राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संसारपुर टैरस में उद्योगमंत्री ने नवाजे होनहार
शिक्षा का उद्देश्य तभी पूर्ण होता है, जब विद्यार्थी समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारीऔर भूमिका को पहचाने। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संसारपुर टैरस के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी ही देश और समाज के उज्ज्वल भविषय का निर्माण करते हैं, इसलिए उन्हे हर प्रकार के व्यर्थ कार्यों को छोड़कर केवल अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर उद्योग मंत्री ने स्कूल के प्रवेश द्वार को पक्का करने हेतु 2 लाख रूपये की राशि देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने स्कूल में पढ़ रहे असहाय विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए 11 हजार रूपये देने की बात कही। उद्योग मंत्री ने कहा कि स्कूल में शिक्षा प्राप्त रहे पांच जरूरतमंद होनहार विद्यार्थियों की प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग का व्यय भी वह उठाएंगे। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला संसारपुर टैसर में विज्ञान लैब का निर्माण भी उनकी प्राथमिकता में है और इसके लिए वह हर संभव सहयोग करेंगे।
बिक्रम ठाकुर ने कहा कि जस्वां प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र में पढ़ रहे हर विद्यार्थी की शिक्षा उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जस्वां प्रागपुर विधान सभा क्षेत्र का हर वो विद्यार्थी जो आर्थिक कारणों से अपनी शिक्षा पूर्ण नही कर पा रहा उसकी सहायता करना उनकी प्राथमिकता रही है और आगेे भी रहेगी। उन्होंने बताया कि वह जस्वां प्रागपुर में सैंकड़ो जरूरतमंद विद्यार्थियों की शिक्षा का खर्च उठा रहे हैं। अतः उन्होंने स्कूल के अध्यापकों और कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि हर जरूरतमंद विद्यार्थी की पहचान कर उनकी सहायता का संकल्प लें।
इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रस्तुतियों द्वारा पलास्टिक मुक्त भारत, पर्यावरण संरक्षण और स्वछता के संदेश दिया। साथ ही राष्ट्रीय मतदाता दिवस के उपलक्ष्य पर मताधिकार के सदुपयोग करते हुए लोकतंत्र को सफल बनाने हेतु शपथ दिलाई। सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रोत्साहन करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भारत की सांस्कृतिक एकता को दर्शाते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने हेतु बिक्रम ठाकुर ने 11 हजार रूपये की राशि भेंट की। साथ ही उन्होंने वर्ष भर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले और सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुतियां देने वाले विद्यार्थियों को पुरुस्कारों से नवाजा। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर के नेतृत्व में चल रही हिमाचल प्रदेश सरकार प्रदेश में शिक्षा के उत्थान के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा 3740 स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं आरंभ की गईं, जिसमें 47000 बच्चों ने प्रवेश लिया है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में पिछले दो वर्षों में तकरीबन 60 हजार विद्यार्थियों को लगभग 19 करोड़ रूपये की छात्रवृत्तियां सरकार द्वारा दी गई है।
उन्होंने स्कूल और विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पलास्टिक मुक्त भारत और स्वच्छ भारत के संकल्प को पूरा करने हेतु कार्य करें। साथ ही उन्होंने कहा कि विद्यार्थी न केवल अपना परिसर एवं घर अपितु अपने गांव की स्वच्छता का भी ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि खुशहाल भारत और खुशहाल हिमाचल के निर्माण हेतु विद्यार्थी नशे से दूर रहें और नशे के विरुद्ध जनजागरण करें। उन्होंने कहा कि व्यक्तित्व निर्माण हेतु विद्यार्थी स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित को पढ़ें। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य मुलखराज शर्मा ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत कर स्कूल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के बाद उद्योग मंत्री ने जनता से संवाद कर जनसमस्याओं को सुना। अधिकत्म समस्याओं का निपटारा मौके पर करते हुए, शेष के समयबद्ध निवारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला परिषद् सदस्य शेर सिंह डोगरा, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष अनिता सुपेहिया, जिला किसान मोर्चा अध्यक्ष राकेश पठानिया, मीडिया प्रभारी सुशिल शर्मा, अधिशाषि अभियंता सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग संदीप चौधरी, दीपेंद्र रंगड़, बीडीसी अशोक, उपाध्यक्ष कुलविंदर पठानिया, सुरेश ठाकुर, विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य, पंचायत प्रतिनिधि, स्कूल का स्टॉफ, बच्चों के अभिभावक व भारी मात्रा में स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।
