घरेलू हिंसा उन्मूलन पर जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत घरेलू हिंसा उन्मूलन पर जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता उपायुक्त सोलन के.सी. चमन ने की। केसी चमन ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की पूर्ण सफलता के लिए सभी को घरेलू हिंसा को समाप्त करने तथा जिला में लिंगानुपात को बराबर करने की दिशा में कार्य करने का प्रण लेना होगा। उन्होंने कहा कि इस दिशा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिकाओं को जागरूक करना आवश्यक है ताकि ये गांव-गांव तक लोगों को घरेलू हिंसा के विरूद्ध एवं लड़का-लड़की की बराबरी के विषय में तार्किक आधार पर जागरूक कर सकें। उन्होंने कहा कि इस कार्य को मिशन की तरह आयोजित करना होगा। उपायुक्त ने कहा कि परिवारों में आपसी विश्वास का माहौल कायम कर और पुरूषों तथा महिलाओं को घरेलू हिंसा के बारे में जागरूक बना कर इस दिशा में इच्छित सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा से महिलाओं के साथ-साथ पुरूषों के पीड़ित होने के मामले भी सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि महिला परिवार का आधार होती है तथा भावी पीढ़ी को संस्कारित करने में परिवार की महिलाओं की मुख्य भूमिका रहती है। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिकाओं से आग्रह किया कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र में गर्भवती महिलाओं का पूरा ध्यान रखें और ऐसे संस्थानों की सूचना दें जहां गर्भ परीक्षण किए जाने की जानकारी मिले। उन्होंने कहा कि इस दिशा में नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी। केसी चमन ने सभी से आग्रह किया कि नशे के विरूद्ध सदैव जागरूक रहें और अपने बच्चों तथा देश एवं प्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखें।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाॅ. शिव कुमार शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि पुलिस बल सदैव नागरिकों की रक्षा के लिए तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस थाने स्थापित किए हैं। आम जन की सहायता के लिए हैल्पलाईन नम्बर-112 आरम्भ किया गया है। महिला हैल्पलाईन 1090 आरम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि त्वरित सहायता के लिए मोबाईल नम्बर 94591-00100 पर सन्देश भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि सोलन में सहायता के लिए नियन्त्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 01792-223836 पर सम्पर्क किया जा सकता है। उन्होंने पोस्को अधिनियम की विस्तृत जानकारी प्रदान की। डाॅ. शिव कुमार शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि युवा पीढ़ी को नशे के अन्धकार से बचाना हम सभी का नैतिक कत्र्वय है। उन्होंने कहा कि नशे के काले कारोबार पर रोक लगाने के लिए पुलिस को जन सहयोग मिलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी सूचना के मामले में सूचनाकर्ता की पहचान गुप्त रखी जाती है। उन्होंने कहा कि नशा अपराध का भी जनक है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि नशे से बच्चों को दूर रखने के लिए सदैव प्रयासरत रहें। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकांश मामलों में अभिभावक यह मानने को तैयार ही नहीं होते कि उनका बच्चा नशे का आदी है। इस परिस्थिति को बदलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि नशा पीड़ितों की सहायता के लिए महर्षि मारकंडेश्वर चिकित्सा महाविद्यालय में नशा निवारण केन्द्र आरम्भ किया गया है। उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। जिला कार्यक्रम अधिकारी वन्दना चैहान ने सभी का स्वागत किया और कार्यशाला की जानकारी दी। अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी विवेक चन्देल, जिला कल्याण अधिकारी बी.एस. ठाकुर, विधि अधिकारी रशमी सहित अन्य अधिकारी एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिकाएं कार्यशाला में उपस्थित रहे।
