दैनिक भोगी कर्मचारियों को चतुर्थ श्रेणी के पदों पर दूसरे विभागों में समायोजित करें : भूरी सिंह ठाकुर
जिला स्तरीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संगठन शिक्षा विभाग जिला बिलासपुर के प्रधान भूरीसिह ठाकुर ने कहा कि दैनिक भोगी कर्मचारियों को नियमित करने से बछिट रहे। सितंबर महीने से बचें 13 दैनिक भोगी कर्मचारी को चतुर्थ श्रेणी पद रिक्त न होने से नियमित का लाभ नहीं मिल रहा है। 31 मार्च 2020 को 14 बर्ष पुरे कर चुके पार्ट टाइम दैनिक भोगी कर्मचारी की संख्या सितंबर और मार्च में देनिक भोगी को नियमित करने को 40 के आस पास पहुंच जाएंगी। चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पद न होने पर शिक्षा विभाग को दैनिक भोगी को नियमित करने पर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अगर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से प्रयोग शाला परिचर वन जाते तो दैनिक भोगी को नियमित करने में शिक्षा विभाग को आसानी से चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियमित कर देने थे पर शिक्षा विभाग क्या करें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने आपने स्वार्थ के लिए हाईकोर्ट से प्रयोग शाला परिचर पर रोक लगा रखी है। जिन शरारती तत्वों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रखी है उन्हें क्या पता नियम के बारे में जिन्होंने सरकार और शिक्षा विभाग को गुमराह कर रखा है। प्रधान भुरीसिह ठाकुर ने प्रदेश के माननिय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि दैनिक भोगी कर्मचारियों को चतुर्थ श्रेणी के पदों पर दुसरे विभागों में समायोजित करें ताकि दैनिक भोगी कर्मचारी समय-समय पर नियमित होने का लाभ मिल सके। अगर इन छोटे वर्ग के कमर्चारियों के उपर ध्यान नहीं दिया तो देनिक भोगी कर्मचारियों की संख्या बढ़ती जाएगी और नियमित होने का लाभ नहीं मिल पाएगा। कुछ ऐसे दैनिक भोगी कर्मचारी हैं जो सेवा निवृत्त होने की कगार पर है जिन्हें नियमित होने का लाभ नहीं मिल सकेगा। संगठन ने प्रदेश सरकार से मांग उठाई है कि जल्द से जल्द नियमित करने का विचार किया जाये ।
