सोलन अतिरिक्त उपायुक्त एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन अजय यादव की अध्यक्षता में आज यहां मीडिया कर्मियों के लिए ‘आपदा प्रबंधन में मीडिया की भूमिका’ विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। अजय यादव ने कहा कि आपदा के समय मीडिया की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय मीडिया कर्मी लोगों को सही समय पर सही जानकारी उपलब्ध करवाएं ताकि आपदाओं से जानो-माल के नुकसान को न्यून किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तथ्यों पर आधारित सूचना पहुंचाना महत्वपूर्ण कार्य है। इस कार्य में मीडिया की भूमिका अहम होती है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय जिम्मेदारी के साथ कार्य करें ताकि लोगों में डर का माहौल न बनें। उन्होंने कहा कि ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आपदा के समय विभिन्न कार्यों के लिए अलग-अलग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। अजय यादव ने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के समय राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र के हेल्पलाइन नम्बर 1070, ज़िला आपातकालीन परिचालन केन्द्र 1077, आपातकालीन ऐम्बुलेंस सेवा 108, आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली 112 पर सम्पर्क कर सकते हैं। इस अवसर पर एम.एस. इन्स्टिटूशन ऑफ कम्यूनिकेशन एण्ड मैनेजमेंट के निदेशक डॉ. बी.एस. पंवर, राजकीय महाविद्यालय सोलन के सहायक प्राध्यापक डॉ. मुकेश शर्मा, अर्थ जस्ट संस्था से श्रुति ने अपने विचार रखें तथा मीडिया कर्मियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए। कार्यशाला में लगभग 35 मीडिया कर्मियों ने भाग लिया।
** यूपी से पकड़ा वाहन का सह चालक, पांच दिन का मिला पुलिस रिमांड सोलन के परवाणू से सेब की 476 पेटियां लाद कर राउरकेला के लिए रवाना हुए ट्रक के रास्ते गायब होने के मामले में पुलिस ने ट्रक के सह चालक को भी गिरफ्तार करने में सलता हासिल कर ली है। उसे यूपी के एटी से गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने गायब हुए ट्रक को भी बरामद कर लिया है। फिलहाल अदालत में पेश करके सहचालक को पांच दिन की पुलिस रिमांड हासिल कर ली है।उससे पूछताछ जारी है। इस मामले में ट्रक के चालक को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। सोलन के एसपी गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में ट्रक के चालक राजीव कुमार को पहले ही उत्तर प्रदेश के मेरठ से राजीव कुमार को पहले ही गिरफतार किया जा चुका है, जिससे गहनता से पूछताछ की गई पुछताछ के दौरान पाया गया कि उक्त मामले में अन्य आरोपी भी सलिंप्त हैं। पुलिस ने इस मामल में ट्रक के सह चालक अलीगढ़ के ओमनगर कालोनी के मूल निवासी और वर्तमान में खोडाखुर्द कालोनी गातियाबाद में रहने वाले 54 वर्षीय आरोपी सुरेन्द्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। इस घटना क्रम में लापता हुए ट्रक संख्या यूपी-81 एफटी-3742 को भी बरामद करके पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि सुरेंद्र पहले भी अपराधिक वारदातों में संलिप्त रहा है। जिसके विरुद्ध पुलिस थाना एटा में आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज है, जिसमे उसके कब्जा से अवैध शराब बरामद की गई थी । आरोपी को न्यायालय में पेश करके पांच दिन की पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया, जिससे गहनता से पूछताछ की जा रही है ।
नालागढ़: उद्योग, संसदीय कार्य तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि फार्मा लैब केम एक्सपो उद्योगपतियों को उत्पाद, प्रौद्योगिकी और नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक बेहतर मंच प्रदान कर रहा है। हर्षवर्द्धन चौहान आज बद्दी में फार्मा लेबकेम एक्सपो द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि फार्मा लैब केम एक्सपो अपने बेहतर अनुभव के साथ उद्योगपति को नए बाजारों से परिचित कराने और विकास को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने उद्योगपतियों से हिमाचल प्रदेश में निवेश करने के लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला ने देश में औद्योगिक क्षेत्र के रूप में अपनी विशेष पहचान बनाई है। ज़िला का बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) क्षेत्र हिमाचल का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र को एशिया के फार्मा हब के रूप में भी जाना जाता है। इस क्षेत्र में एशिया की लगभग 35 प्रतिशत दवाओं का उत्पादन किया जा रहा है। श्रम एवं रोजगार मंत्री ने कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र ने खुद को एशिया के सबसे बड़े फार्मास्युटिकल हब के रूप में स्थापित किया है। यहां पर 900 से अधिक फार्मास्युटिकल कंपनियां हैैं। फार्मास्युटिकल कंपनियों में सिप्ला, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, कैडिला हेल्थकेयर, टोरेंट फार्मास्युटिकल्स, एबॉट लैबोरेटरीज, ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स और मंजूश्री टेक्नोपैक जैसी बड़ी कंपनियां शामिल है। उद्योग मंत्री ने कहा कि विभागीय परियोजनाओं में हरित हिमाचल की परिकल्पना को साकार करने के दृष्टिगत दृढ़ता से कार्य किया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ विकसित हिमाचल की अवधारणा को पूरा करने के लिए सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ज़िला में प्रस्तावित सभी औद्योगिक परियोजनाओं व ईकाइयों को अमलीजामा पहनाने के लिए त्वरित व आवश्यक कदम उठाएं ताकि ज़िला व प्रदेश में निवेश के साथ-साथ रोज़गार के अधिक से अधिक अवसर सृजित हो सके। उद्योग मंत्री ने इससे पूर्व फार्मा लब कैंप एक्सपो के सौजन्य से आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शनी का विधिवत शुभारंभ कर अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य संसदीय सचिव रामकुमार चौधरी तथा नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बावा हरदीप सिंह ने भी अपने विचार रखे।इससे पूर्व फार्मा लेब केम के निदेशक अजीत कुमार शुक्ला ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा एरोकलीन उद्योग के निदेशक अमरदीप ने धन्यवाद किया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक बद्दी इलमा अफ़रोज़, बद्दी उद्योग के उपनिदेशक योगेश गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा उद्योगपति कार्यक्रम में उपस्थित थे।
जलवायु परिवर्तन के चलते हिमालयी क्षेत्रों में स्नो लाइन की तरह अब कई प्रजातियों के पेड़ भी ऊपर की तरफ खिसक रहे हैं। बढ़ते तापमान के कारण कई प्रजातियां निचले क्षेत्रों में खत्म हो रही हैं। कई पेड़ अब ऊंचे क्षेत्रों में ही दिख रहे हैं। हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान शिमला के हालिया अध्ययनों में सामने आया है कि कई पेड़ अब पहले के बजाय 100 से 300 और कुछ 1000 मीटर तक ऊंचाई की ओर बढ़ गए हैं। देवदार जो पहले 1,500 से 2,500 मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता था अब 3,000 मीटर के करीब ही देखा जा रहा है। हर दशक में पेड़ औसतन 20 से 25 मीटर ऊपर खिसक रहे हैं। अध्ययनों से पता चला है कि समग्र वृक्ष रेखा विशेष रूप से अल्पाइन क्षेत्रों में हर दशक में औसतन 20 से 25 मीटर ऊपर खिसक रही है। कम ऊंचाई की प्रजातियां जैसे बान ओक और चीड़ मध्य ऊंचाई के जंगलों में प्रवेश कर रही हैं। ऊंचाई की प्रजातियां सीमित होती जा रही अल्पाइन क्षेत्रों में सिमट रही हैं। हालांकि, बदलाव समान रूप से नहीं हो रहा है। कुछ प्रजातियां तेजी से प्रतिक्रिया कर रही हैं। अन्य धीमी गति से ऊपर बढ़ रही हैं। हिमालयी फर करीब 200–250 मीटर तक ऊपर खिसक चुका है। बर्च पहले से ही वृक्ष रेखा के निकट था, इसमें करीब 100–150 मीटर तक का बदलाव दिखा है। हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक विनीत जिस्टू ने माना कि जलवायु परिवर्तन से लगातार वनस्पति की ऊंचाई में बढ़ोतरी हो रही है। कुछ प्रजातियों पर बहुत बुरा असर हो रहा है और वे विलुप्त होने के कगार पर हैं। जलवायु परिवर्तन से वनस्पति पर हो रहे बदलाव को समझने के लिए वन विभाग और हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान वर्ष 2010 से शोध कर रहा है। शोध में कल्पा के चौरा कंडा, किन्नौर के नरदा कंडा और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में उग रही वनस्पति की ऊंचाई को दर्ज किया जा रहा है। शोध के प्रारंभिक नतीजों में भी प्रजातियों की ऊंचाई में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
सनातन धर्म के अनुसार इस साल 29 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा । यह त्योहार भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और यक्षराज कुबेर की कृपा पाने के लिए मनाया जाता है और इस दिन खरीदारी करने का भी शास्त्रों में विधान लिखा गया है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन जो खरीदारी की जाती है, उसका तीन गुना अधिक फल मिलता है । धनतेरस के साथ दीवाली त्योहार का भी शुभारंभ हो जाता है। आचार्य विजय कुमार ने कहा, "कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि भी अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, जिस कारण इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी तिथि के नाम से जाना जाता है। इस साल त्रयोदशी तिथि 29 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 31 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 30 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर होगा । इसके अलावा इस दिन गोधूलि काल शाम 6 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर रात 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. ऐसे में भक्तों के लिए धनतेरस की पूजा के लिए 1 घंटा 42 मिनट का समय मिलेगा । आचार्य विजय कुमार ने कहा, "धनतेरस की पूजा हमेशा प्रदोष काल में की जाती है और इसी भगवान धन्वंतरि की पूजा करने के साथ साथ दीपदान भी किया जाता है। भक्त अपने घर के मेन गेट, या पानी के पास एक एक दीपक भी जलाए । शास्त्रों में मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है। आचार्य विजय कुमार ने बताया कि धनतेरस के दिन त्रिपुष्कर योग बन रहा है । इस योग में खरीदारी करना बहुत शुभ होता है। यह योग सुबह 6 बजकर 31 मिनट से लेकर अगले दिन तक 10 बजकर 31 मिनट पर रहेगा. इस योग में की गई खरीदारी करने से चीजों में तीन गुणा वृद्धि होती है । धनतेरस के दिन अभिजीत मुहूर्त बन रहा है। इस योग में खरीदारी करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी । 29 अक्टूबर के दिन 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट के बीच लोग जरूर खरीदारी करें। धनतेरस के दिन सुबह भक्त स्नान करने के बाद भगवान गणेश, लक्ष्मी और कुबेर देव की स्थापना करें। उसके बाद इन सभी देवी देवताओं को मोली अर्पित करें । फिर पूजा में रोली अक्षत, पान का पत्ता, मिठाई, फल, फूल आदि चीजें भी अर्पित करें। साथ ही कुबेर देव को अपनी श्रद्धा के अनुसार चीजें अर्पित करें। इसके बाद भगवान धन्वंतरि और लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें और घी के दीपक से आरती उतारें। पूजा के बाद प्रसाद को सभी में बांट दें और रात्रि जागरण भी करें। शाम के समय मेन गेट और आंगन में दीपक भी जलाएं। क्योंकि दीपावली के पर्व की शुरुआत होती है ।
प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग का गठन किया है। अंबोटा ऊना के कुलदीप कुमार धीमान को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। कुलदीप कुमार पूर्व में उद्योग मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। वह विधानसभा उपाध्यक्ष व अध्यक्ष वित्त आयोग भी रहे। वहीं जवाली कांगड़ा के दिग्विजय मल्होत्रा को आयोग का सदस्य बनाया गया है। इस संबंध में सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है।
** संयुक्त मोर्चा ने किया विरोध हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड में आउटसोर्स से लगे 81 चालकों की सेवाएं समाप्त करने की तैयारी है। इसका हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड कर्मचारी एवं इंजीनियर संयुक्त मोर्चा ने विरोध किया है। संयोजक लोकेश ठाकुर और सह संयोजक हीरालाल वर्मा ने कहा कि संयुक्त मोर्चा इस विषय को सरकार के समक्ष उठाएगी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस बारे बोर्ड की ओर से जारी किए गए निर्देश को तुरंत वापस लिया जाए। नेताओं ने कहा कि यह हैरानी की बात है कि जिन आउटसोर्स कर्मियों ने 10-12 वर्ष बिजली बोर्ड में अपने उज्ज्वल भविष्य का सपना देखकर कम वेतन पर लंबे समय तक अपनी सेवाएं दीं और आज उनकी सेवाएं समाप्त करना दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं, बल्कि उनके साथ बहुत बड़ा धोखा है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद है कि प्रदेश सरकार यदि आउटसोर्स कर्मियों के हित मे कोई नीति नहीं बना सकती है तो कम से कम उनको नौकरी से तो नहीं निकाला जाना चाहिए। यह लोकतांत्रिक सरकार की सामाजिक उत्थान की जिम्मेवारियों के अनुरूप नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस महंगाई के दौर मे यह कर्मी जहां मुश्किल से अपना गुजारा कर रहे हैं, वहीं अपनी अगली पीढ़ी को बेहतर स्वास्थ्य व शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं। मोर्चा ने बिजली बोर्ड मैनेजमेंट से आग्रह किया कि छंटनी के इन आदेशों को तुरंत रद्द किया जाए और आउटसोर्स कर्मियों को स्थायी नीति बनाई जाए। फ्रंट ने मांग की है कि बिजली बोर्ड में समाप्त किए गए 51 पदों को तुरंत बहाल किया जाए। आउटसोर्स पर रखे गए यह चालक बिजली बोर्ड के नहीं, बल्कि कंपनी के थे। बोर्ड इनकी सेवाएं ले रहा था। अब बिजली बोर्ड में स्क्रैप पॉलिसी में वाहनों को हटा दिया गया है तो अब इनसे काम नहीं लिया जा रहा था। इन्हें कंपनी ने ही वापस बुलाया है।
** सोलन डाइट ने की पहल जेबीटी प्रशिक्षुओं को निजी शिक्षण संस्थानों में भी नौकरी मिल सकेगी। इसके लिए डाइट सोलन ने पहल की है। इसमें डाइट की ओर से निजी शिक्षण संस्थानों के लिए कैंपस इंटरव्यू आयोजित कर प्रशिक्षुओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। अब तक प्रशिक्षु जेबीटी करने के बाद कई वर्षों तक सरकारी नौकरी को लेकर घर पर बैठ जाते थे। अब उनके इस इंतजार के बीच में उन्हें रोजगार से भी जोड़ा जा रहा है। हाल में डाइट सोलन के आठ प्रशिक्षुओं का चयन सोलन समेत शिमला के निजी शिक्षण संस्थानों के लिए हुआ है। इसमें कुछ प्रशिक्षुओं को आउटऑफ स्कूल के लिए एक निजी संस्था ने चयनित किया है। इसमें उन्हें संस्था और विभाग की ओर से भी अच्छा पैकेज दिया गया है। डाइट सोलन के प्रिसिंपल डॉ. शिव कुमार शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षु अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सरकारी नौकरी पाने के लिए बारी के इंतजार में कई वर्ष घर पर ही लगा देते हैं। इस बीच न तो उनकी पाठन प्रक्रिया का विकास होता है, और नहीं उनके पास कोई अपना अनुभव रहता है। नई मुहिम के तहत वह कैंपस इंटरव्यू में भाग लेकर निजी शिक्षण संस्थानों में भी बच्चों को पढ़ा सकते हैं। इससे उनका अनुभव भी बढ़ेगा। हाल ही में डाइट सोलन के आठ प्रशिक्षुओं का चयन निजी शिक्षण संस्थानों के लिए हुआ है।
सोलन के एल.आर. इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी के बी.फार्मा 7वें सेमेस्टर के छात्र तरुण वर्मा ने विंटर वॉरियर्स चैंपियनशिप में आर्म रेसलिंग (राइट कैटेगरी) में स्वर्ण पदक जीता। यह चैंपियनशिप वर्कआउट वॉरियर जिम, शिमला के टूटीकंडी में राज्य स्तर पर आयोजित की गई थी, जिसमें प्रदेश भर के खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में तरुण ने 80+ ओपन कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वर्ण पदक जीता, साथ ही ‘चैंपियंस ऑफ चैंपियन’ की ट्रॉफी भी अपने नाम की।
राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुनिहार में मंगलवार 22 अक्तूबर से सात दिवसीय वार्षिक एनएसएस शिविर का शुभारम्भ किया जाएगा। एनएसएस प्रभारी लीला शंकर ने जानकारी देते हुए बताया कि 22अक्तूबर को 11बजे शिविर का शुभारंभ शिक्षा विभाग से सेवानिवृत अध्यापिका पुष्पा देवी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस सात दिवसीय शिविर में विद्यालय के 50 स्वयंसेवी छात्र एवं छात्राएं भाग लेंगे। शिविर के दौरान स्वयंसेवियों को राष्ट्र सेवा,समाज सेवा एवं नेतृत्व आदि हेतु प्रेरित किया जाएगा। प्रतिदिन अलग अलग विभागों व सामाजिक संस्थाओं से स्त्रोत व्यक्तियों द्वारा स्वयं सेवियों को अलग अलग विषयों बारे जागरूक किया जाएगा। पूरा सप्ताह स्वयंसेवी सुबह प्रभात फेरी में भाग लेकर अपनी दिनचर्या की शुरुआत करेंगे उसके बाद अलग अलग गतिविधियों में भाग लेंगे। स्वयं सेवियों द्वारा स्वच्छता व नशे के ऊपर जागरूकता रैली भी निकाली जाएगी।
सुक्खू सरकार ने कर्मचारियों और पेंशनरों को दिवाली से पहले कई तोहफे दिए हैं। सरकार ने 75 साल से अधिक उम्र के पेंशनरों को नए संशोधित वेतनमान के बाद पेंशन का बकाया 22.50 प्रतिशत बचा एरियर देने के आदेश जारी किए हैं। कुल 45 प्रतिशत एरियर में से आधा यानी कि 22.50 फीसदी सरकार 9 अक्तूबर को पेंशन के साथ दे चुकी है। सरकार ने 75 साल से अधिक उम्र के करीब तीस हजार पेंशनरों को एक माह के अंदर ही पूरा एरियर दे दिया है। बताया जा रहा है कि 22.50 प्रतिशत एरियर पेंशनरों को 28 अक्तूबर को पेंशन के साथ ही जारी किया जा सकता है। सरकार ने हिमाचल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी नए वेतनमान का एरियर जारी करने के आदेश दिए हैं। इनकी संख्या करीब 25 हजार के आसपास बताई जा रही है। ग्रुप डी यानी चतुर्थ श्रेणी के हर कर्मी को नए वेतनमान के बकाया एरियर के 20 हजार रुपये जारी करने के सरकार के आदेश हैं। कर्मचारियों को एरियर अक्तूबर में ही देने के आदेश दिए गए हैं। एक जनवरी 2016 से नया वेतनमान लागू होने के बाद से इनका एरियर देय है। प्रधान सचिव वित्त ने सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, हिमाचल हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल, मंडलीय आयुक्तों, उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को इस संबंध में एक चिट्ठी भेजी है। बता दें कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एरियर देने की घोषणा पहले ही की थी। एरियर हिमाचल प्रदेश सिविल सर्विसेज संशोधित वेतनमान नियम 2022 के तहत देय होगा। इससे पहले चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को 60-60 हजार दिए गए थे और अब 20-20 हजार रुपये और दिए जाएंगे। हिमाचल सरकार के वित्त विभाग ने राज्य के करीब पौने दो लाख पेंशनरों को चार फीसदी महंगाई भत्ता जारी करने के भी आदेश जारी किए हैं। इसी माह पेंशन के साथ भत्ता दिया जाएगा। डीए की किस्त एक अक्तूबर 2024 से 38 से बढ़ाकर 42 प्रतिशत की गई है। एक जनवरी 2023 से लेकर 30 सितंबर 2024 तक के डीए के एरियर का भुगतान अलग आदेश के तहत किया जाएगा।
** लगभग 297 प्रतिभागियों ने प्रतिस्पर्धा में लिया भाग कसौली/हेमेन्द्र कंवर: मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल राजड़ी-जाबली में सब डिवीजन स्तर -1का दो दिवसीय चिल्ड्रेन साइंस कांग्रेस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अतिथि मोरपेन कंपनी बद्दी के मैनेजर विकास ठाकुर रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल प्रिंसिपल मोनिका ठाकुर ने की। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने विभिन्न वैज्ञानिक तकनीकों से बने माडल, सांइस क्वीज,तथा मैथ्स ओपनपियाड व अन्य कार्यक्रम किए गए । बच्चों ने बेहतरीन माडल प्रस्तुत किए जिसमें चंद्रयान -3, ओटोमेटिक ड्रेनेज सिस्टम, ड्रिप इरिगेशन,सोलर वाटर लिफ्ट इरीगेशन, हाइड्रोलिक पावर प्लांट,सहित सांइस क्वीज प्रतियोगिता के साथ अन्य कार्यक्रम किए गए। इस चिल्ड्रेन साइंस कांग्रेस कार्यक्रम के कार्डिनेटर अनिल शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम को बच्चों को वैज्ञानिक तौर पर तथा पर्यावरण के प्रति प्रेरित करने के लिए किया जाता है। इस आयोजन में कसौली सब डिवीजन के तहत आने वाले विभिन्न 48 निजी व सरकारी स्कूलों के जूनियर व सीनियर वर्ग के करीब 297 प्रतिभागियों ने प्रतिस्पर्धा में भाग लिया, जिसमें सीनियर साइंस माडल प्रदर्शनी में आरव सिंह पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू प्रथम, वैष्णव,आनंद पब्लिक स्कूल परवाणू द्वितीय व एकम कौर, पाइनग्रोव स्कूल धर्म पुर तृतीय स्थान पर रहे। जबकि जूनियर सांइस माडल में जयमन, पाइनग्रोव धर्म पुर प्रथम तथा अबन,एपीएस डगशाई द्वितीय तथा निरमित पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू के माडल तृतीय स्थान पर रहे। मैथ्स ओपनपियाड में जूनियर वर्ग में दिविज गर्ग,पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू , तथा युव महाजन, पाइनग्रोव स्कूल धर्म पुर द्वितीय,मयंक,एपीएस डगशाई तृतीय रहे व सीनियर वर्ग में शौर्य आयशर स्कूल परवाणू प्रथम, वान्या, पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू द्वितीय तथा आरव पाइनग्रोव स्कूल धर्म पुर तृतीय स्थान प्राप्त किया। सीनियर सेकेंडरी वर्ग में विदेव प्रताप एपीएस डगशाई प्रथम रहे व चिराग,पाइनग्रोव स्कूल धर्म पुर द्वितीय तथा आरव रोहाल,आयशर स्कूल परवाणू तृतीय रहे। सांइस क्वीज जूनियर वर्ग में संस्कृति, दिव्या जैन आयशर स्कूल परवाणू प्रथम रहे। सीनियर वर्ग में तन्मय ,समर्थ पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू तथा सीनियर सेकेंडरी वर्ग में यकश,अक्षरा आयशर स्कूल परवाणू प्रथम रहे।कार्यक्रम के समापन में मुख्य अतिथि जाबली एचपीएल उद्योग के संजीव बाटला व महेंद्र सिंह ने प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।इस मौके पर विभिन्न स्कूलों से आए प्रतिभागियों सहित स्कूल के अध्यापक व स्टाफ मौजूद रहा ।
दयानंद आदर्श विद्यालय के प्रांगण में आज मिडल क्लासेस के बच्चों के लिए माँ- बेटी और माँ - बेटा युगल नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का आयोजन। मध्य वर्ग की इंचार्ज अंजना के मार्गदर्शन में करवाया गया।स्कूल की प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने बताया कि इस तरह की प्रतियोगिता के आयोजन द्वारा उनके स्नेहपूर्ण बंधन को नृत्य के माध्यम से दर्शाना हैं। इस प्रतियोगिता में लगभग 17 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से माँ-बेटी में प्रज्ञा व ऋतु शर्मा ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। जिसमें सिद्दीका व अरुण शर्मा, मानवी व सीमा ने प्रथम स्थान हासिल किया। वही काव्य और अंशिका ने द्वितीय स्थान झटका। प्रतियोगिता में संगीता ठाकुर,अद्विता और रोहिणी शर्मा, अर्शिया और रीना रावत को कंसोलेशन प्राइज मिला। माँ-बेटे में सबसे अच्छा प्रदर्शन मेदांश और शिवानी गौतम का रहा। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रुद्र और अमित शर्मा, देवांश और शालिनी रहे। चिराग, चंद्रकांता और लविश, तृष्णा ने दूसरा स्थान हासिल किया। राजवीर- पूनम और विश्वजीत-सुनीता ने तृतीय स्थान झटका। अरमान-शैलजा को इस प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। अंत में शांति पाठ द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया।
*बैठक के आयोजन के लिए डीजीपी व पुलिस अधीक्षक सोलन का किया धन्यवाद प्रदेश पुलिस पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार धनीराम तंनवर ने बताया कि पुलिस हैडक्वाटर द्वारा जो दिशा निर्देश पूरे हिमाचल के पुलिस अध्यक्षों को जारी हुए थे उनके मुताबिक सोलन पुलिस लाइन के मीटिंग हॉल में एडिशनल एसपी राजकुमार साहब की अध्यक्षता में पुरे जिला के पुलिस पेंशनर के साथ मीटिंग आयोजित की गई, जिसमें सर्वप्रथम संगठन द्वारा डी,जी,पी व पुलिस अधीक्षक सोलन का इस पहली मीटिंग के आयोजन पर धन्यवाद किया गया व अपनी पुरानी मांगों के बारे संगठन द्वारा अध्यक्ष के सामने प्रस्तुत किया गया। जैसे की पुलिस हैडक्वाटर द्वारा अंतिम सम्मान की पालना करने के लिए मांग रखी गई कि जिस प्रकार के आदेश हेडक्वार्टर द्वारा पूरे प्रदेश में जारी किए गए हैं उनकी पालना पूरी तरह से की जाए ना की अपनी मर्जी या आधा अधूरा सम्मान प्रदान किया जाए और आदेश के मुताबिक इस आदेश की कॉपी को हर जिला के थाना में नोटिस बोर्ड पर लगाया जाए ताकि कोई भी अधिकारी यह ना कह सके कि उन्हें इस प्रकार के आदेश की जानकारी नहीं है जैसा कि पहले से होता रहा है। जब भी कोई पुलिस ऑफिसर थाना के निरीक्षण के लिए जाए तो यह सुनिश्चित किया जाए कि क्या अंतिम सम्मान के आदेश की कॉपी थाना के नोटिस बोर्ड पर लगी है या नहीं। पुलिस थाना और चौकियों में किसी पेंशनर के आने पर उनका पूरी तरह से सम्मान किया जाए और उनकी बात को गंभीरता से सुना जाए उसको सुलझाया जाए,जितने भी मेडिकल बिल पेंशनरों के कई सालों से पेंडिंग पड़े हैं उन्हें जल्दी से जल्दी भुगतान करने का कार्य किया जाए ताकि पुलिस पेंशनर अपना इलाज सही तरीके से समय पर करवा सके। पुलिस कैंटीन जो जिला के पुलिस लाइनों में स्थापित की गई है उसे हर थाना क्षेत्र में किसी निश्चित तिथि को मोबाइल कैंटीन के तौर पर भेजा जाए जहां से पेंशनर अपने नजदीकी स्थान से सस्ता सामान प्राप्त कर सके क्योंकि पुलिस लाइन बहुत से लोगों को सैकड़ो मील दूर पड़ती है। जिन पुलिस पेंशनरों के आइडेंटी कार्ड अभी तक नहीं बनाए गए हैं उन्हें जल्दी से पहचान पत्र तैयार करके दिए जाएं। धनीराम तनवर ने बताया कि एडिशनल साहब ने सभी पुलिस पेंशनर से आग्रह किया कि वह अपराधिक घटनाओं व सभी प्रकार के नशा बेचने व रखने वालों के बारे स्थानीय पुलिस की सहायता करें व उन्हें हर प्रकार का सहयोग दें। बैठक में सेवा निवृत्त पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कंवर , रामकुमार,मदन लाल श्याम लाल ठाकुर ,सतपाल, नेकीराम ,बेद ठाकुर ,जीत सिंह, संतराम चंदेल ,दीप राम ठाकुर ,नागेंद्र ठाकुर, रतिराम शर्मा, ओम ठाकुर ,लेख राम कायथ,पुष्पा सूद, पतराम ,जगदीश ठाकुर, जगदीश गर्ग ,धर्म सिंह ठाकुर, निर्मल ठाकुर सहित लगभग 70 सदस्यों ने भाग लिया।
सांई इंटरनेशनल स्कूल में आज बारहवां स्थापना दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल के सीनियर विंग में हवन का आयोजन किया गया और वहीं जूनियर विंग में केक काटा गया। बच्चों ने हर्षोल्लास के साथ यह दिवस मनाया। एंजल, प्रणवि, सेजल,रिंपल,ओशिन, आरुषि, वर्णिका, दिव्यांशी,अवनि आदि ने सरस्वती वंदना में नृत्य प्रस्तुति दी और कुछ छात्रों ने अलग-अलग ग्रुपों में स्कूल के लिए विशेष शुभकामनाएं दीं। प्रधानाचार्य एवं अन्य अध्यापकों ने यज्ञ में आहुति दी। स्कूल प्रबंधक रमिंदर बाबा ने स्कूल के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन 19 अक्टूबर को 2012 में डिग्री कॉलेज के समीप स्कूल की स्थापना की गई थी। 19 अक्टूबर 2012 में लगाया गया यह पौधा विशाल वृक्ष का रूप ले चुका है। सभी ने कर्तव्य निष्ठां की शपथ ली व प्रण लिया कि वे विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों के साथ शिक्षा प्रदान करेंगे।
त्योहारी सीजन की शुरुआत होते ही नगर निगम सोलन ने कमर कस ली है, त्योहारों में, बाजार में बिकने वाली मिठाईयां पनीर अन्य खाद्य पदार्थों की जांच खाद्य सुरक्षा विभाग के कर्मचारियों द्वारा की जा रही है। अक्सर त्योहारों में मिलावट से बने खाद्य पदार्थों को बेचने के मामले सामने आते हैं, जिसके लिए त्योहारों में सबसे ज्यादा बिकने वाले खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे जा रहे हैं ताकि लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ ना हो। इस बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग नगर निगम सोलन के असिस्टेंट कमिश्नर डॉ अतुल केस्था ने कहा कि इस वर्ष का त्यौहारी सीजन शुरू हो गया है, जिसके लिए सोलन उपायुक्त से हमें आदेश प्राप्त हो चुके हैं, जितने भी मिठाइयां रहेगी दूध से बने उत्पाद रहेंगे तथा बाहरी राज्यों से मिठाइयां हमारी अलग-अलग जगह में बिकती है उसके लिए एसडीएम सोलन के साथ मिलकर एक टीम बनाई जाएगी तथा इसको लेकर पूरे जिले में छापेमारी भी की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि जिन खाद्य पदार्थों पर हमें शक रहेगा उसके सैंपल लेकर जांच की जाएगी अगर जांच के दौरान कोई भी मिठाई व खाद्य सामग्री जांच के दौरान खाने योग्य नहीं हुई या उसके आसपास गंदगी पाई जाएगी तो सभी खाद्य पदार्थों को उसी समय नष्ट कर दिया जाएगा ताकि लोगों तक ऐसी चीजे ना पहुंचे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जितने भी मिल्क प्रोडक्ट होते हैं उनका उत्पादन सोलन जिला तथा नगर निगम सोलन मे उतना नहीं होता है जितनी डिमांड होती है। तो इसके लिए बाहरी राज्यों से पनीर, खोवा,मावा इत्यादि को लाया जाता है। इसके लिए विभाग के द्वारा फूड सेफ्टी ऑफिसर को हर समय चौकन्ने रहने को कहा गया है वहीं अगर लोगों, पुलिस अथॉरिटी, तथा जिला प्रशासन से शिकायत मिलती है तो उस पर विभाग के द्वारा कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि नॉन वेजिटेरियन फूड आर्टिकल इसको लेकर भी विभाग सजक है और पिछले महीने इसको लेकर रॉ चिकन व रॉ मटन के चार सैंपल लिए गए थे, जिसकी रिपोर्ट कुछ दिनों में आने वाली है यदि आने वाले समय में कहीं से भी शिकायत प्राप्त होती है या हमें यह पता चलता है कि मटन पुराना हो चुका है या हाइजीन का ध्यान नहीं रखा जा रहा है तो उसकी मौके पर नष्ट कर दिया जाएगा व कार्यवाही की जाएगी।
** लाखों परिवारों की दिवाली में घुलेगी मिठास हिमाचल में फेस्टिव सीजन में महंगाई के बढ़ते बोझ ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है। दिवाली के पहले ही बाजार में महंगाई ने एक तरह से आग लगा दी है। प्रदेश भर के बाजारों में रोज़मर्रा की ज़रूरतों की चीजों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो रही है। त्योहारी सीजन में प्याज के दाम बढ़कर 60 रुपए तक पहुंच गए हैं। टमाटर पहले ही 100 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। वहीं, खाद्य तेल की कीमतें 200 प्रति लीटर तक के आंकड़े को छू रही हैं। आटा-दाल चावल और चीनी के भाव भी सातवें आसमान पर हैं इससे त्योहारी सीजन में बाजार से राशन खरीदना लोगों के लिए मुश्किल होता जा रहा है ।खासकर आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ने से गरीब और निम्न वर्ग के लोगों को जीवन यापन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में प्रदेश के लाखों परिवारों के लिए राहत की खबर ये है कि डिपुओं के जरिए सरकार 100 ग्राम प्रति व्यक्ति अतिरिक्त चीनी का फेस्टिवल कोटा दे सकती है । इसके लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने एक प्रस्ताव सरकार को भेजा है। यहां से मंजूरी मिलते ही 19 लाख से अधिक राशन कार्ड धारकों को चीनी का फेस्टिवल कोटा जारी किया जाएगा। त्योहारी सीजन में मिठाइयों की अधिक डिमांड रहती है, जिससे इन दिनों बाजारों में चीनी की खपत भी ज्यादा रहती है। ऐसे में चीनी का रिटेल भाव भी 48 रुपए किलो तक पहुंच गया है। वहीं, डिपुओं के जरिए लोगों को यही चीनी बाजार से सस्ते रेट पर उपलब्ध कराई जाती है। प्रदेश में 5200 से अधिक डिपुओं के माध्यम से बीपीएल परिवारों को 13 रुपये प्रति किलो के हिसाब से चीनी दी जा रही है। इसी तरह से नॉन टैक्स पेयर एपीएल परिवारों को यही चीनी 33 रुपए प्रति किलो के हिसाब से उपलब्ध हो रही है। वहीं, टैक्स पेयर उपभोक्ताओं को डिपुओं में चीनी प्रति किलो के हिसाब से 44 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। उचित मूल्य की दुकानों के जरिए सरकार प्रति व्यक्ति 500 ग्राम चीनी का कोटा देती है, लेकिन फेस्टिवल सीजन में 100 ग्राम अतिरिक्त चीनी का कोटा मिलने से प्रति व्यक्ति 600 ग्राम चीनी मिलेगी ।
सुबाथू में महर्षि वाल्मीकि जी का 72वां प्रकट दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया ।13 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक प्रातः 04 बजे से लेकर 06 बजे तक परभातफेरी का आयोजन किया गया । प्रभात फेरी में महर्षि वाल्मीकि जी के भजनों का गुणगान किया गया, जिससे पूरे शहर में भक्तिमय माहौल बना रहा।16 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि मंदिर में महाकाव्य रामायण का पाठ आरंभ हुआ और 17 अक्टूबर सुबह 11:00 बजे महाकाव्य रामायण का भोग डाला गया। 17 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जी की विशाल शोभायात्रा 2:00 बजे महर्षि वाल्मीकि मंदिर से आरंभ हुई । शोभा यात्रा का शुभाराम समाज सेवी तरसेम भारती( भारतीय जनता पार्टी) ने किया । शोभा यात्रा मंदिर प्रांगण से होकर लोवर बाजार, चौक बाजार, अपर बाजार, बस स्टैंड, कश्मीरी मोहल्ला से होते हुए वापिस मंदिर पहुंचे। शोभा यात्रा में बैंड पार्टी, ढोल तासे , महर्षि वाल्मीकि जी का स्वरूप और मुख्य आकर्षण का केंद्र बोलती झांकी ( लव कुश , राम लक्ष्मण, हनुमान, भरत शत्रुघ्न ) और काशू आर्ट ग्रुप दतियार ने महाकाली की झांकी, महादेव की भस्म आरती, बजरंग बली हनुमान की झांकी ने सबका मन मोह लिया। महर्षि वाल्मीकि जी के भजनों से पूरे शहर में भक्तिमय माहौल बना रहा।18 अक्टूबर को मंदिर में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया । वाल्मीकि सभा सुबाथू के कार्यकारिणी सदस्य कुलदीप थावरिया, रवि कुमार , अनिल गिल ,शिव कल्याण ,सचिव सुमित गिल ने सभी पहुंचे भक्तजनों का धन्यवाद किया।
सोलन/सन्नी गौतम: स्वयं को सोलन की देवभूमि अपार्टमेंट में एक फ्लैट का मालिक बताने वाले एक व्यक्ति ने कोटलानाला निवासी एक व्यक्ति को दस लाख का चूना लगा दिया। इस मामले में पीड़ित की शिकायत पर सदर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।सोलन के सदर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को दी गई शिकायत में कोटलानाला निवास संजय शर्मा ने बताया कि धीरज शर्मा नामक एक व्यक्ति ने स्वयं को देवभूमि अपार्टमेंट में एक फ्लैट का स्वामी बताते हुए गत वर्ष उसके साथ फ्लैट हस्तांतरित करने का सौदा किया था। इस पर इसने बैंक चैक के माध्यम से कुल 10 लाख रुपये बयाना राशि के रुप में धीरज शर्मा को प्रदान दिए थे। धीरज शर्मा ने उपरोक्त राशि के प्राप्त होने के 15 दिनों के भीतर उपरोक्त फ्लैट को इसके नाम हस्तांतरित करने का आश्वासन दिया था ।परन्तु 15 दिन बीतने के बावजूद धीरज ने न तो फ्लैट ही उसके नाम किया और न ही उसके रुपये लौटाए। इस बीच उसने मामूली धनराशि उसे अवश्य लौटाई। संजय शर्मा की शिकायत सदर पुलिस थाने में धीरज शर्माके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
**पथ संचलन के दौरान कुनिहार बाजार में जगह -जगह लोगो ने की पुष्प वर्षा कुनिहार में राष्ट्र सेविका समिति कुनिहार नगर द्वारा शस्त्र पूजन व पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जयंती शर्मा ने की तो वहीं ऊषा शर्मा व राष्ट्र सेविका समिति प्रांत संचालिका कमलेश शर्मा विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। सर्व प्रथम शस्त्र पूजन व ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। राष्ट्र सेवा समिति कुनिहार नगर की ओर से ज्योति ने सभी अतिथियों का कार्यक्रम में पहुंचने पर आभार व्यक्त किया। भारत की प्राण शक्ति वंदेमातरम इस विषय पर कार्यक्रम की बौद्धिक वक्ता डॉ मुक्ता ने बताया भारत यानी राष्ट्र ये मातृभूमि ,भारत भूमि का मेरुदंड रीढ़ की हड्डी धर्म हैं। दो शब्दों और 6 अक्षरों से बना यह उदघोष बंदे मातरम इस राष्ट्र की प्राण शक्ति है। उन्होंने बताया कि विवेकानंद जी ने कहा था कि भारत की प्राण शक्ति कभी अक्रांत नहीं हुई। डॉ मुक्ता ने अपने वक्तव्य में अनेक राष्ट्र भक्ति के विचारों से सेविकाओं को अवगत करवाया। कार्यक्रम की अध्यक्षा जयंती शर्मा ने कहा कि इस तरह का अंतर्राष्ट्रीय स्तर का महिला संगठन जो महिलाओं के सर्वांगीण विकास हेतु कार्यरत है हम सभी को भी ऐसे संगठन का हिस्सा बनना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम स्थल तालाब मैदान से सभी सेविकाओं ने पथ संचलन में भाग लिया। बैंड की मधुर धुन पर कदम ताल करते हुए सेविकाएं पथ संचलन करते हुए पुराना बस अड्डा कुनिहार से पूरे बाजार से होते हुए वापिस कार्यक्रम स्थल पहुंची ,पूरे बाजार में जगह जगह सेविकाओं पर पुष्प बरसाए गए। इस कार्यक्रम में लगभग 170 सेविकाओं ने भाग लिया।
कुनिहार: जिला पेंशनर्ज एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन जिला सोलन के अध्यक्ष के डी शर्मा व जिला महा सचिव जगदीश पंवर ने अपने संयुक्त बयान में कहा है कि जिला कार्यकारिणी का चुनाव जो सितम्बर माह में होना अपेक्षित था। वह चुनाव 25 अक्तूबर (शुक्रवार) को मनसा माता मन्दिर परिसर धर्मपुर जिला सोलन में किया जाना निर्धारित किया गया है। उन्होंने समस्त जिला कार्यकारिणी पदाधिकारी तथा जिला के 11यूनिटों के तमाम प्रतिनिनियों (डेलीगेटस) से अपील की है कि दिनांक 25 अक्तुबर को सुबह ठीक 11 बजे मनसा माता मंदिर परिसर धर्मपुर में जिला कार्यकारिणी के होने वाले चुनाव में भाग लेना सुनिश्चित करें तथा उपस्थित होकर चुनाव प्रक्रिया को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करे। यह जानकारी जिला पेंशनर्ज एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के जिला मिडिया प्रभारी डीडी कश्यप ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।
** अगले महीने समीक्षा करेंगे सीएम हिमाचल में राजस्व से संबंधित लंबित मामलों का अब जल्द ही निपटारा होगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी लंबित राजस्व मामलों का निपटारा करने के लिए विशेष अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्व लोक अदालतों के माध्यम से लंबित मामलों का निपटारा किया जा रहा है। इसमें और तेजी लाई जाने की आवश्यकता हैं। लोगों को बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने से छुटकारा मिलना चाहिए, जिस पर राजस्व अधिकारियों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। सीएम सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को घर द्वार पर सुविधाएं देने के लिए वचनबद्ध है और लंबित राजस्व मामलों का निपटारा करना अति आवश्यक है।उन्होंने सभी मंडलायुक्तों और उपायुक्तों को दुरूस्ती से सभी लंबित मामलों का 31 अक्टूबर, 2024 तक निपटारा करने के निर्देश दिए हैं, जिसकी समीक्षा नवंबर महीने में की जाएगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सभी उपायुक्त लंबित राजस्व मामलों की समीक्षा के लिए अपने जिलों में एक-एक नोडल अधिकारी की तैनाती करें। इसकी सूचना डीसी को सरकार को भेजनी होगी, ताकि लंबित मामलों को समय सीमा के भीतर निपटाया जा सके। उन्होंने कहा कि राजस्व मामलों के निपटारे के लिए उपायुक्तों को नायब तहसीलदार तक खाली पड़े पदों को भरने की शक्तियां प्रदान की गई हैं। इसके लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह नवंबर माह में इस मामले की दोबारा समीक्षा करेंगे। सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने आपदा प्रभावितों के लिए विशेष राहत पैकेज के रूप में 4500 करोड़ रुपए जारी किए हैं। इस धनराशि से प्रभावित परिवारों की सहायता करने को कहा गया है, ताकि प्रभावित परिवारों को समय पर छत नसीब हो सके। बता दें कि पिछले साल मानसून सीजन में 500 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा 10 करोड़ रुपए की सार्वजनिक और निजी संपत्ति का नुकसान हुआ था। पिछली बरसात में 23 हजार परिवार प्रभावित हुए थे, जिनके पुनर्वास के लिए प्रदेश सरकार ने 4,500 करोड़ रुपए का आपदा राहत पैकेज लागू किया है। इस पैकेज के तहत पूरी तरह से नष्ट हो चुके घरों के लिए मुआवजे की राशि 1.30 लाख रुपए से बढ़ाकर 7 लाख रुपए किया गया है।
कसौली/हेमेन्द्र कंवर: धर्मपुर ब्लॉक के तहत गुल्हाडी पंचायत के गांव छटेरा में ग्रामीणों के विरोध के बाद पानी का व्यवसायिक बोर करने आई मशीन को मौके से हटाया गया। उल्लेखनीय है कि गांव में चल रहे एक होटल निर्माण बिना पंचायत की एनओसी के पानी का बोर कर रहे थे, जिस पर ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तथा इसकी शिकायत पंचायत प्रधान ,पुलिस व जलशक्ति विभाग से की गई, जिस पर तुरन्त कार्रवाई करते हुए पंचायत उपप्रधान दिनेश गोवेर्धन, पंच रेखा तथा पुलिस मौके पर पहुची तथा बोर मशीन को रुकवाया गया। एनओसी मांगे जाने पर वहां मौजूद होटल के कर्मचारी एनओसी न दिखा पाए।जिसके बाद बोर मशीन को वापिस भेज़ा गया तथा होटल कर्मचारियों को चेतावनी दी गई कि यदि भविष्य में बिना पंचायत की अनुमति के बोर करने की कोशिश की गई तो उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं पंचायत उपप्रधान ने कहा कि छटेरा गांव में गर्मियों में पानी की काफी किल्लत आती है सभी ग्रामीण यहां के दो प्राकृतिक स्त्रोत (बावड़ी) पर निर्भर रहते है यदि कोई भी व्यवसायी यहाँ व्यवसाय के दृष्टिगत पानी का बोर करवाता है तो इसका सीधा असर प्राकृतिक स्तोत्रों पर पड़ेगा और ग्रामीणों को पानी से वंचित होना पड़ सकता है। ग्रामीणों ने भी पंचायत प्रतिनिधि को साफ शब्दों में कहा है कि हम अपने बच्चों का भविष्य खतरे में नही डाल सकते।इसलिए भविष्य में भी पंचायत छटेरा गांव में किसी भी तरह की बोर के लिए अनुमति न दे। इस पर पंचायत उपप्रधान ने भी कहा कि सरकार द्वारा केवल घरेलू इस्तेमाल के लिए बोर ओपन किये गए है,व्यवसायिक गतिविधियों के लिए पंचायत की एनओसी आवश्यक है।
हिमाचल प्रदेश सरकार की युवाओं के लिए विदेश में रोजगार के अवसर प्रदान करने की पहल के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। आज इस योजना के अंतर्गत पांच युवाओं का पहला बैच अपनी नई भूमिका शुरू करने के लिए सऊदी अरब पहुंच गया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इन युवाओं को 31 अगस्त, 2024 को शिमला में नियुक्ति पत्र प्रदान किए थे। इन युवाओं में ऊना जिला के रजत कुमार, सुनील कुमार, जसप्रीत सिंह और अभिनव तथा जिला हमीरपुर के दिनेश शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेश में रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने यूएई स्थित दुबई में ईएफएस फैसिलिटीज़ सर्विसिज ग्रुप लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया है। दिसम्बर, 2023 में मुख्यमंत्री की दुबई यात्रा के उपरांत इएफएस ने विदेश भर्ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हिमाचल से 15-20 प्रतिशत भर्तियां करने का लक्ष्य रखा है। इसके अंतर्गत आतिथ्य, तकनीकी सेवाओं, हाउस कीपिंग, खाद्य व पेय पदार्थ और कार्यालय सहायक जैसे क्षेत्रों में प्रदेश से प्रतिवर्ष लगभग 1000 उम्मीदवारों को दुबई में रोजगार दिया जाएगा। इसके अलावा, श्रम एवं रोजगार विभाग को विदेश में कार्य कर रहे युवाओं का कुशलक्षेम सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं। यह प्रदेश सरकार की विदेश में राज्य के युवाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार ने सिर्फ 20 माह के अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी क्षेत्र में 31000 पद सृजित किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को विदेश में रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए भी सकारात्मक दृष्टिकोण से कार्य कर रही है ताकि भविष्य में अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार के लिए विदेश में और अवसर प्राप्त हो। इस पहल से राज्य के युवा ऐजेंटों के शोषण से बचेगें और विदेश में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने स्वरोजगार को और अधिक बढ़ावा देने के लिए राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना भी आरम्भ की है। इस योजना से राज्य के युवा स्वयं के उद्यम और स्थायी आजीविका अर्जन के लिए प्रेरित होंगे और आत्मनिर्भर बनेंगे।
सोलन/सन्नी गौतम: प्रदेश पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर ड्रंक एंड ड्राइव के ख़िलाफ़ चलाये गये अभियान में सोलन पुलिस का प्रदर्शन पूरे प्रदेश में सर्वोत्तम रहा है। विगत एक वर्ष की अवधि के दौरान जिला सोलन पुलिस द्वारा जन-साधारण को सुरक्षित एवं भय मुक्त वातावरण उपलब्ध करवाने में सफलता हासिल की है। इसी क्रम में शराब पीकर वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध 24 सितंबर से 8 अक्टूबर तक चलाये गये 15 दिवसीय प्रदेश व्यापी अभियान के दौरान जिला सोलन पुलिस द्वारा नशेड़ी चालकों के बिरूद्ध सबसे सख़्त कार्रवाई की गई है । इस अभियान के दौरान जिला सोलन पुलिस द्वारा अन्य जिलों की अपेक्षा शराब पीकर वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध सबसे अधिक कार्रवाई करते हुए पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है। इस अभियान के दौरान जिला पुलिस द्वारा सर्वाधिक कुल 218 चालान किये गये, जिनमें 57 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। शराब के नशे में वाहन चलाने वाले कुल 133 चालकों के ड्राईविंग लाईसैन्सों को रद्द करने के लिये सन्बन्धित विभागों को भेजा गया हैं। जो भी सभी ज़िलों में सबसे ज़्यादा है। इस प्रकार जिला पुलिस का नशेड़ियों, असमाजिक तत्वों, चोरों तथा नशा कारोबारियों के विरूद्ध अभियान लगातार जारी है। जिला पुलिस जन साधारण की जान-माल की सुरक्षा तथा उन्हें भय मुक्त वातावरण उपलब्ध करवाने के लिये प्रतिबद्ध है।
हिमाचल प्रदेश में सिरमौर पुलिस ने लाखों रुपए की ऑनलाइन ठगी के मामले में एक आरोपी को धर दबोचा है।आरोपी को बिहार से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने एजेंसी दिलाने के नाम पर पीड़ित से 30.87 लाख रुपए की ठगी की थी। आरोपी के खाते में ठगी के लाखों रुपए की ट्रांजेक्शन भी हुई है। मामले में गठित एसआईटी इस पूरे मामले की गहनता से जांच में जुटी हुई है। मामला सदर पुलिस थाना नाहन से जुड़ा है। एएसपी सिरमौर योगेश रोल्टा ने बताया कि गत 23 सितंबर को नाहन पुलिस थाने में पीयूष गुप्ता निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी नाहन ने इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई थीं। शिकायत के मुताबिक पीयूष गुप्ता के साथ ‘कीया’ की एजेंसी दिलाने के नाम पर 30.87 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी हुई। इस पर पुलिस ने केस दर्ज किया। मामले की जांच के लिए नाहन शहर की गुन्नूघाट पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई सुरेश मेहता के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई। एसआईटी ने जांच के दौरान इस मामले में आरोपी अनुराग गौतम निवासी बेगूसराय, बिहार को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि आरोपी के खाते में ठगी के करीब 26.65 लाख रुपए की ट्रांसजेक्शन हुई है। अब एसआईटी इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। पूछताछ के बाद सामने आएगा कि शातिर किस तरह से ऑनलाइन ठगी को अंजाम देते थे और कौन-कौन इस गिरोह में शामिल हैं।
हिमाचल के पालमपुर में मुख्य एसडीआरएफ प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण आपदा की घटनाओं में वृद्धि हुई है। इसलिए आपदाओं का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित कर हमें इन चुनौतियों के साथ जीना सीखना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्याप्त धनराशि व्यय कर लोगों को आपदा से निपटने की तैयारियों के बारे में जागरूक कर रही है और आपदा से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए कई उपाय अपनाए जा रहे हैं। आपदा की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्राधिकरण को सदैव तैयार रहना चाहिए। इस दिशा में फ्रांस की एजेंसी एएफडी के सहयोग से 800 करोड़ रुपये की परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है और मिटीगेशन फंड से 500 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पालमपुर में एक मुख्य एसडीआरएफ प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने की घोषणा भी की है। सीएम सुक्खू ने कहा कि पिछले साल मानसून के दौरान प्रदेश के लोगों ने तबाही का मंजर देखा, जिसमें 500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और 10 हजार करोड़ रुपये की सार्वजनिक और निजी संपत्ति का नुकसान हुआ था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से किसी प्रकार की वित्तीय सहायता न मिलने के बावजूद राज्य सरकार ने 23 हजार प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया और 4,500 करोड़ रुपये का आपदा राहत पैकेज लागू किया है। इस पैकेज के तहत पूरी तरह से नष्ट हो चुके घरों के लिए मुआवजे की राशि 1.30 लाख रुपये से बढ़ाकर सात लाख रुपए की गई है। मुख्यमंत्री ने आपदा राहत प्रयासों में राजनीतिक हस्तक्षेप की आलोचना करते हुए कहा कि प्रदेश को अभी तक आपदा उपरांत आवश्यकता आकलन (पीडीएनए) के 10 हजार करोड़ रुपये नहीं मिले हैं। विपक्ष की ओर से खड़ी की गई हर बाधाओं के बावजूद उनके निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप इस दिशा में कुछ प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मामलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए और प्रभावित लोगों को पूरी सहायता प्रदान की जानी चाहिए। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 72 घंटे तक उन्होंने स्वयं आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर बचाव व राहत कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से राज्य से 75 हजार पर्यटकों और 15 हजार वाहनों को सुरक्षित निकालने का अभियान चलाया। सीएम ने कहा कि इतनी बड़ी प्राकृतिक आपदा के बावजूद 48 घंटों के भीतर, बिजली, पानी और संचार जैसी आवश्यक सेवाओं को अस्थायी रूप से बहाल किया गया. जिससे राहत कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिली। राज्य सरकार ने किसानों, विशेष रूप से सेब उत्पादकों की उपज को सुरक्षित रूप से मंडियों तक पहुंचाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की, ताकि उन्हें अपने उत्पादों के बेहतर दाम मिले। विश्व बैंक, नीति आयोग और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने राज्य के प्रभावी आपदा प्रबंधन कार्यों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने आपदा के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी की अगुवाई में प्रदेश सरकार ने लाहौल-स्पीति जिले के चंद्रताल से 303 फंसे पर्यटकों को सफलतापूर्वक बचाया और सभी पर्यटकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की गई।
हिमाचल प्रदेश में फेस्टिव सीजन में सुक्खू सरकार ने सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को 4 फीसदी डीए देने के साथ पेंडिंग मेडिकल बिलों के भुगतान का ऐलान किया है। वहीं, कर्मचारियों और पेंशनर्स को अगले महीने यानी नवंबर में दी जाने वाली सैलरी और पेंशन को भी एडवांस में दिवाली से पहले 28 अक्टूबर को देने की घोषणा की गई है। ऐसे में त्योहारी सीजन में कई सौगातें एक साथ मिलने पर लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स की नाराजगी सरकार के प्रति कुछ हद तक दूर हो गई है। फेस्टिवल सीजन में 4 फीसदी डीए की किश्त देने, पेंडिंग मेडिकल बिलों के भुगतान और अगले महीने की सैलरी और पेंशन एडवांस में 28 अक्टूबर को डाले जाने के ऐलान से कर्मचारी और पेंशनर्स खुश हैं, लेकिन इसके साथ ही कुछ लंबित मांगों को लेकर सचिवालय कर्मचारियों का आज दोपहर बाद 1.30 जनरल हाउस होने जा रहा है, जिसमें सीएम सुक्खू की सरकार की ओर से कर्मचारी डीए की 4 फीसदी किश्त देने सहित एडवांस सैलरी और पेंशन सहित मेडिकल बिलों के बिलों के भुगतान करने के फैसले पर मुख्यमंत्री का धन्यवाद करेंगे।इसके साथ ही कर्मचारियों की अन्य लंबित मांगे भी सरकार के ध्यान में लाई जाएंगी। हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं परिसंघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कर्मचारियों और पेंशनर्स को 4 फीसदी डीए सहित मेडिकल बिलों के भुगतान और अगले महीने की सैलरी और पेंशन एडवांस में 28 अक्टूबर को डाले जाने के ऐलान को लेकर मुख्यमंत्री का आभार जताया है। उन्होंने कहा "जहां तक जनरल हाउस की बात है तो ये पहले से ही प्रस्तावित है। हमने कहा था कि 15 अक्टूबर को जनरल हाउस करेंगे। इस बीच सरकार कुछ देती है तो हम धन्यवाद करेंगे, वरना आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। संजीव शर्मा का कहना है कि जनरल हाउस में कर्मचारियों को 2016 से 2022 के बीच का एरियर के भुगतान, साल में अनुबंध कर्मचारियों को दो बार नियमित करने और आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए नीति बनाने की मांग रखी जाएगी। उनका कहना है कि जनरल हाउस में प्रिविलेज मोशन को वापस लेने की भी मांग रखी जाएगी।
हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर की आरटीओ यानी रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिसर सोना चंदेल ने पंजाब रोडवेज के अमृतसर डिपो-2 के जीएम को नोटिस जारी किया है। इतना ही नहीं संबंधित डिपो की पांवटा साहिब-अमृतसर रूट पर बिना परमिट के चलने वाली एक बस पर 10,000 रुपए का चालान भी किया गया है। आरटीओ की ओर से जीएम को जारी नोटिस में संबंधित बस के ड्राइवर-कंडक्टर को आरटीओ कार्यालय नाहन में तलब किया गया है। आरटीओ ने यह कार्रवाई नाहन निवासी एक यात्री के. टांक की शिकायत पर अमल में लाई है। दरअसल के. टांक ने 18 सितंबर 2024 को इस बाबत आरटीओ सिरमौर को ई-मेल के जरिए पांवटा साहिब-अमृतसर रूट पर पंजाब रोडवेज बस की शिकायत भेजी थी। अमृतसर डिपो-2 की यह बस पांवटा साहिब से शाम 6:25 पर चलती है, जो शाम करीब साढ़े 7 बजे नाहन से 3 किलोमीटर दूर दोसड़का पहुंचती है। टांक ने बताया कि वह प्रतिदिन पांवटा साहिब से नाहन तक सफर करते हैं। आरटीओ को शिकायत करने से कुछ दिन पहले वह इसी बस में पांवटा साहिब से नाहन आ रहे था। बस का रूट पांवटा साहिब-नाहन-अमृतसर था, जैसे ही बस दोसड़का पर पहुंची, तो नाहन आने वाली सवारियों को दोसड़का पर ही उतार दिया गया, जिसमें वह भी शामिल थे. जबकि टिकट की एवज में पैसे पूरे नाहन तक के लिए गए। टांक ने बताया कि इसको लेकर बस के ड्राइवर-कंडक्टर देरी का बहाना बनाकर नाहन न आकर दोसड़का से ही बस लेकर अपने निर्धारित गंतव्य की तरफ निकल गए। यही नहीं 100 रुपए पूरा किराया वसूलने के बाद जो टिकट उन्हें दिया गया, उस पर भी बस का रूट पांवटा साहिब-नाहन दर्शाया गया है। इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत आरटीओ नाहन कार्यालय से की। शिकायत पर आरटीओ सिरमौर ने न केवल बिना परमिट पर संबंधित बस का 10,000 रुपए का चालान किया, बल्कि गत 7 अक्टूबर 2024 को पंजाब रोडवेज अमृतसर-2 के जीएम को भी कें. टांक की शिकायत के साथ एक नोटिस जारी किया। नोटिस में कहा गया है कि इस शिकायत के अलावा टेलीफोन पर भी इस बारे में काफी शिकायतें मिल रही हैं। वहीं, अमृतसर डिपो की बसों के नाहन-दोसड़का से रूट बदलने की सूचनाएं भी बार-बार मिल रही हैं। इसके चलते यात्रियों खासकर बुजुर्गों, बच्चों व महिलाओं को सामान सहित दोसड़का में उतारा जा रहा है, जबकि उनसे नाहन तक का किराया पूरा वसूल किया जा रहा है। नोटिस में जीएम से कहा गया कि पंजाब रोडवेज बस के ड्राइवर-कंडक्टर को 16 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे आरटीओ कार्यालय नाहन में उपस्थित होने और इस लापरवाही के कारणों को बताने का निर्देश दें। साथ ही यह भी कहा गया कि संबंधित बसों को नाहन के जरिए अपने निर्धारित मार्ग पर बस चलाने के लिए भी निर्देशित करें। ऐसा न होने की सूरत में आरटीओ कार्यालय एमवी एक्ट 1998 के प्रावधानों और उसके तहत बनाए गए नियमों के तहत आवश्यक कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा।
पेंशनर एसोसिएसन कुनिहार की मासिक बैठक आज एसोसिएसन के प्रधान विनोद जोशी की अध्यक्षता में पेंशनर भवन कुनिहार में आयोजित की गई। बैठक में सर्व प्रथम 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता देने पर सरकार का आभार प्रकट किया तथा सरकार से अनुरोध किया गया कि लम्बित बकाया राशि के भुगतान के बारे जल्दी कोई निर्णय लिया जाए। पेंशनरों ने कहा कि 1जनवरी 2016 से 31 दिसंबर 2022 के बीच सेवा निवृत कर्मचारियों के वित्तीय लाभ संशोधित वेतनमान का अभी तक भुगतान नहीं हुआ है, जबकि 1जनवरी 2022 के बाद सेवा निवृत कर्मचारियों को सभी लाभ दिए जा चुके हैं, जो कि अन्याय व पक्षपात वाला निर्णय है। पेंशनरों ने मांग की हैं कि सेवा निवृत कर्मचारियों की ग्रेजुएटी की एवज में 15 वर्ष तक कटने वाली राशि को भी घटा कर दस वर्ष आठ माह के पश्चात पेंशन के साथ समायोजित करने के आदेश किए जाए, क्योंकि यह सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया निर्णय है। पेंशनरों ने कहा कि 65,70 और 75 वर्ष के सेवा निवृत कर्मचारियों के 5,10 और 15 प्रतिशत के लाभ को भी पेंशन में समायोजित किया जाए। इसके अलावा जुलाई 2022 से मार्च 2024 तक का महंगाई भत्ते का एरियर तो दे ही दिया जाए अब भी जो किश्त दी उसके एरियर के बारे में अलग आदेश के लिए कहा गया है। पेंशनरों ने मांग की हैं कि महंगाई भत्ते की किश्त का एरियर तो कम से कम साथ देना ही चाहिए। एसोसिएसन के प्रधान विनोद जोशी ने सभी पेंशनरों का बैठक में पहुंचने के लिए धन्यवाद किया। इस बैठक में विनोद जोशी के अलावा गोपाल सिंह, ज्ञान चंद, के एल तनवर, दिला राम पंवर, राम स्वरूप, विजय सिंह कंवर, डी एन परिहार, दीपराम ठाकुर आदि मौजूद रहे।
बी एल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार में रविवार से सात दिवसीय एन एस एस वार्षिक शिविर का शुभारम्भ किया गया I इस सात दिवसीय एन एस एस वार्षिक शिविर के समारोह में गोपाल शर्मा विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की I मंच का संचालन करते हुए मीरा कौशल ने मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि विद्यालय प्रधानाचार्य पुर्शोतम लाल व मुख्याध्यापिका सुषमा शर्मा का स्वागत किया I मुख्य अतिथि ने विधिवत ध्वजारोहण करके सात दिवसीय एन एस एस वार्षिक शिविर का शुभारम्भ किया I एन एस एस प्रभारी पूनम शर्मा ने बताया की यह शिविर 13 अक्तूबर से 19 अक्तूबर तक चलेगा, जिसमे 33 स्वयंसेवक भाग ले रहे है I उन्होंने बताया कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया, उसके उपरान्त स्वयंसेवकों द्वारा एन एस एस गान प्रस्तुत किया गया I एन एस एस प्रभारी पूनम शर्मा और पुर्शोतम लाल गुलेरिया ने मुख्यातिथि को एन एस एस कैप , बैच और समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया I साथ ही इस समारोह के विशिष्ट अतिथि पुर्शोतम लाल और सुषमा शर्मा को भी एन एस ऍस प्रभारी और अध्यापको द्वारा सम्मानित किया गया I मुख्य अतिथि गोपाल शर्मा ने अपने वक्तव्य में एन एस एस स्वयंसेवकों को एन एस एस के बारे में अवगत कराया गया तथा साथ ही स्वच्छ भारत अभियान तथा सामाज की सेवा करने व् आपसी भाईचारा बनाए रखने में स्वयंसेवकों को जानकारी प्रदान की, जिससे हम एक अच्छा समाज बना कर देश के निर्माण में अपना योगदान दे सकते है I विद्यालय प्रधानाचार्य ने बताया कि एन एस एस विशेष शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, सामाजिक कार्यकर्ता, प्रधान ग्राम पंचायत हाटकोट आदि व्यक्तियो के रूप में एन एस एस के स्वयंसेवकों को अपना अपना ज्ञान साँझा करेंगे I एन एस एस स्वंयसेवक इस शिविर के दौरान गोद लिए गावं हाटकोट, हॉस्पिटल, पुलिस थाना, मंदिर तालाब, ठाकुर द्वारा और गौशाला आदि स्थानों में जाकर सफाई भी करेंगे I विद्यालय के समस्त अध्यापक वर्ग ने भी एन एस एस वार्षिक शिविर के शुभारम्भ पर सभी स्वयंसेवकों को बधाई दी I इस शिविर के शुभारम्भ पर एन एस एस स्वयंसेवकों द्वारा सांकृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए I मंच का संचालन करते हुए मीरा कौशल ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि व अन्य सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर अध्यापक ईशान भाटिया , सुमन कुमारी , मीरा कौशल ,अरुणा शर्मा, रजनी सूद , आरती भरद्वाज भी मौजूद रहे I
हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने दिवाली से पहले जल शक्ति विभाग में 12 साल का सेवाकाल पूरा कर चुके कर्मचारियों को तोहफा दिया है। प्रदेश सरकार ने 184 जल रक्षकों को अब पंप अटेंडेंट बनाया है। जल शक्ति विभाग ने अनुबंध अवधि पूरी किए जाने के बाद इन्हें पंप अटेंडेंट बनाने का फैसला लिया है। ऐसे में अब दो साल की अनुबंध अवधि पूरी करने के बाद ये सभी कर्मचारी विभाग में रेगुलर किए जाएंगे, जिससे इन्हें राज्य सरकार की ओर से तय वेतन और भत्तों का लाभ मिलेगा। इस तरह से इन कर्मचारियों की अब दिवाली रोशन होने वाली है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने जल रक्षकों के लिए 12 साल की अनुबंध अवधि तय की है, जिन्हें 5400 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है। प्रदेश भर में 184 कर्मचारियों ने 12 साल की तय अवधि को पूरा कर लिया है। इस लिए इन्हें पंप अटेंडेंट बनाया गया है। प्रदेश में इस समय छह हजार जल रक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन जल रक्षक को 60 फीसदी भुगतान जल शक्ति विभाग के माध्यम से मिल रहा है, वहीं 40 फीसदी भुगतान पंचायत करती हैं। हिमाचल प्रदेश में अब भी करीब 700 कर्मचारी ऐसे हैं, जो इस अवधि को पूरा कर रहे हैं और इसी साल दिसंबर तक इनका 12 साल का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। ऐसे में जल शक्ति विभाग को दिसंबर में इन कर्मचारियों को लेकर भी फैसला करना होगा। वहीं, जल रक्षक इस 60-40 के कोटे को खत्म कर खुद को पूरी तरह से जल शक्ति विभाग के अधीन किए जाने की मांग कर रहे हैं। जल रक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रूप लाल ने 184 कर्मचारियों को नियमित करने के फैसले का स्वागत किया है। लेकिन अभी भी जल रक्षकों को 12 साल की अवधि पूरी होने के बाद ही नियमित किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पंप अटेंडेंट बनने वाले सभी कर्मचारियों को बधाई दी है। डिप्टी सीएम ने कहा, "अब कठिन समय पूरा करने वाले सभी कर्मचारियों का भविष्य उज्जवल होगा। राज्य सरकार ने कर्मचारियों को नियमित करने के लिए दो साल की समयावधि तय की है। अब कर्मचारी दो साल के बाद नियमित हो जाएंगे।
मुख्य संसदीय सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लोक निर्माण तथा सूचना एंव जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि मेलों एवं त्यौहारों की परम्परा हमें संस्कृति और इतिहास की गहन जानकारी प्रदान कर भविष्य को बेहतर बनाने में सहायता करती है। संजय अवस्थी गत रात्रि सोलन ज़िला के अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत बातल में दो दिवसीय दशहरा मेला की प्रथम सांस्कृतिक सन्ध्या को सम्बोधित कर रहे थे। संजय अवस्थी ने कहा कि हमारी समृद्ध संस्कृति और हस्तशिल्प समय के साथ यथावत है और इनके संरक्षण में बेहतर भविष्य निहित है। उन्होंने कहा कि संस्कृति और परम्पराएं तथा हस्तशिल्प में समय के साथ बदलाव होते हैं। उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित बनाना होगा कि संस्कृति का मूल स्वरूप बना रहे। संस्कृति, परम्परा तथा हस्तशिल्प को संजोकर न केवल पर्यटन क्षेत्र को नए आयाम दिए जा सकते हैं बल्कि आर्थिक बेहतरी भी प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सांस्कृतिक संरक्षण के माध्यम से पर्यटन क्षेत्र के विस्तार और आर्थिकी की मज़बूती पर बल दे रही है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि अपनी समृद्ध विरासत को सहेज कर रखने में सकारात्मक भूमिका निभाएं। उन्होंने युवाओं से नशे से दूर रहने का आग्रह भी किया। उन्होंने सभी को विजयदश्मी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान राम भारतीय चेतना के कारक हैं और उनके द्वारा स्थापित मार्ग का अनुसरण करना हम सभी का कर्त्वय है। उन्होंने दो दिवसीय बातल दश्हरा मेले की भी सभी क्षेत्रवासियों को बधाई दी। संजय अवस्थी ने इस अवसर पर बातल में मंच निर्माण कार्य के लिए 1.50 लाख रुपए, युवक मंडल बातल के भवन निर्माण कार्य के लिए 1 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की तथा भविष्य में आकलन अनुसार समुचित धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने महिला मंडल शिवरी के भवन निर्माण कार्य के लिए 1 लाख रुपए, पोखटू सामुदायिक भवन निर्माण कार्य के लिए 1 लाख रुपए व आयोजन समिति को 31000 रुपये देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की अन्य मांगों को चरणबद्ध आधार पर पूरा किया जाएगा। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि ग्राम पंचायत बातल के लिए मल निकासी योजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर ली गई है तथा शीघ्र ही इसका कार्य आरम्भ किया जाएगा। उन्होंने क्षेत्र में कचरा प्रबन्धन की आवश्यकता पर भी बल दिया।उन्होंने इस अवसर पर कबड्डी और वॉलीबाल के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया। कबड्डी में धुन्धन की टीम विजेता और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला की टीम उप विजेता रही। विजेता, उप विजेता टीम को क्रमशः 5100 रुपए और 3100 रुपए नगद पुरस्कार के साथ ट्राफी व वॉलीबाल की विजेता पट्टा बरौरी व उप विजेता कुठार की टीमों को 5100 रुपए तथा 3100 रुपए के नगद पुरस्कार के साथ ट्राफी प्रदान की गई। दो दिवसीय दशहरा मेला बातल की प्रथम सांस्कृतिक सन्ध्या में स्थानीय एवं अन्य कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी। खंड कांग्रेस समिति अर्की के अध्यक्ष सतीश कश्यप, नगर पंचायत अर्की के अध्यक्ष अनुज गुप्ता, पार्षदगण, ग्राम पंचायत बातल की प्रधान उर्मिल शर्मा, कांग्रेस पार्टी के विभिन्न पदाधिकारी, नगर पंचायत अर्की की पूर्व अध्यक्ष सीमा शर्मा, ग्राम पंचायत बातल के उप प्रधान भरत शर्मा, मेला समिति के प्रधान रोहित शर्मा व अन्य जन तथा क्षेत्रवासी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कुनिहार में दशहरा वाली रात्रि एक बाईक सड़क किनारे खड़ी इनोवा गाड़ी से टकरा गई, जिसमे बाईक चालक की मौत हो गई। प्राप्त सूचना अनुसार नवीन कुमार पुत्र रमेश चंद निवासी गाँव हाटकोट डा0 कुनिहार तह0 अर्की के ब्यान पर थाना कुनिहार में मामला दर्ज हुआ कि यह अपने कमरे में बैठा हुआ था तो रात इसे अपने घर के बाहर जोर से किसी गाड़ी के टकराने की आवाज सुनाई दी, जिस पर यह एकदम अपने घर से बाहर निकला तो इसने देखा कि इसके घर के सामने जय माँ मंगला हार्डवेयर के बाहर खड़ी गाड़ी INNOVA नम्बर HP 11C-0295 को एक मोटरसाईकल ने टक्कर मार दी तथा मोटरसाईकल वहीं सड़क के साथ पड़ी हुई थी तथा मोटरसाईकल सवार दो लड़के भी वहीं सड़क पर पड़े हुए थे, जिन्हें इस हादसे में काफी चोटे आई हुई थी, जिन्हें स्थानीय लोग ईलाज के लिए कुनिहार अस्पताल ले आए। इसके बाद में मोटरसाईकल चालक का नाम रविन्द्र कुमार गौतम पुत्र कृष्ण चंद गौतम निवासी गांव व डा0 बातल तह0 अर्की जिला सोलन व साथ बैठे व्यक्ति का नाम अनूप कुमार निवासी गोयला व मोटरसाईकल न0 HP11 B-3214 मालूम हुआ, जिस स्थान पर मोटरसाईकल चालक ने सड़क से बाहर जाकर उपरोक्त गाड़ी को टक्कर मारी है वहां पर सड़क काफी चौड़ी है । यह हादसा मोटरसाईकल नम्बर HP 11B-3214 के चालक द्वारा मोटरसाईकल को लापरवाही, तेज रफ्तारी व गलत दिशा में चलाने के कारण हुआ है। प्राप्त सूचना अनुसार रात को दोनो व्यक्ति को ईलाज के बाद घर भेज दिया गया था सुबह उसमें बाइक चालक रविंद्र कुमार गौतम पुत्र कृष्ण चंद्र गौतम निवासी गांव बातल डाकघर बातल तहसील अर्की जिला सोलन की मृत्यु हो गई । पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अर्की अस्पताल में मृतक का पोस्ट मार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। मामले की पुष्टि डी एस पी अशोक चौहान ने की है।
पुलिस पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन जिला सोलन के मुख्य सलाहकार धनीराम तंनवर, प्रधान श्यामलाल ठाकुर, महासचिव सतपाल शर्मा ,दीप राम ठाकुर, नागेंद्र ठाकुर, रतिराम शर्मा, संतराम चंदेल, जसबीर सिंह ,नेकीराम ,वेद ठाकुर ,बीना देवी ,पुष्पा सूद, रूप राम ठाकुर ,आशा राणा, धर्म सिंह ठाकुर ,जीत सिंह, श्यामलाल भाटिया, पतराम पवंर व समस्त कार्यकारिणी ने तथा जिला सोलन के समस्त पुलिस पेंशनरों ने मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा किए जाने का स्वागत और धन्यवाद किया है कि पेंशनरों के सभी वित्तीय लाभ 28 अक्टूबर तक दिवाली से पहले प्रदान कर दिए जाएंगे, जिसमें 4% डी ए, चिकित्सा बिल जो कई सालों से पैडिंग थे उनकी अदायगी करना और जो 75 साल की उम्र से ऊपर के पेंशनर को बकाया साढ़े 22 परसेंट एरियर की राशि प्रदान करना व हर महीने सभी पेंशनर की पेंशन महीने की पहली तारीख को देना इस प्रकार की घोषणा से सभी पेंशनरों में खुशी की लहर है। धनीराम तनवर ने कहा कि रिटायर होने के बाद इस उम्र में सभी पेंशनरों को अपने बकाया वित्तीय लाभ की राशि के भुगतान का इंतजार रहता है ताकि वह अपनी बकाया जिंदगी को अच्छे से गुजार सकेऔर वह अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज समय पर कर सके। संगठन प्रदेश सरकार का फिर से आभार प्रकट करती है कि इस प्रकार की आर्थिक परिस्थितियों पर भी सरकार ने पेंशनरों के लिए यह वित्तीय लाभ देने की घोषणा की है जो बहुत ही काबिले तारीफ है और भविष्य में भी पेंशनर आशा रखते हैं कि इसी प्रकार से इनके वित्तीय लाभ सरकार द्वारा समय-समय पर प्रदान किए जाते रहेंगे।
**दशहरे पर ठोडो मैदान में होगा कुश्ती का आयोजन विजयादशमी के पावन अवसर पर सोलन के ठोडो ग्राउंड में तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। इस बार सोलन के ऐतिहासिक ठोडो ग्राउंड में 40 फुट ऊंचे रावण के साथ-साथ कुंभकरण जिसकी लंबाई 35 और मेघनाथ जिसकी लंबाई 30 फीट हैं इनका दहन होगा। इसके साथ सोलन के ऐतिहासिक ठोडो मैदान में कुश्ती का आयोजन भी किया जाएगा। थोड़ी ही देर में रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों को खड़ा कर दिया जाएगा। पहली बार पुतलों का निर्माण करने पंजाब के भटिंडा से सोलन पहुंचे कारीगर बबलू का कहना है कि वो पिछले 10 सालो से पुतले बनाने का काम कर रहे है और इस बार सोलन में दशहरे के मौके पर उन्हें पुतले बनाने का मौका मिला। बता दे कि इस बार भी रावण का दहन प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एवं सोलन के विधायक धनी राम शांडिल करेंगे।
हिमाचल देशभर समेत हिमाचल प्रदेश में भी आज धूमधाम से दशहरा पर्व मनाया जा रहा है। शाम के समय प्रदेशभर में रावण दहन किया जाएगा। वहीं, हिमाचल प्रदेश का एक ऐसा जिला भी हैं,जहां पर रावण दहन नहीं होगा। प्रदेश के बाकी शहरों की तरह यहां पर जिला स्तरीय दशहरा उत्सव नहीं मनाया जाता है और न ही यहां पर रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले जलाए जाते हैं। हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर शहर में दशहरा पर्व नहीं मनाया जा रहा है और न ही यहां पर विजयदशमी का उत्सव मनाने को लेकर कोई तैयारी की गई है। पिछले 3 सालों से यहां पर दशहरे का त्योहार नहीं मनाया जाता है। हालांकि हमीरपुर शहर में राम नाटक क्लब द्वारा भव्य रामलीला का आयोजन किया जाता है, लेकिन यहां पर रावण दहन नहीं किया जाता है। शहरवासियों ने यहां भी दशहरा पर्व मनाने की प्रशासन से अपील की है। दरअसल हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश हैं कि स्कूल के मैदानों में सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं हो सकते हैं, जिसके चलते हमीरपुर शहर में पिछले तीन सालों से रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले नहीं जलाए जाते हैं। हमीरपुर में दशहरा उत्सव स्कूल मैदान में मनाया जाता था। ऐसे में हाईकोर्ट के फैसले के बाद से स्कूल मैदान में दशहरा उत्सव नहीं मनाया जा रहा है। वहीं, शहर के व्यापारियों और लोगों का कहना है कि हमीरपुर में भी अन्य शहरों की तरह दशहरा उत्सव का आयोजन किया जाना चाहिए। दशहरा कमेटी हमीरपुर के पूर्व प्रधान दीप बजाज का कहना है, "हमीरपुर शहर में दशहरे का सबसे बड़ा पर्व मनाया जाता था। तीन सालों से अब तक हाईकोर्ट के आदेशों के बाद बाल स्कूल के मैदान में गतिविधियां नहीं हो पा रही है। इसके साथ ही बाल स्कूल मैदान में कोरियन ग्रास लगाए जाने से भी मैदान में कोई कार्यक्रम नहीं हो पा रहा है। हमीरपुर शहर के लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि हमीरपुर में भी दशहरे का आयोजन किया जाना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश में अब तय समय अवधि ही नहीं, परीक्षा परिणाम भी शिक्षकों की पदोन्नति का आधार बनेगा। कम परीक्षा परिणाम देने वाले शिक्षकों की एसीआर में निगेटिव टिप्पणी भी लिखी जाएगी। प्रदेश सरकार ने पदोन्नति और एसीआर से जुड़ी पुरानी व्यवस्था को बदल दिया है। लगातार प्रदर्शन में गिरावट आने पर शिक्षकों की वेतन वृद्धि भी रोकी जाएगी। प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा देने और शिक्षकों की जवाबदेही तय करने के लिए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विभागीय अधिकारियों को इस बाबत निर्देश जारी किए हैं। अभी तक एसीआर में नकारात्मक टिप्पणी करने का प्रावधान नहीं था। इस वर्ष से पुरानी व्यवस्था में बदलाव करते हुए नए प्रावधान कर दिए गए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश का प्रदर्शन लगातार कम होता जा रहा है। नेशनल अचीवमेंट सर्वे में देश में हिमाचल 21वें स्थान पर पहुंच गया है। प्रदेश की गिनती कुछ वर्ष पहले तक टॉप तीन राज्यों में हाेती थी। सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या में भी बड़ी कमी आई है। बीते दो दशकों में सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या में 5 लाख से अधिक की कमी आई है। इस कारण प्रदेश में बीते दिनों 500 से अधिक स्कूलों को मर्ज भी करना पड़ा है। इन कमियों को दूर करते हुए अब सरकार ने शिक्षकों की जवाबदेही तय करने के लिए कड़े फैसले लिए हैं। इसी कड़ी में पदोन्नति को परीक्षा परिणाम के साथ जोड़ा गया है। अब पदोन्नति सिर्फ तय समय अवधि पूरी करने पर ही नहीं मिलेगी। परीक्षा परिणाम को भी आंका जाएगा। इसके अलावा शिक्षकों की एसीआर में भी कम परिणाम को दर्ज किया जाएगा। निगेटिव टिप्पणियां भी अब एसीआर में की जाएंगी। बीते दिनों ही स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा के नतीजों में 25 फीसदी से कम परिणाम देने वाले 116 स्कूलोंं के 250 शिक्षकों को नोटिस जारी हुए हैं। इन प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों (टीजीटी) को इस बार वार्षिक इंक्रीमेंट नहीं मिलेगी। कुल 116 स्कूलों में 30 स्कूल ऐसे भी हैं, जहां परीक्षा परिणाम शून्य रहा है। भविष्य में इस तरह के परिणाम ना आए, इसके लिए शिक्षकों को सतर्क करने के लिए पदोन्नति और एसीआर से परीक्षा परिणाम को जोड़ा गया है।
सोलन: दयानंद आदर्श विद्यालय के प्रांगण में 8 अक्टूबर 2024 को सीनियर सेक्शन किंडर गार्डन के प्री नर्सरी, नर्सरी, एलकेजी यूकेजी व फर्स्ट के नन्हे मुन्ने बच्चों के लिए फैंसी ड्रेस व सोलो डांस कंपटीशन का आयोजन किया गया। प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने बताया कि इसका आयोजन अनुराधा,रीता व ममता के मार्गदर्शन में करवाया गया। कार्यक्रम का आगाज दीप प्रज्वलन व वैदिक मंत्र उच्चारण द्वारा किया गया। इसके साथ साथ कार्यक्रम का मंचन प्लस टू की छात्रा अनरज्ञा दीवान द्वारा किया गया। प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों में आत्मविश्वास व प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत होती है। और उनके व्यक्तित्व में निखार आता है। प्री नर्सरी में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में आधृत को हिमाचली लड़के के रूप में प्रथम , आदिव को मिस्टर शशि भूषण मित्तल के रूप में सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। नर्सरी क्लास की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में शानवी को प्रिंसिपल मैम के रूप में, अनायरा को भारत माता, युवान को स्वामी दयानन्द के रूप में प्रथम स्थान मिला वही माहिरा ने रानी लक्ष्मी बाई, अभियान ने फेसबुक, व्हाट्सप्प, शिवांश को शहीद भगत सिंह के रूप में द्वितीय स्थान मिला और रितिका ने बटरफ्लाई , युवराज ने ॐ स्कूल फ्लैग की भूमिका ऐडा कर तृतीय स्थान झटका। एल. के. जी. के सोलो डांस कंपटीशन में छात्र केटेगरी में काव्यांश चौहान व लक्ष्य प्रथम, महावित गुप्ता द्वितीय, और दिवेश व अर्श बंसल तृतीय स्थान पर रहे।छात्रा वर्ग में अमायरा व ख्याति प्रथम, अविका व आराध्या द्वितीय और आरुषि तृतीय स्थान पर रही। यूकेजी के सोलो डांस कंपटीशन में नव्या, रितिका व आशना प्रथम, रिद्धि राठौर व गुंजन द्वितीय, निविदाया व आरोही तृतीया और निहान को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। फर्स्ट क्लास के सोलो डांस कंपटीशन में लड़कों में अद्वैत व सूर्य प्रथम, काव्यांश वियान कश्यप व सूर्यांश द्वितीय व ऋत्विक, पार्थ व वियान तृतीय स्थान पर रहे। लड़कियाँ एम. अंशिका को उत्कृष्ट कलाकार का पुरस्कार मिला, श्रीचा प्रथम, केदारा द्वितीय और शारिका तृतीय स्थान पर रहीं। प्रिंसिपल ऊषा मित्तल ने सभी विजेताओं को बधाई दी और अभिभावकों का धन्यवाद देते हुए उनसे आग्रह किया कि वह अपने बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। अभिभावकों ने अपने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए। कहा कि उनके बच्चे ऐसे विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जहां बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ मोरल वैल्यूज भी दी जाती हैl कार्यक्रम का समापन शांति पाठ द्वारा किया गया।
शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने बिजली सब्सिडी का युक्तिकरण किया है। उद्योगों को दी जाने वाली बिजली सब्सिडी खत्म करने से सरकार अपने खजाने को ब्रीदिंग स्पेस देना चाहती है, लेकिन इससे उद्योगपति नाराज हो गए हैं। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का दावा है कि सब्सिडी खत्म करने के बावजूद हिमाचल में उद्योगों को पड़ोसी राज्यों से सस्ती बिजली मिल रही है। वहीं,उद्योगपति इस दावे से इनकार करते हुए कह रहे हैं कि बिजली पड़ोसी राज्यों से महंगी है। इसे लेकर भारतीय उद्योग परिसंघ यानी सीआईआई के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में ऊर्जा सचिव राकेश कंवर से भी मुलाकात की है। ऊर्जा सचिव ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया है कि हिमाचल व पड़ोसी राज्यों की बिजली दरों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाएगा। साथ ही इस मामले को सीएम सुक्खू के समक्ष रखा जाएगा। अगले हफ्ते इस मामले में फिर से सीआईआई के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जाएगी। हिमाचल प्रदेश को देश का उर्जा राज्य कहा जाता है। हिमाचल प्रदेश बैंकिंग सिस्टम के जरिए देश के अन्य राज्यों को बिजली सप्लाई करता है। राज्य में पांच नदियां ऐसी हैं, जो बारहमासी हैं। हिमाचल में 24 हजार मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है, लेकिन अभी तक 11209 मेगावाट जल विद्युत ही उत्पादन हो रहा है। राजस्व की बात की जाए तो हिमाचल प्रदेश ने वर्ष 2023-24 में बिजली उत्पादन से 1434 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाया है। हिमाचल में उद्योग जगत सबसे बड़ा बिजली का उपभोक्ता है। उद्योग जगत में 2023-24 में 6382.64 मिलियन यूनिट बिजली की खपत हुई। ये कुल बिजली खपत का 58.26 फीसदी है। ये आंकड़ा दिसंबर 2023 तक का है। यानी उद्योगों को सबसे अधिक बिजली दी जाती है। राज्य सरकार उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए बिजली पर सब्सिडी प्रदान करती है। राज्य सरकार ने इस सब्सिडी का युक्तिकरण किया है। उसके बाद से बिजली महंगी हुई है। सरकार का तर्क है कि बिजली में सब्सिडी से सरकार के खजाने पर सालाना 900 करोड़ रुपए का बोझ पड़ता है। सीएम सुक्खू का कहना है कि राज्य सरकार ने उद्योगों को दी जाने वाली विद्युत सब्सिडी का युक्तिकरण किया है। सीएम का दावा है कि पड़ोसी राज्यों की तुलना में हिमाचल में उद्योगों को सस्ती दर पर पावर सप्लाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि 33 केवी (किलोवाट) से 220 केवी तक की वोल्टेज आपूर्ति वाले बड़े उद्योगों को पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड की तुलना में एक रुपए प्रति यूनिट से अधिक सस्ती दर पर बिजली दी जाएगी। सीएम का कहना है कि राज्य में केवल 159 इंडस्ट्रियल यूनिट्स हैं, जिन्हें 33 केवी से 220 केवी तक बिजली की आपूर्ति की जरूरत है। आंकड़ों के अनुसार हिमाचल में 33 केवी से 220 केवी तक वोल्टेज आपूर्ति के बड़े उद्योगों के अलावा 11 केवी और 22 केवी की वोल्टेज आपूर्ति वाले 2,011 उद्योग है। इन यूनिट्स को भी पड़ोसी राज्यों की तुलना में एक रुपए प्रति यूनिट से अधिक सस्ती दर पर बिजली दी जा रही है। इन उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने विद्युत शुल्क को 16.5 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है। राज्य में कुल 31,298 लघु और मध्यम उद्योग इकाइयां हैं। इन्हें पहले की तरह ही सब्सिडी मिलती रहेगी। हिमाचल प्रदेश में सोलन, सिरमौर, कांगड़ा, ऊना आदि जिलों में सबसे अधिक उद्योग हैं। यहां के उद्योगपति सरकार के बिजली सब्सिडी खत्म करने के फैसले से खुश नहीं हैं। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के निर्वाचन क्षेत्र हरोली में बल्क ड्रग पार्क का निर्माण होना है। यहां हरोली ब्लॉक इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने बिजली सब्सिडी की बहाली की मांग उठाई है। एसोसिएशन के पदाधिकारी राकेश कौशल का कहना है कि ऊना के टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र की नौ इंडस्ट्रियल यूनिट्स जो 33 केवी से 220 केवी की खपत वाली हैं, पर अनुदान खत्म होने से 14 करोड़ रुपए सालाना का बोझ पड़ेगा। यदि सब्सिडी बहाल न हुई तो तालाबंदी कर पलायन की नौबत आ जाएगी। वहीं, हिमाचल प्रदेश स्टील इंडस्ट्री एसोसिएशन के मुखिया मेघराज गर्ग का कहना है कि राज्य सरकार ने दो साल में बिजली की दरों में 46 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। एसोसिएशन के महासचिव राजीव सिंघल का कहना है, हिमाचल में पंजाब के मुकाबले पचास पैसे प्रति यूनिट अधिक रेट है। पंजाब, हरियाणा व जेएंडके सहित उत्तराखंड से अधिक दरें अब हिमाचल की हैं। वहीं, राज्य सरकार के ऊर्जा सचिव राकेश कंवर का कहना है कि पड़ोसी राज्यों की दरों के साथ हिमाचल की दरों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाएगा। उद्योगपतियों के प्रतिनिधियों से साथ फिर से बैठक की जाएगी। उद्योग जगत का कहना है कि हिमाचल में एक रुपए सब्सिडी खत्म होने के बाद बिजली पड़ोसी राज्यों से यहां बिजली महंगी हो गई है। वहीं, सरकार का दावा है कि बिजली अभी भी पड़ोसी राज्यों से सस्ती है। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो हिमाचल प्रदेश में अभी बिजली सब्सिडी खत्म करने के बाद 66 केवी उपभोग वाली इंडस्ट्रियल यूनिट्स को 7.70 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली मिल रही है। ये दरें एक रुपए प्रति यूनिट की सब्सिडी खत्म होने के बाद की हैं। वहीं, इससे पहले 31 मार्च 2023 को ये दर 5.29 पैसे प्रति यूनिट थी। इसमें लोड फैक्टर का भी हिसाब होता है। वहीं, 220 केवी उपभोग करने वाले उद्योगों को अब 7.58 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली मिल रही है। ये पहले 5.19 पैसे प्रति यूनिट थी। वहीं, जेएंडके में ये दर 5.37 पैसे प्रति यूनिट, हरियाणा में 6.76 पैसे प्रति यूनिट व पंजाब में 7.45 पैसे प्रति यूनिट है। ये आंकड़े 24 सितंबर को दरें बढ़ाने के बाद के है। फिलहाल अब उद्योगपतियों को अगले हफ्ते ऊर्जा सचिव के साथ मीटिंग का इंतजार है। राज्य सरकार का दावा है कि सब्सिडी खत्म होने के बाद उसे सालाना अधिकतम 600 करोड़ रुपए बचेंगे। अभी राज्य सरकार सभी उद्योगों को बिजली सब्सिडी पर 900 करोड़ सालाना खर्च कर रही है। इसमें से छोटे यूनिट्स को सब्सिडी जारी है और उनकी बिजली ड्यूटी भी घटाई गई है।
हिमाचल प्रदेश में देहरा में आयोजित हुए राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के बाद सरकार और कर्मचारियों के बीच में तनातनी लगातार बढ़ती जा रही है। आजादी के महापर्व के दिन डीए और संशोधित वेतनमान के एरियर के भुगतान की घोषणा न होने से प्रदेश की कल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने वाले कर्मचारी सरकार से नाराज चल रहे हैं। विभिन्न कर्मचारी महासंघ सरकार से बार-बार डीए और एरियर के भुगतान की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने कर्मचारियों की मांग को गंभीरता से नहीं लिया है। वहीं, सीएम सुक्खू ने स्वस्थ होने के बाद से सचिवालय में अब अपना रूटीन का कार्य संभाल लिया है, जिस पर कर्मचारियों ने सीएम को वार्ता के लिए बुलाए जाने के लिए दो दिन का समय दिया था, जो अब पूरा हो गया है, लेकिन सरकार ने कर्मचारियों को बातचीत के लिए नहीं बुलाया है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं कर्मचारी परिसंघ ने 15 अक्टूबर को जनरल हाउस बुला लिया है। इस दिन फिर से अब सुक्खू सरकार पर कर्मचारियों का गुबार उतरेगा। हिमाचल प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर सचिवालय कर्मचारियों ने 21 और 23 अगस्त को जनरल हाउस बुलाया था, जिसमें सरकार को विधानसभा के मानसून सत्र समाप्त होने के बाद डीए और एरियर के भुगतान किए जाने का अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन कर्मचारियों को सरकार के खिलाफ भाषणबाजी करने पर नोटिस जारी किए गए। यही नहीं कैबिनेट मंत्री के खिलाफ बोलने पर प्रिविलेज मोशन भी लाया गया है। ऐसे में सीएम के साथ वार्ता से पहले कर्मचारी प्रिविलेज मोशन और नोटिस को वापस लेने की भी मांग कर रहे हैं। इस पर भी सरकार की तरफ से कोई फैसला अभी तक नहीं लिया गया है। ऐसे में नाराज चल रहे कर्मचारियों के सब्र का बांध फिर से टूट गया है, जिसके बाद अब 15 अक्टूबर को सचिवालय परिसर में कर्मचारियों का जनरल हाउस होगा। ऐसे में सीएम सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की मुश्किलें फिर से बढ़ सकती हैं। हाल ही में सचिवालय में कर्मचारियों की बैठक हुई थी। हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं कर्मचारी परिसंघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, मीटिंग अब 15 अक्टूबर को जनरल हाउस करने का फैसला लिया गया है। ये जनरल हाउस सचिवालय परिसर में दोपहर बाद 1.30 होगा, जिसमें प्रदेश के विभिन्न विभागों के कर्मचारी संगठन भी जुटेंगे। हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं कर्मचारी परिसंघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा का कहना है,15 अक्टूबर को जनरल हाउस बुलाया गया है। कर्मचारियों के डीए और एरियर के भुगतान को लेकर भी सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया है। इसके अलावा पेंशनर्स को इस महीने 9 तारीख को पेंशन जारी की गई पिछले महीने सितंबर में कर्मचारियों को भी वेतन 5 तारीख को दिया गया। वहीं पेंशनर्स के खाते में भी 10 तारीख पेंशन डाली गई थी। इसलिए अब जनरल हाउस बुलाया गया है, जिसमें आगामी रणनीति तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को उनके 62वें जन्मदिवस पर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने अग्निहोत्री की दीर्घ आयु तथा उत्तम स्वास्थ्य की कामना की है। उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री के समर्पण भाव के साथ प्रदेश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मुकेश अग्निहोत्री इसी प्रकार भविष्य में भी प्रदेश के विकास और कल्याण में प्रतिबद्धता से अपना योगदान सुनिश्चित करेंगे।
डाक विभाग द्वारा आज विश्व डाक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय डाक सप्ताह के अंतर्गत ‘फिट इंडिया फिट पोस्ट’ अभियान के तहत ‘पोस्टाथन वॉक रिले’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डाक अधीक्षक संदीप धर्माणी ने सभी को स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मस्तिष्क रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पोस्टाथन के माध्यम से यह भी संदेश दिया कि दैनिक जीवन में फिटनेस को शामिल करना एक संतुलित और संतुष्टिपूर्ण जीवन के लिए अति आवश्यक है। इसके अतिरिक्त ‘एक पेड़ मां के नाम’ थीम के तहत सभी प्रमुख डाकघरों में वृक्षारोपण अभियान भी चलाया गया। इस अवसर पर डाक विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी गई।
कुनिहार के तालाब मंदिर परिसर में राधे श्याम परिवार संस्था द्वारा आयोजित की जा रही सात दिवसीय भागवत पुराण कथा ज्ञान यज्ञ के छठे दिन प्रसिद्ध कथा वाचक एवं बांके बिहारी विश्व मंगलम सेवा धाम के प्रमुख संस्थापक हरीजी महाराज ने कृष्ण- रुक्मिणी विवाह के प्रसंग सहित कृष्ण की अनेक लीलाओं का व्याख्यान किया। कथा वाचक ने कहा कि कृष्ण बाल्यकाल से ही गवालो के साथ गऊए चराना,गोपियों की मटकियां फोड़ना, गोपियों संग रास लीला करना, मधुर बांसुरी वादन करना, एक उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाना और इंद्र का अभिमान चूर करना जैसी कई अदभुत लीलाएं की। कथा व्यास हरिजी महाराज ने श्रोताओं को कृष्ण और रुक्मिणी के विवाह का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि रुक्मिणी कई रूपों में प्रकट हुई है और हर रूप में नारायण का ही वर्णन करती है। रुक्मिणी का भाई रुक्मिणी का विवाह शीशपाल से करवाना चाहता था सारे नगरों में शादी के कार्ड बांटने शुरू हो गए लेकिन रुक्मिणी तो मन से कृष्ण को अपना वर मानती थी। रुक्मिणी ने कृष्ण को खत लिखा कि मेरा भाई मेरी शादी शीशपाल से करवाने जा रहे हैं। यदि शीशपाल से मेरी शादी होती है तो मैं जहर खाकर मर जाऊंगी। मैं आपसे शादी करना चाहती हूं और मन से आपको अपना वर मान चुकी हूं, मुझे यहां से तुरंत ले जाएं। कृष्ण ने बहुत सोच विचार कर निर्णय लिया और अकेले ही रथ पर बैठ कर रुक्मिणी को लाने निकल गए तथा रुक्मिणी को साथ लाकर रुक्मिणी से विवाह रचा लिया। आगे के प्रसंग में कथा व्यास ने कहा कि यमुना नदी में कालिया नाग ने अपने विष को छोड़कर आतंक मचाया हुआ था, जिसके विष वाले पानी पीने से मनुष्यों व जानवरों की मृत्यु हो रही थी, जब कृष्ण को इस बात का पता चला तो कृष्ण ने कालिया नाग से युद्ध कर उसका मर्दन किया तथा यमुना को विष से मुक्त किया। डी डी कश्यप मीडिया प्रभारी विश्व मंगलम सेवा धाम ने जानकारी देते हुए बताया कि कल वीरवार 10 अक्तूबर को 11 बजे पूर्णाहुति होगी तथा 12 बजे से 2 बजे तक प्रवचन के साथ कथा को विराम दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद आयोजकों द्वारा विशाल भंडारा सभी क्षेत्र वासियों के लिए लगाया जाएगा। इस अवसर पर डॉक्टर नागेश गर्ग ,गोदावरी आर्या, कृष्णा पंवर, इंदिरा शांडिल, कुमारी अनिता कश्यप, नीलम गर्ग, लता, इंदु शांडिल, कौशल्या शांडिल, कमला देवी, लछमी रघुवंशी, मीरा कश्यप, पुष्पा देवी, अंजना, सुलेखा, शीला, श्यामा नन्द शांडिल, जगदीश पंवर,जगदीश चंदेल आदि मौजूद रहे।
** सभी कलाकार कर रहे हैं अपने अपने किरदार का शानदार प्रदर्शन शरद नवरात्रों पर पूरे देश में जगह-जगह रामलीला का मंचन हो रहा है। कुनिहार में भी पिछले कई वर्षो से रामलीला जन कल्याण समिति रामलीला का मंचन करवाती आ रही है। आजकल भी यह मंचन पहले नवरात्रे से करवाया जा रहा है, जिसमे सभी स्थानीय कलाकार इसमें बढ़चढ़ कर भाग लेकर अपनी कलाकारी का सुन्दर व आकर्षक मंचन कर रहे हैं। दूर दूर से लोग भारी संख्या में प्रतिदिन यहां पहुंचकर रामलीला का आनंद ले रहे हैं। निदेशक रमण शर्मा व संदीप जोशी की अगुवाई में गौरव शर्मा राम, प्रिंस खुराना लक्ष्मण, हन्नी जोशी माता सीता , सौर्य जोशी हनुमान व संजय जोशी रावण का शानदार किरदार निभा रहे हैं तो वहीं भरत सुजल पूरी, शत्रुघ्न, पारस अरोड़ा, राजा जनक अजय जोशी,दशरथ मोनू जोशी और शबरी का किरदार सुमित बड़े सुंदर ढंग से निभा रहे है। समिति अध्यक्ष रितेश जोशी ने बताया कि पंचायत प्रधान जगदीश अत्री ,देवेंद्र उपाध्याय,स्टेज सचिव अरुण, आशीष द्वेदी,संदीप जोशी,अरविंद जोशी, मुकेश शर्मा, प्रदीप पूरी ,रोहित जोशी व सभी समिति सदस्यों सहित इस आयोजन को सफल बनाने में अपना भरपूर सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 11 अक्तूबर को रामलीला को विराम दिया जाएगा तथा 12 अक्तूबर को दशहरा मैदान में राम का किरदार निभा रहे गौरव शर्मा द्वारा तीर चलाकर रावण का विशाल पुतला जलाया जाएगा। और दशहरा उत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाएगा।
** 47 चयनित उम्मीदवारों की सूची हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने उच्च शिक्षा विभाग में प्रवक्ता (स्कूल न्यू) वाणिज्य के पदों के लिए आयोजित भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। आयोग ने लिखित वस्तुनिष्ठ और विषय योग्यता परीक्षा के बाद दस्तावेज सत्यापन में उनके प्रदर्शन के आधार पर योग्यता के क्रम में 47 उम्मीदवारों की सूची प्रवक्ता वाणिज्य पदों पर नियुक्ति के लिए अनुशंसित की है। अनुशंसित उम्मीदवारों की अंतिम नियुक्ति हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से उनके दस्तावेजों/प्रमाणपत्रों के सत्यापन के अधीन है। भर्ती परिणाम आयोग ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड़ कर दिया है।
** इस महीने 93 फीसदी कम बरसे बादल हिमाचल प्रदेश में आगामी छह दिनों तक माैसम साफ रहने के आसार हैं। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार आज मध्य व उच्च पर्वतीय स्थानों पर कहीं-कहीं बारिश की संभावना है। 10 से लेकर 15 अक्तूबर तक पूरे प्रदेश में माैसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। आज मंडी, शिमला व सिरमाैर जिले में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। प्रदेश की राजधानी शिमला में भी आज हल्के बादल छाए हुए हैं। मानसून सीजन में 1 से 9 अक्तूबर तक राज्य में सामान्य से 93 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। इस अवधि के दाैरान बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, किन्नाैर, कुल्लू, लाहाैल-स्पीति, शिमला, सिरमाैर व सोलन में बारिश हुई ही नहीं। कांगड़ा में सामान्य से 92, मंडी 48 व ऊना में 8 फीसदी कम बारिश हुई।
सोलन के यूरो किड्स प्लेस्कूल (कोटलानाला) में नवरात्रों के चलते आज डांडिया डांस का आयोजन किया गया। इस आयोजन के तहत स्कूल के सभी बच्चे विभिन्न परिधानों में सजकर आए जो कि बहुत ही सुन्दर और आकर्षक लग रहे थे। स्कूल की प्रिंसियल मिसेज सीमा बहल ने माता के नौ रुपों की जानकारी दी, इस दौरान माँ दुर्गा की पूजा-अर्चना भी की गई। बच्चों ने नवरात्र के मौके पर किए जाने वाले लोक नृत्य "डांडिया" डांस की बेहतरीन प्रस्तुति दी। इसमें अविराज, पारी, अव्या, वरनिका, सिद्धार्थ, मेतांश, प्रयाग, भशिका, वान्या, दिशा, साक्षी, युवान', भाविन, विरोबी, सारिका, मिक्षिता, अर्थ मैतांश, दिबांशी, वानी उपस्थित रहे। पूरा कार्यक्रम स्कूल के डायरेक्टर मि. शोभित बहल की देखरेख में सम्पन्न हुआ।
कुनिहार के तालाब मंदिर परिसर में सात दिवसीय भागवत पुराण कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन करवाया जा रहा है l इस पावन कथा का श्रवण करवा रहे प्रसिद्ध कथा वाचक एवं बांके बिहारी विश्व मंगल सेवा धाम के प्रमुख संस्थापक हरीजी महाराज अपनी ज्ञान भक्ति मई मधुर वाणी से कथा का रसास्वादन करा रहे हैं l कथा के पांचवे दिवस मे कृष्णा प्रकट उत्सव मनाया गया l कथावाचक ने अपने कथा प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए बताया कि जब-जब इस धरा पर अधर्म का बोलबाला होता है, तो तब-तब इस धरा की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने चौबीस अवतार धारण करके मानव रूप में इस धरा पर अवतरित होकर इस धरा की रक्षा की l इसी के तहत द्वापर युग में भगवान विष्णु ने मां देवकी के गर्भ में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी में रोहिणी नक्षत्र में मथुरा में कंस के कारागार में जन्म लिया और वासुदेव ने उन्हें गोकुल में नंदबाबा और यशोदा के पास पालने के लिए छोड़ दिया lभगवान कृष्ण ने जन्म से ही अपनी दिव्य अलौकिक शक्तियों को दिखाना आरंभ कर दिया था l भगवान कृष्ण ने बाल रूप में गोकुल में बहुत सारी लीलाएं की l कथा के दौरान गोवर्धन पर्वत के महत्व बारे विस्तृत वृतांत सुनाया गया। इसके साथ कथावाचक ने अपने कथा प्रसंग में आधुनिक युग में गंभीर चुनौतियां और समस्याओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने युवा शक्ति को संस्कार पूर्ण नैतिक शिक्षा देने का सभी अभिभावकों से आह्वान किया। आज का मानव असीमित इच्छाओं के कारण इस भौतिकता वादी युग में बहुत आत्म केंद्रित हो गया है वह देह से ही मानव प्रतीत होता है परंतु विचार से दानव जैसे कृत्य करता है। आज का मानव शरीर से तो भारतीय प्रतीत होता है परंतु विचारों से पाश्चात्य संस्कृति का गुलाम प्रतीत होता है। उन्होंने कथा प्रसंग में उपस्थित जनसमुदाय से भागवत में लिखी हुई शिक्षाओं को अपने व्यावहारिक जीवन में अपनाने का आह्वान किया। डी डी कश्यप मीडिया प्रभारी विश्व मंगलम सेवा धाम ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 अक्तूबर को कथा को विराम दिया जाएगा तथा इस दिन कथा का समय 12 से 2 बजे तक रहेगा। इस अवसर पर गोदावरी आर्या, कृष्णा पंवर,इंदिरा शांडिल,कुमारी अनिता कश्यप,नीलम गर्ग,लता,इंदु शांडिल,कौशल्या शांडिल,कमला देवी, लछमी रघुवंशी,मीरा कश्यप,पुष्पा देवी,अंजना,सुलेखा,शीला,श्यामा नन्द शांडिल आदि मौजूद रहे।
एलआर इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी, सोलन के एम.फार्म (फार्माकोलॉजी/फार्मास्युटिक्स) द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों ने हमीरपुर तकनीकी विश्वविद्यालय की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। संस्थान के छात्रों ने विश्वविद्यालय स्तर पर टॉप 10 में अपना स्थान सुरक्षित किया है। यह उपलब्धि संस्थान के शैक्षणिक उत्कृष्टता के प्रति समर्पण को दर्शाती है। इस उत्कृष्ट प्रदर्शन ने एलआर इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख संस्थान के रूप में स्थापित किया है। संस्थान के प्रिंसिपल डॉ. अवनीत गुप्ता ने कहा, "हमारे एम.फार्म छात्रों की यह उपलब्धि हमारे लिए अत्यंत गर्व का विषय है। यह हमारे शिक्षकों के समर्पण और छात्रों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। इस सफलता से निश्चित रूप से संस्थान का नाम रोशन हुआ है। संस्थान के सभी शिक्षकों ने छात्रों को इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। यह प्रदर्शन न केवल छात्रों के लिए, बल्कि पूरे संस्थान और क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। एलआर इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और उनके समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। संस्थान आने वाले वर्षों में भी ऐसी ही उत्कृष्ट उपलब्धियों की आशा करता है।