दिव्य ज्योति जाग्रति द्वारा आयोजित कृष्ण कथा का हुआ समापन

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा स्थानीय तालाब मैदान में आयोजित पांच दिवसीय श्री कृष्ण कथा का समापन हो गया। अंतिम दिवस कथा पंडाल में श्री कृष्ण रुक्मणी विवाहोत्सव बहुत ही धूम धाम से मनाया गया। संस्थान की ओर से आशुतोष महाराज के शिष्य कथा व्यास स्वामी विज्ञानानंद ने बताया कि श्री कृष्ण रुक्मणी विवाहोत्सव तात्विक रूप से जीवात्मा से परमात्मा के मिलन का उत्सव है। श्रीमद्भागवत गीता की रहस्यात्मक विवेचना करते हुए स्वामी ने बताया कि योग योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण की श्री मद भगवद् गीता कर्म की सार्थकता को पूर्णतः सिद्ध करती है। उन्होंने कहा कि जीवन और समाज की अज्ञानता, अनैतिकता और भ्रष्टाचार का हरण हो सकता है। जिससे सुदृढ़ राष्ट्र का निर्माण होता है। इस दौरान भंडारे का आयोजन भी किया गया था।