संसद में बोले राष्ट्रपति, तिरंगे का अपमान दुर्भाग्यपूर्ण
कोरोना काल और किसानों के आंदोलन के बीच संसद के बजट सत्र की आज से शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन में कोरोना काल में सरकार द्वारा किए गए कार्यो को गिनाया। उन्होंने 26 जनवरी को लालकिले में हुई हिंसा की निंदा की तो वहीं केंद्र सरकार के कृषि कानूनों की तारीफ की।
बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन में कृषि कानून कि तारीफ करते हुए कहा कि व्यापक विमर्श के बाद संसद ने सात महीने पूर्व तीन महत्वपूर्ण कृषि सुधार, कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, कृषि (सशक्तीकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार विधेयक, और आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक पारित किए हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार यह स्पष्ट करना चाहती है कि तीन नए कृषि कानून बनने से पहले, पुरानी व्यवस्थाओं के तहत जो अधिकार थे तथा जो सुविधाएं थीं। उनमें कहीं कोई कमी नहीं की गई है। बल्कि इन कृषि सुधारों के जरिए सरकार ने किसानों को नई सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ नए अधिकार भी दिए हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि पिछले दिनों हुआ तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए।