परागपुर में आम आदमी पर से दवाई खर्च का बोझ होगा कम-मनसुख मंडाविया
- ब्लड प्रेशर की जो दवाई पचास रूपए में मिलती थी, केन्द्र में वही दवाई मात्र पांच रूपए में उपलब्ध
देहरा : केन्द्रीय पोत, परिवहन, रसायन व उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि धरोहर गांव परागपुर में प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र खुलने के बाद आम आदमी पर से दवाई के खर्च का बोझ बेहद कम हो जाएगा और इस केन्द्र के खुलने के बाद आम जनमानस को गुणवत्तापूर्ण व सस्ती दवाईयां मिलने लगी हैं। मंडाविया ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए प्रदेश के 64 वें व जिला कांगड़ा के 10 वें प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र का उदघाटन करते हुए कहा कि लोगों को सस्ती दर पर दवा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र की मोदी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों में जन औषधि केंद्र खोलने के लिए लोगों को प्रोत्साहित भी किया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले उन्होंने दिल्ली में समाजसेवी व नेशनल शिपिंग बोर्ड के सदस्य कैप्टन संजय पराशर को जानकारी दी थी कि किस तरह यह योजना गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों की बहुत बड़ा साथी बन रही है। तब पराशर ने अपने क्षेत्र जसवां-परागपुर में ऐसा केन्द्र खोलने का निर्णय लिया। अब औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें इस जनऔषधि केन्द्र के लोकापर्ण पर सुखद अनुभूति हो रही है। मंडाविया ने कहा कि पराशर समाजसेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान दे रहे हैं और जनऔषधि केन्द्र खोलकर भी उन्हाेंने जनसेवा का बीड़ा उठाया है। वहीं, केन्द्र के संचालक संजय पराशर ने कार्यक्रम में कहा कि उन्हें मनसुख से ही इस बारे प्रेरणा मिली और उनका लक्ष्य है कि जसवां-परागपुर के रक्कड़ क्षेत्र में भी प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र खोला जाए। बताया कि उनकी पत्नी सोनिका पराशर की यह इच्छा थी कि स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं को सेनेटरी नैपकिन निशुल्क दिए जाएं। पराशर ने घोषणा करते हुए कहा कि इस औषधि केन्द्र के माध्यम से परागपुर क्षेत्र के सभी निजी स्कूलों व कॉलेज की छात्राओं के लिए सोमवार से ही यह व्यवस्था कर दी गई है।
वहीं, औषधि केन्द्र में पहुंचे प्रदेश नोडल अधिकारी, ब्यूरो ऑफ़ फार्मा रोहित शर्मा ने बताया कि इस औषधि केन्द्र में पचास से नब्बे फीसद तक दवाईयां सस्ती मिलेंगी। प्रदेश का अपनी तरह का यह ऐसा केन्द्र है, जहां पर सभी प्रकार की दवाईयां उपलब्ध हैं और संचालक संजय पराशर ने दवाईयों को मरीजों के घरों तक पहुंचाने की भी व्यवस्था कर दी है। कुठियाड़ा गांव के सतपाल ने बताया कि वह ब्लड प्रेशर की दवाई पचास रूपए में लेते थे, लेकिन आज इस केन्द्र में वही दवाई मात्र पांच रूपए में मिली। बीडीसी सदस्य अनुज शर्मा और सरड़ डोगरी से रमेश डोगरा ने बताया कि दवाईयां इस केन्द्र में बेहद सस्ती हैं और गुणवत्तापूर्ण भी हैं। वहीं, रक्कड़ गांव से पहुंची दो छात्राओं ईशा व कनिका ने सोनिका पराशर द्वारा सेनेटरी नेपकिन निशुल्क देने का स्वागत किया।
