गांव गवाह में शरती तत्वों ने तोड़ा पानी का स्टोरेज डैम
ग्राम पंचायत दाड़लाघाट के गांव गवाह के सरकारी नाले में बने पानी के स्टोरेज डैम को अवैध रूप से तोड़ने बारे गांव के लोगों ने एक प्रार्थना पत्र ग्राम पंचायत प्रधान दाड़लाघाट को दिया है। शिकायत पत्र में कहा है कि गांव गवाह के सरकारी नाले में जहां पहले से ही 100 वर्ष पूर्व से कच्चा पानी का डैम होता था। उसी पुराने डैम को अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन विकास कार्य समिति के द्वारा निर्मित करके पक्का पानी के संचय का डैम बनाया गया था। यह पानी के संचय का डैम लगभग 5 से 6 महीने पहले 100000 रु की लागत से बनाया गया था और इसी डैम के पानी से गांव की लगभग 150 बीघा जमीन की सिंचाई की जाती है और इसी पानी से वहाँ मौजूद आटा चक्की घराट का कार्य भी किया जाता।
अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन विकास समिति के द्वारा डैम को पक्का करने पर गांव के लोगो को सिंचाई करने के लिए पानी की अच्छी सुविधा हो गई थी, लेकिन अब पानी के इस डैम को दाड़लाघाट के निवासी और उनकी माता के कहने से अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन कार्य समिति के द्वारा डैम को जेसीबी मशीन से तोड़ दिया गया है। इसी कारण अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन समिती के द्वारा इस डैम को तोड़ दिया गया है जबकि जिस स्थान पर डैम को बनाया गया हैं। वहाँ सरकारी नाला है जिस कारण गांव के लोगो की 150 बीघा जमीन की सिंचाई करना भी मुश्किल हो गया है। पानी का डैम तोड़ देने के कारण गेंहू की बीजाई करना भी मुश्किल हो गया है इससे सभी ग्राम गवाह के लोगो को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
समस्त ग्राम गवाह वासियो ने अनुरोध किया है कि पंचायत प्रतिनिधि खुद मौके पर आकर स्थिति का जायजा ले और यहां अवैध रूप से डैम को तोड़ाने वाले लोगों पर कार्यवाही की जाए और ग्रामीणों की इस सिंचाई से सबंधित इस समस्या का उचित समाधान निकला जाए। ग्रामीणों में विनोद कुमार, मनोहर लाल, मुकेश, शीला, भावना, प्रेम, प्रोमिला, जगदम्बा देवी, बिमला, कमला, गीता, धर्मचंद सहित अन्य ग्रामीण है।