22 वर्ष पहले आज ही के दिन सोलन बना था मशरूम सिटी ऑफ़ इंडिया

राष्ट्रीय मशरूम मेला 2019 का आयोजन
10 सितंबर, 1997 को भारतीय मशरूम सम्मेलन के दौरान हिमाचल के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सोलन को भारत की मशरूम सिटी घोषित किया था। सोलन शहर के योगदान व मशरूम रिसर्च, इसे लोकप्रिय बनाने की दिशा में डीएमआर के प्रयासों को देखते हुए सोलन को ये दर्जा मिला था। खुम्ब शहर सोलन की 22वीं वर्षगांठ के मौके पर पिछले वर्षों की भांति भाकृअप-खुम्ब अनुसंधान निदेशालय, चम्बाघाट, सोलन के द्वारा, राष्ट्रीय मशरूम मेले का आयोजन 10 सितम्बर, 2019 को किया गया। इस मेले को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य किसानों को नई-नई तकनीकियों से अवगत कराना तथा इसकी खेती करने में आ रही समस्याओं का मिल-जुलकर निवारण करना होता है। जिला सोलन खुम्ब उत्पादन में हिमाचल का प्रारम्भ से ही अग्रणी जिला रहा है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डाॅ.आनन्द कुमार सिंह, उप महानिदेशक (बागवानी विज्ञान), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली तथा डाॅ. परविंदर कौशल, कुलपति, डाॅ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विवि, नौणी, सोलन (हि0प्र0), डाॅ. मनजीत सिंह, पूर्व निदेशक, भाकृअनुप-खुम्ब अनुसंधान निदेशालय, सोलन एवं डाॅ. बी.के. पाँडे, प्रधान वैज्ञानिक, (बागवानी विज्ञान), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली विशेष अतिथि थे।
17 राज्यों के मशरूम उत्पादकों ने लिया हिस्सा
इस मेले में लगभग 1200 खुम्ब उत्पादकों, किसानों आदि ने भाग लिया जो कि लगभग 17 राज्यों जिनमें पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छतीसगढ़, तमिलनाडू, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, गुजरात, चण्डीगढ़, जम्मू व कश्मीर तथा मणिपुर आदि राज्यों से थे।
ई-लर्निंग पोर्टल का विमोचन
इस अवसर पर ई-लर्निंग पोर्टल का भी विमोचन किया गया। मुख्य अतिथि डा. आनंद कुमार सिंह द्वारा कम्पोस्ट पास्चुराईजेशन इकाई एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं वृक्षारोपण किया गया। डा. वी.पी. शर्मा द्वारा उत्पादन कक्षों एवं एससीएसपी योजना के अतंर्गत बने कम लागत मशरूम घर का भ्रमण करवाया गया। इस अवसर पर निदेशालय के वार्षिक प्रतिवेदन व खुम्ब पर अखिल भारतीय अनुसंधान समन्वित परियोजना व पाँच तकनीकी फोल्डरों जिनमें वर्ष भर के विभिन्न जलवायु में उगने वाली ढींगरी खुम्ब, बेट बबल बिमारी, कोर्डीषेपस उत्पादन एवं पश्च फसल उत्पादन का विमोचन किया गया।