करणी सेना हिमाचल ने किया नागरिकता संशोधन अधिनियम का समर्थन

हिमाचल प्रदेश करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष पीयूष चंदेल ने राष्ट्रहित में सी ए ए नागरिकता संशोधन अधिनियम का समर्थन किया। दिल्ली में करणी सेना द्वारा आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए पियूष चंदेल ने कहा कि यह कानून नागरिकता देने का कानून है इसमें किसी भी प्रकार से मुस्लिम समुदाय के व्यक्तियों का हक नहीं छीना जा रहा। इस नागरिकता संशोधन अधिनियम के अंतर्गत किसी भी भारतीय नागरिक चाहे वह किसी भी समुदाय से हो उनकी नागरिकता को कोई खतरा नहीं है। जनता को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष पीयूष चंदेल ने कहा किस सन 1955 के बाद हिंदुस्तान में लगभग 15000 लोग जो बाहर से आए थे उन्हें नागरिकता दी गई जब से मोदी सरकार आई है लव 599 लोगों को सरकार ने नागरिकता देने का काम किया। उन्होंने कहा की शरणार्थी और घुसपैठियों में अंतर है जो शरणार्थी है उन नागरिकों को डरने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन जो घुसपैठिए हैं जिनके पास इस देश में रहने का कोई प्रमाण नहीं है उन घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जाएगा। बांग्लादेश अफगानिस्तान और पाकिस्तान इन देशों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं यदि कल को उन हिंदुओं को प्रताड़ित करके वहां से निकाला गया तो यह कानून उनको भारत में नागरिकता देने का काम करेगा। पियूष चंदेल ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर देते हुए कहा कि यह कानून शरणार्थियों की रक्षा की लिए है और चोरी छुपे भारत में घुसे घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए है करणी सेना हिमाचल प्रदेश नागरिकता संशोधन अधिनियम का समर्थन करती है। इस जनसभा में करणी सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री उमेद करीरी , राष्ट्रीय महामंत्री डॉ स्वाति राठौर एवं राष्ट्रीय महिला शक्ति महामंत्री डॉक्टर ममता कौशिक और हिमाचल प्रदेश उपाध्यक्ष सतवीर राणा उपस्थित रहे।