कोरोना काल मे राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी संघ ने की ये अपील

हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष दूनी चंद ठाकुर व प्रदेश महामंत्री नेक राम ठाकुर ने प्रदेश के समस्त तकनीकी कर्मचारियों का आवाहन किया है कि कोरोना महामारी की दूसरी प्रचंड लहर इस समय जो भारत में अपना विकराल रूप धारण किए है उससे हमारा प्रदेश भी अछूता नहीं रहा है जो कि हम तकनीकी कर्मचरियों के लिये पुनः चुनोती बन कर इस वर्ष भी हमारे सामने खड़ा है। हमें गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रदेश की आम जनमानस को सुचारू बिजली उपलब्ध करवानी है ।
इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने सभी कर्मचरियों से यह भी आग्रह किया है कि वह अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान स्वयं रखें। शारिरिक दूरी के साथ मास्क व सेनिटाइज़र का भी उपयोग करें क्योंकि बिजली बोर्ड प्रबंधन तो आजकल पूरी तरह से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में व्यस्त है। किसी भी अधिकारी को जब भी किसी जरूरी समस्या के बारे में फोन करें तो आगे से यही जवाब मिलता है कि साहब वी सी में हैं। यही नहीं, मुख्यालय में भी संगठन के पदाधिकारियों को मिलने के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ता है। बिजली बोर्ड में आज की तारीख में यह अजीब ही वातावरण का निर्माण हो गया है जो कि एक तानाशाही का प्रमाण है।
इसके साथ ही दोनों पदाधिकारियों ने बोर्ड प्रबंधन पर यह भी आरोप लगाया है कि बोर्ड मुख्यालय में थर्मल स्कैनिंग व अधिकारियों के मेजों में बड़े-बड़े शीशे लगाकर पूरी सुरक्षा के प्रबंध किए गए है जबकि फ़ील्ड में चाहे उप मंडल के दफ्तर हों या शिकायत कक्ष या 33 के वी स्टेशन वहां पर न कोई सेनिटाइज़र न ही मास्क न ही कोई पी पी किट और शील्ड हेलमेट की व्यवस्था है। अगर स्थानीय अधिकारियों से बात करें तो वह बजट का रोना रोते हैं जबकि उनके अपने कार्यलयों में यह सारी की सारी व्यवस्था है।
प्रदेश अध्यक्ष ने हिमाचल के मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री से यह आग्रह किया है कि बिजली बोर्ड के कर्मचारी बहुत ही असुरक्षित वातावरण में दिन रात कार्य कर रहे है व भयभीत भी है फिर भी हम अपने सामाजिक दायित्व का निर्वाह कर अपना कार्य करने के लिए तत्पर हैं। इसके लिए बिजली बोर्ड का पूरा कर्मचारी वर्ग हिमाचल सरकार के साथ इस विकट परिस्थिति में मजबूती के साथ गत वर्ष की भांति खड़ा है मगर प्रदेश सरकार से यह भी आग्रह है कि कर्मचरियों की उचित सुरक्षा के लिये वर्तमान निकम्मी बोर्ड मैनेजमेंट को आदेश दें ताकि कर्मचारी और भी उत्साह से प्रदेश सरकार का सहयोग व आम जन मानस की सेवा करें ।
अंत में तकनीकी कर्मचारी संघ ने प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री को यह आश्वाशन भी दिया है कि संघ विपत्ति की इस घड़ी में कोई ऐसी प्रेस विज्ञप्ति नहीं देंगे जिससे कि कर्मचारियों का मनोबल टूटे। मगर बोर्ड प्रबंधन के नकारात्मक रवैये के कारण संघ को मीडिया में जाने के लिए विवश होना पड़ा है क्योंकि संघ अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं कर सकता क्योंकि सरकार जब सभी सुविधाएं प्रदान कर रही है तो फिर अधिकारियों को देने में दिकत क्यों है ?
इसके साथ ही संघ ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि पत्र संख्या 1843-45 के अंतर्गत हिमाचल बिजली बोर्ड के तकनीकी कर्मचारियों को भी मध्यप्रदेश व पंजाब की तर्ज पर कोरोना योद्धा घोषित करें ताकि इनका मनोबल और ऊंचा हो।