जोहड़जी, कण्डाघाट तथा बातल में लोगों को नशे के विरूद्ध किया जागरूक
जन-जन को नशे के दुष्प्रभावों के विषय में जागरूक बनाने के लिए गीत-संगीत तथा नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से ग्राम स्तर तक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने दी। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण अभियान के तहत 15 दिसम्बर, 2019 तक सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा लोगों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज सोलन जिला के कण्डाघाट तथा बातल में कार्यक्रम आयोजित किए गए। कलाकारों ने विकास खण्ड धर्मपुर के जोहड़ जी में आयोजित मेले में भी लोगों को नशा निवारण अभियान के तहत जानकारी प्रदान की। खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. संगीता उप्पल ने इस अवसर पर लोगों को जानकारी दी कि नशेे के आदी व्यक्ति के सभी अंग धीरे-धीरे काम करना बन्द कर देते हैं। उन्होंने कहा कि नशा, व्यक्ति की मानसिक क्षमताओं को समाप्त कर देता है और व्यक्ति को हीन भावना से ग्रस्त कर दता है। उन्होंने कहा कि सही समय पर चिकित्सीय परामर्श और परिवार के विश्वास के साथ नशा पीड़ित को स्वास्थ्य एवं मानसिक लाभ पंहुचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अपने आसपास नशे से पीड़ित व्यक्ति को समीप के नशा मुक्ति केंद्र में लाएं ताकि वह व्यक्ति अपना विश्वास प्राप्त कर पुनः सुखद जीवन व्यतीत कर सके। उन्होंने सभी को विभिन्न नशीले पदार्थों की जानकारी भी दी। कलाकारों ने लोगों को बताया कि किस प्रकार नशा व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से अक्षम कर देता है। कलाकारों ने जानकारी दी कि नशे से पीड़ित व्यक्ति की प्रजनन शक्ति पर विपरीत असर पड़ता है। कलाकारों ने गीत ‘गांव-गांव और शहर-शहर में ये अभियान चलाया है’ तथा ‘छोड़ नशे की बुरी आदतें सबको ये बताना है’ के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। जनसमूह को नाटक तथा समूहगान के माध्यम से नशे की हानियों से अवगत करवाया गया। इस अवसर पर महिला पाॅलीटैक्निक महाविद्यालय कण्डाघाट की प्रधानाचार्य वीना आर्य, स्वास्थ्य निरीक्षक खेमचन्द, बातल में चिकित्सा अधिकारी डाॅ. कविता पण्डित, जोहड़जी में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अमित रंजन सहित अन्य कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी, छात्र एवं अन्य उपस्थित थे।
