करसोग में 288 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से लाभान्वित हो रहे 7517 लाभार्थी
-प्रतिदिन उपलब्ध करवाया जा रहा है प्रोटीनयुक्त पौष्टिक आहार
-बाल विकास परियोजना अधिकारी विपाशा भाटिया ने दी जानकारी
बाल विकास परियोजना अधिकारी करसोग विपाशा भाटिया ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से राज्य सरकार की जनहितैषी व कल्याणकारी योजनाओं से गर्भवती व धात्री माताओं व बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है। बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पूरक पोषाहार, पोषण एवं स्वास्थ्य परामर्श, अनौपचारिक पूर्व विद्यालय शिक्षा, स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
अधिकारी ने कहा कि करसोग में वर्तमान में 288 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। इनमें 259 आंगनबाड़ी केंद्र, 25 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में, जबकि 4 आंगनबाड़ी केंद्र शहरी क्षेत्र में चलाए जा रहे हैं। इनके माध्यम से 7517 लाभार्थी लाभान्वित हो रहे हैं, जिनमें 0 से 6 वर्ष की आयु के बच्चे, गर्भवती व धात्री महिलाएं शामिल हैं। लाभार्थियों को प्रतिदिन प्रोटीनयुक्त पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जा रहा है।
परियोजना के अंतर्गत संचालित किए जा रहे कुल आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से 7517 पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है। इनमें गर्भवती महिलाएं, धात्री माताओं सहित 0-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चे शामिल हैं। इन्हें पूरक पोषाहार, पोषण एवं स्वास्थ्य परामर्श, अनौपचारिक पूर्व विद्यालय शिक्षा, स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। बच्चों के शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए भी अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही है।
पोषाहार किया जा रहा है प्रदान
करसोग में संचालित किए जा रहे सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं को प्रतिदिन प्रोटीन युक्त स्वास्थ्य वर्धक पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जा रहा है। पोषाहार कार्यक्रम के अन्तर्गत क्षेत्र के 6 माह से 3 वर्ष की आयु वर्ग के 2861 बच्चों, 3 से 6 वर्ष की आयु के 1386 बच्चों और 1003 माताओं को पोषाहार प्रदान किया जा रहा है। पूरक पोषक आहार में प्रतिदिन बच्चों को 500 कैलोरी, 12 से 15 ग्राम प्रोटीन और अतिकुपोषित बच्चों को 800 कैलोरी व 20 से 25 ग्राम प्रोटीन प्रतिदिन उपलब्ध करवाया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं को प्रतिदिन 600 कैलोरी व 20 से 25 ग्राम प्रोटीन प्रदान किया जाता है, जिसका उद्देश्य बच्चों, गर्भवती महिलाओं व धात्री माताओं में होने वाली प्रोटीन की कमी को पूरा करना है। पोषाहार में बच्चों और माताओं को पुलाव, मीठा दलिया, मीठे चावल, नमकीन दलिया, सेवियां, राजमह, चने, न्यूट्रीमिक्स और बिस्कुट आदि उपलब्ध करवाए जाते हैं। सभी निर्धारित रेसिपी सप्ताह में 6 दिन बदल-बदल कर दी जाती है।
टीकाकरण किया जा रहा सुनिश्चित
स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से गर्भवती महिलाओं को टेटनस व 0 से 1 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को 6 जानलेवा बीमारियों से बचाव व रोकथाम हेतु टीकाकरण करवाने में आंगनबाड़ी केंद्र अपनी महत्वपूर्ण भमिका निभा रहे हैं। गर्भवती महिलाओं व बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से समय-समय पर उनका टीकाकरण करवाया जा रहा है। करसोग में एक अप्रैल, 2023 से 30 नवंबर, 2023 तक पंजीकृत सभी 681 बच्चों के टीकाकरण का कार्य पूर्ण किया चुका है।