पैराग्लाडिंग करते समय अपनी सुरक्षा का रखें विशेष ध्यान : गोविंद सिंह ठाकुर

प्रथम इंडियन एक्रो एंड एकुरेसी प्रतियोगिता का शुभारम्भ वन,परिवहन तथा युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री हिमाचल प्रदेश गोविंद सिंह ठाकुर ने जिला बिलासपुर के बंदलाधार में किया। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि साहसिक खेलों का शौक रखने वाले लोगों के लिए पैराग्लाडिंग एक अच्छा खेल है। उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडर पायलट पैराग्लाडिंग करते समय अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। पर्यटकों को भी अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों के विकास कार्यों में धन राशि आडे नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला की गोविंदसागर झील और कोलडैम में वाटर स्पोर्टस की सम्भावनाएं तलाशी जा रही है क्योंकि यहां जल, थल और नभ तीनों प्रकार की खेलों की आपार सम्भावनाएं है। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए प्रयास किए जा रहे है ताकि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को बिलासपुर में ही सभी प्रकार की पर्यटन सुविधाएं मिल सकेंगीं और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के साधन सृजित होंगें। जिला में पैराग्लाडिंग गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने पैराग्लाडिंग एसोशिएसन को 5 लाख रूपए का चैक दिया। उन्होंने कहा कि पैराग्लाडिंग खेल को और बेहतरीन ढंग से विकसित करने के लिए 10 लाख रूपए की अतिरिक्त धनराशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी और गोविंदसागर झील में जैटी बनाने के लिए भी सहायता प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर सदर के विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि जिला के बंदला क्षेत्र से पैराग्लाडिंग प्रतियोगिताओं को शुरू करने के लिए जो सपना देखा था वो साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि जो पर्यटक मनाली जाते है वे अब इस जिला की ओर भी आकर्षित होगें और युवाओं के लिए रोजगार के साधन भी बढेगें। उन्होंने कहा कि 20 वर्षों के उपरांत पैराग्लाडिंग के लिए तकनीकी अनुमति मिली है। उन्होंने कहा कि गोविंद सागर झील को भी पर्यटकों के लिए विकसित करने के साथ-साथ गोविंद सागर और कोलडैम में वाटर ट्रांसपोर्ट, वाटर टूरिजम शुरू करने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने खेल मंत्री से बेहतर वाटर बोट उपलब्ध करवाने का भी आग्रह किया ताकि यहां के युवाओं को रोजगार के साधन पैदा हो सके। उन्होंने कहा कि देश में बिलासपुर ही एक जिला है जहां एक्रोवेटिक और एक्यूरेसी की खेलें हो सकती है। उन्होंने कहा कि पैराग्लाडिंग सीखने के इच्छुक स्थानीय युवाओं को निशुल्क पैराग्लाडिंग प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। हिमाचल पैराग्लाडिंग एशोसिएसन के सचिव मनोज शर्मा ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। तीन दिन तक चलने वाले इस इवेंट में हिमाचल, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, असम, सिक्किम, लेह-लद्दाख व उत्तराखंड के साथ नेपाल, टर्की व आस्ट्रेलिया के कुल 57 अनुभवी पैराग्लाइडिंग पायलट भाग ले रहे हैं। एक्रो कंपिटिशन में पायलट बंदला से टेक आफ करने के बाद हवा में सैट, लूप, टंबल, स्पायरल डाईव व हेलिको जैसे हैरतअंगेज करतब दिखाकर गोविंद सागर के किनारे लैंडिंग कर रहे हैं। वहीं, लुहणू मैदान पर बनाए गए स्पाॅट के साथ ही गोविंद सागर के बीचोंबीच तैयार की गई जैटी पर लैंडिंग करके वे एकुरेसी का प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर मण्डलाध्यक्ष हंस राज ठाकुर, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष आशीष ढिल्लों, बीडीसी सदस्य कमलेश शर्मा, प्रधान सिहडा ग्राम पंचायत भूरी देवी, हिमाचल पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के प्रधान संजय शर्मा, वरिष्ठउपाध्यक्ष अरविंद सरीन, उपाध्यक्ष विशाल जस्सल तथा महासचिव अतुल खजूरिया के साथ ही अन्य सदस्य और स्थानीय पैराग्लाइडिंग पायलट के अतिरिक्त डीएफओ.
सरोजभाई पटेल, आरएम. पवन शर्मा, कमलेश ठाकुर उपस्थित रहे।