एशियाई कबड्डी महासंघ (एकेएफ) ने जनवरी 2026 में मलेशिया में आयोजित होने वाली एशियन सर्कल स्टाइल कबड्डी पुरुष और महिला चैंपियनशिप के आयोजन के लिए सफलतापूर्वक एक तैयारी बैठक की। बैठक की अध्यक्षता एशियन कबड्डी फेडरेशन के महासचिव मोहम्मद सरवर राणा, एशियन सर्कल कबड्डी कमेटी के सम्मानित अध्यक्ष गुलाब सिंह सैनी और एशियन सर्कल स्टाइल कमेटी के महासचिव कुलदीप दलाल ने की। इसके अतिरिक्त राजेंद्र सिंह सैनी( हिमाचल), गुरदीप सिंह (बिट्टी), और अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी कोच नरिंदर राणा सहित प्रतिष्ठित सदस्यों और प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। मलेशिया के कबड्डी एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व इसके अध्यक्ष पीटर ने किया, जिसमें प्रमुख स्थानीय कबड्डी क्लबों के अधिकारी और प्रतिनिधि शामिल थे। पंजाबी स्पोर्ट्स क्लब मलेशिया, गग्गी लोपोन कबड्डी अकादमी मालवा, शेर ए पंजाब, संदीप नांगल अंबिया कबड्डी क्लब, बिट्टू दुग्गल कबड्डी क्लब, मझैल भाई कबड्डी क्लब और अन्य कबड्डी प्रमोटर और हितधारक उपस्थित रहे। इस बैठक के दौरान, एशियन सर्कल स्टाइल कबड्डी चैंपियनशिप 2026 के प्रमुख संगठनात्मक पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें टूर्नामेंट के नियम और कानून, स्थान चयन एवं तैयारी, आवास एवं आतिथ्य व्यवस्था, परिवहन भोजन, चिकित्सा सुविधाएं और खिलाड़ी बीमा पर चर्चा हुई। भाग लेने वाले देशों के साथ संवर्धन और समन्वय फेडरेशन ने चैंपियनशिप के सुचारू और सफल संचालन को सुनिश्चित करने के लिए एशियाई कबड्डी महासंघ, एशियाई सर्कल कबड्डी समिति और मलेशिया के कबड्डी एसोसिएशन के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया। मोहम्मद सरवर राणा ने पूरे एशिया में कबड्डी की पहुंच बढ़ाने और चैंपियनशिप के सभी पहलुओं में निष्पक्ष खेल, व्यावसायिकता और उत्कृष्टता सुनिश्चित करने के लिए फेडरेशन की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
रविवार सुबह माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर के दर्शन के लिए अमृतसर से रवाना हुए श्रद्धालुओं की थार गाड़ी तलवाड़ा बाईपास पर हादसे का शिकार हो गई। सुबह करीब 5:00 बजे श्रद्धालुओं की गाड़ी दूसरे वाहन को बचाने के प्रयास में सड़क से अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे की आवाज सुनते ही मौके पर स्थानीय लोग पहुंच गए और घायलों को बाहर निकालकर तुरंत 108 एंबुलेंस के माध्यम से सिविल अस्पताल चिंतपूर्णी भेजा गया। इस हादसे में चार श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनकी पहचान मोहित (19), ऋतिक (21), सुमित (18) और कमल दास बरसाना (36) के रूप में हुई है। सभी घायल अमृतसर के निवासी हैं। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। डॉक्टरों के अनुसार सभी को मामूली चोटें आईं और अब उनकी स्थिति पूरी तरह स्थिर है। घटना के संबंध में घायल कमल दास बरसाना ने बताया कि यह सब माता श्री चिंतपूर्णी की कृपा है कि चारों की जान बच गई। हादसा बड़ा था लेकिन हम सभी सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि हालांकि वाहन को काफी नुकसान पहुंचा है, जिसे बाद में क्रेन की सहायता से तलवाड़ा पहुंचाया गया। सूचना मिलने पर चिंतपूर्णी पुलिस थाना से एएसआई राजेश कुमार अपनी टीम सहित तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने रेस्क्यू कार्य में स्थानीय लोगों के साथ मिलकर सहयोग दिया और घायलों को अस्पताल भिजवाया। इसके बाद थार गाड़ी को क्रेन की मदद से खाई से बाहर निकाला गया।
ऊना की प्रसिद्ध मिठाई श्रृंखला दयाल स्वीट्स ने शनिवार को अंब में अपना चौथा आउटलेट शुरू किया। महादेव मंदिर कोटला कलां के महंत मंगलानंद महाराज ने रिबन काटकर दयाल स्वीट्स का शुभारंभ किया। इस अवसर पर दयाल स्वीट्स के संस्थापक स्व. लाला हरदयाल को सादर नमन किया गया। वहीं परिवार की मुखिया माता कृष्णा देवी, सीएमडी अश्विनी जेतिक, निदेशक साहिल जेतिक, शिवेन जेतिक व समस्त दयाल स्वीट्स का परिवार उपस्थित रहा। दयाल स्वीट्स की शुरुआत वर्ष 1962 में ऊना से हुई थी। तब से लेकर अब तक यह ब्रांड अपनी शुद्धता, स्वाद और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। ऊना से रक्कड़ कॉलोनी और हमीरपुर तक विस्तार के बाद अब अंब में नया आउटलेट खुलने से ब्रांड की मौजूदगी और मजबूत हुई है। आने वाले समय में घुमारवीं और कांगड़ा में भी आउटलेट खोलने की योजना है। दयाल स्वीट्स के अंब स्थित नए आउटलेट में ग्राहकों के लिए 150 से अधिक प्रकार की मिठाइयां उपलब्ध होंगी, जिनमें पारंपरिक देसी मिठाइयों से लेकर आधुनिक स्वादों का संगम देखने को मिलेगा। साथ ही यहां रेस्टोरेंट सुविधा भी दी गई है, जहां महज 250 रुपये में बुफे सिस्टम के तहत भरपेट भोजन का आनंद लिया जा सकेगा। शादी, विवाह, जन्मदिन और किटी पार्टियों के लिए विशेष हॉल और केटरिंग की व्यवस्था भी की गई है। व्यवसाय के साथ-साथ दयाल स्वीट्स ने रोजगार सृजन में भी अहम भूमिका निभाई है। अंब आउटलेट में 35 लोगों को रोजगार मिला है, जिनमें 70 प्रतिशत कर्मचारी हिमाचल प्रदेश से हैं। महंत मंगलानंद महाराज ने कहा कि दयाल स्वीट्स का सफर यह दर्शाता है कि जब कार्य में निष्ठा, गुणवत्ता और सेवा भाव हो, तो सफलता अपने आप कदम चूमती है। साथ ही उन्होंने दयाल परिवार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनका यह प्रयास आने वाले समय में प्रदेश की पहचान बनेगा और ऊना की मिठास पूरे हिमाचल में फैलेगी। वहीं दयाल स्वीट्स के सीएमडी अश्वनी जैतिक का कहना है कि हमारे लिए दयाल स्वीट्स सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि पीढ़ियों से चला आ रहा विश्वास है। ग्राहकों का प्यार ही हमारी असली पूंजी है। उन्होंने आगे कहा कि अंब में नया आउटलेट खोलना हमारे विस्तार का हिस्सा है, ताकि हम अधिक से अधिक लोगों तक शुद्धता और स्वाद की वही परंपरा पहुंचा सकें, जिसके लिए ऊना का नाम जाना जाता है। इस अवसर पर विधायक सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व विधायक बलवीर चौधरी, राज्य भाजपा सचिव सुमित शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष श्याम मिन्हास, किसान मोर्चा अध्यक्ष धरमिंदर राणा, राज्य भाजपा मीडिया सह संजोयक राज कुमार पठानियाँ, देवभूमि ग्रुप के सीएमडी राजेन्द्र वशिष्ठ, कांग्रेस नेता अविनाश कपीला, डॉ सुभाष शर्मा, प्रदेश युवा कांग्रेस के महामंत्री राघव ठाकुर, वशीर खान, पूर्व विधायक नवीन धीमान, ऊना जनहित मोर्चा के अध्यक्ष राजीव भनोट, कुलदीप ठाकुर, इंदु धीमान, जाकिर हुसैन, कंचन रायजादा, प्रदेश युवा कांग्रेस के महामंत्री राघव ठाकुर, प्रेस क्लब ऊना के अध्यक्ष सुरिंदर शर्मा, प्रेस क्लब के महामंत्री व हिमोत्कर्ष के राज्य अध्यक्ष जतिन्द्र कँवर, भाजपा नेता सुरेश बिट्टू, अश्विनी जैतिक, दीपिका जैतिक, साहिल जैतिक, शिवानी जैतिक, शिवेन जैतिक, खुशी जैतिक, श्रीनिका जैतिक, श्रींयांग जैतिक, पवन जैतिक, शालू, नीरज जैतिक, नीतू, सान्या, प्रेम नाथ, अनमोल, सोनिया, मास्टर ओमप्रकाश, दिनेश गुप्ता, चंदन आंगरा, विपिन सैणी, वनीत, पुनीत सहित अन्य उपस्थित रहे। दयाल स्वीट्स के अम्ब के आउटलेट के खुलने पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने परिवार को शुभकामनाएं दी है वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार दिया गया है यह सबसे अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र आगे बढ़े रोजगार मुहैया करवाए, सरकार हर संभव उद्योगों व निजी क्षेत्र को सहयोग करेंगी। वहीं ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा विक्कू ने भी दयाल स्वीट्स परिवार के नए आउटलेट की बधाई दी है। वहीं चिंतपूर्णी के विधायक सुर्दशन बबलू ने दयाल परिवार को अम्ब में आउटलेट खोलने पर बधाई दी ।
ऊना की प्रसिद्ध मिठाई श्रृंखला दयाल स्वीट्स ने शनिवार को अंब में अपना चौथा आउटलेट शुरू किया, जिससे इस ब्रांड के मिठास भरे सफर में एक और अध्याय जुड़ गया। महादेव मंदिर कोटला कलां के महंत मंगलानंद महाराज ने रिबन काटकर दयाल स्वीट्स का शुभारंभ किया। इस अवसर पर दयाल स्वीट्स के संस्थापक स्व. लाला हरदयाल जी को सादर नमन किया गया। वही परिवार की मुखिया माता कृष्णा देवी, सीएमडी अश्विनी जेतिक, निदेशक साहिल जेतिक व शिवेन जेतिक व समस्त दयाल स्वीट्स का परिवार उपस्थित रहा। दयाल स्वीट्स की शुरुआत वर्ष 1962 में ऊना से हुई थी। तब से लेकर अब तक यह ब्रांड अपनी शुद्धता, स्वाद और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। ऊना से रक्कड़ कॉलोनी और हमीरपुर तक विस्तार के बाद अब अंब में नया आउटलेट खुलने से ब्रांड की मौजूदगी और मजबूत हुई है। आने वाले समय में घुमारवीं और कांगड़ा में भी आउटलेट खोलने की योजना है। दयाल स्वीट्स के अंब स्थित नए आउटलेट में ग्राहकों के लिए 150 से अधिक प्रकार की मिठाइयां उपलब्ध होंगी, जिनमें पारंपरिक देसी मिठाइयों से लेकर आधुनिक स्वादों का संगम देखने को मिलेगा। साथ ही यहां रेस्टोरेंट सुविधा भी दी गई है, जहां महज 250 रुपये में बफे सिस्टम के तहत भरपेट भोजन का आनंद लिया जा सकेगा। शादी, विवाह, जन्मदिन और किटी पार्टियों के लिए विशेष हॉल और केटरिंग की व्यवस्था भी की गई है। व्यवसाय के साथ-साथ दयाल स्वीट्स ने रोजगार सृजन में भी अहम भूमिका निभाई है। अंब आउटलेट में 35 लोगों को रोजगार मिला है, जिनमें 70 प्रतिशत कर्मचारी हिमाचल प्रदेश से हैं। महंत मंगलानंद महाराज ने कहा कि दयाल स्वीट्स का सफर यह दर्शाता है कि जब कार्य में निष्ठा, गुणवत्ता और सेवा भाव हो, तो सफलता अपने आप कदम चूमती है। उन्होंने कहा कि अंब में इस प्रतिष्ठान का खुलना क्षेत्र के लिए सौभाग्य की बात है। इससे लोगों को शुद्ध मिठाइयाँ और स्वादिष्ट भोजन मिलेगा। साथ ही उन्होंने दयाल परिवार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनका यह प्रयास आने वाले समय में प्रदेश की पहचान बनेगा और ऊना की मिठास पूरे हिमाचल में फैलेगी। वहीं दयाल स्वीट्स के सीएमडी अश्वनी जैतिक का कहना है कि हमारे लिए दयाल स्वीट्स सिर्फ एक व्यवसाय नहीं, बल्कि पीढिय़ों से चला आ रहा विश्वास है। ग्राहकों का प्यार ही हमारी असली पूंजी है। उन्होंने आगे कहा कि अंब में नया आउटलेट खोलना हमारे विस्तार का हिस्सा है, ताकि हम अधिक से अधिक लोगों तक शुद्धता और स्वाद की वही परंपरा पहुंचा सकें, जिसके लिए ऊना का नाम जाना जाता है। इस अवसर पर विधायक सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व विधायक बलवीर चौधरी, राज्य भाजपा सचिव सुमित शर्मा, ज़िला भाजपा अध्यक्ष श्याम मिन्हास, किसान मोर्चा अध्यक्ष धरमिंदर राणा, राज्य भाजपा मीडिया सह संजोयक राज कुमार पठानियाँ, देवभूमि ग्रुप के सीएमडी राजेन्द्र वशिष्ठ, कांग्रेस नेता अविनाश कपीला, डॉ सुभाष शर्मा, प्रदेश युवा कांग्रेस के महामंत्री राघव ठाकुर, वशीर खान, पूर्व विधायक नवीन धीमान, ऊना जनहित मोर्चा के अध्यक्ष राजीव भनोट, कुलदीप ठाकुर, इंदु धीमान, जाकिर हुसैन, कंचन रायजादा उपस्थित रहे। दयाल स्वीट्स के अम्ब के आउटलेट के खुलने पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने परिवार को शुभकामनाएं दी है वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार दिया गया है यह सबसे अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र आगे बढ़े रोजगार मुहैया करवाए, सरकार हर संभव सहयोग उद्योगों व निजी क्षेत्र को करेंगी। वहीं पर वहीं ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा विक्कू ने भी दयाल स्वीट्स परिवार को नए आउटलेट की बधाई दी है। इस अवसर पर अश्विनी जैतिक, दीपिका जैतिक, साहिल जैतिक, शिवानी जैतिक, शिवेन जैतिक, खुशी जैतिक, श्रीनिका जैतिक, श्रींयांग जैतिक, पवन जैतिक, शालू, नीरज जैतिक, नीतू, सान्या, प्रेम नाथ, अनमोल, सोनिया, मास्टर ओमप्रकाश, दिनेश गुप्ता, चंदन आंगरा, विपिन सैणी, वनीत, पुनीत सहित अन्य उपस्थित रहे।
जिला पुलिस की स्पेशल इन्वैस्टिगेशन यूनिट ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक सफलता हासिल की है। टीम ने जिला मुख्यालय के एमसी पार्क में गश्त के दौरान 2 युवकों को 7.93 ग्राम चिट्टे के साथ गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी हमीरपुर जिले के रहने वाले हैं। मामले की पुष्टि करते हुए एसपी ऊना अमित यादव ने बताया कि एसआईयू टीम के एएसआई कमल देव अपनी टीम के साथ मिनी सचिवालय के नजदीक एमसी पार्क में गश्त पर थे। इस दौरान पार्क में मौजूद 2 युवकों की गतिविधियां संदिग्ध लगने पर उन्हें पूछताछ और चैकिंग के लिए रोका गया। तलाशी लेने पर उनके कब्जे से 07.93 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ। इस पर टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया। आरोपियों की पहचान अमन कुमार निवासी तरेटी, डाकघर फतेहपुर और साहिल राणा निवासी मण, डाकघर जलाड़ी व तहसील नादौन, जिला हमीरपुर के रूप में हुई है। एसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने दोहराया कि जिले में नशा माफिया को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और इस तरह की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में बहुचर्चित अंशिका हत्याकांड में पुलिस ने आरोपी प्रवेश कुमार की निशानदेही पर भिंडला गांव के पास घने जंगल से हत्या में इस्तेमाल चाकू और रस्सी बरामद कर लिए हैं। बरामद हथियारों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि मामले में पुख्ता सबूत जुटाए जा सकें। पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी प्रवेश ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि सबसे पहले उसने अंशिका का गला रस्सी से दबाकर हत्या की कोशिश की। आरोपी को लगा कि अंशिका की मौत हो गई है लेकिन थोड़ी देर बाद वह होश में आ गई। तब अंशिका ने बोला कि ये क्या कर रहे हो, तब आरोपी ने बोला- अब सब कुछ खत्म। फिर आरोपी ने पास रखे चाकू से अंशिका का गला काटने का प्रयास किया लेकिन वार पूरी तरह सफल नहीं हुआ। फिर उसने अपने साथ लाए दूसरे चाकू से गला काटकर वारदात को अंजाम दिया। फिर बाइक से पेट्रोल निकाल कर शव को आग के हवाले कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी घर लौटते समय भिंडला के पास घने जंगल में हथियार और रस्सी फेंक कर चला गया। पुलिस की जांच के दौरान इससे पहले घटनास्थल से अंशिका का क्षतिग्रस्त मोबाइल, टूटी हुई सिम बरामद हो चुकी है। एएसपी सुरिंद्र शर्मा ने कहा कि इस केस में हर संदर्भ से जांच की जा रही है।
दुष्कर्म के मामले में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में वीरवार को आरोपी एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चौहान ने अंतरिम अग्रिम जमानत याचिका दायर की है। इस पर राकेश कैंथला की अदालत ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर मामले में विस्तृत स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिए हैं। अदालत ने एफआईआर में पाया कि याचिकाकर्ता पर 10 अगस्त को पीड़िता के साथ दुष्कर्म का आरोप है। याचिकाकर्ता ने उससे शादी करने का वादा किया। आरोप है कि इसके बाद 20 अगस्त को उसने पीड़िता को एक विश्राम गृह में बुलाया, जहां उसने दोबारा दुष्कर्म किया। आरोप है कि याचिकाकर्ता ने घटना का वीडियो भी बनाया और उसे वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। अदालत ने याचिकाकर्ता के द्वारा लगाए गए आरोपों को अविश्वसनीय मानने का कोई कारण नहीं पाया। पीठ ने सर्वोच्च न्यायालय की ओर से दिए गए निर्णय का हवाला दिया, जिसमें यह कहा गया था कि दुष्कर्म के मामलों में अग्रिम जमानत नहीं दी जानी चाहिए। इन तथ्यों को देखते हुए न्यायालय ने फिलहाल अंतरिम अग्रिम जमानत नहीं दी है।
24 सितम्बर को जहाँ शहनाई बजनी थी, वहाँ मातम छाया गया। शादी से ठीक एक दिन पहले अंशिका की हत्या कर दी गई, उसकी लाश को अधजली हालत में फेंक दिया गया और परिजनों की माने तो हत्यारा कोई और नहीं बल्कि वो ही प्रवेश और उसका चाचा संजीव है, जिसके साथ अंशिका को सात फेरे लेने थे। वीरवार को पुलिस प्रवेश को जम्मू से हिरासत में लेकर जोल पुलिस चौकी पहुंची। यहां पर आरोपी प्रवेश कुमार ने प्रारंभिक पूछताछ में अंशिका की हत्या कर शव को जलाने की बात को कबूल करते हुए कहा कि इस सारी घटना को उसके द्वारा ही अंजाम दिया गया है। आरोपी प्रवेश कुमार ने बताया कि वह अपनी मंगेतर अंशिका के साथ शादी नहीं करना चाहता था, जबकि वह उस पर बार-बार शादी करने का दबाव डाल रही थी। इसी के चलते उसने सुनियोजित ढंग से मंगलवार रात को अंशिका को मिलने के बहाने सुनसान जगह पर बुलाया और वहीं पर उसका कत्ल कर शव को झाड़ियों के बीच फैंककर आग लगा दी। प्रवेश द्वारा अपने चाचा की इस पूरे हत्या के प्रकरण के बारे में पूछने पर बताया कि चाचा संजीव कुमार उसे छोड़ने अपनी गाड़ी में जम्मू गया था। पुलिस द्वारा शुक्रवार को आरोपी दोनों चाचा व भतीजे का मेडिकल करवाकर कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। बंगाणा के थाना प्रभारी रोहित चौधरी ने बताया कि आरोपी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए कहा कि अंशिका की हत्या के बाद उसके शव को उसने ही जलाया है। बाकी छानबीन जारी है और इस पूरे प्रकरण में उसके साथ और कौन था? इसकी जांच अभी चल रही है।
हिमाचल प्रदेश में एसडीएम ऊना पर युवती ने रेप का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस को दी शिकायत में युवती ने आरोप लगाया है कि एसडीएम से उसे अपने कार्यालय में बुलाया था। वहीं उसके साथ दुष्कर्म किया और उसकी आपत्तिजनक वीडियो भी बनाई। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है। शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 69 व 351 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता ने शिकायत में बताया कि वह एम फार्मा की छात्रा है, एसडीएम विश्व मोहन देव चौहान ने उसे व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क किया और दो-तीन बार अपने कार्यालय बुलाया। आरोप है कि एसडीएम ने 10 अगस्त को कोर्ट रूम से लाैटते समय शादी का झांसा देकर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। पीड़िता ने बताया कि इसके बाद एसडीएम ने उसे 20 अगस्त को विश्राम गृह ऊना बुलाया और फिर से दुष्कर्म किया। जब युवती ने शिकायत करने की बात कही, तो एसडीएम ने ऑफिस में बनाई गई वीडियो से ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उसने बात करना कम कर दिया। युवती जब उसके घर गई, तो उसे धक्के मारकर बाहर निकाल दिया गया। पीड़िता ने 28 अगस्त को महिला आयोग में शिकायत दी। इसके बाद एसडीएम ने उसे व्हाट्सएप काॅल के माध्यम से धमकाना शुरू कर दिया। एसडीएम की एक गाड़ी ने उसका कई बार पीछा भी किया। पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने बताया कि शिकायत के आधार पर एसडीएम ऊना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया हैं। एसडीएम की तलाश जारी है।
हिमाचल प्रदेश के ऊना में मंगलवार को शादी से एक दिन पहले युवती को जिंदा जला दिया गया है। घटना बंगाणा उपमंडल की है। जोल पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव बैरियां में 24 वर्षीय अंशिका ठाकुर का अधजला शव मिला है। युवती की शादी अगले दिन भिंडला गांव के एक युवक से होनी थी। मंगलवार दोपहर को फॉरेस्ट गार्ड ने बैरियां-रामनगर सड़क के पास शव देखा। उन्होंने तुरंत जोल पुलिस चौकी को सूचना दी। मृतका की पहचान स्वर्गीय विपिन ठाकुर की बेटी अंशिका के रूप में हुई। शव घर से करीब 500 मीटर दूर मिला हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि शव पर आग के निशानों के अलावा चेहरे और गले पर गहरे कट के निशान भी हैं। इससे स्पष्ट है कि युवती की हत्या की गई। पुलिस ने फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया है। परिवार के अनुसार शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। घर में मेहमान भी आने लगे थे। 22 सितंबर की रात करीब 1:00 बजे अंशिका अचानक घर से लापता हो गई। पूरे परिवार और ग्रामीणों ने पूरी रात उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन 23 सितंबर को जंगल में ड्यूटी पर तैनात एक फॉरेस्ट गार्ड की नजर अधजले शव पर पड़ी। पुलिस को सूचना दी गई और मौके पर पहुंची टीम ने शव कब्जे में लेकर परिजनों को बुलाया। इस दर्दनाक घटना के बाद सबसे बड़े सवाल अंशिका के मंगेतर को लेकर उठ रहे हैं। बताया जा रहा है कि वह सेना में कार्यरत है और 23 सितंबर की सुबह ही ड्यूटी पर लौट गया। ग्रामीणों के बीच चर्चा है कि जब 24 तारीख को उसकी शादी तय थी, तो वह अचानक ड्यूटी पर क्यों चला गया, जबकि कुछ दिन पहले तक घर पर ही मौजूद था। यही सवाल अब पुलिस जांच का अहम हिस्सा बन गया है। शुरुआती जांच में कई बिंदु सामने आए हैं, लेकिन पुलिस अभी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है। लोग और परिजन मांग कर रहे हैं कि मामले की गहन जांच हो, ताकि सच सामने आ सके और अंशिका की मौत की असली वजह का खुलासा हो।
सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट एवं ऊना जनहित मोर्चा के सौजन्य से आज ऊना के सुविधा पैलेस में आयोजित विशाल निशुल्क मेगा मेडिकल कैंप में लोगों का सैलाब उमड़ा। सुबह से लेकर देर शाम तक सैकड़ों मरीजों ने देश के जाने-माने विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श लिया और निशुल्क दवाओं का लाभ उठाया। इस मौके पर स्वास्थ्य सेवाओं की भव्य व्यवस्था देखकर लोगों ने आयोजकों के प्रयासों की सराहना की। इस कैम्प में 650 से अधिक रोगियों की जांच की गई। ऊना में हुए इस मेगा मेडिकल कैंप की सबसे खास बात यह रही कि देश के प्रख्यात हड्डी रोग विशेषज्ञ एवं ऋषिकेश स्थित एम्स में हाल ही में भारत सरकार द्वारा बनाए गए अध्यक्ष डॉ. राज बहादुर स्वयं कैंप में पहुंचे और मरीजों को निशुल्क सेवाएँ प्रदान कीं। उनके साथ पीजीआई चंडीगढ़ के विशेषज्ञ चिकित्सक भी पहुंचे, जिन्होंने विभिन्न रोगों की जांच और उपचार किया। कैंप में हड्डी रोग, आंख, त्वचा और नाक-कान-गला (ईएनटी) से संबंधित रोगों के विशेषज्ञ मौजूद रहे। इस अवसर पर डॉ. राज बहादुर, चंडीगढ़ सेक्टर-32 मेडिकल कॉलेज के त्वचा विभागाध्यक्ष डॉ. जी.पी. धामी, पीजीआई चंडीगढ़ की ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. जयवंती व उनकी टीम तथा पीजीआई से नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. एस. पांडव व टीम ने मरीजों की जांच की और जरूरतमंदों को निशुल्क दवाइयाँ दी। कार्यक्रम में उपस्थित राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने संस्था के इस प्रयास की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि “एक तरफ हम संत लोग भगवा वस्त्र धारण करते हैं और दूसरी तरफ सफेद वस्त्रों में डॉक्टर होते हैं, जो वास्तव में संतों से भी बड़े हैं और परमात्मा का रूप माने जाते हैं।” उन्होंने डॉ. राज बहादुर को ऊना का गौरव बताते हुए कहा कि उनकी काबिलियत का लोहा पूरी दुनिया मानती है और वह बेहद विनम्र व्यक्तित्व के धनी हैं। बाबा बाल जी महाराज ने सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट के अध्यक्ष अभिषेक राणा को बधाई देते हुए कहा कि इस नौजवान ने पीड़ित मानवता की सेवा को अपना संकल्प बनाया है और उनके नेतृत्व में संस्था लगातार प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में मेडिकल कैंप लगाकर लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचा रही है। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में कुटलैहड़ के पूर्व विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो, ऊना जनहित मोर्चा के चेयरमैन हरिओम गुप्ता भी उपस्थित रहे। वहीं बाद में सुजानपुर के पूर्व विधायक एवं हिमाचल प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता राजेंद्र राणा ने भी कैंप का दौरा किया और मरीजों से उनका हाल-चाल जाना। सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट के अध्यक्ष अभिषेक राणा ने बताया कि संस्था अब तक प्रदेश के कई हिस्सों में, विशेषकर ट्राइबल जिला लाहौल-स्पीति में, बड़े स्तर पर निशुल्क मेगा मेडिकल कैंप आयोजित कर चुकी है। उनका कहना था कि “प्रदेश के हजारों रोगी इलाज के लिए पीजीआई या अन्य बड़े अस्पतालों में रेफर होते हैं, लेकिन आज ऊना और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएँ उनके घर-द्वार पर ही उपलब्ध करवाई गईं।” इस अवसर पर सर्व कल्याणकारी ट्रस्ट के वरिष्ठ ट्रस्टी यशपाल अग्रवाल, ट्रस्टी गुरमीत बेदी, सामान्य उद्योग निगम के पूर्व उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार, राजीव भनोट, दविंदर कौशल, अशोक धीमान, हरपाल गोगी, विनय शर्मा, राजेन्द्र मलांगड़, बलविंदर गोल्डी, राज कुमार पठानियाँ सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग और स्थानीय जनता उपस्थित रही।
शिमला, कुनिहार के एक छोटे से गांव कंडा से निकले डॉ. राजीव चौहान अब पीजीआई में एडवांस्ड न्यूरोसाइंस सेंटर के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक के रूप में अपनी सेवाएं देंगे। बता दे की उन्होंने वर्ष 2002 में आईजीएमसी शिमला से एमबीबीएस और वर्ष 2011 में पीजीआई चंडीगढ़ से एनेस्थीसिया में एमडी की उपाधि प्राप्त की थी। साथ ही वर्ष 2017 में उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ से डीएम न्यूरो एनेस्थीसिया की डिग्री प्राप्त की। तब से वे पीजीआई चंडीगढ़ के एनेस्थीसिया विभाग में अतिरिक्त प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं और ऊना में पीजीआई के आगामी सैटेलाइट सेंटर के नोडल अधिकारी हैं। अब उन्हें पीजीआई के योग्य निदेशक डॉ. लाल द्वारा नई जिम्मेदारी सौंपी गई है और आगामी एडवांस्ड न्यूरोसाइंस सेंटर के अतिरिक्त चिकित्सा अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है।
हिमाचल के युवा अभिनेता एकलव्य सूद ने संघर्षों से लड़कर अब मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में कदम जमा लिए हैं। लंबे समय तक कठिनाइयों और संघर्ष का सामना करने के बाद एकलव्य को बड़ी सफलता मिली है। एकलव्य सूद मशहूर फिल्म निमार्ता विवेक अग्निहोत्री की आने वाली फिल्म द बंगाल फाइल्स में बतौर अभिनेता नजर आने वाले हैं। उनकी इस उपलब्धि से हिमाचल में खुशी की लहर है। बता दें कि एकलव्य सूद ने सबसे पहले फिल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम शुरू किया और धीरे-धीरे अभिनय और लेखन में भी सक्रिय हो गए। जहां हिमाचल की वादियों में शूट की गई उनकी पहली स्वतंत्र फिल्म ट्रैक टु नैवरलैंड ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 13 अवॉर्ड्स जीते, जिनमें 5 बेस्ट एक्टर अवॉर्ड भी शामिल हैं। इसके बाद उन्हें पहला बड़ा मौका सोनी लीव की वेब सीरीज रायसिंघानी में मिला, जहाँ उन्होंने जेनिफर विंगेट, करण वाही और रीम शेख जैसे कलाकारों के साथ काम किया। अभिनेता एकलव्य सूद की माता प्रदेश की उपाध्यक्ष है। जोकि महिला मोर्चा की राज्य अध्यक्ष रह चुकी है। रश्मि धर सूद का कहना है कि यह मुकाम पाना उनके बेटे के लिए आसान नहीं था। लेकिन जुनून, कड़ी मेहनत और अपने सपनों पर भरोसे ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है, और हिमाचल का नाम भी रोशन किया है। रश्मि सूद ने सभी प्रदेशवासियों से फिल्म देखने की अपील की। हिमाचल प्रदेश के रहने वाले एकलव्य सूद ने अपने अभिनय का सफ़र बहुत छोटी उम्र से ही थिएटर में शौक़िया तौर पर शुरू किया। पढ़ाई शिमला के प्रतिष्ठित बिशप कॉटन स्कूल से हुई, जहाँ उन्होंने कई नाटकों में अभिनय किया। कॉलेज के बाद उन्होंने पेशेवर थिएटर का रुख़ किया और उन्हें दो बार शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर के मंच पर प्रदर्शन करने का अवसर मिला। एकलव्य सूद, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रश्मि धर सूद के सुपुत्र हैं। परिवार से मिले संस्कारों और समर्थन ने उन्हें अपने सपनों को पूरा करने की प्रेरणा दी।इसके बाद एकलव्य ने पुणे के एफटीआईआई से फिल्म एप्रीसिएशन कोर्स किया और फिर मुंबई का रुख़ किया। अभिनेता एकलव्य सूद ने अपनी आने वाली फ़िल्म द बंगाल फ़ाइल्स में एक महत्वपूर्ण किरदार निभाया है। वह अमरजीत अरोड़ा का रोल कर रहे हैं — एक सिख जो 1930 के दशक में कोलकाता आया और 1940 के दशक में रेड क्रॉस से जुड़ गया। अमरजीत एक योद्धा की तरह जीवन जीता है, जो गुरु गोबिंद सिंह जी की उस सीख को मानता है कि जब जीवन पर संकट आए तो संघर्ष करना ही धर्म है। द अमरजीत का किरदार इस जज़्बे और जद्दोजहद का प्रतीक है। एकलव्य सूद ने दैनिक सवेरा से बात करते हुए कहा कि यह भूमिका उनके लिए बेहद खास है क्योंकि इसमें न केवल अभिनय की चुनौती थी, बल्कि इतिहास और मानवीय संवेदनाओं को समझने का अवसर भी मिला । हिमाचल की मिट्टी से जुड़े एकलव्य सूद आज अभिनय की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं और आने वाले समय में उनसे और भी बड़े कामों की उम्मीद की जा रही है।
भाजपा संगठन में लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहे ऊना के युवा नेता राज कुमार पठानिया को हिमाचल भाजपा ने नई जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने अपनी नई कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए पठानिया को प्रदेश मीडिया सह संयोजक नियुक्त किया है। भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश ने संगठनात्मक ढांचे को और मज़बूत बनाने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण नियुक्ति की है। यह नियुक्ति पार्टी के मीडिया प्रकोष्ठ के तहत की गई है ताकि पार्टी की नीतियों, कार्यक्रमों एवं जनहितकारी योजनाओं को आम जनता तक बेहतर ढंग से पहुँचाया जा सके। नियुक्ति के उपरांत राज कुमार पठानिया ने पार्टी नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जो विश्वास मुझ पर जताया है, मैं उसका सम्मान करूंगा और संगठन के मार्गदर्शन में पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ मीडिया प्रकोष्ठ को और मज़बूत करने के लिए कार्य करूंगा। उन्होंने इसके लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त किया है। पार्टी द्वारा प्रदेश स्तर पर जिम्मेदारी मिलने के बाद राज कुमार पठानिया ने कहा कि यह उनके लिए गर्व और उत्साह का क्षण है। पठानिया ने कहा कि भाजपा नेतृत्व ने जिस विश्वास के साथ उन्हें यह जिम्मेदारी दी है, वे संगठन की नीतियों, योजनाओं और सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। साथ ही राजकुमार पठानिया ने भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद अनुराग ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, संगठन मंत्री सिद्धार्थन, ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती सहित भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया है। बता दें कि राज कुमार पठानिया पिछले कई वर्षों से भाजपा संगठन में विभिन्न दायित्व निभाते आ रहे हैं। वे लगातार पांच वर्ष तक जिला भाजपा महामंत्री रहे। इसके अलावा उन्होंने जिला मीडिया प्रभारी के साथ-साथ भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी सक्रिय रहते हुए जिला व शहरी इकाई युवा मोर्चा के मीडिया प्रभारी का दायित्व निभाया। संगठन में लंबे समय से मीडिया प्रबंधन और पार्टी की नीतियों को जनता तक पहुंचाने का कार्य करते हुए उन्होंने अपनी पहचान बनाई है।
अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) ऊना, महेंद्र पाल गुर्जर ने जानकारी दी है कि जिला में भू-मालिकों की भूमि से संबंधित रिकॉर्ड को उनके आधार और मोबाइल नंबर से जोड़ने का व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य भूमि रिकॉर्ड को अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और सुलभ बनाना है। एडीसी ने बताया कि जिला ऊना में अभी भी कई भू-मालिकों की आधार और मोबाइल सीडिंग का कार्य शेष है। उन्होंने सभी भू-मालिकों से आग्रह किया है कि वे शीघ्र अपने क्षेत्र के संबंधित पटवारी से संपर्क करें और अपनी भूमि की आधार व मोबाइल सीडिंग की प्रक्रिया को पूर्ण करवाएं। पटवारी के पास जाते समय अपना आधार कार्ड और आधार से लिंक मोबाइल नंबर साथ लेकर जाना सुनिश्चित करें ताकि प्रक्रिया में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
प्रसिद्ध शक्ति पीठ चिंतपूर्णी मंदिर में चले सावन मेले के दौरान पहले पांच मेलों में मंदिर न्यास को 82 लाख 50 हज़ार 236 रोयेका नगद चढ़ावा प्राप्त हुआ है। मंदिर अधिकारी अजय मंडयाल ने बताया कि अभी तक छह मेलों के दौरान साढ़े तीन लाख श्रद्धालु मां के दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं। यह एक बड़ी संख्या है और यह दर्शाता है कि चिंतपूर्णी मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था कितनी गहरी है। विदेशी करेंसी के रूप में इटली,15 ,ऑस्ट्रेलिया के 50, सिंगापुर से दो, कनाडा से पांच, कतर से एक रियाल, कुवैत से एक ,इंग्लैंड से 110, यूएई से 630 ,यूएसए 140 डॉलर की विदेशी करेंसी भी प्राप्त हुई है। बता दे की सावन माह के इस नवरात्रि की शुरुआत हुई। इसमें 25 जुलाई को 14 लाख 51हज़ार 834 प्राप्त हुए, 26जुलाई को 17लाख76644 रुपये, प्राप्त हुए 27 जुलाई को 18 लाख 55747 प्राप्त हुए, 28 जुलाई को 16 लाख 23073 रुपए प्राप्त हुए व29 जुलाई को 15 लाख 42938 प्राप्त हुए। मंदिर अधिकारी अजय मंडयाल ने बताया कि सावन मेले के दौरान मंदिर न्यास को मिलने वाला चढ़ावा बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह चढ़ावा मंदिर के रख-राव और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को बढ़ाने में उपयोग किया जाता है।
जिला ऊना मुख्यालय में चल रही नौ दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के चौथे दिन शिव विवाह का भावुक प्रसंग प्रस्तुत किया गया। कथा स्थल हर हर महादेव और जय शिव शंकर के जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने भजनों पर झूमकर अपनी भक्ति व्यक्त की। कथा व्यास जगतगुरु श्री 1008 विकास दास महाराज ने माता पार्वती की तपस्या, सप्त ऋषियों के उपदेश तथा ताड़का वध की कथा का विस्तार से वर्णन किया। इसके बाद शिव-पार्वती विवाह की कथा सुनाते हुए उन्होंने वातावरण को भावुक कर दिया। भजन "सांसों की माला पर सिमरूं मैं शिव का नाम" पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो उठे। महाराज ने भजन "लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा" गाकर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने भाग लेकर आरती में सम्मिलित हुए और महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके साथ विजय आंगरा, डॉक्टर राजन आंगरा, नारायण आंगरा, साहिल जैतिक और राजकुमार पठानिया भी मौजूद रहे। जगतगुरु विकास दास महाराज ने कथा के दौरान समाज में फैल रहे नशे के जाल पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भगवान शिव ने समाज की रक्षा के लिए विषपान किया, लेकिन आज कुछ लोग भोलेनाथ का नाम लेकर भांग और नशे को महिमामंडित कर रहे हैं, जो पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा, "भगवान शिव रक्षक हैं, सृष्टि के पालनकर्ता हैं, वे कभी भी परिवार को तोड़ने या नशे की प्रेरणा देने वाले नहीं हो सकते।" उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे नशे से दूर रहें, पढ़ाई करें, रोजगार की ओर बढ़ें और समाज के लिए ईमानदारी से कार्य करें। विकास दास महाराज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश भी अब नशे की गिरफ्त में है। पहले यह हालात पंजाब तक सीमित थे, लेकिन अब देशभर में सिंथेटिक ड्रग्स का खतरा फैल चुका है। उन्होंने कहा कि जो युवा नशे की चपेट में हैं, उन्हें बाहर निकालने के लिए सरकार, समाज और संत समाज को एकजुट होकर काम करना होगा। वहीं जो नशे के माफिया और सप्लायर हैं, उनका सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए और उनके खिलाफ कठोर कानून लागू किए जाने चाहिए। विकास दास महाराज ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के नशा मुक्ति अभियान की सराहना करते हुए कहा कि उनका यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा, "राज्यपाल स्वयं फील्ड में जाकर नशे के विरुद्ध रैलियां कर रहे हैं, समाज को जोड़ रहे हैं और जागरूकता फैला रहे हैं।" उन्होंने कहा कि संत समाज भी इस अभियान में भागीदार है और वे स्वयं अपनी कथाओं के माध्यम से लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं। आने वाले समय में वे राज्यपाल से मिलकर नशा मुक्ति अभियान को और मजबूती देने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने का प्रयास करेंगे। कथा के आयोजक राकेश पुरी और राघव पुरी ने समस्त अतिथियों और श्रद्धालुओं का धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी से अनुरोध किया कि वे इस धार्मिक आयोजन के माध्यम से समाज सुधार की दिशा में भी योगदान दें।
हिमाचल की 59 दवाओं समेत देश की 188 दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। इन दवाओं में 44 सोलन जिले में, 13 सिरमौर और एक-एक ऊना और कांगड़ा जिले में बनी हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और स्टेट ड्रग अथाॅरिटी की ओर से जारी ड्रग अलर्ट में सैंपल फेल पाए गए हैं। जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनमें एंटी बायोटिक, एंटी डायबटिक, बीपी, पेट दर्द, प्रोस्टेट कैंसर, दर्द निवारक, विटामिन बी-12, कैंसर समेत कई दवाएं शामिल हैं। हिमाचल की 59 दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरीं। इनमें राज्य के ड्रग अलर्ट में 36 और केंद्र के ड्रग अलर्ट में 23 दवाएं शामिल हैं। इसके अलावा कैंसर और सोरायसिस में इस्तेमाल होने वाली इंजेक्शन के सैंपल भी फेल हुए हैं। मिथोट्रीक्सेट इंजेक्शन-15 जो अगस्त 2026 में एक्सपायर होगा और मुंबई के बीडीएच इंडस्टी लिमिटेड उद्योग में निर्मित है। इसी तरह चीन के शंघाई के बाॅयो फार्मास्यूटिकल उद्योग में निर्मित पेट और स्तन कैंसर की दवा डोसिटैक्सल हाइड्रॉस आईपी का सैंपल फेल पाया गया है। हिमाचल व देश के अन्य राज्यों में निर्मित पैरासिटामोल, विटामिन सी इंजेक्शन, रेबाप्रेजोल, टेलिमिस्ट्रिन, पेंटाप्रोजोल सोडियम इंजेक्शन, एमॉक्सीलिन और पोटाशियम इंजेक्शन सहित अन्य के सैंपल गुणवत्ता मानकों पर सही नहीं पाए गए हैं। जांच में तीन दवाएं नकली भी निकली हैं। इनमें टैक्सिम-ओ 200 जो साइनस, नाक, गले, कान के संक्रमण में उपयोग होती है और जुलाई 2024 में बनी है। थ्रोमबोफोब दवा जिसे रक्त के थक्के बनने से रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नकली पाई गई। रोसूवास एफ-10 जिसे कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह भी नकली नकली। इन दवा उद्योगों के नाम फिलहाल अंकित नहीं किए गए हैं। वही राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि हिमाचल में बनी 59 दवाओं के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। जुलाई के ड्रग अलर्ट में सैंपल फेल होने वाली 40 फीसदी दवाएं हैं। इन सभी संबंधित उद्योगों को नोटिस जारी किए जाएंगे और बाजार से सभी दवाओं को वापस मंगवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में आमूलचूल परिवर्तन कर रही है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण एवं प्रतिस्पर्धात्मक शिक्षा के लिए स्कूल और कॉलेज शिक्षा के अलग-अलग निदेशालय बनाए गए हैं, जो एक निर्णायक कदम है।मुख्यमंत्री सोमवार को डिग्री कॉलेज ऊना में जनसभा को संबोधित के रहे थे। इससे पहले उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) ऊना में 8.79 करोड़ रुपये की लागत से बने नवीन भवन तथा राजकीय डिग्री कॉलेज ऊना में 12 करोड़ रुपये की लागत से बने अत्याधुनिक शैक्षणिक ब्लॉक का लोकार्पण किया। साथ ही 5 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले कन्या छात्रावास की आधारशिला भी रखी। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अगले शिक्षा सत्र से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक (बाल) पाठशाला ऊना को को-एजुकेशन बनाया जाएगा और यहां सीबीएसई पैटर्न की कक्षाएं शुरू की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा को वर्तमान जरूरतों के हिसाब से समावेशी बनाने और बच्चों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाने के लिए राज्य में प्राइमरी स्तर से ही अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू की गई है। बच्चों को अंग्रेजी भाषा में दक्ष बनाने के लिए 500 विशेषज्ञ अध्यापकों की भर्ती की जा रही है। हमारा प्रयास है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे नए समय के हिसाब से जरूरी स्किल सीखें और अंग्रेजी भाषा में पारंगत हों। इसके अलावा टीजीटी आर्ट्स, मेडिकल और नॉन मेडिकल की 961 भर्तियां की जा रही हैं वहीं जेबीटी की 600 भर्तियां भी जल्द निकाली जाएंगी। उन्होंने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने चुनावी लाभ के लिए इलैक्शन के समय 600 नए शिक्षण संस्थान खोले थे, लेकिन उनमें शिक्षकों की तैनाती तक नहीं की गई थी, जिससे संसाधनों का दुरुपयोग हुआ। वर्तमान सरकार इन संस्थानों का युक्तिकरण कर रही है ताकि शिक्षा व्यवस्था को व्यावहारिक और सशक्त बनाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी राजकीय मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना कर रही है। इसके लिए इस साल 200 करोड़ का प्रावधान रखा है। विद्यालयों में हाई-टेक स्मार्ट क्लासरूम, खेल मैदान, इंडोर स्टेडियम, स्विमिंग पूल, म्यूजिक रूम जैसी आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जा रही है, जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का सशक्त आधार बनेंगी। श्री सुक्खू ने कहा कि राज्य में मेडिकल टेक्नोलॉजी के उन्नयन पर 1350 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, ताकि लोगों को विश्वस्तरीय उपचार की सुविधा सुलभ हो सके। आईजीएमसी शिमला, टांडा और नेरचौक सहित सभी मेडिकल कॉलेजों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया जा रहा है। 20 वर्ष से अधिक पुरानी मशीनों को चरणबद्ध रूप से बदला जा रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि रोबोटिक सर्जरी जैसी उन्नत चिकित्सा सेवाएं आम जनता को सहज रूप से उपलब्ध कराई जा सकें। ऊना में निर्माणाधीन पीजीआई सैटेलाइट सेंटर के निर्माण में गति के लिए प्रदेश सरकार ने पर्यावरण स्वीकृतियां दिलवानेे का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हिमाचल में जनसंख्या के अनुपात में कैंसर रोगियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। विस्तृत वैज्ञानिक अध्ययन में यह सामने आया कि अनियमित जीवनशैली, खानपान के अलावा रोगों के कई कारणों में पेयजल की गुणवत्ता भी एक महत्वपूर्ण कारक है। इसी दृष्टि से प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री स्वच्छ जल शोधन योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत 200 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है। इस योजना के जरिए हर नागरिक को स्वच्छ और शुद्ध पेयजल मुहैया करवाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने नशा और खनन माफिया से सख्ती से निपटने की प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि सरकार चिट्टे के धंधे में लिप्त लोगों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाएगी। हम युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने देंगे। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को खेलों में अधिकतम भागीदारी के लिए प्रेरित कर रही है। उन्होंने बताया कि खेलों में पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी की गई है और अब सरकार जल्द ही सभी स्कूल प्रधानाचार्यों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को उपस्थिति में छूट देने के लिए अधिकृत करने जा रही है।
बेटियों के लिए बनेगा नया छात्रावास मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को ऊना विधानसभा क्षेत्र को 25.79 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस दौरान उन्होंने शिक्षा और बुनियादी ढांचे को मजबूती देने वाले विभिन्न कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने 8.79 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक (बाल) पाठशाला ऊना के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। इस भवन से छात्रों को बेहतर शिक्षण सुविधाएं मिलेंगी और विद्यालय का शैक्षणिक वातावरण सुदृढ़ होगा।इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने 12 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय डिग्री कॉलेज ऊना के अत्याधुनिक शैक्षणिक ब्लॉक का लोकार्पण किया। यह ब्लॉक स्मार्ट क्लासरूम, प्रयोगशालाओं और प्रशासनिक इकाइयों से सुसज्जित है और यहां उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को नई ऊंचाई देगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 5 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाले ‘न्यू गर्ल्स हॉस्टल’ की आधारशिला भी रखी। यह छात्रावास विशेष रूप से दूर-दराज क्षेत्रों से आने वाली छात्राओं को सुरक्षित और सुविधाजनक आवास सुविधा प्रदान करेगा, जिससे बेटियों की उच्च शिक्षा तक पहुंच और अधिक सुलभ होगी। मुख्यमंत्री ने कॉलेज परिसर में पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर गगरेट के विधायक राकेश कालिया, चिंतपूर्णी के विधायक सुदर्शन बबलू, कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा, राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार, ऊना के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा, राज्य एससी आयोग के सदस्य अधिवक्ता विजय डोगरा व अधिवक्ता दिग्विजय मल्होत्रा, प्रदेश कांग्रेस सचिव अशोक ठाकुर, ब्लॉक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, उपायुक्त जतिन लाल, पुलिस अधीक्षक अमित यादव और अन्य उपस्थित रहे।
ऊना: उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल पीरनिगाह मंदिर के पास गुरुवार रात एक हृदय विदारक दुर्घटना में श्रद्धालुओं से भरी पिकअप गाड़ी 20 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इस दर्दनाक हादसे में पंजाब के अमृतसर जिले के करीब 30 श्रद्धालु घायल हो गए, जिनमें से एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। यह घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु पीरनिगाह मंदिर में माथा टेकने के बाद अपने घर लौट रहे थे।जानकारी के अनुसार, पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा से आए श्रद्धालुओं का एक जत्था, जिसमें लगभग 30 लोग शामिल थे, बाबा बालक नाथ मंदिर और डेरा बाबा वडभाग सिंह में दर्शन करने के बाद पीरनिगाह की ओर बढ़ा था। बताया जा रहा है कि श्रद्धालु पिकअप गाड़ी में 'डबल डेकर' बनाकर ठूंस-ठूंस कर भरे हुए थे, जिससे गाड़ी में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। पीरनिगाह मंदिर में माथा टेकने के बाद जब वे रात को वापस लौट रहे थे, तभी मंदिर से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर उनकी पिकअप गाड़ी अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। श्रद्धालुओं की आवाज सुनकर आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। स्थानीय लोगों, 108 एंबुलेंस सेवा और निजी बसों की मदद से सभी घायलों को तत्काल ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने एक श्रद्धालु को मृत घोषित कर दिया, जबकि दो अन्य की नाजुक हालत को देखते हुए उन्हें चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल रेफर कर दिया गया। घायल सुखविंदर कौर और गुरमीत कौर ने क्षेत्रीय अस्पताल में उपचार के दौरान बताया कि पिकअप गाड़ी में अतिरिक्त फट्टे लगाकर करीब 30 श्रद्धालु धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए आए थे। पीरनिगाह के पास ही उनकी गाड़ी अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय मनकोटिया ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम को तुरंत अलर्ट कर अस्पताल बुलाया गया था। उन्होंने पुष्टि की कि अस्पताल लाए गए करीब 30 घायलों में से एक को मृत घोषित किया गया है। कई श्रद्धालुओं को गंभीर चोटें आई हैं, जिनमें फ्रैक्चर और सिर में गहरी चोटें शामिल हैं। सभी घायलों का उपचार जारी है। पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष और ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने उत्तरी भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्री डेरा बाबा रुद्रानंद जी महाराज को अपनी आस्था का केंद्र बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे लगातार श्रद्धापूर्वक डेरे पर माथा टेकने और आशीर्वाद लेने जाते हैं। रायजादा ने कहा कि ब्रह्मलीन वेदांताचार्य 1008 श्री श्री सुग्रीवानंद महाराज जी को प्रदेश सरकार द्वारा पूरा सम्मान दिया गया था, और उनकी संपूर्ण श्रद्धा है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान अधिष्ठाता श्री श्री 1008 स्वामी हेमानंद महाराज जी का उन्हें सदैव आशीर्वाद और मार्गदर्शन मिलता है, ऐसे में किसी भी प्रकार के अपमान का सवाल ही नहीं उठता। सोशल मीडिया पर विपक्षी दल द्वारा कुछ बातों को मुद्दा बनाने के प्रयासों पर रायजादा ने कहा कि यह भाजपा की 'हताशा और निराशा' का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल खुद ऐसी गतिविधियों में शामिल होते हैं और फिर मुद्दा ढूंढते रहते हैं। रायजादा ने जोर देकर कहा कि किसी भी चित्र या बोर्ड, जिसमें महाराज श्री का चित्र हो, उसे अपमानित करने का प्रयास कभी नहीं हो सकता। उन्होंने सोशल मीडिया पर जो दिखाया गया उसे 'निश्चित रूप से दुखद' बताया और इसे विपक्षी दल की 'ओछी व गंदी राजनीति' करार दिया। उन्होंने कहा कि हम कभी ऐसी राजनीति को सोच भी नहीं सकते, यह विपक्षी दल की गिरावट है। सतपाल रायजादा ने बताया कि वे अभी शिमला में किसी आवश्यक काम से बाहर हैं. उन्होंने कहा कि जैसे ही ऊना पहुंचूंगा, अखंड धून्ने पर आऊंगा, महाराज श्री से मुलाकात करूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी भी श्रद्धालु की भावना आहत हुई है, तो वे उसके लिए खुले मन से क्षमा प्रार्थी हैं। रायजादा ने अंत में कहा कि डेरा बाबा रुद्रानंद का अखंड धून्ना उनके और उनके परिवार सहित उन सभी की श्रद्धा का केंद्र है, जिसके प्रति वे सदैव नतमस्तक हैं और रहेंगे।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में पति-पत्नी दोनों ने एक साथ दुनिया को अलविदा कह दिया। डोहगी पंचायत के सुरेंद्र कुमार ने बुधवार-गुरुवार को रात अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। इस दुखद घटना के बाद, उनकी पत्नी ने भी कल रात इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार, महिला लंबे समय से किसी मानसिक परेशानी से जूझ रही थीं। सुरेंद्र कुमार ही उनकी देखभाल करते थे और उनकी हर जरूरत का ख्याल रखते थे। पति-पत्नी के बीच गहरा लगाव था और सुरेंद्र अपनी पत्नी को लेकर काफी चिंतित रहते थे। गुरुवार को जब सुरेंद्र कुमार का शव घर के आंगन में लाया गया, तो महिला अपने पति के शव को देखकर बेसुध होकर गिर पड़ीं। उनकी हालत इतनी नाजुक हो गई थी कि परिजनों को तुरंत उन्हें बंगाणा अस्पताल ले जाना पड़ा। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल ऊना रेफर कर दिया। शुक्रवार शाम तक उनकी सेहत में थोड़ा सुधार बताया जा रहा था, लेकिन अचानक तबीयत बिगड़ने से इलाज के दौरान ही महिला ने दम तोड़ दिया। इस तरह, पति की आत्महत्या के सदमे को महिला बर्दाश्त नहीं कर पाईं और उन्होंने भी अपने प्राण त्याग दिए। इस घटना से सुरेंद्र कुमार की 90 वर्षीय बुजुर्ग मां रमी देवी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पति को खोए हुए उन्हें लंबा अरसा हो गया था और अब दो दिनों के भीतर उन्होंने अपने बेटे और बहू दोनों को खो दिया। वही सुरेंद्र कुमार और उनकी पत्नी रेशमा देवी अपने पीछे दो बेटे और दो बेटियां छोड़ गए हैं। इनमें से एक बेटा अभी अविवाहित है, जबकि अन्य सभी शादीशुदा हैं। इस दुखद घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है और इलाके में शोक का माहौल है। परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों के लिए यह दोहरी क्षति असहनीय है।
इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (IIU) ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक भव्य वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया। यह आयोजन यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. जगदेव सिंह राणा तथा कुलपति प्रो. संजय कुमार बहल के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। सुबह से ही विश्वविद्यालय परिसर में प्रकृति के प्रति प्रेम और जागरूकता का वातावरण देखने को मिला। सैकड़ों पौधे विभिन्न स्थानों पर रोपे गए, जिनमें नीम, पीपल, बरगद, आम, जामुन जैसे पर्यावरण के लिए लाभकारी वृक्ष शामिल थे। इस अवसर पर डॉ. जगदेव सिंह राणा ने कहा कि धरती आज गंभीर पर्यावरणीय संकटों से जूझ रही है ऐसे में वृक्षारोपण एक महत्वपूर्ण कदम है। आज लगाया गया हर पौधा एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य की नींव है। इस अभियान में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के सदस्यों ने भी भाग लिया। प्रशासनिक कर्मचारी, शिक्षकगण, छात्र और कर्मचारी सभी ने मिलकर पौधारोपण किया और हर लगाए गए पौधे को संरक्षितकरने का संकल्प लिया। पौधों को उचित स्थानों पर इस तरह रोपा गया कि वे आने वाले वर्षों में परिसर की हरियाली और जैव विविधता को बढ़ावा दे सकें।
हरोली उपमंडल के अंतर्गत आने वाले गांव नंगल कलां के वार्ड नंबर-2 में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बाबा बालक नाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित भंडारे के लिए साफ-सफाई के दौरान अचानक एक पेड़ गिर गया, जिसकी चपेट में आकर 14 वर्षीय किशोर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका ताया गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक की पहचान वंश पुत्र राकेश कुमार निवासी नंगल कलां वार्ड नंबर-2 के रूप में हुई है। वह अपने परिजनों व अन्य ग्रामीणों के साथ मंदिर परिसर में आयोजित भंडारे की तैयारियों में जुटा हुआ था। इसी दौरान अचानक एक बड़ा पेड़ गिर पड़ा, जो सीधे वंश के सिर पर आ गिरा। हादसा इतना भयानक था कि वंश का सिर बुरी तरह कुचल गया और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना में वंश का ताया मोहनलाल भी पेड़ की चपेट में आ गया, जिसे गंभीर चोटें आई हैं, खासकर उसकी टांग में काफी गहरी चोट बताई जा रही है। उसे तुरंत प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना रेफर कर दिया गया है। घटना की सूचना मिलते ही थाना हरोली से एसएचओ रिंकू सूर्यवंशी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लेकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेजा। डीएसपी हरोली मोहन रावत ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रारंभिक जांच में यह एक आकस्मिक दुर्घटना प्रतीत हो रही है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और आगामी कार्रवाई की जा रही है।
ऊना, ममता भनोट/लक्क़ी: ऊना जिले में खनन रक्षक के 10 पदों पर भर्ती के लिए उद्योग विभाग ने शुक्रवार को पुलिस लाइन झलेड़ा में शारीरिक दक्षता परीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन किया। पुलिस विभाग, जिला खेल एवं युवा सेवाएं अधिकारी, शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर इस परीक्षा को पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संपन्न कराया। खनन अधिकारी नीरज कांत ने बताया कि इन 10 पदों के लिए कुल 299 आवेदन आए थे, जिनमें से 192 अभ्यर्थियों ने शारीरिक परीक्षा में हिस्सा लिया। इनमें से 146 अभ्यर्थियों ने दौड़, लंबाई और वजन जैसे तय मानकों को सफलतापूर्वक पार करते हुए परीक्षा उत्तीर्ण की। वहीं, 46 अभ्यर्थी इन मानकों पर खरे नहीं उतर सके। सफल अभ्यर्थियों में 45 महिलाएं और 101 पुरुष शामिल हैं। अधिकारी ने यह भी जानकारी दी कि चयन प्रक्रिया के अगले चरण के बारे में योग्य अभ्यर्थियों को विभाग की ओर से समय पर सूचित किया जाएगा। परीक्षा के दौरान अतिरिक्त उपायुक्त महेन्द्र पाल गुर्जर, डीएसपी मुख्यालय अजय ठाकुर और जिला खेल एवं युवा सेवाएं अधिकारी उत्तम डोड भी मौजूद रहे। किसी भी आपातकालीन स्वास्थ्य स्थिति से निपटने के लिए परीक्षा स्थल पर मेडिकल एम्बुलेंस और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम तैनात थी। खनन अधिकारी नीरज कांत ने परीक्षा के सफल आयोजन में सहयोग देने वाले सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।
ममता भनोट/ऊना: उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज 'ऑपरेशन सिंदूर' में घायल हुए हरोली विधानसभा क्षेत्र के दो वीर जवानों का कुशलक्षेम जाना। उन्होंने बाथू गांव निवासी बीएसएफ के उप निरीक्षक व्यास देव और छेत्रा गांव निवासी सिख रेजिमेंट के जवान गुरनाम सिंह उर्फ 'रोमी' के परिजनों से मुलाकात की। वर्तमान में दोनों ही जवान जम्मू के आर्मी हॉस्पिटल में अपना इलाज करवा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री सबसे पहले बाथू गांव पहुंचे, जहां उन्होंने ड्रोन हमले में गंभीर रूप से घायल हुए उप निरीक्षक व्यास देव की पत्नी परमजीत कौर से भेंट की। उन्होंने व्यास देव के अदम्य साहस को पूरे प्रदेश की ओर से नमन करते हुए कहा कि उन्होंने देश की रक्षा में अद्वितीय पराक्रम और शौर्य का परिचय दिया है। एक टांग गंवाने के बावजूद उनका हौसला पूरे राष्ट्र के लिए गर्व का विषय है। इसके बाद उप मुख्यमंत्री छेत्रा गांव गए और सिख रेजिमेंट के घायल जवान गुरनाम सिंह के माता-पिता जोगिंदर सिंह व जगमोहन कौर तथा पत्नी गुरप्रीत कौर से मिलकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गुरनाम सिंह जैसे वीरों का समर्पण ही देश की असली शक्ति है और प्रदेश हमेशा ऐसे वीरों का सम्मान करता रहेगा। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने दोनों जवानों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और प्रदेश सरकार की ओर से हर संभव सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता दोहराई।इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणजीत राणा, अशोक ठाकुर, प्रमोद कुमार, सतीश बिट्टू, विनोद बिट्टू, पवन ठाकुर और बाथू ग्राम पंचायत की प्रधान सुरेखा राणा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
शाहपुर के रणबांकुरे सूबेदार मेजर पवन कुमार ने देश की रक्षा करते हुए शहादत दी। वे 25 पंजाब रेजीमेंट में तैनात थे और सीमावर्ती राजौरी क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा की जा रही भारी गोलीबारी के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए। उनका संबंध एक सैन्य परिवार से था, और उनके पिता गरज सिंह भी सेना में हवलदार पद से सेवानिवृत्त हैं। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने शहीद सूबेदार मेजर पवन कुमार की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्र ऐसे वीर सपूतों के बलिदान को कभी नहीं भुला सकता। उन्होंने कहा कि शहीद का बलिदान देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण है और यह प्रदेश तथा देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उप मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
भारत-पाकिस्तान के बीच वर्तमान में चल रहे तनावपूर्ण हालातों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ऊना ने क्षेत्र में जन-सुरक्षा व कानून व्यवस्था की अक्षुण्णता को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। ऊना जिले में ड्रोन उड़ाने और पटाखे चलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। जिला दंडाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जतिन लाल ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 33 एवं 34 के अंतर्गत यह आदेश जारी किए हैं। जारी आदेशों के मुताबिक ऊना जिले की सीमा में किसी भी प्रकार के ड्रोन, मानव रहित विमान (यूएवी), रिमोट-नियंत्रित एयरक्राफ्ट या ड्रोन आधारित फोटोग्राफी- वीडियोग्राफी पर तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। यदि किसी संस्था या व्यक्ति को विशेष अनुमति की आवश्यकता है, तो इसके लिए उपायुक्त से पूर्व में लिखित स्वीकृति लेना अनिवार्य होगा। वहीं, वर्तमान संवेदनशील सुरक्षा परिस्थिति को देखते हुए जिले में पटाखों के प्रयोग, बिक्री और विस्फोट पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। यह निर्णय किसी भी प्रकार की अफवाह, घबराहट या विस्फोट जैसी आवाज़ों की गलत व्याख्या को रोकने के उद्देश्य से लिया गया है। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और अगले आदेश तक प्रभावी रहेंगे। आदेशों की अवहेलना करने पर संबंधित व्यक्ति या संस्था के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 तथा अन्य प्रासंगिक कानूनों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के अंब उपमंडल के भरवाईं क्षेत्र स्थित बेहड़ भटेड़ गांव में 9-10 मई की दरम्यानी रात लगभग 1:30 बजे एक गैर-आबादी क्षेत्र में धातु का संदिग्ध टुकड़ा गिरने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। यह टुकड़ा एक उपकरण की तरह दिखाई दे रहा था, जिससे आसपास के नागरिकों में घबराहट फैल गई। स्थानीय नागरिकों द्वारा सूचना मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित किया। प्रारंभिक जांच में यह टुकड़ा निष्क्रिय प्रतीत हुआ, और इससे किसी प्रकार के जान-माल का नुकसान होने की कोई सूचना नहीं है। अभी विशेषज्ञों की एक टीम इस संदिग्ध टुकड़े की गहन जांच कर रही है, ताकि इसकी असली प्रकृति और कारण का पता लगाया जा सके। प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे संयम बनाए रखें और अफवाहों से बचें। केवल अधिकृत और प्रमाणिक सूचनाओं पर विश्वास करें। सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है और मामले की जांच जारी है।
ममता भनोट/ऊना: हरोली उपमंडल के कांगड़ में आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय हरोली उत्सव की भव्य सफलता पर जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत राय ने क्षेत्रवासियों, आयोजकों और स्थानीय प्रशासन को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह उत्सव ना केवल सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक बना, बल्कि इससे क्षेत्र को एक नई पहचान भी मिली। प्रशांत राय ने कहा कि लगभग सात वर्षों के बाद हरोली क्षेत्र में इतने बड़े स्तर का सांस्कृतिक उत्सव आयोजित हुआ, जिसे लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह और उत्सुकता थी। उन्होंने बताया कि आयोजन के पहले दिन से लेकर अंतिम सांस्कृतिक संध्या तक हर शाम हजारों की भीड़ उमड़ती रही, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि लोग इस तरह के आयोजन की प्रतीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन की सफलता में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री का अहम योगदान रहा, जिन्होंने न सिर्फ उत्सव की रूपरेखा को मूर्त रूप देने में मदद की, बल्कि हर स्तर पर सहयोग कर आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रशांत राय ने उपमुख्यमंत्री को इस सराहनीय कार्य के लिए बधाई दी और कहा कि वे जनता की भावनाओं से जुड़े नेता हैं। युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि हरोली भाजपा से लेकर जिला भाजपा तक कई नेताओं ने इस उत्सव का विरोध किया और इसे राजनैतिक चश्मे से देखा, लेकिन जनता ने भाजपा के इस विरोध को नकारते हुए उत्सव में भारी संख्या में भाग लेकर एकता और भाईचारे की मिसाल पेश की। उन्होंने यह भी कहा कि विरोध करने वाले कई भाजपा नेता स्वयं सोशल मीडिया पर उत्सव की झलकियों को देर रात तक देखते रहे, जिससे यह साफ है कि विरोध केवल दिखावे के लिए था। प्रशांत राय ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की भी कड़ी निंदा की और इस घटना में मारे गए निर्दोष नागरिकों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह समय देश में एकजुटता का है, लेकिन भाजपा इस दुखद घटना पर भी राजनीति करने में लगी है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उत्सव की खास बात का जिक्र करते हुए राय ने बताया कि इस आयोजन में पंजाब के लोकप्रिय गायक और कलाकारों के साथ-साथ हिमाचल के लोक कलाकारों को भी मंच प्रदान किया गया, जिससे लोक संस्कृति को बढ़ावा मिला। अंतिम सांस्कृतिक संध्या पूरी तरह हिमाचली कलाकारों को समर्पित रही, जिसे लोगों ने खूब सराहा। प्रशांत राय ने कहा कि इस तरह के आयोजन ना केवल युवाओं में सांस्कृतिक चेतना जागृत करते हैं, बल्कि पर्यटन, स्थानीय व्यापार और क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को भी मजबूती प्रदान करते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी ऐसे आयोजन लगातार होते रहेंगे और हरोली एक सांस्कृतिक हब के रूप में विकसित होगा।
जिला ऊना मुख्यालय के सरकारी गवर्नमेंट कॉलेज के नजदीक एक मिनी टेंपो द्वारा खड़ी कार को अचानक टक्कर लगने से कार सड़क से नीचे जा गिरी। वहीं अनबैलेंस होने के कारण टेंपो भी सड़क पर पलट गया। इस दौरान वहां पर खड़ी एक स्कूटी भी इसकी चपेट में आ गई । इस हादसे में तीन लोगों को चोट आई है, जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल लाया गया है। कार सड़क के किनारे खड़ी थी और उसमें कोई भी व्यक्ति सवार नहीं था। वहीं जानकारी के अनुसार ऊना की तरफ से आ रहे हैं टेंपो जब टर्न होने लगा तो अचानक सड़क के किनारे खड़ी कार को हिट कर गया, जिस कारण कार सड़क से कई फीट नीचे जा गिरी और अनबैलेंस होने के कारण टेंपो भी सड़क पर पलट गया स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों द्वारा तुरंत मौके पर इकट्ठे होकर टेंपो क़ो खड़ा किया गया और उसमें से लोगों को निकाला गया। यह टेंपो ऊना के ही एक कारोबारी का बताया जा रहा है फिलहाल एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई है।
हिमाचल प्रदेश का सबसे लंबा पुल जिला ऊना के हरोली विधानसभा क्षेत्र व ऊना को जोड़ने का काम करता है। हरोली- रामपुर पुल का निर्माण प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा करवाया गया है और अब यह पुल रोज रात को तिरंगे की रोशनी में रोशन रहेगा। इस पुल पर 50 पोल को भारत के तिरंगे के रंगों की रोशनी से रोशन करेगी। इसका ट्रायल किया गया जो सफल रहा, अब लगातार यह पूल तरंगे की रोशनी में रोशन रहेगा। वही हरोली उत्सव पर हरोली- रामपुर पुल का नजारा अद्भुत दिखाई दिया। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि यह पुल आकर्षण का केंद्र बने। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस पुल के आसपास मेला ग्राउंड बनाया जायगा और यहां एक घाट बने इसके लिए भी प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरोली व ऊना को जोड़ने का काम यह पुल करता है और अब देश भक्ति का संदेश भी देगा। उन्होंने कहा कि इस पुल पर मौजूद तिरंगे की रोशनी पहलगाम के शहीदों को समर्पित है।
ऊना जिले के बंगाणा उपमंडल की धुंधला पंचायत के अप्पर धुंधला गांव में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। गांव के श्मशान घाट के पास स्थित एक तालाब में एक नवजात शिशु शिशु मिला है जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। चौंकाने वाली बात यह है कि नवजात के गले में पत्थर बांधकर उसे तालाब में फेंका गया था। शव देखते ही ग्रामीणों ने तुरंत पंचायत प्रतिनिधियों और पुलिस को सूचित किया। थाना प्रभारी रोहित कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और प्रारंभिक जांच शुरू कर दी। पुलिस का मानना है कि नवजात शिशु (पुरुष) का जन्म हाल ही में हुआ था और जन्म के तुरंत बाद ही उसे तालाब में फेंक दिया गया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। पंचायत उप-प्रधान रमन कुमार ने घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस को सूचित करने की पुष्टि की है। इस अमानवीय कृत्य से स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है और उन्होंने तुरंत आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। पूरे क्षेत्र में इस जघन्य अपराध की चर्चा है, जबकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह नवजात किसका बच्चा था। जिला पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि शिशु के शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है और पुलिस ने मामला दर्ज कर विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
हिमाचल प्रदेश में नशे के बढ़ते मामलों को लेकर पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाया है। इस कड़ी में जिला ऊना पुलिस के एसआईयू टीम ने दो युवकों से तलाशी के दौरान 11.44 ग्राम चिट्ठा बरामद किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें अरेस्ट कर लिया है और उनके खिलाफ जांच शुरू कर दी है। वहीं, एक अन्य मामले में टाहलीवाल पुलिस स्टेशन के तहत पंजाब के चार युवकों से 24 ग्राम अफीम और चरस भी बरामद की गई है। जानकारी देते हुए एडिशनल एसपी, ऊना संजीव भाटिया ने बताया कि इन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और अब इस मामले की भी जांच की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ये नशे की खेप कहां से लाई गई थी और इसे आगे किसे सप्लाई किया जाना था। उन्होंने यह भी कहा कि नशे के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
ऊना नगर के संस्थापक गुरु नानक देव जी के वंशज बाबा साहिब सिंह जी बेदी का पावन जन्म दिवस 26, 27 और 28 मार्च को उनके वंशजों और देश-विदेश से आए संगत के साथ हर्षोउल्लास से मनाया जा रहा है। सिख जगत के 12 मिशनों को एकत्र कर खालसा राज की स्थापना करने वाले बाबा साहिब सिंह जी का जन्म दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के पावन वरदान से हुआ था। गुरु नानक देव जी के 9वें वंशज, बाबा कलाधारी जी, जो गुरु गोबिंद सिंह जी के समकाली थे, अक्सर संतोषगढ़ के पास गुरपलाह नामक स्थान पर गुरु साहिब से मुलाकात करते थे। यहीं गुरु साहिब ने बाबा कलाधारी जी को बाबा साहिब सिंह जी के जन्म का वरदान दिया था। बाबा साहिब सिंह जी का जन्म 1756 में डेरा बाबा नानक, जिला गुरदासपुर में हुआ था। उनके पिता बाबा अजीत सिंह जी और माता सरुपा देवी के घर में उनका जन्म हुआ। बाबा साहिब सिंह ने प्रारंभिक शिक्षा और धार्मिक संस्कार अपने पिता से प्राप्त किए, जबकि विद्वान पंडित सोमनाथ जी से भारतीय दर्शन और इतिहास की विद्या प्राप्त की। वे शास्त्र और शस्त्र विद्या में भी माहिर थे। बाबा साहिब सिंह जी बेदी जी ने युवा अवस्था में ही सिख धर्म और गुरबाणी के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभाई। 1775 में, बाबा साहिब सिंह जी ने अपनी धर्मपत्नी माता गुलाब देवी के साथ तख्त श्री आनंदपुर साहिब में अमृतपान किया और मीरी-पीरी के सिद्धांत पर राज योग कमाया। बाबा साहिब सिंह जी के तीन सुपुत्र बाबा बिशन सिंह, बाबा तेग सिंह और बाबा बिकरमा सिंह थे, जिन्होंने धर्म प्रचार में अहम योगदान दिया। उनका प्रभाव इतना था कि उन्होंने कई राजाओं के आपसी विवादों का समाधान किया और उनकी बातों को सभी ने माना। सिख सरदारों और राजाओं द्वारा बाबा साहिब सिंह जी को जागीरें भेंट की गईं। बाबा साहिब सिंह जी 117 गांवों की रियासत के मालिक थे और उनके पास 14,000 की सेना हर समय तैयार रहती थी। जब भी बाबा साहिब सिंह जी युद्ध के लिए जाते, तो अपनी सेना के साथ नगर की परिक्रमा करते थे, जो एक रक्षा कवच का प्रतीक थी। इस परिक्रमा में नगरवासी, बिना किसी जातिभेद के, शामिल होते थे और संत-फकीर भी इसका हिस्सा बनते थे। बाबा साहिब सिंह जी के जन्म दिवस के अवसर पर 27 मार्च को नगर कीर्तन और नगर की परिक्रमा की जाती है, जिससे उस याद को ताजा किया जाता है। बाबा साहिब सिंह जी ने 1801 में वैसाखी के पावन पर्व पर विभिन्न सिख धड़ों को एक निशान के तले इकठ्ठा किया और सरदार रणजीत सिंह शुकरचरिया को राज तिलक देकर "शेरे पंजाब महाराजा रणजीत सिंह" का खिताब दिया। ऊना में एतिहासिक किले की स्थापना 1784 में हुई थी, जो 117 गांवों की रियासत से संबंधित था। हालांकि, अंग्रेजों ने बाबा साहिब सिंह जी के छोटे सुपुत्र, बाबा बिकरमा सिंह जी की बगावत के कारण इन किलों को तोपों से उड़ा दिया। अब यहां पुलिस थाना है, जबकि किले के भीतर बाबा तेग सिंह जी का स्थान और लंगर स्थल मौजूद है, जहां एक दिन में 35 मण कच्चा नमक लंगर में प्रयोग किया जाता था। बाबा साहिब सिंह जी के तपस्थल और गुरुद्वारा तपोवन ऊना से लगभग चार किलोमीटर दूर स्थित है। वर्तमान गद्दीनशीन, बाबा सरबजोत सिंह बेदी, जो 1989 में इस दायित्व को संभाल चुके हैं, ने क्षेत्र और समुदाय के सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक जीवन में अहम योगदान दिया है। वे नगर परिषद के अध्यक्ष रहे और उनके बेटे अमरजोत सिंह बेदी भी इस पद पर रह चुके हैं। बाबा सरबजोत सिंह बेदी को उत्तरी भारत में एक सम्मानित धार्मिक शख्सियत माना जाता है। उनके नेतृत्व में ऊना में अत्यधिक विकास हुआ है और उन्होंने मंदबुद्धि बच्चों के लिए प्रेमाश्रम की स्थापना भी की। हर साल 26, 27 और 28 मार्च को बाबा सरबजोत सिंह जी बेदी के नेतृत्व में बाबा साहिब सिंह जी बेदी का जन्म उत्सव हर्षोउल्लास से मनाया जाता है।
ऊना पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया हुआ है इसी कड़ी में आज ऊना पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ पांच अलग-अलग जगह पर सरप्राइज रेड आज सुबह की गई यह रेड पुलिस थाना हरोली और टाहलीवाल के अधीन की गई है पुलिस को इस सरप्राइस रेड में एक बड़ी सफलता भी हाथ लगी है पुलिस ने रेड के दौरान एक दुकान से तलाशी के दौरान एक देसी कटा वैपन भी मिला है पुलिस ने व्यक्ति के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है पुलिस के मुताबिक यह पता लगाया जाएगा कि यह देशी कटा व्यक्ति कहां से लाया था और इसका आगे कहां इस्तेमाल करना था पुलिस द्वारा इस मामले की तह तक जाया जाएगा बही पुलिस को आज एक अलग जगह पर एक बाइक भी बरामद हुई है बाइक का चेसी नंबर मिटाया गया था और उस पर टेंपरिंग की गई थी पुलिस ने इस रेड के दौरान कुछ मात्रा में भुक्की मिलने की भी जानकारी दी है पुलिस के मुताबिक वह नशे के खिलाफ, इल लीगल वैपन के खिलाफ बिना नंबर प्लेट्स वाहन और गैंगस्टर गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कारवाई करने के लिए विशेष अभियान चलाए हुए है जिसको इसी प्रकार जारी रखा जा रहा है उन्होंने कहा आजकल क्राइम की वारदात को अंजाम देने के लिए दो पहिया वाहनों का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है जिसके चलते वीना नंबर प्लेट्स वाले वाहनों पर शिकंजा कसा जाएगा और एक स्पेशल ड्राइव भी को जाएगी वहीं उन्होंने होशियारपुर और रोपड़ एसपी के साथ नशे और क्राइम की को लेकर बातचीत किए जाने की जानकारी दी है
ऊना/ममता भनोट और लक्की: जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए विजिलेंस एवं एंटी करप्शन विभाग ने जिला श्रम अधिकारी को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र के एक लेबर ठेकेदार की शिकायत पर की गई। जानकारी के अनुसार, लेबर ठेकेदार अपने लाइसेंस का नवीनीकरण करवाना चाहता था, लेकिन श्रम अधिकारी ने इसके एवज में घूस की मांग की। ठेकेदार ने मामले की शिकायत विजिलेंस विभाग को दी, जिसके बाद टीम ने पूरी योजना बनाकर अधिकारी को रंगे हाथों पकड़ने के लिए ट्रैप लगाया। आज जब श्रम अधिकारी ने ठेकेदार से रिश्वत की रकम स्वीकार की, तभी पहले से तैयार विजिलेंस टीम ने तुरंत उसे गिरफ्तार कर लिया। अधिकारी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, आरोपी के ठिकानों और बैंक खातों की भी जांच की जाएगी, ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं पहले भी इस तरह के भ्रष्टाचार में उसकी संलिप्तता तो नहीं रही। एक वरिष्ठ श्रम अधिकारी के रिश्वतखोरी में पकड़े जाने से पूरे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। यह मामला सिर्फ एक अधिकारी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक जांच की जरूरत को भी दर्शाता है कि कहीं अन्य अधिकारी भी इसी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त तो नहीं हैं।
बुधवार को पशु चिकित्सालय कालू दी बड में पशुपालन विभाग द्वारा एनिमल बर्थ कंट्रोल , एंटी रेबीज और फार्मर अवेयरनेस कैंप लगाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ दिनेश सिंह परमार मौजूद रहे। इस कैंप में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ दिनेश कुमार पशु चिकित्सालय कालू दी बढ़ और सीनियर वेटरनरी ऑफिसर डॉ राकेश कुमार, डॉ निशांत रनोद, डॉ शिल्पा, डॉ अमित शर्मा, डॉ दीपशिखा , संजीव कुमार और सोमराज विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस कैंप में 62 पशुपालकों ने भाग लिया। इस कैंप में 62 कुत्तो को एंटी रेबीज व 20 का नसबंदी ऑपरेशन किया गया। अवेयरनेस कैंप में डॉ दिनेश परमार असिस्टेंट डायरेक्टर द्वारा विभागीय योजनाओं के बारे में संक्षिप्त रूप से पशुपालकों को अवगत करवाया गया। जिसमें केसीसी, हिमकुप्पी , सेक्स सोर्टर सीमन और डेयरी फार्म से जुड़ी हुई स्कीमों के बारे में जानकारी दी गई।
पिछले 24 घंटों से हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश और बर्फबारी ने हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मचाई है। बारिश के कारण कई नदियाँ उफान पर आ गईं हैं, वहीं भूस्खलन और बर्फबारी से प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं। शिमला, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और मंडी जैसे इलाकों में यातायात प्रभावित हुआ है, और प्रशासन ने इन क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है। भारी बारिश और बर्फबारी के चलते चंबा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में शैक्षिक संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है। वही मौसम विभाग ने आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है खासतौर पर, कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, और यहां आंधी-तूफान की भी चेतावनी दी गई है। सड़कें बंद और लैंडस्लाइड्स: नेशनल हाईवे 5, जो शिमला को किन्नौर से जोड़ता है, निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। इसके अलावा, होली-चंबा सड़क भी गरोला के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गई है। इस भूस्खलन में एक बस भी पलट गई, लेकिन गनीमत रही कि वह खाई में नहीं गिरी। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे और मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर भी जगह-जगह भूस्खलन हुआ है, जिससे यातायात बाधित हो गया है। कुल्लू में जलस्तर बढ़ा और लैंडस्लाइड: कुल्लू के गांधीनगर में नाले का जलस्तर बढ़ने से यातायात प्रभावित हुआ है। वहीं, सोलंग नाला में तीन फीट तक ताजा बर्फबारी हुई, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई है और यातायात बाधित हुआ है। कुल्लू जिले के बंजार तहसील में हॉस्पिटल के पास भी भूस्खलन हुआ, जिससे एक गाड़ी इसकी चपेट में आ गई। ऊहल नदी का उफान और शानन परियोजना: ऊहल नदी के जलस्तर के बढ़ने के कारण शानन परियोजना के बैराज गेट खोलने पड़े हैं। निचले इलाकों में रहने वालों को नदी किनारे सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पांवटा साहिब में लैंडस्लाइड के कारण NH-707 तीन घंटे से बंद है, जिससे यात्री परेशान हैं। प्रदेश सरकार ने भारी बारिश के मद्देनजर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। विशेष रूप से, भूस्खलन और बाढ़ जैसी परिस्थितियों से बचने के लिए प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और यात्रा में सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है।
हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है, जिसके कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी तीन दिनों तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव रहेगा, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी रहेगी। खासतौर पर, कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, और यहां आंधी-तूफान की भी चेतावनी दी गई है। लाहौल स्पीति में पिछले दो दिनों से हो रही बर्फबारी ने इलाके की स्थिति को गंभीर बना दिया है। कई इलाकों में तीन फीट से भी अधिक बर्फबारी हो चुकी है, जिससे पूरा जिला बाकी दुनिया से कट चुका है। अटल टनल रोहतांग भी वाहनों के लिए बंद कर दी गई है। मौसम विभाग ने आज और कल के लिए भारी स्नोफॉल का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे और भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लाहौल स्पीति प्रशासन ने हिमस्खलन का अलर्ट जारी किया है। अधिक ढलान वाले इलाकों में बर्फ के पहाड़ गिरने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और बर्फबारी से संबंधित गतिविधियों से दूर रहें। सड़कें और बिजली आपूर्ति पर असर किन्नौर और लाहौल स्पीति में ताजा बर्फबारी के कारण 220 से अधिक सड़कों और 250 बिजली ट्रांसफार्मरों का संचालन ठप हो गया है। इससे क्षेत्र के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई है और यातायात प्रभावित हो रहा है। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है और लोगों को जरूरी सहायता पहुंचाने के लिए प्रयास कर रहा है। मौसम विभाग ने आम नागरिकों को घरों में सुरक्षित रहने और बर्फबारी से संबंधित गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी है। मौसम की स्थिति और बिगड़ सकती है, इसलिए लोगों से अपील की जाती है कि वे प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी सतर्कता बरतें।
हिमाचल प्रदेश में राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सुक्खू सरकार द्वारा नायब तहसीलदारों, पटवारियों और कानूनगो को स्टेट कैडर में डालने की अधिसूचना जारी करने के बाद से संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी और कानूनगो महासंघ में नाराजगी है। इस निर्णय को लेकर महासंघ ने आगामी 25 और 27 फरवरी को सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला किया है, जिसका असर प्रदेशभर में लोगों के प्रमाण पत्र, रजिस्ट्रियां, लोन, और ई-केवाईसी प्रक्रियाओं पर पड़ेगा। इससे आम जनता को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। महासंघ ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने दो दिन के भीतर उचित निर्णय नहीं लिया, तो 28 फरवरी से वे अनिश्चितकालीन पेन डाउन स्ट्राइक शुरू कर देंगे। सुक्खू सरकार ने राज्य कैडर की अधिसूचना जारी कर नायब तहसीलदार, पटवारी और कानूनगो के प्रमोशन चैनल को प्रभावित कर दिया है, जिससे महासंघ के सदस्य परेशान हैं। राज्य में इन पदों पर कुल 3,342 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 488 पद खाली हैं। 2,828 पटवारी और कानूनगो 25 और 27 फरवरी को अवकाश पर जाएंगे, जिससे प्रशासनिक कार्यों में रुकावट आ सकती है। यह पहली बार नहीं है कि इन कर्मचारियों ने विरोध किया है। पिछले साल जुलाई में भी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था और 15 अगस्त को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ हुई बैठक के बाद ही उन्होंने काम पर लौटने का निर्णय लिया था। इसके बाद, महासंघ ने अपनी आठ मुख्य मांगों को बलवान कमेटी के सामने रखा था, जो अब सरकार के पास सिफारिश भेज चुकी है।
हिमाचल प्रदेश में आगामी 4 दिन मौसम खराब रहने का अनुमान, प्रदेश भर में अच्छी बारिश-बर्फबारी की उम्मीद
हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र 25 फरवरी की देर शाम से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान जताया है. प्रदेश भर में इसका असर 28 फरवरी तक देखने को मिलेगा. मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि 26 और 27 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश बर्फबारी होने के आसार हैं. वहीं अब तक प्रदेश में सर्दियां शुष्क रही हैं. पूरे सीजन के दौरान प्रदेश में सामान्य से लगभग 69 फ़ीसदी कब बारिश दर्ज की गई है. शिमला मौसम विज्ञान केंद्र में मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि. 25 फरवरी की देर शाम से हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसका असर 28 फरवरी तक प्रदेश भर में देखने को मिलेगा. वहीं पहली और दो मार्च को भी प्रदेश भर में मौसम खराब बना रहेगा. इस दौरान 26 और 27 फरवरी को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में अच्छी बारिश बर्फबारी होने की संभावना है. इसको लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है. साथ ही कुछ इलाकों में भारी बारिश की भी संभावना है. इसको देखते हुए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में इस बार सर्दियां शुष्क रही हैं. प्रदेश भर में पूरे सीजन के दौरान सामान्य से कम बारिश बर्फबारी दर्ज की गई. मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर में पूरे सीजन के दौरान सामान्य से 69 फ़ीसदी कम बारिश दर्ज की गई. जनवरी महीने में सामान्य 85 फ़ीसदी कम बारिश हुई. वहीं फरवरी महीने में अब तक सामान्य से 52 फ़ीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसके चलते पूरे सीजन के दौरान दिन के तापमान औसतन चार से पांच डिग्री ऊपर देखने को मिले. फिलहाल प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य चल रहे हैं मगर दिन के तापमान में उछाल देखा जा रहा है. हालांकि प्रदेश में मौसम बिगड़ने के बाद दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी. इसके चलते मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से 26 और 27 फरवरी को प्रदेश में कोल्ड डे का अलर्ट भी जारी किया गया है
** चम्बा कांगड़ा कुल्लू मंडी में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका हिमाचल में आज देर रात से मौसम करवट बदलने वाला है। मौसम विभाग ने आज देर रात से कई हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।इस दौरान खास कर चम्बा कांगड़ा कुल्लू मंडी में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका जताई है। इसके साथ ही शिमला में बारिश जबकि कुफरी नारकंडा ओर ऊपरी क्षेत्रो में बर्फबारी हो सकती है। 20 फरवरी को किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में आंधी व तूफान चलने का भी अलर्ट जारी किया गया है। 21 से 23 फरवरी तक अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही मौसम खराब रहेगा। इससे लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा जिला की अधिक ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ हो जाएगा। मौसम विभाग के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान मौसम साफ बना रहा है लेकिन आज डेरा से प्रदेश में पश्चिमी विकशॉप सक्रिय हो रहा है जिसके चलते देर रात से प्रदेश के चार जिलों में कांगड़ा मंडी कुल्लू चंबा में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी मौसम खराब बना रहेगा। उन्होंने कहा कि पश्चिमी विकशॉप का असर 21 फरवरी की सुबह तक रहेगा इसके बाद मौसम साफ रहेगा। बीते दिनों मौसम साफ रहने से तापमान में उछाल आया है लेकिन बारिश और बराबरी होने से तापमान में भारी गिरावट आने की भी आशंका है। प्रदेश में इस बार सर्दियों में भी सूखे जैसे हालात बने हुए है। शिमला सहित कई हिस्सों में बर्फबारी बारिश काफी कम हुई हुई है। इस विंटर सीजन एक जनवरी से 17 फरवरी के बीच में नॉर्मल से 79 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 142.1 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 29.6 मिलीमीटर ही बादल बरसे है।इसकी मार गेहूं की फसल के अलावा सेब के बगीचों पर पड़ रही है। हालांकि आगामी दो दिन बारिश बर्फबारी को।लेकर अलर्ट जारी किया गया है ऐसे में किसान बागवानों को राहत मिल सकती है।
हिमाचल प्रदेश के राशन कार्ड धारकों के लिए एक अच्छी खबर आई है। खाद्य आपूर्ति निगम ने लंबे समय से प्रतीक्षित रिफाइंड तेल की आपूर्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगले महीने से राशन डिपो में रिफाइंड तेल उपलब्ध होने लगेगा। कंपनियों को 28 फरवरी तक तेल के सैंपल जमा करने का समय दिया गया है, जिनकी गुणवत्ता की जांच के बाद 11 मार्च को तकनीकी बिड खोली जाएगी। खाद्य आपूर्ति निगम का दावा है कि 20 मार्च के बाद उपभोक्ताओं को डिपो में तेल मिलने लगेगा। इस नई व्यवस्था के तहत, राशन कार्ड धारकों को एक लीटर सरसों तेल और एक लीटर रिफाइंड तेल मिलेगा। साथ ही, डिपो होल्डरों को तीन महीने का सरसों तेल का कोटा एक साथ देने के निर्देश भी दिए गए हैं, जो पहले एक महीने का दिया जाता था। तेल की सप्लाई अब शुरू कर दी गई है, और दूरदराज क्षेत्रों में सरसों तेल की खेप भेजी जा रही है। हिमाचल प्रदेश में लगभग 19.5 लाख राशन कार्ड उपभोक्ता हैं, और सरकार द्वारा उन्हें दो लीटर तेल, तीन किलो दालें (मलका माश और दाल चना), चीनी और नमक सब्सिडी पर दिया जा रहा है। आटा और चावल केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराया जाता है। खाद्य आपूर्ति निगम के महाप्रबंधक, अरविंद शर्मा ने बताया कि रिफाइंड तेल की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, और अब अगले चरण की तैयारी की जा रही है।
ऊना जिले में एक महिला द्वारा सरकारी अधिकारी बनकर लोगों से लाखों रुपये ठगने का मामला सामने आया है। आरोपी महिला ने खुद को औद्योगिक क्षेत्र ऊना में असिस्टेंट ऑफिसर और सेरीकल्चर विभाग का अतिरिक्त कार्यभार संभालने वाली अधिकारी बताया था। इस धोखाधड़ी का तरीका बेहद चालाक था। महिला ने सरकारी योजनाओं का फायदा देने का लालच देकर लोगों से बड़ी रकम वसूल की थी। महिला ने डायरेक्टोरेट ऑफ इंडस्ट्री शिमला का पहचान पत्र दिखाकर लोगों को यह विश्वास दिलाया कि वे सरकारी योजनाओं के तहत रेशम कीट पालन से जुड़े फायदे दिलवाएंगी। इसके बाद उसने योजनाओं में सब्सिडी देने का वादा किया और लोगों को अपने शपथ पत्र तैयार करवाने के लिए मजबूर किया। इस धोखाधड़ी के दौरान लोगों को मोबाइल पर संदेश भी भेजे गए, जिसमें कहा गया था कि उनका आवेदन पंजीकृत हो चुका है। आरोपी महिला ने पांवटा साहिब और आसपास के कई गांवों में जाकर लोगों से लाखों रुपये जमा कराए। इसके बाद जब लोग योजनाओं का लाभ लेने के लिए संपर्क करने लगे, तो उन्हें फर्जी वादों का सामना करना पड़ा। एसपी ऊना, राकेश सिंह ने बताया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और महिला को पांवटा साहिब से गिरफ्तार किया। महिला को अब ऊना की अदालत में पेश किया गया है, जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है, ताकि अन्य पीड़ितों का पता चल सके और आरोपी महिला के नेटवर्क का खुलासा हो सके।
फर्जी अधिकारी बनकर कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने वाली महिला आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गई। थाना सदर ऊना की टीम ने सिरमौर के पांवटा साहिब से उक्त महिला को गिरफ्तार किया है। ठगी के बाद से ही वो लगातार ठिकाने बदल रही थी। सोमवार को पुलिस ने पुख्ता सूचना मिलने पर पांवटा साहिब में दबिश देकर आरोपी महिला को गिरफ्तार किया।आरोपी महिला को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। ये है मामला मोनिका देवी पत्नी शशिकांत निवासी कुरियाला तहसील व जिला ऊना ने अप्रैल 2024 में पुलिस को शिकायत दी थी। शिकायत में मोनिका देवी ने बताया था कि 18 मार्च 2024 को वह अपने बेटे के साथ दोस्त संजीव के घर चंद्रलोक कॉलोनी मोहल्ला ऊना गई थी। वहां उसे वंदना धीमान मिली। महिला ने खुद को औद्योगिक क्षेत्र ऊना में असिस्टेंट ऑफिसर और सेरीकल्चर विभाग में अतिरिक्त कार्यभार संभालने वाली बताया था। आरोपी ने उसे आईडी कार्ड दिखाया और दावा किया कि उसने कई लोगों की जमीन लीज पर लेकर शहतूत के पौधे लगवाए हैं। इसके बदले लोगों को तीन साल तक 35000 रुपये प्रति माह की आय हो रही है। साथ ही उसे सरकारी नौकरी का लालच भी दिया। आरोपी महिला ने शिकायतकर्ता से शहतूत परियोजना के लिए जमीन का एग्रीमेंट किया और नौकरी दिलवाने के नाम पर 75,000 रुपये लिए। इसके अलावा लोन दिलवाने का झांसा देकर और रुपये लिए। कुल मिलाकर आरोपी महिला ने 99,000 की ठगी की। आरोपी ने शिकायतकर्ता को न तो शहतूत के पौधे दिए और न ही नौकरी से संबंधित कोई आधिकारिक पत्र भेजा। जब शिकायतकर्ता ने अपने स्तर पर जांच की, तो पता चला कि महिला ने कई अन्य लोगों से भी लाखों रुपये की ठगी की थी। इसमें उसका पति भी शामिल बताया जा रहा है।
प्रदेश में बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से राज्य के किसान और बागवान परेशान नजर आ रहे हैं. जनवरी महीने में 84 फ़ीसदी और फरवरी महीने के 11 दिनों में 51 फ़ीसदी तक कम बारिश हुई है. बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से नकदी फसल के साथ सेब की पैदावार पर खतरा मंडरा रहा है. किसान-बागवान अपने साल भर की मेहनत को लेकर खासे चिंतित हैं. राज्य में कई ऐसे किसान और बागवान हैं, जिनकी रोज़ी-रोटी इसी के साथ जुड़ी हुई है. ऐसे में अगर मौसम का साथ नहीं मिलेगा, तो आने वाले समय में परेशानियां बढ़ सकती हैं. यह राज्य सरकार के लिए भी चिंता का विषय है। हिमाचल प्रदेश संयुक्त किसान मंच के संयोजक हरीश चौहान का कहना है कि बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से सेब की पैदावार पर सीधा असर पड़ रहा है. बागवान अपने साल भर की मेहनत को लेकर बेहद चिंतित हैं. सर्दियों के मौसम में अब तक नाममात्र की बर्फबारी हुई है. बर्फबारी न होने की वजह से पौधे की जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं. यही नहीं, बर्फबारी होने से कई ऐसे कीड़े-मकौड़े भी मर जाते हैं, जो पौधे को नुकसान पहुंचा सकते हैं.वहीं, युवा बागवान मोहित शर्मा ने भी बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से चिंता ज़ाहिर की है. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से सेब की पैदावार पर सीधा असर पड़ेगा. बेहतर पैदावार के लिए पौधे को नमी की जरूरत होती है. बर्फ न होने की वजह से नमी नहीं मिल पा रही है. यह सभी बागवानों के लिए चिंता का विषय है.
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर दो दिनों तक मौसम खराब रहने वाला है. हिमाचल प्रदेश की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 2 दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा. इस दौरान जिला चंबा, कुल्लू, लाहौल स्पीति और किन्नौर में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. साथ ही जिला शिमला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. हालांकि अन्य स्थानों पर केवल बादल छाए रहेंगे और बारिश या बर्फबारी जैसे कोई भी असर देखने को नहीं मिलेंगे.मौसम वैज्ञानिक शोभित कटियार ने बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है, जिसका असर हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले जिले चंबा, कुल्लू लाहौल स्पीति और किन्नौर में देखने को मिलेगा. इससे शिमला जिला के ऊंचाई वाले इलाकों में भी हल्की बर्फबारी देखने को मिल सकती है. हालांकि शहर पर बादल छाए रहेंगे. लेकिन, बारिश और बराबरी की कोई भी संभावना नहीं है. शोभित कटियार ने बताया कि इसके बाद अगले तीन दिनों तक मौसम पूरी तरह शुष्क बना रहेगा. इसके बाद 14 और 15 फरवरी को लाहौल स्पीति, कांगड़ा और चंबा के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दूसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. साथ ही 17, 18 और 19 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों पर तीसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसका प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश देखने को मिलेगी. कटियार ने बताया कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहे है, जो आने वाले दिनों में सामान्य हो जाएंगे.
हिमाचल: बिजली बोर्ड में 706 पद खत्म करने पर इंजीनियर-कर्मचारी नाराज, आज काले बिल्ले लगाकर देंगे सेवा
हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड में 706 पदों को समाप्त करने का आदेश जारी किया है, जिससे कर्मचारियों में गहरी नाराजगी फैल गई है। इस निर्णय के विरोध में बिजली बोर्ड के कर्मचारी आज से काले बिल्ले पहनकर काम करने का निर्णय लिया है। शिमला स्थित मुख्य कार्यालय सहित राज्य के अन्य विद्युत मंडल और उप मंडल में कार्यरत इंजीनियर, तकनीकी कर्मचारी और अन्य कर्मचारी भी इस विरोध में शामिल होंगे।यह निर्णय कर्मचारियों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो रहा है, क्योंकि बोर्ड पहले ही कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा था। अब, 706 पदों की समाप्ति के कारण कार्यभार बढ़ने से कर्मचारियों पर दबाव और अधिक बढ़ गया है। इसी कारण, कर्मचारियों ने वर्क-टू-रूल आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है, जिसमें वे केवल निर्धारित समय तक ही काम करेंगे।अगर सरकार ने अपने फैसले को वापस नहीं लिया, तो कर्मचारियों ने राज्यभर में बड़े पैमाने पर विरोध और हड़ताल की चेतावनी दी है। इस मुद्दे पर 11 फरवरी को हमीरपुर में पंचायत आयोजित की जाएगी, और इसके बाद अन्य जिलों में भी विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।