दाडलाघाट : यूको बैंक के समीप नाले में गंदगी की भरमार

ग्राम पंचायत दाड़लाघाट में शिमला-मंडी नेशनल हाईवे पर स्थित यूको बैंक के समीप नाले में गंदगी की भरमार है। इससे निकलने वाली बदबू से आसपास रहने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है। यहां लाला शंकर के घर से अंबुजा चौक से होते हुए शिव मंदिर दाड़लाघाट तक नाले में गंदगी होने से पानी भी सही तरह से नहीं बह रहा है। यहां से गुजरना भी दूभर हो गया है। हांलाकि, सफाई कर्मचारी घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करते हैं, लेकिन फिर भी नाले में कूड़ा कहां से भर रहा है, यह ताज्जुब की बात है। इस बारे में कई बार प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधियों को अवगत भी करवा गया है, लेकिन इस मामले में अभी तक किसी ने भी नहीं ली। न ही इस ओर प्रशासन का ध्यान जा रहा है और न ही पंचायत के प्रतिनिधियों ने अपनी जिम्मेवारी समझते हुए इस नाले में सफाई करवाना व इसकी मरम्मत कर पक्का करने में अभी तक कोई दिलचस्पी दिखाई है।
स्थानीय लोगों ने कई मर्तबा प्रशासन व पंचायत के प्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई है कि नाले में गंदगी होने के बावजूद व अंबुजा चौक की पुलिया बंद होने के कारण व अक्सर ज्यादा बारिश होने के पश्चात नाले के समीप दुकानों के अंदर बारिश का पानी भर जाता है, जिससे दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ता है। दाड़लाघाट सुधार सभा के महासचिव प्रेम केशव, शंकर दास गुप्ता, दिनेश, शोभ राम, देवी चंद, रोशन, मनसा राम, रूपलाल ने कहा कि अगर इस नाले का सौंदर्यीकरण हो जाए और अंबुजा चौक में पानी के निकासी के लिए बनी पुलिया की जगह अगर यहां पर खुला पुल का निर्माण करवा दिया जाए तो दुकानों में अंदर जाने वाले पानी की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा। लोगों ने प्रशासन व पंचायत प्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि इस नाले की सफाई व्यवस्था को निश्चय अवधि व नाले के व इसे पक्का करवाने को लेकर जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करवाया जाए।
उधर, पंचायत प्रधान बंसी राम भाटिया का कहना है कि नाले के सौंदर्यीकरण और पक्का करवाने के लिए इसे ग्राम पंचायत विकास योजना जीपीडीपी में डाल दिया गया है। नाले में कचरा होना चिंता का विषय है क्योंकि पंचायत द्वारा घर-घर कूड़ा सफाई कर्मचारियों द्वारा उठाया जा रहा है। अगर कोई व्यक्ति नाले में कूड़ा डाल रहा है तो पंचायत उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने से गुरेज नहीं करेगी।