परिस्थितियां विपरीत हैं किंतु समय अनुकूल है दिल खोलकर दान करें : पंडित दीपक शर्मा
विश्व विख्यात सुप्रसिद्ध शक्ति पीठ माता बगला देवी मंदिर बनखंडी के पुजारी पंडित दीपक शर्मा का कहना है, यदि मौजूदा हालात पर गौर करें तो क्या यह लगता नहीं है कि देवी मां ने सभी को एक दूसरे की सहायता करने का पावन अवसर दिया है। ऐसे मौके भाग्यशाली लोगों के जीवन में आते हैं तथा इन्हें व्यर्थ गंवाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि देष वर्तमान में कोरोना महामारी को देश से भगाने के लिए जोर लगा रहा है, जिसमें हर देशवासी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से अपना सहयोग कर रहा है। लाॅक डाउन और कफर्यू के हालात में संपन्न परिवार तो अपना गुजर बसर कर रहे हैं किंतु कुछ ऐसा भी तबका है जो अपनी दैनिक कमाई पर अपना व परिवार का पेट पालता है। ऐसे लोगों की मदद इस समय अत्यंत जरूरी है। सुविधाओं से वंचित ऐसे परिवारों के सदस्यों बच्चों को अन्न, जल, दूध आदि पहुँचाना परोपकार का कार्य है। उन्होंने कहा कि भले ही इन दिनों मंदिर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद हो लेकिन यदि संकट की इस घड़ी में गरीब लोगों की मदद किसी न किसी रूप में की जाए तो यह किसी पूजा से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि सनातनी परंपरा में अन्न, जल का दान सर्वोतम माना गया है। दीपक शर्मा ने कहा कि अपने आस पड़ोस में जाकर ऐसे प्रवासी लोगों का पता लगा सकते हैं जो किसी के भी यहां किराए पर रह रहे हों, को पूछ कर उनकी दिक्कतों को दूर करना मानवता है। ऐसे परिवार जिनके घर में कमाने वाला कोई न हो और ऐसे हालातों में वे खुद भी कोई काम न कर पा रहे हों ऐसे लोगों को राशन सामग्री देना उत्तम है। पंडित दीपक शर्मा ने कहा कि विकट परिस्थितियों में मानवता की सेवा के लिए कई लोग समूहों और समितियों में बाहर निकले हैं। दानी सज्जन इनके पास भी राशन सामग्री दे सकते है। कर्फयू के समय में यह आवश्यक नहीं है कि स्वयं घर से बाहर निकला जाए। परोपकार में जुटी संस्थाओं के माध्यम से दान देकर पुण्य कमाया जा सकता है।
