जिला सोलन के उन्नतशील किसानों ने राष्ट्रिय किसान विज्ञान काँग्रेस में हिमाचल प्रदेश का किया प्रतिनिधित्व
हाल ही में राष्ट्रिय विज्ञान कॉंग्रेस ऐसोसिएशन के तत्वाधान में कृषि विश्वविद्यालय बेंगलुरु में 107वीं भारतीय विज्ञान काँग्रेस का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में, किसान विज्ञान काँग्रेस के अंतर्गत देश के किसानों के लिए भी एक सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें पूरे भारतवर्ष से हजारों किसानों ने भाग लिया। जिस सम्मेलन में विभिन्न प्रदेशों से कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा उत्कृष्ट किसानों को इन्नोवेटर रूप के लिए चयन किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र कंडाघाट द्वारा जिला सोलन के दो उन्नतशील किसानों- करण सिंह ठाकुर एवं रामेश्वर वर्मा को इस किसान विज्ञान काँग्रेस में भाग लेने के लिए नामित किया गया। इन दोनों किसानों ने जहां हिमाचल के किसानों का प्रतिनिधित्व किया वहीं कार्यक्रम में भाग लेकर उनके स्वंय ज्ञान का भी इजाफा हुआ। करण सिंह ठाकुर, जो सोलन के गाँव धारों की धार से संबंध रखते हैं, को उतरी क्षेत्र से किसान इन्नोवेटर के लिए सम्मेलन में भाग लेने के लिए चयनित किया गया था। करण ने डॉ वाईएस परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी से बागवानी में स्नातक डिग्री प्राप्त की है। उन्होनें बागवानी उदमियता को अपनाया है और अपनी पैत्रिक भूमि में सेब एवं कीवी फलों का उद्यान स्थापित करने के साथ-साथ 3000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फूलों की संरक्षित खेती तथा पाँच बीघा में फल-पौधों की नर्सरी उत्पादन कर रहे हैं। इन तीन उत्कृष्ट कृषि कार्यों से करण सिंह को 15-20 लाख रुपये की आमदनी प्राप्त हो रही है। इसके अलावा 8-10 ग्रामीण लोगों को भी इस व्यसाय में रोजगार उपलब्ध करवा रहे हैं। इन कार्यों को करण ने किसान काँग्रेस में पोस्टर एवं सम्बोधन के माध्यम से उपस्थित किसानों एवं कृषि वैज्ञानिकों के समक्ष प्रस्तुत किया। इसके साथ दूसरे किसान रामेश्वर वर्मा, जो कंडाघाट के दंगील गाँव से संबंध रखते हैं, भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। रामेश्वर वर्मा वर्ष 2004 से विदेशी सब्जियों की खेती 1600 वर्ग मीटर क्षेत्र में कर रहे हैं जिसमें लाल व पीली शिमला मिर्च, ब्रोकली, चाइना बंदघोभी, लैटूस, जुकनी, चेरी टमाटर जैसी प्रमुख फसलें हैं। इस व्ययसाय से रामेश्वर 9-10 लाख रुपये की सालाना आय प्राप्त कर रहें हैं तथा 4-5 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र, कंडाघाट के प्रभारी डॉ डीपी शर्मा ने कहा कि दोनों किसानों का किसान विज्ञान काँग्रेस में भाग लेने से क्षेत्र के अन्य युवा किसान भी प्रेरित होगें। नौणी विवि के कुलपति डॉ परविंदर कौशल और अन्य अधिकारियों ने दोनों किसानों को इस किसान काँग्रेस में भाग लेने पर बधाई दी और कहा कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन में भाग लेने के लिय क्षेत्र के उन्नतशील युवा किसानों को प्रेरित किया जाएगा।
