मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा प्रस्तुत बजट को इस कांग्रेस नेता ठहराया नकारा
कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता एवं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा प्रस्तुत अपने कार्यकाल के तीसरे बजट को आज तक का सबसे नकारा बजट बताते हुए कहा है कि इस बजट में मात्र कुछ वर्गों को अस्थाई तौर पर खुश करने और 20 से 25 रुपए तक की बढ़ौतरी करके केवलमात्र वाहवाही लूटने का ही असफल प्रयास किया गया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए बंबर ठाकुर ने कहा कि क्या यह मामूली राशियाँ बढ़ा देने से इन सभी निर्धन वर्गों की नौकरी संबंधी और घरेलू समस्याएँ सुलझ जाएगी और क्या सरकारी नौकरी में उनका भविष्य सुरक्षित हो जाएगा? उनका कहना था कि यदि वास्तव ही में मुख्यमंत्री और उनकी भाजपा सरकार अनुबंध कर्मचारियों, आऊटसोर्स, मिड- डे- मील वर्करज, आंगनवाड़ी, आशा वर्करज और वाटर गार्ड आदि कर्मचारियों की हितेषी होती तो निश्चित रूप से इन सभी वर्गों को नियमित सरकारी नौकरी प्रदान करने के लिए उनके हित्त में ठोस व स्थाई नीति बनाए जाने की घोषणा करती। बंबर ठाकुर ने कहा कि विकास प्रगति की बड़ी योजनाओं का तो नाम तक नहीं है जबकि कितनी ही वह योजनाएं जो कांग्रेस सरकार ने गाँव गाँव में शुरू की थी उनको आगे बढ़ाने का ही कोई प्रावधान किया गया है और उन्हें इस बजट से बाहर रखा गया है, जिससे लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं पर पूरी तरह से पानी फिर गया है। उन्होने अपने विधान सभा क्षेत्र के बिलासपुर नगर को सीधे झंडूता विधान सभा क्षेत्र से जोड़े जाने वाले अति महत्वपूर्ण लुहनू–बैरी दड़ोला पुल के लिए भी बजट का प्रावधान न करने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस पुल के नाम पर भाजपा ने इन दोनों ही विधान सभा क्षेत्रों में विजय प्राप्त की थी किन्तु अब सत्ता में आकर इस पुल निर्माण का नाम तक नहीं लिया जा रहा है। बंबर ठाकुर ने कहा कि कृषि , बागवानी के क्षेत्र की भी अवहेलना करके किसानों और बागवानों से कुठाराघात किया गया है जबकि कर्मचारियों और सेवानिवृत कर्मचारियों को कोई भी आर्थिक लाभ न देकर उनसे भारी अन्याय किया गया है। उन्होने कहा कि बजट से तो ऐसा लगता है कि यह जल्दबाजी में बनाया गया है और इस बजट में एक भी कोई ऐसा कदम नहीं उठाया गया है जिससे प्रदेश का विकास हो सके और निर्धनों, कर्मचारियों और पेंशनरों, मजदूरों, किसानों, बागवानों और श्रमिकों को कोई लाभ मिल सके।
