बहु आपदा भवन निर्माण पर दो दिवसीय कार्यशाला शुरू
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन एवं केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रूड़की के सौजन्य से जिला में बहु आपदा भवन निर्माण प्रणाली के विषय में दो दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई। कार्यशाला का शुभारंभ उपायुक्त सोलन केसी चमन ने किया। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में लोक निर्माण विभाग, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण तथा जेपी विश्वविद्यालय के 30 अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि भूकंप की दृष्टि से सोलन जिला जोन 4 व 5 में आता है। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण कार्यों में भूकंप रोधी तकनीक अपनाकर भूकंप से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भूकंप आने पर सबसे ज्यादा नुकसान लोगों की अज्ञानता एवं भवनों के गिरने के कारण होता है। भूकम्प रोधी ढांचे के निर्माण के साथ-साथ लोगों को आपदा के समय बचाव के विभिन्न उपायों के बारे में भी जागरूक करना आवश्यक है। केसी चमन ने कहा कि इस कार्यशाला के दौरान 30 विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मुख्य प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। मुख्य प्रशिक्षक भविष्य में प्रत्येक गांव के 05 राजमिस्त्रियों को बहु आपदा रोधी भवन निर्माण तकनीक बारे प्रशिक्षित करेंगे। कार्यशाला में वास्तुकार डॉ. एसके नेगी ने निर्माण उद्योग के क्षेत्र में कौशल विकसित करने में केन्द्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रूड़की के प्रयासों पर प्रकाश डाला। डॉ. अजय चौरसिया ने भूकंप के कारण भवनों को हुए नुकसान तथा भविष्य में इससे निपटने के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने भूकम्प, तूफान तथा बर्फबारी रोधी भवन निर्माण के डिजाइन की भी जानकारी दी। इंजीनियर एचके जैन ने बहुआपदा रोधी दीवारों तथा छतों की तकनीक के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विवेक चंदेल, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की समन्वयक अपूर्वा मारिया, प्रलेखन समन्वयक गौरव मेहता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
