छात्रा द्वारा तीसरी मंज़िल से छलांग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास

पीजी कॉलेज बिलासपुर में छात्रा ने तीसरी मंज़िल से छलांग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। छात्रा गम्भीर रूप से घायल हुई है। कॉलेज प्रशासन ने गम्भीर रूप से घायल छात्रा को उपचार के लिए क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर पहुंचाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्रा ने प्रध्यापिका के द्वारा किसी बात को लेकर बार-बार मानसिक तौर पर उत्पीड़न करने से दु:खी होकर आत्महत्या का प्रयास किया। लेकिन इस बात की पुष्टी नहीं हो पाई है। वास्तविकता का पता गंभीर रूप से घायल छात्रा के होश में आने के उपरान्त चल पाएगा। बिलासपुर में क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर के डॉक्टरों ने गम्भीर रूप से घायल छात्रा को पीजीआई चंडीगड़ के लिए रैफर किया है। गम्भीर रूप से घायल छात्रा के परिजन है सदमे में उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि यह क्या हुआ। उनका कहना है कि उनकी बेटी सुबह नाश्ता करने के उपरांत खुश होकर कॉलेज गई थी। मामला इतना गम्भीर है कि कोई भी इस बारे में कुछ भी कहने से कतरा रहा है। अब गम्भीर रूप से घायल छात्रा के होश में आने के उपरांत ही सच्चाई सामने आ पाएगी कि कारणों से छात्रा ने आमहत्या करने का प्रयास किया है।
किसी ने धक्का नहीं दिया : निखिल
बीकॉम के छात्र निखिल ने खुलासा किया कि किसी ने धक्का नहीं दिया है। वो उससे थोड़ी दूरी पर अपने दोस्तों संग बातचीत कर रहा था कि छात्रा एक किनारे खड़ी होकर रो रही थी। अचानक वह रेलिंग पर चढ़ी और छलांग लगा डाली। उसने उसको बचाने के प्रति दौड़ लगाई मगर तब तक वह कूद चुकी थी।
पीजी कॉलेज बिलासपुर में सुरक्षा की बड़ी खामियां
पीजी कॉलेज बिलासपुर में सुरक्षा की दृष्टि से न तो सीटीवी कैमरे पर्याप्त लगाए गए है और न ही आपातकालीन स्थिति में चिकित्सा या एम्बुलेन्स की कोई सुविधा है। गौर योग्य बात है कि छात्रा के कूदने के उपरांत मात्र बीकॉम का छात्र निखिल ही उसे उठाने आया। प्रत्यक्ष दर्शियों का कहना है कि अगर जाला लगा होता तो नहीं घटती घटना।
शीघ्र दूर होगी कमियां : प्राचार्य
पीजी कॉलेज बिलासपुर में जो सुरक्षा की दृष्टि खामियां उजागर हुई है उस बारे में प्राचार्य राम कृष्ण ने कहा ये उनके ध्यान में है और इन्हें शीघ्र दूर किया जाएगा। पुलिस कर रही हर पहलू की जांच
इस मामले को लेकर पुलिस हर पहलु से जाँच कर रही है कि किन कारणों से ये इतना बड़ा हादसा घटित हुआ है।