मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक स्वास्थ्य संस्थान को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित करेगी। संजय अवस्थी आज सोलन ज़िला के अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत दावटी में आयोजित मेला समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। मेले का शुभारंभ गण देवता कोटला, मंढोड़ देवता कराड़ा एवं मंढोड़ देवता कोलका के आगमन व देव नृत्य के साथ हुआ। संजय अवस्थी ने इस अवसर पर देवताओं के समक्ष शीश नवाया और सभी की सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्य संसदीय सचिव ने इस अवसर पर कहा कि सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में एक स्वास्थ्य संस्थान को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में विकसित करने से क्षेत्रवासियों को उनके घर-द्वार के समीप बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। उन्होंने कहा कि इन आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों और अन्य पैरामेडिकल कर्मियों सहित 134 तरह की प्रयोगशाला जांच सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इन संस्थानों में आवश्यकतानुसार एमआरआई, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और डिजिटल एक्स-रे सुविधा भी उपलब्ध होगी। संजय अवस्थी ने क्षेत्रवासियों को ग्राम पंचायत दावटी में आयोजित 19वें मेले की बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश और क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति को सुरक्षित रखना हम सब का उत्तरदायित्व है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के बुजुर्गों को अपने परिवार के युवाओं के साथ-साथ अन्य युवाओं को अपनी संस्कृति, लोक कला, हस्तशिल्प और संस्कारों की जानकारी देनी होगी। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र की संस्कृति और इतिहास की जानकारी बेहतर भविष्य के निर्माण में सहायक होती हैं। उन्होंने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र के योजनाबद्ध विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा सुविधाएं मिले इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। छात्रों की सुविधा के लिए राजकीय महाविद्यालय अर्की में इस सत्र से अंग्रेजी तथा इतिहास विषय में स्नातकोत्तर कक्षाएं आरम्भ होंगी। उन्होंने कहा कि गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल आरम्भ किए जा रहे है जिसके तहत अर्की विधानसभा क्षेत्र में भी राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल आरम्भ करने के लिए भूमि का चयन किया जा चुका है।संजय अवस्थी ने कम वोल्टेज तथा पेयजल आपूर्ति की समस्याओं के निपटारे के लिए संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश भी जारी किए। इस अवसर पर दावटी के शिवनगर में कुश्ती का भी शुभारंभ किया। संजय अवस्थी ने खांगड गांव में स्नानागृह निर्मित करने के लिए 1.5 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने सावग गांव में खेल मैदान निर्माण के लिए 50 हजार रुपये तथा दाती ब्राहमणा और दाती घमराडुआ सड़क के लिए 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 2100 रुपये तथा मेला आयोजन समिति को 21 हजार रुपये देने की घोषणा भी की। इस अवसर पर राजकीय प्राथमिक पाठशाला दाती के तथा सरस्वती विद्या मंदिर शिवनगर के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
शूलिनी यूनिवर्सिटी में बेलेट्रिस्टिक लिटरेचर सोसाइटी ने 'माउंटेन लिटरेचर: ए मल्टी-थमैटिक एनालिसिस एंड एक्सप्लोरेशन ऑफ एसआर हरनोट्स स्टोरीज' पर एक सत्र आयोजित किया। सत्र की वक्ता डॉ. अभियुदिता गौतम थीं, जिन्होंने पहाड़ों से प्रेरित साहित्य की जटिलताओं में तल्लीन होकर इस विधा की गहन खोज की पेशकश की। पर्वतीय साहित्य के क्षेत्र में एक मान्यता प्राप्त विशेषज्ञ डॉ. गौतम सत्र में ज्ञान और विशेषज्ञता की बात की। डॉ. पूर्णिमा बाली हेड चित्रकूट स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स ने बेलेट्रिस्टिक का संक्षिप्त परिचय दिया और अतिथि का परिचय भी दिया। डॉ. गौतम ने माउंटेन लिटरेचर: ए मल्टी-थमैटिक एनालिसिस एंड एक्सप्लोरेशन ऑफ एसआर हरनोट्स स्टोरीज विषय पर अपने विचार और प्रश्न साझा किए। प्रो. नासिर देश प्रेमा ने भी इस बात पर जोर देकर चर्चा में योगदान दिया कि लेखक केवल घटनाओं के रिपोर्टर होने के बजाय कहानीकार हैं। डॉ. गौतम ने प्रत्येक प्रश्न का वाक्पटुता से जवाब दिया, जिससे सत्र की गहराई और प्रतिध्वनि में वृद्धि हुई। सत्र का समापन नीरज पिजार की टिप्पणियों के साथ हुआ, जिन्होंने धन्यवाद प्रस्ताव भी दिया। उन्होंने डॉ. गौतम, पैनलिस्टों और उपस्थित लोगों का ध्यानवाद किया।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार आवश्यक रखरखाव के दृष्टिगत 2 जून को सोलन के विभिन्न क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी अतिरिक्त अधीक्षण अभियंता सोलन राहुल वर्मा ने दी। राहुल वर्मा ने कहा कि 2 जून को प्रातः 11.00 से सांय 05.00 बजे तक चम्बाघाट चैक, फोरेस्ट कालोनी, बसाल मार्ग के कुछ हिस्से, कुलजा उद्योग, डीआईसी कालोनी, करोल विहार, एनआरसीएम, मोक्षधाम, बेर खास, फ्रेन्डज कालोनी, बेर गांव, बेर पानी, बेर की सेर, दामकड़ी, जौणाजी, सेर चिराग, कोटला मशीवर, दरयाग बुखार, रोमी बस्सी, हदेची, शेरपा रिसोर्ट, बालूघाटी, बायला, चंगेर, शिल्ली, फशकना, अश्वनी खड्ड, बजलोग, जल शक्ति विभाग की शिल्ली, अश्वनी खड्ड, रिधीधर, कनाह बजनाल योजना एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने की स्थिति में अथवा किसी अन्य अपरिहार्य कारणों के दृष्टिगत निर्धारित तिथि व समय में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों के उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन सम्पर्क) संजय अवस्थी 30 मई को अर्की विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर रहेंगे। अवस्थी विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत शेरपुर के दावटी में आयोजित मेले में मुख्यातिथि होंगे।
मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि युवाओं को बेहतर रोज़गार मिले, गांव-गांव सड़क से जुड़ें और सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों। संजय अवस्थी आज सोलन ज़िला के अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत दानोघाट में आयोजित मेला समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभी को मेले की बधाई देते हुए आशा जताई कि हमारे मेले एवं त्योहार प्रदेश की समृद्धि संस्कृति को संजोए रखने में सहायक बनेंगे। मेले का शुभारंभ क्षेत्र के चार देवताओं के मिलन और देव नृत्य के साथ हुआ। कुरगण प्रकाश देवता (मंडोढ़) कोलका, मांगू, कराड़ा, व संघोई देव का मिलन मेले का आकर्षण रहा। संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने चुनाव से पूर्व 10 गारंटियों के माध्यम से आमजन को आश्वस्त करने का प्रयास किया था कि कांग्रेस पार्टी की सरकार जन-जन के विकास में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लगभग 1.70 लाख कर्मचारियों को पुरानी पेंशन प्रदान करने का निर्णय कर इन कर्मचारियों और उनके परिजनों को बुढ़ापे का सहारा प्रदान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित बनाएगी कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लक्षित वर्गों को समयबद्ध लाभ मिलें। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की स्पष्ट सोच है कि प्रदेश के सभी युवाओं को बेहतर गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्राप्त हो। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में स्थापित होने वाले राजीव गांधी डे-बोर्डिंग विद्यालयों में श्रेष्ठ शिक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा स्तर पर न केवल रोज़गारान्मुखी पाठ्यक्रम आरम्भ किए जा रहे हैं अपितु विभिन्न महाविद्यालयों में आवश्यकतानुसार स्नातकोत्तर स्तर की कक्षाएं भी शुरू की जा रही हैं। इसी शैक्षणिक स्तर से राजकीय महाविद्यालय अर्की में अंग्रेजी और इतिहास विषयों में स्नातकोत्तर कक्षाएं आरम्भ हो जाएंगी। उन्होंने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को अपनी ऐच्छिक निधि से 2100 रुपये तथा मेला आयोजन समिति को 21 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने महिला मंडल सेर गलोटिया को समान इत्यादि क्रय करने के लिए 11 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दानोघाट के प्रवेश द्वार के लिए 1.50 लाख रुपये तथा ग्राम पंचायत दानोघाट में आवश्यकतानुसार इंटरलाॅकिंग टाईल्स लगाने के लिए 3 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने अन्य विभिन्न मांगों को समयबद्ध आधार पर पूरा करने के विभिन्न विभागों को निर्देश दिए।
हिमाचल प्रदेश के सोलन की रहने वाली विश्व प्रसिद्ध पर्वतारोही बलजीत कौर को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राजभवन में सम्मानित किया। उन्होंने पर्वतारोहण के क्षेत्र में उनकी असाधारण उपलब्धियों और जुनून की सराहना की। इस मौके पर बलजीत कौर की मां शांति देवी भी मौजूद थीं। राज्यपाल ने कहा कि यह राज्य के लिए गर्व की बात है कि बलजीत कौर ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर भारतीय तिरंगा फहराया है। उन्होंने एक महीने से भी कम समय में एवरेस्ट सहित आठ हजार मीटर से अधिक ऊंची पांच पर्वत चोटियों पर चढ़कर अपनी प्रतिभा साबित की है जो अन्य साहसिक उत्साही लोगों के लिए प्रेरणादायी थी। इस अवसर पर बलजीत कौर ने राज्यपाल के साथ अपने अभियान के अनुभवों को साझा किया। उसने कहा कि अन्नपूर्णा दुनिया की 10वीं सबसे ऊंची चोटी थी और उसने बिना ऑक्सीजन के समर्थन के इसे फतह कर लिया। उन्होंने इस दौरान हुई पूरी घटना से राज्यपाल को अवगत कराया। उन्होंने अस्पताल में फोन पर उनका हालचाल पूछने के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त किया।
शूलिनी विश्वविद्यालय ने एक बार फिर उत्कृष्टता अनुसंधान के लिए अपने समर्पण के लिए उल्लेखनीय पहचान हासिल की है। शूलिनी ने प्रतिष्ठित एजुकेशनवर्ल्ड ग्रैंड जूरी इंडिया हायर एजुकेशन रैंकिंग 2023-24 में वर्ष के अनुकरणीय शोधकर्ता की श्रेणी में प्रभावशाली दूसरा स्थान हासिल किया है। एजुकेशनवर्ल्ड ग्रैंड जूरी, जिसमें अच्छी तरह से सूचित शिक्षाविद शामिल हैं, ने 21 वीं सदी की शिक्षा उत्कृष्टता की 14 श्रेणियों में 400 से अधिक नामांकित उच्च शिक्षा संस्थानों का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया और उन्हें स्थान दिया। शूलिनी विश्वविद्यालय की अनुसंधान के प्रति उत्कृष्ट प्रतिबद्धता और अकादमिक नवाचार की इसकी निरंतर खोज ने इसे इस प्रतिष्ठित रैंकिंग में एक अच्छी तरह से योग्य दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया है। इस उपलब्धि पर चांसलर प्रो. पीके खोसला ने कहा कि यह अत्याधुनिक अनुसंधान, नवाचार के माहौल को बढ़ावा देने और प्रतिभाशाली शोधकर्ताओं के पोषण के लिए विश्वविद्यालय के समर्पण को दर्शाता है। प्रो. चांसलर विशाल आनंद ने कहा की अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता इसकी अत्याधुनिक अवसंरचना, विश्व स्तरीय फैकल्टी और जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र द्वारा अनुकरणीय है, जो अंतः विषय सहयोग को बढ़ावा देता है और अभूतपूर्व खोजों को प्रोत्साहित करता है। शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने संस्थान की उल्लेखनीय उपलब्धि पर आभार और गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "यह मान्यता हमारे संकाय, शोधकर्ताओं और छात्रों के अथक प्रयासों का एक वसीयतनामा है, जो ज्ञान की खोज में उत्कृष्टता के लिए लगातार प्रयास करते हैं। शूलिनी विश्वविद्यालय में, हम अनुसंधान की परिवर्तनकारी शक्ति और आकार देने की क्षमता में दृढ़ता से विश्वास करते हैं। यह प्रतिष्ठित रैंकिंग सीमाओं को आगे बढ़ाने और हमारे शोध प्रयासों के माध्यम से महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए हमारी प्रेरणा को बढ़ावा देती है।" एक्सेम्पलरी रिसर्चर ऑफ द ईयर श्रेणी में अपने उल्लेखनीय प्रदर्शन के अलावा शूलिनी यूनिवर्सिटी की उच्च शिक्षा उत्कृष्टता के अन्य पहलुओं के प्रति प्रतिबद्धता को भी सराहा गया। एजुकेशनवर्ल्ड ग्रैंड जूरी इंडिया हायर एजुकेशन रैंकिंग में संस्थान के उत्कृष्ट पुस्तकालय संसाधनों, विविधता, समावेशन और इक्विटी के प्रति समर्पण, सर्वोत्तम कौशल विकास और शिक्षा पहल, और मजबूत शिक्षा-उद्योग गठजोड़ को मान्यता प्रदान करती है । EducationWorld भारत की प्रमुख शिक्षा पत्रिका और शिक्षा के क्षेत्र में नवीनतम विकास और उपलब्धियों को कवर करने के लिए समर्पित ऑनलाइन मंच है। एजुकेशनवर्ल्ड ग्रैंड जूरी इंडिया हायर एजुकेशन रैंकिंग भी एक सम्मानित वार्षिक रैंकिंग है, जो विभिन्न श्रेणियों में उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता का आकलन करती है और उसे स्वीकार करती है।
*कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward * कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुनैना कश्यप। फर्स्ट वर्डिक्ट सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward
वो लोग जो बेहतर की उम्मीद में साथ छोड़ कर गए थे, शायद आज वापस हाथ पकड़ने की सोचते होंगे। हम बात कर रहे है कांग्रेस के उन तमाम नेताओं की, जिनका पूर्वानुमान एक दम गलत साबित हुआ। वो नेता जो चुनाव से पहले सत्ता में आती हुई कांग्रेस का साथ छोड़ सत्ता से बाहर होती हुई भाजपा के खेमे में जा मिले थे। इस फेहरिस्त में काँगड़ा से विधायक पवन काजल, नालागढ़ से पूर्व विधायक लखविंदर राणा और हर्ष महाजन मुख्य तौर पर शामिल है। ये वो नेता है जिनका कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था, मगर परिणाम सामने आए तो झटका इन्हें ही लग गया। सर्विदित है कि अगर ऐसा न हुआ होता तो निजी तौर पर आज इनके लिए सियासी परिस्थितियां बेहतर हो सकती थी। हिमाचल प्रदेश में सत्ता की चाबी रखने वाले कांगड़ा जिले के ओबीसी नेता पवन काजल किसी समय कांग्रेस पार्टी की आंखों का 'काजल' माने जाते थे। मगर विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले भाजपा ने कांग्रेस के इस 'काजल' को अपनी आंखों का 'नूर' बना लिया था। यूँ तो काजल भाजपा से ही कांग्रेस में आए थे, मगर काजल की ऐसे भाजपा में वापसी होगी ये किसी ने नहीं सोचा था। दरअसल पवन काजल ने वर्ष 2012 में भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बगावत करते हुए बतौर निर्दलीय कैंडिडेट चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। विधानसभा चुनाव में तब पवन काजल पहली बार जीते थे। पवन काजल के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उन्हें कांग्रेस में ले आए। वीरभद्र सिंह ने ही वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पवन काजल को कांगड़ा से कांग्रेस का टिकट दिया। पवन काजल भी वीरभद्र सिंह के भरोसे पर खरा उतरे और लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए। काजल अक्सर ये कहा भी करते थे कि वे कांग्रेस के साथ नहीं वीरभद्र सिंह के साथ है। कांग्रेस ने उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया, मगर काजल ने कांग्रेस को छोड़ जाना सही समझा। काजल तो चुनाव जीत गए, मगर भाजपा चुनाव हार गई। माना जाता है कि अगर काजल पार्टी न छोड़ते तो उनका मंत्री पद तय था। बात लखविंदर राणा की करें तो राणा तीन बार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ विधानसभा पहुंचे थे । वर्ष 2010-11 में नालागढ़ के तत्कालीन विधायक हरिनारायण सैणी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में लखविंद्र राणा कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे और पहली बार विधायक चुने गए। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में राणा हार गए। वर्ष 2017 में उन्होंने एक बार फिर नालागढ़ सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। मगर 2022 के विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए। भाजपा ने उन्हें टिकट दिया मगर भाजपा में बगावत के चलते राणा चुनाव हार गए। इन दो विधायकों के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कहे जाने वाले हर्ष महाजन भी चुनाव से पहले भाजपा के हो गए थे। शायद ही किसी ने सोचा हो कि वीरभद्र सिंह के हनुमान कहे जाने वाले हर्ष महाजन और कांग्रेस की राह अलग भी हो सकती है। हर्ष महाजन होलीलॉज के करीबी थे और वे कई बार वीरभद्र सिंह के चुनाव प्रभारी भी रह चुके थे। कहते है कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री बनाने में हर्ष महाजन का सबसे बड़ा योगदान रहा था। इस चुनाव से पहले भी कांग्रेस द्वारा इन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, मगर कांग्रेस पर नज़रअंदाज़गी का आरोप लगाते हुए महाजन भाजपा में शामिल हो गए थे। हालंकि अब भाजपा में हर्ष महाजन को कितनी तवज्जो मिल रही है, ये वे ही जानते होंगे। अगर महाजन कांग्रेस में रहते तो शायद बात कुछ और होती।
प्रदर्शन और आभार कार्यक्रम तो बहुत हुए मगर इस तरह पहले कभी सरकार का आभार व्यक्त करने को कर्मचारियों का हुजूम नहीं उमड़ा। लाखों की संख्या में कर्मचारी सीएम सुक्खू का दिल की गहराईयों से आभार करने को पहुंचे और धर्मशाला का पुलिस ग्राउंड जय सुक्खू के नारो से गूँज उठा। ऐसा स्वागत या स्नेह, सरकार को कर्मचारियों से शायद ही पहले कभी मिला हो, और हो भी क्यों न सीएम सुक्खू के नेतृत्व की इस कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों की उस मांग को पूरा किया है जिसके लिए प्रदेश के लाखों कर्मचारी सालों तक नेताओं की दरों पर दस्तक देते रहे। सीएम सुक्खू ने कर्मचारियों के इस अनंत संघर्ष पर पूर्ण विराम लगाया है, जिसके लिए कर्मचारियों ने सीएम सुक्खू को सर माथे लगा लिया। कभी उन्हें नायक बताया तो कभी पेंशन पुरुष। आभार के जवाब में सीएम सुक्खू भी कह गए कि मैं आपका सेनापति हूँ और आप मेरी सेना हो। 11 दिसंबर को कर्मचारियों के आशीर्वाद से कांग्रेस सरकार बनी और आगे भी ऐसे ही हमारा साथ देते रहना। कर्मचारियों की ये मांग कोई आम मांग नहीं थी। ये वो मसला था जिससे प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का भविष्य जुड़ा था, वो कर्मचारी जो एनपीएस के अंतर्गत आते थे और जिन्हें शायद सेवानिवृत होने के बाद अपने बुढ़ापे में किसी और का सहारा लेना पड़ता। एनपीएस के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के ऐसे कई मामले सामने आए है, जब इन कर्मचारियों को सेवानिवृत होने के बाद नाम मात्र पेंशन मिली। पूरे जीवन सरकार की सेवा करने के बाद ये कर्मचारी बुढ़ापे में इतने लाचार हो गए की जीवन व्यापन कठिन हो गया। इसी के बाद से पुरानी पेंशन बहाली के लिए महासंघर्ष का आरम्भ हुआ। न जाने कितनी ही हड़तालें, प्रदर्शन, अनशन इन कर्मचारियों ने किये मगर एक लम्बे समय तक इनकी नहीं सुनी गई। अपने बुढ़ापे की सुरक्षा के लिए संघर्षरत इन कर्मचारियों पर एफआईआर भी हुई, इन पर वाटर कैनन्स भी दागी गई और इनकी आवाज़ दबाने की कोशीश भी की गई, मगर संघर्ष थमने के बजाए और उग्र होता गया। आखिर जिस सरकार ने कर्मचारियों की नहीं सुनी वो सरकार सत्ता से बाहर हुई और सीएम सुक्खू के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार कर्मचारियों के लिए मसीहा बन गई। वादे अनुसार पहली कैबिनेट की बैठक में ही पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया गया। सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों में केसा उत्साह है ये एक बार फिर धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में देखने को मिल गया।
राजधानी शिमला में स्थित माश्वी आईआईटी मेडिकल अकादमी बीसीएस द्वारा दो भागों करवाई गई मेगा माइंडस ऑफ शिमला परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। अकादमी के निर्देशक विशाल गुप्ता और निर्देशिका ममता गुप्ता ने बताया कि परीक्षा में पूरे शिमला जिले से लगभग 250 स्कूलों के 1475 विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह परीक्षा 8वीं से 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए करवाई गई थी। इसका पुरस्कार का समारोह आयोजित करवाया गया, जिसमें पूरे जिले में प्रथम स्थान तारा हॉल स्कूल की छात्रा सेंजूल सूद ने हासिल किया। उसे प्रथम पुरस्कार ई. स्केट स्कूटर गोल्ड मेडल एक्सिलेंस सर्टिफिकेट से सम्मनित किया गया। दूसरा स्थान हिमालयन पब्लिक स्कूल रोहडू के छात्र प्रिंस प्रथम नेगी ने हासिल किया। उसे लैपटॉप स्क्विर मेडल एक्सिलेंस सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। तीसरा स्थान विनायक पब्लिक स्कूल के छात्र ईशान ठाकुर ने हासिल किया। पुरस्कार में साईकिल ब्राउन के मेडल एक्सिलेंस सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। पूरे जिले में आठवीं से बारहवीं कक्षा के टॉप स्थान में रहने वाले छात्र एवं छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। 8वीं कक्षा में प्रथम स्थान तारा होल स्कूल की श्रेया गुप्ता, दूसरा स्थान हिमालयन पब्लिक स्कूल रोहडू के अखिलेश चौहान व तीसरा स्थान आश्वका झींगा तारा होल स्कूल की छात्रा ने प्राप्त किया। नौवीं कक्षा में प्रथम स्थान अथर्व शर्मा डीएवी न्यू शिमला स्कूल, दूसरा स्थान शिवेन राज शर्मा सेड एडवर्ड शिमला, तीसरा स्थान दक्ष बनी ज्ञान ज्योति स्कूल ठियोग के छात्र ने प्राप्त किया। 10वीं कक्षा में प्रथम रिकाश शमी सेन्ड एडवर्ड स्कूल शिंगला, तीसरा स्थान प्रिक्षित पतवान शिवालिक पब्लिक स्कूल चिडगाँव रोहडू की छात्रा ने प्राप्त किया। 10वीं कक्षा में प्रथम स्थान मेहक रोगरा JCB न्यू शिमला स्कूल, दूसरा स्थान आये तल वाक्स JCB न्यू शिमला स्कूल, तीसरा स्थान कशिश G. 85. स्कूल जुन्गा ने प्राप्त किया। बाहवीं कक्षा में प्रथम स्थान इशिता शमी केंद्रीय विद्यालय जाख, दूसरा स्थान यशवर्धन स्वागटा JCB न्यू शिमला, तीसरा स्थान रायत राज शमी संत एडवर्ड स्कूल ने हासिल किया। इसके साथ गावि इनस्टिीयर का सेन्टर टॉपर सिद्धद्धि को घोषित किया गया। प्रथम स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार के तौर पर ई-स्केट स्कूटर, गोल्ड मेडल और एक्सिलेंस सर्टिफिकेट, दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को हेडफोन, सिल्वर मेडल एक्सिलेंस सर्टिफिकेट, तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बास्केटबॉल ब्राउन मेडल और एक्सिलेंस सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। यह सभी पुरस्कार और सर्टिफिकेट मावियन के द्वारा दिए गए। जिसके गेस्ट ओनर के तौर पर 'श्रेया गुप्ता' सुरेने रागी, विनायक गेंगी, और सुजल नेगी को पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया गया। हर स्कूल के टॉपर को पुरस्कार गोल्ड मेडल एक्सिलेन्ट सर्टिफिकेट से सम्मानित किया जाएगा। सभी प्रतिभागियों को को गंगा गोईड ऑफ शिमला सर्टिफिकेट और स्कॉलशिप भी प्रदान की जाएगी।
साई इंटरनेशनल स्कूल द्वारा आज होटल सिटी हाइट्स में मदर्स-डे मनाने के लिए एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्जवलन के साथ हुई और उसके बाद मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का बुके और मोमेंटो द्वारा स्वागत किया गया। शिक्षार्थियों ने अपनी प्यारी माताओं के लिए सुंदर नृत्य प्रदर्शन किए, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया एक विशेष मॉडलिंग सेशन पारंपरिक और इंडो वेस्टर्न का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सोलन की बेटी प्रसिद्ध पर्वतारोही बलजीत कौर व अन्य अतिथि शांति देवी ( बलजीत कौर जी की आदरणीय माता जी), डॉ. अनिता सूद, रीता मैनी, कैलाश बाबा (साई बावा एजुकेशन सोसायटी के सचिव) रहे। मिस भारत आइकन, पारुल शर्मा व मिस सोलन 2022, महक चंदेल द्वारा रैंपवॉक के लिए माताओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक प्रदर्शन दिया गया। माताओं के लिए फ्लावर अरेंजमेंट, हेल्दी स्नैक्स, सलाद डेकोरेशन आदि विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। माताओं ने कुछ सुंदर एकल और समूह नृत्य भी प्रस्तुत किए। अंत में सभी विजेता माताओं को मोमेंटो द्वारा सम्मानित किया गया। इसमें सिस बेस्ट क्वीन मिसेज अंकिता शर्मा, सिस बेस्ट मॉम कौर, सिस बेस्ट मॉम एंड चाइल्ड मिसेज वर्षा, मिसेज मनप्रीत चुनी गयीं।
पुलिस ने गंबरपुल से बढलग सड़क पर नाका लगा रखा था। पुलिस आने-जाने वाले वाहनों को चेक कर रही थी। इस दौरान एक व्यक्ति ऊपर बढलग की तरफ से पैदल आ रहा था, जिसने अपने हाथ में कपड़ा उठाया हुआ था। पुलिस को उसके पास कोई संदिग्ध वस्तु होने का शक हुआ। जब इस व्यक्ति को रुकने को कहा तो वह घबरा गया और कपड़ा झाड़ियों में फेंक कर पीछे की ओर भागने लगा। पुलिस ने उसे पकड़ लिया, जिसने अपना नाम परमजीत गांव मनेशी बताया। उसके कपड़े को चेक किया गया तो उसमें से 440 ग्राम चरस बरामद हुई। पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई की जा रही है। मामले की पुष्टि एएसआई केशव राम ने की है।
सांस्कृतिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक विरासत को संजोए हुए एवं चंडी क्षेत्र के स्थानीय लोगों के आस्था का प्रतीक दो दिवसीय जिला स्तरीय मां चंडी देवी मेले का आयोजन हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 29 एवं 30 मई सोमवार एवं मंगलवार अर्थात 15 एवं 16 जेष्ठ मास को चंडी में होगा। इस मेले के बारे में जानकारी देते हुए मेला आयोजन कमेटी के अध्यक्ष रमेश चंद पंडीयार ने बताया कि इस सांस्कृतिक एवं धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मेले का शुभारंभ सोमवार 29 मई को मंदिर में मां चंडी की प्रातः 9:00 बजे विधिवत पूजा-अर्चना के साथ होगा। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव हिमाचल प्रदेश चौधरी राम कुमार मुख्य अतिथि एवं जिला उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा एवं उप मंडला अधिकारी( एसडीएम) कसौली गौरव महाजन भी इस पावन अवसर पर सम्मिलित रहेंगे। जिला प्रशासन, मेला कमेटी, मंदिर समिति, एवं स्थानीय जनता इस जिला स्तरीय मेले के सफल और भव्य आयोजन के लिए कार्यक्रम को अंतिम रूपरेखा प्रदान कर रहा है ल 29 मई सोमवार को विभिन्न स्कूलों, कॉलेज एवं विभिन्न संस्थानों के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। शाम को महामाई के गुणगान के लिए महामाई का जागरण (चौकी ) का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें मुख्य कलाकार अर्जुन गोपाल एवं उसके साथी महामाई का गुणगान करेंगे। 30 मई मंगलवार को दोपहर भाषा एवं संस्कृत विभाग के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी जाएगी। इस मेले में कबड्डी, वॉलीबॉल आदि खेलों का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें स्थानीय एवं देश प्रदेश के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इसी दिन दोपहर मेले में विशाल कुश्ती दंगल का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें देश- प्रदेश के जाने-माने पहलवान कुश्ती मे अपना दमखम एवं दावपेच दिखाएंगे। शाम की सांस्कृतिक संध्या में शाम को 7:30 बजे से देश एवं प्रदेश के जाने-माने कलाकार हिन्दी, पंजाबी, पहाड़ी लोक नृत्यों की मनमोहक एवं मंत्रमुग्ध कर देने वाली बारी-बारी से प्रस्तुतियां देंगे। उन्होंने बताया कि स्थानीय एवं प्रतिभावान लोक कलाकारों को भी इस मेले की सांस्कृतिक संध्या में अपनी प्रतिभा दिखाने का सुअवसर प्रदान किया जाएगा। इस मेले में नारायण सेवा के रूप में 29 एवं 30 मई को सभी के लिए विशाल भंडारे का आयोजन भी होगा। कमेटी ने लोगों से इस मेले में सम्मिलित होकर के मां चंडी देवी का आशीर्वाद प्राप्त कर इस दो दिवसीय जिला स्तरीय मेले की शोभा बढ़ाने का आह्वान किया है।
ज़िला सोलन के अटल शिक्षा कुञ्ज स्थित प्रसिद्ध आईईसी यूनिवर्सिटी में 12वीं पास कर चुके और आईईसी विश्वविद्यालय में चल रहे निःशुल्क स्किल एन्हांसमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल हुए बच्चों के लिए दो दिवसीय करियर काउंसिलिंग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। रविवार तक चलने वाले दो दिवसीय कार्यक्रम में आकर छात्र और अभिभावक इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं। इस कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वाले मेधावी छात्रों के लिए विशेष स्कॉलरशिप का भी प्रावधान किया गया है। वहीं, मेधावी छात्रों के सम्मान के लिए आयोजित कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई और हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड में 90 फीसदी से अधिक अंक लेने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर 93 फीसदी अंक लेने वाले आकाश शर्मा सुपुत्र जसविंद्र शर्मा, 92 फीसदी अंक लेने वाली वंदना सुपुत्री रवि कुमार, 91 फीसदी अंक लेने वाली उन्नति सुपुत्री रविंद्र कुमार और 91 फीसदी अंक लेने वाली निहारिका सुपुत्री सुरेश कुमार को विश्वविद्यालय की ओर से सम्मानित किया गया। इसके अलावा विश्वविद्यालय में अवसर कार्यक्रम के तहत निःशुल्क स्किल एन्हांसमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग ले रहे बच्चों के लिए आयोजित खेल व अन्य प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले बच्चों को भी मेडल और प्रमाण पत्र के साथ सम्मानित किया गया। बता दें कि अवसर कार्यक्रम में बच्चों को कंप्यूटर लर्निंग प्रोग्राम, बेसिक ऑफ कम्युनिकेशन स्किल्स, गारमेंट डिजाइनिंग, एंब्रॉयडरी एंड पेंटिंग, बेसिक नॉलेज ऑफ लॉ, बेसिक नॉलेज ऑफ अकाउंट्स एंड टैली, टेबल एटिकेट्स, बेसिक अंडरस्टैंडिंग ऑफ फार्मेसी, बेसिक्स ऑफ इंजीनियरिंग, रीजनिंग, एप्टीट्यूड एंड जीके और योग एवं ध्यान-साधना का निःशुल्क कोर्स करवाया जा रहा है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने गत देर सांय सोलन ज़िला के कंडाघाट में ज़िला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग तथा राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के फोर-लेन कार्य सहित अन्य विषयों पर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने बैठक में संबंधित अधिकारियों को चम्बाघाट से कैथलीघाट तक 598 करोड़ रुपए की लागत से लगभग 23 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क निर्माण को इस वर्ष के अंत तक गतिशीलता एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त वाकनाघाट में डंपिंग साइट के साथ गांव की क्षतिग्रस्त सड़क की मुरम्मत व इसे पक्का करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि कण्डाघाट में फोरलेन कार्य के दृष्टिगत निर्मित की जा रही सुरंग के कार्य को भी शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि फोर-लेन निर्माण कार्य में भूमि की कटिंग करते समय कृषि योग्य भूमि को नुक्सान न पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि समूचे क्षेत्र में पारम्परिक एवं अन्य जल स्त्रोतों का संरक्षण किया जाना नितांत आवश्यक है। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग पर भिन्न-भिन्न स्थानों पर फोर-लेन कार्य के कारण मार्ग में किए जा रहे बदलाव को उचित एवं दूर से दिखने वाले सूचना पट्ट के माध्यम से दर्शाने के निर्देश भी दिए। डाॅ. शांडिल ने इसके पश्चात कंडाघाट से सोलन तक राष्ट्रीय राजमार्ग के फोर-लेन निर्माण कार्य का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कंडाघाट में ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए पड़ाव मैदान कंडाघाट तथा दौलग गांव के साथ लगते डंगे का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों द्वारा रखी गई समस्याओं को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने श्रीनगर पंचायत के ग्राम दोलग वासियों की सिंचाई कुहल को पुनःस्थापन करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा। उन्होंने इस संबंध में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को उचित निर्देश भी जारी किए। डाॅ. शांडिल ने इसके उपरांत ग्राम पंचायत सलोगड़ा में कचरा डंपिंग स्थल का निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों के साथ उचित कचरा प्रबंधन बारे विचार विमर्श किया। इसके उपरांत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कथेड़ बाई-पास सोलन में निर्माणाधीन 200 बिस्तरों वाले क्षेत्रीय अस्पताल भवन, तृतीय स्तरीय ट्रामा सेंटर और 50 बिस्तर युक्त महिला एवं बाल स्वास्थ्य इकाई का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य विभाग तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ 05 करोड रुपए की लागत से निर्मित होने वाले क्रिटिकल केयर खण्ड के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने आगामी निरीक्षण के समय मुख्य वास्तुकार लोक निर्माण विभाग को भी उपस्थित रहने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, ग्राम पंचायत श्रीनगर की प्रधान राजविंदर कौर, खण्ड कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी, नगर निगम सोलन के आयुक्त ज़फ़र इकबाल, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग अजय शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल, उप निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. श्याम वर्मा, उपमण्डलाधिकारी कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, उपमण्डलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर, खंड विकास अधिकारी कण्डाघाट नरेश शर्मा, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रबंधक अचल जिंदल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
सोलन ज़िला के नालागढ़ उपमण्डल के बद्दी स्थित केन्द्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट) में विभिन्न डिप्लोमा एवं पोस्ट ग्रेस्जुएट डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए आनलाईन आवेदन की अंतिम तिथि 28 मई, 2023 है। सिपेट में तीन पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाएगा। डिप्लोमा इन प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलाॅजी (डीपीएमटी), डिप्लोमा इन प्लास्टिक टेकनोलाॅजी (डीपीटी) तथा पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन प्लास्टिक्स प्रोसेसिंग एवं टेस्टिंग (पीजीडी-पीपीटी) में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा 11 जून, 2023 को आयोजित की जाएगी। सभी पाठ्यक्रम युवाओं को बेहतर रोज़गार प्रदान करने में सक्षम हैं। इन पाठ्यक्रमों में 85 प्रतिशत सीटें हिमाचली उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। तीन वर्ष की अवधि के डिप्लोमा इन प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलाॅजी (डीपीएमटी) तथा डिप्लोमा इन प्लास्टिक टेक्नोलॉजी (डीपीटी) पाठ्यक्रमों के लिए उम्मीदवार 10वीं कक्षा पास होना चाहिए। दो वर्ष के पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन प्लास्टिक्स प्रोसेसिंग एवं टेस्टिंग (पीजीडी-पीपीटी) पाठ्यक्रम में उम्मीदवार विज्ञान में 03 वर्ष की पूर्णकालीन डिग्री उपाधि प्राप्त होना चाहिए। सभी पाठ्यक्रमों में कोई आयुसीमा निर्धारित नहीं की गई है। तीनों पाठ्यक्रमों में 60-60 सीटें भरी जाएंगी।
प्रदेश विद्युत बोर्ड लिमिटिड से प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 मई को सोलन के विभिन्न क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी प्रदेश विद्युत बोर्ड के अतिरिक्त अधीक्षण अभियंता राहुल वर्मा ने दी। कहा कि 30 मई को प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक आईटीआई, पराशर काॅपलेक्स, चिल्ड्रन पार्क, पुराना उपायुक्त कार्यालय, माॅल रोड़ (पुराना उपायुक्त कार्यालय से मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी निवास), अमर होटल, सिटी प्लाजा, हिमानी होटल, होटल पैरागाॅन, हिमालयन पाइप, सिंगला नर्सिंग होम, सेर क्लीन, क्लीन, सन्नी साईड, अमित अपार्टमेंट, डीएवी स्कूल सन्नी साईड, शांडिल निवास, सेंट ल्यूक्स स्कूल, एसआईएलबी, जौणाजी रोड़, क्षेत्रीय अस्पताल, शिल्ली रोड, मोहन काॅलोनी, अस्पताल रोड़, चैक बाजार, गंज बाजार, बाण मौहल्ला, मधुबन काॅलोनी, कोटलानाला, राजगढ़ रोड़, नगर निगम, डांग काॅपलेक्स, सरकूलर रोड़, हरि मंदिर, धोबी घाट, बजरोल, उपायुक्त निवास, नड़ोह, शूलिनी नगर, एमईएस क्षेत्र, अप्पर बाजार, माॅल रोड़, पुराना बस अड्डा से आईटीआई गेट, टेलीफोन एक्स्चेन्ज, माईक्रोविव, जवाहर पार्क, लोक निर्माण काॅलोनी, बिंदल काॅलोनी, लोअर बाजार, लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह, नेगी काॅलोनी, आनंद काॅपलेक्स काॅलोनी एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। मौसम खराब होने की स्थिति अथवा किसी अन्य अपरिहार्य कारणों से उपरोक्त तिथि व समय में बदलाव किया जा सकता है।
मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सूचना एवं जन संपर्क) संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश सरकार बेहतर तकनीकी शिक्षा के माध्यम से युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। संजय अवस्थी आज औद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन में आईटीआई की राज्य स्तरीय महिला सांस्कृतिक एवं खेलकूद प्रतियोगिता के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। अवस्थी ने कहा कि सरकार नए शिक्षा सत्र से सोलन और नालागढ़ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सहित राज्य के 11 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में ड्रोन सेवा तकनीशियन पाठ्यक्रम आरंभ करेगी। उन्होंने कहा कि देश एवं प्रदेश में निकट भविष्य में ड्रोन तकनीक विभिन्न कार्यों के लिए उपयोग में लाई जाएगी और इस विधा के विशेषज्ञ युवा अन्य के लिए रोज़गार प्रदाता बनेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार 13 आईटीआई में इलेक्ट्रिक वाहन तकनीशियन, रखरखाव तकनीशियन, सौर ऊर्जा तकनीशियन जैसे रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम आरंभ करेगी। तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में प्रदेश के सभी 12 जिलों की 373 छात्राएं भाग ले रही हैं। प्रतियोगिता में एकल, समूह गीत, लघु नाटिका, लोक नृत्य प्रतियोगिता के साथ-साथ विभिन्न एथलेटिक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। यह इस तरह की 31वीं प्रतियोगिता हैं। आईटीआई सोलन के प्रधानाचार्य ललित कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि वर्ष 1980 से पूर्व प्रदेश में 30 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कार्यरत थे। वर्तमान में सरकारी क्षेत्र में 150 तथा निजी क्षेत्र में 140 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान छात्रों को रोज़गारपरक तकनीकी शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव राहुल ठाकुर, ज़िला कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष शिव कुमार, जोगिंद्र सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, ईशा सूद, ऊषा शर्मा, पूजा, संगीता ठाकुर एवं अन्य पार्षद, ज़िला कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जतिन साहनी, शहरी कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अंकुश सूद, उपाध्यक्ष रजत थापा, नगर परिषद सोलन की पूर्व अध्यक्ष शम्मी साहनी, अजय कंवर, कांग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारी, उप निदेशक तकनीकी शिक्षा संजय सूद, अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय यादव, उपामण्डलाधिकारी कविता ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. राजन उप्पल, अन्य अधिकारी, आईटीआई के अनुदेशक, छात्र तथा खिलाड़ी उपस्थित थे।
ओल्ड पेंशन स्कीम (ओपीएस) बहाली के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार जताने को 28 मई को धर्मशाला में प्रदेशभर से एनपीएस यूनियन से जुड़े कर्मचारी जुटेंगे। रैली में कर्मचारियों के साथ उनके परिजनों को भी आने का न्यौता दिया गया है। धर्मशाला के पुलिस मैदान में होने वाली इस आभार रैली में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत सभी कैबिनेट मंत्रियों और अन्य पदाधिकारियों के पहुंचने का कार्यक्रम है। उल्लेखनीय है कि हिमाचल की सुक्खू सरकार के ओल्ड पेंशन बहाली के ऐतिहासिक निर्णय से प्रदेश के एक लाख 36 हजार सरकारी कर्मचारियों को सीधा पहुंचा है। सरकार के निर्णय से लाभान्वित सभी कर्मचारियों का एक स्वर में कहना है कि यह आभार रैली मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और प्रदेश सरकार का धन्यवाद जताने के लिए आयोजित की जा रही है। सरकार के ओपीएस बहाली के निर्णय ने उनका वर्तमान और भविष्य सुरक्षित कर दिया है। वहीं पेंशन बहाली से गदगद कर्मचारियों के परिजन भी रैली को लेकर बेहद उत्सुक हैं। उनका कहना है कि के यह केवल पेंशन की बात नहीं है, ये हमारे बच्चों के सम्मान, स्वाभिमान और सामाजिक सुरक्षा से जुड़ा फैसला है, इसके लिए वे जिंदगी भर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के ऋणी रहेंगे। हर जिले से आएंगे कर्मचारी एनपीएस यूनियन के जिला कांगड़ा के अध्यक्ष राजेंद्र मन्हास ने बताया कि आभार रैली में प्रदेश के हर जिले से एनपीएस कर्मचारी यूनियन से जुड़े लोग एवं उनके परिजन आएंगे। रैली प्रातः 11 बजे आरंभ होगी। इसमें 65 हजार के करीब लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। रैली में पधारने पर मुख्यमंत्री समेत उनकी पूरी कैबिनेट का आभार जताने तथा उनके भव्य स्वागत की तैयारी की गई है।
मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं के दसवीं के छात्रों ने वार्षिक परीक्षा परिणाम में परचम लहराया है। जहां बोर्ड की टॉप टेन मेरिट लिस्ट में स्कूल के चार बच्चों ने स्थान बनाया है, वहीं 34 विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक लिए हैं अर्जित कर नाम चमकाया है। जबकि 75 बच्चे ऐसे हैं जिनके 90 प्रतिशत से अधिक अंक हैं। स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मेधावी छात्रों को प्रधानाचार्य परवेश चंदेल व स्कूल स्टाफ ने सम्मानित किया। स्कूल के छात्रों में शैवी ठाकुर ने 687, आरव ठाकुर 687, नमन शर्मा ने 686 व पिनाक चंदेल ने 687 अंक प्राप्त कर बोर्ड की टॉप टेन मेरिट सूची में दबदबा कायम किया है। इसके संजीदा शर्मा, अंशुल धीमान, तन्मय शर्मा ने 683, सारा, आदर्श राणा ने 682, अदिविका पटियाल ने 680, गौरी शर्मा, रिधिमा ने 679, तन्मय कौशल ने 678, चाहत रतवान, शगुन ने 676, उमंगिता ने 675, आयुश कुमार ने 672, शगुन शर्मा ने 671, सैजल शर्मा ने 670, शिवांश शर्मा ने 668, आनवी, अनमोल, अर्शित, दिव्यांश ने 667, अंजली शर्मा, वंशिका, पियूष भभैरिया, पुनीत नड्डा, सूर्यांश ने 666, आदित्य रनावत, अर्पित शर्मा, राहुल, वैदिक भक्त व अर्पित शर्मा ने 665 अंक प्राप्त कर पाठशाला का नाम रोशन किया है। बता दें कि मिनर्वा स्कूल का बोर्ड की कक्षाओं में ही नहीं, बल्कि दूसरी कक्षाओं का भी परीक्षा परिणाम बेहतर रहता है। मिनर्वा स्कूल घुमारवीं के प्रिंसिपल परवेश चंदेल ने कहा कि दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने अच्छे अंक प्राप्त किए हैं। इसके लिए स्कूल स्टाफ व बच्चों के माता पिता बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि मिनर्वा स्कूल में प्रतिदिन छुट्टी के बाद 4 बजे तक बच्चों की समस्याएं सुनीं जाती हैं तथा उसे हल किया जाता है। इस मौके पर स्टडी सर्कल के प्रभारी राकेश चंदेल, उप प्रधानाचार्य विनय शर्मा व मदन लाल मौजूद रहे। शिक्षकों की मेहनत, बच्चों का जुनून करता है प्रेरित मिनर्वा स्कूल के प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने कहा कि शिक्षकों की मेहनत, बच्चों का जुनून व अभिभावकों का विश्वास ही बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। स्कूल में सभी शिक्षक परिवार की तरह काम करते हैं। हर वर्ष बेहतर से बेहतर करने का प्रयास किया जता है।
मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी 27 मई को सोलन के प्रवास पर आ रहे हैं। संजय अवस्थी 27 मई को प्रातः 10.30 बजे औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन में राज्य स्तरीय आईटीआई महिला खेल-कूद प्रतियोगिता के शुभारम्भ समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। मुख्य संसदीय सचिव तदोपरांत दिन में 12.30 बजे उपायुक्त कार्यालय सोलन में अर्की विधानसभा क्षेत्र से संबंधित विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
कसौली इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल (कीपस) सनवारा ने सेंटी मैरी कॉन्वेंट स्कूल कसौली में आयोजित मैरियन कप इंटर स्कूल बास्केटबॉल टूर्नामेंट जीत कर खेल क्षेत्र में बेहतरीन खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। यह जानकारी स्कूल के एमडी हीरा ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल कसौली द्वारा 22 से 24 मई तक मैरियन कप इंटर स्कूल बास्केटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया। कीपस के खिलाडियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अपनी खेल प्रतिभा को निखारने के लिए तैयारी की थी। छात्रों ने कभी हार न मानने वाली टीम के रूप में खुद को लड़ने की भावना के साथ प्रतियोगिता में साबित किया। छात्र-छात्राओं ने अंडर-17 वर्ग के बास्केटबॉल टूर्नामेंट में भाग लिया था। कीपस के खिलाडियों ने पूरी प्रतियोगिता में बिना कोई मैच गंवाए विनर ट्रॉफी जीती। प्रतियोगिता का फाइनल मैच मेजबान सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल कसौली और कसौली इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल सनवारा के मध्यम हुआ, जिसमें कीपस के खिलाडियों ने मैच में अच्छे खेल का प्रदर्शन करते हुए प्रतियोगिता की ट्रॉफी अपने नाम कर ली। स्कूल की टीम की इस उपलब्धि पर स्कूल के एमडी हीरा ठाकुर ने खिलाडियों व कोच को शुभकामनाएं दीं।
एलआर इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में फाइनल ईयर के छात्र-छात्राओं के लिए वीरवार को विदाई समारोह आयोजित किया गया। इसमें काॅलेज प्रशासन की ओर से जूनियर छात्रों ने अपने सीनियरों को विदाई दी। वहीं, काॅलेज के उप निदेशक आदिल हुसैन, हुसैन जै़दी, एचओडी ऑफ मैनेजमेंट शवेता गुप्ता सहित अन्य डिपार्टमेंट के हेड व प्रिंसिप्ल डॉ. निशा शर्मा, कंचन बाला जस्वाल, शिखा बाली, डॉ. श्वेता अग्रवाल, नवीन कुमार मौजूद रहे। एलआर के मैनेजमेंट विभाग में हुआ विदाई समारोह की थीम रुखसती 2023 रखी गई। एचओडी श्वेता गुप्ता ने विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दीं। इस समारोह में इशिका को मिस फेयरवेल, संजय को मिस्टर फेयरवेल, तुषार को मिस्टर टैलेंट, महक को मिस टैलेंट विकास को मिस्टर पर्सनैलिटी और एरियल को मिस पर्सनैलिटी से नवाजा गया। विद्यार्थियों ने इस समारोह में खूब आनंद लिया और अपने अध्यापकों को बहुत सारा धन्यवाद किया। एलआर संस्थान के उप निदेशक आदिल ने विद्यार्थियो को उनके मंगल भविष्य की कामना की और उन्हें आगे बढ़ने के लिये प्रेरित किया।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने गत शाम सोलन में बन रही नई फल तथा सब्जी मंडी का निरीक्षण किया। जगत सिंह नेगी ने कहा कि सब्जी मण्डी में उत्पादों को उतारने के लिए पार्किंग की अच्छी सुविधा होना आवश्यक है। उन्होंने किसानों व बागवानों की सुविधा के लिए पार्किंग की व्यवस्था करने के लिए संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फल व सब्जी मण्डी में पार्किंग बनाने का कार्य शीघ्र आरम्भ करें और पार्किंग के आस-पास खाली पड़े स्थान पर पेड़-पौधें लगाना भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मण्डी की नई इमारत में बिजली की बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इमारत निर्माण एवं सामान की गुणवत्ता सुनिश्चित बनाएं। जगत सिंह नेगी ने तदोपरांत कण्डाघाट में हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पादन विपणन एवं प्रसंस्करण निगम लिमिटिड (एचपीएमसी) को स्थानान्तरित होने वाली 103 बीघा भूमि का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर ज़िला कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष शिव कुमार, प्रदेश कांग्रेस महासचिव राहुल ठाकुर, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, कृषि उपज विपणन बोर्ड के सचिव रविन्द्र शर्मा, कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया ने आज प्रसिद्ध टीवी एंकर, रिपोर्टर, अभिनेता और गायिका मीशा बाजवा चौधरी के साथ एक सत्र का आयोजन किया। अपने व्यापक अनुभव और बहुमुखी कौशल के साथ मीशा ने टेलीविजन परिदृश्य पर स्थायी प्रभाव डाला है। टीवी एंकर/रिपोर्टर बनाने पर केंद्रित इस सत्र ने छात्रों को इस क्षेत्र में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की। सत्र के दौरान, मीशा ने एक पत्रकार के रूप में अपनी व्यक्तिगत यात्रा को साझा किया, जिसमें शुरू से ही एक पत्रकार की भूमिका को सक्रिय रूप से संभालने के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने मीडिया के छात्रों को ऐसा करने के लिए नौकरी की प्रतीक्षा करने के बजाय, प्रेसेंटर बनने के अवसरों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। खुद को "FIRE" (वित्तीय रूप से स्वतंत्र और सेवानिवृत्त प्रारंभिक) के रूप में संदर्भित करते हुए उन्होंने जोर देकर कहा कि पत्रकारिता में जुनून एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसमें आधा काम पहले से ही सरल हो जाता है। मिशा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एक एंकर की कोई विशिष्ट बीट नहीं होती है, बल्कि हर बीट उनकी बीट होती है। मीडिया उद्योग में एआई के हस्तक्षेप के बारे में एक छात्र के सवाल के जवाब में उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जब तक मनुष्य गंभीर रूप से सोचते रहेंगे और अपनी रचनात्मकता का पोषण करते रहेंगे, तब तक कृत्रिम बुद्धि मानव मस्तिष्क का स्थान नहीं ले पाएगी।
उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने आज सोलन जिला के बद्दी स्थित बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ उद्योग संघ (बीबीएनआईए) के सभागार में 'ह्यूमन पीपल टू पीपल' संस्था द्वारा विप्रो केयर्स कंपनी के सहयोग से चलाई जा रही 'मातृ एवं शिशु परियोजना' का शुभारंभ किया। मनमोहन शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य वंचित समुदायों की महिलाओं, किशोरों और बच्चों को सरकारी स्वास्थ्य सुवधिाओं तक बेहतर पहुंच सुनिश्चित करने में सहायता करना है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत धर्मपुर विकास खंड के 30 आंगनवाड़ी केंद्रों, 5 स्वास्थ्य उप केंद्रों और बरोटीवाला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महिलाओं, बाल स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं को मजबूत करने का लक्ष्य रखा गया है। उपायुक्त ने कहा कि किसी भी स्वास्थ्य परियोजना को सफल बनाने में आगंनवाडी कार्यकर्ताओं और आशा वर्कर का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने आशा जताई कि इस परियोजना को पात्र जन तक पहुंचाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा वर्कर पूर्व की भांति कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करेंगी। बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर निर्मल ने विभाग द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं आशा वर्करों के आकंड़ो का विस्तृत ब्यौरा दिया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक बद्दी मोहित चावला, उप मंडलाधिकारी नालागढ़ दिव्यांशु सिंगल, ज़िला कार्यक्रम अधिकारी सोलन डॉ. गगन हसं, विप्रो के मुख्य वक्ता अंकुश किचलू सहित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा आशा वर्कर उपस्थित थे।
मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं का जमा दो का वार्षिक परीक्षा शत-प्रतिशत रहा। स्कूल के 10 विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक लेकर अपना अपना अपने माता पिता तथा स्कूल का नाम रोशन किया है। पाठशाला प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि 89 विद्यार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने जमा दो की बोर्ड की परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। बोर्ड की मेरिट सूची में अर्शिया नौवां स्थान प्राप्त कर स्कूल का रोशन किया है। वहीं स्कूल की टॉप टेन मेरिट लिस्ट में आयुषी शर्मा व तनिष्क चौधरी ने 482 अंक प्राप्त कर दूसरा स्थान झटका। इसी तरह से संभव ने 480, दिया शर्मा ने 480, युविका चौहान ने 479, सौम्य चंदेल ने 479, शिव डोगरा ने 478, उपासना ने 475 व सुजल शर्मा ने 475 अंक प्राप्त किए हैं। 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया तथा उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने बताया कि जमा दो परीक्षा परिणाम में सभी बच्चे प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल स्टाफ का हमेशा शिक्षा के हर क्षेत्र में बेहतर परिणाम देने के लिए प्रयासरत रहता है। बच्चों के बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए समस्त स्कूल स्टाफ बच्चे व उनके अभिभावक बधाई के पात्र हैं। क्योंकि बच्चों के माता पिता व अध्यापकों को उनकी पढ़ाई के दौरान अहम योगदान रहता है। परवेश चंदेल ने सभी बच्चों को उनकी आगे की पढ़ाई व उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
बीएल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार की दसवीं कक्षा का वार्षिक परीक्षा घोषित होने के बाद विद्यालय में टॉप टेन में आने वाले बच्चों को विद्यालय अध्यक्ष द्वारा सम्मानित किया गया। जानकरी देते हुए विद्यालय प्रधानाचार्य ने बताया की इस वर्ष विद्यालय का परिणाम शत–प्रतिशत रहा है। दसवीं कक्षा की टॉपर पलक पाल ने 641 अंक लेकर विद्यालय में प्रथम स्थान, जसविंदर ने 638 अंक लेकर दूसरा स्थान, लक्ष्य ने 637 अंक लेकर विद्यालय में तीसरा स्थान, जस्मीन ने 633अंक लेकर चौथा स्थान, शैफाली ने 627 अंक लेकर पांचवां स्थान, सिमरन तंवर व सारिका ने 624 अंक लेकर छठा स्थान, अनन्या ने 615 अंक लेकर सातवां स्थान, प्रिया ने 609 अंक लेकर आठवां स्थान, गुरमीत ने 604 अंक लेकर नवां और निकिता शर्मा ने 601 अंक लेकर दसवां स्थान प्राप्त किया है। विद्यालय अध्यक्ष ने बताया की विद्यालय से 11 बच्चों ने 600 से ज्यादा अंक हासिल किये हैं। इस उपलब्धि पर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने बच्चों को व उनके अभिभावकों को बहुत-बहुत बधाई दी। विद्यालय प्रधानाचार्य पुर्शोतम लाल, अध्यापक अभिभावक संघ के अध्यक्ष रतन तंवर व सभी सदस्यों ने अच्छे परीक्षा परिणाम के लिए सभी बच्चों तथा उनके अभिभावकों को व विद्यालय के अध्यापकों को बधाई दी है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि समाज को एकजुट करने और जन आकांक्षाओं को उचित माध्यम प्रदान करने में समाजसेवी संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जगत सिंह नेगी आज सोलन के कोठों स्थित सभागार में स्वर्णिम हिमाचल जन जागरण समिति द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय ‘स्नेह मिलन कार्यक्रम-2023’ को बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित कर रहे थे। जगत सिंह नेगी ने इससे पूर्व प्रसिद्ध जटोली महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों के सुख व समृद्ध जीवन की कामना की। राजस्व मंत्री ने स्नेह मिलन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और इसे एक माला में जोड़े रखने के लिए संविधान की अनुपालना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि संविधान देशवासियों को सही मार्ग पर चलना सिखाता है और संविधान के अनुरूप कार्य करना सभी का कर्तव्य है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश विकास की राह पर तीव्रता के साथ अग्रसर हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रत्येक क्षेत्र में विकास के लिए नई कल्याणकारी योजनाएं आरम्भ की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कुछ योजनाओं के लाभ आम जन को मिलने आरम्भ हो गए हैं जबकि अन्य योजनाओं के लाभ शीघ्र सामने आएंगे। जगत सिंह नेगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में औद्योगिक और गैर-मादक उपयोग के लिए भांग की खेती शुरु करने के विषय में प्रदेश सरकार सभी पहलुओं पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि कैंसर जैसी बीमारी के उपचार सहित अन्य बीमारियों में भांग का उपयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस कदम से जहां हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में भांग का औषधी के रूप में लाभ मिलेगा वहीं इससे वस्त्र इत्यादि निर्मित कर प्रदेश की आर्थिकी को और मज़बूत किया जाएगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल और राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज सोलन स्थित बघाट बैंक मुख्यालय का दौरा किया और बैंक की कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि बघाट बैंक और सोलन एक दूसरे के पर्याय है और आने वाले समय में बघाट बैंक अपने कार्य को और बढाएगा। जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर कहा कि सोलन के बघाट बैंक को राज्य में अपनी बेहतर कार्य प्रणाली एवं अच्छी वित्तीय स्थिति के लिए जाना जाता है। उन्होंने आशा जताई कि बैंक आने वाले समय में बागवानी एवं कृषि गतिविधियों में अपने कार्य का विस्तार करेगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने सभी वरिष्ठ नागरिकों से आग्रह किया है कि वह युवा पीढ़ी को नशे से बचाने में अपना अनुभव और सहयोग प्रदान करें। डाॅ. शांडिल आज बुजुर्ग महिलाओं के लिए सोलन में स्थापित खुशी डे केयर सेंटर के 8वें स्थापना दिवस के अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों को सम्बोधित कर रहे थे। डाॅ. शांडिल ने कहा कि नशा आज एक सामाजिक समस्या बनकर उभरा है। मादक द्रव्यों के सेवन के कारण अनेक युवा अपने तथा परिवार के पतन का कारण बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के पास बहुमूल्य अनुभव होता है। इसके माध्यम से बुजुर्ग युवाओं को सही रास्ते पर लाने में सहायता कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि खुशी डे केयर सेंटर में आने वाली महिलाएं यदि एकजुट होकर प्रयास करें तो युवा पीढ़ी को नशे के विरूद्ध खड़ा कर सकती हैं क्योंकि उनका अनुभव हर क्षेत्र में अमूल्य है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि खुशी डे केयर सेंटर की परिकल्पना अनूठी एवं अद्वितीय है। खुशी डे केयर सेंटर सम्भवतः उत्तर भारत में एकमात्र ऐसा केन्द्र है जो केवल 60 वर्ष की अधिक आयु वर्ग की महिलाओं को एक स्थान पर एकत्र होकर सकारात्मक जीवन जीने के मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र की कार्यप्रणाली विभिन्न प्रकार के केन्द्रों का संचालन करने वालों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने खुशी डे केयर सेंटर द्वारा महिलाओं को मुस्कुराकर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेेरित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। डाॅ. शांडिल ने कहा कि आयु केवल एक संख्या है और दीर्घकाल तक बेहतर जीवन जीने तथा युवा पीढ़ी को अनुभव के माध्यम से सही रास्ता दिखाने के लिए वरिष्ठ नागरिकों का होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी वरिष्ठ जन से आग्रह किया कि आयु को कभी अपने उपर कभी हावी न होने दें और सदैव मुस्कुराते हुए जीवन का आनंद उठाएं। उन्होंने भारतीय सेना एवं राजनीति के अपने संस्मरणों को साझा करते हुए सभी के खुशहाल जीवन की कामना की। उन्होंने खुशी डे केयर सेंटर की परिकल्पना को साकार कर सोलन की बुजुर्ग महिलाओं के माध्यम से सभी को प्रेरित करने की दिशा में किए गए कार्यों के लिए प्रदेश के पशुपालन तथा भाषा कला एवं संस्कृति विभाग के सचिव राकेश कंवर और उनकी धर्मपत्नी एवं प्रसिद्ध लेखिका मीनाक्षी चौधरी कंवर की सराहना की। उन्होंने खुशी डे केयर सेंटर को अपनी ऐच्छिक निधि से 21 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की। प्रदेश कृषि, पशुपालन, मत्स्य तथा भाषा एवं कला संस्कृति विभाग के सचिव राकेश कंवर ने कहा कि खुशी डे केयर सेंटर का शुभारम्भ 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की महिलाओं को एक स्थान पर एकत्र होकर सकारात्मक जीवन जीने के लिए किया गया था। उन्होंने कहा कि आज यह केन्द्र न केवल बुजुर्ग महिलाओं की प्रसन्नता का स्थान बनकर उभरा है अपितु यहां आने वाली बुजुर्ग महिलाएं भावी पीढ़ी को राह भी दिखा रही हैं। उन्होंने कहा कि 08 वर्ष पूर्व वर्ष 2015 में आरम्भ हुआ यह केन्द्र अब किसी पहचान का मोहताज नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां आने वाली बुजुर्ग महिलाएं गत 08 वर्षों से प्रत्येक रविवार को बच्चों के लिए बाल विकास कक्षाएं भी आयोजित करती हैं।
हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड धर्मशाला द्वारा घोषित 10वीं के परीक्षा परिणाम में छात्र विद्यालय कुनिहार के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया। विद्यालय प्रधानाचार्य बी एस ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यालय की 10वीं कक्षा का वार्षिक परीक्षा परिणाम 96 प्रतिशत रहा। विद्यालय के 24 बच्चों ने यह परीक्षा दी थी जिसमे 19 बच्चे प्रथम श्रेणी में उतीर्ण हुए। मेहुल ठाकुर ने 643 अंक लेकर कक्षा में प्रथम स्थान, युधिष्ठर 572 अंक लेकर दूसरा व लक्ष्य ने 527 अंक लेकर कक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया है। विद्यालय प्रधानाचार्य बी एस ठाकुर , विद्यालय एस एम सी अध्यक्ष रणजीत ठाकुर व अन्य सभी सदस्यों ने बच्चों, उनके अभिभावकों व अध्यापकों को बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए बधाई दी है।
बीएल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार की दसवीं कक्षा का वार्षिक परीक्षा परिणाम शत 100 प्रतिशत रहा। जानकरी देते हुए विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि दसवीं कक्षा की टॉपर पलक पाल ने 641/700 (91.57 फीसदी) अंक लेकर विद्यालय में प्रथम स्थान, जसविंदर ने 638/700 (91.14 फीसदी) अंक लेकर दूसरा स्थान, लक्ष्य ने 637/700 (91 फीसदी) अंक लेकर तीसरा स्थान, जस्मीन ने 633/700 (90.42) अंक लेकर चौथा स्थान, शैफाली ने 627/700 (89.57) अंक पांचवां, सिमरन तंवर व सारिका ने 624/700 (89.14) अंक लेकर छठा, अनन्या ने 615/700 (87.86) अंक लेकर सातवां, प्रिया ने 609/700 (87) अंक लेकर आठवां , गुरमीत ने 604/700 (86.28) अंक लेकर 9वां और निकिता शर्मा ने 601/700 (85.86 फीसदी) अंक लेकर दसवां स्थान प्राप्त किया है। विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि विद्यालय से 11 बच्चों ने 600 से ज्यादा अंक हासिल किए हैं। इस उपलब्धि पर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने बच्चों को व उनके अभिभावकों को बहुत-बहुत बधाई दी है। विद्यालय प्रधानाचार्य पुरुषोत्तम लाल, अध्यापक अभिभावक संघ के अध्यक्ष रतन तंवर व सभी सदस्यों ने अच्छे परीक्षा परिणाम के लिए सभी बच्चों तथा उनके अभिभावकों को व विद्यालय के अध्यापकों को बधाई दी है। विद्यालय की मुख्याध्यापिका सुषमा शर्मा ने भी उत्तम परीक्षा परिणाम के लिए सभी बच्चों व अध्यापकों को बधाई दी है तथा उनकी कड़ी मेहनत व लगन की प्रशंसा की व कहा कि इस विद्यालय का परीक्षा परिणाम हर वर्ष सराहनीय रहता है। स्कूल अन्य गतिविधियों में जिला भर में प्रथम रहने के साथ पढ़ाई में भी अव्वल रहता है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड सीमित के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना के तहत शामिल करने का भरोसा दिया है। इससे बिजली बोर्ड के लगभग 6500 कर्मचारी लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विकास तथा उन्नति में सरकारी कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने मंत्रिमंडल की पहली बैठक मंे ही पुरानी पेंशन योजना बहाल करने का निर्णय लिया, जिससे 1.36 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिला है। प्रदेश सरकार इस योजना के तहत बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को शामिल कर उनके लाभ सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों का कल्याण प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हिमाचल प्रदेश की निरन्तर प्रगति के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों के कल्याण तथा सशक्तिकरण पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य सरकारी कर्मचारियों को सुरक्षित भविष्य प्रदान कर उन्हें प्रदेश के समग्र विकास में प्रभावी योगदान देने के लिए सक्षम बनाना है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना बहाल करने के साथ-साथ प्रदेश सरकार ने सरकार कर्मचारियों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि तीन प्रतिशत मंहगाई भत्ते की किस्त भी जारी कर दी गई है। प्रदेश की चुनौतीपूर्ण आर्थिक परिस्थितयों के बावजूद राज्य सरकार ने दूरदर्शी सोच के साथ प्रदेश के विकास में कोई बाधा नहीं आने दी है। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने बिना किसी बजट के प्रावधान के घोषणाएं की लेकिन उनके लाभ कर्मचारियों को नहीं मिल पाए, जबकि वर्तमान प्रदेश सरकार राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ ही सभी बकाया देनदारियां चुकाने के लिए प्रतिबद्ध है।
***कुल्लू जिले के स्नॉवर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा की छात्रा मानवी ने 99.14 प्रतिशत (694) अंक लेकर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। हमीरपुर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल चूबतरा की छात्रा दीक्षा कथयाल ने (693) 99 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं हमीरपुर जिले के ही दो छात्रों ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है। न्यू इरा सीनियर सेकेंडरी स्कूल परोल के छात्र अक्षित शर्मा और सीनियर सेकेंडरी स्कूल बदारान के छात्र आकर्षक ठाकुर ने 98.86 प्रतिशत (692) अंक लेकर प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमें से 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं और 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। उन्होंने ने बताया कि इस बार का परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी। 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं। 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू में छात्रों ने नशा जागरूकता पर नारा लेखन और पोस्टर मेकिंग गतिविधियों में भाग लिया। सत्र का उद्देश्य छात्रों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रभावशाली नारे और पोस्टर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना था। “नशा नहीं जिंदगी चुनो ” लेखन प्रतियोगिता में सभी विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। यह प्रतियोगिता 23 मई को कक्षा 6 से 10 तक के छात्रों के लिए आयोजित की गई थी। ड्रग दुरुपयोग के पीड़ितों को पहचानने, उनका उपचार करने तथा नशा मुक्ति के पश्चात उनके पुनर्वास में उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं को गतिमान करना। इस प्रतियोगिता का लक्ष्य छात्रों को ऐसे संदेश भेजने में शामिल करना था जो जीवन भर यादगार रखेंगे।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड लिमिटिड से प्राप्त सूचना के अनुसार 11 केवी चम्बाघाट फीडर में आवश्यक रखरखाव के दृष्टिगत 27 मई को सोलन के विभिन्न स्थानों पर विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी प्रदेश विद्युत बोर्ड के अतिरिक्त अधीक्षक अभियंता राहुल वर्मा ने दी। राहुल वर्मा ने कहा कि 27 मई को प्रातः 10.00 बजे से सायं 5.30 बजे तक हिमाचल पथ परिवहन निगम की कार्यशाला, गरीब बस्ती, हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह, चम्बाघाट चैक के कुछ क्षेत्र, बसाल मार्ग, बावरा, सूर्य किरण कालोनी, कथेड़, बसाल, कालाघाट, हाउसिंग बोर्ड बसाल, सेरी, पट्टी, धाला, डांगरी, गारा, धरोट, जियुण, आंजी सलुमणा एवं आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि मौसम खराब होने की स्थिति अथवा किसी अन्य अपरिहार्य कारणों से उपरोक्त तिथि व समय में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों के उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
एमएस स्वामीनाथन स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर, शूलिनी यूनिवर्सिटी ने मिलेटस (बाजरा) के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष- 2023 के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के हिस्से के रूप में बाजरा दिवस की मेजबानी की। पद्मश्री डॉ. खादर वली, "भारत के बाजरा मैन" और एक प्रसिद्ध खाद्य और पोषण विशेषज्ञ, इस अवसर पर अतिथि वक्ता थे, और उन्होंने चर्चा की कि चावल और गेहूं की तुलना में बाजरा फाइबर और प्रोटीन का एक बहुत अच्छा स्रोत है। उन्होंने आगे कहा कि यद्यपि बाजरा लंबे समय तक मुख्यधारा के आहार का हिस्सा थे, लेकिन पिछले 60-70 वर्षों में चावल और गेहूं का विपणन करने वाले निगमों द्वारा इन्हें "तोड़फोड़" किया गया, जिसे उन्होंने "बीमारी पैदा करने वाले नकारात्मक अनाज" करार दिया। प्रो खादर ने कहा कि बाजरा को "सिरी धान्य" कहा जाता है, जिसका अर्थ है सकारात्मक बाजरा, और "शुक धान्य" (उपचार गुणों वाले बाजरा)। खादर वली ने बाजरा की प्राकृतिक खेती के लिए एक विधि (कडू कृषि) भी प्रतिपादित की है। डॉ खादर वली ने साझा किया कि पोषण मूल्य के मामले में, बाजरा चावल और गेहूं को पीछे छोड़ देता है। उन्होंने यह भी बताया कि कुदाल मधुमेह, मोटापा और हृदय रोग जैसी तथाकथित जीवन शैली की बीमारियों को नियंत्रित करने और रोकने में मदद कर सकता है। बाजरा हमारे आहार में ग्लाइसेमिक नियंत्रण सुनिश्चित कर सकता है, कब्ज को कम कर सकता है और स्तन कैंसर और श्वसन संबंधी समस्याओं से बचा सकता है। डॉ. खादर वली ने कहा कि उन्होंने चिकित्सीय आहार में विभिन्न बाजरा का उपयोग किया है और विभिन्न रोगियों के लिए मधुमेह, हाइपरलिपिडेमिया, दवा-प्रेरित कुपोषण और एनीमिया को दूर करने में स्वास्थ्य लाभ दर्ज किया है। बाजरा हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों और पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज से पीड़ित महिलाओं के लिए भी बहुत अच्छा करता है। उन्होंने जीवनशैली के साथ-साथ मानसिकता में बदलाव पर भी जोर दिया, जिसका मतलब है कि एक स्वस्थ और टिकाऊ समाज बना सकते हैं। उन्होंने सभी कृषि विशेषज्ञों से मिट्टी, पानी, पर्यावरण और सबसे बढ़कर मानव स्वास्थ्य को बचाने के लिए कृषि में मोटे अनाज को बढ़ावा देने का आग्रह किया। प्रोफेसर पीके खोसला, कुलाधिपति शूलिनी विश्वविद्यालय ने अपने संदेश में, जिसे विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. सुनील पुरी द्वारा पढ़ा गया , पोषण सुरक्षा को लक्षित करने के लिए बाजरा की खेती को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शूलिनी में विभिन्न संकाय खेती के विभिन्न पहलुओं पर काम कर रहे हैं और राष्ट्रीय फोकस के अनुरूप बाजरा के मूल्यवर्धन पर काम कर रहे हैं। इस विशेष व्याख्यान के लिए एमएस स्वामीनाथन स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर और अन्य संकायों के संकाय सदस्यों के साथ लगभग 200 स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र उपस्थित थे। इस अवसर पर बाजरा केंद्रित विशेष प्रदर्शनी, पोस्टर प्रस्तुति प्रतियोगिता और घोषणा प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि सोलन के ऐतिहासिक राज्य स्तरीय शूलिनी मेला को अंतरराष्ट्रीय स्तर का मेला घोषित करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। डाॅ. शांडिल आज यहां राज्य स्तरीय माता शूलिनी मेला आयोजन समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सोलन की अधिष्ठात्री देवी मां शूलिनी को समर्पित यह मेला सोलन के साथ-साथ पड़ोसी ज़िलों और देश विदेश में अपनी विश्ष्टिता के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय इस मेले को अंतरराष्ट्रीय स्तर का किया जाना आवश्यक है। इस दिशा में सघन प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने उपायुक्त सोलन को निर्देश दिए कि मेलो को अंतरराष्ट्रीय घोषित करने के संदर्भ में सभी औपचारिकताएं पूर्ण की जाएं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शूलिनी मेला सम्भवतः एक मात्र ऐसा आयोजन है जिसमें तीन दिनों तक लगातार जगह-जगह भण्डारों का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि इन तीन दिनों में माँ के दर्शन करने आने वाले एवं मेला देखने वाला कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहता। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को पूर्व की भांति जारी रखा जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि सोलन शहर में सभी व्यवस्थाओं को यथावत बनाए रखते हुए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि वह स्वयं सोलन शहर में शीघ्र ही स्वच्छता जागरूकता अभियान की अगुवाई करेंगे। डाॅ. शांडिल ने निर्देश दिए कि मेला अवधि में सोलन शहर की सजावट व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि इस अवधि में पेयजल, विद्युत, चिकित्सा एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं में कोई कमी न रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि मेले के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में ध्वनि व्यवस्था को उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुरूप रखा जाए। उन्होंने विशेष रूप से हिमाचल के कलाकारों को उचित समय प्रदान करने और कलाकार चयन को निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप करने के निर्देश दिए।
भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार बुधवार को ब्लॉक स्तर पर अखिल भारतीय क्विज वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन छात्र वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुनिहार में जिला सोलन के अग्रणी बैंक यूको बैंक द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय प्रधानाचार्य बीएस ठाकुर व जिला अग्रणी यूको बैंक सोलन प्रबंधक तमन्ना मोदगिल ने की। प्रतियोगिता का संचालन ताशी नेगी वरिष्ठ प्रबंधक अग्रणी जिला प्रबंधक कार्यालय यूको बैंक सोलन ने किया। इस प्रतियोगिता में विकास खण्ड कुनिहार के कक्षा 8 वीं से 10 वीं तक के 23 सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रतियोगिता में बातल स्कूल के नमन शर्मा व छवी शर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, दूसरे स्थान पर रावमापा डूमेहर की दीक्षा व कुशल रहे तो तीसरा स्थान नवगावं की महक व कशिश ने प्राप्त किया। सभी विजेताओं को बैंक की तरफ से 5 हजार, 4 हजार व 3 हजार तथा मोमेंटो व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। ताशी नेगी ने बताया कि अब ये बच्चे जिला स्तर पर प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
विकास खंड कुनिहार की ग्राम पंचायत कोठी के गांव नमोल में मंगला माता मंदिर परिसर में कुश्ती मेले का आयोजन किया जाएगा। मेला कमेटी के प्रधान इंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह मेला शनिवार 27 मई को मंगला माता मंदिर परिसर में आयोजित होगा, जिसमें स्थानीय पहलवानों सहित बाहरी राज्यों के नामी पहलवान व सहित महिला पहलवान भी भाग लेंगे। मेले की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। 27 मई को सुबह मंदिर में दलिये का प्रसाद बनाकर वितरित किया जाएगा। शाम को अखाड़ा पूजन कर विशाल दंगल आयोजित होगा। कमेटी ने सभी क्षेत्रवासियों से अपील की है कि इस कुश्ती मेले में बढ़चढ़ कर भाग लेकर मेले की शोभा बढ़ाएं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल नेे कहा कि शहीदी दिवस के आयोजन के माध्यम से आज पूरा देश धर्म निरपेक्ष विचारधारा को आत्मसात कर रहा है। डाॅ. शांडिल आज सोलन ज़िला के कण्डाघाट स्थित गुरूद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा में सिक्खों के पंचम गुरू श्री अर्जन देव जी के शहीदी दिवस के आयोजन के अवसर पर उपस्थित संगत को सम्बोधित कर रहे थे। डाॅ. शांडिल ने इससे पूर्व गुरूद्वारा साहिब में शीश नवाया और सभी की प्रसन्नता एवं समृद्धि की कामना की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि श्री गुरु अर्जन देव जी ने समाज के हित एवं सभी की सुरक्षा के लिए अपनी कुर्बानी दी थी। उन्होंने कहा कि उनके शहीदी पर्व के आयोजन से हम सभी को सामाजिक हित में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने की सीख मिलती है। उन्होंने कहा कि हम सभी को यह स्मरण रखना होगा कि धर्म निरपेक्ष समाज की जिस परिकल्पना को साकार करने के लिए गुरु अर्जन देव जी शहीद हुए उस विचारधारा को हम सभी जन-जन तक पहंुचाएं। उन्होंने कहा कि सभी को अपने देश व कौम के लिए सर्वत्र बलिदान देने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए। डाॅ. शांडिल ने इस अवसर पर गुरूद्वारा परिसर का निरीक्षण भी किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि गुरूद्वारा साहिब कंडाघाट को धरोहर में शामिल करने एवं इसके रखरखाव के लिए उचित सहायता उपलब्ध करवाने का मामला संबंधित विभाग से उठाया जाएगा। गुरूद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा कंडाघाट के प्रधान गुरमीत सिंह ने कहा कि गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस के अवसर पर गुरूद्वारा साहिब में अखंड पाठ कीर्तन दरबार सहित अन्य आयोजन किए गए। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव रमेश ठाकुर, खंड कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, जोगेंद्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, शहरी कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष अंकुश सूद, प्रदेश कांग्रेस सेवा दल के प्रधान अनुराग शर्मा, गुरूद्वारा श्री गुरु सिंह सभा कंडाघाट के प्रधान गुरमीत सिंह, उपमंडलाधिकारी कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा भक्तजन उपस्थित थे।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी 25 मई को सोलन के प्रवास पर आ रहे हैं। जगत सिंह नेगी 25 मई को प्रातः 11.30 बजे सोलन के कोठों स्थित सभागार में स्वर्णिम हिमाचल जन जागरण समिति द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम ‘स्नेह मिलन कार्यक्रम-2023’ में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। वह तदोपरांत जनसमस्याएं भी सुनेंगे।
मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने कहा कि छात्रों को अद्यतन जानकारी प्रदान करने के लिए प्रदेश के सभी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में चरणबद्ध आधार पर पुस्तकालय कक्ष स्थापित किए जाएंगे। संजय अवस्थी आज सोलन ज़िला के अर्की विधानसभा क्षेत्र राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भूमति के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। संजय अवस्थी ने इससे पूर्व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भूमती में 1.30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विज्ञान खण्ड का लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर विद्यालय में बहुउद्देशीय मंच निर्मित करने के लिए 14 लाख रुपये, भूमति चौक पर सभी की सुविधा के लिए सार्वजनिक पार्किंग निर्मित करने के लिए 02 लाख रुपये देने की घोषणा की। मुख्य संसदीय सचिव ने कार्यक्रम में विधिक संस्कृति को दर्शाते रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्रों को अपनी ऐच्छिक निधि से 21 हजार रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने छात्रों के लिए 11 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा भी की। संजय अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के संवेदनशील नेतृत्व में प्रदेश सरकार युवा शक्ति की असीमित ऊर्जा के समुचित दोहन के लिए कार्य कर रही है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए ग्राम स्तर पर गुणवत्तायुक्त शिक्षा सुविधाएं प्रदान करने के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हंै। इस योजना के कार्यन्वयन पर 300 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। सोलन ज़िला में भी इन विद्यालयों की स्थापना के लिए सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों में भूमि का चयन किया जा चुका है। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि वार्षिक समारोह एक छात्र के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह दिवस जहां विभिन्न विजेताओं को और अच्छा करने के लिए प्रेरित करता है वहीं अन्य छात्रों को अपनी कमियों को सुधारने का अवसर भी देता है। उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि शिक्षा के माध्यम से अपने लक्ष्य को पाने के लिए समर्पण के साथ प्रयास करें। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि नशे से दुष्प्रभावों से दूर रहें। उन्होंने मेधावी छात्रों एवं खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए आशा जताई कि इनकी उपलब्धियां अन्य छात्रों को बेहतर करने के लिए प्रेरित करेंगे। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भूमति के प्रधानाचार्य हेम राज गौड़ ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर खण्ड कांग्रेस समिति अर्की के अध्यक्ष सतीश कश्यप, खण्ड महिला कांग्रेस अर्की की अध्यक्ष बिमला ठाकुर, नगर पंचायत अर्की की पूर्व अध्यक्ष सीमा शर्मा, बीडीसी बलेरा सदस्य शशिकांत, बीडीसी भूमति सदस्य आशा शर्मा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ऋषि देव, कर्मचारी नेता जयनंद, मस्त राम, ग्राम पंचायत भूमति के प्रधान योगेश गौतम, ग्राम पंचायत जलाणा की प्रधान सुनीता गर्ग, ग्राम पंचायत चमयावल की प्रधान उर्मिला ठाकुर, युवा कांग्रेस के हेमंत कुमार, कांग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारी, उपमण्डलाधिकारी अर्की याविन्द्र पाॅल, उप निदेशक उच्च शिक्षा जगदीश नेगी, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, अन्य गणमान्य व्यक्ति, छात्र तथा अभिभावक उपस्थित थे।
सोलन जिले में बढ़ रहे खनन मामलों पर खनन विभाग के अधिकारी नियमित कार्रवाई कर रहे हैं। सोलन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में गत वर्ष 1 अप्रैल, 2022 से 31 मार्च, 2023 तक खनन के 494 मामलों में विभाग ने कार्रवाई करते हुए 25 लाख 34 हजार 500 रुपये जुर्माना वसूला है। एक वर्ष में विभाग ने खनन के 26 मामले कोर्ट में फाइल किए थे, इसमें से 17 का निर्णय हो गया है। कोर्ट ने दोषियों पर एक लाख चार हजार पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाया है। जिला खनन अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि जिला सोलन के बीबीएन, कंडाघाट व सोलन में खनन से प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए विभाग ने विभिन्न विभाग को साढ़े छह करोड़ रुपये जारी किए हैं। यह राशि डिस्ट्रिक मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट के माध्यम से जारी की गई है।। इससे खनन प्रभावित क्षेत्रों में 129 प्रकार के प्रोजेक्ट पर कार्य किया जाएगा। खनन प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, पेयजल, डंगे लगाने के साथ कई तरह के विकास कार्य इस फंड के माध्यम से हो सकेंगे। इसके अलावा सोलन जिले में खनन मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। विभाग भी नियमित कार्रवाई कर रहा है। खनन रोकने के लिए विभाग रात को दबिश दे रहा है।
सोलन जिले में बढ़ रहे खनन मामलों पर खनन विभाग के अधिकारी नियमित कार्रवाई कर रहे हैं। सोलन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में गत वर्ष 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक खनन के 494 मामलों में विभाग ने कार्रवाई करते हुए 25 लाख 34 हजार 500 रुपये जुर्माना वसूला है। एक वर्ष में विभाग ने खनन के 26 मामले कोर्ट में फाइल किए थे, इसमें से 17 का निर्णय हो गया है। कोर्ट ने दोषियों पर एक लाख चार हजार पांच सौ रुपये का जुर्माना लगाया है। जिला खनन अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि जिला सोलन के बीबीएन, कंडाघाट व सोलन में खनन से प्रभावित क्षेत्रों के विकास के लिए विभाग ने विभिन्न विभाग को साढ़े छह करोड़ रुपये जारी किए हैं। यह राशि डिस्ट्रिक मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट के माध्यम से जारी की गई है।। इससे खनन प्रभावित क्षेत्रों में 129 प्रकार के प्रोजेक्ट पर कार्य किया जाएगा। खनन प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, पेयजल, डंगे लगाने के साथ कई तरह के विकास कार्य इस फंड के माध्यम से हो सकेंगे। इसके अलावा सोलन जिले में खनन मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। विभाग भी नियमित कार्रवाई कर रहा है। खनन रोकने के लिए विभाग रात को दबिश दे रहा है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से ऐसे पाठ्यक्रम आरंभ करने जा रही है जो युवाओं को आवश्यक कौशल प्रदान कर भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाएंगे। डॉ. शांडिल आज औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन में 31वीं राज्य स्तरीय पुरूष सांस्कृतिक एवं खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ करने के उपरांत उपस्थित छात्रों और अन्य को संबोधित कर रहे थे। इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में प्रदेश के सभी 12 जिलों के 359 छात्र भाग ले रहे हैं। डॉ. शांडिल ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के समय में तकनीकी शिक्षा पाठ्यक्रम में गुणात्मक सुधार लाकर ही युवाओं को और बेहतर रोजगार प्रदान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए इस वर्ष से प्रदेश के 11 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में ड्रोन सेवा तकनीशियन पाठ्यक्रम आरम्भ करेगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ प्रदेश के 13 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में इलेक्ट्रिक वाहन मैकेनिक, रखरखाव मैकेनिक, सौर ऊर्जा तकनीशियन इत्यादि के पाठ्यक्रम आरम्भ करेगी। उन्होंने कहा कि यह सभी पाठ्यक्रम युवाओं को रोज़गार और स्वरोज़गार के बेहतर अवसर दिलवाने में सहायक सिद्ध होंगे। डॉ. शांडिल ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रेषित की और आशा जताई कि यह तीन दिवसीय प्रतियोगिता छात्रों को भविष्य का उत्तरदायी नागरिक बनाने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने अपनी ऐच्छिक निधि से सांस्कृतिक कार्यक्रम देने वाले छात्र-छात्राओं को 21 हजार रुपये देने की घोषणा की। वहीं, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन के प्रधानाचार्य ललित कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 290 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कार्यरत हंै। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला में इस समय 22 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान छात्रों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। इनमें से 10 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तथा 12 गैर-सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान हैं। इन संस्थानों में 28308 प्रशिक्षु शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस अवसर पर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
एचएएस परीक्षा में प्रदेशभर में दूसरा स्थान हासिल करने अंशु चंदेल जिला बिलासपुर के गांव ओहर की रहने वाली है। अंशु चंदेल ने प्रदेश भर में उच्च गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने लिए पहचान रखने वाले मिनर्वा शिक्षण संस्थान से शिक्षा प्राप्त की है। इसी कड़ी में अंशु चंदेल मंगलवार को मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं पहुंची, जहां उन्होंने अपने गुरुजनों का आशीर्वाद लिया। उनकी इस सफलता के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूल प्रबंधन ने अंशु चंदेल को शॉल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। संस्थान के संचालक तथा प्रधानचर्य प्रवेश चंदेल ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी हैकि उनके स्कूल शिक्षा प्राप्त कर निकली एक बेटी प्रशासनिक अधिकारी बन कर प्रदेश की सेवा करेगी। उन्होंने अंशु चंदेल तथा उनके माता-पिता को शुभकामनाएं भी प्रेषित की। साथ ही कहा कि जिस तरह से आज अंशु चंदेल ने कड़ी मेहनत से अपना मुकाम हासिल किया है, उससे स्कूल का हर बच्चा प्रोत्साहित होगा। अंशु चंदेल ने कहा कि उन्होंने अपनी 11 और 12 की शिक्षा मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं से प्राप्त की है। अंशु चंदेल ने कहा कि बच्चे को अभी से इस तरह की तैयारी करना शुरू कर देनी चाहिए, ताकि वे भविष्य में प्रशासनिक अधिकारी बन सके। अपनी इस सफलता के लिए अंशु चंदेल ने अपने माता-पिता के साथ साथ मिनेर्वा शिक्षण संस्थान का भी धन्यवाद किया।