हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में इन दिनों मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी है, जिसने ठंड को और बढ़ा दिया है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू, चंबा और सिरमौर के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है जिसके कारण इन इलाकों में जीवन सामान्य रूप से प्रभावित हो रहा है। शिमला और कांगड़ा के क्षेत्रों में भी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है। जिसमें 16 मार्च को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी का अनुमान जताया गया है। वहीं 17, 19 और 20 मार्च को लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा और कुल्लू के ऊंचे इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।
इसके अलावा, IMD ने बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और शिमला जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया है। 18 और 21 मार्च को प्रदेश में मौसम शुष्क रहने की संभावना है, लेकिन कुल्लू, लाहौल, चंबा, किन्नौर और जम्मू-कश्मीर में हिमखंड गिरने का अलर्ट भी जारी किया गया है। इस बदलाव का असर किन्नौर जिले में सबसे ज्यादा देखा गया। जहां भारी बर्फबारी और बारिश के चलते तापमान में गिरावट आई है। किन्नौर जिले के ऊंचे इलाकों जैसे छितकुल, रकछम, कल्पा और अन्य स्थानों पर बर्फ की मोटी परत जम चुकी है, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। शनिवार सुबह से शुरू हुई बर्फबारी रविवार को और तेज हो गई, जिससे कई क्षेत्रों में बर्फ की परत फैल गई और सड़क मार्गों पर बर्फ जमने से यातायात प्रभावित हुआ। राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 भी नेसंग के पास बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हो गया था, लेकिन प्रशासन की तत्परता से इसे जल्द ही बहाल कर दिया गया। हालांकि, कई आंतरिक सड़कों पर बर्फ और भूस्खलन के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है। जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी सड़क मार्गों को साफ करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश के कारण हिमस्खलन और भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है, जिसके कारण चट्टानों के खिसकने और सड़क मार्गों के बाधित होने की खबरें आ रही हैं। हालांकि, अब तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है, लेकिन प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है, खासकर ऊंचे इलाकों में जाने से परहेज करने को कहा गया है।
