कूड़े-कचरे के जरिए अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे वजूद खो चुके लोग : नरेंद्र पंडित
संयुक्त व्यापार मंडल बिलासपुर के अध्यक्ष व वार्ड नंबर-5 के पार्षद नरेंद्र पंडित ने बिलासपुर में कूड़े को लेकर मचे कोहराम पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राजनीतिक पटल पर अपनी साख को गंवा चुके कुछ लोग अब कूड़े-कचरे के जरिए अपनी राजनीतिक जमीन तलाशने में लग गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले अढ़ाई दशकों में जब बामटा पंचायत के खैरियां में कूड़ा डंपिग साईट पर फेंका जा रहा था तो किसी ने कोई आपत्ति नहीं की। जनता भी वहीं हैं तथा जनप्रतिनिधि भी वही है। लेकिन अब जब पंचायती राज चुनावों का साल है तो केवल कूड़े को आधार बनाकर राजनीतिक गोटियां फिट करने की कवायद चल रही है। खैरियां के डंपिग साईट में बिजली का ट्रांस्फार्मर लगाने के लिए नगर परिषद द्वारा करीब दस लाख रूपए विद्युत बोर्ड के पास जमा करवा दिए गए हैं जबकि कूड़े के वर्गीकरण की मशीन भी आ चुकी है ऐसे में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की क्या ऐसी मजबूरी है कि वे यकायक इसका विरोध करने लग गए हैं। उन्होंने कहा कि पहले से चित्त पड़े अपने आका के ईशारों पर इस समस्या को जानबूझ कर पैदा किया जा रहा है ताकि शहरवासी परेशान हों। लेकिन आने वाले समय में सबसे ज्यादा परेशानी कूड़े पर राजनीति करने वालों को होगी। नरेंद्र पंडित ने कहा कि हालांकि यह मौजूदा नगर परिषद कार्यकारिणी का अंतिम वर्ष है, बावजूद इसके कुछ पद के लालसी अभी भी सत्ता हथियाने की फिराक में हैं। लेकिन जनता को तंग कर अपना उल्लू सीधा करने वालों के मंसूबे किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होंगे। नरेंद्र पंडित ने कहा कि हालांकि स्थानीय विधायक, जिला प्रशासन और नगर परिषद इस मामले को लेकर संजीदा है और लोगों के घरों से कूड़ा उठाया जा रहा है और गीला सूखा कूड़ा माकूल जगह पर भेजा जा रहा है। उन्होंने नगर वासियों से भी सहयोग की अपील की है।
