हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पंचायत समिति के 1638 और जिला परिषद के 239 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए गए है। Latest Update.... कुल्लू में जिला परिषद के लिए रेखा गुलेरिया निर्वाचित। सिरमौर में जिला परिषद के शिलांजी वार्ड से भाजपा के सतीश ठाकुर विजयी घोषित। जिला परिषद के देवठी मझगांव वार्ड से कांग्रेस के विनय भगनाल जीते। नरेश कुमार दर्जी 767 मतों से विजयी घोषित। जिला परिषद के अणु वार्ड से भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान जिला परिषद सदस्य और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य बीना कपिल 2500 मतों से चुनाव हार गई हैं। कांग्रेस ने अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष होशियार सिंह जबकि भाजपा ने पूर्व पंचायत प्रधान महेंद्र सिंह को चुनाव में उतारा था। जिला परिषद वार्ड नंबर-5 नरेश कुमार उर्फ दर्जी को 6830, महेंद्र कुमार 6063 और होशियार सिंह 2830 को मत प्राप्त हुए। नरेश कुमार दर्जी 767 मतों से विजयी घोषित। जिला परिषद के अणु वार्ड से भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान जिला परिषद सदस्य और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य बीना कपिल 2500 मतों से चुनाव हार गई हैं। कांग्रेस की आशा ठाकुर जिला परिषद चुनाव जीत गई हैं। मंडी के भराडू जिला परिषद वार्ड से माकपा के कुशाल भारद्वाज ने भाजपा के भागीरथ को 383 मतों से हराया ऊना के बसाल जिला परिषद वार्ड से कांग्रेस समर्थित उर्मिला शर्मा विजयी घोषित सिरमौर के राजगढ़ शालंजी से सतीश ठाकुर जिला परिषद निर्वाचितजिला परिषद राजगढ़ में देवठी मझगांव से विनय भगनाल जीते मंडी के धर्मपुर से जिला परिषद के ग्रेहोय वार्ड से भाजपा महिला मोर्चा हि.प्र की महामंत्री व महेंद्र सिंह की बेटी वंदना गुलेरिया विजय घोषित राजगढ़ शालंजी से सतीश ठाकुर जिला परिषद निर्वाचित जंगल रोपा वार्ड नंबर 5 से जिला परिषद नरेश कुमार दर्जी ने जीत की हासिल
हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद और पंचायत समिति वार्ड सदस्यों का चुनाव नतीजे शुक्रवार को घोषित किए गए। प्रदेश भर के कुल 80 ब्लाक मुख्यालयों में सुबह आठ बजे से जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के वोटों की गिनती शुरू हो गई थी। पंचायत समिति के 1638 और जिला परिषद के 239 वार्डों के परिणाम घोषित कर दिए गए है। शिमला की पंचायत समिति में ये रहे नतीजे ब्लॉक टुटू के वार्ड 1 पाहल से सरोज विजयी घोषित टुटू के वार्ड 2 धुधाहलटी से खेमावती विजयी वार्ड 3 सांगटी से निधि ठाकुर विजयी कोटखाई में वार्ड नंबर 6 थरोला-बगाहर से कमलेश विजयी घोषित कुमारसैन के करेवथी फराल वार्ड से जीवन विजय हूए सोलन की पंचायत समिति में ये रहे नतीजे विकास खंड सोलन के नतीजे जाबल झमरोट से अमर सिंह जाडली से सुशील कुमार शडियाणा से देवेंद्र शर्मा देवठी से भानू शर्मा ओच्छघाट से अनिता बीडीसी निर्वाचित सोलन शमरोड से कालीराम निर्वाचित कसौली के कृष्णगढ़ से शिवानी वार्ड 5 बसाल से कुसुमलता सलोगड़ा से नेहा कश्यप बनी बीडीसी सदस्य जौणजी से लक्ष्मी दत बीडीसी निर्वाचित विकास खंड नालागढ़ के नतीजे घोलोंवाल सुरजीत कौर बघेरी से दाता राम मस्तानपुर से रविंद्र सिंह जोघों से हरदीप कुमार कुंडलू से हंसराज जुखाड़ी से सुमन नंड से अंजना देवी विकास खंड कुनिहार के नतीजे मांगल से वनिता सेवड़ा चंडी से मनीष दानोघाट से कांता देवी कोटली से गीता पलोग से सुनीता घनागुघाट से दीपिका कोठी से देवेंद्र तनवर कुनिहार से कमल ठाकुर शहरोल से बलदेव बलदेव डुमेहर से प्रताप सिंह बने बीडीसी सदस्य विकास खंड धर्मपुर के नतीजे बढलग से अमर लाल गोयला आशा कुमारी दाड़वा से जमना देवी जाडला से सुनील ठाकुर कृष्णगढ़ से शिवानी रौडी से मनोज जगजीत नगर से कमलेश कुमारी विकास खंड कंडाघाट के नतीजे छावशा चंदू राम तुंदल से प्रवीण बीशा से विजय बांजणी से राधा चायल से सत्या देवी धंगील से आंचल हिन्नर से मनीष ठाकुर सिरिनगर् मही से पुनीत कवारग से कुंता देवी हमीरपुर पंचायत समिति में ये रहे नतीजे बीडीसी बार्ड नंबर 1 : अमरोह व हनोह पंचायत से राजेन्द्र सिंह विजयी बीडीसी बार्ड नंबर 2 : कक्कड़ व भुक्कड़ पंचायत से अंजू कुमारी विजयी बीडीसी बार्ड नंबर 3 पपलाह से अनिता शर्मा बीडीसी बार्ड नंबर 4 धमरोल से रेशमु देवी बीडीसी बार्ड नंबर 5 धिरड़ से सरिता कुमारी वार्ड नंबर 1 शेर बलोणी से सतीश कंबल वार्ड नंबर 2 ब्राहलड़ी से नीतू रानी वार्ड नंबर 3 फरनोल से अंकुश वार्ड नंबर 4 नारा से हरीश शर्मा वार्ड नंबर 5 जंगलरोपा से सुनीता देवी वार्ड नंबर 6 ददूही से संजीव कुमार वार्ड नंबर 7 बजूरी से रेखा कुमारी वार्ड नंबर 8 नेरी से मीना कुमारी वार्ड नंबर 9 मझोग सुल्तानी से मधु देवी वार्ड नंबर 10 कुठेड़ा से नीलम कुमारी वार्ड नंबर 11 ख्याह लोहखरियां से प्रकाश चंद वार्ड नंबर 12 बस्सी झनियारा से संजीव कुमार वार्ड नंबर 13 अणु से कांता देवी वार्ड नंबर 14 बल्ह से सुमन लता वार्ड नंबर 15 दरोगण पति कोट से राजीव कुमार भोरंज ब्लॉक के वार्ड नंबर-2 कक्कड़ बीडीसी प्रत्याशी अंजु कुमारी बिझडी ब्लॉक के मोरसु सुल्तानी वार्ड से मंजु कुमारी विजयी सौर वार्ड से विनोद कुमार बीडीसी चमनेड़ और पंधेहड़ से सीमा देवी जीती ऊना पंचायत समिति में ये रहे नतीजे ऊना ब्लॉक के धमांदरी से जगत सिंह बीडीसी चुने गए गगरेट ब्लॉक के जाडला कौयड़ी से प्रिंस जसवाल बीडीसी जीते हरोली ब्लॉक लोअर पंजावर से सुखविंदर कौर बीडीसी जीती बंगाणा ब्लॉक के सोहारी वार्ड से सौरभ कुमार बीडीसी चुने गए अंब ब्लॉक के नारी चिंतपूर्णी से ज्योति ठाकुर बीडीसी जीती गिन्दपुर मलौन से केवल सिंह बीडीसी जीते भटेड से निर्मला देवी बीडीसी जीते बंगाणा ब्लॉक के चौकी खास से अनीता कुमारी बीडीसी जीती टकोली से पूनम कुमारी जीती पनोह से रमेश सैनी बीडीसी जीते धमांदरी से जगत सिंह बीडीसी चुने गए बल्ह से मोनिका बीडीसी बने निशा देवी गगरेट बीडीसी जीती चलोला वार्ड से शोभित गौतम बीडीसी जीते मुबारिकपुर से सुरजीत जीते बीडीसी सोहरी से सौरभ कुमार बीडीसी जीते पंचायत समिति काजा में ये रहे नतीजे पंचायत समिति काजा से टकपा तोनयोत विजयी बीडीसी काजा वार्ड-दो से छेरिंग दिकित विजयी घोषित खुरिक वार्ड से पदमा दिकित विजयी पचायत विकास समिति मंडी के नतीज पंचायत समिति सराज के नतीजे रोड रीना देवी सिल्लीबागी लीला देवी बागाचुनोगी गुरुदेव भाटकीधार चूड़मणी तुगांधार नीलकमल सुनाह लंबाथाच ज्ञान चंद चियुणी नर्वदा थुुनाग पार्वती देवी लेहथाच डोलमा देवी बगड़ाथाच संतोष छतरी देवेंद्र कुमार ब्रियोगी बिहारी लाल नेहरा (मेहरीधार) प्रोमिला संगलवाड़ा चेतन कुमार बुंग रैलचौक लायक राम विकास खंड गोपालपुर मंडी चौरी अंजना कुमारी थौना अंजना देवी भद्रवाड विनित कुमार गैहरा रीता देवी जमनी अभिषेक कुमार गाहर गीता देवी पटडीघाट राजेश कुमार धनालग कर्मसिंह पंचायत समिति सुंदरनगर के नतीजे प्रेसी मीना कुमारी कलौहड महेश शर्मा खिलड़ा गीता देवी निहरी तेजेंद्रा कुमारी चमुखा हेम राज कपाही कुंता देवी मरहडा बदैण डैहर राज कुमार बरोटी जगतनाथ चनोल सुंदर सिंह सलवाणा धनवंत जड़ोल चंपा देवी बायला श्याम सिंह बटवाड़ा राजकुमार सलापड़ कॉलोनी विनीत ठाकुर सलापड़ शारदा देवी सेरी कोठी डिंपल देवी बंदली रूप सिंह सोझा गीता देवी मलोह अमरू राम घीड़ी नरेंद्र कुमार रोहांडा हेम चंद पौड़ा कोठी मीना देवी छातर हंसा देवी कनैड नर्वदा देवी डुगराई ताहिर हुसैन महादेव वीरेंद्र सिंह निचली बैहली माया देवी चांबी सुमन जैदेवी सुनीता कुमारी पंचायत समिति पच्छाद , पांवटा साहिब और नाहन के नतीजे पच्छाद के बजगा निर्वाचन क्षेत्र से ममता देवी पच्छाद के सुरला जनोट में भावना पच्छाद के बाग पशोग से सुरेंद्र नेहरू पच्छाद के डिलमन से सोहन लाल पांवटा साहिब के दुगना से नीता देवी विजयी रही पांवटा साहिब के कमरऊ से प्रताप सिंह पांवटा साहिब के कोडगा से प्रवेश कुमार लानाबांका से सुख चैन सिंह जीते बजगा से ममता देवी नौराधार वार्ड 1 से माधुरी बीडीसी जीती सराहां वार्ड 6 से शकुंतला देवी ने मारी बाज़ी देऊठी मजगाँव से संतोष कुमारी वार्ड नंबर 5 थाना कसोगा से जय सिंह शिलाई के ग्वाली से प्रकाश शिलाई के कोटापाब से मैदान सिंह नाहन के विक्रमबारा से सुनील कुमार जीते पंचायत समिति राजगढ़ के नतीजे कोटी पधोग से रणवीर शाया सनौरा से जितेंद्र कुमार नेहरटी बघोट से रक्षा देवी हाब्बन से सरोज शर्मा दाहन से निधिका कुमारी बोहल से टालिया प्रदीप कुमार दीदग से कमलेश शर्मा (निर्विरोध) भुईरा से अमिता देवी काथली भरण से रणजीत टिक्कर से संजीव करगाणु से सुमन शिलांजी से सत्यपाल राणाघाट से शकुंतला डिब्बर से प्रेम सिंह देवठी मझगांव से संतोष कुमारी संगड़ाह के सैंज से मेलाराम शर्मा पंचायत समिति चंबा के नतीजे घोषित भनौटा से अर्चना कुमारी सलूणी से विनोद कुमार जीते किन्नौर पंचायत समिति के नतीजे छोटा कम्बा वार्ड में सुजाता देवी विजयी कुल्लू पंचायत समिति के नतीजे पलचान से रेशमा बीडीसी जीती बंदरोंल से जीते गणेश ठाकुर वार्ड नंबर 17 कसोल पुथल से जीती ठाकरी देवी नम्होग वार्ड से आशा ठाकुर विजयी प्रीणी पंचायत समिति से किशोरी लाल बराधा में प्रवीण ठाकुर जीते भड़ेऊली वार्ड नं० 1 से पंच पद पर विजेता विनीत कुमार मौहल से जीते राजेश ठाकुर भुइँन वार्ड से जीते पंडित राजन कात्यायन वार्ड नंबर 7 मंगलौर से कमलेश ठाकुर (हैप्पी) जीते वार्ड 19 जरी बरधा से प्रवीण ठाकुर वार्ड 20 जलुग्रां से लता देवी वार्ड 30 देवगढ़ गोही से रेशमा देवी वार्ड 1 बन्दरोल पंचायत से गणेश ठाकुर वार्ड 16 वर्शेणी से सुवित्रा देवी जरड़ भुट्टी शमशी पंचायत से उषा देवी पंचायत विकास समिति बिलासपुर के नतीजे कुलदेईल से रंगी राम बीडीसी निर्वाचित बरमाणा से सीता देवी जीती स्वारघाट से वीणा देवी कुथैला वार्ड से रंगी राम जीते टाली से बबली देबी बनी BDC सदस्य ननावां से रमेश धीमान बने BDC सदस्य मेहरी काथला से बीडीसी सीट से सतीश ठाकुर जीते बरठी से धर्मु बने BDC सदस्य बैहनाजट्टा से अनिल कुमार बने BDC सदस्य मैहरी काथला से सतीश ठाकुर बने BDC सदस्य झंडूता वार्ड 1 बरठी से धर्मु जीते घुमारवीं के वार्ड 4 मेहरी काथला से सतीश कुमार विजयी रहे धार टटोह से हिरा पल 995 से जीते समोह से रीना बनी BDC सदस्य कुहमुझाड से कमला देवी बनी BDC सदस्य साईं खारसी से आत्म देव बने BDC सदस्य हरलोग से सन्तोष चंदेल बने BDC सदस्य धौण कोठी से सपना देवी बनी BDC सदस्य हरनोडा से अशोक कुमार पंजगाई से मीनाक्षी छौहारा से वार्ड 6 खशाधार से सरोज बाला सुई सुरहाड से सीता राम बने BDC सदस्य डमली से कान्ता देवी जीतीं तलयाणा से अति देबी कांगड़ा पंचायत समिति के नतीजे पंचरूखी के ब्लॉक जंडपुर से विजय सलियाना से आशीष रक्कड़ से मनदीप कुमार डोली खुर्द से मीरा विजयी वार्ड नंबर 12 फरेड़ से रक्षा देवी विजय रही वार्ड नंबर 3 नच्छीर से तनू देवी विजेता रहीं भवारना वार्ड नंबर 5 लमलेहड़ से ब्रिज स्वरूप ने जीत हासिल की वार्ड नंबर 1 राख से रेखा देवी ने जीत दर्ज की भवारना के वार्ड 13 परौर सुनीता ने जीत धर्मशाला के वार्ड 7 से अंजू देवी जीती पंचरूखी के जंडपुर से विजय सलियाना से आशीष रक्कड़ से मनदीप कुमार डोली खुर्द से मीरा विजयी घोषित नूरपुर रोजी जम्वाल ठेड सिम्ब्ली से BDC नूरपुर के बासा से रशपाल सिंह की जीत बैजनाथ के धरेड से रीतू देवी विजय घोषित बैजनाथ विधानसभा गुनेहड से राज कुमार बैजनाथ के टिक्करी डूहकी से 23 वर्षीय मिनाक्षी जीती महाकाल से भाजपा समर्थित शिवानी देवी विजय घोषित बीड़ में स्नेहलता विजेता बनी नैण में राजेंद्र कुमार विजेता बने कोठी पंचायत समिति में सिकंदर सिंह सगूर रजोट से BDC बने राम प्रकाश
Soon after the polls for the Panchayat Samitis and Zila Parishad in Himachal Pradesh ended on Thursday, the counting of votes started early this morning. The candidates are making arguments against these elections as independents and not on party symbols. According to the State Election Commission, the election process will be completed by January 23. In the third and last stage of the panchayat elections on Thursday, nearly 81 percent turnout was recorded. The highest polling was listed to be 94 percent in Lodhi Majra panchayat of the Nalagarh development block in Solan. A total of 1,137-gram panchayats had gone to the polls in the last round of the three-phase panchayat Elections. In the first phase of the elections, a total of 1,227 panchayats had gone to the polls. In the second phase on Tuesday, the polling took place in over 1,208 panchayats. The state has 3,615-gram panchayats, of which polling was held for 3,583, except 32 in Keylong of Lahaul-Spiti district.
हमीरपुर। पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनाव के तीसरे एवं अंतिम चरण के मतदान के दौरान भी वीरवार को मतदाताओं ने काफी उत्साह दिखाया। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) देवाश्वेता बनिक ने बताया कि तीसरे चरण में जिला की 81 ग्राम पंचायतों के कुल 457 मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे वोटिंग शुरू हुई। कोरोना संकट के मद्देनजर तीसरे चरण के मतदान के दौरान भी सभी मतदान केंद्रों पर विशेष ऐहतियात बरती गई। मतदान केंद्रों के बाहर थर्मल स्कैनिंग के बाद ही मतदाताओं को वोट डालने के लिए अंदर भेजा गया। अनावश्यक भीड़ रोकने तथा मतदाताओं के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखने के लिए मतदान केंद्रों के बाहर मार्क की गई जगहों पर ही लाईनें लगाई गईं। उपायुक्त ने बताया कि वीरवार को भी कई वयोवृद्ध मतदाताओं ने भी अपने परिजनों की मदद से मतदान केंद्रों तक पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनके अलावा पहली बार वोट डालने आए युवा मतदाता भी काफी उत्साहित दिखे।
हमीरपुर। सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा सुजानपुर नगर पंचायत चुनावों में घटे घटनाक्रम के बाद आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा है की प्रदेश सरकार को जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी पार्टी के ऐसे कौन से नेता हैं जो सत्ता प्रायोजित गुंडागर्दी को बढ़ावा देकर न केवल सरकार की इमेज को तार-तार कर रहे हैं बल्कि जनता के चुने हुए विधायक गरिमा को भी ठेस पहुंचा रहे हैं। आज एक बयान में राजेंद्र राणा ने कहा है कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दम भरने वाली जो भाजपा अपना अलग चाल, चरित्र, चेहरा होने का राग अलापती है, उस का घिनौना चेहरा सुजानपुर की जनता ने लगातार तीसरी बार देखा है। उन्होंने सवाल किया कि सत्ता की शपथ गुंडागर्दी करवाने वालों का आखिर सरगना कौन है और प्रदेश सरकार आत्मसमर्पण के मुद्रा में क्यों खड़ी है। राजेंद्र राणा ने तल्ख अंदाज में कहा कि उनकी छवि को तार-तार करने के लिए भाजपा द्वारा तीसरी बार सत्ता प्रायोजित धौंस व गुंडागर्दी का सहारा लिया गया और हर बार भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है। राजेंद्र राणा ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार की तर्ज पर भाजपा के कुछ नेता गुंडागर्दी के सहारे लोकतंत्र का अपहरण करना चाहते हैं और सच की आवाज को दबाना चाहते हैं लेकिन पहले भी उनको मुंह की खानी पड़ी है और भविष्य में भी उन्हें चारों खाने चित होना पड़ेगा। राजेंद्र राणा ने कहा कि नगर परिषद सुजानपुर के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर अपना कब्जा जमाने के लिए जिस तरह सरेआम भाजपा नेताओं के इशारे पर कुछ गुंडों द्वारा मानवता की तमाम हदें लांघी गई और एक चुने हुए पार्षद पर मेरे खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवाने का जिस तरह दबाव बनाया गया, उससे सत्ता पक्ष का घिनौना चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है। राजेंद्र राणा ने कहा कि तमाम हथकंडे अपनाने के बावजूद भाजपा अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाई है। उन्होंने सवाल किया कि अगर कोई पार्षद अपने परिवार सहित अपने विधायक से मिलने उसके घर जाता है तो क्या यह लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि क्या कोई पार्षद अपनी समस्या अपने विधायक के समक्ष नहीं रख सकता। उन्होंने कहा कि जो पार्टी सुशासन का राग अलापती है और राजनीति में शुचिता की दुहाई देती है, वही पार्टी सत्ता प्रायोजित गुंडों को शह देकर हिमाचल प्रदेश को दूसरा बिहार व उत्तरप्रदेश बनाने की कोशिश कर रही है। राजेंद्र राणा ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है कि उनकी छवि को तार-तार करने की कोशिश की गई है। उन्होंने समरण दिलाते हुए कहा कि 2009 में भी सत्ता पक्ष के इशारे पर मेरे खिलाफ झूठा मुकदमा बनाने का प्रयास हुआ था और तब सरकारी एजेंसियों की जांच के बाद तत्कालीन डीजीपी को प्रेस कांफ्रेंस करके यह कहना पड़ा था कि छानबीन में कुछ नहीं निकला। इसके बाद वर्ष 2017 में चुनावों के दौरान एक बार फिर से सुजानपुर में गुंडागर्दी को बढ़ावा देकर जनता पर दबाव बनाने के साथ-साथ वोटरों को धमकाने की कोशिश की गई लेकिन सुजानपुर की जनता ने ऐसी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया। अब तीसरी बार एक पार्षद पर यह दबाव बनाया गया कि वह विधायक पर अपहरण का मामला दर्ज करवाए लेकिन पार्षद ने सच्चाई की राह पर चलकर यह दर्शा दिया कि सत्ता प्रायोजित गुंडागर्दी से उसका हौसला टूटने वाला नहीं है। राजेंद्र राणा ने भाजपा सरकार को चेताया कि अगर राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ इसी तरह गुंडागर्दी का सहारा लिया गया और सत्ता के गुंडों को खुली छूट दी गई तो पूरे प्रदेश की जनता चुनावों में भाजपा को करारा सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। उन्होंने कहा भाजपा के भीतर ऐसी आखिर कौन सी ताकत है जो खुलकर गुंडागर्दी करवाती है और सरकार के होंठ सिल जाते हैं।
पंचायती राज व स्थानीय नगर निकायों के चुनाव परिणामों की ज़मीनी हक़ीक़त से कोसों दूर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौड़ झूठी शेख़ी मार रहे हैं। हमीरपुर से ज़ारी सयुंक्त प्रेस विज्ञप्ति में भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी नरेन्दर अत्रि, ज़िला उपाध्यक्ष अनिल कौशल, राज कुमार वर्मा, जिला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा और कोषाध्यक्ष तेज प्रकाश चोपड़ा ने यह आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर की गृह पंचायतों में कांग्रेस पार्टी को पंच से लेकर प्रधान पद तक कोई उम्मीदवार तक भी नहीं मिल सका, उस पर कांग्रेस अध्यक्ष का बयान कि भाजपा के दोनों बड़े नेताओं की पंचायतों में कांग्रेस के लोग जीते हैं, स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष के झूठ को उजागर करने वाला है। भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की गृह पंचायत में पंचायत का पूरे का पूरा पैनल निर्विरोध चुन के आया है और सभी भाजपा समर्थित लोग चुने गए हैं। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की गृह पंचायत समीरपुर में भी पंच से लेकर प्रधान तक सारा पैनल भाजपा समर्थित चुन कर आया है। हालांकि इन लोगों ने चुनाव जीता है लेकिन चुनाव में खड़े अन्य प्रत्याशी भी भाजपा के ही लोग थे। कांग्रेस के पास तो इन दोनों ही पंचायतों में चुनावों में देने को उम्मीदवार भी नहीं मिले। कुलदीप राठौड़ और कुलदीप पठानिया को बयानबाजी करते समय तथ्य जान लेने चाहिए तभी कुछ बोलना चाहिए अन्यथा यह अपनी और अपने पद की गरिमा को भी हंसी का पात्र बनाकर दोनों को ठेस पहुंचाते हैं।
हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव होने जा रहे है। आज 1137 पंचायतों में मतदान हो रहा है। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद 4 से 5 बजे तक कोरोना संक्रमित होम क्वारंटीन मतदाता वोट डालेंगे। पंचायतों में मतदान के बाद वोटों की गिनती होगी और देर शाम तक नतीजे घोषित किए जाएगें । इस दौरान जिला परिषद और पंचायत समिति के वार्ड सदस्यों के लिए भी मतदान होगा और इनके चुनाव नतीजे 22 जनवरी को घोषित होंगे। सभी मतदान केंद्रों को मतदान से एक दिन पहले सैनिटाइज कर दिया गया है। बता दें की राज्य में चुनाव आयोग ने तीसरे चरण के चुनाव के लिए 6457 पोलिंग पार्टी को तैनात कर रखा हैं ताकि मतदान शांतिपूर्ण हो सकें। प्रत्येक मतदान केंद्र में सुरक्षा के लिए एक पुलिस कर्मी और एक होम गार्ड का जवान तैनात किया गया है। अतिसंवेदनशील और संवेदनशील मतदान केंद्रों में चुनाव आयोग ने सुरक्षा के अतिरिक्त प्रबंध किए हैं। राज्य चुनाव आयोग ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मतदान के लिए खास दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ की मतदान केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती भी की गयी है।
सुजानुपर में नगर परिषद के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए मची धमाल-चौकड़ी के बीच आखिर विधायक राजेंद्र राणा के सियासी पैंतरे ने विधानसभा चुनावों के बाद एक बार फिर अपना कमाल दिखाया है। नगर परिषद अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी व कांग्रेस के 4-4 समर्थित उम्मीदवार जीते हैं। इस तरह यहां बीजेपी व कांग्रेस नगर परिषद की जंग में बराबरी पर रही है। एक आजाद उम्मीदवार जीते हैं। बराबरी की इस जंग में यहां नगर परिषद की सरदारी का चुनाव जहां सत्ताधारी बीजेपी के लिए नाक का सवाल बना हुआ था, वहीं कांग्रेस ने भी चुनाव को साख का सवाल बनाया हुआ था। हालांकि जीते आजाद उम्मीदवार को भी जीत के बाद बीजेपी ने अपना करार दिया था। लेकिन समर्थन के नाम पर चुनाव में उतरती दफा समर्थन न देने के दगा को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना चुके इस उम्मीदवार की नाराजगी भी जीत के बावजूद भी बीजेपी से बरकरार रही। अगर बीजेपी के चुनावी गणित को समझें तो आजाद प्रत्याशी को मिलाकर बीजेपी के पास बड़ा नंबर था। एक तरह से बीजेपी के 9 में से यहां 4+1 पार्टी समर्थित जीते पार्षद माने जा रहे थे। ऐसे में बीजेपी को अपनी जीत पर पूरा भरोसा था लेकिन अब यहां बीजेपी को मतों से कौन मात दे गया और कौन दगा दे गया। यह सवाल बीजेपी के लिए हार के बावजूद सवाल ही बना हुआ है। आजाद उम्मीदवार को मिलाकर लॉयन शेयर होने के बावजूद यहां अगर बीजेपी औंधे मुंह गिरी है तो यह राणा के राजनीतिक कौशल का कमाल माना जा रहा है। हालांकि अध्यक्ष पद को नाक और साख का सवाल बना चुकी बीजेपी ने सरदारी के खेल में धौंस-दबाव के तमाम हथकंडे अपनाते हुए सरकारी तंत्र और मंत्र का भी खूब इस्तेमाल किया। मामला कोतवाली तक जा पहुंचा। लेकिन आखिर में इस सारे खेल में जहां बीजेपी औंधे मुंह धड़ाम हुई वहीं राणा के जलबे का जादू सुजानपुर शहर में हर किसी के सिर चढ़ कर बोला। बीजेपी के हर पैंतरे का तोड़ अपनी आस्तीन में रखने वाले राणा ने अपने राजनीतिक हुनर व विश्वास के दम पर चारों खाने चित्त किया। राणा के इस राजनीतिक कौशल की चर्चा दिन भर सुजानपुर शहर में चली रही। जबकि जीत के बावजूद हारी बीजेपी मन मसोस कर उदास व हताश रही। नगर परिषद सुजानपुर की सरदारी की जीत के बाद क्या बोले राणा सुजानपुर की नगर परिषद की सरदारी में सरकारी दबाव से आहत होने के बावजूद आत्मविश्वास से लबरेज राणा ने इस नाटक का पटाक्षेप करते हुए कहा कि सुजानपुर में बीजेपी की धौंस-दबाव को जनता ने नकारा और धिक्कारा है। यहां विकास व विश्वास की जीत हुई है। सुजानपुर नगर परिषद में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार वीना धीमान की अध्यक्ष पद की ताजपोशी के बाद प्रदेश पंचायती राज प्रभारी एवं सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा बोले कि गवर्नमेंट स्पॉन्सर्ड गुंडागर्दी के बावजूद सुजानपुर शहर की जनता की जन भावनाओं की जीत हुई है। यहां समाज में नफरत फैलाने व बांटने वालों के नापाक इरादों को जनता ने जम कर धिक्कारा और नक्कारा है। राणा ने कहा कि सुजानपुर नगर परिषद की एक पार्षद को जबरन किडनैप करने के बावजूद न बीजेपी की धौंस चली है और न ही दबाव काम आया है। आखिर इस चुनाव में सुजानपुर शहर की जनता ने विकास व भाईचारे को स्वीकारा है। राणा ने कहा कि हैरानी इस बात की है कि छोटे से चुनाव में भारी सरकारी दबाव के बावजूद सुजानपुर शहर को रातोंरात छावनी में तबदील कर दिया गया था। किडनैप किए गए पार्षद के परिजनों को रात भर बंधक बनाकर उन पर भारी मानसिक दबाव डाला गया। लेकिन निर्भीक और निष्पक्ष पार्षद ने धौंस और दबाव को दरकिनार करते हुए विकास और विश्वास पर मोहर लगाकर बीजेपी को करारा जवाब दिया है। राणा ने कहा कि बीजेपी बेशक जो मर्जी झूठ-फरेब की राजनीति कर ले लेकिन सुजानपुर की जनता उनके किसी भी झांसे में आने वाली नहीं है। इसका सीधा संदेश सुजानपुर के पंचायती राज चुनावों में जनता ने दिया है। उन्होंने कहा कि वह सुजानपुर की जनता की निर्भिकता व निष्पक्षता का उपकार मानते हुए शहर की जनता का आभार प्रकट करता हूं।
हमीरपुर। नगर पंचायत नादौन में अध्यक्ष पद पर तरुण कपिल तथा उपाध्यक्ष पद पर योगराज की ताजपोशी हुई। नगर पंचायत कार्यालय परिसर में आयोजित सादे समारोह में एसडीएम विजय धीमान जी ने यह घोषणा की। इस सुअवसर पर स्वयं मौके पर पहुंचकर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवम् पार्षदों को बधाई दी। विजयी उम्मीदवारों ने कहा की वह भारतीय जनता पार्टी के मूलमंत्र #sabkasathsabkavikas को साथ लेकर मिल-जुल कर शहर का विकास किया जाएगा तथा विकास कार्यों में धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। हम केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार एवं प्रदेश की जयराम सरकार के नेतृत्व में विकास कार्यों को डबल इंजन की रफ्तार से आगे बढ़ाएंगे। इसके उपरांत ढोल नगाड़ों सहित शहर भर में विजय यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर शहरी भाजपा अध्यक्ष राजकुमार सौंधी, चुनाव प्रभारी भाजपा तरसेम कपिल, पार्षद सुषमा अवस्थी, सुरेंद्र कुमार, नवल अवस्थी, ओंकार शर्मा, निशांत शर्मा, हंसराज, मोहनलाल, मनोरंजन गुलाटी, अनिल गुलेरिया, यशपाल डोगरा व वरिष्ठ नागरिकों सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सुजानपुर नगर परिषद में बड़ा उलटफेर हुआ है। यहां भाजपा के बहुमत में होने के बावजूद कांग्रेस समर्थित वीना धीमान अध्यक्ष चुनी गई हैं। सुजानपुर नगर परिषद के वार्ड नंबर 7 से निर्दलीय जीते पवन कुमार उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। नगर परिषद के कुल 9 वार्डों में भाजपा और कांग्रेस के पार्षद 4-4 वार्डों से जीते हैं। वार्ड-7 से निर्दलीय पवन कुमार ने चुनाव जीता है। बहुमत के लिए 5 पार्षदों का साथ चाहिए था। निर्दलीय सहित पांच पार्षद गत दिवस पूर्व सीएम धूमल से भी मिले थे। सूत्रों के मुताबिक सुजानपुर से कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा की चाणक्य नीति का जादू चला है।
हमीरपुर। जिला में बुधवार को आरटी-पीसीआर टैस्ट में 4 लोग कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि पॉजीटिव पाए गए लोगों में बड़सर उपमंडल के गांव नारा के एक ही परिवार के 3 लोग 40 वर्षीय व्यक्ति, 13 वर्षीय लड़का और 10 वर्षीय लड़की शामिल है। इनके अलावा गांव बड़सर की एक 20 वर्षीय युवती की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई है।
हमीरपुर। पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनाव के तीसरे एवं आखिरी चरण में वीरवार को हमीरपुर जिला की 81 ग्राम पंचायतों के 457 वार्डों के 457 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) देवाश्वेता बनिक ने बताया कि जिला में पहले और दूसरे चरण की निर्वाचन प्रक्रिया की समाप्ति के बाद अब तीसरे चरण के मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 457 मतदान दल अपने-अपने मतदान केंद्रों पर पहुंच गए हैं और वहां सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि वीरवार को विकास खंड बमसन की 17, बिझड़ी की 17, भोरंज की 13, हमीरपुर की 8, नादौन की 19 और सुजानपुर की 7 ग्राम पंचायतों में सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। इन पंचायतों से संबंधित जिला परिषद और पंचायत समिति के सदस्यों के लिए भी वोट डाले जाएंगे। देवाश्वेता बनिक ने उक्त पंचायतों के सभी मतदाताओं से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया के दौरान कोविड-19 संबंधी सभी आवश्यक सावधानियों एवं नियमों की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। आइसोलेशन में रह रहे कोरोना पॉजीटिव लोगों को भी मतदान का अवसर प्रदान किया जाएगा, लेकिन वे 4 बजे के बाद ही मतदान कर सकेंगे। उपायुक्त ने सभी मतदाताओं से आग्रह किया है कि वे लोकतंत्र की इस सबसे छोटी इकाई में अपने प्रतिनिधि चुनने के लिए अधिक से अधिक संख्या में मतदान करें। उपायुक्त ने यह भी आग्रह किया है कि सभी सामान्य मतदाता निर्धारित समयावधि में प्रात:8.00 से सायं 4.00 बजे तक मतदान अवश्य कर लें, ताकि उसके उपरांत कोरोना संक्रमित एवं गृह-संगरोध में रह रहे मतदाताओं को मतदान के लिए पर्याप्त समय मिल सके। देवाश्वेता बनिक ने बताया कि मतदान के बाद पंचायत प्रधान, उपप्रधान और पंचायत सदस्यों के मतों की गिनती पंचायतों में आरंभ कर दी जाएगी और देर शाम तक इनके परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे। जबकि, पंचायत समिति और जिला परिषद के मतों की गिनती विकास खंड मुख्यालयों पर 22 जनवरी को होगी। पंचायत चुनाव का तृतीय चरण : 81 ग्राम पंचायतें विकास खंड बिझड़ी : विकास खंड बमसन : विकास खंड भोरंज : विकास खंड सुजानपुर : विकास खंड नादौन : विकास खंड हमीरपुर : 1. सठवीं 2. बल्ह-विहाल 3. बल्याह 4. सकरोह 5. बणी 6. मक्कड़ 7. उसनाडक़लां 8. जजरी 9. जमली 10. ज्योली-देवी 11. कनोह 12. भकरेड़ी 13. महारल 14. क्यारा-बाग 15. भैल 16. दैण 17. पटेरा 1. बजरोल 2. पौहंज 3. भटेड़ 4. लग-कढियार 5. टपरे 6. नाड़सी 7. भरनांग 8. बजड़ोह 9. पटनौण 10. सराहकड़ 11. कोट लांगसा 12. दरव्यार 13. बोहणी 14. दिम्मी 15. बलोह 16. डबरेड़ा 17. सिकांदर 1. पलपल 2. भोरंज 3. भौंखर 4. भलवाणी 5. टिक्करी-मिन्हासा 6. झरलोग 7. खरवाड़ 8. गरसाड़ 9. बाहन्वीं 10. भकेड़ा 11. नाहलवीं 12. रौहीं 13. लझयाणी 1. जोल 2. दाड़ला 3. ठाणा धमडिय़ाणा 4. लम्बरी 5. डेरा 6. री 7. मनिहाल 1. चोडू 2. बड़ा 3. रैल 4. सपड़ोह 5. पुतडिय़ाल 6. करण्डोला प्लासी 7. बलडूहक 8. फस्टे 9. मण 10. रंगस 11. जोल-सप्पड़ 12. नौहगीं 13. दंगड़ी 14. बूणी 15. भूम्पल 16. कोटला-चिल्लियां 17. घलंू 18. बर्धियाड़ 19. जीहण 1. मझोग सुल्तानी 2. बस्सी झनियारा 3. दडूही 4. मति टिहरा 5. नाल्टी 6. धनेड 7. ख्याह लौहाखरियां 8. सासन
हमीरपुर। पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनाव के लिए मंगलवार को दूसरे चरण में जिला के 6 विकास खंडों की 82 ग्राम पंचायतों के कुल 476 मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे मतदान आरंभ हुआ। उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) देवाश्वेता बनिक ने बताया कि दूसरे दौर में भी मतदाताओं ने काफी उत्साह दिखाया। इन ग्राम पंचायतों में पहले दो घंटों के दौरान यानि सुबह 10 बजे तक 17.11 प्रतिशत मतदाता वोट डाल चुके थे। दोपहर 12 बजे तक मतदान की प्रतिशतता 38.64 रही। उपायुक्त ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों ने भी बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। ग्राम पंचायत उखली के गांव गौटा के 102 वर्षीय संतराम, इसी पंचायत की 100 वर्षीय साहबदेई, ग्राम पंचायत चंबोह के वार्ड नंबर 4 के 100 वर्षीय देवी दास और कई अन्य वयोवृद्ध मतदाताओं ने अपने परिजनों की मदद से मतदान केंद्रों तक पहुंचकर वोट डाले। पूर्व विधायक 90 वर्षीय अमर सिंह निवासी रोपड़ी बलोहियां ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पहली बार मतदान कर रहे युवा भी अपने वोट देने के अधिकार के प्रति काफी उत्साहित दिखे। उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संकट को देखते हुए सभी मतदान केंद्रों पर विशेष ऐहतियात बरती जा रही है। मतदाताओं के बीच पर्याप्त दूरी का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। मतदान केंद्रों पर थर्मल स्कैनिंग के बाद पहले से ही पर्याप्त दूरी पर मार्क की गई जगहों पर मतदाताओं की लाईनें लगाई जा रही हैं।
हमीरपुर जिला के गांव मासियाना में पानी के टैंक के नजदीक एक अज्ञात शव पेड़ से लटका हुआ मिला। शव के मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई। स्थानीय लोगों ने जब जंगल मे गले सड़े शव को देखा इसकी तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस भी तुरंत मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने पेड़ से लटके शव को नीचे उतारा और मामले की छानबीन शुरू कर दी है। मौके पर पहुंचे एएसपी विजय सकलानी ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है। वहीं मौके पर एएसपी विजय सकलानी ने बताया कि पेड़ पर लटका शव काफी पुराना हो चुका है। व्यक्ति की उम्र लगभग 45 वर्ष के आसपास है। पुलिस शव को कब्जे में ले लिया है और मामले की छानबीन की जा रही है। विजय सकलानी ने बताया कि शव किसका है इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं है। वहीं स्थानीय लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
नगर निकायों और ग्राम पंचायतों के पहले चरण के चुनाव सम्पन्न होने के उपरांत बिलासपुर , ऊना व् हमीरपुर ज़िला के जीते हुए जनप्रतिनिधियों ने समीरपुर की ओर रुख किया और पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल से आशीर्वाद लेने पहुंचे। लोकतंत्र के पर्व पर अपनी भूमिका निभाने केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर रविवार से ही समीरपुर आये हुए हैं, इस बात का भी फायदा उठाते हुए मिलने वाले नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों की संख्या ज्यादा हो रही है। इसी कड़ी सोमवार को हमीरपुर ऊना एवं बिलासपुर तीनों ज़िलों से नगर निकायों व ग्राम पंचायतों से पहले चरण में विजयी रहे प्रधान उपप्रधान, पार्षद तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने काफी संख्या में समीरपुर पहुंच कर पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री ने जीते हुए सभी नए जनप्रतिनिधियों को कहा कि पार्टी के आदर्शों व नीतियों को अपनी कार्यशैली में अपना कर जनसेवा में सब लोग जुट जाएं। भाजपा के कार्यकर्ता के लिए सत्ता सेवा का साधन है इस बात को दिमाग में रख कर प्रधानमंत्री के भारत को विश्वगुरु बनाने के सपने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें l केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बधाई देते हुए कहा कि सौभाग्य से देश की बागडोर प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी के हाथ में है, जो ग्राम पंचायतों व स्थानीय निकायों की मजबूती को देश की मजबूती का आधार मानते हैं व इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए केंद्र से सीधा पैसा ग्राम पंचायतों व स्थानीय निकायों को भेज रहे हैं जिसका सदुपयोग कर अपने अपने क्षेत्र के विकास में सभी लोग अच्छी भूमिका निभाएं।
प्रदेश में करोड़ों रुपए के मिल रहे नशे के भंडार भावी युवा पीढ़ी के भविष्य को बेखौफ बर्बाद करने लगे हैं। नशा हर तीसरे घर के चिराग को तबाह करने पर आमादा है। अब सिर्फ सरकार को ही लग रहा है कि सब ठीक है। अन्यथा नशे के लगातार बढ़े प्रचलन ने साबित कर दिया है कि सरकार इस मामले पर पूरी तरह फेल और फ्लॉप हो चुकी है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि करोड़ों रुपए के नशीले पदार्थों का निरंतर पकड़े जाना बता रहा है कि अब प्रदेश पूरी तरह नशे की चपेट में आ चुका है। जो कि प्रदेश के युवाओं को लगातार नशे का गुलाम बना रहा है। हिमाचल में एक दिन में 127 किलो चरस और 295 किलो गांजे की खेप पकड़े जाने के मामले का सीधा अर्थ है कि प्रदेश में नशे का कारोबार पूरी तरह फलफूल रहा है। नशे की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। करीब 400 किलो से ज्यादा नशे के पकड़े गए भंडार प्रदेश में नशे के कारोबार के व्यापक आधार व खतरनाक आकार को साबित कर रहे हैं। राणा ने कहा कि सवाल यह है कि इतने बड़े पैमाने तक नशे की संलिप्तता व कारोबार की स्थिति कैसे और क्यों पैदा हुई है? इसका जवाब सरकार को देना होगा। भारत सरकार की अपनी रिपोर्ट बताती है कि पूरी तरह नशे का गढ़ बन चुके प्रदेश के चार जिलों चंबा, कुल्लू, सोलन व हमीरपुर में स्थिति खतरनाक हो चुकी है। सवाल उठता है कि इन जिलों मेें ऐसी कौन सी ड्रग माफिया की पॉवर पैदा हो चुकी है, जिनके दम पर नशे का कारोबार व संसार बेखौफ लगातार बढ़ रहा है। मौत के सौदागरों को किसका संरक्षण है, यह प्रदेश सरकार को बताना होगा? क्योंकि यकायक यह खतरनाक स्थिति पैदा नहीं हुई है। नशे के इस्तेमाल से युवा पीढ़ी को बर्बादी के अंधकार में धकेलने की मैनेजमेंट कौन किसके इशारे पर कर रहा है? सरकार को इसकी जवाबदेही भी देनी होगी। नशे की लगातार पकड़ी जा रही खेपें इस बात का सबूत बनी हैं कि नशे का नेटवर्क प्रदेश में लगातार पनप व फलफूल रहा है। नशे के बढ़ते कारोबार व मौत के सौदागरों के प्रदेश में फले फूले संसार के लिए जवाबदेह व जिम्मेदार कौन है। यह भी सरकार को बताना होगा। राणा ने आरोप जड़ा है कि जब से प्रदेश में बीजेपी सरकार सत्तासीन हुई है आंकड़े बतातें है कि तब से इस प्रदेश में नशे का कारोबार लगातार बढ़ा है। जाहिर तौर पर नशे के फल फूल रहे संसार व कारोबार के लिए सीधे तौर पर सरकार और सिर्फ सरकार ही जिम्मेदार है।
पूरे देश भर के साथ-साथ हिमाचल में भी आज से कोरोना टीकाकरण का महाअभियान शुरू हो रहा है। आज प्रदेश के 27 सेंटरों में सुबह दस बजे से इसका आगाज़ हुआ। पहले चरण के पहले दिन 2529 लोगों को कोरोना का टीका लगेगा। इसके लिए सभी 27 सेंटरों में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड पहुंचा दी गई है। इंजेक्शन के बाद 45 मिनट तक व्यक्ति उसी सेंटर में डॉक्टरों की निगरानी में रहना होगा। वैक्सीनेशन का पहला चरण 10 दिनों तक चलेगा। इसके बाद सेंटरों की संख्या बढ़ाकर 46 कर दी जाएगी। उधर, प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल कांगड़ा को वेब टेक्नोलॉजी सेंटर बनाया है। इन सेंटरों में कोरोना वैक्सीनेशन का सीधा प्रसारण होगा। केंद्रीय मंत्रालय भी इसकी मानीटरिंग करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कोरोना वॉरियर्स से बात करेंगे। बता दें, प्रदेश में यह अभियान 2 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे।
16 जनवरी से देश भर में कोविड टीकाकरण का महाअभियान शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर सरकार व प्रशासन की तैयारियां पूरी है। देश की विभिन्न जगहों में कोविड वैक्सीन की डिलीवरी लगभग पूरी हो गई है। इसके साथ शुक्रवार सुबह हिमाचल के विभिन्न जिलों में भी कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' की डिलीवरी हुई। गुरुवार को राष्ट्रीय टीकाकरण वाहन में 8 डिब्बों में 93 हजार वैक्सीन की डोज परिमहल लाई गई। इसके बाद रात 8 बजे वैक्सीन के डिब्बों में डिस्पैच नंबर लगाकर अन्य सेंटरों के लिए भेज दिया गया। 16 जनवरी को प्रदेश के 27 केंद्रों में ये वैक्सीन लगाई जाएगी। पहले चरण में यह अभियान 10 दिनों तक चलाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे। इन जिलों में हुई वैक्सीन की डिलीवरी शिमला जिला में सबसे पहले 11050 कोरोना वररियरों को टिका लगाया जाएगा। इसके लिए आईजीएमसी, केएनएच, रिपन, ठियोग और रामपुर अस्पतालों में वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं। IGMC में करीब 2200 कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगा। वहीं, सोलन जिला में 4300 कोरोना वैक्सीन पहुंची हैं। पहला टीका एमएमयू के एक प्रशिक्षु और सोलन अस्पताल में रेडियोग्राफर को लगेगा। कुल्लू जिला अस्पताल में देर रात करीब ढाई बजे 2800 वैक्सीन पहुंचीं। इनमें से 200 डोज जिला अस्पताल केलांग के लिए अटल टनल रोहतांग होकर भेजी गई हैं जबकि 2600 डोज को कुल्लू में लगाया जाएगा। सिरमौर के नाहन में कोरोना वैक्सीन के 3400 डोज पहुंचे हैं। उधर, मेडिकल कॉलेज चंबा में 3800 वैक्सीन पहुंची हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन विभिन्न केंद्रों के लिए रवाना कर दी है। ऊना जिले में 3300 डोज पहुंची हैं। बिलासपुर में कोरोना वैक्सीन की 2300 डोज पहुंची हैं। कांगड़ा जिले में 8600 वैक्सीन पहुंची हैं।
हमीरपुर 14 जनवरी। जिला में वीरवार को 9 लोग कोरोना पाॅजीटिव पाए गए हैं। इनमें से आरटी-पीसीआर टैस्ट में 5 और रैपिड एंटीजन टैस्ट में 4 लोग पाॅजीटिव निकले हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अर्चना सोनी ने बताया कि आरटी-पीसीआर टैस्ट में दियोटसिद्ध के 70 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक, कुलहेड़ा क्षेत्र के गांव टंगेर की 43 वर्षीय महिला, गांव सासन के 9 वर्षीय लड़के, इसी गांव के 40 वर्षीय व्यक्ति और मेडिकल कालेज अस्पताल हमीरपुर में 4 वर्षीय बच्चे की रिपोर्ट पाॅजीटिव आई है। डाॅ. अर्चना सोनी ने बताया कि वीरवार को जिला में रैपिड एंटीजन टैस्ट के लिए कुल 136 सैंपल लिए गए, जिनमें से 4 पाॅजीटिव निकले। पाॅजीटिव पाए गए इन लोगों में गांव मैहरे के दो लोग 75 वर्षीय व्यक्ति और 73 वर्षीय महिला, रैल का 51 वर्षीय व्यक्ति और जलाड़ी क्षेत्र के गांव मण का 35 वर्षीय व्यक्ति शामिल है।
हमीरपुर जिला में कोविड-19 वैक्सीन के टीकाकरण के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आज यहां उपायुक्त देबाश्वेता बानिक की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें टीकाकरण से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। देबाश्वेता बानिक ने बताया कि पूरे देश सहित हमीरपुर जिला में भी 16 जनवरी, 2021 से कोविड-19 वैक्सीन का टीका लगाने का अभियान प्रारम्भ किया जा रहा है। जिला में टीकाकरण के प्रथम दिन तीन केंद्रों पर 260 पंजीकृत फ्रंटलाईन वर्कर को टीके लगाए जाएंगे। इसके लिए डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज, हमीरपुर, नागरिक अस्पताल नादौन एवं नागरिक अस्पताल बड़सर चिह्नित किए गए हैं। प्रथम चरण में स्वास्थ्य व आयुर्वेद विभाग से जुड़े कर्मी एवं उनके सहायक के तौर पर कार्य कर रहे आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता, सफाई कर्मी व अन्य स्टाफ शामिल हैं। टीकाकरण के लिए पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) गत 8 जनवरी एवं 11 जनवरी, 2021 को पूरा कर लिया गया है। उपायुक्त ने कहा कि इसके बाद 18 जनवरी, 22 जनवरी, 23 जनवरी, 28 जनवरी, 30 जनवरी तथा एक फरवरी 2021 को जिला में चिह्नित 38 केंद्रों में टीकाकरण का कार्य पूर्ण किया जाएगा। इन सात दिनों में जिला के लगभग 5,238 फ्रंटलाईन वर्कर को टीका लगाया जाएगा। सभी लाभार्थियों के पंजीकरण की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है और उन्हें मोबाइल के माध्यम से टीका लगाने की तिथि, स्थान एवं समय के बारे में जानकारी प्रेषित की जाएगी। प्रथम चरण में हमीरपुर जिला के लिए कोवी-शिल्ड वैक्सीन की आपूर्ति की जा रही है और इसकी पहली खेप आज वीरवार सायं तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन निःशुल्क लगाई जा रही है। वैक्सीन की दो खुराक 28 दिनों के अंतराल में संबंधित व्यक्ति को लगाई जाएगी और इसके 14 दिनों के उपरांत उसमें विषाणु (वायरस) के विरुद्ध प्रतिरोधी क्षमता विकसित हो सकेगी। इस 42 दिन की अवधि के दौरान और उसके उपरांत भी वैक्सीन लगाने वाले व्यक्ति को निश्चित दूरी, मास्क एवं सैनिटाईजेशन जैसी सावधानियां अपनानी होंगी। टीका लगाने के उपरांत निश्चित अवधि तक लाभार्थी को निगरानी में रखा जाएगा और उसे अपने स्वास्थ्य संबंधी जानकारी साझा करने के लिए हेल्पलाईन नंबर भी उपलब्ध करवाया जाएगा। बैठक में पुलिस अधीक्षक डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी जितेंद्र सांजटा, आदेशक गृह रक्षक वाहिनी सुशील कौंडल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी, स्वास्थ्य अधीक्षक मेडिकल कॉलेज डॉ. आर.के. अग्निहोत्री, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय जगोता, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विरेंद्र शर्मा, उप निदेशक (उच्च शिक्षा) दिलवरजीत चंद्र, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद हमीरपुर किशोरी लाल सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) देवाश्वेता बनिक ने बुधवार को भोरंज का दौरा करके वहां पंचायतीराज संस्थाओं के आम चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भोरंज के परिसर में मतपत्र तैयार करने की प्रक्रिया का जायजा लिया। उपायुक्त ने बीडीसी एवं जिला परिषद की मतपेटियों को रखने के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम और मतगणना हॉल का भी निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। इस अवसर पर एसडीएम राकेश शर्मा, खंड विकास अधिकारी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
हमीरपुर। कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद नगर परिषद हमीरपुर के दो वार्डों के दो मकानों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। एसडीएम डॉ. चिरंजी लाल चौहान ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं और ये आदेश तुरंत प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं। आदेशों के अनुसार वार्ड नंबर एक हीरानगर और वार्ड नंबर 3 प्रतापनगर का एक-एक मकान कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
हिमचाल में बर्ड फ्लू के बढ़ते कहर ने चिकन के व्यवसाय को बड़ा झटका दिया है। प्रदेश पहले से ही कोरोना संकट से जूझ रहा है और अब बर्ड फ्लू की दस्तक ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बर्ड फ्लू के खौफ से हिमाचल प्रदेश में चिकन और अंडों की डिमांड तेजी से घट रही है। प्रदेश में चिकन की मांग में करीब 50 से 70 फीसदी कमी आई है। इस कारण चिकन के दामों में भरी गिरावट देखने को मिल रही है। उधर, दामों में भारी गिरावट के बावजूद लोग चिकन और अंडों का सेवन करने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं। पोल्ट्री का कारोबार करने वाले व्यापारियों के व्यवसाय पर इसका असर साफ दिख रहा है। प्रदेश के शिमला, सोलन, मंडी व कांगड़ा जिलों में चिकन-अंडों की मांग में भरी गिरावट देखी गई। शिमला शहर में चिकन-अंडों की मांग 15 से 20 फीसदी तक घट गई है। मंडी जिले में बर्ड फ्लू की आशंका से अंडे, चिकन और मछली के कारोबार में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। मांग कम हो गई है और दाम भी करीब 30 से 40 फीसदी तक गिर गए हैं। जबकि, कांगड़ा जिला में चिकन के दाम में 70 से 80 रुपये तक कम हुए हैं। मौजूदा समय में मुर्गे का मीट अब 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुका है। बावजूद इसके लोग चिकन खरीदने से परहेज कर रहे हैं। कई क्षेत्रों में थोक में मुर्गा 60 रुपये प्रति किलो के नीचे आ गया है। सोलन जिला में लोगों ने अंडे और चिकन की खरीद कम कर दी है। कारोबार 70 फीसदी कम हो गया है। चंबा व हमीरपुर में भी दो दिनों के भीतर ही चिकन और अंडे की मांग काफी कम हो गई है। वहीँ, इन सभी जिलों में पनीर, खोया और मटर की डिमांड बढ़ गई है।
तीन साल की नाकामी और कुप्रबंधन के बाद अब सरकार प्रशासनिक अम्ले को अपने पक्ष में वोट डलवाने के लिए सरकार तबादलों का खौफ दिखाने लगी है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने कही है। राणा ने कहा कि प्रदेशभर से मिली अधिकारियों को व कर्मचारियों की हजारों शिकायतों से यह खुलासा हुआ है कि सत्ता से जुड़े लोग पंचायती राज चुनावों में बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों को वोट करवाने का भारी दबाव बनाने लगे हैं। ऐसे में निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर संकट खड़ा हो सकता है। राणा ने प्रदेश के तमाम चुनाव करवा रहे अधिकारियों व कर्मचारियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा है कि अधिकारी व कर्मचारी किसी भी दबाव में न आएं क्योंकि यह सरकार अब जाने वाली है और कांग्रेस सरकार आने वाली है। पंचायती चुनावों से पहले सरकार के जर्द चेहरे का दर्द बता रहा है कि अब यह सरकार टिकने वाली नहीं है। इस खौफ से सहमी सरकार अब सरकारी अम्ले पर दबाव बनाने लगी है। राणा ने जनता से अपील करते हुए कहा है कि बीजेपी सरकार के कुशासन और कुप्रबंधन ने जनता को बड़े आर्थिक संकट में धकेला है जिसका करारा जवाब देने का समय अब आया है। राणा ने कहा कि लोग न सरकार के दबाव में आएं न डरें बल्कि निष्पक्ष वोट का प्रयोग करके निकमे लोगों को सत्ता से बाहर करने में अपना योगदान दें क्योंकि निष्पक्ष मत प्रदेश को फिर से विकास की मुख्य धारा में लाएगा। आज सरहदों पर सेना नायक सरकार की जिद्द के कारण संकट में हैं क्योंकि वह सड़कों पर हाल-बेहाल हो रहे अपने किसान परिवारों की चिंता में गहरे तनाव में हैं। किसान सड़कों पर हाल-बेहाल हैं और जवान सरहदों पर परिवारों के लिए चिंतित होने के बावजूद अपनी शहादतें देने को मजबूर हैं लेकिन बेदर्द सरकार अपनी जिद्द पर रहती हुई देश को विचित्र संकट में धकेल रही है। सरकार की जिद्द से स्पष्ट हो गया है कि सरकार आम जनता के बजाए कार्पोरेटर के हितों के लिए सत्तासीन हुई है। राणा ने कहा कि बेशक हिमाचल में बड़े किसान नहीं हैं लेकिन सरकार की नीति और नीयत को देखते हुए यह स्पष्ट है कि अब किसानों के बाद प्रदेश के बागवानों पर सरकार की हठधर्मिता के कारण संकट आने वाला है। इन सब संकटों से बचने का एक ही मूलमंत्र है कि तानाशाहों की सरकार को मत से मात देकर बाहर का रास्ता दिखाएं।
आज सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने कहा की हिमाचल सरकार के कुशासन व कुप्रबंधन के कारण राजकोषीय घाटा 135 फीसदी जा पहुंचा है। स्टैटिकल डायरेक्टरेट जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक नवंबर माह में राजकीय कोषीय घाटा 10.75 लाख करोड़ रहा जबकि वित्त वर्ष 20-21 के लिए 7.96 करोड़ राजकोषीय घाटे का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कही है। उन्होंने कहा कि धड़ाम हुई अर्थव्यवस्था के बीच आम आदमी का जन जीवन और दुश्बार हुआ है। महामारी, बेरोजगारी व आर्थिक तंगी से बिलबला रही जनता सरकार के कुप्रबंधन के लिए उसे हर चौराहे पर कोस रही है। जहां बीते नवंबर में देश का राजकोषीय घाटा 10.75 लाख करोड़ रहा है वहीं शाह खर्ची के लिए शाहों की बीजेपी सरकार ने इसी अवधि में 10.6 लाख करोड़ सरकार का खर्चा बताया है। वहीं सितंबर 2020 माह की तिमाही में सरकार का वकाया बढ़कर 107.4 लाख करोड़ हो गया है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के अंत तक कुल वकाया 101.3 लाख करोड़ था जिससे समझा जा सकता है कि सरकार पर लगातार देनदारियों का दबाव बढ़ रहा है। राणा ने कहा कि बेशक कोरोना का रोना रो रही सरकार प्रदेश की अर्थव्यवस्था की खराबी के लिए कोविड-19 का बहाना लगा रही है लेकिन हकीकत यह है कि समाज चिंता छोड़ शाह खर्ची व सत्ता पर काबिज रहने के लिए सत्ता का दुरूपयोग करते हुए सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था का अब तक का सबसे बड़ा नुकसान किया है क्योंकि सरकार को समाज से ज्यादा सत्ता की चिंता है जिसके चलते सत्ता स्वार्थ में समाज को दरकनार सरकार लगातार गलत फैसले लेती आ रही है। एक तरफ सरकार स्वयं कह रही है कि देश में 80 करोड़ के करीब लोग गरीब हैं और दूसरी ओर सरकार जनता को दी जाने वाली सुविधाओं को लगातार निगलने व कम करने में लगी है। करोड़ों लोगों की रसोई गैस की कीमत 100 रुपए बढ़ाकर सरकार ने 9 हजार करोड़ रुपए कुछ किसानों के खातों में डालकर किसान हितैषी होने की बात कर रही है जबकि किसान अपनी बात रखने के लिए सड़कों पर ठंड से ठिठुर रहे हैं। राणा ने कहा कि सरकार में चले लगातार भ्रष्टाचार के बीच बीजेपी के राज में जनता का राजनीति पर भरोसा निरंतर कम हुआ है जोकि लोकतंत्र के लिए घातक साबित हो सकता है।
हमीरपुर। कृषि कानूनों के विरोध में हाल-बेहाल देश का किसान सड़कों पर ठंड से ठिठुर रहा है, मर रहा है लेकिन सत्ता अहम में मगरूर सरकार चैन की नींद सो रही है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही है। उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दे पर अब बीजेपी सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक देश की अधिकांश आबादी मोर्चा खोल चुकी है। यही नहीं अब दुनिया की अधिकांश सरकारें भारत सरकार के बेदर्द रवैये को लेकर चिंतित हो रही हैं। देश का हर वर्ग किसानों की खराब होती हालत को लेकर संवेदनशीलता दिखाता हुआ किसानों के साथ आ खड़ा हुआ है लेकिन सत्ता घमंड में बेदर्द सरकार अपनी जिद्द पर अड़ी हुई है। कृषि कानूनों को लेकर देश में फसल उगाने वाले बड़ा किसान वर्ग इस वक्त सबसे ज्यादा नाराज है। अब पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र, बिहार के साथ अधिकांश राज्यों के किसान इस आंदोलन से जुड़ चुके हैं। अब दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति अमेरिका के 7 प्रभावशाली सांसदों ने अमेरिकी विदेश मंत्री माईक पोपियो को पत्र लिखा है, जिनमें भारतीय-अमेरिकी मूल की सांसद प्रोमिला जयसवाल भी शामिल है। इन अमेरिकी सांसदों ने पत्र लिखकर पोपियो से अपील की है कि वह किसानों के विरोध प्रदर्शन का मुद्दा भारत सरकार के सामने उठाए। जबकि देश में आम आदमी से लेकर बॉलीवुड सेलिब्रिटी व अन्य शिक्षित वर्गों के लोग किसानों के इस आंदोलन को लेकर बेहद चिंतित हैं। इसके बावजूद बीजेपी सरकार किसानों की समस्या को लेकर बेदर्द बनी हुई है। राणा ने कहा कि यह तो वही बात हो गई कि देश जल रहा था और नीरो बंसी बजा रहा था। ऐसे ही केंद्र सरकार किसानों की समस्या से ज्यादा अपने हितों को साधते हुए सत्ता सुख में मशरूफ है। जबकि सरकार व अडानी-अंबानी के अंधभक्त कृषि बिलों को किसान का हितैषी बता रहे हैं। राणा ने चुटकी लेते हुए कहा कि देश भले ही सरकार की बात समझने में देरी कर चुका है, लेकिन सरकार ने तो पहले ही कह दिया था कि वह सिर्फ चौकीदार हैं। असली मालिक तो अडानी-अंबानी हैं और उन्हीं की पैरवी को लेकर सरकार किसानों को कुचलने की ज़िद पर अड़ी हुई है। राणा ने कहा कि सड़कों पर किसानों पर हो रहा जुल्म व कुर्बानियां बेकार नहीं जाएंगी। भले ही उसमें कुछ समय लगे लेकिन गरीब किसान को कुचलने पर अमादा हुई सरकार एक दिन औंधे मुंह जरुर गिरेगी। देश के कॉर्पोरेटरों की पैरवी करने वाली सरकार को एक न एक दिन इस सबका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। क्योंकि बेदर्द हाकिमों की हुकूमत ज्यादा देर नहीं चलती है।
कोविड -19 की रोकथाम हेतु मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रदेशवासियों से अपील..
भारतीय दूतावासों के जरिए पीएम कोविड केयर फंड के लिए दान जुटाने के मामले में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने भाजपा व केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने सवाल किया कि अब 56 इंच का सीना कहां है, जिसके रहते धन जुटाने के लिए चीन, कतर व पाकिस्तान के सामने सरकार को गिड़गिड़ाना पड़ रहा है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि भाजपा व केंद्र सरकार ने झूठ की सारी हदें पार कर दी है, लेकिन झूठी की दीवारें ध्वस्त होने लगी हैं। जनता को इमोशनली ब्लैकमेल कर पाकिस्तान व चीन के खिलाफ सरकार बातें तो बड़ी-बड़ी करती है तथा चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगा रही है, वहीं भारतीय दूतावासों को उन्हीं प्रतिबंधित ऐप से धन जुटाने को कहा जा रहा है, जोकि शर्म की बात है और देश की जनता से धोखा है। उन्होंने सवाल किया कि अगर पीएम केयर फंड चैरिटेबल ट्रस्ट है तो सरकारी एजैंसियों भारतीय दूतावासों ने पी.एम. केयर फंड के लिए प्रचार और दान क्यों प्राप्त किया। प्रतिबंधित चीनी ऐप्स पर फंड का विज्ञापन क्यों किया गया। अगर फंड आर.टी.आई. के भीतर लोक प्राधिकरण के दायरे में नहीं है तो दूतावासों ने पब्लिक डोमेन को छोड़कर क्लोज्ड चैनल से फंड के लिए विज्ञापन क्यों दिया। विदेशों से जुटाए धन का सी.ए.जी. या भारत सरकार द्वारा लेखा-जोखा क्यों नहीं किया गया है। सरकार द्वारा विदेशी योगदान (विनियमन) संशोधन अधिनियम (एफ.सी.आर.ए.) के पूर्वावलोकन से इस ट्रस्ट के फंड को छूट क्यों दी गई है। ऐसा विशेष उपकार क्यों किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि पाकिस्तान, कतर व चीन सहित 27 विदेशी देशों से कितना फंड प्राप्त हुआ तथा किन विदेशी कंपनियों से धन मिला। उन्होंने कहा कि झूठ की सारी सीमाएं सरकार लांघ चुकी है। विदेशों से मिले फंड की जानकारी छिपाने के लिए इसे ट्रस्ट कहकर आर.टी.आई. के दायरे से बाहर किया, लेकिन दान जुटाने को भारतीय दूतावासों की ड्यूटी लगाई।एक तरफ पाकिस्तान व चीन से भारतीय सीमा पर घुसपैठ जारी है,हमारे जवान शहीद हो रहे है और दूसरी तरफ सरकार इन देशों से पीएम केयर में मदद की गुहार भी कर रही है।मोदी सरकार की कथनी और करनी में अंतर साफ दिखता है। आज इस विषय पर केंद्र सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी।
नादौन के बसारल गांव के पास एक निजी बस बैक करते समय बस की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है जिससे क्षेत्र में शोक व्याप्त है। मिली जानकारी के अनुसार एक निजी बस न० एचपी-55 बी 5901 का चालक बसारल के पास बस का बैक कर रहा था कि बसारल के ही सलाम गांव का देश राज पुत्र कांशी राम बस की चपेट में आ गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायला आवस्था में उसे उपचार के लिए नादौन अस्पताल लाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। खबर मिलते ही यातायात प्रभारी एएसआई नरेश कुमार टीम सहित मौका पर पहुँच गए। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। एएसपी विजय सकलानी ने बताया कि आरोपी बस चालक कमल किशोर के खिलाफ मामला दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
नादौन के भूंपल क्षेत्र में चोरों ने रात को तीन घरों के ताले तोडक़र लाखों के गहने व नकदी चोरी कर ली है जिससे क्षेत्र में दहशत का महौल है। मिली जानकारी के अनुसार चोरों ने बुधवार रात को भूंपल क्षेत्र के थुनियाल गांव के राजीव कुमार पुत्र रत्न चंद के घर के एक कमरे का ताला तोडक़र कमरे से करीब एक लाख चालीस हजार की नकदी, सोने की चेन, टॉक्स, झुमके व अंगूठी आदि चोरी कर लिए हैं। राजीव कुमार के अनुसार उनकी एक आरडी मैच्योर हुई थी जिसके पैसे मिले थे जो अभी घर में ही रखे थे। उन्होंने बताया कि परिजन साथ लगते कमरों में सोए थे और जिस कमरे से नकदी व गहने चोरी हुए हैं उस कमरे में कोई नहीं सोया था। उसी रात चोरों ने भूंपल क्षेत्र के ही गांव सुधियाल की माया देवी पत्नी महेन्द्र सिंह के नव निर्मित मकान के ताले तोड़ कर करीब 50 हजार की नकदी, सोने की चेन, टॉक्स, झुमके व अंगूठी आदि चोरी कर लिए हैं। तीसरा घटना भी सुधियाल गांव है। चोरों ने गांव की अनुराधा पत्नी पवन कुमार के नव निर्मित मकान के कमरे का ताला तोड़ कर कमरे से 6 हजार रूपये व चांदी के हार के सैट सहित अन्य सामान चोरी कर लिया है जिसका पता इन सभी को उस समय चला जब उन्होंने कमरों के ताले टूटे व दरवाजे खुले देखे। समाज सेवी सुनील शर्मा ने बताया इन चोरी की घटनाओं से लोगो दहशत में हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इन तीनों चोरी की घटनाओं को किसी भेदी ने ही अंजाम दिया है जिसे पता था कि इन कमरों में रात को कोई नहीं सोया है। इन चोरी की घटनाओं की पुष्टि एएसपी विजय सकलानी ने बताया कि पुलिस ने चोरी की घटनाओं की खबर मिलते ही पुलिस टीम मौका पर भेज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पुरे देश में आज किसानों के समर्थन में भारत बंद का एलान है। भारत बंद का असर कई राज्यों में देखने को मिल रहा है, लेकिन हिमाचल की बात की जाए तो प्रदेश में भारत बंद का कोई भी असर देखने को नहीं मिला। हालाकिं कुछ जगहों पर सीटू व किसान संगठनों ने किसान समर्थन में रैली निकाली। बाजार बंद की बात की जाए तो प्रदेश में कहीं भी दुकानों के शटर बंद नहीं दिखें। सोलन व शिमला की बात की जाए तो किसानों के समर्थन में रैलियां तो की गई, लेकिन बाजार में लोगों की भीड़ पहले की तरह ही देखने को मिली। बता दें की देश में सरकार दवरा पास किए गए किसान बिल के विरोध में दिल्ली में किसान पिछले 13 दिनों में विरोध कर रहे है। किसानों ने आज पुरे भारत को बंद करने की अपील की थी। बात की जाए पंजाब व हरियाणा की तो वहां पर भारत बंद का असर देखने को मिला। पंजाब हरियाणा में किसानों द्वारा कई जगहों पर चक्का जाम किया गया। हिमाचल प्रदेश में किसानों के समर्थन में कम लोग ही देखने को मिले। प्रदेश सरकार ने पहले ही इस भारत बंद को नकार दिया था। ठियोग, शिमला, सोलन व मंडी में प्रदर्शन .... हिमाचल के कुछ ज़िलों में भारत बंद के समर्थन में रैली व प्रदर्शन किया गया। ठियोग में कुछ संगठनों ने चक्का जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में ठियोग के विधायक राकेश सिंघा भी मौजूद रहे, इसके अलावा शिमला, सोलन व मंडी में किसान संगठन व कांग्रेस ने भारत बंद का समर्थन किया व रोष प्रदर्शन किया। प्रदेश में किसानों के समर्थन में कांग्रेस का भी साथ देखने को मिला।
सुजानपुर के ऐतिहासिक चौगान में एन.एस.यू.आई. इकाई द्वारा आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट का सोमवार को समापन हो गया। इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि नशे का सेवन केवल क्षणिक आनंद दे सकता है, लेकिन व्यायाम, ध्यान व खेलें न केवल शारीरिक रूप से बलिष्ठ बनाती है, बल्कि मन की एकाग्रता भी बनती है। उन्होंने कहा कि इनके अलावा जीवन में शिक्षा का अलग ही महत्व है। खेलकूद के साथ शिक्षा हमें मानवता सिखाती भी है और एक बेहतरीन इंसान भी बनाती है। ये जीवन का मूलमंत्र है। समापन सरोस कार्यक्रम से पहले फाइनल मैच डोली व आलमपुर टीम के बीच हुआ, जिसमें डोली की टीम ने 55 रनों से जीत हासिल की। विजेता डोली टीम को मुख्यातिथि विधायक राजेंद्र राणा ने अपने कर कमलों से 11,000 रूपए व उपविजेता आलमपुर की टीम को 71,00 रूपए इनामी के दिए। विधायक राजेंद्र राणा ने इस अवसर पर एन.एस.यू.आई. सुजानपुर इकाई को प्रोत्साहन राशि के रूप में 5,000 रूपए दिए। उन्होंने हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि एन.एस.यू.आई. इकाई पहले भी सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेती आई है तथा उम्मीद है कि भविष्य में भी पूरे उत्साह के साथ सामाजिक सरोकारों की परिपाटी को चलाती रहेगी। समापन समारोह में सुजानपुर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन ज्योति प्रकाश, राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश महासचिव व जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष लेखराज ठाकुर, सुजानपुर कांग्रेस से महासचिव अशोक राणा, महिला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बीना धीमान, पार्षद महादेव, पार्षद मनोज ठाकुर, पार्षद दीप ज़िला कांग्रेस उपाध्यक्ष सुरिंदर कुमार, कुमार, पार्षद अनिता कुमारी, पार्षद सुमन अटवाल, शहरी इकाई के पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष आशीष सोहना व अन्य लोग उपस्थित रहे।
प्रदेश में काफी दिनों से साफ़ चल रहे मौसम के बाद अब खबर आ रही है की आगामी 7 दिसंबर को मौसम का हाल बिगड़ सकता है। मौसम विभाग द्वारा जारी एक सप्ताह के पूर्वानुमान के मुताबिक आगामी 7 से 10 दिसंबर तक प्रदेश के अधिक ऊँचाई वाले इलाकों में बारिश और हिमपात होने की संभावना है। वहीं 7 और 8 दिसंबर को प्रदेश के माध्यम ऊँचाई वाले इलाकों में भी बारिश और बर्फ़बारी हो सकती है। इसके इलावा प्रदेश के मैदानी व कम ऊँचाई वाले इलाकों में भी 7 और 8 को बारिश की संभावना है। उधर, प्रदेश के सभी इलाकों में शीत लहर जारी है।
नगर परिषद हमीरपुर की मतदाता सूचियों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय नगर निकाय की सूचियों में बाहरी मतदाताओं को शामिल करने की बात सामने आ रही है। पूर्व पार्षद अजय शर्मा ने इस संबंध में डीसी हमीरपुर को शिकायत पत्र सौंपा है। उन्होंने शिकायत पत्र के माध्यम से कहा कि नगर परिषद हमीरपुर के विभिन्न वार्डों में बाहरी क्षेत्रों के लोगों को शामिल किया जा रहा है। मतदाता सूचियों में उनके नाम फोटो के बिना ही शामिल कर दिए गए हैं। पूर्व पार्षद अजय शर्मा का कहना है कि इस बारे में पहले भी कई बार प्रशासन और स्थानीय नगर निकाय को शिकायत सौंपी जा चुकी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। डीसी हमीरपुर को शिकायत सौंपी गई है, जिससे इस मामले में शीघ्र कार्रवाई हो सके। उनका कहना है कि शिकायत के बावजूद कार्रवाई न करना अपने आप में बड़ा सवाल है। आपको बता दें कि इससे पहले भी मतदाता सूचियों पर भावी प्रत्याशी और कई पूर्व पार्षद सवाल उठा चुके हैं। इन शिकायतों पर तहसीलदार हमीरपुर में सुनवाई भी की थी, लेकिन अधिकतर शिकायतकर्ता इस सुनवाई से संतुष्ट नजर नहीं आए थे। वहीं अब एक बार फिर जिला प्रशाशन के पास ये मामला पहुंचा है।
हिमाचल प्रदेश में लगातार कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। आज कोरोना से 3 और लोगों ने जान गवाईं है। नेरचौक मेडिकल कॉलेज में 3 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ दिया है। मृतकों में नग्गर कुल्लू का 73 वर्षीय बुजुर्ग, संधोल मंडी का एक 86 वर्षीय बुजुर्ग और झंडूता बिलासपुर की 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला शामिल है। इसके साथ ही प्रदेश में 642 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कुल 58 नए संक्रमित पाए गए हैं। इनमे बिलासपुर से 9 लोग, किन्नौर से 5, मंडी से 12 और शिमला से 32 लोग संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश में कोरोना से संक्रमितों की कुल संख्या 40576 हो गई है। फिलहाल प्रदेश में 7745 कुल एक्टिव केस हैं। साथ, 32145 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं।
हिमाचल प्रदेश में 12वीं पास बच्चों के लिए राहत भरी खबर आई है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने कॉलेजों में दाखिले की तारीख को 5 दिसंबर तक बढ़ा दिया है। 12वीं पास बच्चे जिन्हें कॉलेज में एडमिशन की चिंता सता रही थी उन को बड़ी राहत मिली है। कोरोना वायरस की वजह से जो बच्चे कॉलेजों में दाखिला नहीं ले पाए थे उन्हें शिक्षा निदेशालय ने एक और मौका दिया है। वहीँ स्कूल शिक्षा बोर्ड ने हाल ही में दसवीं कक्षा के परिणाम भी घोषित किए थे पर विद्यार्थियों को कॉलेज में एडमिशन नहीं मिल रहा था। लेकिन अब तिथि बढ़ाए जाने के बाद विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिली है। इससे कई विद्यार्थियों का 1 साल खराब होने से बच गया है।
हिमाचल प्रदेश के 2.50 लाख आयकर दाताओं को डिपो में एपीएल उपभोक्ताओं की तर्ज पर अगले महीने से सस्ता राशन मिलना शुरू हो जाएगा। हिमाचल सरकार की ओर से सब्सिडी पर मिलने वाला राशन अब उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होगा। उपभोक्ताओं को आटा चावल 9 और 10 रुपए प्रति किलो और दालें, तेल, नमक और चीनी बाजार रेट से 4 से 5 रुपए तक सस्ती मिलेगी। सब्सिडी पर दी जाने वाली 3 दालें, 2 लीटर तेल मार्केट रेट या इससे कुछ कम रेट पर मिलेगा। बता दें सरकार ने कोरोना काल में करदाताओं को डिपो से सस्ते राशन देने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद सरकार के निर्देशों व कैबिनेट में फैसला होने के बाद करदाताओं के राशन कार्ड ब्लॉक कर दिए गए थे। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि आयकर दाताओं को डिपो में सस्ता आटा चावल देने के लिए फाइनल स्वीकृति दे दी गई है। निगम को निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्द राशन बहाल करें। दाल और तेल भी मार्केट रेट से कुछ सस्ता मिलेगा।
पूरे विश्व में सबसे खराब अर्थव्यवस्थाओं में दूसरे स्थान पर चल रहे भारत देश की दुर्दशा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने सवाल किया है कि क्या ऐसे सुनहरे भारत की तस्वीर देश की जनता को दिखानी थी। क्या किसानों पर जुल्म करना व भारतीय सेना के जवानों को आर्थिक संकट में डालना अच्छे दिन हैं। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि जुलाई-सितम्बर की दूसरी तिमाही में भी देश की जीडीपी दर 7.50 प्रतिशत गिरी है। सरकार से देश की अर्थव्यवस्था संभल नहीं पा रही है। सरकार अपने मन की बात कह रही है और उसे जनता पर थोप भी रही है, लेकिन जिन वर्गों पर इन्हें आजमाया जा रहा है, उनसे कोई सुझाव नहीं लिया जा रहा है। बदले में एक तानाशाही रवैया अपनाते हुए जनता की मन की बात को दबाया जा रहा है। सरकार के अब तक के निर्णय रहस्यमयी व नाटकीय ही रहे हैं, जोकि आधी रात को लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता में आक्रोश दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। प्रदेश सरकार को भी लपेटते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में भी उसी ढर्रे पर सरकार चल रही है। केंद्र के नक्शेकदम पर चलते हुए प्रदेश सरकार भी अब तक जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई है। 3 साल केवल झूठे वायदों, जुमलेबाजी व आश्वासनों में ही बीते हैं। हर क्षेत्र में माफिया राज को सरंक्षण मिला है। प्रदेश सरकार के अपने लिए कानून अलग हैं और शेष वर्गों के लिए नियम बदल जाते हैं। उन्होंने कहा कि लाकडाऊन में सरकार ने सरकारी डिपुओं से गरीब लोगों को नि:शुल्क राशन मुहैया करवाने का निर्णय लिया था, जिसे अब बंद किया जा रहा है, लेकिन सरकार को समझना चाहिए कि बेशक लाकडाऊन नहीं है, लेकिन कोरोना महामारी के मामले प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं तथा गरीब लोगों की आर्थिकी में अभी सुधार नहीं हुआ है। ऐसे में सरकार ऐसे पात्र परिवारों का नि:शुल्क राशन बंद न करें, बल्कि इस घड़ी में राशन के अलावा स्वरोजगार व रोजगार के ऐसे संसाधन जुटाए, जिससे उनकी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी हो सकें।
अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर शहीद हुए सिरमौर के 23 वर्षीय लाल अंचित कुमार का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव धार पंजेहरा पहुंचा। शहीद का पार्थिव शरीर गांव में पहुँचते ही हज़ारों की संख्या में जनसैलाब उनके आखिरी दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। हर तरफ केवल "भारत माता की जय","अंचित शर्मा अमर रहे" के नारे ही सुनाई पड़ रहे थे। माँ-बाप का इकलौता लाल तिरंगे में लिपटा हुआ जब अपने घर पहुंचा तो उनकी परिवार वालों की आंसुओं से भरी आँखे उनके दर्द बयां कर रहीं थी। माँ और बहन के रो-रो कर बुरे हाल थे जबकि पिता की नम आँखे और उनका चौड़ा सीना उनके गर्व को दर्शा रहा था। दोपहर के समय अंचित शर्मा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिमसंस्कार किया गया।
हिमाचल प्रदेश के बिजली उपभोगताओं को हाई कोर्ट ने बड़ी राहत प्रदान की है। हिमाचल में अब बिजली के नये कनेक्शन पुरानी सिक्योरिटी राशि पर ही मिलेंगे। बता दें बिजली के मीटर लगाने के लिए उपभोगताओं से ली जाने वाली राशि कई गुना बढ़ा दी गई थी। पर अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद राज्य बिजली बोर्ड ने इस सिक्योरिटी राशि के आदेश स्थगित कर दिए हैं। एडवांस कंज्यूमर डिपॉजिट की नई दरें तय करने के लिए जल्द विद्युत नियामक आयोग को प्रस्ताव भेजा जाएगा। आयोग द्वारा नई दरें तय करने तक प्रदेश में पुरानी सिक्योरिटी राशि पर ही नए बिजली कनेक्शन दिए जाएंगे। शुक्रवार को बोर्ड प्रबंधन की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सिक्योरिटी राशि की नई दरों पर स्टे दे दिया है। इससे उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल गई है। बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक आरके शर्मा ने बताया कि सिक्योरिटी की नई दरें तय होने तक प्रदेश में पुरानी दरें लागू रहेंगी। बिजली बोर्ड ने घरेलू, व्यावसायिक और औद्योगिक कनेक्शनों पर एडवांस कंज्यूमर डिपॉजिट में भारी बढ़ोतरी कर दी थी। प्रदेश भर में विरोध के बाद सरकार ने बढ़ाई दरें वापस लेने का एलान किया था। शुक्रवार को बोर्ड प्रबंधन ने नई दरों के आदेश को स्थगित करते हुए पुरानी सिक्योरिटी राशि के मुताबिक ही नया बिजली कनेक्शन देने का फैसला लिया है।
हमीरपुर। कोरोना काल के दौरान आर्थिक संकट से जूझ रही जनता की जेब पर डाका डालते हुए पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ौतरी की गई। केंद्र सरकार व तेल कंपनियों ने उस दौर में जनता को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यह बात प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि पिछले साल कच्चे तेल की प्रति बैरल लागत 4100 से 4400 रूपए तक थी, जोकि कोरोना काल में 2000 रूपए प्रति बैरल तक पहुंच गई, लेकिन उस समय डीजल-पेट्रोल की कीमतें कम कर जनता को फायदा पहुंचाने की बजाय पेट्रोल पर 10 रूपए तथा डीजल पर 13 रूपए प्रति लीटर अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी लगा दी। अब भी कच्चे तेल की प्रति बैरल कीमत 3000 रूपए के करीब है, लेकिन पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई कटोती नहीं की गई है। सबका साथ-सबका विकास की बात करने वाली केंद्र सरकार कोरोनाकाल में जनता का हमदर्द बनने की बजाए पर्दे के पीछे से खलनायक की भूमिका निभाती रही। यही कारण रहा कि अप्रैल-मई में कच्चे तेल की कीमत में कमी के बावजूद पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाने से सरकार व तेल कंपनियों ने इस साल सितम्बर माह तक ही 25 हजार करोड़ से ज्यादा कमाई की। तेल के दाम बढ़ने से मालभाड़ा में भी बढ़ोतरी हुई है, जिससे आम आदमी को महंगाई से भी जूझना पड़ रहा है। विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि कोरोना काल में महामारी से खुद व परिवार को बचाए रखने के लिए आर्थिक संकट से जूझने के बावजूद लोगों में दोपहिया व चौपहिया वाहन खरीदने की होड़ मची हुई थी, लेकिन उस समय पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने की बजाय उनमें बढ़ौतरी कर सरकार ने पीठ में छुरा घोंपने का काम किया। आम आदमी को लूटने के सरकार नित नए-नए तरीके इजाद कर रही है तथा तानाशाह की तरह जनता पर निर्णय थोपे जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को आम आदमी से कोई मतलब नहीं है। चुनावों के समय स्वयं सरकार ने महामारी से बचने की एडवाइजरी की अनुपालना नहीं की और अब मामले बढ़ने के बाद नींद से जाग रही है। यही हाल प्रदेश सरकार का है, जिसने अपनी रैलियों में नियमों की जमकर उल्लंघना कर जनता की जान सांसद में डाली और अब नियमों का सख्ती से पालन करने की बात कही जा रही है।
आज पूरे केंद्र के साथ प्रदेश की भी कई ट्रेड यूनियनें राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं। आज देश भर में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ करोड़ों लोग गरजेंगे। इस हड़ताल का असर प्रदेश में भी दिख रहा है। राजधानी शिमला समेत प्रदेश के सभी जिलों में कुछ प्राइवेट बस यूनियनें हड़ताल पर हैं। इस कारण लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में दिक्कतें आ रही हैं। लोग घंटो से बसों का इंतज़ार कर रहे हैं। अगर बात की जाए राजधानी शिमला की तो शिमला में आज बसों से भरा लक्कड़ बाजार बस स्टैंड खाली नज़र आया। हालांकि वहां इक्का दुक्का सरकारी बसें नज़र आईं पर केवल 50% ऑक्यूपेंसी होने के कारण कई यात्रियों को अगली बस के लिए लम्बा इंतज़ार करना पड़ रहा है। वहीँ सीमेंट प्लांट में कार्यरत ट्रक ऑपरेटर यूनियनें भी इस हड़ताल का हिस्सा बन सकती हैं। इससे सीमेंट ढुलाई प्रभावित होगी। साथ ही कुछ टैक्सी ऑपरेटर्स भी हड़ताल पर रहेंगे। ये संगठन हड़ताल पर... हिमाचल में मजदूर संगठन सीटू, इंटक, एटक, केंद्रीय कर्मचारी समन्वय समिति, पोस्टल कर्मचारी यूनियन, नॉर्थ जोन इंश्योरेंस इंप्लाइज एसोसिएशन, ऑल इंडिया ऑडिट एंड अकाउंट्स पेंशनर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन, प्रदेश प्राइवेट बस ड्राइवर कंडक्टर यूनियन, हिमाचल किसान सभा, जनवादी महिला समिति, डीवाईएफआई, एसएफआई, दलित शोषण मुक्ति मंच हड़ताल करेंगे।
हमीरपुर, 22 नवम्बर : सी.यू. विवाद को लेकर भाजपा में मचे आपसी घमासान को लेकर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रवास पर आए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी पानी डालने का काम कर रहे हैं, जबकि बखूबी जानते हैं कि वे भी भुक्तभोगी रहे हैं। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि यह अंतर्कलह है और कुछ नहीं, जिसका बवाल थमने वाला नहीं है। कुछ लोगों को सी.एम. की कुर्सी छिन जाने का दर्द अब तक सता रहा है, जिसकारण सत्ता चले जाने से उठा तूफान उफान पर है। विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि जगत प्रकाश नड्डा स्वयं इन्हीं कुछ लोगों की कार्यशैली से द्रवित होकर दिल्ली गए थे। अब दर्द भी बयां कर दिया कि धैर्य बनाए रखें, लेकिन खेद है कि सत्ता दूर होती देख भाजपा के कुछ लोग अधीर होकर रह गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुद्दे ने राजनीतिक फिजाओं में ठंडक भर दी है। भाजपा हाईकमान का चाबुक चलने के बाद अब अनुराग ठाकुर के सुर बदल गए हैं। यह वही अनुराग हैं, जिन्होंने माननीय सुप्रीम कोर्ट में भी हलफनामा देकर माफी मांगी थी। राजेंद्र राणा ने कहा कि पहले बेमतलब कोसने के बाद माफी मांगने की अदा केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री को ही भाती है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सी.यू. विवाद में घसीटकर बखेड़ा खड़ा कर दिया और अब अपनी गलती होने पर सरकार की पीठ भी थपथपा रहे हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि नड्डा ने दो-चार शब्द कहकर जिस तरह अपना दुख जाहिर किया है, उससे सब साफ हो गया है कि प्रदेश में मंत्री पद छोड़कर नड्डा केंद्र की राजनीति में क्यों गए थे। जलील करने की राजनीति किस कद्र भाजपा की नस-नस में फैली है, वो जसवां-परागपुर की जनता ने देख लिया है। उन्होंने कहा कि इशारों-इशारों में नड्डा ने हाल-ए-दिल बयां कर दिया कि घबराएं नहीं, उनके साथ भी ऐसा ही हुआ था। ऐसा कहकर उन्होंने अपनी पीड़ा भी जाहिर की है।
सुजानपुर। बुधवार को सुजानपुर ब्लाक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बैठक ब्लाक अध्यक्ष कैप्टन ज्योति प्रकाश की अध्यक्षता में पटलांदर में आयोजित की गई, जिसमें पी.सी.सी. की ओर से नियुक्त सुजानपुर प्रभारी संजीव कालिया व डी.सी.सी. की ओर से आर.सी. डोगरा, जुगल किशोर, शहंशाह आदि ने विशेष रूप से भाग लिया। बैठक में पंचायती राज चुनावों के लिए कमर कसते हुए रणनीति बनाने के साथ कमेटियों का गठन किया गया तथा निर्णय लिया गया कि पंचायत चुनावों में ही वर्तमान प्रदेश सरकार को सबक सिखाकर आगामी विधानसभा चुनावों की पटकथा लिखी जाएगी। इस अवसर पर विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि वर्तमान में देश बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है। राजनीतिक इच्छाशक्ति के अभाव में सत्तासीन केंद्र सरकार ने देश को पिछड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी त्रासदी क्या हो सकती है कि देश की सीमाओं की दिन-रात चौकसी करने वाले हमारे जवानों की पैंशन घटाने की तैयारी हो रही है, जिसके विरोध में पूर्व सैनिक केंद्र सरकार के खिलाफ 28 नवम्बर को सुजानपुर में विरोध-प्रदर्शन कर शंखनाद कर रहे हैं। यह विरोध-प्रदर्शन सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हर वर्ग केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों से परेशान हो चुका है। अपनी जनविरोधी नीतियों से आने वाली पीढ़ियों का भविष्य भी सरकार बिगाड़ने पर आ तुली है, जोकि कांग्रेस हरगिज होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि जनता ही सरकार चुनती है, लेकिन जब सरकार दमनकारी नीतियों को अपनाना शुरू कर दें तो ऐसी स्थिति में एक ही रास्ता बचता है कि ऐसी सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि अब जनता ने भी सरकार को जड़ से उखाड़ने का मन बना लिया है।
हमीरपुर। चंबा जिला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कोरोना व कांग्रेस से मुक्ति वाली टिप्पणी पर प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने पलटवार करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार को इतनी ही फ़िक्र है तो जनता को उन जनहित से जुड़े मुद्दों से मुक्ति दिलाए, जिनसे जनता परेशान व हताश हैं। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि सत्तासीन पार्टी द्वारा देश को कांग्रेस मुक्त करने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। अगर सही मायने में मुक्ति दिलानी है तो सरकार द्वेष भावना से काम करना छोड़ दे। चुनावों में सरकार ई.वी.एम का सहारा लेना छोड़ दे, ताकि भाजपा को सच का आइना दिखे। उन्होंने कहा कि जिन देशों ने ई.वी.एम. से चुनाव करवाना शुरू किए थे, उन देशों ने भी ई.वी.एम. हैकिंग के मामलों के बाद पुरानी पद्धति बैलेट पेपर से चुनाव करवाने में ही बेहतरीन समझी है। इसलिए लोकतंत्र पर जनता का विश्वास कायम रखने के लिए सरकार ई.वी.एम. का सहारा छोड़कर पुरानी पद्धति अपनाए तो जमीन पर अपनी हैसियत का पता भी चल जाएगा। उन्होंने कहा कि जनसभाओं में बड़ी-बड़ी बातें करने वाले मुख्यमंत्री कांग्रेस की फिक्र करने की बजाय महंगाई, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार से समाज को मुक्त करवाएं। बिगड़ी अर्थव्यवस्था से चौपट हुए व्यापार को पटरी पर लाएं। सड़कों की हालत ठीक करवाकर व अस्त-व्यस्त तथा चरमराए सरकारी सिस्टम को ही चुस्त-दुरुस्त कर दें तो इससे ही जनता सरकार को दुआएं देगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं को सपने में भी कांग्रेस ही दिखती है तथा दिन-रात यही सोचते हैं कि कांग्रेस से कैसे छुटकारा मिले, ताकि अपनी मनमानी कर जनता को परेशान कर सकें, लेकिन ऐसा हरगिज नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है, जोकि आजादी से पहले और बाद में भी अब तक जनता के सुख-दुख की साथी है, जबकि भाजपा उन फसली बटेरों की तरह है जोकि सत्ता में आने के बाद जन विरोधी फैसले लेकर जनता को निराश करती है और फसल बटोरकर चलती बनती है। विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि भाजपा में वर्तमान में राष्ट्रीय स्तर पर वन मैन शो चल रहा है तथा बाकि केवल कठपुतलियां बनकर रह गए हैं, जिन्हें सही व ग़लत से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सलाह दी कि कांग्रेस मुक्त प्रदेश के सपने देखने की बजाय अपनी पार्टी में धधक रहे ज्वालामुखी को शांत करवाएं।
त्योहारी सीजन के चलते हिमाचल सरकार ने पथ परिवहन निगम की 14 अतिरिक्त बसें चलाने का फैसला लिया है। ये बसें 11 से 13 नवंबर तक चलेंगी। प्रदेश में शिमला, धर्मशाला, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, मंडी समेत अन्य मुख्य डिपुओं से दिल्ली के लिए बसें भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं। दिवाली आने वाली है, ऐसे में बहरी प्रदेशों से वपस आने वाले लोग व प्रवासी लोग अपने घरों का रुख करते हैं, ताकि वह अपने घरों में दिवाली मना सके। इसके चलते प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त 14 बसें चलने का निर्णय लिया है। जानकरी के अनुसार परिवहन निगम जहां 40 व इससे अधिक सवारियां होंगी, वहां स्पेशल बसें भेजेगा। सवारियां फोन पर भी अतिरिक्त बसों के लिए आवेदन कर सकेंगी। दिवाली वाले दिन निगम साधारण बसें चलाएगा। ये दिल्ली, चंडीगढ़, शिमला, मनाली, धर्मशाला, हमीरपुर, बैजनाथ और बद्दी से अलग-अलग रूटों पर चलेंगी।
सुजानपुर। नारी उत्थान के लिए कांग्रेस सरकार वचनबद्ध रही ही है। यही कारण है कि ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के उत्थान के लिए प्रत्येक पंचायत में पंचायत घर बनाए गए हैं। यह बात सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने ग्राम पंचायत खनोली के महेश कवाल गांव में 4 लाख रूपए की लागत से निर्मित महिला मंडल भवन के शुभारंभ अवसर पर कही। इससे पहले विधायक राजेंद्र राणा का ग्रामीणों ने वहां पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया तथा महिला मंडल भवन के अन्य कार्यों के लिए अतिरिक्त धन की डिमांड भी रखी, जिस पर विधायक राजेंद्र राणा ने महिला मंडल भवन लोकार्पण करने के बाद 1 लाख रूपए अतिरिक्त कार्यों को करवाने के लिए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय भी सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के महिला मंडलों को दर्जनों बार सम्मानित किया गया है तथा वर्तमान में भी महिला मंडलों को सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ग्रामीण क्षेत्रों को विकास की दृष्टि से सुदृढ़ बनाने का सपना पूर्व कांग्रेस सरकारों ने बुना था, यही कारण है कि विधायक बनने के बाद उन्होंने सबसे ज्यादा राशि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए जारी की है। जब भी उनके विधानसभा क्षेत्र की जनता ने उनसे किसी चीज की डिमांड की तो उसको पूरा करने का पूरा प्रयास उन्होंने किया है और भविष्य में भी किया जाएगा।
हमीरपुर। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि केंद्र सरकार के पहले कार्यकाल के बाद अब दूसरे कार्यकाल में भी देश में हाहाकार मची हुई है। हर क्षेत्र में झमेले ही बढ़े हैं तथा देश को डुबोकर आर्थिक कंगाली के मोड़ पर छोड़ दिया है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि बेरोजगारी हटाने, महंगाई घटाने व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने जैसे मुद्दों को लेकर दूसरे कार्यकाल लेकर आई सरकार हर जगह बुरी तरह पिट गई है। हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने के बजाय बेरोजगारों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं तथा बैंक कंगाल हो चुके हैं तथा इन्हें लूटने वाले विदेश भाग गए हैं। सरकार की नाक तले ऐसा संभव तभी हो सकता है, जब सरकार की शह हो। कोरोना काल में लोग बेरोजगार हुए हैं और काम-धंधे चौपट हो चुके हैं, लेकिन सरकार ने हर चीज के दाम बढ़ाकर जनता पर दोहरी मार मारी है। उन्होंने कहा कि जनता के अच्छे दिनों की सौगात यही है जो किश्तों में जनता को दिए जा रहे हैं। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि अब सरकार ने सैनिकों के बलिदान को भुलाकर लाखों-करोड़ों सैनिकों व उनके परिजनों पर पैंशन कटोती का मसौदा तैयार कर इस वर्ग से भी धोखा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अपनी नीतियों से देश को आर्थिक पराधीनता की ओर धकेल दिया है। वो दिन दूर नहीं लग रहे, जब केंद्र सरकार की ग़लत नीतियों के चलते देश की जनता विदेशियों की गुलाम होगी। उन्होंने कहा कि आजादी के 73 साल पर देश की जनता खुद को वर्तमान सरकार के हाथों सुरक्षित नहीं मान रही हैं। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में अहम रोल निभाने के बाद कांग्रेस ने देश को तरक्की की राह पर लाकर खुशहाली लाई, लेकिन वर्तमान केंद्र सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था चौपट कर देश को उस चौराहे पर छोड़ दिया है, जहां से आजादी के समय देश चला था। उन्होंने कहा कि काठ की हांडी हर बार नहीं चढ़ती तथा देश की जनता केंद्र सरकार के जुमलों को भली-भांति समझ चुकी है और अब अगले लोकसभा चुनावों का इंतजार कर रही है।
हमीरपुर। लगातार रोज-रोज तरह-तरह के शुल्क व फीसें बढ़ाकर बीजेपी सरकार जनता को लगातार महंगाई का जहर देकर जान निकालने पर आमादा हो चुकी है। लग रहा है कि सरकार ने जनता पर अतिरिक्त बोझ लादने का एक सूत्रीय कार्यक्रम तय कर लिया है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि ताजा फरमान में अब प्रदेश सरकार ने हिमाचल में नई-पुरानी गाडिय़ों की खरीद को और महंगा कर दिया है। प्रदेश में अब व्हीकल रजिस्ट्रेशन फीस जो 2.50 से 4 फीसदी होती थी, उसे अचानक बढ़ाकर 15 फीसदी तक कर दिया है। जिसका असर हर गाड़ी के खरीददार पर अलग तरह से होगा। राणा ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां सरकार अभी तक भी कोविड-19 काल में रुकी परिवहन व्यवस्था को बहाल नहीं कर पा रही है और जनता को मजबूरन नई-पुरानी गाडिय़ां खरीदकर काम पर व कार्यालयों के लिए आना-जाना पड़ रहा है जिसके लिए लोग जैसे-कैसे नए-पुराने वाहन खरीदकर अपने काम पर जाने के लिए महंगा सफर करने के लिए मजबूर हैं क्योंकि सरकार अभी पूरी तरह से सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था बहाल नहीं कर पाई है। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी इक्का-दुक्का बसें पहुंच पा रही हैं। ऐसे में सरकार ने गाडिय़ों की रजिस्ट्रेशन फीस को 15 फीसदी तक बढ़ाकर महंगाई का नया तोहफा दिया है। उन्होंने कहा कि यही नहीं पुरानी गाडिय़ों की खरीद व इक्यूपमेंट गाडिय़ों पर भी अब इस बढ़ोतरी से ज्यादा टैक्स की मार पड़ेगी। राज्य सरकार ने गाडिय़ों की रजिस्ट्रेशन फीस को तीन गुना बढ़ाकर अब जनता की आफत और बढ़ाई है। ऐसे में जैसे-कैसे जुगाड़ करके नई-पुरानी गाड़ी खरीदने वालों के लिए अब गाड़ी खरीदना आसान न होगा। पुरानी हो चुकी गाडिय़ों की 15 साल बाद की रजिस्ट्रेशन फीस में भी बदलाव किया गया है। पुरानी गाड़ी बेशक अब कबाड़ के भाव में बिके लेकिन सरकार उस गाड़ी पर 1 लाख रुपए की रजिस्टे्रशन फीस वसुलेगी क्योंकि अब सरकार ने पुरानी गाडिय़ों की न्यूनतम कीमत को 1 से 4 लाख रुपए तक निर्धारित किया है। राणा ने कहा कि समझ में यह नहीं आ रहा है कि सरकार अब हर तरह से आम जनता की जेबों पर डाका डालने के नए-नए पैंतरे किसर कारण से अपना रही है? उधर अक्तूबर माह में आए बेरोजगारी के आंकड़े बताते हैं कि अक्तूबर माह में बेरोजगारी और बढ़ गई है। सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकॉनमी की रपट बता रही है कि बीते अक्तूबर माह में बेरोजगारी की दर बढ़कर 6.98 फीसदी पर पहुंच गई है। राणा ने कहा कि सरकार की मनमानी का यही रवैया रहा तो देश और प्रदेश में लगातार बढ़ रही महंगाई व बेरोजगारी के कारण अराजकता का माहौल बढ़ेगा जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से डबल इंजन की सरकार पर होगी। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में बढ़ रही आर्थिक तंगी ने समाज में डिप्रेशन के मरीजों में भारी इजाफा किया है। आर्थिक समस्याओं से जूझ रही जनता भविष्य को लेकर गहरे अवसाद में है। करोड़ों की संख्या में लोगों की नौकरियां छिन चुकी हैं। उद्योग, धंधे व छोटे कारोबार चौपट हो चुके हैं। जनता को भविष्य के प्रति नकारात्मक अशांकाओं ने घेर रखा है। आसमान छूती महंगाई के इस युग ने आम आदमी का जीवन यापन मुश्किल में है। जनता की बचत जमा पूंजी राशि खर्च हो चुकी है। पारिवारिक जरूरतें पूर्ण करने के लिए व बैंकों के कर्जे की किश्तें चुकाने, भोजन, चिकित्सा, शिक्षा आदि मूलभूत जरूरतों के लिए पैसों की दिक्कत लगातार लोगों को गहरे अवसाद में धकेल रही है। जिस कारण से मानसिक रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन सरकार के रवैये को देखते हुए लग रहा है कि सरकार को जनता से ज्यादा सत्ता व अपने साधन की चिंता ज्यादा है।
एक सियासी साजिश के तहत केंद्र राज्यों को लगातार कमजोर कर रहा है। देश के लोकतंत्र में यह पहली बार हुआ है कि बिजनेस टायकून की तर्ज पर मार्केट के आधार पर शुरू हुई बीजेपी की सियासत में केंद्र राज्यों को लगातार कमजोर करने के हथकंडे अपना रहा है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि राज्यों को पंगु बनाने में केंद्र की इस सियासी साजिश में सबसे खराब हाल कांग्रेस शासित राज्यों का है। जबकि बीजेपी शासित राज्य भी केंद्र की इस सियासी साजिश में लगातार पिस रहे हैं। राणा ने बताया कि जीएसटी टैक्स के रूप में केंद्र को हर रोज हजारों करोड़ रुपया जाता है, लेकिन जब राज्यों को जीएसटी की हिस्सेदारी देने की बात आती है तो केंद्र कांग्रेस शासित राज्यों से ऐसे व्यवहार करता है जैसे कांग्रेस शासित राज्य कोई भिखमंगे हों व केंद्र नादिरशाह हो। राणा ने कहा कि राजस्व के विभाज्य पूल में अब केंद्र के प्रस्तावित कदम के तहत राज्य की हिस्सेदारी घटाई जा रही है। यह कदम राज्यों को गरीब व गुलाम बनाने जैसा साबित होगा। केंद्र राज्य के संसाधनों को लगातार हड़प रहा है। जिसके चलते संघीय ढांचा पूरी तरह समाप्त होने की कगार पर है। राणा ने कहा कि केंद्र की यह साजिशें व राज्यों के प्रति दुर्भाव की यह सियासत लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है क्योंकि केंद्र अब राज्यों से हिटलर शाही सियासत जैसा व्यवहार कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस हकीकत से इस वक्त कांग्रेस ही नहीं एनडीए के सहयोगी भी परेशान हैं व आक्रोश से भरे हुए हैं। आजाद हिंदोस्तान के इतिहास में जब संघीय ढांचे की संरचना की गई होगी तब किसी ने यह कल्पना भी नहीं की होगी कि एक दिन केंद्र ही राज्य को कमजोर करने व संघीय ढांचे को खत्म करने की सियासी साजिशें रचेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की सियासी दुर्भावना के चलते राज्यों पर लगातार कर्जा बढ़ रहा है क्योंकि अब देश में अधिकांश राज्यों को कर्जा लेकर ही गुजर बसर करना पड़ रहा है, जबकि राज्य पहले ही कर्जे के पहाड़ के नीचे दबे हुए हैं। ऐसे में केंद्र राज्यों को मदद करने की बजाय कमजोर करने की सियासी साजिशें रच रहा है जो कि लोकतंत्र के लिए घातक है।
आज सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हिमाचल कैबिनेट की बैठक की जाएगी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कैबिनेट स्कूल पूरी तरह खोलने और कॉलेज के फर्स्ट और सेकेंड ईयर के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा अगली कक्षाओं में प्रमोट करने को लेकर भी फैसला कर सकता है। इसके अलावा उपभोक्ताओं को घर-द्वार पर सस्ता राशन मुहैया कराने के लिए 50 राशनकार्डों पर भी डिपो खोलने और प्याज की आसमान छूतीं कीमतों पर मंथन किया जाएगा। सरकार ने उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे प्याज के भाव पर नजर रखें। प्रतिदिन प्याज के दाम सरकार को भेजने के लिए कहा गया है। सरकार डिपो में भी आलू और प्याज बेचने पर विचार कर रही है। हालांकि, पूर्व में भी प्याज के दाम बढ़ने से सरकार ने डिपो में प्याज भेजा था, लेकिन सप्ताह बाद दाम गिरने से यह प्याज डिपो में ही खराब हो गया था। दसवीं और बारहवीं की बोर्ड कक्षाओं के लिए नवंबर से नियमित कक्षाएं शुरू हो सकती हैं। शिक्षा विभाग ने दो विकल्पों सहित इस बारे में सरकार को प्रस्ताव भेजा है। पहले विकल्प के तहत दसवीं और बारहवीं, दूसरे विकल्प के तहत नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाओं को खोलने की योजना है। पहली से आठवीं तक की कक्षाओं को शुरू करने को लेकर अभी सरकार का कोई विचार नहीं है।
सुजानपुर विधायक राजेंद्र राणा ने केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मंत्रालय मंत्री भारत सरकार अनुराग ठाकुर पर चुटकी लेते हुए कहा है कि 3 वर्ष बीतने पर घोषणा हुई है निर्माण कार्य शुरू करवाने में कितना समय लगेगा यह बात भी सार्वजनिक करें। विधायक राजेंद्र राणा ने केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के उस बयान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सुजानपुर में खोखे बनने चाहिए यह बात सुनकर खुशी हुई लेकिन यह बनेंगे कब इस बात को बताना भी वह अपनी जिम्मेदारी समझें। उन्होंने कहा कि पूर्व में जब कांग्रेस सरकार थी उस समय उन्होंने खोखे बनाने के लिए तमाम औपचारिकताएं जो महत्वपूर्ण थी जिसमें सबसे महत्वपूर्ण कार्य भूमि स्थानांतरण था उसको उन्होंने खुद करवाया था लेकिन सत्ता पलटने के बाद भाजपा ने 3 साल में सुजानपुर में क्या विकास कार्य किए हैं इस बात का बखान भी वित्त राज्य मंत्री को करना चाहिए था लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि केवल मात्र कांग्रेस को कोसने का कार्य सांसद महोदय करते हैं। लेकिन आज 3 वर्ष बीत जाने के बाद उन्हें फिर से इन खोखो को बनाने की याद आई है तो हम उनकी इस बात का स्वागत करते हैं लेकिन निर्माण कार्य कब शुरू होगा इस बात का भी पता लग जाना चाहिए। उन्होंने अनुराग ठाकुर के सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जब पूरा प्रदेश और सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र कोविड-19 वैश्विक महामारी से तड़प रहा था लेकिन तब सांसद दिल्ली में बैठे हुए थे तब उन्हें इस क्षेत्र की याद नहीं आई। तब उन्होंने यहां की जनता की सुध बुध लेना मुनासिब नहीं समझा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को कोसने के बजाय अगर वित्त राज्य मंत्री बेहतरीन कार्य करने में विश्वास रखें तो लोगों को फायदा होगा प्रदेश की जनता को फायदा होगा लेकिन 3 वर्ष बीत जाने के बावजूद जो भाजपा सरकार बजट जारी होने के बावजूद टाउन हॉल का निर्माण कार्य शुरू नहीं करवा पाई। वह अब किस बजट को जारी कर के खोखे बनाने का वायदा कर रही है। केवल झूठी बातें सांसद चुनावी बेला पर करते आए हैं। अब एक बार फिर से उन्होंने झूठ का पुलिंदा सबके सामने रखा है लेकिन खोखे बनाने के लिए उन्होंने किस हैंड से बजट जारी करवाया है इस बात को भी सार्वजनिक करे। हर चीज का श्रेय लेना सांसद की पुरानी आदत है लेकिन सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता हर चीज को बखूबी जानती है कि कौन सी चीज कहां से आई है और कौन सी चीज को यहां पर लाने में किसका योगदान है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार के ढाई साल पूरा होने के बाद से बहुप्रतीक्षित प्रशासनिक फेरबदल सोमवार देर रात हो गया। कार्मिक विभाग ने सात जिलों के डीसी समेत कुल 21 आईएएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें चंबा जिले के उपायुक्त, राजधानी शिमला, ऊना, किन्नौर, बिलासपुर, लाहौल स्पीति और हमीरपुर जिले के डीसी बदल दिए गए। सदस्य सचिव राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आदित्य नेगी को डीसी शिमला लगाया गया है। इसके अलावा विवेक भाटिया को हटाकर विशेष सचिव राजस्व एवं निदेशक पर्यावरण विज्ञान एवं तकनीकी दुनी चंद राणा को डीसी चंबा, विशेष सचिव ऊर्जा हेमराज बैरवा को डीसी किन्नौर, एमडी पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम राघव शर्मा को डीसी ऊना, एमडी एचपीएमसी देबश्वेता बनिक को डीसी हमीरपुर, निदेशक टीसीपी रोहित जम्वाल को डीसी बिलासपुर और नगर आयुक्त शिमला पंकज राय को डीसी लाहौल-स्पीति लगा दिया है। वहीं, डीसी शिमला रहे अमित कश्यप को श्रम आयुक्त के साथ-साथ एमडी सामान्य उद्योग निगम का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। इसी तरह डीसी ऊना रहे संदीप कुुमार को बिजली बोर्ड के निदेशक कार्मिक, डीसी किन्नौर गोपाल चंद को विशेष सचिव ऊर्जा, डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा को निदेशक ऊर्जा, डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल को एमडी एचपीएमसी के साथ-साथ प्रोजेक्ट डायरेक्टर बागवानी विकास सोसायटी शिमला, प्रबंध निदेशक एग्रो इंडस्ट्रियल पैकेजिंग इंडिया लिमिटेड और एग्रो इंडस्टरीज कॉरपोरेशन का भी अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है।
सात महीनों के लम्बे इंतज़ार के बाद सोमवार को प्रदेश भर में 10 वीं और 12 वीं के बच्चे स्कूल पहुंचे। शिक्षा विभाग द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक स्कूल आ रहे बच्चों के लिए तमाम सावधानियां बरती जा रही हैं। छात्रों को थर्मल स्क्रीनिंग व सैनिटाइज करने के बाद ही स्कूलों में एंट्री मिल रही है। अभिभावकों के सहमति पत्र के साथ स्कूल आने वाले छात्रों को शिक्षक कक्षाओं में नियमित रूप से पढ़ाएंगे। कोरोना वायरस के चलते बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों की पढ़ाई और प्रभावित न हो, इसके लिए सरकार ने शिक्षकों से गाइडेंस लेने स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को कक्षाओं में बिठाकर पढ़ाने का फैसला लिया है। वहीं जारी गाइडलाइन्स के मुताबिक शिक्षक छात्रों पर स्कूल आने का दबाव नहीं डाल सकते। विद्यार्थियों की अटेंडेंस नहीं लगेगी। केंद्र की एसओपी का सख्ती से पालन किया जाएगा। अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं तो उनके लिए ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी।
महंगाई व महामारी से जूझ रही त्रस्त जनता को सरकार ने फिर से तगड़ा झटका दिया है। इस बार आउटस्टैंडिंग रिकवरी के नाम पर बिजली के बिल बढ़ाकर प्रदेश के नागरिकों के लिए नई परेशानी पैदा की गई है। महंगाई व महामारी में पिस चुकी जनता का अब रोज किसी न किसी बहाने सरकार कचूमर निकालने पर आमादा हो गई है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि पूरे प्रदेश भर से उन्हें यह शिकायतें मिली हैं कि जिनका बिजली का बिल 1000 रुपए खपत के हिसाब से बनता है, उनको आउटस्टैंडिंग के नाम पर 2 हजार रुपए और जोड़कर तीन-तीन हजार रुपए बिल थमाया जा रहा है। ऐसे ही अगर किसी व्यवसासी का बिल 10 हजार रुपए बनता है तो उसे 20 हजार रुपए आउटस्टैंडिंग रिकवरी देनी होगी। कमोवेश लूट की यह स्थिति समूचे प्रदेश में एक जैसी है। जहां कोरोना के कारण बेरोजगारी से त्रस्त जनता महंगाई से जैसे-कैसे जूझने में लगी है। इस पर सरकार किसी न किसी बहाने अब नागरिकों पर अतिरिक्त बोझ डालकर वसूली में लगी हुई है। राणा ने कहा कि सरकार बिजली के बिलों पर स्थिति स्पष्ट करे। क्योंकि यह पहला मौका नहीं है जब बिजली के बिल एक बार फिर बढ़े हैं। इससे पहले बिजली की दरें बढ़ाई गईं। उसके बाद सरचार्ज व सर्विस चार्ज के नाम पर वसूल की गई। अब आउटस्टैंडिंग रिकवरी के नाम पर वसूली की जा रही है। राणा ने कहा कि उन्हें लोगों ने बताया कि उनकी कोई भी आउटस्टैंडिंग नहीं बनती थी। बावजूद इसके बिजली विभाग ने उनके बिल में आउटस्टैंडिंग दिखाई है।
हिमाचल प्रदेश में आए दिन कोरोना के मामलों में इज़ाफ़ा हो रहा है। आलम ये है की अब हिमाचल सरकार भी इस से अछूती नहीं रही है। बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार कोरोना संक्रमित पाए गए है। परमार के अलावा प्रदेश भर में 234 नए मामले आए। इन मामलो में शिमला से 46, कुल्लू से 34, मंडी से 31, सिरमौर से 27, बिलासपुर से 23, सोलन से 22, काँगड़ा से 17, हमीरपुर से 16, चम्बा 9, लाहौल 5 और ऊना में 4 केस सामने आए हैं। वहीं नेरचौक में उपचारधीन दो लोगों की मौत भी हुई है। बुधवार को परमार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनसे पहले मुख्यमंत्री, बंजार के विधायक और शहरी विकास मंत्री भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। बंजार के विधायक सुरेंदर शौरी के साथ सरकार के नुमाइंदों में कोरोना संक्रमितों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। विधायक के प्राथमिक संपर्क में आए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहले पॉजिटिव पाए गए और फिर कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। हालाँकि अब उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। मुख्यमंत्री से पहले शहरी विकास मंत्री सुरेश भरद्वाज भी परिवार समेत कोरोना की चपेट में आए थे। वहीं, उनसे पहले बिजली मंत्री सुखराम चौधरी, जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर भी कोरोना संक्रमित हुए थे। हिमाचल प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल मामले 18008 पहुंच गए हैं। वहीं, अब तक सूबे में 250 लोगो की कोरोना से मौत हो चुकी है। हालांकि, बीते कुछ दिन से सूबे में कोरोना के मामलों में गिरावट देखी गई है। अब 200 से नीचे केस रिपोर्ट हो रहे हैं, जबकि इससे पहले 300 से 400 लोग संक्रमित प्रतिदिन आ रहे थे।
कोरोना कल के बिच महीनो से बंद पड़ी अंतर्राज्यीय बस सेवा आखिरकार बुधवार को बहाल कर दी गई। 25 रूटों पर शुरू हुई बसों में पहले ही दिन से यात्रियों का जमावड़ा देखने को मिला। पेहले ही दिन बसों में 70 से 100 फीसदी ऑक्यूपेंसी रही। यात्रियों के is रिस्पांस को देखते हुए HRTC ने 35 और नए रुटों पर बस सेवा बहाल करने का फैसला लिया है। साथ ही इंटरस्टेट बस सेवा के लिए आज से यात्रियों को ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी मिलेगी। बुधवार को ऑनलाइन पोर्टल न खोलने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हुई थी।
बॉलीवुड सुपरस्टार गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा मंगलवार सुबह मां चिंतपूर्णी के दरबार में शीश नवाने पहुंची हैं। उन्होंने आज माता के दर्शन किए और अपने परिवार के कुशलक्षेम के लिए मन्नत मांगी। सुनीता आहूजा ने बताया कि वह माता चिंतपूर्णी के दरबार में लंबे समय से आना चाह रही थी लेकिन देश भर में चल रहे लॉकडाउन के चलते वे यहां नहीं पहुंच पाई। अब जैसे जैसे परिस्थितियों सामान्य हो रही हैं वैसे ही उन्होंने मां चिंतपूर्णी के दरबार पहुंच शीश नवाया है। मंदिर के पुजारियों ने सुनीता आहूजा से मंदिर में पूजा अर्चना करवाई। वहीं उन्हें माता की चुनरी और चित्र भेंट कर सम्मानित भी किया गया। बता दें गोविंदा का परिवार पहले भी कई बार माता के दर्शन करने आ चूका है।
आज से हिमाचल प्रदेश के सभी स्कूलों में 100 फीसदी शिक्षक व गैर शिक्षक लौट आएं हैं। सरकार द्वारा 12 अक्टूबर से सभी स्कूलों में नई व्यवस्था लागु कर दी है। वहीं स्कूलों को स्कूल आने वाले विद्यार्थियों की संख्या और कमरों के हिसाब से माइक्रो प्लान बना कर 17 अक्टूबर तक शिक्षा उपनिदेशकों को भेजने को खा गया है। साथ ही 15 से 17 अक्टूबर तक ई-पीटीएम कर अभिवावकों के साथ भी संवाद स्थापित करने कोख गया है। हालांकि विद्यार्थियों के स्कूलों में नियमित तौर पर बुलाने के फैसले का अभी इंतज़ार रहेगा। केंद्र सरकार द्वारा 15 अक्तूबर के बाद शिक्षण संस्थान खोलने का फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा गया है। हिमाचल में इसको लेकर कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया जाना था पर BJP के विधायक के पॉजिटिव आने के मुख्यमंत्री क्वारंटाइन हो गए। कारणवश कैबिनेट की बैठक स्थगित करनी पड़ी। ऐसे में शिक्षा विभाग अपने स्तर पर फैसला लेते हुए अब स्कूलों को छात्रों के लिए खोलने से फ़िलहाल इनकार किया है। केंद्र की एसओपी को लागू करते हुए शिक्षा विभाग ने फिलहाल सोमवार से सौ फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को बुलाने का फैसला लिया है। 12 से 16 अक्तूबर तक विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोलने का माइक्रो प्लान बनाया जाएगा।
एनआईटी हमीरपुर में डायरेक्टर विनोद यादवा के विरुद्ध अब एनआईटी प्रशासन एफआईआर दर्ज करवाए। क्योंकि उनकी बर्खास्तगी के बाद अब यह साबित हो गया है कि विनोद यादवा एनआईटी में कथित भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपी हैं। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। उन्होंने कहा कि अब जब केंद्रीय जांच समीति यह साबित कर चुकी है कि एनआईटी हमीरपुर के डायरेक्टर विनोद यादवा इस कथित भर्ती घोटाले के दोषी साबित हो चुके हैं तो उनके खिलाफ एफआईआर करने में देरी क्यों की जा रही है। राणा ने कहा कि एनआईटी के डायरेक्टर विनोद यादवा की कारगुजारी के चलते एनआईटी में 100 के करीब भर्ती किए गए लोगों से करोड़ों के लेनदेन के भी आरोप लगे हैं। जिसकी जांच होना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि अगर सच में ही बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात करती है तो अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय व एनआईटी प्रशासन को आरोपी डायरेक्टर के खिलाफ अपराधिक गतिविधियों के आरोप में एफआईआर दर्ज होनी जरुरी है। राणा ने कहा कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा गठित समीति की रिपोर्ट में उन्हें दोषी पाया गया है। जिस कारण से उनकी सेवाओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त किया गया है। राणा ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों की गंभीरता का पता इस बात से साफ चलता है कि केंद्रीय मंत्रालय ने उन्हें नोटिस देने तक का जोखिम नहीं उठाया है और उनकी सेवाओं को समाप्त करते हुए उन्हें तीन महीने की बेसिक पगार थमाकर चलता किया है। राणा ने कहा कि वह इस भ्रष्टाचार के बड़े मामले की शिकायत लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल के साथ बोर्ड ऑफ गवर्नर के चेयरमैन चंद्रशेखर को लगातार करते रहे हैं, जबकि इस मामले की शिकायत उन्होंने सबूतों के साथ हिमाचल प्रदेश सीबीआई के एसपी को भी की है। उन्होंने कहा कि मैथ व कंप्यूटर साईंस के साथ अन्य कई विभागों में सैकड़ों लोगों की भर्तियां कथित आरोपों के लेनदेन के बीच नेपोटिज्म के आधार पर हुई हैं। जिनकी अब जांच होनी स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि आरोपी डायरेक्टर की इस कारगुजारी के चलते एनआईटी हमीरपुर की रैंकिंग गिर कर 98वें रैंक पर जा पहुंची थी। इन सब मामलों की जांच के लिए एफआईआर होनी जरुरी है, ताकि जिन लोगों के साथ इस बेखौफ धांधली के चलते अन्याय हुआ है, उन्हें न्याय मिल सके।
आज प्रदेश में कोरोना से दो मौते हो गई हैं। बता दें नेरचौक मेडिकल कॉलेज में बिलासपुर के एक व्यक्ति और एक कुल्लू के व्यक्ति की मृत्यु हो गई हैं। बिलासपुर निवासी मृतक 58 वर्ष का था और कई अन्य गंभीर बीमारियों से भी ग्रसित था। कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से देर रात उसने दम तोड़ दिया। वहीं कुल्लू निवासी मृतक ने शुक्रवार सुबह दम तोडा। वह 55 वर्षीय थे व कुल्लू के भुंतर से ताल्लुक रखते थे।
सुप्रीम कोर्ट ने 2630 एसएमसी शिक्षकों को राहत पहुंचाई है। बता दें SC ने हिमाचल हाईकोर्ट के एसएमसी शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द करने के फैसले पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी के माध्यम से हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाले शिक्षक संघ अध्यक्ष मनोज रोंगटा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी गई है। मनोज रोंगटा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर का SC में प्रदेश सरकार की ओर से एसएलपी दायर करने और शिक्षकों के हित में खड़े होने के लिए आभार जताया है। बता दें की हिमाचल प्रदेश HC ने बीते महीने 2630 एसएमसी शिक्षकों की नियुक्तियां रद्द करने का फैसला सुनाते हुए इनकी जगह छह माह में नियमित शिक्षकों की भर्ती करने का फैसला दिया था। ये एसएमसी शिक्षक प्रदेश के दूर दराज क्षेत्रों में काफी वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए अस्थाई तौर पर इनकी तैनाती की थी। एसएमसी शिक्षकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को लेकर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी। इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए शिक्षकों के साथ प्रदेश सरकार ने भी एसएलपी दायर की थी।
कोरोना पॉजिटिव विधायक के समपर्क में आने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया था। मुख्यमंत्री के तीन दिन क्वारंटाइन होने के कारण 9 अक्तूबर को प्रस्तावित कैबिनेट की मीटिंग टल गई है। मिली जानकारी के अनुसार 8 अक्टूबर को मुख्यमंत्री का कोरोना टेस्ट किया जाएगा। बता दें सीएम तीन दिनों के लिए स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में हैं, ऐसे में अब कैबिनेट की बैठक ताल दी गई है। इस बार की कैबिनेट बैठक को अहम मन जा रहा था। इस बार इंटरस्टेट बसों के चलने और स्कूल खोलने जैसे मुद्दों पर फैसले होने वाले थे।
मंगलवार को अटल टनल रोहतांग के पास बड़ा हादसा होते-होते टला है। बता दें मनाली-केलांग मार्ग पर, अटल टनल से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे, आलू की बोरियों से लदा ट्रक एक कार पर पलट गया। गनीमत रही उस समय कार में मौजूद व्यक्ति ने ट्रक की स्पीड को भांप लिया और कार से छलांग मार सुरक्षित दूरी पर चला गया, वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था। जानकारी के मुताबिक कार हरयाणा से हिमाचल घूमने आए पर्यटकों की थी व हादसे के समय हाईवे के किनारे पर पार्क थी। इस दौरान विपरीत दिशा से आता हुआ एक ट्रक अचानक कार पर पलट गया। ऑय विटनेसेस की मने तो हादसे से पहले गाड़ी की पिछली सीट पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था जिसने ट्रक की स्पीड भांपते हुए सुरक्षित जगह के लिए छलांग लगा दी। हालाँकि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई पर व्यक्ति बाल-बाल बचा। रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के हिमाचल दौरे के बाद कुल्लू के बंजार से विधायक सुरेंदर शौरी के कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। बता दें कि 3 अक्टूबर को पीएम ने रोहतांग अटल टनल का शुभारम्भ किया था। उस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वन मंत्री राकेश पठानिया पीएम के संपर्क में रहे। अब वहीं बीते कल कुल्लू के बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिस के बाद से ही सीएम ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। बताया जा रहा है कि सीएम पॉजिटिव आए विधायक के प्राइमरी कांटेक्ट में थे। स्वास्थ्य विभाग को शौरी के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट टनल उद्घाटन कार्यक्रम से एक दिन पहले 2 अक्तूबर को ही मिल गई थी। हिमाचल सरकार की इस बड़ी चूक से पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के लिए भी कोरोना का खतरा पैदा हो गया है। इस खबर ने हिमाचल में हड़कंप मचा दिया है। स्वास्थ्य विभाग कि इस चूक से सीएम कार्यालय से लेकर पीएम कार्यालय तक कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। मुख्यमंत्री कि माने तो शौरी के पॉजिटिव होने की जानकारी उन्हें 3 अक्तूबर को मिली थी। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी गई है। वहीं, अटल टनल कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी से नजदीक से बात करने वाले वन मंत्री राकेश पठानिया भी संक्रमित विधायक के संपर्क में आए थे। वह भी आइसोलेट हो गए हैं। पठानिया ने कहा कि शौरी के पॉजिटिव आने की जानकारी मुख्यमंत्री के क्वारंटीन होने के बाद मिली है। उन्होंने बताया कि शौरी से दूर से ही उनकी मुलाकात हुई थी और दोनों ने ही मास्क लगाए थे। फिर भी कोविड प्रोटोकॉल के तहत खुद को क्वारंटीन कर लिया है। मुख्यमंत्री, मंत्री के क्वारंटीन होने के बाद सीएम से ही प्रदेश के कई दिग्गज नेता, राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा समेत अन्य क्वारंटीन हो गए हैं। वही शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने विधायक से मुलाकात नहीं की थी। इस वजह से वह अभी तक क्वारंटीन नहीं हुए हैं।
परिवहन विभाग की ओर से इंटरस्टेट बसों में व्यवस्था को लेकर एसओपी तैयार कर दी गई है। जारी निर्देशों के मुताबिक अब हिमाचल सरकार द्वारा बहरी राज्यों के लिए जाने वाली बसों में बच्चों, बुजुर्गों व बीमार व्यक्तियों के लिए सीटें आरक्षित की जाएंगी। सीट नंबर 2 से 6 तक सीटें इनके लिए रिज़र्व रहेंगी, वहीं 1 नंबर सीट कंडक्टर के लिए रहेगी। कंडक्टर सवारियों को बस में चढ़ने से पहले टिकट देगा। साथ ही बिना मास्क बसों में किसी को सफर नहीं करने दिया जाएगा। परिवहन विभाग ने एसओपी तैयार कर सरकार को भेज दी है। अब इस मामले को कैबिनेट बैठक में लाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इंटर स्टेट बसें 60 प्रतिशत सीटों के साथ शुरू होंगी। डीलक्स बसों में 50 प्रतिशत सीटों पर यात्री सफर कर सकेंगे। यानी अब 100 सीटर बसों में 50 यात्री सफर कर सकेंगे।
हमीरपुर। जिला में सोमवार को आरटी पीसीआर टैस्ट में 14 लोग कोरोना पाॅजीटिव पाए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अर्चना सोनी ने बताया कि पाॅजीटिव पाए गए लोगों में भोरंज उपमंडल के गांव कक्कड़ की 51 वर्षीय, 63 वर्षीय और 28 वर्षीय तीन महिलाएं, गांव मुुंडखर के तीन लोग 9 वर्षीय लड़का, 10 वर्षीय लड़का और 69 वर्षीय व्यक्ति शामिल है। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के प्राथमिक संपर्क के कारण नादौन के गांव टिल्लू के तीन लोगों 62 वर्षीय व्यक्ति, 57 वर्षीय महिला और 30 वर्षीय महिला, गांव अणु कलां के दो लोगों 75 वर्षीय बुजुर्ग तथा 17 वर्षीय लड़की की रिपोर्ट पाॅजीटिव आई है। लेह से लौटा टौणी देवी के गांव छत्रैल का 21 वर्षीय युवक, टौणी देवी में बिहार से आया 29 वर्षीय व्यक्ति और जलाड़ी क्षेत्र के गांव मतियाल का 28 वर्षीय व्यक्ति भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल आने पर स्वागत है, लेकिन इस बार प्रदेश प्रेम भाषणों में नहीं हकीकत में दिखा कर जाएं। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हों या इंदिरा गांधी हो, जब-जब हिमाचल आए हैं, तब-तब उन्होंने हिमाचल के प्रति अपना स्नेह प्रदर्शित करते हुए हिमाचल को बड़े-बड़े पैकेज व बड़ी-बड़ी विकास योजनाएं समर्पित की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस रोहतांग टनल का उद्घाटन करने आज हिमाचल पहुंचे हैं। वह रोहतांग टनल भी कांग्रेस के हिमाचल के स्नेह व सम्मान की देन है, जो अब देश और प्रदेश के विकास के बड़े सपने को साकार कर रही है। हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा देने वाली पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने सपना देखा था। रोहतांग टनल का सपना 1983 में इंदिरा गांधी द्वारा जनजातीय जिला की पहली महिला विधायक स्वर्गीय लता ठाकुर के आग्रह पर देखा था। 1984 में इसका जियोलॉजिक्ल सर्वे किया गया। 2005 यूपीए वन में इस प्रोजेक्ट को कैबिनेट क्लीयरेंस मिली जबकि 2009 में यूपीए टू ने इस प्रोजेक्ट को बजट के प्रावधान के सहित पूर्व पीएम मनमोहन सिंह द्वारा क्लीयर किया गया। 28 जनू 2010 को रोहतांग टनल का शिलान्यास कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा किया गया। जिसका उद्घाटन करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब हिमाचल पहुंचे हैं। राणा ने कहा कि सरकारें आती है, जाती हैं। विकास सतत क्रिया है, जो कि सरकारों के दम पर आगे बढ़ता है, लेकिन इसमें यह कह देना कि रोहतांग टनल बीजेपी ने बनाई है, तो यह गलत होगा जबकि असलियत यह है कि कांग्रेस के काम को बीजेपी ने आगे बढ़ाकर अब उद्घाटन तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री रहते हुए संभवत यह तीसरा दौरा है जबकि प्रधानमंत्री बनने से पहले वह सुजानपुर भी आए थे। प्रधानमंत्री के हर दौरे में जन संवाद के दौरान हिमाचल प्रेम खूब छलका है, लेकिन यह प्रेम अब तक सिर्फ भाषणों तक ही सीमित रहा है। उन्होंने कहा, मेरा प्रधानमंत्री से निवेदन है कि अगर बकौल मोदी वह हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते हैं व सच में हिमाचल की देवभूमि व वीरभूमि से प्रेम करते हैं तो महंगाई, बेरोजगारी व महामारी के साथ कर्जे के पहाड़ के नीचे दबे प्रदेश को इस दौरे में कोई बड़ा पैकेज देकर राहत देकर जाएं। राणा ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी के हिमाचल से दूसरे घर जैसे रिश्ते हैं तो रिश्ते दिखाने के लिए नहीं निभाने के लिए होते हैं? और इस बार वह बड़े पैकेज की घोषणा करके इन रिश्तों को निभाकर जाएं।
अटल टनल रोहतांग के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौलियों को एक और बड़ी सौगात दी है। बता दें अटल टनल रोहतांग के उत्तरी पोर्टल में पीर पंजाल की पहाड़ी में जल्द ही बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा बनाई जाएगी। यह प्रतिमा लगभग 328 फीट यानि 100 मीटर ऊंची होगी। यह प्रतिमा अफगानिस्तान के बामियान की तर्ज बनाई जाएगी। इस निर्माण में लगभग 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस प्रोजेक्ट को खुद प्रधानमंत्री ने सहमति दी है। हिमाचल सरकार के इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। प्रतिमा का निर्माण केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की देखरेख में गुजरात की एक निजी फर्म को सौंपा जाएगा। सिस्सू गांव के पार विख्यात वॉटर फाल के पास पीरपंजाल की पहाड़ी को कुरेद कर बुद्ध प्रतिमा बनाई जाएगी। इस निर्माण से जनजातीय क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आय के नए द्वार खुलेंगे।
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में चलते काफिले के दौरान सड़क हादसे में हिमाचल के सिरमौर का 42 वर्षीय जवान शहीद हो गया। सिरमौर के धारटीधार इलाके की नौनी (जामटा) पंचायत के कटीयार गांव के सुरेश कुमार, सेना की 155 टी ए बटालियन में शोपियां में तैनात थे। गत 29 सितंबर को सेना की लगभग 100 गाड़ियों का काफिला जम्मू से श्रीनगर के लिए निकाला। उनमें से बीच की गाड़ी उधमपुर के समीप दूसरी गाड़ी को बचाने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें हवलदार सुरेश कुमार भी सवार थे जिन्हें दुर्घटना के बाद सैनिक अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया। 30 सितंबर को शहीद की पार्थिव देह उधमपुर से घर के लिए रवाना कर दी गई। देर रात शहीद की पार्थिव देह नाहन पहुंची और रात को नाहन मे ही रखी गई। गुरूवार को प्रातः 8:00 बजे शहीद की पार्थिव देह भूतपूर्व सैनिक संगठनों व स्थानीय लोगों के कफिले के साथ शहीद के पैतृक गांव कतयाड़ के लिए लाया गया। रास्ते में कई स्थानों पर लोगों ने पुष्प वर्षा की। पिता जोगेंद्र सिंह, माता शीला देवी व शहीद की पत्नी शीला देवी तथा बेटे आर्यन एवं विवेक व परिवार तथा गांव के लोग पार्थिव देह को देखकर बिलखने- चिल्लाने लगे। गांव तथा पूरे इलाके में शोक की लहर है। शहीद के जेष्ठ पुत्र विवेक ने पवित्र देह को मुखाग्नि दी। उपस्थित सभी लोगों ने भारत माता की जय, शहीद सुरेश अमर रहे के नारे लगाए। उपस्थित सभी लोगों ने शहीद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा को शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। नौनी ग्राम पंचायत के प्रधान नरेश ठाकुर ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर श्मशान घाट के लिए पहाड़ी और संकरा रास्ता होने के बावजूद भी साफ-सफाई तथा देह संस्कार के लिये बहुत अच्छी व्यवस्था की जिसके लिए सभी लोगों ने उनकी सराहना की। इस मौके पर मुख्यतः परिवार के सदस्यों और सगे संबंधियों के अलावा डीसी सिरमौर डॉ० आर के परूथी, अतिरिक्त एसपी सिरमौर बबीता राणा, एसडीएम विवेक, नाहन के विधायक डाॅ राजीव बिंदल, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा-शिलाई से अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान, सचिव नरेंद्र सिंह ठुंडू, पूर्व सैनिक सगंठन धारटीधार, पूर्व सैनिक सगंठन रेणुका जी- सगड़ाह, भूतपुर्व सैनिक सगंठन नाहन, स्थानीय पंचायत व गांव के प्रतिनिधि व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
हिमचाल प्रदेश में कोरोना महामारी का कहर जारी है। प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 15 हज़ार पार करने वाला है। वीरवार को भी कोरोना ने प्रदेश में कहर दिखाया। आज दोपहर तक 21 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं, इनमें कांगड़ा से 2 व ऊना से 19 मामले सामने आए हैं। वहीं 6 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा 218 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 14997 पर पहुँच गया है, वहीं 11588 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है। प्रदेश में अब 3197 मामले सक्रिय हैं व 187 मरीजों की मौत हो चुकी है।
राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने प्रेस बयान में कहा है कि स्वास्थ्य के साथ शिक्षा के नाम पर भी जमकर फर्जीवाड़े व मनमानियों का दौर बीजेपी की सत्ता में बदस्तूर जारी है जिस कारण से योग्यतावान व क्षमतावान प्रतिभाएं प्रदेश में अपने आप को कुंठित व प्रताडि़त महसूस कर रही हैं। राणा ने खुलासा करते हुए कहा कि प्रदेश की एकमात्र सेंट्रल यूनिवर्सिटी में चली मनमानियों के बीच अब विशेष विचारधारा के नाम पर चमचागिरी करने वाले लोगों को नियुक्तियां दी गई हैं। इन नियुक्तियों में तमाम नियमों को दरकिनार किया गया है जिससे सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कार्यरत बेहतर प्रदर्शन करने वाले सब्जेक्ट एक्सपर्ट खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। राणा ने कहा कि शिक्षा किसी और विषय की और नियुक्ति किसी और विषय में नियुक्ति करने के कारनामे को भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने अंजाम दिया है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी में सियासी पार्टी के कार्यकर्ताओं की वफादारी की तर्ज पर नियुक्तियां की जा रही हैं जिससे कि वहां कार्यरत अधिकांश स्टाफ में सिस्टम व सरकार के प्रति लगातार आक्रोश बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्लांट साइंस सब्जेक्ट में सिर्फ पीएचडी बॉटनी के लोगों को नियुक्ति देने का नियम है, लेकिन इस यूनिवर्सिटी में इस विषय की पढ़ाई के लिए बायोटेक व बायोकेमिस्ट्री के लोगों को नियुक्ति देकर अपनी पॉवर के मिसयूज कर मनमानी का परिचय दिया है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी की इस मनमानी से प्रदेश के अनेक योग्य उच्चशिक्षा प्राप्त युवा अपनी अनदेखी से परेशान हैं। जिसको लेकर कुछ लोगों ने न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया है। राणा ने कहा कि यह पहली यूनिवर्सिटी नहीं है जो बीजेपी के राज में मनमानी पर उतरी है। इससे पहले एनआईटी हमीरपुर, आईआईएम नाहन में भी नियुक्तियों को लेकर धांधली के आरोप लग चुके हैं जबकि मानव भारती यूनिवर्सिटी सोलन तो लाखों फर्जी डिग्रियां बेचने के लिए विश्वभर में कुख्यात हो चुकी है।
प्रधानमंत्री के दौरे तक अटल टनल को सील कर दिया गया है। उद्घाटन तक किसी को भी अटल टनल में प्रवेश की अनुमति नहीं है। आज उद्घाटन की तैयारियों का जायज़ा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के काफिले को भी अटल टनल पार करने के लिए विशेष अनुमति लेनी पड़ी। मुख्यमंत्री का काफिला लाहुल की तरफ अटल टनल के नाॅर्थ पोर्टल सिस्सु में रोका गया। उनके काफिले में एक वाहन वाहन ज्यादा था जिस कारण एसपीजी ने उनके काफिले को रोक दिया। एसपीजी के अधिकारियों ने दिल्ली से अनुमति ली जिसके बाद ही मुख्यमंत्री के काफिले को आगे बढ़ने की इजाज़त दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के मद्देनजर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तैयारियों का जायज़ा लेने आज सुबह लाहुल-स्पीति के सिस्सू पहुंचे। जयराम ठाकुर वहां जिला प्रशासन कुल्लू व लाहुल-स्पीति के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। साथ ही वह सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों के साथ भी बैठकें करेंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक अक्टूबर तक वहां पर मौजूद रहेंगे।
प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को भी प्रदेश में कोरोना से दो मौते हुई हैं। शिमला के आईजीएमसी में कोरोना से दो व्यक्तियों ने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति सिरमौर के नहान और दूसरा जिला शिमला के घणाहटी का रहने वाला बताया जा रहा है। सिरमौर निवासी मृतक 62 वर्षीय था व नाहन से आईजीएमसी के लिए रेफर किया गया था। 28 सितम्बर को व्यक्ति का टेस्ट हुआ जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और देर रात इनकी मौत हो गई है। शिमला निवासी मृतक का 28 सितम्बर को ही रैपिड एंटीजेन टेस्ट हुआ था और रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
प्रधानमंत्री मोदी के 3 अक्टूबर को मनाली आ रहे हैं। लेकिन PM के दौरे से पहले पुलिस को मानली में एक गाड़ी से 3 रिवाल्वर बरामद हुई हैं। रिवाल्वर पकड़े जाने के बाद से ही पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां और भी ज़्यादा सतर्क हो गई है और पहरा कड़ा कर दिया गया है। पुलिस ने प्रीणी के एक उद्योगपति की गाड़ी से ये हथियार बरामद किए हैं। तीन में से दो रिवाल्वर के लाइसेंस हैं जबकि एक अवैध हैं। ये सभी हरियाणा में बनी हैं और दो के प्रदेशस्तरीय लाइसेंस हैं, ऐसे में इन्हें दूसरे राज्य में ले जाना अपराध हैं। ये कामयाबी पुलिस को प्रीणी में चेकिंग करते हुए मिली। इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद से पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों ने होटलों में भी चेकिंग का काम शुरू कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में हिमाचल का एक जवान शहीद हो गया है। जानकारी के मुताबिक, जवानों को लेकर सेना का वाहन उधमपुर से श्रीनगर की तरफ जा रहा था, जो उधमपुर से कुछ ही दूरी पर जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 2 जवानों की मौत हो गई। इन दो जवानों में से एक हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में नाहन विधानसभा क्षेत्र के कांडों का कथ्याड इलाके से ताल्लुक रखता है। जवान का नाम सुरेश कुमार, उम्र 47 साल बताई जा रही है। शहीद के परिवार में दो बेटे, पत्नी व बूढ़े मां-बाप हैं। शहादत की खबर मिलते ही गांव में मातम का माहौल है। शहीद जवान का पार्थिव शरीर बुधवार को गांव लाया जाएगा।
शनिवार, हिमाचल कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हो रही है। इस बैठक में प्रधानमंत्री के दौरे के साथ साथ पर्यटन विकास, कोरोना व ऐसे कई अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। आज की इस बैठक में बाहरी राज्यों के लिए बसें चलाने और डिपुओं में पॉस मशीनों से राशन देने पर भी फैसला हो सकता है। बैठक में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर, मंत्री सरवीण चौधरी व अन्य नेतागण शामिल हुए है। हालांकि बैठक से सरकार के दो मंत्री नदारद रहे। उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर और पंचायती राज एवं पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर अनुपस्थित रहे। बिक्रम ठाकुर स्टाफ सदस्य के संक्रमित पाए जाने के बाद क्वारंटाइन हैं।
राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने भाजपा पर तीखा हमला किया है। जारी प्रेस बयान में राणा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा की बीजेपी जनादेश से विश्वासघात कर रही है व जनादेश के बहुमत का भी लगातार दुरुपयोग कर रही है। राणा ने खुलासा किया है कि केंद्र की तर्ज पर सत्ता को कारोबार का जरिया मान चुकी बीजेपी प्रदेश के संसाधनों को भी दोनों हाथों से लूटने में लगी है। राणा ने कहा कि केंद्रीय कांगड़ा बैंक में हुए खुलासे के मुताबिक बैंक के चेयरमैन को नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कागजों के हेरफेर के तिकड़मों के चलते लाखों रुपए का लाभ दिया जा रहा है। राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कॉर्पोरेशन एक्ट 1968 तथा नियम 1971 की धारा 41एफ के चलते किसी ऐसे व्यक्ति को बैंक का निदेशक नहीं बनाया जा सकता है, जो कि बैंक से कोई प्रत्यक्ष या परोक्ष लाभ ले रहा हो। यही प्रावधान बैंक के उपनियमों की धारा 29सी में भी रखा गया है, लेकिन केंद्रीय कांगड़ा बैंक की कलाकारी का नमूना यह रहा कि बैंक के चेयरमैन को लाखों का लाभ देने के लिए 1 मार्च 2018 को एफिडेविट दायर करवाया गया कि वह अपने पारिवारिक जसूर स्थित भवन के अपने हिस्से का किराया नहीं लेंगे। यह भवन केंद्रीय कांगड़ा बैंक को किराए पर दिया गया है। इतना ही नहीं परोक्ष लाभ की इस जुगाड़बंदी में किराया न लेने व अन्य कार्य करने का अधिकार बैंक के चेयरमैन ने अपने चाचा को दे दिया। 3890 रुपए से शुरू हुए इस बैंक के किराए को यकायक बढ़ाकर 1 मार्च 2019 को 28 हजार रुपए कर दिया और गजब यह रहा कि किराए की बढ़ोतरी का फैसला बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में किया गया। जिसके चेयरमैन खुद केंद्रीय कांगड़ा बैंक के चेयरमैन रहे, तथा बैंक के प्रबंधक निदेशक भी इस बैठक में मौजूद रहे। इतना ही नहीं 1 मई 2007 से 30 अप्रैल 2012 तक 32280 रुपए किराए की बढ़ोतरी 22 मार्च 2019 को की गई। फिर 1 मई 2012 से लेकर 28 फरवरी 2019 तक फिर से किराए की बढ़ोतरी करके 48544 कर दी, जिसका भुगतान भी आनन-फानन में 22 अप्रैल 2019 को बैंक द्वारा कर दिया गया। राणा ने कहा कि बीजेपी का यह कारनामा यह बताने के लिए काफी है कि लोग इस पार्टी में सत्ता का कारोबार करने के लिए पद हासिल करते हैं व संसाधनों की लूट के लिए नियमों को ताक पर रखते हैं। वहीं, आम आदमी को महंगाई व बेरोजगारी की सौगात देते हैं।
भाजपा की तेज़तर्रार नेता व पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा ने सोमवार को पंचकूला के एक निजी अस्पताल में आखिरी सासें लीं। उनके आकस्मिक निधन से पुरे हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें श्यामा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। सोमवार को अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें नाहन स्थित मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ से उन्हें चंडीगढ़ PGI रेफेर कर दिया गया पर श्यामा ने बीच रस्ते में ही दम तोड़ दिया। पूर्व मंत्री श्यामा ने 16 सितम्बर को ही प्रधानमंत्री मोदी को फेसबुक पर शुभकामनाएं प्रेषित की थीं, पर उस समय कौन जनता था वह चंद रोज़ में दुनिया को अलविदा कह देंगी। श्यामा अपनी आखिरी समय तक राजनीती व समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय रहीं। उनका राजनितिक करियर 42 सालों का रहा। वह तीन बार विधायक और एक बार मंत्री भी रहीं। उन्होंने भाजपा को जिला सिरमौर में पहचान दिलाई व संगठन के लिए कई बड़े कार्य किए। उन्होंने छात्र राजनीती से अपना करियर शुरू किया। उन्होंने पहली बार 1977 में नाहन विधानसभा से चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की। श्यामा शर्मा नाहन से तीन बार विधायक 1977, 1982 व 1990 में रही। 1977 में वह तात्कालीन सरकार मेें पंचायती राज, खाद्य एवं आपूर्ति तथा विधि मंत्री रही। इसके बाद प्रेम कुमार धूमल की सरकार में राज्य योजना बोर्ड की उपाध्यक्ष भी रही। मुख्यमंत्री ने जताया शोक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा के निधन पर शोक जताया है। सीएम ने कहा श्यामा शर्मा ने पार्टी और जनता की निस्वार्थ एवं समर्पण भाव से सेवा की है। भगवान उनकी दिवंगत आत्मा काे शांति प्रदान करे व परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे।
कृषि विभाग के आने से किसान मनपसंद दामों पर देश में कहीं भी अपनी फसल किसी को भी बेचने के लिए स्वतंत्र हो जाएंगे। इससे पहले की व्यवस्था में किसान केवल अपने ही राज्य की मंडियों में अपनी फसल बेच पाते थे। हमीरपुर से जारी प्रेस नोट जारी करते हुए भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के लोग कृषि विधायकों के बारे में मनगढ़ंत बातें कहकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। कृषि विधायक आने के बाद किसानों के पास दो तरीके होंगे वह चाहे तो अपनी फसल मंडियों के माध्यम से बेचे और जिसका उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलता रहेगा और दूसरा यह कि विदेश में किसी भी व्यापारी को अपने मनपसंद ऊंचे दामों पर अपनी फसल सीधा बेच सकते हैं। जिला मीडिया प्रभारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि किसानों को आज तलक उनके अधिकारों से वंचित रखा गया, जब कपड़ा उत्पादक, बर्तन उत्पादक आदि या अन्य किसी भी प्रकार का उत्पादन करने वाले लोग अपने उत्पाद को देश में कहीं भी बेच सकते हैं तो केवल किसान ही क्यों केवल अपने ही राज्य में सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही अपनी फसल को बेचने के लिए सीमित किए गए। नए प्रावधानों के लागू हो जाने के बाद किसान अपनी फसल को मंडियों में या फिर मनचाही कीमतों पर देश में कहीं भी किसी को बेच सकते हैं। अनाज मंडियों के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद पहले ही की तरह होती रहेगी। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में अनुबंध पैदावार की जो बात की गई है उसमें स्पष्ट कहा गया है कि पैदावार खरीदने का समझौता ज्यादा से ज्यादा 5 वर्ष का होगा और इस समझौते में सिर्फ पैदावार खरीदने की बात होगी, ना की जमीन खरीदने या फिर जमीन को गिरवी रखने की। जब किसान बीज बोएगा उससे पहले उसकी फसल की कीमत का समझौता होगा और जब फसल तैयार हो जाएगी तो फसल उठाने से पहले व्यापारी फसल की दो तिहाई कीमत समझौते के अनुसार अदा करेगा और और उसके 3 दिन के भीतर ही बाकी की एक तिहाई कीमत भी किसान को अदा करेगा। किसान अपनी फसल की मनपसंद कीमत व्यापारी से पहले ही तय कर लेगा जो उसे निश्चित रूप से मिलेगी। जिला मीडिया प्रभारी ने कहा कि बंपर फसल होने की सूरत में कई बार बहुत अधिक मात्रा में अनाज के सड़ने से किसानों की मेहनत बेकार हो जाने की समस्या भी कृषि विधेयक आ जाने से दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल ज्वाइन कृषि विधायकों का विरोध कर रहे हैं वह चाहते हैं कि किसान आज भी अनगिनत बंधनों में जकड़ा रहे और किसानों को उनकी फसल का सही दाम न मिले और वह सभी लोग बिचौलियों के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं जो किसानों की मेहनत की कमाई पर डाका डालते हैं।
शिक्षकों और विद्यार्थियों को स्कूलों में बुलाने को लेकर अगले सप्ताह एसओपी जारी होगी। केंद्र सरकार से जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइन के अनुसार 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 21 सितंबर से स्कूलों में बुलाने को हरी झंडी मिल गई है। केंद्र ने अभिभावकों के सहमति पत्र पर बच्चों को स्कूलों भेजने को मंजूरी दी है। केंद्र ने इसका अंतिम फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा है। केंद्र की ओर से बीते दिनों एसओपी भी जारी की गई है। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने भी एसओपी तैयार कर अंतिम मंजूरी के लिए फाइल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को भेज दी है। केंद्र से जारी गाइडलाइन में 30 सितंबर तक स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार ने राज्यों को अपने स्तर पर फैसले लेने के लिए कुछ छूट भी दी है। प्रदेश शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन से बाहर वाले स्कूलों में नवीं से जमा दो कक्षा को शुरू करने के लिए एसओपी जारी कर दी है। हिमाचल ने भी अपनी एसओपी तैयार कर ली है। केंद्र सरकार ने 21 सितंबर से 50 फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को भी स्कूल बुलाने को कह दिया है। ऐसे में पहली से आठवीं कक्षा की ऑनलाइन पढ़ाई की मानीटरिंग 21 सितंबर से शिक्षक स्कूल आकर ही करेंगे। एसओपी में शिक्षकों और विद्यार्थियों के आने-जाने को लेकर सभी नियम तय किए जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने जारी एक प्रैस बयान में कहा कि विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितम्बर को जन्मदिवस है तथा पार्टी प्रत्येक वर्ष प्रधानमंत्री का जन्मदिवस "सेवा सप्ताह’’ के रूप में मनाती है। प्रत्येक वर्ष पार्टी के सभी कार्यकर्ता विभिन्न प्रकार के सेवा के कार्यक्रम पूरे सप्ताहभर करके प्रधानमंत्री की दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं। यह सेवा सप्ताह 14 सितम्बर से 20 सितम्बर, 2020 तक पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा जिसके लिए प्रदेश उपाध्यक्ष राम सिंह को प्रभारी बनाया गया है। सुरेश कश्यप ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का 70वां जन्मदिवस है इसलिए इस सेवा सप्ताह में प्रत्येक मण्डल में कम से कम 70 दिव्यांगों को विभिन्न प्रकार के कृत्रिम अंग एवं उपकरण प्रदान करने का पार्टी ने निर्णय लिया है। इसी प्रकार गरीब भाईयों एवं बहनों को आवश्यकतानुसार चश्में प्रदान किए जाएंगे। उन्होनें कहा कि प्रत्येक जिले में गरीब बस्ती एवं अस्पतालों में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए फल वितरण के कार्यक्रम किए जाएंगे तथा कोविड-19 से प्रभावित 70 लोगों को स्थानीय आवश्यकतानुसार एवं अस्पताल के माध्यम से प्लाजमा डोनेट किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा को प्रभारी बनाया गया है।
सरकार ने 4 सितंबर को कैबिनेट बैठक में धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया था जिसके बाद आज प्रदेश में धार्मिक स्थलों को खोल दिया गया है। इसे ले कर एसओपी जारी किए गए। देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भी आज सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। शिमला स्थित प्रसिद्ध तारादेवी मंदिर , जाखू मंदिर एवं संकटमोचन मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं ने दिशा-निर्देशों के अनुसार ही दरशन किए। एसओपी के तहत मंदिर परिसरों में सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। सराहन स्थित प्रसिद्ध मां भीमाकाली मंदिर में सुबह सात से शाम साढ़े छह बजे तक भक्तों को माता के दर्शन करने की अनुमति रहेगी। शाम सात बजे मंदिर के कपाट बंद होंगे। मां चिंतपूर्णी का दरबार सुबह 9 से शाम 7 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा। श्रद्धालु प्रसाद ले जा सकेंगे, लेकिन इसे चढ़ाने पर मनाही रहेगी। श्री नयना देवी जी मंदिर में रोजाना एक हजार श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। मंदिर में 60 साल से अधिक और 10 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के प्रवेश पर फिलहाल रोक रहेगी। शक्तिपीठ बज्रेश्वरी मां के दर्शन भक्त सुबह सात से शाम सात बजे तक करेंगे। मां चामुंडा के दर्शन भी इसी समय हो सकेंगे। हरियाणा और हिमाचल की सीमा पर त्रिलोकपुर स्थित माता बालासुंदरी मंदिर, पांवटा साहिब के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में सुरक्षा के विशेष इंतजाम हैं। दियोटसिद्ध स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को ई-पास बनवाना होगा। मंदिर प्रतिदिन सुबह छह बजे खुलेगा और शाम 7 बजे बजे बंद होगा। प्रतिदिन लगभग 500 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
मेष आज के दिन आत्ममथंन कई मुश्किलों से बाहर निकालने में आपकी मदद करेंगे। ऑफिशियल कार्यों में भी जल्दबाजी के चलते गलती होने की प्रबल आशंका बनी हुई है, हो सकता है पिछला कार्य पुनः करना पड़ जाए। कारोबार को बढ़ाने के लिए अपनी क्षमता व योग्यता का पूरा प्रदर्शन करेंगे जिसमें सफलता भी मिलेगी। युवाओं के कुछ सपने अधुरे रहने से मन उदास रहेगा। सेहत में शारीरिक कमजोरी महसूस होगी जो किसी स्वास्थ्य संबंधित बीमारी का कारण बन सकती है, थैरपी लेने के लिए समय उपयुक्त चल रहा है। घर पर रहते हुए सदस्यों के साथ फैमली डिनर की प्लानिंग कर सकते हैं। वृष आज के दिन मन में द्वंद की स्थिति रहेगी जो कार्यों में अनेक अवरोध डाल सकती है। जिस पर आप सबसे ज्यादा विश्वास करते हैं, वहीं अविश्वास का कारण बन सकता है। कर्मक्षेत्र में सहकर्मियों से संपर्क को कमजोर न होने दें, वर्तमान समय में यह बेहद जरूरी है। व्यावसायिक गतिविधियाँ सामान्य रूप से चलती रहेंगी, साथ ही छोटे-मोटे निवेश करने के लिए दिन उपयुक्त है। हेल्थ की बात करें तो आंखों में दर्द या इंफेक्शन की समस्या उत्पन्न हो सकती है इसका तुरंत इलाज करना ही सही रहेगा, अन्यथा भविष्य में परेशानियां झेलनी पड़ेगी. संतान से संबंधित कोई शुभ सूचना मिलने की संभावना है। मिथुन आपके मूड में बारंबार परिवर्तन आने के कारण मन में अनिश्चितता रहेगी । परिणामस्वरूप मानसिक अस्वस्थता अनुभव करेंगे। पारिवारिक सदस्यों के साथ बातचीत करके और आवश्यक लगे तो विशेषज्ञों की सलाह लेकर बेचैनी कम कर सकेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखने की गणेशजी की सलाह है। कर्क गणेशजी की कृपा से आज आप जो कुछ भी विचार करेंगे और युक्ति-प्रयुक्तियों को अजमाएँगे उसमें आपको सफलता मिलेगी। विद्यार्थी अध्ययन में अच्छा प्रदर्शन करेंगे तथा अधूरे कार्य पूरे होंगे। आप अपनी कल्पनाशक्ति का अच्छा चमत्कार दर्शा सकेंगे। संक्षेप में आज का दिन आपके लिए खुशी का और विविधतापूर्ण रहेगा सिंह आज के दिन आध्यात्मिकता की तरफ भी थोड़ा रूझान बढ़ाना चाहिए, जिससे आप प्रसन्नता व आत्मिक शांति का अनुभव करेंगे। ऑफिशियल कार्य समय रहते पूर्ण होंगे जिससे अन्य कार्यों के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा। व्यापारियों का बैंकिग संबंधित कार्य में रुकावट आने की वजह से मन में झुंझलाहट रहने की आशंका है। युवाओं को मनपसंद विषयों में अच्छे परिणाम मिलने से वह प्रसन्न रहेंगे। मुंह में छालें हो सकते हैं, यह समस्या पेट की गर्मी की वजह से होगी। संतान की हैबिट्स पर ध्यान रखें. अगर आपकी संतान छोटी है तो खेलते समय उसका विशेष ध्यान रखें, गिर कर चोट लग सकती है। कन्या आशावादी बनें और उजले पक्ष को देखें। आपका विश्वास और उम्मीद आपकी इच्छाओं व आशाओं के लिए नए दरवाज़े खोलेंगी। भविष्य में अगर आपको आर्थिक रुप से मजबूत बनना है तो आज से ही धन की बचत करें। आपका मज़ाकिया स्वभाव सामाजिक मेल-जोल की जगहों पर आपकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा करेगा। आप अपने प्रिय की बांहों में आराम महसूस करेंगे। आज अनुभवी लोगों से जुड़कर जानने की कोशिश करें कि उनका क्या कहना है। यदि आपको व्यस्त दिनचर्या के बाद भी अपने लिए समय मिल पा रहा है तो आपको इस समय का सदुपयोग करना सीखना चाहिए। ऐसा करके अपने भविष्य को आप सुधार सकते हैं। आप और आपका हमदम एक-दूसरे से आज एक-दूसरे की ख़ूबसूरत भावनाओं का इज़हार कर सकेंगे। तुला ससुराल वालों से नाराजगी और किसी बात को लेकर लड़ाई हो सकती है। बात करते समय अपना संयम न खोए किसी पेचीदा बात को रखते समय ना सीमा का उल्लंघन करें, ना होने दें। वरिष्ठ व्यक्ति की जिद के आगे आज आपको झुकना पड़ेगा। अहंकार आपका सबसे बड़ा शत्रु होगा। बहुत कष्ट से किए हुए काम में असफलता मिल सकती है। लेकिन, अपना आत्मविश्वास कम ना होने दें। अगर बात किसी जमीन से जुड़े मुद्दे की है, तो अपनी बात पर कायम रहें। वृश्चिक शारीरिक बीमारी के सही होनी की काफ़ी संभावनाएँ हैं और इसके चलते आप शीघ्र ही खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं। जो लोग काफी वक्त से आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे उन्हें आज कहीं से धन प्राप्त हो सकता है जिससे जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। अपने जीवन-साथी के साथ प्यार, अपनापन और स्नेह महसूस करें। मुहब्बत की टीस आज रात आपको सोने नहीं देगी। आप क़ामयाबी ज़रूर हासिल करेंगे – बस एक-एक करके महत्वपूर्ण क़दम उठाने की ज़रूरत है। आपके पास समय तो होगा लेकिन बावजूद इसके भी आप कुछ ऐसा नहीं कर पाएंगे जो आपको संतुष्टि दे। जीवनसाथी के साथ एक आरामदायक दिन बीतेगा। धनु आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। आपको अपने विरोधियों से कुछ परेशानी हो सकती है। घर परिवार के लोग किसी बात को लेकर वाद-विवाद कर सकते हैं। आप एक बुद्धिमान व्यक्ति की तरह उन्हें कोई काम की सलाह देंगे जो बहुत काम आएगी। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग रिश्ते में कुछ दिक्कतें महसूस करेंगे। आपका प्रिय गुस्से में आकर आपको उल्टा सीधा बोल सकता है। इनकम सामान्य रहेगी और सेहत बढ़िया रहेगी। काम के सिलसिले में दिनमान आपके पक्ष में रहेगा। मकर अच्छी चीज़ों को ग्रहण करने के लिए आपका दिमाग़ खुला रहेगा। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को आज धन की बहुत आवश्यकता पड़ेगी लेकिन बीते दिनों में किये गये फिजुलखर्च के कारण उनके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। कोई ऐसा रिश्तेदार जो बहुत दूर रहता है, आज आपसे संपर्क कर सकता है। आप रोमांटिक ख़यालों और सपनों की दुनिया में खोए रहेंगे। दफ़्तर की राजनीति हो या फिर कोई विवाद, चीज़ें आपके पक्ष में झुकी नज़र आएंगी। खेलकूद जीवन का जरुरी हिस्सा है लेकिन खेलकूद में इतने भी व्यस्त न हो जाएं कि आपकी पढ़ाई में कमी आ जाए। मुमकिन है कि आपके माता-पिता आपके जीवनसाथी को कुछ शानदार आशीर्वाद दें, जिसके चलते आपके वैवाहिक जीवन में और निखार आएगा। कुंभ आपके लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाएंगे और सेहत को लेकर थोड़े चिंतित हो सकते हैं लेकिन परिवार वालों का सहयोग हर काम में आपको मिलेगा जिससे काम के सिलसिले में आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे। आपके मित्र और आपके साथ काम करने वाले लोग आपको सपोर्ट करेंगे। प्रेम जीवन बिता रहे लोगों के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन में तनाव दिखाई देगा। मीन ऐसी गतिविधियों में शामिल हों जो रोमांचक हों और आपको सुकून दें। धन का आगमन आज आपको कई आर्थिक परेशानियों से दूर कर सकता है। वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए अच्छा समय है। आज के दिन रोमांस के नज़रिए से कोई ख़ास आशा नहीं की जा सकती है। कामकाज के मोर्चे पर आपकी कड़ी मेहनत ज़रूर रंग लाएगी। हितकारी ग्रह कई ऐसे कारण पैदा करेंगे, जिनकी वजह से आज आप ख़ुशी महसूस करेंगे। आपके जीवनसाथी की कामकाज को लेकर व्यस्तता आपकी उदासी का कारण बन सकती है।
पहाड़ों की वादियों के बीच बसे चंबा शहर का सौंदर्य और इतिहास बहुत ही निराला है। यहां की वादियां और इमारतें बहुत सी कहानियां सुनाती हैं। ऐसे ही एक कहानी है रानी सुनैना की। रानी सुनैना यानी बलिदान और साहस कि मूर्ति। ये चंबा रियासत की वो रानी है जिन्होंने अपनी प्रजा और राज्य के उत्थान के लिए बिना किसी हिचकिचाहट के अपना बलिदान दे दिया। यूं तो चंबा शहर रावी और साल नदी के मध्य में बसा है पर एक समय ऐसा भी था जब यह शहर पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहा था। दो नदियों के बीच बसे होने के बावजूद भी यहां पीने के लिए पानी की एक बूंद नहीं थी। उस समय चम्बा रियासत के राजा साहिल वर्मन हुआ करते थे। राजा भी इस समस्या से पूर्णतः वाकिफ थे पर वो करते भी क्या। एक रात उनकी पत्नी, रानी सुनैना को उनकी कुल देवी ने स्वप्न में दर्शन दिए और कहा कि राज घराने में से किसी को बलिदान देना होगा तभी पानी की कमी पूरी होगी। जब राजा साहिल वर्मन को रानी सुनैना ने पूरी कहानी सुनाई तो राजा वर्मन बलिदान देने के लिए तैयार हो गए। फिर रानी सुनैना ने सोचा यदि राजा बलिदान देंगे तो उनका सुहाग छिन जाएगा और राज्य के सर से भी साया उठ जाएगा, और यदि उनके पुत्र राजकुमार युगाकर बलिदान देते है तो कुल का दीपक बुझ जाएगा और वंश को आगे कौन बढ़ाएगा। ये सब सोचकर रानी सुनैना ने स्वयं बलिदान देने का फैसला लिया। इस निर्णय से पुरी चंबा रियासत में शोक व विस्मय की लहर दौड़ गई। आखिरकार रानी सुनैना बलिदान देने के लिए महल से निकल पड़ीं। आंखों में आंसू लिए उनके इस काफिले में चंबा की जनता भी शामिल थी। रास्ते मे सूही के मढ़ से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा शहर पर नज़र डाली और फिर आगे बढ़ते हुए ये काफिला मलून नामक स्थान पर रुक गया। ममता और बलिदान की मूरत रानी सुनैना बलिदान देने से पहले कहा 'मेरी इच्छा है कि मेरी याद में हर वर्ष मेला लगे। इस मेले को सिर्फ स्त्रियां मनाएं और पुरुष इस में भाग न लें और न ही राज परिवार की बहुएं इस में भाग लें। इस मेले में पूजा केवल राज परिवार की कुंवारी कन्या के हाथों करवाई जाए।' बस इतना कहकर रानी सुनैना ने जिंदा समाधि ले ली। उसी समय पानी की धार फूट पड़ी और रानी सुनैना का बलिदान चंबा के लोगों के लिए अमृत बन कर बहने लगा। रानी सुनैना के बलिदान को याद करते हुए राजा साहिल वर्मन ने जिस स्थान से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा को देखा था उसी सूही के मढ़ नामक स्थान पर उनके मंदिर का निर्माण करवाया। हर वर्ष इस जगह सूही के मेले का भी आयोजन किया जाता है। ये मेला 3 दिन तक चलता है और यहां केवल बच्चे और महिलाएं ही उपस्थिति दर्ज करवाते है। महिलाएं रानी की प्रशंसा में लोकगीत गाती हैं और समाधि तथा प्रतिमा पर फूल की वर्षा की जाती है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। वहीं, मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार सुबह कोरोना से एक और मौत का मामला सामने आया है। बिलासपुर की 57 वर्षीय महिला ने आईजीएमसी में दम तोड़ दिया है। वहीं, एक सरकाघाट और तीसरा शिमला के व्यक्ति की मौत हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 60 पहुंच गया हैै। प्रदेश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 7660 पहुंच गया है। 2234 सक्रिय मामले हैं। 5359 मरीज ठीक हो गए हैं। बता दें सोमवार को 262 कोरोना पॉजिटिव मामले आए थे।
10 सितंबर से पहले पहले सभी विस्तारक अपने अपने मण्डलों में पार्टी द्वारा उनको दिए गए लक्ष्यों को हासिल करें। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की वर्चुअल बैठक में उपस्थिति पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने यह बात कही। शनिवार को शाम 5:00 बजे पार्टी द्वारा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, केंद्रित वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी उपस्थित रहे। वर्चुअल बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि जिस तरह धर्मपुर एवं बड़सर मण्डल विस्तारक योजना के तहत निर्धारित समय से पहले ही अपने लक्ष्य प्राप्ति की ओर अग्रसर हैं, उसी तरह अन्य मण्डलों को भी 10 सितम्बर से पहले पहले विस्तारक योजना के तहत दिए गए कार्य को पूरा कर लेना चाहिए।
पहाड़ी भाषा एवं संस्कृति को संरक्षित रखने की बेहतरीन सोच के साथ, तेज़ी से आगे बढ़ रहा है दी मॉडर्न फोक नोट। हाल ही में रिलीज़ हुए दी मॉडर्न फोक नोट 6 को दुनिया भर में पसंद किआ जा रहा है । ए सी भरद्वाज द्वारा गाई गई इन सीरीज को प्रदेश और देश के साथ साथ विश्व के भी अन्य 35 देशों की जनता से भरपूर प्यार मिल रहा है । इस प्यार की ख़ास वजह यह भी है कि मॉडर्न फोक नोट एक नई सोच ले कर सामने आया है जिसमे उन्होंने युवाओं के बीच लोक संगीत का रुझान बढ़ाने के लिए, मॉडर्न बीट्स एवं पहाड़ी गानों का मिश्रण किया है। मॉडर्न फोक नोट की 5 सीरीज पहले ही यू ट्यूब पर आ चुकी हैं जिन्हें दुनिया भर से बहुत प्यार एवं सम्मान मिला है । मॉडर्न नोट 6 इसी सीरीज को आगे बढ़ाते हुए प्रसारित किया गया , एवं कुछ ही दिनों में 3 लाख से भी ज़्यादा लोगों द्वारा देखा जा चूका है।
हिमाचल के चंबा में दो स्वास्थ्य कर्मियों समेत तीन कोरोना पाॅजिटिव मरीज पाए गए है। इनमें एक सीआईडी यूनिट चंबा का कर्मचारी भी शामिल है। 4 सितम्बर को जाँच के लिए कुल 239 सैंपल लिए गए थे जिसमे से तीन पोसिटिव पाए गए है, वहीं 176 सैम्पल की रिपोर्ट आना अभी बाकि है। पॉजिटिव पाए गए तीन व्यक्तियों में से एक 26 वर्षीय महिला है जो की JLNMC चम्बा की स्वस्थ्य कर्मी है। DIET सरु का एक 26 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी जो की इंस्टीटूशनल क्वारंटाइन में था, और एक 41 वर्षीय CID यूनिट चम्बा का कर्मचारी भी कोरोना पोसिटिव पाया गया है। चम्बा जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 478 पहुंच गया है। 112 सक्रिय मामले हैं और 361 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा मंडी से 12 नए मामले, काँगड़ा से 9 नए मामले और कुल्लू से 1 नया पॉजिटिव मामला सामने आया है जिनकी पूरी जानकारी आना अभी बाकी है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 6855 पहुंच गया है। 1823 सक्रिय मामले हैं। 4932 मरीज ठीक हो गए हैं। 45 मरीज राज्य के बाहर चले गए हैं और 51 की मृत्यु हो चुकी है।
प्रदेश में कोरोना से एक और मौत हो गई है। डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में एक 70 वर्षीय महिला ने वीरवार देर रात दम तोड़ दिया। सिरमौर में कोरोना से यह तीसरी मौत हुई है। मृतक महिला पांवटा साहिब की रहने वाली थी जिसे 1 सितंबर को पांवटा साहिब सिविल अस्पताल से डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। डायबटीज व हाईपरटेंशन रोग से ग्रसित इस महिला का नाहन मेडिकल कॉलेज में कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। 3 सितंबर को देर रात आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इस महिला ने दम तोड़ दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डॉ केके पराशर ने बताया कि पांवटा साहिब में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मृतक का अंतिम संस्कार किया गया है। इसी के साथ प्रदेश में अब कोरोना संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 48 हो गया है।
निदेशक सेना भर्ती कर्नल तनवीर सिंह मान ने बताया कि पड्डल मैदान जिला मण्डी में 6 अक्तूबर से 14 अक्तूबर, 2020 तक सेना भर्ती कार्यालय मण्डी द्वारा जिला शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर के युवाओं के लिए भारतीय सेना में भर्ती का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भर्ती सैनिक तकनीकी (पुरुष), सैनिक तकनीकी (गोला बारुद परीक्षक) (एटी)(पुरुष), सैनिक तकनीकी (उड्डयन) (एक्स गु्रप)(पुरुष) तथा सैनिक तकनीकी (उपचार सहायक) (एन ए) (पुरुष) पदों के लिए होगी। उन्होंने बताया कि मापदण्ड और योग्यता के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा जारी 06 अगस्त, 2020 की अधिसूचना भारतीय सेना की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर देखें। उल्लेखनीय है कि जो उम्मीदवार सेना भर्ती रामपुर बुशैहर शिमला में सैनिक तकनीकी वर्ग के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला द्वारा 16 फरवरी, 2020 को जारी अधिसूचना के तहत पहले पंजीकृत हो चुके है, उनको भी दोबारा पंजीकरण करना है।
कार्यकर्ताओं की मेहनत के दम पर पार्टी मिशन 2022 को निश्चित रूप से पूरा करेगी। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने टौणीदेवी में पार्टी द्वारा आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में उपस्थित विस्तारकों व अन्य पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए यह बात कही। पार्टी द्वारा प्रदेश भर में चलाई जा रही विस्तारक योजना के तहत रविवार को हमीरपुर ज़िला के सुजानपुर मण्डल के टौणीदेवी में एक दिवसीय प्रशिक्षक प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया था। इस प्रशिक्षण वर्ग में धर्मपुर भोरंज एवं सुजानपुर मंडल के विस्तारकों सहित अन्य पदाधिकारियों ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन प्राप्त किया। प्रशिक्षण वर्ग में विशेष रुप से पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक कमलेश कुमारी एवं हमीरपुर जिला के प्रभारी व प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा उपस्थित रहे। प्रशिक्षण वर्ग में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि विस्तारक योजना के तहत पार्टी द्वारा दिये गए कार्यों को कार्यकर्ता विश्वास के साथ पूरा करें। विस्तारक योजना के तहत दिए गए काम को कार्यकर्ता यदि पूर्ण स्पष्टता एवं तन्मयता से करेंगे तो निश्चित रूप से यह कार्य 2022 के चुनावों में पार्टी के लिए सहायक सिद्ध होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी ने ढाई वर्ष पहले ही चुनावों की तैयारी में जुट जाने का निर्णय लिया है, निश्चित रूप से कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर पार्टी का मिशन 2022 पूरा होगा। प्रशिक्षण वर्ग में उपस्थित विस्तारकों को संगठन महामंत्री पवन राणा के माध्यम से विस्तारपूर्वक तकनीकी बारीकियों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। ज़िला प्रभारी अजय राणा ने विस्तारक योजना के तहत मतदान केंद्र स्तर पर चलाई जाने वाली गतिविधियों की जानकारी विस्तारपूर्वक कार्यकर्ताओं को दी। ज़िला महामंत्री ने प्रशिक्षण वर्ग में पहुंचे सभी विस्तारकों का अभिनन्दन किया और ज़िले में प्रभावी रूप से इस योजना पर काम होगा ऐसा विश्वास पार्टी को जताया। इस अवसर पर वंदना गुलेरिया, देशराज शर्मा, विरेन्द्र ठाकुर, विजय बहल, अंकुश दत्त शर्मा, अनिल शामा, अशोक ठाकुर, तिलक राज बहल,रिंटू,अनिल परमार, दिनेश ठाकुर, कपिल शामा सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कहा है कि कठिन आर्थिक हालातों में जनता का कचूमर निकालने पर आमादा हुई सरकार ने अब बिजली की दरों में भारी इजाफा किया है। संड्री चार्जेस, सर्विस चार्जेस, मीटर रेंट व अन्य चार्जेस के नाम पर अब आम आदमी की जेबों पर डाका डाला गया है। कोविड-19 के दौरान बिगड़ी अर्थव्यवस्था के कारण जहां आम आदमी का जनजीवन लगातार परेशानी से घिरा है, वहीं दूसरी ओर सरकार आम आदमी पर अनावश्यक वित्तिय बोझ लाद रही है। आलम यह है कि कोविड-19 के दौरान भी बंद रही दुकानों व संस्थानों के बिजली के बिल हजारों में आए। बाद में पता चला कि इन बिलों की रीडिंग अंदाजन ही डालकर लोगों पर और बोझ डाला गया है। अब आलम यह है कि बिजली के बिल भरने के लिए भी गांव के लोगों को बैंक और सोसायटियों से कर्जा उठाना पड़ रहा है। कोविड-19 में जिन लोगों की नौकरियां चली गई हैं, उन लोगों के लिए हजारों के बिल भरना और भी मुश्किल साबित हो रहा है। राहत की बातें कर रही सरकार जमीनी हकीकत में आम जनता को कहां राहत दे रही है, यह तो सरकार ही बता सकती है लेकिन असल में जमीनी हालात यह हैं कि चारों ओर से बढ़ रही महंगाई के बीच आम आदमी का कचूमर निकल चुका है। जनता के पास पढ़ाई, दवाई जैसे मूलभूत सुविधाओं के लिए धन का भारी टोटा चल रहा है और उधर सरकार तरह-तरह के टैक्स व बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं को और महंगा करके आम आदमी पर लगातार बोझ बढ़ाने में लगी हुई है। राणा ने कहा कि विभाग से जब जनता महंगी बिजली व सर्विस चार्जेस, सर्विस चार्जेस, मीटर रेंट के बारे जानकारी लेना चाह रही है तो विभाग के अधिकारी बता रहे हैं कि इस बारे में अभी तक उन्हें कोई टैरिफ ऑर्डर नहीं मिला है। यह सब बिजली विभाग का आईटी सेल शिमला से जरनेट करता है और इसी आईटी सेल ने कोविड के दौरान लोगों को ऑन एवरेज हजारों और लाखों के बिल भी भेजे थे। ऐसे में हैरानी की बात यह है कि विभाग के पास अभी तक टैरिफ आर्डर पहुंचे नहीं हैं, लेकिन बिजली के बिल तरह-तरह के चार्जेस लगाकर बढ़ा दिए गए हैं। महंगी बिजली पर एक तुर्रा यह भी दिया जा रहा है कि कुछ चार्जेस ऑडिट विभाग की तरफ से भी लगाए जाते हैं और यह उपभोक्ताओं के पिछली देनदारियों के रहते हैं। उन्होंने कहा कि हकीकत में किसी भी उपभोक्ता को यह जानकारी नहीं रहती है कि उनकी पिछली देनदारी क्या है। उनके होश तो तभी फाख्ता होते हैं, जब पिछली देनदारी बताकर, तो कभी चार्जेस रेट बढ़ाकर, तो कभी सब्सिडी कम करने की बात कह कर, तो कभी महंगी बिजली के नाम पर हजारों के बिल उनको थमा दिए जाते हैं। राणा ने कहा कि आलम यह है कि अब बाहरी प्रदेशों में बिजली सस्ती है और हिमाचल में बिजली महंगी हो रही है राणा ने कहा कि अब प्रदेश में 5 रुपए 45 पैसे प्रति यूनिट तक की दर से उपभोक्ताओं से पैसे वसूले जा रहे हैं जो कि आम आदमी की बदहाल हो चुकी अर्थव्यवस्था के बीच कुठाराघात है।
मौजूदा सियासी दौर में देश में सच के ऊपर संकट लगातार गहराता जा रहा है। यह दीगर है कि सच का अपना एक कुदरती स्वभाव है कि उसे जितने जोर से दबाने का प्रयास किया जाता है, वह उतनी ही तेजी से बाहर आता है। देश और प्रदेश में प्रचंड बहुमत से जीती सरकारों के राज में अगर देश सोशल मीडिया के एक टवीट से हिल रहा है तो यह बताने के लिए काफी है कि देश में अभी भी सच के साथ चलने वाले हिम्मतवर लोग मौजूद हैं। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने जारी प्रेस बयान में कही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सियासत के दौर में यह सवाल आम आदमी के जहन में कौंध रहा है कि क्या सच अब सत्ता का गुलाम हो कर रह जाएगा। राणा ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस ने लगातार संघर्ष करते हुए जिन संवैधानिक संस्थाओं को देश हित में स्थापित किया था। वह संवैधानिक संस्थाएं जैसे चुनाव आयोग, संघ लोक सेवा आयोग और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जातियों के लिए राष्ट्रीय आयोग और बैंक इत्यादि अब संकट के दौर से गुजर रही हैं। यहां तक कि अब मीडिया, न्याय पालिका व जांच एजेंसियों का भी राजनीतिक प्रतिशोध के चलते दुरुपयोग करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार का विरोध करने वालों को देश का विरोधी करार दिया जा रहा है। सच बोलने वालों को सजायाफता मुजरिम करार देने की साजिशें रच कर, देश के आम नागरिक को खौफजदा करने का खतरनाक खेल लोकतंत्र के भविष्य के लिए घातक साबित होगा यह तय है। राणा ने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर सोचें तो अगर हम अपनी आवाज की रक्षा नहीं कर सके, तो आम आदमी का इस देश में कोई रखवाला नहीं बचेगा। लोकतंत्र में रहते हुए दुनिया की सबसे बड़ी माने जाने वाली डेमोक्रेसी में अगर लोग सच नहीं बोल सकेंगे या सच के पक्ष में खड़ा रहने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे तो यह डेमोक्रेसी किस काम की है यह सोचने जैसी बात है। राणा ने कहा कि एक-एक संस्थान का डेमोक्रेटिक स्पेस एक साजिश के तहत खत्म किया जा रहा है जिसके चलते जनता के हक में काम करने की कार्यशैली को भी खत्म किया जा रहा है। गणतंत्र के स्तंभों के अधिकारों का हनन निरंतर जारी है। राज्य और केंद्र की सरकारें एक तानाशाह की तरह राजकाज को चलाने के हथकंडे अपना रही हैं। आलम यह है कि देश में सच बोलने पर पाबंदी बढ़ रही है और प्रदेश में अगर आम आदमी के हक में अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए विपक्ष सच की आवाज उठा रहा है तो इस पर प्रदेश सरकार को गुस्सा आ रहा है जिससे लगता है कि अब सियासत सच को अपना गुलाम बनाने पर आमादा हो चुकी है।
बीती रात हमीरपुर जिला में 8 कॉरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए थे जिसमें बड़सर उपमडल की एक महिला पॉजिटिव आई है, जो 17 अगस्त को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज हमीरपुर आई थी, और गायनी रोग से पीड़ित थी। उसको उपचार के लिए वहां पर दाखिल भी किया गया, जिसका 20 तारीख को ऑपरेशन हुआ। हालात बिगड़ते देख मेडिकल कॉलेज हमीरपुर ने उसे टेंडर रेफर कर दिया, पर पिछली रात जब रिपोर्ट आई तो वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई। जैसे ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन को इसकी जानकारी मिली तो हॉस्पिटल में हड़कंप का माहौल देखने को मिला और बाद में उस वार्ड को सैनिटाइज किया गया। बताया जा रहा है कि जो महिला पॉजिटिव आई है हॉस्पिटल में और जगहों पर भी घूमी थी और अन्य लोगों के संपर्क में भी आई होगी, जिसके कारण तीन-चार दिन जो भी वहां उपचार के लिए आए थे उनमें भी डर बना हुआ है। महिला के पॉजिटिव आने के बाद लोग उपचार के लिए हॉस्पिटल जाने से भी डर रहे हैं।
विकासखंड प्रागपुर की कौलापुर पंचायत के गांव जटोली चाकरां में पिछले 8 सालों से चल रहे पशु औषधालय को सरकार द्वारा बंद कर देने पर लोगों में गहरा रोष है। ग्रामीणों ने बंद किए कार्यालय पर अपना ताला जड़कर सरकार को चेतावनी दी है कि वह पशु औषधालय का सामान न निकाले अन्यथा वह किसी भी हद तक जाने को मजबूर होंगे। इस दौरान लोगों ने सरकार एवं स्थानीय विधायक एवं मंत्री विक्रम ठाकुर पर जमकर भड़ास निकाली उनके विरोध में नारे भी लगाए जबकि कुछ पंचायत प्रतिनिधियों ने भी बढ़ चढ़कर ग्रामीणों का सहयोग किया ।
15 अगस्त 2020 को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष पर जिला कांग्रेस कमेटी हमीरपुर द्वारा बड़सर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत लोडर के रोपडी गांव में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र जार की अध्यक्षता में वन महोत्सव आयोजन किया गया जिसमें पूर्व सीपीएस बड़सर विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की। इस मौके पर ग्राम पंचायत लोडर के पंचायत कार्यालय में स्वतंत्रा दिवस मनाया गया जहां स्थानीय पंचायत प्रधान राकेश रानी द्वारा झंडा फहराने की रस्म अदायगी की गई। जिलाध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा की इस स्वतंत्रता दिवस को स्वर्णिम बनाने के लिए आज यहां पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम भी किया गया जिसमें पूरे जिले से पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी व स्थानीय पंचायत के लोगों का पूरा सहयोग मिला। उन्होंने सभी से अनुरोध किया की वृक्षारोपण को एक मुहिम के रूप में हमें आगे बढ़ाना है ताकि हम अपने पर्यावरण को बचा सके और प्रदूषण नियंत्रण कर सके। मुख्य अतिथि इंद्र दत्त लखनपाल ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता की लड़ाई में किस तरह से हमारे वीर योद्धाओं की भूमिका रही उसके बारे में विश्लेषण किया और युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा की हमारे अंदर उस तरह का जज्बा होना चाहिए ताकि हम अपने देश और प्रदेश के लिए कुछ कर सके। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए भी प्रमुखता से प्रेरित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी कमल पठानिया सचिव, सुनील शर्मा बिट्टू सचिव, बलविंदर सिंह बबलू सचिव, जिला नीलम ठाकुर, जगजीत ठाकुर नरेश लखन पाल, होशियार सिंह, पवन कालिया, केवल कुमार, मनोहर लाल कानूनगो, सुरेश पटियाला, कैप्टन ज्योति प्रकाश, कैप्टन एस के सुन्नी, मिंटू प्रधान बनी पंचायत, शरण प्रसाद पूर्व अध्यक्ष भॊटा नगर पंचायत, सुशील शर्मा, मनोज कुमार मनजीत ठाकुर व सभी ब्लॉकों के पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य व सभी अग्रणी संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
वो दौर था 1857 का, पूरे देश में क्रांति की ज्वाला भड़क रही थी। ऐसे में पहाड़ों की शांत वादियों में लगी चिंगारी भी कम नहीं थी। धीमें से सुलग रही इस क्रांति की चिंगारी ने जब विकराल रूप लिया तब लगभग पूरा हिमाचल इसकी जद में आ गया। 20 अप्रैल 1857, वो दिन जब पहली बार हिमाचल प्रदेश में अंग्रेज़ों के खिलाफ धधक रही ज्वाला ने विकराल रूप धारण किया। क्रांति का आगाज़ हुआ कसौली से। अंबाला राइफल डिपो के छह भारतीय सैनिकों ने कसौली थाने को आग के हवाले कर दिया। अंग्रेजों के सुरक्षित गढ़ कही जाने वाली कसौली छावनी पर हुए इस हमले से गोरे बौखला उठे और उन्होंने अन्य छावनी क्षेत्रों व कंपनी सरकार के कार्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी। गोरों ने कई क्रांतिकारियों को जेलों में डाल दिया और कईयों को सूली पर चढ़ा दिया, पर सैनिकों का बलिदान ज़ाया नहीं गया। कसौली से भड़की इस ज्वाला ने पूरे हिमाचल में आज़ादी की अलख जगा दी। इसके बाद डगशाई छावनी, सुबाथू, कालका व जतोग में क्रांति की लहर दौड़ी। उधर कांगड़ा, नूरपुर, धर्मशाला, कुल्लू-लाहुल, सिरमौर व अन्य रियासतों में भी विद्रोह प्रखर हो गया। बुशहर के राजा शमशेर सिंह, कुल्लू-सिराज के युवराज प्रताप सिंह, सुजानपुर के राजा प्रताप चंद गुप्त रूप से क्रांतिकारियों की गतिविधियों में संलिप्त हो गए। 11 मई को अंग्रेजों को मेरठ, दिल्ली और अम्बाला में विद्रोह की सुचना मिली। गोरों ने कसौली, सुबाथू, डगशाई व जतोग की छावनियों को अंबाला कूच का आदेश दिया। भारतीय सैनिकों ने इस आदेश का खुले तौर पर विद्रोह किया और बगावत का ऐलान कर दिया। 13 मई को जतोग में गोरखा रेजिमेंट ने सूबेदार भीम सिंह के नेतृत्व में देशी सैनिकों ने अंग्रेजों पर धावा बोल दिया। सिर्फ 45 क्रांतिकारियों ने 200 अंग्रेजों को धूल चटा दी। सैनिकों ने कसौली ट्रेजरी को लूटा और जतोग की तरफ बढ़ने लगे। इस बारे में अंग्रेज़ों के तत्कालीन कमिश्नर पी. मैक्सवैल ने अपनी डायरी में जिक्र किया है और हैरानी जताई है कि कैसे मुट्ठीभर क्रांतिकारियों ने अपने से चार गुना अधिक अंग्रेजी सेना को हरा दिया था। इसके बाद विद्रोह की डोर स्थानीय पुलिस ने अपने हाथों में ली। स्थानीय पुलिस गार्ड के दरोगा बुद्धि सिंह जतोग पर कब्जे के लिए रवाना हो गए। जतोग पहुँचते पहुँचते रास्ते में अंग्रेजी सेना ने कुछ क्रांतिवीरों को पकड़ लिया तो कुछ मारे गए। जबकि बुद्धि सिंह ने गोरों के हाथों मरने से भला स्वयं को गोली मरना समझा और वो शहीद हो गए। पहाड़ी रियासतों में क्रांति योजनाबद्ध तरीके से हो रही थी, जिसके लिए एक गुप्त संगठन बना हुआ था, जिसके सदस्य सूचनाओं को यहां-वहां पहुंचाया करते थे। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन का कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग न मिला व अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में लगी विद्रोह की ज्वाला कुचल दी गई।
जब जब स्वतंत्रता संग्राम की बात की जाती है तो पहाड़ के जांबाज़ों का ज़िक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता। स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश के सपूतों ने महात्मा गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर जो योगदान दिए वो किसी से कम नहीं। देवभूमि के वीर सपूतों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जो आंदोलन का बिगुल बजाया तो उसकी गूंज पूरे भारत वर्ष को सुनाई दी। चाहे 1857 की महाक्रांति हो या 15 अगस्त 1947 तक का आंदोलन हो, छोटे से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल ने भी इनमें अहम भूमिका निभाई। आजादी की लड़ाई के लिए हिमाचल में गुरिल्ला बम बने। सशस्त्र क्रांतियां हुईं। हजारों क्रांतिकारियों ने पूरे दमखम से स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। तो आज स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर हम उन्हीं कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानेंगे। पंडित राम प्रसाद वैरागी उस समय पूरे देश में क्रांति के संचालन के लिए एक गुप्त संगठन बनाया गया था। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन को पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन के कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग नहीं मिला और अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में सुलगी विद्रोह की ज्वाला कुछ समय के लिए शांत हो गई। 'हिमाचल निर्माता' डॉ॰ यशवंत सिंह परमार डॉ॰ यशवंत सिंह परमार, हिमाचल निर्माता के नाम से भी जाने जाते हैं। हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. परमार ने हिमाचल में विकास की नींव रखी थी। सिरमौर में जन्मे परमार सिरमौर की रियासत में 11 साल तक सब जज और मजिस्ट्रेट रहे। उसके बाद न्यायाधीश के रूप में 1937-41 तक अपनी सेवाएं दीं। इसी दौरान वह सुकेत सत्याग्रह प्रजामंडल से जुड़े। नौकरी की परवाह न करते हुए उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना पूरा योगदान दिया। उनके ही प्रयासों से यह सत्याग्रह सफल हुआ। 'पहाड़ी गांधी' बाबा कांशी राम पहाड़ी गांधी कहे जाने वाले बाबा कांशीराम ने आज़ादी की लड़ाई में बेहद अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जब तक भारत को आजादी नहीं मिल जाती तब तक काले कपड़े पहनने की शपथ ली थी। बाबा कांशी राम ने अपने पहाड़ी गीतों और कविताओं से पहाड़ी राज्य हिमाचल और देश को आजादी के लिए जगाने में सराहनीय प्रयास किए। उन्होंने गांव-गांव घूमकर अपने लिखे लोकगीतों, कविताओं और कहानियों से अलख जगाई। कांशी ने पहली बार पहाड़ी बोली को लिखा और गा-गाकर लोगों को राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ा। सरोजनी नायडू ने उन्हें बुलबुल-ए-पहाड़ के खिताब से नवाजा। 1930 और 1942 के बीच वो 11 बार जेल गए और अपने जीवन के 9 साल सलाखों के पीछे काटे। जेल के दिनों में लिखी हर रचना उस वक्त लोगों में जोश भरने वाली थी। ‘समाज नी रोया’, ‘निक्के निक्के माहणुआं जो दुख बड़ा भारा’, ‘उजड़ी कांगड़े देश जाना’ और ‘कांशी रा सनेहा’ जैसी कई कविताएं मानवीय संवेदनाओं और संदेशों से भरी थीं। दौलतराम सांख्यान आजादी की लड़ाई में बिलासपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी दौलतराम सांख्यान के संघर्ष को आखिर कौन भुला सकता है। बिलासपुर में प्रजामंडल का गठन कर दौलतराम सांख्यान ने ब्रिटिश सरकार को सीधी चुनौती देकर कई मुश्किलें खड़ी कर दीं थी। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें इस मुहिम के लिए कई यातनाएं दीं। अंग्रेजी सरकार ने उनकी चल-अचल संपत्ति तक जब्त कर ली थी। इतना ही नहीं 11 जून 1946 से 12 अक्तूबर 1948 तक रियासत से निष्कासित कर दिया गया। इसके बावजूद स्वतंत्रता संग्राम के इस सेनानी ने हार नहीं मानी और डट कर अंग्रेजों का सामना किया। कैप्टन राम सिंह ठकुरी वहीं आजाद हिंद फौज के सिपाही और संगीतकार कैप्टन राम सिंह ठकुरी ने भारत के राष्ट्र गान जन गन मन की धुन तैयार की है। उन्होंने अपनी वीरता के लिए किंग जार्ज-पंचम मेडल प्राप्त किया। जब सुभाष चंद्र बोस ने उनसे मुलाकात की तो उन्हें वोइलिन भेंट की, जिसे वह हमेशा अपने पास रखते थे। उन्होंने 'कदम-कदम बढ़ाए जा-खुशी के गीत गाए जा' जैसे सैकड़ों ओजस्वी गीतों की धुनों की रचना की। 15 अगस्त 1947 को राम सिंह के नेतृत्व में आईएनए के आर्केस्ट्रा ने लाल किले पर शुभ-सुख चैन की बरखा बरसे गीत की धुन बजाई। कौमी तराना नाम से यह गीत आजाद हिंद फौज का राष्ट्रीय गीत बना, इस गीत की ही धुन को बाद में जन-गण-मन की धुन के रूप में प्रयोग किया गया। पदम् देव पदमदेव जिला शिमला के गांव भनोल से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने 1930 में असहयोग आंदोलन और सिविल अवज्ञा में(सिविल डिसओबेडिएंस) में भाग लिया। वह हिमालय रियासती प्रजा मंडल के संस्थापक सदस्य थे और गरीबी व अस्पृश्यता(अनटचेबिलिटी) के खिलाफ लड़े थे। 1952 में वह विधानसभा के लिए चुने गए और राज्य के पहले गृह मंत्री बने। 1957 में वह लोकसभा, 1962 में क्षेत्रीय परिषद और फिर 1967 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। वह कविराज के नाम से मशहूर थे। यश पाल उस समय यश पाल कॉलेज में ही थे जब उनकी मुलाकात भगत सिंह और सुखदेव से हुई। उन्होंने चरमपंथी समूह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (एचएसआरए) को ज्वाइन किया। एचएसआरए ने 1929 में लॉर्ड इरविन को ले जाने वाली ट्रेन को उड़ाने की योजना बनाई थी। यशपाल ने उस में बम से विस्फोट किया था। कई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यशपाल ने चंद्रशेखर आजाद को एचएसआरए को फिर से संगठित करने में मदद की। 1932 में उन्हें गिरफ्तार किया गया और वह 6 साल तक जेल में रहे। वह एक प्रतिभाशाली लेखक थे और प्रसिद्ध किताब ‘सिम्बालोकन’ सहित कई पुस्तकें लिखी थीं। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। शिवानंद रामौल, पूर्णानंद, सत्य देव, सदा राम चंदेल, सत्यानंद स्टोक्स, ठाकुर हजक सिंह इत्यादि ऐसे अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सैनानी रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया था। आज भले ही यह हस्तियां हमारे बीच नहीं हैं पर उनके दिए गए बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता।
बड़सर थाना के अंतर्गत करीब एक लाख की नकदी व गहने चोरी होने का मामला सामने आया है। सूचना मिलते ही तुरन्त पुलिस मौके वारदात पर पहुंचकर चोरों की तलाश में जुट चुकी है। पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत गारली के गांव मतकर में ध्यान सिंह पुत्र गंगा राम के घर सोमवार रात करीब 2 बजे चोरों ने चोरी की बारदात को अंजाम दिया है। चोरों ने घर के एक कमरे के ताले तोड़कर सात ट्रंक व सूटकेस उठाकर लगभग घर से थोड़ी सी दूरी में जंगल की तरफ जाकर सभी ट्रंक के ताले तोड़े व उनमें से 15 हज़ार की नकदी व करीब 80 हज़ार के जेवरात लेकर रफूचक्कर हो गए। ध्यान सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वह परिवार सहित सोमवार रात करीब 9 बजे सो गए थे लगभग 2 बजे उनकी बेटी को कुछ आहट सुनाई दी।परिवार के सदस्यों द्वारा शोर मचाने पर गांववासी इकट्ठा हुए और पुलिस को इसकी जानकारी दी। काफी देर रात तक चोरों को पुलिस व गांववासी ढूंढते रहे लेकिन तब तक चोर अपना काम कर फरार हो चुके थे। पुलिस डॉग स्क्वाड की मदद से चोरों को ढूंढने में लगी है लेकिन चोरों का अभी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस शिकायत दर्ज कर छानबीन में जुट चुकी है। बता दें गारली क्षेत्र में पिछले कुछ महीने पहले भी चोरी की बारदात को अंजाम दिया गया था, जिसमें पुलिस की मुस्तेदी से चोरी किया हुआ सामान बरामद किया गया है लेकिन चार चोरों में से दो चोर अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर काफी दूर हैं। पुलिस उन्हें ढूढ़ने का प्रयास कर रही है। वहीं डीएसपी बड़सर जसवीर ठाकुर ने बताया कि मतकर गांव में सोमवार देर रात चोरी होने की शिकायत प्राप्त हुई है जिसमें लगभग एक लाख के करीब नकदी व गहने चोरी हुए हैं। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही चोर पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
जिला हमीरपुर में चार महिलाओं समेत कुल आठ और लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जबकि एक 77 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक सहित दो लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ भी हुए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि शुक्रवार रात को जिला में आठ लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। पॉजीटिव पाए गए सभी लोग पहले से ही गृह संगरोध में रह रहे थे। इनमें हमीरपुर तहसील के गांव नेरी का 50 वर्षीय व्यक्ति शामिल है। वह 28 जुलाई को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी से आया था। 29 जुलाई को चंडीगढ़ से आई बीड़ बगेहड़ा क्षेत्र के गांव बाहरू की 53 वर्षीय महिला, 25 जुलाई को जालंधर से आया चौरी क्षेत्र के गांव स्पाहल का 32 वर्षीय व्यक्ति और 31 जुलाई को बिहार के मुजफ्फरपुर से आया जंगलबैरी क्षेत्र के समोना गांव का 38 वर्षीय व्यक्ति भी पॉजीटिव पाया गया है। गांव गलोट कलां डाकघर चंगेर का 57 वर्षीय व्यक्ति भी संक्रमित पाया गया है। वह एक अगस्त को लुधियाना से आया था। इनके अलावा धनेटा क्षेत्र के गांव घलोल की तीन महिलाओं की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई है। 22, 56 और 32 वर्षीय ये तीनों महिलाएं 31 जुलाई को गाजियाबाद से आई थीं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि स्वस्थ हुए दो लोगों में भोरंज तहसील के गांव डबरेहड़ा की 18 वर्षीय युवती और गांव घरान डाकघर बगवाड़ा का 77 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक शामिल है। ये दोनों एनआईटी स्थित कोविड केयर सेंटर में उपचाराधीन थे। डॉ अर्चना सोनी ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 348 हो गई है, लेकिन राहत की बात यह है कि इनमें से 291 लोग ठीक भी हो गए हैं। जिला में इस समय कोरोना संक्रमण के 54 एक्टिव मामले हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिला के विभिन्न चिकित्सा खंडों से नियमित रूप से सैंपल लिए जा रहे हैं। शुक्रवार को भी विभिन्न ब्लॉकों से कुल 251 सैंपल लिए गए। इनमें से भोरंज से 45, बड़सर 41, टौणी देवी 14, सुजानपुर टीहरा 80, नादौन 46, गलोड़ 20 और मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 5 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस के अवसर पर लोगों से हैंडलूम -हैंडीक्राफ़्ट उत्पादों, स्थानीय उत्पादों के ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल करने की अपील की है। अनुराग ठाकुर ने कहा "भारतीय हैंडलूम व हैंडीक्राफ़्ट उत्पादों की अपनी एक गौरवशाली विरासत है। स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में मानने की घोषणा की गई थी। भारत का हैंडलूम, हमारा हैंडीक्राफ्ट अपने आप में सैकड़ों वर्षों का गौरवमयी इतिहास समेटे हुए है। भारत में 27 लाख से ज़्यादा परिवार हैंडलूम व्यवसाय पर निर्भर हैं।हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि न सिर्फ भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें बल्कि इसके बारे में हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताना भी चाहिए। भारत का हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट कितना रिच है, इसमें कितनी विविधता है यह दुनिया जितना ज्यादा जानेगी उतना ही हमारे लोकल कारीगरों और बुनकरों को लाभ होगा।” आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा "हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध है और यहाँ के लोगों में अदभुद प्रतिभा देखने को मिलती है। हस्तशिल्प के नाम पर यहाँ पत्थर, धातु की मूर्तियाँ,गुड़िया, मिट्टी के बर्तनों, चित्रों, कालीनों, शॉल की देश विदेश में भारी माँग है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में कई सारे स्वयं सहायता समूह हिमाचली कला और संस्कृति को स्थानीय उत्पादों के माध्यम से दुनिया के सामने ला रहे हैं। राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस मनाने के पीछे देश के सामाजिक आर्थिक विकास के क्षेत्र में हैंडलूम के योगदान को उजागर करने व बुनकरों की आमदनी बढ़ाने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फ़ॉर लोकल मुहिम के ज़रिए आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य देशवासियों के सामने रखा है जिसे हम सब को अपनी सामूहिक भागीदारी के साथ साकार करना है।"
भारतीय जनता पार्टी सुजानपुर मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र ठाकुर, महामंत्री पवन शर्मा, अनिल शामा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष कैप्टन रंजीत सिंह, मीडिया प्रभारी विनोद ठाकुर, भाजपा शहरी इकाई सुजानपुर सचिव प्रकाश सुड़ियाल व महिला मोर्चा सुजानपुर अध्यक्ष अर्चना चौहान ने कहा है कि आज सुजानपुर विधायक व पुत्र अभिषेक राणा का कहना है कि राम मंदिर किसी एक पार्टी का योगदान नहीं है। राणा व पुत्र अभिषेक एक भी योगदान गिनवाए जोकि कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर के पक्ष में किया हो। जनता वह दिन भी नहीं भूली है जब पंडित जवाहर लाल नेहरु ने राम भूमि को विवादित भूमि कह कर कोर्ट में केस दर्ज किया था तब कहां थी आपकी कांग्रेस पार्टी। जब आपकी पार्टी के मुखिया ने कहा था कि यह राम तो काल्पनिक हैं तब कहां थे आप और तब कहां थे आप के यह वचन। जब कांग्रेस के वकील चाचा कपिल सिब्बल राम मंदिर के खिलाफ केस लड़ रहे थे तब कहां थे आप और आपके यह वचन। भाजपा का हमेशा कहना रहा है कि भगवान राम सभी के भगवान है। चाहे वह किसी पार्टी या धर्म से संबंधित क्यों न हो परंतु कांग्रेस विचारधारा के कुछ लोगों ने अपने ही कार्यकर्ताओं को अनाप-शनाप बयानबाजी करने पर मजबूत किया भगवान राम के प्रति। भाजपा पदाधिकारियों ने तंज कसते हुए कहा कि विधायक राणा अपनी विचारहीन कांग्रेस विचारधारा को समझे और दिखावा न करें। भगवान राम आस्था और विश्वास के प्रतीक है और कांग्रेस विचारधारा ने हमेशा भगवान राम और अयोध्या राम मंदिर को सिरे से खारिज किया है। सुजानपुर विधायक से विनती है कि वह अपनी गंदी राजनीति को बंद करें। सुजानपुर विधायक आप सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीति के लिए कुछ भी बोल कर समाचार पत्रों की सुर्खियों में बने रहते हैं। विधायक राणा को समझना होगा की आपको जनता ने क्षेत्र का विकास करने के लिए चुना है न कि समाचार पत्रों की सुर्खियों में बने रहने के लिए। अनाप-शनाप बयान बाजी कर जनता के बीच हंसी का पात्र न बने। जनता आपके छल को अब भलीभांति समझ चुकी है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर हमीरपुर दौरे पर थे, जहां पर उन्होंने जिला हमीरपुर कांग्रेस पार्टी जिला मुख्य पार्टी कार्यालय का शुभारंभ किया और श्रीनगर के पुंछ में सीमा पार से गोलाबारी में शहीद हुए रोहन ठाकुर के घर पहुंच कर सांत्वना दिया, और शहीद स्मारक बनाने की बात भी कही। उसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कार्यालय खोले जाने पर पार्टी की स्थिति और मजबूत होगी, और जहां पर जिला पदाधिकारी हर दिन बैठेगा और पार्टी व पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्या सुनेंगे। वहीं उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पहले तबलीगी जमात के लोग ने देश में कोरोना फैलाया तब उन पर मामले दर्ज किए गए, आज केंद्र व प्रदेश में भाजपा कोरोना फैला रही है तो उन पर मामले दर्ज क्यों नहीं किए जा रहे हैं। वहीं उन्होंने केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश में एक सेना बटालियन बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द हिमाचल को हिमाचल की अपनी बटालियन दी जाए, जिसका हिमाचल को बहुत फायदा होगा। इसके लिए पहले बीजेपी भी लड़ाई लड़ रहे हैं, हम भी इसकी हर बार माँग करते आ रहे हैं।
492 वर्षों के संघर्ष और लाखों बलिदानों के बाद आज भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के शिलान्यास का शुभ अवसर आया। इस शुभ मौके पर विश्व हिंदू परिषद जिला हमीरपुर ने त्रिलोक नाथ मंदिर बडैहर के प्रांगण में संतसंग कीर्तन किया तथा सूर्य अस्त के बाद हर घर में घी के दीपक प्रज्जवलित किए जाएंगे। दीपावली तो हम हर बर्ष मनाते हैं पर इस शुभ मौके पर हम महा उत्सव के रूप में मनाएंगे। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद जिला कार्यध्यक्ष राजेश शर्मा, विभाग धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख चिरंजी लाल, जिला धर्म प्रसार समिती प्रमुख विनोद शर्मा, बजरंगदल प्रखंड संयोजक सुशील गौतम, मातृशक्ती व बजरंगी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जल शक्ति विभाग के मंत्री महेन्द्र सिंह से नादौन विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न पेयजल योजनाओं के विस्तार और सुधार करने के लिए 45 करोड़ 98 लाख 48 हज़ार रुपए की धन राशि स्वीकृत करवाई हैं। इसके स्वीकृत राशि के अंतर्गत नादौन विधानसभा क्षेत्र में कुल 8842 निजी पानी के नलको की सुविधा प्रदान की जाएगी। यह धन राशि जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल के तहत खर्च की जाएगी। इन योजनाओं में कोहला- कलूर पेयजल योजना के लिए 1 करोड़ 25 लाख 86 हज़ार रुपए, पनियाला- रंगस पेयजल योजना के लिए 78 लाख 30 हज़ार रुपए, साईं- मटवार पेयजल योजना के लिए 3 करोड 80 लाख 16 हजार रूपए, टिल्लू- जलाडी पेयजल योजना के लिए 1 करोड़ 75 हज़ार रुपए, रैल पेयजल योजना के लिए 2 करोड 5 लाख रुपए, जनसूह पेयजल योजना के लिए 1 करोड 26 लाख 86 हज़ार रुपए, झलाण- बसारल पेयजल योजना के लिए 2 करोड 59 लाख 6 हज़ार रुपए, अमलैहड- भंवडां पेयजल योजना के लिए 4 करोड 25 लाख 7 हज़ार रुपए, बलेटा कलां और खुर्द के अंतर्गत पेयजल योजना के लिए 1 करोड 21 लाख 77 हज़ार रुपए स्वीकृत करवाए है और इसके साथ जल शक्ति विभाग के अंतर्गत आने वाली विभिन्न स्कीमों नियाटी- मजोट पेयजल योजना, टिल्लू- जलाडी पेयजल योजना, साई - मटवार पेयजल योजना, नौहंगी- भूंम्पल पेयजल योजना, घुमारटा योजना के विस्तारीकरण के लिए कुल 27 करोड़ 75 लाख 65 हज़ार रुपए की धनराशि इन सभी विभिन्न स्कीमों के विस्तारीकरण के लिए धनराशि स्वीकृत करवाई गई है। विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि यह स्वीकृत राशि नादौन विधानसभा के अंतर्गत आने वाले 572 छोटे छोटे मौहल्ले और बस्तियां लाभान्वित होंगें। जल शक्ति विभाग द्वारा हर घर के लिए पाइप द्वारा पेयजल पहुंचाने का प्रावधान किया जाएगा और इसके साथ-साथ अब इन क्षेत्रों में पानी की कमी को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। जल शक्ति विभाग द्वारा इसकी स्वीकृति मिलने के बाद अब यह धनराशि खर्च करने सभी कार्यों के टेंडर होंगें तथा हर घर के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा पेयजल पहुंचाने का कार्य शुरू किया जाएगा। इस मौके पर विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जल शक्ति मंत्री का नादौन विधानसभा क्षेत्र में पेयजल सुधार और विस्तारीकरण लिए धनराशि स्वीकृत करवाने के लिए जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह का आभार व्यक्त किया है।
हमीरपुर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में वरिष्ठतम भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने अयोध्या के राम मंदिर भूमि पूजन व मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने के लिए देश व प्रदेश वासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि अनेकों बाधाएं पार कर अब वर्षों का सपना साकार होने जा रहा है। सदियों तक संघर्ष करने के बाद यह दिन देखने का सुअवसर हमारे जीवन में आया है इसलिए हम सब बहुत सौभाग्यशाली हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन देखने का अवसर हमारे जीवन में ऐसे ही नहीं आ गया, इस सपने को साकार करने के लिए कई महान आत्माओं ने अपने जीवन तक खपा दिए हैं। मंदिर निर्माण के लिए लड़ी गयी लड़ाई में भी कई वीरों ने अपने जीवन कुर्बान कर दिए। मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ होने के साथ ही उन सभी कुर्बानी करने वाले वीरों की आत्माओं को तृप्ति मिलेगी। पुरानी स्मृतियों को याद करते हुए प्रोफेसर धूमल ने कहा कि सन 1989 के वो पल जब याद आते हैं, तो रोमांचित कर देते हैं तब हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हुई और इसमें प्रस्ताव डाला गया कि राम मंदिर निर्माण की लड़ाई लड़ी जाएगी। जिसके बाद तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने पूरे देश में रथ यात्रा निकालकर राम मंदिर निर्माण की अलख जन-जन में जगाई थी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर राष्ट्रीय अखंडता और एकता का प्रतीक बन भारत वर्ष की पहचान बनेगा।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने जम्मू कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तानी सेना द्वारा सीजफ़ायर का उल्लंघन करते हुए की गई गोली बारी से देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हमीरपुर के गलोड़ ख़ास के जवान स्वर्गीय रोहिन ठाकुर की शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके बलिदान को सदैव याद रखे जाने की बात कही है। अनुराग ठाकुर ने कहा "भारतीय सेना देश की आन, बान और शान है और हमें गर्व है कि हमारा सम्बंध उस वीरभूमि हिमाचल प्रदेश से है जिसके अनगिनत सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माँ की रक्षा की है। कल जम्मू कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तानी सेना द्वारा सीजफ़ायर का उल्लंघन करते हुए की गई गोली बारीसे देश की रक्षा करते हुए हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के नादौन विधानसभा के गलोड़ ख़ास गाँव निवासी स्वर्गीय रोहिन ठाकुर वीरगति को प्राप्त हुए। देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारत माँ के वीर सपूत श्री रोहिन ठाकुर जी को मैं शत्-शत् नमन करता हूँ। उनकी क्षति अपूर्णनीय है। कर्तव्यपथ पर रोहिन ठाकुर के बलिदान को देश कभी नहीं भूलेगा।वीरभूमि हिमाचल प्रदेश को आपकी शहादत पर गर्व है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। प्रभु इस दुःख की घड़ी में शोकाकुल परिवार को यह दुःख सहन करने की शक्ति व रोहिन जी की दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे। भारतीय जनता पार्टी का एक एक कार्यकर्ता शोकाकुल परिवार के साथ है।” आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा "लद्दाख में देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले स्वर्गीय शमशेर सिंह को भी मैं श्र्धा सुमन अर्पित करता हूँ। देशसेवा में आपका योगदान सदैव याद रखा जाएगा। मैं दुःख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा हूँ।"
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा सुजानपुर मंडल द्वारा 26 जुलाई 2020 से शुरू हुआ पौधारोपण 31 जुलाई 2020 को समाप्त हो गया। प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के निर्देशानुसार भाजयुमो सुजानपुर द्वारा पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का शुभारंभ सुजानपुर मंडल अध्यक्ष वरिंद्र ठाकुर व भाजमुयो हमीरपुर जिला अध्यक्ष अजय रिंटू, मंडल के गांव भडमेली, पटलांदर, ऊहल, गुबारडू.तथा दूसरी पंचायतों में अलग-अलग दिन पौधारोपण के कार्यक्रम रखे गए। कार्यक्रम के दौरान भाजपा महामंत्री सुजानपुर मंडल पवन शर्मा,व अनिल शामा, सुजानपुर भाजपा मीडिया प्रभारी विनोद ठाकुर, भाजयुमो सुजानपुर अध्यक्ष कपिल शामा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष रंजीत सिंह, सुजानपुर भाजयुमो महामंत्री अश्वनी रांगड़ा व अभिषेक ठाकुर, भाजमुयो उपाध्यक्ष अरुण ठाकुर, संजीव लकी, दलजीत, भाजमुयो सचिव शुभम, भाजमुयो मीडिया प्रभारी सुजानपुर हिमांशु शर्मा व सभी प्रकोष्ठठो के अध्यक्ष जिला परिषद और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य विशेष रूप से शामिल रहे। इस पौधारोपण के दौरान लगभग 1000 पौधे लगाए गए। पौधारोपण युवाओं ने ही नहीं बल्कि स्थानीय लोगों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा पौधारोपण की इस मुहिम को सफल बनाया। इस मुहिम को सफल बनाने में हर वर्ग ने एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा अध्यक्ष कपिल शर्मा की जरूरत ने यह भी कहा कि पौधारोपण का मतलब सिर्फ पौधों को लगाकर छोड़ना नहीं है अपितु उन्हें हम लोगों को सही तरीके से देखना भी है।
जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की एक बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामले राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने की। इसमें समिति से संबंधित विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित की जा रही योजनाओं एवं कार्यों की समीक्षा की गई। अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण पूरे विश्व में संकट पैदा हुआ है। इस महामारी के चलते लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए हमें मिलकर प्रयास और नए विचार तथा नई सोच के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने संतोष जताया कि हमीरपुर जिला मेें कोविड-19 महामारी का नियंत्रित करने एवं इसकी रोकथाम के लिए समय पर उचित कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि यह महामारी बहुत बड़ी चुनौती लेकर आई है, मगर हमें लोगों को अन्य बीमारियों से संबंधित उपचार हेतु सेवाएं प्रदान करने के लिए भी निरंतर प्रयास करने चाहिए। बैठक में कहा गया कि जिला में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 53,232 कार्ड जारी किए गए हैं और अभी तक 2038 लाभार्थियों ने इस योजना का लाभ उठाया है। योजना के तहत लगभग 81 लाख रुपये की मुआवजा राशि का आकलन किया गया है। इसी प्रकार हिमकेयर योजना के अंतर्गत जिला में 51,238 कार्ड जारी किए गए हैं और 9428 लाभार्थी इससे लाभान्वित हो चुके हैं। इन पर लगभग तीन करोड़ 53 लाख रुपये की मुआवजा राशि व्यय की जा रही है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि वे विभिन्न रोगों के उपचार में लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्य करें, ताकि टीबी, एड्स, नशामुक्ति इत्यादि के क्षेत्र में समयबद्ध परिणाम प्राप्त किए जा सकें। उन्होंने टीबी उन्मूलन में हमीरपुर जिला को देश भर में दूसरा स्थान प्राप्त करने पर पूरी टीम को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि जिला में दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग एवं उपकरण इत्यादि उपलब्ध करवाने की दिशा में स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मिलकर कार्य करें और एक विकास खंड को लक्षित करते हुए इस दिशा में आगे बढ़ें। जिला में कोविड-19 महामारी के नियंत्रण हेतु प्रभावी कदम उठाए गए और अभी तक लगभग 16,223 नमूने लिए गए, जिनमें से केवल 304 लोग संक्रमित पाए गए हैं। जिला में स्वस्थ होने की दर लगभग 92 प्रतिशत रही है। कोरोना संकट से निपटने के लिए सांसद निधि से प्राप्त 15 लाख रुपये की राशि पीपीई किट्स, मास्क और सेनिटाइजर इत्यादि पर खर्च की गई है। बैठक में कहा गया कि हमीरपुर जिला में सभी घरों तक बिजली कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं और सभी गांवों में थ्री-फेस कनेक्शन उपलब्ध करवाए गए हैं। जलशक्ति विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा गया कि जिला में जल जीवन मिशन के अंतर्गत इस वित्त वर्ष में 13 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है, जिसमें से लगभग पांच करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इस वर्ष 16,793 परिवारों को नल लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 7513 परिवारों को यह सुविधा प्रदान की जा चुकी है। मिशन के प्रथम चरण में 22 योजनाओं पर लगभग 124 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं और दूसरे चरण में 20 योजनाओं पर लगभग 58 करोड़ रुपये व्यय किए जाने हैं। जिला में भू-जल संरक्षण एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की गई है। इसके अंतर्गत वर्ष 2019-20 में लगभग चार करोड़ रुपये की लागत से 749 कार्य पूर्ण किए गए, जबकि वर्ष 2020-21 में अभी तक लगभग बीस लाख रुपये व्यय कर 287 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि भू-जल स्तर में बढ़ोतरी के साथ-साथ उपलब्ध जल का सिंचाई एवं अन्य कार्यों में बेहतर उपयोग भी सुनिश्चित करें। इसके लिए एक सफल मॉडल विकसित करें और इसमें पौधारोपण को भी शामिल करें। उन्होंने कहा कि जिला में कूड़ा-कचरा निस्तारण के लिए एक संयुक्त डंपिंग स्थल एवं संयंत्र की संभावनाएं तलाशें। उन्होंने निर्देश दिए कि सांसद निधि से निर्मित महिला मंडल, युवक मंडल और सामुदायिक भवनों की उपयोगिता एवं इनकी स्थिति के बारे में विस्तृत ब्यौरा तैयार करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण शिक्षा व्यवस्था प्रभावित न हो, इसके लिए केंद्र सरकार ने ‘स्वयंप्रभा’ चैनल प्रारंभ किया है। इसमें विषय सामग्री चैप्टरवाइज एवं कक्षावार तैयार की गई है। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कर विद्यार्थियों को इसका लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें। बैठक में बताया गया कि हमीरपुर जिला में 340 बच्चे इससे जुड़ चुके हैं और अन्य बच्चों को भी जोडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने जिला से संबंधित उत्पादों को चिह्नित कर इनके उत्पादन को बढ़ावा देने के निर्देश कृषि और बागवानी विभाग को दिए। उद्योग विभाग को भी स्थानीय उद्यमों को प्रोत्साहित करते हुए एक विशेष उत्पाद विकसित करने की संभावनाएं तलाशने को कहा। उन्होंने नगर परिषद हमीरपुर के टाउन हॉल के जीर्णोद्धार का कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश भी दिए। बैठक में महिला एवं बाल विकास की विभिन्न्न योजनाओं, पोषण अभियान, गरीब कल्याण योजना, आत्मनिर्भर भारत, प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की गई। जिला परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने भी बहुमूल्य सुझाव दिए। उपायुक्त हरिकेश मीणा ने बैठक का संचालन किया और उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री को आश्वस्त किया कि बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों की समयबद्ध अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी जितेंद्र सांजटा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी डिजिटल माध्यम से उपस्थित थे।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने ट्यूबोक्लॉसिस (टीबी) की रोकथाम व इस से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने हेतु हमीरपुर को देशभर में दूसरा व प्रदेश में पहला स्थान मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे समूचे ज़िले के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया है। अनुराग ठाकुर ने कहा "समाज को आगे ले जाने और लोगों की समस्याओं को दूर करने की ज़िम्मेदारी हम सभी की होती है। टीबी जानलेवा बीमारी है, और हम सभी को साथ मिलकर व्यापक जागरूकता पैदा करने और इस से लड़ने की ज़रूरत है। टीबी के मरीज़ों की संख्या के लिहाज़ से भारत सबसे बड़ा देश है। दुनिया में टीबी के हर चार मरीज़ों में से एक मरीज़ भारत का है। हमारा हिमाचल प्रदेश भी इस बीमारी से अछूता नहीं है मगर यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम व इस से बचाव के लिए जनजागरुकता फैलाने के लिए वर्ष 2019 के लिए हमीरपुर को पूरे देश भर में दूसरा व हिमाचल प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है।लोगों की सक्रियता एवं तंत्र की सजगता से हमें यह उपलब्धि मिली है व इसके लिए हमीरपुर की जनता व स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सभी लोग बधाई के पात्र हैं।" आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। मुझे ख़ुशी है कि टीबी के ख़िलाफ़ छिड़ी इस मुहिम में मैं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूँ और इसी संदर्भ में वर्ष 2017 में टीबी हारेगा देश जीतेगा स्लोगन के साथ जनजागरुकता लाने के धर्मशाला में सांसदों व बॉलीवुड के प्रतिनिधियों के बीच एक क्रिकेट मैच का आयोजन कर हज़ारों लोगों को टीबी उन्मूलन के लिए शपथ दिलवाई गई। इसके साथ साथ ही जागरूकता फैलाने के लिए वर्ष 2019 में दिल्ली में शिखर सम्मेलन का आयोजन कराया गया जिसमें विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, सांसदों, विधायकों, नीति विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। अपने संसदीय क्षेत्र की दिशा कमेटी बैठकों में भी मेरे द्वारा लगातार सीएमओ व सम्बंधित अधिकारियों के साथ टीबी की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर चर्चा कर टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों की नीतियाँ निर्धारित की गई हैं। " अनुराग ठाकुर ने कहा "दुनिया भर में टीबी,एड्स व मलेरिया से लड़ने वाली संस्था ग्लोबल फंड के चैम्पियन के रूप में काफ़ी लम्बे समय से टीबी को जड़ से मिटाने के लिए मैं प्रयासरत हूँ और विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मैंने टीबी के खिलाफ जंग छेड़ रखी है। आगे भी हम टीबी के ख़िलाफ़ अपनी जंग को इसी प्रकार जारी रखते हुए टीबी को हरायंगे और भारत को विजयी बनाएँगे।"
एचआरटीसी उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री पर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें सरकारी पद से बर्खास्त किया जाए। यह मांग किसान कांग्रेस के राज्य संयोजक विवेक कटोच, जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष अजय शर्मा, पूर्व जिला उपाध्यक्ष सुमन भारती, पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुनील कुमार, किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष नरेन्द्र संधू, जिला सेवा दल के महासचिव रजनीश ठाकुर, युवा कांग्रेस लोकसभा हमीरपुर सचिव मुकेश कुमार और सुजानपुर युवा कांग्रेस अध्यक्ष सचिन ठाकुर ने की है। उन्होंने कहा है कि एचआरटीसी के उपाध्यक्ष एवं नादौन के पूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री ने अपने अहंकार के कारण पूरे समाज को खतरे में डाल लिया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति इतना असंवेदनशील कैसे हो सकता है कि वह अपने अंदर कोरोना संक्रमण के लक्षण आने और कोरोना संक्रमण का टेस्ट हो जाने के बाद भी हमीरपुर और नादौन विधानसभा क्षेत्र में जगह जगह घूमता रहा और समाज में सबकी जान खतरे में डाल कर अपने राजनीतिक कार्यक्रम करता रहा। कांग्रेस के नेताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि ऐसी व्यक्ति को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार को यह साबित करना चाहिए कि प्रदेश में सब लोगों के लिए कानून एक समान है और कानून की दृष्टि से वीआईपी और आम जनता को एक नजर से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी के उपाध्यक्ष और नादौन के पूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री पर हजारों लोगों की जान खतरे में डालने के अपराधिक षड्यंत्र करने के तहत एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले भी कोरोना संक्रमण काल में पूर्व विधायक एवं एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने कोरोना संक्रमण के दौरान लगे लॉकडॉउन में भी सभी नियमों का उल्लंघन करते रहे है और प्रशासन को अपने रिश्तेदारों को गृह संगरोध करने के लिए नियमों के खिलाफ अनावश्य दवाब बनाते रहे है और तत्कालीन एसडीएम नादौन किरण भड़ाना के उनके अनावश्यक दवाब न मानने पर उनका तबादला तक करवा चुके है।
सुजानपुर युवा कांग्रेस ने अध्यक्ष सचिन ठाकुर की अध्यक्षता में प्रदेश में बस किराए में हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी के विरोध में सुजानपुर SDM के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। सुजानपुर युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते जयराम सरकार ने प्रदेश की जनता पर भारी कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि पिछले ढाई सालों में दो बार किराया बढ़ाया गया है जो कि एक जनविरोधी फैसला है इसका अंजाम उन्हें 2022 की विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द इस फैसले को बापिस ले, अन्यथा युवा कांग्रेस सड़कों पर उतरने और मुख्यमंत्री एवं उनके मंत्रियो का घेराव करने से भी पीछे नही हटेगी।
एक तरफ बरसात के मौसम तो दूसरे और कोरोना जैसी महामारी द्वारा पैदा हालातों में डबल लेन पुल का कार्य पुरा नहीं हो पाया। नेशनल हाईवे 103 मोरसु कुणाह पुल पर एक बार फिर बारिश होते ही खड्ड मे तबदील होने लगा है जिसकी वजह से वाहन चालकों को ढेर सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मोरसु कुणाह पुल पर कई बार दोपहिया वाहन चालक मुह के बल गिरे है और बुरी तरह धायल हो चुके है। वाहन चालको का कहना है की देर रात हुई बारिश मोरसु कुणाह पुल खड्ड मे तबदील हो चुका है। इस पुल से गुजरना खतरे से खाली नही है। इस पुल के दोनो तरफ पानी की निकाशी भी नहीं बनाई गई है जिसकी वजह से बारिश होते ही कुणाह पुल खड्ड मे तबदील हो रहा है। बरसात के दिनों में यह पुल कई बार क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस सन्दर्भ मे नेशनल हाईवे के एसडियो के.के भारद्वाज का कहना है की डबल लेन पुल का कार्य सितम्बर मे पुरा हो जाएगा। अगर मोरसु कुणाह पुल पर पानी इक्ट्ठा हो रहा है तो इसका समाधान बहुत जल्द कर दिया जाएगा।
कोरोना संक्रमण के पॉजीटिव मामले सामने आने पर जिला की दो पंचायतों के दो गांवों में कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इनके अलावा पूर्व में कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए दो अन्य गांवों में संक्रमण का कोई नया मामला न मिलने पर उक्त दोनों गांवों को कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया गया है। इस संबंध में जिलाधीश हरिकेश मीणा ने अलग-अलग आदेश जारी किए हैं। आदेशों के अनुसार बड़सर उपमंडल की ग्राम पंचायत बिझड़ी के वार्ड नंबर 2 के गबला पन्गा में लेफ्टिनेंट कृष्ण चंद शर्मा के घर से बुहला पन्गा में गुगा मंदिर तक का क्षेत्र आगामी आदेशों तक कंटेनमेंट जोन रहेगा। इसी प्रकार भोरंज की ग्राम पंचायत झरलोग का वार्ड नंबर एक झरलोग ऊपरला को भी कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कंटेनमेंट जोन घोषित होने के बाद इन क्षेत्रों में कोई भी व्यक्ति अथवा वाहन बाहर से भीतर या भीतर से बाहर नहीं आ-जा सकेगा। सरकारी तथा आवश्यक सेवाओं में लगे व्यक्तियों एवं वाहनों को इसमें छूट रहेगी। इस क्षेत्र में निषेधाज्ञा में दी गई छूट भी समाप्त कर दी गई है। लोगों को दूध, किराना, फल, सब्जियां, दवाईयां, रसोई गैस सिलैंडर सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति स्थानीय प्रशासन द्वारा घर-द्वार पर ही की जाएगी। इन क्षेत्रों में आगामी आदेशों तक कोई भी व्यक्ति अपने घर से बाहर नहीं निकलेगा और न ही पैदल अथवा वाहन से यात्रा कर सकेगा। न तो इधर-उधर घूमेगा और न ही सडक़ पर या किसी सार्वजनिक स्थल पर खड़ा हो सकेगा। ये आदेश तुरंत प्रभाव से लागू कर दिए गए हैं। एक अन्य आदेश जारी करते हुए जिलाधीश हरिकेश मीणा ने बड़सर उपमंडल की ग्राम पंचायत बड़सर के वार्ड नंबर 4 और ग्राम पंचायत जौड़ा अंब के वार्ड नंबर 4 को कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया है। जिलाधीश हरिकेश मीणा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के पॉजीटिव मामले सामने आने के बाद इन गांवों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। अब इन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है। संक्रमण के संभावित मामलों का पता लगाने के लिए इन क्षेत्रों में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान भी चलाया गया, लेकिन इस अभियान के दौरान कोई भी पॉजीटिव मामला सामने नहीं आया। जिलाधीश ने बताया कि स्थिति की पूर्ण समीक्षा के बाद इन सभी गांवों में कंटेनमेंट जोन की पाबंदियां समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। अब इन क्षेत्रों में रोजाना कफ्र्यू में ढील दी जाएगी। ये आदेश तुरंत प्रभाव से लागू कर दिए गए है।
हमीरपुर जिला के ग्लोड क्षेत्र की गोइस पंचायत कथित तौर पर एक व्यक्ति की हत्या मामले में जांच के घेरे में आए दो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। एक हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया है तो वही एक मानक हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन ने मामले की कार्रवाई की पुष्टि की है। पुलिस हेड कांस्टेबल के साथ ही तीन अन्य ग्रामीणों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मांमले को लेकर आरोपी ग्रामीण पुलिस अधीक्षक हमीरपुर से मिले और ये कहा की जो हत्या हुई है उसमे हमने हत्या नहीं की बल्कि हमने तो उस व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया था उसके बाद उसके साथ पुलिस ने क्या किया हम नहीं जानते। ग्रामीणों से हत्या का आरोप पुलिस पर थोपा जिसके बारे में पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि इस मामले में व्यक्ति की मारपीट के मामले में 2 पुलिस कर्मचारियों पर आरोप लगे हैं। एक हेड कांस्टेबल को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है तो वही एक अन्य मानक हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है मामले में पुलिस में निष्पक्षता से कार्रवाई कर रही है। आपको बता दें कि वीरवार रात को ग्लोड क्षेत्र में एक व्यक्ति संदिग्ध हालत में मृत पाया गया था। बाद में इस व्यक्ति की हत्या की बात सामने आई थी। पुलिस ने 4 ग्रामीणों के इस मामले में थाने में तलब कर पूछताछ की थी। वहीं थाने ग्रामीणों का कहना था कि उक्त व्यक्ति को पुलिस के हवाले किया गया था और पुलिस कर्मचारियों ने उसके साथ मारपीट की है जिसके बाद जिला पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई अमल में लाई है।
हमीरपुर जिला में कांग्रेस के भीतर उठ रही विद्रोह की ज्वाला धीरे धीरे भड़कना शुरू हो गई है। जिला कांग्रेस के कुछ मौजूदा और कुछ पूर्व पदाधिकारी अपने रोज़मर्रा के कामों में जिला मुख्यालय हमीरपुर में आए हुए थे कि अचानक आपस में चाय पर चर्चा करने आ बैठे। जब राजनीति से जुड़े लोग आपस में आ बैठे हों और राजनीति की बात न हो ऐसा संभव नहीं। सूत्रों के हवाले से ख़बर मिली है कि जिला कांग्रेस में जिस तरह सक्रिय पदाधिकारियों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखाया है उससे संगठन के वर्तमान और पूर्व पदाधिकारियों में रोष व्याप्त है। संगठन के भीतर जल रही चिंगारी कभी भी ज्वाला का रूप धारण कर सकती है। सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि संगठन में कुछ लोगों की तो डिमोशन कर दी गई है उससे कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आहत है। चर्चा में पता चला कि जिला कांग्रेस में उपाध्यक्ष और महासचिव के पद से कई पदाधिकारियों को जिला सचिव या ब्लॉक स्तर पर नियुक्ति दे दी गई है और कई लोगों को जो पार्टी के प्राथमिक सदस्य भी नहीं है उन्हें जिला कांग्रेस कमेटी में महासचिव के पद पर नियुक्त कर दिया है। हमीरपुर के ब्लॉक स्तर पर तो एक ऐसा मामला भी देखने को मिला है जिसमें पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष को वर्तमान में ब्लॉक का उपाध्यक्ष बना दिया गया है। संगठन के 20-25 पदाधिकारियों का आपस में मिलना क्या वाकई संयोग था। संगठन के भीतर पनप रहे रोष पर देखने वाली बात यह है कि क्या हमीरपुर जिला कांग्रेस ने ऐसी नियुक्तियों को कर के अंगारों के ऊपर पांव रख दिया है और अगर इन पदाधिकारियों का रोष सही है तो यह कागजी घोड़े दौड़ने वाली हमीरपुर कांग्रेस कब और कैसे कांग्रेस को मजबूत कर पाएगी यह बात भविष्य के गर्भ में छुपी है।
केंद्रीय माध्यमिक स्कूल शिक्षा बोर्ड (सी.बी.एस.ई) दसवी का परिणाम घोषित हुआ जिसमें हमीरपुर पब्लिक स्कूल की छात्रा अनाहिता शर्मा ने 99.1% अंक लेकर स्कूल का नाम सुनहरे शब्दों में लिख दिया तथा स्कूल के नाम पर चार चाँद लगाए तथा प्रथम स्थान हासिल कर सब को गौरवान्वित कर दिया। स्कूल के अन्य छात्रों ने भी बहुत अच्छा प्रदर्शन दिखाया जिसमें वंशिका कंवर ने 95.5% अंक लेकर द्वितीय स्थान हासिल किया, रिद्धिम शर्मा ने 94.33 % अंक लेकर तीसरा स्थान हासिल किया। कृतिका ने 93.5%, चारु ने 93. 3 %, आरुधि ने 92.1 %, विभव ने 92.17 % और अक्षिता ने 92 % अंक हासिल किए। स्कूल के 8 बच्चों ने 90 % से अधिक अंक हासिल किए, 23 बच्चों ने 80% से अधिक तथा 17 बच्चों ने 70% से अधिक तथा 25 बच्चों ने 60% से अधिक अंक हासिल किए। स्कूल का परिणाम शत-प्रतिशत रहा जिस पर स्कूल प्रधानाचार्य घनश्याम कश्यप जी ने खुशी प्रकट की तथा सभी बच्चों तथा अध्यापकों को बधाई दी। बच्चों ने इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानाचार्य, अध्यापको तथा अविभावको को दिया। स्कूल प्रधानाचार्य घनश्याम कश्यप जी ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा 100 प्रतिशत आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना के तहत एमएसएमई व व्यापारियों के लिए 1,25,099 करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत किए जाने की जानकारी दी है। अनुराग ठाकुर ने कहा "कोरोना आपदा से देशवासियों को राहत देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा का आत्मनिर्भर भारत पैकेज दिया है। इस आत्मनिर्भर भारत पैकेज के अंतर्गत केंद्र सरकार ने सभी वर्गों का पूरा ध्यान रखा व उन्हें उनकी ज़रूरतों के हिसाब से सहायता प्रदान की जा रही है। आत्मभारत पैकेज बनाते समय हमने विभिन्न सेक्टर के प्रतिनिधियों के साथ व्यापक चर्चा की थी और उसी के अनुरूप नीतियाँ बनाईं। हमने सूक्ष्म, लघु, मध्यम, गृह उद्योग व व्यवसायियों के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा भारत सरकार की गारंटी पर 100 प्रतिशत आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना के तहत ऋण दिए जाने शुरू की थी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने अब तक इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम के तहत 1,25,099 करोड़ रुपये का ऋण सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए मंज़ूर कर दिया है जिनमें से 61,987 करोड़ रुपए का भुगतान किया भी जा चुका है। कुल 37.14 लाख ऋणों की स्वीकृति इस योजना के अंतर्गत दी गई है। इन उपायों से बैंकों से 20% अतिरिक्त कार्यशील पूँजी एमएसएमई को कम ब्याज दर पर मोदी सरकार दे रही है जिससे रोज़गार के पर्याप्त अवसर बढ़ेंगे व इसका सबसे ज़्यादा लाभ छोटे शहरों व व्यापारियों को मिलने वाला है।" अनुराग ठाकुर ने कहा "मध्यम, सूक्ष्म और लघु उद्योगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए इनकी परिभाषा में बदलाव किया है। नई परिभाषा में मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों की बिक्री सीमा को बढ़ा दिया गया। अब 5 करोड़ तक के टर्नओवर की इकाई सूक्ष्म, 50 करोड़ के टर्नओवर की इकाई लघु और 100 तक के टर्नओवर तक की इकाई को मध्यम वर्ग में शामिल किया जाएगा,यानी छोटे उद्योगों को मिलने वाली रियायतों की सीमा का विस्तार होगा इससे उद्योग का आकार और व्यापार बढ़ेगा। मध्यम, सूक्ष्म, लघु और कुटीर उद्योग (एमएसएमई) के लिए 3 लाख करोड़ रुपए के अतिरिक्त वर्किंग कैपिटल का प्रावधान बिना गारंटी और कोलैटरल के किया गया है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत तनावग्रस्त एमएसएमईके लिए 20,000 करोड़ रुपए का सबोर्डिनेट ऋण दिया जाएगा जिसका सीधा लाभ 2 लाख से ज़्यादा एमएसएमई को मिलने वाला है। एमएसएमई अपना आकार बढ़ाना चाहती थीं,उनके लिए फंड्स ऑफ फंड्स के माध्यम से 50 हज़ार करोड़ की इक्विटी इंफ्यूज़न का प्रावधान किया गया है। इस कदम से रोजगार के नए अवसर की पैदा होंगे जो देश को आत्मनिर्भर बनाने के सपने को साकार करेंगे।"
मंगलवार को हमीरपुर से जारी संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा महामंत्री हरीश शर्मा अभय वीर लवली वह जिला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा ने कहां है कि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर केंद्र सरकार में मिली बड़ी बड़ी जिम्मेदारियां संभालने के साथ-साथ अपने चुनाव क्षेत्र से जुड़ी जन भावनाओं का ध्यान रखना बखूबी जानते हैं। भाजपा नेताओं ने कहा कि गत कुछ महीनों से एनआईटी हमीरपुर लगातार चर्चाओं का अखाड़ा बना हुआ था। कुछ विषय एनआईटी के डायरेक्टर की कार्यशैली और कार्यप्रणाली को संदेह के घेरे में लेते हुए चर्चाओं का बाजार गर्म कर रहे थे। इन चर्चाओं का पटाक्षेप करते हुए आज अनुराग ठाकुर के प्रयासों से एनआईटी मामले में जो कार्रवाई हुई है, जन भवनाओं को देखते हुए वह एक स्वागत योग्य कदम है तथा जिला भाजपा इसके लिए केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री का आभार व्यक्त करती है। भाजपा नेताओं ने कहा कि एनआईटी हमीरपुर का मामला दो बार केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री के ध्यान में लाया गया तथा दोनों ही बार उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री निशंक पोखरियाल के पास यह मामला उठाया और उन्हें विस्तृत रूप से सारे तथ्यों से अवगत कराया। यद्यपि मार्च महीने में कोविड-19 महामारी से निपटने की चुनौती सामने खड़ी थी, जिस कारण इस मामले में कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी। लेकिन इस महीने के शुरू में केंद्रीय मंत्री निशंक पोखरियाल ने अनुराग ठाकुर को आश्वस्त किया था कि वह इस मामले की जांच करवाएंगे व एनआईटी डायरेक्टर के तथाकथित मनमाने रवैया पर भी लगाम लगाएंगे। एनआईटी की गिरती रैंकिंग पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य को कहीं अंधकारमय ना कर दे, एनआईटी में हो रही भर्तियों में लग रहे कथित अनियमितताओं के आरोपों के प्रति पनप रहे जन रोष को देखते हुए तथा स्थानीय लोगों के हितों को सुरक्षित करने की दृष्टि से एनआईटी मामले में जो कार्रवाई हुई है वह बहुत ही जरूरी थी। भाजपा नेताओं ने कहा कि यदि अनुराग ठाकुर केंद्र में जोरदार तरीके से इस मुद्दे को नहीं उठाते तो ऐसी कार्यवाही सम्भव नहीं है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर इकाई का प्रतिनिधिमंडल प्रांत संगठन मंत्री कौल नेगी और प्रांत मंत्री राहुल राणा की अगुवाई में तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर से विश्वविद्यालय की समस्याओं के संदर्भ में मिला। तकनीकी विश्विद्यालय की समस्याओं को लेकर विद्यार्थी परिषद काफी लंबे समय से आंदोलनरत है और आज इसी के चलते प्रतिनिधिमंडल में कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय में लंबित पड़ी माँगो के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा। 1.विश्वविद्यालय की मांगे रखते हुए कहा कि लंबे समय से विश्वविद्यालय में गेस्ट faculty द्वारा काम चलाया जा रहा है जिस से नियमित शिक्षकों के अभाव में छात्रों के भविष्य के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है तथा शिक्षकों और गैर शिक्षकों की नियमित भर्ती शीघ्र की जाए। इस मांग को प्रमुखता के साथ तकनीकी शिक्षा मंत्री के सम्मुख रखा गया। 2. विश्वविद्यालय की स्वायत्ता को बरकरार रखा जाए और इसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ न की जाए। 3.इसी के साथ सभी सीट्स नॉन सब्सिडाइजड़ होने के कारण भारी भरकम फीस वसूली जा रही है, इसलिए विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि सब्सिडाइजड़ सीट्स की व्यवस्था की जाऐ, जिस से समाज के हर श्रेणी का छात्र तकनीकी शिक्षा ग्रहण कर सके एवं तकनीकी विश्वविद्यालय में एडमिशन ले सके। 4. इसी के साथ प्रतिनिधिमंडल ने यह मांग रखी कि मुख्य परिसर में विभिन्न बी. टैक, बी.फार्मेसी, इत्यादि विषय शुरू किए जाए ताकि विश्वविद्यालय के स्तर और विधार्थियों को स्वच्छ शैक्षणिक माहौल प्रदान किया जा सके। 5. विश्वविद्यालय के नए परिसर में छात्रों के लिए यातायात की उचित व्यवस्था प्रदान की जाए। बिक्रम ठाकुर ने कहा इसी के साथ छात्रों का कौशल बढ़ाने के लिए मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत बनाने में तकनीकी युक्त छात्रों की अहम भूमिका है। हिमाचल प्रदेश के एकमात्र तकनीकी विश्विद्यालय की समस्याओं का जल्दी से जल्दी निपटारा किया जाए।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने राज्य पुलिस और विशेषकर हमीरपुर जिला के नादौन पुलिस थाने को देश के श्रेष्ठ पुलिस थानों में स्थान पाने और प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ पुलिस थाना चुने जाने पर बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा इस पुलिस थाने को उत्कृष्टता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस थानों की रेंकिंग भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा की जाती है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने हाल ही में पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन के दौरान इस रेंकिंग को जारी किया था। पुलिस महानिदेशक संजय कुण्डू ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय से प्राप्त उत्कृष्ट प्रमाण-पत्र मुख्यमंत्री को समर्पित किया।
भाजपा हमीरपुर के जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा, महामंत्री हरीश शर्मा, अभयवीर लवली, कोषाध्यक्ष तेज प्रकाश चोपड़ा व ज़िला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा ने कांग्रेस की देश का मनोबल गिराने की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का आभार व्यक्त किया है। ज़िला भाजपा ने अनुराग ठाकुर का समर्थन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सेना का हौंसला बढ़ाने के लिए 11 हज़ार फुट की ऊंचाई पर बॉर्डर के पास जाकर सेना से मिलते हैं, उनकी माताओं को नमन करते हैं, लेकिन राहुल गाँधी देश का मनोबल गिराने की साजिश कर रहें है। ज़िला भाजपा ने कहा कि गलवान हिंसक झड़प और एलएसी पर तनावपूर्ण माहौल में जब विश्व के सभी शक्तिशाली देश भारत के साथ खड़े हैं तब राहुल गांधी और उनकी पार्टी चीनी मिट्ठू बन देश विरोधी भाषा क्यों बोल रहे हैं। कांग्रेस, कम्युनिस्ट और चीनियों का आपस में क्या गठबंधन हैं यह राहुल गांधी को बताना चाहिए।
आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला में 52,646 लोगों के कार्ड बनाए गए हैं। इनमें से अभी तक 1986 लोग मुफ्त इलाज की सुविधा प्राप्त कर चुके हैं और इनका क्लेम लगभग 80 लाख रुपये है। भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की योजनाओं का लाभ जनता को मिलता देख विपक्ष के लोग चारों खाने चित्त हो चुके हैं । अंकुश दत्त ने बताया कि गरीब व जरूरतमंद मरीजों को आयुष्मान और हिमकेयर योजना का भरपूर लाभ मिल रहा है। इन योजनाओं के तहत हमीरपुर जिला में दस हजार से अधिक मरीजों का हुआ मुफ्त इलाज अब तक हुआ है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में अगर कोई जरुरतमंद परिवार आयुष्मान भारत योजना से छूट जाता है तो उसे भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे छूटे लोगों के लिए ही प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना आरंभ की है। हिमकेयर योजना के अंतर्गत जिला में 41,462 कार्ड बनाए जा चुके हैं, जिनमें से 8,663 लोगों ने मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाया है और इनकी क्लेम राशि तीन करोड़ 44 लाख रुपये से अधिक है। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत 5.90 लाख पात्र महिलाओं के खातों में अप्रैल, मई व जून माह में प्रति महिला पांच-पांच सौ रुपए हस्तांतरित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 5.69 लाख लाभार्थियों को तीन माह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन अग्रिम प्रदान की गई जिस पर 217.85 करोड़ रुपए व्यय किए गए हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत प्रदेश के 8.74 लाख किसानों के खातों में दो हजार रुपए प्रति लाभार्थी जमा किए गए जिस पर 175 करोड़ रुपए व्यय हुए हैं।
हमीरपुर से जारी सयुंक्त प्रेस विज्ञप्ति में भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा, महामंत्री हरीश शर्मा व अभयवीर लवली, उपाध्यक्ष अनिल कौशल व ज़िला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा ने कहा है कि एनआईटी हमीरपुर मसले में कोरोना लॉक डाउन के चलते रुकी कार्यवाही को केंद्रीय मानव साँसधन विकास मंत्री निशंक पोखरियाल व केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर की मुलाकात गति प्रदान करेगी। वीरवार को ही मानव संसाधन विकास मंत्री से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर वित्त राज्य मंत्री की चर्चा हुई थी जिनमें की एनआईटी हमीरपुर पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों और गिरती रैंकिंग का मुद्दा भी शामिल था। ज़िला भाजपा ने एनआईटी मुद्दे को ज़रिया बनाकर अपनी राजनीति चमकाने व इस बहाने केंद्र सरकार और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर पर उंगली उठाने वालों को भी खरी खोटी सुनाई है। भाजपा नेताओं ने कहा है कि कोरोनाकाल में लॉक डाउन के दौरान सरकार ने जान और जहान को बचाने को प्राथमिकता जरूर दी है, लेकिन कांग्रेस नेता राजिंदर राणा का इसको शिक्षण संस्थाओं में सरकार का गुणवत्ता के प्रति गंभीर न होना समझ कर आँकना, बहुत बड़ी भूल है। भाजपा नेताओं ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि राजिंदर राणा किसी कारण विशेष के तहत एनआईटी मामले में दिलचस्पी ले रहे हैं, कहीं निजी आकांक्षाओं की पूर्ति न होना इस अनापेक्षित दिखावे की वजह तो नहीं है। कांग्रेस के सत्तासीन रहते हुए जब प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामलों के चलते सीबीआई के छापे पड़े तब राजिंदर राणा चुप बैठे थे, तब जनभावनाओं की याद कहां गई थी, एनआईटी मामले में तो दूध का दूध पानी का पानी हो ही जाएगा। ज़िला भाजपा ने कहा है कि राजेन्द्र राणा को केंद्र सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर उंगली उठाना शोभा नहीं देता। जो खुद कोरोना लॉक डाउन में महीनों तक विधानसभा के बाशिंदों की सुध लेने नहीं पहुंच सके, और केंद्र सरकार और मंत्रियों की कार्य प्रणाली पर उंगली उठाकर सुर्खियों में बनने की कोशिश कर रहे हैं, जो हास्यपद है।
वीरवार को केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने मानव संसाधन विकास मंत्री से मुलाकात कर चर्चा का केंद्र बने हमीरपुर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का मुद्दा उठाया है। इस मुलाकात में अनुराग ठाकुर ने एनआईटी हमीरपुर पर लग रहे तथाकथित भ्रष्टाचार के आरोपों और निरन्तर गिरती रैंकिंग की वजह की गंभीरता से जांच और उचित कार्यवाही की मांग की है। अनुराग ठाकुर ने मानव संसाधन विकास मंत्री को बताया कि कुछ समय पहले एनआईटी हमीरपुर के कर्मचारियों की तरफ से उनके पास विभिन्न पत्रचार के माध्यमों से एनआईटी डायरेक्टर पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों व संस्थान की गिरती रैंकिंग की जानकारी पहुंची थी, तब तीन माह पूर्व मार्च में भी मानव संसाधन विकास मंत्री से मिल कर इस मुद्दे पर बात की थी, लेकिन लॉक डाउन होने की वजह से इस विषय पर कार्यवाही नहीं हो पाई थी। अनुराग ठाकुर ने अतिशीघ्र इस मुद्दे की जांच पर बल देते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। गौरतलब है कि कुछ समय से एनआईटी हमीरपुर की कार्य प्रणाली लगातार सवालों के घेरे में रह रही है। कई तरह के आरोप भी प्रबन्धन पर लग रहे हैं यहां तक कि प्रबन्धन और फ़ैकल्टी की चुभन समाचार पत्रों में भी देखने को मिली है। संस्थान के ही कर्मचारियों ने अनुराग ठाकुर को बताया था कि संस्थान में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने एनआईटी हमीरपुर में भ्रष्टाचार के आरोपों और गिरती रैंकिंग की तुरंत जांच करने व उचित कदम उठाने के लिए अनुराग ठाकुर को आश्वस्त किया है। एनआईटी हमीरपुर से जुड़े कर्मचारियों ने व स्थानीय युवाओं ने अनुराग ठाकुर के प्रयासों का स्वागत किया है व आभार व्यक्त किया है।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर बिना रुके उनकी अमूल्य सेवाओं के लिए सभी डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ़ का आभार प्रकट किया है। अनुराग ठाकुर ने कहा "ऐसे समय में जब पूरा विश्व कोरोना आपदा जैसे गम्भीर संकट से जूझ रहा है तब हमारे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टॉफ बिना रुके रात दिन लोगों की सेवा में लगे हैं। डॉक्टरों के इस कठिन परिश्रम का ही फल है कि आज कोरोना से संक्रमित होने वालों के कहीं ज़्यादा संख्या इस से ठीक होने वालों की है। डाक्टरों के इस सेवाभाव व कर्तव्यनिष्ठा से लोगों के अंदर उम्मीद बनी हुई है। देश इस नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर सभी डाक्टरों, नर्सों व समस्त मेडिकल स्टॉफ के प्रति कृतज्ञ है व आपकी सेवाओं व त्याग के लिए मैं आपका आभार प्रकट करता हूँ।” आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा "हमारे आज के सकारात्मक प्रयास एक बेहतर कल की तस्वीर गढ़ते हैं। 2 वर्ष पूर्व सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की शुरुआत का मक़सद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में लोगों को उनके घर द्वार पर उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवा मुफ़्त में उपलब्ध कराना था। आज यही स्वास्थ्य सेवा कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई में जागरूकता अभियान चला कर, पोस्टर पंपलेट बाँट कर, मास्क, सेनेटाइजर व ग्लब्स बाँटने के साथ साथ मुफ़्त कोरोना की जाँच करके लोगों के मन में आशा के दीप जला रही है। हमीरपुर संसदीय में क्षेत्र में चलाई जा रही सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा भी कोरोना महामारी से निपटने में हिमाचल वासियों का पूरा सहयोग कर रही है। प्रदेश सरकार के साथ साथ मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की जाँच यूनिट भी बाहर से प्रदेश में आने वाले सभी प्रवासियों का राज्य की सीमा पर कोविड टेस्ट कर रही है। सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा ने अब तक 35000 से ज़्यादा लोगों का कोरोना की प्राथमिक जाँच करके अपनी उपयोगिता सिद्ध की है।”
हमीरपुर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा व जिला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा ने कांग्रेस नेताओं को चुनौती देते हुए कहा है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को जो चीन से चंदा मिलने की बात सामने आई है उसका हिसाब कांग्रेस के नेताओं को देश की जनता को देना चाहिए। जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा ने कहा कि यूपी की पूर्व केंद्र सरकार में जो 3 सी का खेल खेला गया, उसकी सच्चाई अब देश की जनता के सामने आ चुकी है। कांग्रेस करप्शन और चीन का जब गठबंधन हुआ तब देश कि सुरक्षा से समझौता कर देशहित को अनदेखा किया गया था। अब असली सच्चाई सामने आने पर कांग्रेसी तिलमिलाए हुए हैं और जनता के ध्यान भटकाने को झूठे बयान दे रहे हैं, जबकि सच्चाई तो यह है कि चीन की हिमाकत को सही ढंग से रौंदने का हौंसला केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों से देश में आया है। उन्होंने कहा कि सर्वविदित है कि सरहदों पर अपने सैनिकों और अपनी जमीन गवाने का इतिहास कांग्रेस सरकारों का रहा है। भाजपा की सरकारों में दुश्मन को उसके घर में घुसकर मारने नीति होती है। चाहे अटल जी की सरकार में कारगिल युद्ध जीत कर अपनी जमीन से दुश्मनों को खत्म करने की बात हो या फिर मोदी जी की सरकार में सर्जिकल स्ट्राइक कर दुश्मनों के होंसले पस्त करने की बात हो। हां कांग्रेसी सबूत मांग कर सेना के पराक्रम पर हमेशा सवाल जरूर उठाती रहती है।
भारत के इतिहास में आपातकाल, कांग्रेस की दमनकारी नीतियों, सत्ता लोभी और तानाशाही मानसिकता के प्रतीक का काला धब्बा जो कभी नहीं मिट सकता। 25 जून 1975 को कांग्रेस ने लोकतंत्र का कत्ल किया था। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की हिमाचल जनसंवाद वर्चुअल रैली में लाखों लोगों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश में 3-c का खेल खेला गया है। कांग्रेस, करप्शन और चीन इन तीनों का गठबंधन जब हुआ तो देश हित को ही पीछे छोड़ दिया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा दिया गया हर ब्यान झूठा होता है। कांग्रेस ने सदैव केवल परिवार हित देखा है। सत्ता का लाभ उठाने के लिए कांग्रेस ने जो भी निर्णय लिए वो देश हित में नहीं थे। अनुराग ठाकुर ने कहा कि नरेन्दर मोदी के हाथों में देश पूर्णतः सुरक्षित है। मोदी सरकार ने देश के हर वर्ग के उत्थान के लिये सफल योजना दी है। उन्होंने प्रदेश सरकार की योजनाओं का जिक्र भी किया। उन्होंने कि दूसरे कार्यकाल के पहले ही वर्ष में मोदी व शाह की जोड़ी ने वो मुद्दे सुलझाए जो 70 वर्षों से देश के लिए नासूर बन हुए थे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने सम्बोधन में कहा कि केंद्र के राहत पैकेज से प्रदेश को लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना ने पूरे विश्व को बेहाल किया है। ऐसे में नरेंदर मोदी के दृढ़ नेतृत्व ने विश्व को कोरोना बीमारी से बचने की राह दिखाई है। उनके नेतृत्व में राष्ट्र एकजुट है। केंद्रीय इस्पात एवं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शहीद अंकुश ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देवभूमि, वीरभूमि हिमाचल प्रदेश को नमन कर अपना सम्बोधन रैली में दिया। उन्होंने कहा कि देश पर जब भी विपत्ति आई, सीमाओं की रक्षा के लिए हिमाचल के सपूतों ने वीरता की परकाष्ठता दिखाई है। आपातकाल खण्ड को उन्होंने देश की दूसरी स्वतंत्रता लड़ाई करार देते हुए कहा कि तानाशाही ताकतों से देश को बचाने की लड़ाई श्रद्धेय अटल जी के नेतृत्व में लड़ी गयी। उन्होंने अनुराग ठाकुर को बधाई देते हुए कहा कि पूरी तिजोरी को सबमें बांटने, राहत पैकेज योजना के क्रियान्वन और गरीबों को सही में लाभ मिले यह जिम्मेवारी प्रधानमंत्री ने उन्हें सौंपी थी जिस काम में वह बखूबी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 70 हजार करोड़ रुपये देश की गरीब जनता के खातों में मोदी सरकार ने भेजे हैं, ऐसा विश्व के किसी देश में नहीं होता है। नरेन्दर मोदी के इसी दृढ़ नेतृत्व की ओर विश्व आज आशा की नजरों से देख रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में कुछ कमियों भी जरूर होंगी पर यह समस्याएं हमें विरासत में मिली हैं। विश्व के 150 देशों को भारत ने दवाई भेजी है, अमेरिका हमसे दवाई मंगवा रहा है, यह विश्व में भारत की मर्यादा और मान है। उन्होंने कहा कि देश के गरीबों, महिलाओं, युवाओं, किसानों को समर्पित मोदी सरकार ने देश के संसाधनों पर भी पहला अधिकार इन्ही का बता कर हर योजना बनाई और चलाई है। देश में हर 100 में से 73 लोगों ने अपना भरोसा मोदी सरकार पर जताया है। एक निर्णायक, मजबूत और संवेदनशील सरकार केंद्र में है जो देश को विश्व गुरु बनाने की राह पर चलायमान है।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने लद्दाख में देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भोरंज के स्वर्गीय अंकुश ठाकुर को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए उनकी शहादत पर पूरे देश व हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित होने की बात कही है। अनुराग ठाकुर ने कहा "भारतीय सेना देश की आन, बान और शान है और हमें गर्व है कि हमारा सम्बंध उस वीरभूमि हिमाचल प्रदेश से है जिसके अनगिनत सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माँ की रक्षा की है। कल लद्दाख में देश की रक्षा करते हुए हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के भोरंज विधानसभा के कड़होता गाँव निवासी स्वर्गीय अंकुश ठाकुर वीरगति को प्राप्त हुए। देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारत माँ के वीर सपूत भोरंज के अंकुश ठाकुर को मैं शत्-शत् नमन करता हूँ। उनकी क्षति अपूर्णनीय है। वीरभूमि हिमाचल प्रदेश को आपकी शहादत पर गर्व है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। प्रभु इस दुःख की घड़ी में शोकाकुल परिवार को यह दुःख सहन करने की शक्ति व अंकुश जी की दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे। भारतीय जनता पार्टी का एक एक कार्यकर्ता शोकाकुल परिवार के साथ है।"
विश्व पटल पर धीरे धीरे कई क्षेत्रों में भारत से पिछड़ रहा चीन अब ओछी हरकतों पर उतर आया है। बुधवार को हमीरपुर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने यह बात कही है। उन्होंने सोमवार रात को पूर्वी लद्दाख के गलवन में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारत चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के लिए पूर्णतः चीन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि एशिया महाद्वीप में जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी के नेतृत्व में भारत एक बड़ी ताकत के रूप में स्थापित हुआ है उससे चीन पिछले काफी समय से खासे सकते में था। कोविड संकट में भारत ने जिस तरह से विश्व के कई देशों को दवाइयां भेज कर व अन्य माध्यमों से मदद की उससे भी चीन खार खा रहा था। जी-7 देशों में भारत के शामिल होने पर भी चीन तिलमिलाया हुआ है। यही कारण है लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भिन्न-भिन्न स्थानों पर चीन के सैनिक कुछ समय से भारतीय सैनिकों से टकराने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने चीन को सावधान करते हुए कहा कि भारतीय सेना के जज़्बे और भारत सरकार के राष्ट्रभक्त नेतृत्व को लेकर वह कोई गलतफहमी में न रहे। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि देश हित में कोई कड़ा फैसला प्रधानमंत्री जरूर लेंगें। भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम के आगे व सुदृढ़ केंद्रीय नेतृत्व के आगे चीन कहीं नहीं टिक पायेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने गलवन में हुई हिंसक झड़प में देश के लिए कुर्बान होने वाले शहीदों को नमन करते हुए कहा कि वीर सपूतों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि लद्धाख सेक्टर में शहीद हुए हमीरपुर जिला के कडोहता गांव के सैनिक अंकुश ठाकुर की शाहदत से सारा हिमाचल व जिला हमीरपुर शोकग्रस्त है, उनकी शहादत पर सभी देशवासियों को गर्व है। सभी सर्वोच्च बलिदान देने वाले शूरवीरों को हमारा शत शत नमन। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में शहीदों के परिवारों को इस असीम दुःख को सहने की भगवान शक्ति प्रदान करे। हम सब उनके इस दुःख में बराबर के शरीक हैं।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र व हिमाचल प्रदेश की विभिन्न विधानसभाओं के भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं साथ वर्चुअल रैली कर क्षेत्र में कोरोना आपदा से राहत कार्यों के विषय में जानकारी लेकर उन्हें केंद्र सरकार द्वारा किए गए उपायों अवगत कराया व कार्यकर्ताओं से इसे जन-जन तक पहुँचाने का आह्वाहन किया। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सुजानपुर व बड़सर में आयोजित इस वर्चुअल रैली में पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफ़ेसर प्रेम कुमार धूमल व पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर मुख्य रूप से उपस्थित रहे। वर्चऊल रैली को सम्बोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा "कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से देशवासियों को राहत देने के लिए केंद्र की मोदी सरकार अनेकों अनेक उपाय कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को इस आपदा से राहत देने के लिए 20 लाख करोड़ से ज़्यादा का राहत पैकेज दिया है। हम पूरे मनोयोग से इन योजनाओं को सुचारु ढंग से लागू करने व इसके समुचित क्रियान्वयन के किए कार्यरत हैं। मेरा भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि विभिन्न योजनाओं के पात्रों को ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में इन योजनाओं व आर्थिक सहायता का लाभ मिल सके इसके लिए व्यापक जागरूकता व पात्रों को सम्बंधित केंद्रों तक ले जाने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें।इस आपदा के समय में यही मानवता की सच्ची सेवा होगी।” आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा "कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार हर ज़रूरी कदम उठा रही है। इस आपदा की विभिषिका से देशवासियों को राहत पहुँचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज दिया था। अब तक इस पैकेज से 43 करोड़ से अधिक लोगों को 64000 करोड़ रुपए से अधिक की सहायता पहुँचाई जा चुकी है।महिला जनधन खाताधारकों को 31000 करोड़ रुपए अब तक ट्रांसफ़र किए जा चुके हैं। 2.81 करोड़ वृद्ध,विधवा,दिव्यांग व वरिष्ठ नागरिकों को 2814 करोड़, 8.19 करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत 16394 करोड़, 2.3 करोड़ बिल्डिंग एवं निर्माण श्रमिकों को 4313 करोड़, 59.43 लाख कर्मचारियों के ईपीएफ़ का 24% सहयोग 895 करोड़, उज्ज्वला योजना के अंतर्गत लगभग 9000 करोड़ रुपए का लाभ इन योजनाओं के लाभार्थीयों को दिया जा चुका है केंद्र सरकार ने किसानों से जुड़े दो नए अध्यादेशों को मंजूरी व एक अध्यादेश में संशोधन की मंजूरी दी है। फार्मिंग प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स ऑर्डिनेंस-2020 को मंजूरी मिलने से किसानों को अपनी फसल अपने हिसाब से बेचने की आजादी मिलेगी। अब किसान जहां चाहेगा और जिसे चाहेगा अपनी फसल बेच सकेगा व ई-ट्रेडिंग के जरिए खरीद-बिक्री हो सकेगी। किसानों को फसल की अच्छी कीमत मिल पाएगी। एक देश, एक बाजार की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। फार्मर्स एग्रीमेंट प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज ऑर्डिनेंस-2020 को मंजूरी मिल जाने से किसान और व्यापारी अब एग्रीमेंट कर सकेंगे। इसमें न्यूनतम मूल्य पहले ही तय होगा। ऐसे में किसानों को नुकसान होने का कोई ख़तरा नहीं रहेगा। आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन की मंजूरी मिल गई है व अनाज, तेल, तिलहन, दाल, आलू और प्याज को इस एक्ट के दायरे से बाहर किया गया है।” अनुराग ठाकुर ने कहा "देश के ऊपर कोरोना का प्रभाव कम से कम हो इसके लिए हमने हर ज़रूरी उपाय किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपए की मदद से देश को आत्मनिर्भर बनाने का ब्लू प्रिंट सामने रख दिया है। सरकार द्वारा मनरेगा के तहत एक लाख एक हजार करोड़ का बजट प्रवासी मज़दूरों के लिए तय किया गया है, जिससे 300 करोड़ कार्यदिवस का सृजन होगा। मनरेगा के तहत मिलने वाले श्रम में भी सरकार ने बढ़ोत्ररी कर 182 रूपए प्रतिदिन की जगह पर 202 रूपए की मजदूरी तय कर दी है।यह सब सरकार की तरफ से इसलिए किया गया जिससे श्रमिकों के सामने आर्थिक संकट पैदा नहीं हो। आगामी वर्षों में साल 2020 को भारतीय अर्थव्यवस्था में रिफॉर्म के लिए याद रखा जाएगा। हमने बड़े फ़ैसले और बड़े रिफॉर्म के ज़रिए देश को एक नई दिशा की ओर ले चलने की शुरुआत की है जिसमें रोज़गार, स्वरोज़गार कारोबार व अविष्कार को बढ़ावा देने की नीतियों से आत्मनिर्भर भारत का विजन साकार होगा।”
हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में कोरोना समेत सभी वायरस के टेस्ट की आरटी-पीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिपटेस-पालिमरेज चेन रिएक्शन) मशीन आखिर स्थापित हो गई है। इसका श्रेय नादौन के विधायक व पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ठाकुर सुखविंद्र सिंह सूक्खू को जाता है। उन्होंने 5 अप्रैल 2020 को मशीन खरीदने के लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन को विधायक निधि से 35 लाख रुपये दिए थे। उनकी घोषणा के बाद मशीन की खरीद रुकवाने के लिए उनके विरोधियों ने खूब जोर लगाया। जारी राशि को रोकने का दबाव भी पड़ा, लेकिन सुखविंद्र सिंह सूक्खू डटे रहे। उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर व स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान से मुलाकात कर मशीन खरीदने का अनुरोध किया। इसके बाद डीसी हमीरपुर ने 35 लाख रुपये कॉलेज प्रशासन को मशीन खरीद के लिए सूक्खू की विधायक निधि से जारी किए। सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने बताया कि अभी हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में कोरोना व अन्य फ्लू का टेस्ट नहीं होता था। इसके लिए यह टेस्ट मशीन जरूरी थी। हमीरपुर के साथ ही आसपास के क्षेत्रों के लोगों को कोरोना या अन्य वायरस के टेस्ट कराने के लिए अब दूरदराज नहीं जाना होगा, न ही निजी लैब में मोटी रकम चुकानी होगी। आरटी-पीसीआर टेस्ट से बहुत कम समय में यह पता चल जाता है कि संदिग्ध व्यक्ति कोविड-19 व अन्य वायरस से संक्रमित है या नहीं। इस मशीन से स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू, इन्फ्लूएंजा इत्यादि वायरस के भी टेस्ट होंगे। विधायक व पूर्व सीपीएस इंद्रदत्त लखनपाल, पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया, प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुनील शर्मा, जिला अध्यक्ष राजेंद्र जार, सुरेश कुमार, मदन कौंडल, नरेश ठाकुर, कैप्टन पृथ्वी चंद, कैप्टन प्रेम चंद व जिला परिषद स्वर्णलता पराशर ने सुखविंद्र सिंह सूक्खू का आरटी-पीसीआर मशीन स्थापित करवाने के लिए धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि विधायक सुखविंद्र सूक्खू की मेहनत रंग लाई है। अब लोगों को कोरोना या अन्य फ्लू की जांच के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा।
भारतीय जनता पार्टी ने हमीरपुर जिला के पांचों मंडलों के प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं जिनमें की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विजय पाल सिंह सोहारु को नादौन मंडल प्रदेश, कार्यसमिति सदस्य रघुवीर सिंह ठाकुर को सुजानपुर मंडल, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेश कुमार को भोरंज मंडल, जिला उपाध्यक्ष अनिल कौशल को बड़सर मंडल एवं जिला उपाध्यक्ष राजकुमार को हमीरपुर मंडल का प्रभारी नियुक्त किया गया है। जिला भाजपा का संगठन आजकल 25 जून को होने वाली संसदीय क्षेत्र की रैली के लिए खूब मेहनत कर रहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न स्तरों पर बैठकों के दौर चले हुए हैं। समय-समय पर वरिष्ठ नेताओं द्वारा कार्यकर्ताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पार्टी हाईकमान द्वारा दी गई रणनीति के तहत विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया जाता है। इस बीच भाजपा जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक बलदेव शर्मा जी ने हमीरपुर जिला के सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि वह प्रदेश एवं केंद्र की सरकार की उपलब्धियों का लेखा-जोखा अपने मतदान केंद्र पर मौजूद हर व्यक्ति तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा इस कार्य को पूरा करने के लिए उचित सामग्री कार्यकर्ताओं को उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर संकट के समय में ओछी राजनीति करने एवं देश की जनता को गुमराह करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि गैर भाजपा शासित प्रदेशों में परिस्थितियां किस तरह बदतर हो चुकी है यह किसी से नहीं छुपा है। इसके बावजूद कांग्रेस के नेता केंद्र एवं प्रदेश की सरकारों को कोसने का काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि हमीरपुर जिला भाजपा का संगठन मेहनत एवं ईमानदारी से काम कर रहा है एवं 2022 के चुनावों में हमीरपुर जिला से 5 की 5 सीटें भाजपा की झोली में डालने का लक्ष्य लेकर काम कर रहा है। मीरपुर भाजपा का हर एक कार्यकर्ता अपने-अपने मतदान केंद्र पर घर-घर तक पहुंच बनाएगा एवं केंद्र एवं प्रदेश की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को बताएगा एवं उपलब्धियों को गिनाएगा। उन्होंने कहा कि 25 जून को होने वाली रैली को सफल बनाने के लिए जिला हमीरपुर में संगठन से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी तय है तथा इस रैली को हजारों लोगों तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं को लोगों के साथ संवाद करके एवं सोशल मीडिया का उपयोग करके अधिक से अधिक संख्या में कैसे लोग इस रैली से जुड़े उसके बारे में बताना चाहिए।
सरकार के बेरूखी से नाराज पोस्ट कोड 556 से अपात्र घोषित किए गए अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उन्हें देख के लिए कटोरा देने की मांग की है। यह अभ्यर्थी पिछले 3 सालों से नौकरी के लिए आंदोलनरत हैं। कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के माध्यम से पोस्ट कोड 556 के तहत सैकड़ों पदों को भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया 3 वर्ष पहले शुरू की गई थी लेकिन चैन से ठीक कुछ समय पहले ही निजी संस्थानों एवं संस्थाओं के माध्यम से कंप्यूटर डिप्लोमा करने वाले परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके 2400 के करीब अभ्यर्थियों को सरकार ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। अब 3 साल तक आश्वासन देने के बाद इस पोस्ट कोड के तहत रिक्त बजे 500 से अधिक पदों को पोस्टकोड 727 में मर्ज करने की योजना सरकार बना रही है जिसका अब यह अभ्यर्थी विरोध कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि 3 साल तक उन्हें आश्वासन दिया गया अब या तो मुख्यमंत्री उनके हाथ में कटोरा पकड़ा दें ताकि वह भीख मांगने के साथ ही सरकार के झूठे आश्वासनों के प्रति लोगों को बता सकें। प्रदेश मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करने के लिए उपायुक्त हमीरपुर के कार्यालय में यह अभ्यर्थी पहुंचे थे। युवाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री उनके साथ सैकड़ों अभ्यर्थियों को एक मौका दें अथवा उन्हें डाक के माध्यम से ही एक कटोरा भेज दें ताकि सरकार के झूठे आश्वासनों से वह लोगों को अवगत करवा सके और भीख भी मांग पाएं बता दें कि परिणाम घोषित करने से एक अथवा दो दिन पहले ही इन अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित किया गया था। जिसके बाद यह मामला कोर्ट में चला गया था कोर्ट की तरफ से निर्णय आया था कि सरकार चाहे तो इनको वन टाइम रिलैक्सेशन दे सकती है। विधानसभा में भी इस मामले को उठाया गया जिसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा था कि इन अभ्यर्थियों के बारे में विचार किया जा रहा है। लेकिन अब इस पोस्ट कोड के तहत अधिकतर रहे पदों को पोस्ट कोड 727 में मर्ज करने की बात सामने आने पर यह अभ्यर्थी पूरी तरह से निराश हो चुके हैं। अभ्यर्थियों ने डीसी के माध्यम से प्रदेश मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा है उन्होंने अंतिम बार सरकार से यह मांग की है कि वह उन्हें एक मौका दे क्योंकि पिछले 3 सालों से वह इसी मौके के इंतजार में हैं और हिमाचल में बिहार, यूपी के साथ नेपाल के लोगों को भर्ती कर हिमाचलियों के साथ बेइंसाफी की, और जो कमीसन पास कर आ रहे उनको अन्तिम मौक़े पर रिजेक्ट कर रहे है। ये जानकारी joa रिजेक्ट यूनियन अभिमन्यु ने कहाँ।
कोरोना महाकाल ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है। ऐसे में मोदी सरकार ने न केवल देश की जनता का भरोसा जीता वही दुनिया में भारत का दबदबा कायम करने में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह कहना है जिला भाजपा अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों का। हमीरपुर से जारी सयुंक्त बयान में भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा, महामंत्री हरीश शर्मा एवं अभ्यवीर सिंह तथा जिला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साहसिक फैसलों से देश की जनता खुश है। लोग मानते है कि अगर मोदी सरकार समय रहते लॉकडाउन का फैसला नहीं लेती तो शायद देश की बुरी हालत हो सकती थी। अमेरिका जैसी महाशक्ति ने लॉकडाउन का फैसला लेने में देरी की तो कोरोना ने पूरे देश को बुरी तरह से अपने चपेट में ले लिया जिसका खामियाजा आज अमेरिका को भुगतान पड़ रहा है। आज केवल अमेरिका में एक लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि भारत में ऐसा नहीं है। उन्होंने सरकार को बधाई देते हुए नरेंद्र मोदी को जनता का लोकप्रिय नेता बताया हैं। उन्होंने बताया कि देश में कोरोना वायरस के फैलने की संकट की घड़ी में भी उन्होंने देश की जनता का मनोबल को बढ़ाए रखा और अर्थव्यवस्था को पुन: सुचारू रूप से चलाने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले भी लिए जिसका जनता ने पूर्ण समर्थन किया। उन्होंने लॉकडाऊन काल में गरीबों के आर्थिक स्थिति व हितों को ध्यान रखते हुए विभिन्न फैसले लिये जो कारगार साबित हुए। उन्होंने उद्योगों को दुबारा शुरू करने का काम करवाया जिससे देश के तमाम व्यापारियों ने प्रधानमंत्री की दूरगामी दृष्ठि की भूरि भूरि प्रसंशा की। उद्योगों के पूर्ण रूप से खुल जाने से गरीबों को रोजगार के सुअवसर भी प्रदान हुए। भाजपा ज़िला अध्यक्ष ने कहा कि भारत को पुर्णतय आत्म निर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने राहत पैकेज में जो बीस लाख करोड़ रुपए की घोषणा की है उससे भारत वर्ष में नवयुवकों को अपना खुद का रोजगार खोलने में मदद मिलेगी। इससे जहां नौकरियों के लिए बढ़ता दबाव कम होगा वहीं नए-नए रोजगार के आयाम खुलेंगे। कोरोना काल में पूरी दुनिया दवाओं के लिए केवल भारत की और टकटकी लगाए बैठा था सभी को मालूम था की भारत उनकी मदद जरूर करेंगा। मोदी सरकार के फैसलों ने जहां देश की जनता का मनोबल बढ़ाया है वही देश दुनिया में भारत की मजबूत स्थित का उजागर किया ।
स्वास्थ्य विभाग के घोटाले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल के इस्तीफे पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने प्रदेश सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि सरकार स्पष्ट करे, बिंदल का इस्तीफा क्यों लिया गया। स्वास्थ्य विभाग के घोटाले में भाजपा के कौन बड़े नेता शामिल हैं, जिनके चलते बिंदल को प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी का त्याग करना पड़ा। सरकार उनके भी नाम सार्वजनिक करे। क्या बिंदल का इस्तीफा लेकर मामले को दबाने की कोशिश हो रही है। क्योंकि, पहले भी सरकार इस घोटाले को दबा चुकी है। सूक्खू ने कहा कि पूर्व मंत्री रविंद्र रवि के पत्र बम ने इसकी परतें खोल दी थीं, लेकिन सरकार ने घोटालेबाजों पर कार्रवाई के बजाए रवि के खिलाफ ही जांच बिठा दी थी। स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से घोटाले होते आ रहे हैं, जिन्हें लेकर ही रवि ने पत्र लिखा था, लेकिन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया। वह घोटाले का पहला अध्याय था, दूसरा अध्याय कोरोना काल में शुरू हुआ और 5 लाख के लेनदेन का ऑडियो वायरल होने पर भ्रष्टाचार उजागर हो गया। कोरोना जैसी आपदा में भी भ्रष्टाचार ने भाजपा का असली चेहरा बेनकाब कर दिया है। जिनके काम-धंधे बंद, उन्हें राहत दे सरकार सुखविंद्र सूक्खू ने कहा है कि सरकार उन्हें राहत दे जिनके काम-धंधे पूरी तरह से बंद पड़े हैं। आपदा में दान दी जा रही राशि खर्च करने के लिए है, जमा करने के लिए नहीं। सरकार प्रदेश में राहत किसे दे रही यह पता ही नहीं चल रहा। वकीलों, छोटे दुकानदारों, नाई-धोबी, कामगारों व जिनकी नौकरी चली गई है, सरकार को उन्हें बतौर राहत जल्दी 10000 रुपये आर्थिक मदद देनी चाहिए। पीटीए टीचर्स को भी तुरंत उनकी रुकी हुई सेलरी दी जाए। कोरोना पॉजिटिव को घर भेजना बड़ी चूक सूक्खू ने कहा कि कोरोना नियंत्रण को लेकर सरकार एक के बाद एक गलतियां कर रही है। जब प्रदेश के लोगों को बाहर से लाना चाहिए था, तब लाए नहीं, जब लोग संक्रमित हो गए तो उन्हें लाकर पूरे प्रदेश को खतरे में डाल दिया। हमीरपुर में 15 कोरोना पॉजिटिव को नेगेटिव बताकर घर भेजना बड़ी प्रशासनिक लापरवाही है। सरकार को उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। संस्थागत संगरोध में हो रहा भाई भतीजावाद भी खत्म हो।
मंगलवार सवेरे करीब 9 बजे साईं मार्किट टिक्कर डिडवीं में पंचायत की सर्वेलन्स कमिटी द्वारा एक संदिग्ध को पकड़ा गया है। उक्त व्यक्ति का नाम रविंदरजीत सिंह सपुत्र चरणजीत सिंह निवासी दिल्ली है। उक्त व्यक्ति पंचायत कमिटी को कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका कि वह हमीरपुर में कैसे पहुंचा। इसके बाद पंचायत उप प्रधान सुरजीत कटोच द्वारा उप मण्डल अधिकारी भोरंज, पुलिस चौकी भोटा व थाना हमीरपुर को सूचित किया गया। पुलिस चौकी भोटा प्रभारी तुरंत मौके पर पहुंचे व व्यक्ति के ब्यान कलमबद्ध किए। व्यक्ति के अनुसार वह 8 मार्च को हिमाचल में आया था और लॉकडाउन के चलते यही रह गया। मण्डल अधिकारी भोरंज द्वारा सम्बंधित व्यक्ति को जाहु संस्थागत संगरोध केंद्र में क्वारांटाइन करने के आदेश दिए हैं।
जिला के बड्सर उपमंडल के ग्राम पंचायत दादडु के तेजछ गांव में एक व्यक्ति के कोरोना वायरस के संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। इसे जिला के कोविड 19 सेंटर में भेजा जा रहा है। 36 वर्षीय यह व्यक्ति 13 मई 2020 को मुंबई से टैक्सी में यहां वापस लौटा था और स्थानीय स्तर पर संस्थागत संगरोध केंद्र में रखा गया था। गत 14 मई 2020 को इसके नमूने जांच हेतु लिए गए थे और शनिवार दोपहर बाद इसकी रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इसके साथ टैक्सी में दो अन्य व्यक्ति भी मुंबई से वापस आए थे जिनमें से एक दादाडु पंचायत के ही कुंनवी गांव का रहने वाला है जबकि दूसरा नादौन उपमंडल के पत्ररेल पंचायत से है। इनके अन्य प्राथमिक एवं द्वितीय संपर्कों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। सम्बंधित एसडीएम को क्षेत्र को सील करने के निर्देश दिए गए है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे अधिकारियों के तबादलों को लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर से पूछा है कि भाजपा नेता विजय अग्निहोत्री के दबाव में नादौन की एसडीएम का तबादला चंबा जिले के सलूणी में किस मज़बूरी में किया गया। उन्होंने कहा कि अगर तबादला इतना जरूरी था तो क्या कोरोना संक्रमण खत्म होने के पश्चात नहीं किया जा सकता था। विधायक सुक्खू ने कहा कि ऐसी क्या मज़बूरी थी कि कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रही आईएएस अधिकारी को बदलना पड़ा। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है कि वह स्पष्ट करें कि संबंधित एसडीएम द्वारा सरकार के ही आदेशों की पालना करने के बाद भी क्यों तबादला कर दिया गया। उन्होंने कहा कि बाहर फंसे लोगों को लाने में भी पिक एंड चूज हो रहा है। नादौन पूर्व भाजपा विधायक विजय अग्निहोत्री आपदा प्रबंधन एक्ट की धज्जियां उड़ाने में लगे हुए हैं। सूक्खू ने कहा, सीएम को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि विजय अग्निहोत्री के इशारे पर ही क्यूं कर्फ्यू पास जारी किए जा रहे है। कर्फ्यू पास के लिए आम लोगों को क्यूं इतनी जद्दोजहद करनी पड़ रही है और कांग्रेस से जुड़े लोगों के कर्फ्यू पास क्यूं रद्द किए जा रहे है? एसडीएम नादौन के तबादले के बजाए सरकार को पूर्व विधायक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी क्योंकि, पूर्व विधायक सत्ता की धौंस जमाकर अधिकारियों को डरा धमका रहे हैं। उन्होंने दबाव बनाकर दूसरे प्रदेशों से आए अपने करीबियों को घर में क्वारंटीन कराया हुआ है और जबकि बाकी अन्य लोगों को कॉलेज व स्कूलों में क्वारंटीन करने के नाम पर परेशान किया जा रहा है। सरकार ये दोहरा मापदंड क्यों अपना रही है। सूक्खू ने सीएम से इसकी जांच कराने की मांग की है। साथ आपदा प्रबंधन एक्ट की उल्लंघना के दोषी नेताओं पर मामला दर्ज करने का अनुरोध किया है। सुक्खू ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सलाह दी है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए एक कारगर नीति बनाई जानी चाहिए ना कि कोरोना योद्धाओं के तबादलों की सूची। कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को मुख्यमंत्री के संरक्षण की जरूरत है ताकि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। यही सही मायनों में कोरोना योद्धाओं के लिए सम्मान और पुरस्कार है।
उपायुक्त हरिकेश मीणा ने कहा कि हमीरपुर जिला में निषेधाज्ञा के दौरान लोगों का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। जिला वासियों को दैनिक आवश्यकता की वस्तुएं उन्हें घर-द्वार पर ही उपलब्ध करवाई जा रही हैं और जरूरतमंदों को भी राशन की समुचित आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 प्रभावित देशों से यात्रा कर जिला में लौटे कुल 296 लोगों को घर में ही संगरोध (क्वारंटीन) कर निगरानी पर रखा गया था, जिनमें से 110 लोग निगरानी अवधि पूर्ण कर चुके हैं और 179 अभी भी निगरानी में हैं। इनकी देखभाल के लिए स्वास्थ्य कर्मी नियमित तौर पर मुआयना कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त 7 लोग पहले ही प्रवासन (माइग्रेट) पर जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिला में स्थापित विभिन्न संगरोध/एकांत(क्वारंटीन/आइसोलेशन) सुविधा स्थलों (स्वास्थ्य विभाग को छोड़कर) में अभी तक 54 लोग रखे गए हैं। इनमें राधा स्वामी सत्संग व्यास कोहला में 24, लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह भोटा में 10, एपीएमसी भवन जाहू में 8, लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह सुजानपुर में 7, विद्युत बोर्ड विश्राम गृह हमीरपुर में 4 तथा लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह बड़सर में एक व्यक्ति को रखा गया है। उपायुक्त ने कहा कि जिला में जरूरतमंदों, गरीब परिवारों व प्रवासी मजदूरों को पर्याप्त मात्रा में राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है। अभी तक जिला के सभी उपमंडलों में 9,332 राशन किट्स के माध्यम से 1773 क्विंटल राशन सामग्री वितरित की जा चुकी हैं। इससे 36 हजार से अधिक जरूरतमंद लोग लाभान्वित हुए हैं। शहरी निकायों में अभी तक 11,918 लोगों को घर-द्वार पर आपूर्ति व्यवस्था के माध्यम से राशन, फल-सब्जी, दूध-ब्रेड व दवाएं इत्यादि उपलब्ध करवाकर लाभान्वित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिला में पशुओं के लिए चारा भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। वर्तमान में लगभग 1690 क्विंटल चारा यहां प्राप्त हो चुका है जिसे विभिन्न माध्यमों से पशुपालकों व पंजीकृत गौसदनों को वितरित किया जा रहा है। जिला में खाद्यान्न का भी पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया गया है। रसोई गैस, पैट्रोल व डीजल भी समुचित मात्रा में उपलब्ध है। सेनीटाइजर्स व मास्क भी आवश्यकता अनुसार उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। मास्क बनाने तथा वितरित करने में पंचायत स्तर पर भी समन्वय स्थापित किया गया है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वे घरों में ही रहें और बिल्कुल न घबराएं। अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप अपना सहयोग बनाए रखें। सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान दें ताकि कोरोना महामारी की श्रृंखला को तोड़ा जा सके।
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद एवं केंद्रीय वित्त एवं कार्पोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कोरोना वायरस की गम्भीर समस्या को ध्यान में रखते हुए हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की जनता के लिए अपनी सांसद निधि से 51 लाख रुपए देने का निर्णय लिया है। यह राशि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जरूरी सामान जैसे मास्क, सेनेटाइजर इत्यादि की खरीद व स्वास्थ्य संबंधी अन्य कार्यों पर व्यय की जाएगी। उन्होंने सभी लोगों से आग्रह किया है कि इस महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए अपने घरों में ही रहें और सरकार तथा जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों की अनुपालना करें। उन्होंने कर्फ्यू के दौरान सभी से संयम बनाए रखने का आग्रह किया है।
जिला हमीरपुर के अंतर्गत फरार हुआ एक कथित प्रेमी जोड़ा ऊना के अंब में पकड़ा गया है। मिली जानकारी के अनुसार यह प्रेमी जोड़ा एक घर में छुपा हुआ था और पुलिस की भनक लगते ही दोनों घर के अंदर जो सामान रखने की जगह होती हैं उसमें छुप गए लेकिन जब पुलिस ने पूरे घर की तलाशी ली तो जोड़ा बैड के अंदर से बाहर निकला। मिली जानकारी के अनुसार 4 दिन से 3 बच्चों की मां और एक युवक फरार चल रहे थे। शिकायत मिलने पर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आम क्षेत्र के घर में दबिश दी और दोनों को पकड़ लिया बताया जा रहा है कि घर से भागी हुई महिला 3 बच्चो की मां है और उसके बड़े बेटे की उम्र 17साल है और जिस युवक के साथ महिला भागी है उसकी उम्र 30 साल के करीब है। वहीं, महिला का आरोप है कि उसका पति शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता है और अब उसके साथ नहीं रहेगी। जबकि महिला की बेटी बता रही है कि उसके पिता उसकी मां के साथ कोई मारपीट नहीं करता है अतिरिक्त थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि क्षेत्र में बरामद हुए युवक और युवती को जिला हमीरपुर की पुलिस अपने साथ ले गई है।
नशे एवं मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों पर सुजानपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 मामले दर्ज किए हैं और इस दौरान एक युवक से मादक पदार्थ चिट्टा और एक व्यक्ति से अवैध शराब भी बरामद किया है। दोनों मामले उपमंडल सुजानपुर के हैं जिला पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन के हवाले से जानकारी देते हुए थाना प्रभारी सुभाष शास्त्री ने बताया गश्त के दौरान सुजानपुर पुलिस ने यह कामयाबी हासिल की है। इस दौरान एक युवक से करीब 4 ग्राम चिट्ठा नशीला पदार्थ पकड़ा गया है। वहीं दूसरी तरफ एक व्यक्ति को अवैध तरीके से शराब रखने पर पकड़ा गया है मौके पर पुलिस में व्यक्ति ओम प्रकाश पुत्र दास राम से 6 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद की है। थाना प्रभारी ने बताया नशे का कारोबार करने वालों को पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
कोरोना वायरस से बचने के लिए जिला में लगी धारा 144 के बाद राष्ट्र स्तरीय होली महोत्सव को बंद करने से सुजानपुर चौगान में प्रदेश के विभिन्न जिलों व अन्य राज्यों से आए व्यापारियों ने सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा से उनके निवास स्थान पर मुलाकात कर अपना दुखड़ा सुनाया। उन्होंने बताया कि पहले 4 दिन बारिश से दुकानदारी खराब हुई और अब कोरोना वायरस ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है।उन्होंने बताया कि पिछले साल दिसम्बर माह में कोरोना वायरस के मामले शुरू हुए थे तो एहतियात के तौर पर प्रशासन व सरकार के पास समय था कि मेलों के आयोजन पहले ही बंद कर देते। अब प्लाटों के लिए उनसे लिए हजारों रूपए तो डूबे ही, घर वापसी को किराये के लिए जुटाना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि मेले के शुभारंभ पर केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर आए थे तो अब मेले को बंद करने के मौके पर आकर उनकी पीड़ा समझते तथा कोई समाधान निकालते। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन हर साल प्लाॅट की बोली के पैसों के अलावा हरेक दुकानदार से 1 हजार रूपए अलग से फालतू लेते हैं लेकिन उसकी रसीद नहीं दी जाती। उन्होंने विधायक राजेंद्र राणा पर विश्वास जताते हुए कहा कि अब वो ही उनकी समस्या का निवारण करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे समझते हैं कि कोरोना वायरस के मद्देनजर प्रशासन ने जनता के स्वास्थ्य के मद्देनजर बेहतर कदम उठाया है लेकिन अब उनकी चौपट हुई दुकानदारी को देखते हुए उन्हें अगले साल वही प्लाॅट देकर पैसों में भी भारी छूट दें ताकि उनका घाटा कुछ कम हो। इस अवसर पर विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि मेले से होने वाली कमाई से ही मेले में व्यवस्थाएं, सांस्कृतिक संध्याएं व अन्य गतिविधियां चलाई जाती है। ऐसे में प्रशासन उनके पैसे तो वापस नहीं दे सकता लेकिन अगले वर्ष इस बार घाटा उठाने वाले व्यापारियों को ही प्लाॅट आवंटन में प्राथमिकता देकर पैसों में भी छूट देने का मामला सरकार व प्रशासन के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने मौके पर ही एसडीएम सुजानपुर से दूरभाष पर बात कर उन्हें व्यापारियों की समस्या से अवगत करवाते हुए उनका निराकरण करने के निर्देश भी दिए।
डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा ने बाबा बालकनाथ मंदिर, दियोटसिद्ध के परिसर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) की ओर से जारी आदेशों की अनुपालना में यह कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि बाबा बालक नाथ मंदिर, दियोटसिद्ध के परिसर में 17 मार्च, दोपहर 2 बजे के उपरांत आगामी आदेशों तक सभी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में स्थानीय पुलिस प्रशासन व मंदिर अधिकारी को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। मंदिर स्थित बाबा बालक नाथ की गुफा में सुबह व सायंकाल की पूजा-अर्चना पूर्व की भांति निर्बाध जारी रहेगी, लेकिन इसमें केवल अधिकृत पुजारी ही पूजा संपन्न करेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वेबकास्टिंग तथा सोशल मीडिया (यू ट्यूब) के माध्यम से पूजा-अर्चना का सीधा प्रसारण करने की व्यवस्था की जा रही है। बाबा बालकनाथ मंदिर ट्रस्ट की अधिकारिक वेबसाईट पर भी बाबा बालक नाथ जी के दर्शन व पूजा का सीधा प्रसारण किया जाएगा। उन्होंने बाहरी राज्यों व अन्य स्थानों से आने वाले सभी श्रद्धालुओं से इसमें सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त आदेशों के अनुसार जिला में विभिन्न सामाजिक समारोहों जैसे सत्संग जगराता, जागरण, कीर्तन, लंगर, भोज, भंडारा, अन्य पार्टियों एवं सामुदायिक भोज (धाम) इत्यादि के आयोजन पर भी आगामी आदेशों तक प्रतिबंध रहेगा। अपरिहार्य परिस्थितियों में जिला दंडाधिकारी की विशेष अनुमति के उपरांत ही ऐसे आयोजन किए जा सकेंगे। उपायुक्त ने जिला के सभी लोगों से यह भी आग्रह किया है कि बहुत आवश्यक न होने की स्थिति में अपने घरों से बाहर भीड़-भाड़ वाले स्थलों की यात्रा न करें, ताकि कोविड-१९ के प्रभाव में आने अथवा इसके संक्रमण से बचा जा सके। अगर विशेष परिस्थितियों में कार्य के लिए घरों से बाहर निकलना आवश्यक हो तो कोविड-19 से बचाव संबंधी सावधानियों का अवश्य ध्यान रखें।
बड़सर में वीरवार शाम से शुरू हुई मूसलाधार बारिश बागवानों व किसानों के अलावा आम लोगों के लिए भी आफ़त लेकर आई है। ओलावृष्टि व तेज़ आंधी के अलावा बारिश के कारण गेंहू की खड़ी फ़सल कई इलाकों में बर्बाद होकर रह गई है। फसल बर्बाद होने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है।
ग्यारा ग्राम पंचायत के चंबेह गांव में सोम दत्त सपुत्र देवराज के घर के ऊपर आसमानी बिजली का कहर टूट पड़ा है।पूर्व सैनिक सोमदत्त के 6 से 7 कमरों वाले मकान पर बारिश के दौरान तेज़ गड़गड़ाहट के साथ आसमानी बिजली गिरी है। हादसा इतना भयानक था कि छत पर बना मन्दिर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया तथा लेंटर पर एक बड़ा छेद पड़ गया। मकान में लगे सभी बिजली उपकरण फ्रिज,टीवी ,पंखे व स्विच आदि जलकर खराब हो गए। इसके अलावा जोरदार धमाके में मकान की दीवारें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। पीड़ित सोमदत्त के मुताबिक हादसे के समय वे खुद पत्नी व बेटे के साथ घर पर मौजूद थे। उनका कहना है कि हादसे में उन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि वे भगवान का शुक्रिया अदा करते हुए कहते हैं कि परिवार के किसी भी सदस्य को कोई हादसे में कोई चोट नहीं आई है। एसडीएम बड़सर प्रदीप कुमार के अनुसार चमबेह गांव में मकान को हुए नुकसान की रिपोर्ट बनाई जा रही है,पीड़ित परिवार की हर सम्भव मदद की जाएगी।