लगातार 6 घंटे तक होता रहा ऑपरेशन

हिमाचल प्रदेश के इतिहास में बिलासपुर के एन आर अस्पताल का एक सफल कारनामा दर्ज हुआ है। इस अस्पताल में बिलासपुर के घुमारवीं के निकटवर्ती गांव की 44 वर्षीय महिला का ब्रेन ट्यूमर का सफल ऑपरेशन डॉ नरेश कालिया व उनकी टीम ने कर दिखाया है। डॉ नरेश कालिया एक जाने-माने न्यूरो सर्जन हैं तथा आईजीएमसी और टांडा मेडिकल कॉलेज के अलावा बालाजी अस्पताल कांगड़ा में सेवाएं देने के उपरांत एन आर अस्पताल में कार्य कर रहे हैं। डॉ नरेश कालिया ने बताया कि उनकी टीम में नर्सिंग विभाग से भावना तथा काव्या ने कार्य किया। उन्होंने बताया कि उपरोक्त महिला के परिजन 27 दिसंबर को सलाह लेने के लिए एनआर अस्पताल में आए और उनसे बातचीत की। डॉ कालिया ने बताया कि इससे पहले भी 2015 में इसी महिला का पीजीआई चंडीगढ़ में ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन हो चुका है लेकिन अब फिर से उसे यह तकलीफ आरंभ हो गई थी और इस में कैंसर के लक्षण भी पाए गए थे। उन्होंने कहा कि महिला एकदम सुस्त थी और अपने पैरों पर खड़े नहीं हो पाती थी और उसके सिर में भयंकर दर्द हो रहा था। उन्होंने कहा कि 27 दिसंबर को ही दोपहर बाद 3 बजे इस महिला की सर्जरी आरंभ कर दी गई जो रात 9 बजे तक चली और सारा ट्यूमर निकालने के बाद जो भी लक्षण कैंसर के पाए गए थे वह भी निकाल दिए गए । यानी कि एक तरह से मरीज की सारी खोपड़ी खोलकर उसका इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि इस सर्जरी के दौरान भी महिला का ब्लड प्रेशर लो हो गया था लेकिन इन सारी कठिनाइयों पर विजय प्राप्त की गई और पहली बार बिलासपुर में यह इस तरह का ऑपरेशन किया गया। डॉ नरेश कालिया ने बताया कि इससे पहले आईजीएमसी और टांडा में वह इस तरह के 100 से अधिक ऑपरेशन कर चुके हैं लेकिन अब यह सुविधा बिलासपुर के एनआर अस्पताल में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि जो सेवाएं बाहर मिल रही है वह बिलासपुर के इस अस्पताल में भी उपलब्ध है । उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी निजी अस्पताल में ही हिमाचल के बाहर इस तरह की सर्जरी की जाती तो इस पर दो से ढाई लाख रुपए तक का खर्च आता लेकिन हिमाचल के एन आर अस्पताल में यह मात्र 70 हजार रुपयों में कर दिया गया। उन्होंने बताया कि यहां गौर योग्य यह भी है कि 2015 में जब इस महिला का पीजीआई चंडीगढ़ में ऑपरेशन हुआ था तो भी इनके इतने ही रुपये व्यय हुए थे।