सोलन : आईईसी विश्वविद्यालय में करवाया सैमीनार
अटल शिक्षा कुंज कालूझिंडा स्थित आईईसी विश्वविद्यालय के बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) सैल ने एक सैमीनार करवाया। यह सैमीनार हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद (हिमकोस्टे) के सहयोग से करवाया गया। दो दिन तक चला यह सैमीनार बौद्धिक संपदा अधिकार हाल के प्रतिमान विषय पर आधारित रहा।
इसमें लगभग 250 प्रतिभागियों ने ऑफलाइन और ऑनलाइन हिस्सा लिया। इस अवसर पर आईईसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डा. शमीम अहमद ने बताया कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य बौद्धिक संपदा के विभिन्न पहलुओं, पेटेंट फाइलिंग प्रक्रिया, कॉपीराइट प्रक्रिया के संबंध में जागरूकता पैदा करना रहा। इस दौरान छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों को एक बेहतर मंच प्रदान करने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम दीप प्रज्वन से शुरू हुआ। तकनीकी सत्र में डा. सुरेश कुमार, सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर, फार्मास्युटिकल एंड ड्रग रिसर्च विभाग पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला द्वारा हर्बल उत्पादों के साथ आईपीआर पर विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं ट्रेडमार्क पंजीकरण प्रमाण पत्रों से संबंधित तकनीकी पहलू पर डा.राहुल तनेजा, वैज्ञानिक, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (हरियाणा सरकार) पंचकूला की ओर से जानकारी साझी की गई।
वहीं डा.शैलेश शर्मा, प्रो. और निदेशक अमर शहीद बाबा अजीत सिंह जुझार सिंह मेमोरियल कॉलेज ऑफ फार्मेसी, रूपनगर ने कॉपी राइट के संबंध में जागरूक किया। सैमीनार के दूसरे दिन के तकनीकी सैशन में डा. शशि धर समन्वयक एचपी रोगी सूचना केंद्र शिमला हिमकोस्टे द्वारा बौद्धिक संपदा अधिकार आदि पर चर्चा की। ड्रग रेगुलेटरी अप्रूवल विषय पर विपुल कुमार गुप्ता हेड रेगुलेटरी अफेयर्स, रोश प्रॉडक्ट्स, इंडिया प्रा. लिमिटेड नई दिल्ली ने जागरूक किया। वहीं डा. कांकीपति श्रीनिवास राव एसोसिएट प्रोफेसर ऑफ कॉमर्स विवेक वर्धिनी कॉलेज ऑफ आर्ट्स कॉमर्स साइंस एंड पीजी स्टडी (उस्मानिया यूनिवर्सिटी) जंबाग, कोटि हैदराबाद ने व्याख्यान दिया।