आईईसी यूनिवर्सिटी में औषधि विज्ञान में अनुसंधान एवं विकास विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आयोजन
टल शिक्षा कुञ्ज कालूझंडा स्थित आईईसी यूनिवर्सिटी के फार्मेसी विभाग द्वारा 'औषधि विज्ञान में अनुसंधान एवं विकास' विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया जिसमें कुल 203 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। 6 तकनीकी सत्रों में आयोजित इस सम्मेलन में प्रतिभागिओं और शोधकर्ताओं की सुविधा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही विकल्प उपलब्ध थे।
इस विशेष अवसर पर हिमाचल प्रदेश निजी शैक्षणिक संस्थान नियामक आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल अतुल कौशिक जी एसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में और सुधार लाने के लिए इस तरह के सम्मेलनों की उपलब्धता पर जोर देते हुए कहा कि हिमाचल में जैव विविधता, औषधि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विस्तार की अपार संभावनाएं हैं, जिस पर छात्रों और शोधकर्ताओं को और अधिक अध्ययन करना चाहिए। इस अवसर पर सिमी कौशिक और शिव कौशिक विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
सम्मेलन के पहले दिन फार्मास्युटिकल साइंसेज संस्थान कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा के निदेशक, प्रोफेसर एसी राणा, उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। वहीं दूसरे दिन कैरियर पॉइंट यूनिवर्सिटी, हमीरपुर के वाइस चांसलर प्रो करतार सिंह वर्मा ने तकनीकी सत्र के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट और निदेशक, प्रोफेसर शैलेंद्र सराफ ने समापन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन हिमाचल प्रदेश निजी शैक्षणिक संस्थान नियामक आयोग, बायोजेनटा ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज़ - ऊना, इनोवा कैपटेब लिमिटेड - बद्दी और बायोसेफ मेडिकल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड - रांची, के सहयोग और मार्गदर्शन से आयोजित किया गया।