड़ी में सवार सभी लोग कबाड़ का काम करते थे। सोमवार को जब वह सोलन की तरफ जा रहे थे, तो उनकी गाड़ी खाई में गिर गई, जिसकी वजह से हादसा पेश आया है।
शिमला के लोअर बाजार में रविवार को एक रोचक किस्सा सामने आया सर्दी से बचने के लिए शुभांकर नाम के दुकानदार ने अपनी दुकान के अंदर आग जलाई। कुछ ही मिनटों में आग का धुआं पूरे बाजार में छा गया। धुआं देखकर दूसरे दुकानदार डर गए और फायर ब्रिगेड को कॉल कर बुलाया। आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की छोटी गाड़ी 5 से 7 मिनट के अंदर लोअर बाजार पहुंची। टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर जब पता लगाया तो सभी दुकानदार हैरान रह गए। दुकान मालिक शुभांकर मजे से आग सेक रहा था। अग्निशमक विभाग ने जब उससे पूछा तो कहा की कागज और गत्ते इक्कठा कर उसने आग जलाई थी। ठंडी हवा चलने से दुकान को बंद कर दिया था। जिस वजह से कागज का काला धुआं बाजार में फैल गया। उसने कहा की उसे इस बारे में कोई पता नहीं था कि बाहर फायर ब्रिगेड को बुलाया जा रहा है फायर स्टेशन ऑफिसर SDM मंसारम का कहना है की आग की सूचना मिलते ही तुरंत टीम मौके पर पहुंच गई थी। वहां जाकर मालूम हुआ कि सेकने के लिए दुकानदार ने आग जलाई थी। उन्होंने कहा कि दुकानदार को समझाए गया है क्योंकि बाजार में सारा दिन लोगों की चहल कदमी रहती है और बिजली के ट्रांसफार्मर भी साथ लगे हैं। ऐसी जगह आग जलाना खतरे से खाली नहीं है।
मीनाक्षी। रामपुर बुशहर रामपुर के रिहायशी क्षेत्राें में लगातार आतंक मचाने वाला तेंदुआ आज पिंजरे में कैद कर दिया है। बीते दिनों से लोक निर्माण विभाग की कॉलोनी के आसपास तेंदुआ दिख रहा था, जिससे क्षेत्र के लोग दहशत में थे, लेकिन सुबह के समय आज 3 बजे के करीब यह तेंदुआ पिंजरे में कैद हो चुका है, जिसके बाद मौके पर सुबह के समय वन विभाग की टीम पहुंची, जिन्होंने तेंदुए को अपने कब्जे में ले लिया है। काफी लंबे समय से तेंदुए के आसपास घूमने के कारण यहां के लोग दहशत में थे, उन्हें बाहर निकलना शाम होते ही काफी मुश्किल हो रहा था, जिसके उपरांत यहां पर 2 दिन पहले ही लोग वन विभाग की टीम द्वारा पिंजरा स्थापित कर दिया था। जिसके बाद आज यह तेंदुआ पींजरे में कैद हो चुका है, जिसको लेकर लोगों ने राहत की सांस ली है। वहीं, एनपीएस कर्मचारी महासंघ जिला शिमला के अध्यक्ष शर्मा ने बताया कि उनकी कॉलोनी में आज तेंदुआ पिंजरे में कैद हो चुका है, जिससे क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है। लगभग 3 बजे के करीब यह तेंदुआ पींजरे में कैद हुआ है, उसी के उपरांत वन विभाग की टीम पहुंची, जिन्होंने इसे अपने कब्जे में ले लिया है। वहीं, नगर परिषद रामपुर के वार्ड-8 में साहिल के घर में लगे सीसीटीवी में तेंदुआ कैद हुआ था, जो रात के समय सडक़ पर चलता दिखाई दिया। मंगलवार रात को लोक निर्माण विभाग कॉलोनी में भी खुलेआम रात को तेंदुआ दिखाई देने के बाद लोग सहमे हुए हैं। लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। बताते की गत वर्ष खनेरी में तेंदुए ने एक घर के आंगन से बच्चें को उठा ले गया था। अब वैसी ही स्थिति बन रही है। तेंदुआ लोगों के आंगन में घूम रहा है। अब लोगों ने वन विभाग से इस तेंदुए को पकडऩे की मांग की है। वन विभाग के रामपुर बीट के अजीत कुमार, फॉरेस्ट गार्ड ललित भारती, उदय, सुरजीत ने रात को 2 जगह पर कैमरे लगा दिए हैं, ताकि तेंदुए को पकड़ने की कोशिशें तेज की जा सके। वहीं, डीएफओ रामपुर विकल्प यादव ने बताया कि आज सुबह वन विभाग की टीम ने पिंजरे में कैद हुए तेंदुए को अपने कब्जे में ले लिया है। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग की कालोनी के आसपास तेंदुआ घूम रहा था, जिसके उपरांत यहां पर वन विभाग की टीम ने दो पिंजरे स्थापित किए, जिसमें आज तेंदुआ कैद हो चुका है और इसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा, जिसको लेकर विभाग की टीम द्वारा पहले जगह का चयन किया जाएगा, उसी के उपरांत उसे छोड़ दिया जाएगा, ताकि आगे भी वह फिर से हिरायशी क्षेत्र में न आए।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि संत गुरू रविदास जी किसी एक समुदाय से संबंधित नहीं थे, बल्कि उनकी शिक्षाएं पूरी मानवता के लिए थीं, जो कि आज प्रासंगिक हैं। उन्होंने लोगों से भेदभाव मुक्त समाज के निर्माण के लिए संत रविदास की शिक्षाओं का पालन करने का आग्रह किया। राज्यपाल आज जिला ऊना के संतोषगढ़ के प्रसिद्ध जोड़ मेला में जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जोड़ मेला ऐतिहासिक है जिसका इतिहास संघर्षपूर्ण रहा है। उन्होंने कहा कि वह सभी व्यक्ति जिन्होंने इस मंदिर के निर्माण के लिए संघर्ष किया है, वह सभी के लिए सम्मानीय हैं। उन्होंने मंदिर समिति से आह्वान किया कि वह इस संघर्ष की कहानी को पुस्तक के रूप में प्रकाशित करवाएं, ताकि आने वाली पीढ़ियां इस इतिहास को जान सकें। राज्यपाल ने कहा कि संत रविदास ने जीवन भर समाज में भेदभाव को दूर करने का भरसक प्रयास किया। उन्होंने पूरे समाज को एकजुट होने की शिक्षा दी। उन्हांेने जिन विषयों को समाज के सामने रखा, वह समाज को जोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि संत रविदास की शिक्षाएं हमें एक साथ रह कर एक आदर्श समाज का निर्माण करने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्होंने कहा कि संत रविदास के विचार राष्ट्र के लिए हैं और वह राष्ट्रीय संत हैं। उनकी शिक्षाओं को जीवन में ग्रहण करने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने इस अवसर पर मंदिर निर्माण के संघर्ष काल में जुड़े व्यक्तियाें को सम्मानित किया। उन्होंने संत रविदास जोड़ मेला के संस्थापक शिंगारा राम संगुड़ा के परिजनों को भी सम्मानित किया। इससे पूर्व राज्यपाल ने संत रविदास के मंदिर में माथा टेका। गुरू रविदास जोड़ मेला समिति के अध्यक्ष बलवंत सिंह ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया। विधायक सतपाल सत्ती ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, समन्वयक मेला समिति बलवीर बग्गा, प्रभारी मेला समिति कुंवर जागीर संगुड़ा, प्रधान संत रविदास धार्मिक सभा संतोषगढ़ बलवीर सिंह, आद धर्म मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत हीरा दास और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
Jigyasa Behl, a resident of district Shimla demonstrated her home furnishing products and lifestyle accessories to Chief Minister Thakur Sukhvinder Singh Sukhu, here today, on behalf of her start-up. All these products were manufactured by using Kullu Patti, a blend of modernity and tradition. Chief Minister Thakur Sukhvinder Singh Sukhu lauded the efforts of the start-up and evinced keen interest in these products. He stressed on promotion and protection of traditional handicrafts. Chief Parliamentary Secretary Sunder Singh Thakur and Principal Advisor (Media) Naresh Chauhan were also present on the occasion among others.
Director, Behl Auto Links Private Limited, Sanjay Behl, presented a cheque of rupees one lakh to Chief Minister Thakur Sukhvinder Singh Sukhu towards Mukhya Mantri Sukh-Aashray Sahayata Kosh, on behalf of the company here today. The Chief Minister thanked him for this noble gesture and said that such contributions go a long way in helping destitute women and orphan children. He urged the philanthropists and affluent sections of society to come forward in donating generously towards this Kosh. Chief Parliamentary Secretary Sunder Singh Thakur and Principal Advisor (Media) Naresh Chauhan were also present on the occasion.
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला शिमला जिला की निवासी जिज्ञासा बहल ने आज यहां मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष अपने स्टार्ट-अप के अंतर्गत गृह सज्जा एवं जीवनशैली से संबंधित उत्पादों का प्रदर्शन किया। इन सभी उत्पादों का निर्माण कुल्लू पट्टी पर आधारित है, जो आधुनिकता और परंपरा का अनूठा सम्मिश्रण है। मुख्यमंत्री ने जिज्ञासा बहल के प्रयासों की सराहना करते हुए इन उत्पादों के प्रति गहरी रूचि दिखाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हस्तशिल्प परम्परा को बढ़ावा देने और इसके संरक्षण पर विशेष बल दे रही है। मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर तथा प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को आज यहां निदेशक, बहल ऑटोलिंक्स प्राइवेट लिमिटेड संजय बहल ने कंपनी की ओर से मुख्यमंत्री सुख-आश्रय सहायता कोष के लिए एक लाख रुपए का चैक भेंट किया। मुख्यमंत्री ने इस नेक कार्य के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के योगदान से निराश्रित महिलाओं और अनाथ बच्चों की मदद करने में काफी सहायता मिलेगी। उन्होंने समाजसेवियों और संपन्न वर्गों से इस कोष के लिए उदारतापूर्वक दान देने के लिए आगे आने का आग्रह किया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर तथा प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान भी उपस्थित थे।