बोर्ड की गलती का खमियाजा भुगत रहे मेधावी छात्र, पुनर्मूल्यांकन के बाद पाया प्रदेश में तीसरा स्थान

बारहवीं बोर्ड की परीक्षाओं में हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड की लापरवाही सामने आई है। बोर्ड की गलती का खमियाजा मेधावी परीक्षार्थियों को उठाना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत कंधर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मांगल में सामने आया है। यहां बारहवीं की परीक्षा देने वाली पूनम के पिता प्रेम लाल ने बताया कि प्रदेश शिक्षा बोर्ड की लापरवाही की वजह से उनकी होनहार बेटी को मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
पूनम ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मांगल से बाहरवीं की परीक्षा दी थी जिसका परीक्षा परिणाम निकलने पर उसने 474 अंक प्राप्त किए। पूनम इन अंकों पर संतुष्ट नही हुई और सभी पेपरों में मूल्यांकन के लिए आवदेन किया। अब उसका परिणाम आने पर अर्थशास्त्र में 2, अंगेजी में 5, बिज़नेस स्टडी में 2 अंक बढ़ाए गए हैं। अब पूनम प्रदेश में तीसरे स्थान पर पहुँच गई। प्रदेश में पूनम ने तीसरे स्थान पर आने पर विद्यालय प्रधानाचार्य मांगल सुरेन्द्र कुमार, पंचायत प्रधान मांगल दीप चंद शर्मा, उपप्रधान श्याम लाल, प्रेम लाल, चौहान कृष्णा, पूनम के अभिभावकों, विद्यालय परिवार सहित ग्रामीणों ने बधाई दी है।