गहलोत के सामने कौन लड़ेगा चुनाव; वसुंधरा या शेखावत ?

**तो देश भर में होगी सरदारपुरा सीट की चर्चा !
**गहलोत बोले , वसुंधरा लड़ी तो हमारा सौभाग्य
जोधपुर की सरदारपुरा से गहलोत के सामने कौन चुनाव लड़ेगा, ये राजस्थान में बड़ी चर्चा का विषय है। 25 साल से इस सीट पर अशोक गहलोत जीतते आ रहे है और फिर यहीं से मैदान में होंगे। क्या भाजपा उनके सामने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को मैदान में उतारेगी ये देखना रोचक होगा। वहीँ चर्चा में नाम वसुंधरा राजे का भी है। जाहिर है अगर गहलोत के सामने कोई बड़ा चेहरा उतार कर उन्हें अपने क्षेत्र में सिमित रखा जा सके तो भाजपा को लाभ हो सकता है।अशोक गहलोत राजस्थान में कांग्रेस का सबसे बड़ा और लोकप्रिय चेहरा है। गहलोत वो नेता है जो भीड़ भी जुटाते है और अपने अलग अंदाज में विरोधियों का जमकर घेरते भी है। ऐसे में अगर गहलोत को उनके घर में गहरा जा सका तो भाजपा के लिए बेहतर हो सकता है।
वहीँ इस बारे में बीते दिनों अशोक गहलोत का एक बयान भी चर्चा में है। गहलोत ने कहा की गजेंद्र शेखावत उनके सामने लड़ेंगे या नहीं, ये भाजपा का अंदरूनी मामला है। पर वसुंधरा के विषय में उन्होंने कहा की ये सौभाग्य की बात होगी। ऐसा होता है तो राजस्थान की चर्चा पुरे देश में होगी।
जोधपुर के सरदारपुरा क्षेत्र में मेहरानगढ़ और मंडोर होने से पर्यटन की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण क्षेत्र है। वहीं जातीय समीकरण की बात करें तो सरदारपुरा क्षेत्र में राजपूत और जाट, अल्पसंख्यक और ओबीसी वर्ग के लोग निर्णायक भूमिका निभाते हैं। जाट और माली ओबीसी वर्ग के वोट भी काफी संख्या में हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी माली समाज से आते हैं। वोट प्रतिशत की बात करें तो पिछले चुनावों 2018 में 64 प्रतिशत वोट कांग्रेस के पक्ष में रहे थे। अब देखना यह होगा कि क्या भाजपा अशोक गहलोत का विजय रथ रोक पाती है या गहलोत लगातार छठा चुनाव जीतते हैं।