*कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward * कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुनैना कश्यप। फर्स्ट वर्डिक्ट सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward
वो लोग जो बेहतर की उम्मीद में साथ छोड़ कर गए थे, शायद आज वापस हाथ पकड़ने की सोचते होंगे। हम बात कर रहे है कांग्रेस के उन तमाम नेताओं की, जिनका पूर्वानुमान एक दम गलत साबित हुआ। वो नेता जो चुनाव से पहले सत्ता में आती हुई कांग्रेस का साथ छोड़ सत्ता से बाहर होती हुई भाजपा के खेमे में जा मिले थे। इस फेहरिस्त में काँगड़ा से विधायक पवन काजल, नालागढ़ से पूर्व विधायक लखविंदर राणा और हर्ष महाजन मुख्य तौर पर शामिल है। ये वो नेता है जिनका कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था, मगर परिणाम सामने आए तो झटका इन्हें ही लग गया। सर्विदित है कि अगर ऐसा न हुआ होता तो निजी तौर पर आज इनके लिए सियासी परिस्थितियां बेहतर हो सकती थी। हिमाचल प्रदेश में सत्ता की चाबी रखने वाले कांगड़ा जिले के ओबीसी नेता पवन काजल किसी समय कांग्रेस पार्टी की आंखों का 'काजल' माने जाते थे। मगर विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले भाजपा ने कांग्रेस के इस 'काजल' को अपनी आंखों का 'नूर' बना लिया था। यूँ तो काजल भाजपा से ही कांग्रेस में आए थे, मगर काजल की ऐसे भाजपा में वापसी होगी ये किसी ने नहीं सोचा था। दरअसल पवन काजल ने वर्ष 2012 में भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बगावत करते हुए बतौर निर्दलीय कैंडिडेट चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। विधानसभा चुनाव में तब पवन काजल पहली बार जीते थे। पवन काजल के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उन्हें कांग्रेस में ले आए। वीरभद्र सिंह ने ही वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पवन काजल को कांगड़ा से कांग्रेस का टिकट दिया। पवन काजल भी वीरभद्र सिंह के भरोसे पर खरा उतरे और लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए। काजल अक्सर ये कहा भी करते थे कि वे कांग्रेस के साथ नहीं वीरभद्र सिंह के साथ है। कांग्रेस ने उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया, मगर काजल ने कांग्रेस को छोड़ जाना सही समझा। काजल तो चुनाव जीत गए, मगर भाजपा चुनाव हार गई। माना जाता है कि अगर काजल पार्टी न छोड़ते तो उनका मंत्री पद तय था। बात लखविंदर राणा की करें तो राणा तीन बार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ विधानसभा पहुंचे थे । वर्ष 2010-11 में नालागढ़ के तत्कालीन विधायक हरिनारायण सैणी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में लखविंद्र राणा कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे और पहली बार विधायक चुने गए। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में राणा हार गए। वर्ष 2017 में उन्होंने एक बार फिर नालागढ़ सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। मगर 2022 के विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए। भाजपा ने उन्हें टिकट दिया मगर भाजपा में बगावत के चलते राणा चुनाव हार गए। इन दो विधायकों के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कहे जाने वाले हर्ष महाजन भी चुनाव से पहले भाजपा के हो गए थे। शायद ही किसी ने सोचा हो कि वीरभद्र सिंह के हनुमान कहे जाने वाले हर्ष महाजन और कांग्रेस की राह अलग भी हो सकती है। हर्ष महाजन होलीलॉज के करीबी थे और वे कई बार वीरभद्र सिंह के चुनाव प्रभारी भी रह चुके थे। कहते है कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री बनाने में हर्ष महाजन का सबसे बड़ा योगदान रहा था। इस चुनाव से पहले भी कांग्रेस द्वारा इन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, मगर कांग्रेस पर नज़रअंदाज़गी का आरोप लगाते हुए महाजन भाजपा में शामिल हो गए थे। हालंकि अब भाजपा में हर्ष महाजन को कितनी तवज्जो मिल रही है, ये वे ही जानते होंगे। अगर महाजन कांग्रेस में रहते तो शायद बात कुछ और होती।
प्रदर्शन और आभार कार्यक्रम तो बहुत हुए मगर इस तरह पहले कभी सरकार का आभार व्यक्त करने को कर्मचारियों का हुजूम नहीं उमड़ा। लाखों की संख्या में कर्मचारी सीएम सुक्खू का दिल की गहराईयों से आभार करने को पहुंचे और धर्मशाला का पुलिस ग्राउंड जय सुक्खू के नारो से गूँज उठा। ऐसा स्वागत या स्नेह, सरकार को कर्मचारियों से शायद ही पहले कभी मिला हो, और हो भी क्यों न सीएम सुक्खू के नेतृत्व की इस कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों की उस मांग को पूरा किया है जिसके लिए प्रदेश के लाखों कर्मचारी सालों तक नेताओं की दरों पर दस्तक देते रहे। सीएम सुक्खू ने कर्मचारियों के इस अनंत संघर्ष पर पूर्ण विराम लगाया है, जिसके लिए कर्मचारियों ने सीएम सुक्खू को सर माथे लगा लिया। कभी उन्हें नायक बताया तो कभी पेंशन पुरुष। आभार के जवाब में सीएम सुक्खू भी कह गए कि मैं आपका सेनापति हूँ और आप मेरी सेना हो। 11 दिसंबर को कर्मचारियों के आशीर्वाद से कांग्रेस सरकार बनी और आगे भी ऐसे ही हमारा साथ देते रहना। कर्मचारियों की ये मांग कोई आम मांग नहीं थी। ये वो मसला था जिससे प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का भविष्य जुड़ा था, वो कर्मचारी जो एनपीएस के अंतर्गत आते थे और जिन्हें शायद सेवानिवृत होने के बाद अपने बुढ़ापे में किसी और का सहारा लेना पड़ता। एनपीएस के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के ऐसे कई मामले सामने आए है, जब इन कर्मचारियों को सेवानिवृत होने के बाद नाम मात्र पेंशन मिली। पूरे जीवन सरकार की सेवा करने के बाद ये कर्मचारी बुढ़ापे में इतने लाचार हो गए की जीवन व्यापन कठिन हो गया। इसी के बाद से पुरानी पेंशन बहाली के लिए महासंघर्ष का आरम्भ हुआ। न जाने कितनी ही हड़तालें, प्रदर्शन, अनशन इन कर्मचारियों ने किये मगर एक लम्बे समय तक इनकी नहीं सुनी गई। अपने बुढ़ापे की सुरक्षा के लिए संघर्षरत इन कर्मचारियों पर एफआईआर भी हुई, इन पर वाटर कैनन्स भी दागी गई और इनकी आवाज़ दबाने की कोशीश भी की गई, मगर संघर्ष थमने के बजाए और उग्र होता गया। आखिर जिस सरकार ने कर्मचारियों की नहीं सुनी वो सरकार सत्ता से बाहर हुई और सीएम सुक्खू के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार कर्मचारियों के लिए मसीहा बन गई। वादे अनुसार पहली कैबिनेट की बैठक में ही पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया गया। सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों में केसा उत्साह है ये एक बार फिर धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में देखने को मिल गया।
मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं के दसवीं के छात्रों ने वार्षिक परीक्षा परिणाम में परचम लहराया है। जहां बोर्ड की टॉप टेन मेरिट लिस्ट में स्कूल के चार बच्चों ने स्थान बनाया है, वहीं 34 विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक लिए हैं अर्जित कर नाम चमकाया है। जबकि 75 बच्चे ऐसे हैं जिनके 90 प्रतिशत से अधिक अंक हैं। स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मेधावी छात्रों को प्रधानाचार्य परवेश चंदेल व स्कूल स्टाफ ने सम्मानित किया। स्कूल के छात्रों में शैवी ठाकुर ने 687, आरव ठाकुर 687, नमन शर्मा ने 686 व पिनाक चंदेल ने 687 अंक प्राप्त कर बोर्ड की टॉप टेन मेरिट सूची में दबदबा कायम किया है। इसके संजीदा शर्मा, अंशुल धीमान, तन्मय शर्मा ने 683, सारा, आदर्श राणा ने 682, अदिविका पटियाल ने 680, गौरी शर्मा, रिधिमा ने 679, तन्मय कौशल ने 678, चाहत रतवान, शगुन ने 676, उमंगिता ने 675, आयुश कुमार ने 672, शगुन शर्मा ने 671, सैजल शर्मा ने 670, शिवांश शर्मा ने 668, आनवी, अनमोल, अर्शित, दिव्यांश ने 667, अंजली शर्मा, वंशिका, पियूष भभैरिया, पुनीत नड्डा, सूर्यांश ने 666, आदित्य रनावत, अर्पित शर्मा, राहुल, वैदिक भक्त व अर्पित शर्मा ने 665 अंक प्राप्त कर पाठशाला का नाम रोशन किया है। बता दें कि मिनर्वा स्कूल का बोर्ड की कक्षाओं में ही नहीं, बल्कि दूसरी कक्षाओं का भी परीक्षा परिणाम बेहतर रहता है। मिनर्वा स्कूल घुमारवीं के प्रिंसिपल परवेश चंदेल ने कहा कि दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने अच्छे अंक प्राप्त किए हैं। इसके लिए स्कूल स्टाफ व बच्चों के माता पिता बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि मिनर्वा स्कूल में प्रतिदिन छुट्टी के बाद 4 बजे तक बच्चों की समस्याएं सुनीं जाती हैं तथा उसे हल किया जाता है। इस मौके पर स्टडी सर्कल के प्रभारी राकेश चंदेल, उप प्रधानाचार्य विनय शर्मा व मदन लाल मौजूद रहे। शिक्षकों की मेहनत, बच्चों का जुनून करता है प्रेरित मिनर्वा स्कूल के प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने कहा कि शिक्षकों की मेहनत, बच्चों का जुनून व अभिभावकों का विश्वास ही बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। स्कूल में सभी शिक्षक परिवार की तरह काम करते हैं। हर वर्ष बेहतर से बेहतर करने का प्रयास किया जता है।
मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं का जमा दो का वार्षिक परीक्षा शत-प्रतिशत रहा। स्कूल के 10 विद्यार्थियों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक लेकर अपना अपना अपने माता पिता तथा स्कूल का नाम रोशन किया है। पाठशाला प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि 89 विद्यार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने जमा दो की बोर्ड की परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। बोर्ड की मेरिट सूची में अर्शिया नौवां स्थान प्राप्त कर स्कूल का रोशन किया है। वहीं स्कूल की टॉप टेन मेरिट लिस्ट में आयुषी शर्मा व तनिष्क चौधरी ने 482 अंक प्राप्त कर दूसरा स्थान झटका। इसी तरह से संभव ने 480, दिया शर्मा ने 480, युविका चौहान ने 479, सौम्य चंदेल ने 479, शिव डोगरा ने 478, उपासना ने 475 व सुजल शर्मा ने 475 अंक प्राप्त किए हैं। 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया तथा उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने बताया कि जमा दो परीक्षा परिणाम में सभी बच्चे प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल स्टाफ का हमेशा शिक्षा के हर क्षेत्र में बेहतर परिणाम देने के लिए प्रयासरत रहता है। बच्चों के बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए समस्त स्कूल स्टाफ बच्चे व उनके अभिभावक बधाई के पात्र हैं। क्योंकि बच्चों के माता पिता व अध्यापकों को उनकी पढ़ाई के दौरान अहम योगदान रहता है। परवेश चंदेल ने सभी बच्चों को उनकी आगे की पढ़ाई व उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
***कुल्लू जिले के स्नॉवर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा की छात्रा मानवी ने 99.14 प्रतिशत (694) अंक लेकर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। हमीरपुर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल चूबतरा की छात्रा दीक्षा कथयाल ने (693) 99 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं हमीरपुर जिले के ही दो छात्रों ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है। न्यू इरा सीनियर सेकेंडरी स्कूल परोल के छात्र अक्षित शर्मा और सीनियर सेकेंडरी स्कूल बदारान के छात्र आकर्षक ठाकुर ने 98.86 प्रतिशत (692) अंक लेकर प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमें से 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं और 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। उन्होंने ने बताया कि इस बार का परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी। 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं। 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
एचएएस परीक्षा में प्रदेशभर में दूसरा स्थान हासिल करने अंशु चंदेल जिला बिलासपुर के गांव ओहर की रहने वाली है। अंशु चंदेल ने प्रदेश भर में उच्च गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने लिए पहचान रखने वाले मिनर्वा शिक्षण संस्थान से शिक्षा प्राप्त की है। इसी कड़ी में अंशु चंदेल मंगलवार को मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं पहुंची, जहां उन्होंने अपने गुरुजनों का आशीर्वाद लिया। उनकी इस सफलता के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूल प्रबंधन ने अंशु चंदेल को शॉल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। संस्थान के संचालक तथा प्रधानचर्य प्रवेश चंदेल ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी हैकि उनके स्कूल शिक्षा प्राप्त कर निकली एक बेटी प्रशासनिक अधिकारी बन कर प्रदेश की सेवा करेगी। उन्होंने अंशु चंदेल तथा उनके माता-पिता को शुभकामनाएं भी प्रेषित की। साथ ही कहा कि जिस तरह से आज अंशु चंदेल ने कड़ी मेहनत से अपना मुकाम हासिल किया है, उससे स्कूल का हर बच्चा प्रोत्साहित होगा। अंशु चंदेल ने कहा कि उन्होंने अपनी 11 और 12 की शिक्षा मिनर्वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं से प्राप्त की है। अंशु चंदेल ने कहा कि बच्चे को अभी से इस तरह की तैयारी करना शुरू कर देनी चाहिए, ताकि वे भविष्य में प्रशासनिक अधिकारी बन सके। अपनी इस सफलता के लिए अंशु चंदेल ने अपने माता-पिता के साथ साथ मिनेर्वा शिक्षण संस्थान का भी धन्यवाद किया।
साइंस स्ट्रीम में ओजस्विनी उपमन्यु ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। 500 में से 493 अंक (98.6 प्रतिशत) हासिल किए हैं। ओजस्विनी उपमन्यु जिला ऊना के घनारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हैं। कॉमर्स स्ट्रीम में सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन की छात्रा वृंदा ठाकुर ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। वृंदा ने 500 में से 492 अंक (98.4 प्रतिशत) हासिल किए हैं। आर्ट्स स्ट्रीम में प्रदेशभर में पहले स्थान पर चार विद्यार्थी रहे हैं। चारों ने 500 में से 487 अंक (97.4 प्रतिशत) हासिल किए हैं। डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊना की छात्रा तरनिजा शर्मा, रूट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसोग की छात्रा दिव्य ज्योति, सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर शिमला की छात्रा नूपुर कैथ और सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल जरवा जुनेली के छात्र ज्येश प्रदेश भर में पहले स्थान पर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HPBOSE) 12वीं कक्षा का वार्षिक (12th Class Result) परिणाम इस बार 79.4 फीसदी रहा है। ऊना की सीसे स्कूल घनारी की ओजस्वनी उपमन्यु पुत्री राम कुमार ऑलओवर परीक्षा में 98.6 अंक हासिल कर पहले स्थान पर रही। सिरमौर की वृंदा ठाकुर पुत्री अरुण कुमार ने 98.6 फीसदी अंक हासिल कर दूसरे नंबर पर रही वहीं सीसे स्कूल चूरड़ू की कनूप्रिया पुत्री संजय कुमार ने 98.2 फीसदी अंक लेकर तीसरा स्थान हासिल किया।
**ओजस्विनी उपमन्यु ने साइंस संकाय में 500 में से 493 अंक (98.6 प्रतिशत) हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। जिला ऊना के घनारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हैं। **कॉमर्स संकाय में सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन की छात्रा वृंदा ठाकुर ने 500 में से 492 अंक (98.4 प्रतिशत) हासिल प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। **आर्ट्स संकाय में प्रदेशभर में चार विद्यार्थी ने 500 में से 487 अंक (97.4 प्रतिशत) हासिल कर पहला स्थान हासिल किया है। जिसमे डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊना की छात्रा तरनिजा शर्मा, रूट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसोग की छात्रा दिव्य ज्योति, सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर शिमला की छात्रा नूपुर कैथ और सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल जरवा जुनेली के छात्र ज्येश प्रदेश भर में पहले स्थान पर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा की परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। परिणाम 79.4 प्रतिशत रहा है। 105369 विद्यार्थियों ने 12वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमे से 83418 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं।13335 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। 8139 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 93.90 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने जानकारी दी की विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर अपना परिणाम देख सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम शनिवार सुबह 11 बजे घोषित करेगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. विशाल शर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि तकनीकी कारणों के चलते आज परिणाम घोषित नहीं किया जा सका। शनिवार सुबह 11 बजे परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। रिजल्ट घोषित करने के लिए लगभग सारी औपचारिक्ताएं पूरी की जा चुकी हैं।
बिलासपुर जिला के उपमंडल घुमारवीं के अंतर्गत ग्राम पंचायत बरोटा पंचायत के सरस्वती विद्या मंदिर में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा कार्यक्रम व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज एनजीओ प्रयास आयोजित कार्यक्रम में डंगार, देलग व दधोल क्षेत्र की 210 महिलाओं ब्यूटी एंड वैलनेस ट्रेनिंग सर्टिफिकेट और ब्यूटी किट वितरित किए। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि एनजीओ के माध्यम से हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में 4000 महिलाओं को ब्यूटी एंड वैलनेस निशुल्क ट्रेनिंग कोर्स करवाए जा रहे हैं जिसमे बिलासपुर जिला कि 500 से अधिक महिलाएं शामिल है। जिसके अंतर्गत आज ट्रेनिंग को सफलतापूर्वक पूरा करने वाली महिलाओं को सर्टिफिकेट और ब्यूटी किट वितरित किए गए। उन्होंने कहा कि महिलाए वह आधारशिला हैं जिसके बिना किसी भी मजबूत परिवार, समाज और देश की परिकल्पना ही नहीं की जा सकती। इतिहास गवाह है कि, महिलाओं ने लगभग सभी क्षेत्रों में अपना परचम लहराया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में रोजगार के लिए हुनर होना आवश्यक है इसीलिए उनका प्रयास है कि हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए निशुल्क कोर्सों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं के स्किल डेवलपमेंट पर फोकस किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने महिलाओं के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई है। उन्होंने बताया कि 9 करोड़ 60 लाख परिवारों को निशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाया गया और कोरोना काल के दौरान 3 अतिरिक्त सिलेंडर उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने बताया कि सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा के अंतर्गत 9 लाख लोगो को घर द्वार जाकर सवास्थ्य सेवाए उपलब्ध करवाई गई है। मोबाइल स्वास्थ्य सेवा स्वास्थ्य की सभी आधुनिक जांच सुविधाओं, आवश्यक दवाओं, नर्स और डाक्टर से लैस रहती है और लोगों का निशुल्क स्वास्थ्य जांच किया जाता है। उन्होंने बताया कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में ही सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा एम्बुलेंस में 100 से अधिक महिलाओं रोजगार मिला है। उन्होंने बताया कि उनके सांसद बनने के बाद बिलासपुर जिला का बहुत विकास हुआ है आज बिलासपुर में फोरलेन, एम्स, रेलवेलाइन, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की सौगात मिली है। उन्होंने कहा कि कीरतपुर से नरचौक फोरलेन को 1 महीने तक के लिए ट्रायल बेसिस पर खोलने का अनुरोध केंद्रीय परिवहन मंत्री से किया गया है ताकि इस मार्ग पर पेश आने वाली कमियों में सुधार किया जा सके। उन्होंने कहा कि किरतपुर से नेरचौक का सफर 87 किलोमीटर से घटकर 57 किलोमीटर रह जाएगा और मात्र 40 मिनट में यह दूरी तय होगी जिससे क्षेत्र के सभी लोगों को बेहतर यातायात की सुविधा मिलेगी लोगों के पैसे के साथ समय की भी बचत होगी और इंधन की खपत भी कम होगी और पर्यावरण को भी कम नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि आगामी 2 सालों में बिलासपुर में ट्रेन पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। रेलवे लाइन निर्माण के प्रथम चरण में केंद्र सरकार द्वारा 1500 करोड रुपए जबकि इस वर्ष द्वितीय चरण में 1000 करोड रुपए स्वीकृत किए गए है। रेलवे का कार्य पूरा होने से इस क्षेत्र के सभी लोगों का विकास होगा। उन्होंने बताया कि अपने कार्यकाल के दौरान बिलासपुर से हमीरपुर सड़क को चौड़ा करने के लिए 300 करोड़ रुपए किए गए। अनुराग ठाकुर ने कहा कि उनके सांसद बनने के बाद सरस्वती विद्या मंदिर के विभिन्न विकास कार्यों के लिए उन्होंने अपने सांसद निधि से लगभग अब तक 5 करोड रुपए से अधिक की राशि उपलब्ध करवाई है । इस अवसर पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग बीडीसी चेयरमैन रमेश ठाकुर मंडल महामंत्री राजेश शर्मा व राजेश ठाकुर उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पिति घाटी के अपने पहले प्रवास के दौरान घाटी के रंग में रंगे नजर आए। अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने ‘जूले’ कहकर की, जिसका हिंदी में अर्थ है नमस्ते। जूले कहते ही स्थानीय लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक परिधान "छूबा" पहनाकर उनका स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को भी स्पिति वासियों ने पारंपरिक परिधान पहनाया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों में गहरी रुचि दिखाई और कलाकारों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया और सभी स्पितिवासियों को अपनी प्राचीन एवं अनूठी संस्कृति के संरक्षण के लिए बधाई भी दी।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना की रफ़्तार लगातार बढ़ती जा रही है। संक्रमण के आंकड़ों में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, कोरोना की संक्रमण दर भी अब आठ प्रतिशत को पार कर चुकी है। बीते कल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश भर में कुल 5226 लोगों के सैंपल लिए थे। इनमें से 422 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि दो लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इनमें एक मौत ऊना और एक मौत कुल्लू जिला में हुई है। कोरोना के नए मामले कोरोना वायरस के नए मामलों में बिलासपुर जिला में 30, चंबा में 10, हमीरपुर में 71, कांगड़ा में 126, किन्नौर में सात, कुल्लू में आठ, लाहुल-स्पीति में आठ, मंडी में 85, शिमला में 23, सिरमौर में 21, सोलन में 20 और ऊना जिला में 14 नए मामले आए हैं। इन मामलों के साथ ही प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 1762 हो चुके हैं, जबकि संक्रमण दर प्रदेश में 8.7 प्रतिशत हो चुकी है। कोरोना का संक्रमण मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा है। एक्टिव केस की बात करें तो कांगड़ा जिला में 394, बिलासपुर में 143, चंबा में 171, हमीरपुर में 314, कांगड़ा में 392, किन्नौर में 26, कुल्लू में 60, लाहुल-स्पीति में 20, मंडी में 315, शिमला में 136, सिरमौर में 112, सोलन में 117 और ऊना में 56 एक्टिव केस है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करे।
केंद्रीय सूचना, प्रसारण व खेल मंत्री एवं सांसद अनुराग सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में प्रयास संस्था द्वारा संचालित सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की टीम ने आज श्री नैनादेवी विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत राजपुरा के पंचायत भवन में डॉ. कनव शर्मा के नेतृत्व में जनता की नि:शुल्क स्वास्थ्य की जांच के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इसमें बुजुर्गों, मातृशक्ति एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं रक्त की जांच की गई। कैंप में कुल 42 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई, जिसमें 26 लोगों के खून की जांच की गई। कैंप में 2 लोगों में ब्लड प्रेशर, 4 पुरुषों को शुगर, एक को स्त्री रोग, 2 लोगों को त्वचा, 14 लोगों में हड्डियों, 4 में खून की कमी और अन्य में सर्दी व जुकाम संबंधित बीमारियां पाई गईं। वहीँ, घर द्वार निशुल्क चिकित्सा कैंप के लिए इलाकावासियों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का तहे दिल से धन्यवाद किया।
आज सुबह नैनादेवी में सड़क हादसा सामने आया है। श्री नैनादेवीजी के पुलाचड़ में एक निजी बस अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई। हलांकि सड़क हदसे में किसी का कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है। हादसे में चालक घायल हुआ है। बाकी सभी यात्री सुरक्षित हैं।जानकारी के अनुसार आज सुबह करीब नौ बजे चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलाचड़ में एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। बताया जा रहा है कि बस स्वारघाट से किरतपुर की ओर जा रही थी। मौके पर मौजूद लोगों ने बस सवार सभी यात्रियों को बाहर निकाला। हादसे में घायल बस चालक को सीएचसी स्वारघाट पहुंचाया जहां उसका उपचार चल रहा है। हादसे के समय बस में करीब दस यात्री सवार थे। हादसे के बाद कुछ समय के लिए हाईवे पर आना जाना भी बंद हुआ। जिसे पुलिस कर्मियों ने पहुंच कर बहाल करवाया।
न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ बिलासपुर ने राज्य कार्यकारिणी के आह्वान पर पुरानी पेंशन बहाल करने पर एवं एसओपी को कैबिनेट की सैद्धांतिक मंजूरी मिलने के उपरांत जिला स्तरीय मीटिंग का आयोजन किया। इसमें जिला के सभी खंडों से आए खंड अध्यक्ष तथा उनके समस्त कार्यकारिणी सदस्यों ने सरकार का आभार व्यक्त किया। जिला अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा हिमाचल सरकार का अपनी तरफ से तथा अपने संघ की तरफ से धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि हिमाचल के 1 लाख 36 हजार कर्मचारी तथा उनके परिवार एवं आने वाली पीढ़ियां आपको हमेशा याद रखेंगी, क्योंकि आपने कर्मचारियों से जो वादा किया था उसे शत-प्रतिशत निभाया है और भविष्य में भी आपसे कर्मचारियों को बहुत सी उम्मीदें ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप उन सभी कर्मचारियों का जो हिमाचल के विकास में सदैव तत्पर रहते हैं के साथ कभी भी अन्याय नहीं होने देंगे। उन्होंने बताया की पुरानी पेंशन बहाली से हर वर्ग का कर्मचारी लाभान्वित हुआ है। यही कारण है कि अप्रैल माह में धर्मशाला में बहुत बड़ी आभार रैली की जाएगी, जिसमें हिमाचल के लगभग 1 लाख कर्मचारी भाग लेंगे। इस बैठक में जिला कार्यकारिणी की तरफ से सुरजीत कुमार, अब्दुल रशीद, आदर्श गौतम, रजनीश शर्मा, बाबूलाल भारद्वाज एवं सभी खंडों से आए खंड अध्यक्ष विजय ठाकुर,बलदेव सहगल, अशोक चंदेल , अजय डोड, विनोद शास्त्री, प्यारेलाल, नंदपाल, राकेश संख्यान, सुनील कुमार, सुरेश कुमार , यशवीर चौहान, अमित, अनूप शास्त्री, प्रवीण कौंडल, सुभाष शर्मा सुंदर सिंह धीमान आदि ने भाग लिया।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा शुक्रवार को अपना पहला बजट पेश किया गया। इस बजट को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक राजेश धर्मानी ने विकासमुखी बजट करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस बजट सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। खासकर युवाओं को रोजगार देने पढ़ाई के लिए कम दरों पर ब्याज देने के साथ ही महिलाओं को 1500 और प्रदेश को ग्रीन राज्य बनाने के साथ ही प्रदेश के विकास का रोड मैप इस बजट में नजर आ रहा है। प्रदेश के अस्पतालों में पेट स्कैन करने की मशीन लगाने की बजट में घोषणा की गई है। इससे प्रदेश के लोगों को बाहरी राज्यों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा वही घिसा पिटा अपना बयान दे रही है, लेकिन उन्हें देखना चाहिए कि इस बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपना पहला बजट पेश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज अपना पहला बजट पेश करने के लिए इलेक्ट्रिक कार में पहुंचे। हिमाचल प्रदेश में बजट पेश होने से पहले ही विपक्ष ने विरोध शुरू कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में विपक्ष के विधायक काली पट्टी लगाकर सदन में पहुंचे। सीएम सुक्खू ने कई ऐलान किये है, जानिए प्रदेशवासियों की झोली में इस वर्ष प्रदेश सरकार ने क्या दिया ** प्रदेश के युवाओं को उनकी अपनी भूमि पर या लीज पर ली गई भूमि पर 200 किलो वाट से 2 मेगा वाट की परियोजना स्थापित करने के लिए 40 फीसदी सब्सिडी अनुदान सहित दी जाएगी **प्राइवेट बस ऑपरेटर्स को E -BUS खरीद के लिए 50 प्रतिशत की दर से 50 लाख तक की सब्सिडी दी जाएगी ** नादौन और शिमला में ई बस डिपो बनेंगे, HRTC चलाएगी 1500 ई बस ** एनपीएस कर्मचारियों के 8 हजार करोड़ रुपये केंद्र से वापस लाने के लिए भी सदन में विपक्ष से सहयोग मांगा ** हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन की 1500 डीजल बसों को ई-बसों में बदलने की घोषणा, एक हजार करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान की कही बात **नादौन और शिमला में ई-बस डिपो बनाया जाएगा **प्राइवेट ऑपरेटर्स को चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए 50 प्रतिशत की दर से सब्सिडी दी जाएगी **हिमाचल प्रदेश में हर उपमंडल की दो पंचायतें ग्रीन पंचायतें बनेगी, प्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन नीति लाई जाएगी: सुक्खू ** वरिष्ठ नागरिकों के लिए ओल्ढ एज होम विकसित किए जाएंगे: CM सुक्खू ** सभी जिले हेलीपोर्ट से जोड़े जाएंगे: CM सुक्खू **मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंडी एयरपोर्ट के लिए 1000 करोड़ रुपये जारी करवाने के लिए विपक्ष का सहयोग मांगा ** हिमाचल के सभी मेडिकल कालेजों में इस साल रोबोटिक्स सर्जरी शुरू होगी, इस पर 100 करोड़ खर्च होंगे: CM सुक्खू ** प्रदेश के सभी विधानसभा में खुलेंगे राजीव गांधी डे बोर्डिग स्कूल ** सभी मेडिकल कालेजों में पेट स्केन स्थापित होंगे **हमीरपुर मेडिकल में कैंसर केयर के लिए एक सेण्टर ऑफ़ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा **नाहन, चम्बा, एवं हमीरपुर स्थित मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज स्थापित किये जाएगे : सीएम सुक्खू **इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के लिए 150 करोड़ का बजट प्रावधान **सुक्खू सरकार ने बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कुल 3,139 करोड़ का बजट किया प्रस्तावित **हर विधानसभा क्षेत्र में एक आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा ,134 तरह के टेस्ट की होगी सुविधा ** प्रत्येक सीनियर सैकेंडरी स्कूल में स्थापित होगी लाइब्रेरी **हर विधानसभा क्षेत्र में एक अस्पताल को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान बनाया जाएगा **प्रदेश के युवाओं को विभिन्न कॉम्पिटिटिव एक्साम्स की तैयारी के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की एक्सेस ओर आवश्यक पुस्तकों से लैस लाइब्रेरी का निर्माण किया जाएगा **1311 करोड़ की लागत से पर्यटन विकास योजना शुरू होगी ** परवाणू -नालागढ़-ऊना, हमीरपुर-अंब-नूरपूर, पांवटा-नाहन-शिमला, शिमला-बिलासपुर हमीरपुर-चंबा, मंडी-पठानकोट, मनाली-केलोंग नेशनल हाईवे को ग्रीन कौरिडेर के तौर पर विकसित किया जाएगा **हर अनाज के अलग अलग क्लस्टर बनाएं जायेंगे ** विद्यार्थिओं को खेल में भाग लेने के लिए प्रेरित करने को स्पोर्ट्स हॉस्टल में रह रहे खिलाडियों की डाइट मनी को 120 रूपए से बढाकर 240 रूपए प्रतिदिन करने की घोषणा ** शिक्षा क्षेत्र के लिए कुल 8 ,828 करोड़ प्रस्तावित किया गया **40 हजार नए लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन देने की घोषणा ** पहले चरण में 2 लाख 31 महिलाओं को मिलेंगे 1500 रुपये मासिक दिए जाएंगे **हिम गंगा योजना होगी शुरू, दूध उत्पादकों की True Cost मिलेगी *विधवा और एकल नारी आवास योजना शुरू होगी, इसके तहत 7 हजार महिलाओं को डेढ़ लाख की राशि आवास के लिए दी जाएगी **20 हजार मेधावी छात्राओं को इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए 25 हजार सब्सिडी दी जाएगी **40 हजार नए लोगों को सोशल सिक्योरिटी पेंशन **नशाखोरी रोकने के लिए नशा एवं मादक पदार्थ मुक्त अभियान शुरू करने की घोषणा ** नशाखोरी का कारोबार करने वालों के विरुद्ध इसी विधानसभा के बजट सत्र में कानून लाएगी सरकार **मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए जालीदार फेंसिंग को सब्सिडी देंगे **युवाओं को अंग्रेजी भाषा का प्रशिक्षण दिया जाएगा ** अब से अनाथ बच्चे 'चिल्ड्रेन ऑफ स्टेट' कहलाएंगे ** साल में एक बार अनाथ बच्चों को हवाई यात्रा और तीन सितारा होटल में ठहरने की सुविधा दी जाएगी : सीएम सुक्खू ** निराश्रितों को हर महीने चार हजार रुपए की आर्थिक मदद **दूध उत्पादन, सब्जी, फलों-फूलों के उत्पादन को कृषि कल्स्टर बनाए जाएंगे ** सुरक्षित बचपन अभियान की शुरुआत **हिम उन्नति योजना शुरू करने का ऐलान **किसानों, पशुपालकों के लिए हिम गंगा योजना शुरू होगी, इस योजना के लिए 500 करोड़ की घोषणा ** नए मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किए जाएंगे और मौजूदा प्लांट्स को अपग्रेड किया जाएगा ** प्रदेश के गरीब परिवारों के बच्चों को तकनीकी कोर्स करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, इसके लिए 200 करोड़ रूपए की विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना शुरू करने का ऐलान ** 1292 करोड़ की लागत से हिमाचल में शिवा प्रोजेक्ट के तहत सात जिलों में 28 विकास खंडों में 6000 हेक्टेयर क्षेत्रों में बागवानी का विकास करेगी, 15 हजार बागवान लाभान्वित होंगे ** मुख्यमंत्री सुरक्षित बचपन अभियान शुरू करने की घोषणा, इस अभियान के अंतर्गत POSCO के प्रावधानों के बारे में प्रदेश वासियो को जागरूक किया जाएगा **मुख्यमंत्री सुरक्षित बचपन अभियान शुरू करने की घोषणा, इस अभियान के अंतर्गत POSCO के प्रावधानों के बारे में प्रदेश वासियो को जागरूक किया जाएगा **मुख्यमंत्री लघु दुकानदार योजना शुरू करने की घोषणा ** पंचायत जनप्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी ** मनरेगा के तहत ट्राइबल एरिया में मिलने वाली दिहाड़ी 266 रुपए से बढ़ाकर 294 रुपए किया, दिहाड़ी बढ़ने से 100 करोड़ अतिरिक्त खर्च होगा। इससे 9 लाख लोग लाभान्वित होंगे ** मनरेगा योजना के तहत मनरेगा दिहाड़ी को 212 से बढ़ाकर 240 रुपए करने की घोषणा ** मछली पालन के लिए तालाब निर्माण के लिए 80 फीसदी की सब्सिडी की घोषणा किसानों को ट्रेक्टर पर 50 फीसदी उपदान दिया जाएगा ** पंचायती राज प्रतिनिधयों का मानदेय बढ़ा **जिला परिषद् अध्यक्ष को 15 के बजाए 20 हज़ार मिलेगा, उपाध्यक्ष को 15 हज़ार ** नई पंचायतों में पंचायत घर बनाने के लिए 10 करोड़ के बजट का प्रावधान, 164 पंचायत सचिव के पद भरेगी सरकार ** ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग के लिए 1916 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है ** शिमला के पास जाटिया देवी में नया शहर बसाने का ऐलान **हिमाचल में नया वाटर मैनेजमेंट एंड रेगुलेशन बिल लाएगी सरकार **जलशक्ति विभाग में 5 हजार पद भरने की घोषणा **मुख्यमंत्री लघु दुकानदार योजना शुरू करने की घोषणा
The National Cricket Academy (NCA) is holding a camp for U-16 boys at various venues from April 17 to May 11, 2023, and players must report on April 16, 2023 (afternoon) at the camp location. The Himachal Pradesh Cricket Association (HPCA) has selected six players for the given camps: Naunihaal from Solan distt.: Mumbai venue (Team A), Anush Dhiman from Kangra distt.: Mumbai venue (Team A), Siddhak Dhillon from Bilaspur distt.: Surat venue (Team C), Aditya Kataria from Bilaspur distt.: Vijayawada venue (Team D), Akshay Vashisht from Solan distt.: Vijayawada venue (Team D) and Vaasta Garg from Hamirpur: Anantpur venue (Team E). HPCA will check the physical fitness of the above players before the camp at the HPCA Cricket Stadium in Dharamshala, and then they will be permitted to attend the camp.
मनीष। घुमारवीं घुमारवी शहर में यलो लाइन लगाए जाने के लिए निरीक्षण कार्य शुरू हो गया है। यलो लाईन के बाहर जो जगह बचेगी, उस जगह पर टाइलें लगाई जाएंगी। टाइल लगाने के बाद स्थानीय दुकानदारों व रिहायशी मकान वालों को अपनी गाड़ी लगाने के लिए उचित पार्किंग योग्य जगह बनाई जाएगी, जो पेड पार्किंग होगी और इसके लिए लोगों के घरों के बाहर भी गाड़ियों को खड़ी करने के लिए जेब ढीली करनी पड़ सकती है। इस कार्य से नगर परिषद की आय में बढ़ोतरी होगी व जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए नगर परिषद ने पहल करते हुए यह निरीक्षण शुरू किया गया है। इस दौरान नेशनल हाइवे के अधिकारी भी साथ रहे। घुमारवी शहर के एक छोर अबढानीघाट से लेकर शहर के दूसरे छोर पुल तक यलो लाइन के लिए जगह चयनित कर ली गई। घुमारवीं शहर के बीचों-बीच से शिमला-मटौर नेशनल हाइवे गुजरता है। हाइवे के दोनों तरफ दुकानें व रिहायशी मकान हैं। शहर के बीच बस स्टैंड के लिए भी इसी हाइवे से टर्न करना पड़ता है। भीड़-भाड़ वाले इस शहर में अकसर जाम की स्थित बनी रहती है। बाहर से आने वाले लोग बेतरतीब अपने वाहनों को सड़क किनारे खड़ा कर देते हैं, जिस कारण स्थानीय दुकानदारों के साथ राहगीरों को भी परेशानी उठानी पड़ती है। बाजार के दो किलोमीटर से ज्यादा हिस्से में अकसर हादसों खतरा बना रहता है। हादसों से निजात दिलाने व जाम की समस्या को खत्म करने के लिए शहर में अब यलो लाइन लगाई जाएगी। यलो लाईन लगने से कोई भी व्यक्ति अपने वाहन यहां खड़ा नही कर पाएगा। साथ ही यलो लाइन के बाहरी बचे हिस्से को नगर परिषद द्वारा पेड़ पार्किंग के तोर पर विकसित किया जाएगा। इसके अलावा यलो लाइन के बाहर जो वाहन खड़ा करेगा, उसका पुलिस चालान करेगी। नगर परिषद द्वारा इस कार्य को करने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है, लेकिन इस कार्य को अमलीजामा पहनाने के लिए टैक्सी स्टैंड व ट्राला स्टैंड बड़ी चुनोती होगी। नगर परिषद किए जा रहे निरीक्षण के दौरान ही स्थानीय दुकानदारों व रिहायशी मकान वालों ने विरोध के स्वर उठाना शुरू कर दिए हैं। दुकानदारों का कहना है कि नगर परिषद पहले वाहनों को लगाने के लिए जगह उपलब्ध करवाए। लोगों ने कहा कि जैसे नगर परिषद द्वारा कहा जा रहा है कि दुकान मालिकों व रिहायशी मकान मालिकों की सुविधा के लिए दुकानों व मकानों के बाहर टाइलें लगाई जाएंगी व पार्किंग की व्यबस्था की जाएगी, तो पहले लोगों की सुविधा प्राथमिकता के तौर पर की जाए, उसके बाद यलो लाइन लगाने का काम शुरू किया जाए। नगर परिषद अध्यक्षा रीता सहगल ने कहा कि शहर में यलो लाईन लगाने का प्रावधान है। दुकानों के अलावा स्थानीय लोगों के घरों के बाहर उनकी गाड़ियां लगाने का प्राबधान किया जा रहा है। जल्द ही यह कार्य पूरा किया जाएगा।
कार्यप्रणाली काे करें दुरुस्त, नहीं ताे 15 मार्च को मजदूर करेंगे प्रदर्शन मनीष। बिलासपुर सीटू जिला कमेटी के आह्वान पर बीबीएन के मजदूरों ने सीटू के बैनर तले यूनियनों के पंजीकरण व श्रम कानूनों को लेकर श्रम कार्यालय झाड़माजरी पर जोरदार प्रदर्शन किया। 11 बजे से शुरू हुआ मजदूरों का प्रदर्शन दोपहर दो बजे तक चला। सीटू कार्यकर्ता श्रम विभाग की कार्यप्रणाली से काफी खफा नज़र आए। वे तीन घंटे तक जोरदार नारेबाजी करते रहे। इस दौरान श्रम मंत्री कर्नल डॉ. धनी राम शांडिल की बैठक में मौजूद श्रम अधिकारी श्री सुरेंद्र सिंह बिष्ट व श्रम निरीक्षक अमित ठाकुर को बैठक छोड़कर आना पड़ा व सीटू प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। सीटू नेताओं ने मांगों का तुरंतु समाधान मांगा, जिस पर श्रम अधिकारी ने मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन दिया। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, जिला महासचिव एनडी रणौत, ओमदत्त शर्मा, मोहित वर्मा व दलजीत सिंह ने प्रदर्शनकारियों को संबाेधित करते हुए आरोप लगाया कि बीबीएन का श्रम कार्यालय उद्योगपतियों के इशारों पर कार्य कर रहा है व कई-कई सालों तक यूनियनों का सत्यापन करने में आनाकनी कर रहा है। श्रम कार्यालय की इस लचर व पक्षपातपूर्वक कार्यप्रणाली के कारण मजदूरों को अपनी यूनियन का पंजीकरण करवाना लगभग नामुमकिन हो गया है। श्रम विभाग पूरी तरह पूंजीपतियों की गोद में बैठ गया है व मजदूरों की न्याय हासिल करने की उम्मीदें खत्म हो गई हैं। मजदूरों के मांग-पत्र भी सालों से श्रम कार्यालयों की फाइलों में धूल फांक रहे हैं। श्रम विभाग के अधिकारी मात्र इंस्पेक्शन करके अपनी डयूटी से पल्ला झाड़ रहे हैं व कम्पनी प्रबंधनों द्वारा श्रम कानूनों की अवहेलना पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने चेताया है कि अगर मजदूरों की मांगों का तत्काल समाधान न हुआ, तो बीबीएन के मजदूर 15 मार्च को बीबीएन में प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, जिलाध्यक्ष मोहित वर्मा, उपाध्यक्ष ओमदत्त शर्मा, महासचिव एनडी रणौत, दलजीत सिंह, मनदीप, रवि, अनिल, सुरेश, रविंद्र, दीप राम, कुशाल, प्रमोद, जितेंद्र साहू, प्रदीप, गुरदेव, राजेंद्र, धर्मेंद्र, रोहित कटयाल, कुलदीप, सतेंद्र रमेश, रामचन्द्र, चंदन व महेंद्र सहित सैकड़ों मजदूर शामिल रहे।
** दो आह से अधिक समय बीता, नहीं सुलझा विवाद हिमाचल प्रदेश में अदाणी समूह के सीमेंट प्लांट को बंद हुए दो महीने से ज़्यादा समय बीत चुका है लेकिन अब तक इस विवाद का समाधान नहीं निकला है। कई बैठकें, कई चर्चाएं अब तक हो चुकी है, मगर सब बेनतीजा रही। हिमाचल प्रदेश सरकार की तरफ से उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान दोनों पक्षों के बीच समन्वय स्थापित करने की कोशिश कर चुके है, मगर अब तक गतिरोध थम नहीं पाया है। खुद सीएम सुक्खू लगातार अपडेट ले रहे है। यानी प्रयास तो खूब हुए है लेकिन नतीजा सिफर रहा है। सीमेंट प्लांट विवाद को लेकर ट्रक ऑपरेटर यूनियन के प्रतिनिधियों का कहना है कि अदाणी समूह अड़ियल रवैया अपनाए हुए है, तो वहीं अदाणी समूह का भी ट्रक ऑपरेटर्स के लिए कुछ ऐसा ही कहना है। इस विवाद के चलते प्रदेश के सैकड़ों ट्रक ऑपरेटरों की आमदनी बंद हो गई है। इस सीमेंट प्लांट से करीब एक लाख लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी हुई है। बिलासपुर जिला ट्रक ऑपरेटर सहकारी सभा बरमाणा का कहना है कि वर्तमान में ऑपरेटरों पर सरकारी बैंकों और निजी फाइनेंस कंपनियों का 98 करोड़ रुपये का कर्ज है। हालात यह हैं कि ऑपरेटर जिन पेट्रोल पंपों से गाड़ियों में डीजल भरवाते थे, उनकी भी पांच करोड़ की देनदारी है। प्लांट बंद होने के बाद उम्मीद थी कि जल्द सरकार इसका समाधान करेगी, लेकिन दो माह बाद भी मुद्दे को सुलझाया नहीं गया। सरकार की मध्यस्थता के बाद भी अदाणी समूह अपनी शर्तों पर अड़ा है। सीमेंट प्लांट विवाद की वजह से न केवल ट्रक ऑपरेटर यूनियन को नुकसान हो रहा है, बल्कि अदाणी समूह और हिमाचल प्रदेश सरकार भी नुकसान झेल रही है। सीमेंट प्लांट बंद होने की वजह से हिमाचल प्रदेश सरकार को रोजाना दो करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। जाहिर है प्रोडक्शन बंद होने से अडानी समूह को भी आर्थिक घाटा तो हो ही रहा है। अदाणी समूह का इन प्लांटों में अरबों का निवेश है। बहरहाल सवाल ये ही है कि जब सबको नुक्सान है तो समाधान क्यों नहीं हो पा रहा। ये है मामला : अदाणी समूह ने बीते 14 दिसंबर, 2022 को सीमेंट ढुलाई दरें अधिक होने का तर्क देकर एसीसी बरमाणा व अंबुजा प्लांट दाड़लाघाट को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया था। अब तक दोनों पक्षों के बीच कई दौर की वार्ता निष्फल रही है। यहाँ अटका है पेंच : अदाणी समूह की ओर से माल ढुलाई दरों को साढ़े आठ रुपये से 10 रुपये प्रति किलोमीटर तक रखा जाने का प्रस्ताव है, जिसे मानने पर ट्रक आपरेटर तैयार नहीं है। अंबुजा सीमेंट दाड़लाघाट से जुड़े आपरेटरों का कहना है कि वह 10.71 रुपये प्रति किलोमीटर से कम दर पर ढुलाई नहीं करेंगे। वहीँ एसीसी प्लांट से जुड़े आपरेटरों ने 12.04 रुपये किराये की मांग रखी है। ऐसे में सहमति नहीं बन पा रही है। नोटिस थमा सकती है सरकार : जानकार मानते है कि नतीजा न निकलने पर हिमाचल प्रदेश सरकार कंपनी को कारपोरेट कानून के तहत नोटिस थमा सकती है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में सरकार ने कानूनी राय ली है।
हिमाचल में सीमेंट फैक्ट्री विवाद को लेकर अडानी ग्रुप व ट्रक ऑपरेटरों के बीच बैठकों का दौर जारी हैं। शुक्रवार को भी DC बिलासपुर की अध्यक्षता में हुई अडानी ग्रुप व ट्रक ऑपरेटरों की बैठक बेनतीजा रही है। ACC फैक्ट्ररी विवाद को लेकर बचत भवन में करीब 3 घंटे तक बैठक चली। जानकारी के अनुसार ट्रक ऑपरेटर भाड़े की मांग को लेकर अड़े हैं। अडानी ग्रुप की बड़ी गाड़ियों के लिए 9 रुपए 30 पैसे और छोटी गाड़ियों का 10 रुपए 20 पैसे रेट देने की बात कही हैं। वहीं ट्रक ऑपरेटर 10 रुपए 71 पैसे का रेट मांग रहे है।
मनीष। बिलासपुर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश सरकार शिमला एवं जिला लोक संपर्क विभाग बिलासपुर के आदेशानुसार सोमवार को नटराज सांस्कृतिक कला मंच घुमारवीं के कलाकारों ने घराण व भडोलिया-कलां पंचायतों में सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से सम्बंधित कार्यकम पेश किया। घराण सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कार्यकम के मुख्यातिथि चुनाव क्षेत्र के युवा नेता विवेक कुमार थे, जबकि इसकी अध्यक्षता पंचायत प्रधान राजकुमार कौंडल ने की। इस अवसर घराण सीनियर सेकेंडरी के प्रिंसिपल सुरेश धीमान एवं स्टाफ सहित कार्यकम में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। भडोलिया-कलां पंचायत के भडोलिया खुर्द गांव में वार्ड सदस्य सुरेश कुमारी की अध्यक्षता में कार्यक्रम संपन्न हुआ। नटराज सांस्कृतिक कला मंच के कलाकरों ने अंतरराष्ट्रीय नृत्यांगना फूलां चंदेल के नेतृत्व में यह कार्यक्रम पेश किए। मंच के कलाकारों ने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल करना, उज्ज्वल योजना, मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष योजना तथा त्यौहार अनुदान योजना आदि अन्य कल्याणकारी योजनाओं को गीत-संगीत एवं नुकड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। कलाकारों ने अपनी विभिन्न प्रस्तुतियों से सरकार की कल्याणकारी योजना के बारे में उपस्थित लोगों को विस्तार से जानकारी दी।
हिमाचल की राजधानी शिमला आए हर व्यक्ति ने ये नाम तो सुना ही होगा, इस पॉइंट से गुज़रे भी होंगे लेकिन इस जगह पर ऐसा क्या स्कैंडल हुआ, जिससे इसका नाम स्कैंडल पॉइंट रख दिया गया, ये सवाल भी बहुचर्चित है। बात बहुत पुरानी है तो कहानियां भी बहुत सी बन गईं है। कुछ कहते कि इस जगह पर हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हुआ था तो कुछ इस तथ्य को मानने से इंकार करते है। स्कैंडल पॉइंट से जुड़ी कहानियों में से एक कहानी है पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह की। बात 1892 की है, ब्रिटिश शासन में शिमला के वाईस रॉय और पाटियाला के महाराजा भूपेंदर सिंह अच्छे दोस्त हुआ करते थे और अक्सर वाईसरॉय के घर पर आया जाया करते थे। उसी समय पटियाला के राजा को वाईसरॉय की बेटी से महब्बत हो गई और दोनों ने शादी करने का फैसला किया लेकिन वाईसरॉय को ये रिश्ता मंज़ूर नहीं था और उन्होंने इसका विरोध भी किया। लेकिन दोनों प्रेमी अपना मन मना चुके थे। ब्रिटिश काल में शिमला के मालरोड पर शाम के समय ब्रिटिश अधिकारी अपने परिवार के साथ टहलने आया करते थे मगर यहां हिन्दुस्तानियों को आने की अनुमति नहीं थी। एक दिन शाम जब सब मॉलरोड पर टहल रही थे तो पटियाला के महाराजा ने अंग्रेज वाइसराय की बेटी को उठा लिया था। इसे पहला लव स्कैंडल कहा जाता है और जिस जगह पर यह कथित वारदात हुई उसे आज स्कैंडल प्वाइंट के नाम से जाना जाता है। महाराजा भूपिंद्र सिंह ने वाइसराय लार्ड कर्जन की बेटी को उठाया था। कहा जाता है कि महाराजा भूपिंद्र सिंह घोड़े पर सवार होकर आए और मालरोड पर टहल रही लार्ड कर्जन की बेटी को उठा ले गए। गुस्से में वायसराय ने उनका शिमला आने पर प्रतिबंध लगा दिया। महाराजा ने भी अपनी आन-बान और शान के लिए शिमला से भी ऊंचा नगर बसाने की ठान ली और चायल का निर्माण कर डाला। पटियाला के महाराजा भूपिंद्र सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1891 में हुआ। वर्ष 1900 में उन्होंने राजगद्दी संभाली और 38 साल तक राजपाट किया। उन्होंने ऑनरेरी लेफ्टीनेंट कर्नल के तौर पर प्रथम विश्व युद्ध में भाग लिया था। लीग ऑफ नेशंज में 1925 में भूपिंद्र सिंह ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। महाराजा क्रिकेट के शौकीन थे। वर्ष 1911 में इंग्लैंड दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी वही थे। यहां हुआ था हिंदुस्तान का पहला लव स्कैंडल हालांकि कुछ इतिहासकार इस बात से इत्तफाक नहीं रखते। उनका दावा है कि लार्ड कर्जन साल 1905 तक वाइसराय रहे। उनकी तीन बेटियां थीं। देखा जाए तो 1905 में महाराजा की आयु 14 साल की थी। लार्ड कर्जन की बड़ी बेटी आइरिन की उम्र उस समय महज 9 साल थी। पंजाब यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी की प्रोफेसर रह चुकी मंजू जैदका अपनी किताब स्कैंडल पॉइंट में लिखती है कि इस जगह से उनकी बहुत सी यादें जुडी है, उन्होंने इस पर काफी शोध भी किया है लेकिन महाराजा भूपेंदर सिंह की उम्र का तकाज़ा रखते हुए ये कहानी सच नहीं हो सकती। लेखिका का मानना है कि इस कहानी में भूपेंदर सिंह के पिता राजेंदर सिंह को होना चाहिए क्यूंकि उनकी एक अँगरेज़ बीवी और बेटा था। हालाँकि सच क्या है ये तो एक रहस्य ही रहेगा, जो इतिहास में दफ़न हो चुका है।
नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं के लिए एक अच्छी खबर आई है। हिमाचल प्रदेश बेरोजगार चयन सेवाएं संगठन आउटसोर्सिंग एजेंसी (एचपीयूएसएसए) मुख्य कार्यालय शिमला ने विभिन्न श्रेणियों के (687) पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की है। इन पदो के लिए आवेदन एजेंसी के व्हाट्सएप पर नंबर पर ऑनलाइन ही लिए जाएंगे। प्रदेश के इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने के लिए अपना बायोडाटा फोन नंबर सहित, पदनाम सहित, साधारण एप्लीकेशन लिखकर ,अपनी शैक्षणिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्रों की छाया प्रति, आधार कार्ड, हिमाचली बोनाफाइड , पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र, रोजगार कार्यालय कार्ड, पीडीएफ फाइल/ स्कैनड बनाकर एजेंसी के व्हाट्सएप नंबर 89881-14000 पर अपना आवेदन निर्धारित तिथि तक भेज सकते है। आवेदन की अंतिम तारीख 12 फरवरी 2023 निर्धारित की गई है। संघ के निदेशक विनीत शर्मा ने बताया कि विभिन्न श्रेणियों में क्लर्क ऑफिस एग्जीक्यूटिव, एचआर कोऑर्डिनेटर, बैंक सेल्स ऑफिसर , बैंक डिलीवरी एसोसिएट्स , फोन बैंकिंग ऑफीसर, सिक्योरिटी गार्ड, आईटीआई ऑल ट्रेड पासआउट, कंपनी भर्ती अधिकारी , एक्स सर्विसमैन सिक्योरिटी सुपरवाइजर , बस कंडक्टर, कार्यालय सहायक, अकाउंट्स एग्जीक्यूटिव , ऑफिस कोऑर्डिनेटर, बैंक कैश हैंडलिंग एग्जीक्यूटिव, ब्रांच सेल्स ऑफिसर, स्टोरकीपर, कंप्यूटर ऑपरेटर ,बिजनेस प्रमोशन एग्जीक्यूटिव , एक्स सर्विसमैन जेसीओ, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर, जनरल वर्कर हेल्पर, ड्राइवर, लैब असिस्टेंट , आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट , स्टाफ नर्स एएनएम, स्टाफ नर्स जीएनएम , एमआई रिकवरी मैनेजर, फ्लाइंग ऑफिसर, इलेक्ट्रीशियन, फिटर, मैकेनिकल, वेल्डर, पंप ऑपरेटर, एक्स सर्विसमैन गनमैन पीएसओ, जेसीबी ऑपरेटर, बैंक रिलेशनशिप मैनेजर , पेपर सैटर , फॉर्म सेल्स एग्जीक्यूटिव, पीएन कम चौकीदार के पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की गई है। इन पदों के लिए उम्मीदवार की आयु सीमा 18 से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए। अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट का प्रावधान है. उम्मीदवार शैक्षणिक योग्यता वांछनीय योग्यता संबंधी जानकारी के लिए एजेंसी की आधिकारिक/ ऑफिशल वेबसाइट www.hpussa.in से जानकारी ले सकते हैं। एजेंसी द्वारा उम्मीदवारों का चयन छटनी/ लिखित परीक्षा एवं इंटरव्यू द्वारा ही चयन किया जाएगा. लिखित परीक्षा (150) क्रमांक एवं इंटरव्यू (30) क्रमांक का होगा. लिखित परीक्षा में हिमाचल सामान्य ज्ञान, एवरीडे साइंस ,भूगोल, गणित, इतिहास, जनरल हिंदी, इंग्लिश, कंप्यूटर न्यूमेरिकल एटीट्यूट से बहुविकल्पीय ऑब्जेक्टिव टाइप एमसीक्यू प्रश्न पूछे जाएंगे. एजेंसी द्वारा लिखित परीक्षा 19 फरवरी 2023 को ऑनलाइन ही आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को इनरोलमेंट नंबर ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। लिखित परीक्षा का परिणाम 17 मार्च 2023 को संघ की आधिकारिक ऑफिशियल वेबसाइट www.hpussa.in पर देख सकते है। इन पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता आठवीं, दसवीं, 12वीं , ग्रेजुएट, बीएससी बीएड, एमकॉम, बीकॉम, डीसीए, पीजीडीसीए, डिप्लोमा/ डिग्री होल्डर होनी चाहिए. संघ द्वारा नियुक्त किए गए उम्मीदवारों का मासिक वेतनमान 10750/- ग्रेड पे- से लेकर 40870/- सीटीसी ग्रेड पे- तक दिया जाएगा। इसके अलावा जनरल प्रोविडेंट फंड, पीएफ, ईएसआई, मेडिकल इंश्योरेंस , प्रमोशन , बोनस ओवरटाइम की सुविधा भी मिलेगी. यह सभी पद 2 वर्ष के अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे, जिन्हें बाद में पॉलिसी एक्ट के तहत रेगुलर किया जाएगा। नियुक्त किए गए उम्मीदवार प्रदेश की एमएनसी कंपनियों, सिपला, गोदरेज, कैडबरी , चेकमेट , डाबर, मारुति ,हीरो होंडा, विभिन्न बैंकिंग, मेडिकल कॉलेज , हिमाचल स्टेट रूरल कॉरपोरेशन, स्टेट पावर कॉरपोरेशन, पीएचसी हॉस्पिटल, हिमाचल स्टेट पावर प्रोजेक्ट, फाइनेंस सेक्टर, एलआईसी, स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी, मॉल, एनजीओ, सरकार के पंजीकृत औद्योगिक क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देंगे। नियुक्त किए गए उम्मीदवारों को हिमाचल प्रदेश में कुल्लू, मंडी, सोलन, कांगड़ा, हमीरपुर, सिरमौर ,उना ,मोहाली ,चंडीगढ़, जीरकपुर , दिल्ली, नोएडा, जालंधर क्षेत्रों में कहीं भी तैनाती दी जा सकती है। यह तमाम भर्ती प्रक्रिया मार्च माह के अंत में पूरी कर ली जाएगी। चुने गए उम्मीदवारों की सूची अधिकारिक वेबसाइट में भी प्रेषित कर दी जाएगी। उम्मीदवार अधिकतर जानकारी के लिए कार्यालय के हेल्पलाइन नंबर 94181-39918 94184-17434 62305-90985 पर संपर्क कर सकते हैं।
मनीष। घुमारवीं बच्चे देश हमारे देश का भविष्य हैं तथा इन्हें सही दिशा देना हम सब का कर्तव्य है। यह बात घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी की पत्नी सोनिका धर्माणी ने आज चुवाड़ी स्कूल के पास स्थानीय लोगों तथा बच्चों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी जोड़ना चाहिए, ताकि वे आगे चलकर एक बेहतर नागरिक बनें। उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे यह प्रण लें कि हर साल अपने जन्मदिन पर एक पौधा जरूर लगाएंगे। जैसे हम इंसानों से प्यार करते हैं, उसी तरह हमें पेड़ पौधों से भी प्यार करना चाहिए, ताकि हम अपने आसपास एक बेहतर वातावरण तैयार कर सकें। इस अवसर पर उन्होंने स्थानीय लोगों का भी आभार किया कि आप लोगों ने जो भरपूर प्यार हमें इन चुनावों में दिया है, उसे हमेशा याद रखेंगे तथा आपकी हर समस्या का समाधान करने की कोशिश करेंगे। इस अवसर पर सोनिका धर्माणी ने स्थानीय लोगों तथा स्कूल के बच्चों को एक हजार आड़ू तथा पलम के पौधे बांटे तथा सभी से अपील की कि इन पौधों को अपने घरों के आसपास रोपें। उन्होंने कहा कि लोगों को बेहतरीन किस्म के फलदार पौधे उपलब्ध करवाए गए हैं, ताकि आने वाले समय में लोग फलदार पौधों की ओर आकर्षित हों तथा इसे अपनी आमदनी का साधन बनाएं। इस मौके पर स्थानीय स्कूल की मुख्या अध्यापिका व स्कूल स्टाफ ने बच्चों और स्कूल स्टाफ को फलदार पौधे उपलब्ध करवाने के लिए सोनिका धर्माणी जी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर राजीव शर्मा, वार्ड मैंबर श्याम लाल, शकुंतला देवी, देवराज, माला देवी, रति राम व राजेंदर कुमार आदि उपस्थित थे।
मनीष। घुमारवीं घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी ने नगर परिषद घुमारवीं के बजोहा वार्ड में पार्क का दौरा किया। वहां पर उन्होंने निरिक्षण के दौरान अधिकारियों को पार्क को सुधारने तथा सुंदर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस पार्क के चारों ओर घनी आबादी है, लेकिन लोग अभी तक इसका सही तरीके से उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इसका मुख्य कारण सुविधाओं का अभाव होना है। उन्होंने कहा कि अगर शहर के पार्क सुंदर और व्यवस्थित होंगे, तो सुबह शाम सभी इसका प्रयोग करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस काम को तुरंत शुरू करें तथा लोगों के बैठने की ढंग से व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि पार्क की तुरंत साफ-सफाई करवाएं तथा जहां उबड़-खाबड़ हैं, उसे समतल करवाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश किए कि पार्क में अच्छी किस्म के झूले तथा बड़ों के लिए व्यायाम करने के उपकरण भी इसमें स्थापित करें, ताकि सभी लोग इस पार्क का फायदा उठा सकें। उन्होंने कहा कि पार्क को सुंदर और व्यवस्थित बनाने के लिए धन की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर के हर वार्ड में जहां-जहां जमीन उपलब्ध होगी। इस तरह के पार्क बनाए जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को तुरंत इस पर काम करने के आदेश दिए तथा मेलों से पहले इसे पूरा किया जाए। इस अवसर पर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी, जेई, नगर परिषद उपाध्यक्ष श्याम शर्मा, पार्षद कपिल शर्मा, मीडिया प्रभारी राजीव शर्मा, सुरजीत ठाकुर व राजेंदर भारद्वाज आदि उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में फिर मौसम खराब होनेकि संभावना है। हालांकि, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सहित अन्य भागों में आज मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार से लेकर शनिवार तक प्रदेश के कई भागों में बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग ने निचले व मैदानी भागों के लिए 8 व 9 फरवरी को अंधड़ चलने का अलर्ट जारी किया है। गौरतलब है कि ताजा बर्फबारी के बाद बंद हुई अटल टनल रोहतांग मंगलवार को फोर बाई वाई वाहनों के लिए मनाली से जिस्पा तक खुल गई है। वहीं पांगी-किलाड़ को जोड़ने वाला मार्ग भी उदयपुर से तिंदी तक खुल गया है। मौसम खुलने के बाद बीआरओ, एनएच और लोक निर्माण विभाग ने बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं बीते दिनों हुई बर्फबारी से राज्य में 138 सड़कों पर अभी भी आवाजाही ठप है। प्रदेश में 46 बिजली ट्रांसफार्मर व सात पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं। लाहौल-स्पीति में सबसे अधिक 121 और चंबा में नौ सड़कें बाधित हैं। उपमंडल पांगी में 36 बिजली टांसफार्मर बंद पड़े हैं।
हिमाचल प्रदेश की बागवानों के बगीचों में अब यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे उग सकेंगे। हिमाचल उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम आडू, खुमानी व बादाम के 56,000 पौधे आयात करने जा रहा है। इन पौधों की खेप इसी माह हिमाचल पहुंच जाएगी। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ू सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा जैसे अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है। वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए बागवानी मंत्री जगत नेगी ने बताया कि पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी तो नहीं है। अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि इसमें कोई समस्या न आए। अभी हार के गम में है जयराम-जगत सिंह नेगी जगत नेगी ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए गए ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अभी गम में हैं। इसलिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार कर्ज लेते रही और संसाधन जुटाने में नाकामयाब रही। नेगी ने कहा कि कांग्रेस का काम करने का तरीका अलग है हम संसाधन जुटाएंगे, कर्ज भी लेंगे, लेकिन सभी काम एक दायरे में करेंगे। विपक्ष द्वारा विधायक निधि न दिए जाने के आरोप पर जगत नेगी ने कहा' "विधायक निधि दें कहाँ से, पिछली सरकार ने कुछ नहीं छोड़ा, कर्ज तले दबा दिया है। प्रदेश की आर्थिकी डगमगा गई है।"
मनीष। बिलासपुर जिला में बन रही फोरलेन सड़क चारों विधानसभा क्षेत्रों को आपस में जोड़ने का काम करेगी तथा यह सड़क हमारे लिए वरदान साबित होगी। यह बात घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी ने पंचायत पनोह तथा औहर में लोगों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जब यह सड़क सुचारु रूप से चल पड़ेगी, तो काफी संख्या में पर्यटकों का आना-जाना हमारे क्षेत्र से होगा,लेकिन इसका फायदा लेने के लिए हम सब को कुछ प्रयास करने होंगे, ताकि पर्यटक यहां रुके तथा हमारे लोगों को भी इसका फायदा मिले। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को यहां रोकने के लिए हमें कुछ ऐसे काम करने होंगे, ताकि हमारा क्षेत्र भी पर्यटन की दृष्टि से उभरे तथा सुंदर लगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम फोरलेन के साथ वाले क्षेत्राें में फलदार तथा सजावटी पौधे लगाकर पर्यटकों को आकर्षित कर सकते हैं। इसके अलावा होम स्टे जैसी सुविधाओं का भी प्रयास करना होगा, ताकि हमारे लोगों की कमाई का भी साधन तैयार हो सके। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से जगातखाना से लेकर मंडी सीमा तक फोरलेन के दोनों ओर सजावटी व फलदार पौधे लगाने का प्रयास किया जाएगा। इसमें लोगों को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। क्योंकि यह काम जनसहयोग से ही पूरा हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि सरकार आपके हित में काम कर रही है तथा विकास की गति को बढ़ाना हमारा फर्ज है, लेकिन जनता का सहयोग भी इसमें जरूरी है। हम केवल मात्र दिखाने के लिए, बल्कि लोगों को गुणवता पूर्ण सुविधाएं देने के लिए काम करेंगे तथा जनहित के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने लोगों का उनके पक्ष में मतदान कर जीत सुनिश्चित करने का भी धन्यवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने पनोह तथा औहर में 4 हजार आड़ू और पलम के पौधे वितरित किए। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जागीर सिंह मेहता, जिला परिषद् सदस्य गौरव शर्मा, कुलजीत ठाकुर व सचिन चंदेल आदि भी उपस्थित थे।
मनीष । घुमारवीं शिव शक्ति युवक मंडल कवाली टटोह और महिला मंडल टटोह ने आज संयुक्त रूप में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को "विश्व कैंसर दिवस" पर कैंसर के प्रति जागरूक किया। हर वर्ष 4 फरवरी को विश्व में वर्ल्ड कैंसर-डे मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य लोगों को इस बीमारी की पहचान, लक्षण और रोकथाम के बारे में जागरूक करना और इस बीमारी के संकेतों को पहचनाने के लिए जानकारी देना है। बढ़ते प्रदूषण, बदलते पर्यावरण और लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण कई तरह की बीमारियों की चपेट में लोग आ रहे हैं। इनमें से ही एक बीमारी है कैंसर। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब 10 मिलियन लोगों की मौत कैंसर के कारण होती है, मगर इस बीमारी के प्रति सजग होकर इसे मात दिया जा सकता है। युवक मंडल के प्रधान अभिषेक ठाकुर ने लोगों को बताया कि कैंसर शब्द की उत्पत्ति का श्रेय यूनानी चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स को दिया जाता है। इन्हें चिकित्सा का जनक भी कहा जाता है। हिप्पोक्रेट्स ने ही गैर-अल्सर बनाने और अल्सर बनाने वाले ट्यूमर के बारे में बताते हुए कार्सिनो और कार्सिनोमा शब्द का इस्तेमाल किया था। ग्रीक भाषा में ये शब्द एक केकड़े को संदर्भित करता है, जो संभवतः बीमारी पर लागू होता है। 2003 में कई शोध के बाद इस बात का पता चला था। यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल की स्थापना इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी।
सीटू राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को पूंजीपतिपरस्त व मजदूर विरोधी करार दिया है। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा व महासचिव प्रेम गौतम ने कहा है कि यह बजट नवउदारवादी नीतियों की रफ्तार व सरकारी ढांचे को तोड़ कर निजीकरण की गति को तेज़ करने वाला है। इससे केवल पूंजीपतियों को फायदा होगा व महंगाई के मध्यनज़र मजदूरों की स्थिति और बिगड़ेगी। इस बजट में बैंक, बीमा, दूरसंचार, रेल, एयरपोर्ट, ऊर्जा, यातायात, परिवहन सहित सार्वजनिक क्षेत्र के सभी उपक्रमों की खुली बिक्री का दरवाजा खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस बजट में मजदूरों व कर्मचारियों के हित में कुछ भी खास नहीं है। विजेंद्र महरा ने कहा कि आंगनबाड़ी, आशा, मिड डे मील, एनएचएम सहित सभी योजनकर्मियों के लिए बजट में कुछ भी नहीं है। औद्योगिक मजदूरों को भी इस बजट से निराशा ही हाथ लगी है।
मनीष । घुमारवीं एक स्वस्थ समाज बनाने के लिए तथा देश को आगे बढ़ाने के लिए बालिकाओं को मजबूत करना बहुत जरूरी है। यह बात घुमारवीं के विधायक राजेश धर्माणी ने बाल विकास विभाग द्वारा घुमारवीं द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रही हैं, लेकिन अभी भी बेटियों की मजबूती के लिए काम करना पड़ेगा और इस में हम सभी को सहयोग करना होगा। क्योंकि केवल सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं से ही बेटियां मजबूत नहीं होंगी, बल्कि इसके लिए सभी को अपने-अपने स्तर पर योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम सब को एक अभियान चलाना होगा तथा एक ऐसा वातावरण तैयार करना होगा, ताकि बेटियां बिना किसी डर के आगे बढ़े। इस के लिए हमें निरंतर काम करना होगा। इस अवसर पर जहां बेटियों व महिलाओं ने विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। वहीं, केक काट कर बालिका दिवस मनाया। वहीं, बहुत सी महिलाएं अपने घरों से तरह तरह के पकवान लेकर आई थी, जिन का आनंद राजेश धर्माणी ने भी लिया तथा महिलाओं की पाक कला की जमकर तारीफ की। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी रंजना, बीएमओ घुमारवीं पुष्पेंदर राणा, प्रधान ग्राम पंचायत घुमारवीं अनीता शर्मा, घुमारवीं कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजीव शर्मा, पार्षद कपिल शर्मा,फुलां चंदेल व सभी वृत पर्यवेक्षक आदि उपस्थित थे।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल को एक्सटेंड करने के बाद क्या भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप के कार्यकाल को भी एक्सटेंड करेगी, ये यक्ष प्रश्न है। नड्डा का कार्यकाल इसी साल 20 जनवरी को समाप्त हो रहा था, लेकिन बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा की परफॉर्मेंस को देखते हुए पार्टी ने नड्डा के कार्यकाल को जून, 2024 तक एक्सटेंड कर दिया है। अब हिमाचल प्रदेश भाजपा की कमान संभाले सुरेश कश्यप का कार्यकाल भी 18 जनवरी को समाप्त हो रहा है, लेकिन सुरेश कश्यप के कार्यकाल में भाजपा के खाते में एक के बाद एक शिकस्त दर्ज हुई है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भी प्रदेश भाजपा संगठन सवालों के घेरे में है। ऐसे में जाहिर है कि अब भाजपा को मजबूत नेतृत्व की दरकार है। जानकार मान रहे है कि नड्डा को तो विस्तार मिल गया, लेकिन सुरेश कश्यप के कार्यकाल को भी विस्तार मिलेगा इसकी संभावना कम ही है। दरअसल पार्टी ने 2019 अंत में डॉ राजीव बिंदल को प्रदेश संगठन की कमान सौंपी थी। कोरोना काल में हुए स्वास्थ्य घोटाले में बिंदल का नाम खूब उछला तो बिंदल ने इस्तीफा दे दिया। हालांकि इसके बाद बिंदल को क्लीन चिट मिली। बिंदल के स्थान पर सुरेश कश्यप को नया अध्यक्ष बनाया गया। तब तक पार्टी की परफॉरमेंस भी अव्वल थी। 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप कर चुकी थी और दो उपचुनाव भी जीत चुकी थी। पर सुरेश कश्यप के आने के बाद पार्टी सिंबल पर हुए चार नगर निगम चुनाव में से पार्टी को दो में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद एक लोकसभा उपचुनाव और तीन विधानसभा उपचुनाव भी पार्टी हार गई। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। जाहिर है ऐसे में सवाल उठना तो लाजमी है। गौर करने वाली बात ये भी है कि प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप शिमला से सांसद भी है और उनके अपने संसदीय क्षेत्र में भाजपा सबसे ज्यादा पिछड़ी है। शिमला संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ तीन सीटों पर भाजपा को जीत मिली है। ऐसे में पार्टी सुरेश कश्यप पर फिर भरोसा जतायेगी, इसकी सम्भावना कम ही लगती है। बहरहाल माना जा रहा है कि जल्द भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा और नए अध्यक्ष के सामने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले शिमला नगर निगम चुनाव की कड़ी चुनौती होगी। दरअसल शिमला नगर निगम के 41 वार्ड तीन निर्वाचन क्षेत्रों के अधीन आते है, शिमला शहरी, कसुम्पटी और शिमला ग्रामीण। विधानसभा चुनाव में इन तीनो ही निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस को शानदार जीत मिली है, तो भाजपा का सूपड़ा साफ हुआ है। ऐसे में अध्यक्ष जो भी बने, डगर कठिन होने वाली है।
मनीष । बिलासपुर बिलासपुर जिला में 16 जनवरी 2023 को एसआईएस सिक्योरिटी कंपनी द्वारा सिक्योरिटी गार्ड्स के 200 पदों के लिए केंपस इंटरव्यू का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी जिला रोजगार अधिकारी राजेश मेहता ने दी। उन्होंने बताया कि इंटरव्यू का आयोजन जिला रोजगार कार्यालय बिलासपुर में प्रातः 10:30 बजे से शुरू होगा।इंटरव्यू में चयनित उम्मीदवारों को मासिक मानदेय 14500 से 19000 रुपए के बीच देय होगी। इंटरव्यू में 21 वर्ष से लेकर 37 आयु वर्ग के केवल पुरुष उम्मीदवार जिनकी न्यूनतम ऊंचाई 168 सेंटीमीटर और उम्मीदवार का वजन 54 किलोग्राम होना चाहिए आवश्यक है। इच्छुक उम्मीदवार अपने सभी अनिवार्य दस्तावेजों सहित 16 जनवरी को सुबह 9:00 बजे रोजगार कार्यालय बिलासपुर में पहुंचना सुनिश्चित करें।
मनीष। घुमारवीं मानव अधिकार संरक्षण संस्थान के अध्यक्ष कुलदीप ठाकुर, महासचिव जय किशन शर्मा, शिव शक्ति युवक मंडल कव्वाली टटोह के प्रधान अभिषेक ठाकुर ने कहा की अदानी कंपनी द्वारा लगभग एक माह पूर्व जो एसीसी सीमेंट प्लांट बंद करने का जो तानाशाही पूर्वक फैसला लिया है, उसका असर हर जगह दिखना शुरू हो गया है। बीडीटीएस बरमाना द्वारा धार टटोह स्थित कल्याण गौ सदन, जिसमें लगभग 250 बेसहारा गोवंश के पालन-पोषण की जिम्मेदारी लगभग 22 वर्षों से निभा रहा है। इस क्षेत्र के प्रमुख सिद्ध पुरुष तपस्वी रहे बाबा कल्याण दास जी के मार्गदर्शन में बीडीटीएस के उस समय के प्रधान रहे स्व. रामदास ठाकुर के नेतृत्व में सभा के सदस्यों के सहयोग से 16 जनवरी, 1997 को हिमाचल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रामलाल ठाकुर द्वारा शिलान्यास किया गया। लगभग 3 वर्ष में इस भवन का निर्माण पूर्ण करके 19 अप्रैल,2000 को रामदास ठाकुर द्वारा सड़क पर रह रहे बेसहारा गोवंश के लिए इसे समर्पित कर यहां पर लगभग 100 गोवंश के लिए रहने,चारे और दवाइयों की व्यवस्था की गई। इसके बाद बीडीटीएस द्वारा रामदास ठाकुर की अध्यक्षता में कल्याण गौ सदन के दूसरे चरण का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा 4 मई 2003 को तथा 2005 में इसका उद्घाटन किया गया। अब कल्याण गौ सदन में 250 बेसहारा गोवंश के पालन पोषण की पूर्ण जिम्मेदारी बीडीटीएस द्वारा ट्रक ऑपरेटरों के सहयोग से लगभग 22 वर्षाें से की जा रही है, लेकिन अदानी कंपनी द्वारा एकाएक जिस तरीके से तानाशाही पूर्वक फैसला लेकर रातों-रात सीमेंट कारखाने को बंद कर दिया, जिससे ट्रक ऑपरेटरों के सामने गाड़ियों की किस्त देना तथा परिवारों के पालन-पोषण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई। ट्रक ड्राइवर, मकैनिक, टायर पंचर स्पेयर पार्ट्स तथा इस कारोबार से जुड़े हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। अगर स्थिति को तुरंत ना संभाला गया, तो कल्याण गौ सदन में रह रहे बेसहारा गोवंश का क्या होगा। संस्थान द्वारा इसे लेकर चिंता व्यक्त की है। संस्थान बीडीटीएस का पूर्ण समर्थन करता है तथा हर स्थिति में सभा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का आश्वासन देता है तथा प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से भी इस मसले के तुरंत समाधान की अपील करता है।
प्रदेश की सुक्खू सरकार ने छः मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्ति की है। कुल्लू सदर से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, रोहड़ू से विधायक मोहन लाल ब्राक्टा, दून से विधायक राम कुमार चौधरी, पालमपुर से विधायक आशीष बुटेल, बैजनाथ से विधायक किशोरी लाल और अर्की से विधायक संजय अवस्थी को सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। इनमें से सूंदर सिंह ठाकुर, आशीष बुटेल और राम कुमार चौधरी को मंत्री पद की दौड़ में भी माना जा रहा था, लेकिन इन्हें सरकार ने मुख्य संसदीय सचिव बनाया है। रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी 6 विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सुंदर सिंह ठाकुर : दूसरी बार बने है विधायक 57 वर्षीय सुंदर सिंह ठाकुर लगातार दूसरी बार कुल्लू सदर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे है। सुंदर सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय से बीएससी (मेडिकल) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से विधि स्नातक (एलएलबी) की उपाधि प्राप्त की। ठाकुर बागवानी एवं होटल व्यवसाय से जुड़े हैं। सूंदर सिंह ठाकुर ने वर्ष 1985-86 में हिमसा चंडीगढ़ के संगठन सचिव के रूप में कार्य किया। इसके उपरांत वर्ष 1989-91 तक हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई के उपाध्यक्ष, 1991 में पंचायत समिति सदस्य, वर्ष 1991-94 तक पंचायत समिति कुल्लू के अध्यक्ष, वर्ष 1994-99 तक जिला परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष रहे। वर्ष 2009-2012 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के राज्य प्रतिनिधि तथा वर्ष 2012 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव पद पर रहे। ठाकुर ने 2003-08 तक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा वर्ष 2013 से 2017 तक हिमाचल प्रदेश खेल परिषद के सदस्य के रूप में कार्य किया। सुंदर सिंह दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए और जनरल डेवलपमेंट एंड सबोर्डिनेट लेजिस्लेशन कमेटी के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में यह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक के रूप में चुने गए। मोहन लाल ब्राक्टा : लगातार तीसरी बार बने विधायक 57 वर्षीय मोहन लाल ब्राक्टा ने विधि स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है और एक अधिवक्ता के तौर पर सक्रिय रहे हैं। ब्राक्टा वर्ष 2012 में पहली बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। वर्ष 2013 से 2017 तक इन्होंने प्राक्कलन, ग्राम नियोजन, सार्वजनिक उपक्रम, कल्याण, विशेषाधिकार एवं नीति समितियों के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए यह पुनः निर्वाचित हुए और कल्याण, नियम एवं ई-गवर्नेंस व सामान्य मामले समितियों के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए यह पुनः बतौर विधायक चुने गए है। मोहन लाल ब्राक्टा को होली लॉज खेमे का माना जाता है। राम कुमार चौधरी : मंत्री पद की दौड़ में थे शामिल राम कुमार चौधरी को सियासत विरासत में मिली है। उनके पिता लज्जा राम कई बार विधायक और मुख्य संसदीय सचिव रहे है। राम कुमार चौधरी ने लोक प्रशासन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है और रियल एस्टेट व्यवसाय से जुड़े हैं। राम कुमार चौधरी हरिपुर संदोली ग्राम सुधार सभा के अध्यक्ष रहे हैं। इसके अतिरिक्त चौधरी वर्ष 1993-95 में प्रदेश एनएसयूआई के महासचिव, वर्ष 2003 में राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव तथा हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के वर्तमान में महासचिव हैं। वर्ष 2006 से 2011 तक यह जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रहे। यह दिसंबर 2012 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए बतौर विधायक चुने गए। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए है। आशीष बुटेल : शांता कुमार के गृह क्षेत्र में कांग्रेस को मजबूत किया पूर्व विधानसभा अध्यक्ष तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री बृज बिहारी लाल बुटेल के सुुपुत्र आशीष बुटेल दूसरी बार पालमपुर से विधायक बने है। पालमपुर भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार का गृह क्षेत्र है और यहाँ से बुटेल ने दोनों मर्तबा भाजपा के दिग्गज नेताओं को हराया है। 2017 में उन्होंने इंदु गोस्वामी को हराया था और इस बार भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर को हराया है। बुटेल ने सिम्बोयसिस कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय पुणे से वाणिज्य स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। आशीष बुटेल को वर्ष 2011 से 2013 तक लोकसभा युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। वह वर्ष 2014 से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव हैं। वह वर्ष 2017 में पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा प्राक्कलन एवं ग्रामीण योजना समितियों के सदस्य रहे। वह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। आशीष बुटेल जिला कांगड़ा बॉस्केटबाल संघ के भी अध्यक्ष हैं। उनकी सामाजिक कार्यों तथा अध्ययन में विशेष रूचि है। किशोरी लाल : बैजनाथ से दूसरी बार बने है विधायक किशोरी लाल जिला कांगड़ा के बैजनाथ से दूसरी बार विधायक बने है। वह पांच बार पंचायत प्रधान तथा उप-प्रधान रहे हैं। वह ब्लॉक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव, जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। किशोरी लाल दिसम्बर, 2012 में प्रथम बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में पुनः विधायक के रूप में चुने गए हैं। बैजनाथ पंडित संत राम की कर्मभूमि रही है और इसी सीट से उनके पुत्र सुधीर शर्मा भी दो बार विधायक बने है। ये सीट आरक्षित होने बाद यहाँ से कांग्रेस ने किशोरी लाल को चेहरा बनाया और वे तीन में से दो चुनाव जीतने में सफल रहे। संजय अवस्थी : क्रिकेट के मैदान से सियासी मैदान तक पहुंचे अवस्थी 57 वर्षीय संजय अवस्थी अर्की से दूसरी बार विधायक बने है। अवस्थी को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का करीबी माना जाता है। संजय अवस्थी वर्ष 1996 से 2006 तक जिला क्रिकेट संघ सोलन के अध्यक्ष तथा वर्ष 2000 से 2005 तक नगर परिषद सोलन के पार्षद रहे। वह वर्तमान में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य है। संजय अवस्थी 30 अक्टूबर, 2021 को विधानसभा उप-चुनाव में प्रथम बार विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए। संजय अवस्थी ने रणजी ट्रॉफी राष्ट्रीय क्रिकेट चैम्पियनशिप में हिमाचल का प्रतिनिधित्व किया है।
मनीष। बिलासपुर सूबे में एसीसी व अंबुजा सीमेंट कारखाने बंद करने के बाद निजी ट्रक ऑपरेटरों का धरना प्रदर्शन जारी है। बुधवार को निजी ट्रक ऑपरेटरों ने दधोल चौक पर अदानी के खिलाफ नारेबाजी की तथा अदाणी का पुलला फूंका। दर्जनों ट्रक ऑपरेटरों ने जमकर नारेबाजी करते हुए कंपनी पर मनमानी करने का आरोप लगाया। इससे पहले दधोल चौक पर अदाणी के नाम बनाये गए पुतले की शव यात्रा निकाली गई। बीडीटीएस ट्रक ऑपरेटर जगह जगह वाहरी जगहों से सिंमेंट लेकर आ रहे ट्रकों को रोक रहे हैं। धरने प्रदर्शन का दौर जारी है। निजि ट्रक ऑपरेटरों के ट्रकों को बिना काम के खड़े हुए 20 दिन से ज्यादा समय बीत गया है। ट्रक मालिकों को किश्ते भरने के लाले पड़ चुके हैं। अदानी समूह बाहर से सिंमेंट की आपूर्ति करने में जुट गई है, तो निजी ट्रक ऑपरेटर बाहरी गाड़ियों को रोकने में जुटे हैं। इससे पहले भी दधोल के नजदीक बाहर से आई सीमेंट की एक गाड़ी को निजी ट्रक ऑपरेटरों ने पकड़ा था। उस गाड़ी को ओवरलोड सहित टैक्स के तौर पर कैब एक लाख 14 हजार रुपए का जुर्माना लगा था। ऐसे में अब निजी ट्रक ऑपरेटरों ओर कंपनी के बीच आपसी लड़ाई तेज हो गई है। दधोल चौक पर धरने के दौरान निजी ट्रक ऑपरेटरों ने कहा कि कम्पनी मनमानी पर उतर आई है। निजी ट्रक ऑपरेटरों ने कहा कि आठ तारीख तक कम्पनी के फैसले का इंतजार करेंगे उसके बाद लदरौर व घुमारवी में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। अदानी समूह की मनमर्जी नही चलने दी जाएगी। ट्रक ऑपरेटरों ने कहा कि बेबजह बिना किसी सूचना दिए फैक्ट्रियां बंद कर दी गई। अब अदानी समूह द्वारा ओवरलोड ट्रकों में माल भेजा जा रहा है। इसके साथ ही टैक्स चोरी करने का मामला भी सामने आया है। ट्रक ऑपरेटरों ने कहा कि सभी ट्रक मालिक एक साथ एकजुट हैं। अपने हितों की रक्षा करने के लिए जो भी संभव होगा वह कदम ट्रक मालिकों द्वारा उठाए जाएंगे। सीमेंट प्रबंधन व ट्रक ऑपरेटरों के बीच छिड़ी इस जंग के कारण क्षेत्र में सिंमेंट की कमी हो गई है। कई लोगों के घरों के निर्माण कार्य अधर में लटक नए हैं। खासतौर में बिलासपुर में उग्र हो रहे निजी ट्रक ऑपरेटरों के रवैये के कारण वाहर से ट्रक भी इस क्षेत्र में सिंमेंट लेकर आने की मनाही कर रहे हैं। इस दौरान पूर्व सैनिक ट्रक युनियन के अध्यक्ष जगरनाथ, निजी बस ट्रक यूनियन के अध्यक्ष राजेश पटियाल, बीडीसी सदस्य अभिषेक चन्देल, राजेश, राकेश, नूतन, मदन व सुनील सहित कई ट्रक आपरेटर मौजूद थे।
मनीष। बिलासपुर वेटलैंडस इंटरनेशनल, साउथ एशिया और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी द्वारा आयोजित गोविंद सागर झील में एकीकृत प्रबन्धन परियोजना के तहत शामिल किये जाने वाले बिन्दु व तथ्य से इस क्षेत्र में प्रवासी पक्षियों की आमद के लिए किये जाने वाले प्रयासों में अत्याधिक प्रभावी सावित होगें। यह विचार आज वन मण्डाधिकारी बिलासपुर अवनी भुषण राय ने वेटलैंडस इंटरनेशनल साउथ एशिया और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी द्वारा गोविन्द सागर झील के लिए एकीकृत प्रबन्धन योजना के विषय पर सागर व्यू होटल में गोविन्द सागर झील हितधारकों के साथ बुलाई गई प्रामर्श बैठक व कार्याशाला की अध्यक्षता करते हुए यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत गोविन्द सागर झील क्षेत्र में जैविक विविधता को पुनर्जिवित करने व प्रवासी पक्षियों के आवागमन की बढ़ाेतरी के साथ साथ समबद्ध विभिन्न विभागों की क्षमता का विकास भी होगा तथा आगामी समय में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। हिमाचल प्रदेश राज्य वेटलैडस प्राधिकरण अधिकारी रवि शर्मा ने कहा कि गोविन्द सागर झील हिमाचल प्रदेश की तीस महत्वपुर्ण वेटलैडस में से एक है। यह परियोजना वेटलैंडस संरक्षण को एकीकृत रूप से सुदृढ़ करने के लिए अत्यतं महत्वपूर्ण है। उन्होंने झील में गाद जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह वेटलैंडस संरक्षण और जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण है। इसीलिए गोविन्द सागर झील का सरक्षण अत्यतं आवश्यक है। जूलॉजीकल सर्वे ऑफ इंडिया देहरादून के प्रभारी निदेशक अनिल कुमार ने वन्य जीवन के लिए वेटलैंड को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया साथ ही उन्होंने पक्षियों के आवासीय विनाश, जलवायू परिवर्तन जैसे प्रमुख खतरों के प्रति भी इंगित किया। प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए आद्र भूमि के महत्व व आवश्यकताओं पर सहायक वन सरंक्षक बिलासपुर ने अपने विचार प्रकट किए। वेटलैंडस इंटरनेशनल साउथ एशिया और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के विषय विशेषज्ञों ने तकनीकी सत्रों का नेतृत्व किया। वेटलैंडस इंटरनेशनल के वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी धु्रव वर्मा ने भारत सरकार के जलीय परिस्थितिक तंत्र के संरक्षण के लिए वेटलैंडस संरक्षण व बेहतर उपयोग के लिए एकीकृत प्रंबधन योजना के संबंध में जानकारी दी। बीएनआईआईएस के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुब्रत देबता ने बैठक व कार्याशाला में उपस्थित हितधारकों को सैन्ट्रल एशिया फलाईवे की राष्ट्रीय कार्य योजना के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गोविंद सागर झील एकीकृत प्रबन्धन योजना के अन्तर्गत प्राप्त सुझावों के मुख्य बिन्दुओं पर रिपोर्ट बनाकर केन्द्रिय ऐजेसिंयो को सौंपा जाएगा, ताकि वेटलैड के रूप में इसका निर्माण व बेहतर इस्तेमाल कर जैव विविधता को बढावा दिया जा सके। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में 50 हितकारकों न भाग लिया। तकनीकी अधिकारी आर्घ्य चक्रवर्ती ने गोविंद सागर मे परिस्थितिकीय स्थिती को संरक्षित करने तथा परियोजना के उदेश्यों व परिणामों कों सांझा किया। कनिष्ठ तकनीकी अधिकारी अपूर्व थापा ने गोविन्द सागर की परिस्थितिक स्थिती व प्रबन्धन की आवश्यकताओं पर विचार व्यक्त किए। चर्चा सत्रों में विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा स्थानीय हितधारकों द्वारा परियोजना के तहत होने वाले लाभों चुनौतियों व खतरों के प्रति अपने अमुल्य सुझाव प्रकट किये। चर्चा के तहत उभरे विचार बिन्दुओं में संबद्ध विभागों के साथ-साथ बीबीएमबी के साथ निरंतर एकीकृत संस्थागत रूपरेखा तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया गया, ताकि अपशिष्ठ प्रबंधन व्यवस्था में सुधार किया जा सके।
मनीष। बिलासपुर युवाओं की साकारात्मक रचना शक्ति किसी भी राष्ट्र को मजबूती प्रदान करती है। ये विचार शिक्षा विभाग के सेवानिवृत संयुक्त निदेशक एवं प्रबुद्ध समाज सेवक सुशील पुंडीर ने नेहरू युवा केंद्र बिलासपुर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय युवा नेतृत्व एवं सामुदायिक विकास आवासीय प्रशिक्षण शिविर के अवसर पर अपने संबाेधन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव राष्ट्र की सामाजिक, सांस्कृतिक राजनैतिक और आर्थिक पहचान की प्रगतिशिलता है, जिसे युवाओं को समय समय पर स्मरण करना आवश्यक है। उन्होंने युवाओं को साकारात्मक अभिव्यक्ति को अपनाकर आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवा बाहुल्य इस देश में आज लोगों को युवाओं से अनेक अपेक्षाए हैं। जिला लोक संपर्क अधिकारी संजय सूद ने अपने संबाेधन में कहा कि नेहरू युवक केंद्र द्वारा देश में युवाओं के व्यक्तित्व को विकसित करने और उनमें राष्ट्र भाव भरने के लिए अनेक गतिविधियां और शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवाओं का बड़ा समुह क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास में पांरगत होकर आज विविध क्षेत्रों में कार्य कर रहा है। उन्होंने युवाओं में नेतृत्व क्षमता के माध्यम से सामुदायिक विकास के सम्बन्ध में विचार सांझा किए। उन्होंने कहा कि नेतृत्व क्षमता के लिए अनुशासन, प्रतिबधता, शानार्जन की भावना तथा निर्णय लेने की क्षमा का होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन्हीं भावों को आत्मसात कर सामुदायिक विकास को किया जा सकता है। उन्होंने युवाओं को सोशल मीडिया और मोबाईल का सही प्रयोग कर इससे ज्ञान प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहकर समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए आगे आना चाहिए। राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर की पत्रकारिता व जन संचार विषय की प्रवक्ता नवेन्दु बंसल ने युवाओं को नेेतृत्व कौशल व व्यक्तित्व विकास के लिए अपने अंदर निहित खुबियों और खामियों का अंाकलन कर आगे बढ़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने नेतृत्व क्षमता निर्माण में सहायक तत्व प्रभावित कर की क्षमता, प्रतिबद्धता, सहयोग की भावना तथा व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक तत्वों के संबंध में युवओं को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि युवा अपने आत्म विश्वास को केंद्रीत करें, जो व्यक्तित्व विकास क्षमता निर्माण के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम संयोजक नेहरू युवा केंद्र बिलासपुर की युवा समन्वयमक प्रियंका ने बताया कि केंद्र द्वारा आयोजित तीन दिवसीय इस आवासीय प्रशिक्षण शिविर में बिलासपुर जिला के विभिन्न क्षेत्रों के 50 युवक व युवतियां भाग ले रही हैं। शिविर का उद्देश्य युवाओं को सामुदायिक, विकास और नेत्त्व भाव उत्पन्न करने के लिए आवश्यक विन्दुओं व कर्त्तव्यों के प्रति जानकारी व जागरूकता प्रदान करना है, ताकि बड़ी संख्या में युवओं की भागीदारी राष्ट्र निमार्ण में सुनिश्चित की जा सके। इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी रेवती सैणी विशेष रूप से उपस्थित रही।
मनीष। घुमारवीं करुणामूलक संघ हिमाचल प्रदेश की बैठक गूगल मीट के माध्यम से प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें प्रदेश भर के करुणामूलक आश्रितों ने भाग लिया। इस मीटिंग के माध्यम से सपष्ट हो गया है कि करुणामूलक संघ संघर्ष की राह पर है और अपनी मांगों के चलते धर्मशाला में सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट करेगा व और अपनी मांगों के चलते प्रदेश सरकार को मांग पत्र साैंपा जाएगा, ताकि सरकार अपने कार्यकाल की पहली कैबिनेट में करुणामूलक परिवारों के हित में फैसला लें और जितने भी केस पेंडिंग चले हुए हैं, उन्हें मध्यनजर रखते हुए पहली कैबिनेट में पॉलिसी संशोधन हो, ताकि जितने परिवार नौकरी से वंचित रहे हैं, उन्हें नौकरी मुहैया हो सके। बता दें कि करुणामूलक संघ काफी समय से संघर्ष कर रहा है। हाल ही में पिछले वर्ष करुणामूलक संघ नें शिमला में 432 दिन की भूख हड़ताल भी की गई थी, कुछ एक मांगे इनकी पूरी भी हुई हैं, पर कुछ मांगों को पूर्व सरकार ने पूरी तरह से दरकिनार भी किया था, जिसका खामियाजा पूर्व सरकार को सता गवाकर चुकाना पड़ा है। अब करुणामूलक परिवार नई सरकार के समक्ष मांग पत्र साैपेंगे, ताकि पहली कैबिनेट से पहले सरकार करुणामूलक संघ के पदाधिकारियाें को बुलाएं और सरकार पहली कैबिनट में करुणामूल्कों को संशोधित पॉलिसी का तोफा दे सकें। प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार ने प्रदेश भर के करुणामूलक परिवारों से निवेदन किया है कि मुख्यमंत्री को बधाई देने व मांग पत्र सौंपने के लिए 6 तारीख को सुबह 10.30 बजे जोराबर स्टेडियम पहुंचे, ताकि उसके बाद मुख्यमंत्री को विधानसभा में बधाई के साथ साथ मांग पत्र भी साैपेंगे।
साइलेंट किल्लर से घुमारवीं वाॅरियर्स को हराकर अपने नाम किया खिताब फर्स्ट वर्डिक्ट। बिलासपुर क्षेत्र के ऐतिहासिक लुहणू क्रिकेट मैदान में चल रही विरासत-ए-कहलूर क्रिकेट प्रतियोगिता के तृतीय संस्करण का बुधवार को समापन हो गया। इस दौरान फाइनल मैच साइलेंट किल्लर और घुमारवीं वाॅरियर्स के मध्य खेला गया। जिसमें साइलेंट किल्लर से घुमारवीं वाॅरियर्स को हराकर खिताब को अपने नाम किया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर हिम सर्वोदय पब्लिक स्कूल घुमारवीं की प्रबंधन निदेशिका नीलम महाजन ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अपने संबोधन में बच्चों से खेल भावना से खेलने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि किसी भी खेल से जुड़कर जहां मानसिक और शारीरिक विकास होता है। वहीं, बच्चे नशे आदि से भी दूर रहते हैं। घुमारवीं वाॅरियर्स ने पहले टाॅस जीतकर क्षेत्र रक्षण का निर्णय लिया। साइलेंट किल्लर ने निर्धारित बीस ओवरों में 118 रन बनाए। जिसमें नरेश ने 14, सुमित ने 11, सूर्या ने 22 व रवि ने 18 रन अपनी टीम के लिए जोड़े। घुमारवीं वाॅरियर्स की ओर से अनिल ने चार, संचित ने तीन और अनर्व ने एक विकेट हासिल की। लक्ष्य का पीछा करने उतरी घुमारवीं वाॅरियर्स की शुरूआत अच्छी नहीं रही। घुमारवीं वाॅरियर्स 81 रनों पर आल आउट हो गई और साइलेंट किल्लर 31 रनों से विजयी रही। घुमारवीं वाॅरियर्स की ओर से अनर्व ने सर्वाधिक 39 रन बनाए, जबकि अन्य कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू नहीं पाया। साइलेंट किल्लर की ओर से दीपक ने चार विकेट चटकाए, जबकि सूर्या ने तीन, रवि ने दो और अश्वनी ने एक विकेट हासिल किया। आयोजकों की ओर से विजेता टीम को ट्राफी तथा 51 हजार रूपए नकद इनाम के तौर पर दिए गए, जबकि उपविजेता टीम को ट्राफी और 31 हजार रूपए नकद बतौर इनाम दिए गए। हिमाचल सर्वोदय पब्लिक स्कूल की ओर से ट्राफी भेंट की गई। बिलासपुर क्रिकेट संघ के सचिव तथा बीसीसीआई सीनियर टूर्नामेंट कमेटी सदस्य विशाल जगोता ने इस चैंपियनशिप का पूरा विवरण दिया। इस अवसर पर विशाल जगोता, आशीष कपिल, करण चंदेल, सतीश ठाकुर, कमल महाजन, अनिरूद्ध, करप्रीत, राजीव ठाकुर, पंकज ठाकुर, जितेंद्र ठाकुर, विनोद ठाकुर व क्रिकेट कोच चेतन ठाकुर आदि मौजूद रहे।
मनीष। घुमारवीं मिनर्वा शिक्षण व कोचिंग संस्थान घुमारवीं के लिए नया वर्ष एक बहुत ही बड़ी खुशखबरी लेकर आया है। यहां से शिक्षा व कोचिंग लेकर गांव टकरेडा, पंचायत व तहसील घुमारवीं की आक्षी शर्मा पुत्री पूनम शर्मा व केशवनंद शर्मा ने अपने सुनहरे भविष्य की एक सुंदर व सशक्त इबारत लिखी है। सन् 2018 में मिनर्वा संस्थान से 10+2 की पढ़ाई व कोचिंग पूरी करने के बाद आक्षी शर्मा ने मिलट्री नर्सिंग सर्विस की प्रतियोगिता परीक्षा उत्तीर्ण कर सेंटर कमान लखनऊ से अपना नर्सिंग कोर्स का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद अब उनका चायन मिलट्री नर्सिंग सर्विस में बतौर लेफ्टिनेंट हुआ है। इस मौके पर जहां एक ओर आक्षी के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है,ताे वहीं दूसरी और मिनर्वा संस्थान में भी उत्सव का माहौल है। इस उपलब्धि के लिए मिनर्वा संस्थान के संस्थापक व संयोजक प्रवेश चंदेल, राकेश चंदेल ने आक्षी व उनके माता-पिता को बधाई देते हुए संस्थान के सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की है। साथ ही साथ उन्होंने सभी बच्चों को आक्षी शर्मा से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का आह्वान भी किया। चंदेल बंधुओं ने सभी शिक्षा प्राप्त कर चुके व शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकाें का मिनर्वा में विश्वास व्यक्त करने के लिए धन्यवाद व अभिवादन भी किया और इस उपलब्धि के लिए में कार्यरत सभी अध्यापकों और कर्मचारियों का पूर्ण कार्य करने के लिए धन्यवाद किया।
मनीष । घुमारवीं भारत की पहली महिला शिक्षिका और समाजसेवी सावित्रीबाई फुले की आज जयंती है। वह समाज सुधारक और महिलाओं के लिए काम करने के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने 19वीं शताब्दी में पुणे (महाराष्ट्र) के समाज में व्याप्त दमनकारी सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाई थी। उनका योगदान तर्कसंगतता और मानवीय कारणों जैसे सत्य, समानता और मानवता के इर्द-गिर्द घूमता है। उनका जन्म 03 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र (नायगांव-सतारा) में हुआ था। वह अपने परिवार में सबसे छोटी थीं। उनके तीन भाई-बहन थे। वह माली समुदाय से थीं, जो आज अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के अंतर्गत आता है। सावित्रीबाई फुले जब महज 9 वर्ष की थीं, तभी उनका विवाह हो गया, वे पढ़-लिख नहीं सकती थीं। उनके पति ज्योतिराव फुले ने उन्हें घर पर शिक्षित करने की जिम्मेदारी ली, जिसके बाद में उन्होंने महाराष्ट्र, विशेष रूप से पुणे में व्याप्त असमानता, पितृसत्ता और सामाजिक उत्पीड़न से लड़ने के लिए काम किया।
मनीष । बिलासपुर जिला बिलासपुर में आवारा व लावारिस कुत्तों से निजात के लिए जिला स्तरीय डॉग एडॉप्शन स्कीम चलाया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने आज बचत भवन में जिला स्तर पर आवारा कुत्तों से निजात के लिए आयोजित बैठक के दौरान दी। उपायुक्त ने बताया कि आवारा व लावारिस कुत्तों से पेश आ रही समस्याओं से निपटने के लिए आज बैठक में 2 पहलुओं पर चर्चा कर योजना तैयार की गई है, जिसके तहत पशुपालन विभाग द्वारा बड़े स्तर पर लावारिस कुत्तों की नसबंदी की जाएगी, ताकि इन कुत्तों की जनसंख्या को बढ़ने से रोका जा सके और जिला में व्यक्तिगत व सामुदायिक स्तर पर कुत्ते को गोद लेने की योजना चलाई जाएगी। समुदाय स्तर पर जिसमें कोई भी संगठन, व्यापार मंडल, महिला मंडल और युवा मंडल इन लावारिस कुत्तों को गोद ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि आगामी समय में शहर में आवारा कुत्तों को गोद लेने के लिए सेंटर बनाए जाएंगे और आवारा कुत्तों को गोद लेने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। उपायुक्त ने जिला के सभी नगर परिषद एवं नगर पंचायतों के चुने गए पार्षदों को आगामी जनरल हाउस में लावारिस कुत्तों को गोद लेने वाले लोगों के लिए निःशुल्क पार्किंग स्लॉट, वार्षिक कचरा शुल्क से छूट व मुफ्त टीकाकरण आदि की सुविधाएं देने की पेशकश आदि पर विशेष चर्चा करने के निर्देश दिए और नगर परिषद एवं नगर पंचायत स्तर पर भविष्य में आवारा व लावारिस कुत्तों को गोद लेने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए और बेहतर योजनाएं बनाने के सुझाव भी दिए। उन्होंने बताया कि गोद लिए गए लावारिस कुत्तों को पशुपालन विभाग द्वारा रेबीज के टीके मुफ्त में दिए जाएंगे और समय-समय पर इन कुत्तों की स्वास्थ्य जांच भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर अब तक 40 से अधिक कुत्तों को गोद लिया जा चुका है। उपायुक्त बिलासपुर ने बताया कि शिमला में आयुक्त नगर निगम रहते हुए उन्होंने डॉग एडॉप्शन स्कीम को चलाया था, जिसके तहत शहर वासियों को आवारा व लावारिस कुत्तों को गोद लेने पर निःशुल्क पार्किंग, स्लॉट वार्षिक कचरा शुल्क से छूट व मुक्त टीकाकरण आदि की सुविधाएं दी। शिमला शहर में 200 से अधिक आवारा कुत्तों को डॉग लवर्स ने गोद लिया है। उपायुक्त ने जिला वासियों से अपील करते हुए कहा है कि इस योजना को सफल बनाने में सहयोग करें, ताकि बिलासपुर के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों को आवारा व लावारिस कुत्तों से निजात मिले। इस बैठक में नगर परिषद अध्यक्ष बिलासपुर कमलेंद्र कश्यप, उपाध्यक्ष कमल गौतम, अध्यक्ष नगर परिषद घुमारवीं श्याम शर्मा, पार्षद पंकज धीमान, उर्वशी वालिया ईओ एमसी, सचिव विनोद कुमार तलाई और प्रतिमा श्री नैना देवी जी से बैठक में उपस्थित रहे।
मनीष । घुमारवीं राज्य सूचना आयोग हिमाचल प्रदेश द्वारा स्वामी विवेकानंद राजकीय डिग्री कॉलेज घुमारवीं में 'सूचना के अधिकार' विषय पर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न वर्गों जैसे भाषण प्रतियोगिता, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता चित्र कला, पोस्टर मेकिंग व निबंध लेखन में जिला के 8 महाविद्यालयों के लगभग 63 विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह जानकारी देते हुए बीएड कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि कॉलेज के छात्रों ने इस प्रतियोगिता के 6 वर्गों में से तीन वर्गों भाषण, प्रश्नोत्तरी व चित्रकला में प्रथम स्थान हासिल कर महाविद्यालय का नाम रोशन किया है। भाषण प्रतियोगिता में कॉलेज के छात्र गौरव शर्मा ने प्रथम, प्रश्नोत्तरी में तेंजिन दोर्जे, नेहा भाटिया व आमना कुमारी की टीम ने प्रथम, चित्रकला में ओशल कुमारी ने प्रथम स्थान हासिल किया है। इसके अलावा में कॉलेज की छात्रा आकांक्षा ने निबंध लेखन में द्वितीय तथा वाद-विवाद प्रतियोगिता में अभय व अनन्या की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। इस मौके पर प्रार्थना सभा के बाद एक लघु सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें कॉलेज के प्रबंध निदेशक इंजीनियर पुरुषोत्तम शर्मा ने कार्यकारी निदेशक आयुष शर्मा व स्टाफ की उपस्थिति में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए इस उपलब्धि पर सबको बधाई दी तथा छात्रों को उनकी कड़ी मेहनत पर शाबाशी दी। इन प्रशिक्षुओं को इस प्रतियोगिता के लिए तैयार करने में अध्यापकों की भूमिका की भी सराहना की व इसी क्रम को भविष्य में भी जारी रखने का आह्वान किया। इस अवसर पर मिठाई वितरण भी किया गया।
लददा-चौगान स्कूल ने धूमधाम से मनाया वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह मनीष । घुमारवीं राजकीय उच्च पाठशाला लददा-चौगान में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव बंबर ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी पाठशाला के लिए वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि वर्ष भर शिक्षा के क्षेत्र में और अन्य क्षेत्रों में जिन विद्यार्थियों ने उपलब्धियां हासिल की होती है, उन्हें इस समारोह में सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा कि वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह प्रतिस्पर्धा के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। क्योंकि प्रथम स्थान पर आने वाले छात्र छात्राएं आने वाले समय के लिए यह संकल्प कर सकते हैं कि उन्हें भी अगले वर्ष प्रथम आना है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों के लिए और अभिभावकों के लिए भी यह दिन बड़ा महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि इस दिन अध्यापक और अभिभावक भी आपस में मिलते हैं। उन्होंने स्कूल के सभी मेधावी छात्र-छात्राओं को पारितोषिक वितरित करते हुए कहा कि जिन विद्यार्थियों ने मेहनत की है, उन्हें आज सफलता का पारितोषिक मिल रहा है। उन्होंने अन्य विद्यार्थियों से भी आग्रह किया कि वह भी पढ़ाई और खेलकूद के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए स्कूल का नाम रोशन करें। इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य ने वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। इस अवसर पर पूर्व विधायक तथा कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव बंबर ठाकुर को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी की जिला अध्यक्ष अंजना धीमान भी उपस्थित रहीं।