धर्मशाला : ऑडिटोरियम हॉल में चल रही स्कूल प्रिंसिपलों की ओरिएंटेशन में 250 प्रधानाचार्यों ने लिया भाग

शिवांशु शुक्ला। धर्मशाला
प्रदेश में वोकेशनल शिक्षा के प्रभावशाली क्रियान्वयन हेतु धर्मशाला डिग्री कॉलेज के ऑडिटोरियम हॉल में चल रही स्कूल प्रिंसिपलों के लिए प्रदेश स्तर की ओरिएंटेशन में आज ज़िला चंबा, हमीरपुर तथा ऊना के लगभग 250 प्रधानाचार्यों ने भाग लिया। इस ओरिएंटेशन कार्यशाला का राज्य परियोजना समग्र शिक्षा के निदेशक डॉ. वीरेंद्र शर्मा ने शिमला से ऑनलाइन शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में सभी प्रधानाचार्यों का आह्वान किया कि वे स्कूलों में वोकेशनल शिक्षा को बढ़ावा दें, बच्चों को कौशल युक्त बनाएं। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का हवाला देते हुए कहा कि हायर सेकेंडरी स्तर से कौशलयुक्त मानवीय संसाधन विकसित करना हमारा दायित्व है तथा हिमाचल प्रदेश में उस दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। अब तक प्रदेश में 1154 स्कूलों में वोकेशनल शिक्षा के विभिन्न सेक्टर में बच्चों को भविष्य के लिए तैयार किया जा रहा है।
हम 2025 तक सभी सेकेंडरी स्कूलों में वोकेशन शिक्षा दे पाएं, इसके लिए सभी का सहयोग अपेक्षित हैं। इसके साथ ही जिला परियोजना अधिकारी विनोद चौधरी ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा इस कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला।इस कार्यशाला के प्रमुख मास्टर ट्रेनर राज्य वोकेशनल शिक्षा नोडल अधिकारी दिनेश स्टेटा द्वारा वोकेशनल शिक्षा के सभी आयामों पर विस्तार से चर्चा की। इसके प्रभावशाली क्रियान्वयन के लिए विविध प्रकार के अनुदान स्कूलों को प्रदान किेए जा रहे हैं। उसका प्रयोग किस प्रकार से करना है, उसमें क्या समस्याएं आती हैं, इस पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा राज्य परियोजना कार्यालय से उत्कर्ष द्वारा जॉब रोल व इंडस्ट्री सेक्टर व प्लेसमेंट इत्यादि पर अपनी प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर जिला वोकेशनल समन्वयक कांगड़ा डॉ जोगिंद्र सिंह, जिला ऊना समन्वयक अतुल सूद, जिला हमीरपुर समन्वयक प्रताप सिंह, सेक्शन ऑफिसर (वित्त) संजीव कपूर आदि उपस्थित रहे।