नई पंचायतों के गठन के प्रस्ताव पर कहीं ख़ुशी कहीं मायूसी का माहौल

पिछले काफी समय से चल रही दाड़लाघाट पंचायत की अलग पंचायतों के विभाजन के लिए मांग कर रहे लोगों में कहीं ख़ुशी कहीं गम का माहौल देखने को मिल रहा है। खंड कुनिहार की ग्राम पंचायत दाड़लाघाट भौगोलिक और आबादी के लिहाज से ग्राम पंचायत दाड़लाघाट से बरायली व रौडी नई ग्राम पंचायत बनाई गई है।
गौर रहे पिछले कुछ समय पूर्व दाड़लाघाट के लोगों ने आयोजित ग्रामसभा मे भौगोलिक दृष्टि व आबादी लिहाज से पंचायत दाड़लाघाट की दो पंचायतें बनाने के बारे में प्रस्ताव पारित किया था। इसमें दाड़लाघाट पंचायत में रौडी (धार) पंचायत ओर बरायली पंचायत को नई पंचायत बनाने बारे सहमति बनी थी। इस दौरान सभा में काफी दिनों से आ रही स्थानीय लोगों की मांग को देखते हुए ग्राम पंचायत दाड़लाघाट ने पंचायत के विभाजन व पुनर्गठन को लेकर विशेष ग्राम सभा आयोजित कर पंचायतों को बनाने को लेकर प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन को ग्राम सभा में कोरम पूरा करवा कर प्रस्ताव पारित किया था कि ग्राम पंचायत दाड़लाघाट एक बड़ी पंचायत है, इस पंचायत की दो पंचायत बनाई जाए। इसको लेकर दाड़लाघाट पंचायत के धार क्षेत्र के लोगों ने खूब मेहनत की।
इस दौरान धार क्षेत्र के लोगों ने धार पंचायत को अलग बनाने को लेकर रणनीति भी बनाई, उसके बाद ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित हुआ ओर बरायली व रौडी (धार) पंचायत बनाने को लेकर लोगों ने हामी भरी। इस दौरान कुछ लोगों ने चिंता भी जाहिर की कि ग्राम पंचायत दाड़लाघाट में 2 पंचायतों का गठन नहीं किया जाए लेकिन धार क्षेत्र के लोगों ने एकजुटता से परिचय देते हुए ग्राम सभा का कोरम पूरा करवा कर पंचायतों के विभाजन के लिए प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा। इसी को लेकर पिछले कल यानि सोमवार को एक अधिसूचना जारी हुई इसमें दाड़लाघाट से रौडी और बरायली पंचायत का गठन किया गया है। अब पंचायती राज विभाग ने 7 दिनों के अंदर इस निर्णय को लेकर सुझाव और आपत्तियां दर्ज करवाने के लिए कहा है।
इस अधिसूचना के जारी होने से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। धार क्षेत्र के लोगों का कहना है कि धार क्षेत्र के गांव में विकास न होने के कारण लोगों की डिमांड को देखते हुए नई पंचायत बनाने का फ़ैसला लिया। लोगों ने कहा कि पंचायत के प्रतिनिधि को अगर विकास को लेकर बात की जाए तो वह अम्बुजा से विकास करने के लिए टालमटोल करते थे, विकास न होने के कारण धार क्षेत्र के लोगों के साथ हर कार्यों में अनदेखी की जा रही थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि पंचायतों के विभाजन से धार के गांव में और विकास होगा।