हिमाचल प्रदेश में कोरोना टीकाकरण अभियान ज़ोरों पर है। कोरोना वैक्सीन की पहली खेप में हिमाचल को 93 हज़ार डोज़ मिले थे। अब, प्रदेश को 87500 और टीके मिल गए हैं। केंद्र ने पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज भेजी है। स्वास्थ्य विभाग ने इन टीकों को वैक्सीन सेंटर में भेजने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रदेश में 16 जनवरी से शुरू हुए अभियान के तहत अब तक 5112 लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं। प्रदेश में वैक्सीनेशन की दर 60 से 70 प्रतिशत के बीच है। कांगड़ा में सबसे ज्यादा 1044 फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगाई गई है। मंडी में 676, हमीरपुर 639, ऊना 443, सोलन 405, बिलासपुर 279, चंबा 210, किन्नौर 79, कुल्लू 282, लाहौल-स्पीति 226, शिमला 312, सिरमौर 192 फ्रंटलाइन वर्करों की वैक्सीनेशन की गई है।
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पंचायत समिति के 1638 और जिला परिषद के 239 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए गए है। Latest Update.... कुल्लू में जिला परिषद के लिए रेखा गुलेरिया निर्वाचित। सिरमौर में जिला परिषद के शिलांजी वार्ड से भाजपा के सतीश ठाकुर विजयी घोषित। जिला परिषद के देवठी मझगांव वार्ड से कांग्रेस के विनय भगनाल जीते। नरेश कुमार दर्जी 767 मतों से विजयी घोषित। जिला परिषद के अणु वार्ड से भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान जिला परिषद सदस्य और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य बीना कपिल 2500 मतों से चुनाव हार गई हैं। कांग्रेस ने अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष होशियार सिंह जबकि भाजपा ने पूर्व पंचायत प्रधान महेंद्र सिंह को चुनाव में उतारा था। जिला परिषद वार्ड नंबर-5 नरेश कुमार उर्फ दर्जी को 6830, महेंद्र कुमार 6063 और होशियार सिंह 2830 को मत प्राप्त हुए। नरेश कुमार दर्जी 767 मतों से विजयी घोषित। जिला परिषद के अणु वार्ड से भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान जिला परिषद सदस्य और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य बीना कपिल 2500 मतों से चुनाव हार गई हैं। कांग्रेस की आशा ठाकुर जिला परिषद चुनाव जीत गई हैं। मंडी के भराडू जिला परिषद वार्ड से माकपा के कुशाल भारद्वाज ने भाजपा के भागीरथ को 383 मतों से हराया ऊना के बसाल जिला परिषद वार्ड से कांग्रेस समर्थित उर्मिला शर्मा विजयी घोषित सिरमौर के राजगढ़ शालंजी से सतीश ठाकुर जिला परिषद निर्वाचितजिला परिषद राजगढ़ में देवठी मझगांव से विनय भगनाल जीते मंडी के धर्मपुर से जिला परिषद के ग्रेहोय वार्ड से भाजपा महिला मोर्चा हि.प्र की महामंत्री व महेंद्र सिंह की बेटी वंदना गुलेरिया विजय घोषित राजगढ़ शालंजी से सतीश ठाकुर जिला परिषद निर्वाचित जंगल रोपा वार्ड नंबर 5 से जिला परिषद नरेश कुमार दर्जी ने जीत की हासिल
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पंचायत समिति के 1638 और जिला परिषद के 239 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए गए है। शिमला की पंचायत समिति में ये रहे नतीजे ब्लॉक टुटू के वार्ड 1 पाहल से सरोज विजयी घोषित टुटू के वार्ड 2 धुधाहलटी से खेमावती विजयी वार्ड 3 सांगटी से निधि ठाकुर विजयी कोटखाई में वार्ड नंबर 6 थरोला-बगाहर से कमलेश विजयी घोषित कुमारसैन के करेवथी फराल वार्ड से जीवन विजय हूए सोलन की पंचायत समिति में ये रहे नतीजे विकास खंड सोलन के नतीजे जाबल झमरोट से अमर सिंह जाडली से सुशील कुमार शडियाणा से देवेंद्र शर्मा देवठी से भानू शर्मा ओच्छघाट से अनिता बीडीसी निर्वाचित सोलन शमरोड से कालीराम निर्वाचित कसौली के कृष्णगढ़ से शिवानी वार्ड 5 बसाल से कुसुमलता सलोगड़ा से नेहा कश्यप बनी बीडीसी सदस्य जौणजी से लक्ष्मी दत बीडीसी निर्वाचित विकास खंड नालागढ़ के नतीजे घोलोंवाल सुरजीत कौर बघेरी से दाता राम मस्तानपुर से रविंद्र सिंह जोघों से हरदीप कुमार कुंडलू से हंसराज जुखाड़ी से सुमन नंड से अंजना देवी विकास खंड कुनिहार के नतीजे मांगल से वनिता सेवड़ा चंडी से मनीष दानोघाट से कांता देवी कोटली से गीता पलोग से सुनीता घनागुघाट से दीपिका कोठी से देवेंद्र तनवर कुनिहार से कमल ठाकुर शहरोल से बलदेव बलदेव डुमेहर से प्रताप सिंह बने बीडीसी सदस्य विकास खंड धर्मपुर के नतीजे बढलग से अमर लाल गोयला आशा कुमारी दाड़वा से जमना देवी जाडला से सुनील ठाकुर कृष्णगढ़ से शिवानी रौडी से मनोज जगजीत नगर से कमलेश कुमारी विकास खंड कंडाघाट के नतीजे छावशा चंदू राम तुंदल से प्रवीण बीशा से विजय बांजणी से राधा चायल से सत्या देवी धंगील से आंचल हिन्नर से मनीष ठाकुर सिरिनगर् मही से पुनीत कवारग से कुंता देवी हमीरपुर पंचायत समिति में ये रहे नतीजे बीडीसी बार्ड नंबर 1 : अमरोह व हनोह पंचायत से राजेन्द्र सिंह विजयी बीडीसी बार्ड नंबर 2 : कक्कड़ व भुक्कड़ पंचायत से अंजू कुमारी विजयी बीडीसी बार्ड नंबर 3 पपलाह से अनिता शर्मा बीडीसी बार्ड नंबर 4 धमरोल से रेशमु देवी बीडीसी बार्ड नंबर 5 धिरड़ से सरिता कुमारी वार्ड नंबर 1 शेर बलोणी से सतीश कंबल वार्ड नंबर 2 ब्राहलड़ी से नीतू रानी वार्ड नंबर 3 फरनोल से अंकुश वार्ड नंबर 4 नारा से हरीश शर्मा वार्ड नंबर 5 जंगलरोपा से सुनीता देवी वार्ड नंबर 6 ददूही से संजीव कुमार वार्ड नंबर 7 बजूरी से रेखा कुमारी वार्ड नंबर 8 नेरी से मीना कुमारी वार्ड नंबर 9 मझोग सुल्तानी से मधु देवी वार्ड नंबर 10 कुठेड़ा से नीलम कुमारी वार्ड नंबर 11 ख्याह लोहखरियां से प्रकाश चंद वार्ड नंबर 12 बस्सी झनियारा से संजीव कुमार वार्ड नंबर 13 अणु से कांता देवी वार्ड नंबर 14 बल्ह से सुमन लता वार्ड नंबर 15 दरोगण पति कोट से राजीव कुमार भोरंज ब्लॉक के वार्ड नंबर-2 कक्कड़ बीडीसी प्रत्याशी अंजु कुमारी बिझडी ब्लॉक के मोरसु सुल्तानी वार्ड से मंजु कुमारी विजयी सौर वार्ड से विनोद कुमार बीडीसी चमनेड़ और पंधेहड़ से सीमा देवी जीती ऊना पंचायत समिति में ये रहे नतीजे ऊना ब्लॉक के धमांदरी से जगत सिंह बीडीसी चुने गए गगरेट ब्लॉक के जाडला कौयड़ी से प्रिंस जसवाल बीडीसी जीते हरोली ब्लॉक लोअर पंजावर से सुखविंदर कौर बीडीसी जीती बंगाणा ब्लॉक के सोहारी वार्ड से सौरभ कुमार बीडीसी चुने गए अंब ब्लॉक के नारी चिंतपूर्णी से ज्योति ठाकुर बीडीसी जीती गिन्दपुर मलौन से केवल सिंह बीडीसी जीते भटेड से निर्मला देवी बीडीसी जीते बंगाणा ब्लॉक के चौकी खास से अनीता कुमारी बीडीसी जीती टकोली से पूनम कुमारी जीती पनोह से रमेश सैनी बीडीसी जीते धमांदरी से जगत सिंह बीडीसी चुने गए बल्ह से मोनिका बीडीसी बने निशा देवी गगरेट बीडीसी जीती चलोला वार्ड से शोभित गौतम बीडीसी जीते मुबारिकपुर से सुरजीत जीते बीडीसी सोहरी से सौरभ कुमार बीडीसी जीते पंचायत समिति काजा में ये रहे नतीजे पंचायत समिति काजा से टकपा तोनयोत विजयी बीडीसी काजा वार्ड-दो से छेरिंग दिकित विजयी घोषित खुरिक वार्ड से पदमा दिकित विजयी पचायत विकास समिति मंडी के नतीज पंचायत समिति सराज के नतीजे रोड रीना देवी सिल्लीबागी लीला देवी बागाचुनोगी गुरुदेव भाटकीधार चूड़मणी तुगांधार नीलकमल सुनाह लंबाथाच ज्ञान चंद चियुणी नर्वदा थुुनाग पार्वती देवी लेहथाच डोलमा देवी बगड़ाथाच संतोष छतरी देवेंद्र कुमार ब्रियोगी बिहारी लाल नेहरा (मेहरीधार) प्रोमिला संगलवाड़ा चेतन कुमार बुंग रैलचौक लायक राम विकास खंड गोपालपुर मंडी चौरी अंजना कुमारी थौना अंजना देवी भद्रवाड विनित कुमार गैहरा रीता देवी जमनी अभिषेक कुमार गाहर गीता देवी पटडीघाट राजेश कुमार धनालग कर्मसिंह पंचायत समिति सुंदरनगर के नतीजे प्रेसी मीना कुमारी कलौहड महेश शर्मा खिलड़ा गीता देवी निहरी तेजेंद्रा कुमारी चमुखा हेम राज कपाही कुंता देवी मरहडा बदैण डैहर राज कुमार बरोटी जगतनाथ चनोल सुंदर सिंह सलवाणा धनवंत जड़ोल चंपा देवी बायला श्याम सिंह बटवाड़ा राजकुमार सलापड़ कॉलोनी विनीत ठाकुर सलापड़ शारदा देवी सेरी कोठी डिंपल देवी बंदली रूप सिंह सोझा गीता देवी मलोह अमरू राम घीड़ी नरेंद्र कुमार रोहांडा हेम चंद पौड़ा कोठी मीना देवी छातर हंसा देवी कनैड नर्वदा देवी डुगराई ताहिर हुसैन महादेव वीरेंद्र सिंह निचली बैहली माया देवी चांबी सुमन जैदेवी सुनीता कुमारी पंचायत समिति पच्छाद , पांवटा साहिब और नाहन के नतीजे पच्छाद के बजगा निर्वाचन क्षेत्र से ममता देवी पच्छाद के सुरला जनोट में भावना पच्छाद के बाग पशोग से सुरेंद्र नेहरू पच्छाद के डिलमन से सोहन लाल पांवटा साहिब के दुगना से नीता देवी विजयी रही पांवटा साहिब के कमरऊ से प्रताप सिंह पांवटा साहिब के कोडगा से प्रवेश कुमार लानाबांका से सुख चैन सिंह जीते बजगा से ममता देवी नौराधार वार्ड 1 से माधुरी बीडीसी जीती सराहां वार्ड 6 से शकुंतला देवी ने मारी बाज़ी देऊठी मजगाँव से संतोष कुमारी वार्ड नंबर 5 थाना कसोगा से जय सिंह शिलाई के ग्वाली से प्रकाश शिलाई के कोटापाब से मैदान सिंह नाहन के विक्रमबारा से सुनील कुमार जीते पंचायत समिति राजगढ़ के नतीजे कोटी पधोग से रणवीर शाया सनौरा से जितेंद्र कुमार नेहरटी बघोट से रक्षा देवी हाब्बन से सरोज शर्मा दाहन से निधिका कुमारी बोहल से टालिया प्रदीप कुमार दीदग से कमलेश शर्मा (निर्विरोध) भुईरा से अमिता देवी काथली भरण से रणजीत टिक्कर से संजीव करगाणु से सुमन शिलांजी से सत्यपाल राणाघाट से शकुंतला डिब्बर से प्रेम सिंह देवठी मझगांव से संतोष कुमारी संगड़ाह के सैंज से मेलाराम शर्मा पंचायत समिति चंबा के नतीजे घोषित भनौटा से अर्चना कुमारी सलूणी से विनोद कुमार जीते किन्नौर पंचायत समिति के नतीजे छोटा कम्बा वार्ड में सुजाता देवी विजयी कुल्लू पंचायत समिति के नतीजे पलचान से रेशमा बीडीसी जीती बंदरोंल से जीते गणेश ठाकुर वार्ड नंबर 17 कसोल पुथल से जीती ठाकरी देवी नम्होग वार्ड से आशा ठाकुर विजयी प्रीणी पंचायत समिति से किशोरी लाल बराधा में प्रवीण ठाकुर जीते भड़ेऊली वार्ड नं० 1 से पंच पद पर विजेता विनीत कुमार मौहल से जीते राजेश ठाकुर भुइँन वार्ड से जीते पंडित राजन कात्यायन वार्ड नंबर 7 मंगलौर से कमलेश ठाकुर (हैप्पी) जीते वार्ड 19 जरी बरधा से प्रवीण ठाकुर वार्ड 20 जलुग्रां से लता देवी वार्ड 30 देवगढ़ गोही से रेशमा देवी वार्ड 1 बन्दरोल पंचायत से गणेश ठाकुर वार्ड 16 वर्शेणी से सुवित्रा देवी जरड़ भुट्टी शमशी पंचायत से उषा देवी पंचायत विकास समिति बिलासपुर के नतीजे कुलदेईल से रंगी राम बीडीसी निर्वाचित बरमाणा से सीता देवी जीती स्वारघाट से वीणा देवी कुथैला वार्ड से रंगी राम जीते टाली से बबली देबी बनी BDC सदस्य ननावां से रमेश धीमान बने BDC सदस्य मेहरी काथला से बीडीसी सीट से सतीश ठाकुर जीते बरठी से धर्मु बने BDC सदस्य बैहनाजट्टा से अनिल कुमार बने BDC सदस्य मैहरी काथला से सतीश ठाकुर बने BDC सदस्य झंडूता वार्ड 1 बरठी से धर्मु जीते घुमारवीं के वार्ड 4 मेहरी काथला से सतीश कुमार विजयी रहे धार टटोह से हिरा पल 995 से जीते समोह से रीना बनी BDC सदस्य कुहमुझाड से कमला देवी बनी BDC सदस्य साईं खारसी से आत्म देव बने BDC सदस्य हरलोग से सन्तोष चंदेल बने BDC सदस्य धौण कोठी से सपना देवी बनी BDC सदस्य हरनोडा से अशोक कुमार पंजगाई से मीनाक्षी छौहारा से वार्ड 6 खशाधार से सरोज बाला सुई सुरहाड से सीता राम बने BDC सदस्य डमली से कान्ता देवी जीतीं तलयाणा से अति देबी कांगड़ा पंचायत समिति के नतीजे पंचरूखी के ब्लॉक जंडपुर से विजय सलियाना से आशीष रक्कड़ से मनदीप कुमार डोली खुर्द से मीरा विजयी वार्ड नंबर 12 फरेड़ से रक्षा देवी विजय रही वार्ड नंबर 3 नच्छीर से तनू देवी विजेता रहीं भवारना वार्ड नंबर 5 लमलेहड़ से ब्रिज स्वरूप ने जीत हासिल की वार्ड नंबर 1 राख से रेखा देवी ने जीत दर्ज की भवारना के वार्ड 13 परौर सुनीता ने जीत धर्मशाला के वार्ड 7 से अंजू देवी जीती पंचरूखी के जंडपुर से विजय सलियाना से आशीष रक्कड़ से मनदीप कुमार डोली खुर्द से मीरा विजयी घोषित नूरपुर रोजी जम्वाल ठेड सिम्ब्ली से BDC नूरपुर के बासा से रशपाल सिंह की जीत बैजनाथ के धरेड से रीतू देवी विजय घोषित बैजनाथ विधानसभा गुनेहड से राज कुमार बैजनाथ के टिक्करी डूहकी से 23 वर्षीय मिनाक्षी जीती महाकाल से भाजपा समर्थित शिवानी देवी विजय घोषित बीड़ में स्नेहलता विजेता बनी नैण में राजेंद्र कुमार विजेता बने कोठी पंचायत समिति में सिकंदर सिंह सगूर रजोट से BDC बने राम प्रकाश
Soon after the polls for the Panchayat Samitis and Zila Parishad in Himachal Pradesh ended on Thursday, the counting of votes started early this morning. The candidates are making arguments against these elections as independents and not on party symbols. According to the State Election Commission, the election process will be completed by January 23. In the third and last stage of the panchayat elections on Thursday, nearly 81 percent turnout was recorded. The highest polling was listed to be 94 percent in Lodhi Majra panchayat of the Nalagarh development block in Solan. A total of 1,137-gram panchayats had gone to the polls in the last round of the three-phase panchayat Elections. In the first phase of the elections, a total of 1,227 panchayats had gone to the polls. In the second phase on Tuesday, the polling took place in over 1,208 panchayats. The state has 3,615-gram panchayats, of which polling was held for 3,583, except 32 in Keylong of Lahaul-Spiti district.
प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के अवसर पर 25 जनवरी, 2021 को आयोजित हाने वाले स्वर्ण जयन्ती समारोह को लेकर से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह जिला व उप-मण्डल स्तर पर शानदार तरीके से आयोजित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्त स्वर्ण जयन्ती समारोह के विषय पर जिला मुख्यालय स्तर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित करना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार, उपमण्डलाधिकारी भी उपमण्डल स्तर पर इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जिलों में कार्यक्रमों को इस प्रकार से आयोजित किया जाए कि प्रातः 11 बजे तक ये सम्पन्न हो जाएं। जिलों और उपमण्डल स्तर पर कार्यक्रमों के आयोजन के उपरांत शिमला में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसका इन सभी स्थानों पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्तियों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाले लोगों को कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित होने का आग्रह किया जा सकता है। इसके साथ-साथ सम्बन्धित क्षेत्रों के पंचायती राज संस्थानों के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों और शहरी स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जा सकता है। इस आयोजन का हिस्सा बनने के लिए महिला मण्डलों, युवक मण्डलों और अन्य निकायों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि समारोह में पारस्परिक दूरी बनाकर और फेस मास्क का उपयोग करते हुए बैठने के उचित प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्तों को सम्बन्धित जिलों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की स्वयं निगरानी करने के निर्देश दिए। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए उपायुक्तों ने अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। सचिव सामान्य प्रशासन देवेश कुमार ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, निदेशक पर्यटन युनूस, विशेष सचिव राकेश कंवर, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन, निदेशक भाषा, कला एवं संस्कृति सुनील शर्मा, नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली, पुलिस अधीक्षक शिमला मोहित चावला, संयुक्त सचिव सचिवालय प्रशासन सचिन कंवल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।
जिला शिमला में पंचायती राज संस्थाओं के तृतीय एवं अन्तिम चरण के लिए शाम 4 बजे तक 72.40 प्रतिशत मतदान हुआ। विकास खण्ड ठियोग में शाम 4 बजे तक सबसे अधिक 78.6 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला। वहीं, रोहड़ू में 67.3 फीसदी, नारकंडा ब्लॉक में 67.6 फीसदी व जुब्बल कोटखाई में 69.2 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। इसके साथ जिला में कुल 72.40 प्रतिशत वोटिंग हुई। वोटिंग के दौरान हर आयु वर्ग के मतदाताओं में उत्साह देखा गया। पहली बार वोट डालने वाले युवाओं से लेकर वयोवृद्ध मतदाताओं ने अपने मूल्यवान मत का इस्तेमाल किया। वहीं, कल 22 जनवरी को जिला परिषद तथा बीडीसी सदस्यों के लिए मतगणना की जाएगी। वोटों की गिनती सुबह 8.30 बजे से शुरू होगी। सबसे पहले सभी पंचायत समितियों के लिए गिनती होगी और फिर जिला परिषद के लिए मतगणना शुरू होगी।
कोरोना संक्रमण के चलते दस महीने से स्कूल बंद रहने के बाद हिमाचल प्रदेश में स्कूल एक फरवरी से खुलने जा रहे है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने 6 जनवरी को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ हुए विद्यार्थीयो के संवाद में मिले सुझावों को लेकर निर्देश जारी कर दिए है। 15 फरवरी से स्कूल खुलने के बाद भी अगर दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी स्कूल नहीं आते है, तो इनके ऑनलाइन यूनिट टेस्ट होंगे। सरकार ने फैसला लिया है कि मार्च में प्रस्तावित प्री बोर्ड परीक्षाओं से पहले दोनों कक्षाओं के विद्यार्थियों के ऑनलाइन और ऑफलाइन यूनिट टेस्ट लिए जाएंगे। प्री बोर्ड परीक्षा में कम अंक लेने वाले विद्यार्थियों की अप्रैल में एक्सट्रा क्लासिज लगाई जाएगी। उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से बुधवार को स्कूल प्रिंसिपलों को पत्र जारी किया गया। जिसमे कहा गया है कि हर सप्ताह ऑनलाइन यूनिट टेस्ट लेने की व्यवस्था की जाए। जो विद्यार्थी स्कूल नहीं आएंगे, उनके यूनिट टेस्ट व्हाट्सएप के माध्यम से लिए जाएं। जो विद्यार्थी स्कूल आएंगे, उनके टेस्ट कक्षा में लिए जाएं। इसके अलावा स्कूल खुलने पर अप्रैल 2020 में पढ़ाए गए सिलेबस की रिवीजन शुरू करने को भी कहा है। विद्यार्थियों को पूरा सिलेबस पढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं। विद्यार्थियों की पढ़ाई से संबंधित शंकाओं को दूर करने के लिए विशेष सत्र करने के निर्देश भी दिए हैं। जिला उपनिदेशकों को इन सभी फैसलों का पालन सुनिश्चित करने की जिम्मेवारी सौंपी गई है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम को जल्द ही 400 चालक मिलेंगे। चालकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शिमला की मंडलीय कार्यशाला तारादेवी में प्रतिभागियों के ड्राइविंग टेस्ट लिए जा रहे हैं। पारदर्शिता बनाए रखने के लिए 8 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई है। इसमें 100 से अधिक प्रतिभागी यहां ड्राइविंग टेस्ट दे रहे हैं। एचआरटीसी के महाप्रबंधक नवीन कप्लस की अगुवाई में ड्राइविंग टेस्ट के लिए कमेटी गठित की गई है। कमेटी में उप मंडलीय प्रबंधक पवन शर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक तारादेवी विनोद शर्मा सहित निगम के चार डिवीजनों से एक-एक ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर शामिल हैं। बता दें कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के पास 400 चालकों के पदों के लिए करीब नौ हजार आवेदन आए हैं। इसमें न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दसवीं कक्षा है। निगम में चालक की भर्ती अनुबंध आधार पर हो रही है। ये चालक तीन साल तक अनुबंध पर रहेंगे। इसके बाद नियमित होंगे। चालकों के ड्राइविंग टेस्ट 31 जनवरी तक लिए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव होने जा रहे है। आज 1137 पंचायतों में मतदान हो रहा है। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद 4 से 5 बजे तक कोरोना संक्रमित होम क्वारंटीन मतदाता वोट डालेंगे। पंचायतों में मतदान के बाद वोटों की गिनती होगी और देर शाम तक नतीजे घोषित किए जाएगें । इस दौरान जिला परिषद और पंचायत समिति के वार्ड सदस्यों के लिए भी मतदान होगा और इनके चुनाव नतीजे 22 जनवरी को घोषित होंगे। सभी मतदान केंद्रों को मतदान से एक दिन पहले सैनिटाइज कर दिया गया है। बता दें की राज्य में चुनाव आयोग ने तीसरे चरण के चुनाव के लिए 6457 पोलिंग पार्टी को तैनात कर रखा हैं ताकि मतदान शांतिपूर्ण हो सकें। प्रत्येक मतदान केंद्र में सुरक्षा के लिए एक पुलिस कर्मी और एक होम गार्ड का जवान तैनात किया गया है। अतिसंवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों में चुनाव आयोग ने सुरक्षा के अतिरिक्त प्रबंध किए हैं। राज्य चुनाव आयोग ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मतदान के लिए खास दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ की मतदान केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती भी की गयी है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि विधायक प्राथमिकताओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए क्योंकि वे निर्वाचित प्रतिनिधि हैं और उन्हें संबंधित क्षेत्रों की विकासात्मक आवश्यकताओं और जन आकांक्षाओं की बेहतर जानकारी होती है। यह बात उन्होंने योजना विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महसूस किया गया है कि विधायक प्राथमिकताओं में अक्सर विलम्ब हो जाता है क्योंकि संबंधित विभागों द्वारा समय पर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार नहीं की जाती है। विधायकों को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को अंतिम रूप देते समय विश्वास में लिया जाना चाहिए और इसे तैयार करने में विलम्ब के कारणों के बारे में भी उन्हें अवगत करवाया जाना चाहिए ताकि इस दिशा में उचित कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि विधायकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर योजना के बारे में जिला स्तर पर नियमित बैठकें आयोजित की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे लीक से हटकर सोचें और अपने जिले में कम से कम एक विशेष योजना शुरू करें। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने समूचे विश्व को प्रभावित किया है, जिसके लिए कोई तैयारी नहीं थी। उपायुक्तों को आगामी वित्तीय वर्ष के लिए बजट में शामिल करने के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव देने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य में लागू होने वाली सभी परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए प्रभावी निगरानी तंत्र भी विकसित किया जाना चाहिए। एफसीए और एफआरए स्वीकृतियों पर विशेष बल दिया जाना चाहिए क्योंकि इनके कारण कई बड़ी परियोजनाओं में विलम्ब हो जाता है। उन्होंने कहा कि विकासात्मक परियोजनाओं के निष्पादन में देरी की जांच के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए। जय राम ठाकुर ने कहा कि आरआईडीएफ-एक्सएक्सवीआई के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग में 500 करोड़ रुपये की 114 परियोजनाएं जबकि जल शक्ति विभाग में 300 करोड़ रुपये की 137 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इन परियोजनाओं को पूरा करने की अवधि 2020-21 से 2023-24 तक है। उन्होंने कहा कि नाबार्ड के अन्तर्गत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट को निर्धारित समय पर तैयार करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कुल योजना आकार अनुसूचित जाति उप-योजना और जनजातीय उप-योजना में निर्धारित अनुपात में संलग्न हो। उन्होंने कहा कि कार्यान्वयन और निगरानी संबंधित विभागों द्वारा प्रभावी आकलन के साथ की जानी चाहिए। जय राम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणाओं और बजट आश्वासनों के कार्यान्वयन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। राज्य सरकार ने नाबार्ड और अन्य फंडिंग एजेंसियों को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए प्रति विधान सभा क्षेत्र की सीमा बढ़ाकर 120 करोड़ रुपये जबकि विधायक क्षेत्र विकास निधि योजना के तहत आवंटन राशि को बढ़ाकर 1.75 करोड़ रुपये किया गया है। मुख्य सचिव अनिल खाची ने कहा कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की समयबद्ध तैयारी सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास की गति को बढ़ावा देने के लिए निगरानी तंत्र को भी और अधिक मजबूत किया जाएगा। उन्होंने राज्य की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए वार्षिक गतिविधियों की योजना बनाने पर बल दिया। अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना ने कहा कि उपायुक्तों को ठोस प्रस्तावों के साथ आगे आना चाहिए ताकि इन प्रस्तावों को बजट में शामिल किया जा सके। योजना सलाहकार डा. बसु सूद ने इस अवसर पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। सचिव प्रशासनिक सुधार संदीप भटनागर ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व आर.डी. धीमान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, प्रधान सचिव ओंकार शर्मा एवं के.के. पंत, सचिव रजनीश, देवेश कुमार, डा. अक्षय सूद, डा. राजीव शर्मा और अमिताभ अवस्थी, विशेष सचिव सी.पी. वर्मा, निदेशक सूचना एवं जन संपर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डा. रवि शर्मा, इंजीनियर-इन-चीफ जल शक्ति विभाग नवीन पुरी, निदेशक स्वास्थ्य डा. बी.बी. कटोच सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया। सभी जिलों के उपायुक्त आॅनलाइन बैठक से जुड़े और अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
भारत संचार निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के समक्ष निर्भया परियोजना के अन्तर्गत सेफ सिटी प्रोजेक्ट मण्डी पर प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मण्डी शहर में निर्भया निधि के अन्तर्गत प्रस्तावित सेफ सिटी प्रोजेक्ट के क्रियान्वित होने से न केवल सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि बेहतर यातायात प्रबन्धन और भीड़ को नियंत्रित करने में भी स्मार्ट समाधान उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सरकार हिमाचल प्रदेश जैसी कठिन स्थलाकृति वाले राज्यों को निर्भया परियोजना के अन्तर्गत 90ः10 के अनुपात में वित्त पोषण कर रही है। जय राम ठाकुर ने कहा कि इस परियोजना के अन्तर्गत मण्डी शहर के लिए योजना, विकास, कार्यान्वयन और संचालन के अलावा सीसीटीवी आधारित निगरानी प्रणाली की परिकल्पना की गई है। इस परियोजना के अन्तर्गत आधुनिक तकनीकों जैसे आईपी आधारित कैमरा अधोसंरचना, बिना रुकावट स्थिति पर नज़र रखना, निगरानी रिकाॅर्ड और डेटा संग्रहण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य सम्पूर्ण और एकीकृत निगरानी प्रणाली विकसित करना है, जिसमें पुलिस लाइन मण्डी के कमांड और कंट्रोल सेंटर का संचालन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली से मण्डी शहर में महिलाओं, बालिकाओं और वरिष्ठ नागरिकों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ आपातकाल के दौरान पुलिस वैन, अग्निशमन वाहन और एम्बुलेंस की सुचारू आवाजाही भी सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि इससे पुलिस को महिलाओं के प्रति अपराध, कानून व्यवस्था और यातायात के प्रबन्धन में सुधार करने में भी सहायता मिलेगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि इस परियोजना के अन्तर्गत संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों और वस्तुओं की प्रभावी निगरानी की अवधारणा भी की गई है, ताकि महिलाओं और सम्पत्तियों की सुरक्षा की जा सके। इस परियोजना से नियमित गतिविधियों पर नजर रखने के अलावा कुछ व्यस्त जगहों जैसे बस स्टैंड, इंदिरा मार्किट, चैहटा बाजार और क्षेत्रीय अस्पताल की निगरानी सुनिश्चित करने के साथ-साथ आपातकाल स्थिति में सहयोग प्रदान किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों और अपराध दृश्य को कवर करने के लिए पुलिस मोबाइल वैन पर कैमरों का प्रावधान किया जाएगा। इन कैमरों में ऐसी प्रणाली विकसित की जाएगी जिससे अपराध दृश्य की जानकारी सीधे कमांड और कंट्रोल सेंटर को मिलेगी। हिमाचल प्रदेश दूर संचार वृत्त के मुख्य महाप्रबन्धक जसविन्दर सिंह सहोटा ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि भारत संचार निगम लिमिटेड सैटेलाइट मोबाइल फोन सुविधा प्रदान करने वाली भारत की एकमात्र कम्पनी है। उन्होंने कहा कि ये फोन विभिन्न साहसिक गतिविधियां जैसे पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग, रीवर राफ्टिंग, पर्वतारोहण और आपदा प्रबन्धन के दौरान बेहतर संचार सुविधाएं प्रदान करने में बहुत सहायक सिद्ध हो सकते है। अतिरिक्त मुख्य सचिव, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता संजय गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता कृतिका कुल्हारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हिमाचल के सरकारी स्कूलों में पहली से चौथी और छठी सातवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं ऑनलाइन ही होंगी। इन परीक्षाओं के आधार पर ही विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। राइट टू एजूकेशन एक्ट में इन कक्षाओं में किसी भी विद्यार्थी को फेल नहीं किया जाता है। आंतरिक असेसमेंट के आधार पर उन्हें अगली कक्षा में दाखिला दिया जाता है। प्रदेश सरकार ने इन कक्षाओं को अभी खोलने का फैसला नहीं लिया है। ऐसे में संभावित है कि मार्च महीने में इन कक्षाओं की ऑनलाइन परीक्षा होंगी। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में पांचवीं कक्षा और आठवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए नियमित तौर पर कक्षा लगाने का फैसला लिया गया है। प्रदेश के ग्रीष्मकालीन छुट्टियों वाले स्कूलों में 1 फरवरी और शीतकालीन छुट्टियों वाले स्कूलों में 15 फरवरी से नियमित कक्षाएं शुरू होंगी। इन कक्षाओं की परीक्षाओं को लेकर स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से बीते दिनों संभावित डेटशीट भी जारी कर दी गई है। 10वीं और 12वीं कक्षा की फरवरी अंत या मार्च में प्री बोर्ड परीक्षा भी दी जानी है। शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने बताया कि जिन कक्षाओं को अभी नियमित तौर पर नहीं खोला जाएगा, उनकी परीक्षाएं भी ऑनलाइन ही होंगी।
राजधानी में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट ने रफ़्तार पकड़ली है। शिमला में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किए जाने वाले कार्यों में अब तेजी दिखना शुरू हो गई हैं। शहर में नए साल में कई और नए प्रोजेक्टों में काम शुरू होने वाला है। राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार स्थित बस अड्डे से, रिज मैदान के साथ लगते पदम् देव काम्प्लेक्स तक प्रस्तावित लिफ्ट व एस्केलेटर लगाने के कार्य को जल्द शुरू कर दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट इस कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया गया है और आगामी सप्ताह तक इसका कार्य शुरू कर दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के एमडी आबिद हुसैन सादिक का कहना है कि इस कार्य को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए टेस्टिंग प्रक्रिया सहित अन्य औपचारिकताएं भी पूर्ण कर ली गई हैं।
प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के पहले चरण का चुनाव शुरू हो गया है। पंचायती चुनाव को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। वही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी आज अपने गृह क्षेत्र स्थित पोलिंग बूथ में पंचायत के चुनाव में मतदान कर लोकतंत्र के इस महापर्व में अपना योगदान दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जनता से अपील करते हुए कहा कि राज्य में जिन पंचायतों के लिए आज मतदान हो रहा है, मेरा उन क्षेत्रों के समस्त मतदाताओं से आग्रह है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान अवश्य करें। उन्होंने लोगों को कोरोना संबंधी मतदान केंद्रों पर निर्धारित मानक संचालन का सख्ती से पालन करने को कहा। बता दें की शाम 4 बजे तक मतदान जारी रहेगा। इसके बाद एक घंटे तक कोरोना संक्रमित और होम क्वारंटीन वोट डालेंगे। जिसके बाद देर शाम तक चुनाव के नतीजे आयंगे।
हिमाचल में पंचायती राज संस्थाओं के पहले चरण का चुनाव आज सुबह 8 बजे से शुरू हो गया है। पंचायत चुनाव को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखे को मिल रहा है। शाम 4 बजे तक मतदान जारी रहेगा। इसके बाद एक घंटे तक कोरोना संक्रमित और होम क्वारंटीन वोट डालेंगे। कोरोना को देखते हुए मतदान केंद्रों पर निर्धारित मानक संचालन पक्रिया एसओपी का सख्ती से पालन किया जा रहा है। सुरक्षित शारीरिक दुरी बनाये रखने के लिए कई मतदान केंद्रों के बाहर निर्धारित गोले लगाए गए है। पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में मतदान को लेकर युवाओं से लेकर बुजुर्गों में जोश देखा जा रहा है। वहीं, देश के प्रथम मतदाता श्याम सरण नेगी को लोग याद करना नहीं भूलते हैं। नेगी इस बार 17 जनवरी को राजकीय प्राथमिक पाठशाला कल्पा में मतदान करेंगे। प्रशासन की ओर से नेगी के स्वागत के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। पहले चरण में कुल 1227 पंचायतों के लिए मतदान होगा, और देर शाम नतीजे घोषित होंगे। बीडीसी और जिला परिषद सदस्यों का परिणाम तीसरे चरण के चुनाव के बाद 22 जनवरी को घोषित होगा। पहले चरण से मतदान के लिए 7593 पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्रों में तैनात की गई हैं। राज्य में 972 अतिसंवेदनशील, 2830 संवेदनशील और साधारण 7744 मतदान केंद्र बने हैं। प्रदेश भर की कुल 3583 पंचायतों में तीन चरणों में चुनाव होना है।
मुख्य सचिव अनिल खाची ने आज प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व स्वर्ण जयंती समारोह के आयोजन संबंधी तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती समारोह का सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए अति विशिष्ट अतिथियों के लिए मंच की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को स्वर्ण जयंती कार्यक्रम से पूर्व एक बार फुल डे रिहर्सल करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के प्रसारण के लिए रिज पर अतिरिक्त एलईडी स्क्रीन स्थापित की जानी चाहिए तथा मीडिया कर्मियों के बैठने के लिए समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती समारोह का एलईडी के माध्यम से प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों और जिला मुख्यालयों में सीधा प्रसारण कर प्रदेश के लोगों को इस कार्यक्रम की जीवंत झलक दिखाई जाए। उन्होंने कहा कि जो विभाग इस अवसर पर प्रदर्शनी लगा रहे हैं, वह बेहतर माध्यमों का प्रयोग कर प्रदेश की विकास यात्रा को प्रदर्शित करें। उन्होंने अधिकारियों को इस अवसर पर सुरक्षा एवं स्वच्छता संबंधी व्यापक प्रबंध करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार, आरडी धीमान, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी आशुतोष गर्ग, निदेशक पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन यूनुस, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, पुलिस अधीक्षक शिमला मोहित चावला, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन और निदेशक भाषा, कला एवं संस्कृति सुनील शर्मा, सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम द्वारा देशव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आईजीएमसी शिमला से राज्य में इस अभियान की शुरुआत की और कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के पहले चरण में राज्य के स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों सहित अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं को 93000 खुराकें दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि आज राज्य में 27 चिन्हित स्थलों के माध्यम से 2,529 स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताआंे को खुराक दी जा रही है। उन्होंने कहा कि लगभग 74,500 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का टीकाकरण किया जाएगा और प्रत्येक लाभार्थी को दो खुराक दी जाएंगी। दूसरी खुराक 28 दिनों के अंतराल के बाद दी जाएगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 टीकाकरण की प्रभावी निगरानी के लिए राज्य स्तरीय संचालन समिति, राज्य टास्क फोर्स, जिला टास्क फोर्स और खंड टास्क फोर्स का गठन किया है। उन्होंने कहा कि राज्य टीकाकरण स्टोर की स्थापना शिमला में की गई है, जबकि मंडी और धर्मशाला में क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी 12 जिलों में जिला वैक्सीन स्टोर और राज्य मंे 386 कोल्ड चेन प्वाइंट स्थापित किए गए हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि लाभार्थियांे के अनुसार राज्य द्वारा पर्याप्त मात्रा में एडी सिरिंज भी प्राप्त किए गए हैं और जिलों को भी वितरित किए गए हैं और 0.5 मि.ली. एडी सीरिंज का अतिरिक्त स्टाॅक राज्य वैक्सीन स्टोर परिमहल शिमला, क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोर मंडी और धर्मशाला में संग्रहित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रैफरल तंत्र स्थापित करने और कोविन ऐप पर रिपोर्ट के लिए सैशन साइट वैक्सिनेटरों को प्रतिकूल घटना अनुगामी प्रबंधन प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि एईएफआई मामलों की आकस्मिकता आंकलन के लिए पलमोनोलाॅजिस्ट और मेडिसिन विशेषज्ञों के अतिरिक्त सदस्यों के साथ राज्य और जिला स्तर पर एईएफआई समितियां अधिसूचित की गई हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि टीकाकरण अभियान की सफलता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न चिन्हित स्थलों पर ड्राई रन भी आयोजित किए गए हैं। उन्होंने राज्य के लोगों से कोविड-19 वैक्सीन प्रशासित होने के बावजूद सभी सावधानियां सुनिश्चित करने का आग्रह किया। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, मिशन निदेशक एनएचएम डाॅ. निपुण जिंदल, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डाॅ. रवि शर्मा, प्रधानाचार्य आइजीएमसी डाॅ. रजनीश पठानिया, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कोरोना आपदा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने का स्वागत करते हुए इसे कोरोना पर अंतिम वार बताया है। अनुराग ठाकुर ने कहा “भारत अवसरों का देश है व भारत के अंदर आपदा को अवसर में बदलने की अनूठी क्षमता है। सर्वे भवंतु सुखिन: के मंत्र के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना आपदा पर आख़िरी चोट के लिए भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई है। मोदी के मार्गदर्शन में देश ने कोरोना से बखूबी लड़ाई लड़ी है, अब देश के कोरोना मुक्त होने की बारी है। सबसे बड़ी बात हमारे वैज्ञानिकों के तपोबल से यह वैक्सीन भारत में बनी है जोकि देश की आत्मनिर्भरता के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।आमतौर पर एक वैक्सीन बनाने में बरसों लग जाते हैं, लेकिन इतने कम समय में एक नहीं, दो मेड इन इंडिया वैक्सीन तैयार हुई हैं। आज वैज्ञानिकों, स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों और स्वच्छता कर्मचारियों की कड़ी मेहनत रंग लाई है और पूरा राष्ट्र इनके प्रति कृतज्ञ है।” भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सुरेश कश्यप ने कहा “मोदी के निर्देशानुसार पहले चरण के टीकाकरण के लिए वैक्सीन की 1.65 करोड़ खुराकों में से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को डाटाबेस में उपलब्ध स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या के हिसाब से टीकों का आवंटन कर दिया गया है। पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग शामिल होंगे। पहले चरण के टीकाकरण का पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन कर रही है। इतिहास में इतने बड़े स्तर का टीकाकरण अभियान पहले कभी नहीं चलाया गया है। दुनिया के 100 से भी ज्यादा ऐसे देश हैं जिनकी जनसंख्या 3 करोड़ से कम है और भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है। कुछ राजनैतिक दल व नेता अपनी विवशता के चलते वैक्सीन को राजनीति का विषय बना कर अपनी छोटी मानसिकता दिखा रहे हैं मगर देशभर में जगह जगह लोग खुले दिल से हमारे वैज्ञानिकों की साधना को सराहते हुए इस टीकाकरण अभियान का स्वागत कर रहे हैं व वैक्सीन लगवाने के लिए उत्सुक हैं।"
पूरे देश भर के साथ-साथ हिमाचल में भी आज से कोरोना टीकाकरण का महाअभियान शुरू हो रहा है। आज प्रदेश के 27 सेंटरों में सुबह दस बजे से इसका आगाज़ हुआ। पहले चरण के पहले दिन 2529 लोगों को कोरोना का टीका लगेगा। इसके लिए सभी 27 सेंटरों में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड पहुंचा दी गई है। इंजेक्शन के बाद 45 मिनट तक व्यक्ति उसी सेंटर में डॉक्टरों की निगरानी में रहना होगा। वैक्सीनेशन का पहला चरण 10 दिनों तक चलेगा। इसके बाद सेंटरों की संख्या बढ़ाकर 46 कर दी जाएगी। उधर, प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल कांगड़ा को वेब टेक्नोलॉजी सेंटर बनाया है। इन सेंटरों में कोरोना वैक्सीनेशन का सीधा प्रसारण होगा। केंद्रीय मंत्रालय भी इसकी मानीटरिंग करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कोरोना वॉरियर्स से बात करेंगे। बता दें, प्रदेश में यह अभियान 2 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे।
The Accurate weather forecast was not only vital for the farmers to protect their crops from natural calamities but also help in tourism development as the tourists can decide about their travel plans according to the climate. This was stated by Union Minister for Earth Sciences, Health and Family Welfare and Science and Technology Dr. Harsh Vardhan after virtual inauguration of First Doppler Weather Radar (DWR) installed at Kufri, Shimla and at Mukteshwar, Nainital in Uttarakhand on the occasion of 146th India Meteorological Department Foundation Day. Union Minister also virtually inaugurated Multi Mission Meteorological Data Receiving and Processing System and online version of Mausam journal. While addressing the occasion virtually Chief Minister Jai Ram Thakur thanked the Union Minister for dedicating Radar at Kufri, Shimla. He said that two more Radars would be installed at Mandi and Dalhousie in Chamba district of the State. He said that site had already been finalized at Mandi and site for Radar at Dalhousie would be finalized soon. Chief Minister said that at present Radar installed at Kufri was on test mode for a period of two weeks and thereafter its data would be used for forecasting purposes. He said that range of this Radar was upto 100 kilometres in radial distance. He said that it would observe and provide the weather data of 100 kilometres in all directions, which would be used for forecasting purpose especially for short range forecast. He said that more précised area specific weather forecast and warning would be issued for particular place, for the weather phenomenon like thunderstorm, lighting, hailstorm, heavy rainfall/snowfall, gusty winds etc. Jai Ram Thakur said that following basic information from DWR would be obtained reflectivity- a measure of water content in the cloud and it would give the base and height of the cloud including area of the particular cloud cell and movement and direction of the clouds. He said that this Centre would help the horticulturists and farmers of the State by providing them accurate information regarding weather. Chief Minister said that DWR Kufri would run round the clock and it is fully automatic and computerized programme based. He said that it would transmit the data in various digital format and picture form. Chief Minister of Uttrakhand Trivendra Singh Rawat also addressed the occasion virtually. Secretary Ministry of Earth Sciences Dr. M. Rajeevan welcomed Union Minister, Chief Ministers of Himachal Pradesh and Uttrakhand and other dignitaries on the occasion. Head and Sc-G, Regional Meteorological Centre Anand Sharma presented vote of thanks. Member of Parliament Suresh Kashyap, Political Advisor to Chief Minister Trilok Jamwal, Principal Secretary, Science and Technology K.K. Pant, Special Secretary Revenue Sudesh Kumar Mokhta and other senior officers of the State Government were present at Shimla.
शिमला।हिमाचल प्रदेश मंत्रिमण्डल की बैठक आज यहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मंत्रिमण्डल ने निर्णय लिया कि ग्रीष्मकाल में बंद होने वाले सरकारी स्कूलों के सभी अध्यापक इस माह की 27 तारीख से स्कूलों में उपस्थित होंगे। ग्रीष्मकाल में बंद होने वाले 5वीं व 8वीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं की सख्ती से अनुपालना कर एक फरवरी, 2021 से नियमित कक्षाएं लगाने की अनुमति होगी। इन स्कूलों के प्रबन्धन को स्कूल परिसरों में फेस मास्क, परस्पर दूरी और सेनेटाइजर का उपयोग सख्ती से सुनिश्चित करना होगा। इसी तरह औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और बहुतकनीकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय इस वर्ष एक फरवरी, 2021 से खोले जाएंगे। मंत्रिमण्डल ने निर्णय लिया कि शीतकालीन बंद होने वाले स्कूलों में 5वीं और 8वीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को शीतकालीन छुट्टियां समाप्त होने के बाद 15 फरवरी, 2021 से नियमित कक्षाओं में आने की अनुमति होगी। हर घर पाठशाला के तहत शिक्षा के लिए आॅनलाइन प्रणाली जारी रहेगी। राज्य में निजी स्कूल भी यही प्रणाली अपना सकते हैं। शीतकालीन छुट्टियों के उपरांत सभी सरकारी महाविद्यालय 8 फरवरी, 2021 से नियमित कक्षाओं के लिए खोले जाएंगे, उन्हें मानक संचालन प्रक्रियाओं की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी। कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत राज्य सरकार ने आइजीएमसी शिमला, सीएच नालागढ़, राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा तथा चिकित्सा महाविद्यालय नेरचैक में चार मेक शिफ्ट अस्पतालों का निर्माण किया है। अब कोविड-19 के मामलों में कमी आने पर मंत्रिमंडल ने इन मेक शिफ्ट अस्पतालों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने का निर्णय लिया। आईजीएमसी में मेक शिफ्ट अस्पताल को मेडिसिन इंटेन्सिव केयर यूनिट, राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में मेक शिफ्ट अस्पताल को संक्रामक रोग वार्ड, सीएच नालागढ़ में मेक शिफ्ट अस्पताल को ट्रामा केयर सेंटर तथा एसएलबीएसजीएमसी मंडी, नेरचैक में मेक शिफ्ट अस्पताल को सुपरस्पेशलिटी वार्ड के रूप में उपयोग किया जाएगा। मंत्रिमण्डल ने क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला तथा दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला को नाॅन कोविड अस्पताल अधिसूचित करने का भी निर्णय लिया। मंत्रिमण्डल ने जिला शिमला की तहसील चैपाल के कमांदल, कुमारला, गीतारटा और आरा गांवों में 599.1935 हेक्टेयर क्षेत्र पर सीमेंट प्लांट के लिए चूना और खनन खनिज की निकासी के लिए मै. आर.सी.सी.पी.एल. प्राइवेट लिमिटेड नवी मुम्बई के पक्ष में पट्टे में देने पर तीन वर्ष के लिए लैटर आॅफ इन्टेंट जारी करने को मंजूरी प्रदान की। मंत्रिमण्डल ने पं. जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चम्बा परिसर के शीघ्र निर्माण के लिए निर्माण स्थल में से 28 पुराने सरकारी ढांचों को गिराने की अनुमति प्रदान की। मंत्रिमण्डल ने प्रदेश के पुलिस थानों को अधिक महिला मित्र और सुलभ बनाने के लिए जिला पुलिस कार्यालयों और पुलिस थानों में महिला हेल्प-डैस्क स्थापित करने का निर्णय लिया। बैठक में पुलिस विभाग में महिला हेल्प-डैस्क को सुदृढ़ बनाने के लिए 136 स्कूटी अथवा स्कूटर खरीदने के अलावा 272 हैलमेट और 136 डैस्क टाॅप कम्प्यूटर खरीदने की मंजूरी प्रदान की गई। मंत्रिमण्डल ने प्रदेश के छः जिलों शिमला, कांगड़ा, कुल्लू, सिरमौर, सोलन और चम्बा के एंटी हयूमन टैªफिकिंग यूनिट को सुदृढ़ बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी और उपकरण प्रदान करने के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की। बैठक में बिलासपुर जिला के झण्डूता और कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर में नए नागरिक न्यायालयों के लिए विभिन्न श्रेणियों के छः पदों को सृजित कर इन्हें भरने की स्वीकृति प्रदान की। वन विभाग ने मंत्रिमण्डल के समक्ष मार्च, 2021 तक के लक्ष्यों और वर्ष 2021 और 2022 तक के लक्ष्यों के बारे में प्रस्तुति दी। मंत्रिमण्डल ने लगाए गए पेड़ों की संख्या के बजाय पेड़ों की उत्तरजीविता पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया। राजस्व विभाग ने भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पर प्रस्तुति दी।
16 जनवरी से देश भर में कोविड टीकाकरण का महाअभियान शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर सरकार व प्रशासन की तैयारियां पूरी है। देश की विभिन्न जगहों में कोविड वैक्सीन की डिलीवरी लगभग पूरी हो गई है। इसके साथ शुक्रवार सुबह हिमाचल के विभिन्न जिलों में भी कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' की डिलीवरी हुई। गुरुवार को राष्ट्रीय टीकाकरण वाहन में 8 डिब्बों में 93 हजार वैक्सीन की डोज परिमहल लाई गई। इसके बाद रात 8 बजे वैक्सीन के डिब्बों में डिस्पैच नंबर लगाकर अन्य सेंटरों के लिए भेज दिया गया। 16 जनवरी को प्रदेश के 27 केंद्रों में ये वैक्सीन लगाई जाएगी। पहले चरण में यह अभियान 10 दिनों तक चलाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे। इन जिलों में हुई वैक्सीन की डिलीवरी शिमला जिला में सबसे पहले 11050 कोरोना वररियरों को टिका लगाया जाएगा। इसके लिए आईजीएमसी, केएनएच, रिपन, ठियोग और रामपुर अस्पतालों में वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं। IGMC में करीब 2200 कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगा। वहीं, सोलन जिला में 4300 कोरोना वैक्सीन पहुंची हैं। पहला टीका एमएमयू के एक प्रशिक्षु और सोलन अस्पताल में रेडियोग्राफर को लगेगा। कुल्लू जिला अस्पताल में देर रात करीब ढाई बजे 2800 वैक्सीन पहुंचीं। इनमें से 200 डोज जिला अस्पताल केलांग के लिए अटल टनल रोहतांग होकर भेजी गई हैं जबकि 2600 डोज को कुल्लू में लगाया जाएगा। सिरमौर के नाहन में कोरोना वैक्सीन के 3400 डोज पहुंचे हैं। उधर, मेडिकल कॉलेज चंबा में 3800 वैक्सीन पहुंची हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन विभिन्न केंद्रों के लिए रवाना कर दी है। ऊना जिले में 3300 डोज पहुंची हैं। बिलासपुर में कोरोना वैक्सीन की 2300 डोज पहुंची हैं। कांगड़ा जिले में 8600 वैक्सीन पहुंची हैं।
वीरवार देर रात छैला-कैन्ची से सैन्ज सड़क पर एक कार हादसे की शिकार हो गई। इस हादसे में दो युवकों की मौत हो गई है। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल ठियोग भेज दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है की छैला-कैन्ची से सैन्ज की तरफ जा रही एक गाड़ी सड़क से नाले में जा गिरी जिससे दो युवकों की मौत हो गई। दोनों युवकों के नाम प्रांज्य (24) नेरुवा व मनोज (23) फागु बताए जा रहे है।
हिमाचल प्रदेश में 27 जनवरी से स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। इस पर आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होनी वाली कैबिनेट बैठक में फैसला लिया जाएग। बैठक में शिक्षा विभाग इससे संबंधी प्रस्ताव को मुख्यमंत्री के सामने रखेगा। प्रस्ताव के तहत प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में 10वीं और 12वीं कक्षा की नियमित पढ़ाई शुरू करने की योजना है। बैठक में गैर बोर्ड कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाओं पर भी फैसला होने के आसार हैं। शीतकालीन स्कूलों को फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम देख कर खोले जाने की संभावना जताई जा रही है। चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद स्कूलों में सैनिटाइजेशन प्रक्रिया होगी। 27 जनवरी से स्कूलों को नियमित पढ़ाई के लिए खोला जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा पीजी कोर्सों में बिना प्रवेश परीक्षा दाखिले को लेकर हाई कोर्ट के आदेशों के बाद विश्वविद्यालय ने 15 जनवरी 2021 को ईसी की आपात बैठक बुलाई है। इस बैठक से पूर्व एनएसयूआई के छात्रों ने प्रदेश महासचिव यासीन बट्ट की अगुवाई में राज्यपाल सह विश्वविद्यालय कुलाधिपति को उनके सचिव राकेश कंवर के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है। एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष छत्तर ठाकुर ने कहा कि इस ज्ञापन पत्र के माध्यम से आजकल विश्वविद्यालय में चल रही अनियमित्ताओं और धांधलियों की जानकारी राज्यपाल महोदय के संज्ञान में लाए गए। एनएसयूआई ने पीजी दाखिला मामले से संबंधित कमेटी के अधिकारियों व सदस्यों पर ईसी बैठक में कार्यवाही सुनिश्चित करने की मांग की है। इसके अलावा विवि में चल रही शिक्षक भर्ती की छंटनी प्रक्रिया में नियमों के खिलाफ की गई धांधलियों की न्यायिक जांच करवाने की भी मांग एनएसयूआई ने की है। इसके अतिरिक्त इस ज्ञापन पत्र में दिसंबर 2019 में विज्ञप्त की गई शिक्षकों के रिक्त पदों की वैधता जो दिसंबर 2020 में पूर्ण हो गई है उसमें रिक्त बचे पदों को फिर से री-एडवरटाइज करने की मांग एनएसयूआई ने की है। प्रदेश संगठन महासचिव मनोज चौहान और महासचिव यासीन बट्ट ने सयुंक्त बयान में कहा कि राज्यपाल से उनके द्वारा नामित ईसी के दो सदस्यों को इन सभी मामलों को लेकर कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करने के आदेश देने की मांग की गई है। एनएसयूआई ने राज्यपाल व इसी के सदस्यों से प्रदेश विवि की गरिमा और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाली इन सभी धांधलियों व भ्रष्टाचार की घटनाओं पर न्यायिक जांच बैठाए और प्रदेशभर के हज़ारो छात्रों व युवाओं के भविष्य व कैरियर के साथ खिलवाड़ करने वाले भ्रष्ट अधिकारियों को उचित सज़ा देने की अपील की है।
शिमला और कुल्लू जिला के देवी-देवता आज मकर संक्रांति के दिन से एक महीने के स्वर्ग प्रवास पर निकल गए। सुबह पक्षियों से चहचहाने से पूर्व लोगों ने पूजा-अर्चना कर अपने अराध्यों को विदाई दी। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सुबह 4 बजे अपने घरों में उठते हैं और अच्छे पकवान तैयार कर पूजा अर्चना के साथ देवी-देवताओं की विदाई करते हैं। देवताओं के स्वर्ग चले जाने पर मंदिर सूने हो गए हैं। देवताओं की विदाई के बाद मंदिर में कोई भी धार्मिक समारोह आयोजित नहीं किया जाता। अब देवताओं को महीने भर आकाश की ओर धूप और जल अर्पित किया जाएगा। देव संसद में भाग लेने पर कुल्लू जिला के देवी-देवता एक सप्ताह के अंतराल में ही वापस लौट आते हैं। शिमला जिला के आधे देवी-देवता एक पखवाड़े के अंदर वापसी करते हैं, लेकिन अधिकांश देवी-देवता पूरे एक महीने स्वर्ग प्रवास पर रहकर फाल्गुन संक्रांति को ही अपने-अपने देवालयों में लौटेंगे। इस एक माह की अवधि में मंदिर में कोई भी धार्मिक समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा। इसके साथ-साथ घरों में भी विवाह समारोह एवं धार्मिक समारोह आयोजित नहीं किए जाएंगे। देवी-देवताओं के जाने के बाद उनकी मूर्तियां शक्ति विहीन हो जाती हैं और गुरों को खेल भी नहीं आती।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सेवा पोर्टल का विस्तार कर उपभोक्ताओं को इसमें और सुविधाएं दी है। अब सेवा पोर्टल पर विभिन्न विभागों के 47 ऑनलाइन कार्य हो जाएंगे। व्यापारिक कार्यक्रमों एवं व्यापारिक सुधारों और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार के सूचना विभाग ने ये नई सेवाएं ऑनलाइन सेवा पोर्टल पर आरंभ करवा दी हैं। नई सेवाओं में सिनेमा के लिए लाइसेंस या फिल्म बनाने के लिए लाइसेंस, पेट्रोलियम पदार्थों को संग्रहित करने, बेचने, इनका ट्रांसपोर्ट करने का एनओसी, विस्फोटक पदार्थ उत्पादित करने, बेचने व रखने का एनओसी, पटाखे बेचने का एनओसी, गैर वन भूमि के सर्टिफिकेट बनाने, राजस्व कोर्ट में विभिन्न विवादों को फाइल करना, नए पानी कनेक्शन लेने, सीवरेज कनेक्शन, व्यापार लाइसेंस बनाने, मापतौल यंत्रों के लिए आवेदन व पर्यटन संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सरकार के सेवा पोर्टल पर लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पहले सेवा पोर्टल पर राजस्व विभाग से संबंधित 18 तरह की सेवाएं, जबकि अन्य विभागों सहित 36 तरह की सेवाएं मिलती थीं। सरकार ने 11 और नई सेवाओं को ई-डिस्ट्रिक्ट पर उपलब्ध करवाकर लोगों को राहत दी है। इन सेवाओं को लोकमित्र केंद्रों व स्वयं ही ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदोपती ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू के खिलाफ़ ब्यान जारी किया है। यदोपती ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश सरकार व पुलिस महानिदेशक के लिए बड़े ही शर्म की बात है कि वीरेंद्र कुमार (पुलिस जवान) 7 दिन तक आईजीएमसी मे जिंदगी और मौत से जुझता रहा लेकिन उसे किसी बड़े अस्पताल में हिमाचल से बाहर रैफर नहीं किया गया। शिमला पुलिस प्रशासन जो कर सकता था उसने किया लेकिन राजधानी शिमला मे होने के बावजुद मुख्यमंत्री जयराम, प्रदेश पुलिस महिनिदेशक संजय कुंडू, मंत्री और कोई बड़ा अफसर विरेंद्र को देखने यहाँ तक उसका कुलक्षेम पुछने तक नहीं गया। मुख्यमंत्री और मंत्री हिमाचल से बाहर अपना ईलाज करवाने बड़े नामीं हस्पतालों में जा सकते हैं लेकिन एक पुलिस जवान जो कांगडा के कोठी कोहड गांव का गरीब पुलिस में भर्ती हुआ था उसकी जिंदगी बचाने के लिए, उसका इलाज हिमाचल से बाहर सरकार नहीं करवा सकी। मुख्यमंत्री गरीब परिवार से थे आए दिन हर जगह ढ़िढोरा पीटते हैं। ऐसी सरकार और पुलिस प्रशासन को शायद ही मलाल हो कि उन्होंने एक जवान और परिवार ने एक जवान बेटा खोया है। यदोपती ठाकुर ने कहा कि पुलिस जवान वीरेंद्र कुमार ने अपना कर्तव्य निभाते हुए on duty अपनी जान दी है। इसलिए वीरेंद्र कुमार को शहीद का दर्जा दिया जाए। इसके साथ-साथ परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी, उचित मुआवज़ा व पीड़ित परिवार को पेंशन देने की मांग की है।
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में 15 जनवरी को हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बैठक में विधानसभा के बजट सत्र से सम्बंधित निर्णय लिया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश पूर्ण राज्यत्व दिवस के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले स्वर्ण जयंती समारोह को लेकर भी चर्चा हो सकती है। मंत्रिमंडल की बैठक में प्रदेश में 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर भी चर्चा होगी। इसके अलावा सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए लगी 50 लोगों की शर्त को लेकर भी समीक्षा की जा सकती है। प्रदेश में स्कूलों सहित अन्य शिक्षण संस्थान खोलने और बोर्ड की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। यह बैठक साढे दस प्रदेश सचिवालय में शुरू होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने उच्चतम न्यायालय द्वारा नए कृषि कानूनों को लेकर बनाई चार सदस्यीय कमेटी के औचित्य पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इन चारों सदस्यों का पहले से ही इस कृषि कानून का खुला समर्थन रहा है, ऐसे में इस कमेटी की रिपोर्ट की निष्पक्षता सम्भव नहीं है। उन्होंने कहा है कि किसान भी इस कमेटी को पूरी तरह नकार चूके है। उन्होंने कहा है कि उन्हें भी ऐसा लगता है कि इस कमेटी का गठन किसानों के इस आंदोलन को दबाने मात्र का एक प्रयास है। उन्होंने कहा है कि जबकि इस कमेटी की कोई कानूनी वैद्यता ही नही है तो इसके किसी भी निष्कर्ष के क्या मायने होंगे। राठौर ने उच्चतम न्यायालय से अपने इस कमेटी गठन के फैंसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए कहा है कि अगर न्यायालय को लगता है कि किसी भी कमेटी से इस कानून का कोई हल निकल सकता है तो उन्हें ऐसी कोई कमेटी बनानी चाहिए जिस पर इन किसानों को पूरा भरोसा हो। कमेटी में कृषि व बागवानी से सम्बंधित विशेषज्ञ, किसान संगठनों के प्रतिनिधि तथा राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल किए जाने चाहिए। राठौर ने कहा है कि उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित इस कमेटी में शामिल किए गए सदस्य किसान हित की पेरबी नही कर सकते क्योंकि यह सभी पहले से ही सार्वजनिक तौर पर इस कानून के पक्ष में अपने विचार प्रकट कर चुकें है। इसलिए इस कमेटी से किसी भी न्याय या निष्पक्षता की उम्मीद नही की जा सकती।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने लोहड़ी और मकर संक्रान्ति के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभाकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने अपने संदेश में आशा व्यक्त की कि यह शुभ अवसर राज्य के लोगों के जीवन में समृद्धि और खुशहाली लाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उत्सव हमें अपने प्रियजनों एवं मित्रों के साथ खुशियां बांटने का अवसर प्रदान करता है और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कामना की कि उत्साह और उल्लास से परिपूर्ण यह पावन पर्व सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और उन्नति लेकर आए।
हिमाचल प्रदेश के सभी स्कूलों में अगले सप्ताह से ऑनलाइन यूनिट टेस्ट शुरू होने की संभावना है। 6 जनवरी को विद्यार्थियों के साथ हुई मुख्यमंत्री की बैठक के बाद शिक्षा विभाग यूनिट टेस्ट के लिए योजना बनाने में जुट गया है। सप्ताह भर ऑनलाइन माध्यम से करवाई गई पढ़ाई के आधार पर टेस्ट लेने को लेकर योजना तैयार की जा रही है। व्हाट्सएप से पढ़ाई के लिए शिक्षण सामग्री तैयार करने वाले शिक्षकों के समूह से इस बाबत विस्तृत योजना उच्च शिक्षा निदेशालय ने मांगी है। मुख्यमंत्री के साथ हुई संवाद के दौरान अधिकांश विद्यार्थियों ने सप्ताह भर हुई पढ़ाई का टेस्ट लेने की मांग की थी। विद्यार्थियों ने कहा था कि साप्ताहिक क्विज लेकर हालांकि यह प्रक्रिया चल रही है लेकिन अगर यूनिट टेस्ट होना शुरू हो जाएं तो विद्यार्थियों को इससे लाभ होगा। बीते दिनों शिक्षा सचिव की ओर से उच्च और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक और समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक को इस संदर्भ में लिखित में भी अवगत करवा दिया है। सरकार के निर्देशानुसार शिक्षा निदेशालय ने यूनिट टेस्ट लेने के लिए योजना बनाना शुरू कर दिया है। संभावित है कि इस सप्ताह के अंत तक टेस्ट लेने को लेकर तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने नए कृषि कानून पर उच्चतम न्यायालय की रोक को किसानों की जीत करार दी है। उच्चतम न्यायालय के आदेश पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के स्थगनादेश से साफ है कि यह कानून किसान हित मे नहीं है। राठौर ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अबतक केंद्र वार्ता के नाम पर समय ही काटता रहा। केवल आश्वासन दिए जाते रहें और आंदोलनरत किसानों को इस कानून के नाम पर बांटने का प्रयास किया जाता रहा। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद प्रस्तावित कमेटी में किसान संगठनों को प्रमुखता दी जानी चाहिए। उन्होंने इन नए कानूनों को रद्द करने की मांग को पूरी तरह न्यासंगत बताया है। राठौर ने कहा है कि किसानों की सभी मांगे पूरी तरह न्यासंगत है और उन्हें उम्मीद है कि अब देश की सर्वोच्च अदालत इन किसानों के हितों को देखते हुए मोदी सरकार के इन नए कानूनों को तुरंत प्रभाव से निरस्त करेगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) एवं उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज बताया कि शिमला जिला में समस्त 13 विकास खंडो में पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव के लिए 2302 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें 153 अति संवेदनशील तथा 476 संवेदनशील घोषित किए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि 1673 मतदान केन्द्र सामान्य घोषित किए गए हैं। उन्होनें शिमला जिला के लोगों से आहवान किया कि वे पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में बढ़ चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और लोकतंत्र को सुदृढ़ बनाए।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित ठाकुर ने कहा कि आज प्रदेश में कुछ जगह युवा कांग्रेस के एक गुट द्वारा थाली बजाने का ड्रामा किया गया। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस को सही मायने में थाली अपने कांग्रेस के नेताओं के लिए बजानी चाहिए क्योंकि आज किसानों की जो हालत है उसके लिए स्वयं कांग्रेसी जिम्मेदार है। 2006 में जब नंदीग्राम एवं सिंगूर में नैनो प्लांट लगाए जाने के वक्त किसानों पर जब अत्याचार हो रहा था तब कांग्रेस कहां थी। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस दयनीय स्थिति में है और चंद मुट्ठी भर युवाओं द्वारा प्रदर्शन किया गया। ऐसा केवल कांग्रेस में ही संभव है कि एक मोर्चे के एक से अधिक अध्यक्ष बनते हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में नरेंद्र मोदी सरकार ऐसी पहली सरकार है जो किसान हित में कार्य कर रही है किसान हित में अनेकों योजनाएं बनाई जा रही है और किसानों को चौतरफा लाभ पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा जो किसान धरने पर बैठे हैं वह तो किसान अभी नहीं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार पूरी गंभीरता से किसानों के कल्याण एवं उनकी भलाई के लिए कटिबद्ध है। विगत छः वर्षों में किसानों की भलाई के जितने काम मोदी सरकार ने किए हैं, उतने किसी और ने नहीं किए, साथ ही हमारी सरकार देश के हर नागरिक के लोकतांत्रिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा सरकार पहले दिन से यह कह रही थी कि एक कमिटी बनाई जाए जिसमें आंदोलन कर रहे किसान संगठनों के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ शामिल हों, वह कमिटी बिंदुवार कृषि कानूनों का अध्ययन करे और जहां भी उचित संशोधन की जरूरत हो, उसे प्रस्तावित करें जिस पर सरकार अमल करने को तैयार है। आज माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी हमारे इस स्टैंड को अनुमोदित किया है। उन्होंने कहा सरकार ने भी किसान संगठनों से बैठक में कई बार यह आग्रह किया था कि कोविड के कारण महिलाओं और बच्चों को इस आंदोलन से घर भेज दिया जाए, सुप्रीम कोर्ट ने भी आज किसान संगठनों से ऐसी ही अपील की है। उन्होंने कहा सरकार ने किसान संगठनों से अपील करते हुए कहा था कि आप हाइवे को छोड़ कर अन्य वैकल्पिक जगहों पर अपना आंदोलन जारी रखें, किसान संगठनों को प्रदर्शन के लिए सरकार ने वैकल्पिक जगह भी मुहैया कराई थी, गृह मंत्री ने स्वयं किसान संगठनों से बात की थी। आज सुप्रीम कोर्ट ने भी आंदोलनरत किसान संगठनों से यही अपील की है।
प्रदेश में नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने खुशी व्यक्त करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई एवं मतदाताओं का आभार प्रकट किया है। उन्होंने मतदाताओं व कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है कि जीत का सिलसिला पंचायती राज संस्थाओं जिला परिषद, बीडीसी व ग्राम पंचायतों में भी जारी रहना चाहिए। वीरभद्र सिंह ने नगर निकाय चुनावों के परिणामों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि लोग अब भाजपा की नीतियों व निर्णयों से परेशान हो गए हैं। उन्होंने कहा कि देश प्रदेश बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है। लोगों की समस्याओं को दूर करने में सरकार पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र के मतदाताओं ने कांग्रेस को जनादेश देकर भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ अपना फैंसला दिया है। उन्होंने कहा है कि अब आने वाले दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों के पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में भाजपा को इसी तरह हार का मुंह देखना पड़ेगा। वीरभद्र सिंह ने शिमला ग्रामीण सुन्नी, रोहड़ू, रामपुर सहित अपने चुनाव क्षेत्र अर्की सहित विभिन्न नगर परिषद व नगर पंचायतों में कांग्रेस की शानदार विजय पर खुशी व्यक्त करते हुए कांग्रेस को दिए जनमत के लिए लोगों का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है। वीरभद्र सिंह ने कहा है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस अपनी जीत का परचम लहराएगी और प्रदेश में कांग्रेस की एक मजबूत सरकार बनेगी।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कहा कि जिला मंडी के बल्ह में एनडीआरएफ बटालियन के मुख्यालय की स्थापना के लिए भूमि चिन्हित करने और हस्तांतरित करने सम्बन्धी सभी आवश्यक औपचारिकताओं में तेजी लाई जाएगी, ताकि बटालियन सुचारू रूप से कार्य कर सके। जय राम ठाकुर ने एनडीआरएफ के कमांडेंट बलजिन्दर सिंह और प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग को इस दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाने और वन विभाग को एफसीए स्वीकृति शीघ्र प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों और आपदाओं के प्रति संवदेनशीलता को ध्यान में रखते हुए राज्य के लिए नई एनडीआरएफ 14वीं बटालियन को मंजूरी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि यह प्राकृतिक आपदाओं के समय त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में लगभग छः स्थानों पर एनडीआरएफ क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केन्द्र्र स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के रासायनिक खतरे से निपटने के लिए बद्दी में एक कम्पनी स्थापित की जाएगी, क्योंकि इस क्षेत्र में अधिकांश औद्योगिक कारखाने हैं। कमांडेंट बलजिन्दर सिंह ने मुख्यमंत्री को फोर्स की विभिन्न गतिविधियों से अवगत करवाया। मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व आर.डी. धीमान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, विशेष सचिव राजस्व सुदेश मोक्टा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
शिमला। छराबड़ा में बीते 6 जनवरी के रात बर्फ में फंसे पर्यटको को बचाने गई क्यूआरटी टीम की गाड़ी गिरने मामले में एक गंभीर रूप से घायल पुलिस जवान कि मौत हो गई है। गाड़ी के स्किट हो कर सड़क से नीचे गिरने में पुलिस के 6 जवान घायल हो गए थे जिसमे विरेन्द्र को गम्भीर चोट आई थी। वीरेंद्र को आईजीएसमी में दाखिल करवाया गया था लेकिन वीरेंद्र सोमवार सुबह जिंदगी की जंग हार गया और उसकी मौत हो गई । गोरतलब है कि 6 जनवरी रात को कुफरी छराबड़ा में पर्यटको को सुरक्षा प्रदान करने गई पुलिस की गाड़ी के स्किट हो कर सड़क से नीचे गिर गई थी जिसमे 6 पुलिस जवान घायल हो गए थे। इस दुर्घटना में वीरेन्द्र को गंभीर चोट आई थी।
कोरोना का कहर अभी ख़तम नहीं हुआ था की देश भर में अब बर्ड फ्लू लगातार पैर पसार रहा है। यह अब देश के 9 राज्यों में फैल चुका है। केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश में कहर मचाने के बाद अब दिल्ली और महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। दिल्ली में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। पशुपालन विभाग के मुताबिक जालंधर भेजे गए 8 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए। पुष्टि होने से पहले ही दिल्ली में बर्ड फ्लू के डर ने हड़कंप मचा दिया था। इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार ने गाजीपुर मुर्गा मंडी को 10 दिनों के लिए बंद कर दिया था। महाराष्ट्र में भी इस वायरस की पुष्टि हो गई है। इसे देखते हुए अब सभी राज्यों ने सतर्कता बढ़ा दी है। देश में बर्ड फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है। विदेश मामलों की संसदीय समिति आज इस पर बैठक करेगी। यह समिति देश में पशु टीका की उपलब्धता और पशु चिकित्सा सेवाओं की स्थिति पर चर्चा करेगी। हिमाचल प्रदेश में 200 से ज्यादा प्रवासी पक्षी मिले मृत हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में रविवार को पोंग बांध वन्यजीव अभयारण्य में 215 प्रवासी पक्षी मृत पाए गए। प्रदेश में बर्ड फ्लू से मरने वाले पक्षियों की संख्या अब बढ़कर 4,235 हो गई है। इसके अलावा नाहन, बिलासपुर और मंडी से भी जंगली पक्षियों की असामान्य मौत की खबरें आई हैं और नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं।
प्रदेश विश्वविद्यालय में लगातार घट रही शर्मनाक घटनाओं और शिक्षक भर्तियों में प्रशासन पर लगातार लगाए जा रहे धांधलियों के आरोपों के बीच अब युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष निगम भंडारी ने इसे बहुत बड़ा भ्रष्टाचार बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। निगम भंडारी ने विश्वविद्यालय द्वारा बीएड की अधिसूचना एबीवीपी के लेटर पैड पर जारी करने पर भी गहरा रोष व्यक्त करते हुए इसे प्रशासन द्वारा आरएसएस और भगवाकरण की विचारधारा की एडवरटाइजमेंट करने का आरोप लगाया है। निगम भंडारी ने विवि द्वारा शिक्षक भर्ती मामले में भी प्रशासन पर धांधली करने का आरोप लगाते हुए कहा कि योग्यता को दरकिनार रखते हुए आरएसएस व बीजेपी से संबंधित लोगों को नियुक्तियां दी जा रही है। युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि इन भर्तियों में आरक्षण रोस्टर के साथ भी छेड़छाड़ की गई है जिससे एससी, एसटी व अन्य आरक्षित वर्गों के कई योग्य उम्मीदवारों को नियुक्तियों से वंचित रखा गया है। उच्च न्यायालय द्वारा विवि के बिना प्रवेश परीक्षा पीजी कोर्सों में छात्रों को दाखिला देने को गैरकानूनी बताए जाने के फैसले का युवा कांग्रेस ने स्वागत किया है और इससे संबंधित विवि प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल पदों से हटाए जाने की मांग की है। निगम भंडारी ने प्रदेश की भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि युवा कोंग्रेस देश प्रदेश के योग्य उम्मीदवारों और बेरोज़गार युवाओं के साथ इस प्रकार का भ्रष्टाचार कभी नहीं होने देगी और उच्च शिक्षण संस्थानों सहित अन्य सरकारी संस्थानों के भगवाकरण के खिलाफ प्रदेशभर में मोर्चा खोलेगी।
प्रदेश में 27 जनवरी से 10वीं व् 12वीं कक्षाओं के स्कूल खुल सकते हैं। प्रदेश में स्कूल खोलने की शुरुआत ग्रीषमकालीन पाठशालाओं से की जाएगी। उच्च शिक्षा निदेशालय ने प्रस्ताव बनाकर राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए भेजने की तैयारी कर ली है। शीतकालीन जिलों के स्कूलों को फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम की स्थिति को देखकर खोलने का फैसला लिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने पड़ोसी राज्यों की एसओपी को स्टडी करने के बाद 27 जनवरी से नियमित पढ़ाई करवाने का फैसला लिया है। अधिकारियों का कहना है कि 21 जनवरी तक पंचायत चुनाव में शिक्षक व्यस्त रहेंगे। चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्कूलों को सैनिटाइज किया जाएगा। 27 जनवरी से ग्रीष्मकालीन जिलों में बोर्ड कक्षाओं की पढ़ाई शुरू करवाई जा सकती है।
GNA University, Phagwara organised two days Virtual International Conference on “Contemporary Issues in Engineering and Technology” (CIET-2021) on January 08-09, 2021. The researchers, presenters, delegates from all over the globe participated and shared their research work in CIET-2021. In this two-day International Conference, the world renowned speakers from Romania, Singapore, Japan, Spain presented their Keynote and Plenary addresses. On the first day, January 8, 2021, Dr Manoj Gupta, Professor, National University of Singapore and Dr. Ioan-Cosmin MIHAI, Cyber Training Officer, European Union Agency for Law Enforcement Training, Romania addressed the delegates from across the globe. Dr. Gupta, in his address mentioned how Magnesium is an abundant element in our planet and in our body and its non-toxicity and lightness (33% lighter then aluminum) makes it eligible for perhaps a trillion-dollar market in engineering and biomedical applications. Dr. Gupta also said, “I am thankful to GNA University for holding up the CIET 2021 in such a wonderful and organised way.” Dr. Cosmin discussed the main types of malware (ransomware, banking trojans, crypto jacking, botnet malware) and the main cyber attacks vectors. He added, So far, 2020 has been a challenging year for everyone. COVID-19 and the push for a more remote workforce have left many organizations vulnerable to the risk of a cyber-attack. Dr. Cosmin in his address felt indebted to GNA University for making striving endeavours in holding up the Conference in the virtual mode. On day 1, presenters discussed various emerging trends like Cyber Security, Cloud Computing, Data Analytics, IoT etc. during technical Sessions. The Technical sessions were wonderfully chaired by all the stalwarts from the Engineering background. Dr. Monika Hanspal, Dean Academics delivered the Inaugural address and fully apprised the august gathering about CIET2021. Dr. Disha Khanna, Deputy Dean Faculty of Liberal Arts in the capacity of the Master of the Ceremony wonderfully upheld the 2 days International Conference, CIET2021. On January 9, 2021, the second day, Dr. Hiroyuki KAMEDA from Tokyo University of Technology, Japan, Dr. Carlos J. Ochoa Fernández from Spain and Mr. Nitin Malvadkar Director, Siemens Digital Industries Software, Singapore delivered their talks. Dr. Kameda discussed the role of Natural Language Processing and deep learning in engineering applications. Dr. Fernández in his address said, “Opportunities are available for enterprises when the 4th Industrial Revolution begins to take shape basically are increasing productivity and efficiency, improved customer quality service, faster access to data and value information in real-time and massive improvements in an enterprise.” Mr. Nitin Malvadkar discussed various products available in the market which can enhance learning and industrial experiences and how Siemens is extending assistance to both the faculty and the zealous students. More than 50 researchers presented their work in five different technical sessions during two days and shared their findings. The sessions witnessed research acumen from the interdisciplinary fields as well. S. Gurdeep Singh Sihra, the Pro-Chancellor and the Chief Guest, GNA University said, “This International Conference was a long-awaited event. He added, “This will be our annual event from now onwards.” Dr. VK Rattan, the Vice-Chancellor, GNA University congratulated the organizing Team for organizing such a mega event during the unprecedented times. Dr. Vikrant Sharma, Dean Faculty of Engineering cum one of the Conveners of the Conference offered his Vote of Thanks and passed his in depth gratitude to everyone associated with the Conference in the most desired way. The 2 days Conference was well planned and organised by the co-conveners, Dr. Anurag Sharma and Mr. CR Tripathi. The whole Team of Engineering along with the other Deans and the Heads attended the Conference and every participant and delegate passed their gratitude in hope of CIET2022 the next year.
हिमचाल में बर्ड फ्लू के बढ़ते कहर ने चिकन के व्यवसाय को बड़ा झटका दिया है। प्रदेश पहले से ही कोरोना संकट से जूझ रहा है और अब बर्ड फ्लू की दस्तक ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बर्ड फ्लू के खौफ से हिमाचल प्रदेश में चिकन और अंडों की डिमांड तेजी से घट रही है। प्रदेश में चिकन की मांग में करीब 50 से 70 फीसदी कमी आई है। इस कारण चिकन के दामों में भरी गिरावट देखने को मिल रही है। उधर, दामों में भारी गिरावट के बावजूद लोग चिकन और अंडों का सेवन करने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं। पोल्ट्री का कारोबार करने वाले व्यापारियों के व्यवसाय पर इसका असर साफ दिख रहा है। प्रदेश के शिमला, सोलन, मंडी व कांगड़ा जिलों में चिकन-अंडों की मांग में भरी गिरावट देखी गई। शिमला शहर में चिकन-अंडों की मांग 15 से 20 फीसदी तक घट गई है। मंडी जिले में बर्ड फ्लू की आशंका से अंडे, चिकन और मछली के कारोबार में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। मांग कम हो गई है और दाम भी करीब 30 से 40 फीसदी तक गिर गए हैं। जबकि, कांगड़ा जिला में चिकन के दाम में 70 से 80 रुपये तक कम हुए हैं। मौजूदा समय में मुर्गे का मीट अब 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुका है। बावजूद इसके लोग चिकन खरीदने से परहेज कर रहे हैं। कई क्षेत्रों में थोक में मुर्गा 60 रुपये प्रति किलो के नीचे आ गया है। सोलन जिला में लोगों ने अंडे और चिकन की खरीद कम कर दी है। कारोबार 70 फीसदी कम हो गया है। चंबा व हमीरपुर में भी दो दिनों के भीतर ही चिकन और अंडे की मांग काफी कम हो गई है। वहीँ, इन सभी जिलों में पनीर, खोया और मटर की डिमांड बढ़ गई है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार बर्ड फ्लू से निपटने के लिए पूरी तरह से सजग तथा सतर्क है। इसके लिए पौंग बांध के आसपास के क्षेत्रों की पूरी निगरानी सुनिश्चित की जा रही है तथा त्वरित प्रतिक्रिया दल भी गठित कर दिए हैं। धर्मशाला के केबिनेट सभागार में शुक्रवार को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बर्ड फ्लू की रोकथाम की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जिला प्रशासन, पशुपालन विभाग तथा वन्य प्राणी विभाग आपसी समन्वय के साथ बर्ड फ्लू के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तत्परता के साथ कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पौंग बांध क्षेत्र में अभी तक बर्ड फ्लू से 3410 प्रवासी पक्षियों की मौत हुई है तथा इन पक्षियों को पूरे प्रोटोकाॅल के साथ दफनाया जा रहा है, ताकि किसी भी स्तर पर संक्रमण का खतरा नहीं रहे। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग तथा वन्य प्राणी विभाग की 65 टीमें पौंग बांध के आसपास के क्षेत्रों की निगरानी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू की गंभीरता को देखते हुए पशुपालन विभाग द्वारा पोल्ट्री के सेंपल भी आरडीडीएल जालंधर को जांच के लिए भेजे गए हैं। उन्होंनेे कहा कि बर्ड फ्लू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है तथा इसके लिए भी विभागीय अधिकारी आवश्यक कदम उठाएं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिला में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के 1200 के करीब पाॅजिटिव मामले हैं, जिसमें कांगड़ा जिला के तीन सौ पाॅजिटिव मामले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर के बाद कोरोना पाॅजिटिव मामले कम होना शुरू हुए हैं, लेकिन अभी भी सभी लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को लेकर सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के लिए टीकाकरण अभियान की तैयारियां भी प्रदेश में पूर्ण कर ली गई हैं तथा निर्धारित निर्देशों के अनुसार ही टीकाकरण अभियान को सफल बनाया जाएगा। जय राम ठाकुर ने जोनल अस्पताल धर्मशाला में टीकाकरण के पूर्वाभ्यास का जायजा भी लिया। इससे पहले उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कांगड़ा जिला के पौंग बांध में बर्ड फ्लू से निपटने की तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर पशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. विक्रम सिंह, वन्य प्राणी विभाग की अरण्यपाल उपासना पटियाल ने बर्ड फ्लू से बचाव पर आधारित पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. गुरदर्शन ने कोविड-19 की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस बैठक में विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, विधायक अर्जुन ठाकुर, विधायक विशाल नैहरिया, विधायक रीता धीमान, विधायक रविंद्र धीमान, पुलिस अधीक्षक विमुक्त रंजन और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल सरकार द्वारा 15 मई 2003 से 18 सितंबर 2017 के बीच सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के लिए ग्रेजुएटी की अधिसूचना जारी की है l जिसके लिए नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ ने सरकार का आभार जताया l संघ के राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि 2003 से 2017 के बीच के कर्मचारियों के लिए सरकार ने पिछले बजट सत्र के दौरान घोषणा की थी कि इन कर्मचारियों को भी ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाएगा जबकि इसके बाद के कर्मचारियों को ग्रेजुएटी पहले से ही मिल गई थीI इससे लगभग 7000 से कर्मचारियों को राहत मिलेगी l संगठन के मुख्य संस्थापक नरेश ठाकुर, महासचिव भरत शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरभ वैद, महिला विंग अध्यक्ष सुनेश शर्मा, कोषाध्यक्ष शशि पाल शर्मा, संविधान पर्यवेक्षक श्याम लाल गौतम, महिला विंग वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनीता चौहान इत्यादि ने सामूहिक बयान में कहा है कि सरकार का यह बहुत ही सराहनीय फैसला है क्योंकि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए यह बहुत बड़ी राहत है सभी ने सामूहिक बयान में कहा कि नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश में लगातार पुरानी पेंशन बहाली के लिए प्रयासरत है l अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संगठन द्वारा लगातार सरकार के साथ वार्ता का क्रम भी जारी रखा है तथा संघर्ष का रास्ता भी अपनाया है l संघ के अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि पिछले वर्ष 4 मार्च को संगठन का प्रतिनिधिमंडल विधानसभा सत्र के दौरान माननीय मुख्यमंत्री महोदय से अपनी मांगों को लेकर मिला था तथा उन्होंने 6 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ग्रेजुएटी की घोषणा की थी l कोविड-19 के समय संगठन द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष मे 24 लाख दिए थे जब संघ द्वारा यह चेक मुख्यमंत्री महोदय को दिया था उस समय भी मुख्यमंत्री महोदय ने ग्रेजुएटी की अधिसूचना को जल्द हिमाचल प्रदेश में लागू करने बारे आश्वासन दिया था lआज हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों की ग्रेजुएटी प्रदान कर मुख्यमंत्री महोदय ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए बहुत बड़ी राहत दी है जिसमें संगठन उनका व सरकार का तह दिल से धन्यवाद करता हैl उन्होंने कहा कि संगठन अपनी मुख्य मांग पुरानी पेंशन बहाली के लिए लगातार प्रयासरत है और अपनी मांग पूरी होने तक यह प्रयास लगातार जारी रखेगा l संगठन ने केंद्र सरकार की 2009 की मृत्यु और अपंगता पर पुरानी पेंशन संबंधित अधिसूचना को भी जल्द लागू करने बारे आग्रह किया है l उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है यह अधिसूचना भी हिमाचल प्रदेश में माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा जल्द लागू की जाएगी। संगठन के मुख्य प्रवक्ता सुभाष शर्मा, कानूनी सलाहकार अरुण धीमान, पंकज शर्मा, उपाध्यक्ष नित्यानंद, सुनील तोमर, भिंदर सिंह अजय राणा बलदेव बिष्ट मोनिका राणा मुख्य सलाहकार अश्वनी राणा, जावेद इकबाल, संदीप चंदेल, शैल चौहान, घनश्याम, जिला कांगड़ा के अध्यक्ष रजिंदर मिन्हास जिला चंबा के अध्यक्ष सुनील जी जरियाल जिला उन्ना के अध्यक्ष कमल महासचिव नीरज सैनी, हमीरपुर के अध्यक्ष राकेश कुमार मंडी के अध्यक्ष लेखराज कुल्लू के अध्यक्ष विनोद डोगरा, बिलासपुर के अध्यक्ष राजेंद्र वर्धन, सोलन के अध्यक्ष अशोक ठाकुर, सिरमौर के अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर, किन्नौर के अध्यक्ष वीरेंद्र जिंटू, लाहौल के अध्यक्ष प्रताप कटोच वीरेंद्र ठाकुर देशराज पूर्व उपाध्यक्ष कपिल राघव तथा समस्त पेंशन विहीन कर्मचारियों ने सरकार का आभार व्यक्त किया है l
करीब 7 माह के लम्बे इंतज़ार के बाद हिमाचल में एक बार फिर कोचिंग संस्थानों को खोलने के आदेश जारी हो गए हैं। आज हिमाचल में सभी कोचिंग संसथान खोले जा सकेंगे। हिमाचल सरकार ने संस्थान खोलने के लिए एसओपी जारी कर दी है। एसओपी के मुताबिक विद्यार्थियों को अभिभावकों के सहमति पत्र पर ही कोचिंग संस्थान में प्रवेश मिलेगा। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। कोचिंग संस्थान के कमरे की क्षमता के 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही संचालक बिठा सकेंगे। वहीं, छात्रों शिक्षकों व अभिभावकों के लिए फेस मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा। इसके अलावा सैनिटाइजेशन का भी नियमित तौर पर बंदोबस्त करना होगा। संस्थान में सैनिटाइजर और हैंड वॉश/साबुन भी उपलब्ध करवाने होंगे। बता दें, बीते वर्ष दो नवंबर से सरकार ने कोचिंग संस्थान खोलने को मंजूरी दी थी। इस दौरान शिक्षण संस्थानों में कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आने के बाद 11 नवंबर को दोबारा से संस्थान बंद कर दिए गए थे। अब हिमाचल मंत्रिमंडल ने प्रतियोगी और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे विद्यार्थियों के लिए दोबारा से कोचिंग संस्थान खोल दिए हैं।
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शिमला महानगर इकाई की वर्ष 2020-2021 की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमे सूरज जमालटा को शिमला महानगर अध्यक्ष व रितिक पालसरा को शिमला महानगर मंत्री चुना गया। महानगर कार्यकारिणी गठन समारोह में संजय शर्मा ( शिमला विभाग प्रमुख) विशेष रूप से उपस्थित रहे। संजय शर्मा ने संगठनात्मक जानकारी देते हुए बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् वर्ष 1949 से छात्र व राष्ट्र हित में कार्य करती आई है व छात्रों में राष्ट्र पुर्ननिर्माण की भावना प्रवाहित करती आई है। पूर्व शिमला महानगर मंत्री निखिल ठाकुर ने विद्यार्थी परिषद द्वारा साल भर में किए गए कार्यों का ब्योरा देते हुए बताया कि विद्यार्थी परिषद ने पिछले वर्ष से शिमला महानगर इकाई में बहुत सी गतिविधियां की जैसे छात्र मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन, कोविड काल में पीएम केयर फंड में सहायता राशि दान कि, पर्यावरण संरक्षण हेतु पौधारोपण कार्यक्रम किया तथा इस तरह के बहुत से कार्य साल भर में किए। इसके साथ साथ निखिल ने पुरानी नगर कार्यकारिणी भंग करने की घोषणा की। नव नियुक्त शिमला महानगर अध्यक्ष सूरज ने दायित्व ग्रहण करते हुए आश्वासन दिया कि विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में भी पहले कि तरह छात्रों कि मांगो के लिए संघर्षरत रहेगी और छात्र व समाज हित में हमेशा कार्यशील रहेगी। इसके साथ साथ शिमला महानगर मंत्री रितिक पालसरा जी ने आश्वासन दिया कि वे परिषद् के कार्य को बखुबी निभाएंगे।
शिमला। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना व मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना की समीक्षा करते हुए बताया कि योजना के तहत जिला उद्योग केन्द्र, खादी ग्रामोद्योग आयोग व खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा वित्त वर्ष 2020-21 में 19 परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है, जिस पर लगभग 34 लाख रुपये की सब्सिडी के रूप में लाभार्थियों को प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि योजना के कार्यान्वयन से संबंधित आ रही विभिन्न समस्याओं का सभी अधिकारी समन्वय स्थापित कर निष्पादन करें ताकि योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ प्रदान किया जा सके। मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने बताया कि वर्ष 2020-21 में 132 परियोजनाआंे को स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि योजना से संबंधित बैंकों में लंबित मामलों का जल्द से जल्द निपटारा करें ताकि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना से लाभार्थियों को लाभ प्रदान किया जा सके। इस अवसर पर सदस्य सचिव जीएमडीआईसी योगेश गुप्ता, विभिन्न बैंकों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय इकाई ने पुस्कालय प्रभारी को ज्ञापन सौंपा। इकाई अध्यक्ष विशाल सकलानी ने जानकारी देते हुए बताया है कि बीते एक साल से पूरे विश्व मे कोरोना महामारी के चलते जहाँ एक तरफ जीवन अस्त व्यस्त है। वहीं शिक्षा के क्षेत्र में भी सबसे ज्यादा परेशानी वर्तमान के छात्रों को हो रही है। सकलानी ने बताया की प्रदेश विश्विद्यालय के शोधर्थियों के लिए पुस्तकालयों को शारीरिक दूरी के साथ खोला जाएं जिससे वे अपने शोध कार्य पूर्ण कर सकें और उनकी पढ़ाई में किसी भी प्रकार की कोई भी समस्याएं न आए। साथ ही हम देखते है कि इस वर्ष का सत्र भी प्राम्भ हो गया है परंतु अभी तक भी आम छात्रों को प्रदेश विश्विद्यालय के पुस्तकाल से किताबों को जारी नहीं किया जा रहा है जिससे आम छात्रों को बहुत समस्या का सामना करना पड़ रहा है अतः विश्विद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द छात्रों के लिए किताबे जारी करने का प्रावधान करें। साथ ही पुस्तकालय की सारी किताबों का डिजिटलाइजेशन किया जाए। पुस्तकालय का सारा पुराना फर्नीचर बदल कर उसके स्थान पर नए फर्नीचर की व्यवस्था भी की जाए। अतः विद्यार्थी परिषद आशा करती है कि जिस प्रकार देश के अन्य विश्विद्यालय खोले गए है, उस ही तरह प्रदेश विश्विद्यालय के पुस्तकालय को भी खोला जाए।
हिमाचल प्रदेश के सेब विश्व विख्यात हैं। हिमाचल की वादियों में मिलने वाले सेब की डिमांड कभी कम नहीं होती। बरसों पहले हिमाचल में आया सेब का पहला पौधा यहां के लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जा सकता। सेब ही वो कारण है की यहां के बागवानों के पास पैसे की कोई कमी नहीं। प्रदेश के लाखों परिवार सेब बागवानी से अच्छी कमाई कर लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते है की हिमाचल के लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने वाले इस सेब को हिमाचल लाने की सोच किसी हिमाचल के व्यक्ति कि नहीं बल्कि एक अंग्रेज़ की थी। इस सेब ने हिमाचल पहुँचने तक एक लम्बा सफर तय किया है। आज इस कहानी के माध्यम से हम आपको रूबरू करवाएंगे उस सफर से जिसने हिमाचल की छवि बदल कर रख दी। कहानी उस अंग्रेज़ की जो सैम्युल से सदानंद बन गया, कहानी उस रॉयल वैरायटी कि जिसने हिमाचल के बागवानों की किस्मत खोल दी। जब फेल हुई थी सेब की फसल हिमाचल में सेब कि खेती सबसे पहले मेजर लार्ड विलियम ने की थी। उस समय भारत अंग्रेज़ों के अधीन था और मेजर लार्ड विलियम कुल्लू के उपायुक्त थे। मेजर को कुल्लू की आबो हवा बेहत पसंद थी, साथ ही उन्हें लगा की यहां का वातावरण सेब की खेती के लिए पर्याप्त है। उन्होंने अपने साथियों को घाटी में सेब के उत्पादन के लिए प्रेरित किया और तब हिमाचल में सेब का पहला पौधा आया। ये बात सन 1870 की है। मेजर की इसी सोच को मुकाम तक पहचाने के लिए लार्ड विलियम के दोस्त कैप्टन आर सी ली ने कुल्लू से 5 किलो मीटर आगे बंदरोल में 38 एकड़ जमींन खरीदी और इंग्लैंड से अपने पिता से सेब की किस्में भारत मंगवाई। 1915 तक कुल्लू घाटी में 10 अंग्रेज़ सेब बागान बन चुके थे। इन बागानों में तैयार होने वाला सेब शिमला और जोगिंदर नगर भेजे जाने लगा। यातायात की सुविधा न होने की कारण सेब कुलियों द्वारा ढुलवाकर भेजा जाता था। हिमाचल में सेब की खेती शुरू तो हो गई थी मगर न तो ये सेब देखने में अच्छे थे और न ही इनका स्वाद अच्छा था। शायद इसीलिए हिमाचल में सेब लाने का श्रेय कैप्टन आर सी ली को नहीं बल्कि सैमुएल इवांस स्टोक्स को जाता है। कौन थे सैमुएल इवांस स्टोक्स सैमुएल इवांस स्टोक्स एक अमरीकी पुरुष थे, जो फिलाडेल्फ़िया के समृद्ध खानदान से थे। वह सन 1904 में भारत आए थे। स्टोक्स एक ईसाई मिशनरी थे व् ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार में व्यस्त रहते थे। स्टोक्स हमेशा गरीब व बीमार लोगों की सेवा करते रहते थे। 1912 में उन्होंने यहीं की एक स्थानीय राजपूत-ईसाई लड़की से शादी कर अपनी बाकी ज़िंदगी यहीं गुज़ारने का फैसला किया। सैमुएल स्टोक्स से बने सत्यानंद स्टोक्स वह भारतीय संस्कृति तथा गुलामी के चलते भारतीयों पर हो रहे शोषण से इतने प्रभावित हुए कि आजादी की लड़ाई में कुद पड़े। वह खुद को हिन्दुस्तानी मान कर देश की सेवा में जुट गए और अपना नाम बदल कर सत्यानंद सटोक्स और पत्नी का नाम प्रिया देवी रख लिया। यंहा के लोगोँ की गरीबी देख कर उन्होंने सोचा की सिर्फ अनाज उगकर लोगोँ की गरीबी कम नहीं होगी। काफी शोध के बाद उन्होंने ने अमेरिका के स्टोक्स ब्रदर्स से सेब कि अच्छी किस्म मंगवाई। 1928 में स्टॉक्स के सेब के बगीचे के सेब तैयार हुए वो देखने में काफी सुंदर और स्वाद में भी काफी अच्छे थे। लोगों तक कैसे पहुंचा सेब स्टोक्स के बगीचे को देख कर स्थानीय लोग बेहद प्रभावित हुए। लोग उनके बागीचे में लगे सेब की कलमे चुरा कर अपने खेतो में लगाने लगे और इसी तरह सेब की यह किस्म किन्नौर, कुमारसेन और नारकंडा तक पहुँच गई। 1940 में पहली बार उनका सेब शिमला के बाजार में 50 व् 80 रुपये पेटी बिका जिसे देख स्टोक्स बेहद खुश हुए। उन्होंने सेब की खेती का प्रचार करना शुरू कर दिया, जिससे हिमाचल में सेब के बागानों का विस्तार होता गया। हिमाचल प्रदेश से स्टोक्स के बगीचे की 15 हजार पेटी सेब 1954 में दिल्ली की मार्किट में पहली बार पंहुचा, जो हिमाचल प्रदेश के लिए एक बड़े गर्व की बात थी। आज भी स्टोक्स के नक्शे कदमों पर चलते हुए बड़े बेटे स्वर्गीय प्रेम चंद के बेटे डा. विजय कुमार अपनी पुश्तैनी बगीचे पर नई किस्मों को ईजाद करने में जुटे हुए हैं। यहां प्रदेश का सबसे बड़ा सेब की नई किस्मों को तैयार करने वाला शोध केन्द्र बन गया है, जो हिमाचल प्रदेश के बागवानों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं।
हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी है। पौंग डैम में हज़ारों प्रवासी पक्षी मृत मिलने के बाद अब बिलासपुर में भी 18 से 20 मृत कौवे मिले हैं। यह कौवे कोलबांध से सटे जमथल गांव में एक नाले में मरे हुए पाए गए। इससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। इसकी सूचना तुरंत ही सम्बंधित विभाग को दी गई जिसके बाद विभाग ने मौके पर पर पहुंच कर सैंपल जांच के लिए भेजे। मरे हुए कौवों को दफना दिया गया है। वहीं, ग्रामीणों के अनुसार मरे हुए कौवों की चोंच से झाग निकल रहा था। हालांकि, विभाग द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है। फिलहाल, विभाग ने इनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए है। इन कौवों की मौत का कारन तो रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।
देश के कई राज्यों में स्कूल खोलने के बाद अब हिमाचल प्रदेश सरकार भी स्कूल खोलने को लेकर विचार कर रही है। बुधवार को प्रदेश के मुखयमंत्री जयराम ठाकुर ने विद्यार्थियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, जिस दौरान विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द स्कूल खोलने की मांग के साथ वार्षिक परीक्षाओं को स्कूलों में ही आयोजित करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने विभाग के अधिकारीयों को स्कूल खोलने की संभावनाओं पर विचार करने के निर्देश दिए है। सबसे पहले बोर्ड की परीक्षाओं को स्कूल में आयोजित करवाने की संभावनाओं को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। इसी के साथ ऐसे विद्यार्थी जो ऑनलइन पढाई शुरू होने के समय किन्हीं कारणों से सिलेबस कवर नहीं कर पाए, उनके लिए रिवीजन करवाने के लिए भी योजना बनाई जा रही है। एक सप्ताह के भीतर रिवीजन शुरू हो सकती है। विद्यार्थियों के साथ हुए संवाद के बाद शंकाएं दूर करने के लिए सप्ताह में एक दिन विशेष ऑनलाइन सत्र शुरू करने की भी तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश में बीते साल दो नवंबर से स्कूलों को खोला गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले अधिक आने के चलते इन्हें बंद करना पड़ा था। अब कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है। ऐसे में स्कूलों को खोला जा सकता है। अभी प्रदेश में 12 फरवरी तक छुट्टियां घोषित की गई है। संभावित है की जनवरी के अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में स्कूल खोल दिए जाएंगे।
कोरोना वायरस के कारन ठप पड़ी परिवहन सेवा धीरे-धीरे अब पूरी तरह सुचारु होने लगी है। आज हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम (HRTC) ने 10 माह के लम्बे अंतराल के बाद लग्जरी बस सेवा शुरू कर दी है। मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत पहले दिन ट्रायल के तौर पर चंडीगढ़ और दिल्ली रूट पर 7 बसों का संचालन किया जा रहा है। सुबह के समय शिमला से 9 बजे दिल्ली के लिए लग्जरी बस रवाना हुई। धर्मशाला से चंडीगढ़ और मनाली से चंडीगढ़ के लिए भी सुबह के समय लग्जरी चलाई गई। रात्रि सेवा के तहत शिमला से दिल्ली, बीड़-बैजनाथ-दिल्ली, धर्मशाला-दिल्ली और मनाली-दिल्ली रूट पर गुरुवार को वोल्वो बसें रवाना की गईं। प्रदेश सरकार की ओर से 100 फीसदी ऑक्युपेंसी पर बसें चलाने के निर्णय के बाद लग्जरी बसों का संचालन भी सौ फीसदी ऑक्युपेंसी पर हो रहा है। बस को रूटों पर भेजने से पहले कोरोना के सभी नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। बसों को रूट पर भेजने से पहले सैनिटाइज किया जाएगा। सभी यात्रियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। अस्वस्थ यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं होगी। चालक और परिचालकों को कोरोना से बचाव के लिए सभी आवश्यक एहतियात का पालन करना होगा। जैसे-जैसे रूटों पर यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, लग्जरी बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
आज हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी शिमला द्वारा साहित्य कला संवाद का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेश की प्रख्यात लेखिका कथाकार कवियत्री उपन्यासकार बाल साहित्य की सुप्रसिद्ध रचयिता स्व संतोष शैल्जा को श्रद्धासुमन एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री शांता कुमार ने चण्डीगढ़ के फोर्टिज अस्पताल से संवाद कायम किया। इस दौरान उन्होंने विरह और दृढ़ता के मिश्रित भाव से जीवन संगिनी के साथ बिताए समय को सांझा किया। उन्होंने कहा कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में, राजनीतिक जिम्मेदारी, प्रदेश व पार्टी के प्रति जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक निभाने में शैल्जा के सहयोग के बिना सफल नहीं हो सकता था। आपातकाल के समय में जेल जाना और शासन के आगे न झुकना केवल संतोष की दृढ़ता से ही संभव हो सका। उन्होंने संतोष को याद करते हुए पंक्ति दोहराई ‘‘तुम्हारे होंठ भी थे बंद और मैं भी चुप था, फिर वो क्या था जो इतनी देर बोलता रहा, वो प्यार का एहसास था, वो प्यार का एहसास था।’’ उन्होंने ओशो के शब्द दोहराते हुए कहा कि ‘‘मौन के भी शब्द होते हैं और सन्नाटे का भी संगीत होता है।’’ उन्होंने कहा कि मृत्यु उपरांत संतोष का माथा स्निग्ध और चेहरा जीवन की पूर्णतया के आश्वासन का एहसास दिला रहा था। उन्होंने लोगों से निवेदन किया कि वे अपना प्यार उन्हें देते रहे। उन्होंने कहा कि मैंने हिम्मत से जीने का निर्णय किया है। हिम्मत प्रभु देंगे, प्यार आप देना और उन्होंने महामारी की इस काल में सभी के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की कामना की, सभी को अपने-अपने घर पर नियमों का पालन करने का सलाह दी।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की उपस्थिति में सिक्स सिगमा हेल्थ केयर के साथ जिला शिमला और चूड़धार क्षेत्र में एशिया का प्रथम पर्वतीय संस्थान स्थापित करने के लिए 100 करोड़ रुपये के निवेश के लिए आज एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया। सिक्स सिगमा हेल्थ केयर विशेषज्ञ पर्वतीय स्वास्थ्य टीम है, जिन्हें भारतीय सशस्त्र सेना द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। सिक्स सिगमा वर्ष 2009 से अधिक ऊंचाई वाली धार्मिक यात्रा जैसे अमरनाथ, कैलाश मानसरोवर, केदारनाथ, मणिमहेश और उत्तराखंड बाढ़ व नेपाल भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही है। बैठक में सिक्स सिगमा के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी डाॅ. प्रदीप भारद्वाज और सदस्यों मेजर जनरल अतुल कौशिक व शौविक चन्द्र दत्ता ने इस संस्थान को स्थापित करने का प्रस्ताव दिया। मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए कहा कि राज्य सरकार शिमला और सिरमौर जिलों में इस संस्थान को स्थापित करने के लिए भूमि खरीद के लिए सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कैलाश मणिमहेश यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए सिक्स सिगमा स्वास्थ्य देखभाल की टीम के प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार पर्वतीय क्षेत्रों और धार्मिक यात्राओं में गुणवत्ता सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। डाॅ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि इस संस्थान के क्रियाशील होने के उपरांत 727 युवाआंे को रोजगार उपलब्ध होगा। संस्थान का उद्देश्य अधिक ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में ऐलोपेथी, होम्योपैथी, आयुर्वेद, न्यूरोपैथी, योग में सभी प्रकार के शोध विकसित करना और पर्वतीय चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञों को शिक्षित करना है। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डाॅ. आरएन बत्ता, सिक्स सिगमा बोर्ड के सदस्य मेजर जनरल अतुल कौशिक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज इन्दिरा गांधी आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में 18 बिस्तरों वाले प्रीफैब्रिकेटिड कोविड अस्पताल का विधिवत शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आईजीएमसी में कार्यरत सुरक्षा कर्मचारी, वार्ड अटैंडेंट, चीफ सुरक्षा अधिकारी भीम सिंह गुलेरिया व आउटसोर्स कर्मचारी संघ की देखरेख में रक्तदान शिविर का भी शुभारम्भ किया। इस दौरान 75 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर सभी रक्तदाताओं का गर्म स्वैटर भेंट कर धन्यवाद किया। उसके उपरान्त लोक कल्याण समिति के इंचार्ज राजेश सरस्वती व उनके सहयोगियों को कोरोना काल के दौरान कोविड ग्रसित मृतक लोगों के दाह संस्कार के लिए अपनी सेवाएं देने के लिए सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने ई. क्लीनिक, ई. कोर्ट एविडैंस, वीडियो काॅफ्रेंसिंग व टैलीमैडिसिन की सुविधा को प्रदेश की जनता के लिए समर्पित किया। इस अवसर पर किसान मोर्चा शिमला द्वारा भी रक्तदान शिविर में हिस्सा लिया गया और मुख्यमंत्री द्वारा सफाई कर्मचारियों को कंबल वितरित किए गए। लोक कल्याण समिति और समस्त कर्मचारियों द्वारा वहां उपस्थित सभी लोगों व उनके तामीरदारों को खिचड़ी व हलवा वितरित किया गया। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल का भी दौरा किया और नोफल चेरिटेबल संस्था द्वारा प्रदान की गई रोटी बनाने की मशीन का शुभारंभ किया। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज व सांसद सुरेश कश्यप, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान डाॅ. रवि चन्द शर्मा, प्रधानाचार्य डाॅ. रजनीश पठानिया, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. जनकराज व प्रशासनिक अधिकारी डाॅ. राहुल गुप्ता भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
बीते कल नारकण्डा में एक बेहत दुखद घटना पेश आई है। नारकण्डा से हाटु की ओर जा रहे हरियाणा के पर्यटकों की कार दुर्घटना के शिकार हो गई। कार में सवार 4 पर्यटकों में से 2 ने मौके पार ही दम तोड़ जबकि अन्य 2 गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक हरियाणा से आए पर्यटक भारी बर्फ़बारी के बीच हाटु की और बढ़ रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें सावधान भी किया पर उन्होंने एक न सुनी। वह हाटु की ओर शाम को 6:00 बजे रवाना हो गए। कुछ ही दूर चलने के बाद उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिस से दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना की जानकारी SDM कुमारसैन ने अपने सोशल मीडिया पर दी है। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया है। SDM ने अपने पोस्ट में लिखा, "कल एक बहुत दुखद घटना नारकंडा में घटी हरियाणा से आए 4 पर्यटक मना करने के बावजूद भी हाटु की ओर शाम को 6:00 बजे रवाना हो गए कुछ ही दूर चलने के बाद उनकी गाड़ी फिसल गई जिस से दो युवकों की जान मौके पर ही चली गई।" साथ ही उन्होंने बताया है कि प्रशासन ऐतिहातन तौर पर हाटु की तरफ बढ़ रही सड़क को आज से वाहनों कि आवाजाही के लिए बंद कर दिया है। उन्होंने चेतावनी भी दी है यदि कोई शरारती तत्व पर्यटन के नाम पर पर्यटकों को हाटु तक ले जाने कि व्यवस्था करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लिखा, "प्रशासन ऐतिहातन तौर पर हाटु की तरफ बढ़ रही सड़क को आज से वाहनों के लिए बंद करने का आदेश देती है। पर अगर तब भी कुछ शरारती तत्व पर्यटन के नाम पर पर्यटकों को हाटु तक ले जाने का कोई भी व्यवस्था करते हैं तो उन पर उचित कार्रवाई जरूर होगी।" उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि आपकी सुरक्षा आपके अपने हाथ है इसलिए प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। उन्होंने दूसरे पर्यटकों को भी सचेत करने का आग्रह किया है। "व्यवसाय जरूरी है पर जान उससे भी ज्यादा कीमती है। मेरा आप सभी से आग्रह हैं अगर आप किसी पर्यटक को Hatu की तरफ जाते देखें तो अगर मौका लगे तो उनको जरूर सचेत करें कि आगे की राह उनके लिए सुरक्षित नहीं है। यह न केवल उन पर्यटकों के लिए लाभदायक होगा परंतु हमारे प्रशासन, पुलिस, डॉक्टर एवं स्थानीय वालंटियर जिन्होंने कल पूरी रात काम करके एक शव को नीचे से निकालने में मदद की उनकी जान के लिए भी राहत की बात होगी।" उन्हें लिखा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप भाजपा पदाधिकारियों सहित मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ आईजीएमसी एवं दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जयराम सरकार के 3 वर्ष उपलब्धि भरे रहे हैं और यह पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में हर वर्ग का ख्याल रखा है। उन्होंने कहा की राज्य सरकार का अगला 1 वर्ष समावेशी विकास का रहेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ेगा। और ऊर्जावान, समर्पित, दृढ़ निश्चय एवं सरल स्वभाव वाले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएं। आपके कुशल नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश उन्नति एवं समृद्धि के पथ पर तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। ईश्वर से प्रार्थना है कि आप सदैव स्वस्थ एवं आनंदित रहें। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के शासनकाल में‘जन-जन को स्वस्थ बनाना है, हिमाचल को आगे बढ़ाना है। इस संकल्प के साथ हिमाचल सरकार द्वारा ''हिमकेयर योजना'' के अंतर्गत अब तक चार लाख इकसठ हजार से अधिक को पंजीकृत किया जा चुका है और एक लाख पच्चीस हजार से अधिक मरीजों को लाभ दिया जा चुका है और हिमाचल देश का पहला धुआंमुक्त राज्य बना है। यह सब हिमाचल सरकार द्वारा शुरू की गई ‘‘मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा’’ योजना के प्रभावी कार्यान्वयन से संभव हुआ है। राज्य सरकार ने इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में दो लाख नब्बे हजार से अधिक गैस कनेक्शन वितरित किए हैं। इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना एवं सह प्रभारी संजय टंडन ने भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को उनके जन्मदिवस पर शुभकामनाएं दी। प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में सुशासन वाली सरकार चल रही है, और आने वाले समय में भी हिमाचल प्रदेश में विकास कार्य उत्तम गति से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रदेशवासियों के घर पर जाकर समस्याओं का समाधान कर रही है। इसी दृष्टि से प्रदेश सरकार ने राज्य में "जनमंच" कार्यक्रम को प्रभावी तरीके से चलाया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के हजारों परिवार लाभान्वित हो चुके हैं। जनमंच का पूर्ण श्रेय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को दिया जाता है।
अभी कोरोना का खतरा पूरी टला नहीं की भारत में एक और बीमारी ने अपने पैर पसार लिए है, कोरोना महामारी के बीच अब भारत के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। पोल्ट्री फार्म, जलाशयों और प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखने को भी कहा गया है। साथ ही संक्रमण वाली जगहों पर मांस बेचने पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है। इस बर्ड फ्लू के आने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। हिमाचल में सात दिन के भीतर मृतक परिंदों का आंकड़ा 2,403 पहुंच गया है। दिसंबर 2020 में जापान, साउथ कोरिया, वियतनाम और चार यूरोपीय देशों में बर्ड फ्लू के मामले आने शुरू हुए थे और अब ये भारत के कई हिस्सों में फैल चुका है। ये वायरस सिर्फ पक्षियों के लिए ही नहीं बल्कि इंसानों के लिए भी घातक साबित हो सकता है। WHO द्वारा जारी की गई वार्निंग में भी बर्ड फ्लू को इंसानों के लिए घातक बताया गया है? आइए जानते हैं कि आखिर बर्ड फ्लू होता क्या है और ये कैसे फैलता है? क्या होता है बर्ड फ्लू बर्ड फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) भी कहते हैं। ये एक पक्षी से दूसरे पक्षियों में फैलता है। बर्ड फ्लू का सबसे जानलेवा स्ट्रेन H5N1 होता है। H5N1 वायरस से संक्रमित पक्षियों की मौत भी हो सकती है। ये वायरस संक्रमित पक्षियों से अन्य जानवरों और इंसानों में भी फैल सकता है और इनमें भी ये वायरस इतना ही खतरनाक है। इंसानों में बर्ड फ्लू का पहला मामला 1997 में हॉन्ग कॉन्ग में आया था। उस समय इसके प्रकोप की वजह पोल्ट्री फार्म में संक्रमित मुर्गियों को बताया गया था। 1997 में बर्ड फ्लू से संक्रमित लगभग 60 फीसदी लोगों की मौत हो गई थी। ये बीमारी संक्रमित पक्षी के मल, नाक के स्राव, मुंह की लार या आंखों से निकलने वाली पानी के संपर्क में आने से होती है। H5N1 बर्ड फ्लू इंसानों में होने वाले आम फ्लू की तरह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से नहीं फैलता है। एक इंसान से दूसरे इंसान में तभी फैलता है जब दोनों के बीच बहुत करीबी संपर्क हो। जैसे कि संक्रमित बच्चे की देखभाल करने वाली मां या घर के किसी अन्य संक्रमित सदस्य का ख्याल रखने वाले लोग। किन पक्षियों में होता है बर्ड फ्लू बर्ड फ्लू प्रवासी जलीय पक्षियों खासतौर से जंगली बतख से प्राकृतिक रूप से फैलता है। इन जंगली पक्षियों से ये वायरस घरेलू मुर्गियों में फैल जाता है। जंगली पक्षियों से ये बीमारी सूअरों और गधों तक भी फैल जाती है। साल 2011 तक ये बीमारी बांग्लादेश, चीन, मिस्र, भारत, इंडोनेशिया और वियतनाम में फैल चुकी थी। इंसानों में कैसे फैलता है बर्ड फ्लू इंसानों में कैसे फैलता है बर्ड फ्लू- बर्ड फ्लू इंसानों में तभी फैलता है जब वो किसी संक्रमित पक्षी के संपर्क में आए हों। ये करीबी संपर्क कई मामलों में अलग-अलग हो सकता है। कुछ लोगों में ये संक्रमित पक्षियों की साफ-सफाई से फैल सकता है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में ये पक्षियों के बाजार से फैला था। संक्रमित पक्षियों से दूषित पानी में तैरने-नहाने या मुर्गों और पक्षियों की लड़ाई छुड़वाने वाले लोगों में भी बर्ड फ्लू का संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा संक्रमित जगहों पर जाने वाले, कच्चा या अधपका मुर्गा-अंडा खाने वाले लोगों में भी बर्ड फ्लू फैलने का खतरा होता है। H5N1 में लंबे समय तक जीवित रहने की क्षमता होती है। संक्रमित पक्षियों के मल और लार में ये वायरस 10 दिनों तक जिंदा रहता है। बर्ड फ्लू के लक्षण बर्ड फ्लू के लक्षण- बर्ड फ्लू होने पर आपको कफ, डायरिया, बुखार, सांस से जुड़ी दिक्कत, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बेचैनी जैसी समस्या हो सकती है। अगर आपको लगता है कि आप बर्ड फ्लू की चपेट में आ गए हैं तो किसी और के संपर्क में आने से पहले डॉक्टर को दिखाएं। क्या है इलाज अलग-अलग तरह के बर्ड फ्लू का अलग-अलग तरीकों से इलाज किया जाता है लेकिन ज्यादातर मामलों में एंटीवायरल दवाओं से इसका इलाज किया जाता है। लक्षण दिखने के 48 घंटों के भीतर इसकी दवाएं लेनी जरूरी होती हैं। बर्ड फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के अलावा, उसके संपर्क में आए घर के अन्य सदस्यों को भी ये दवाएं ली जाने की सलाह दी जाती है, भले ही उन लोगों में बीमारी के लक्षण ना हो। कैसे करें बचाव जो भी बचाव के तरीके हम कोरोना महामारी के लिए इस्तेमाल कर रहे है जैसे मास्क लगाना, संक्रमितों से दुरी बनाएं रखना, सांइटिज़ेर का इस्तेमाल करना, ये सभी आदतें हमें बर्ड फ्लू से बचा सकती है। इसके साथ ही हमें संक्रमण वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए, अधपक्के मास का सेवन नहीं करना चाहिए।
Avian Influenza (AI) viruses have been circulating worldwide for centuries with four known major outbreaks recorded in the last century. India notified the first outbreak of avian influenza in 2006. Infection in humans is not yet reported in India though the disease is zoonotic. There is no direct evidence that AI viruses can be transmitted to humans via the consumption of contaminated poultry products. Implementing management practices that incorporate bio security principles, personal hygiene, and cleaning and disinfection protocols, as well as cooking and processing standards, are effective means of controlling the spread of the AI viruses. In India, the disease spreads mainly by migratory birds coming into India during winter months i.e. from September – October to February – March. The secondary spread by human handling (through fomites) cannot be ruled out. Present outbreak After confirmation of positive samples from ICAR-NIHSAD, AI has been reported from the following States (at 12 epicentres) – Rajasthan(crow) - Baran, Kota, Jhalawar Madhya Pradesh(crow) - Mandsaur, Indore, Malwa Himachal Pradesh (migratory birds) - Kangra Kerala (poultry-duck) - Kottayam, Allapuzha (4 epicentres) Accordingly, an advisory has been issued each to the States of Rajasthan and MP on 1st January 2021, so as to avoid further spread of the infection. As per the information received from State of Madhya Pradesh and Rajasthan control measures is being taken as per the guidelines of National Action Plan of Avian Influenza. Another advisory has been issued on 5th January, 2021 to HP where the State has been advised to take measures so as to avoid further spread of disease to poultry. As per the report received, Kerala has already initiated control and containment operations from 05.01.20121 at epicentres and culling process is in operation. Department of Animal Husbandry & Dairying, Government of India has also set up a control room in New Delhi to keep watch on the situation and to take stock on daily basis of preventive and control measures undertaken by State authorities. The measures suggested to the affected States to contain the disease and prevent further spread as per the Action Plan on Avian Influenza include strengthening the bio security of poultry farms, disinfection of affected areas, proper disposal of dead birds/carcasses, timely collection and submission of samples for confirmation and further surveillance, intensification of surveillance plan as well as the general guidelines for prevention of disease spread from affected birds to poultry and human. Coordination with forest department for reporting any unusual mortality of birds was also suggested to the States. The other states were also requested to keep a vigil on any unusual mortality amongst birds and to report immediately to take necessary measures.
कोरोना महामारी के बाद अब प्रदेश में बर्ड फ्लू के घातक H5N1 वायरस के काले बादल मंडरा रहा है। इस घातक वायरस से पक्षी ही नहीं इंसान भी खतरे में हैं। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के लिए प्रदेश सरकार से इंसानों में बर्ड फ्लू की टेस्टिंग के लिए अनुमति मांगी है। विभाग ने यह कदम इसलिए उठाए हैं ताकि बर्ड फ्लू के लक्षणों की समय पर जांच व उपचार हो सके। इसके अलावा फील्ड कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि फ्लू के लक्षण मिलने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें। मंगलवार को विभाग ने एच5 एन1 फ्लू को हराने के लिए कांगड़ा जिले में ब्लॉक स्तर पर दवाइयां पहुंचा दी हैं। आयुर्वेद विभाग लोगों को इम्युनिटी बढ़ाने के लिए घरेलू नुस्खे और आयुर्वेदिक काढ़ा इस्तेमाल करने की सलाह दे रहा है। अधिकारियों का कहना है कि घर में भी लोग तुलसी, लौंग, काली मिर्च और आंवले का इस्तेमाल कर अपनी इम्युनिटी बढ़ा सकते हैं। उनका कहना है कि किसी भी फ्लू से बचने के लिए इम्युनिटी और विटामिन-सी लेना बेहद जरूरी है।
सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटिड ने आज राज भवन शिमला में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य रेडक्राॅस को एक एम्बूलेंस भेंट की। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने एसजेवीएनएल के अध्यक्ष और प्रबन्धन निदेशक नन्द लाल शर्मा द्वारा निगम की ओर से भेंट की गई एम्बूलेंस की चाबियां प्राप्त कीं। हिमाचल प्रदेश रेडक्राॅस कल्याण शाखा की अध्यक्षा डाॅ. साधना ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थीं। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह एक पुनीत कार्य है। इसके माध्यम से आपात परिस्थितियों में मरीजों को सुविधा प्रदान करने और रेडक्राॅस की गतिविधियों को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी। दत्तात्रेय ने सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन करने के लिए एसजेवीएनएल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे अन्य संस्थानों को भी प्रेरणा मिलेगी और वह समाज के गरीब व वंचित वर्गों के लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा के लिए कार्यरत राज्य रेडक्राॅस को उदारतापूर्वक अंशदान के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने प्रदेश में जल विद्युत क्षमता के दोहन के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन के लिए निगम के प्रयासों की सराहना की। डाॅ. साधना ठाकुर ने राज्यपाल को शाखा की गतिविधियों से भी अवगत करवाया और कहा कि आने वाले दिनों में रेडक्राॅस की गतिविधियों को और अधिक गति प्रदान की जाएगी। इसके उपरान्त, डाॅ. साधना ठाकुर ने मानसिक स्वास्थ्य एवं पुनर्वास केन्द्र शिमला के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. संजय पाठक को एम्बूलेंस की चाबियां सौंपी। नन्द लाल शर्मा ने एसजेवीएनएल द्वारा भारत के विभिन्न हिस्सों और विदेश में कार्यान्वित की जा रही विभिन्न परियोजनाओं के बारे में राज्यपाल को अवगत करवाया। राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर और राज्य रेडक्राॅस के महासचिव पी.एस. राणा, राज्य रेडक्राॅस के सचिव व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश राज्य मंत्रिमंडल की बैठक मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मंत्रिमंडल ने भारत में कोरोना वैक्सीन के प्रयोग को अनुमति देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करने के लिए प्रस्ताव पारित किया। इससे भारत विश्व के अन्य देशों में अग्रणी बना है। मंत्रिमण्डल ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत वैक्सीन के उत्पादन के लिए देश के वैज्ञानिकों का भी आभार व्यक्त किया। मंत्रिमण्डल ने अमेरिका की डेटा फर्म माॅर्निंग कंसल्ट द्वारा देश में कोविड-19 महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ और सबसे लोकप्रिय राजनेता आंके जाने पर बधाई दी है। मंत्रिमण्डल ने शिमला, कांगड़ा, मण्डी और कुल्लू जिलों में लगाए गए रात्रि क्फ्र्यू को हटाने और प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में पहले की तरह छः दिन के कार्य दिवस को बहाल करने का निर्णय लिया। मंत्रिमण्डल ने राज्य में प्रशिक्षण कक्षाओं को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ अनुमति प्रदान करने का निर्णय लिया। इसके लिए राज्य शिक्षा विभाग द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया जारी की जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग के आग्रह पर मंत्रिमण्डल ने आंतरिक बैठकों में 50 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं देने की शर्त में छूट देने का निर्णय लिया है। इससे आयोग को चुनाव से सम्बन्धित प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभावी तरीके से चलाने में मदद मिलेगी। राज्य में कोविड-19 की परिस्थिति के दृष्टिगत मंत्रिमण्डल ने आईजीएमसी शिमला, सीएचसी नालागढ़ और डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा मंे मेक शिफ्ट अस्पतालों को कार्यशील बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए वार्ड सिस्टर, स्टाफ नर्सों, डीईओज और चतुर्थ श्रेणी को कुछ समय के लिए आउट सोर्स आधार पर जबकि चिकित्सा अधिकारियों की व्यवस्था फ्रेश अथवा सीधे वाॅक इन इन्टरव्यू के माध्यम से की जाएगी। भविष्य में कोविड की परिस्थिति के दृष्टिगत एचएलएल के प्रस्ताव को अस्थगित रखने का निर्णय लिया गया है। मंत्रिमण्डल ने राज्य में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, हिम केयर योजना और राजकीय चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए निजी अस्पतालों के पंजीकरण हेतु सिंगल विंडो एम्पेन्लमेंट शुरू करने को भी स्वीकृति प्रदान की। मंत्रिमण्डल के समक्ष बागवानी विभाग ने मार्च, 2021 तक छः माह के लक्ष्यों और अपै्रल, 2021 से मार्च, 2022 तक के लक्ष्यों के बारे में प्रस्तुति दी। इस अवसर पर पशु पालन विभाग ने भी एवियन इन्फ्लुएंजा के बारे में प्रस्तुति दी। मंत्रिमण्डल ने स्वास्थ्य और पशु पालन विभाग को एवियन फ्लू की उचित दवाओं और कर्मचारियों के लिए पीपीई किट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का परामर्श दिया। मंत्रिमण्डल ने उपायुक्त जिला कांगड़ा द्वारा आवागमन के लिए लगाए गए प्रतिबन्धों की सख्ती से अनुपालना करने की सलाह दी।
उपमंडल चौपाल में नामांकन जांच के दौरान वार्ड 14 पौडीया नेरवा से भाजपा की बागी उम्मीदवार रमला रांटा का नामांकन रद्द हो गया है। रमला रांटा वोटर लिस्ट में नाम न होने के कारण नामांकन रद्द हो गया। गौरतलब है कि रमला रांटा ने हाल ही में भाजपा महिला मोर्चा के पद से इस्तीफा दिया था और जिला परिषद के लिए बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन भरा था। रमला निवर्तमान पंचायत समिति चौपाल के देवत वार्ड से भी सदस्य हैं। एसडीएम नरेंद्र चौहान ने कहा कि वोटर लिस्ट में नाम न होने के कारण रमला रांटा का नामांकन रद्द किया गया है। अब जिला परिषद वार्ड 12 सराह (चौपाल) से 4 उम्मीदवार, वार्ड 13 मझौली (कुपवी) से 8 उम्मीदवार जबकि वार्ड 14 पौडीया (नेरवा) से तीन उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इसके अलावा पंचायत समिति में भी दो उम्मीदवारों वार्ड 6 धनत से शक्ति कुमारी और सपना के नामांकन रद्द हो गए हैं। तहसीलदार चौपाल उमेश शर्मा ने बताया कि शक्ति कुमारी और सपना के नामांकन पत्रों में त्रुटियां होने के कारण नामांकन रद्द किए गए हैं। काबिले गौर रहे की रमला रांटा जिला परिषद की सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही थी लेकिन नामांकन रद्द होने के चलते उनके समर्थकों में खासी निराशा देखी जा रही है और इसका सीधा फायदा भाजपा को मिलना तय माना माना जा रहा है।
शहर में नशे के बढ़ते कारोबार के चलते पुलिस ने नशा तस्करो पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने किन्नौर से चंडीगढ़ जा रही एचआरटीसी की बस से नशे की बड़ी खेप बरामद की है। जिला पुलिस को यह कामयाबी किन्नौर के छितकुल से चंडीगढ़ जा रही एचआरटीसी बस की चेकिंग के दौरान मिली है। जानकारी के अनुसार शोघी के खवारा पुलिस स्टेशन के पास पुलिस की टीम ने नाका लगाया था। नाके के दौरान बस की चेकिंग की गई। इस दौरान बस में सवार नेपाली मूल के भगत सिंह के पास से 6.855 किलो ग्राम अफीम बरामद की गई है। वहीं इस बारे में एसपी मोहित चावला ने बतया कि आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ एनडीपीएस के तहत करवाई की जाएगी।
कोरोना के नए स्ट्रेन की चिंता के बाद अब देश भर में बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा गया है। हरियाणा में 1लाख मुर्गिओं की मौत ने देश भर में डर का माहौल बना दिए है। 5 दिसंबर को हरियाणा के बरवाला क्षेत्र में रहस्यमय तरीके से मुर्गियों के मरने का सिलसिला शुरू हुआ,जिसके चलते यहां करीब एक लाख मुर्गी और चूजों की मौत हो चुकी है। राज्य के पशुपालन विभाग ने प्रभावित फार्मो में पाई गई मृत मुर्गियां के 80 सैम्पल इकट्ठे कर उन्हें जांच के लिए जालंधर की रीजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लैबोरेट्री में भेज दिए है। राजस्थान, मध्यप्रदेश के बाद हिमाचल और केरल में बर्ड फ्लू की चिंता को मध्यनज़र राज्य सरकारों ने अब अलर्ट जारी कर दिए है। पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने बताया कि 'कौओं के सैम्पल भोपाल की स्टेट डी.आई. लैब भेजे गए हैं. इंदौर और मंदसौर से भेजे गए सैंपल में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के पॉन्ग डैम की झील में मरे प्रवासी पक्षिओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है, जिसके चलते प्रशासन ने डैम के नजदीक मांस व अंडा बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जयराम सरकार की इस साल की पहली कैबिनेट बैठक सचिवालय में शुरू हो गई है। आज की इस कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले होने के आसार है। हालांकि, पंचायती राज चुनाव की आदर्श चुनाव आचार संहिता के चलते सरकार कोई बड़ी घोषणा तो कैबिनेट में नहीं कर सकती है, लेकिन कोविड-19, हिमाचल दिवस और गणतंत्र दिवस को लेकर कैबिनेट में रणनीति बन सकती है। इसके अलावा बर्ड फ्लू की दस्तक को लेकर भी कैबिनेट में चर्चा की जाएगी। कोरोना वैक्सीन ट्रायल को लेकर भी कैबिनेट में चर्चा हो सकती है। वही चार ज़िलों में लागू रात्रि कर्फ्यू को लेकर भी कैबिनेट में आज नया फैसला लिया जा सकता है। कैबिनेट में विभिन्न विभागों की प्रेजेंटेशन दी जा सकती है। इसके अलावा कई अन्य निर्णय लिए जा सकते है जो चुनाव आचार संहिता के दायरे में नहीं आते हों। बता दें कि जयराम सरकार ऐसी पहली सरकार है जिसने सत्ता में आने से पहले हर माह 3 कैबिनेट बैठक करने का निर्णय लिया था। यही वजह है कि हर माह पहले तीसरे और चौथे हफ्ते में कैबिनेट हो जाती है। इसके अलावा बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने 25 जनवरी, 2021 को प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती समारोह के शानदार आयोजन हेतु तैयारियों को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने के लिए आज रिज मैदान का दौरा किया। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जेसी शर्मा, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, पुलिस अधीक्षक मोहित चावला, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने धारा 144 के अंतर्गत निहित शक्तियों का प्रयोग कर आदेश जारी करते हुए बताया कि जिला शिमला में रात्रि कर्फ्यू रात 10 बजे सुबह 6 बजे तक 31 जनवरी, 2021 तक प्रभावी रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान 28 नवम्बर, 2020 को जारी किए गए आदेशों में निहित शर्तें लागू रहेगी। उन्होंने बताया कि यह आदेश जिला शिमला में 06 जनवरी, 2021 से 31 जनवरी, 2021 तक लागू रहेंगे। उन्होंने बताया कि आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ धारा 188, 269 व 270 के तहत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के उस बयान पर घोर आपत्ति व्यक्त की है जिसमें उन्होनें कहा है कि भातरीय जनता पार्टी स्थानीय निकायों के चुनावों में अपने पैनल घोषित करके राजनीति कर रही है। इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रभारी पुरषोतम गुलेरिया तथा प्रदेश उपाध्यक्ष रतन सिंह पाल ने संयुक्त वक्तव्य में कहा है कि भारतीय जनता पार्टी एक लोकतांत्रिक पार्टी है जिसमें पन्ना प्रमुख से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक के चुनाव लोकतांत्रिक ढंग से होते हैं। उसी लोकतांत्रिक तरीके से इस पार्टी में हर चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन होता है जिन्हें पार्टी के छोटे से लेकर बड़े से बड़े कार्यकर्ता का समर्थन मिलता है। हमने तो कार्यकर्ताओं की आवाज के अनुसार भाजपा समर्थित उम्मीदवारों के पैनल दिए हैं यदि आप के अंदर दम है तो आप अपना पैनल घोषित करें। भाजपा नेताओं ने कहा कि वास्तव में कुलदीप राठौर की समस्या यह है कि ये कांग्रेस पार्टी में केवल एक धड़े के अध्यक्ष हैं, बाकि तीन धड़े तो इन्हें अपना अध्यक्ष भी नहीं मानते। इस कारण से यह खुद तो कांग्रेस अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर नहीं सकते यदि भाजपा ने हर जिले में पहले ही कर दिए हैं तो इनको अपनी जमीन खिसकती नजर आ रही है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी पूरी गंभीरता व योजनाबद्ध तरीके से चुनाव मैदान में उतर चुकी है। पार्टी का हर कार्यकर्ता मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करके तथा किए गए विकास के नाम पर लोेगों से वोट मांग रहे हैं जबकि कांग्रेस के पास लोगों में भ्रम फैलाने के सिवाये कोई मुद्दा नहीं है। भाजपा नेताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता दिन-रात एक करके भारी बहुमत से इन पंचायतीराज एवं स्थानीय निकाय चुनावो में पार्टी को विजय दिलायेंगे क्योंकि प्रदेश की जनता जागरूक है और कांग्रेस की भ्रमित करने वाली राजनीति में नहीं आने वाली। उन्होनें कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को सलाह देते हुए कहा कि वह भाजपा की चिंता छोड़े और अपने बिखरते हुए कुनबे को संभाले।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार और मंगलवार को भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश, ओलावृष्टि तथा तेज हवाओं के आसार भी जताए गए हैं। प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है परंतु फिर भी प्रदेश के कुछ एक क्षेत्रों में शून्य से नीचे तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निर्देशक मनमोहन सिंह ने कहा कि आज और कल के लिए हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फ़बारी की चेतावनी जारी की गई है जिसके चलते आज मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं 5 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र शिमला, नारकंडा, चंबा, कांगड़ा तथा लौहल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने भी सैलानियों से वाहन चलाने को लेकर सावधानी बरतने के लिए कहा है।
कोरोना महामारी के बीच अब बर्ड फ्लू भी तांडव मचा रहा है। राजस्थान, मध्य प्रदेश में दस्तक के बाद झारखंड, हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। बता दें, हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पोंग डैम सेंक्चुरी में भी 1200 प्रवासी पक्षियों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। जिस के बाद डीसी कांगड़ा ने फतेहपुर, जवाली और देहरा के एसडीएम को भी अलर्ट कर दिया है। बर्ड फ्लू फैलने की आशंका के चलते डीसी कांगड़ा ने सोमवार को फतेहपुर, जवाली और देहरा के एसडीएम के साथ हालात पर काबू पाने को लेकर आपातकालीन बैठक रखी है। इसमें वन्य जीव प्राणी और पशुपालन विभाग के अधिकारी भी भाग लेंगे। अभी तक सिर्फ प्रवासी पक्षियों की ही मौत हुई है। हो सकता है कि इन पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू की वजह से हुई हो। मृत परिंदों के सैंपल लेकर मध्यप्रदेश के भोपाल की एक प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। जिसकी रिपोर्ट सोमवार को आ सकती है। इससे पता चलेगा कि आखिर पक्षियों की मौत हुई कैसे। पौंग झील के किनारे एक किलोमीटर तक के एरिया को मानव गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित किया गया है। झील के आसपास करीब 11 किलोमीटर के एरिया को निगरानी में रखा जा रहा है। उधर, पौंग झील में अभी तक 1177 प्रवासी पक्षियों की मौत की पुष्टि हुई है। बारिश की वजह से रविवार को मृतक पक्षियों की गणना नहीं की जा सकी। वहीं, बताया जा रहा है कि राजस्थान की राजधानी जयपुर में बर्ड फ्लू की दस्तक से अधिकारियों के भी हाथ-पांव फूल गए है अब तक झालावाड़ में 100, कोटा में 47, बारां में 72, पाली में 19 और जयपुर के जलमहल पर 10 कौए सहित प्रदेश भर में 245 कौओं की मौत हो चुकी है। कौओं की मौत से हरकत में आई पशुपालन विभाग की कोटा संभाग की टीम जांच करने झालावाड़ पहुंची। जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को सैनिटाइज भी कराया साथ ही सभी मृत कौओं को प्रोटोकॉल के मुताबिक गड्ढे खोदकर जलवाया भी, जिससे इलाके में संक्रमण का खतरा ना बढ़ सके। क्या इंसानों के लिए खतरनाक है बर्ड फ्लू? बर्ड फ्लू के नाम से पहचाने जाने वाली यह बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 के कारण होती है, यह वायरस पक्षियों और इंसानों को अपना शिकार ज्यादा बनाता है। जिसकी चपेट में आकर पक्षी तो दम तोड़ ही देते हैं। साथ ही यह इंसानों के लिए भी बेहद खतरनाक है। इससे जान जाने का भी खतरा है। बर्ड फ्लू के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं जैसे सांस लेने में समस्या, उल्टी होने का एहसास, बुखार, नाक बहना, मांसपेशियों, पेट के निचले हिस्से और सिर में दर्द रहना। यह वायरस इंसानों में आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है। डॉक्टर अकसर सलाह देते हैं कि अगर बर्ड फ्लू का संक्रमण इलाके में फैला है तो नॉनवेज खरीदते वक्त साफ-सफाई रखें और संक्रमित एरिया में मास्क लगाकर ही जाएं। बर्ड फ्लू के कहर को देखते हुए केंद्र समेत राज्य सरकारों ने भी अलर्ट जारी कर दिया है।
नए साल में कोरोना महामारी से निजात मिलने की उम्मीद है। देश में वैक्सीन का ड्राई रन आज किया गया है और जल्दी ही वैक्सीन लोगों लगाने का काम भी शुरू हो जाएगा। पूरे देश के साथ हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया गया। प्रदेश के शिमला में तीन जगहों डीडीयू अस्पताल, तेंजिन अस्पताल और कसुम्पटी के सरकारी स्कूल में वैक्सीन का ड्राई रन किया गया जिसमें 25-25 लोगों को ट्रायल के तौर पर वैक्सीन लगाई गई। ड्राई रन के बाद देश में वैक्सीन लगाने का फाइनल दौर शुरू हो जाएगा। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी उसके बाद अन्य लोगों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू होगा। शिमला में डब्ल्यूएचओ की टीम की निगरानी में वैक्सीन का ड्राई रन किया गया। वेक्सिनेशन में 5 मेम्बर की टीम रहेगी। पहले से रजिस्ट्रेशन होगी फिर जिन लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए मेसेज किया है उनकी लिस्ट वेरिफिकेशन होगी और उसके बाद उसको वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगाने के बाद मरीज को आधे घंटे के लिए ऑब्जरवेशन में रखा जाएगा जंहा पर देखा जाएगा कि वैक्सीन का मरीज को कोई साइड इफेक्ट तो नहीं हुआ।ऑब्जरवेशन के बाद मरीज को घर भेज दिया जाएगा और वैक्सीन लगाने की अगली डेट भी दी जाएगी। ड्राई रन का मकसद वैक्सीन के लगाए जाने पर किसी भी तरह की खामी न हो उसको दूर करना है। ड्राई रन के आधार पर ही प्रदेश में वैक्सीन लगाने का काम शुरू होगा।
भाजपा अध्यक्ष एवं संसद सुरेश कश्यप ने कहा विश्व के नेताओं की उनके कार्यकाल में स्वीकृति या दूसरे शब्दों में कहें तो उनकी लोकप्रियता पर नजर रखने वाली डेटा फर्म के सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अप्रूवल रेटिंग सबसे ज्यादा है। वैश्विक स्तर पर सर्व और रिसर्च करने वाली फर्म मॉर्निंग कंसल्ट के नवीनतम सर्वेक्षण के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेट अप्रूवल रेटिंग 55 प्रतिशत रही है जो सबसे अधिक है। इसी तरह जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की स्वीकृति रेटिंग 24 प्रतिशत रही जबकि मैक्सिकन राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर का स्कोर 29 और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन का स्कोर 27 था। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की अप्रूवल रेटिंग नकारात्मक रही है जिसका मतलब है कि उनका समर्थन करने वालों के मुकाबले विरोध करने वालों की संख्या अधिक है। लोकप्रियता के हर पैमाने पर हमारे प्रधानमंत्री अव्वल उन्होंने कहा स्विट्जरलैंट के पोलिंग संगठन गैलअप इंटरनेशनल एसोसिएशन के अप्रैल में जारी सर्वे के मुताबिक भारत की 91 प्रतिशत जनता ने माना कि मोदी सरकार कोरोना महामारी में बहुत अच्छा काम कर रही है। इससे पहले 2019 के गैलप सर्वे में भी देश के 69 % लोगों ने कहा था कि वे मोदी जी के नेतृत्व में सुरक्षित हैं। 12 सितंबर, 2020 को आईएएनएस सीवोटर कोविड-19 ट्रैकर के सर्वे में पीएम मोदी की रणनीति को 75.8 प्रतिशत लोगों ने समर्थन दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदानोम गेब्रिएसस ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भरपूर सराहना की। उन्होंने कहा कि 1 जनवरी से भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC ) के अस्थाई सदस्य के तौर पर अपना कार्यकाल शुरू किया। रिषद में भारत नॉर्वे, केन्या, आयरलैंड और मेक्सिको के अलावा पांच स्थायी सदस्यों चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका और asthai सदस्यों एस्तोनिया, नाइजर, सेंट विंसेंट, ट्यूनीशिया और वियतनाम के साथ बैठेगा। भारत अगस्त 2021 में 15 देशों वाली शक्तिशाली परिषद के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाएगा। ऐसा नेतृत्व भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गर्व की बात है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में आज से मौसम बदलेगा। शनिवार को छह मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के कई क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। तीन से पांच जनवरी तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने की संभावना है। चार और पांच जनवरी को अधिक बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में यह बदलाव आ रहा है। इसमे 3 से पांच तक प्रेदेश में मौसम खराब रहेगा। इसमे 4 ओर 5 जनवरी को प्रदेश के ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है।
साल 2021 की जयराम सरकार की पहली कैबिनेट बैठक 5 जनवरी को होने जा रही है। 5 जनवरी को यह कैबिनेट की बैठक राज्य सचिवालय में रखी गई है। सुबह साढ़े दस बजे शिखर सम्मेलन हॉल में ये कैबिनेट आयोजित की जाएगी। पंचायती राज चुनाव की आदर्श चुनाव आचार संहिता के चलते सरकार कोई बड़ी घोषणा तो कैबिनेट में नही कर सकती हैं। कोविड-19 को हिमाचल दिवस और गणतंत्र दिवस को लेकर कैबिनेट में रणनीति बन सकती है। कोरोना वैक्सीन ट्रायल को लेकर कैबिनेट में चर्चा हो सकती है। कैबिनेट में विभिन्न विभागों की प्रेजेंटेशन दी जा सकती है। इसके अलावा कई अन्य निर्णय लिए जा सकते है जो चुनाव आचार संहिता के दायरे में नहीं आते हों। बता दे कि जयराम सरकार ऐसी पहली सरकार है जिसने सत्ता में आने से पहले हर माह 3 कैबिनेट बैठक करने का निर्णय लिया था। यही वजह है कि हर माह पहले तीसरे और चौथे हफ्ते में कैबिनेट हो जाती है। इसके अलावा बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए जा सकते हैं।
शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में शैक्षणिक सत्र 2020-21 की बोर्ड परीक्षाएं 4 मई, 2021 से शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण उत्पन्न स्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा यह निर्णय सीबीएसई की परीक्षा तिथियों की घोषणा तथा पिछले दिनों सरकार, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, अध्यापकों एवं अभिभावकों के साथ हुई चर्चा के बाद लिया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए स्कूलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। स्कूलों में भीड़ जमा न हो, इसके लिए नाॅन-बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाएं 10 अपै्रल, 2021 से स्कूलों द्वारा आयोजित की जाएंगी। इसी प्रकार, दसवीं एवं बाहरवीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाएं 4 मई, 2021 से ऑफलाइन आयोजित की जाएंगी। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षाओं की डेट शीट शीघ्र जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं 15 से 30 अपै्रल, 2021 के बीच आयोजित की जाएंगी, इन परीक्षाओं के प्रश्न पत्र इस वर्ष स्कूलों द्वारा अपने स्तर पर तैयार किए जाएंगे, लेकिन परीक्षाएं बोर्ड द्वारा निर्धारित तिथियों पर ही ली जाएंगी।
कोरोना वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। वैक्सीनेशन चार फेज में किया जाएगा। पहले फेज में हेल्थ वर्कर, दूसरे में फ्रंट लाइनर, जिसमें पुलिस, होमगार्ड, सफाई कर्मचारी व सेना के कर्मचारी शामिल हैं। तीसरे फेज में 50 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग व्यक्तियों को वैक्सीन लगाई जाएगी और चौथे फेज में 50 साल से कम उम्र के बीमार लोगों को वैक्सीन का इंजेक्शन लगाया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में अभी 300 सेंटर बनाने का फैसला लिया है। सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक हिमाचल में तीन दिन में करीब 90 हजार फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगा दिया जाएगा। एक दिन में एक सेंटर पर 100 लोगों को टीके लगाए जाएंगे। हर सेंटर में 4 लोगों की टीम होगी। सेंटर में उन्हीं लोगन को एंट्री मिलेगी जिनके पास स्वास्थ्य विभाग दिए गए आईडी नंबर होंगे। इस टीके को बाजु में लगाया जाएगा। इसको लेकर भी टीम को प्रशिक्षण दिया गया है। वैक्सीन के अलावा सिरिंज केंद्र सरकार ही उपलब्ध कराएगी।
हिमाचल प्रदेश में अब राशन कार्ड में नया नाम दर्ज करवाने और नाम कटवाने के लिए लोगों को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी l हिमाचल प्रदेश में अब राशन कार्ड पंचायतीराज विभाग ही बनाएगा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने राशन कार्ड बनाने के लिए पंचायत सचिवों को ट्रेनिंग दी है। अब पंचायत सचिव ही राशन कार्ड बनाएँगे l साथ ही विभाग ने पंचायत सचिवों को राशन कार्ड के डाटाबेस से संबंधित यूआईडी और पासवर्ड भी जारी कर दिया गया है। प्रदेश में राशन कार्ड फर्जीवाड़ा रोकने के लिए पंचायत सचिव को यह जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले भी प्रदेश में बड़े स्तर पर राशन कार्ड फर्जीबाड़ा हुआ था। लोगों को पहले राशन कार्ड में अपडेट करवाने या नया राशन कार्ड बनाने के लिए खाद्य आपूर्ति विभाग के कार्यालय जाना पड़ता था। अगर किसी ने डिपो बदलना होता था तो भी खाद्य आपूर्ति विभाग के दफ्तर जाना पड़ता था। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि खाद्य आपूर्ति नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतीराज विभाग ही लोगों के राशनकार्ड बनाएगा।
शिमला : भाजपा प्रवक्ता विनोद ठाकुर ने संयुक्त बयान में कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर के लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि कांग्रेस को झूठ बोलने की आदत है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संकटकाल में कांग्रेस धरातल से गायब थी और केवल अपने एयर कंडीशन ऑफिस या ड्राइंग रूम से पार्टी को चला रही थी। भाजपा नेताओं ने कहा कि यह जनता जानती है कि भाजपा के विधायक और मंत्री अस्पतालों के अंदर निरीक्षण के लिए गए इस समय कांग्रेस का योगदान शून्य था। उन्होंने कहा कांग्रेस तो यू-टर्न संगठन बनकर रह गया है पहले उनके नेता सरकार को सुझाव देते हैं और जब उनके सुझाव मान लिए जाते हैं तो उन्हीं सुझावों की कांग्रेस द्वारा निंदा की जाती है। भाजपा नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा रोस्टर में किसी भी प्रकार की धांधली नहीं की गई है रोस्टर 100% पारदर्शी है, उन्होंने कहा कि बार-बार कुलदीप राठौर अपने संगठन को चुस्त दुरुस्त करने की बात करते हैं 3 साल हो गए हैं संगठन तो जैसे का तैसा ही है। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय में जो नियुक्तियां चल रही है उसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं है अगर कांग्रेस के नेताओं को लगता है कि कोई नियम तोड़े गए हैं तो वह कोर्ट में इनको चुनौती क्यों नहीं देते। कांग्रेस के नेता केवल आरोप लगाकर अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं। कोविड-19 संकटकाल में भी जयराम सरकार ने नौकरियों का पिटारा खोला है इसका मतलब साफ है कि हिमाचल सरकार बेरोजगारी के खिलाफ एक जंग लड़ रही है।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनीतिक, शादियों के आयोजन के लिए कंटेनमेंट जोन के बाहर 50 लोगों की सीमा निर्धारित की गई है। यह बात जिला दण्डाधिकारी एवं उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने कही। उन्होंने बताया कि यह नियम जिला में कोविड महामारी की रोकथाम एवं सार्वजनिक हितों के मद्देनजर लिए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि सामुदायिक धाम में स्वच्छता एवं साफ-सफाई के लिए बायोडिग्रेडेबल प्लेट एवं कपों का प्रयोग करना तथा कैटरिंग स्टाफ को 96 घंटे पूर्व रेपिड एंटिजन टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा, जिससे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने बताया कि उपमण्डल स्तर पर किसी भी आयोजन के लिए एसडीएम की अनुमति एक सप्ताह पूर्व लेना आवश्यक है तथा संबंधित आयोजकों को एसडीएम के समक्ष लिखित रूप में देना होगा कि कोविड महामारी के सुरक्षा नियमों की पूर्ण रूप में अनुपालना की जाएगी। आदित्य नेगी ने बताया कि कोविड की सुरक्षा के दृष्टिगत इस दौरान आयोजन स्थल पर थर्मल स्क्रिनिंग, सामाजिक दूरी एवं सैनेटाइजर का प्रयोग करना अनिवार्य होगा तथा मास्क संबंधित आदेशों का भी सख्ती से पालन किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी की रोकथाम के लिए एसडीएम, तहसीलदार/नायब तहसीलदार, थाना प्रभारी को बेहतर समन्वय स्थापित करना होगा, ताकि धरातल पर सामुदायिक जागरूकता उत्पन्न हो सके। उन्होंने सामुदायिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों, युवक मंडलों, समाज के प्रबुद्ध नागरिकों, व्यापार मण्डल के सदस्यों से सहयोग की अपील की, जिससे इस वैश्विक महामारी की रोकथाम में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि यह आदेश 31 जनवरी, 2021 तक तत्काल प्रभाव से लागू किए गए हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के निर्देशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी तथा समाज के हर वर्ग से सहयोग की अपील की।
शिमला के तारादेवी में कालका रेलवे लाइन पर टनल 91 में एक दर्दनाक हादसा पेश आया है , हादसे में एक युवक ट्रेन की चपेट आ गया। ट्रेन की टक्कर से युवक की मौत हो गई है । मृतक की पहचान अजय खरे (26) पुत्र अशोक खरे निवासी ग्वालियर मध्यप्रदेश के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार ग्वालियर मध्यप्रदेश के 6 युवक तारा देवी कैंपिंग साइट पर आए थे। इनके साथ उनका इंचार्ज विवेक भी शामिल था। इस दौरान टनल 91 में अजय ट्रेन की चपेट में आ गया। ट्रेन की टक्कर से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को इलाज के लिए आईजीएमसी लाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वहीं, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने घटना के संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नववर्ष के आगमन पर सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट शिमला द्वारा जिला शिमला में पंथाघाटी, संजौली और बनूटी में ट्रस्ट और विद्यार्थी परिषद शिमला के कार्यकताओं द्वारा जरूरतमंदों को वस्त्र एवं कंबल वितरित किए गए। सरकार द्वारा दिये गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए उचित दूरी बना कर ये कार्य पूरा किया गया । सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट शिमला द्वारा आयोजित वस्त्र बैंक कार्यक्रम में पिछले 16,19 और 22 दिसंबर को वस्त्र एकत्रीकरण किया गया था। जिसमें शिमला के लोगों ने काफी उत्साह दिखाया व अपने घरों से पुराने वस्त्रों को दान किया। शिमला के संजौली बस स्टैंड, बीसीएस, पुराना बस स्टैंड, समरहिल चौक, टुटु चौक आदि स्थानों पर ट्रस्ट के कार्यकताओं द्वारा वस्त्र एकत्र किए गए थे। इस वस्त्र बैंक में शिमला की जनता ने अपना भरपूर सहयोग एवं योगदान दिया ट्रस्ट के सचिव डॉ सुरेन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि ट्रस्ट प्रत्येक वर्ष विभिन्न कार्यक्रम समाज एवं राष्ट्र हित में करवाता आ रहा है। सर्दियों के इस मौसम में ट्रस्ट प्रत्येक वर्ष वस्त्र बैंक का आयोजन करता है . जिसमें जरूरतमंदों को वस्त्र वितरित किए जाते हैं उसी के अंतर्गत आज शिमला के अन्दर निधारित स्थानों पर जरूरतमंदों को ठंड से बचने के लिए ट्रस्ट द्वारा वस्त्र और कंबल दिए गए। सुरेंद्र शर्मा ने सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट की तरफ से सभी शिमला वासियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं और इस अभियान को सफल बनाने के किए सभी शिमला के निवासियों का आभार जताया और कहा कि आने वाले समय में भी आप सभी का सहयोग हमे इस तरह मिलता रहे।
हिमाचल प्रदेश में होने वाले शहरी निकाय चुनाव के लिए वीरवार को नामांकन वापिस लेने की आखरी तारीक तय की गयी थी। राज्य चुनाव आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक वीरवार शाम 6 बजे तक कुल 310 उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए हैं। हिमाचल के पचास शहरी निकाय के चुनाव में अब 1191 उम्मीदवारों ने चुनाव मैदान में रह गए है । नाम वापस लेने वाले प्रत्याशी चुनाव मैदान छोड़ गए हैं। इसके साथ ही उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न भी आवंटित कर दिए गए हैं। बता दें की शहरी निकाय चुनाव के लिए 10 जनवरी को मतदान होगा। मतदान के बाद मतों की गणना होगी और इसी दिन चुनाव नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे। 12 जनवरी को चुनाव प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उधर, राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार अब शहरी निकाय चुनाव में 1191 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाएंगे। जिला नामांकन वापस कुल मैदान में कुल्लू 27 82 मंडी 28 152 सिरमौर 02 92 बिलासपुर 11 76 चंबा 43 94 ऊना 73 125 कांगड़ा 31 230 हमीरपुर 09 118 सोलन 46 93 शिमला 40 129
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेशवासियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की है कि नव वर्ष प्रदेशवासियों के जीवन में खुशियां व समृद्धि लेकर आएगा। उन्होंने सभी लोगों से सामाजिक बुराइयां समाप्त करने और समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए आगे आकर सहयोग देने की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अपने बधाई संदेश में प्रदेश के लोगों की खुशहाली और समृद्धि की कामना की है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य सरकार के प्रयासों और प्रदेशवासियों के सहयोग से हिमाचल प्रदेश आने वाले समय में प्रत्येक क्षेत्र में विकास एवं उन्नति की नई ऊंचाईयां हासिल करेगा।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने नई दिल्ली के द्वारिका में राज्य के अतिथि गृह के निर्माण के सम्बन्ध में आज यहां आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए लोक निर्माण विभाग को इस कार्य को शीघ्र पूरा करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस अतिथि गृह का निर्माण 1135 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया जाएगा, जिसमें 74 सूट्स, चार वीआईपी सूट्स और एक डाॅरमैट्री होगी। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग को इस परियोजना के निर्माण कार्य को तुरन्त शुरू करने के निर्देश दिए ताकि इसे निर्धारित समय अवधि में पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण में पारम्परिक और आधुनिक हिमाचली वास्तुकला का मेल होना चाहिए। अतिथि गृह से प्रदेश के लोगों को समय-समय पर दिल्ली आने-जाने पर ठहरने की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि आतिथि गृह में हवादार और रोशनी वाले कमरों के निर्माण पर विशेष बल दिया जाना चाहिए, जिससे ऊर्जा की बचत में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना के निर्माण कार्य के दौरान गुणवत्ता और नवीनतम तकनीक के उपयोग को भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगंतुकों की सुविधा के लिए वाहनों की पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था के साथ-साथ परिसर को सुन्दर बनाने के लिए पर्याप्त हरित क्षेत्र सुनिश्चित किया जाए। प्रधान सचिव लोक निर्माण विभाग जेसी शर्मा, सचिव सामान्य प्रशासन देवेश कुमार, इंजीनियर-इन-चीफ लोक निर्माण विभाग भवन शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
भाजपा दीप कमल चक्कर शिमला में पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार की पत्नी संतोष शैलजा के देहावसान को लेकर एक शोक सभा का आयोजन किया गया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, सचिव पायल वैद्य, कुसुम सदरेट, भाजपा प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष राकेश शर्मा, भाजपा सह मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, शिमला जिला के अध्यक्ष रवि मेहता एवं समस्त कार्यकर्ताओं ने संतोष शैलजा को पुष्पांजलि अर्पित की। शोक सभा में संतोष शैलजा की आत्मिक शांति के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया। प्रदेश सचिव पायल विद्या ने संतोष शैलजा की जीवनी का वृतांत रखा। भाजपा द्वारा एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसका वाचन प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जमवाल ने किया। प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जमवाल ने बताया कि शोक प्रस्ताव भाजपा के सभी मंडलों में पारित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संतोष शैलजा, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के जीवन में कंधे से कंधा मिलाकर चलीं और उनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही। वह एक शिक्षाविद, प्रसिद्ध लेखिका एवं कवियत्री भी थी। उनके अनेक कहानी-संग्रह, उपन्यास एवं कविता-संग्रह प्रकाशित हुए है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं की ओर से संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि संतोष शैलजा का हिमाचल प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा। जब आपातकाल में शांता कुमार कारावास में रहे तो उन्होंने अकेले ही अपने पूरे परिवार को देखा। वह एक सरल एवं मधुर भाषणी स्वभाव वाली मजबूत व्यक्तित्व थीं, भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए अभिभावक के तौर पर चिंता करती हुई मार्गदर्शक के रुप में कार्यकर्ताओं को संभालती हुई और चुनाव में प्रचार के दायित्व को भी निभाते हुए शैलजा ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया। शैलजा, शांता कुमार द्वारा किए गए हर संघर्ष में उनके साथ रही।
हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने कारोना पॉजिटिव व होम क्वारंटीन व्यक्तियों के लिए SOP जारी कर दी है। अब कोरोना पॉजिटिव और होम क्वारंटीन मतदाता भी शहरी निकाय और पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव में वोट डाल पाएंगे। ऐसे व्यक्ति मास्क में ही वोट डाल पाएंगे। ऐसे वोटरों की अंगुली में स्याही नहीं लगेगी और न ही हस्ताक्षर लिए जाएंगे। मतदान से पहले ऐसे वोटरों को फेस शील्ड और दस्ताने पहनाए जाएंगे। यदि कोई ऐसा मतदाता वोट डालने चाहते है तो वह सामान्य वोटरों के बाद कोविड वोटर 4 बजे से मतदान कर सकेंगे। शारीरिक दूरी और एसओपी का सख्ती से पालन करना होगा। कोविड संक्रमित होम क्वारंटीन और पॉजिटिव की अलग कतारें लगेंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी या स्वास्थ्य नोडल अधिकारी एक दिन पहले ऐसे वोटरों की सूचना चुनाव अधिकारी को देंगे। ऐसे वोटर का नाम, पता और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया जाएगा। यह जानकारी नोडल अधिकारी के अधीनस्थ कर्मी, पटवारी या पंचायत सचिव सुरक्षित तरीके से जुटाएंगे।
हिमाचल के पूर्व सीएम शांता कुमार की पत्नी के निधन के बाद अब शांता कुमार और उनके बेटे को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक बेटे को हल्का बुखार है जबकि शांता कुमार की स्थिति सामान्य है। डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने बताया कि शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गौरतलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की पत्नी संतोष शैलजा का मंगलवार तड़के करीब चार बजे टांडा मेडिकल कॉलेज में देहांत हो गया था। वह कोरोना पाजिटिव थीं और उनका इलाज टांडा में चल रहा था। शांता कुमार और उनके पूरे परिवार की रिपोर्ट शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव आई थी। संतोष शैलजा को बुखार था। गुरुवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। शुक्रवार को उन्हें टांडा लाया गया था। शुक्रवार शाम को ही शांता समेत पूरे परिवार के लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर शांता कुमार को भी शनिवार को टांडा में आइसोलेट किया गया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीस) के निदेशक मंडल की 155वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश में निगम की इकाइयों को लाभप्रद और व्यवहार्य बनाने के लिए अधिक सक्रिय और व्यावसायिक दृष्टिकोण अपनाने पर बल दिया। जय राम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने प्रदेश के पर्यटन उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया है। निगम 1 अपै्रल से 30 नवम्बर, 2020 तक 18.42 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने में सफलता हासिल की जबकि पिछले वर्ष इस अवधि के दौरान 63.24 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई। निगम ने महामारी के दौरान क्वारंटीन सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार को अपनी संपत्तियां उपलब्ध करवाकर 70 लाख रुपये की धनराशि अर्जित की। उन्होंने कहा कि निगम को अपने कार्य में कुशलता लाने के लिए परिभाषित मापदण्डों और केन्द्रित लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए। बुकिंग और ऑक्यूपेंसी के लिए लक्ष्य निर्धारित किए जाने चाहिए और प्रतिस्पर्धा की भावना से कार्य करने को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए, जिसके लिए इन कार्यों को प्रोत्साहनों के साथ जोड़ा जा सकता है। जय राम ठाकुर ने कहा कि अटल टनल रोहतांग के खुलने से कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों में पर्यटकों की आवाजाही में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है इसलिए पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। जिला लाहौल-स्पीति में सिसू से केलांग के बीच पर्यटकों को ठहरने और खाने-पीने की सुविधाएं प्रदान करने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को सरकार की होम-स्टे योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए, जिससे न केवल उनकी आर्थिकी सुदृढ़ होगी बल्कि पर्यटकों को जनजातीय क्षेत्रों की समृद्ध और अनूठी संस्कृति व जीवनशैली की झलक भी देखने को मिलेगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि निगम को जिस्पा और सिसू में पर्यटकों को ठहरने की सुविधा प्रदान करने के लिए टेंट और प्री-फैब्रीकेटिड ढांचे की सुविधाएं उपलब्ध करवाने की सम्भावनाएं तलाशी जानी चाहिए। पर्यटकों की सुविधा के लिए केलांग में निगम के चन्द्रभागा होटल का जीर्णोंद्धार और विस्तार किया जाएगा। उन्होंने पर्यटकों को सड़क के किनारे सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए विशेष कदम उठाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री न कहा कि निगम ने अगले वर्ष 31 मार्च तक अपनी सभी परिसम्पत्तियों में किराये में 40 प्रतिशत छूट दी है, जबकि पहले पर्यटकों को 25 से 40 प्रतिशत की छूट मिल रही थी। इसी कारण कोविड-19 के बावजूद निगम की परिसम्पत्तियों में ठहरने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दृष्टिगत मेहमानों को विभिन्न प्रकार के रोग प्रतिरोधक व्यंजन परोसे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निगम कुछ वर्षों से घाटे में चल रही कुछ परिसम्पत्तियों को पट्टे पर देने पर विचार कर सकता है जिससे निगम को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा और इनमें तैनात कर्मचारियों की सेवाएं अन्य स्थानों पर ली जा सकती हैं। इसी प्रकार, काफी अर्से से उपयोग में नहीं लाई जा रही सड़क किनारे सुविधाओं को भी निगम के लाभ के लिए अन्य विभागों को या पट्टे पर हस्तांतरित किया जाना चाहिए। जय राम ठाकुर ने कहा कि निगम के मौजूदा कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर अधिक बल दिया जाना चाहिए ताकि वे पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान कर सकें। सचिव पर्यटन देवेश कुमार ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि निगम अधिक व्यावसायिक दृष्टिकोण के साथ कार्य कर वांछित परिणाम प्राप्त करने की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ काम करेगा। निगम की प्रबन्ध निदेशक कुमुद सिंह ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, निदेशक पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन यूनुस सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।
कोरोना 1 का कहर अभी देश एवं प्रदेश में समाप्त हुआ भी नहीं कि अब कोविड 2 को लेकर ब्रिटैन तथा आसपास के देशों में लॉकडाउन की तैयारी चल रही है। भारतवर्ष में पहले ही ब्रिटेन से आने वाले फ्लाइटों पर प्रतिबंध 31 दिसंबर तक बनाया हुआ है और जिस तरह से यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है उसको देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी प्रदेशों को अलर्ट पर रहने को कहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ब्रिटेन से शुरू हुआ कोरोना का नए आकार का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है जिसके चलते केंद्र सरकार ने पहले ही सभी प्रदेश को अलर्ट पर रहने को कहा है। हिमाचल प्रदेश में बाहर से आने वाले लोगों पर पैनी नज़र रखी जा रही है। हिमाचल प्रदेश तमाम स्तिथि को लेकर पूरी तरह अलर्ट है।
सोमवार को हुई बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को एक बार फिर संजीवनी मिल गई है। सोमवार को शिमला, मानली, डलहौज़ी सहित कई पर्यटन स्थलों पर होटलों में फुल ऑक्यूपेंसी रही। इससे कोरोनकाल के चलते मायूस हुए पर्यटन कारोबारियों के चेहरे एक बार फिर खिल उठे हैं। आस लगाए जा रही है की समर सीजन में हुए नुकसान की भरपाई अब विंटर सीजन में होगी। रविवार शाम मौसम बदलते ही पड़ोसी राज्यों से पर्यटकों ने प्रदेश की ओर रुख किया। चंडीगढ़, दिल्ली व हरयाणा से कई सैलानी हिमाचल पहुंचे। सोमवार सुबह तक प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली जिससे सभी सैलानी रोमांचित हो गए। पर्यटकों ने बर्फबारी का खूब लुत्फ उठाया। बात दें, कोरोना संकट के चलते इस साल पर्यटन कारोबार को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। मार्च में लोकडाउन लगने से पर्यटन कारोबारियों, टैक्सी चालकों, टूरिस्ट गाइड्स को भारी नुकसान झेलना पड़ा। लॉक डाउन के कारण पर्यटक हिमाचल नहीं आ पाए। पर अब सरकार द्वारा सभी शर्तें हटा दी गई हैं। बीते दिनों हुई बर्फबारी से अब पर्यटन फिर रफ्तार पकड़ने लगा है। सीजन की पहली बर्फबारी ने प्रदेश में पर्यटन को पंख दे दिए है।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की धर्मपत्नी संतोष शैलजा का आज सुबह करीब 4:30 बजे ह्रदय गति रुकने से निधन हो गया। बता दें कुछ ही समय पहले शांता कुमार व धर्मपत्नी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। दोनों का इलाज टांडा मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। आज सुबह शांता कुमार की पत्नी ने ह्रदय गति रुकने से प्राण त्याग दिए। संतोष शैलजा एक लेखक थीं और उन्होंने कई किताबें और कहानीयां लिखी थीं। शैलजा ने बीए, एमए (हिंदी) और बीएड किया था और कुछ सालों तक उन्होंने दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में भी पढ़ाया था। 1964 में उनकी शादी शांता कुमार से हुई और वह कांगड़ा जिले के पालमपुर में शिफ्ट हो गईं। इस दुःख की घड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने पूर्व मुख्यमंत्री को ढांढस बंधाया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, सांसद रामस्वरूप शर्मा, किशन कपूर, राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी, पूर्व भाजपा अध्यक्ष डाॅ राजीव बिन्दल, सतपाल सिंह सत्ती, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन राणा, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, त्रिलोक कपूर, राकेश जम्वाल सहित समस्त पदाधिकारियों, मंत्रियों, विधायकों, जिलाध्यक्ष पालमपुर हरिदत शर्मा ने भाजपा के वरिष्ठतम नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की धर्मपत्नी संतोष शैलजा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उनके देहावसान से समस्त भाजपा परिवार सदमे में है। भाजपा नेताओं ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
ठंड से गरीबों और असहायों को बचाव के लिए स्वयंसेवी संगठन गर्म कपड़े और कंबल इत्यादि बांटने में जुट गए हैं। इसी के चलते स्वयंसेवी संगठन ‘Himachal Youth Progressive Alliance Shimla chapter (HYPA)’ ने रविवार को मलयाना, मेहली व तारादेवी में बूढ़े-बच्चे, महिला-पुरुष आदि गरीब व जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़े व कम्बल वितरित किए। ठंड में ठिठुर रहे बच्चे व अन्य लोग गर्म कपड़े व कम्बल पाकर चहक उठे। ग्रुप के सदस्यों ने वितरण में कोविड-19 की गाइड लाइन का भी ख्याल रखा।
भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना एवं सह प्रभारी संजय टंडन में शिमला मंडल मिलन के कार्यक्रम में भाग लिया। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, प्रदेश के शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिमला नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल विशेष रूप में उपस्थित रहे। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि सर्वव्यापी एवं सर्व स्पर्शी प्रकार से काम करेगी भाजपा। उन्होंने कहा की जन सेवा एवं जनसंपर्क के कार्य के लिए सभी कार्यकर्ता प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा की शिमला मंडल महापौर एवं पार्षद गण और सभी मोर्चों की नियमित बैठकें होगी क्योंकि बैठकों से पार्टी का कार्यकर्ता चार्ज होता है। उन्होंने कहा कार्यालय कार्यकर्ता और कार्यक्रम भाजपा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है इसी को लेकर भाजपा कार्य करेगी। हिमाचल प्रदेश में भाजपा 24 घंटे कार्य करेगी और पार्टी को और सुदृढ़ बनाएगी उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर जन सेवा की है पर कांग्रेस पार्टी इस समय गायब थी। उन्होंने बोला कि भाजपा के सभी कार्यकर्ता केंद्र और सरकार की उपलब्धियों को लेकर बूथ तक जनसंपर्क अभियान चलाएंगे और भाजपा का एक ही लक्ष्य है मिशन 2022। भाजपा सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि शिमला विधानसभा क्षेत्र में 91 फुट और 18 वर्ड है जिसमे भाजपा जनसंपर्क अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम भाजपा की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सोशल मीडिया पर भी सभी कार्यकर्ता सक्रिय होंगे और बढ़-चढ़कर नरेंद्र मोदी एप के साथ जुड़ेंगे जिसमें से सभी केंद्र सरकार की सूचनाएं उनको प्राप्त होगी। बैठक में संसदीय क्षेत्र के प्रियव्रत शर्मा, जिला अध्यक्ष रवि मेहता मंडल, अध्यक्ष राजेश शारदा, महामंत्री गगन लखन पाल, युवा मोर्चा के अध्यक्ष हितेश, अनुसूचित जाति मोर्चा से जगजीत बग्गा, बिट्टू कुमार पाना उपस्थित रहे।
पहाड़ों की रानी शिमला ने रातोंरात बर्फ़ की सफ़ेद चादर ओढ़ ली है। शिमला शहर में इस सीजन का पहला हिमपात हुआ। ताज़ा बर्फ़बारी से तापमान में भारी गिरावट आई है। आज का दिन शिमला में इस सीजन के सबसे ठंडा दिन रहा है। मौसम केन्द्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ में आए बदलाव के कारण प्रदेश के कई इलाकों में बर्फ़बारी हुई है। शिमला शहर में सीजन की पहली बर्फ़बारी हुई है। जिसकी वजह से शिमला का तापमान माइनस 1.1 डिग्री के साथ सीजन के सबसे ठंडा दिन रहा है। कुफ़री में इस सीजन की सबसे ज्यादा 1 फ़ीट बर्फ़ रिकॉर्ड की गई। उन्होंने बताया कि 4 जनवरी से फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा।
शिमला शहर में इस सीजन का पहला हिमपात हुआ है। बीते कल सुबह से ही पूरा दिन चटक धूप खिली रही लेकिन शाम होते ही मौसम ने करवट ले ली। शिमला में रात को शुरू हुई बर्फबारी ने सुबह तक बर्फ की चादर ओढ़ ली। बर्फबारी से किसानों बागबानों के चेहरे खिल उठे हैं तो वहीं ऊपरी शिमला में परिवहन ठप हो गया है। प्रदेश भर के ऊंचाई वाले इसको में बर्फबारी, कुफरी नारकण्डा, खड़ा पत्थर में बर्फबारी से सड़के बंद है। बर्फबारी से नए साल पर पर्यटन कारोबार को भी ऑक्सीजन मिलेगी। राजधानी शिमला में घूमने आए पर्यटक इस बर्फबारी का खूब आनंद ले रहे है। शिमला में राज्यस्थान से आए पर्यटकों का कहना है कि उन्होंने शिमला आकर पहली बार बर्फबारी देखी है और वे इस बर्फीले मौसम का खूब आनंद ले रहे हैं। वहीं चंडीगढ़, हरयाणा से आए पर्यटक भी बर्फबारी में खूब आनंद ले रहे हैं। उनका कहना है है कि शिमला में बर्फबारी से जन्नत का अहसास हो रहा है।
शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के सारज क्षेत्र की सात पंचायतों हिमारी, बाग, औघली, धरोगड़ा, करयाली, डुमेहर व भराड़ा का एक सयुंक्त प्रतिनिधिमंडल ब्लॉक उपाध्यक्ष लेखराम कौंडल की अध्यक्षता में विधायक विक्रमादित्य सिंह से आज उनके निवास स्थान होली लॉज में मिला। प्रतिनिधिमंडल ने इस क्षेत्र में हुए विकास के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ बर्तमान में विधायक विक्रमादित्य सिंह का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनका यह क्षेत्र दोनों नेताओं का सदैव आभारी व ऋणी रहेगा। प्रतिनिधित्व मंडल ने हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा इस विधानसभा क्षेत्र में किये गए उध्घाटनों पर खुशी प्रकट करते हुए इन योजनाओं को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की देन बताते हुए इन्हें पूरा करने का श्रेय विक्रमादित्य सिंह को दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की विकास की सोच का ही परिणाम है जो आज फलीभूत हुआ है। उन्होंने कहा कि शिमला ग्रामीण क्षेत्र ही नही अपितु प्रदेश में विकास के मसीहा वीरभद्र सिंह ही है। इस अबसर पर विक्रमादित्य सिंह ने इस प्रतिनिधि मंडल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रामीण का विधायक होने के नाते इस चुनाव क्षेत्र का विकास ही उनका एकमात्र लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि जो प्यार और स्नेह उन्हें यहां से मिल रहा है उसके वह सदैव आभारी रहेंगे। विक्रमादित्य सिंह ने पंचायतों और नगर निकाय चुनावों पर चर्चा करते हुए कहा कि उन्हें ऐसे लोगों को आगे चुन कर लाना चाहिए जो ईमानदारी से क्षेत्र की समस्याओं को दूर करने व विकास के प्रति समर्पित हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए पार्टी की विचारधारा से जुड़े लोगों को एकमत से चुन कर आगे लाना होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सभी पार्टीजन सर्वसम्मति से पंचायत, नगर निकायों व जिला परिषद के चुनावों के लिए उम्मीदवारों को तय करेंगे। प्रतिनिधि मंडल में इस क्षेत्र के बरिष्ठ लोगों में किशोरी लाल, तुलाराम, केवल राज, जीतराम, संजय, दवेंद्र, घनश्याम, कुशल्य, नारायण, भूपराम शर्मा, देवराज, हेम दास पाल, नोख राम, प्रेम वर्मा, सुरेश हिमराल, जीया लाल हिमराल, भीष्म हिमराल, रीना कुमारी, कृष्ण लाल वर्मा, मोहित कुमार, सत्या वर्मा, निशा देवी, यशवंत वर्मा, ममता शर्मा, चिरन्जी लाल, रमेश कुमार, कल्पना वर्मा, विनय शामिल थे। प्रदेश कांग्रेस सचिव हरिकृष्ण हिमराल व ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल शर्मा भी इस अवसर पर प्रमुख तौर पर उपस्थित थे।
कुछ लोग जहाँ अपने जन्मदिन पर हज़ारों, लाखों रुपय खर्च कर पार्टियाँ करते हैं और अपनी मनमौजी में मस्त रहते हैं, वहीं कुछ लोग बिना पार्टी किए अपने जन्मदिवस को यादगार बनाने के लिए इस दिन ज़रूरतमंदों की सहायता करते हैं। ऐसी ही एक शख़्सियत जो पेशे से प्राध्यापिका है उन्होंने अपने जन्मदिन के मौक़े पर पार्टी करने की बजाए कोरोना के इस दौर में महामारी से जंग लड़ रहे लोगों की सहायता करने की ठानी और कोविड केयर सेंटर में कम्बल वितरित किए। जुब्बल स्थित बटठा हाटकोटी की रहने वाली आरती शर्मा ने अपनी क्षमताअनुसार रोहड़ू कोविड केयर सेण्टर में 51 कम्बल दान किए और मरीज़ों को फल भी वितरित किए। आरती शर्मा ने कहा की आज पूरा विश्व कोरोना से जंग लड़ रहा है। ऐसे में इस बीमारी से जंग लड़ रहे लोगों की हमें हर सम्भव सहायता करनी चाहिए। उन्होंने लोगों से भी अपील की है की वो भी अपनी क्षमता अनुसार अपने जन्मदिवस पर ज़रूरमंदों की सहायता करें।
हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग ने जिला परिषद सदस्यों के लिए चुनाव खर्च की सीमा तय कर दी है। जिला परिषद सदस्य पद का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी सिर्फ एक लाख रुपये चुनाव प्रचार पर खर्च सकते हैं। राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों के मुताबिक आयोग ने जिला परिषद के सदस्य का चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में खर्च की सीमा एक लाख रुपये निर्धारित कर रखी है। कोई भी जिप सदस्य इससे अधिक धनराशि चुनाव में व्यय नहीं कर सकता। जिला परिषद का चुनाव लड़ने वाले प्रत्येक प्रत्याशी के चुनाव खर्चे का ब्योरा चुनाव अधिकारी कभी भी मांग सकता है। इसके अलावा उम्मीदवार को चुनाव खर्चे का पूरा हिसाब-किताब दैनिक आधार पर रखना होगा। जिप सदस्यों ने एक लाख की राशि कहां खर्च की, इसकी जानकारी चुनाव अधिकारी और आयोग के पास चुनाव संपन्न होने के एक माह के भीतर देनी अनिवार्य है। इसके अलावा पंचायतों और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए चुनाव खर्च की कोई सीमा निर्धारित नहीं की है।
5 जनवरी से होने वाली हिमाचल प्रदेश पुलिस के सभी कर्मचारियों व अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। यह फैसला जनवरी के दूसरे और तीसरे सप्ताह में होने वाले पंचायत चुनाव को देखते हुए लिया गया है। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय की ओर से आदेश जारी हो गए हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि क्यूंकि राज्य चुनाव आयोग ने नगर निकाय व पंचायत चुनावों की घोषणा कर दी है। ऐसे में जनवरी के दूसरे व तीसरे हफ्ते में अधिकतम पुलिस बल चुनाव ड्यूटी के लिए उपलब्ध होना जरूरी हैं। यही वजह है कि विशेष व आपातकालीन परिस्थितियों के अलावा किसी भी स्थिति में छुट्टी नहीं दी जाएगी। साथ ही पूर्व में पांच जनवरी के बाद की छुट्टी ले चुके कर्मियों को ड्यूटी पर वापस बुला लिया जाएगा।
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 66वां राष्ट्रीय अधिवेशन स्मृति मंदिर परिसर, रेशमीबाग, नागपुर में शुरू हुआ। नागपुर में राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह भैया जोशी उपस्थित रहे। इस कोरोना काल में अधिवेशन में सीमित संख्या में ही कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। राष्ट्रीय अधिवेशन का लाइव प्रसारण पूरे देश के 4000 स्थानों पर किया गया और इसमें वर्चुअल माध्यम से लगभग एक साथ लगभग डेढ़ लाख कार्यकर्ता जुड़े। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई सोलन में भी वर्चुअल कार्यक्रम द्वारा 66वें राष्ट्रीय अधिवेशन में लगभग 45 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि देवेंद्र शर्मा, वशिष्ट अतिथि तेज राम शर्मा जी एवं डॉ० चमन ठाकुर उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि देवेंद्र शर्मा ने कहा की जब वो विद्यार्थी परिषद में काम करते थे उस समय उन्होंने जो भी विषय उठाए आज वो साकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा की विद्यार्थी परिषद को जो आज समाज में चुनौतियाँ हैं उन पर काम करना चाहिए निश्चित ही विद्यार्थी परिषद समाज के सहयोग से वर्तमान चुनौतियों को भी पार पा लेगी। उन्होंने कहा की यह कार्यक्रम अपने आप में एतिहासिक है क्योंकि इसमें लघु भारत के दर्शन होते हैं लेकिन इस बार यह एतिहासिक इसलिए हैं क्योंकि एक ही समय पर लगभग डेढ़ लाख कार्यकर्ता पहली बार आकर जुड़ रहे हैं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि तेज राम शर्मा ने कहा की विद्यार्थी परिषद नौजवानों और विद्यार्थीयों का संगठन है लेकिन जब उन्हे विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं से कार्यक्रम में मिलने का मौका मिलता है तो वही विद्यार्थी जीवन की सफुर्ति का मन में संचार हो जाता है। इस अवसर पर विद्यार्थी परिषद के वर्तमान और पूर्व कार्यकर्ता उपस्थित रहे जिसमें पूर्व विभाग संगठन मंत्री प्रकाश चौहान, हिमगिरि कल्याण आश्रम के प्रांत संगठन मंत्री हेम सिंह, योगेंद्र शर्मा, भूपेंद्र ठाकुर, राजगोपाल, अमन, संदीप मेहता, अभाविप के जिला प्रमुख इंद्र नेगी, प्रांत जनजातीय कार्य प्रमुख सोहन नेगी, अधिवेशन प्रमुख अखिल ठाकुर, नगर अध्यक्ष डॉ राजेश ठाकुर, नगर मंत्री मनप्रीत राणा व नगर इकाई के समस्त कार्यकर्ता मौजूद रहे।
- इस मर्तबा निकाय चुनाव में सोशल मीडिया बेहद महत्वपूर्ण इस बार के निकाय चुनाव में सोशल और वेब मीडिया निर्णायक भूमिका निभा सकता हैं। पांच साल पहले हुए चुनाव के मुकाबले लोगों का रुझान सोशल और वेब मीडिया की तरफ बहुत अधिक बढ़ चूका हैं, जिससे मतदाता का निर्णय प्रभावित हो सकता हैं। चुनाव प्रचार में इस मर्तबा सोशल मीडिया की एंट्री तमाम समीकरण बदल सकती है, खासतौर से न्यूट्रल मतदाता पर इसका काफी असर देखने को मिल सकता हैं। यही कारण हैं कि चुनाव की जंग जितनी जमीन पर लड़ी जा रही है उतनी ही सोशल मीडिया के अखाड़े में। हर उम्मीदवार सोशल मीडिया और वेब मीडिया का इस्तेमाल कर वोटर्स को साधने की जुगत में हैं। अब कोरोना काल में इसे मौके की नजाकत समझें या फिर तकनीक का स्मार्ट इस्तेमाल, लेकिन इस मर्तबा निकाय चुनाव के प्रत्याशी सोशल और वेब मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने से जरा भी पीछे नहीं हैं। वहीँ पार्टी स्तर पर यदि सोशल मीडिया पर जंग की बात करें तो निसंदेह इसमें भाजपा का कोई मुकाबला नहीं हैं। बेशक चुनाव बिना पार्टी सिंबल के लड़े जा रहे हैं लेकिन भाजपा का आईटी सेल पूरी तरह सक्रीय दिख रहा हैं। सोशल मीडिया पर, खासतौर से फेसबुक पर भाजपा के पास सैकड़ों आधिकारिक एक्टिव पेज हैं। इसके अतिरक्त पार्टी ने आईटी व सोशल मीडिया के लिए कई पदाधिकारी नियुक्त किये हुए हैं जिनके कौशल और अनुभव का लाभ भी पार्टी समर्थित उम्मीदवारों को मिलेगा। मतदाता के साथ संवाद साधने में ये बेहद कारगर सिद्ध होगा। सुनियोजित तरीके से भाजपा ने सोशल मीडिया पर अपनी दमदार उपस्तिथि बनाई हुई हैं जो उसे लाभ दे सकती हैं। उधर, कांग्रेस जमीनी संगठन की तरह ही सोशल मीडिया पर भी दिशाहीन दिख रही हैं। औपचारिकता के लिए पार्टी का सोशल मीडिया सेल तो हैं, पदाधिकारी भी हैं पर उनका काम असरदार नहीं दिख रहा। कुछ नेता सोशल मीडिया पर एक्टिव भी हैं तो अपने बुते पर, पार्टी की तरफ से न कोई आवश्यक दिशा निर्देश हैं और न ही मार्गदर्शन। खासतौर से जब कोरोना के चलते डोर टू डोर प्रचार भी सिमित रहने वाला हैं, सोशल मीडिया पर पार्टी की ये कमजोरी इस निकाय चुनाव में भारी पड़ सकती हैं।
हिमाचल के 50 शहरी निकायों की चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले दिन प्रदेश के 10 जिलों में कुल 254 प्रत्याशियों ने नामांकन भरे। प्रदेश की 29 नगर परिषदों और 21 नगर पंचायतों के लिए सदस्य चुने जाने हैं। राज्य चुनाव आयोग ने पहली बार ऑनलाइन व्यवस्था की है कि वोटर प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी हासिल कर सकेंगे। पहले दिन कई चिकित्सक, वकील, सिविल इंजीनियर, एमएससी पास चुनाव में उतरे हैं। जिला शहरी निकायों के लिए सोलन में 50 नामांकन भरे गए जबकि मंडी व कांगड़ा में 35-35 नामांकन भरे गए। वहीं, सिरमौर में 25, कुल्लू व हमीरपुर में 21-21, चंबा में 19, शिमला में १७ नामांकन भरे गए। उधर ऊना में 16 व बिलासपुर में 15 नामांकन भरे गए।
शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज कुसुम्पटी बाजार मे स्मार्ट सिटी के मिशन के तहत 83 लाख 87 हजार रुपये की लागत से व लाईट स्टील फ्रेम युक्त की नई तकनीक से निर्मित होने वाले तीन मंजिला भवन का विधिवत शिलान्यास किया। उन्होने कहा कि इस क्षेत्र में विकास और अन्य मूल भूत सुविधाओं की उपलब्धता के लिए इस निर्माण से क्षेत्रवासियों को अत्यधिक लाभ होगा। उन्होंने बताया कि इस भवन मे धरातल पर पार्किंग, प्रथम मन्जिल पर 8 दुकानें तथा बुक कैफे का निर्माण कर लोगों को पार्किंग की सुविधा के साथ-साथ रोजगार तथा साहित्य व पठन पाठन से जुड़े लोगों को सुविधा मिलेगी। उन्होनें अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस युद्ध गति से कार्य करते हुए इस परिसर को तीन महीने के भीतर तैयार करें ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि भविष्य में साथ लगते भवन में भी पार्किग की व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि इस क्षेत्र के लोगों की पार्किंग सम्बन्धी सबसे बड़ी समस्या से भी निजात मिलेगी। इसके साथ ही कुसुम्पटी क्षेत्र में शौचालय की समस्या को देखते हुए सार्वजनिक शौचालय ईत्यादि का निर्माण भी किया जायेगा। इस अवसर पर महापौर शिमला सत्या कौण्डल, उपमहापौर शैलेन्द्र चैहान, पार्षद राकेश चैहान, स्मार्ट सिटी परियोजना के सीईओ आबिद हुसैन, जरनल मेनेजर तकनीकी नितिन गर्ग, आरटीडीसी के मुख्य प्रबन्धक अजय शर्मा, महाप्रबंधक रोहित ठाकुर, सहायक महाप्रबंधक मनीष साहनी, प्रबंधक गीता राम, व्यापार मण्डल कुसुम्पटी के पदाधिकारी एवं सदस्य सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
निष्पादन एजेंसी को उन पर्यटन परियोजनाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करनी चाहिए, जिनका कार्य पूरा होने वाला हो, ताकि उन्हें समयबद्ध रूप से पूर्ण किया जा सके। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड की 10वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मशाला से मैक्लोडगंज रोप-वे जून, 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके निर्माण पर 150 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के कार्यशील होने पर राज्य कोएक करोड़ रुपये वार्षिक फीस प्राप्त होगी। उन्होंने जिला कांगड़ा में आदि हिमानी से चामुण्डा जी रोप-वे और कुल्लू जिला में भुतंर से बिजली महादेव रोप-वे जिसके लिए रियायत समझौते पर हस्ताक्षर हो चुके हैं और सर्वे का कार्य पूर्ण हो गया है, के कार्य में देरी पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि श्री आन्नदपुर साहिब से श्री नैनादेवी जी रोप-वे के लिए रियायत समझौता और पूर्व व्यवहार्यता (प्री फिजिवल्टी) रिपोर्ट को अन्तिम रूप दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना 200 करोड़ रुपये व्यय कर पूर्ण की जाएगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि लाइट एंड साउंड शो का कार्य मार्च, 2021 तक पूरा हो जाएगा और यह टाउन हाॅल द माॅल शिमला में राज्य की संस्कृति, परम्परा और अनछुए मनमोहक स्थानों की झलक प्रस्तुत करेगा। यह राज्य में आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का अतिरिक्त साधन होगा। उन्होंने कहा कि शिमला में 12.13 करोड़ रुपये की लागत से शिमला हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है, जिसका निर्माण कार्य अगले वर्ष मार्च तक पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना के हिमालयन सर्किट के तहत सोलन जिले के क्यारीघाट में कन्वेंशन सेंटर का कार्य पूर्ण होने वाला है। उन्होंने कहा कि 30 करोड़ रुपये लागत की यह परियोजना अगले साल मार्च तक पूर्ण हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शिमला जिले के हाटकोटी में मां हाटेश्वरी मंदिर का विकास कार्य आरम्भ किया गया है, यह अगले साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार ने 11.75 करोड़ रुपये की लागत से फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट धर्मशाला को इंस्टीट्यूट आॅफ होटल मैनेजमेंट में स्तरोन्नत करने के लिए मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि इसमें से 4.10 करोड़ रुपये की पहली किस्त प्राप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत आध्यात्मिक सर्किट के एकीकृत विकास के तहत 100 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट भारत सरकार को मंजूरी के लिए भेजी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सूरजकुंड शिल्प मेले की तर्ज पर राज्य में शिल्प मेला आयोजित करने का भी निर्णय लिया है, जिसके लिए कालका शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगभग 95 बीघा भूमि चिन्हित की गई है। उन्होंने अधिकारियों को विभिन्न स्वीकृतियों की शीघ्र मंजूरी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि उनका कार्य शुरू किया जा सके। सचिव पर्यटन देवेश कुमार ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि राज्य में कार्यान्वित की जा रही सभी पर्यटन परियोजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाएगा। निदेशक पर्यटन यूनुस ने बैठक में मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) आर.डी. धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जे.सी. शर्मा, सचिव (आयुर्वेद) डाॅ. अजय शर्मा, सचिव (वित्त) डाॅ. अक्षय सूद, सचिव युवा सेवाएं एवं खेल एस.एस. गुलेरिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश मंत्रिमण्डल की बैठक आज यहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मंत्रिमण्डल ने निर्णय लिया कि चार जिलों में लगाया गया कफ्र्यू अब रात्रि 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगा। इसके अलावा आम जनता और विभिन्न ट्रेड संघों की मांग पर विचार करके राज्य में पहले की तरह रविवार को बाजार खोलने की अनुमति प्रदान करने का निर्णय भी लिया। बैठक में चिनाब घाटी में 104 मेगावाट तांदी, 130 मेगावाट राशिल और 267 मेगावाट साच खास जल विद्युत परियोजनाओं को एसजेवीएनएल को आबंटित करने के लिए सहमति प्रदान की गई। यह आबंटन चिनाव बेसिन में एसजेवीएनएल को पहले आबंटित की गई तीन परियोजनाओं की शर्तों के अनुसार ही होगा। मंत्रिमण्डल ने सहकारिता विभाग में सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं के दो पद सीधी भर्ती द्वारा भरने का निर्णय लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि ग्रीष्मकाल में बन्द होने वाले सभी स्कूल 12 फरवरी, 2021 तक बन्द रहेंगे और आॅनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रहेगी। मंत्रिमण्डल ने निजी स्कूलों द्वारा लगाए जा रहे अत्यधिक शुल्क के मुददे पर भी विचार किया और सम्बन्धित जिलों के उपायुक्तों की अध्यक्षता में उच्च शिक्षा और प्राथमिक शिक्षा के उप-निदेशकों को सदस्य के रूप में शामिल कर समिति गठित की। समिति द्वारा यह देखा जाएगा कि निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा लिए जा रहे शुल्क और चार्जिज स्कूलों में कर्मचारियों के वेतन और बुनियादी सुविधाओं के अनुरूप हैं और यह किसी का शोषण तो नहीं कर रहे।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज राजभवन से राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और इसके क्रियान्वयन पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कुलपतियों के साथ बातचीत की। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के कुलपति प्रो. सिकन्दर कुमार डाॅ. वाय.एस.परमार बागवानी और वाणिकी विश्वविद्यालय नौणी सोलन के कुलपति डाॅ. परविन्दर कौशल, चैधरी सरवण कुमार, हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एच.के. चैधरी, हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के कुलपति प्रो. एस.पी. बन्सल, अटल चिकित्सा एवं शोध विश्वविद्यालय मण्डी के कुलपति प्रो. (डाॅ.) सुरेन्द्र कश्यप और सरदार वल्लभ भाई पटेल क्लस्चर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. सी.एल. चन्दन ने भी इस वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में भाग लिया। राज्यपाल ने सभी कुलपतियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत दृष्टि पत्र तैयार कर 15 फरवरी, 2021 तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने संस्थानों की रैंकिंग को सुधारने के लिए नीति तैयार करने और उसके तहत कार्य करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने महामारी के दौरान विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और प्रयासों पर विस्तृत रिपोर्ट भेजने को भी कहा। उन्होंने कहा कि उन्हें कृषि व्यवसाय, खाद्य प्रसंस्करण, कटाई के बाद, तकनीक, स्वास्थ्य देखभाल और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भविष्य में इंटरनशिप, वर्चुअल इंटरनशिप, पूर्व छात्रों की मदद, आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और राॅबोटिक्स नए सेक्टर होंगे। उन्होंने लोक मित्र केन्द्रों और महिला स्वयं सहायता समूहों को जोड़ने पर बल दिया और कहा कि शोध, रोजगार और उद्यमिता में परिणाम का मापदण्ड होना चाहिए। राज्यपाल ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और विद्यार्थियों को आॅनलाइन शिक्षा प्रदान करने की दिशा में सभी कुलपतियों और विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। सभी कुलपतियों ने वर्चुअल मंच के माध्यम से अपनी कार्य योजना प्रस्तुत की। राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर ने राज्यपाल और सभी सदस्यों का स्वागत किया और बैठक का संचालन किया।
प्रदेश सरकार राज्य के लिए एक एकीकृत ड्रग प्रिवेंशन नीति तैयार करेगी। यह नीति राज्य में मादक पदार्थों की रोकथाम, उपचार, प्रबन्धन और पुनर्वास/सोशल/इंटीग्रेशन कार्यक्रम के लिए होगी। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां आयोजित हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए पुलिस, मीडिया और नशा निवारण बोर्ड के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ड्रग पेडलर्स पड़ोसी राज्यों के हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके द्वारा शुरू की गई पहल से ही संभव हुआ है कि इस क्षेत्र में ड्रग्स के खतरे की जांच के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने के लिए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के पंचकुला में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि सभी मुख्यमंत्री और अन्य उत्तरी राज्यों के प्रतिनिधि मादक पदार्थों की तस्करी के बारे में जानकारी सांझा करने के लिए सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक अन्य बैठक की मेजबानी पंजाब ने की, जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि यह पहल ड्रग्स के खतरे को रोकने में एक शानदार कदम साबित हुई है। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में छः नशामुक्ति केंद्र खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग के कारण अपराध दर में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में जरूरतमंदों को बेहतर सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए नशा और नशामुक्ति केंद्रों के लिए पहले से ही कार्यरत पुनर्वास केंद्रों को विनियमित और नियंत्रित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने पर भी विचार करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में नशीली दवाओं के उत्पादन की मात्रा और स्वरूप, साइकोट्राॅपिक पदार्थों सहित प्रिक्यूरसोरस के विचलन और प्रदेश में मादक पदार्थों के सेवन के परिमाण को जानने के लिए आधिकारिक सर्वेक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य वार ड्रग जागरूकता अभियान/संवेदीकरण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसमें पंचायती राज संस्थानों, शहरी स्थानीय निकायों, एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस स्वयंसेवकों और महिला मंडलों के निर्वाचित प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य पुलिस के मौजूदा नारकोटिक्स कंट्रोल सेल को इस खतरे से निपटने के लिए सुदृढ़ किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में ड्रग की समस्या से निपटने के लिए कृत संकल्प है, क्योंकि यह राज्य और देश में एक गंभीर सामाजिक समस्या है। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों के दुरूपयोग की जांच करने की दृष्टि से राज्य सरकार ने एक व्यापक योजना बनाई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का नशीली दवाओं के खिलाफ रणनीति का एक प्रमुख हिस्सा उन दवाओं पर ध्यान केन्द्रित करता है, जो मूल रूप से भांग और अफीम जैसे पौधों से प्राप्त होती हैं। राज्य सरकार ने उन पौधों के उन्मूलन के लिए कड़े कदम उठाए है, जिनसे ड्रग्स का उत्पादन होता है। ग्राम पंचायत, वन और अन्य सरकारी भूमि सहित सभी भूमि पर भांग/अफीम के उन्मूलन के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जय राम ठाकुर ने कहा कि पूरे प्रदेश में भांग और अफीम उन्मूलन अभियान प्रभावी तरीके से क्रियान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भांग और अफीम उन्मूलन अभियान को तेज करने के लिए प्रदेश सरकार ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इस समस्या के समाधान के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को तैनात किया है और उन्हें भांग, अफीम के पौधों को खत्म करने के लिए आधुनिक उपकरण प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सामुदायिक पुलिसिंग योजना के अंतर्गत समय-समय पर विद्यालयों और महाविद्यालयों के निकट युवाओं में मादक पदार्थों के दुरूपयोग को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नारकोटिक सेल, सभी पुलिस अधीक्षकों और सीआईडी की फील्ड यूनिट द्वारा आम जनता और शैक्षणिक संस्थानों के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बढ़ते नशे के खतरे के दृष्टिगत सरकार ने विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिए सरकारी विद्यालयों के पाठ्यक्रम में नशे के दुरूपयोग से दुष्प्रभाव पर एक अध्याय शुरू करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मादक पदार्थों की तस्करी को गैर जमानती अपराध बनाने के लिए एक बिल भी लाया है। मुख्य सचिव अनिल खाची ने कहा कि बोर्ड की कार्यकारी समिति का गठन किया जाएगा और बोर्ड की सिफारिशों के उचित क्रियान्वयन के लिए नियमित बैठकें आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए प्रदेश सरकार के विभिन्न योजनाओं के लिए अधिक समन्वय के साथ कार्य करेंगे। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि प्रदेश पुलिस राज्य में नशे के व्यापारियों पर शिकंजा कसने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभाग ने अपने खुफिया तंत्र को सुदृढ़ किया है, ताकि मादक पदार्थों की तस्करी और बिक्रय के बारे में जानकारी सांझा की जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने एनडी एंड पीएस मामलों का पता लगाने के लिए विशेष अभियान चलाए गए हैं, जो समय-समय पर प्रदेश पुलिस द्वारा शुरू किए गए हैं। हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड के संयोजक एवं सलाहकार ओ.पी. शर्मा ने इस अवसर पर ‘प्रिवेलिंग ड्रग सिचुएशन इन हिमाचल प्रदेश’ विषय पर प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए गहन जनजागरूकता अभियान शुरू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों के उपयोग से न केवल व्यक्ति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि यह समाज को विकृत कर देता है और शिक्षा में खराब प्रदर्शन, खराब स्वास्थ्य, जघन्य अपराधों का कारण बनता है। आबकारी एवं कराधान आयुक्त रोहन चन्द ठाकुर ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। इस अवसर पर बोर्ड के गैर सरकारी सदस्योें प्रकाश भारद्वाज, भानु लोहमी, अंकुर चैहान और देवेन्द्र दत्त शर्मा ने भी प्रदेश में मादक पदार्थों के दुरूपयोग को रोकने के बारे में अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह मनोज कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व आरडी धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव जेसी शर्मा, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, सचिव शिक्षा राजीव शर्मा और प्रदेश सरकार के विभागाध्यक्षों ने बैठक में भाग लिया।
ये चुनाव नहीं आसान। कांग्रेस इस बात से भलीभांति वाकिफ है। जयराम ठाकुर को एक्सीडेंटल मुख्यमंत्री कहने वाली कांग्रेस पर स्थानीय निकाय चुनाव में खुद को साबित करने का दबाव है ताकि 2022 में जनता उसे गंभीरता से ले। प्रदेश के नव नियुक्त प्रभारी राजीव शुक्ला का भी ये पहला इम्तिहान है। इस इम्तिहान में उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती है पार्टी के तमाम गुटों को एकसाथ लेकर चलना। कांग्रेस के दिग्गज साथ चले तो मंजिल शायद आसां रहे पर खींचतान ज़ारी रहती है और नतीजे मनमुताबिक नहीं आते तो कांग्रेस का बैकफुट पर आना तय है। इसी बीच बुधवार को कांग्रेस ने अपनी इलेक्शन स्ट्रेटेजी कमेटी का एलान कर दिया है जो राजीव शुक्ला की सरदारी में काम करेगी। इस 14 सदस्यीय कमेटी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, विप्लव ठाकुर, कर्नल धनीराम शांडिल, सुखविंदर सिंह सुक्खू, आशा कुमारी, सुधीर शर्मा, जीएस बाली, हर्षवर्धन चौहान, रामलाल ठाकुर, राजेंदर राणा, जगत सिंह नेगी और पवन काजल को स्थान मिला है। इसमें मुख्यमंत्री के गृह जिला मंडी के किसी नेता को स्थान नहीं मिला है। सीधे तौर पर कहे तो इलेक्शन स्ट्रेटेजी कमेटी में कौल सिंह ठाकुर को स्थान नहीं मिला है। एक और खासबात इस लिस्ट में है। इन 14 में से तीन नेता ऐसे है जिन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। पर पार्टी के लिए मंडी से चुनाव लड़ने वाले आश्रय शर्मा को इस लिस्ट में स्थान नहीं मिला है। हालाँकि इन दोनों नेताओं को अन्य कमेटियों में शामिल कर संतुलन बनाने का प्रयास किया गया है, किन्तु मंडी जिला के किसी नेता का इलेक्शन स्ट्रेटेजी कमेटी में न होना फिलवक्त चर्चा का विषय जरूर है। जाहिर है किसी स्थानीय नेता का कमेटी में होना रणनीतिक तौर पर ज्यादा असरदार होता। वैसे एक तर्क ये भी है की जब मंडी से सांसद रह चुके पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह खुद इस कमेटी में शामिल है तो बाकी नेताओं की शायद कोई जरुरत नहीं है। लिस्ट से कौल सिंह ठाकुर की गैरमौजूदगी को कुछ राजनैतिक माहिर राजा गुट की तरफ आलाकमान के झुकाव के तौर पर देख रहे है तो कुछ चिट्ठी बम के साइड इफ़ेक्ट के तौर पर। बहरहाल लकवाग्रस्त संगठन के बावजूद अगर कांग्रेस को निकाय चुनाव में अच्छा करना है तो पार्टी के दिग्गजों को आपसी रंज भुलाकर एक साथ आना होगा।
स हफ्ते लगातार तीन दिन तक बंद रहने वाले हैं, इसलिए कोई आवश्यक कार्य हो तो गुरुवार तक निपटा लें। असल मे बैंक हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बंद रहते हैं। इस बार 26 दिसंबर को महीने का चौथा शनिवार पड़ रहा है, इसके चलते बैंक बंद रहेंगे। इसके बाद 27 दिसंबर, रविवार को साप्ताहिक अवकाश है, जिसके चलते बैंक बंद रहेंगे। वहीं, 25 दिसंबर, शुक्रवार को क्रिसमस है, जो राष्ट्रीय अवकाश रहेगा। इसके चलते इस दिन बैंकों में छुट्टी रहेगी। ऐसे में इस हफ्ते आपकों बैंकों से जुड़ा कोई कार्य करना है, तो उसे गुरुवार तक ही निपटा लें, क्योंकि उसके बाद 25, 26 और 27 दिसंबर को बैंकों की छुट्टी रहने वाली है। वहीं, 31 दिसंबर को इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने की लास्ट डेट भी है। इसलिए अगर आपको बैंक से कोई डॉक्यूमेंट चाहिए या कोई अन्य जरूरी काम है तो उसके लिए अभी से मुस्तैद रहना सही रहेगा।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HPBOSE) ने इस साल (शैक्षणिक सत्र 2020-21) प्रैक्टिकल परीक्षा न लेने का फैसला लिया है। इसके लिए स्कूलों को अपने स्तर पर ही परीक्षाएं आयोजित करवानी होंगी। प्रश्न पत्र से डेटशीट तक सबकुछ स्कूलों को खुद ही करना होगा। ऐसा पहली बार होगा, जब मार्च माह में संचालित होने वाली परीक्षाओं के प्रैक्टिकल हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड स्वयं नहीं लेगा। शिक्षा बोर्ड अधिकारियों का कहना है दसवीं, जमा दो व अन्य कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाओं की परीक्षा तिथियां व प्रैक्टिकल संचालन के लिए शिक्षा उपनिदेशकों व स्कूलों के प्रधानाचार्य व मुख्य अध्यापकों से वीडियो कांफ्रेंस से इस विषय पर चर्चा की है, जिसमें परीक्षाओं को लेकर लंबी चर्चा हुई है। बोर्ड का कहना है की सभी कक्षाएं ऑनलाइन चल रही हैं और बोर्ड पूरी तरह से नहीं जनता है की शिक्षक छात्रों को ऑनलाइन कैसे शिक्षित कर रहे हैं। ऐसे में अगर बोर्ड प्रैक्टिकल लेता है तो विद्यार्थियों को दिक्कतें होंगी। इसलिए बोर्ड ने इस बार प्रैक्टिकल परीक्षा न लेने का फैसला लिया है।
आज हिमाचल मंत्रिमंडल की बैठक का आयोजन होना है। यह बैठक बहुत अहम होने वाली है। इस बैठक में प्रदेश के कई बड़े मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। 25 दिसंबर क्रिसमस व 31 दिसंबर नववर्ष के जश्न के लिए प्रदेश में रात्रि कर्फ्यू हटाया जा सकता है। नया साल मनाने के लिए हजारों पर्यटक शिमला सहित प्रदेश के अन्य स्थानों पर आते हैं। ऐसे में पर्यटकों की सुविधा के लिए सरकार इन दो दिनों के लिए रात्रि कर्फ्यू हटाने पर विचार कर सकती है। बता दें, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश के 4 जिलों में 5 जनवरी तक कर्फ्यू लगाया गया था। पर आज बैठक में इसको लेकर फैसला सुनाया जा सकता है। प्रदेश भर में रविवार को बाजार बंद रखने के फैसले पर भी पुनर्विचार किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त निजी स्कूलों के फीस के साथ फंड वसूले जाने के मामले पर भी मंथन होगा। बैठक में सरकार 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को अंतिम रूप देगी। 27 दिसंबर को सरकार के तीन साल पूरे हो रहे हैं, वर्चुअल कार्यक्रम को गांवों में बूथ स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रबंधों पर भी विचार होगा।
हिमाचल प्रदेश सामान्य उद्योग निगम सीमित, शिमला के निदेशक मण्डल की बैठक आज यहां उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में निगम द्वारा वित्त वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 की छःमाही वित्तीय उपलब्धियों का अवलोकन किया गया। यह अवगत करवाया गया कि इस अवधि के दौरान निगम द्वारा अनुमानित 2315 लाख रुपये का व्यापार किया गया और अनुमानित 148.83 लाख रुपये का लाभांश अर्जित किया गया। बैठक में वित्त वर्ष 2019-20 के प्रारूप लेखों का भी अनुमोदन किया गया। बैठक में सामान्य उद्योग निगम के उपाध्यक्ष मनोहर धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) राम सुभग सिंह, निदेशक उद्योग हंस राज शर्मा, विशेष सचिव (वित्त) राकेश कंवर, निगम के प्रबन्ध निदेशक अमित कश्यप, निदेशक मण्डल के सदस्य और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
शिमला ( ब्यूरो ) : पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश में 17 पीएचसी ( प्राइमरी स्वास्थ्य केंद्रों ) को बंद करने के सरकार के निर्णय को जनविरोधी करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। वीरभद्र बोले कि सरकार के इस निर्णय से ये साफ है कि भाजपा ग्रामीण क्षेत्रों की विकास विरोधी है और उसे ग्रामीण लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं की कोई चिंता नहीं है। वीरभद्र ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश में बगैर किसी भेदभाव के विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अनेक स्वास्थ्य केंद्र और स्कूलों को खोला है। पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार के इस फैसले को अफ़सोस जनक बताया है साथ ही उन्होंने कहा की सरकार इन पीएचसी को बंद कर अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दे रही है। मुख्यमंत्री को इस निर्णय पर पुन: विचार करते हुए जनहित में इस फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिए। उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि वह ज़्यादा से ज़्यादा मताधिकार का प्रयोग करते हुए अपने गांव और क्षेत्र की प्रगति के लिए वोट करें। कांग्रेस ने सदैव ही ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता दी है। इसलिए अब फिर से उनके पास कांग्रेस को मजबूत करने का मौका है। वीरभद्र ने उम्मीद जताई है की इन चुनाव में कांग्रेसी विचारधारा को मज़बूती मिलेगी और कांग्रेस से जुड़े लोग ही जीत कर आएँगे।
प्रत्येक चुनौती अपने साथ कुछ नए अवसर भी लाती है, जरूरत है उन अवसरों को पहचानने और उनका लाभ उठाने की। स्थानीय एपीजी शिमला विश्वविद्यालय की ओर से मंगलवार को 'प्रारब्ध-2020' विषय पर विशेष वेबिनार आयोजित किया गया। वेबिनार का सुभारम्भ एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. रमेश कुमार चौधरी की अगुवाई में किया गया। इस वेबिनार में एमिटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.बी. शर्मा (पूर्व कुलपति डीटीयू) ने बतौर वशिष्ठ मुख्यातिथि शिरकत कर वेबिनार में शामिल एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के छात्रों व शिक्षकों को 'एडवांटेज टेक्नोलॉजी व डिजिटल टेक्नोलॉजी' विषय पर विशेष संदेश दिया। छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्रो. पीबी शर्मा ने कहा कि हम जानते हैं कि दुनियाभर में युवा, महिलाएं और पुरुषों जिनके पास नए और अभिनव विचार हैं, जिनके पास टेक्नोलॉजी है जिसके जरिए कोविड जैसी महामारी का मुकाबला कर सकते हैं, लेकिन उन विचारों व अन्वेषणों को फलीभूत करने के लिए उन्हें सहारे व मार्गदर्शन की जरूरत है। प्रो.शर्मा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि भारत डिजिटल क्रांति और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है जिसके पीछे देश की युवा शक्ति काम कर रही है और विश्वविद्यालयों को छात्रों के एडवांटेज टेक्नोलॉजी के ज्ञान में अधिक बढ़ोतरी कर ज्ञान हासिल करने के लिए नए अवसर करने चाहिए और उन्हें प्रकृति के साथ भी तालमेल बैठाना सिखाना चाहिए। प्रो. पीबी शर्मा ने एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश कुमार चौधरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इनके कुशल नेतृत्व में एपीजी शिमला विश्वविद्यालय उच्च टेक्नोलॉजी और अनुसंधान व रोजगारनमुख शिक्षा प्रदान करने में आगे बढ़ रहा है और साथ ही विश्वविद्यालय को शिमला की प्रकृति ने चिंतनशीलता व अध्ययन के लिए अनूठे प्राकृतिक सोपान दिए हैं। प्रो. शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल लर्निंग समूहों में औपचारिकता और अनौपचारिकता दोनों सीखने के साथ-साथ सेल्फ-लर्निंग मोड के लिए एक व्यापक कैनवास प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि भारत को कनेक्टिविटी, इंटरनेट, टेक्नोलॉजी व डिजिटल सिस्टम में गहरी पैठ है और इस प्रकार भारत शानदार एडवांटेज आईटी बन रहा है और उससे भारत की युवा पीढ़ी आत्मनिर्भर होकर जॉब सृजन करने में सफल होंगे! प्रो. पीबी शर्मा ने कहा कि हमारी तत्काल प्राथमिकता और उसके बाद हमारे युवा भारत के लिए पच्चीस साल की आयु में छः सौ छियासठ मिलियन से अधिक लाभ कमाने के लिए एडवांटेज आईटी का उपयोग करना चाहिए और इस कार्य के लिए राष्ट्र और समाज की बेहतरी के लिए सभी को अपना सर्वोत्तम कार्य करना होगा ताकि टेक्नोलॉजी से बेहतर इंसान भी बनें और मानव संसाधनों में भी सकारात्मक विकास हो सकें। एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमेश कुमार चौधरी ने मुख्यतिथि प्रो. पीबी शर्मा का वर्चुअल स्वागत करते हुए कहा कि प्रो. पीबी शर्मा देश के प्रख्यात टेक्नोलॉजी विद्वान हैं, शिक्षाविद हैं, एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों का मार्गदर्शन करने के लिए उनका धन्यवाद किया। कुलपति प्रो. चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि आज ऑनलाइन सिस्टम व डिजिटल टेक्नोलॉजी को और बेहतर करने की जरूरत है ताकि छात्रों को न केवल शैक्षणिक कार्यों के लिए इस इस्तेमाल करना है बल्कि इसे विकसित समाज व राष्ट्र के उत्थान के लिए भी किया जाना चाहिए और इस दिशा में विश्वविद्यालय में गहन अध्ययन के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है। इस वेबिनार के दौरान डॉ. रमेश चौहान डीन जर्नलिज्म ने भी अपने विचार सांझा किए और डॉ. नील कुमार सिंह डीन मैनेजमेंट ने धन्यवाद प्रस्ताव पढ़कर सभी वक्ताओं और मुख्यतिथि का धन्यवाद किया। वेबिनार में एपीजी शिमला विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार आर.के. कायस्थ, डॉ. आनंद मोहन डीन इंजीनियरिंग, डॉ. अनिल पाल और विजिटिंग प्रो. राकेश शर्मा भी मौजूद रहे है और प्राची वैद कार्यक्रम की संचालिका रही।
सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट शिमला द्वारा दिसंबर 16 से चलाए जा रहे वस्त्र एकत्रीकरण का आज अंतिम दिन था। आज भी वस्त्र दान को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। शिमला के संजौली बस स्टैंड, बीसीएस, पुराना बस स्टैंड, समरहिल चौक, टुटु चौक आदि स्थानों पर ट्रस्ट के कार्यकताओं द्वारा वस्त्र एकत्र किए जा रहें थे। इन पाँच स्थानों में लोगों द्वारा काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। पिछले 16 दिसंबर को भी लोगो द्वारा काफी वस्त्र दान किए गए और 19 दिसंबर भी लोगो द्वारा अपनी सहभागिता इसमें देखने को मिला। ट्रस्ट के सचिव डॉ सुरेन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि ट्रस्ट प्रत्येक वर्ष विभिन्न कार्यक्रम समाज एवं राष्ट्र हित में करवाता आ रहा है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी वस्त्र बैंक कार्यक्रम में लोगों ने अपना सहयोग दिया। मानव सेवा ही उत्तम सेवा है। हमारे द्वारा निधारित स्थानों पर सभी शिमला वासियों ने अपने वस्त्रों को दान किया उसके लिए हम सभी का आभार व्यक्त करते हैं और आने वाले समय में हम उन कपड़ों को जरूरत मंद को वितरित करेंगे। सुनील उपाध्याय एजुकेशन ट्रस्ट के साथ समाज के भिन्न भिन्न वर्गों ने भी इसमें अपनी रुचि दिखाई, जिसमें भिन्न भिन्न स्थानों के प्रबुद्ध लोग सेवानिवृत्त कर्मचारी, बच्चे, बूढे और व्यवसायक वर्ग सभी लोगो ने इसमें अपनी सहभागिता दिखाई। आने वाले समय मे एकत्रित किए गए वस्त्रो को ट्रस्ट द्वारा जरूरतमन्द व्यक्तियों तक पहुचाने का कार्य भी ट्रस्ट के माध्यम से किया जाएगा।
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संजौली महाविद्यालय इकाई की नव 2020-21 की कार्यकारिणी की घोषणा की गई जिसमें मुख्य रूप से जिला संगठन मंत्री अमित और चुनाव अधिकारी विभाग संयोजक सचिन मौजूद रहे। कार्यकारिणी में सर्वसम्मति से कर्ण सिंह को अध्यक्ष और कर्ण शर्मा को इकाई सचिव चुना गया। उनके साथ 120 कार्यकर्ताओं की कार्यकारिणी बनाई गई। इसी के साथ Covid-19 के सभी नियमों का ख्याल रखते इस कार्यक्रम को ऑफलाइन व ऑनलाइन माध्यम से चलाया गया जिसमें ऑफलाइन कार्यक्रम में 46 कार्यकर्ता उपस्थित रहे और ऑनलाइन माध्यम से भी काफी विद्यार्थियों ने भाग लिया। चुनाव अधिकारी सचिन ने विद्यार्थी परिषद के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा की अखिल भारतीय विद्यार्थी सन 1949 से नियमित रूप से राष्ट्र हित, समाज हित और छात्रहित में कार्य करती आई है, छात्रों की आवाज को उठाने का निरन्तर प्रयास किया है और छात्रों को उनके हितों से परिचित करवाया है। इसी के साथ पूर्व में इकाई के सचिव रहे धीरज काल्टा ने ऑनलाइन माध्यम से कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और धन्यवाद करते हुए नव निर्वाचित सदस्यों को शुभकामनाएं दी।
टिक्कर क्षेत्र से संबंध रखने वाले स्टैटिस्टिकल असिस्टेंट के पद से सेवानिवृत्त तपेन्दर टेगटा पूर्व संसदीय सचिव एवं विधायक रोहित ठाकुर के नेतृत्व पर विश्वास जताया हैं। शराचली क्षेत्र की मांदल पंचायत से सम्बंध रखने वाले अनिल शर्मा ने भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ़ भाजपा छोड़कर कांग्रेस पार्टी में परिवार सहित घर वापसी की हैं। तपेंदर टेगटा और अनिल शर्मा पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रोहित ठाकुर की उपस्थिति में विधिवत रूप से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जुब्बल-नावर-कोटखाई के अध्यक्ष मोतीलाल डेरटा ने पार्टी कार्यालय जुब्बल में तपेन्दर तेगटा और अनिल शर्मा का कांग्रेस पार्टी में शामिल होने पर स्वागत किया।
कोरोना के चलते लगाए गई पाबंदियों के कारण हिमाचल प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय लगातार प्रभावित हो रहा है l हाल ही में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से शिमला, कांगड़ा, मंडी और कुल्लू जिले में 5 जनवरी तक रात्रि कर्फ्यू लगाया गया था जिसे अब पर्यटन कारोबारियों के आग्रह पर क्रिसमस से पहले हटाया जा सकता है। पर्यटन सीजन के चलते हिमाचल प्रदेश सरकार व्यापारिक संगठनों और पार्टी पदाधिकारियों के भारी दबाव में है। बुधवार यानि 23 दिसंबर को हिमाचल मंत्रिमंडल की बैठक होनी है। इस बैठक में रात्रि कर्फ्यू को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। प्रदेश भर में रविवार को पूरी तरह से बाजार बंद रखने के फैसले पर भी पुनर्विचार किया जा सकता है। सार्वजनिक समारोहों में 50 से ज्यादा लोगों की मौजूदगी पर प्रतिबंध के फैसले पर पुनर्विचार को लेकर सरकार दबाव में है तत्पश्चात इसे भी बदला जा सकता है। इस सीजन के दौरान रविवार को हिमाचल में पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है। ऐसे में अगर पर्यटन गतिविधियों को पूरी तरह से बंद रखा जाएगा तो इसका सीधा असर पर्यटन सीजन पर पड़ेगा। कोविड-19 के चलते गर्मी का पूरा सीजन बुरी तरह से पिट चुका है। ऐसे में पर्यटन कारोबार से जुड़े लोग व उनके हितैषी अब नए साल के आसपास के सीजन को खराब नहीं होने देना चाह रहे हैं। साथ ही रविवार को बाजार बंद रखने के कारण आम जनता को भी खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। इस पर यदि जनता का भी यही कहना है कि एक दिन बाज़ारों को बंद रखने से कोरोना के मामलो में कमी नहीं आएगी।
हिमाचल प्रदेश में पंचायत चुनाव का बिगुल बज गया है। राज्य चुनाव आयोग ने सोमवार को पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। वहीं बात कि जाए पंचायत चुनाव के परिणामों कि तो इस बार प्रदेश में पंचायती राज चुनावों में प्रत्याशियों का परिणाम ऑनलाइन दिखेगा। इसके लिए पंचायती राज विभाग ने एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। इसके माध्यम से प्रत्याशियों के रिजल्ट जल्द मिल जाएंगे। इसे मतगणना स्थल समेत मुख्य केंद्र से लगातार अपडेट किया जाएगा, जिससे प्रत्याशियों का परिणाम जल्द घोषित हो सकेगा। जानकारी के मुताबिक अगले माह होने वाले पंचायती राज चुनावों को लेकर इस बार विभाग ने कई तरह के बदलाव किए हैं। इनमें विभाग की सबसे बड़ी उपलब्धि चुनाव परिणामों को ऑनलाइन दिखाना है। सॉफ्टवेयर के जरिये वोटों की गिनती को लेकर पल-पल की सूचना अपडेट होती रहेगी। इसके चलते जहां प्रत्याशियों का परिणाम जल्द घोषित किया जा सकेगा, वहीं घर बैठे लोग भी इसे आसानी से देख सकेंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी आदित्य नेगी ने शिमला जिला के पंचायत चुनावों को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। उन्होंने बताया कि जिला की 412 पंचायतों के चुनाव तीन चरणों में होंगे। 17 जनवरी को पहले चरण में 138 पंचायतों, दूसरे चरण में 19 जनवरी को 139 और तीसरे चरण में 135 पंचायतों में चुनाव होंगे। डोडरा- क्वार विकास खंड की जाखा और जिस्कून में 17 जनवरी, धंदरवाड़ी और डोडरा में 19 जनवरी और क्वार में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। छौहरा विकास खंड में 17 जनवरी को तांगनू-जाखलिख, बनोटी, टोडसा, रोहल, सिंदासली, गांवसारी, खशधार, कलोटी और शिलादेश में चुनाव होंगे। दिउदी-मायला, सारीबासा, थाना, आंध्रा, खबाल, भंफड, ढाकगांव, डिसवानी और खरशाली में 19 जनवरी और पेखा, रनोल, जांगला, भेतियानी, घगोली, कुलगांव, मसली, गवास और टिक्करी में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। चौपाल विकास खंड की ननाहर, जावग-छमरोग, सरांह, बगाहर चौकी, चांजू-चौपाल, मशडोह, गोरली मढ़ावग, बम्टा, चंदलोग-नेरवा, हलाउ, बागना, भराणू, किरण, टिक्करी, मधाना और रुसलाह में 17 जनवरी और झीना, सरी, लिंगजार, धवास, ठांणा, देवत, मकडोग, पैड़िया, गढ़ा, बिजमल, बौहर, मानू-भाविया, टेलर, चईंजन, थरोच और पुजारली में 19 जनवरी को चुनाव होंगे। इसी तरह थुंदल, जोड़ना, खद्दर, लालपानी, खगना, झिकनीपुल, माटल, पंदराडा, देईया-दोची, पौलिया, पवाहन, मुंडली, धन्नत, खूंद नेवल, कुताह और केदी ग्राम सभा में में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। जुब्बल-कोटखाई विकास खंड की रांवी, झड़ग, झंगटान, नंदपुर, बढ़ाल, धार, अंटी, पराली, पांदली, हिमरी, कलबोग, क्यारवीं, महासू, पुड़ग, क्यारी और थरोला में 17 जनवरी को चुनाव होंगे। पंदराणू, नकराड़ी, मांदल, कठासू, जयपिढ़ी माता, कोट कायना, सरस्वती नगर, दरकोटी, बाग डुमैहर, घंडा, रतनाड़ी, चौगन कुलटी, बखोल, रावला क्यार, पनोग और देवरी खनेटी में 19 जनवरी और कुड्डू, गिलटाड़ी, सारी, भोलाड़, बरथाटा, शिल्ली, मंढोल, थाना, गरावग, प्रेमनगर, देवगढ़, बाघी, नगान, गुम्मा, रामनगर, बगाहर और पराली बदरूनी में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। कुपवी विकास खंड में झोकड़, जुडडू शिलाल, मझोली, चडौली और मालत में 17 जनवरी और भालू, कांडा-बनाह, बांदल कफलाह, बावत और कोठी आहनोग में 19 जनवरी और धौताली, कुलग, नौरा-बौरा, धार चांदना और जुब्बली में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। ननखड़ी विकास खंड की थाना बड़ाच, ननखरी, शोली, देलठ, थैली चकटी और बड़ोग में 17 जनवरी को चुनाव होंगे। करांगला, बगलती, टिप्पर मझोली, खमाड़ी, कलेडा-मझेवटी और कुंगल बाल्टी में 19 जनवरी और जाहु, खुन्नी-पनोली, गाहन, खड़ाहन, अडडु और खोलीघाट में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। नारकंडा विकास खंड की थानाधार, भूट्टी, जरोल, सिंहल-नारकंडा, मधावनी, शलौटा, डीव, कोटीघाट, जंजैहली और जदून में 17 जनवरी और मंगसु, शमाथला, मैलन, करेवथी, खनेटी, बडगांव, कुमारसैन, कांगल और बनाहर में 19 जनवरी और किरटी, दलान, कोटगढ़, मलैडी, क्वानं-बटाडी, जार, मोगड़ा, भरेडी और शिवान में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। रामपुर विकास खंड की पंचायत कूट, फांचा, जघोरी, सराहन, किन्नू, मशनू, झाकड़ी, डंसा, देवनगर, बाहली, दरकाली और काशापाट में 17 जनवरी को चुनाव होंगे। 19 जनवरी को नीरथ, बधाल, लबाणा-सदाना, क्याव, बौड़ा, गोपालपुर, दोफदा, त्यावल-जयूरी, लालसा, नरैण, तकलेच और मुनिश पंचायत में चुनाव होगें। सनारसा, सरपारा, गानवी, शाहधार, धारगौरा, फूंजा, रचोली, शिंगला, भडावली, दतनगर, देवठी और कुंहल पंचायत में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। रोहड़ू विकास खंड की पंचायत कडीवन, मुंन्छाड़ा, लोअर कोटी, टिक्कर, खारला, पुजारली-4, शरोग-बराड़ा, खंगटेड़ी, भलून, बाड़ीधार, दलगांव और बराल में 17 जनवरी को चुनाव होंगे। दूसरे चरण में कुठाड़ी, सीमा-रंटाड़ी, पारसा, शरौंथा, धराड़ा, करासा, अढ़ाल, कुई, समरकोट, ब्रासली, कुटाड़ी, कटलाह में 19 जनवरी को चुनाव होंगे। तीसरे चरण में पुजारली-3, समोली, शेखल, करछारी, हंसटाड़ी, उकली-मेहंदली, बशला, भलाड़ा, भमनोली, जगोठी, गांवणा, शील और करालश में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। ठियोग विकास खंड की पंचायत, क्यारा, कोट-शिलारू, धार कांदरू, भराणा, क्यारटू, सतोग, टियाली, धमांदरी, टिक्कर, पुंदर स्थित चनौत, शरमला, कमांह, देवठी, घोड़ना, घूंड, शटैयां, भराड़ा, क्यार, बलग और कथोग में 17 जनवरी को चुनाव होंगे। दूसरे चरण में कलजार-मतियाणा, संधू, शडी मतियाणा, भाज, धर्मपुर, धरेच, चियोग, ददास, बासाधार, कुठार, कलींड, सरीवन, धार तरपुनू, बागडी, चरैण टिक्कर, मखडोल, चिखड़, बगैण, सैज और देवरीघाट में 19 जनवरी को चुनाव होंगे। तीसरे चरण में कलिडा-मतियाना, गवाही स्थित देवीमोड़, रौणी मतियाना, केलवी, बड़ोग, नाहोल, देहना, बणी, धगाली, मुंडू, माहौरी, माहोग, पडगैया, बलधार, डमयाना, मझार, वासा ठियोग, सरोग और जैस पंचायत में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। टुटू विकास खंड की धमून, शोघी, हलोग-धामी, ओखरू, घेच-कोहबाग, घंडल, चनोग, गलोट, गनयोग-नेहर, पाहल, नेरी और कोट पंचायत में 17 जनवरी और गिरब-खुर्द, थड़ी, घनाहटटी, पिपलीधार, मायली-जेजड, शकराह, बागी, शमलाघाट, मूलबरी-देवगनर, जनोल, सांगटी-सन्होग और आनंदपुर में 19 जनवरी को चुनाव होंगे। इसके अलावा बढ़ई, जलेल, दुघाल्टी, बठमाना-जाबरी, चलहोग, बलोह, रामपुर-क्योंथल, बायचड़ी, चायल और टुठू मजठाई में 21 जनवरी को चुनाव होंगे। वहीं मशोबरा खंड की जनेडघाट, दरभोग, मैहली, पीरन, नाला, चमियाना, बलदेयां, डूम्मी और भौंट में 17 जनवरी और जुन्गा, बलोग, पुजारली, सतलाई, भड़ेच, कुफरी, ढली, मांजू, चेड़ी, नालदेहरा, और मशोबरा में 19 जनवरी को चुनाव होंगे। इसी तरह में 21 जनवरी को तीसरे चरण में मल्याणा, कोटी, रझाना, घडोत कड़ेहरी, पटगेहर, मूलकोटी, बरमु, गुम्मा, पगोग और कोलू जुब्बड़ में चुनाव होंगे। विकास खंड बसंतपुर की धरोगड़ा, हिमरी, खटनोल, मझीवड़, देवला, नैहरा, चनावग और चलाहल में 17 जनवरी को मतदान होगा। बाग, ओगली, बसंतपुर, डुमैहर, नीन, थाची, मंढोलघट और कोटला में 19 जनवरी और पंचायत घैणी, करयाली, भराड़ा, शकरोड़ी, चेबडी, जूणी, घरयाणा और रेवग में 21 जनवरी को चुनाव होंगे।
हिमाचल प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना के बाद सोमवार को चुनाव आयोग ने पंचायती राज चुनाव की भी तारीखे जारी कर दी गई है। प्रदेश में अब पूरी तरह से चुनावी बिगुल बज गया है । बता दें की हिमाचल में पंचायत चुनाव तीन चरणों करवाएंगे जाएंगे । हिमाचल में चुनाव आयोग द्वारा 17, 19 और 21 जनवरी को मतदान करवाया जाएगा। पंचायत प्रधान, उपप्रधान, पंचायत समिति और जिला परिषद के लिए 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। इसके बाद 4 जनवरी को नामांकन पत्रों की छटनी की जाएगी। नामांकन वापस लेने की तारीक 6 जनवरी तय की गई है। 6 जनवरी को 10 बजे से लेकर 3 बजे तक प्रतयाशी नामांकन वापिस ले सकते है। 6 जनवरी को ही अंतिम नाम की सूची और उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह जारी किए जाएंगे। इसके साथ ही चुनाव आयोग 31 दिसंबर को मतदान केंद्रों की सूची जारी करेगा । प्रदेश में तीन चरणों में चुनाव करवाएं जाएंगे। हिमचाल में 17 ,19 ,21 जनवरी को सुबह आठ बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। चुनाव के नतीजों की बात की जाए तो पंचायत प्रधान और उपप्रधान के चुनाव नतीजे मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसी दिन घोषित किए जाएंगे। इसके अलावा पंचायत समिति एवं जिला परिषद् के परिणाम 22 जनवरी को घोषित किए जाएंगे । चुनाव आयोग 23 जनवरी तक चुनाव प्रक्रिया को पूरी कर लेगा।
देवभूमि हिमाचल प्रदेश में अब जबरन धर्मांतरण (Forced Conversion) करवाने पर 7 साल तक की सजा हो सकती है। प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश धर्म की स्वतंत्रता अधिनियम-2019 के विधेयक की अधिसूचना जारी कर दी है। इस कानून के प्रावधानों के तहत अब जबरन धर्मांतरण पर तीन माह से सात साल तक की सजा दी जाएगी। इस क़ानून में अलग-अलग वर्गों और जातियों के लिए अलग-अलग प्रावधान रखा गया हैं। हिमाचल प्रदेश धर्मांतरण पर कानून लाने वाला पहला राज्य था लेकिन कुछ पेचिदगियों की वजह से ये कानून आज से लागू किया गया। इससे पहले 2006 के एक्ट के मुताबिक़ इसमें 2 साल की सजा का प्रावधान था। अब महिला, नाबालिग और अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग से धर्म परिवर्तन के मामले में सात साल तक की सजा का प्रावधान है। झांसा, प्रलोभन या किसी अन्य तरीके से धर्मांतरण पर रोक रहेगी। यदि कोई व्यक्ति अपने मूल धर्म में वापस आता है तो उसे धर्म परिवर्तन नहीं माना जाएगा। विधानसभा में अधिनियम धर्म की स्वतंत्रता 2019 को मानसून सत्र में सरकार ने पारित करवाया था। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज के मुताबिक़ इस कानून में लव जेहाद पर भी सख्ती के प्रावधान है। यदि जरूरत पड़ी तो इसमें संशोधन किया जाएगा।
शिमला। ग्रामीण क्षेत्रों को चलने वाली यूनिट 3 की बसों के सही ढंग से संचालन न होने से लोग परेशान है। सरकार के सप्ताह में पांच कार्यदिवस करने के बाद परिवहन निगम की ग्रामीण क्षेत्रों को चलने वाली अधिकतर बसें भी पांच दिन ही चल रही है, जिससे ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर जहां परिवहन निगम के अधिकारी पर्याप्त स्वारियों के न होने का बहना बना कर अपना पल्ला झाड़ रहें है वहीं सरकार को लोगों की समस्याओं से कुछ लेना देना नहीं लग रहा है। कांग्रेस सचिव हरिकृष्ण हिमराल ने परिवहन निगम की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कोविड के चलते पचास प्रतिशत स्वारियों के नियम के चलते ग्रामीण क्षेत्रों को हर रोज सभी बसें चलनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि प्रायः देखा जा रहा है कि शनिवार व रविवार को बसों के न चलने से लोग परेशानी झेल रहें है। हिमराल ने सरकार को परिवहन निगम की व्यवस्था को सुचारू करने के आदेश देने का आग्रह करते हुए कहा है कि हफ्ते में सातों दिन बसें नियमित रूप से चलनी चाहिए जिससे दैनिक काम काज वाले ग्रामीण व सभी लोंगो को किसी भी असुविधा से छुटकारा मिल सके।
शिमला। जिला में पन बिजली क्षेत्रों में निवेशकों की कठिनाईयों के निवारण के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी स्तरों पर सहयोग प्रदान किया जाएगा। उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने आज निवेशकों को वन टाईम एमिनिटी योजना के तहत बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पन बिजली निवेशकों को स्थानीय जनता व पंचायतों से परस्पर सहयोगात्मक रवैया प्रदान करने के लिए उपमण्डलाधिकारी व स्थानीय प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाएंगे ताकि निवेशकों को कार्य करने में कोई भी व्यवधान उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि निवेशकों के सभी स्थानीय मुद्दोें को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे। निवेशकों द्वारा बैठक में स्थानीय लोगों, पंचायतों व अन्य दिक्कतों के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। विभिन्न पन बिजली योजनाओं के प्रतिनिधियों द्वारा जिला प्रशासन के साथ-साथ इस संबंध में सरकार से भी निवेशकों ने भरपूर सहयोग की मांग की ताकि लोगों को परियोजनाओं का अधिक से अधिक लाभ मिल सके। बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) प्रभा राजीव, जीसी हाइड्रो प्रोजेक्ट पावर लिमिटिड के पंकज ठाकुर, एसबी पावर रूपिन प्रोजेक्ट के जे. गौस्वामी, तांगनु रोमाई 1 व 2 परियोजना के घनश्याम ठाकुर, ग्रीनको हाटकोटी के विनोद ठाकुर, राजपुर हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट लिमिटिड के सुनील कुमार शर्मा उपस्थित थे।
शिमला। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने आज वर्तुल माध्यम से सभी जिला अध्यक्ष एवं मंडल अध्यक्षों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 27 दिसंबर को प्रदेश में जयराम ठाकुर के नेतृत्व में चलने वाली भाजपा सरकार के 3 साल पूर्ण होने जा रहे हैं यह 3 साल सुशासन एवं उपलब्धि भरे रहे हैं। अपने 3 सालों में जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश के सभी वर्गों का ख्याल रखा है जन कल्याणकारी योजनाओं में हिमाचल प्रदेश पूरे देश में अग्रिम प्रदेशों में से एक है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को केंद्र सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा वर्चुअल माध्यम से संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम हेतु प्रत्येक मंडल में भारतीय जनता पार्टी द्वारा दो एलईडी स्क्रीन लगेगी जिसमें कोविड-19 के चलते प्रत्येक स्थान पर 50 लोग एकत्रित होंगे। सभी प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी एवं नेतागण अपने-अपने मंडल में इस कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे। इस कार्यक्रम का मुख्य केंद्र शिमला होगा, कार्यक्रम को सोशल मीडिया के समस्त माध्यमों से भी टेलीकास्ट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ,प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ,केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार एवं प्रेम कुमार धूमल भी इस कार्यक्रम में जुड़ेंगे। उन्होंने बताया कि जयराम ठाकुर सरकार ने अपने 3 वर्ष के कार्यकाल में वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने व 9.61 लाख परिवारों को वर्ष 2022 तक प्राकृतिक खेती के तहत लाने का लक्ष्य तय किया है, मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत 936 इकाइयां स्थापित की एवं 47.78 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी, हिम केअर योजना के अंतर्गत 128.95 करोड़ रुपये खर्च किए,1.24 लाख से अधिक लोगों का किया उपचार योजना के तहत प्रदेश में 4.61 लाख परिवार पंजीकृत हुए। हिमाचल ग्रहणी सुविधा योजना में 2.85 लाख महिलाओं को दिए निःशुल्क एलपीजी कनेक्शन , यह उपलब्धि प्राप्त करने वाला हिमाचल देश का प्रथम राज्य बना ।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय नागर विमानन मन्त्री हरदीप सिंह पुरी से भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से जिला मंडी के नागचला में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के रेडार सर्वेक्षण में तेजी लाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित हवाई अड्डा हिमाचल प्रदेश के पर्यटन को प्रोत्साहन प्रदान करने के साथ आवश्यकता के समय एयरफोर्स के लिए बेस के रूप में सेवाएं प्रदान करने के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने सभी सर्वेक्षण औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा करने के साथ राज्य सरकार के विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने शिमला और गगल हवाई अड्डों के रन-वे के विस्तार के साथ शिमला हवाई अड्डे पर वायु परिवहन सेवा को पुनः शुरू करने का भी आग्रह किया। केन्द्रीय मंत्री ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकारण के अधिकारियों को प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव डाॅ. आर.एन. बत्ता और आवासीय उप-आयुक्त विवेक महाजन इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। उन्होंने प्रधानमंत्री को वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश 25 जनवरी, 2021 को 50वां पूर्ण राज्यत्व दिवस मनाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस अवसर पर प्रदेश के लोगों को आशीर्वाद देने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को वर्तमान सरकार के सफलतापूर्वक तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करने और 25 जनवरी, 2021 को पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयन्ती समारोह के लिए बधाई दी। उन्होंने दोनों में से एक कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से शामिल होने और भविष्य में राज्य को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रधानमंत्री का पिछले तीन वर्षों के दौरान विशेषकर महत्वाकांक्षी परियोजनाओं अटल टनल आदि के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार कोे सहयोग प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। जय राम ठाकुर ने राज्य की प्रगति को निर्बाध रूप से चलाने के लिए केन्द्र सरकार की ओर से लगातार सहयोग करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी प्रधानमंत्री के राज्य के प्रति विशेष लगाव के लिए आभारी है। जय राम ठाकुर ने प्रधानमंत्री को जिला शिमला में 1796 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 111 मैगावाट की सावड़ा कुड्डू परियोजना का लोकार्पण करने के लिए आमंत्रित किया। यह जल ऊर्जा उत्पादन का प्रमुख स्त्रोत होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र की नीति सहयोग के कारण 2497 करोड़ रुपये के संयुक्त निवेश के साथ 210 मैगावाट लूहरी स्टेज-1 और 66 मैगावाट धौला सिद्ध परियोजना आधारशिला के लिए तैयार है। उन्होंने प्रधानमंत्री से परियोजनाओं की आधारशिला रखने के लिए भी अनुरोध किया। उन्होंने 233.32 मीलियन यू.एस. डाॅलर की एडीबी वित्त पोषित पर्यटन अधोसंरचना विकास परियोजना को शीघ्र मंजूरी देने का आग्रह किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट नागचला की वर्तमान स्थिति से अवगत करवाया और विभिन्न स्वीकृतियां शीघ्र प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने प्रधानमंत्री के समक्ष राज्य में बल्क ड्रग फार्मा पार्क की स्थापना का पक्ष रखा और अवगत करवाया कि राज्य ने देश में स्वदेशी वस्तुओं के निर्माण के लिए इलैक्ट्रिक डिवाइस मैनुफेक्चरिंग हब स्थापित करने का प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को पिछले तीन वर्ष के दौरान प्रदेश की प्रगति के बारे में अवगत करवाया और राज्य में चल रही विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं की स्थिति की जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार 27 दिसम्बर, 2020 को कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे कर रही है। बैठक में मुख्यमंत्री के साथ मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव डाॅ. आर.एन. बत्ता भी उपस्थित थे।
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लोक देवताओं से संबंधित अनेक कथाएं प्रचलित हैं। इनमें सबसे रोचक है लोक देवता महासू की कथा। न्याय के देवता के रूप में प्रतिष्ठित महासू देहरादून जिले के जनजातीय क्षेत्र जौनसार-बावर से संबंध रखते हैं। इनका मुख्य मंदिर टोंस नदी के पूर्वी तट पर चकराता के पास हनोल गांव में स्थित है, जो कि त्यूणी-मोरी मोटर मार्ग पर पड़ता है। उत्तराखंड के अलावा शिमला के ऊपरी भागों और सिरमौर जिले के कुछ भागों में भी महासू देवता को इष्ट देव के रूप में मान्यता प्राप्त है। महासू देवता का कालांतर में वास कश्मीर में माना जाता है। महासू जिले में यह देवता एक ब्राम्हण के अनुरोध पर इस क्षेत्र में दानव के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए थे। कहते है की उस समय यमुना और तौंस नदी के बीच आने वाले क्षेत्र में दानवों का आतंक था जिससे जिसका निवारण महासू देवता ने ख़तम किया था। हनोल में स्थित महासू देवता का ये मंदिर एक अनोखा मंदिर है। यहां की सबसे ज़्यादा दिलचस्प बात तो ये है कि यहां हर साल दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन की ओर से नमक भेंट किया जाता है। मिश्रित शैली की स्थापत्य कला को संजोए यह मंदिर देहरादून से 190 किमी और मसूरी से 156 किमी दूर है। यह मंदिर चकराता के पास हनोल गांव में टोंस नदी के पूर्वी तकट पर स्थित है। हनोल शब्द की उत्पत्ति यहां के एक ब्राह्मण हूणा भाट के नाम से मानी जाती है। इससे पहले यह जगह चकरपुर के रूप में जानी जाती थी।मान्यता है की द्वापर युग में पांडव लाक्षागृह (लाख के घर) से सुरक्षित निकलकर इसी स्थान पर आए थे। यह मंदिर नवीं सदी का माना जाता है। जबकि, पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) के रिकार्ड में मंदिर का निर्माण 11वीं व 12वीं सदी का होने का जिक्र है। वर्तमान में इस मंदिर का संरक्षण पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ही कर रहा है। खुदाई के दौरान पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को यहां यहां शिव-शक्ति, शिवलिंग, दुर्गा, विष्णु-लक्ष्मी, सूर्य, कुबेर समेत दो दर्जन से अधिक देवी-देवताओं की प्राचीन मूर्तियां मिली हैं। इन्हें हनोल संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है। महासू देवता के मंदिर के गर्भ गृह में भक्तों का जाना मना है। केवल मंदिर का पुजारी ही मंदिर में प्रवेश कर सकता है। यह बात आज भी रहस्य है। मंदिर में हमेशा एक ज्योति जलती रहती है जो दशकों से जल रही है। मंदिर के गर्भ गृह में पानी की एक धारा भी निकलती है, लेकिन वह कहां जाती है, कहां से निकलती है यह अज्ञात है। दरअसल 'महासू देवता' एक नहीं चार देवताओं का सामूहिक नाम है और स्थानीय भाषा में महासू शब्द 'महाशिव' का अपभ्रंश है। चारों महासू भाइयों के नाम बासिक महासू, पबासिक महासू, बूठिया महासू (बौठा महासू) और चालदा महासू है, जो कि भगवान शिव के ही रूप हैं। लोक मान्यता है की पांडवों ने घाटा पहाड़ ( शिवालिक पर्वत शृंखला) से पत्थरों की ढुलाई कर देव शिल्पी विश्वकर्मा की मदद से हनोल मंदिर का निर्माण कराया था। बिना गारे की चिनाई वाले इस मंदिर के 32 कोने बुनियाद से लेकर गुंबद तक एक के ऊपर एक रखे कटे पत्थरों पर टिके हैं। मंदिर के गर्भगृह में सबसे ऊपर भीम छतरी यानी भीमसेन का घाटा पहाड़ से लाया गया एक विशालकाय पत्थर स्थापित किया गया है। बेजोड़ नक्काशी मंदिर की भव्यता में चार चांद लगाती है। महासू मंदिर हनोल के परिसर में सीसे के दो गोले मौजूद हैं, जो पांडु पुत्र भीम की ताकत का अहसास कराते हैं। मान्यता है कि भीम इन गोलों को कंचे (गिटिया) के रूप में इस्तेमाल किया करते थे। आकार में छोटे होने के बावजूद इन्हें उठाने में बड़े से बड़े बलशालियों के भी पसीने छूट जाते हैं। इन गोलों में एक का वजन छह मण (240 किलो) और दूसरे का नौ मण (360 किलो) है उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी, संपूर्ण जौनसार-बावर क्षेत्र, रंवाई परगना के साथ साथ हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, सोलन, शिमला, बिशैहर और जुब्बल तक महासू देवता की पूजा होती है। इन क्षेत्रों में महासू देवता को न्याय के देवता और मन्दिर को न्यायालय के रूप में माना जाता है। वर्तमान में महासू देवता के भक्त मन्दिर में न्याय की गुहार करते हैं जो उनकी पूरी होती है। माना जाता है कि जो भी यहां सच्चे दिल से कुछ मांगता है कि महासू देवता उसकी मुराद पूरी करते हैं।
कोविड -19 की रोकथाम हेतु मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रदेशवासियों से अपील..
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा है कि वीरभद्र सिंह अर्की के विधायक होने के नाते अपनी जिम्मेदारी नही निभा रहें है पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि तीन सालों के बाद आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अर्की व जिला सोलन की याद आई है। उन्होंने कहा है कि अर्की क्षेत्र का विधायक होने से वह अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी जानते है। मुख्यमंत्री उन्हें न सिखाए की एक जन प्रतिनिधि के अपने क्षेत्र के प्रति क्या कर्तव्य होते है। उन्होंने कहा है कि उन्हें प्रदेश के लोगों ने विगत 60 वर्षों से देश व प्रदेश की सेवा करने का मौका दिया है इसलिए जयराम न सिखाएं की उन्हें क्या करना है। वीरभद्र सिंह ने कहा की जयराम प्रदेश का विकास करने में पूरी तरह असफल साबित हुए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रदेश की समस्याओं को दूर करने की ओर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए न कि अनाप शनाप बयानबाजी कर लोगों को गुमराह करने का कोई प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री रहते उन्होंने प्रदेश में जितनी भी योजनाओं के शिलान्यास किए, उन सब का पूरा बजट प्रावधान किया गया था। उन्होंने कहा कि आज जितनी भी योजनाओं के उन्होंने उदघाटन किए है वह सब उनके कार्यकाल की शुरू की गई योजनाएं थी। मुख्यमंत्री का यह आरोप की इन योजनाओं के लिए समुचित बजट प्रावधान नहीं था सरासर गलत व झूठा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को चुनौती दी कि वह साबित करें कि किस योजना को बगैर बजट प्रावधान शिलान्यास किया गया था। वीरभद्र सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री विकास के नाम पर प्रदेशवासियों को गुमराह करने का प्रयास न करें। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अनाप शनाप बयानबाजी के प्रति चेताया है।
आज राज्य स्तरीय कला उत्सव 2020 का आयोजन गूगल मीट के माध्यम से राज्य परियोजना कार्यालय शिमला द्वारा किया गया। इस उत्सव में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटखाई की छात्रा कुमारी रितिका ने एकल लोक नृत्य प्रतियोगिता में भाग लिया। इस नृत्य प्रतियोगिता में छात्रा ने सुंदर प्रस्तुति दी जिसमें विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेंद्र सिंह चौहान के नेतृत्व में अध्यापक पवन शर्मा, कुमारी रूचि, अपर्णा चौहान, कमलेश चौहान का पूर्ण सहयोग रहा। इस आयोजन मे बीआरसीसी कोटखाई राकेश नेगी भी उपस्थिति रहे। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने छात्रा की प्रस्तुति की बहुत प्रशंसा की। इस कार्यक्रम में अध्यापिका ममता सूद, अधीक्षक द्रोपती, वरिष्ठ सहायक रमेश शर्मा तथा सेवादार मणि देवी भी उपस्थित रहे।
शिमला। भाजपा हिमाचल प्रदेश के प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि भाजपा संगठन एवं सरकार किसान हित में है। किसानों की खुशहाली के लिए भाजपा पूर्ण रूप से समर्पित है। उन्होंने कहा कि किसान के लिए किसान क्रेडिट कार्ड जैसी स्वर्ण योजना लाने के पीछे भारत रतन एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी का महत्वपूर्ण योगदान है इससे किसानों का मान सम्मान बड़ा और खेत से जुड़ी खरीदारी करने में किसानों को बड़ा फायदा मिला। उन्होंने कहा कि यूरिया के लिए लंबी लाइन लगती थी और कभी-कभी लाठीचार्ज भी हुआ करता था, पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीम युक्त यूरिया प्रदान किया और पिछले 6 वर्ष में आज तक कभी भी यूरिया के लिए लाइन नहीं लगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान सम्मान निधि देकर किसानों को बड़ी राहत प्रदान की है, आज किसान को भाजपा ने अन्नदाता की पदवी दी है। आज से पहले एक व्यक्ति का हेल्थ कार्ड होता था पर आज भाजपा सरकार में सॉइल हेल्थ कार्ड लाया है, जिससे भूमी की गुणवत्ता पता लगने के कारण किसानों को बड़ा फायदा हो रहा है, इसी प्रकार से फसल बीमा योजना से एक किसान सुरक्षित महसूस करता है। उन्होंने कहा न्यूनतम समर्थन मूल्य कभी खत्म नहीं होगा पूर्व की सरकारों में यह मूल्य केवल पांच, दस या बीस बढ़ता था पर आज इसका एक फार्मूला बनाया गया है अब कॉस्ट का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य होगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया है कि देश में कहीं भी मंडियां समाप्त नहीं होगी। सरकार हर स्तर पर किसानों से वार्ता करने को तैयार है और किसानों को वार्ता में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।
विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कांग्रेस पार्टी की विचारधारा से जुड़े युवाओं का आह्वान किया है कि वह पंचायत व नगर निकाय चुनावों में आगे आ कर इसमें सक्रिय भूमिका निभाए। उन्होंने कहा है कि अब समय आ गया है कि उन्हें लोकतंत्र के इस पर्व में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए चुनाव मैदान में मजबूती के साथ आगे आना चाहिए। विक्रमादित्य सिंह ने अपने फेस बुक पेज से प्रदेश व क्षेत्र के विकास में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने को आगे आने का आह्वान करते हुए कहा है कि आज समय उनके द्वार पर खड़ा है अब जब पंचायत व नगर निकायों के चुनाव होने है तो उन्हें इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा इसके लिए उन्हें स्वम् आगे आने या किसी भी ऐसे योग्य उम्मीदवार को चुनाव मैदान में आगे लाने को कहा है। इसके लिए अब युवाओं को नए जोश व नई सोच के साथ आगे आने का समय है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि अंत मे यह मायने नहीं रखेगा की तुम्हारी जिंदगी में कितने साल थे, बल्कि यह मायने रखेगा की कितने सालों में तुम्हारी जिंदगी थी इसलिए उठो और आगे बढ़ो। यह समय हमें बदलाव का मौका दे रहा है, इसलिए हमें इसे बगैर गवाएं आगे बढ़ने का संकल्प लेना है।
डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का उद्देश्य अनुदान राशि को लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानातंरित करना तथा सूचना के सरल और तीव्र प्रवाह के लिए मौजूदा प्रक्रिया में सुधार कर लाभार्थियों को सीधा लाभ सुनिश्चित कर डी-डुप्लीकेशन और धोखाधड़ी से बचाना है। यह बात आज यहां कृषि एवं पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कृषि और पशुपालन विभागों द्वारा कार्यान्वित की जा रही योजनाओं की समीक्षा करते हुए कही। कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों को लाभान्वित करने के लिए राज्य में जल्द ही डायरेक्ट बेनिफिट ट्रंास्फर नीति को लागू किया जाएगा। इससे न केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने की परिकल्पना को साकार करने में सहायता मिलेगी, बल्कि किसानों को सरकार द्वारा चलाई जा योजनाओं का सीधा लाभ भी मिल सकेगा। उन्होंने बीज के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर न रहने तथा प्रदेश में ही बीज तैयार करने पर भी बल लिया। इससे न केवल किसानों को उनके उत्पादों के बेहतर मूल्य उपलब्ध होंगे, बल्कि अधिक उपज के बीजों व खरपतवार और कीटनाशक दवाइयों पर डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांस्फर के माध्यम से अनुदान प्राप्त करने में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा अब तक शंकर किस्मों के 25740 क्विंटल मक्की, धान और विभिन्न प्रकार की सब्जियों के बीज व चारा बीजों को वितरित किया गया है तथा 129000 क्ंिवटल गेहूं जौ, बरसीम, दलहन, तिलहन के बीज किसानों को उपलब्ध करवाए गए जिसमें से 40846.45 क्विंटल गेहूं का बीज प्रदेश में ही तैयार किया गया है। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आॅनलाइन पारदर्शिता प्रक्रिया एवं स्वीकृति के लिए ई-पोर्टल विकसित किया जाए ताकि किसानों को उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़े। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही योजनाओं को पैम्फ्लेट, कृषि प्रशिक्षण शिविरों व कृषक मेलों आदि के माध्यम से जागरूक किया जाए ताकि वे सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठा सकंे। उन्होंने कहा कि किसानों को मिट्टी परीक्षण, खाद व पौध संरक्षण लाईसेंस आदि के बारे में भी जागरूक किया जाए। वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में किसान पारम्परिक खेती को त्याग कर नकदी फसलों को अपना रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप बहुत से पारम्परिक उत्पाद बाजारों से भी लुप्त हो गए हैं, जो चिन्ता का विषय है। इस खेती को एक बार पुनः अस्तित्व में लाने के लिए कृषि विभाग द्वारा भारतीय पारम्परिक कृषि पद्धति को बड़े स्तर पर बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश के प्रत्येक जिले में पारम्परिक खेती योजना को लागू किया गया है जिसके अन्तर्गत गांव व खण्ड स्तर पर कृषक समूहांे का गठन किया गया है व किसानों को पारम्परिक कृषि के सम्बन्ध में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस पद्धति को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को प्रमाणित उच्च गुणवत्ता के बीज के खरीद में 85 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कृषि गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए युवाओं को प्रशिक्षित और बच्चों में खेती के मूल्यों को विकसित करना चाहिए ताकि वे कृषि को व्यवसाय के रूप में अपनाए और उन्हें रोजगार के लिए प्रदेश से बाहर न जाना पड़े। इसके उपरान्त, उन्होंने गौ सेवा आयोग के कार्य की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी बेसहारा गौवंश को टैग लगाए जाए और जो भी गौवंश को लगाए गए टैग के साथ छेड़छाड़ करते हैं उनके खिलाफ सजा का प्रावधान किया जाएगा। भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष डाॅ. सोम देव शर्मा ने इस अवसर पर अपने विचार संाझा किए। उपाध्यक्ष भारतीय किसान संघ भरत राम पटियाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव निशा सिंह, निदेशक कृषि डाॅ. नरेश कुमार बधन, निदेशक बागवानी जे.पी. शर्मा, निदेशक पशुपालन डाॅ. अजमेर डोगरा, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
आज थिंक इंडिया की प्रदेश इकाई ने हिमाचल प्रदेश के नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी घंडल में फीस के नाम पर छात्रों के हो रहे आर्थिक शोषण के विरोध में शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा। थिंक इंडिया के प्रदेश संयोजक शिवोम वशिष्ट ने कहा कि इस महामारी के दौर में हिमाचल प्रदेश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। कोरोना की वजह से हमारा शिक्षा क्षेत्र भी बहुत अधिक प्रभावित हुआ है। परंतु अगर बात करें नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी घंडल की तो फीस के नाम पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों का आर्थिक रूप से भरपूर शोषण किया जा रहा है। इस महामारी के दौरान जहां छात्रों की मात्र ऑनलाइन कक्षाएं ही चली और छात्रों ने फिजिकल रूप से कक्षाएं ना लगा कर ऑनलाइन माध्यम से ही शिक्षा ग्रहण की। परंतु जिस तरह फीस के नाम पर अनावश्यक फंड जैसे कि वाईफाई चार्ज, स्पोर्ट्स फंड, बिजली और पानी का बिल, मैस चार्ज, स्टूडेंट वेलफेयर फंड, मूट कोर्ट फंड, ट्रैवलिंग फंड, बस किराया इत्यादि छात्रों से बसूला जा रहा है, जिसका इस्तेमाल तक इस महामारी के दौरान में छात्रों द्वारा नहीं किया गया, इस फंड को बसूलना कतई तर्कसंगत नहीं है। इन सभी प्रकार के अतिरिक्त फंड को यदि जोड़ा जाए तो यह राशि 90 हजार के करीब बन रही है। यह सीधे तौर पर इस महामारी के दौर में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आर्थिक शोषण है, जिसका थिंक इंडिया हिमाचल प्रदेश इकाई विरोध करती है। इतनी भारी-भरकम फीस होने के बावजूद यदि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में सुविधाओं की बात की जाए तो वहां पर छात्रों को स्वच्छ जल और भोजन के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है, तो अन्य सुविधाएं किस प्रकार की होंगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। इससे पहले इसी वर्ष जुलाई माह में जब एनएलयू प्रशासन द्वारा फीस की अधिसूचना लगाई गई थी तब छात्रों ने उस समय विश्वविद्यालय को पूरी फीस अदा की थी। परंतु अब जब अगले सत्र हेतु नवम्बर माह में फीस की सूचना लगाई जाती है जो कि एक लाख तीस हजार रूपए है। अभी तक बहुत सारे छात्र इस भारी-भरकम फीस को देने में असमर्थ है। अब विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा तानाशाही रवैया अपनाते हुए जिन छात्रों ने अभी तक यह भारी-भरकम फीस जमा नहीं करवाई उनका पिछले सत्र का परीक्षा परिणाम घोषित करने से मना कर दिया है। पिछले कल एन एल यू द्वारा छात्रों का रिजल्ट घोषित किया जाता है परन्तु मात्र उन्हीं छात्रों का रिजल्ट घोषित किया गया है जिन्होंने विश्वविद्यालय को पूरी फीस अदा की है। इस तरह का भेदभाव एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के साथ किया जाना बहुत ही शर्मनाक है। थिंक इंडिया हिमाचल प्रदेश इकाई इस विषय को लेकर शिक्षा मंत्री से मिली तथा अपना मांग पत्र उन्हें सौंपा। थिंक इंडिया के कार्यकर्ताओं ने मांग रखी महामारी के दौर में प्रदेश सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करें तथा विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा फीस के नाम पर किए जा रहे छात्रों के आर्थिक शोषण को बंद करें। शिक्षा मंत्री द्वारा आश्वासन दिया गया है कि वे इस मामले की जांच करेंगे व छात्रों को न्याय दिलाने का कार्य करेंगे।
सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट शिमला द्वारा आयोजित वस्त्र बैंक कार्यक्रम में वस्त्र एकत्रीकरण आज से शुरू हो गया है। शिमला के संजौली बस स्टैंड, बीसीएस, पुराना बस स्टैंड, समरहिल चौक, टुटु चौक आदि स्थानों पर ट्रस्ट के कार्यकताओं द्वारा वस्त्र एकत्र किए जा रहे हैं। इन स्थानों में लोगों द्वारा काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। 16,19,22 दिसंबर को चलने वाले इस वस्त्र बैंक कार्यक्रम में लोग अपने पुराने वस्त्र ट्रस्ट द्वारा निर्धारित स्टालों पर जमा करा रहे हैं। ट्रस्ट के सचिव डॉ सुरेन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि ट्रस्ट प्रत्येक वर्ष विभिन्न कार्यक्रम समाज एवं राष्ट्र हित में करवाता आ रहा है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी वस्त्र बैंक कार्यक्रम में अपना सहयोग दें। ताकि यह वस्त्र किसी जरूरतमंद व्यक्ति के काम आ सकें। मानव सेवा ही उतम सेवा है। हमारे द्वारा निधारित स्थानों पर आप सभी अपने वस्त्रों को दान करे ताकि हम उन कपड़ों को जरूरत मंद तक पहुँचा सके। शिमला की प्रबुद्ध जनता से अनुरोध है कि आप सभी भी ट्रस्ट के माध्यम से वस्त्र बैंक में अपने पुराने वस्त्रों को दान करें। अगर आप निर्धारित जगहों पर वस्त्र जमा कराने में असमर्थ हैं तो कृपया अपने वस्त्रों को प्रेस एवं साफ सुथरा करके रखें आपके घर से ट्रस्ट के कार्यकर्ता एकत्र करेगें। अधिक जानकारी के लिए दिए गए नंबरों पर संपर्क करें। सुरेंद्र शर्मा (सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट सचिव) 94184 73578
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री सरवीण चैधरी ने आज शिमला से महिला और बाल विकास मंत्रालय के वेबिनार में भाग लिया। वेबिनार की अध्यक्षता केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा की गई, जिसमें विभिन्न राज्यों में केंद्र सरकार की योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की गई। केंद्रीय मंत्री ने कोविड के दौरान विभाग द्वारा केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के सफल कार्यान्वयन पर संतोष व्यक्त किया और राज्य में कुपोषित बच्चों के लिए विशेष अभियान शुरू करने के भी निर्देश दिए। वेबिनार के दौरान, सरवीण चैधरी ने कोविड महामारी के दौरान विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं से केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया। उन्होंने महामारी के दौरान राज्य सरकार के एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान और अन्य अभियानों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका से भी अवगत करवाया। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री ने केंद्रीय मंत्री को केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का सफल कार्यान्वयन करने का आश्वासन दिया। अतिरिक्त मुख्य सचिव सामाजिक न्याय और अधिकारिता संजय गुप्ता, निदेशक महिला एवं बात विकास (डब्ल्यूसीडी) कृतिका कुल्हारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी शिमला से वेबिनार में भाग लिया।
सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के राज्य नाट्य दल द्वारा पिछले एक महीने से शिमला शहर व आस-पास के क्षेत्रों में कोरोना महामारी से बचाव व लोगों में जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाया हुआ है। जिसके अन्तर्गत नाट्य दल के कलाकरों द्वारा विभिन्न स्थानों खलीनी, बीसीएस, ढली, संजौली, लोअर बाजार, राम बाजार, बस अड्डा, लक्कड़ बाजार में लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरूक किया गया। कलाकरों ने अभियान के तहत सभी जगह जाकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीके ध्वनि यंत्रों के माध्यम से बताएं। इस दौरान लोगों को जागरूक करते हुए बताया गया कि कोविड महामारी को देखते हुए किसी भी प्रकार की लापवाही न बरते, अनावश्यक रूप से भीड़ न लगाएं, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें, बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करें, दो गज की दूरी, हाथों को सेनटाईज करना, आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें अन्यथा अपने घर पर ही रहें। सर्दी, खांसी या बुखार जैसे लक्षण हो तो इन लक्षणों को छुपाना नहीं है ऐसे लक्षण दिखने पर नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में खुद को चैक करवाना है। बार-बार अपने मुंह को छुने की आद्त को हटाना है व अन्य मानकों की सुनिश्चितता अत्यंत आवश्यक है के बारे में भी लोगों को अवगत करवाया।
हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है की 19 दिसंबर के बाद प्रदेश में पंचायती चुनावों को लेकर कभी भी आचार संहिता लागू हो सकती है। मुख्यमंत्री शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सिराज के थुनाग में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की 325वीं शाखा का लोकार्पण कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पंचायत चुनावों को लेकर पूरी तरह तैयार है। प्रदेश की पंचायतों में सर्वसम्मति से अधिकतर चुनाव हों तो प्रदेश हित में होगा। वार्ड से लेकर जिला परिषद तक जनता सही और निष्पक्ष उम्मीदवारों के हाथों में स्थानीय निकायों की कमान सौंपे। मुख्यमंत्री द्वारा ऐलान तो कर दिया गया है। पर क्या आप जानते हैं आचार संहिता क्या होती है और इसे क्यों लागू किया जाता है? उसके नियम क्या है है उनकी अवहेलना पर क्या कार्रवाई होगी? क्या होती है चुनाव आचार संहिता? देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग कुछ नियम बनाता है। चुनाव आयोग के इन्हीं नियमों को आचार संहिता कहते हैं। चुनाव के दौरान इन नियमों का पालन करना सरकार, नेता और राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी होती है। कब से कब तक लागू होती है? आचार संहिता चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही लागू हो जाती है। यह चुनाव प्रक्रिया के संपन्न होने तक लागू रहती है। चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लगती है और वोटों की गिनती होने तक जारी रहती है। आचार संहिता के नियम चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद कई नियम भी लागू हो जाते हैं। इनकी अवहेलना कोई भी राजनीतिक दल या राजनेता नहीं कर सकता। सार्वजनिक धन का इस्तेमाल किसी विशेष राजनीतिक दल या नेता को फायदा पहुंचाने वाले काम के लिए नहीं होगा। सरकारी गाड़ी, सरकारी विमान या सरकारी बंगले का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए नहीं किया जायेगा। किसी भी तरह की सरकारी घोषणा, लोकार्पण और शिलान्यास आदि नहीं होगा। किसी भी राजनीतिक दल, प्रत्याशी, राजनेता या समर्थकों को रैली करने से पहले पुलिस से अनुमति लेनी होगी। किसी भी चुनावी रैली में धर्म या जाति के नाम पर वोट नहीं मांगे जाएंगे। उल्लंघन पर होगी कार्रवाई चुनाव आचार संहिता के नियम सख्ती से लागू होते हैं। अगर इन नियमों का उल्लंघन किया जाता है तो उसके लिए सज़ा का प्रावधान भी है। चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन पर दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
गैस कंपनियों ने उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दिया है। कंपनियों द्वारा एलपीजी गैस की कीमतों में इजाफा किया गया है। पंद्रह दिनों के अंदर गैस सिलिंडर के दाम 100 रुपए बढ़ गए है। 2 दिसंबर और 15 दिसंबर को 50-50 रुपए बढ़ोतरी की गई। अब हिमाचल प्रदेश में गैस सिलिंडर 791 रुपए में मिलेगा, जबकि सब्सिडी की राशि अभी स्पष्ट नहीं की गई है। व्यावसायिक गैस सिलिंडर के दाम भी 35 रुपए बढ़ा दिए गए है, अब व्यावसायिक गैस सिलिंड की कीमत 1439 रुपए हो गई है। घरेलू उपभोक्ताओं को होम डिलीवरी के साथ सिलिंडर के लिए 791.50 रुपए चुकाने होंगे।
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने कुलपति को विश्वविद्यालय की कुछ प्रमुख मांगो को लेकर ज्ञापन सौंपा। इकाई उपाध्यक्ष पवना शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने बी एड के सत्र 2020-21 के लिए महीनों पहले परीक्षा ली है और परिणाम को घोषित किये भी एक माह से अधिक का समय हो गया है परंतु विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी उसकी न तो मेरिट लिस्ट जारी की है और न ही काउंसलिग की तिथि जारी की है। विद्यार्थी परिषद यह मांग करती है कि बीएड की मेरिट लिस्ट शीघ्र अति शीघ्र जारी की जाए। विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा एम फिल व एल एल एम की प्रवेश परीक्षा के नाम पर विद्यार्थियों से भारी भरकम फीस वसूले महीनों हो चुके है किंतु अभी तक इस विषय को लेकर प्रशासन ने कोई कदम नही उठाया है। अतः विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि एम फिल व एल एल एम के दाखिले के लिए भी विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षाएं भी प्रशासन शीघ्रता से करवाए। विद्यार्थी परिषद की प्रमुख मांगें निम्नांकित हैं : 1. MPhil और LLM में प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिले करवाएं जाए। 2.सामाजिक दूरी के साथ विश्वविद्यालय Library को खोला जाए। 3. विश्वविद्यालय के शोधार्थियों के लिए छात्रावासो को खोला जाए ताकि सभी शोधार्थी अपना शोध कार्य शीघ्र पूरा कर सकें। 4. सभी विभागों में छात्रों की रिक्त पड़ी सीटें जल्द भरी जाए। 5. B.ed की मैरिट लिस्ट और काउंसलिंग कि तिथि जल्द जारी की जाए। 6.UG के लंबित पड़े परीक्षा परिणामों को शीघ्र घोषित किया जाए। 7.गैर शिक्षक पदों की भर्ती प्रक्रिया जल्दी शुरू की जाए। 8.सभी विभागों में ऑनलाइन कक्षाओं को सुचारू रूप से चलाया जाए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आशा करती है कि विश्वविद्यालय शीघ्र अति शीघ्र इन मांगों का क्रियान्वयन करेगा।
उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने आज हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम (Himachal Pradesh State Handicrafts And Handloom Corporation) के निदेशक मण्डल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रदेश सरकार राज्य के हस्तशिल्प और हथकरघा को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए दृढ़ प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को प्रदेश के समृद्ध हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों को अन्तरराष्ट्रीय बाजार में ऑनलाइन माध्यमों से उपलब्ध करवाने की संभावनाओं पर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह ग्रामीण स्तर पर प्रदेश की समृद्ध हस्तशिल्प, हथकरघा और पारम्परिक खिलौना कला से जुड़े कारीगरों के कलस्टर तैयार कर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करें और राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश के खिलौना उद्योग को भी प्रोत्साहन प्रदान किया जाए। उद्योग मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री दस्तकार योजना और मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजनाओं के अन्तर्गत पारम्परिक हस्तकला, हस्तशिल्प, लकड़ी और धातु शिल्प कलाओं को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ ग्रामीण स्तर पर युवाओं को लाभप्रद रोजगार के अवसर भी प्रदान किए जा रहे हैं। इन योजनाओं के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार न केवल परम्परागत कलाओं, शिल्प और संस्कृति के पुनरूद्धार की दिशा में कार्य कर रही है बल्कि युवाओं को स्वरोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को प्रदेश के हरकरघा एवं हस्तशिल्प के संवर्द्धन में बेहतर काम करने वाले कारीगरों को सम्मानित करने के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार योजना का प्रारूप तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि निगम राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेताओं को उनके उत्पादों के विपणन के लिए समुचित सुविधाएं प्रदान करने के लिए समुचित प्रयास करें। हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम के उपाध्यक्ष संजीव कटवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग रामसुभग सिंह, प्रबन्ध निदेशक कुमुद सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
सोमवार को मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा कोटखाई के डाहर व नावर के गुजानंदली गाँव में अग्निकांड से पीड़ित परिवारों से भेंट करने पहुंचे। बरागटा ने पीड़ितों को सांतवना देते हुए कहा कि मैं हर पल आपके साथ हूं और शासन व प्रशासनिक स्तर पर आपको हर संभव आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। टिककर क्षेत्र के सभी ग्राम वासियों ने नरेंद्र बरागटा से टिककर में अग्नि शमन केंद्र खोलने की मांग रखी है जिस पर नरेंद्र बरागटा ने कहा है कि यहां पर अग्निशमन केंद्र खोलने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से इस विषय पर चर्चा की है। बरागटा ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस क्षेत्र की ये महत्वपूर्ण मांग जल्द मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पुरी करेंगे। इसके अतिरिक्त लोगों ने नरेंद्र बरागटा से गुजादंली गांव के लिए एम्बुलेंस सड़क निर्माण की मांग भी की। बरागटा ने तुरंत मौके पर ही इस सड़क को बनाने के लिए लोकनिर्माण विभाग को आदेश दिए, साथ ही उन्होंने इस सड़क निर्माण में स्थानीय लोगों से भी सहयोग का आग्रह किया। इसके पश्चात नरेंद्र बरागटा नगर पंचायत जुब्बल में निर्माणाधीन अम्बेडकर भवन का निरिक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बरागटा अधिकारीयों को इस कार्य को जल्द पुरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जितने भी विकास कार्य चल रहे है उसको रिकॉर्ड समय में पुरा करे ताकि यहां की जनता को जल्द उनका लाभ मिल सके। इस दौरान उनके साथ एस. डी. एम.रोहडू बी.आर. शर्मा, तहसीलदार जुब्बल चंद्रमोहन ठाकुर, तहसीलदार कोटखाई कैलाश कौडल, सभी विभागों के अधिशासी अभियंता भी उपस्थित रहे।
शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य ,विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज रोहड़ू क्षेत्र का दौरा कर अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कोरोना संक्रमण के बचाव के संबंध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने ने बताया कि रोहडू क्षेत्र में बर्फबारी के दौरान कोरोना संक्रमित एवं अन्य मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से रोहडू अस्पताल को विभिन्न सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि इसके तहत आउट सोर्स के आधार पर स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति के निर्देश दिए गए थे, जिनकी नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली गई है । उन्होंने बताया कि यह कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त कर जल्द कार्य करना आरंभ कर देंगे। उन्होंने कहा कि अस्पताल में 40 बिस्तरों की सुविधा को बढ़ाकर 90 बिस्तर किए गए है। ऑक्सीजन का पर्याप्त प्रबंध किया गया है और विभिन्न कैटेगरी के ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि रोहडू अस्पताल में एक्स रे मशीन को पीपीपी मोड में करने की व्यवस्था के संबंध में जल्द उच्च अधिकारियों से बात कर सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को अस्पतालों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि विद्युत आपूर्ति बाधित होती है तो विद्युत विभाग अस्पतालों में वैकल्पिक सुविधाएं प्रदान करें ताकि चिकित्सकों एवं मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। उन्हें कहा कि प्रदेश सरकार की हिम सुरक्षा योजना में आशा वर्कर घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने और इस के बचाव के लिए सरकार व प्रशासन के साथ-साथ व्यक्तिगत तौर पर सभी के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को विवाह या अन्य समारोह की आज्ञा प्रदान