मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा युवा खिलाड़ियों की इनामी राशि बढ़ाने के फैसले का स्वागत

मास्टर्ज़ गेम्स एसोसिएशन हिमाचल के महासचिव एवम हॉकी व हैंडबॉल के पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी अधिवक्ता तेजस्वी शर्मा ने जहां हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा युवा खिलाड़ियों की इनामी राशि बढ़ाने के फैसले का स्वागत किया है वहीं कहा कि यह राशि केवल राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रथम , द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले खिलाड़ियों के लिए ही सीमित है और हिमाचल प्रदेश में केवल एक दो खेलों से जुड़े खिलाड़ी ही इससे लाभ प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि बाकि खेल स्पर्धाओं में हिमाचल की स्थिति छुपी नहीं है कि प्रदेश की टीमें किस स्थान पर रहती हैं। उन्होंने कहा कि जब तक ब्लॉक स्तर से राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं तक खिलाड़ी बच्चों व इन खेलों से जुड़ी राज्य इकाइयों को मजबूत नहीं किया जाता तब तक उपरोक्त घोषणाएं केवल कागजों तक ही सीमित रह जाएंगी। पंजाब ,हरियाणा जैसे राज्यों से खिलाड़ी इस लिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर पा रहें हैं क्योंकि उनके प्रति प्रादेशिक सरकारें व उनकी खेल नीति प्रभावशाली व नतीजे प्राप्त करने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभा रही है। जब तक हिमाचल में भी ख़िलाडियों को खेल जगत में भविष्य नहीं दिखेगा तब तक कोई भी नौजवान या उसके अभिभावक निश्चिंतता से खेल मैदानों की ओर रुख नहीं करेंगे। यदि मुख्यमंत्री महोदय अपनी घोषणा को यथार्थ में अमलीजामा पहना कर धरातल पर उतारने के लिए कृतसंकल्प हैं तो उनसे आग्रह है कि प्रदेश में कार्यरत खेल संघों को वर्गीकृत कर प्रत्येक संघ को सालाना कम से कम एक करोड़ की सरकारी सहायता देना सुनिश्चित करें ताकि ये संघ पूर्ण सुविधाएं प्रदान कर खिलाड़ियों का समग्र विकास करने में सक्षम हो सकें । साथ ही इन संस्थाओं की वार्षिक उपलब्धियों का निष्पक्ष आकलन कर विशेष पुरस्कार राशि घोषित करें ताकि प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण सृजित किया जा सके। देखने मे आया है कि अधिकतर खेल संघ खिलाड़ियों में गुणवत्ता लाने का प्रयास तो करते हैं परंतु धन के अभाव में उचित सुविधाएं प्रदान करने में असमर्थ हैं। तेजस्वी शर्मा ने कहा कि खेल विभाग के रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए व कम से कम जिला स्तर पर समस्त खेल विधाओं के प्रशिक्षकों की तत्काल नियुक्ति की जाए। शारीरिक शिक्षकों की कार्यप्रणाली की वार्षिक विवेचना हो और उत्कृष्ठ परिणाम देने वाले शिक्षकों को विशेष पारितोषिक व प्रोत्साहन देने की नियमावली बने । इसके साथ साथ 3 प्रतिशत के पिछले 15 वर्षों से चले आ रहे नियमों में संशोधन कर इसे 15 प्रतिशत किया जाए तो निसन्देह आने वाले तीन वर्षों में हिमाचल को राष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराने से कोई ताकत नहीं रोक पाएगी। तेजस्वी शर्मा ने विश्वास जताया कि माननीय मुख्यमंत्री की दूरगामी सोच व उनका खेलों के प्रति जो रुझान सामने आया है उससे उम्मीद की जा सकती है कि खेल नीति व अन्य घोषणाएं कोरी घोषणाएं न रह कर अवश्यमेव खिलाड़ियों के लिए बेहतर परिणाम देने वाली साबित होंगी। साथ ही उन्होंने समस्त राजनीतिक दलों से भी इस दिशा में सकारात्मक सहयोग करने का आग्रह किया है ताकि हिमाचल के भविष्य को अवसाद व नशे से भी बचाया जा सके।