RBI: रेपो रेट में नहीं कोई बदलाव, ग्राहकों को लोन की ब्याज दरों पर नहीं मिली राहत

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति समिति द्वारा नीतिगत दरों को लेकर किए गए फैसलों का ऐलान किया। दास की अगुवाई वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक बुधवार को शुरू हुई थी। इस बैठक में इकोनॉमी के मौजूदा स्थिति, लिक्विडिटी की स्थिति और अन्य बिन्दुओं को लेकर व्यापक चर्चा हुई। आरबीआई की एमपीसी की बैठक में रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट, बैंक रेट और सीआरआर जैसे प्रमुख नीतिगत दरों की समीक्षा की जाती है और उस पर फैसला किया जाता है। मौद्रिक नीति समिति की बैठक तीन, चार और पांच फरवरी को हुई। बैठक में सर्वसम्मति से नीतिगत दर को चार फीसद पर यथावत रखने का फैसला किया गया। इसके साथ ही रिवर्स रेपो रेट को 3.35% पर बरकरार रखा गया है। इसके साथ ही मौद्रिक रुख को 'उदार' बनाए रखा गया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने अगले वित्त वर्ष 2021-22 में देश की जीडीपी में 10.5 फीसदी की तेजी का अनुमान लगाया है। उन्होंने बताया कि अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत हैं। ग्रोथ से जुड़े परिदृश्य में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस समय वृद्धि को बढ़ावा देने को जारी रखने की जरूरत है।