शिमला: सड़क पर बेसुध पड़े व्यक्ति के लिए मसीहा बने डॉ जनक राज पहुंचाया अस्पताल
फर्स्ट वर्डिक्ट। शिमला
जरूरतमंद लोगों के लिए मसीहा कहे जाने वाले डॉक्टर जनक राज अस्पताल में मरीजों की जान बचाने का ही काम नहीं करते बल्कि, कही कोई सड़क पर बेहोश पड़ा हो या पीड़ा में हो, ताे उनके लिए भी जनकराज मदद करने से पीछे नहीं हटते। लक्कड़ बाजार में सड़क पर गंभीर हालत में पड़े एक व्यक्ति के लिए गरीबों के मसिहा कहे जाने वाले आईजीएमसी के चिकित्सा अधिक्षक डॉ. जनक राज एक तरह से भगवान बनकर आए। व्यक्ति सड़क पर पड़ा हुआ था, कोई भी इसकी तरफ ध्यान नहीं दे रहा था। लोग देखकर भी अनदेखा कर आगे निकल रहे थे। वहीं, डॉ. जनक राज वहां पर से गुजर रहे थे, ताे उनकी नजर बेसुध पड़े व्यक्ति पर पड़ी, ताे उन्हाेंने तुरंत उसके पास जा कर चेक किया और मौके पर पुलिस और एम्बुलेंस को फोन कर गंभीर हालत में व्यक्ति को उपचार के लिए आईजीएमसी भेजा, जहां पर उसका उपचार चल रहा है। 45 वर्षीय किशन नामक मरीज जिला कुल्लु का रहने वाला है।
डॉ. जनक राज ने पहले भी इस तरह के कई मरीजों को अस्पताल पहुंचाया है और उनका आईजीएमसी में उपचार करवाया है। एक बार सचिवालय के बाहर से ही मरीज को उपचार के लिए आईजीएमसी लाया था। डॉ. जनक राज चिकित्सा अधिक्षक होने के नाते आईजीएमसी के एक बहुत बड़े न्यूरों सर्जन भी है। वे एमएस का काम तो संभाल ही रहे है, लेकिन न्यूरोलॉजी के ऑपरेशन भी करते हैं। डॉ. जनक राज गरीब मरीजों के मसीहा है। जब भी प्रदेश भर से कोई गरीब मरीज अपना उपचार करवाने आते हैं, उनकी सहायता के लिए वे निरंतर आगे रहते हैं। अकसर देखा जाता है कि जब भी हम सड़क रास्ते कहीं पर जाते हैं, तो हमें कहीं न कहीं कोई न कोई हादसा देखने को मिलता है, लेकिन लोग उसको अनदेखा करके आगे बढ़ जाते हैं। कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो घटना में घायल हुए लोगों की मदद करने की बजाय फोन के जरिए वीडियो बनाने में ज्यादा मशरूफ नज़र होते हैं और कुछ लोग तमाशबीन बने रहते हैं, लेकिन शिमला के आइजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनकराज ऐसे लोगो के लिए मिसाल बन गए हैं।