डाडासीबा बीडीओ ऑफिस बंद, बिक्रम बोले सरकार ने दिया नए साल का तोहफा

विनायक ठाकुर । डाडासीबा
जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चुनावों से पूर्व खोले गए डाडासीबा ब्लॉक को बंद करने के आदेश जारी हो गए हैं। गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पूर्व प्रदेश सरकार ने 33 पंचायतों को शामिल कर नया ब्लॉक डाडासीबा में खोला था, लेकिन अप्रैल 2022 के बाद खोले गए सभी संस्थानों को सरकार द्वारा बारी-बारी बंद किया जा रहा है, जिस पर जसवां-परागपुर भाजपा भड़क उठी है। जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक और पूर्व उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दुर्गम क्षेत्रों की सहूलियत के लिए डाडासीबा के अंदर नया ब्लॉक खोला गया था, लेकिन सरकार ने 2 एसडीएम दफ्तर बंद करने के बाद अब विकास खंड कार्यालय डाडासीबा को भी बंद कर दिया है, जिससे हजारों की तादाद में लोगों को असुविधा होगी। बता दें कि वर्तमान में प्रदेश में सबसे बड़ा विकास खंड परागपुर हैं, जिसके अंतर्गत 79 पंचायतें आती हैं, जिन्हें विभाजित कर नये विकास खंड डाडासीबा में शामिल किया गया था।
पूर्व उद्योग मंत्री विक्रम ठाकुर ने कहा कि सरकार जनविरोधी फैसले ले रही है, जिसका खामियाजा उन्हें भुगताना पड़ेगा। डाडासीबा में बीडीओ ने कार्यभार भी संभाल लिया था तथा इस ब्लॉक ने कार्य करना भी आरंभ कर दिया था, लेकिन राजनीतिक कारणों से सरकार ने घिनौना कार्य किया है, जो कि काले अध्याय के रूप में लिखा जाएगा। भाजपा सड़क से लेकर कोर्ट तक की लड़ाई लड़ेगी। जनता जनार्दन इस सरकार की कार्यप्रणाली से बेहद आक्रोश में है। भाजपा अभी संयम रखे हुए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा लिए जा रहे निर्णयों से जनता में हाहाकार मच गया है।
यह कोई अकेले सीएम बाजा नहीं बजा रहा। इसमें जसवां-परागपुर कांग्रेस की पूरी बैंड पार्टी शामिल है। यह पंचायतें हुई थी, चिन्हित डाडासीबा, नंगल चौक, निचला भलवाल, जम्बल, बस्सी, दोदरा, रोड़ी-कोड़ी, गुरनवाड, अप्पर भलवाल, बठरा, लग, लंडियाडा, कस्बा जागीर, भनेड, रैल, वाड़ी, घमरुर, घाटी, नारी, रिड़ी कुठेड़ा, जंडौर, अमरोह, कोटला बेहड, कस्बा कोटला, गोरालधार, हलेड, स्यूल, न्याड, उझे खास, टिप्परी, त्यामल, स्वाणा व बढल आदि क्षेत्र शामिल हैं।