अपनी बदहाली पर आंसू रो रहा नेशनल हाइवे 205

कराड़ाघाट से भराड़ीघाट तक तकरीबन 15 किलोमीटर सड़क के इतने बुरे हाल हो चुके है कि कई बार तो लगता है कि हम किसी जोहड़ या खड्ड में वाहन चला रहे हैं। पिछले दिनों हुई ट्यरिंग के उखाड़ने से विभाग की कार्यप्रणाली भी खुल कर सामने आ गई है।
पूरा दिन व्यस्त रहने वाला नेशनल हाइवे 205 अपनी बदहाली पर आंसू रो रहा है और गड्ढों की गिरफ्त में आ चुका है, परन्तु यहां से गुजरने वाले मंत्री व आला अधिकारीयों को कभी भी यहां शायद गड्ढे महसूस नहीं हुए। वाहन चालकों के अनुसार वो जब भी यहां बाउंड्री क्रॉस करते है तो उन्हें अनायास ही भगवान का स्मरण हो जाता है। दोपहिया वाहन तो एक गड्ढे से बचते है तो दूसरे गड्ढे में जा गिरते है। बारिश के बाद तो पूरी सड़क किसी खड्ड का आकार लेते देर नहीं करती, बारिश में अक्सर कई वाहन इस सड़क में फंसते नजर आ जाते है। पिछले कुछ समय पूर्व सड़क की टायरिंग हुई थी, परन्तु खास कर दाड़ला मोड़, छामला अम्बुजा रोड, स्यार में जल शक्ति विभाग के दफ्तर के सामने व भराड़ीघाट मार्ग में बड़े बड़े खड्डों का रूप धारण कर वाहनों को दुर्घटना का न्योता देती नजर आ रही है।
आने जाने वाले वाहन यात्रियों की मांग है कि इस सड़क को जेसीबी से सीधा कर इसे वास्तव में सड़क का आकार दिया जाए औरसड़क को जल्द दुरुस्त किया जाए ताकि कोई अनहोनी घटना न घट सके।
जब इस बारे एनएचएआई के इंजीनियर अमन गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सड़क कार्य के लिए टेंडर लगाकर रोड को दुरस्त करने का कार्य ज़ल्द किया जा रहा है।