नई प्रस्तावित पंचायतों में नहीं कोटलु का नाम, ग्रामीणों ने जताया रोष

ग्राम सेरा में नवयुग देवता सुधार कमेटी की बैठक प्रधान अमर चंद शर्मा की अध्यक्षता में हुई।बैठक में हाल ही में सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश में नई पंचायतों के गठन की घोषणा पर चर्चा की गई। बैठक में अमर चंद शर्मा ने कहा नई पंचायतों की घोषणा मे कोटलु पंचायत का नाम नहीं है, जबकि 17 दिसंबर 2019 में प्रस्ताव ग्राम पंचायत कशलोग के माध्यम से विकास खंड कुनिहार तथा संबंधित विभागों में भेजा गया था उस पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है। कोटलु के नाम से नई प्रस्तावित पंचायत का गठन नहीं होने से सेरा, समाणा, फुगाना, बरसणु, कोटलू, बनोग, आदि गांव के ग्रामीणों में बहुत रोष है।
ग्रामीणों ने सरकार से पहले भी गुहार लगाई थी कि वर्तमान पंचायत कशलोग का मुख्यालय इन गांव से सड़क मार्ग से 25 से 30 किलोमीटर दूर है,जिससे ग्राम वासियों को छोटे-छोटे काम कराने के लिए 25 से 30 किलोमीटर सड़क मार्ग पर जाना पड़ता है,जिससे उनका पूरा दिन भी बर्बाद होता है तथा पैसे भी लगते हैं और विकास भी नहीं होते।पंकज शर्मा तथा मस्तराम बंसल ने कहा की इतनी कोशिशों के बाद भी सरकार की तरफ से ग्राम वासियों को राहत नहीं दी गई है और नई पंचायत कोटलु के गठन की कोई उम्मीद नहीं लग रही है, इसलिए गांव के सभी ग्राम वासियों ने सरकार से पुनः अनुरोध किया है कि उनकी परेशानियों को देखते हुए सरकार पुनः अपने फैसले मैं संशोधन करते हुए ग्राम पंचायत कशलोग से इन 6 गांव को अलग कर प्रस्तावित कोटलु पंचायत का गठन कर दें जिससे संबंधित सभी कागजात संबंधित कार्यालय में दिसंबर माह में ही भेज दिए गए हैं। इन 6 गांव की कुल जनसंख्या 1321 के लगभग है और वर्तमान में ग्राम पंचायत कशलोग की कुल जनसंख्या लगभग 2820 है।समस्त ग्राम पंचायत वासी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तथा ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कुमार से अनुरोध करते हैं कि ग्रामीणों की मुश्किलों को मद्देनजर रखते हुए कोटलु पंचायत के गठन के आदेश दिए जाएं तथा तमाम ग्रामीण मुख्यमंत्री एवं मंत्री के आभारी रहेंगे।