आम आदमी की रसोई से दूर होने लगी हरी सब्जियां
कोरोना काल में वैसे ही लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे है। ऊपर से त्यौहारी सीजन में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं जिसने आमजन की चिंता और बढ़ा दी है। लोगों की थाली से टमाटर, प्याज, आलू सहित अन्य हरी सब्जियां गायब हो रही है। एक तरफ कोरोना में रोजगार कम हुए हैं। ऊपर से सब्जियों की बढ़ी हुई कीमत ने आम आदमी को और परेशान कर दिया है। बाजारों में सब्जियों के भाव आसमान को छूने लगे हैं जिसके चलते कई लोग सब्जियां खरीदने से परहेज करने लगे हैं। हरी सब्जियां मानों आम आदमी को दूर की कौड़ी लग रही है।वहीँ,त्योहारी सीजन में सब्जियों के दाम आसमान पर होने के कारण आम लोग सब्जियों की दुकानों पर जाते जरूर हैँ, लेकिन भाव सुनकर 1 किलो के स्थान पर पाव भर सब्जी खरीदते देखे जा सकते हैं।
दाड़लाघाट के लोगों में प्रेम केशव, मदन शर्मा, हेतराम ठाकुर, मनोज, नरेंद्र, राहुल, सुमन, नीरज, भरत, हेमराज, शुभम, दिनेश, संदीप, पंकज, नरेश, प्रेम लाल, जगन्नाथ, प्यारे लाल वर्मा, धनीराम, सअनूप, दीपक गजपति, राम दत्त, विनोद सहित अन्य लोगों का कहना है कि एक ओर कोरोना महामारी के दौरान खुद को स्वस्थ रखने के लिए कहा जा रहा है कि पौष्टिक आहार लें, इम्यूनिटी को बढ़ाएं। ऐसी चीजों को ज्यादा से ज्यादा खाएं, जो आपकी इम्यूनिटी को दुरुस्त रखें, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इस महंगाई की मार में इंसान उसे खरीदे तो खरीदे कैसे। उस की थाली में पौष्टिक आहार पहुंचे तो पहुंचे कैसे। आम इंसान पर महंगाई की मार इस कदर पड़ी है कि लोगों को हर चीज महंगी ही मिल रही है। पहले ही कोरोना काल की वजह से लोगों को आर्थिक तंगी का शिकार होना पड़ा है। ऊपर से चारों ओर महंगाई की मार ऐसे में लोग आम जीवन कैसे गुजारें यही सोचकर उनके हाल-बेहाल है। आलम यह है कि अब लोगों को हर चीज में कटौती करनी पड़ रही है, क्योंकि इस महंगाई की मार ने लोगों की कमर ही तोड़ कर रख दी है। लिहाजा कहा जा सकता है कि त्योहारी सीजन और कोरोना संकट के इस दौर में आम लोगों पर महंगाई की मार पड़ रही है।