कुनिहार :ऑनलाइन शिक्षा बच्चों के लिए बनी आफत
कुनिहार :अर्की उपमंडल के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सरयांज के दूरदराज के गांव में अभी तक इंटरनेट का सिग्नल ही नहीं पंहुच पाया है। जिसके कारण स्कूली बच्चो को अपनी आनलाइन शिक्षा ग्रहण करने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार बच्चो को अपने गांव से दूर पहाड़ियों पर जाकर सिग्नल तलाशना पड़ता है। जिसके कारण बच्चो की शिक्षा पर तो असर पड़ ही रहा है लेकिन बच्चो के अभिवाको को इस बात का डर हमेशा रहता है कि बच्चे जंगल में जाकर शिक्षा ग्रहण कर तो रहे है लेकिन वंहा जंगली जानवरों का भी हमेशा खतरा बना रहता है। इसलिए गांव के कुछ लोग बच्चो के साथ रहते है। गाँव में इंटरनेट सुविधा न होने की वजह से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि गाँव में कोई बीमार पड़ जाए तो दूरभाष पर सम्पर्क करना मुश्किल हो जाता है। इसके अतिरिक्त किसी परिजन से भी बात करनी हो तो बड़ी ही मशक्कत के बाद फोन का सिग्नल तलाशना पड़ता है। जानकारी के अनुसार वर्ष 1985 86 में विकास खंड कुनिहार की ग्राम पंचायत सूरजपुर से कुछ क्षेत्र काटकर ग्राम पंचायत सरयांज बनाई गई थी। ग्रामीणों की मांग पर वर्ष 2005 -6 में सरयांज में एक निजी कम्पनी का टावर लगा दिया गया। लेकिन अभी भी उक्त टावर का सिग्नल बहुत से गाँव तक नही पंहुच पा रहा है। ग्राम पंचायत सरयांज के अंतर्गत आने वाले गाँव गरुड़ नाग, चुडावली ,नलिलान क्वालंग डोलरी ,मनोल आदि गाँव अभी भी इनटर्नेट सुविधाओं से वंचित है। जिस कारण उक्त गाँव के ग्रामीणों एवं स्कूली बच्चो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रीति, दीपक, रोहित गौतम, कविता गौतम,पूनम गौतम, ध्रुव ,जोगिन्द्र, कमलेश ,नीलम ,ललिता ,उप प्रधान प्रकाश गौतम आदि ने कहा कि पंचायत के अधिकतर गांव में इंटरनेट सुविधा नही है। बच्चो कि शिक्षा प्रभावित हो रही है सिग्नल न होने के कारण बच्चे जंगलो में जाकर पढ़ाई करते है। सरकार गांव कि इस समस्या के बारे में सुध ले व् शीघ्र इंटरनेट टावर लगाये। प्रधान रमेश ठाकुर ने कहा कि यह विषय मेरे संज्ञान में है व् सम्बंधित विभाग से इस बारे में बात हुई है। इस बाबत मुझे आश्वासन दिया गया है कि शीघ्र ही समस्या का समाधान होगा ।