हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने गुरुवार को मोरसिंघी में पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ आयोजित नलवाड़ मेले का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मेलों का आयोजन हमारी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और सामाजिक सौहार्द्र को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने स्थानीय जनता से इस सांस्कृतिक विरासत को भावी पीढ़ियों तक पहुंचाने का आह्वान किया। मंत्री राजेश धर्माणी ने मेला कमेटी को 50 हजार रुपये की धनराशि देने की घोषणा की। उन्होंने बल्ह से सुलहान लिंक रोड के सुधार तथा पुलिया निर्माण के लिए शीघ्र प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए और आश्वासन दिया कि कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए आवश्यक धनराशि प्रदान की जाएगी। मेले के दौरान महिला मंडलों और स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनकी उपस्थित जनसमूह ने सराहना की। मंत्री धर्माणी ने मंच पर उपस्थित होकर प्रतिभागियों को सम्मानित किया और उनके प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध बागवानी विशेषज्ञ हरीमन शर्मा, एचपीएमसी के अध्यक्ष सतपाल, ग्राम पंचायत मोरसिंघी के प्रधान अमर सिंह, उपप्रधान अनिल चौहान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
खेलों इंडिया गेम्स-2025 के लिए हिमाचल प्रदेश की कबड्डी महिला व पुरुष तथा सेपकटाकरा की महिला टीमों के लिए परीक्षण ट्रॉयल का आयोजन 10 मई को लुहणू स्टेडियम, बिलासपुर में आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी युवा सेवा एवं खेल विभाग के प्रवक्ता ने दी। उन्होंने बताया कि 19 से 24 मई को केंद्रशासित प्रदेश दादरा नगर, हवेली तथा दमन व दीयू में खेलो इंडिया बीच गेम्स-2025 का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए हिमाचल प्रदेश की कबड्डी महिला व पुरुष तथा सेपकटाकरा की महिला टीमों के लिए परीक्षण ट्रॉयल 10 मई को प्रातः 10 बजे से लुहणू स्टेडियम, बिलासपुर में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस ट्रॉयल में शामिल होने के इच्छुक खिलाड़ी हिमाचली प्रमाण-पत्र तथा दो पासपोर्ट आकार के फोटो सहित भाग ले सकते हैं। ट्रॉयल के लिए खिलाड़ियों का पंजीकरण प्रातः 9 बजे से आरम्भ होगा और परीक्षण ट्रॉयल में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को टीए व डीए नहीं दिया जाएगा।
बिलासपुर : जूनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनिशप मसौर गांव के अभिनव ने जीता कांस्य पदक सुनील/बिलासपुर: राजस्थान के कोटा में खेली गई जूनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनिशप में जिला बिलासपुर के मसौर गांव के अभिनव मैहता ने ब्रांज मेडल (कांस्य पदक)जीतकर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। अभिनव मैहता ने हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधितत्व करते हुए यह उपलब्धि 65 किलो ग्राम वर्ग भार में हासिल की। बेटे की इस उपलब्धि के लिए गुरूवार को सादे समारोह में पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने शॉल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। बता दे कि राजस्थान के कोटा में जूनियर राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता में देशभर से सैंकड़ों खिलाडिय़ों ने भाग लिया। जिसमें मसौर गांव के अभिनव मैहता ने 65 किलो ग्राम वर्ग भार में हिमाचल प्रदेश की ओर से खेलते हुए ब्रांज मेडल जीतकर नाम चमकाया। अभिनव के पिता विकास मेहता बिजनेस मैन हैं तथा माता प्रियंका मेहता गृहणी हैं। अभिनव की एक बड़ी बहन है, जोकि इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है। अभिनव को बचपन से ही कुश्ती का शौक था। जिसके चलते उनके पापा ने ठाकुर रेसलिंग अकादमी चांदपुर में भेज दिया। जहां पर अभिनव कुश्ती की बारीकियां सीख रहा है। सम्मान समारोह में विकास मेहता,कर्म चंद चंदेल, नवीन शर्मा व नतीश रणौत सहित अन्य उपस्थित रहे।
सुनील/बिलासपुर: जिला बिलासपुर के घुमारवीं शहर के दकड़ी चौक पर बुधवार को उस समय तनाव की स्थिति बन गई, जब ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी द्वारा पंजीकरण करवाने के लिए कहने पर कश्मीरी चरानियों ने गुंडागर्दी दिखाई। आरोप है कि एक युवक ने पुलिसकर्मी को कुल्हाड़ी से डराने की कोशिश की और फिर वहां से भागने लगे, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। जानकारी के अनुसार, दकड़ी चौक पर तैनात पुलिसकर्मी ने तीन दिन पहले इन कश्मीरी चरानियों को अपना पंजीकरण करवाने के लिए कहा था। हालांकि, वे हर बार इस बात को टालते रहे थे। बुधवार को जब पुलिसकर्मी ने उनसे दोबारा पूछताछ की, तो वे बहस करने पर उतर आए। इसी दौरान, कथित तौर पर एक युवक ने आपा खो दिया और अपनी कुल्हाड़ी उठाकर पुलिसकर्मी को डराने लगा पुलिसकर्मी को कुल्हाड़ी लहराते देख आसपास के लोग तुरंत हरकत में आ गए और उन्होंने इन युवकों को पकड़ने की कोशिश शुरू कर दी। बाजार में मौजूद लोगों की मदद से सभी युवकों को पकड़ लिया गया और फिर उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया। घुमारवीं पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए इन युवकों को हिरासत में ले लिया है। पुलिसकर्मी के बयान के आधार पर युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनसे कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली गई है। इस घटना की पुष्टि करते हुए डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।
देवभूमि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से एक बेहद शर्मनाक और विचलित करने वाली खबर सामने आई है। यहां एक बारहवीं कक्षा की नाबालिग छात्रा सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई है। इस घिनौने अपराध में शामिल चार आरोपियों को महिला थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें से एक पीड़िता का सहपाठी है और तीन उसके दोस्त बताए जा रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है। पीड़िता, जो अपने माता-पिता के साथ महिला थाना बिलासपुर पहुंची, ने अपनी दर्दनाक आपबीती सुनाई। उसने बताया कि तीन साल पहले उसकी दोस्ती कक्षा में पढ़ने वाले एक लड़के से हुई थी। आरोप के अनुसार, अक्तूबर 2024 में उस लड़के ने उसे बिलासपुर मिलने के लिए बुलाया। जब वह बिलासपुर पहुंची, तो वह उसे पैदल ही बंदला की पहाड़ी की ओर घुमाने ले गया। रास्ते में एक सुनसान जगह पर उस लड़के और उसके एक दोस्त ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे इस बारे में किसी को भी बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। पीड़िता के अनुसार, यह सिलसिला यहीं नहीं थमा। बीते 27 मार्च को उस सहपाठी ने उसे दोबारा बिलासपुर बुलाया। डर के कारण वह मना नहीं कर पाई और चली गई। इस बार बिलासपुर में उस सहपाठी के साथ दो अन्य लड़के भी मौजूद थे। पहले वह सहपाठी उसे बंदला की पहाड़ी पर उसी सुनसान जगह पर ले गया, जहां उन्होंने पहले भी इस वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद, वे तीनों लड़के वहां इकट्ठे हो गए और तीनों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया।पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि दुष्कर्म के दौरान उस सहपाठी ने वीडियो भी बनाई और उन्होंने उसे फिर से मुंह बंद रखने की धमकियां दीं। डर और सदमे के कारण वह इतने दिनों तक इस भयानक घटना के बारे में किसी को कुछ नहीं बता पाई। आखिरकार, मंगलवार को उसने हिम्मत जुटाकर अपनी मां को सब कुछ बताया, जिसके बाद तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव चौधरी ने इस गंभीर मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। पुलिस अब इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गई है, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में नौकरी का झांसा देकर शातिर ठगों ने चार पूर्व सैनिकों को लाखों का चूना लगा दिया। घुमारवीं के रहने वाले सेवानिवृत्त सैनिक कमलेश कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद भराड़ी थाना पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और विश्वासघात का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता कमलेश कुमार के अनुसार, 2022 में सेना से रिटायर होने के बाद उनके एक साथी सैनिक त्रिलोक चंद ने उन्हें संजय ठाकुर उर्फ लक्की नाम के एक व्यक्ति के बारे में बताया, जो नौकरी दिलाने में मदद करता था। संजय ने बैंक ऑफ बड़ौदा में भर्ती होने की बात कहकर सात लाख रुपये की मांग की। विश्वास करके कमलेश ने मई 2022 में संजय और उसके साथी नीतीश कुमार के खाते में 35 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसी दौरान, कमलेश के तीन अन्य पूर्व सैनिक मित्र भी संजय ठाकुर, नीतीश कुमार और लवप्रीत सिंह के जाल में फंस गए और नौकरी के नाम पर उन्हें मोटी रकम दे बैठे। इन शातिर ठगों ने कुल मिलाकर 20 लाख 35 हजार रुपये की ठगी को अंजाम दिया। कमलेश से 8.85 लाख, दिल्ली के घनश्याम से नौ लाख, राजस्थान के शीशराम से डेढ़ लाख और राजस्थान के ही ओमाराम से एक लाख रुपये ठगे गए। आरोपियों ने पीड़ितों का विश्वास जीतने के लिए उन्हें फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी थमा दिए। जब लंबे समय तक नौकरी नहीं मिली और आरोपी टालमटोल करने लगे, तब पूर्व सैनिकों को ठगी का एहसास हुआ। कमलेश कुमार ने संजय ठाकुर उर्फ लक्की (निवासी हमीरपुर), नीतीश कुमार (निवासी हरियाणा) और लवप्रीत सिंह (निवासी पंजाब) पर सुनियोजित तरीके से ठगी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह ने लोगों से अपील की है कि वे नौकरी दिलाने के नाम पर किसी को भी पैसे न दें और ऐसे मामलों की तुरंत पुलिस को सूचना दें। उन्होंने कहा कि सतर्कता ही ऐसे अपराधों से बचने का सबसे कारगर उपाय है।
घुमारवी नगर परिषद के वार्ड नंबर पांच बजोहा में हर साल की भांति इस वर्ष भी लोगों की सहायता से भंडारे का आयोजन किया गया है। भंडारे के साथ ही पहली बार भजन संध्या का आयोजन भी किया गया जिसमें सुप्रसिद्ध भजन गायक अभिषेक सोनी ने शिरकत की और एक से बढ़कर एक गाने गाकर मौजूद लोगों को खूब नचाया। मंदिर कमेटी के प्रधान विश्व बंधु ने जानकारी देते हुए कहा कि जब से इस मंदिर का निर्माण हुआ है उस समय पुजारी रामदास हुआ करते थे जिनका मंदिर निर्माण के चार साल बाद देहांत हो गया था जिसके बाद उनकी पुण्यतिथि के उपलक्ष पर हर साल भंडारे का आयोजन किया जाता है। मंदिर के होने वाले भंडारे के लिए हर कोई अपनी इच्छानुसार दान दे देता है जिससे भंडारे का आयोजन किया जाता है। वहीं शनिदेव मंदिर कमेटी बजोहा के तत्वावधान में आयोजित भजन संध्या में सुप्रसिद्ध भजन गायक अभिषेक सोनी ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत कर भक्तों को खूब झुमाया। भजन संध्या का आगाज गायक लक्ष्मण दास लच्छू ने गणेश वंदना से किया। उन्होंने मैं माई नू मनावा व तूने मुझे बुलाया शेरावालिए आदि भजन सुनाकर माहौल को भक्तिमय बना दिया।
घुमारवीं: प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन्स के परिणाम में मिनर्वा स्टडी सर्कल, घुमारवीं के छात्रों ने एक बार फिर उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए संस्थान का नाम रोशन किया है। इस वर्ष संस्थान के प्रतिभाशाली छात्र आरव ठाकुर ने असाधारण प्रदर्शन करते हुए 99.29 परसेंटाइल हासिल कर शीर्ष स्थान प्राप्त किया है, जो संस्थान के उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण और छात्रों की कड़ी मेहनत का प्रमाण है। मिनर्वा स्टडी सर्किल के लगभग 35 मेधावी छात्रों ने इस चुनौतीपूर्ण परीक्षा में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। यह गर्व की बात है कि इनमें से 30 छात्र अब जेईई एडवांस की परीक्षा भी देंगे। संस्थान के उत्कृष्ट प्रदर्शन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 13 छात्रों ने 95 परसेंटाइल से अधिक और 29 छात्रों ने 90 परसेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। सफलता के शिखर पर विराजमान छात्र आरव ठाकुर के शानदार 99.29 परसेंटाइल के अलावा, अन्य छात्रों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जिनमें तन्मय कौशल (98.83), प्रज्ञा सिंह (98.49), प्रांजल राणा (98.34), नमन शर्मा (98.01), अक्षित शर्मा (97.23), पियूष शर्मा (96.86), उत्कर्ष धमार्णी (96.52), अर्णव टण्डन (96.47), आदित्य (96.3), आर्यन वर्मा (95.69), अंशुल चैहान (95.68), नंदिनी शर्मा (95.40), अक्षित ठाकुर (94.97), तन्मय शर्मा (94.67), हर्षित वर्धन (94.35), उद्धव कुमार (94.03), अर्चित शर्मा (93.95), शिवांशी शर्मा (93.33), आदित्य शर्मा (93.1), समृधि (92.78), पिनाक चन्देल (92.48), आर्यन दुरानी (92.29), अंशुल धीमान (92.1), प्रियव्रत (92.01), मोहित सूद (91.32), जतिन कतना (91.21), शौर्य (90.42) और जान्य (90.38) शामिल हैं। इन सभी छात्रों ने अपनी कड़ी मेहनत और संस्थान के कुशल मार्गदर्शन से उत्कृष्ट अंक प्राप्त कर संस्थान को गौरवान्वित किया है। सामूहिक प्रयास लाया रंग इस अभूतपूर्व सफलता पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मिनर्वा स्टडी सर्किल के संस्थापक एवं संयोजक प्रवेश चन्देल और राकेश चन्देल ने इसे छात्रों की अथक परिश्रम, अनुभवी शिक्षकों के समर्पण और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों के सामूहिक प्रयासों का फल बताया। उन्होंने कहा कि संस्थान हमेशा छात्रों को सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली कोचिंग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह परिणाम उसी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने सभी सफल छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं व्यक्त कीं। 21 अप्रैल से शुरू होगा जेईई 2026 का बैच : मिनर्वा स्टडी सर्किल भविष्य के इंजीनियरों और डॉक्टरों को तैयार करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। संस्थान में जेईई 2026 के लिए नया बैच 21 अप्रैल 2025 से शुरू हो रहा है। इसके अतिरिक्त, नीट 2026 के इच्छुक छात्रों के लिए एक बैच पहले से ही संचालित किया जा रहा है। संस्थान घुमारवीं के साथ-साथ धर्मशाला में भी जेईई मेन्स और नीट की तैयारी करवा रहा है, ताकि हिमाचल प्रदेश के दूर-दराज के क्षेत्रों के प्रतिभाशाली छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और मार्गदर्शन मिल सके।
सुंदरनगर/बिलासपुर - सुंदरनगर में 7 ग्राम चिट्टे के साथ पकड़े गए मुख्य सप्लायर धर्मेन्द्र उर्फ जॉन से पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए बिलासपुर रेलवे प्रोजेक्ट में कार्यरत एक निजी कंपनी के प्रबंधक को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, धर्मेन्द्र चिट्टा लेकर सुंदरनगर आने से पहले रात को इसी प्रबंधक के पास रुका था। सुबह जब वह बस से सुंदरनगर की ओर जा रहा था, तो भवाना में पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (एसआईयू) के हत्थे चढ़ गया। जांच में यह भी पता चला है कि मुख्य सप्लायर और गिरफ्तार किए गए प्रबंधक के बीच फोन पर लगातार संपर्क था और उनके बीच कई बैंक ट्रांजैक्शन के माध्यम से पैसों का लेन-देन भी हुआ है। सूत्रों की मानें तो पुलिस की पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि प्रबंधक मुख्य सप्लायर के जरिए लोगों को चिट्टा मुहैया करवाता था और खुद भी इस नशे का आदी बताया जा रहा है। एसआईयू टीम ने शुक्रवार शाम को दबिश देकर आरोपी प्रबंधक अनुज ठाकुर, निवासी गांव कलौहड़, तहसील सुंदरनगर को बिलासपुर स्थित उसके ठिकाने से हिरासत में ले लिया। देर शाम उसे आगे की कार्रवाई के लिए सुंदरनगर थाने के सुपुर्द कर दिया गया। मंडी की एसपी साक्षी वर्मा ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि चिट्टा मामले के मुख्य सप्लायर की गिरफ्तारी के बाद जांच में एक और व्यक्ति की संलिप्तता पाई गई थी। उन्होंने कहा कि एसआईयू टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को बिलासपुर से गिरफ्तार कर लिया है। एसपी वर्मा ने यह भी बताया कि दोनों आरोपियों के बीच हुए वित्तीय लेन-देन और बैंक खातों की गहन जांच की जा रही है और इस मामले में आगे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है। पुलिस इस रैकेट की जड़ों तक पहुंचने के लिए हर पहलू पर बारीकी से जांच कर रही है।
जिला बिलासपुर के अंतर्गत झंडूता विधानसभा क्षेत्र में पिता द्वारा ही अपनी नाबालिग बेटी के साथ दु.ष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पिता बेटी के साथ बचपन से ही अ.श्लील हरकतें करता था। कई बार अपनी ही बेटी के साथ संबध बनाए। अब पुलिस प्रशासन के समक्ष यह मसला पहुंचा है। पुलिस ने नाबालिग की शिकायत पर महिला थाना बिलासपुर में मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने इस नाबालिग से मुलाकात की। नाबालिग 12वीं कक्षा की छात्रा है। नाबालिग ने कहा है कि उसने अपने पिता को ऐसी हरकत पर रोका, लेकिन पिता ने कहा कि सभी ऐसा ही करते हैं। लड़कियां भी अपना बॉयफ्रेंड इसलिए ही बनाती हैं। यहां तक कि पिता ने उसकी पढ़ाई भी बंद करवा दी। पहले भी नाबालिग ने पुलिस में शिकायत दी थी, लेकिन वापस ले ली थी। उधर, डीएसपी हैडक्वार्टर मदन धीमान ने कहा कि महिला थाना बिलासपुर में शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
जिला बिलासपुर के घुमारवीं में राज्य स्तरीय ग्रीष्मोत्सव मेला, पारंपरिक कुश्ती प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक संदीप धवल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम में मेला कमेटी के अध्यक्ष एवं उपमंडल अधिकारी (ना.) गौरव चौधरी ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत एवं सम्मान किया। एसपी संदीप धवल ने पहलवानों से मुलाकात की और उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि कुश्ती भारत की प्राचीन खेल परंपरा का अभिन्न अंग है। यह खेल न केवल शारीरिक ताकत बढ़ाता है, बल्कि युवा पीढ़ी में अनुशासन, मानसिक दृढ़ता और आत्मविश्वास भी विकसित करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से स्थानीय प्रतिभाओं को निखरने का अवसर मिलता है, जो आगे चलकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं। उन्होंने मेला कमेटी को इस सराहनीय आयोजन के लिए बधाई दी। इन मुकाबलों में प्रदेश भर से आए पहलवानों ने भाग लिया और अपने कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। विशेष आकर्षण का केंद्र रहे छोटे बच्चों के मुकाबले, जिनमें उनकी प्रतिभा और समर्पण देख दर्शक बेहद उत्साहित हुए। बच्चों की कुश्ती देख दर्शकों ने तालियों के साथ उनका हौसला बढ़ाया। मेला कमेटी के अध्यक्ष व उप मंडल अधिकारी गौरव चौधरी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में कुल चार वर्गों की कुश्तियां करवाई जा रही हैं – हिमाचल कुमार, बिलासपुर कुमार, सामान्य वर्ग और महिला वर्ग। उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता 9 अप्रैल को फाइनल मुकाबलों के साथ संपन्न होगी। उन्होंने कहा कि कुश्ती प्रेमियों को इन दिनों रोमांच से भरपूर प्रदर्शन देखने को मिलेगा।
सुनील/बिलासपुर: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने रविवार शाम नलवाड़ी मेले के समापन समारोह के बाद एम्स बिलासपुर पहुंचकर पूर्व विधायक बाबर ठाकुर पर हुए हमले में घायल पुलिस सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) संजीव कुमार से मुलाकात की। उन्होंने संजीव कुमार का हालचाल जाना और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। डॉ. शांडिल ने अस्पताल प्रशासन और चिकित्सकों से उनके उपचार की विस्तृत जानकारी ली और निर्देश दिए कि संजीव कुमार को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उनके इलाज में कोई कमी न रहे। उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
सुनील/बिलासपुर: बिलासपुर में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तरीय पैराग्लाइडिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन जिला प्रशासन बिलासपुर एवं पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। इस चार दिवसीय प्रतियोगिता का शुभारंभ रविवार को प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने किया। इस अवसर पर तकनीकी की शिक्षा मंत्री राजेश धर्मानीपूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर, पूर्व विधायक तिलक राज, उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक, एटीडीओ (ATDO) रितेश पटियाल एवं पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के विभिन्न सदस्य— पुनीत चंदे, विशाल, अतुल खजुरिया, मनोज शर्मा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। मंत्री धनीराम शांडिल ने जानकारी दी कि बिलासपुर की बंदला धार स्थित पैराग्लाइडिंग साइट को एक्रोबेटिक उड़ानों के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। यह प्रतियोगिता 23 मार्च से 27 मार्च तक चलेगी, जिसमें अब तक 6 देशों के पैराग्लाइडर्स सहित 70 से अधिक प्रतिभागी रजिस्टर कर चुके हैं। इनमें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मास्टर पैराग्लाइडर्स, पेशेवर खिलाड़ी एवं विभिन्न सुरक्षा बलों के सदस्य शामिल हैं। मंत्री ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के आयोजन से बिलासपुर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी। साथ ही, यह आयोजन स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा देगा, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और युवाओं को नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य बिलासपुर को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इस दिशा में सरकार पहले ही गोविंद सागर झील में वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का शुभारंभ कर चुकी है और जल्द ही कोलडैम में भी एडवेंचर स्पोर्ट्स गतिविधियां शुरू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं और इससे बिलासपुर के पर्यटन को नई गति मिलेगी। इस आयोजन को लेकर स्थानीय लोगों और पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यक्तियों में उत्साह देखा जा रहा है। प्रशासन का मानना है कि इस प्रतियोगिता से बिलासपुर में एडवेंचर टूरिज्म को नई गति मिलेगी और राज्य की पर्यटन नीति को मजबूती मिलेगी। प्रतियोगिता के सुचारू आयोजन के लिए जिला प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है, और मेडिकल टीम, रेस्क्यू टीमें व अन्य व्यवस्थाएं तैनात की गई हैं। बता दे कि बिलासपुर में पहली बार इतनी बड़ी अंतरराष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले प्रदेश में बीर-बिलिंग को पैराग्लाइडिंग के लिए जाना जाता था, लेकिन अब बंदला धार भी विश्वस्तरीय पैराग्लाइडिंग साइट के रूप में उभर रही है। इस चैंपियनशिप के माध्यम से बिलासपुर को पर्यटन के वैश्विक नक्शे पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के चीफ इंजीनियर विमल नेगी का श*व मंगलवार को गाह घोड़ी के पास गोबिंदसागर झील में बरामद हुआ। किन्नौर निवासी नेगी 10 मार्च से लापता थे। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने विधानसभा में कहा कि अतिरिक्त मुख्य सचिव(एसीएस) स्तर के अधिकारी विमल नेगी माै*त मामले की जांच करेंगे। आज एम्स बिलासपुर में श*व का पोस्टमार्टम होगा। कॉरपोरेशन के कर्मचारी भी एम्स में पहुंचे हैं। पोस्टमार्टम के बाद श*व परिजनों को सौंपा जाएगा। फोरेंसिक टीम भी जांच कर रही है। मौ*त कैसे हुई है, यह जांच के बाद पता चलेगा। वही बीते दिनों ही विमल नेगी की पत्नी ने सीएम को पत्र लिखकर अधिकारियों पर पति की प्रताड़ना के आरोप लगाए थे। नेगी की तलाश के लिए सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने नेगी के निध*न पर शोक जताया है। मंगलवार सुबह तलाई थाना क्षेत्र के गाह घोड़ी में मछुआरों ने झील में शव देखा और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव बाहर निकाला और नेगी के परिजनों को शिनाख्त के लिए सूचित किया। नेगी 10 मार्च को शिमला से टैक्सी लेकर घुमारवीं पहुंचे थे, जिसके बाद से वह लापता थे। परिजनों के अनुसार वह आखिरी बार घुमारवीं में सीसीटीवी फुटेज में नजर आए थे। विधानसभा में भी यह मामला उठा। नेगी के परिजनों ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी से मुलाकात कर बताया था कि वह किसी काम के दबाव में थे, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। बिलासपुर के डीएसपी मदन धीमान ने कहा कि पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा।
- बोले, कांग्रेस के लोग भी शामिल - कहा, मुझे शक था कि AIIMS में गलत इंजेक्शन दे देते, इसीलिए वहां नहीं गया बिलासपुर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को गोली लगने के बाद आज उनका पहला बयान सामने आया है। अपने चिर परिचित अंदाज में बंबर ठाकुर ने कई सनसनीखेज आरोप लगाए है। बंबर ने कहा है कि भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा उन्हें बार- बार मारने के प्रयास किए जा रहे है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी दावा किया है कि इसके पीछे नड्डा परिवार और त्रिलोक जम्वाल शामिल है। साथ ही कांग्रेस के भी कुछ लोग भी उन्हें मारने की साजिश रच रहे है। बंबर ने ये भी कहा कि उन्हें भाजपा से कई बार पार्टी में शामिल होने के ऑफर्स भी आ चुके है। उनका कहना है यदि वो कांग्रेस का समर्थन न करते तो शायद उन पर हमला न होता। उन्होंने ये भी कहा कि उन पर 12 नहीं बल्कि 24 से 25 बार फायरिंग हुई है। बंबर ठाकुर का ये भी कहना है है कि कुछ सालों पहले विरोधियों ने उनके दोनों बेटे को भी नशे के रास्ते में डालने की साजिश की थी। चिट्टा तस्करों को राजनीतिक सपोर्ट मिल रहा है। उन्होंने दावा किया है कि इनमें कुछ लोग स्थानीय है और कुछ बाहर के लोग शामिल है। उन्होंने इस मामले में सीएम सुक्खू से सख्त कार्रवाई की मांग की है। बंबर बोले, "AIIMS में मुझे गलत इंजेक्शन दे देते " बंबर ठाकुर ने ये भी कहा कि हमला होने के बाद उन्हें इलाज के लिए AIIMS में इलाज के लिए भेजने की बात की गई, लेकिन उन्होंने वहां जाने से मना कर दिया क्योंकि उन्हें शक था कि वहां उन्हें गलत इंजेक्शन दिया जा सकता है। त्रिलोक जम्वाल पर लगाए गंभीर आरोप : बंबर ठाकुर ने आरोप लगाया कि 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कुछ चिट्टा तस्करों ने उनके बेटे पर भी हमला किया था। साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया कि उन चिट्टा तस्करो को बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जम्वाल का समर्थन मिल रहा था। उन्होंने कहा कि चिट्टा तस्करों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है और चिट्टा तस्कर इन नेताओं को फंडिंग भी करते है। जब नशा तस्करी करने वालो को राजनितिक संरक्षण मिल गया है तभी चिट्टा तस्करों के हौंसले बुलंद हो रहे है।
बिलासपुर के एम्स को भ्रष्टाचार का अड्डा बताने पर पूर्व उद्योग मंत्री तथा जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक विक्रम सिंह ठाकुर ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर को अपना कद और काठी देखकर बयान बाजी करने की सलाह देते हुए रविवार को यहां जारी प्रेस बयान में कहा कि रामलाल ठाकुर द्वारा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के खिलाफ अनर्गल आरोप लगाए गए हैं जिसकी उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के एक ऐसे नेता के खिलाफ आरोप लगाए हैं जिनकी ईमानदारी से पूरा देश वाकिफ है । विक्रम ठाकुर ने कांग्रेस नेता रामलाल ठाकुर को हार का रिकॉर्ड बनाने बाला नेता बताते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में उनको जनता ने बार-बार नकारा है । लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव में उनकी इसी कारण बार बार हार होती है क्योंकि वे अच्छे कार्यों में हमेशा विघ्न डालने का प्रयास करते हैं। एक तरफ जहां बिलासपुर में बन रहे एम्स की पूरे प्रदेश में प्रशंसा हो रही है ,वहीं दूसरी तरफ हारे और नकारे हुए नेता एम्स पर भी अनर्गल बयान बाजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं । इस तरह के नेताओं की बातों को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता है । उन्होंने रामलाल ठाकुर को सलाह दी कि वे अपनी पार्टी की चिंता करें क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने मोदी के राष्ट्रीय राजनीति में उतरने के बाद पूरे राष्ट्र में अपनी फ़जीहत करवाई है । नेशनल हेराल्ड का मामला भ्रष्टाचार का साक्षात उदाहरण है जिसमें उनके आका अभी तक जमानत पर बाहर हैं । उन्होंने रामलाल ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी के कार्यालयों से सम्बंधित टिप्पणी करने पर आडे हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में अरबों रुपए के घोटाले किए हैं । भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना कांग्रेस पार्टी के नेताओं को शोभा नहीं देता । आज हिमाचल प्रदेश के अंदर ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी कांग्रेस का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है और आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश के अंदर भी कांग्रेस का सफाया तय है । रामलाल ठाकुर को कांग्रेस सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश के अंदर दी गई गारंटियों पर चिंता करनी चाहिए न कि भाजपा के कार्यालयों को लेकर शोक मनाना चाहिए । उन्होंने कहा कि जगत प्रकाश नड्डा हिमाचल प्रदेश के ही नहीं बल्कि पूरे देश के नेता हैं और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष हैं जो कि हिमाचल प्रदेश के लिए बड़े गौरव की बात है ।
हिमाचल प्रदेश में नशे की बढ़ती समस्या समाज के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुकी है। इसी खतरे को रोकने और लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से गतवाड पंचायत के उपप्रधान अजय शर्मा के नेतृत्व में भदसीं गांव में एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय चिकित्सक संघ, हिमाचल प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ऋतिक शर्मा मुख्य वक्ता रहे, जबकि पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता राजिंदर गर्ग ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. ऋतिक शर्मा ने कहा कि नशे को खत्म करने के लिए सिर्फ सरकार या पुलिस पर निर्भर नहीं रहा जा सकता। समाज के हर व्यक्ति को सतर्क रहना होगा। हमें यह देखना होगा कि हमारे क्षेत्र में कौन आ रहा है कौन किससे मिल रहा है। अगर कोई व्यक्ति या वाहन संदिग्ध लगे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। समाज में जागरूकता और सतर्कता ही इस बुराई को खत्म कर सकती है।” उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तभी संभव होगी जब हर नागरिक इस लड़ाई में शामिल होगा। उन्होंने कहा जब तक समाज खुद इस लड़ाई को नहीं लड़ेगा तब तक चिट्टा जैसी घातक लत पर काबू नहीं पाया जा सकता। हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता राजिंदर गर्ग ने भी नशे के खिलाफ कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा नशा हमारे समाज को खोखला कर रहा है। युवा इसकी चपेट में आकर अपने भविष्य को नष्ट कर रहे हैं। हमें इसे हर हाल में रोकना होगा। सरकार, प्रशासन, पुलिस और आम जनता को मिलकर इस जहर को जड़ से खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। उन्होंने आगे कहा कि समाज को जागरूक बनाना ही इस समस्या का सबसे बड़ा समाधान है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि अगर कहीं भी नशे का कारोबार हो रहा है या कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आती है तो तुरंत प्रशासन और पुलिस को सूचित करें। हालांकि इस विशेष शिविर में मुफ्त दवाइयों और परामर्श का वितरण नहीं किया गया, लेकिन डॉ. ऋतिक शर्मा ने पहले ही समाज के लिए मुफ्त होम्योपैथिक चिकित्सा और परामर्श की घोषणा कर रखी है जिससे नशा पीड़ितों को बेहतर इलाज मिल सके। उन्होंने कहा अगर किसी का बेटा, भाई या दोस्त नशे की चपेट में आ चुका है, तो उसे अकेला न छोड़ें। उसके इलाज और पुनर्वास के लिए पूरा प्रयास करें। मैं पहले से ही समाज के लिए मुफ्त चिकित्सा और परामर्श उपलब्ध करवा रहा हूं, ताकि लोग इस बुरी लत से छुटकारा पा सकें।” इस जागरूकता शिविर का आयोजन गतवाड पंचायत के उपप्रधान अजय शर्मा के प्रयासों से संभव हुआ। उन्होंने नशे के खिलाफ इस मुहिम को मजबूत बनाने के लिए ग्रामीणों और युवाओं को जोड़ने की पहल की। उन्होंने कहा नशे का बढ़ता प्रभाव हमारे समाज को खोखला कर रहा है। हमें इसे रोकने के लिए मिलकर काम करना होगा। जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है और इसी उद्देश्य से यह शिविर आयोजित किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बेटियों ने देश को बड़ा तोहफा दिया है। शनिवार को तेहरान में छठी एशियाई महिला कबड्डी चैंपियनशिप में भारत ने फाइनल में ईरान को हरा खिताब अपने नाम कर लिया। भारत ने ईरान को 32-25 से हराया। 6 से 8 मार्च तक आयोजित चैंपियनशिप में भारतीय टीम का श्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। वही हिमाचल प्रदेश की पांच बेटियों का योगदान देश को खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण रहा। सिरमौर के शिलाई क्षेत्र की ऑलराउंडर पुष्पा राणा ने बतौर उपकप्तान टीम का नेतृत्व किया और अपने शानदार खेल से जीत में अहम भूमिका निभाई। बिलासपुर की निधि शर्मा, सोलन की ज्योति ठाकुर समेत साक्षी शर्मा, भावना ठाकुर ने भी टीम को न केवल फाइनल में पहुंचाने, बल्कि गोल्ड दिलाने में भी योगदान दिया। सेमीफाइनल में भारत ने नेपाल को 56-18 से हराया था। कबड्डी एसोसिएशन के महासचिव कृष्ण लाल ने कहा कि बेटियों ने फिर से पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है, जिसके कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी तीन दिनों तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव रहेगा, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी रहेगी। खासतौर पर, कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, और यहां आंधी-तूफान की भी चेतावनी दी गई है। लाहौल स्पीति में पिछले दो दिनों से हो रही बर्फबारी ने इलाके की स्थिति को गंभीर बना दिया है। कई इलाकों में तीन फीट से भी अधिक बर्फबारी हो चुकी है, जिससे पूरा जिला बाकी दुनिया से कट चुका है। अटल टनल रोहतांग भी वाहनों के लिए बंद कर दी गई है। मौसम विभाग ने आज और कल के लिए भारी स्नोफॉल का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे और भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लाहौल स्पीति प्रशासन ने हिमस्खलन का अलर्ट जारी किया है। अधिक ढलान वाले इलाकों में बर्फ के पहाड़ गिरने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और बर्फबारी से संबंधित गतिविधियों से दूर रहें। सड़कें और बिजली आपूर्ति पर असर किन्नौर और लाहौल स्पीति में ताजा बर्फबारी के कारण 220 से अधिक सड़कों और 250 बिजली ट्रांसफार्मरों का संचालन ठप हो गया है। इससे क्षेत्र के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई है और यातायात प्रभावित हो रहा है। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है और लोगों को जरूरी सहायता पहुंचाने के लिए प्रयास कर रहा है। मौसम विभाग ने आम नागरिकों को घरों में सुरक्षित रहने और बर्फबारी से संबंधित गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी है। मौसम की स्थिति और बिगड़ सकती है, इसलिए लोगों से अपील की जाती है कि वे प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी सतर्कता बरतें।
हिमाचल प्रदेश में राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सुक्खू सरकार द्वारा नायब तहसीलदारों, पटवारियों और कानूनगो को स्टेट कैडर में डालने की अधिसूचना जारी करने के बाद से संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी और कानूनगो महासंघ में नाराजगी है। इस निर्णय को लेकर महासंघ ने आगामी 25 और 27 फरवरी को सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला किया है, जिसका असर प्रदेशभर में लोगों के प्रमाण पत्र, रजिस्ट्रियां, लोन, और ई-केवाईसी प्रक्रियाओं पर पड़ेगा। इससे आम जनता को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। महासंघ ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने दो दिन के भीतर उचित निर्णय नहीं लिया, तो 28 फरवरी से वे अनिश्चितकालीन पेन डाउन स्ट्राइक शुरू कर देंगे। सुक्खू सरकार ने राज्य कैडर की अधिसूचना जारी कर नायब तहसीलदार, पटवारी और कानूनगो के प्रमोशन चैनल को प्रभावित कर दिया है, जिससे महासंघ के सदस्य परेशान हैं। राज्य में इन पदों पर कुल 3,342 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 488 पद खाली हैं। 2,828 पटवारी और कानूनगो 25 और 27 फरवरी को अवकाश पर जाएंगे, जिससे प्रशासनिक कार्यों में रुकावट आ सकती है। यह पहली बार नहीं है कि इन कर्मचारियों ने विरोध किया है। पिछले साल जुलाई में भी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था और 15 अगस्त को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ हुई बैठक के बाद ही उन्होंने काम पर लौटने का निर्णय लिया था। इसके बाद, महासंघ ने अपनी आठ मुख्य मांगों को बलवान कमेटी के सामने रखा था, जो अब सरकार के पास सिफारिश भेज चुकी है।
हिमाचल प्रदेश में आगामी 4 दिन मौसम खराब रहने का अनुमान, प्रदेश भर में अच्छी बारिश-बर्फबारी की उम्मीद
हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र 25 फरवरी की देर शाम से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान जताया है. प्रदेश भर में इसका असर 28 फरवरी तक देखने को मिलेगा. मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि 26 और 27 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश बर्फबारी होने के आसार हैं. वहीं अब तक प्रदेश में सर्दियां शुष्क रही हैं. पूरे सीजन के दौरान प्रदेश में सामान्य से लगभग 69 फ़ीसदी कब बारिश दर्ज की गई है. शिमला मौसम विज्ञान केंद्र में मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि. 25 फरवरी की देर शाम से हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसका असर 28 फरवरी तक प्रदेश भर में देखने को मिलेगा. वहीं पहली और दो मार्च को भी प्रदेश भर में मौसम खराब बना रहेगा. इस दौरान 26 और 27 फरवरी को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में अच्छी बारिश बर्फबारी होने की संभावना है. इसको लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है. साथ ही कुछ इलाकों में भारी बारिश की भी संभावना है. इसको देखते हुए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में इस बार सर्दियां शुष्क रही हैं. प्रदेश भर में पूरे सीजन के दौरान सामान्य से कम बारिश बर्फबारी दर्ज की गई. मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर में पूरे सीजन के दौरान सामान्य से 69 फ़ीसदी कम बारिश दर्ज की गई. जनवरी महीने में सामान्य 85 फ़ीसदी कम बारिश हुई. वहीं फरवरी महीने में अब तक सामान्य से 52 फ़ीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसके चलते पूरे सीजन के दौरान दिन के तापमान औसतन चार से पांच डिग्री ऊपर देखने को मिले. फिलहाल प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य चल रहे हैं मगर दिन के तापमान में उछाल देखा जा रहा है. हालांकि प्रदेश में मौसम बिगड़ने के बाद दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी. इसके चलते मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से 26 और 27 फरवरी को प्रदेश में कोल्ड डे का अलर्ट भी जारी किया गया है
** चम्बा कांगड़ा कुल्लू मंडी में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका हिमाचल में आज देर रात से मौसम करवट बदलने वाला है। मौसम विभाग ने आज देर रात से कई हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।इस दौरान खास कर चम्बा कांगड़ा कुल्लू मंडी में भारी बारिश और बर्फबारी की आशंका जताई है। इसके साथ ही शिमला में बारिश जबकि कुफरी नारकंडा ओर ऊपरी क्षेत्रो में बर्फबारी हो सकती है। 20 फरवरी को किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में आंधी व तूफान चलने का भी अलर्ट जारी किया गया है। 21 से 23 फरवरी तक अधिक ऊंचे क्षेत्रों में ही मौसम खराब रहेगा। इससे लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा जिला की अधिक ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो सकता है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ हो जाएगा। मौसम विभाग के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान मौसम साफ बना रहा है लेकिन आज डेरा से प्रदेश में पश्चिमी विकशॉप सक्रिय हो रहा है जिसके चलते देर रात से प्रदेश के चार जिलों में कांगड़ा मंडी कुल्लू चंबा में भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी मौसम खराब बना रहेगा। उन्होंने कहा कि पश्चिमी विकशॉप का असर 21 फरवरी की सुबह तक रहेगा इसके बाद मौसम साफ रहेगा। बीते दिनों मौसम साफ रहने से तापमान में उछाल आया है लेकिन बारिश और बराबरी होने से तापमान में भारी गिरावट आने की भी आशंका है। प्रदेश में इस बार सर्दियों में भी सूखे जैसे हालात बने हुए है। शिमला सहित कई हिस्सों में बर्फबारी बारिश काफी कम हुई हुई है। इस विंटर सीजन एक जनवरी से 17 फरवरी के बीच में नॉर्मल से 79 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इस अवधि में 142.1 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 29.6 मिलीमीटर ही बादल बरसे है।इसकी मार गेहूं की फसल के अलावा सेब के बगीचों पर पड़ रही है। हालांकि आगामी दो दिन बारिश बर्फबारी को।लेकर अलर्ट जारी किया गया है ऐसे में किसान बागवानों को राहत मिल सकती है।
हिमाचल प्रदेश के राशन कार्ड धारकों के लिए एक अच्छी खबर आई है। खाद्य आपूर्ति निगम ने लंबे समय से प्रतीक्षित रिफाइंड तेल की आपूर्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगले महीने से राशन डिपो में रिफाइंड तेल उपलब्ध होने लगेगा। कंपनियों को 28 फरवरी तक तेल के सैंपल जमा करने का समय दिया गया है, जिनकी गुणवत्ता की जांच के बाद 11 मार्च को तकनीकी बिड खोली जाएगी। खाद्य आपूर्ति निगम का दावा है कि 20 मार्च के बाद उपभोक्ताओं को डिपो में तेल मिलने लगेगा। इस नई व्यवस्था के तहत, राशन कार्ड धारकों को एक लीटर सरसों तेल और एक लीटर रिफाइंड तेल मिलेगा। साथ ही, डिपो होल्डरों को तीन महीने का सरसों तेल का कोटा एक साथ देने के निर्देश भी दिए गए हैं, जो पहले एक महीने का दिया जाता था। तेल की सप्लाई अब शुरू कर दी गई है, और दूरदराज क्षेत्रों में सरसों तेल की खेप भेजी जा रही है। हिमाचल प्रदेश में लगभग 19.5 लाख राशन कार्ड उपभोक्ता हैं, और सरकार द्वारा उन्हें दो लीटर तेल, तीन किलो दालें (मलका माश और दाल चना), चीनी और नमक सब्सिडी पर दिया जा रहा है। आटा और चावल केंद्र सरकार द्वारा मुहैया कराया जाता है। खाद्य आपूर्ति निगम के महाप्रबंधक, अरविंद शर्मा ने बताया कि रिफाइंड तेल की टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, और अब अगले चरण की तैयारी की जा रही है।
प्रदेश में बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से राज्य के किसान और बागवान परेशान नजर आ रहे हैं. जनवरी महीने में 84 फ़ीसदी और फरवरी महीने के 11 दिनों में 51 फ़ीसदी तक कम बारिश हुई है. बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से नकदी फसल के साथ सेब की पैदावार पर खतरा मंडरा रहा है. किसान-बागवान अपने साल भर की मेहनत को लेकर खासे चिंतित हैं. राज्य में कई ऐसे किसान और बागवान हैं, जिनकी रोज़ी-रोटी इसी के साथ जुड़ी हुई है. ऐसे में अगर मौसम का साथ नहीं मिलेगा, तो आने वाले समय में परेशानियां बढ़ सकती हैं. यह राज्य सरकार के लिए भी चिंता का विषय है। हिमाचल प्रदेश संयुक्त किसान मंच के संयोजक हरीश चौहान का कहना है कि बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से सेब की पैदावार पर सीधा असर पड़ रहा है. बागवान अपने साल भर की मेहनत को लेकर बेहद चिंतित हैं. सर्दियों के मौसम में अब तक नाममात्र की बर्फबारी हुई है. बर्फबारी न होने की वजह से पौधे की जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं. यही नहीं, बर्फबारी होने से कई ऐसे कीड़े-मकौड़े भी मर जाते हैं, जो पौधे को नुकसान पहुंचा सकते हैं.वहीं, युवा बागवान मोहित शर्मा ने भी बर्फबारी और बारिश न होने की वजह से चिंता ज़ाहिर की है. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से सेब की पैदावार पर सीधा असर पड़ेगा. बेहतर पैदावार के लिए पौधे को नमी की जरूरत होती है. बर्फ न होने की वजह से नमी नहीं मिल पा रही है. यह सभी बागवानों के लिए चिंता का विषय है.
सुनील/बिलासपुर: नगर परिषद घुमारवीं में स्वच्छ शहर, समृद्ध शहर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत हो गई। शहरी विकास विभाग द्वारा संचालित इस विशेष अभियान का उद्देश्य नगरवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और कचरा निपटान की उचित प्रक्रिया अपनाने के लिए प्रेरित करना है। यह अभियान 10 फरवरी 2025 से 9 अप्रैल 2025 तक चलेगा, जिसमें स्थानीय स्वयं सहायता समूह की अहम भागीदारी रहेगी। कार्यक्रम के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह के सदस्य प्रत्येक घर का द्वार दो बार खटखटाएंगे और नागरिकों को गीले एवं सूखे कचरे के उचित प्रबंधन के बारे में जागरूक करेंगे। वे लोगों को यह भी बताएंगे कि कैसे सही ढंग से कचरे का निपटान करने से न केवल पर्यावरण स्वच्छ रहेगा बल्कि नगर की समृद्धि भी बढ़ेगी। कार्यक्रम की शुरुआत नगर परिषद घुमारवीं की अध्यक्षा रीता सहगल व कार्यकारी अधिकारी खेमचंद वर्मा की उपस्थिति में हुई। अध्यक्षा रीता सहगल ने इस मौके पर कहा, "यह अभियान घुमारवीं नगरवासियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इससे न केवल सफाई व्यवस्था में सुधार आएगा बल्कि लोगों को कचरा निपटान के सही तरीकों की जानकारी भी मिलेगी। कार्यकारी अधिकारी खेमचंद वर्मा ने कहा कि हमारा लक्ष्य नगर परिषद क्षेत्र के हर घर तक यह संदेश पहुंचाना है कि स्वच्छता ही समृद्धि की कुंजी है। इस अभियान के तहत हम स्थानीय निवासियों को स्वच्छता से जुड़ी आदतें अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। इस कार्यक्रम में नगर परिषद के अधिकारी, पार्षदगण, स्वयं सहायता समूह के सदस्य और स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। आयोजन के दौरान जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें लोगों ने स्वच्छता के प्रति अपने संकल्प को दोहराया। स्वच्छता जागरूकता का प्रयास अभियान के दौरान नगरवासियों को यह बताया जाएगा कि किस तरह गीला और सूखा कचरा अलग-अलग रखना चाहिए, जैविक कचरे से खाद बनानी चाहिए और पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) के लिए प्लास्टिक, कांच, धातु आदि को अलग करना चाहिए। नगर परिषद के इस प्रयास से उम्मीद है कि आने वाले दिनों में नगर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में लोगों की सहभागिता बढ़ेगी और स्वच्छ शहर, समृद्ध शहर का सपना साकार होगा। इस कार्यक्रम में नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी व चुने हुए पदाधिकारी मौजूद रहे।
घुमारवीं में 5 से 9 अप्रैल तक आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय ग्रीष्मोत्सव मेले की तैयारियों को लेकर उपमंडलाधिकारी गौरव चौधरी ने आज विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में मेले की तैयारियों से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक में जानकारी दी गई कि मेले का शुभारंभ शोभायात्रा से किया जाएगा, जबकि पशु मेले का आयोजन 4 अप्रैल को किया जाएगा। मेले के दौरान खेलकूद प्रतियोगिताओं, प्रश्नोत्तरी, बेबी शो और बुजुर्ग शो का भी आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए आवश्यक तैयारियों को अंतिम रूप देने पर जोर दिया गया। लोक निर्माण विभाग को मेला मैदान का समतलीकरण करने और मैदान तक सड़क सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। जल आपूर्ति और अस्थायी नल की व्यवस्था के लिए आईपीएच विभाग को आवश्यक कदम उठाने को कहा गया। विद्युत विभाग को मेले के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। मेले में विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनियाँ लगाई जाएंगी, जिसमें सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी आम जनता को दी जाएगी। साथ ही, अन्य विभागीय प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया जाएगा। यातायात और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। अग्निशमन विभाग को भी मेले में तत्पर रहने और अपनी गाड़ियों की समय पर मरम्मत सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए, ताकि किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फूड एंड सेफ्टी विभाग को भी सतर्क रहने को कहा गया है। विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि मेले में लगे खाद्य स्टालों और दुकानों का समय-समय पर निरीक्षण किया जाए, ताकि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। इसके अतिरिक्त मेले को सामरिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए आम जनता से भी आलेख आमंत्रित किए जाएंगे। यह आलेख मेले की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक पृष्ठभूमि को दर्शाने के साथ-साथ इसके महत्व को उजागर करेंगे। बैठक के दौरान सभी विभागों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया कि मेले की तैयारियाँ समय पर पूरी हों और आम जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में अवैध खनन पर कार्रवाई के दौरान खनन माफिया ने एसडीएम सदर और आईएएस अधिकारी ओम कांत ठाकुर पर हमला कर दिया। यह घटना सोमवार को विन्दरावनी इलाके में हुई, जहां अधिकारी कार्रवाई के लिए पहुंचे थे। हमले में एसडीएम का एक दांत टूट गया और उन्हें अन्य चोटें भी आई हैं। घायल अधिकारी को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया। हमले की जानकारी मिलते ही डीसी मंडी अपूर्व देवगन, एडीएम रोहित राठौर एएसपी मंडी, और अन्य अधिकारी अस्पताल पहुंचे और घायल अधिकारी का हालचाल जाना। पुलिस ने बताया कि हमले में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, दो अन्य फरार हो गए हैं, जिनकी तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही बाकी आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा। डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर दो दिनों तक मौसम खराब रहने वाला है. हिमाचल प्रदेश की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 2 दिनों तक पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा. इस दौरान जिला चंबा, कुल्लू, लाहौल स्पीति और किन्नौर में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. साथ ही जिला शिमला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी हल्की बारिश देखने को मिल सकती है. हालांकि अन्य स्थानों पर केवल बादल छाए रहेंगे और बारिश या बर्फबारी जैसे कोई भी असर देखने को नहीं मिलेंगे.मौसम वैज्ञानिक शोभित कटियार ने बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है, जिसका असर हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले जिले चंबा, कुल्लू लाहौल स्पीति और किन्नौर में देखने को मिलेगा. इससे शिमला जिला के ऊंचाई वाले इलाकों में भी हल्की बर्फबारी देखने को मिल सकती है. हालांकि शहर पर बादल छाए रहेंगे. लेकिन, बारिश और बराबरी की कोई भी संभावना नहीं है. शोभित कटियार ने बताया कि इसके बाद अगले तीन दिनों तक मौसम पूरी तरह शुष्क बना रहेगा. इसके बाद 14 और 15 फरवरी को लाहौल स्पीति, कांगड़ा और चंबा के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में दूसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. साथ ही 17, 18 और 19 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों पर तीसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसका प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश देखने को मिलेगी. कटियार ने बताया कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक चल रहे है, जो आने वाले दिनों में सामान्य हो जाएंगे.
हिमाचल: बिजली बोर्ड में 706 पद खत्म करने पर इंजीनियर-कर्मचारी नाराज, आज काले बिल्ले लगाकर देंगे सेवा
हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड में 706 पदों को समाप्त करने का आदेश जारी किया है, जिससे कर्मचारियों में गहरी नाराजगी फैल गई है। इस निर्णय के विरोध में बिजली बोर्ड के कर्मचारी आज से काले बिल्ले पहनकर काम करने का निर्णय लिया है। शिमला स्थित मुख्य कार्यालय सहित राज्य के अन्य विद्युत मंडल और उप मंडल में कार्यरत इंजीनियर, तकनीकी कर्मचारी और अन्य कर्मचारी भी इस विरोध में शामिल होंगे।यह निर्णय कर्मचारियों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो रहा है, क्योंकि बोर्ड पहले ही कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा था। अब, 706 पदों की समाप्ति के कारण कार्यभार बढ़ने से कर्मचारियों पर दबाव और अधिक बढ़ गया है। इसी कारण, कर्मचारियों ने वर्क-टू-रूल आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है, जिसमें वे केवल निर्धारित समय तक ही काम करेंगे।अगर सरकार ने अपने फैसले को वापस नहीं लिया, तो कर्मचारियों ने राज्यभर में बड़े पैमाने पर विरोध और हड़ताल की चेतावनी दी है। इस मुद्दे पर 11 फरवरी को हमीरपुर में पंचायत आयोजित की जाएगी, और इसके बाद अन्य जिलों में भी विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश में आउटसोर्स के माध्यम से होने वाली भर्तियों पर एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है, जिससे राज्य सरकार को फिलहाल राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों पर अंतरिम रोक लगा दी है और सरकार को इस मामले में जवाब देने के लिए चार सप्ताह का समय दिया है। इस आदेश का सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजय करोल और न्यायाधीश केवी विश्वनाथन की खंडपीठ ने की। हिमाचल सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने इस मामले में अदालत में अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि हिमाचल हाईकोर्ट ने 7 नवंबर 2024 को प्रदेश में आउटसोर्स पॉलिसी के तहत होने वाली भर्तियों पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने सरकार से यह भी कहा था कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए उचित नियम बनाए जाएं। इसके बाद, राज्य सरकार ने इस रोक को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की और अदालत के आदेशों के पालन के लिए एक हलफनामा प्रस्तुत किया। हालांकि, 8 जनवरी 2025 को उच्च न्यायालय ने सरकार की अर्जी को खारिज कर दिया, जिसमें रोक हटाने की मांग की गई थी। कोर्ट ने बताया कि वेकेशन के कारण केवल अति महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई हो रही है। इसके बाद, सरकार ने इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। यह मामला वर्ष 2022 में दायर एक याचिका से जुड़ा हुआ है, जिसमें आउटसोर्स भर्तियों की प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए गए थे। याचिका में यह आरोप लगाया गया था कि राज्य के विभिन्न विभागों में आउटसोर्स के तहत भर्तियां बिना पारदर्शिता के की जा रही हैं और कारपोरेशन के तहत रजिस्टर्ड कंपनियां भी कटघरे में हैं। उच्च न्यायालय ने यह भी आदेश दिया कि स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्स के तहत नियुक्तियां स्वीकार नहीं की जाएं और विभाग को स्थायी नियुक्तियों के लिए प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।
हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ (WD) के सक्रिय होने से होने वाला है । मौसम विभाग ने आगामी पांच दिनों तक अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, कांगड़ा और मंडी के ऊंचे इलाकों में 8 और 10 फरवरी को बारिश-बर्फबारी का अधिक प्रभाव रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि इस दौरान इन क्षेत्रों की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो सकती है, जिससे तापमान में और गिरावट आएगी। हालांकि, प्रदेश के मैदानी इलाकों में मौसम सामान्य रहेगा। हिमाचल के कई इलाकों में ठंड बढ़ी प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी सर्दी बढ़ी है। शिमला में न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है, जबकि प्रदेश का सबसे गर्म शहर ऊना का तापमान गिरकर 2.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। अन्य क्षेत्रों में भी तापमान में गिरावट आई है, जैसे कि भुंतर (2.0 डिग्री), धर्मशाला (4.8 डिग्री), पालमपुर (3.5 डिग्री), सोलन (2.6 डिग्री) और बिलासपुर (3.9 डिग्री)। इस सर्द मौसम के बीच, हिमाचल प्रदेश के उच्च क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण ठंड और बढ़ सकती है। विंटर सीजन में कम बारिश-बर्फबारी विंटर सीजन के दौरान हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 72 प्रतिशत कम बारिश-बर्फबारी हुई है। 1 जनवरी से 7 फरवरी तक 29.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य रूप से 104.7 मिलीमीटर बारिश होती है। इस वर्ष बर्फबारी और बारिश का स्तर काफी कम रहने से प्रदेश में सूखा और ठंड बढ़ने का असर देखा गया है।
**राज्यपाल ने कर्मचारी भर्ती विधेयक 2024 को दी मंजूरी हिमाचल प्रदेश सरकार ने 2003 के बाद अनुबंध पर नियुक्त कर्मचारियों को बैकडेट से सिनियरिटी और वित्तीय लाभ देने पर रोक लगा दी है। राज्यपाल शिव प्रताप की मंजूरी के बाद, राज्य सरकार ने हिमाचल सरकारी कर्मचारी भर्ती और सेवा शर्तें विधेयक 2024 को ई-गजट में प्रकाशित कर दिया है। यह विधेयक विधानसभा में विपक्ष के विरोध के बावजूद सुक्खू सरकार द्वारा पारित किया गया था। अब राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद, इस संशोधित विधेयक के तहत कर्मचारियों को उनके नियमित नियुक्ति की तिथि से ही सिनियरिटी और वित्तीय लाभ मिलेंगे। इससे पहले, उच्च न्यायालय के आदेशों के कारण अनुबंध कर्मचारियों को बैकडेट से सिनियरिटी और वित्तीय लाभ दिए जा रहे थे, जिससे राज्य सरकार पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा था। क्यों किया गया यह बदलाव? सालों तक अनुबंध कर्मचारियों को बैकडेट से वित्तीय लाभ और सिनियरिटी देने के आदेशों के चलते राज्य सरकार को भारी वित्तीय दबाव का सामना करना पड़ रहा था। उच्च न्यायालय ने कुछ कर्मचारियों को बैकडेट से वित्तीय लाभ देने का आदेश दिया था, और इसके कारण सरकार पर करोड़ों रुपये का वित्तीय बोझ पड़ रहा था। इसके साथ ही, कर्मचारियों की सिनियरिटी लिस्ट में पिछले 21 वर्षों के आंकड़ों को भी संशोधित करना पड़ रहा था। यह स्थिति विशेष रूप से कांग्रेस सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण हो गई थी, क्योंकि राज्य की आर्थिक स्थिति पहले ही गंभीर संकट का सामना कर रही थी। इन कारणों से, राज्य सरकार ने इस बदलाव की जरूरत महसूस की और हिमाचल सरकारी कर्मचारी भर्ती और सेवा शर्तें विधेयक 2024 में संशोधन किया। अब इस विधेयक के तहत कर्मचारियों को केवल उनकी नियमित सेवा की तिथि से ही सिनियरिटी और वित्तीय लाभ मिलेंगे, अनुबंध सेवाकाल को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। विधेयक में संशोधन के बाद क्या बदलेगा? इस संशोधन से, कर्मचारियों को बैकडेट से लाभ और सिनियरिटी नहीं मिलेगी, जो पहले उच्च न्यायालय के आदेशों के कारण मिल रही थी। सरकार के लिए यह बदलाव एक बड़ी राहत मानी जा रही है, क्योंकि इससे सरकार को आने वाले वर्षों में वित्तीय बोझ से बचने में मदद मिलेगी। अब कर्मचारियों को नियमित होने की तिथि से लाभ मिलेगा, और इस नए बदलाव के बाद यह भी सुनिश्चित किया गया है कि अनुबंध सेवाकाल को सिनियरिटी और वित्तीय लाभ के लिए नहीं जोड़ा जाएगा। राज्यपाल से मिली मंजूरी बीते गुरुवार को शाम मुख्यमंत्री सुक्खू अचानक राजभवन पहुंचे और विधेयक को मंजूरी दिलाने का आग्रह किया। गुरुवार को, मुख्यमंत्री सुक्खू अचानक राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से इस विधेयक की मंजूरी के लिए आग्रह किया, जिसके बाद राज्यपाल ने 24 घंटे के भीतर विधेयक को मंजूरी दे दी। इसके बाद राज्य सरकार ने देर शाम इसे राजपत्र में प्रकाशित किया।
बिलासपुर: एम्स बिलासपुर से जुड़ा एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मरीजों को फर्जी पर्चियां देकर इलाज कराने का गोरखधंधा चल रहा था। इस जालसाजी का खुलासा अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों ने किया। यह फर्जीवाड़ा एम्स के नजदीक एक मेडिकल स्टोर का कर्मचारी कर रहा था, जो मरीजों को जाली पर्चियां तैयार करके देता था। कैसे पकड़ा गया मामला? 3 फरवरी को अस्पताल का सर्वर खराब था, जिसके चलते पर्चियों पर हाथ से नंबरिंग की जा रही थी। इसी दौरान सुरक्षा कर्मियों को एक ऐसी पर्ची मिली, जिसमें हाथ से नंबरिंग नहीं थी। शक होने पर जब गहराई से जांच की गई तो पता चला कि पर्ची फर्जी है। इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने आरोपी पर नजर रखी। आरोपी के पास से 19 नकली पर्चियां बरामद हुईं। जांच में पता चला कि उसने अपने कंप्यूटर पर एम्स की असली पर्चियों जैसा डिज़ाइन तैयार किया था। इन नकली पर्चियों का इस्तेमाल मरीजों को प्राथमिकता दिलाने और अपने मेडिकल स्टोर से दवाइयां बिकवाने के लिए किया जा रहा था। सुरक्षा प्रभारी लेफ्टिनेंट कर्नल भूपेंद्र यादव की शिकायत पर थाना सदर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। एएसपी बिलासपुर शिव चौधरी ने बताया कि आरोपी का कंप्यूटर और फर्जी पर्चियां जब्त कर ली गई हैं। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
**5 फरवरी दोपहर तक दिखेगा पश्चिमी विक्षोभ का असर **लहौल-स्पिति, किन्नौर चंबा और कांगड़ा के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी की संभावना **फरवरी माह में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना हिमाचल प्रदेश में आज से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। आज ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी व मध्यवर्ती तथा मैदानी क्षेत्रों में बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग की माने तो प्रदेशभर में आज दोपहर बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल सकता है। इस दौरान लहौल-स्पिति, किन्नौर, चंबा और कांगड़ा के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी की संभावना है। वहीं मध्यवर्ती व मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है जबकि कई क्षेत्रों में अंधड़-आंधी भी चल सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि 4 फरवरी से पूरे उत्तर भारत मे पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। हिमाचल प्रदेश में आज सुबह से ही बादल छाए हैं। लाहौल स्पीति व किन्नौर में सुबह से ही हल्की बारिश व बर्फबारी का दौर शुरू हो चुका है। पूरे प्रदेश भर में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा। मैदानी क्षेत्र में बारिश व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ का मुख्यतः असर 4 फरवरी की मध्य रात्रि को देखने को मिलेगा और यह 5 फरवरी की दोपहर तक रहेगा। उनोने कहा कि जनवरी माह में मात्र 13.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य से काफी कम है। अमूमन जनवरी माह में 83.5 मिलीमीटर बारिश होती है। इस वर्ष जनवरी माह में 84%कम बारिश हुई है जो1901 से नौवीं बार कम बारिश हुई है। यह पश्चिमी विक्षोभ का कमजोर होने का असर है। आने वाले दो दिनों में तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी उसके बाद फिर तापमानों में उछाल आएगा। वहीं पूरे फरवरी माह में सामान्य से अधिक तापमान बने रहने की संभावना है। मंगलवार को राजधानी सहित पूरे प्रदेश भर में सुबह से ही बादल छाए रहे।पश्चिमी विक्षोभ का असर 4फरवरी की मध्यरात्रि को ज्यादा देखने को मिल सकता है 5 फरवरी की दोपहर से मौसम साफ हो जाएगा।वहीं पूरे फरवरी माह में सामान्य से अधिक तापमान बने रहने की संभावना है।
**कहा, सुक्खू सरकार ने दो साल में नहीं किया कोई काम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने 3 और 4 फरवरी को होने वाली विधायक प्राथमिकता बैठक का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दो वर्षों में भाजपा के विधायकों द्वारा सुझाए गए किसी भी काम को सुक्खू सरकार ने प्राथमिकता नहीं दी है और इसके बजाय, भाजपा विधायकों को प्रताड़ित किया जा रहा ह। जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक प्राथमिकता बैठक में भाजपा के विधायक अपने क्षेत्रों की जरूरतों और विकास कार्यों को सरकार के सामने रखते हैं, लेकिन सरकार उनकी प्राथमिकताओं को अनसुना कर देती है। इसके बजाय, कांग्रेस के हार चुके और नकारे हुए नेताओं को तवज्जो दी जा रही है। अगर सरकार भाजपा विधायकों की बात नहीं सुन रही, तो विधायक प्राथमिकता बैठक का कोई अर्थ नहीं है, इसलिए भाजपा विधायक दल इस बैठक का बहिष्कार करेगा। पूर्व सरकार द्वारा शुरू किए गए कामों के उद्घाटन कार्यक्रमों में भाजपा के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का आरोप भी जयराम ठाकुर ने लगाया। उन्होंने कहा कि उद्घाटन कार्यक्रमों में भाजपा नेताओं को आमंत्रित नहीं किया जा रहा, और उद्घाटन पट्टिका पर उनका नाम तक नहीं लिखा जा रहा। इसके बजाय, कांग्रेस के नकारे हुए नेताओं को तवज्जो दी जा रही है। सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की हार के बाद से पुलिस का दुरुपयोग बढ़ गया है। भाजपा के विधायक और नेता सत्ता के दुरुपयोग के कारण लगातार प्रताड़ना का सामना कर रहे हैं। पुलिस द्वारा जांच के नाम पर भाजपा नेताओं को घंटों थाने में बैठाया जा रहा है और उन्हें फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है।
शनिवार को हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों, जैसे रोहतांग, पांगी और भरमौर में हिमपात हुआ, जबकि राजधानी शिमला और मनाली समेत मैदानी क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई। मौसम के इस बदलाव से सुबह और शाम के समय ठंड बढ़ गई, और प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहे। रविवार और सोमवार को मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है, लेकिन 4 और 5 फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से फिर बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई जा रही है। शनिवार को भरमौर और पांगी की ऊपरी चोटियों पर हल्का हिमपात हुआ, जबकि निचले क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई। इस बारिश से किसानों और बागवानों को राहत मिली है क्योंकि खेतों की नमी बढ़ी है, जिससे फसलों को फायदा होगा। कुल्लू और लाहौल की ऊंची चोटियों में भी सुबह से लेकर दोपहर तक रुक-रुक कर हल्की बर्फबारी जारी रही। रोहतांग दर्रा, कुंजम दर्रा, राजा घेपन पीक और सीवी रेंज की पहाड़ियों पर भी बर्फबारी हुई।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री ने बजट में टैक्सपेयर्स के लिए बड़ी घोषणा की। अब सालाना 12.75 लाख रुपये तक कमाने वालों को कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा। वहीं टीडीएस में भी राहत दी गई है। सीनियर सिटीजन को भी इनकम टैक्स में बड़ी राहत मिली है। हालांकि यह फायदा उन्हीं टैक्सपेयर्स को मिलेगा जो नई टैक्स व्यवस्था के अनुसार आईटीआर फाइल करेंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि सालाना 12.75 लाख रुपये तक कमाने वालों को अब कोई भी इनकम टैक्स नहीं देना होगा। इसमें 75 हजार रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन भी शामिल है। सीतारमण ने कहा कि 18 लाख रुपये तक की सालाना इनकम वाले टैक्सपेयर्स को 70,000 रुपये की बचत होगी जबकि 25 लाख तक 1.10 लाख रुपये की बचत होगी। सीतारमण ने कहा कि ITR और टीडीएस की सीमा बढ़ाई गई है। टीडीएस की सीमा बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दी गई है। टैक्स डिडक्शन में बुजुर्गों के लिए भी बड़ी घोषणा की गई है। Old Tax Regime के तहत इनकम टैक्स दरें 0-4 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं। 4-8 लाख की आय पर 5 प्रतिशत 8-12 लाख की आय पर 10 प्रतिशत 12-16 लाख की आय पर 15 प्रतिशत 16-20 लाख की आय पर 20 प्रतिशत 20-24 लाख की आय पर 25 प्रतिशत 24 लाख से ऊपर की आय पर 30 प्रतिशत इन्हें नहीं मिलेगा फायदा सालाना 12.75 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स में छूट उन्हीं लोगों को मिलेगी, जिनकी आय सिर्फ सैलरी से होगी। अगर वे शेयर मार्केट या किसी और माध्यम से कमाई करते हैं तो उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में उन्हें इनकम टैक्स देना होगा।
अगले 10 सालों में देशभर में 120 नए एयरपोर्ट बनाये जाएंगे। आज केंद्रीय वित्त मंत्री ने बजट 2025 में नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए ये अहम घोषणा की है, जिसमें अगले 10 सालों में देशभर में 120 नए एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव किया गया है। इसका उद्देश्य हवाई यात्रा को सुलभ बनाना और एयर कनेक्टिविटी को मजबूती देना है, खासकर छोटे शहरों और दूरदराज के इलाकों में। इस योजना से न केवल स्थानीय विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटन, व्यापार और उद्योगों को भी गति मिलेगी। नए एयरपोर्ट के निर्माण से हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगे और आर्थिक विकास को एक नई दिशा मिलेगी। यह कदम प्रधानमंत्री की "उड़ान" योजना के तहत लिया जा रहा है, जिसका मकसद छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों को हवाई मार्ग से जोड़ना है। इससे न केवल यात्रा में सुगमता आएगी, बल्कि नागरिक उड्डयन क्षेत्र में भी निवेश को बढ़ावा मिलेगा, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में तकनीकी क्षेत्र को लेकर एक अहम ऐलान किया। सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रुपये का विशेष फंड देने की घोषणा की है। इस फंड का उद्देश्य AI के शोध, विकास, और शिक्षा को प्रोत्साहित करना है, जिससे भारत को वैश्विक तकनीकी नेतृत्व में एक नया मुकाम हासिल हो सके। सरकार के इस ऐलान के तहत, AI आधारित परियोजनाओं, स्टार्टअप्स और संस्थानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि वे नए समाधान विकसित कर सकें और विभिन्न उद्योगों में AI का अधिकतम उपयोग कर सकें। इससे न केवल भारत में AI टेक्नोलॉजी की गति बढ़ेगी, बल्कि यह रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा और उद्योगों में कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करेगा।
आज केंद्रीय वित्त मंत्री ने बजट 2025 में किसानों को लेकर महत्वपूर्ण ऐलान किया है। सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) पर कर्ज की सीमा को 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने का प्रस्ताव किया है। इस कदम से किसानों को कृषि कार्यों के लिए अधिक वित्तीय सहायता मिल सकेगी और वे अपनी खेती के लिए आवश्यक संसाधनों को आसानी से जुटा सकेंगे। किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) का उद्देश्य किसानों को आसान और सस्ती क्रेडिट सुविधा प्रदान करना है, ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपनी कृषि संबंधी जरूरतों को पूरा कर सकें। अब तक यह सुविधा अधिकतर छोटे और सीमांत किसानों तक सीमित थी, लेकिन इस सीमा में बढ़ोतरी से अब अधिक किसानों को लाभ मिलेगा और वे अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकेंगे। कृषि क्षेत्र को समर्पित इस बजट प्रस्ताव से सरकार का मकसद है कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में निवेश बढ़ाया जाए। साथ ही, यह कदम कृषि क्षेत्र को और अधिक मजबूती प्रदान करेगा, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा और किसान की आय दोनों में वृद्धि हो सकेगी।
आज पूरा देश संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले केंद्रीय बजट 2025 पर नजरें गड़ाए बैठा है। यह बजट आज सुबह 11 बजे लोकसभा में पेश किया जाएगा। यह निर्मला सीतारमण का लगातार आठवां बजट होगा, और 2024 में बनी मोदी 3.0 सरकार का दूसरा पूर्ण बजट है। गरीब, मिडिल-क्लास और वेतनभोगी वर्ग को इस बजट से बड़ी उम्मीदें हैं। खासकर इनकम टैक्स स्लैब में राहत और आर्थिक सुधारों की मांग की जा रही है। बजट से उम्मीद की जा रही है कि यह महंगाई से राहत देने और खर्च करने की क्षमता को बढ़ाने वाले कदमों के साथ आएगा।बजट सेशन 2025 की शुरुआत शुक्रवार 31 जनवरी 2025 को हुई, जब वित्त मंत्री ने संसद में इकोनॉमिक सर्वे 2025 पेश किया। इसमें देश की वर्तमान आर्थिक स्थिति, विकास दर, महंगाई और भविष्य की संभावनाओं पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। अब सभी की निगाहें आज के बजट पर टिकी हैं, जिसमें इन आंकड़ों के आधार पर नई नीतियां घोषित की जाएंगी। बजट से पहले राष्ट्रपति से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मुलाकात केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में अपना आठवां बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुरु से मिलने के लिए वित्त मंत्रालय नॉर्थ ब्लॉक से रवाना हो गई हैं। पेपरलेस फॉर्मेट में वे पारंपरिक ‘बही खाता’ के बजाय एक टैब के माध्यम से बजट पेश करेंगी और पढ़ेंगी।
हिमाचल प्रदेश में आज रात से मौसम करवट बदलेगा। आज रात से ही प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) ज्यादा एक्टिव हो जाएगा और अगले छह दिनों तक इसका असर देखने को मिलेगा। खास तौर पर 4 फरवरी को बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 31 जनवरी और 1 फरवरी को प्रदेश के ज्यादातर भागों में हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जाहिर की है। इस दौरान =मध्य व उच्च पर्वतीय कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। जबकि निचले पहाड़ी-मैदानी क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। वहीं प्रदेश के ज्यादातर भागों में 2 फरवरी को मौसम साफ हो जाएगा। जबकि 3 फरवरी से अगले दो दिन तक फिर से बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। बारिश और बर्फबारी से पहले तापमान में ही हल्का उछाल आया है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री अधिक हो गया है। मनाली के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 5.9 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया है। इसी तरह कल्पा का न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 4.7 डिग्री अधिक हो गया है।
1980 में भाजपा के गठन के बाद से हिमाचल में अब तक 13 नेता प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे है।सतपाल सिंह सत्ती सबसे अधिक दस साल तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे, तो खीमीराम शर्मा को सबसे कम कार्यकाल मिला। हालांकि सबसे छोटा कार्यकाल डॉ राजीव बिंदल के नाम है जो वर्तमान में दुरसी बार अध्यक्ष है। साल 2020 में उनका पहला कार्यकाल महज 186 दिन का रहा था। तब कोरोना काल में हुए घोटाले में उनका नाम उछाला और नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। सिलसिलेवार बात करें तो हिमाचल भाजपा के पहले प्रदेश अध्यक्ष बने ठाकुर गंगाराम जो मंडी से ताल्लुक रखते थे। वे 1984 तक अध्यक्ष रहे। इसके बाद शिमला संसदीय हलके के अर्की से सम्बन्ध रखने वाले नगीनचंद पाल भाजपा के अध्यक्ष बने, और 1986 तक पद पर रहे। 1986 में शांता कुमार हिमाचल भाजपा के अध्यक्ष बने और 1990 का विधानसभा चुनाव भी उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा गया। शांता कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद कुल्लू के महेश्वर सिंह प्रदेश अध्यक्ष बने और 1993 तक इस पद पर रहे। पर 1993 में भाजपा की शर्मनाक हार के बाद महेश्वर की विदाई हो गई और एंट्री हुई प्रो प्रेम कुमार धूमल की। उनके नेतृत्व में ही भाजपा ने 1998 के विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनाई और धूमल सीएम बने। फिर सुरेश चंदेल दो साल तक प्रदेश अध्यक्ष रहे और साल 2000 से लेकर 2003 तक जयकिशन शर्मा ने प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला। धूमल, सुरेश चंदेल और जयकिशन शर्मा, तीनों ही हमीरपुर संसदीय हलके से थे। साल 2003 में सुरेश भारद्वाज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने और 2007 तक इस पद पर रहे। भारद्वाज के बाद दो साल एक लिए जयराम ठाकुर और फिर 2009 से 2010 खीमीराम शर्मा ने पार्टी की कमान संभाली। 2010 में भाजपा अध्यक्ष पद पर सतपाल सिंह सत्ती की ताजपोशी हुई और वे दस साल लगातार अध्यक्ष रहे। सबसे अधिक वक्त तक अध्यक्ष रहने का रिकॉर्ड अब भी सत्ती के नाम है। सत्ती की विदाई के बाद डॉ राजीव बिंदल की ताजपोशी हुई लेकिन कोरोना काल में घोटाले के आरोप के बाद बिंदल को महज 186 दिन बाद ही नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना पड़ा। ये हिमाचल में किसी भी भाजपा अध्यक्ष का सबसे छोटा कार्यकाल है। बिंदल के बाद सुरेश कश्यप को कमान सौपी गई और अप्रैल 2023 तक कश्यप पार्टी अध्यक्ष रहे। इसके बाद बिंदल की दोबारा बतौर अध्यक्ष एंट्री हुई। अब बिंदल को पार्टी फिर मौका देती है या नहीं, ये सवाल बना हुआ है।
आज एनएमओपीएस (NMOPS) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय के अनुसार, नई पेंशन स्कीम (UPS) के खिलाफ कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश ने 01 अप्रैल 2025 से इसे लागू करने के फैसले का विरोध किया। इस विरोध प्रदर्शन में पूरे भारत में सभी स्कूलों, कॉलेजों और कार्यालयों में UPS की गजट अधिसूचना के खिलाफ विरोध किया गया। इस विरोध का मुख्य उद्देश्य ओपीएस (Old Pension Scheme) के तत्काल कार्यान्वयन की मांग करना था। प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर और महासचिव भरत शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में वर्तमान सरकार ने पहले ही पुरानी पेंशन बहाल कर दी है, इसलिए एनएमओपीएस का साथ देते हुए कर्मचारियों और शिक्षकों से अनुरोध किया गया था कि वे केंद्रीय कर्मचारियों के इस आंदोलन में समर्थन करें और UPS के नुकसानों के बारे में सभी कर्मचारियों को जागरूक करें ताकि इसके दुष्परिणाम सामने आ सकें। इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर ओपीएस के कार्यान्वयन के लिए एकजुट होने का आह्वान किया गया है। प्रदीप ठाकुर और महासचिव भरत शर्मा ने इस आयोजन की सफलता के लिए सभी का धन्यवाद किया। पुरानी पेंशन (Old Pension Scheme) की मांग को लेकर 20 वर्षों से चल रहे विरोध और आंदोलन को समाप्त करने के उद्देश्य से सरकार की ओर से उतारी गई यूनिफाइड पेंशन स्कीम (Unified Pension Scheme) यानी UPS का काफी विरोध हो रहा है। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि इसमें कई खामियां हैं। इसकी सबसे बड़ी खामी तो वित्त सचिव टीवी सोमनाथन के एक जवाब से सामने आई है, जो इसकी प्रचारित अच्छाइयों पर भारी पड़ गई है। उन्होंने कहा कि UPS की सबसे बड़ी खामी वीआरएस (Voluntary Retirement Scheme) के मामले में सामने आती है। अगर कोई कर्मचारी 60 साल की उम्र से पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प चुनता है तो उसे पेंशन कब से मिलेगी? यह सवाल जब वित्त सचिव से पूछा गया, तो उनका जवाब था कि आप रिटायर चाहे जब हों, UPS के तहत पेंशन सेवानिवृत्ति की आयु पूरी होने के बाद ही मिलेगी। रिटायरमेंट के बाद मिलने वाली इस पेंशन स्कीम में इस खामी के चलते कर्मचारियों को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। उनका ये भी कहना है कि देश में विभिन्न विभागों में रिटायरमेंट की आयु अलग-अलग है। उदाहरण के तौर पर, विश्वविद्यालयों में रिटायरमेंट की आयु 65 साल है, जबकि कुछ विभागों में यह 60 वर्ष या 58 वर्ष है। ऐसे में अगर कोई कर्मचारी 58 वर्ष में रिटायर हो जाए तो उसे पेंशन के लिए दो साल का इंतजार करना होगा। वहीं अगर कोई कर्मचारी 50 वर्ष की उम्र पर वीआरएस लेता है, तो उसे पेंशन पाने के लिए 10 साल तक इंतजार करना होगा। कर्मचारी संगठन का कहना है कि 25 साल में नौकरी करने वाला युवा अगर 50 की आयु में नौकरी के 25 साल पूरे करके वीआरएस लेना चाहे, तो उसे यूपीएस के तहत पेंशन पाने का कोई विकल्प 10 सालों तक नहीं होगा। इस पर सवाल उठता है कि अगले 10 सालों तक वह जीवित रहेगा या नहीं, इसलिए कर्मचारी पुरानी पेंशन की बहाली की मांग कर रहे हैं। वहीं अगर कोई कर्मचारी देर से सरकारी सेवा में आता है, तो इस स्कीम के तहत 10 साल की नौकरी करने पर 10,000 रुपये न्यूनतम पेंशन तय की गई है। हालांकि यह फायदा भी तभी मिलेगा जब कर्मचारी ने 10 साल की सेवा पूरी की हो। अगर किसी कर्मचारी ने 10 साल से पहले सेवा छोड़ दी, तो उसे पेंशन नहीं मिलेगी। UPS में कर्मचारियों का योगदान उनकी बेसिक सैलरी का 10% होगा, जबकि सरकार 18.5% योगदान करेगी। पुरानी पेंशन में कर्मचारी को कोई योगदान नहीं करना पड़ता और सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन सरकार द्वारा दी जाती है, जो लगभग अंतिम वेतन का 50% होती है। जारी अधिसूचना में यह स्पष्ट किया गया है कि जो कर्मचारी UPS का विकल्प चुनते हैं, वे किसी अन्य नीतिगत रियायत, बदलाव या वित्तीय लाभ का दावा नहीं कर सकेंगे। UPS के तहत कर्मचारियों के रिटायरमेंट फंड में दो हिस्से होंगे - एक व्यक्तिगत फंड, जिसमें कर्मचारी और सरकार का योगदान होगा, और दूसरा पूल फंड, जिसमें सरकार का अतिरिक्त योगदान होगा। प्रदीप ठाकुर का कहना है कि जब 1 अप्रैल 2004 को NPS लागू किया गया था, तब भी ऐसा ही प्रचार किया गया था, लेकिन जब कर्मचारी सेवानिवृत्त होने लगे, तो किसी को 500 तो किसी को 1500 रुपये पेंशन मिली। अब भविष्य में भी क्या मिलेगा, यह तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन यह तय है कि UPS में पुरानी पेंशन (OPS) जैसा लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए कर्मचारी पुरानी पेंशन की बहाली की मांग करेंगे और NPS तथा UPS का विरोध जारी रखेंगे।
उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लागू करने पर हिमाचल प्रदेश के नगर नियोजन और तकनीकी मंत्री राजेश धर्माणी ने भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा इस कानून के माध्यम से देश को बांटने की राजनीति कर रही है, जो देश की एकता और विविधता के खिलाफ है। धर्माणी ने कहा कि भारत एक विविधताओं से भरा हुआ देश है, जहां अलग-अलग धर्म, संस्कृति और परंपराएं हैं। ऐसे में एक समान कानून का लागू होना पूरी तरह से सही नहीं है। भाजपा ने हमेशा से इस मुद्दे पर राजनीति की है और अब यह कानून लागू करने के जरिए माइनॉरिटी समुदायों को टारगेट करने की कोशिश की जा रही है। केंद्रीय बजट पर बात करते हुए धर्माणी ने हिमाचल प्रदेश के लिए अतिरिक्त ग्रांट की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका कहना था कि हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए पहाड़ी इलाकों में विकास कार्यों के लिए अधिक खर्च आता है, और ऐसे में राज्य को विशेष ग्रांट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, "हर बार केंद्रीय बजट में हिमाचल प्रदेश की अनदेखी हो रही है, जो ठीक नहीं है। हम चाहते हैं कि हिमाचल को ग्रीन बोनस जैसी सुविधा मिलनी चाहिए, जैसे विकासशील देशों को मिलती है। राजेश धर्माणी ने कहा कि राज्य की विशेष परिस्थितियों के मद्देनजर, केंद्रीय बजट में हिमाचल को अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि यहां के विकास कार्यों को गति मिल सके।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने DC बिलासपुर को "बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवार्ड-2025" से किया सम्मानित
बिलासपुर/ सुनील: लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान आदर्श चुनाव प्रबंधन और नवाचारों के लिए बिलासपुर जिले को राष्ट्रीय स्तर का प्रतिष्ठित "बेस्ट इलेक्टोरल प्रैक्टिस अवार्ड-2025" प्रदान किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में यह पुरस्कार उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक को प्रदान किया। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर और लाहौल-स्पीति जिलों को देश के 788 जिलों में से चुने गए 15 विशिष्ट जिलों की सूची में शामिल किया गया। यह सम्मान चुनावों में पारदर्शिता, समावेशिता, और मतदाता जागरूकता के लिए की गई अभूतपूर्व पहलों के लिए दिया गया। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान बिलासपुर जिले ने 418 पोलिंग स्टेशनों की स्थापना की, जिनमें 16 मॉडल पोलिंग स्टेशन, 8 महिला-प्रबंधित स्टेशन और एक दिव्यांगजनों द्वारा संचालित पोलिंग स्टेशन शामिल थे। स्वीप (SVEEP) गतिविधियों के तहत, जिले में 4473 नए मतदाताओं को जोड़कर लोकतंत्र में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई। चुनाव प्रक्रिया को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए जिले में जागरूकता अभियानों का संचालन किया गया। कम मतदान वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए, साहित्यकार रतन चंद निर्जर ने क्षेत्रीय दौरों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और "मेरा वोट, मेरी ड्यूटी" गीत ने प्रेरक संदेश दिया। जिला मेलों, नुक्कड़ नाटकों, और सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से मतदाता शिक्षा को बढ़ावा दिया गया। साथ ही, "डेमोक्रेसी वैन," डिजिटल आमंत्रण कार्ड, और सोशल मीडिया अभियानों के जरिए व्यापक स्तर पर जागरूकता फैलाई गई। मतदान केंद्रों पर छाया, ओआरएस, और क्रेच जैसी सुविधाओं ने समावेशी चुनाव सुनिश्चित किए। पुरस्कार प्राप्त करने के बाद उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने कहा, यह पुरस्कार न केवल मेरे लिए बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व की बात है। यह सफलता टीम बिलासपुर के अथक प्रयासों और जिले के नागरिकों के सहयोग का परिणाम है।
बिलासपुर/सुनील: जिला मुख्यालय स्थित स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर में आज 15वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में एडीसी बिलासपुर निधि पटेल ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और उपस्थित नागरिकों को मतदान के महत्व के प्रति जागरूक किया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि यह दिवस हर भारतीय नागरिक को लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने की प्रेरणा देता है। इस अवसर पर उपस्थित सभी को चुनावों में सक्रिय भागीदारी निभाने की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में लोकसभा चुनाव 2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में स्वीप नोडल अधिकारी हेमंत नेगी, रतन चंद निर्झर, प्रोफेसर मनोहर लाल शर्मा, टीजीटी नवदीप, लेक्चरर आईपी अश्विनी कुमार, टीजीटी रवि कुमार और सीनियर असिस्टेंट मनीष कुंडी शामिल थे। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने आयोजन को और खास बना दिया। डीएवी स्कूल, डिग्री कॉलेज और गर्ल्स स्कूल के छात्रों ने नृत्य, नाटिका और गीतों के माध्यम से मतदान के महत्व को रेखांकित किया। तहसीलदार चुनाव विजय कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए मतदाता दिवस के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में आरटीओ राजेश कुमार कौशल, नायब तहसीलदार विजय, और विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
शिमला: प्रदेश के कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए महंगाई भत्ते (DA) और एरियर का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्ण राज्यत्व दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बड़ी घोषणा की उम्मीद लगाए बैठे लाखों कर्मचारी और पेंशनर एक बार फिर मायूस हो गए।सरकार की ओर से इस मौके पर कई विकास कार्यों की घोषणाएं की गईं, लेकिन DA-एरियर पर कोई स्पष्ट ऐलान नहीं हुआ। इससे कर्मचारियों और पेंशनरों में निराशा बढ़ गई है। दरअसल, कर्मचारी और पेंशनर लंबे समय से बकाया DA और एरियर की मांग कर रहे हैं। महंगाई के इस दौर में DA का भुगतान उनकी सबसे बड़ी जरूरत बन गया है। सरकार ने इस मुद्दे पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने वित्तीय स्थिति का हवाला देते हुए कहा था कि सरकार पहले से ही आर्थिक दबाव का सामना कर रही है। हालांकि, उन्होंने कर्मचारियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया था। उधर, कर्मचारियों और पेंशनरों ने सरकार की खामोशी पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि हर साल घोषणाओं का दौर चलता है, लेकिन उनकी जायज मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है। अब ऐसे में DA-एरियर पर सरकार का कोई ठोस फैसला कब आएगा, यह तो वक्त ही बताएगा। अब कर्मचारी और पेंशनर्स गणतंत्र दिवस के दिन का इंतजार कर रहे है और उम्मीद लगाए बैठे है कि शायद कल सुक्खू सरकार कोई बड़ी घोषणा कर देंगे।
** प्रदेश के दो विश्वविद्यालय करेंगे भांग की खेती पर रिसर्च हिमाचल प्रदेश में भविष्य में भांग की खेती को कैबिनेट ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। अब इस पर पूरी तरह से अध्ययन किया जाएगा कि कैसे यह खेती की जाएगी। प्रदेश के दो विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ इस पर रिपोर्ट तैयार करेंगे, और उसी के आधार पर सरकार आगे कदम बढ़ाएगी। पहले इसे राज्य कर एवं आबकारी विभाग द्वारा अध्ययन किया जा रहा था, लेकिन अब कृषि विभाग को इसे लागू करने के लिए नोडल डिपार्टमेंट बना दिया गया है।इससे पहले, विधानसभा के मानसून सत्र में भांग की खेती से संबंधित सिफारिशें विधानसभा कमेटी ने दी थीं। अब, डा.वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी और चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के विशेषज्ञों को भांग की खेती पर पायलट अध्ययन करने का जिम्मा सौंपा गया है। इस अध्ययन की सिफारिशों पर कृषि विभाग भांग की खेती को आगे बढ़ाएगा। राज्य सरकार ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में एक समिति बनाई थी, जिसने इसके प्रारूप को तैयार किया और दूसरे राज्यों में अध्ययन किया। समिति की सिफारिशों के आधार पर, एनडीपीएस अधिनियम 1985 में संशोधन किया जाएगा ताकि औषधीय और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए भांग की खेती को नियंत्रित वातावरण में वैध किया जा सके।सरकार का दावा है कि भांग की खेती से प्रदेश की आय में वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा, मंत्रिमंडल ने राज्य कर एवं आबकारी विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों को 100 मोटरसाइकिलें प्रदान करने की मंजूरी दी है ताकि प्रवर्तन और औचक निरीक्षण सुनिश्चित किया जा सके।साथ ही, कुल्लू बस स्टैंड और पीज पैराग्लाइडिंग प्वाइंट के बीच रोप-वे स्थापित करने की मंजूरी भी दी गई है, जिससे क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
** ये स्कूल दो से सात किलोमीटर की दूरी वाले नजदीकी स्कूलों में मर्ज किए जाएंगे **प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिया हिमाचल प्रदेश में 10 से कम विद्यार्थियों वाले 316 मिडल स्कूलों को मर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन स्कूलों में कुल 2,116 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए 813 शिक्षक तैनात हैं। ये स्कूल नजदीकी, 2 से 7 किलोमीटर दूर स्थित अन्य स्कूलों में मर्ज किए जाएंगे। कई मिडल स्कूलों में तीन से पांच शिक्षक और तीन-तीन गैर-शिक्षक सेवाएं दे रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इस प्रस्ताव को तैयार कर सरकार को भेज दिया है। पिछले वर्ष सरकार ने पांच विद्यार्थियों वाले मिडल स्कूलों को 2-3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित स्कूलों में मर्ज किया था। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, नए शैक्षणिक सत्र से पहले इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। निदेशालय द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में मर्ज किए जाने वाले स्कूलों की नजदीकी दूरी और इससे जुड़ी समस्याओं का विस्तृत विवरण दिया गया है। शिमला जिले में कम विद्यार्थियों वाले सबसे अधिक मिडल स्कूल हैं, जहां 97 स्कूल हैं। इसके बाद कांगड़ा में 51 स्कूल हैं। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने बताया कि सरकार के आदेश के अनुसार अंतिम निर्णय लिया जाएगा। लाहौल-स्पीति के केलांग क्षेत्र में एक स्कूल में तीन शिक्षक केवल एक बच्चे को पढ़ा रहे हैं। इसी तरह, उदयपुर, काजा, चंबा, बिलासपुर और कांगड़ा के कुछ स्कूलों में भी कम संख्या में विद्यार्थियों के लिए अधिक संख्या में शिक्षक नियुक्त हैं।