एस.वी.एन. स्कूल कुनिहार की राष्ट्रीय सेवा योजना NSS इकाई द्वारा दिनांक 03/10/2025 से 09/10/2025 तक सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य विद्यार्थियों में सामाजिक जागरूकता, सेवा भावना, नेतृत्व कौशल और जिम्मेदारी की भावना को विकसित करना था। शिविर में 25 स्वयंसेवकों ने भाग लिया और विभिन्न रचनात्मक तथा समाजसेवी गतिविधियों में सक्रिय रूप से सहभागिता की। शिविर की मुख्य गतिविधियों में पहले दिन स्वच्छता अभियान एवं परिचय सत्र में स्वयंसेवकों ने विद्यालय परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में सफाई अभियान चलाया। उसके बाद एक परिचय सत्र में शिविर के उद्देश्यों और अनुशासन पर चर्चा की गई। दूसरा दिन वृक्षारोपण एवं पर्यावरण जागरूकता को समर्पित रहा जिसमें विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया और पर्यावरण विशेषज्ञों द्वारा जागरूकता सत्र का आयोजन हुआ। शिविर का तीसरा दिन स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरूकता पर केंद्रित रहा जिसमें स्थानीय अस्पताल के सहयोग से स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया तथा स्वच्छता किट का वितरण किया गया। शिविर के चौथे दिन साक्षरता अभियान चलाया गया जिसमें स्वयंसेवकों ने पास की बस्तियों में जाकर बच्चों को पढ़ाया और शिक्षा का महत्व बताया। शिविर का पांचवा दिन योग एवं व्यक्तित्व विकास पर केंद्रित रहा हर दिन प्रातः योगाभ्यास के साथ दिन की शुरुआत हुई, इसके बाद तनाव प्रबंधन, नेतृत्व एवं संवाद कौशल पर कार्यशाला आयोजित की गई। शिविर के छठे दिन स्वयंसेवकों ने नजदीकी मंदिर परिसर का दौरा किया, वहाँ प्रार्थना की तथा साथ समय बिताया शिविर के अंतिम दिन एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें नशा मुक्ति थीम पर आधारित नाटक, गीत और नृत्य प्रस्तुत किए गए। चेयरमैन टी.सी. गर्ग ने अपने संदेश में कहा कि आज के युवा ही देश का भविष्य हैं। NSS जैसे कार्यक्रम छात्रों को केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का भी बोध कराते हैं। इस शिविर के माध्यम से विद्यार्थियों ने यह सीखा की सेवा, सहयोग और समर्पण ही सच्चा राष्ट्र निर्माण है। मैं सभी स्वयंसेवकों और कार्यक्रम आयोजकों को इस सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ। NSS का मूल मंत्र 'मैं नहीं, तू' वास्तव में मानवता का सार है। उप् प्रधानाचार्य गुर्प्रीत बाज्वा ने कहा कि यह शिविर विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ है। प्रधानाचार्य पदम नाभम ने बताया कि शिविर के माध्यम से विद्यार्थियों में सेवा, अनुशासन और नेतृत्व की भावना विकसित होती है। हमारी संस्था को अपने स्वयंसेवकों पर गर्व है।" शिक्षक रामेश्वर कुमार ने बताया कि ये शिविर हर साल लगाया जाता है और हर बार कुछ नया करने का प्रयास होता है। NSS प्रोग्राम ऑफिसर दीक्षा भार्गव, राकेश कुमार ने शिक्षा विभाग और विद्यालय प्रबंधन का धन्यवाद किया। इस अवसर पर योगेश कुमार, हरीश, दिशा, रानी, किरण,अरुणा धवन, सुमन ठाकुर, तनुजा शर्मा मौजूद रहे। शिविर का समापन राष्ट्रगान और NSS संकल्प के साथ हुआ। सभी स्वयंसेवक सेवा भावना और नए अनुभवों के साथ इस यात्रा को आगे भी जारी रखने के संकल्प के साथ विदा हुए।
हिमाचल प्रदेश में मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र में आग लगने से दो मंजिला मकान जलकर राख हो गया। यह आग ग्राम पंचायत जुफर कोट के कटगाड़ गांव में बीती रात 1 बजे लगी। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। आग लगने के दौरान परिवार के सभी सदस्य निचली मंजिल में सो रहे थे और ऊपर वाली मंजिल में आग भड़क गई। आग का पता लगते ही ग्रामीणों द्वारा परिवार के सदस्य को पहले सुरक्षित बाहर निकाला गया, जिससे जानी नुकसान नहीं हुआ। इसके बाद ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया, मगर लकड़ी के मकान की वजह से आग तेजी से फैली और आधे घंटे में जलकर राख हो गया। गांव तक सड़क सुविधा न होने की वजह से दमकल वाहन नहीं पहुंच पाए। आग से घर के अंदर रखा सारा सामान, जिसमें फर्नीचर, कपड़े, अनाज, कीमती दस्तावेज और नगदी सब जल गया। स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंच गया है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है। मकान तो रात में जलकर राख हो गया था। मगर लकड़ी के मकान की वजह से इसमें सुबह भी आग की लपटे उठती रही। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार तुलसी राम को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है, ताकि ठंड के मौसम में उन्हें राहत मिल सके।
विश्व शिक्षक दिवस के अवसर पर हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, सप्तसिंधु परिसर, देहरा (इतिहास विभाग) के सहायक प्रोफेसर डॉ. थूकतन नेगी को “इंटरनेशनल टीचर एक्सीलेंस अवार्ड 2025” से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार त्रेतायुग फाउंडेशन (भारत सरकार और नीति आयोग से पंजीकृत संस्था) द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया। डॉ. नेगी हिमाचल प्रदेश के किन्नौर ज़िले के चुल्लिंग गाँव से संबंध रखते हैं। यह उपलब्धि उनके परिवार और पूरे किन्नौर क्षेत्र के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने अपनी एम.ए., एम.फिल. और पीएच.डी. की उपाधि दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की है। डॉ. नेगी ने अमेरिका की नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के दो फुलब्राइट फ़ेलो का शोध मार्गदर्शन भी किया है, जो उनकी शैक्षणिक दक्षता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को दर्शाता है। यह सम्मान उनके समर्पित शिक्षण, शोध एवं छात्र प्रेरणा के लिए दिया गया है। विश्वविद्यालय समुदाय और किन्नौर के लोगों ने डॉ. नेगी को इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही हैं। सिरमौर में भारी बारिश के चलते किसानों, बागवानो तथा आम लोगों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं जिला सिरमौर में लोक निर्माण विभाग के 43 सड़के बंद है। जिससे कि विभाग को एक करोड़ 24 लाख 30 हजार रुपए का नुकसान हुआ है। 43 सड़कों में संगडाह मंडल की 7, शिलाई के 7, नाहन की पांच, राजगढ़ की 10, पांवटा साहिब की एक तथा सराहां की 13 सड़कें बुधवार को बाधित रही। इसकी अतिरिक्त भारी बारिश से रोहित पुत्र चंद देव निवासी भज्जी उपतहसील नराग के पक्के मकान को 50 हजार रुपए का नुकसान हुआ है। भारी बारिश से किसानों की मक्की, लहसुन, मटर, फ्रांसबिन, टमाटर और शिमला मिर्च की फसल को नुकसान हुआ है। वही नाहन कुमारहट्टी शिमला नेशनल हाईवे पर पानवा के समीप करीब 1 घंटे यातायात बंद रहा। यहां पर पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर हाईवे पर आ गए थे। इसके अलावा पूरे रास्ते में जगह-जगह पर छोटे-बड़े पत्थर गिरे हैं, जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। वही बिलासपुर में हुए दुखद हादसे के बाद, नाहन प्रशासन ने तुरंत एक्शन लिया। नाहन विधानसभा क्षेत्र के सबसे बड़े ब्लैक स्पॉट नेहली पर अब लोक निर्माण विभाग ने युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, नाहन वाया जमटा श्रीरेणुकाजी मार्ग को बुधवार शाम तक सभी तरह के यातायात के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यह सुरक्षात्मक कदम इसलिए उठाया गया है, क्योंकि नेहली ब्लैक स्पॉट पर भारी भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। बीते दो दिनों की बारिश के कारण यहाँ की चट्टानें रुक-रुक कर गिर रही थीं, और खतरनाक मलबा तथा चट्टानें कभी भी किसी बड़ी अनहोनी को जन्म दे सकती थीं। इस गंभीर खतरे की स्थिति को भाँपते हुए लोक निर्माण विभाग नाहन ने तुरंत पोकलैंन और अन्य मशीनरी लगाकर चिन्हित किए गए ब्लैक स्पॉट को सुरक्षित करने और खतरनाक चट्टानों को हटाने का कार्य शुरू कर दिया है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आलोक जवनेजा ने बताया कि मौके पर मशीनरी लगाई है और लगातार मालवा गिरने के क्रम को देखते हुए सड़क को सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए प्रशासन की अनुमति से अवरूद्ध कर दिया गया है। उन्होंने आम जनता से सहयोग की अपील की है और बताया कि छोटे वाहन वैकल्पिक मार्ग जमटा वाया बिरला-ददाहू होते हुए श्रीरेणुकाजी आदि क्षेत्रों की तरफ जा सकते हैं। विभाग का लक्ष्य है कि कार्य जल्द से जल्द पूरा हो, ताकि मार्ग को सुरक्षित रूप से खोला जा सके और बिलासपुर जैसे भीषण हादसे की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से बुधवार को विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता परिसर की निदेशक प्रो.सत्यम कुमारी ने की। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सेवा योजना के माध्यम से छात्रों के अन्दर सेवा भाव उत्पन्न होता है, साथ ही छात्र राष्ट्र के उत्थान के लिए चिन्तन करता है। इस अवसर पर कार्यक्रमाधिकारी अमित वालिया ने राष्ट्रीय सेवा योजना की विभिन्न गतिविधियों से छात्रों को अवगत करवाया। अमित वालिया ने राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) द्वारा करवाई जाने वाली आगामी गतिविधियों की जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि शीघ्र ही ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन NSS द्वारा परिसर में करवाया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन योजना के समन्वयक कवि पंकज ने किया।
हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी एडवोकेट विश्व चक्षु ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर विस्फोटक हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का “वोट चोर अभियान” असल में अपने पापों पर पर्दा डालने का पाखंडी नाटक है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस पार्टी ही वोट चोरी के असली सरगना हैं। विश्व चक्षु ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पहले नादौन में विधानसभा चुनाव में वोट डालते हैं और फिर शिमला नगर निगम में अपने पार्षद को वोट देते हैं। उन्होंने तंज कसा “जो खुद दो जगह वोट डालता है, वो दूसरों को ‘वोट चोर’ कहने का नैतिक अधिकार खो चुका है। कांग्रेस का दोहरा चरित्र अब खुलकर सामने आ गया है।” विश्व चक्षु ने बताया कि कांग्रेस मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा के नाम पर दो-दो वोटर कार्ड मिले हैं। उन्होंने कहा, “यह कोई संयोग नहीं, बल्कि कांग्रेस के भीतर चल रहे फर्जी वोट रैकेट का सबूत है। सवाल उठता है क्या राहुल गांधी इस फर्जीवाड़े पर कार्रवाई करेंगे या अपने चहेते नेताओं को बचाते रहेंगे?” उन्होंने राहुल गांधी पर तीखा वार करते हुए कहा कि “देश के गरीबों और वंचितों को चोर कहकर राहुल गांधी ने उनका अपमान किया है। असली चोरी तो कांग्रेस के नेताओं ने की है जनता के वोट, जनता के भरोसे और देश की लोकतांत्रिक भावना की।” विश्व चक्षु ने कहा कि कांग्रेस इसलिए SIR (Secure Identification Register) का विरोध कर रही है क्योंकि उन्हें अपने नकली वोटर खोने का डर सता रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राजनीति ही फर्जी वोटों पर टिकी है, और SIR के लागू होते ही उनका वोट बैंक ध्वस्त हो जाएगा। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के झूठ की पोल खोली उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने साफ-साफ बताया है कि कोई भी वोट ऑनलाइन हटाया नहीं जा सकता, हर वोटर का रिकॉर्ड सुरक्षित रहता है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जनता के बीच झूठ बोलकर देश को गुमराह कर रहे हैं। विश्व चक्षु ने कहा कि कांग्रेस के भीतर वोट चोरी का जो “एटम बम” फूटा है, वह राहुल गांधी की जानकारी और इजाजत के बिना संभव ही नहीं था। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी देश से माफी मांगें। असली वोट चोर वही हैं जो लोकतंत्र की आड़ में फरेब का खेल खेल रहे हैं।
जिला बिलासपुर में झंडूता तहसील के अंतर्गत ग्राम भल्लू में हुई दर्दनाक बस दुर्घटना ने पूरे प्रदेश को स्तब्ध कर दिया है। प्रदेश सरकार में नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने इस अत्यंत दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना न केवल प्रभावित परिवारों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़े सदमे की तरह है, जिसमें कई निर्दोष लोगों की असमय जानें गई हैं। राजेश धर्माणी गत दिवस दिल्ली में एक कार्यक्रम में भाग लेने गए हुए थे। देर रात हादसे की सूचना मिलते ही उन्होंने तुरंत मुख्यमंत्री से दुर्घटना के संबंध में बातचीत की और जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर चलाने के निर्देश दिए। आज प्रातः तकनीकी शिक्षा मंत्री दिल्ली में अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर बिलासपुर पहुंचे। मौके पर पहुंचकर उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों, एनडीआरएफ और पुलिस टीम से राहत एवं बचाव कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। इसके उपरांत उन्होंने बरठीं अस्पताल पहुंचकर अपने परिजनों को खो चुके शोकाकुल परिवारों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार राहत मैनुअल के तहत प्रत्येक प्रभावित परिवार को चार-चार लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह घटना एक प्राकृतिक आपदा है, बावजूद इसके कारणों का पता लगाने के लिए एडीसी की अध्यक्षता में मजिस्ट्रियल जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिजनों के हरिद्वार आने जाने के लिए भी प्रदेश सरकार फ्री बस पास की सुविधा उपलब्ध कराएगी। उन्होंने पीड़ित परिवारों के परिजनों से फ्री बस पास के संबंध में आरएम एचआरटीसी बिलासपुर से संपर्क करने को कहा। इसके अतिरिक्त पीड़ित पात्रों को इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के अंतर्गत भी लाभान्वित किया जाएगा। धर्माणी ने कहा कि यह दुर्घटना सोमवार देर शाम उस समय हुई जब मरोतन से घुमारवीं रूट पर जा रही एक निजी बस भूस्खलन की चपेट में आई। इस भीषण घटना में अब तक 16 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है, जबकि दो बच्चे सुरक्षित बाहर निकाले गए हैं। जिला प्रशासन, पुलिस तथा एनडीआरएफ की टीम ने रातभर चले अभियान में 15 शवों को मलबे से बाहर निकाला, जबकि एक बच्चे का शव आज सुबह बरामद किया गया। उन्होंने विभिन्न गांवों में पीड़ितों के परिजनों से मिलकर सांत्वना प्रकट की तथा मृतकों के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता विवेक कुमार, हिमुडा निदेशक मंडल के सदस्य जितेंद्र चंदेल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश में मानसून विदा होने के बाद अक्टूबर में आसमान साफ रहने की उम्मीद होती है। लेकिन प्रदेश के कई क्षेत्रों में अब भी बारिश का दौर जारी है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है। वहीं, मंगलवार को मंडी जिले में माता शिकारी देवी मंदिर क्षेत्र में सीजन की पहली बर्फवारी होने से पर्यटकों के चेहरे खिल गए हैं। उपमंडल थुनाग की चोटी पर विराजमान माता शिकारी में मंगलवार को सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। पूरे सराज में सोमवार से बारिश का दौर जारी है। मंगलवार दोपहर बाद पारा काम होने से माता शिकारी देवी मंदिर के आस-पास ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है। सराज में बारिश और ऊंची चोटियों पर बर्फबारी से थुनाग उपमंडल समेत मंडी जिला ठंड की चपेट में आ गया है। एसडीएम थुनाग विचित्र सिंह ने शिकारी माता मंदिर में सीजन की पहली बर्फबारी होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि रविवार को भी हवा के साथ फाहे गिरे थे, लेकिन मंगलवार को बर्फबारी हुई है। मौसम के खराब होने पर शिकारी माता मंदिर के ओर क्षेत्रों में न जाएं। क्षेत्र में बढ़ती ठंड और खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन अलर्ट है। खराब मौसम के दौरान ऐसी ऊंची पहाड़ियों की ओर रुख न करें, जिन क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना अधिक है। मंडी जिले की सबसे ऊंची चोटी पर विराजमान माता शिकारी के कपाट हर वर्ष 15 नवंबर के बाद से 4 से 5 मार्च तक के लिए बंद रहते हैं। क्योंकि इसके बाद इस क्षेत्र में बर्फबारी शुरू हो जाती है। एहतियात के तौर पर माता शिकारी देवी के कपाट बंद कर दिए जाते हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे।
जिला पुलिस देहरा के अंतर्गत संसारपुर टैरस पुलिस थाना की टीम ने नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत एक कार सवार व्यक्ति काे 44 ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया है। आराेपी पंजाब का रहने वाला है, जिसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार संसारपुर टैरस पुलिस टीम ने कोटला क्षेत्र में रात्रि गश्त के दौरान नाका लगाया हुआ था। इसी बीच यातायात चैकिंग के दौरान एक कार (एचपी 67ए-5786) को शक के आधार पर रोका गया। जब पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली, तो उसमें सवार व्यक्ति से 44 ग्राम चरस बरामद हुई। आरोपी की पहचान हरजीत सिंह (53) निवासी शावा, जिला गुरदासपुर, पंजाब के रूप में हुई है। पुलिस ने तुरंत आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। एसपी देहरा मयंक चौधरी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले में आगामी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस का अभियान आगे भी जारी रहेगा।
गवर्नमेंट कॉलेज ढलियारा के बी.वॉक. हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म पाठ्यक्रम के मेधावी छात्र अभिकेत राणा ने एडूब्रिज लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड एवं गवर्नमेंट कॉलेज ढलियारा के प्रयासों, अपनी मेहनत, लगन और व्यावसायिक योग्यता के बल पर प्रतिष्ठित ताज होटल चंडीगढ़ में एसोसिएट के पद पर चयनित होकर कॉलेज एवं क्षेत्र का नाम गौरवान्वित किया है। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. अंजू रानी चौहान ने इस उपलब्धि पर छात्र को हार्दिक बधाई दी और कहा कि यह सफलता बी.वॉक. कार्यक्रम के व्यावहारिक एवं कौशल-आधारित शिक्षण की प्रभावशीलता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र न केवल कॉलेज बल्कि हिमाचल प्रदेश के लिए भी प्रेरणा स्रोत हैं। नोडल अधिकारी प्रोफेसर कंचन रणौत ने भी अभिकेत राणा की इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म पाठ्यक्रम छात्रों को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार कर रहा है और इसी का परिणाम है कि विद्यार्थी देश के प्रतिष्ठित होटल श्रृंखलाओं में चयनित हो रहे हैं। कॉलेज के संकाय सदस्यों अशिष देव, प्रशोतम, नितेश कुमार ने भी छात्र को बधाई देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दी। यह उपलब्धि न केवल अभिकेत राणा की व्यक्तिगत सफलता है बल्कि गवर्नमेंट कॉलेज ढलियारा के बी.वॉक. हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म विभाग के उत्कृष्ट प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन का भी प्रतिफल है।
हिमाचल प्रदेश में शिमला जा रही एचआरटीसी की बस औट टनल में दुर्घटनाग्रस्त हुई हैं। बताया जा रहा है कि कुल्लू से शिमला जा रही एचआरटीसी की एक बस बुधवार सुबह औट टनल के अंदर हादसे का शिकार हुई हैं। जानकारी के अनुसार, जैसे ही बस टनल के भीतर पहुंची, चालक बस से नियंत्रण खो बैठा और आगे खड़े एक ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में बस और ट्रक में सवार छह लोग घायल हुए हैं। सभी घायलों को उपचार के लिए सिविल अस्पताल नगवाईं ले जाया गया हैं, जहां उनका इलाज जारी है। राहत की बात यह रही कि सभी को मामूली चोटें आई हैं और कोई गंभीर रूप से घायल नहीं है। सूचना मिलते ही पुलिस थाना औट की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और आगामी जांच जारी है। घायलों की पहचान राम दयाल पुत्र चमारु राम निवासी गांव भड़ोल, डाकघर भराडू, तहसील जोगेंद्र नगर, जिला मंडी, ज्योति प्रकाश पुत्र अच्छर सिंह निवासी गांव शिल्लीखड्ड, डाकघर कुफरी, तहसील पधर, जिला मंडी, खरनु राम पुत्र कौला राम निवासी गांव सिहणु, डाकघर हनोगी, तहसील बालीचौकी, जिला मंडी, राजीब पुत्र अमर नाथ निवासी गांव व डाकघर चांदपुर, तहसील सदर, जिला बिलासपुर (एचआरटीसी चालक), अमर सिंह पुत्र बलिराम निवासी गांव व डाकघर मोड़, तहसील करसोग, जिला मंडी (ट्रक चालक) तथा रमेश लाल पुत्र स्व. श्याम लाल निवासी गांव व डाकघर जिया, तहसील भुंतर, जिला कुल्लू के रूप में हुई है।
रोहड़ू उपमंडल में बुधवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया। यहां खाबल-रोहड़ू रोड़ पर एक बोलेरो गाड़ी अनियंत्रित होकर लगभग 300 फुट गहरी खाई में जा गिरी। इस भीषण हादसे में गाड़ी में सवार 2 युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह दुर्घटना खाबल के समीप हुई। गाड़ी के खाई में गिरने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। बचाव दल ने कड़ी मशक्कत के बाद घायल युवक को खाई से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। इस हादसे में खाबल गांव निवासी विशाल और देनवाड़ी गांव निवासी राजवंश की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। वहीं, घायल युवक की पहचान सोंदाड़ी गांव के कामराज पुत्र सुरेंद्र सिंह के तौर पर की गई है। घायल कामराज को उपचार के लिए रोहड़ू के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए रोहड़ू अस्पताल भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हादसे के असल कारणों की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में अभी तक दुर्घटना के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाया है।
हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले के झंडूता तहसील के अंतर्गत पड़ने वाले गांव भल्लू में सोमवार शाम करीब 6:40 बजे हुए दर्दनाक भूस्खलन हादसे में लापता बच्चे का शव भी बरामद कर लिया गया है। इसके साथ ही इस भीषण हादसे में मरने वालों की कुल संख्या अब 16 हो गई है, जिनमें 11 पुरुष, 4 महिलाएं और 1 बालक शामिल हैं। इसके अलावा, 2 बच्चे 1 लड़का और 1 लड़की को मामूली चोटें आई थीं, जिन्हें एम्स बिलासपुर में उपचार के बाद आज सुबह छुट्टी दे दी गई है, प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखिविंदर सिंह सुक्खू ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है। इसके साथ ही बस हादसे में मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि, बिलासपुर में बहुत दुखद घटना हुई। इस घटना की सूचना जैसे ही प्रशासन से सूचना मिली और मंत्री राजेश धर्माणी जी ने सूचित किया तो तत्काल हमारी सरकार ने कार्रवाई की। दुर्घटनास्थल पर पोकलेन और जेसीबी लगाई गई। इस हादसे में जिन लोगों की जान गई है, उनके परिजनों को 4 लाख रुपए देने की बात कही है। मुआवजे से इन घावों को नहीं भरा जा सकता है, लेकिन आर्थिक मदद के तौर पर ये राशि परिजनों को दी जा रही है।
एस.वी.एन. स्कूल में चल रहे सात दिवसीय NSS शिविर के चौथे दिन वालंटियरों ने विद्यालय के खेल मैदान और शिव गुफा प्रांगण में सफाई अभियान चलाया। विद्यालय प्रधानाचार्य पद्मनाभम ने शिविर की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि यह शिविर 3 अक्तूबर 2025 से प्रारंभ हुआ है, जिसमें कुल 25 NSS वालंटियर भाग ले रहे हैं। शिविर का शुभारंभ विद्यालय अध्यक्ष टीसी गर्ग ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन और कर्तव्य के पथ पर चलने की प्रेरणा दी। चौथे दिन की शुरुआत प्रभात फेरी, योग और ध्यान से हुई। इसके बाद वालंटियरों ने फील्ड वर्क के अंतर्गत शिव गुफा कुनिहार परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया। NSS प्रोग्राम ऑफिसर दीक्षा भार्गव और राकेश कुमार ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य विद्यार्थियों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाना है। दोपहर के सत्र में विद्यार्थियों ने रिसोर्स पर्सन से जीवन व करियर से जुड़ी जानकारी प्राप्त की। बीते दिन केमिस्ट्री लेक्चरर रामेश्वर ने पर्यावरण संरक्षण और मोबाइल की लत से बचने के उपायों पर विचार साझा किए थे। शिविर में प्रतिदिन प्रार्थना, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और समूह गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों में अनुशासन, सामाजिक चेतना और नेतृत्व कौशल का विकास किया जा रहा है। विद्यालय अध्यक्ष और प्रधानाचार्य ने NSS वालंटियरों को जीवन में आगे बढ़ने और समाज सेवा की भावना को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया।
बी.एल. सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार में चल रहे सात दिवसीय एन.एस.एस. कैंप के दूसरे व तीसरे दिन की शुरुआत स्वयंसेवकों ने प्रभात फेरी के साथ की I जानकारी देते हुए विद्यालय अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने बताया की प्रभात फेरी के उपरान्त सभी एन.एस.एस. स्वयंसेवकों ने मार्च पास्ट और शारीरिक क्रियाएं की I उसके उपरान्त एन.एस.एस. स्वयसेवकों द्वारा बनाए गए किट ले आउट का निरीक्षण किया गया I एन.एस.एस. प्रभारी पूनम शर्मा और पुर्शोतम लाल ने बताया कि दोपहर के भोजन के उपरान्त श्रोत व्यक्ति हेम राज गौर प्रधानाचार्य राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार ने सभी स्वयंसेवकों को मानव में मौजूद सात चक्र के द्वारा कैसे आनंद प्राप्त किया जाए उसके बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की I उसके अगले दिन श्रोत व्यक्ति जगदीश अत्री प्रधान ग्राम पंचायत हाटकोट ने भी सभी स्वयंसेवकों को नशा निवारण, नशे के दुष्प्रभाव आदि के बारे में जानकारी साझा की I उसके बाद स्वयंसेवकों ने अपने-अपने समूह में समाज में बढ़ रहे नशे के प्रभाव पर नारा लेखन व वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसके माध्यम से अनेकता में एकता का संदेश दिया गया I विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि शिविर के दौरान सभी स्वयंसेवकों के लिए खाने-पीने व रहने की उचित व्यवस्था की गई है I सभी एन.एस.एस. स्वयंसेवक इस शिविर का भरपूर आनंद ले रहे हैं I
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ज्वालामुखी में चल रहे एनएसएस कैंप के दौरान रविवार को ज्वालामुखी प्रेस क्लब के महासचिव पत्रकार विभु शर्मा ने स्वयंसेवकों को पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों, सोशल मीडिया की भूमिका और सच्चे पत्रकार की जिम्मेदारियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। विभु शर्मा ने कहा कि पत्रकार समाज की आँखें और कान होता है, जो सच्चाई की आवाज़ को जनता तक पहुँचाने का कार्य करता है। उन्होंने बताया कि पत्रकारिता केवल खबर लिखने का नाम नहीं, बल्कि यह एक जिम्मेदारी और समाज सेवा का माध्यम है। उन्होंने कहा कि पत्रकार को निष्पक्ष रहकर समाज के हर तबके की आवाज़ बनना चाहिए। कार्यक्रम में एनएसएस अधिकारी राजेश कुमार, आरती मैडम और विकास धीमान ने मुख्य अतिथि विभु शर्मा का पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर एनएसएस स्वयंसेवकों ने भी कैंप की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। अंत में विभु शर्मा ने कहा कि सच्चा पत्रकार वही है जो सच्चाई की राह पर अडिग रहे, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों। पत्रकारिता समाज का दर्पण है, और एक पत्रकार उस दर्पण को साफ रखने की जिम्मेदारी निभाता है।
लगातार कई दिनों से निकल रही धूप के बाद रविवार सुबह मौसम बदला और बारिश के बाद भरमौर की मणिमहेश कैलाश पर्वत सहित सभी ऊंची पहाड़ियों पर ताजा बर्फबारी हुई। क्षेत्र के चौबिया पास, काली छो पास, इंदरहार पास तथा कुगती पास, सभी सफेद चादर से ढक गए हैं। जिससे हल्की शीतलहर पूरे क्षेत्र में हो गई। मणिमहेश यात्रा के बाद हुई इस बारिश और हिमपात से वर्तमान समय में लोगों को फसलों की कटाई और सर्दियों के लिए अपने मवेशियों को घास इकट्ठा करने के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
राजगढ़ उपमंडल के करगाणू के समीप गिरि नदी में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। स्थानीय लोग जब नदी किनारे पशु चरा रहे थे तो उन्हें पानी के बीच कुछ तैरता हुआ दिखाई दिया। पास जाकर देखने पर पता चला कि वह एक शव है। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस चौकी यशवंतनगर को दी। जानकारी मिलने पर पुलिस दल मौके पर पहुंचा और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। पुलिस ने बताया कि शव की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। मृतक की आयु लगभग 35 से 40 वर्ष के बीच आंकी जा रही है। शव को नागरिक अस्पताल राजगढ़ के शवगृह में रखा गया है। पुलिस ने पहचान व मृत्यु के कारणों की जांच शुरू कर दी है। साथ ही आसपास के थानों को भी व्यक्ति की पहचान के लिए सूचना भेजी गई है।
बिजली बोर्ड ने सर्दियों से पहले शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में मुरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। विद्युत उपमंडल जोग के तहत 6 अक्तूबर को विभिन्न क्षेत्रों में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। इस दौरान 11 के.वी. कच्चीघाटी, 11 के.वी. चिलिंग प्लांट फीडर, 11 के.वी. बाईचड़ी फीडर, 11 के.वी. हाऊसिंग बोर्ड फीडर के तहत विभिन्न क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। इस दौरान महावीर घाटी, कच्चीघाटी, चक्करधार, एशिया डॉन, जियोन होटल और आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। इसके अतिरिक्त बोर्ड कॉलोनी, पावर हाऊस न्यू टुटू, मिल्क प्लांट, रेलवे स्टेशन, बैंकट हॉल, लक्ष्मी नारायण मंदिर, टुटू स्कूल, हीरानगर, फटैची, कनेट, कुटासनी, कंडा, चायली, सैंटर जेल, डाईट शामलाघाट, लडवी, पनेश फगेड़ा, चियोग, धायला और धरेच के आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी।
रविवार सुबह माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर के दर्शन के लिए अमृतसर से रवाना हुए श्रद्धालुओं की थार गाड़ी तलवाड़ा बाईपास पर हादसे का शिकार हो गई। सुबह करीब 5:00 बजे श्रद्धालुओं की गाड़ी दूसरे वाहन को बचाने के प्रयास में सड़क से अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे की आवाज सुनते ही मौके पर स्थानीय लोग पहुंच गए और घायलों को बाहर निकालकर तुरंत 108 एंबुलेंस के माध्यम से सिविल अस्पताल चिंतपूर्णी भेजा गया। इस हादसे में चार श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनकी पहचान मोहित (19), ऋतिक (21), सुमित (18) और कमल दास बरसाना (36) के रूप में हुई है। सभी घायल अमृतसर के निवासी हैं। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। डॉक्टरों के अनुसार सभी को मामूली चोटें आईं और अब उनकी स्थिति पूरी तरह स्थिर है। घटना के संबंध में घायल कमल दास बरसाना ने बताया कि यह सब माता श्री चिंतपूर्णी की कृपा है कि चारों की जान बच गई। हादसा बड़ा था लेकिन हम सभी सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि हालांकि वाहन को काफी नुकसान पहुंचा है, जिसे बाद में क्रेन की सहायता से तलवाड़ा पहुंचाया गया। सूचना मिलने पर चिंतपूर्णी पुलिस थाना से एएसआई राजेश कुमार अपनी टीम सहित तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने रेस्क्यू कार्य में स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सहयोग दिया और घायलों को अस्पताल भिजवाया। इसके बाद थार गाड़ी को क्रेन की मदद से खाई से बाहर निकाला गया।
कुनिहार में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद भागवत महापुराण कथा का रविवार को विधिवत समापन हुआ। सात दिनों तक आयोजित इस भागवत में कथा वाचक आचार्य ओंकार देवरिषि ने अपनी मधुर वाणी से श्रोताओं को कथाओं का श्रवण करवाया। रविवार को कथा के अंतिम दिन कथा वाचक ने गरीब सुदामा ब्राह्मण की कथा का सुंदर वर्णन किया। उसके उपरांत भगवान कृष्ण द्वारा कंस वध तथा अपने माता पिता को कंस के कारागृह से मुक्त करवाने की विस्तृत कथा सुनाई। प्रतिदिन कुनिहार सहित दूर दूर से सैंकड़ों लोग कथा श्रवण के लिए पहुंचे। रविवार को हवन यज्ञ के साथ कथा को विधिवत विराम दिया गया। आयोजकों द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सैंकड़ों लोगों ने मालपुआ व अन्य स्वादिष्ट व्यंजनों का आनन्द लिया। इस अवसर पर राजेश जोशी, अरविन्द जोशी सहित सैंकड़ों श्रोता मौजूद रहे।
हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह छह फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा में लोगों को दर्शन देंगे। 13 अक्तूबर को शिमला के रिज पर वीरभद्र सिंह की कांस्य प्रतिमा का अनावरण होगा। इस अनावरण के दौरान दिल्ली से कांग्रेस का कुनबा भी रिज पर जुटेगा। इस प्रोग्राम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह सहित कई अन्य मंत्री भी शामिल होंगे। इसके अलावा कांग्रेस दिग्गज प्रियंका गांधी, हिमाचल कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल भी उपस्थित होंगे। रिज पर वीरभद्र प्रतिमा की स्थापना के लिए एनओसी से लेकर लोकेशन तय होने तक कई घमासान हुए हैं। प्रतिमा स्थापना को लेकर सबसे बड़ा विवाद 2023 में शुरू हुआ, जब भाजपा सरकार ने रिज पर ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ देने से इनकार कर दिया। कांग्रेस पार्टी में जारी आंतरिक कलह के बीच फरवरी 2024 में वीरभद्र के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वीरभद्र सिंह का निधन 2021 में हुआ है। राजा की छह फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा दिल्ली से शिमला लाई गई है और रिज के दौलत सिंह पार्क में स्थापित की गई है। उधर, डिप्टी सीएम मुकेश अग्रिहोत्री ने बताया कि 13 अक्तूबर को वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। प्रतिमा का अनावरण इससे पहले चार बार स्थगित हो चुका है। प्रतिमा का अनावरण सबसे पहले 23 जून 2023 को वीरभद्र सिंह की जयंती पर निर्धारित था, लेकिन एनओसी विवाद के चलते रुक गया। 23 जुलाई 2023 को दूसरी कोशिश की गई लेकिन यह भी विफल रही। 2025 में नई उम्मीद तब जगी जब 23 जून को तीसरी बार प्लान किया गया, लेकिन कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर इसे 15 जुलाई तक टाल दिया गया। चौथी और अंतिम बाधा भारी बारिश बनी। 15 जुलाई का कार्यक्रम भी स्थगित हो गया था।
ऊना की प्रसिद्ध मिठाई श्रृंखला दयाल स्वीट्स ने शनिवार को अंब में अपना चौथा आउटलेट शुरू किया। महादेव मंदिर कोटला कलां के महंत मंगलानंद महाराज ने रिबन काटकर दयाल स्वीट्स का शुभारंभ किया। इस अवसर पर दयाल स्वीट्स के संस्थापक स्व. लाला हरदयाल को सादर नमन किया गया। वहीं परिवार की मुखिया माता कृष्णा देवी, सीएमडी अश्विनी जेतिक, निदेशक साहिल जेतिक, शिवेन जेतिक व समस्त दयाल स्वीट्स का परिवार उपस्थित रहा। दयाल स्वीट्स की शुरुआत वर्ष 1962 में ऊना से हुई थी। तब से लेकर अब तक यह ब्रांड अपनी शुद्धता, स्वाद और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। ऊना से रक्कड़ कॉलोनी और हमीरपुर तक विस्तार के बाद अब अंब में नया आउटलेट खुलने से ब्रांड की मौजूदगी और मजबूत हुई है। आने वाले समय में घुमारवीं और कांगड़ा में भी आउटलेट खोलने की योजना है। दयाल स्वीट्स के अंब स्थित नए आउटलेट में ग्राहकों के लिए 150 से अधिक प्रकार की मिठाइयां उपलब्ध होंगी, जिनमें पारंपरिक देसी मिठाइयों से लेकर आधुनिक स्वादों का संगम देखने को मिलेगा। साथ ही यहां रेस्टोरेंट सुविधा भी दी गई है, जहां महज 250 रुपये में बुफे सिस्टम के तहत भरपेट भोजन का आनंद लिया जा सकेगा। शादी, विवाह, जन्मदिन और किटी पार्टियों के लिए विशेष हॉल और केटरिंग की व्यवस्था भी की गई है। व्यवसाय के साथ-साथ दयाल स्वीट्स ने रोजगार सृजन में भी अहम भूमिका निभाई है। अंब आउटलेट में 35 लोगों को रोजगार मिला है, जिनमें 70 प्रतिशत कर्मचारी हिमाचल प्रदेश से हैं। महंत मंगलानंद महाराज ने कहा कि दयाल स्वीट्स का सफर यह दर्शाता है कि जब कार्य में निष्ठा, गुणवत्ता और सेवा भाव हो, तो सफलता अपने आप कदम चूमती है। साथ ही उन्होंने दयाल परिवार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनका यह प्रयास आने वाले समय में प्रदेश की पहचान बनेगा और ऊना की मिठास पूरे हिमाचल में फैलेगी। वहीं दयाल स्वीट्स के सीएमडी अश्वनी जैतिक का कहना है कि हमारे लिए दयाल स्वीट्स सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि पीढ़ियों से चला आ रहा विश्वास है। ग्राहकों का प्यार ही हमारी असली पूंजी है। उन्होंने आगे कहा कि अंब में नया आउटलेट खोलना हमारे विस्तार का हिस्सा है, ताकि हम अधिक से अधिक लोगों तक शुद्धता और स्वाद की वही परंपरा पहुंचा सकें, जिसके लिए ऊना का नाम जाना जाता है। इस अवसर पर विधायक सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व विधायक बलवीर चौधरी, राज्य भाजपा सचिव सुमित शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष श्याम मिन्हास, किसान मोर्चा अध्यक्ष धरमिंदर राणा, राज्य भाजपा मीडिया सह संजोयक राज कुमार पठानियाँ, देवभूमि ग्रुप के सीएमडी राजेन्द्र वशिष्ठ, कांग्रेस नेता अविनाश कपीला, डॉ सुभाष शर्मा, प्रदेश युवा कांग्रेस के महामंत्री राघव ठाकुर, वशीर खान, पूर्व विधायक नवीन धीमान, ऊना जनहित मोर्चा के अध्यक्ष राजीव भनोट, कुलदीप ठाकुर, इंदु धीमान, जाकिर हुसैन, कंचन रायजादा, प्रदेश युवा कांग्रेस के महामंत्री राघव ठाकुर, प्रेस क्लब ऊना के अध्यक्ष सुरिंदर शर्मा, प्रेस क्लब के महामंत्री व हिमोत्कर्ष के राज्य अध्यक्ष जतिन्द्र कँवर, भाजपा नेता सुरेश बिट्टू, अश्विनी जैतिक, दीपिका जैतिक, साहिल जैतिक, शिवानी जैतिक, शिवेन जैतिक, खुशी जैतिक, श्रीनिका जैतिक, श्रींयांग जैतिक, पवन जैतिक, शालू, नीरज जैतिक, नीतू, सान्या, प्रेम नाथ, अनमोल, सोनिया, मास्टर ओमप्रकाश, दिनेश गुप्ता, चंदन आंगरा, विपिन सैणी, वनीत, पुनीत सहित अन्य उपस्थित रहे। दयाल स्वीट्स के अम्ब के आउटलेट के खुलने पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने परिवार को शुभकामनाएं दी है वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार दिया गया है यह सबसे अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र आगे बढ़े रोजगार मुहैया करवाए, सरकार हर संभव उद्योगों व निजी क्षेत्र को सहयोग करेंगी। वहीं ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा विक्कू ने भी दयाल स्वीट्स परिवार के नए आउटलेट की बधाई दी है। वहीं चिंतपूर्णी के विधायक सुर्दशन बबलू ने दयाल परिवार को अम्ब में आउटलेट खोलने पर बधाई दी ।
हिमाचल प्रदेश में अगले चार दिनों तक भारी बारिश होने के आसार हैं, जिसकी शुरुआत आज से हो रही है। इस दौरान उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी की भी संभावना है। यह मौसमी बदलाव एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ, और अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी से आ रही उच्च नमी के कारण होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, राज्य में 8 अक्तूबर तक लगातार बारिश का पूर्वानुमान है। बारिश की गतिविधियाँ 5 से 7 अक्तूबर के दौरान सबसे अधिक रहने की संभावना है, जिसमें 6 अक्तूबर को तीव्रता चरम पर होगी। 4 से 7 अक्तूबर के बीच कुछ स्थानों पर 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और ओलावृष्टि होने की भी आशंका है। 5 और 6 अक्तूबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 5 अक्तूबर को कुछ स्थानों पर भारी बारिश और 6 अक्तूबर को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। 7 अक्तूबर को भी कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। 9 अक्तूबर से पूरे प्रदेश में मौसम साफ होने का पूर्वानुमान है।
ऊना की प्रसिद्ध मिठाई श्रृंखला दयाल स्वीट्स ने शनिवार को अंब में अपना चौथा आउटलेट शुरू किया, जिससे इस ब्रांड के मिठास भरे सफर में एक और अध्याय जुड़ गया। महादेव मंदिर कोटला कलां के महंत मंगलानंद महाराज ने रिबन काटकर दयाल स्वीट्स का शुभारंभ किया। इस अवसर पर दयाल स्वीट्स के संस्थापक स्व. लाला हरदयाल जी को सादर नमन किया गया। वही परिवार की मुखिया माता कृष्णा देवी, सीएमडी अश्विनी जेतिक, निदेशक साहिल जेतिक व शिवेन जेतिक व समस्त दयाल स्वीट्स का परिवार उपस्थित रहा। दयाल स्वीट्स की शुरुआत वर्ष 1962 में ऊना से हुई थी। तब से लेकर अब तक यह ब्रांड अपनी शुद्धता, स्वाद और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। ऊना से रक्कड़ कॉलोनी और हमीरपुर तक विस्तार के बाद अब अंब में नया आउटलेट खुलने से ब्रांड की मौजूदगी और मजबूत हुई है। आने वाले समय में घुमारवीं और कांगड़ा में भी आउटलेट खोलने की योजना है। दयाल स्वीट्स के अंब स्थित नए आउटलेट में ग्राहकों के लिए 150 से अधिक प्रकार की मिठाइयां उपलब्ध होंगी, जिनमें पारंपरिक देसी मिठाइयों से लेकर आधुनिक स्वादों का संगम देखने को मिलेगा। साथ ही यहां रेस्टोरेंट सुविधा भी दी गई है, जहां महज 250 रुपये में बफे सिस्टम के तहत भरपेट भोजन का आनंद लिया जा सकेगा। शादी, विवाह, जन्मदिन और किटी पार्टियों के लिए विशेष हॉल और केटरिंग की व्यवस्था भी की गई है। व्यवसाय के साथ-साथ दयाल स्वीट्स ने रोजगार सृजन में भी अहम भूमिका निभाई है। अंब आउटलेट में 35 लोगों को रोजगार मिला है, जिनमें 70 प्रतिशत कर्मचारी हिमाचल प्रदेश से हैं। महंत मंगलानंद महाराज ने कहा कि दयाल स्वीट्स का सफर यह दर्शाता है कि जब कार्य में निष्ठा, गुणवत्ता और सेवा भाव हो, तो सफलता अपने आप कदम चूमती है। उन्होंने कहा कि अंब में इस प्रतिष्ठान का खुलना क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है। इससे लोगों को शुद्ध मिठाइयाँ और स्वादिष्ट भोजन मिलेगा। साथ ही उन्होंने दयाल परिवार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनका यह प्रयास आने वाले समय में प्रदेश की पहचान बनेगा और ऊना की मिठास पूरे हिमाचल में फैलेगी। वहीं दयाल स्वीट्स के सीएमडी अश्वनी जैतिक का कहना है कि हमारे लिए दयाल स्वीट्स सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि पीढिय़ों से चला आ रहा विश्वास है। ग्राहकों का प्यार ही हमारी असली पूंजी है। उन्होंने आगे कहा कि अंब में नया आउटलेट खोलना हमारे विस्तार का हिस्सा है, ताकि हम अधिक से अधिक लोगों तक शुद्धता और स्वाद की वही परंपरा पहुंचा सकें, जिसके लिए ऊना का नाम जाना जाता है। इस अवसर पर विधायक सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व विधायक बलवीर चौधरी, राज्य भाजपा सचिव सुमित शर्मा, ज़िला भाजपा अध्यक्ष श्याम मिन्हास, किसान मोर्चा अध्यक्ष धरमिंदर राणा, राज्य भाजपा मीडिया सह संजोयक राज कुमार पठानियाँ, देवभूमि ग्रुप के सीएमडी राजेन्द्र वशिष्ठ, कांग्रेस नेता अविनाश कपीला, डॉ सुभाष शर्मा, प्रदेश युवा कांग्रेस के महामंत्री राघव ठाकुर, वशीर खान, पूर्व विधायक नवीन धीमान, ऊना जनहित मोर्चा के अध्यक्ष राजीव भनोट, कुलदीप ठाकुर, इंदु धीमान, जाकिर हुसैन, कंचन रायजादा उपस्थित रहे। दयाल स्वीट्स के अम्ब के आउटलेट के खुलने पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने परिवार को शुभकामनाएं दी है वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार दिया गया है यह सबसे अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र आगे बढ़े रोजगार मुहैया करवाए, सरकार हर संभव सहयोग उद्योगों व निजी क्षेत्र को करेंगी। वहीं पर वहीं ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा विक्कू ने भी दयाल स्वीट्स परिवार को नए आउटलेट की बधाई दी है। इस अवसर पर अश्विनी जैतिक, दीपिका जैतिक, साहिल जैतिक, शिवानी जैतिक, शिवेन जैतिक, खुशी जैतिक, श्रीनिका जैतिक, श्रींयांग जैतिक, पवन जैतिक, शालू, नीरज जैतिक, नीतू, सान्या, प्रेम नाथ, अनमोल, सोनिया, मास्टर ओमप्रकाश, दिनेश गुप्ता, चंदन आंगरा, विपिन सैणी, वनीत, पुनीत सहित अन्य उपस्थित रहे।
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा जिसे विजय दशमी भी कहा जाता है, 2 से 8 अक्टूबर तक धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। कुल्लू दशहरे की यह विशेषता है कि पूरे देश में दशहरे का समापन और कुल्लू में आगाज होता है। यहां पर सात दिनों तक मोहल्ला, लंका आदि उत्सवों को मनाते हुए परंपरा का निर्वन होगा। कुल्लू भारत का एकमात्र ऐसा दशहरा मनाया जाता है, जहां विजयदशमी के दिन रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले नहीं जलाए जाते। दशहरा उत्सव के सातवें दिन अर्थात लंका बेकर में अष्टांग बलि के साथ ही तीन झाड़ियों को जलाया जाता है। प्रतीक के रूप में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के मुखौटे जलाए जाते हैं। कुल्लू में श्री राम द्वारा स्वयं अश्वमेध यज्ञ के लिए बनवाई गई अपनी व अर्धांगिनी की मूर्ति हैं, जबकि अयोध्या में राम लला (बाल रूप) की मूर्ति है। कुल्लू में श्री राम की जो मूर्ति है, वह इसरो के मुताबिक साढ़े 17 लाख वर्ष पुरानी मानी गई है। जब भगवान रघुनाथ जी की मूर्ति अयोध्या से पौणीहारी बाबा तथा दामोदर दास ने कुल्लू पहुंचाई थी और राजा जगत सिंह का कुष्ट रोग मूर्ति के चरणामृत को पीने से ठीक हो गया था तब राजा जगत सिंह ने कुल्लू में प्रचलित शैव मत के स्थान पर वैष्णव मत की स्थापना की तब से निरंतर कुल्लू दशहरा का आयोजन होता रहा। आरंभ में रघुनाथ जी की मूर्ति मणिकर्ण लाई गई वहां पर दशहरा होता रहा जो आज भी निरंतर है। मणिकर्ण के बाद मूर्ति नग्गर ले जाई गई, वहां भी दशहरा होता है। उसके बाद जब कुल्लू के सुल्तानपुर में मूर्ति स्थापित की गई तब से दशहरा ढालपुर में मनाया जा रहा है। जिसे आज अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त है। कुल्लू दशहरा में रघुनाथ जी की रथ यात्रा होती है, जिसमें रघुनाथ जी की मूर्ति के साथ रथ में अयोध्या से लाए पुरोहित भी बैठते हैं। रथ को एक निश्चित स्थान पर स्थापित करके दशहरा उत्सव का शुभारंभ किया जाता है। इसमें गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड में शामिल अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कुल्लवी नाटी के साथ लालड़ी जैसे स्थानीय लोक नृत्य भी किए जाते हैं। कुल्लू दशहरा में प्रारंभ में 365 मुआफीदार देवी देवता आते थे, परंतु वर्तमान में 250 के लगभग देवी देवता अपने कारकूनों, बजंतरियों के साथ नाटी डालते हुए आते हैं।
अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान कुल्लू रघुराई में रम गया है। ढालपुर मैदान में पहुंचे देवी-देवताओं की सुबह छह बजे से पूजा का क्रम शुरू होता है। पूजा में सबसे अहम भगवान रघुनाथ की आरती होती है। दिन में चार बार पूजा और सात बार भगवान रघुनाथ जी की आरती की जाती है। दिनभर रघुनाथ जी के अस्थायी शिविर में भजन-कीर्तन और बीच में देवता भी आराध्य के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचते हैं। हालांकि सुल्तानपुर स्थित मंदिर में भी रघुनाथ जी की पूजा और आरती का यही क्रम है। वहां देवी-देवता कभी कभार आते हैं और श्रद्धालु भी कुछ खास नहीं पहुंचते जितने दशहरा के दौरान होते हैं। सुबह सबसे पहले रघुनाथ जी को उठाने के लिए आरती की जाती है। फिर पूजा होती है। इसके बाद स्नान आरती होती है और फिर मध्यन पूजा की जाती है। इसके बाद शयन आरती और सेजा आरती होती है। भगवान रघुनाथ की चौथे पहर की पूजा की जाती है। इसके बाद सायं काल की आरती होती है।इसके बाद अंतिम चुघडी आरती होती है। हर दिन भगवान रघुनाथ जी का आभूषणों और सुंदर वस्त्रों से शृंगार किया जाता है। दशहरा के लिए हर वर्ष रघुनाथ जी के नए वस्त्र तैयार किए जाते हैं। राज परिवार की महिलाएं वस्त्र तैयार करती हैं। हर दिन वस्त्र बदले जाते हैं। शाम को आरती के बाद रघुनाथ जी, माता सीता और हनुमान जी के दर्शन सभी श्रद्धालुओं को करवाए जाते हैं। छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने रघुनाथ जी की पूजा की। बड़ी पूजा यानी स्नान व इसके बाद शृंगार का विशेष महत्व होता है। बड़ी पूजा के बाद भोजन होता है। दशहरा उत्सव में रघुनाथ जी का अस्थायी शिविर आकर्षण का केंद्र रहता है। भगवान रघुनाथ जी प्रतिदिन माता सीता के साथ अस्थायी शिविर में अपने सिंहासन पर विराजमान होते हैं। रघुनाथ जी के दर्शन के लिए श्रद्धालु तो पहुंचते ही हैं, देवी-देवता भी अस्थायी शिविर में आते हैं। पूजा के बाद यहां दिनभर श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते हैं।
कुल्लू दशहरा में तहसीलदार हरि सिंह को देवताओं के अस्थायी शिविर तक देवलुओं द्वारा घसीटने व मारपीट मामले में परिजनों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों के मुताबिक षड्यंत्र के तहत उन्हें तीन साल से निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस और सेक्टर ऑफिसर डयूटी पर थे, इसके बावजूद यह घटना कैसे हुई। तहसीलदार हरि सिंह यादव ने कहा कि, जूते पहनकर देवता के शिविर में जानबूझ कर नहीं गया था। फिर भी देवता से माफी मांगी लेकिन हारियानों ने उनकी बात नहीं सुनी। उन्हें कॉलर और बाजुओं से पकड़कर धक्के मारते, लात-घूंसों से मारपीट की और घसीटकर ले गए। दशहरा को लेकर जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात है लेकिन दो अक्तूबर को प्रदर्शनी मैदान में तहसीलदार के साथ हुई मारपीट की घटना के दौरान कोई भी पुलिस जवान नजर नहीं आया। इस बात को लेकर प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर मौके पर पुलिस होती तो शायद इतना विवाद नहीं होता। तहसीलदार हरि सिंह यादव ने पुलिस थाना कुल्लू में एक नामजद व्यक्ति सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दो अक्तूबर को करीब 12:30 बजे वह छह अन्य कर्मचारियों के उपायुक्त एवं उपाध्यक्ष दशहरा मेला समिति के आदेश पर देवता भृगु ऋषि के अस्थायी शिविर की ओर गए थे। भृगु ऋषि प्रदर्शनी ग्राउंड में जमलू ऋषि के नजदीक बैठते हैं। इस दौरान कुछ हारियान देवता का रथ उठाकर आए और उन्हें घेर दिया। कहने लगे कि आप देवता के शिविर में जूते समेत आ गए थे। तहसीलदार ने कहा कि वह जूते पहनकर शिविर में जानबूझ कर नहीं गए थे। उन्होंने कहा कि उनके साथ गए कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की गई। यह घटनाक्रम रघुनाथ शिविर से जमलू ऋषि तक लगे सीसीटीवी में भी कैद हुई है। सार्वजनिक तौर पर प्रताड़ित कर जान से मारने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि इस बार प्रदर्शनी मैदान के सभी देवताओं को कैनोपी टेंट दिए जा रहे है। इसके लिए 16-16 फीट जगह दी जा रही है। ऐसे में अभी इसी जगह के आधार पर बैठें लेकिन कुछ लोग सुनने को तैयार नहीं हुए। यह देवता पिछले वर्ष दशहरा में नहीं आए थे। आरोप लगाया कि एएसपी और जिला राजस्व अधिकारी सहित ब्यूआरटी के सात से आठ जवान आए लेकिन उनके साथ दुर्व्यवहार जारी रहा। उन्हें देवता और गूर के सामने खड़ा कर गूर के कदमों में झुककर माफी मांगने को मजबूर किया। बीच सड़क पर नाक रगड़ने पर मजबूर किया। उन्होंने मामले की जांच जिला मुख्यालय के बाहर के डीएसपी रैंक के अधिकारी से करवाने की मांग की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुल्लू संजीव चौहान ने कहा कि पुलिस ने बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। देवता भृगु ऋषि के अस्थायी शिविर में तहसीलदार के जूते पहनकर जाने और इसके बाद उनके साथ मारपीट का यह मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है।
ज़िला दण्डाधिकारी सोलन मनमोहन शर्मा ने 10 अक्तूबर, 2025 को करवा चौथ त्यौहार के दृष्टिगत जन सुरक्षा को देखते हुए आवश्यक आदेश जारी किए हैं। यह आदेश मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 115 एवं 117, सड़क नियमन नियम, 1999 के नियम 15 एवं 17 तथा हिमाचल प्रदेश मोटर वाहन नियम 1999 के नियम 184 तथा 196 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जारी किए गए हैं। इन आदेशों के अनुसार करवा चौथ त्यौहार के दृष्टिगत पुराना उपायुक्त कार्यालय चौक से पुराना बस अड्डा सोलन तक, माल रोड सोलन 09 अक्तूबर, 2025 को दिन में 01.00 बजे से रात्रि 08.00 बजे तक तथा 10 अक्तूबर, 2025 को प्रातः 10.00 बजे से रात्रि 08.00 बजे तक सभी प्रकार के वाहनों एवं हाथ गाड़ियों की पार्किंग एवं आवागमन के लिए पूर्ण रूप से बंद रहेगा। आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि रोगी वाहन, अग्निशमन वाहन, सेना, आपातकालीन स्थिति तथा कानून एवं व्यवस्था एवं प्रोटोकॉल के लिए प्रयुक्त वाहनों पर यह आदेश लागू नहीं होंगे।
सीर उत्सव के अवसर पर घुमारवीं में दूसरे दिन नशा, विशेषकर चिट्टा के खिलाफ जन-जागरूकता का संदेश देने के लिए पदयात्रा का आयोजन किया गया। यह पदयात्रा घुमारवीं के अवढाणीघाट स्थित गुग्गा मंदिर से शुरू होकर पुराने बस स्टैंड में समाप्त हुई। इस पदयात्रा का नेतृत्व नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने किया। इस पदयात्रा में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों, महिला एवं युवक मंडलों के प्रतिनिधियों सहित समाज के अन्य लोगों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य समाज में व्याप्त विभिन्न नशों, विशेषकर चिट्टा के खिलाफ जन-जागरूकता फैलाना रहा। इस मौके पर तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि चिट्टा नशा आज युवाओं के जीवन को नष्ट कर रहा है। सभी लोग चिट्टे से बचने का संकल्प लें तथा समाज के अन्य लोगों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि नशे के लिए हमारे बच्चे और युवा इंजेक्शन लगाते हैं तथा नशीली दवाओं का सेवन करते हैं। उन्होंने बच्चों और युवाओं से नशीले पदार्थों से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों में बड़े अंतर्राष्ट्रीय गिरोह संलिप्त हैं जो किसी न किसी तरीके से हमारे युवाओं व बच्चों को नशे के जाल में फंसा रहे हैं। प्रदेश सरकार ऐसे नेटवर्क को तोड़ने के लिए कड़े कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि घुमारवीं पुलिस ने चिट्टा नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए फोरलेन मार्ग पर अवैध रूप से ले जाई जा रही लगभग 500 ग्राम चिट्टे की बड़ी खेप पकड़ी है। इस कार्य के लिए उन्होंने पुलिस विभाग की सराहना की और विश्वास जताया कि भविष्य में भी इसी तरह नशीले पदार्थों के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने चिट्टा के खिलाफ इस लड़ाई में समाज के विभिन्न वर्गों से आगे आने का भी आह्वान किया, ताकि इस अवैध नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा सके। राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश की ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार नशे के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कर रही है। पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट को कड़ाई से लागू करते हुए अब तक लगभग 40 लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई है। साथ ही चिट्टा कारोबार में संलिप्त लोगों की अवैध संपत्तियों को भी जब्त कर नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिट्टे के अवैध करोबार में संलिप्त लगभग 4 से 5 सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है और करीब 60 कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई चल रही है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ पंचायती राज संस्थाएं, विशेषकर महिलाएं, सराहनीय योगदान दे रही हैं। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपने दायित्व को बखूबी निभाते हुए चिट्टा जैसे जानलेवा नशे के संपूर्ण उन्मूलन के लिए मिलकर कार्य करने का आह्वान किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों को नशे, विशेषकर चिट्टे के खिलाफ लड़ने तथा संपूर्ण उन्मूलन की शपथ भी दिलाई।
सीर उत्सव के अवसर पर नागरिक चिकित्सालय परिसर घुमारवीं में बहु-विशेषज्ञ हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया। इस बहु-विशेषज्ञ स्वास्थ्य शिविर में विभिन्न नामी विशेषज्ञ चिकित्सकों ने लोगों को निःशुल्क परामर्श और उपचार प्रदान किया। इस शिविर का शुभारम्भ तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने किया। इस शिविर के आयोजित होने से घुमारवीं क्षेत्र के लोगों को घर-द्वार ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाओं का लाभ मिला है। इस अवसर पर बोलते हुए राजेश धर्माणी ने कहा कि इस मल्टी स्पेशियलिटी हेल्थ कैंप आयोजन का प्रमुख उद्देश्य घुमारवीं व आसपास के लोगों को एक ही स्थान पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध करवाना है ताकि यहां के लोगों को घर-द्वार ही स्वास्थ्य एवं चिकित्सा संबंधी जांच एवं परामर्श उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि इस शिविर में लगभग एक हजार रोगियों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है, जिनमें गैस्ट्रो के लगभग 80, हृदय रोग के 65, हड्डी रोग 115, स्त्री रोग के लगभग 130, मनोचिकित्सा के 30, मेडिसिन के 150, नाक-कान-गला के लगभग 90, बाल रोग के 90, आंखों के 80, चर्म रोग के 115 तथा दंत रोग के लगभग 45 मरीजों की स्वास्थ्य जांच शामिल है। उन्होंने शिविर में अपनी बहुमूल्य सेवाएं प्रदान करने के लिए सभी चिकित्सा विशेषज्ञों का आभार जताया। उन्होंने लोगों से भी इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लेने का आह्वान किया। इस बहु-विशेषज्ञ स्वास्थ्य शिविर में गैस्ट्रोलॉजी के डॉ. बृज लाल शर्मा, हृदय रोग (कार्डियोलॉजी) के डॉ. संजीव शर्मा, हड्डी रोग (ऑर्थोपेडिक्स) के डॉ. भारत भूषण, मनोरोग (साइकियाट्रिक) के डॉ. रवि शर्मा, त्वचा रोग (डर्मेटोलॉजी) के डॉ. सौरभ शर्मा, नेत्र रोग के डॉ. निशांत वर्धन, कान-नाक-गला (ईएनटी) के डॉ. मंजीत सिंह, मेडिसिन के डॉ. विवेक, बाल रोग (पीडियाट्रिक्स) विशेषज्ञ डॉ. अभिनव गौतम और स्त्री रोग (गायनेकोलॉजी) विशेषज्ञ डॉ. दीक्षित राणा ने मरीजों का उपचार किया तथा आवश्यक परामर्श प्रदान किया।
खेतों में काम के दौरान रंगड़ों (जंगली मधुमक्खियों) के झुंड के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी सहित दो महिलाएं घायल हो गईं। यह हादसा शिमला जिला के रामपुर तहसील की जुली पंचायत में हुआ। जानकारी के अनुसार बुधवार शाम करीब पांच बजे जुली गांव के निवासी, 48 वर्षीय कोक चंद पुत्र स्वर्गीय रघुदास अपनी पत्नी मीना देवी और गांव की ही संतू देवी के साथ खेतों में घास काटकर उसे पेड़ पर रख रहे थे। इसी दौरान पेड़ में बने रंगड़ों के छत्ते से अचानक बड़ी संख्या में रंगड़ निकलकर तीनों पर टूट पड़े। अचानक हुए हमले से तीनों किसी तरह जान बचाकर भागे, लेकिन रंगड़ों ने कई जगह काट लिया। परिजन घायलों को तुरंत उपचार के लिए एमजीएमएससी खनेरी अस्पताल ले गए। अस्पताल में उपचार के दौरान कोक चंद की हालत गंभीर हो गई और देर रात उनकी मृत्यु हो गई। जबकि उनकी पत्नी मीना देवी और संतू देवी घायल हैं। पुलिस द्वारा शव का गहन निरीक्षण किया गया, जिसमें पाया गया कि मृतक के शरीर पर बाहरी चोट के निशान नहीं थे, लेकिन रंगड़ों के डंक के गहरे निशान, सूजन और शरीर पर नीले-लाल निशान पाए गए। चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम के बाद स्पष्ट किया कि कोक चंद की मौत रंगड़ों के हमले के कारण हुई।
जिला पुलिस की स्पेशल इन्वैस्टिगेशन यूनिट ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक सफलता हासिल की है। टीम ने जिला मुख्यालय के एमसी पार्क में गश्त के दौरान 2 युवकों को 7.93 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी हमीरपुर जिले के रहने वाले हैं। मामले की पुष्टि करते हुए एसपी ऊना अमित यादव ने बताया कि एसआईयू टीम के एएसआई कमल देव अपनी टीम के साथ मिनी सचिवालय के नजदीक एमसी पार्क में गश्त पर थे। इस दौरान पार्क में मौजूद 2 युवकों की गतिविधियां संदिग्ध लगने पर उन्हें पूछताछ और चैकिंग के लिए रोका गया। तलाशी लेने पर उनके कब्जे से 07.93 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। इस पर टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया। आरोपियों की पहचान अमन कुमार निवासी तरेटी, डाकघर फतेहपुर और साहिल राणा निवासी मण, डाकघर जलाड़ी व तहसील नादौन, जिला हमीरपुर के रूप में हुई है। एसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने दोहराया कि जिले में नशा माफिया को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और इस तरह की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।
चम्बा जिले के एक व्यक्ति की मलाणा में पांव फिसल कर गिरने से मौत हो गई। पुलिस के अनुसार नायब तहसीलदार हेमराज ने सूचना दी कि मलाणा के पास एक व्यक्ति पांव फिसलने के कारण गिर गया है, जिससे उसकी मौत हो गई है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने 8 नेपाली मजदूरों और चम्बा के कुछ लोगों की मदद से शव को कुल्लू पहुंचाया। मृतक की पहचान भारत सिंह (48) पुत्र राम सेन निवासी भिंगा तहसील सलूणी जिला चम्बा के रूप में हुई है। ए.एस.पी. कुल्लू संजीव चौहान ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
वीरवार को कुनिहार के कुणी खड्ड में 18 वर्षीय युवक अमित कुमार की करंट लगने से मौत हो गई। प्राप्त सूचना के अनुसार सिविल अस्पताल कुनिहार से पुलिस थाना कुनिहार को सूचना मिली कि एक व्यक्ति को मृत अस्पताल लाया गया हैं। सूचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची जहां पर मृतक अमित कुमार पुत्र सोहन चौहान निवासी न्यू शिमला रझाना, स्थाई पता आजमगढ़ उतर प्रदेश अस्पताल में मृत पाया गया। मृतक के शव का बारिकी से निरीक्षण इसके परिजनों की मौजूदगी में किया गया तथा परिजनों के हस्ताक्षरित बयान कलमबन्द किये गए। बता दें की वीरवार को अमित कुमार, उसका छोटा भाई, उसके ताया के लड़के मोहन लाल, सनी चौहान, रवि तथा इसका दोस्त इब्राहिम मछली पकड़ने कार न0 CH 01AG 4007 में शिमला से कुनिहार कुणी खड्ड के लिए गए थे। दिन में 1 बजे के करीब वह कुणी खड्ड पहुंचे उसके बाद सभी खेत में थोड़ी देर आराम करने के लिए बैठ गए लेकिन अमित कुमार अपने साथ बिजली की तार लेकर नीचे खड्ड में मछलियाँ देखने के लिए चला गया। सभी खेत में बैठकर अमित कुमार का इंतज़ार करने लगे जब वह बहुत देर तक नहीं लौटा तो सभी उसे देखने के लिए खड्ड में गये जहाँ अमित कुमार पानी में तैर रहा था तथा बिजली की तार साथ में बने पम्प हाउस के स्वीच में लगकर वहीं पानी के साथ साईड में पड़ी थी। अमित कुमार को तुरंत कुनिहार अस्पताल में ईलाज के लिए पहुँचाया गया, जहां पर डॉक्टर ने चैक करने के उपरान्त अमित को मृत घोषित कर दिया। डी.एस.पी. सोलन अशोक चौहान ने बताया कि पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर लिया गया है और आगामी कार्यवाही की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
भाजपा हो या कांग्रेस प्रदेश के सभी 68 विधायक प्रदेश को लूट रहे है इनकी लंका का दहन देव भूमि पार्टी 2027 में करेगी, यह बात राष्ट्रीय देव भूमि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष रूमित सिंह ठाकुर ने कुनिहार के पुराने बस अड्डे पर मीडिया से कही। दशहरे वाले दिन रूमित सिंह ठाकुर की अगुवाई में प्रदेश के 68 विधायकों का पुतला दहन का कार्यक्रम राष्ट्रीय देव भूमि पार्टी द्वारा कुनिहार के पुराने बस अड्डे पर रखा गया था। सुबह से ही भारी संख्या में पुलिस बल कुनिहार के पुराने बस अड्डे पर तैनात था। सुबह साढ़े 11 बजे के करीब देव भूमि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष रूमित सिंह ठाकुर व कुछ अन्य लोग कुनिहार के पुराने बस अड्डे पर पुतला दहन को लेकर पहुंचे जैसे ही यह लोग पुतला जलाने का प्रयास करने लगे तो पुलिस व रूमित सिंह ठाकुर के बीच पुतले को लेकर खूब छीना झपटी हुईं और पुलिस ने पुतले को छीन कर देव भूमि पार्टी के प्रयास को विफल कर दिया। इसके बाद पार्टी सदस्यों ने भाजपा व कांग्रेस के 68 विधायकों के खिलाफ खूब नारे बाजी की। रूमित सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस व भाजपा के सभी विधायक प्रदेश को लूट रहे है। आज हमने इनकी लंका दहन का विगुल बजा दिया है। 2027 में इनकी पूर्ण लंका का दहन राष्ट्रीय देव भूमि पार्टी करेगी। उन्होंने कहा कि यह दोनों पार्टियां 5 साल सत्ता में रहकर प्रदेश की जनता को मूर्ख बनाती आ रही है, जो अब प्रदेश में सहन नहीं होगा।
राजधानी शिमला में सेब से महंगा मटर बिक रहा है। मटर के दाम 200 रुपए प्रति किलो पार हो गए हैं, जबकि गत वर्ष मटर अधिकतम 190 रुपए प्रति किलो बिका था। हालांकि इस बार अभी मटर की क्वालिटी भी उतनी अच्छी नहीं है। मटर के अधिक दाम होने का कारण पैदावार कम होना है। बुधवार को ढली मंडी में ठियोग क्षेत्र से मटर की खेप पहुंची थी। यह मटर थोक में 205 रुपए प्रति किलो बिका। इससे सब्जी उत्पादकों को लाभ हुआ है, जबकि सेब को अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं। सेब 500 से 1600 रुपए पेटी बिका है। इससे बागवानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। राज्य में इस बार भारी व लगातार बारिश ने जहां तबाही मचाई है, वहीं किसानों व बागवानों को भी नुकसान उठाना पड़ा है। भारी बारिश के कारण किसानों की सब्जी तबाह हो गई है। इससे मंडी में बहुत ही कम सब्जी पहुंच रही है। कई दिनों के बाद शुक्रवार को ढली मंडी में मटर पहुंचा। बहुत अच्छी क्वालिटी का न होने के बावजूद मटर 205 रुपए प्रति किलो की दर से बिका। इसके अलावा फ्रासबीन 50 से 60 रुपए प्रति किलो, शिमला मिर्च 55 से 60 रुपए प्रति किलो और बंद गोभी 25 से 26 रुपए प्रति किलो बिकी। ढली मंडी के आढ़ती नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि इस बार मटर 200 के पार चला गया है। जब मटर का सीजन रफ्तार पकड़ेगा तो इसके दाम 300 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारी बारिश व बाढ़ के कारण सब्जियों को नुकसान हुआ है। इस वर्ष ढली मंडी में गत वर्ष की तुलना में 40 से 60 फीसदी कम सब्जियां पहुंची हैं।
हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के नैनाटिक्कर ढंगयार सड़क पर दूल्हे के साथ बरात में जा रहे लोगों की कार दुर्घटनाग्रस्त हुई। ये हादसा किला कलाच के समीप वीरवार सुबह करीब 9:00 बजे के आसपास हुआ। इस कार में सवार पांच लोगों में से दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से तीनों घायलों को एमएमयू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल सुल्तानपुर रेफर किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोलन जिला के अर्की उपमंडल के घेणा भूमती गांव से शादी की बरात पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के ढंगयार जा रही थी। जब बरात नैनाटिक्कर ढंगयार सड़क के पास पहुंची तो तो किला कलाच के समीप कार नंबर एचपी 11ए 3859 अनियंत्रित होकर करीब डेढ़ सौ मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में वीरेंद्र और लीला दत्त की मौके पर मौत हो गई, जबकि चालक केशव, जयदेव तथा कमलचंद घायल हैं। जयदेव तथा केशव की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। पच्छाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हादसे की जांच शुरू कर दी है।
कुल्लू जिले में देव महाकुंभ अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव का आज भगवान रघुनाथ जी की भव्य रथ यात्रा के साथ आगाज होगा। यह उत्सव दो से आठ अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इस भव्य देव-मानस मिलन के लिए जिले भर से देवी-देवताओं के पहुंचने का क्रम जारी हैं। देवी-देवताओं के इस दशहरा उत्सव महाकुंभ का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल शाम को लाल चंद प्रार्थी कला केंद्र में करेंगे। जबकि समापन अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्य अतिथि रहेंगे। दो से आठ अक्टूबर तक सात दिनों से कुल्लू में देवधुन से घाटी सरावोर होगी। सात अक्टूबर को लालड़ी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री भी भाग लेंगे। इस दौरान 7 अक्टूबर तक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा, जिसमें प्रतिदिन प्रदेश के लोक गायक कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इस बार बॉलीवुड और विदेशी कलाकार को आमंत्रित नहीं किया गया है। कुल्लू के ढालपुर में दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए देवी देवताओं के पहुंचने का क्रम दोपहर बाद से जारी हो जाएगा। बुधवार को 150 से अधिक देवी-देवता वाद्य यंत्रों की स्वर लहरियों के साथ कुल्लू के ढालपुर मैदान में पहुंचे। वीरवार सुबह देवी-देवता देव परंपरा का निर्वहन करने के लिए भगवान रघुनाथ जी से मिलने सुल्तानपुर स्थित रघुनाथ के मंदिर में जाकर शीश नवाएंगे। लगभग दो बजे के बाद भगवान रघुनाथ जी को ढोल-नगाड़ों की थाप पर मंदिर से कड़ी सुरक्षा के बीच ढालपुर स्थित रथ मैदान तक लाया जाएगा। इसके बाद रथ यात्रा में भाग लेने के लिए रथ मैदान में आते हैं। रथ मैदान से भगवान रघुनाथ जी को रथ में बिठाकर सैकड़ों लोग इसकी डोर को स्पर्श कर ढालपुर के अस्थाई मंदिर तक लाया जाएगा। यहां सजाए गए अस्थाई भव्य दरबार में भगवान रघुनाथ विराजमान होंगे। दो से आठ अक्टूबर तक सुबह-शाम यहीं पर भगवान रघुनाथ की उनके छड़ीबरदार महेश्वर सिंह विधिवत पूजा अर्चना करेंगे। हर दिन देव और मानव यहीं पर भगवान के आगे शीश नवाएंगे। कुल्लू में अभी तक 150 से अधिक देवी देवता पहुंच चुके हैं अभी आने का क्रम लगातार जारी है। दशहरा उत्सव में 365 साल के बाद आनी के तांदी से देवता कुईकांडा नाग पहुंचे हैं। इससे पहले यह देवता दशहरा उत्सव में पहली बार 1660 में कुल्लू दशहरा उत्सव में आए थे। इसके अलावा आनी से देवों के देव गढ़पति शमशरी महादेव, जोगेश्वर महादेव सहित खुडीजल देवता दशहरा उत्सव में भाग लेने को पहुंचे हैं।
बी.एल. पब्लिक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुनिहार में 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक "स्वच्छता ही सेवा" पखवाड़ा मनाया जा रहा हैं I जिसमें छात्रों ने स्वच्छता शपथ लेने, व्यक्तिगत स्वच्छता दिवस मनाने, कूड़ा प्रबंधन पर जागरूकता फैलाने, और "स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत" का संदेश घर-घर पहुंचाने जैसी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस दौरान एन.एस.एस., एन.सी.सी, स्काउट एंड गाइड, इको क्लब इकाईयों के छात्रों ने स्वच्छता की शपथ ली और स्कूल परिसर व आस-पास के क्षेत्रों में स्वच्छता रैली निकाली। छात्रों को नाखून काटना, हाथ धोना और सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता बनाए रखने के महत्व के बारे में जानकारी दी। छात्रों ने रैली के माध्यम से लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया और कूड़ा इधर-उधर न फैलाने की अपील की। छात्रों ने स्कूल परिसर, और आस-पास के क्षेत्रों की सफाई की। छात्रों ने स्वच्छ भारत के महत्व को दर्शाते हुए पेंटिंग, पोस्टर, स्लोगन लेखन इत्यादि गतिविधियों में भाग लिया। इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने सभी इकाईयों व अन्य छात्रों में सामाजिक जिम्मेदारी, पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्वच्छता के प्रति व्यवहार में बदलाव लाना और उन्हें स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। स्वच्छता पखवाड़ा की सभी गतिविधियां एन.एस.एस प्रभारी पूनम शर्मा व पुर्शोतम लाल, ए.एन.ओ., एन.सी.सी अमर देव, स्काउट एंड गाइड प्रभारी पिंकी कुमारी, इको क्लब प्रभारी दिनाक्षी ठाकुर की देख रेख में करवाई गई I इस अवसर पर विद्यालय उप-प्रधानाचार्य और मुख्यध्यापिका सुषमा शर्मा भी मौजूद रहे I
वरिष्ठ नागरिक मंच देहरा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध जन दिवस बुधवार को होटल अन्न पूर्णा में धूम धाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर्नल जसवंत सिंह सिपहिया द्वारा की गई। कार्यक्रम में सेवा निवृत्त DIG जोगिंद्र सिंह चमियाल तथा मंच के संस्थापक रोशन लाल कंवर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहें। मंच द्वारा 72 साल से अधिक आयु के 35 वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर 90 साल से अधिक आयु के चंदू लाल सूद तथा किशोरी लाल सूद भी उपस्थित रहें। इस अवसर पर मंच के प्रधान जगदीश चन्द आजाद, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूपेश उप्पल तथा सचिव ओंकार सिंह सिपहिया द्वारा संस्था की गतिविधियों से सदस्यों को अवगत करवाया गया।
सर्वोदय ग्राम कल्याण समिति थिल्ल द्वारा थिल्ल में बड़ी धूम-धाम से दशहरा उत्सव का शुभारंभ किया गया जिसमें बतौर मुख्यातिथि ज्वालामुखी उपमंडल अधिकारी डॉ. संजीव कुमार शर्मा मौजूद रहें। इस दौरान सोसाइटी के समस्त सदस्य और समाज सेवी ओंकार चंद निवासी धार चौकी और पूर्व प्रधान ग्राम पंचायत थिल्ल विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस उत्सव में स्थानीय कलाकारों द्वारा और छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुतियां दी गई। इसके साथ ही मुख्यातिथि द्वारा सांस्कृतिक झांकी की स्थानीय क्षेत्र के लिए रवानगी की गई।
कुल्लू दशहरा उत्सव की सदियों पुरानी देव परंपराओं का निर्वहन करने के लिए देवी हिडिंबा बुधवार को कुल्लू के लिए रवाना हो गई हैं। मान्यता है कि देवी के बिना दशहरा उत्सव का आगाज नहीं होता। देवी हिडिंबा का इस उत्सव में विशेष महत्व है।आज सुबह विधिवत पूजा अर्चना के बाद ढुंगरी हिडिंबा मंदिर से देवी की ऐतिहासिक शोभायात्रा शुरू हुई। सैकड़ों हारियान और कारकून रथयात्रा के साथ निकले। दशहरा देवी हिडिंबा के आगमन के बाद ही शुरू होता है। सात दिन तक चलने वाले उत्सव के दौरान देवी कुल्लू स्थित अस्थायी शिविर में रहेंगी। शाम को माता हिडिंबा रामशीला स्थित हनुमान मंदिर पहुंचेंगी। हनुमान मंदिर मे रात्रि ठहराव के बाद माता वीरवार सुबह रघुनाथ मंदिर को जाएगी। सदियों पुरानी देव परंपरा का निर्वहन करने के बाद दोपहर बाद भगवान रघुनाथ जी की रथयात्रा में भाग लेंगी। पहले दिन देवी हिडिंबा का रथ कुल्लू के अधिष्ठाता भगवान श्री रघुनाथ मंदिर और कुल्लू राजमहल पहुंचेगा। राज परिवार की ओर से यहां अश्व पूजा होगी। सात दिन तक अस्थायी शिविर में रहने के बाद अंतिम दिन लंका दहन के पश्चात ही देवी वापस आएंगी। हिडिंबा माता के गुर देवी चंद ने बताया कि माता आज रात कुल्लू पहुंचेंगी और सुबह देवी का स्वागत होगा। रामशिला में देवी हिडिंबा को निमंत्रण देने के लिए भगवान रघुनाथ की ओर से छड़ी आएगी। यहां से देवी भगवान रघुनाथ के मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगी। देवी हिडिंबा के अलावा ऊझी घाटी से दर्जनों देवी-देवता दशहरा में भाग लेने के लिए आज ही रवाना हुए।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड सोलन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 03 अक्तूबर, 2025 को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी अतिरिक्त अधीक्षण अभियंता सोलन राहुल वर्मा ने दी। राहुल वर्मा ने कहा कि 03 अक्तूबर, 2025 को प्रातः 10.00 बजे से प्रातः 10.30 बजे तक तथा सांय 03.00 बजे से सांय 03.30 बजे तक सेंटर प्राईम मॉल (हवेली), शांडिल निवास, सेंट ल्यूक्स स्कूल, एस.आई.एल.बी., जौणाजी रोड, नडोह धाली, शक्ति नगर, क्षेत्रीय अस्पताल, शिल्ली रोड, मोहन कॉलोनी, शूलिनी माता मंदिर, दुर्गा क्लब, नरसिंह मंदिर, अस्पताल मार्ग, चौक बाज़ार, गंज बाज़ार, मधुबन कॉलोनी, कोटला नाला, ऑफिसर्स कॉलोनी, साहनी कॉपलेक्स, ठोडो मैदान, लक्कड़ बाज़ार, राजगढ़ रोड़, नगर निगम, डांग कॉपलेक्स, सर्कुलर रोड, रैनॉल्ट शो रूम, जवाहर पार्क, हरि मंदिर, धोबी घाट तथा आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि 03 अक्तूबर, 2025 को ही प्रातः 10.00 बजे से सांय 03.30 बजे तक शर्मा बैंकट हॉल के समीप जौणाजी रोड़, शूलिनी नगर तथा आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि मौसम तथा अपरिहार्य कारणों से उक्त समय व तिथि में परिवर्तन किया जा सकता है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों के उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
HRTC से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 30 तारीख बीतने के बाद भी मासिक पेंशन नहीं मिली है। मासिक पेंशन न मिलने से पेंशनर खासे नाराज हैं। दूसरी तरफ निगम प्रबंधन अपने वित्तीय स्थिति का रोना रो रहा है। निगम के पास जो बजट था, उससे 65 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनरों को मासिक पेंशन जारी कर दी। हालांकि ये पेंशन शिमला, मंडी सहित कुछ स्थानों पर ही मिली। कुछ को पेंशन मिली ही नहीं भले ही उनकी उम्र 65 वर्ष से अधिक क्यों न हो गई हो। निगम प्रबंधन के इस रवैये से पेंशनर खासे नाराज है। उन्होंने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। 15 अक्तूबर को एचआरटीसी पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले निगम मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद पेंशनर सचिवालय जाएंगे व वहां पर भी प्रदर्शन करेंगे। एसोसिएशन के सचिव राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि इसको लेकर निगम प्रबंधन को ज्ञापन भेज दिया है। इसके लिए उन्होंने चालक, परिचालक सहित अन्य यूनियनों का भी सहयोग मांगा है। पेंशनरों ने सरकार को चेतावनी दी कि उनकी मांगों को नहीं माना जाता तो वह आने वाले दिनों में अपने आंदोलन को तेज करेंगे। पेंशनरों का आरोप है कि उन्हें पिछले करीब एक साल से समय पर पेंशन नहीं मिल रही है। अगस्त महीने में भी पेंशनरों को 30 तारीख को मासिक पेंशन मिली थी। इस बार तीस को भी सभी पेंशनरों को पेंशन नहीं मिल पाई है। पेंशनरों का कहना है कि पिछले दो सालों से चिकित्सा बिलों का भुगतान नहीं हुआ है और एरियर व डीए का भुगतान भी लंबित है। लंबित भत्ते तो दूर की बात अब निगम प्रबंधन द्वारा पेंशनरों को निर्धारित समय पर पेंशन की अदायगी नहीं की जा रही है। एचआरटीसी को हर महीने 23.50 करोड़ मासिक पेंशन के लिए चाहिए होते हैं। पेंशनरों की संख्या करीब 8500 हैं। राज्य सरकार हर महीने एचआरटीसी को ग्रांट इन एड जारी करती है। इस महीने 56 करोड़ का बजट सरकार ने निगम को दिया था। इसमें से 46 करोड़ वेतन पर खर्च हो गए हैं। निगम ने सरकार से 12.60 करोड़ की अतिरिक्त ग्रांट मांगी थी। लेकिन सरकार ने केवल एक करोड़ दिया। निगम ने यह बजट वापिस कर अतिरिक्त ग्रांट मांगी है ताकि पेंशनरों की मासिक पेंशन जारी की जा सकें।
हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सदर क्षेत्र में कटिंडी गांव में दिनदहाड़े 11 लाख रुपये की चोरी हुई। जिस समय चोरी हुई घर की महिला बुजुर्ग खेत गई थी और बहू शादी में गई थी। बताया जा रहा है कि निर्मला देवी अपनी बहू के साथ रहती है। इनका घर गांव से किनारे पर अकेला है और इनका बेटा बाहर नौकरी करता है। घर अकेला होने का फायदा चोरों ने उठाया। उन्होंने पहले मकान की रेकी कर रखी थी। निर्मला देवी की बहू सोमवार को शादी समारोह में गई थी और खुद बुजुर्ग महिला खेतों में। जब वह वापस आई तो उसने देखा कि घर के मुख्य गेट की ग्रिल का बड़ा ताला टूटा था। उन्होंने इसकी सूचना अपनी बहू पल्लवी को दी। जब बहू घर आई तो अंदर जाकर देखा तो तीन बेडरूम में रखी अलमारियों व लाॅकर को भी चोरों ने तोड़ डाला था। चोरों ने इनमें रखे दो मंगलसूत्र, तीन जोड़ी झुमके, तीन अंगूठियां, नौ नथ, एक टीक, एक क्लिप, दो जोड़ी कांटे, चांदी की ब्रेस्लेट, पायलें तीन जोड़ी तथा 22000 रुपये कैश गायब था। इसकी कुल लागत 11 लाख रुपये बनती है। बहू ने इसकी सूचना पुलिस को दी। कटिंडी में दिन दिहाड़े चोरी होने पर लोगों में भी दहशत का माहौल बना हुआ है। वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन आरंभ कर दी है। एसएचओ पद्धर सौरभ ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द चोरों को पकड़ लिया जाएगा।
द लॉरेंस स्कूल सनावर में तीन दिन से चल रही बॉलीवुड फिल्म धुरंधर की शूटिंग सोमवार शाम खत्म हो गई। शूटिंग खत्म होते ही बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह स्कूल के खेतरपाल स्टेडियम में बच्चों के बीच पहुंचे। रणवीर सिंह ने छात्रों के साथ संवाद किया और बच्चों के साथ फिल्मी गाने पर झूमते भी नजर आए। सनावर में धुरंधर फिल्म का निर्देशन आदित्य धर ने किया। इस दौरान उनकी पत्नी अभिनेत्री यामी गौतम भी सनावर पहुंची थी। इस अवसर पर द लॉरेंस स्कूल सनावर के प्रधानाचार्य हिम्मत सिंह ढिल्लों ने कहा कि लॉरेंस स्कूल न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता और छात्रों के समग्र विकास के लिए जाना जाता है बल्कि सनावर के पर्यावरण एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए भी प्रसिद्ध है। यही अनूठा वातावरण स्कूल परिसर को फिल्म उद्योग के लिए आकर्षक बनाता है। उन्होंने अभिनेता रणवीर सिंह को सम्मानित भी किया। स्कूल के पीआरओ आरएस चौहान ने कहा कि धुरंधर फिल्म की शूटिंग तीन दिन तक परिसर में चली। उन्होंने बताया कि लॉरेंस स्कूल सनावर लंबे समय से कई बॉलीवुड हस्तियों के लिए पसंदीदा संस्थान रहा है। पिछले कुछ सालों में सनावर फिल्म इंडस्ट्री के लिए विशेष रूप से उभरा है। साथ ही यहां पर मेघदूत, क्रैकडाउन, बंदिश बैंडिट, धुरंधर व अन्य कई फिल्मों व वेबसीरीज की शूटिंग हुई है।
प्राकृतिक आपदा की मार झेल चुके कुल्लू में दो दिन बाद सबसे बड़ा देव महाकुंभ दशहरा उत्सव शुरू होने वाला है। यह दशहरा उत्सव 2 अक्तूबर से 8 अक्तूबर तक धूमधाम से मनाया जाएगा। वहीं आपदा को भूलकर देव समाज भी महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस बार 300 से ज्यादा देवी-देवताओं को कुल्लू दशहरा उत्सव के लिए न्योता दिया गया है। दो अक्तूबर से शुरू हो रहे उत्सव के लिए सोमवार को दूरदराज के इलाकों के देवी देवता अपने देवालयों से निकल चुके हैं। हालांकि, इस बार उत्सव में न तो बॉलीवुड गायकों की महफिल सजेगी और न ही विदेशी कलाकार अपनी संस्कृति की छटा बिखेरते नजर आएंगे। सात संध्याओं में हिमाचल के कलाकार ही रंग जमाएंगे। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू को भी न्योता दिया गया है। दशहरा उत्सव के लिए आउटर सिराज के देवता खुडीजल महाराज, कोट पझ़ारी, जोगेश्वर महोदव, कुईकंडा नाग और टकरासी नाग पूरे लाव लश्कर के साथ उत्सव में शिरकत करेंगे। खुडीजल इस बार रघुपुर घाटी के गांव फनौटी व जलोड़ी दर्रा होकर आए हैं। इससे पहले देवता वाया गाड़ागुशैणी होकर आते थे। वहीं, खनाग से अधिष्ठाता कोट पझ़ारी सैकड़ों साल बाद आ रहे देवता कुईकंडा नाग भी दशकों बाद कुल्लू आ रहे हैं। ये सभी देवता 150 से 200 किमी दूर से आ रहे हैं। सोमवार को आउटर सराज आनी के साथ बंजार और सैंज इलाके से करीब 20 देवी देवता कुल्लू दशहरा के लिए निकल पड़े हैं। सभी देवताओं की सुरक्षा का जिम्मा स्थानीय पुलिस थाना व चौकी का होगा। कारदार शेर सिंह ठाकुर, भागे राम राणा, अमर सिंह ने कहा कि सभी देवता कुल्लू दशहरा में भाग लेने के लिए अपने अपने देवालयों से निकल गए हैं। भगवान रघुनाथ के सम्मान में मनाए जाने वाले कुल्लू दशहरा में इस बार आउटर सिराज यानी आनी-निरमंड से 16 देवता भाग लेंगे। इनमें खुडीजल महाराज, शमशरी महादेव, व्यास ऋषि, कोट पझारी, जोगेश्वर महादेव, कुईकंडा नाग, टकरासी नाग, चोतरु नाग और बिशलू नाग शामिल है। वहीं, निरमंड से देवता चंभू उर्टू, देवता चंभू रंदल, देवता चंभू कशोली, देवता शरशाई नाग, कुई कंडा नाग घाटू, भुवनेश्वरी माता दुराह, सप्तऋषि थंथल भी कई वर्षों से भाग ले रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में बहुचर्चित अंशिका हत्याकांड में पुलिस ने आरोपी प्रवेश कुमार की निशानदेही पर भिंडला गांव के पास घने जंगल से हत्या में इस्तेमाल चाकू और रस्सी बरामद कर लिए हैं। बरामद हथियारों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि मामले में पुख्ता सबूत जुटाए जा सकें। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी प्रवेश ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि सबसे पहले उसने अंशिका का गला रस्सी से दबाकर हत्या की कोशिश की। आरोपी को लगा कि अंशिका की मौत हो गई है लेकिन थोड़ी देर बाद वह होश में आ गई। तब अंशिका ने बोला कि ये क्या कर रहे हो, तब आरोपी ने बोला- अब सब कुछ खत्म। फिर आरोपी ने पास रखे चाकू से अंशिका का गला काटने का प्रयास किया लेकिन वार पूरी तरह सफल नहीं हुआ। फिर उसने अपने साथ लाए दूसरे चाकू से गला काटकर वारदात को अंजाम दिया। फिर बाइक से पेट्रोल निकाल कर शव को आग के हवाले कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी घर लौटते समय भिंडला के पास घने जंगल में हथियार और रस्सी फेंक कर चला गया। पुलिस की जांच के दौरान इससे पहले घटनास्थल से अंशिका का क्षतिग्रस्त मोबाइल, टूटी हुई सिम बरामद हो चुकी है। एएसपी सुरिंद्र शर्मा ने कहा कि इस केस में हर संदर्भ से जांच की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में पथ परिवहन निगम की बस दुर्घटनाग्रस्त हुई है। जिला सिरमौर के राजगढ़ उपमंडल के धाली डिब्बर से यह बस शिमला जा रही थी। मंगलवार सुबह 8 बजे के करीब बस का पट्टा टूटने के कारण यह दुर्घटनाग्रस्त हुई। ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए बस को पहाड़ी से टकराकर सड़क पर पलटा दिया। जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। यदि बस खाई की तरफ असंतुलित हो जाती तो बड़ा नुकसान हो सकता था। बस में आठ यात्री सवार थे। बस हादसे में चालक और परिचालक सहित महिला को चोटें आई हैं। अन्य लोगों को मामूली चोटें लगी हैं। घायलों को स्थानीय लोग अस्पताल ले गए हैं। हादसे के बाद सड़क के दोनों ओर लंबा जाम लग गया। पुलिस व प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। सड़क खुलवाने के लिए क्रेन मंगवाई गयी जिससे जल्द सड़क बहाल कर दी जाएगी।